महानगर पालिका अंतर्गत दत्तात्रय नगर माध्यमिक स्कूल के विद्यार्थियों ने काल्पनिक किला 'दत्तगढ़' बनाकर अपनी कल्पनाशक्ति का परिचय दिया। प्रधानाध्यापक संध्या मेडपल्लीवार के प्रोत्साहित करने पर शिक्षकों व विद्यार्थियों ने मिट्टïी से किले का निर्माण किया। मनपा शिक्षक संघ के अध्यक्ष राजेश गवरे ने स्कूल को भेंट देकर सराहना की। किले का परीक्षण रमेश सातपुते ने किया। किला निर्माण में निखिल कावले, दर्शन गेड़ेकर, साहिल मेश्राम इन विद्यार्थियों ने सहभाग लिया। जिला कलाध्यापक संघ के अध्यक्ष नरेंद्र बारई, कोषाध्यक्ष शेखर वानस्कर, सदस्य अजय गुंडमवार, गजानन मेहर ने विद्यार्थियों का मार्गदर्शन किया। नगरसेवक रीता मुले ने सदिच्छा भेंट दी। रोहतक. नौकरियों में भ्रष्टाचार, फर्जीवाड़े व लूट- खसोट के खिलाफ अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति और डीवाईएफआई ने संयुक्त रूप से प्रदेशव्यापी अभियान शुरू किया है। इस राज्यव्यापी हस्ताक्षर अभियान के माध्यम से प्रदेश भर में 10 लाख हस्ताक्षर करवाकर राज्यपाल को सौंपे जाएंगे। शुक्रवार को नए बस स्टैंड पर हस्ताक्षर अभियान की शुरुआत की गई। इस मौके पर एसएफआई के राज्य सचिव मनोज कुमार, समिति की जिला सचिव अंजू, नौजवान सभा के प्रदेश सहसचिव विनोद देशवाल, सुमित, अंजू, राकेश कुमारी, गीता, सोनू, राजेश कुमार, संगीता, मीना, वीना मलिक, संगीता, हवा सिंह और अजीत मौजूद रहे। शहरी के छोर पर बसे मलोया गांव में शुक्रवार को हुई दुखद घटना में नवविवाहिता कोमल ने पंखे से फंदा लगाकर जान दे दी। कोमल की शादी को अभी दो महीने ही हुए थे। पुलिस की प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि कोमल आर्थिक तंगी से परेशान थी व इसी वजह से उसने यह कदम उठाया। विवरण के अनुसार कोमल द्वारा मौत को गले लगाने के घटनाक्रम का पता शुक्रवार देर दोपहर को उस समय लगा जब उसकी चचेरी बहन तीसरी मंजिल की छत पर बने कमरे में सफाई करने गई। शव को पंखे से लटकते देख वह चीख उठी और उसके सुसर को इस वाकये की सूचना दी। कोमल को तत्काल गवर्नमेंट मल्टीस्पेशिएलिटी अस्पताल, सेक्टर-16 में ले जाया गया जहां डाक्टरों ने उसे मृत लाई गई घोषित कर दिया। कोमल का पति कुलविंदर कुछ कामकाज नहीं करता। कोमल ने यह कदम उठाने से पहले अपने बाएं हाथ पर मेंहदी से लिखा कि वह अपनी मर्जी से खुदकुशी कर रही है, मेरे जीवन की मुश्किलें ही मेरी मौत की वजह हैं। विवरण के अनुसार कोमल के पिता की कई साल पहले मृत्यु हो चुकी है उसकी मां, मानसिक रोगी है और एक भाई सरकारी स्कूल में पढ़ता है। बहरहाल, पुलिस ने शव को सेक्टर-16 के अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद मृत्यु के वास्तविक कारणों का पता चल सकेगा। श्रीलंकाई चयनकर्ताओं ने आगामी 10 नवंबर से न्यूजीलैंड के खिलाफ होने वाले सीमित ओवर के द्विपक्षीय सीरीज के लिए 16 सदस्यीय श्रीलंकाई टीम का चयन किया है। चयनकर्ताओं ने टीम में एक मात्र नया चेहरा 24 वर्षीय हरफनमौला खिलाड़ी एशान प्रियंजना को शामिल किया है जबकि दिमुथ करुणारत्ने को दो वर्ष बाद फिर से टीम में जगह दी गई है। श्रीलंकाई टीम कीवियों के खिलाफ 10-21 नवंबर तक तीन एक दिवसीय जबकि दो टी-20 मैच खेलेगी। पहला और दूसरा एक दिवसीय मुकाबला हंबनटोटा में जबकि तीसरा वनडे मुकाबला दांबुला में खेला जाएगा। वहीं दोनों टी-20 मुकाबले पाल्लेकेल में खेले जाएंगे। ज्ञात हो कि इन दिनों नगर में चोरी की घटनाएं काफी बढ़ गई। हाल के दिनों में हुई यह सातवीं घटना है। रिन्युअल व पक्के ड्राइविंग लाइसेंस (डीएल) जिनकी फोटो ३० सितंबर तक हो चुकी है वह तैयार हो चुके हैं, बाकी लाइसेंस अगले सप्ताह मिलेंगे। यह नोटिस लगा है डीटीओ ऑफिस के डिलीवरी काउंटर पर। साफ है कि डीटीओ ऑफिस खुद मान रहा है कि डीएल एक महीने के बाद डिलीवर हो रहे हैं, जबकि राइट टू सर्विस एक्ट में इसकी डेडलाइन सात दिन तय की गई है। यानि कि आवेदन के सात दिन के भीतर डीटीओ ऑफिस को डीएल तैयार करके आवेदक को देना होगा। अगर जमीनी हकीकत की बात करें तो स्थिति इससे कहीं बदतर है। कई आवेदक ऐसे भी हैं जिन्हें ९ महीने के बाद भी डीएल डिलीवर नहीं हो पाया। दो तीन महीने से चक्कर लगा रहे आवेदकों की संख्या तो अनगिनत है। ऑफिस की बदतर हालत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि डीटीओ अनिल गर्ग को डिलीवरी काउंटर पर लगे इस नोटिस की जानकारी तक नहीं है। उनका दावा है कि डीएल तय समय सीमा के भीतर ही डिलीवर हो रहे हैं। फिर नोटिस क्यों लगाया तो जवाब मिला कि इस बाबत उन्हें कोई जानकारी ही नहीं है। अमेरिकी अर्थव्यवस्था को सहारा देने के लिए राहत पैकेज जारी रखने के फेड रिजर्व के फैसले से उत्साहित विदेशी संस्थागत निवेशकों की भारी लिवाली के बीच घरेलू शेयर बाजार ने गुरुवार को ऊंचाई का नया इतिहास बनाया। बाम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सेंसेक्स 130.50 अंक उछलकर 21,164.52 अंक के स्तर पर और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 47.45 अंक ऊपर 6299.15 अंक के स्तर पर जा चढ़ा। बाजार में इस तेजी की अगुवाई कंज्यूमर गुड्स,बैकिंग,धातु, तेल एंव गैस तथा पावर वर्ग के शेयरों ने की । सेंसेक्स में शामिल तीस कंपनियों में से महज नौ ने नुकसान उठाया जबकि बाकी सभी मुनाफे में रहीं। यह तथ्य पर्यावरण संरक्षण मंडल की जांच से सामने आया है। पिछले साल दिवाली पर कुछ जगहों पर की गई जांच में १०० डेसीबल तक ध्वनि प्रदूषण था। सामान्य दिनों में यह आंकड़ा ५५ डेसीबल होता है। हर साल पटाखों की आवाज या डीजे के शोर से ध्वनि प्रदूषण लगातार बढ़ रहा है। शासन के प्रतिबंध के बाद भी मानक से अधिक डेसीबल के पटाखे खुलेआम बिकते हैं और फोड़े भी जाते हैं। इनकी रोकथाम के लिए संबंधित क्षेत्र के एसडीएम को अधिकार रहता है, लेकिन वे भी समय पर अपनी जिम्मेदारी से बचते हैं। पर्यावरण संरक्षण मंडल ने पिछले साल दिवाली के दौरान ट्रैफिक थाने के पास ध्वनि प्रदूषण मापा था। दिवाली के पहले 10 नवंबर को दो अलग-अलग समय पर की गई जांच न्यूनतम ध्वनि प्रदूषण 72.5 और अधिकतम 83.6 पाया गया। इसी तरह दिवाली के दिन 13 नवंबर 2012 को अधिकतम 87.7 डेसीबल और न्यूनतम 80 डेसीबल ध्वनि प्रदूषण पाया गया। दिवाली के दौरान अधिकतम 100.3 डेसीबल ध्वनि प्रदूषण पाया गया, जबकि न्यूनतम ध्वनि प्रदूषण 72.1 डेसीबल था। सामान्य दिनों में अधिकतम ध्वनि प्रदूषण 65 डेसीबल और न्यूनतम 55 डेसीबल पाया गया। दिवाली पर 'यादातर लोग इस पर ध्यान नहीं देते और अधिक आवाज वाले पटाखों का इस्तेमाल करते हैं। जागरण संवाददाता, आगरा: फतेहाबाद रोड पर गुरुवार रात हादसों की शक्ल में मौत मंडराती रही। ताजगंज के कलाल खेड़िया के पास पुलिस जीप ट्रक में घुसी और दरोगा आरपी सिंह यादव की मौत हो गई। डौकी के गांव नगला देवहंस में गुरुवार रात ट्रक ने सड़क पार करते ग्रामीण हरीओम को टक्कर मार दी। उनकी मौत से गुस्साए ग्रामीणों ने फतेहाबाद रोड पर जाम लगा दिया। फोर्स ने मौके पर पहुंचकर दो घंटे से लगे जाम को खुलवाया। शव को मोरचरी में रखवाने के बाद बमरौली कटारा चौकी के सिपाही रविंद्र और रामनरेश बाइक से लौट रहे थे। तोरा चौकी के पास बाइक डिवाइडर से टकराने पर दोनों घायल हो गए। रात लगभग दो बजे बमरौली कटारा चौकी प्रभारी रजिस्टर पाल सिंह यादव घायल सिपाहियों को जीप से डौकी लेकर आ रहे थे। इसी दौरान कलाल खेड़िया पर आगे जाते ट्रक चालक ने अचानक ब्रेक मार दिए। तेज रफ्तार जीप ट्रक के पिछले हिस्से में जा घुसी। उसका अगला हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। आगे बैठे चौकी प्रभारी रजिस्टर पाल सिंह की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। चालक याकूब और सिपाही अरविंद, रविंद्र व रामनरेश घायल हो गए। मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने घायलों को एसएन इमरजेंसी में भर्ती कराया। इंस्पेक्टर ताजगंज हरी मोहन ने बताया ट्रक चालक के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया है। शुक्रवार को दरोगा के शव को पुलिस लाइन में सलामी दी गई। परिजन अंतिम संस्कार के लिए शव को मैनपुरी ले गए। हादसे में मृत दरोगा रजिस्टर पाल सिंह का परिवार मैनपुरी, कोतवाली के कटरा मुहल्ला में रहता है। वह मूलरूप से एटा के मलावन के रहने वाले थे। परिवार में दो बेटे और तीन बेटियां हैं। तीन दिन पहले ही हरीपर्वत की नेहरू नगर चौकी से बमरौली कटारा स्थानांतरण हुआ था। वहीं, वीरवार दिनभर भी बिजली पर निर्भर होने वाला कारोबार पूरी तरह से ठप रहा। यहां तक की बैंकों तथा दफ्तरों के कामकाज प्रभावित रहे। बिजली न होने की वजह से पूरे शहर में पानी की भारी किल्लत बनी रही। मोबाइल सेवा तथा बाकी काम भी प्रभावित रहे। गौरतलब है कि मंगलवार सुबह डोडा के सुईगवाड़ी के पास जंगल में पेड़ गिरने से टावर क्षतिग्रस्त हुआ था। ऊधमपुर से आने वाली 132 केवी लाइन पूरी तरह से ठप होकर रह गई थी। एनएचपीसी के अधिकारी व कर्मचारी तीन दिन से लगातार बिजली सेवा बहाल करने में लगे हुए थे। एनएचपीसी के महाप्रबंधक अरविंद बट ने बताया कि बारिश के बावजूद कर्मचारी बिजली की मरम्मत में जुटे रहे। शाम साढ़े सात बजे बिजली बहाल कर दी गई। महंगाई की मार और कमजोर इकनॉमिक सिनारियो के चलते गोल्ड बार्स और कॉइन की मांग सुस्त रहने से इसकी चमक घटी। दिल्ली में गोल्ड की कीमत 31,400 रुपये प्रति 10 ग्राम हैं जो पिछले साल धनतेरस पर 32,485 रुपये प्रति 10 ग्राम थी। ऑल इडिया जेम्स ऐंड जूलरी फेडरेशन के चेयरमैन हरेश सोनी ने बताया, 'कमजोर इकनॉमिक सिनारियो और महंगाई के चलते गोल्ड की मांग में जबर्दस्त गिरावट आई है।' गीतांजलि ग्रुप के चेयरमैन और एमडी मेहुल चोकसी ने कहा कि कुल गोल्ड की बिक्री 25 फीसदी कम है। खरीदारों के रुख में बदलाव आया है। हमें हीरे की बिक्री पिछले साल की तुलना में इस साल 25 फीसदी अधिक रहने की उम्मीद है। पिछले साल के मुकाबले इस साल गोल्ड की कीमतें कम रहने के बावजूद लोग इस धनतेरस पर चांदी की खरीदारी कर रहे हैं। प्रमुख पंसस की बैठक मनमाने ढंग से करते हैं। इसी तरह के कई आरोप लगाते हुए बेंगाबाद के पंसस रामप्रसाद यादव ने जिला पंचायती राज पदाधिकारी को आवेदन देकर प्रमुख को पदमुक्त और सचिव पर कारवाई करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि बीते चार जुलाई को ही प्रमुख और सचिव की शिकायत पंचायती राज पदाधिकारी से की गयी थी, जिस कारण प्रमुख ने उन्हे निलंबित किया। उन्होंने पंचायती राज पदाधिकारी को प्रमुख द्वारा कार्यो में बरती जा रही अनियमितता का सबूत भी दिया है। कहा कि पंसस की साधारण बैठक की सात दिन पूर्व नोटिस भेजकर सभी पंसस को सूचना देनी है, लेकिन 12 मई को हुई बैठक की सूचना प्रमुख ने आठ मई को निकाली, जो पंसस को एक दिन पूर्व मिली। बीते 3 जुलाई को पंसस की बैठक की सूचना पंचायत समिति स्तरीय पदाधिकारी को पंसस के सचिव ने नहीं दी, जिससे पदाधिकारी बैठक में भाग नहीं ले सके। कहा कि सचिव की ओर से बैठक के कामकाज की संक्षिप्त जानकारी भी सूचना पत्र के जरिए सदस्यों को कभी नहीं दी जाती है, जबकि अधिनियम के अनुसार दस दिन के अंदर ऐसा करना है। प्रमुख ने बीते 3 जुलाई की बैठक मे तेरहवें वित आयोग की राशि को खर्च करने का प्रस्ताव अपने निजी कार्यालय में लिया। उन्होंने इस मामले की जाच करते हुए 13वें वित आयोग की राशि पर तत्काल रोक लगाने की मांग की है। जागरण संवाददाता, जम्मू: धरती पर जब पाप बढ़ता है और राक्षस प्रवृत्ति के लोग जनता पर अत्याचार करते हैं तब दुष्टों का संहार करने के लिए भगवान को अवतरित होना पड़ता है। मथुरा वासियों को कंस के अत्याचारों से मुक्ति दिलाने के लिए भगवान कृष्ण ने जन्म लिया था। ललेयाल सतवारी में भारत-पाक सीमा पर शांति की कामना के साथ शुरू किए गए श्रीमद्भागवत सप्ताह में महंत नंद किशोर (गौ मनासा वाले) ने वीरवार को संगत को भगवान कृष्ण के अवतरण की कथा सुनाई। उन्होंने बताया कि बाल्यकाल में ही भगवान कृष्ण ने बड़े-बड़े राक्षसों का संहार कर लोगों के कष्टों का निवारण किया। महंत ने कहा कि मन में हीन भावना को न आने दें और प्रभु भक्ति में मन लगाएं। भगवान का स्मरण करने मात्र से ही मनुष्य कष्टों से मुक्त हो जाता है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की भारत के प्रति हीन भावना ही है, जो बार-बार उसे गलत मार्ग पर चलने को मजबूर कर रही है। उसे यह बात समझनी होगी कि उसके इस कृत्य से सीमा के दोनों ओर रहने वाले आम लोगों को ही नुकसान पहुंच रहा है। कथा से पूर्व सीमांत पर शांति की कामना के लिए करवाए जा रहे हवन में सैकड़ों श्रद्धालुओं ने आहुतियां अर्पित की। हवन व श्रीमद्कथा का रसपान करने के लिए सैकड़ों श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। ललेयाल सतवारी के नायब सरपंच चैन सिंह ने बताया कि यहां आने वाले श्रद्धालुओं के लिए लंगर की भी व्यवस्था है। शनिवार को कथा संपन्न होगी और हवन में पूर्णाहुति डाली जाएगी। कार्यालय संवाददाता, रूपनगर: भ्रष्टाचार के खिलाफ आम लोगों के बीच जागरूकता फैलाने के मकसद से रूपनगर विजिलेंस इकाई की ओर से स्थानीय खालसा स्कूल में सेमिनार करवाया गया। इसमें स्कूली बच्चों के साथ अध्यापक व आम लोगों ने भी हिस्सा लिया। रूपनगर विजिलेंस ब्यूरो के डीएसपी बलवीर सिंह ने यदि आमलोग भ्रष्टाचार के खिलाफ विजिलेंस का साथ दे तो भ्रष्टाचारमुक्त समाज का निर्माण किया जा सकता है। लोगों को प्रेरित करते हुए कहा कि यदि कोई अधिकारी या कर्मचारी किसी भी काम के लिए रिश्वत की मांग करता है तो उसकी शिकायत विजिलेंस विभाग से की जा सकती है। विभाग पूरी गंभीरता व निडरता के साथ उक्त अधिकारी व कर्मचारी को सजा दिलवाएगा। सेमिनार को सुच्चा सिंह सरसा नंगल, अमरजीत सिंह भूल्लर व विजिलेंस के इंस्पेक्टर पाल सिंह ने भी संबोधित किया। इन लोगों का कहना था कि भ्रष्टाचार मौजूदा दौर की बड़ी समस्या बनकर उभरी है। इस पर नकेल कसने के लिए समाज के प्रत्येक व्यक्ति को आगे आना होगा, क्योंकि भ्रष्टाचार की जड़ इतनी गहरी हो चुकी है कि इसे उखाड़कर फेंकना सिर्फ सरकार के लिए संभव नहीं रह गया है। इसके लिए आम आदमी को आगे आना ही होगा। कार्यक्रम में प्रबंधक समिति की ओर से शिक्षकों व विद्यार्थियों को उपहार व मिठाई वितरित की गई। प्रबंधक समिति के अध्यक्ष बाबा रणजीत सिंह ठाकुर ने कहा कि दीवाली खुशियों का त्यौहार है। प्रभु श्रीराम के वनवास से लौटने की खुशी में अयोध्या वासियों ने दीप मालाएं जलाकर उनका स्वागत किया था। उसी समय से इस त्योहार को मनाने की परंपरा शुरू हुई। उन्होंने विद्यार्थियों का आह्वान किया कि वे मर्यादा पुरुषोतम भगवान श्रीराम के जीवन से प्रेरणा लें। इस अवसर पर बाल कृष्ण ठाकुर, रमेशचंद ठाकुर, उमादत्त गौतम व रमेश ठाकुर आदि मौजूद रहे। 31 अक्टूबर को दुनियाभर में हैलोवीन डे मनाया गया। कई पश्चिमी देशों का मानना है कि पूर्वजों की आत्माओं को खुश रखना ज़रूरी है, क्योंकि अगर आत्माएं नाराज़ हो जाएं तो वो उन्हें नुक्सान पहुंचा सकती हैं। इसीलिए वो इस दिन को मनाते हैं। हैलोवीन पार्टियों में उन्हें अजीबोगरीब हैलोवीन ड्रेसेस में देखा जाता है। यही नहीं, कई जगहों पर हैलोवीन पार्टी भी आयोजित की जाती है जिसमें लोग डरावनी और अजीब सी वेशभूषा में पार्टी में जाते हैं। इस तरह एक ही हैलोवीन पार्टी में आपको ढेरों अजीबोगरीब चेहरे दिख जाएंगे। इनमें से कुछ तो बेहद डरावने होते हैं, जबकि कुछ को देखकर आप हंसे बिना नहीं रह सकते। देहरादून मार्ग स्थित एक पटाखे की दुकान में आग लगने से हड़कंप मच गया। गनीमत रही कि समय रहते आग पर काबू पा लिया गया। देहरादून मार्ग पर दुर्गा मंदिर के समीप उमेश सिंह ने अपने होटल के बाहर आतिशबाजी की दुकान लगाई थी। सायं करीब साढ़े आठ बजे अचानक एक राकेट पटाखों के काउंटर पर आ गिरा। देखते ही देखते पटाखों का काउंटर आग पकड़ गया और धमाकों के साथ पूरी दुकान जल उठी। इस वक्त दुकान पर ग्राहक भी मौजूद थे। दुकान स्वामी ने फायर सिलेंडर व रेत से आग को बुझाने की कोशिश की। इस बीच दमकल दस्ता भी मौके पर पहुंच गया था। हादसे में किसी को भी चोट नहीं आई। पटाखे की दुकान में आग से लोगों में हड़कंप मच गया। दमकल अधिकारी दानी राम ने बताया कि समय रहते आग पर काबू पा लिया गया था। घटना को देखते हुए बाजार में भी दुकानदारों से सुरक्षा बरतने के सख्त निर्देश दे दिए गए हैं। दक्षिण भारत के अलावा सिंगापुर और मलेशिया के सिनेमाघरों में जिसकी फिल्म अक्सर धूम मचाती रहती है। इस एक्ट्रेस का नाम है "अवनि मोदी"। अवनि गुजरात के जिले गांधीनगर की रहने वाली हैं। अवनि को बचपन से ही एक्टिंग का शौक था, लेकिन कॉलेज तक वे एक्टिंग में अपने पैर नहीं जमा सकी थीं। इसके चलते एक बार तो कॉलेज के स्क्रिप्ट राइटर ने अवनि से यहां तक कह दिया था कि एक्टिंग की बात तो दूर, तुम्हें तो एक्टिंग का ए भी नहीं आता। स्कूल और कॉलेजों में विद्यार्थियों की भीड़ में गुम अवनि आज तमिल फिल्म इंडस्ट्रीज में गुजरात का डंका बजा रही हैं। हालांकि बाद में मकान मालिक के आने के बाद खुलासा हुआ कि किशोरी उसकी रिश्तेदार है। घर वाले बाजार गये थे इसलिये किशोरी को घर में ही छोड़कर दरवाजा बंद करके चले गये। किशोरी के घरवालों को बुलाकर पार्षद व पुलिस की मौजूदगी में उनके हवाले कर दिया गया। सुशील विश्वकर्मा के घर गिरिडीह से उनके रिश्तेदार सोनी देवी की चौदह वर्षीय बेटी आई थी। सोनी के पति का निधन हो गया है। इधर बच्ची को सुशील की पत्नी अंजली शुक्रवार को घर में बंद कर बाजार चली गई। इधर बिटिया घर में ही रोने लगी। मुहल्ले वाले भी भागे। तत्काल आसपास के लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। पार्षद अनूप साव पहुंचे। तब तक अंजली भी आ गई। उसने कहा कि बच्ची उसकी रिश्तेदार है। उसके परिवार की स्थिति ठीक नहीं होने के कारण इसे हम रख रहे हैं। गिरीडीह के बेलाटांड़ गांव में मां सुनीता देवी उर्फ सोनी व परिवार रहता है। पिता मंटू विश्वकर्मा का निधन हो गया है। बच्ची की मां सोनी व मामा प्रवीण लाल शर्मा से मोबाइल पर बात कर उन्हें झरिया बुलाया। शाम को मां व मामा पहुंचे। मां का कहना है कि पुत्री को रिश्तेदार सुशील विश्वकर्मा व उनकी पत्नी अंजली विश्वकर्मा के यहां भेजा था। पार्षद व पुलिस के सामने सोनी देवी अपने रिश्तेदार के यहां से बच्ची को अपने साथ ले गए। अंजली का कहना था कि हम बच्ची को नहीं रख सकते। यदि बच्ची कुछ कर लेती तो क्या होता। हादसे में टैक्सी चालक घायल हो गया। चालक को नागरिक अस्पताल सुंदरनगर में भर्ती करवाया गया है। उसकी दोनों टांगों में फ्रैक्चर बताया जा रहा है। पुलिस ने टैक्सी चालक के विरुद्ध लापरवाही से वाहन चलाने का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। नागरिक अस्पताल सुंदरनगर में पोस्टमार्टम करवाने के बाद दोपहर बाद शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया। पवीरवार तड़के करीब पौने तीन बजे टैक्सी जब सुंदरनगर के चतरोखड़ी पहुंची तो चालक को अचानक झपकी आ गई। इससे तेज रफ्तार टैक्सी राजमार्ग के किनारे सफेदे के पेड़ से टकरा कर क्षतिग्रस्त हो गई। टैक्सी में बैठी गंगा देवी व चालक चंद्र किरण पुत्र सुभाष चंद निवासी स्याल (मनाली) को गंभीर चोटें आई। गाड़ी के पेड़ से टकराने की आवाज सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंच गए तथा उन्होंने पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने गंगा व चंद्र किरण को कड़ी मशक्कत के बाद क्षतिग्रस्त टैक्सी से बाहर निकाला और नागरिक अस्पताल सुंदरनगर ले गए। वहां चिकित्सकों ने गंगा देवी को मृत घोषित कर दिया। गंगा अपनी बहन से मिलने मुंबई जा रही थी तथा मुंबई के लिए चंडीगढ़ से दोपहर बाद उसकी फ्लाइट थी। मामले की जांच सब इंस्पेक्टर सुरेंद्र कुमार को सौंपी गई है। डीएसपी कुलभूषण वर्मा ने हादसे की पुष्टि की है। छापामारी टीम में एडीसीपी सिटी टू अमरीक सिंह पंवार, एसीपी वेस्ट दिलबाग सिंह, एसएचओ कैंट इकबाल सिंह व सौ से भी अधिक पुलिस कर्मी शामिल थे। तीन घंटे तक जेल में सर्च अभियान चला, मगर पुलिस को न तो मादक पदार्थ बरामद हुए, न ही कोई मोबाइल फोन मिला। तीन घटे बाद पुलिस खाली हाथ वापस लौट आई। तीन सीटों के प्रत्याशियों की घोषणा अटक गई है। पार्टी की जारी सूची में केन्ट, उत्तर-मध्य, पूर्व, पाटन-मझौली और बरगी विधानसभा सीटों से प्रत्याशियों के नामों की घोषणा कर दी गई है। भारतीय जनता पार्टी द्वारा गुरुवार को 147 विधानसभा सीटों के लिए अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी गई है। सूची में वे ही नाम शामिल हैं, जिनकी पहले से ही अटकलें लगाई जा रही थीं। भाजपा की जारी सूची के अनुसार केन्ट से ईश्वरदास रोहाणी, उत्तर-मध्य से शरद जैन, पूर्व से अंचल सोनकर, पाटन-मझौली से अजय विश्नोई और बरगी से प्रतिभा सिंह के नाम शामिल हैं। भाजपा द्वारा जिन नामों की सूची जारी की गई है, उनमें अधिकांश के पहले से ही नाम तय माने जा रहे थे, केवल उत्तर-मध्य और बरगी विधानसभा में प्रत्याशियों को बदले की चर्चाएं लंबे समय से चल रही थीं। ज्ञात हो कि पूर्व विधानसभा को छोड़कर सभी सीटों के प्रत्याशी वर्तमान में संबंधित क्षेत्रों से वर्तमान में विधायक हैं। केवल अंचल सोनकर पूर्व क्षेत्र से पूर्व विधायक रह चुके हैं। पार्टियों के प्रत्याशियों के नामों की घोषणा होने के बाद क्षेत्र के कार्यकर्ताओं द्वारा खुशियां मनाई गईं। बाकी सीटों पर फैसला दीपावली बाद जिले की बाकी विधानसभा सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा दीपावली के बाद होने की संभावना व्यक्त की जा रही है। सूत्रों के अनुसार जिन विधानसभा सीटों पर ज्यादा विरोध किया जा रहा है या फिर जातिगत समीकरणों को देखते हुए वर्तमान विधायकों की जगह नए प्रत्याशी मैदान में उतारे जा सकते हैं। विधानसभा में स्थानीय व्यक्ति को पार्टी टिकट दिए जाने की मांग को लेकर प्रत्येक बूथ से लगभग 276 कार्यकर्ता शुक्रवार को दिल्ली जाएंगे। सभी कार्यकर्ता राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय संगठन मंत्री रामलाल, पूर्व अध्यक्ष नितिन गडकरी, मप्र के प्रभारी अनंत कुमार एवं युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुराग ठाकुर से मुलाकात करेंगे। हालांकि, अधिकारियों ने फिलहाल खुदाई में कोई चट्टान मिलने की बात नहीं कही है। शोभन सरकार ने कहा कि चट्टान मिली है और उसे तोड़ते ही एएसआई के अधिकारियों को खजाने का सच पता चल जाएगा। शोभन सरकार ने मीडिया से बात करते हुए कई बार नाराज भी हुए और अपने कहे बयान से पलटे भी। उन्होंने जहां एक बार यह कहा कि यदि यह ऑपरेशन सेना करती तो सच अब तक सामने आ चुका होता। वहीं पर कभी यह कहकर सबको चौंका दिया कि जब तक उन्हें खुदाई स्थल पर नहीं बुलाया जाता तब तक सोना नहीं निकलने वाला है। बातों में लगातार आ रही भिन्नता पर सवाल होने पर सरकार ने बौखलाते हुए एएसआई और प्रशासन पर आरोप लगाने शुरू कर दिए और कहा कि ऐसा कौन सा काम खुदाई स्थल पर हो रहा है जो मीडिया को प्रतिबंधित किया जा रहा है। हमने तो खुदाई के सीधे प्रसारण की मांग की थी। उन्होंने यह जरूर माना कि उन्होंने जिस स्थान पर बताया गया था एएसआई की टीम वहीं पर खुदाई कर रही है। बहरहाल, एक दिवसीय विश्राम के बाद एएसआई की टीम ने आज खुदाई का काम पुन: शुरू कर दिया पर एक सेंटीमीटर भी आगे नहीं बढ़ सकी। उपजिलाधिकारी विजय शंकर दुबे ने बताया कि आज दिनभर एएसआई की टीम अभी तक हुई पूरी खुदाई 4 मीटर 80 सेमी की सफाई करती रही है। टाटा स्टील कर्मचारियों के क्वार्टर एक्सटेंशन के मुद्दे पर अगर टाटा वर्कर्स यूनियन कोई स्थाई समाधान नहीं दिला पा रही है तो महासचिव को जल्द से जल्द रिक्वीजिशन मीटिंग बुलाने की तिथि घोषित करनी चाहिए। अगर ग्रेड रिवीजन समझौते में देरी हो रही है तो कर्मचारियों को अंतरिम राशि दिलाने की कोशिश की जानी चाहिए। इन्हीं दो मांगों को लेकर शुक्रवार की शाम रिक्वीजिशन के लिए आवेदन देने वाले यूनियन के करीब दस कमेटी मेंबर महासचिव बीके डिंडा से मिले। बातचीत के दौरान डिंडा ने बताया कि एक्सटेंशन के मुद्दे पर शुक्रवार को प्रबंधन व यूनियन के बीच कोई वार्ता नहीं हो सकी है। शनिवार को इस मुद्दे पर ऑफिस बियरर मीटिंग बुलाकर विचार-विमर्श किया जाएगा। महासचिव से मिलने गए प्रतिनिधिमंडल में गुलाम मोइनुद्दीन, मंजीत सिंह, सरोज पांडे, महेन्द्र सिंह, धर्मेन्द्र उपाध्याय, लाल बहादुर उपाध्याय, रवि शंकर पांडेय, मुनेश्वर पांडेय व गिरीश शामिल रहे। डिप्टी वीपी कॉरपोरेट सर्विसेज शहर में मौजूद रहे लेकिन यूनियन पदाधिकारियों से बातचीत नहीं हो सकी। अब इस मुद्दे संभवत: सोमवार को बातचीत हो सकेगी। तमाम कमेटी मेंबर व कर्मचारियों ने ऑफिस बियरर से मुलाकात कर अपनी समस्याओं के बारे में जानकारी दी। नक्शा जमा करने के आवेदन की तिथि में बढ़ोत्तरी से संबंधित सर्कुलर जारी नहीं होने को लेकर भी असमंजस की स्थिति कायम है। प्रकाश पर्व दिवाली आज से शुरू हो गई है। शुक्रवार को छोटी दिवाली यानी की धनतेरस है। दिवाली में घरों की साज-सज्जा के साथ एक आकर्षण खूबसूरत रंगोलियां भी हैं। घर के बाहर या आंगन में बनी खूबसूरत रंगोली घर की खूबसूरती में चार-चांद लगा देती है। इसी मौके पर हम ये कुछ तस्वीरें गुजरात से चुनकर लाए हैं। ये खूबसूरत रंगोलियां बनाकर आप भी अपने घर की खूबसूरती बढ़ा सकते हैं। इन अधिकारियों को संयुक्त सचिव में प्रोन्नति पहले ही देकर मौजूदा पद को संयुक्त सचिव स्तर में अपग्रेड कर दिया गया था। नंगल के दीपक वर्मा व अन्यों की ओर से फीसों में अधिक वृद्धि को लेकर हाईकोर्ट में दायर पटीशन पर हुई कार्रवाई की जानकारी देते हुए एडवोकेट धीरज चावला ने बताया कि माननीय हाईकोर्ट का नोटिस बीबीएमबी के एडवोकेट कुलदीप तिवारी की ओर से प्राप्त किया जा चुका है। नोटिस के जबाव के लिए 12 नवंबर की तिथि तय की गई है। उल्लेखनीय है कि दो वर्ष बाद बीबीएमबी के स्कूल ने पिछले माह ही नॉन बीबीएमबी छात्रों की फीसों में इजाफा किया था। इसके बाद अभिभावकों ने माननीय हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। दो वर्ष पहले भी फीस बढ़ाने के विरोध में अभिभावकों ने सड़कों पर उतर कर रोष प्रदर्शन किया था जिसके बाद फीसों को थोड़ा कम कर दिया गया था। इस बार भी फिर फीस बढ़ाने से अभिभावकों में रोष पाया गया। नया सत्र शुरू होने के पांच माह बाद एकाएक फीस बढ़ाने से अभिभावक सकते में आ गए है। स्कूल प्रबंधक के इस कदम के विरोध में अभिभावकों ने बैठकें करने के बाद लगातार कई दिन तक प्रदर्शन किया। इसके बावजूद स्कूल प्रबंधन कान पर जूं न रेंगने के चलते अभिभावकों ने आखिरकार हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। अभिभावकों का कहना है कि बार-बार फीस बढ़ाना उचित नहीं है। इससे बच्चों की पढ़ाई खराब होने के साथ-साथ उनके कारोबार पर भी प्रतिकूल असर पड़ता है। प्रमुख ने कहा कि सरकारी कार्य में पारदर्शिता रखकर विकास कार्य को आगे बढ़ाने की जरूरत है। कहा कि योजनाओं के क्रियान्वयन में किसी प्रकार की अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इससे पहले प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी को सभी पंचायतों में उपलब्ध कराए गए बिल की सूची, हरित क्रांति योजना के तहत श्रीविधि से खेती करने वालों की सूची, साथ ही योजना मद मिलने वाली राशि की पैक्सवार जानकारी देने का निर्देश दिया गया। बैठक में पारा शिक्षकों को भवन निर्माण कार्य में नहीं लगाने का निर्देश दिया गया। बीईईओ से प्रखंड में निर्माणाधीन स्कूल भवनों की सूची मांगी गयी। स्वास्थ्य विभाग एवं सीडीपीओ की अनुपस्थिति में बैठक में शामिल होने आए प्रतिनिधियों को सभागार में बैठने नहीं दिया गया। सदन का फैसला था कि विभागीय प्रतिनिधि सिर्फ कोरम पूरा करने के लिए बैठक में आते हैं उन्हें पूरी जानकारी नहीं रहती है। इस दौरान आपूर्ति, पेयजल स्वच्छता विभाग, स्वास्थ्य समेत कई विभागों की समीक्षा की गयी। बैठक में सांसद प्रतिनिधि प्रो. प्रवीण चौधरी ने कहा कि सहकारिता विभाग हरित क्रांति के लाभुकों को राशि दे ताकि किसान आगे बढ़ें। उन्होंने सहकारिता विभाग के कार्यो की उच्च स्तरीय जांच पर बल दिया। हिटलर ने आत्मकथा 'मीन कॉफ' में लिखा है कि झूठ का आकार भरोसे का मुख्य कारण होता है। लोग अपने दिमाग की आदिम सरलता में छोटे झूठ की तुलना में बड़े झूठ सरलता से ग्रहण करते हैं। आपातकाल में कांग्रेसी नेता देवकांत बरुआ ने 'इंदिरा इज इंडिया' का सिद्धांत रखा था। लेकिन इतिहास के तथ्य भिन्न हैं। राष्ट्रनिर्माण का गौरवशाली इतिहास है। भारत के लोगों ने ही अपने सचेत श्रम से राष्ट्र को विश्वप्रतिष्ठ किया है। दर्शन और संस्कृति के लिए वैदिक ऋषि, कपिल, बुद्ध, महावीर और शंकराचार्य जैसे पूर्वज उल्लेखनीय हैं। प्राचीन राष्ट्रीय एकता के लिए चंद्रगुप्त मौर्य, अशोक आदि की राजव्यवस्थाएं हैं। विदेशी हमलों और सत्ताधीशों से टकराने वाले महापुरुषों की बड़ी श्रृंखला है। विवेकानंद, दयानंद, तिलक, गांधी, सुभाष, पटेल, लोहिया, विपिन चंद्र, अंबेडकर आदि के साथ भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद जैसे अमर शहीदों की लंबी सूची है, लेकिन कांग्रेस राष्ट्रनिर्माण का सारा श्रेय नेहरू-इंदिरा परिवार को ही दे रही है। बड़ा झूठ ज्यादा प्रभावकारी होता है। 58 केंद्रीय योजनाओं में से 16 राजीव गांधी के नाम हैं। नेहरू परिवार वाली अन्य योजनाओं, पुरस्कारों, हवाई अड्डों और संस्थानों की सूची लंबी है। अब सार्वजनिक वितरण प्रणाली यानी पीडीएस की योजना को भी इंदिरा गांधी के नाम से जोड़ने की तैयार की जा रही है। महापुरुषों के नाम प्रेरित करते हैं। उनके नाम पर सड़क, विश्वविद्यालय या हवाई अड्डों की पहचान बेशक स्वागत योग्य है, लेकिन एक ही राजनीतिक परिवार के नाम पर ग्रामीण आवास योजना से लेकर देश की राजधानी के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का नामकरण किसी भी सूरत में उचित नहीं कहा जा सकता। सार्वजनिक वितरण प्रणाली पहले से ही बदनाम है। कांग्रेस को इस योजना के नाम पर वोट मांगने से कौन रोकता है? लेकिन नामकरण के समय नेहरू परिवार के बाहर भी एक नजर डालने में क्या कठिनाई है? प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और मुख्य विपक्षी दल से प्रधानमंत्री पद के दावेदार नरेंद्र मोदी के मध्य सरदार पटेल की महानता को लेकर प्रतिस्पर्धी तर्क हुए। पटेल महान राष्ट्र निर्माता हैं। उन्होंने अपनी युक्ति से 562 राज्य इकाइयों को राष्ट्र से जोड़ा था। पटेल सबके हैं, समूचे भारत के प्रिय हैं, लेकिन कांग्रेस उन्हें सिर्फ अपनी संपदा मानती है। सार्वजनिक वितरण प्रणाली का नाम पटेल पर भी किया जा सकता है। इससे पटेल के महत्व पर कोई फर्क न पड़ेगा। कांग्रेस लंबे समय से सत्ता में है। योजनाओं का राजनीतिकरण कांग्रेस ने ही किया। कांग्रेस कभी लोकतांत्रिक दल थी, तिलक, गोखले, गांधी, सुभाष, राजेंद्र प्रसाद, नेहरू, पटेल और मदन मोहन मालवीय जैसे लोकतंत्री नेता थे। 1950 के बाद वह एक परिवार के नियंत्रण में चली गई। पार्टी और परिवार पर्यायवाची हो गए। परिवार और देश को पर्याय बताने के लिए ही 'इंदिरा इज इंडिया' की नारेबाजी हुई। योजनाओं का नामकरण भी घरेलू मसला हो गया। सरकारी योजनाएं देश के करदाताओं से संचित राजकोष से चलती हैं। देश का राजकोष कांग्रेस के एक परिवार की संपदा नहीं है। कांग्रेस की देखा-देखी हरेक दल ने अपने महापुरुष गढ़े। क्षेत्रीय दलों ने मनमाफिक राजनेताओं के नाम से योजनाएं चलाईं। महापुरुष सभी के होते हैं, लेकिन दलीय महापुरुषों की सूची बढ़ती गई। संप्रति हरेक छोटे-बड़े दल के अपने महापुरुष हैं। अमेरिका में राजनेताओं के नाम पर सरकारी योजनाएं नहीं चलाई जातीं। भारत में इनका औचित्य दयनीय है। केंद्र नेहरू परिवार के नाम की योजनाएं चलाकर सीधे श्रेय लेने का दावा करता है। महात्मा गांधी, पटेल, सुभाष चंद्र बोस या भगत सिंह के नाम वाली योजनाएं कांग्रेस की पहचान से नहीं जुड़तीं। कांग्रेस अपनी विरासत से कट गई है। राहुल-सोनिया के संदेश या उपदेश ही कांग्रेस के काम आते हैं। बेशक अन्य दल भी अपनी योजनाओं का वैसा ही नामकरण करते हैं तो भी वे कांग्रेस की तरह एक ही परिवार के नाम पर योजनाएं नहीं चलाते। समाज कल्याण से जुड़ी योजनाओं का राजनीतिकरण निंदनीय है। उत्तार प्रदेश में वितरित लैपटाप में सपा प्रमुख के चित्र हैं। बेशक मतदाता बहुमत प्राप्त दल को नीति निर्माण का अधिकार देते हैं। सरकार योजना निर्माण और क्त्रियान्वयन के कर्तव्यों से बंधी रहती है, लेकिन मतदाता और करदाता सरकार को योजनाओं के मनमाने नामकरण का अधिकार कतई नहीं देते। मतदाता सरकारों से राजनीति नहीं सुशासन की अपेक्षा करते हैं और करदाता राजकोष का पारदर्शी समुचित उपयोग। राजकोष का राजनीतिक दुरुपयोग संवैधानिक अपराध है। नामकरण का कोई आचारशास्त्र तो विकसित करना ही होगा। राजनेता ही हर मर्ज की दवा नहीं हैं। भारत बहुआयामी प्रतिभाशाली मेधा से भरपूर है। उच्च शिक्षा संस्थान/शोध संस्थान का नाम किसी प्रतिभाशाली भारतीय वैज्ञानिक के नाम पर होना चाहिए। साहित्य, दर्शन या कला से जुड़े संस्थान का नामकरण प्रतिष्ठित साहित्यकार या दर्शनविद के नाम पर अच्छा लगेगा। राजनीति में इतिहास बोध का अभाव है। संविधान सभा में देश के नामकरण पर भी लंबी बहस हुई थी। सेठ गोविंददास, कमलापति त्रिपाठी आदि ने 'भारत' पर जोर दिया। भारत नाम को 38 और इंडिया को 51 वोट मिले। मूलभूत प्रश्न यह है कि योजनाओं के नामकरण पर गहन विचार क्यों नहीं होता? इसमें राजनीति ही क्यों चलती है? एक ही परिवार को ऐसी प्रमुखता क्यों है? सर्वमान्य लोकमान्य नामों की कोई सूची केंद्र क्यों नहीं बनाता? सूची बनाने के लिए संसद या विधानमंडल की संयुक्त समितियों का भी उपयोग किया जा सकता है। योजनाओं के नामकरण में केंद्र व राज्य, दोनों ही स्तरों पर घोर अराजकता क्यों है? इसी अराजकता के चलते युवा पीढ़ी स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के नाम भी भूल रही है। यहां तरह-तरह के महानायक हैं। कुछ टीवी के गढ़े हुए और च्यादातर राजनीतिक पक्षपात से रंगे हुए। नामकरण ज्ञानबोधक होता है। ऋग्वेद के 'ज्ञानसूक्त' में नाम रखने को ही ज्ञान का प्रारंभ बताया गया है। योजनाओं का अच्छा नामकरण प्रेरक भी होता है। सामान्य ज्ञान की किताब से बड़े व्यक्तित्वों के नाम याद करना श्रम साधना है, लेकिन सरकारी योजना, सड़क या महत्वपूर्ण स्थल को प्रेरक व्यक्तित्व से जोड़ना इतिहास बोध जगाने का सरलतम उपकरण हो सकता है। गांधी नगर, पटेल हवाई अड्डा, अंबेडकरपुरम या विवेकानंदपुरम जैसे अनेक नाम प्रेरक इतिहास से जोड़ते हैं। अभी दो-तीन माह पूर्व हुए एक सर्वेक्षण में देश के आधे से च्यादा गांव-नगर राम नाम से जुड़े बताए गए थे। नामकरण में देश, काल, संस्कृति, सभ्यता और इतिहास के प्रति अतिरिक्त सजगता की आवश्यकता होती है। अनेक नाम भावविशेष और दृष्टिकोण विशेष के प्रतिनिधि हो जाते हैं। दयानंद, विवेकानंद और गांधी के नाम क्रमश: सामाजिक परिवर्तन, वेदांत दर्शन और सत्य, अहिंसा के पर्याय हैं। कांग्रेसी मित्रों से विनती है कि एक ही परिवार में नाम खोजने की लत से बाहर आएं। भारत के इतिहास में ही स्वर्णिम आभा वाले अनेक नाम हैं। मोटर वाहन दुर्घटना दावा न्यायाधिकरण ने वर्ष 2004 में सड़क हादसे में मारे गए महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री श्रीकांत जिचकर के परिवार को 50.67 लाख रुपये का मुआवजा देने का आदेश दिया है। परिवार ने मुआवजे के रूप में 25.82 करोड़ रुपये मांगे थे। परिवार का कहना था कि महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम [एमएसआरटीसी] के बस चालक की लापरवाही ही दो जून 2004 को जिचकर की मौत का कारण बनी थी। न्यायाधिकरण ने एमएसआरटीसी को मुआवजा देने का आदेश देने के साथ ही कहा, बीमा कंपनी को कोई भी राशि नहीं देनी होगी क्योंकि कार स्वयं जिचकर की थी। जिचकर के लेक्चरर मित्र श्रीराम धवाड़ के परिवार को भी 21.60 लाख रुपये का मुआवजा मिलेगा। उनका निधन भी इसी हादसे में हुआ था। इसमें करीब 70 फीसद राशि (15.12 लाख रुपये) एमएसआरटीसी देगा। जिचकर के कार चालक को भी लापरवाही का दोषी पाए जाने के कारण शेष 30 फीसद राशि (6.48 लाख रुपये) पूर्व मंत्री का परिवार देगा। उन्होंने इस दौरान पार्टी समर्थकों व सदस्यों से सांगठनिक गतिविधि पर चर्चा की। गोजमुमो महकमा कमेटी के अध्यक्ष तिलक गुरुंग ने बताया कि गोजमुमो प्रमुख ने गुरुवार अस्थायी कर्मचारी संगठन, स्थायी कर्मचारी संगठन, भूटिया व तिब्बती संगठन के सदस्यों से मुलाकात कर विभिन्न विषयों पर चर्चा की। इस बार ट्विन सिटी के उन लोगों को दीपावली अंधेरे में मनानी पड़ सकती है। जिन्होंने बिजली का बिल तय तिथि में नहीं भरा है। तय तिथि के 15 दिन के बाद कनेक्शन काटे जा रहे हैं। छावनी के सब डिविजन नंबर एक, दो व बब्याल सब स्टेशन की ओर से सैंकड़ों की तादाद में कनेक्शन काटे जा चुके हैं। इसी वजह से बिजली के दफ्तरों कनेक्शन कटने वाले उपभोक्ताओं की भीड़ बढ़ रही है। उपभोक्ता परेशान हैं। परेशानी का एक कारण यह है कि बिजली निगम ने पार्ट पेमेंट लेना भी बंद कर दिया है। यदि निगम पार्ट पेमेंट ले रहा है तो उपभोक्ताओं को बिल का 80 से 90 प्रतिशत हिस्सा भरना पड़ रहा है। सब डिविजन नंबर एक में एसडीओ ने बकायदा अपने दफ्तर में 'पार्ट पेमेंट जमा कराने की बात कहकर शर्मिदा न करें' का नोटिस लगा दिया है। ऑपरेशन सर्कल अंबाला के एसई की मानें तो बिजली निगम ने उपभोक्ताओं पर रहमो-करम की सोच छोड़ दी है। अब उन्हें दो माह का आने वाला बिल तय तिथि के अंदर भरना होगा, नहीं तो बिजली का कनेक्शन निगम बिल भरने की अंतिम तारीख के 15 दिन के बाद काट दिया जाएगा। उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम की ओर से अंबाला सर्कल को करीब 102 करोड़ रुपये टारगेट मिला है। इसीलिए सभी सब डिविजन के एक्सईएन व एसडीओ को यह टारगेट पूरे करने के आदेश दिए गए हैं। 31 अक्टूबर इस टारगेट की अंतिम तारीख थी जो पूरी नहीं हो सकी। सरकार ने शुक्रवार को सोने का आयात शुल्क मूल्य घटाकर 440 डॉलर प्रति 10 ग्राम और चांदी का आयात शुल्क मूल्य बढ़ाकर 738 डॉलर प्रति किलो कर दिया है। दोनों कीमती धातुओं के वैश्रि्वक मूल्य में उतार-चढ़ाव के मद्देनजर इसमें बदलाव किया गया है। मूल्यवान धातुओं का आयात शुल्क मूल्य पर सीमा शुल्क लगाया जाता है। सोने का आयात शुल्क मूल्य दो दिन पहले ही बढ़ाकर 442 डॉलर प्रति 10 ग्राम किया गया था, जबकि उस समय चांदी का शुल्क मूल्य 699 डॉलर प्रति किलो पर स्थिर रखा गया था। सामान्य तौर पर कीमती धातुओं के शुल्क मूल्य में प्रत्येक पखवाड़े समीक्षा की जाती है, लेकिन वैश्रि्वक बाजार में अस्थिरता की वजह से इनके शुल्क मूल्य में बदलाव किया गया। एक अधिकारी बयान के अनुसार, इस संबंध में केंद्रीय उत्पाद एवं सीमाशुल्क बोर्ड ने अधिसूचना जारी कर दी है। कीमती धातुओं के अलावा पीतल स्क्रैप का शुल्क मूल्य घटाकर 3,840 डॉलर प्रति टन कर दिया गया जो कल तक 3,933 डॉलर प्रति टन था। दूसरी तरफ आयातित वनस्पति तेलों जैसे कच्चे सोयाबीन तेल, आरबीडी पॉम तेल और अन्य पर शुल्क मूल्य में वृद्धि की गई है। बिना टिकट सफर करने वालों की धरपकड़ शुरू हुई तो बढ़े 39 हजार यात्री जयपुर. ट्रेनों में यात्रियों की कमी से जूझ रहे रेलवे प्रशासन ने जब ट्रेनों की जांच का सघन अभियान चलाया तो एक महीने में ही यात्री संख्या 39 हजार बढ़ गई। रेलवे प्रशासन का मानना है कि बिना टिकट सफर करने वालों को अब पकड़े जाने का डर सता रहा है और वे टिकट लेकर ट्रेनों में बैठ रहे हैं। रेलवे के सीपीआरओ तरुण जैन का कहना है कि अक्टूबर माह में पिछले साल आरक्षित श्रेणी के 9 लाख 75 हजार और अनारक्षित श्रेणी के 88 लाख 13 हजार यात्रियों ने सफर किया था। इस साल अक्टूबर में बिना टिकट यात्रियों के खिलाफ चलाए गए अभियान से आरक्षित श्रेणी के 11 हजार और अनारक्षित श्रेणी के 28 हजार यात्री बढ़ गए। इस साल अक्टूबर में अब तक आरक्षित श्रेणी में 9 लाख 86 हजार और अनारक्षित श्रेणी में 88 लाख 41 हजार यात्रियों ने सफर किया है। उन्होंने कहा कि रेलवे प्रशासन ने रेलवे स्टेशनों के प्रवेश व निकास के द्वार पर टिकट चैकिंग, ट्रेनों के अंदर और एक मंडल के स्टाफ से दूसरे मंडल में टिकट चैकिंग कराई है। इस कारण अवैध रूप से यात्रा करने वालों में कमी आई है। सुप्रीम कोर्ट के एक फैसले से तिलमिलाए केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश ने अदालतों के लक्ष्मण रेखा लांघने को खतरनाक चलन बताया है। गुरुवार को शीर्ष अदालत ने एक फैसले में कहा था कि नौकरशाहों को राजनीतिक आकाओं के मौखिक आदेशों पर कार्रवाई नहीं करनी चाहिए। शुक्रवार को जयराम ने कहा कि अदालतों का अपनी सीमाएं पार करते हुए अफसरों और सरकार के काम को अपने हाथ में ले लेना ठीक नहीं है। केरल के कन्नूर में आयोजित 'मीट द प्रेस' कार्यक्रम में जयराम ने कहा कि यह फैसला नहीं है। यह सुप्रीम कोर्ट का मौखिक आदेश है। इस सब के लिए केंद्र सरकार का सिविल सेवा स्थापना बोर्ड पहले से ही मौजूद है। अफसरों के समूहों को सेवानिवृत्ति के बाद अचानक मिलने वाले ज्ञान के कारण देश को इस तरह के और भी फैसले सुनने को मिलेंगे। उन्होंने कहा, 'यह देश में सेवानिवृत्त अधिकारियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा प्रचारित किया जा रहा खतरनाक चलन है।' उन्होंने शीर्ष अदालत पर तीखा हमला करते हुए कहा, 'सुप्रीम कोर्ट देश में लोकतंत्र और खुला माहौल चाहता है, लेकिन जब जजों की नियुक्ति की बारी आती है, तो सब कुछ ताक पर रख दिया जाता है।' राजनीतिक आकाओं द्वारा नौकरशाही के अपमान पर सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप की मांग करने के लिए याचिका दायर करने वाले अफसरों पर सख्त रुख अपनाते हुए उन्होंने कहा कि सेवानिवृत्त अधिकारियों द्वारा बड़ी संख्या में जनहित याचिकाएं दाखिल की जा रही हैं, जबकि इन्हीं अफसरों ने अपने कार्यकाल में अपने राजनीतिक आकाओं की बहुत अच्छे से सेवा की थी। अब रिटायरमेंट के बाद अचानक उन्हें ज्ञान प्राप्त हुआ कि सभी नेता पागल हैं। कन्नूर देश का ऐसा पहला जिला बन गया है, जिसमें अब कोई परिवार भूमिहीन नहीं है। केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश ने दावा किया कि हर गरीब परिवार के पास घर बनाने के लिए कम से कम तीन सेंट (करीब 120 वर्गमीटर) जमीन जरूर होगी। यह ऐतिहासिक कदम है। उन्होंने सभी राज्यों से केरल में भूमि वितरण के उदाहरण से सीख लेने की अपील की। उन्होंने कहा कि ऐसे फैसलों के लिए राजनीतिक इच्छाशक्ति और कड़े निर्णय की जरूरत पड़ती है। सात साल पहले भी सुप्रीम कोर्ट ने पुलिस सुधार को लेकर एक आदेश दिया था। वह आदेश भी कुछ ऐसा ही था। अपने आप से पूछिए कि क्या उन आदेशों का राज्यों में पालन हुआ? अपराधी मोहनपुर ईटवा मार्ग होते हुए बोधगया बकरौर पुल के पास खड़ा किया था। थानाध्यक्ष कन्हैया सिंह ने बताया की ट्रक लुटेरों ने चालक संजय यादव व खलासी को रस्सी से हाथ बांधकर जंगल में छुपाकर रखा था। गुरुवार को ट्रकों की सघन जाच हो रही थी। जब पुलिस बकरौर बोधगया पुल के पास पहुंची तो लूट के ट्रक से अपराधी भागने लगे। भाग रहे अपराधियों में दो को ट्रक के साथ गिरफ्तार कर लिया गया। बोधगया थाना क्षेत्र के कुल्हौरा गांव का दिनेश पासवान एवं धधंवा का प्रमोद को गिरफ्तार कर पुलिस पूछताछ कर रही है। थानाध्यक्ष ने बताया कि इन अपराधियों का एक बहुत बड़ा गिरोह है। जिसका मास्टर माइंड प्रमोद है। प्रमोद ने अन्य अपराधियों के बारे में जानकारी दी है। मुख्याध्यापक संजय कुमार सहित पुनीत कश्यप, दीनानाथ, कुलदीप कुमार, पूनम शर्मा,सुनीता व मृदुला शर्मा आदि शिक्षकों ने विद्यार्थियों की इस उपलब्धि पर उन्हें बधाई दी है। जी हां इस बार दिवाली पर आपके चहेते राजनेताओं के नाम से मार्केट में तरह तरह के पटाखे मौजूद हैं। लेकिन अगर आप सोनिया, मोदी और राहुल गांधी के नाम वाले पटाखों को नहीं खरीदना चाहते हैं तो तो कोई बात नहीं आपके लिए नीतीश छाप पटाखे भी मार्केट में मौजूद हैं। यदि फिर भी बात न बने तो आपको इनके नामों से परहेज है तो चलिए आप के लिए बाजार में और भी विकल्प मौजूद हैं। इस बार आप जब मार्केट में बच्चों के लिए पटाखों की खरीदारी करने जाएंगे तो खाली हाथ नहीं आएंगे। अगर आप बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नाम वाला पटाखा नहीं लेना चाहते तो आप पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी के नाम वाला तो ग्राउंड चक्कर जरूर ही खरीदेंगे। अगर आप अपने बच्चों को इनमें से किसी नेता के नाम वाले पटाखे नहीं दिलाना चाहते, तो भी आप परेशान न हों आपके लिए अभी रामविलास पासवान का विकल्प मौजूद है, जी हां मार्केट में रामविलास पासवान के नाम वाले भी पटाखे मौजूद हैं। इन दिनों लालू यादव चारा घोटाले में भले ही सजा काट रहे हों पर आपको परेशान होने की जरूरत नहीं हैं, अगर आप उनके फैन हैं और इस दिवाली को आप उनके साथ ही सेलिब्रेट करना चाहते हैं तो घबराइए मत इस बार लालू यादव के साथ अपने घर पर ही दिवाली का मजा ले सकते हैं! समारोह में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। यह जानकारी स्कूल के प्रधानाचार्य नफे सिंह ने दी। उन्होंने बताया कि शिक्षक व प्राध्यापकों ने इंदिरा गांधी के चित्र पर पुष्पाजलि अर्पित की। प्रगति के पथ पर हरियाणा विषय पर निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। मंजू लक्ष्मी प्रथम व शिल्पा ने द्बितीय स्थान प्राप्त किया। संघ के प्रदेशाध्यक्ष बृज मोहन गुप्ता ने सरदार पटेल व इंदिरा के बलिदान से विद्यार्थियों को अवगत कराया। उर्मिला मलिक, गीता गुप्ता, राजबीर सिंह व अमित गुप्ता को निर्णायक के रूप में सम्मानित किया गया। प्रधानाचार्य ने हरियाणा की प्रगति विषय के बारे में जानकारी दी। उसका शव नाले के पास पड़ा मिला था। मरने वाले युवक की पहचान हरीश गहलौत के रूप में हुई है। युवक के शरीर पर गोली के दो निशान मिले हैं। पुलिस शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज कर मामले की जांच में जुट गई है। पुलिस के मुताबिक बृहस्पतिवार देर रात 1 बजे पुलिस को सूचना मिला थी कि रोशन गार्डन इलाके में नाले के पास घायल अवस्था में युवक पड़ा है। घटना स्थल पर पहुंचने पर पता चला कि उसकी मौत हो चुकी है। बाद में उसकी पहचान धर्मपुरा निवासी हरीश के रूप में हुई। युवक की कमर व पीठ पर दो गोली मारी गई है। हरीश 10वीं की पढ़ाई बीच में छोड़ रखी है। फिलहाल, वह बेरोजगार था और उसकी संगत असमाजिक तत्वों के साथ थी। अंतिम बार लोगों ने हरीश को एक व्यक्ति के साथ देखा था। पुलिस उस व्यक्ति की पहचान के साथ ही यह जानने का प्रयास कर रही है कि बृहस्पतिवार रात वह कहां गया था तथा किन-किन लोगों के संपर्क में था। जागरण संवाद केंद्र, राजौरी: ड्यूटी में लापरवाही बरतने वाले सरकारी कर्मचारियों पर शिकंजा कसने के लिए वीरवार को कई विभागों में औचक छापेमारी की गई। इस दौरान कोटरंका स्थित पीएचई विभाग के कार्यालय में ताला लटका मिला और कर्मचारी नदारद मिले। वहां तैनात एक कर्मचारी को निलंबित कर दिया गया है और बाकी को कारण बताओ नोटिस जारी की गई है। जिला आयुक्त ने सरकारी कर्मचारियों की मुस्तैदी परखने के लिए कई टीमों का गठन किया है। उनके निर्देश पर तहसीलदारों के साथ-साथ अन्य अधिकारियों ने वीरवार को कई विभागों के कार्यालयों में औचक छापेमारी की। तहसीलदार कोटरंका इरसार अहमद मीर ने भी तहसील मुख्यालय पर स्थित कई सरकारी कार्यालयों का औचक दौरा किया। जिसमें बड़ी संख्या में कर्मचारियों के साथ साथ कई उच्च अधिकारियों भी ड्यूटी से गैर हाजिर पाए गए। उन्होंने गैरहाजिर कर्मचारियों की सूची तैयार कर जिला आयुक्त फकीर चंद भगत के पास भेज दी है। तहसीलदार कोटरंका स्थित पीएचई विभाग के कार्यालय पहुंचे तो वहां ताला लगा हुआ था। कोई भी कर्मचारी वहां मौजूद नहीं था। कोटरंका अस्पताल में डॉक्टरों के अलावा 14 कर्मचारियों को गैर हाजिर पाया गया। बीएमओ खुद भी ड्यूटी पर हाजिर नहीं थी। इसके साथ साथ बीडीओ कार्यालय में दो अस्थायी कर्मचारी को छोड़ कर बीडीओ सहित अन्य कर्मचारी कार्यालय में उपस्थित नहीं थे। सीडीपीओ कार्यालय का कामकाज भी एक चपरासी चला रहा था। कार्यालय के रजिस्टर में कर्मचारियों की हाजरी अगले दो दिनों तक लगी हुई थी। इसके साथ सीएडीपी कार्यालय में सिर्फ टीएसओ ही हाजिर थे, अन्य कर्मचारी गैर हाजिर थे। बागवानी व भेड़ पालन विभाग में भी कुछ चपरासियों को छोड़ कर अन्य सभी कर्मचारियों को गैर हाजिर पाया गया। इन सभी कर्मचारियों की सूची तैयार कर तहसीलदार ने जिला आयुक्त के पास भेजी है। वहीं दूसरी और मुख्य शिक्षा अधिकारी चौधरी लाल हुसैन ने भी बल जराला जोन के कई स्कूलों का औचक दौरा किया। मिडिल स्कूल कठा के मिडडे मील प्रभारी वली मुहम्मद को सही ढंग से कार्य न करने पर निलंबित कर दिया गया है, जबकि मिडिल स्कूल चड़िया के अब्दुल माजिद व सुरेया बेगम, हाई स्कूल संकारी के सीआरपी जावेद आलम, मिडिल स्कूल बल जराला के सीआरपी अजय कुमार को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। डाइट प्रिंसिपल प्रदीप शर्मा ने थन्ना मंडी जोन के सरकारी स्कूलों का औचक दौरा कर स्कूलों में मिडडे मील की जांच की। दौरे के दौरान थन्ना मंडी मिडिल स्कूल में मिडडे मील में कुछ खामियां पाई गईं, जिसको लेकर प्रदीप शर्मा ने स्कूल के मिडडे मील प्रभारी व हेड मास्टर को दो दिन में खामियां दूर करने का निर्देश दिया है। अपने विवादित बायनों के लिए चर्चित हुए यूपी के पूर्व मंत्री राजाराम पांडे का गुरुवार देर रात हार्ट अटैक पड़ने से निधन हो गया। राजाराम की मौत के बाद अखिलेश सरकार के मंत्रिमंडल का विस्तार टाल दिया गया है। सूत्रों के हवाले से आ रही खबर के मुताबिक, राजाराम मंत्री पद से हटाए जाने के बाद से तनाव में रहते थे। पहले से तय कार्यक्रम के मुताबिक, शुक्रवार को अखिलेश यादव अपने मंत्रिमंडल का चौथी बार विस्तार करने जा रहे थे। राजाराम पांडे को यह जानकारी मिल चुकी थी कि मंत्रिमंडल के शुक्रवार को होने वाले विस्तार में उन्हें जगह नहीं दी जा रही है। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मिलने के बाद वह राजभवन कॉलोनी के अपने घर पहुंचे ही थे कि उन्हें उल्टी होने लगी और बेहोश हो गए। उनके कर्मचारियों ने बताया कि उन्हें आधी रात को सिविल अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उन्होंने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। प्रतापगढ़ जिले के विश्वनाथगंज क्षेत्र से तीन बार विधायक रहे राजा राम पांडेय अखिलेश यादव सरकार में खादी एवं ग्रामोद्योग मंत्री रह चुके थे। उन्हें महिला अधिकारियों के लिए अभद्र टिप्पणी करने के मामले में 15 अप्रैल को मंत्रिमंडल से हटा दिया गया था। एक कार्यक्रम में सुल्तानपुर की डीएम की खूबसूरती की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा था, 'यह मेरा सौभाग्य है कि मैं दूसरी बार इस जिले का प्रभारी मंत्री बना हूं। मुझे यहां हर बार किसी खूबसूरत डीएम के साथ काम करने का मौका मिला है। जब मैंने जिले की पूर्व डीएम कामिनी चौहान रतन को देखा, तो लगा कि उनसे खूबसूरत महिला हो ही नहीं सकती है, लेकिन यह नई डीएम (धनलक्ष्मी) तो उनसे भी खूबसूरत हैं। इनके बात करने का लहजा भी बेहतर है। राजाराम पांडे ने प्रतापगढ़ में यह भी कहा था, 'सड़कें हेमा मालिनी के गाल की तरह चमकेंगी अभी तो इसकी फेशियल हो रही है।' इस बयान को लेकर खासा बवाल मचा था। चंडीगढ़ एक तरफ पंजाब सरकार ने एनआरआई पंजाबियों को पंजाब में उनकी जमीन-जायदाद की सुरक्षा के लिए विशेष बिल पास किया है तो वहीं, कैनेडा में प्रवासी पंजाबियों को एक नई आफत ने घेर लिया है। कैनेडा सरकार एनआरआई से पंजाब या भारत में अपनी जमीन जायदाद से होने वाली आय और पेंशन आदि से मिलने वाली रकम का हिसाब-किताब पूछ रही है। फेडरल सरकार ने एक विशेष सेल के जरिए कैनेडा में पेंशन होल्डर्स की दूसरे देशों में जमीन जायदाद से होने वाली आय के बारे में पता लगाया। सरकार को इस तरह की शिकायतें और जानकारी मिल रही हैं कि दूसरे देशों से आए लोग कैनेडा में सभी वित्तीय लाभ ले रहे हैं। कैनेडियन नियमों के अनुसार कैनेडियन नागरिकता प्राप्त करने के बाद दूसरे देशों में होने वाली आय भी उनकी कुल आय में जुड़ेगी, जबकि लोग ऐसा नहीं कर रहे हैं। पंजाब से भी हजारों लोगों ने कैनेडियन नागरिकता लेने के बावजूद पंजाब में जमीन जायदाद से होने वाली आय और पेंशन आदि लाभ का जिक्र कैनेडियन इनकम टैक्स रिटर्न में नहीं किया है। कैनेडा के रेवन्यू विभाग के कई अधिकारी लगातार कैनेडियन चार्टर्ड अकाउंटेंट्स से कह रहे हैं कि वे विदेशी मूल के कैनेडियनों की विदेश में होने वाली आय को घोषित करवाने पर जोर दे ताकि उन्हें कैनेडा में होने वाली आय पर सही टैक्स गणना की जा सके। एसोसिएशन ऑफ सीनियर्स क्लब का एक डेलिगेशन पंजाबी मूल के एमपी परम गिल से मिला और इस संबंध में अपने हितों की रक्षा करने की मांग की। परम गिल का कहना है कि उनकी जानकारी के अनुसार अगर कोई व्यक्ति किसी के बारे में इस तरह की शिकायत रेवेन्यू कैनेडा में करता है तो उसकी आय की जांच तो हो सकती है लेकिन एनआरआई की आय की जांच के बारे में उन्हें ठोस जानकारी नहीं है। इससे पहले डेलिगेशन एमपीपी विक ढिल्लों को भी मिल चुका है और आने वाले दिनों में कई अन्य एमपी और एमपीपी से भी मिलेगा। पंजाब सरकार ने एनआरआई की जमीन जायदाद की सुरक्षा के लिए पंजाब टेनेसी एंड एग्रीकल्चरल लैंड (अमेंडमेंट बिल) और पंजाब सिक्योरिटी ऑफ लैंड टैन्यूयर्स बिल को पास किया है। एनआरआई के साथ ही सेना कर्मियों की जमीन को भी सुरक्षा प्रदान की गई है। इस बिल के अनुसार एनआरआई पंजाबी अपनी जमीन एवं मकान-दुकान एक तय समय सीमा के लिए किराए पर दे सकते हैं। जरूरत पडऩे पर वे एक तय नोटिस देकर इन्हें वापस प्राप्त कर सकते हैं। किराएदारों को स्टे या कोई भी अन्य विकल्प प्राप्त नहीं होगा। एनआरआई को जगह का मालिक होने का प्रमाण एसडीएम को देना होगा और अपनी जरूरत बतानी होगी। ये कानून लीज के पहले पांच साल तक ही राहत प्रदान करेगा। पंजाब से करीब 1.5 करोड़ लोग विभिन्न देशों में रहते हैं जबकि उनकी जमीन जायदाद अभी भी पंजाब में है। जिनकी सुरक्षा को लेकर वे अक्सर पंजाब सरकार के पास अपनी मांग रखते रहे हैं। इस दिन विशेष रूप से सोना-चांदी व बर्तनों की खरीददारी होती है। जिसके चलते बाजार में बर्तन विक्रेताओं की दुकानें सज चुकी हैं। ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए दुकानदारों ने बर्तनों की वैराइटी दुकानें के अंदर और बाहर लगा दी हैं। हालांकि महंगाई की मार बाजार में साफ नजर आ रही है। शास्त्रों में धनतेरस के पर्व पर धातु की चीजें खरीदने का विशेष महत्व है। लोग अपनी क्षमता के मुताबिक सोने व चांदी के छोटे जेवरों के अलावा स्टील, पीतल व चांदी के बर्तनों की भी खरीददारी करते हैं। बर्तन विक्रेता काली दास व मदन लाल ने बताया कि इस बार काफी मंहगाई हो गई है। बर्तनों की कीमतों में भी इजाफा होने से स्टील, तांबा व पीतल के दाम बढ़ने की वजह से थोक सामान भी मंहगा हो गया है। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष स्टील के बर्तन के दाम 120 से 140 रूपये प्रति किलोग्राम थे, लेकिन इस बार बढ़कर 150 से 200 रूपये प्रति किलोग्राम हो गया है। इसी तरह पीतल के दाम के अलावा तांबे के बर्तन भी महंगे हो गए हैं। सब्जी मंडी में पूजा में प्रयोग होने वाली ज्योत व अन्य पीतल का समान बेचने वाले विकास ने बताया कि पीतल मंहगी होने के कारण इससे बनने वाला समान भी महंगा हो गया है। बाजार में ग्राहक छोटी चीजें ज्यादा खरीद रहे हैं। बर्तन विक्रेता राजेश का कहना था कि इस बजार में सबसे ज्यादा बर्तन की दुकाने हैं। दूर दराज से आने वाले ग्राहक इसी बजार से समान खरीदते हैं, लेकिन बर्तन मंहगे होने के कारण लोग कम खरीददारी कर रहे हैं। उनको लग रहा है कि त्योहार के कारण बर्तन महंगे हुए हैं और बाद में सस्ते हो जाएंगे। शुक्रवार को धनतेरस पर लगभग सारा दिन खरीददारी के लिए शुभ है। ज्योतिष वाचस्पति के अनुसार शुक्रवार एक नवंबर को सुबह 6.41 पर सूर्योदय हो रहा है। इसके बाद सुबह 9:50 तक वैधृती योग है, लेकिन ज्यादातर इसका विचार नहीं करते। खरीददारी करने वाले इस योग का विचार करने वाले इस अवधि में खरीददारी न करें और जो विचार नहीं करते वह खरीददारी कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि इस दिन आर्थिक क्षमता के मुताबिक सोना, चांदी व अन्य धातु अवश्य खरीदना चाहिए। समिति सदस्यों ने लोगों से दीपावली पर पटाखे न जलाने की अपील की। रैली बाड़वाला से चलकर हरिपुर कालसी गेट तक निकाली गई, जिसमें बच्चों ने पर्यावरण बचाने की लोगों से अपील की। इस दौरान समिति सदस्यों ने दीपावली पर पटाखे की जगह दीयों को महत्व देने और पालीथिन के प्रयोग से परहेज करने को कहा। यूटी कर्मियों को अब जुलाई माह से केंद्र सरकार के कर्मचारियों के बराबर 90 प्रतिशत डीए मिलेगा। इससे पहले सितंबर माह में 8 प्रतिशत डीए स्वीकृत करते हुए मंहगाई भत्ता 72 प्रतिशत से बढ़ाकर 80 प्रतिशत कर दिया था। प्रशासन के इस फैसले के बाद यूटी चंडीगढ़ के कर्मचारियों की खुशी देखते ही बनती है। फेडरेशन ऑफ यूटी इम्पलाइज एंड वर्कर्स यूनियन के प्रधान मनमोहन सिंह, महासचिव गोपाल दत्त जोशी, यूटी पावरमैन यूनियन के प्रधान राम सरूप, उपाध्यक्ष विजय सिंह, इलेक्ट्रीकल लिफ्ट यूनियन के अध्यक्ष जसबीर सिंह तथा श्रमिक नेता मनमोहन सिंह सहित अन्य ने प्रशासक के इस फैसले का स्वागत किया है। इस निर्णय के बाद कर्मचारियों को जुलाई माह से 10 प्रतिशत डीए दिया जाएगा। इस मौके पर श्रमिक नेताओं ने भारतीय बाल कल्याण परिषद के कर्मचारियों को मात्र नौ प्रतिशत डीए के स्थान पर उन्हें भी 90 प्रतिशत डीए देने की मांग की। भाजपा के पीएम पद प्रत्याशी व गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मंत्रिमंडल में शुक्रवार को 6 नये राज्य मंत्रियों को शामिल किया। लालबत्ती पाने वाले आधा दर्जन लोगों में कांग्रेस से भाजपा में आए सौराष्ट्र के दबंग सांसद विट्ठल रादडिया के पुत्र जयेश भी हैं। विस चुनाव से पहले कांग्रेस छोड़ भाजपा में आए पूर्व उपमुख्यमंत्री नरहरी अमीन को राज्य योजना आयोग का उपाध्यक्ष बनाया गया है। इस मंत्रिमंडल विस्तार को मोदी की लोकसभा चुनाव की तैयारियों के रूप में देखा जा रहा है। वह लंबे समय से राजनीतिक प्रवास कर रहे हैं। पांच राज्यों के विस चुनाव बाद और ज्यादा आक्रामक अंदाज में रैली, यात्राएं और सभाएं करेंगे। ऐसे में वह गुजरात के किले को पूरी तरह से अभेद बना देना चाहते हैं। आपकी कार में ब्लैक बॉक्स? जबकि अमेरिका के सड़क योजनाकार, ध्वस्त होते हुए हाईवे सिस्टम को सुधारने के लिए धन की कमी से जूझ रहे हैं, वहीं बहुत-से लोग इसका समाधान छोटे से ब्लैक बॉक्स में देख रहे हैं, जो आपकी कार के डैशबोर्ड पर सफ़ाई से फिट हो जाता है। यह डिवाइस, जो मोटर-चालक द्वारा वाहन चलाए गए प्रत्येक मील को ट्रैक करती है तथा उस सूचना को अधिकारियों को संचारित करती है, आजकल अमेरिका की प्रमुख सड़कों का वित्त-पोषण करने के लिए पुराने हो चुके सिस्टम का जीर्णोद्धार करने के लिए वाशिंगटन और राज्य नियोजन कार्यालय के लिए एक विवादास्पद प्रयास का मुद्दा बन चुका है। आम तौर पर हाईवे नियोजन जैसा उबाऊ काम भी अचानक गहन बहस तथा जीवंत गठबंधनों का मुद्दा बन गया है। आपने द्वारा ड्राइव किए गए मील, तथा संभवतः ड्राइव किए गए स्थान का विवरण रखने - और फिर इस सूचना का उपयोग टैक्स बिल तैयार करने के लिए - सरकार को इन ब्लैक बॉक्स का उपयोग करने की अनुमति देने के पक्ष में समर्थन जुटाने के लिए लिबरेटेरियन पर्यावरणीय समूहों के साथ मिल गए हैं। चाय पार्टी भौचक्की है। अमेरिकी नागरिक स्वतंत्रता संघ भी विभिन्न प्रकार के गोपनीयता मुद्दे उठाते हुए बहुत चिंतित है। जबकि कांग्रेस इस बात पर सहमत नहीं हो सकी कि आगे की कार्यवाही करनी है या नहीं, बहुत से राज्य प्रतीक्षा नहीं कर रहे। वे यह खोज कर रहे हैं कि अगले दशक में वे किस तरह से ऐसी प्रणाली में जा सकते हैं, जिसमें चालक सड़क पर तय किए गए प्रत्येक मील के लिए भुगतान करे। हजारों मोटर-चालकों ने टेस्ट ड्राइव के लिए पहले ही ब्लैक बॉक्स ले लिया है, जिसमें से कुछ में जी.पी.एस. मॉनीटरिंग है। यह हमारे देश के लिए वास्तव में अनिवार्य वस्तु है। "यह हमारे द्वारा चुने या नहीं चुने जाने का विषय नहीं है" यह कहना है हसन इखराता का जो दक्षिण कैलीफोर्निया सरकार संघ के कार्यकारी निदेशक हैं, जो वर्ष 2025 तक कैलीफोर्निया में मोटर-चालकों द्वारा तय किए गए प्रत्येक मील को ट्रैक करने की शुरुआत करने की योजना बना रहा है। हमारे द्वारा कर भुगतान किए जाने के तरीके में परिवर्तन होने जा रहा है। ऐसा करने के लिए प्रौद्योगिकी है। ऐसा होने का मुख्य कारण यह है कि देश का हाईवे ट्रस्ट फ़ंड लगभग दिवालिया हो गया है, जिसका वित्त-पोषण अमेरिकी नागरिकों द्वारा गैस पम्प पर किए जाने वाले करों के भुगतान से होता है। अमेरिकी लोग अब पहले जितनी गैस नहीं खरीदते। अब एक गैलन गैस में कार पहले से अधिक मील चलती है। फेडरल टैक्स में पिछले 20 वर्षों में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई, जो 18.4 सेंट प्रति गैलन है। गैस के उच्च मूल्य होने के कारण राजनेता टैक्स में एक पैसा भी वृद्धि करने से परहेज करते हैं। मिनेसोटा विश्वविद्यालय में परिवहन नीति विशेषज्ञ ली मुनिख कहते हैं, "गैस कर बिल्कुल संवहनीय नहीं है।" उनके राज्य ने प्रति-मील भुगतान प्रणाली का परीक्षण करने के लिए हाल ही में 500 कारों में ट्रैकिंग डिवाइस लगाई है। वे कहते हैं, "दीर्घकाल में यह सबसे अधिक तर्कपूर्ण विकल्प के रूप में काम करेगा।" वॉन्क्स इसे माइलेज-आधारित उपयोगकर्ता शुल्क कहते हैं। यह आश्चर्य की बात नहीं है कि यह विचार शहरी उदारवादियों को अच्छा लग रहा है, क्योंकि इससे, उदाहरण के लिए कार चलाने के तौर-तरीके में परिवर्तन करने के लिए करों में बदलाव किया जा सकता है, जो जाम कम करने तथा ग्रीनहाउस गैस कम करने में सहायता कर सकता है। कैलीफोर्निया के योजनाकार इस सिस्टम के लिए उत्सुक हैं जबकि वे राज्य के महात्वाकांक्षी ग्लोबल वार्मिंग कानूनों में निर्धारित लक्ष्य पूर्ण करने के लिए रणनीतियाँ विकसित कर रहे हैं। लेकिन गृह परिवहन समिति के अध्यक्ष, रिप. बिल शुस्टर (आ.-पी.ए.) भी ब्लैक बॉक्स को सबसे व्यवहार्य दीर्घकालिक विकल्प मानते हैं। रीजन फ़ाउंडेशन में स्वतंत्र विक्रेता भी चालक द्वारा प्रति मील भुगतान के पक्ष में हैं। रीजन में पॉलिसी के उपाध्यक्ष, एड्रियन मूर ने कहा, "यह मात्र ऐसा कर नहीं है जो अंधे कुएँ में जा रहा है।" लोग जो चीज प्राप्त कर रहे हैं, उसके लिए अधिक प्रत्यक्ष रूप से भुगतान कर रहे हैं। इस अभियान को दो भूतपूर्व अमेरिकी परिवहन सचिवों ने भी समर्थन दिया है, जिन्होंने वर्ष 2011 में अपनी रिपोर्ट में कांग्रेस से प्रति-मील भुगतान की दिशा में आगे बढ़ने का अनुग्रह किया था। यू.एस. सीनेट ने पिछले वर्ष 90-मिलियन डॉलर की परीक्षण परियोजना स्वीकृत की थी, जिसमें 10,000 कारें शामिल हो गई होतीं। लेकिन ग्रामीण विधि-निर्माताओं की चिंताओं पर काम करते हुए, जो ऐसे व्यक्तियों का प्रतिनिधि कर रहे थे जिन्हें रोजाना काम पर जाने अथवा शहर में जाने के लिए बहुत अधिक मील चलना पड़ता है, सदन के नेतृत्व ने उस प्रस्ताव को वहीं पर समाप्त कर दिया। फिर भी बहुत से राज्य और शहर खुद-ब-खुद इस दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। इसमें सबसे अधिक इच्छुक ऑरेगोन है, जिसने देश के सबसे बड़े प्रयोग में 5,000 चालक सूचीबद्ध किए हैं। ये चालक जल्द ही राज्य को गैस कर के बजाय माइलेज शुल्क का भुगतान करेंगे। नेवाडा ने पहले ही प्रारंभिक परीक्षण पूर्ण कर लिया है। न्यू यॉर्क शहर भी इस दिशा में आगे बढ़ रहा है। इलिनोइस सीमित आधार पर ट्रकों के साथ आज़माइश कर रहा है। तथा आई-95 गठबंधन, जिसमें पूर्वी सीबोर्ड के साथ के 17 राज्य परिवहन विभाग (मेरीलैंड, पेनसिलवेनिया, वर्जीनिया तथा फ्लोरिडा समेत) शामिल हैं, इस बात का अध्ययन कर रहे हैं कि वे इस परिवर्तन का किस तरह क्रियान्वयन कर सकते हैं। इस विचार को सभी जगहों पर समर्थन नहीं मिला। नेवाडा में, जहाँ कुछ ही समय पहले 50 स्वैच्छिक कार चालकों की कारों पर इस डिवाइस को लगाया गया था, चालक इस बात को सोच कर बहुत अधीर थे कि सरकार उनके प्रत्येक कदम को मॉनीटर कर सकती है। नेवाडा परिवहन विभाग में रणनीतिक तथा कार्य-निष्पादन प्रबन्धन को निर्देशित करने वाले, अलाउद्दीन खान कहते हैं "बिग ब्रदर तथा उसी प्रकार की अन्य चीजों के बारे में चिंता प्रमुख समस्या थी।" यह ऐसी चीज नहीं है, जिसे लोग चाहते थे। परीक्षण के आगे बढ़ने के साथ ही, नेवाडा के ए.सी.एल.यू. ने अपनी वेबसाइट पर चेतावनी दी थी: "इन डिवाइस को पूर्ण ट्रैकिंग डिवाइस में परिवर्तित करना काफी हद आसान होगा।" विशाल, अप्रबंधनीय प्रौद्योगिकी ढाँचा-संरचना विकसित करने की कोई आवश्यकता नहीं है, जिसे प्रत्येक व्यक्ति के रोजाना आने-जाने का रिकॉर्ड रखने के लिए अवश्यंभावी रूप से फैलाना पड़े। नेवाडा उन बहुत से राज्यों में से है, जो वहनीय प्रौद्योगिकी प्राप्त करने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहा है, जिसकी सहायता से राज्य इस बात का विवरण प्राप्त कर सके कि कार कितने मील प्रतिदिन चल रही है, लेकिन यह नहीं कि वह कहां और किस समय चल रही है। खान ने कहा कि यदि आप ऐसा कर सकते हैं, तो लोग अधिक सहज महसूस कर सकते हैं। इस प्रौद्योगिकी की तलाश ने कुछ राज्य एजेन्सियों को ट्रू माइलेज नामक छोटे कैलीफोर्निया स्टार्ट-अप के पास पहुंचाया। यह फर्म मूल रूप से राज्य कर चालकों की सहायता करने के व्यवसाय में नहीं थी। यह ऑटो बीमा के उभरते हुए बाजार में प्रवेश करने का प्रयास कर रही थी, जिसमें चालकों को अपनी माइलेज के आधार पर भुगतान करना था। लेकिन यह जिस डिवाइस का परीक्षण कर रही है, वह हाईवे योजनाकारों को अच्छी लगी, क्योंकि उसमें जी.पी.एस. का उपयोग नहीं होता तथा बहुत सीमित सूचना प्रदान करती है, जो निश्चित समय अन्तराल पर मॉडम द्वारा अपलोड होती है। ट्रू माइलेज के मुख्य अधिशासी रेयान मॉरिसन ने कहा, "यदि आप लोगों की गति और उनके स्थान को ट्रैक नहीं करते तो वे इस तरीके को अपनाने में अधिक इच्छुक होंगे।" राज्य के इन प्रारंभिक कार्यक्रमों में कुछ बड़ी गलतियाँ हुई हैं। ऐसा करने के लिए बहुत कम खर्चीले तथा कम हस्तक्षेप करने वाले तरीके भी हैं। ऑरेगॉन में, योजनाकार चालकों को भिन्न-भिन्न विकल्प देने का प्रयोग कर रहे हैं। वे जी.पी.एस. युक्त या बिना जी.पी.एस. की डिवाइस चुन सकते हैं। या फिर से कोई भी डिवाइस न लेना चुन सकते हैं, बल्कि राज्य के निवासियों द्वारा तय किए जाने वाले औसत मीलों के आधार पर निर्धारित शुल्क देना चुन सकते हैं। अन्य स्थानों को आशा है कि डिवाइस में कम की बजाय और अधिक सुविधा प्रदान करके चिंतित नागरिकों को यह अवधारण बेची जा सकती है। न्यू यॉर्क शहर में, परिवहन अधिकारी ऐसी टैक्सिंग डिवाइस विकसित करने का प्रयास कर रहे हैं, जिसमें पार्किंग मीटर शुल्क का भुगतान करने की सुविधा भी होगी, "अपने ड्राइव के अनुसार भुगतान" बीमा प्रदान करेगी, तथा अन्य चालकों से वास्तविक समय का गति डेटा का संग्रह निर्मित करेगी जिसका उपयोग मोटर-चालक ट्रैफिक से बचने के लिए कर सकेंगे। शहर नियोजन दस्तावेज में उल्लेख किया गया है, "मोटर-चालक इससे प्राप्त होने वाले लाभों के कारण इसमें सहभागिता के लिए आकर्षित होंगे।" यद्यपि, कुछ परिवहन योजनाकारों को आश्चर्य होता है कि शायद मील के अनुसार भुगतान पर सारी चर्चा बड़ा विकर्षण है। सैन फ्रैन्सिस्को खाड़ी क्षेत्र में मेट्रोपॉलिटन परिवहन आयोग ने कहा है कि कांग्रेस गैस टैक्स में वृद्धि करके दिवालिया हाईवे ट्रस्ट फ़ंड की समस्या से बहुत आसानी से निपट सकती है। हाइब्रिड अथवा अन्य कारों के चालकों पर अतिरिक्त एक-समय का अथवा वार्षिक शुल्क भी लगाया जा सकता है, जिनके वाहन बहुत अधिक गैस का उपयोग नहीं करते हैं ताकि वे अपने उचित हिस्से का भुगतान करें। आयोग के विधान और सार्वजनिक मामलों के निदेशक, रैन्डी रेंटशेलर ने कहा, "जब एस्पिरिन से काम हो सकता है तो उसके लिए आमूलचूल सर्जरी की क्या जरूरत है।" यदि हम ऐसा करते हैं तो करोड़ों कार चालक अपनी गोपनीयता तथा अन्य बहुत सी चीजों के लिए चिंतित होंगे। पुलिस के अनुसार, उसकी मौत डूबने से हुई है। अलबत्ता, उसके दोस्त को पुलिस ने दिवंगत के सामान को अपने पास छिपाने के आरोप में हिरासत में ले लिया है। पुलिस ने अदालत में मौत की जांच की अंतिम रिपोर्ट सौंप दी है। विदित हो कि 26 अगस्त को पुलिस ने झेलम दरिया में पादशाही बाग के रहने वाले जाहिद इकबाल का शव बरामद किया था। उसके परिजनों ने उसके दोस्तों पर उसकी हत्या का आरोप लगाया था क्योंकि उसका मोबाईल व अन्य सामान लापता था। रिपोर्ट में पुलिस ने बताया कि मृतक के फोन और सिम की जांच की गई और पाया गया कि उसका फोन सौरा में एक महिला द्वारा इस्तेमाल किया जा रहा है। महिला ने पूछताछ में बताया कि उसे यह फोन उसके एक रिश्तेदार रूहैल गौहर ने दिया है। रूहैल भी पादशाही बाग में रहता है और वह दिवंगत जाहिद का दोस्त था। रूहैल 25 अगस्त को नमाज-ए-जुम्मा के बाद जाहिद के साथ झेलम में नहाने गया था। जाहिद ने अपने कपड़े खोले और सारा सामान किनारे पर रखा, जबकि रुहैल सिगरेट पीने के लिए दूसरी ओर चल गया। जब वह वापस आया तो जाहिद वहां नहीं था, उसके सिर्फ कपड़े ही थे। रूहैल ने जाहिद को तलाश किया, लेकिन वह नहीं मिला। इस पर उसने उसका मोबाइल फोन, घड़ी व अन्य सामान उठाया और अपने इस्तेमाल के लिए रख लिया। उसने किसी को नहीं बताया कि जाहिद डूब गया है। पुलिस ने अदालत को बताया कि जाहिद की मौत डूबने से हुई है और पोस्टमार्टम में भी इसकी पुष्टि हुई है। अलबत्ता, रूहैल को तथ्यों व मृतक के सामान को छिपाने के लिए धारा 404 के तहत हिरासत में ले लिया गया है। खानदानी राजधानी के महाराज ने आपके लिए राजसी महलों के शानदार व्यंजनों का प्रबंध किया है। यह खास प्रबंध एक से लेकर पांच नवंबर तक आपके शहर के सभी खानदानी राजधानी रेस्तराओं में रहेगा। खानदानी राजधानी के इस बेहद समृद्ध व्यंजनों की विरासत का इस दीवाली पर अपने परिवार व मित्रों के साथ जरूर मजा लें। इस बार की स्पेशल दीवाली थाली में आपको मटर खस्ता रोल, सूरती प्लाजा, बारसा डोला, हरी वाली पात्रा, जोधपुरी पकोड़ा, डकोर ना गोटा नू चाट और लीलवा कचौरी आप का खास तौर पर इतजार कर रहे है। सब्जियों में परंपरागत व्यंजन जैसे की सूरती उधियू, जैसलमेर पंच कुटा, पिथौड़ की सब्जी, जोधपुरी गट्टा, सागरी के कोफते, राबोदी हरा प्याज, तिल वाले आलू, मकई मिरच और जजरिया शामिल किए गए है। मीठे में एैपल जलेबी, टमाटर हलवा, अखरोट हलवा, दूध पाक, खजूर बर्फी, ड्राईफू्रट हलवा, मकई जजारिया और सूतार सैनी खीर आपके इस राजसी भोजन को समाप्त करने का एक बेहतरीन ढग होगा। कैट की ट्रैडी फुटवियर और परिधानों की सिलेक्शन पेश चंडीगढ़: प्रकाश के पर्व पर अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त ब्रांड कैट ने ट्रैडी फुटवियर और परिधानों की सिलेक्शन को पेश किया है। कैट एक ऐसा ब्राड है जो पिछले सौ साल से मजबूत, टिकाऊ, सुंदर और बेहतरीन उत्पाद पेश कर रहा है। इसका हर उत्पाद यूएसए में पैदा हुआ है और सही मायने में कैट लाइफस्टाइल को पेश करता है। यह आपके सगे संबंधियों और प्रियजनों के लिए एक समूचा उपहार है। यह कलेक्शन स्टाइल पसंद करने वाले आधुनिक शॉपर्स के लिए है जो शानदार फुटवियर की रेज को पसंद करते है चाहे वह महिला हों या पुरुष। इसके स्टाइल में मिटकट और चक्का बूट्स से लेकर प्रिमियम लेदर, सुवेड और कैनवस के स्लिपऑन और सैंडल उपलब्ध है। इसकी फुटवियर कलेक्शन को चार चाद लगाने के लिए डेनिम की रेज भी उपलब्ध है। इसमें वूवन पैंट्स, ग्राफिक टीज, पोलो टी शर्टे, शर्टे, शॉट्स, स्कर्टे और जैकेटें इत्यादि शामिल है। कैट एक तरह से मजबूती और लाइफ स्टाइल का मिलन है। यहा पर लगेज और ट्रैवल गियर भी उपलब्ध रहते है। एमआरएफ लगातार दसवीं बार जेडी पावर पुरस्कार से सम्मानित चंडीगढ़: भारत की सबसे बड़ी टायर निर्माता कंपनी और शीर्ष 15 वैश्विक टायर कंपनियों में से एक एमआरएफ को लगातार दसवीं बार जेडी पावर पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। यह पुरस्कार व्यापक रूप से मोटर वाहन क्षेत्र में साथियों द्वारा आस्कर के समकक्ष माना जाता है और उद्योग में सबसे ज्यादा मान्यता रखता है। बहुत कम कंपनियों को यह पुरस्कार इतने वर्षो तक लगातार मिला है। एमआरएफ ने एमआरएफ जेएलओ नामक पफार्मेस रेडियल टायरों की सीमा में उच्च स्तर के वाहनों के लिए इजाफा किया है। ऑडी, बीएमडब्ल्यू, मर्सडीज और जगूआर से लेकर कई अन्य वाहनों के लिए 40, 45 और 55 श्रेणी के कम प्रोफाइल वाले टायर अब उपलब्ध है। 13 आकार की सीमा में अब भारतीय सड़कों के 70 से ज्यादा प्रीमियम वाहनों के मॉडल शामिल है। नया नंगल के भगवान वाल्मीकि मंदिर में स्वच्छ पेयजल के लिए ड्यू गार्ड कंपनी की ओर से वाटर प्यूरीफायर भेंट किया गया है। कंपनी के प्रतिनिधि जेके कौशिक व खुशबू कौशिक की ओर से मंदिर को भेंट किया गया वाटर प्यूरीफायर प्राप्त कर मंदिर अध्यक्ष वीरेंद्र आदिया ने कहा कि समाज सेवा का यह कार्य सराहनीय है, क्योंकि अब मंदिर में आने वाले भक्तजन स्वच्छ पेयजल का उपयोग कर सकेंगे। बुंगा-बुंगा पार्टियों के लिए चर्चित इटली के पूर्व प्रधानमंत्री 77 वर्षीय सिल्वियो बर्लुस्कोनी ने 28 वर्षीय लड़की से बेहद खुफिया तरीके से शादी कर ली है। यह खुलासा उनके पारिवारिक मित्र मार्थेल पोलांको ने किया है। उनके मुताबिक, तीन बार प्रधानमंत्री रह चुके बर्लुस्कोनी ने पूर्व टीवी एंकर फ्रांसिस्का पास्कल से अपने निजी चैपल में शादी कर ली है। फ्रांसिस्का की बलुस्कोनी से मुलाकात तब हुई थी, जब वह फोर्जा इटालिया पार्टी में टीनेज एक्टिविस्ट थीं। यह वहीं फ्रांसिस्का हैं, जिनके रिश्ते के बारे कहा जा रहा था कि बलरुस्कोनी के साथ उनका रिश्ता महज दिखावा है। बर्लुस्कोनी की नजदीकी दोस्त और बुंगा-बुंगा गर्ल मार्थेल पोलांको ने खुलासा किया है कि उन्हें भी इस खुफिया विवाह में आमंत्रित किया गया था। यह समारोह तीन हफ्ते पहले ही हुआ है। इटैलियन रेडियो2 पर हुए खुलासे में जब पोलांको से पूछा गया कि अगर यह दोनों शादी कर लें तो क्या होगा, इस पर पोलांको ने कहा है कि वे दोनों पहले से ही शादीशुदा हैं। यह कोई सार्वजनिक समारोह नहीं था। यह शादी पूर्व प्रधानमंत्री के घर में स्थित निजी चैपल में हुई थी। इसके अलावा कोई कुछ नहीं बता सकता। हालांकि वह इस शादी में नहीं गई। उन्होंने अपनी बधाई नवजोड़े को भेज दी है। दोनों ने करीब तीन हफ्ते पहले यानी 8 या 9 अक्टूबर को विवाह रचाया। करीब 8 महीने पहले अपने से 50 साल छोटी 28 वर्षीय महिला फ्रांसेस्का पास्कल से सगाई की थी। किरकिरी से बचने के लिए बर्लुस्कोनी ने अपने इस फैसले के पीछे अकेलेपन को आधार बनाया था। निचले इलाकों में भी सूरज की आंख-मिचौली के बीच रुक-रुककर बारिश जारी रही। इसके साथ ही पूरी वादी में शीतलहर शुरू हो गई है। ठंड का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि श्रीनगर में न्यूनतम तापमान 4.8 डिग्री सेल्सियस, गुलमर्ग में शून्य से नीचे -0.2 डिग्री और लेह में -1.8 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है। पूरे राज्य में लेह सबसे ठंडा रहा। वहीं, बारिश और हिमपात के चलते सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण श्रीनगर-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग यातायात के लिए बंद हो गया है। जोजिला दर्रे पर भारी हिमपात हुआ है। कश्मीर के पहाड़ी इलाकों में इस मौसम का यह चौथा और पहला भारी हिमपात हुआ है। पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के कारण वीरवार तड़के ही वादी के उच्चपर्वतीय इलाकों में हिमपात व निचले इलाकों में बारिश का दौर शुरू हो गया, जो देर शाम तक जारी रहा। ठंड से सामान्य जनजीवन भी प्रभावित होकर रह गया। शीतलहर से बचने के लिए लोग घरों में दुबके रहे। इस बीच, कई इलाकों में बिजली आपूर्ति भी ठप रहा। श्रीनगर का दिन का अधिकतम तापमान सामान्य से चार डिग्री नीचे 13.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं जम्मू में भी वीरवार तड़के तेज हवा के साथ हुई बारिश के कारण रात के समय ठंड बढ़ गई है। जम्मू में न्यूनतम तापमान 16.6 और अधिकतम 27.0 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। मौसम विभाग के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव घटने लगा है और शुक्रवार से मौसम में सुधार आएगा। श्रीनगर स्थित मौसम विभाग के निदेशक सोनम लोट्स के अनुसार पहली नवंबर से एक सात नवंबर तक वादी में मौसम शुष्क रहने की संभावना है। यौन उत्पीड़न के आरोप में जेल में बंद आसाराम को शुक्रवार को एक बार फिर सुप्रीम कोर्ट से निराशा ही हाथ लगी। आसाराम की ओर से दलील दी गई मीडिया कवरेज में उन्हें बच्चों का रक्त पीने वाले ड्रैकुला के रूप में पेश किया जा रहा है, लेकिन अदालत ने मीडिया कवरेज पर रोक लगाने की उनकी मांग खारिज कर दी। मुख्य न्यायाधीश पी. सतशिवम की पीठ ने आसाराम के बारे में मीडिया को खबर चलाने से रोकने का आदेश देने से इन्कार करते हुए कहा कि उन्होंने मीडिया में रिपोर्ट किए गये हर शब्द को देखा है और उन्हें उसमें दखल देने का कोई कारण नजर नहीं आता। जब पुलिस और अन्य लोगों से वे सूचनाएं हासिल कर रहे हैं तो हम उन्हें कैसे रोक सकते हैं। इससे पहले आसाराम के वकील ने मीडिया पर आरोप लगाया कि वह उनके बारे में बढ़ा-चढ़ा कर खबरें दिखा रहा है। देश में इतने अखबार और चैनल हैं। वे किस-किस के खिलाफ मामला दाखिल करें, लेकिन पीठ इन दलीलों से प्रभावित नहीं हुई और मामले में दखल देने से इन्कार करते हुए कहा कि उनके पास और भी विकल्प हैं। इससे पहले भी एक बार कोर्ट मीडिया कवरेज पर रोक लगाने की आसाराम की मांग ठुकरा चुका है। विभाग के अधिकारियों का दावा है कि यह अब तक की सबसे बड़ी टीडीएस चोरी का मामला है। मॉल के ग्रुप संचालक ने टीडीएस काटकर संबंधित वित्तीय संस्थानों को भुगतान तो किया, लेकिन सरकारी खजाने में इसका भुगतान नहीं किया। ऐसा करके टीडीएस का रुपया खुद के पास जमा करता रहा। इस ग्रुप पर 17 अक्टूबर को मुंबई से आई अन्वेषण टीम ने जयपुर अन्वेषण टीम के साथ मिलकर कार्रवाई की थी। इसी कड़ी की जांच में पता चला था कि इस व्यापारी ने टीडीएस तो काटा है लेकिन जमा नहीं कराया। इसी कारण से टीडीएस की टीम ने गुरुवार को इस ग्रुप पर आयकर सर्वे की कार्रवाई शुरू की थी। खाते सील होने का खतरा करीब 15 दिन पूर्व इस मॉल संचालक के ग्रुप पर छापे और सर्वे की कार्रवाई हुई थी। इस कार्रवाई से नाराज इस व्यापारी ने आयकर विभाग के अधिकारियों को साफ कह दिया है कि वे अभी आयकर विभाग को टीडीएस का रुपया चुकाने को तैयार नहीं हैं। आयकर विभाग उन्हें लगातार टारगेट करके कार्रवाइयां कर रहा है। इस मामले में जांच कर रहे अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि भुगतान नहीं होने की स्थिति में खाते सील करके रिकवरी की कार्रवाई की जाएगी। दीपावली को देखते हुए मिठाई की मांग बढ़ जाती है। इसे देखते हुए घटिया व नकली मावे की बिक्री बढ़ जाती है। मिठाई को और चमकदार, रंगीन व मीठा बनाने के लिए रसायनों का उपयोग किया जाता है, जो स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है। अन्न व औषधि प्रशासन विभाग ने नकली मावा व रसायनयुक्त मिठाई के खिलाफ अभियान छेड़ दिया है। विभाग ने मध्यप्रदेश से आया 70 हजार का मावा व क्वेटा कालोनी से 5 हजार का चमचम जब्त किया। बाजार में मिठाई की मांग बढऩे के साथ ही मध्यप्रदेश से घटिया मावे की मांग भी बढ़ गई है। गंदगी में रखे घटिया मावे को मध्यप्रदेश से नागपुर लाने की सूचना विभाग को मिली। ट्रांसपोर्ट गैरेज से मावे की खेप नागपुर मंगाई जा रही है। विभाग ने इस मावे को कब्जे में लिया, जिसकी कीमत 70 हजार रु बताई गई। कार्रवाई के डर ने किसी ने भी मावे पर हक नहीं जताया। विभाग ने अनक्लेम (अघोषित) संपत्ति मानकर इसे नष्ट कर दिया। विभाग ने क्वेटा कालोनी स्थित जीतेंद्र कैटरर्स पर छापा मारकर लगभग 5 हजार के चमचम बरामद किए। चमचम चमकने व ज्यादा दिन तक टिके रहने के लिए सोडियम हाइड्रोसल्फाइट नामक रसायन का इस्तेमाल किया गया था। इसका नमूना प्रयोगशाला भेजा जाएगा। विभाग के सहआयुक्त एस. एस. देशमुख ने कहा कि रसायनयुक्त मिठाई व घटिया एवं नकली मावे की धरपकड़ का अभियान जारी रहेगा। अगले कुछ दिनों में यह अभियान और तेज करने की जानकारी विभाग की ओर से दी गई है। इन मिठाइयों के सेवन से विषबाधा भी हो सकती है। विभाग ने मिठाई व्यवसायियों को अच्छे दूध, मावे से मिठाई बनाने को कहा। नकली मिठाई व मावे से सावधान रहने की अपील विभाग की ओर से लोगों को की गई है। प्रदेश भाजपा के चुनिन्दा 42 वरिष्ठ नेताओं ने हवाईअड्डा पर उनकी जोरदार अगवानी की। उल्लेखनीय है कि मोदी भाजपा द्वारा आयोजित सांत्वना यात्रा के लिए बिहार के दौरे पर आए हैं। सांत्वना यात्रा का आयोजन पटना में हुए विस्फोटों में मारे गए लोगों के परिजनों को भाजपा की ओर से मरहम लगाने की कवायद है। उल्लेखनीय है कि पटना में 27 अक्टूबर को नरेन्द्र मोदी की हुंकार रैली के दौरान एक के बाद एक कुल सात धमाके हुए थे। विस्फोटों में संलिप्त रहे इंडियन मुजाहिदीन के आतंकियों की मंशा रैली के दौरान भगदड़ मचाने की थी, ताकि अधिकाधिक लोग हताहत हों और प्रदेश में दहशत का माहौल बने। आतंकियों की वह मंशा तो कामयाब नहीं हुई, लेकिन विस्फोटों में छह लोगों की जान चली गई। उन सभी को भाजपा ने शहीद घोषित किया है। उनके गांव से अस्थि-कलश लेकर पार्टी के नेता गुरुवार से यात्रा पर निकले हैं। पांच नवम्बर को उन सभी की अस्थियां पटना में गंगा में एक साथ प्रवाहित की जाएंगी। इसी यात्रा के अंश रूप में सांत्वना यात्रा का आयोजन है। इसके मुख्य किरदार नरेन्द्र मोदी हैं। वे शनिवार सुबह सात बजे से विस्फोटों में मारे गए लोगों के गांव जाकर उनके परिजनों से मिलेंगे। इस भेंट-मुलाकात के दौरान वे मृतकों के परिजनों को पांच-पांच रुपये का चेक भी प्रदान करेंगे। इस आर्थिक मदद की घोषणा भाजपा ने पहले से ही कर रखी है। पिछले मैच में मिली धमाकेदार जीत से उत्साहित भारतीय टीम शनिवार को जब एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सातवें और अंतिम वनडे में उतरेगी तो उसका लक्ष्य जीत के साथ सीरीज पर कब्जा करना होगा। बारिश की वजह से लगातार दो वनडे मैच धुल जाने के बाद सीरीज में बने रहने के लिए भारत को किसी भी हाल में नागपुर वनडे जीतना था और उसके बल्लेबाजों ने धमाकेदार प्रदर्शन करते हुए उसे रिकॉर्ड जीत दिलाई, जिससे टीम ने सीरीज में 2-2 से बराबरी की। सीरीज में टीम इंडिया दो बार 350 रन से अधिक के लक्ष्य को दो बार हासिल कर चुकी है और एक बार फिर टीम की नैया पार लगाने की जिम्मेदारी बल्लेबाजों पर ही होगी। भारतीय बल्लेबाजी इस समय चरम पर है और बड़े से बडा लक्ष्य भी उसके सामने बौना साबित हो रहा है। रोहित शर्मा, शिखर धवन, विराट कोहली और महेंद्र सिंह धौनी जबरदस्त फॉर्म में हैं, लेकिन युवराज सिंह, सुरेश रैना और रवींद्र जडेजा से भी टीम को खासी उम्मीदें रहेंगी। जहां तक ओपनिंग का सवाल है तो रोहित और शिखर के रूप में टीम को ऐसी सलामी जोड़ी मिली है जो ठोस साझेदारी से बाकी बल्लेबाजों का काम आसान कर रही है। जयपुर और नागपुर में उन्होंने ओपनिंग में शानदार साझेदारी करते हुए विराट को बिना किसी दबाव के खेलने का मौका दिया था। तीसरे नंबर पर कोहली ने अब तक जो विराट प्रदर्शन किया है उससे उन्हें भविष्य का सचिन तेंदुलकर माना जा रहा है। बल्कि कई क्रिकेट पंडितों ने तो उन्हें सचिन से भी बेहतर करार दे दिया है। अगले सप्ताह 25 साल के होने जा रहे विराट 17 वनडे शतक लगा चुके हैं जिनमें से भारत ने 16 में जीत दर्ज की है। लक्ष्य का पीछा करते हुए उनका औसत 80.00 से ऊपर है और वह बेहतरीन फिनिशिर के रूप में उभरे हैं। भारत के शीर्ष तीन बल्लेबाज तो जोरदार फॉर्म में हैं, लेकिन इन तीनों पर अत्यधिक निर्भरता टीम के लिए नुकसानदेह भी हो सकती है। रैना और युवराज पिछले मैच में बुरी तरह फ्लॉप रहे थे। युवराज तो सीरीज में दो मैचों में खाता भी नहीं खोल पाए हैं। ऐसे में उनके लिए बेंगलूर वनडे में अच्छी पारी 'लाइफलाइन' का काम कर सकती है। जहां तक ऑस्ट्रेलिया का सवाल है तो उसके बल्लेबाजों खासकर कप्तान जॉर्ज बेली ने अपने प्रदर्शन से सबको प्रभावित किया है। उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू एशेज सीरीज के लिए टेस्ट टीम में लिए जाने की भी मांग उठ रही है। ऑस्ट्रेलिया के पास नौवें नंबर तक अच्छे बल्लेबाज हैं। बेली के अलावा शेन वॉटसन, ग्लेन मैक्सवेल, एडम वोग्स और जेम्स फॉकनर ने सीरीज में अच्छी बल्लेबाजी की है। हालांकि ओपनिंग में फिल ह्यूंज और एरोन फिंच कोई प्रभाव नहीं छोड़ पाए हैं। गेंदबाजी में मिशेल जॉनसन की कमी ऑस्ट्रेलिया को भारी पड़ सकती है। सीरीज में अब तक शानदार प्रदर्शन करने वाले जॉनसन को एशेज सीरीज की तैयारियों के लिए स्वदेश भेज दिया गया है। भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य व मुख्य प्रवक्ता डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि पाकिस्तान इस दिखावटी शांति की आड़ में आतंकवादियों की घुसपैठ करवाने की किसी नई नीति काम कर रहा है। खुफिया एजेंसियों की रिपोर्टो का हवाला देते हुए सिंह ने वीरवार को यहां जारी बयान में कहा कि पाकिस्तान अपने ट्रेनिंग कैंपों में तैयार 2000 के करीब आतंकवादियों की घुसपैठ करवाने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रहा है। इसके लिए वह सीमा पर कभी भी शांति नहीं होने देगा। कश्मीर में लोगों को भड़का कर बड़े पैमाने पर हालात खराब करने के अलगाववादियों के मंसूबे नाकाम होने के बाद पाकिस्तान और भी बिफरा हुआ है। गत वर्ष अलगाववादियों के पाकिस्तानी दौरे का हवाला देते हुए भाजपा नेता कहा कि आइएसआइ चीफ लेफ्टिनेंट जनरल जहीर उल इस्लाम, लश्कर, हिज्ब के सरगना हफीज सईद व सईद सलाहुदीन ने विश्वास दिलाया था कि 2014 में आतंकवाद को हवा दी जाएगी। पाकिस्तान इस वायदे को गंभीरता से पूरा करने में जुटा हुआ है। सीमा पर सैनिकों की हत्या, सांबा, हीरानगर में आत्मघाती हमले इसी रणनीति का हिस्सा हैं। ऐसे हालात में राज्य में सेना के विशेषाधिकारों को खत्म करने की मांग को घातक करार देते हुए भाजपा नेता ने कहा कि राज्य में स्थायी शांति होने तक ऐसे बातें करना भी जनविरोधी हैं। इनसे देशविरोधी तत्वों को शह मिलती है। उन्होंने जोर दिया कि नेताओं के सेना, सुरक्षाबलों का मनोबल गिराने वाले बयानों पर रोक लगाई जानी चाहिए। अमेरिकी चौकसी पर जर्मनी के साथ "सहयोग" करने के लिए स्नो डेन तैयार एडवर्ड स्नो डेन, अमेरिकी खुफिया मुखबिर, ने घोषित कर दिया है कि जर्मन में संसद को प्रमाण देने के लिए बर्लिन की यात्रा करने के लिए तैयार है यदि अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी और उसके निदेशक किथ अलेक्जेंडर अपनी गतिविधियों के बारे में जवाब देने में विफल रहते हैं. जर्मन एम.पी. हंस क्रिश्चियन स्ट्रॉ बेले, ने रूस में श्री स्नो डेन सेगुरुवार को मुलाकात की, जहां उसे जर्मनी में गवाही के बारे में बात करने के लिए, शरण दे दी गई है. सांसद ने शुक्रवार को बर्लिन में मीडिया के समक्ष श्री स्नो डेन के द्वारा प्रस्तुत एक पत्र,में कहा: "हालांकि मेरे प्रयासों के परिणाम प्रमाणपूर्वक सकारात्मक है, मेरी सरकार दल - बदल के रूप में असहमति को मानते हैं, और कोई बचाव नहीं प्रदान करते हैं जो गुंडागर्दी के आरोपों के साथ राजनीतिक भाषण का अपराधीकरण करने का प्रयास है." हालांकि, सच बोलना एक अपराध नहीं रहा है. पत्र में, श्री स्नो डेन ने कहा कि उनका मानना है किवह अंतरराष्ट्रीय समुदाय का समर्थन उनके खिलाफ आपराधिक आरोपों का परित्याग करने के लिए अमेरिकी सरकार को राजी सकता है. अमेरिकी न्याय विभाग की ओर से दायर आरोप गुप्तचर और सरकार की संपत्ति में से चोरी शामिल है. हंस पीटर फ्रेडरिक, जर्मन आंतरिक मामलों के मंत्री,ने ऑनलाइन Zeit को बताया: "श्री स्नो डेन जर्मन अधिकारियों से बात करने के लिए तैयार रहा है, तो हमको इसे संभव बनाने के लिए तरीके खोजने होंगे." अमेरिका और जर्मनी के बीच संबंध दबाव के तहत आ गए हैं क्योंकि दावा किया है कि NSA ने चांसलर एंजेला मार्केल का फोन बग किया है. थॉमस ऑपरमान, सांसद जो संसदीय समिति के अध्यक्ष हैं , खुफिया जानकारी देखरेख करते हैं. कहा कि अगर गवाह के रूप में श्री स्नो डेन कोसुनने का अवसर होता "अमेरिका के साथ संबंधों को पूरी तरह से बर्बाद कर के और खतरे में उनको लाने के बिना,"तब भी इसे लिया जाना चाहिए. श्रीस्ट्रॉ बेले,जर्मनी की ग्रीन पार्टी के एक सांसद, ने ट्विटर फीड पर श्री स्नो डेन के साथ खुद की एक तस्वीर प्रकाशित की . उन्होंने कहा कि दो जर्मन पत्रकारों के साथ रूस के लिए अपनी यात्रा पर थे. श्रीस्ट्रॉ बेलेने कहा कि, पूर्व NSA के ठेकेदार वकील के अनुसार, अगर उन्होंने रूस छोड़ दिया तो स्नो डेन रूस वापस जाने में सक्षम नहीं हैं. अगर स्नो डेन नेजर्मनी में गवाही दी तो वह वहाँ " सुरक्षित होगा" जो आश्वासनों की आवश्यकता होगी, सांसद ने कहा. श्री स्नो डेन ने उनके पत्र में कहा कि " उनकोभयंकर और सतत अभियान का सामना करना पड़ा" था उसके लिए उनको घर छोड़ने को बाध्य होना पड़ा. हालांकि उन्होंने कहा कि वेविश्व व्यापक प्रतिक्रियाएं द्वारा सुखी और अभिभूत है"राजनीतिक अभिव्यक्ति के अपने कार्य के प्रति." संयुक्त राज्य अमेरिका समेत - विश्व नागरिकों साथ ही उच्च अधिकारियोंने एक सार्वजनिक सेवा की व्यापक निगरानी के एक ग़ैरजिम्मेदार प्रणाली के रहस्योद्घाटन को आंका है. पत्र जर्मन अधिकारियों के साथ सहयोग करने के लिए एक प्रस्ताव विस्तार करता है "जब मानवीय स्थिति के समस्याओं का समाधान हो गया है ." Frontier एयरलाइंस कैरी - ऑन बैगेज का शुल्क लगाएंगे Frontier एयरलाइंस में अपने विमान बोर्ड पर यात्रियों के लिए सामान कैरी - ऑन स्टोर करने के लिए $ 100 चार्ज करने की योजना है. Frontier एयरलाइंस में एक कैरी - ऑन बैग के लिए $100 के लिए चार्ज शुरू करने की योजना है और यह, कॉफी या सोडा के लिए$2 का शुल्क लगाएंगे, हालांकि बुधवार को इसकी घोषणा ने बताया कि यात्री संपूर्ण डिब्बा रख सकते हैं. नए कैरी - ऑन शुल्क ओवरहेड बिन में बैग के लिए है, इसलिए, सीट के नीचे छोटे बैग फिर भी नि: शुल्क किया जाएगा. Frontier ने कहा कि $ 25 चार्ज करेंगे अगर एडवांस में भुगतान किया जाता है , $100 इंतजार करना होगा अगर यात्री भुगतान करने के लिए प्रतीक्षा करें जब तक कि वे गेट पर हैं. Frontier प्रवक्ता केट ओ 'मैली ने कहा कि $ 100 फीस यात्रियों के एडवांस में चार्ज की देखभाल करने के लिए हासिल करना है. "हम वह चार्ज नहीं करना चाहते," उन्होंने कहा. एयरलाइंस ने 2008 में प्रथम और द्वितीय जाँच बैग के लिए चार्ज शुरू कर दिया. जो जो यात्री शुल्क से बचने की कोशिश कर रहे हैं भराई कर रहे हैं जितना वे कर सकते हैं कैरी - ऑन बैगेज में जो ओवरहेड डिब्बे में स्टैश है , इसका मतलब है इस डिब्बे में अक्सर कम जगह है. शुल्क बोर्ड पर यात्रियों के लिए कम लाने के लिए एक तरीका है. ओ 'मैली ने कहा कि यह नए चार्ज पैसा जुटाने के बारे में वास्तव में नहीं है. यह Frontier के बारे में सबसे अधिक वफादार ग्राहकों के लिए है कि ओवरहेड बिन की जगह ढूँढना तेजी से कठिन बन गया है. एयरलाइन के अपने वेबसाइट में टिकट खरीदने वाले यात्रियों को यह नहीं देना पड़ता. इसका मतलब है यही कारण है कि लाइन में अगले व्यक्ति को एक समान बैग के लिए 100 डॉलर देना हो सकता है, जबकि एक फ्रंटियर गेट पर लाइन में एक यात्री, एक बैग मुफ़्त प्राप्त कर सकते हैं. ओ 'मैली ने कहा कि Frontier की वेबसाइट और चेक इन के प्रक्रियाओं को बदल दिया जा रहा है गेट को पाने से पहले यात्रियों को फीस के बारे में पता है यह सुनिश्चित करने के लिए. Frontier का नया कैरी - ऑन फीस, गर्मियों तक शुरू नहीं होगा यद्यपि एक तिथि निर्धारित नहीं किया गया है. यात्री अक्सर बैगेज शुल्क और अन्य शुल्क के बारे में असंतोष प्रकट करते हैं, लेकिन विमान सेवा उन्हें पसंद करते हैं. वे तर्क देते हैं कि बैगेज को संभालने के लिए पैसा खर्च होता है, और जो यात्री सेवा चाहते हैं उन को इसके लिए भुगतान करना चाहिए. वॉल स्ट्रीट पर बैगेज की फीस एक संकेत के रूप में कई देख रहे हैं कि कई एयरलाइन घाटे के वर्षों के बाद हवाई यात्रा की लागत को कवर करने के लिए पर्याप्त पैसे चार्ज कर रहे हैं. अधिकांश ने यद्यपि कैरी - ऑन बैग शुल्क छुआ तक नहीं हैं. Spirit Airlines Inc. ने कैरी - ऑन शुल्क तीन वर्ष पहले पहली बार शुरू किया, और साथी डिस्काउंटर Allegiant एयर ने बाद में. ऐसे एक शुल्क के साथ ही अन्य एयरलाइन हंगेरी की Wizz Air है, जो एयरलाइन सलाहकार जे सोरेनसेन ने कहा,और जो ऐड - ऑन फीस ट्रैक करताहै. उन्होंने कहा कि Spirit के कैरी - ऑन शुल्क $ 50 मिलियन एक वर्ष में लाता है जो दिसम्बर 2011 की रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया. सोरेनसेन, मिडवेस्ट एयरलाइंस के एक पूर्व अधिकारी ने हाल ही में Spirit में उड़ान भरी और यात्रियों को गेट पर कैरी - ऑन असामान्य बैग फीस सामना करना पड़ा है पर आश्चर्य जताया. "बोर्डिंग प्रक्रिया को जो मैं ने अपने एयरलाइन कैरियर में देखा था सहज था," उन्होंने कहा. मुझे दांत पीसना और एक लड़ाई गेट पर बाहर देखने के लिए उम्मीद थी. "विमान भरा था और उन्होंने कहा कि यह lickety-split चढ़ा." Frontier भी कॉफी, चाय, सोडा, या जूस के लिए Spirit' के $ 2 शुल्क का अनुसरण कर रहा है. Frontier नेकहा कि जो यात्री सोडा, या जूस ले लेगा वे संपूर्ण डिब्बा रख सकते हैं, और यह मुफ्त कॉफी केवल एक बार के लिए दे देंगे. यह फिर भी पानी दूर दे देंगे. US एयरवेज संक्षेप में 2008 में पेय पदार्थों के लिए चार्ज करने की कोशिश की, लेकिन यात्रियों के शिकायत के बाद सात महीनों बाद में वे पीछे हट गए और कोई भी अन्य मुख्य एयरलाइन वहाँ होने के बाद का पालन किया. Frontier's के यात्री अगर एयरलाइन से सीधे खरीद नहीं करते हैं तो कैरी - ऑन पर शुल्क चार्ज करने के लिए Frontier के यह कदम अपने स्वयं के वेबसाइट के प्रति ग्राहकों को संचालित करने के अपने ताजा प्रयास है. एयरलाइंस ऑनलाइन ट्रैवल विक्रेता को भुगतान करता है Orbitz इस तरह के $10 से $25 प्रत्येक बिक चुके टिकट के लिए. यही कारण है कि सारे एयरलाइंस एक ऑनलाइन ट्रैवल एजेंसी के माध्यम से जाने के बजाय उन लोगों से सीधे खरीदने के लिए यात्रियों को संचालित करने के लिए एक प्रोत्साहन दिया गया है. Frontier हालांकि, इस क्षेत्र में आगे चला गया है. सितंबर में कई अक्सर उड़ान मील की दूरी पर आधे से देने लगा उन ग्राहकों के लिए जो इन व्यक्तियों से एक ऑनलाइन ट्रैवल एजेंसी से खरीदा था बुधवार को इसने ट्रिप मील के 25 प्रतिशत तक माइलेज अवार्ड घटा दिया. तो, एक ऑनलाइन ट्रैवल एजेंसी से खरीदी गई एक 1000 मील Frontier ट्रिप 250 मील की दूरी अर्जित करेगा. यह भी है कि वे Frontier वेबसाइट से सीधे ही खरीदने पर एकमात्र यात्रियों के लिए अग्रिम में अपनी सीट चुनने की अनुमति देता है. Frontier के डेनवर में अपने घर के शहर में ग्राहकों के एक वफादार बेस है, मगर इसका व्यापार कम होता जा रहा है और यह पैसा खो रहा है. राजस्व में 9 प्रतिशत की गिरावट और इसकी उड़ान क्षमता पहली तिमाही में लगभग 13 फीसदी कम हो गया है, कॉरपोरेट पैरेंट रिपब्लिक एयरवेज होल्डिंग्स इंक के द्वारा बुधवार जारी वित्तीय परिणामों के अनुसार. रिपब्लिक एयरलाइन की बिक्री के भाग के रूप में Frontier के वित्त तय करने की कोशिश कर रहे हैं. एन.एस.ए. ने वेबसाइट क्रैश होने के लिए हैकर्स के बजाय "आंतरिक त्रुटि" पर आरोप लगाया रहस्यपूर्ण राष्ट्रीय सुरक्षा एजेन्सी ने शुक्रवार को कहा कि कुछ तकनीकी कमी के कारण हमारी वेबसाइट कुछ घंटों के लिए बंद हो गई थी, न कि हैकर्स के कारण जैसा कि कुछ लोगों ने ऑनलाइन दावा किया था। खुफिया एजेन्सी ने ईमेल भेजे गए वक्तव्य में कहा, "आज रात्रि को NSA.gov कई घंटों तक पहुंच में नहीं थी, जो पूर्व-निर्धारित अपडेट के दौरान होने वाली आंतरिक त्रुटि के कारण हुआ था।" आज शाम इस समस्या का समाधान हो जाएगा। यह दावा सत्य नहीं है कि यह बाधा, सेवा के वितरित इनकार [डी.डी.ओ.एस.] हमले के कारण आई थी। शाम को ऑनलाइन सर्वर ट्रैकर्स ने पाया था कि एन.एस.ए. की वेबसाइट कम से कम छह घंटों के लिए बंद थी, तथा कुछ उपयोगकर्ताओं के लिए साइट अभी भी पहुंच में नहीं है। एन.एस.ए. के प्रवक्ता ने ए.बी.सी. न्यूज से कहा कि एजेन्सी के आंतरिक, संवेदनशील नेटवर्क के साथ "बिलकुल भी "समझौता नहीं हुआ था। प्रवक्ता ने कहा कि कोई भी वर्गीकृत सूचना खतरे में नहीं है। कम से कम एक हैक्टिविस्ट समूह ने ऑनलाइन दावा किया है कि वे डी.डी.ओ.एस. हमले द्वारा एन.एस.ए. की वेबसाइट बाधित करने के लिए जिम्मेदार हैं। डी.डी.ओ.एस. हमला इस तरह से डिजाइन किया जाता है कि लक्ष्य वेबसाइट पर इतनी अधिक मात्रा में तब तक ट्रैफिक भेजा जाता है, जब तक कि सर्वर ओवरलोड होने के कारण साइट बंद न हो जाए। यह साइबर रणनीति अपेक्षाकृत अपरिष्कृत है तथा हमलों का उद्देश्य लक्ष्य सिस्टम के आंतरिक नेटवर्क को भेदना नहीं होता। भूतपूर्व अत्यधिक रहस्यपूर्ण एन.एस.ए., जिसे कभी "ऐसी कोई एजेन्सी नहीं" का नाम दिया गया था, पिछले महीनों में बहुत अधिक मात्रा में विदेशी और घरेलू जासूसी कार्यक्रमों की घटनाओं के सामने आने से आम लोगों के बीच में चर्चा तथा कटु आलोचना का विषय बन गई है - जो सामूहिक रूप से विरक्त हुए भूतपूर्व एन.एस.ए. अनुबंधकर्ता एडवर्ड स्नोडेन द्वारा गुप्त एन.एस.ए. फाइलों को एजेन्सी से चुराए जाने तथा रहस्योद्धाटन के पश्चात हुआ। एजेन्सी के बारे में इस प्रकार बढ़ते विवाद के कारण, आज रात्रि की घटना के पश्चात ऐसी अटकलें लगाई गईं कि, यह घटना लक्षित साइबर ऑपरेशन का परिणाम थी। द्वापर युग और आज की परिस्थितियों में सामंजस्य दिखाते 'एक और द्रोणाचार्य' कथानक के अनुरूप सुंदर अभिव्यक्ति प्रस्तुत की गई। दिखाया गया कि आज के परिपेक्ष्य में किन बेड़ियों में बंधकर एक गुरु गलत रास्ते पर चलने को बाध्य किया जाता है। नाटक का शुभारंभ सेंट जोसेफ इंटर कालेज के सभागार में मुख्य अतिथि विधायक प्रभुदयाल वाल्मीकि, छावनी परिषद की उपाध्यक्ष शिप्रा रस्तोगी, नरेश कंसल और शक्ति सिंह ने संयुक्त रूप से किया। नाटक में द्वापर युग के द्रोणाचार्य और वर्तमान में एक प्रोफेसर अरविंद की परिस्थितियों की साम्यता को दर्शाया गया था। अनिल शर्मा निर्देशित नाटक में भारत भूषण शर्मा, अनिल शर्मा, विनोद बेचैन, हेमंत गोयल, सीमा समर, वंशीधर चतुर्वेदी, आबिद सैमी, शिवा गजाला, अमित, रमेश, अर्जुन आदि ने किरदारों के साथ पूरा न्याय करते हुए शानदार प्रस्तुति दी। नाटक में प्रकाश व्यवस्था युवा रंगकर्मी जितेंद्र सी. राज और सेट का डिजायन हेमंत कुमार ने की थी। इसके उपरांत समारोह में अप्टा की ओर से साहित्यिक, सांस्कृतिक योगदान करने वाले विभूतियों को विविध अवार्ड प्रदान किया गया। इसमें चरण सिंह विवि के उर्दू विभागाध्यक्ष डा. असलम जमशेदपुरी, वरिष्ठ पत्रकार शंभूनाथ शुक्ला और रंगकर्मी जितेंद्र सी. राज को दिया गया। आयोजन सफल बनाने में कार्यकारिणी के पदाधिकारियों में सचिव सुरेंद्र शर्मा, राकेश कौशिक, आबिद रिजवी आदि का योगदान रहा। विमान की डिलीवरी के रूप में Bombardier के मुनाफे में गिरावट, आदेशों में गिरावट कनाडा के हवाई जहाज और ट्रेन मेकर Bombardier Inc ने गुरुवार को शुद्ध लाभ में 15 प्रतिशत की गिरावट की सूचना दी, अपनी रेलगाड़ी यूनिट में तीसरी तिमाही में और अनुबंध मुद्दों पर उससे कम विमान आदेश और प्रसव द्वारा दबावके रूप में. मॉन्ट्रियल आधारित Bombardier ने भी अपने ब्रांड नए CSeries विमान के लिए किसी भी उड़ान परीक्षण डेटा को रिलीज या विमान अगले सितंबर से वाणिज्यिक सेवा में जाने की अपनी महत्वाकांक्षी कार्यक्रम को पूरा होगा मुद्दों पर एक अद्यतन पेश नहीं किया. परीक्षण विमान की पहली उड़ान के बाद एक और आधा महीने पहले लगभग, यह सिर्फ तीन बार उड़ाया गया है, सवाल उठा है कि परीक्षण चरण ट्रैक पर है या नहीं है. परिणाम पूर्वानुमान से कम गिर गया और शेयर टोरंटो स्टॉक एक्सचेंज में 8 प्रतिशत से अधिक स्लाइडिंग के लिए भेजा है. कैमरून डोरसेन, नेशनल बैंक फाइनेंशियल के साथ एक विश्लेषक शेयर ने गुरुवार को "मात" से "क्षेत्र प्रदर्शन" के लिए अपनी रेटिंग घटा दी थी स्टॉक अगले एक से या दो तिमाहियों के दौरान ऊपर है सीमित है. "कमजोर विमान डिलीवरी ज्यादातर प्रत्याशित रहे थे, हम स्पष्ट रूप से परिवहन में मार्जिन प्रदर्शन से निराश हैं, "डोरसेन ने एक क्लाइंट नोट में कहा. हमें उड़ान के परीक्षण कार्यक्रम की प्रगति के रूप में Bombardier CSeries के लिए नया आदेश प्राप्त होगा. हालांकि, अगर कोई भी नए आदेश आने वाले महीनों में घोषणा नहीं कर रहे हैं, संदेह है कि बाजार कार्यक्रम का सशंकित हो जाएगा. Bombardier को उम्मीद है विमान परिवार अब बोइंग और एयरबस के वर्चस्व वाले बाजार के कम अंत में इसे कटपुलट कर सकते हैं. पहला परीक्षण विमान मार्च में अनावरण किया और देरी के महीने के बाद सितंबर में पहली बार के लिए उड़ान किया गया था. संभावित क्रेता नए जेटलाइनर ईंधन दक्षता और संभावित लागत बचत के बारे में कंपनी के दावों को मान्य करने के लिए उड़ान के परीक्षण के परिणाम के लिए इंतजार करते हैं लेकिन जैसा कि CSeries के लिए पक्का आर्डर 177 तक के मध्यमहैं. 15 ग्राहकों के और के ऑपरेटरों के साथ 403 सम्पूर्ण आर्डर और प्रतिबद्धता उपलब्ध है. मुख्य कार्यकारी अधिकारी पियरे बौडोइन को विश्वास था Bombardier पहले जेट वाणिज्यिक उपयोग में लाने के समय से अपने 300 फर्म आर्डर लक्ष्य को पूरा करेगा. अधिकारियोंने विश्लेषकों और गुरुवार को मीडिया को आश्वस्त किया कि कार्यक्रम अनुसूची के अनुसार चल रहा था. "परीक्षण विमान पूर्वानुमानित तुलना में लंबे समय तक भूमि पर रह था," बौडोइन ने एक कॉन्फ्रेंस कॉल में कहा, इसे भी जोड़कर भूमि परीक्षण और सॉफ्टवेयर अपडेट विमान के अन्तराल के दौरान निर्धारित किया गया . हर निर्माता एक अलग तरीके से शेड्यूल बनाते हैं. हमने एक पहली उड़ान करने के लिए और एक अद्यतन अवधि करने का फैसला किया था है और कहा कि हमने क्या किया है. यही कारण है कि उड़ान कार्यक्रम के माध्यम से सब हो जाएगा. पांच परीक्षण विमानों के दूसरे शेष भाग कुछ ही समय बाद निम्नलिखित के साथ, आने वाले सप्ताहों में उड़ान भरने की उम्मीद है, कंपनी ने कहा फिर भी, विश्लेषकों का मानना है संदेह कर रहे हैं ग्राहक पहले 12 महीनों में अपनी पहली उड़ान के बाद एक CSeries विमान परिचालन शुरू कर सकते हैं . Bombardier ने कहा है कि यह प्रवेश में सेवा (EIS) अनुसूची का मूल्यांकन किया गया और अगले कुछ महीनों में एक अद्यतन प्रदान करेगा. "उड़ान परीक्षण की यह धीमी गति - हालांकि Bombardier के आंतरिक अनुसूची के साथ लाइन में - हमारे विचार को पुष्ट करताहै किप्रवेश में सेवा को Q1/15 में धकेल दिया जाएगा ," डोरसेन ने कहा . 30 सितंबर को समाप्त तीसरी तिमाही के लिए, Bombardier के शुद्ध लाभ एक साल पहले $ $147मिलियन, या प्रति शेयर 8 सेंट, $172मिलियन, या प्रति शेयर 9 सेंट तक गिर गया. प्रति शेयर समायोजित आय 9 सेंट पर अपरिवर्तित रहे. राजस्व $4.2 बिलियन डॉलर से $ 4.1 बिलियन मामूली डूबा. विश्लेषकों थॉमसन रॉयटर्स I/B/E/S के अनुसार, 10 प्रति शेयर सेंट और $4.56 बिलियन के राजस्व की आय मिलने की उम्मीद थी. दुनिया की चौथी सबसे बड़ी विमान निर्माता ने कहा कि एक वर्ष पहले 57 से नीचे, तिमाही के दौरान 45 विमान सुपुर्द किया गया शुद्ध आदेश 83 से 26 विमान तक गिर गया. एयरोस्पेस डिवीजन में बैकलॉग 30 सितम्बर पर $32.9 बिलियन था,31 दिसंबर से कोई बदलाव नहीं. "एयरोस्पेस, परिणाम हमारे मार्गदर्शन के साथ लाइन में थे, लेकिन निम्न क्रम के सेवन और कुल मिलाकर बाजार की स्थिति एक निराशा रहे थे," बौडोइन ने कहा . एयरोस्पेस राजस्व में 2 अरब डॉलर में 13 प्रतिशत की गिरावट. Bombardier ने कहा कि दुनिया की सबसे बड़ी ट्रेन निर्माता, डिवीजन में राजस्व में $2.1 बिलियन के लिए लगभग 11 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी. परिवहन इकाई में आदेश बैकलॉग रहे थे $32.6 बिलियन के लगभग 30 सितंबर के, ऊपर मामूली 31 दिसंबर से. परिवहन प्रभाग के मार्जिन में कुछ बड़े अनुबंध में भी निष्पादन के मुद्दों से प्रभावित हुए थे. कार्यकारी अधिकारियों ने कहा कि नए मार्गदर्शन चौथी तिमाही में प्रदान किए जाएंगे. Bombardier के शेयरों में , जिसमें Google Inc के मुख्य वित्तीय अधिकारी पैट्रिक पिचेट बोर्ड की शामिल होने घोषणा की, गुरुवार को मध्य दोपहर के कारोबार में भी C $ 4.83 पर नीचे 8.5 के प्रतिशत थे. ब्राजील के एमब्रेयर एसए, दुनिया के तीसरे सबसे बड़े व्यावसायिक विमान निर्माता और Bombardier के निकटतम प्रतिद्वंद्वी, गुरुवार को तिमाही लाभ में 10 प्रतिशत की गिरावट की सूचना दी. नई रिसर्च से यह पता चला है कि हम सुबह के समय पूरी ईमानदारी और समर्पण के साथ काम करते हैं। किसी से झूठ नहीं बोलते और चोरी करने या धोखा देने जैसा ख्याल मन में नहीं आता। लेकिन शाम होते ही हमारा मन बदल जाता हैं और हम आदर्श को एक तरफ रख नियम के खिलाफ चलने लगते है। हार्वर्ड यूनिवर्सिटी और यूटॉ के डेविड एक्लस स्कूल ऑफ बिजनेस के इस रिसर्च में शोधकर्ताओं ने कई रोचक तथ्य दिए हैं। रिसर्चर्स के मुताबिक, सुबह काम का तनाव न होते हुए हम नैतिक मूल्यों को तरजीह देते हैं, लेकिन शाम होते ही थकान या अधिक प्रेशर की वजह से ईमानदारी घट जाती है। इसके लिए रिसर्चर्स ने दो प्रयोग किए। उन्होंने कुछ लोगों से कंप्यूटर स्क्रीन पर बिंदुओं की संख्या बताने को कहा। मसलन, लोगों को यह बताना था कि बिंदु बाईं तरफ अधिक है या दाईं तरफ। हिस्सा लेने वालों को कहा गया कि अगर वे सही जवाब के बजाए गलत जवाब देंगे तो उन्हें पैसे दिए जाएंगे। इस एक्सपेरिमेंट में देखा गया कि सुबह 8 से 12 के बीच जिन लोगों पर प्रयोग किया गया उन्होंने कोई गलती नहीं की और सही जवाब दिया। वहीं दोपहर 12 से शाम 6 बजे के बीच लोगों पर प्रयोग करते समय पाया गया कि उन्होंने अपने उसूलों को ताक पर रखकर जानबूझकर गलत जवाब दिए। इससे रिसर्चर्स यह साबित करने में कामयाब हो गए कि सुबह पैसों के लालच से हमारी ईमानदारी पर कोई फर्क नहीं पड़ता, लेकिन शाम होते ही हम नैतिकता को तवज्जो देना बंद कर देते हैं। यह रिसर्च साइकोलॉजिकल साइंस के ताजा अंक में प्रकाशित हुई है। लूटपाट के बाद बदमाश तमंचे लहराते हुए फरार हो गए। परिजनों ने घायल को गंभीर अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया है। मढ़ी गांव निवासी सुंदर पुत्र सोहनवीर अभी हाल ही में विद्युत विभाग से अवर अभियंता के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। बुधवार को वह सिंडिकेट बैंक की भोला स्थित शाखा से 44 हजार रुपये निकालकर साइकिल से घर लौट रहे थे। भोला-मढ़ी मार्ग पर पीछे से आए बाइक सवार दो बदमाशों ने सुंदर से 44 हजार की नकदी लूट ली। सुंदर ने विरोध किया तो बदमाशों ने उनके पेट में गोली मार दी ,जिससे वह घायल हो गए। जानकारी पर पहुंचे परिजनों और ग्रामीणों ने उन्हें गंभीर हालत में मेरठ के अस्पताल में भर्ती कराया। समाचार लिखे जाने तक मामले में कोई रिपोर्ट दर्ज नहीं हो सकी थी। बता दें कि तीन दिन पूर्व भी इसी बैंक से घर लौटते समय अम्मानुलापुर निवासी जसवीर को बाइक सवार दो बदमाशों ने गोली मारकर घायल कर दिया था। पुलिस इनके अलावा हाल ही में हुए कई और मामलों का खुलासा भी नहीं कर पाई है। इधर, एसओ सुमेर सिंह यादव ने दावा किया कि घटनाओं का जल्द खुलासा कर दिया जाएगा। होटल कर्मियों ने विरोध किया तो मारपीट शुरू कर दी। बीच बचाव करने आए होटल मालिक के छोटे भाई आरके सिंह के साथ नशे में धुत सांसद के बेटे ने हाथापाई शुरू कर दी। इसी बीच वहां और कई लोग आ गए। मारपीट कर रहे युवक को पकड़ने की कोशिश की तो उसने रिवाल्वर से फायरिंग कर दी। फायरिंग से इलाके में सनसनी फैल गई। इस पर होटल कर्मियों ने उसे धर दबोचा और खबर देकर पुलिस को बुला लिया। थाने पर पहुंचे होटल मालिक मुन्ना सिंह ने भदोही जिले के कोइराना थाने के बेरवा पहाड़पुर निवासी सांसद गोरखनाथ पांडेय के बेटे आनंद पांडेय के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर कराई। जिस पर पुलिस ने उसे आनंद को गिरफ्तार करते हुए रिवाल्वर जब्त कर ली। हंडिया इंस्पेक्टर अशोक सारस्वत के मुताबिक प्रतापगढ़ के खभोर निवासी मुन्ना सिंह नेशनल हाईवे पर राग दरबार नामक होटल चलाता है। रात करीब आठ बजे आनंद पांडेय होटल पहुंचा और खाने का आर्डर दिया। खाना बनने में देरी हुई तो उसने गाली-गलौज, मारपीट और फायरिंग शुरू कर दी। आनंद शराब के नशे में था और होटल कर्मियों को जान से मारने की धमकी भी दी। इंस्पेक्टर का कहना है कि होटल भीटी गांव के समीप है और भदोही जिले से सटा हुआ है। श्री बिग को पुलिस जांच के बारे में गुप्त सूचना देने वाले कोकेन के आदी वकील को कारावास 42 वर्षीय बशरत डिट्टा कुख्यात अपराधी नील स्कारबोरो को सूचना दिया करता था अधिवक्ता को लगता था कि उसकी गोपनीय नशीली दवा की लत के बारे में लोगों को पता लग सकता है उसे लिवरपूल क्राउन कोर्ट ने तीन वर्ष जेल की सजा दी थी बचाव पक्ष के शीर्ष वकील को, जिसने श्री बिग को मुख्य पुलिस जांच के बारे में बताया, क्योंकि उसे डर था उसकी नशीली दवा की उसकी गुप्त लत के बारे में लोगों को पता चल जाएगा, तीन वर्ष का कारावास हुआ है। 42 वर्षीय बराशत डिट्टा अपनी कोकेन की लत के चलते समझौता करने के पश्चात, कुख्यात अपराधी नील स्कारबोरो को उसकी नशीली दवा तस्करी क्रियाकलापों की जांच के बारे में संवेदनशील गोपनीय सूचनाएं प्रदान करता था। इस अधिवक्ता को, जिसे "बैश" का उपनाम दिया गया था, तथा जिसकी अपराधियों द्वारा "टॉप ब्रीफ" के रूप में प्रशंसा की गई थी, स्कारबोरो में पुलिस निगरानी संचालन के पश्चात वर्ष 2011 में उसके घर से गिरफ्तार किया गया था, जिसका उसने पिछले नारकोटिक्स ट्रायल में प्रतिनिधित्व किया था। अधिकारियों ने 32 वर्षीय स्कारबोरो को ब्लैकबर्न, लंकाशायर, में वकील के घर में कोकेन के तीन बैग रखते हुए देखा था, जबकि वह अपने सहकर्मियों के साथ लॉ सोसायटी डिनर के लिए बाहर गया हुआ था। डिट्टा के बालों, उसके बटुए, तथा उसके क्रेडिट कार्ड में कोकेन के कण मिलने के पश्चात जांच में पता चला कि डिट्टा ए श्रेणी की नशीली दवाओं का "नियमित उपयोगकर्ता" था। जनवरी से अगस्त 2011 के बीच आठ महीने की अवधि के दौरान, उसने स्कारबोरो तथा उसके सहयोगी की ओर से दो लोगों की गिरफ्तारी के बारे में अवैध रूप से सूचना प्राप्त करने का प्रयास किया। लंकाशायर, कुम्ब्रिया, मर्सेसाइड, बर्कशायर तथा वेस्ट यॉर्कशायर में संचालन कर रहे हीरोईन तथा कोकेन गिरोह की मुख्य जांच के हिस्से के रूप में उस समय पुलिस द्वारा सभी चार संदिग्धों की निगरानी की जा रही थी। उसमें 32 अन्य व्यक्ति थे, जिन्हें पुलिस द्वारा कई छापों के दौरान 1.5 मिलियन पाउंड कीमत की हीरोईन और कोकेन, और 200,000 पाउंड से अधिक नकद जब्त किए जाने के पश्चात जेल भेजा गया था। 42 वर्षीय डिट्टा अपराधियों को सूचना प्रदान किया करता था, क्योंकि उसे डर था कि उसकी कोकेन की लत के बारे में लोगों को पता न चल जाए। ब्लैकबनर्ड में स्थिति क़ानून फर्म फ़ोर्ब्स सॉलिसिटर्स में कार्यरत डिट्टा, लिवरपूल क्राउन कोर्ट में तीन सप्ताह तक चले ट्रायल के पश्चात न्याय के मार्ग को बाधित करने के दो मामलों में दोषी पाए जाने के पश्चात आज लिवरपूल क्राउन कोर्ट में अपयश का सामना कर रहा था। उसने पहले की सुनवाई में कोकेन रखने के बारे में स्वीकार किया था। वकील का बुरा समय उस समय आरम्भ हो गया जब स्कारबोरो की जांच करते समय पुलिस को पता चला कि वह फरवरी 2011 से डिट्टा के साथ नियमित रूप से फोन पर सम्पर्क में था। दो जासूसों ने संदिग्ध का पीछा किया तथा उसे डिट्टा के घर में आते हुए तथा ब्लैक गोल्फ ग्लॉव में वकील की बिन के नीचे 60 प्रतिशत से अधिक शुद्धता वाली नशीली दवा रखते हुए देखा। नशीली दवा रखे जाने के पश्चात स्कारबोरो डिट्टा के साथ नियमित रूप से फोन पर सम्पर्क में था, जो ब्लैकर्न रोवर्स फुटबॉल स्टेडियम, ईवुड पार्क में डिनर के लिए बाहर गया था। वकील को घर पहुंचने पर पता चला कि वहां नशीली दवा रखी थी तथा उनके बीच में नौ बार संवाद हुआ था। न्यायालय में सुनवाई हुई कि डिट्टा के बालों, बटुए और क्रेडिट कार्ड्स पर ए श्रेणी की नशीली दवा के सुराग पाए जाने पर परीक्षण में उसे कोकेन का "नियमित उपयोगकर्ता" पाय गया था। डिट्टा को बाद में गिरफ्तार किया गया, लेकिन उसे कोकेन का उपयोग करने की बात से मना कर दिया तथा कहा कि वह संदिग्ध डीलर से बात कर रहा था, क्योंकि वह उसका क्लाइंट था तथा कहा कि उनकी चर्चा "विधिक विशेषाधिकार" का विषय थीं। अपनी गिरफ्तारी के दौरान डिट्टा ने अपना बटुआ निकालकर बहुत से क्रेडिट कार्ड हटाने का प्रयास किया, लेकिन उन्हें जब्त कर लिया गया था, तथा उसके बालों का नमूना लिया गया था। पुलिस साक्षात्कार में उसने कहा कि वह अपने कार्य-स्थल के साथ-साथ अपने घर से भी कार्यालय चलाता था, तथा उसके क्लाइंट विधिक मामलों के लिए उसके घर पर फोन करते थे। गिरफ्तार हुए मुख्य व्यक्तियों द्वारा यह बताने के पश्चात कि जासूस उनके बारे में क्या जानते थे, न्यायालय सुनवाई में कहा गया कि डिट्टा नशीली दवा आपूर्ति शृंखला के प्रमुख लोगों को फोन किया करता था, जिसमें से कुछ लोगों का केस उसने पहले प्रस्तुत किया था। अभियोजन पक्ष की ओर से एनी व्हाइट ने कहा कि: "आपराधिक अधिवक्ता को कानून नहीं तोड़ने के बारे में सबसे अच्छी तरह पता होना चाहिए।" श्री डिट्टा पर आपराधिक अधिवक्ता के रूप में अपने पद का दुरुपयोग करने, अपने विशिष्ट क्लाइंट के साथ बहुत अधिक जुड़ने का आरोप है। हम सामान्य नशीली दवा डीलर के सम्बन्ध के बारे में नहीं, बल्कि ऐसे डीलर के बारे में बात नहीं कर रहे हैं जो अपने वकील को नशीली दवा प्रदान कर रहा है। उनकी कुछ बातचीत निश्चित रूप से बिना किसी संदेह के विधिक रही होंगी, क्योंकि वह वकील था। लेकिन वह वकील-क्लाइंट सम्बन्ध की अपनी सीमा से कहीं आगे निकल गया। उसने जितना संभव था, पुलिस की जांच को बाधित किया ताकि वे अपनी आपराधिक गतिविधियों को जारी रखने में सक्षम बने रहें। श्री डिट्टा अपने पेशे का सम्मान नहीं, बल्कि अपमान कर रहे थे। उसने कुछ निश्चित क्लाइंट से बहुत अधिक नजदीकियां बना लीं, खास तौर पर स्कारबोरो से, तथा उसने अपनी स्वतंत्रता से समझौते की अनुमति दी। डिट्टा ने किसी भी गलत कार्य से इनकार किया तथा दावा किया कि: "यदि मैं भ्रष्ट वकील होता, जो मैं नहीं हूँ, तथा यदि मैं श्री स्कारबोरो को सूचना प्रदान करना चाहता तो मैं 15 घंटों तक प्रतीक्षा नहीं करता, बल्कि मैं तुरन्त यह काम करता। लेकिन सुनवाई के पश्चात लंकाशायर पुलिस के सुपरिन्टेन्डेन्ट ली हैलस्टेड ने कहा कि: "श्री डिट्टा ने जिस समय संगठित अपराधियों से नशीली दवा प्राप्त करना शुरू किया, उसी समय उन्होंने खुद को आपराधिक अधिवक्ता से अपराधी में परिवर्तित कर लिया।" अपनी कोकेन की लत कारण उन्होंने अत्यधिक समझौता कर लिया तथा संगठित अपराध समूहों के अग्रणी सदस्यों के उद्देश्यों के प्रति बहुत अधिक कमजोर हो गए, जिन्होंने उसका उपयोग पुलिस जांच से सम्बन्धित महत्वपूर्ण सूचना प्राप्त करने के लिए किया। अधिवक्ताओं को सत्यनिष्ठा का उच्चतम मानक बनाए रखना चाहिए, तथा लोगों में विश्वास और आत्मविश्वास भरना चाहिए। श्री डिट्टा ने इस विश्वास के साथ धोखा किया है तथा अपने पेशे आड़ में बचने का प्रयास किया है। लंकाशायर की गंभीर तथा संगठित अपराध इकाई ने श्री डिट्टा की जांच की, जिसमें उन्हें कोकेन रखने तथा अब न्याय के मार्ग को बाधित करने की तीन घटनाओं का दोषी भी पाया गया, जो अपराधियों को न्यायालय में लाने के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करता है। इस मामले को अपराधियों के लिए चेतावनी का काम करना चाहिए कि कोई भी व्यक्ति कानून की पहुंच से दूर नहीं है। हम आपको खोज निकालेंगे तथा न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत करेंगे। स्कारबोरो को हीरोईन, कोकेन तथा भांग की आपूर्ति करने के लिए षड्यंत्र करने का दोषी पाए जाने के पश्चात 14 वर्ष का कारावास दिया गया। गिरोह में शामिल पैंतीस अन्य सदस्यों को नशीली दवा अपराधों के लिए कुल 153 वर्ष के लिए कारावास भेजा दिया गया। अपनी वेबसाइट पर डिट्टा ने अपने बारे में प्रश्न और उत्तर सत्र दिया, जिसमें उसने कहा कि उसकी फैन्टैसी जॉब होगी अमेरिका में मृत्यु दंड वाले क्लाइंट के लिए वकील बनना, मोहम्मद अली का उनका डिनर मेहमान होना तथा असमानता उनके कार्य के लिए प्रेरणा होना। विवादित मीडिया कानून पर केन्या का प्रेस आक्रोशित समाचार पत्र ने विधेयक को असंवैधानिक के रूप में चुनौती देते हुए कहा कि "यह भयावह स्थान है, तथा यह पूछना वैध है कि: आने वाले कल में संसद द्वारा न्यायपालिका की स्वतंत्रता छीनने से रोकने के लिए क्या है?" कैपिटल ग्रुप - जो केन्या के सबसे प्रतिष्ठित स्वतंत्र रेडियो स्टेशन तथा समाचार वेबसाइट कैपिटलएफएम. की संचालक कम्पनी है, के प्रबन्ध निदेशक साइरस कमाऊ ने कहा कि "यह कानून क्रूर तथा बहुत ही दंडात्मक है, तथा हम इसे अस्वीकार करते हैं।" उन्होंने कहा कि नया मीडिया न्यायाधिकरण "हमेशा पक्षपातपूर्ण रहेगा, क्योंकि यह सरकार का ही अंग है" तथा कहा कि विषय-वस्तु और विज्ञापन पर प्रतिबन्ध लगाया जाना, वैश्विक अर्थव्यवस्था में केन्या के स्थान को नुकसान पहुंचाएगा। उन्होंने कहा कि "मैं उम्मीद करता हूँ कि राष्ट्रपति हमारी बात सुनेंगे, तथा हम उनसे अपील करते हैं कि वे इस विधेयक को अस्वीकृत करके एम.पी. लोगों को वापस भेज दें।" दि स्टार समाचार-पत्र के अनुसार, नया विधेयक सरकार को "मीडिया पर सख्त नियंत्रण" प्रदान करेगा, जबकि दि स्टैन्डर्ड ने कहा कि केन्या में लोकतंत्र तथा बोलने की स्वतंत्रता "को तगड़ा झटका लगा" है तथा इस विधेयक को क्रूर बताया है। इस विधेयक को, सितम्बर में वेस्टगेट शॉपिंग मॉल में इस्लामी बंदूकधारी द्वारा हमला करने के पश्चात राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत बनाने के उपायों में से के रूप में पारित किया जा रहा है। केन्या की मीडिया ने हमले वाली जगह पर भेजे गए दस्तों के सिक्योरिटी कैमरा फुटेज का प्रसारण कर दिया था, जिसमें उन्हें मॉल को सोउद्देश्य रूप से लूटते हुए दिखाया था, जिसके कारण अधिकारीगण केन्या के मीडिया से नाराज हो गए थे। पुलिस प्रमुख डेविड किमायो ने दो पत्रकारों और मीडियाकर्मी को पूछताछ के लिए समन भेजा था, यद्यपि मीडिया द्वारा हंगामा करने के पश्चात इस समन को वापस ले लिया गया था। नए विधेयक के अन्तर्गत मीडिया कम्पनियों पर 2 करोड़ केन्याई शिलिंग तथा अलग-अलग पत्रकारों को दस लाख केन्याई शिलिंग पर जुर्माना किया जा सकता है तथा, उसके अतिरिक्त "सूची से हटाए जाने" अथवा आधिकारिक प्रेस मान्यता न दिए जाने का अतिरिक्त जोखिम अलग रहेगा। दंड का भुगतान न किए जाने पर न्यायाधिकरण के पास उल्लंघनकर्ता की सम्पत्ति जब्त करने का अधिकार भी है। डेली नेशन के अनुसार "अधिकांश एफ.एम. स्टेशनों की नींव हिलाने के लिए एक अर्थदंड ही पर्याप्त है।" इसने यह भी कहा कि इन उपायों के कारण उस परविनाशकारी प्रभाव हो सकते हैं जिसक केन्या के "जीवंत ब्लॉगोस्फेयर" के रूप में वर्णन किया जाता है। मीडिया का मुह बंद करने के द्वारा राजनेता जानते हैं कि वे अपनी मनमानी कर सकते हैं। नेशन के पत्रकार मुटुमा मैथ्यू केन्याई मीडिया का सार्वजनिक जीवन में नियंत्रण और संतुलन के प्रमुख स्रोत के रूप में वर्णन करते हुए लिखते हैं "किसी को कभी पता भी नहीं चलेगा।" उन्होंने लिखा "राजनेताओं पर छोड़ दिए जाने पर वे देश को दिवालिया करके हमें वापस शिकार और जमा वाले युग में पहुंचा देंगे।" अतीत में केन्याई विधिनिर्माताओं को लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ा है। मई में उन्होंने राष्ट्रीय वेतन आयोग द्वारा आदेशित कटौतियों को अस्वीकार करने के पक्ष में मत दिया था, तथा लगभग 532,000 शिलिंग प्रतिमाह, कर मुक्त तगड़े वेतन को बहाल किया था, जिसे दुनिया उच्चतम में से माना जाता है। दुनिया के सबसे अमीर भारतीय मुकेश अंबानी की पत्‍नी का बर्थ डे यूं तो एक नवंबर को है, लेकिन जैसे ही 30 अक्‍टूबर की रात घड़ियों ने बारह बजा, पूरा जोधपुर नीता अंबानी के बर्थडे से गूंजने लगा। इससे पहले जश्न का माहौल पूरी तरह एआर रहमान की टीम की परफॉर्मेंस से बन चुका था। रात 8 बजे शुरू हुए इस म्यूजिकल नाइट में रहमान अपने सिग्नेचर सांग्स की प्रस्तुति दी। डांस के खूबसूरत रंग घोलेंने के लिए प्रियंका चोपड़ा मंच पर थीं। नीता अंबानी के बर्थ डे में शामिल होने वाले मेहमानों के लिए करीब 32 चार्टर जोधपुर पहुंचे। जोधपुर एयरपोर्ट पर पार्किंग की स्‍पेस कम होने की वजह से चार्टर जयपुर, दिल्‍ली, उदयपुर और जोधपुर में पार्क किया गया। इसी तरह 135 लक्जरी कारें जिनमें बीएमडब्‍ल्‍यू और जुगआर मंगवाई गई। सूद ने कहा कि शहर में सफाई व्यवस्था, स्ट्रीट लाइट बिल्कुल फेल हो चुकी है। पंचकूला के सिटी सेंटर को चलाने के लिए नगर निगम एवं हुडा द्वारा कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है। उन्होंने पंचकूला से गृहकर पूरी तरह समाप्त करने की माग की है। यहां शुक्रवार को एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए वीके सूद ने कहा कि नगर निगम चुनावों के बाद शहर को नए पार्षद एवं मेयर तो मिल गई हैं, लेकिन इनके पास काम करवाने की शक्तिया ही नहीं है। इसके चलते शहर के पार्षद एक डम्मी बन गए है और अधिकारी अपने हिसाब से ही काम कर रहे है। सूद ने कहा कि नगर निगम के पास करोड़ों रुपये पड़े है, लेकिन सारा पैसा बैंकों में एफडी के रूप में जमा करवाकर ब्याज वसूला जा रहा है। परतु पैसा शहर के विकास पर लगाने के लिए कोई कदम नहीं उठाया जा रहा। वीके सूद ने कहा कि डपिंग ग्राउंड की समस्या सबसे गंभीर है। सेक्टर 23 में डपिंग ग्राउंड बनाने के कारण घग्गर पार सेक्टरों में रहने वाले लोग पिछले कई वर्षाें से नारकीय जिंदगी जीने को मजबूर हैं। नगर निगम के अधिकारी पिछले कई वर्षाें से गाव झूरीवाला में डपिंग ग्राउंड को शिफ्ट करने की बात कर रहे हैं, लेकिन बरवाला क्षेत्र के लोग तो पहले ही मक्खियों की गंभीर समस्या से दो-चार हो रहे है। उन्होंने कहा कि गावों में स्वास्थ्य सेवाओं एवं शिक्षा व्यवस्था की हालत बिल्कुल खराब हो चुकी है। ग्रामीण क्षेत्र में लोगों को सुविधाएं देने के लिए आज तक कोई काम शुरू ही नहीं हुआ। यू.एन. ने निर्धनता से निपटने के लिए नए लक्ष्य निर्धारित किए संयुक्त राष्ट्र तत्काल ही लक्ष्यों के नए समूह पर कार्य आरंभ करने वाला है, जो सहस्राब्दि विकास लक्ष्यों का स्थान लेंगे, जिन्हें वैश्विक निर्धनता से निपटने के लिए 12 वर्ष पहले आरंभ किया गया था। वर्ष 2015 में समाप्त हो रहे एम.डी.डी. को प्रतिस्थापित करने के लिए, "संवहनीय विकास लक्ष्यों" को आगे बढ़ाने में ऑस्ट्रेलियाई राजनयिक ने रिओ डे जैनेरो में रात भर में आरंभ हुए संवहनीय विकास शिखर सम्मेलन से ठीक पहले महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इन्हें दस्तावेज के अंतिम प्रारूप में शामिल किया गया था, जिसका शिखर सम्मेलन के दौरान सुश्री गिलार्ड समेत विश्व नेताओं द्वारा समर्थन किया जाएगा। यू.एन. महासचिव बैन कि-मून ने रात्रि शिखर सम्मेलन में कहा कि "राष्ट्रीय हितों से ऊपर उठने" का समय आ गया है। उन्होंने कहा कि "मुझे बहुत प्रसन्नता है कि सदस्य देश सार्वभौमिक संवहनीय विकास लक्ष्य स्थापित करने हेतु प्रक्रिया आरंभ करने तथा उसका स्वामित्व लेने के लिए सहमत हो गए हैं।" ये एस.डी.जी. सहस्राब्दि विकास लक्ष्यों के अन्तर्गत हमारे विकास पर आधारित होंगे, तथा ये 2015 के पश्चात विकास रूपरेखा का समग्र अंग होंगे। एम.डी.जी. की सफलता पर आधारित संवहनीय विकास लक्ष्यों के हमारे दूरगामी उद्देश्यों को पूर्ण करने के लिए हमारे सदस्य देशों द्वारा मुझे दिए गए अधिदेश का क्रियान्वयन करने के लिए मैं हरसंभव प्रयास करूंगा। मोजाम्बिक की सुरक्षा चिंता का विषय ताकतवर शख्सियतों टकराव के रूप में बढ़ते हैं मोजाम्बिक संस्थापक राष्ट्रपति सैमोरा की एक मूर्ति के साथ, जो उन पर नीचे घूर रही थी, केंद्रीय मापुटो में एकत्र हुए हजार लोग एक दुर्लभ सार्वजनिक प्रदर्शन में शांति के नारे के लिए. "हम शांति वापस चाहते हैं, हम स्थिरता चाहते हैं," वैनेसा डी सुसा, एक निवेश कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने कहा. अपने देश के भविष्य के बारे में भयभीत, उसने एकपुर्तगाली में "हम सुरक्षा की मांग करतेहैं" छपा टी शर्ट से उसकी कॉर्पोरेट पोशाक बदली और वो गुरुवार को राजधानी स्वतंत्रता स्क्वायर के भीड़ में शामिल हुई. दो हफ्तों के लिए सरकारी फौजों तथा रे नमो के बीच संघर्ष लगभग प्रतिदिन रिपोर्ट किया गया है,एक शांति समझौते के 20 से अधिक साल पहले बाद से. रे नमो एक बार शुरू में देश के स्वतंत्र सरकार को अस्थिर करने के प्रयासों के हिस्से के रूप में उसके बाद सफेद शासित रोडेशिया तथा दक्षिण अफ्रीका के रंगभेद सरकार द्वारा समर्थित आंदोलन का एक कुख्यात विद्रोही था. 1992 के शांति समझौते के बाद, यह एक विपक्षी पार्टी बन गई. विश्लेषकोंका मानना है देश के पूर्ण विकसित संघर्ष में वापस लौटने की संभावना नहीं है, लेकिन हाल ही के घटनाओं ने विदेशी निवेशकों और स्थानीय लोगों कोंहतोत्साह किया है. दांव तेजी से बढ़ रही अर्थव्यवस्था के लिए उच्च रहे हैं पश्चिमोत्तर के विशाल अपतटीय गैस के भंडार और कोयले के भंडार की खोज की रियो टिंटो, ब्राजील के वेल, Eni सहित कंपनियों में से कुछ अगले साल $ 50bn से अधिक के निवेश में से ला सकता है. सत्तारूढ़ Frelimo पार्टी, 1975 के बाद से प्रमुख राजनीतिक शक्ति, तथा रे नमो तनाव के लिए एक दूसरे को दोषी ठहराते हैं. रे नमो का कहना है कि सरकार ने 17 अक्टूबर को सोफा ला प्रांत, परंपरागत एक रे नमो गढ़, में इसके सदस्यों पर हमले शुरू करके नवीनतम संघर्ष शुरू किया पूर्व विद्रोहियों पर हमले और फिर बढ़ने से सरकारी बलोंने रेनमो ठिकानों पर हमला किया और अफ़ोंसो ढाका मा, समूह के नेता, फर्नांडो माझांग, रे नमो के प्रवक्ता को मारने की कोशिश की फाइनेंशियल टाइम्स को बताया. सरकार सैनिकों पर हमला करने का आरोप लगाते हुए टकराव को ट्रिगर के लिए रे नमो को दोषी मानते हैं. राष्ट्रपति अर्मांडो जीबुझां ने अस्थिरता के बारे में चिंताओं को बेक़दर करने कीमांग की है. श्री जीबुझां ने बुधवार को एएफपी, फ्रांसीसी समाचार एजेंसी से कहा कि श्री ढाकामा ने खुद को एक "हारे" रूप में देखा था "जो भी हो उसकी सेनाओं के साबित करने की कोशिश करने बनी हुई है कि वह सरकार पर अपने ही निर्णय को लागू कर सकते हैं ." फ्री लिमो तथा रे नमो दोनों ही जोर देते हैं कि वे युद्ध से बचना चाहते हैं . श्री माझांग को यह कहते हुए उद्धृत किया गया था रे नमो ने1992 शांति समझौते को रद्द कर दिया गया था लेकिन बाद में फिर चिंता का विषय हो गए हैं . उन्होंने FT को बताया का मतलब है किवह समझौता फ्री लिमो के द्वारा सम्मानित किया नहीं जा रहा है हमारी दृष्टि समझौता वार्ता के लिए वापस आना है, लेकिन गंभीरता से," श्री माझांगने कहा. दोनों पक्षों के बीच पिछली वार्ता इस साल के संघर्ष की एक श्रृंखला की शह तनाव कम करने के लिए कुछ खास नहीं किया. "यह साथ साथ लड़ रहे दो बड़े आदमी ( जीबुझांऔर ढाकामा) उनके बारे में है," यूसुफ हान लंदन ओपन यूनिवर्सिटी में एक व्याख्याता तथा मोजाम्बिक विशेषज्ञ ने कहा. उनमें से न तो अच्छे वार्ताकार हैं तथा उनमें से न तो आवश्यक है कि रियायतें के प्रकार बनाने के लिए तैयार रहे हैं. रे नमो, चुनाव सुधारों के लिए जोर देता रहा है , ने पहले से ही नवंबर में होने वाले नगर निगम चुनावों के बहिष्कार के बारे में कहा था. राष्ट्रपति तथा संसदीय चुनाव अगले वर्ष के लिए निर्धारित हैं. कुछ टिप्पणीकारों ने सरकार से रियायतों तथा आर्थिक लूट को जीतने के लिए एक रुग्ण आंदोलन के प्रयास के रूप में बल के अपने प्रयोग के व्याख्या की है. मतदान में रे नमो की हिस्सेदारी 1992 के बाद से कमी आ रही है, जबकि एक नए पार्टी, एक पूर्व रे नमो सदस्य द्वारा बनाई गई थी जिसमें मोजाम्बिक (एमडीएम) के डेमोक्रेटिक मूवमेंट, चुनावों में अपने प्रदर्शन के सुधार की उम्मीद है . श्री माझांग श्री जीबुझांको कहते हैं- जो अगले वर्ष अपने दूसरे कार्यकाल की समाप्ति पर पद छोड़रहे हैं - देश के लोकतंत्र को नष्ट करना चाहता है. "वह बहुदलीय लोकतंत्र नहीं चाहता है, वह राष्ट्रपतित्व को छोड़नानहीं चाहता है क्योंकि वह शांति नहीं चाहता है पारदर्शी चुनाव नहीं चाहता है, "श्री माझांग ने कहा.. किस प्रकार की क्षमता रे नमो की है स्पष्ट नहीं किया है, लेकिन यह एक प्रमुख उत्तर दक्षिण राजमार्ग पर पुलिस स्टेशनों और वाहनों पर व्यवधानकारी हिट एंड रन के दौरे उन्होंने किए हैं.. झड़पों के अधिकांशसोफा ला प्रांत मेंहै, जोमापुटो के उत्तर में कई सौ किलोमीटर की दूरी पर है, जिसमें मेजबान बीरा पोर्ट है जो रियो टिंटो और घाटी सहित खनिक, कोयला निर्यात करने पर भरोसा करते हैं . रे नमो लाइन पर हमला करने की धमकी के बाद जून महीने में रियो लगभग एक सप्ताह के लिए रेल्वे ने अपने प्रयोग को निलंबित कर दिया. रे नमो इस खतरे को दोहरा पाएंगे या नहीं लगभग पूछे जाने पर श्री माझांगविनीत था. रे नमो "चीजें मोजाम्बिक में अच्छी तरह से नहीं जा रहे थे जो अंतरराष्ट्रीय समुदाय को आगाह करना चाहते थे, श्री माझांग ने कहा. अस्थिरता की सरकार ने कुंठाओं को और बढ़ा दिया, फर्नांडो लीमा, मीडिया कॉप,कहते हैं,जो एक स्वतंत्र मीडिया कंपनी के प्रधानहै , कई लोग भी भ्रष्टाचार, विकास की धीमी गति और अपहरणों की हाल की बाढ़ बारे में चिंतित है . "लोगों को देश भविष्य के लिए जिम्मेदार लोगों को सरकार और राष्ट्रपति हैं, और लगता है कि वह समस्याओं के लिए समाधान को खोजने के लिए एक होना चाहिए, "वे कहते हैं. ओमार सल्तनत, एक प्रदर्शक, लोगों को अभी भी स्थायित्व चाहिए. "कोई भी रे नमो और फ्री लिमो के बारे में परवाह नहीं है, वे बस फिर शांति चाहते हैं, वे सड़कें के लिए स्वतंत्र पहुँच चाहते हैं," उन्होंने कहा. बच्चों कों "जीवन के लेखक का एक तरीके के लिए मॉडल के रूप में ",मिथकों और किंवदंतियोंकों सिखाया जाना चाहिए. थोर की कहानियाँ दिखा सकता था"क्रूर ताकत में सूक्ष्म सारी चालें की कोई मुकाबला नहीं है ," जबकि अर्थुरियन किंवदंतियों में एक सपना होने का महत्व का पता चलता है. मिथकों में से कई सिखाने के लिए भी "अपवादजनक दूर दूर तक भी वन्यऔर कुछ मामलों में भी अश्लील और विद्यालयों में यह सिखाया जाना उपयुक्त नहीं होगा," क्रॉस ली हॉलैंड ने उम्र के उपयुक्त कार्यों में से एक "सावधान चयन की" वकालत की. "मुझे यह आश्चर्यजनक लगता है, अमरीका में, मिथक तथा लोकगीत पहले ही शिक्षा के क्षेत्र में एक हिस्सा है," उन्होंने कहा. मैं बीस वर्षों के लिए एक योजना के रूप में यह हिमायत कर रहा हूँ. उन्होंने लेखकों को तथा शिक्षकों को" अधिकप्रबोधक " कहा है और यह "एक नया मोड़ है" बच्चों के लिए, साथ में संदेशों को मनोरंजक कहानियों में "प्रस्तुत किया जा रहा" है . क्रॉस ली हॉलैंड, जिन्होंने एंग्लो सैक्सन से बियोवुल्फ़ अनुवाद किया है साथ में नार्वेजियन मिथकों और ब्रिटिश लोक कथाओं का पेंगुइन पुस्तक लेखन किया, उन्होंने कहा: "आप के इरादे बहुत सारे हो सकते हैं लेकिन इसे दृष्टि से बाहर रखने में बेहतर होगा." संभवत एक संतति के लिये एक वयस्कलेखक लेखनऔर एक वयस्क लेखक लेखन एक वयस्क लिये के बीच बड़ा फर्क आशा की कुछ अर्थों की आवश्यकता है. सब कुछ सरलीकृत या एक सुखद अंत के लिए आ जाना है, क्योंकि लेकिन यह अच्छाई और बुराई का एक सहज भाव है . और कहा कि सबमिट किए जाने चाहिए, बल्कि कहा गया है की तुलना में एक कहानी के माध्यम से पता चला. पुराना आधार नहीं दिखा रहा है. संवाद सहयोगी, घुमारवीं: घुमारवीं में पुलिस विभाग में 32 साल तक सेवाएं देने के बाद हेड कांस्टेबल ओमप्रकाश सेवानिवृत्त हो गए। इस अवसर पर पुलिस विभाग के कर्मचारियों व अधिकारियों ने विदाई पार्टी का आयोजन किया। ओम प्रकाश ग्राम पंचायत बणी भपराल के गांव भपराल के निवासी है। उन्होंने अपने कार्यकाल में बेहतर सेवाएं दी। बेन ग्रीनमैनः न्यूयॉर्क कॉमेडी उत्सव की दसवीं वर्षगांठ: दि न्यू यॉर्कर लोग इस बारे में तर्क कर सकते हैं कि न्यू यॉर्क शहर अमेरिका में स्टैन्डअप कॉमेडी का जन्मस्थल है: लगभग सौ वर्ष पहले हास्य नाटककार फ्रैन्क फे ने, जो ब्रॉडवे में पैलेस थियेटर में समारोह के मास्टर के रूप में कार्य करते थे, भीड़ में बैठे लोगों को बातचीत के तरीके से सीधे चुटकुले सुनाना शुरू किया। फे की खोज वर्षों के दौरान विस्तारित होती आई है, सबसे हाल में, न्यू यॉर्क कॉमेडी फोस्टिवल में। कैरोलाइन्स नामक स्टैन्डअप संस्थान की संस्थापक कैरोलाइन हिर्श द्वारा रचित और संचालित इस उत्सव ने इस वर्ष अपनी 10वीं वर्षगांठ मनाई, जिसमें छोटे क्लब और बड़े थियेटर में साठ से अधिक शो शामिल थे। हिर्श कहती हैं, "इनमें से अधिकांश हेडलाइनर्स कैरोलाइन्स में दिखीं, तथा बहुत बड़ी सफलता बन गईं, ऐसे स्तर तक जहां पर वे क्लब में प्ले किए जाने के लिए बहुत बड़ी बन गईं।" हमने इस उत्सव को उनके साथ कार्य करना जारी रखने के तरीके रूप में निर्मित किया। इस वर्ष के कार्यक्रम में शामिल है, वैन्डा साइक्स, कैथी ग्रिफिन तथा बिल मैहर की मौजूदगी, साथ ही मैडिसन स्क्वॉयर गार्डन में सैन्य सेवानिवृत्त व्यक्तियों के लिए वार्षिक संगीत और कॉमेडी लाभ, "स्टैन्ड अप फॉर हीरोज" जिसमें ब्रूस स्प्रिंगस्टीन, जॉन स्टूवर्ट, रोजर वॉटर्स, और बिल कॉस्बी समेत अन्य कलाकार शामिल हुए। उत्सव के विस्तारित होने के साथ ही साथ कॉमेडी की दुनिया भी विस्तारित हो चुकी है। इस वर्ष के उत्सव में सहभागिता करने वाले बहुत से कॉमेडियन गैर-पारम्परिक माध्यमों से आए हैं, जैसे कि कॉमेडी सेन्ट्रेल, एफ.एक्स. और स्पाइक जैसे छोटे नेटवर्क पर आने वाले शो। निक क्रोल ने, डीप-केबल सिटकॉम (एफ.एक्स.एक्स. का उल्लासपूर्वक रॉन्ची फैन्टैसी-फुटबॉल थीम वाला "दि लीग") से प्रमुख स्थान पर पहुँचे, और अब उनका स्वयं का कॉमेडी सेन्ट्रल स्केच शो है। जेनी स्लेट "सैटरडे नाइट लाइव" तथा "पार्क्स एंड रिक्रिएशन" की कास्ट मेम्बर रही हैं, यद्यपि वे अपनी वॉयरल वीडियो सीरीज़ "मार्सल दि शेल विद शूज ऑन" के लिए सबसे अच्छी तरह जानी जाती हैं।" क्रॉल और स्लेट समेत, अलग-अलग आवाज वाले अन्य नौजवान कॉमेडियन (बिलकुल अलग सी निराशा भरी आवाज वाले एंथनी जेसेलनिक, व्यंग्यपूर्ण, जातीयता पर केन्द्रित डब्लू. कमाऊ बेल) अमेरिकी कॉमेडी की विकेन्द्रित दुनिया के उत्पाद हैं। उत्सव के सबसे मुख्य आकर्षणों में से होगा, एक साक्षात्कार: डेविड स्टीनबर्ग का लैरी डेविड से बात करना: स्टीनबर्ग ने स्टैन्डअप कॉमेडियन के रूप में काम करना आरंभ किया था, लेकिन वे नामी टेलीविजन और फिल्म डायरेक्टर बन गए हैं, और साथ ही अनाधिकारिक कॉमेडी इतिहासकार भी। वर्ष 2005 से 2007 तक, उन्होंने टी.वी. लैन्ड पर "सिट डाउन कॉमेडी विद डेविड स्टीनबर्ग" नामक शो की मेज़बानी की। यह मुलाकात मैनहट्टन के केन्द्र में, टाउन हॉल में होगी। स्टीनबर्ग ने कहा, "शहर निश्चित रूप से लैरी के सभी कार्यों के कॉमेडी डी.एन.ए. में है।" वे मुझे बता रहे थे कि, वह जब यहां होते हैं, तो कभी कभी वे दो इमारतों के बीच गली में जाते हैं तथा अपने आपमें सोचते थे कि अगर कभी मैं अपना पूरा पैसा खो बैठा तो यहां पर रहूंगा। तेल $ 96 प्रति बैरल की ओर गिरावट जारी रहा तेल की कीमत की ओर गिरावट जारी रहा शुक्रवार को जैसे अधिक आपूर्ति को लेकर चिंता दिखाने वाली एक रिपोर्ट ऑफसेट है जहां चीन में शक्ति के भूखे निर्माण क्षेत्र मजबूत होता जा रहा है . दिसंबर डिलीवरी के लिए बेंचमार्क अमेरिकी कच्चे न्यूयॉर्क मर्केंटाइल एक्सचेंज पर इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग में यूरोप में देर सुबह तक $ 96.24 प्रति बैरल पर डाउन 14 सेंट था. अनुबंध अक्टूबर के महीने के लिए 5.8 प्रतिशत डाउन गिर गया है, गुरुवार को 39 सेंट गिर गया. कच्चे तेल की पर्याप्त आपूर्ति हाल के सप्ताहों में कीमत पर तौला है. ऊर्जा विभाग ने बुधवार को कहा कि अमेरिकी आपूर्ति पिछले सप्ताह 4.1 मिलियन बैरल की वृद्धि हुई है पाँच हफ्तों से अधिक, आपूर्ति में 25 लाख से अधिक बैरल की बढ़ोतरी हुई है. लेकिन मजबूत मांग का एक सुझाव गतिविधि में इजाफा से पता चला है कि चीनी विनिर्माण पर दो रिपोर्ट शुक्रवार आया है. यही पता चलता है किविकास एक दो दशक से तीसरी तिमाही में 7.8 प्रतिशत की पिछली तिमाही में कम परिबद्ध होने के बाद चीन के आर्थिक सुधार को मजबूत करने के लिए जारी रख सकते हैं . ब्रेंट क्रूड भी अमेरिका रिफाइनरियों द्वारा इस्तेमाल किया अंतरराष्ट्रीय कच्चे तेल के लिए एक बेंचमार्क, लंदन में ICE एक्सचेंज पर $ 108.58 प्रति बैरल से 26 सेंट गिर गया. कोर्ट ने न्यूयार्क पुलिस विभाग के विराम और क्रीड़ा नीति पर कार्रवाई को अवरोधित किया है गुरुवार को एक संघीय अपील अदालत ने न्यूयॉर्क पुलिस विभाग के विराम और क्रीड़ा कार्यक्रम के लिए एक न्यायाधीश के आदेश की आवश्यकता होती है परिवर्तनों को अवरुद्ध किया और मामले से जज को हटा दिया. अमेरिका सर्किट कोर्टअपील 2 ऐंड के न्यायाधीश शिरा शिंदेलर कहा है कि न्यायाधीश फैसले परिणाम लंबितजायेंगे नगर के द्वारा एक अपील के परिणामपर. न्यायाधीश नगर में यह लोगों को रोकने और पूछताछ के अपने कार्यक्रम से बाहर किए तरह से संविधान का उल्लंघन अगस्त में फैसला सुनाया था. शहर के पुलिस विभाग अपनी नीति और इसके साथ जुड़े प्रशिक्षण कार्यक्रम परिवर्तन में मदद करने के लिए एक निगरानी आवंटित करने का निर्णय भी शामिल है, उसके निष्कर्ष और उसकी उपचारात्मक आदेश अपील की है. अपील अदालत ने अनुरोध प्रवास पर मंगलवार को दलीलें सुनी. अपील अदालत ने कहा है कि क्योंकि वह मीडिया साक्षात्कार की एक श्रृंखला का हिस्सा में पक्षपात के उपस्थिति से बचने के लिए एक न्यायाधीश के लिए आवश्यकता समझौता किए और जनता के द्वारा अमेरिका न्यायाधीशों के लिए आचार संहिता से भिन्नउसने गलत कामकिए इसलिए न्यायाधीश के मामले से हटा दिया जाना चाहिए, बयानों के अदालत का आलोचना करने के लिए सार्वजनिक रूप से जवाबदिया जाना चाहिए. न्यायाधीश ने फैसला सुनाया थाकि पुलिस अधिकारियों ने गलत तरीके से इसके विराम और क्रीड़ा कार्यक्रम के साथ काले और हिस्पैनिक पुरुषों को लक्षित करके लोगों के हजारों के नागरिक अधिकारों का उल्लंघन किया. उसने नीतियों, प्रशिक्षण और पर्यवेक्षण में आर्थिक सुधारों सहित बड़े बदलाव की देखरेख के लिए एक बाहर के मॉनिटर नियुक्त किया है, और उसने सबसे अधिक बंद हो जाता है होते हैं जहां कुछ परिसर में में शरीर के पहना कैमरों के परीक्षण के लिए एक पायलट कार्यक्रम का आदेश दिया है. अगस्त में, न्यूयॉर्क सिटी जिनके मामलों को एक पुलिस रोक के बाद खारिज कर दिया उन लोगों के नाम और पते संग्रहीत करने की प्रथा को समाप्त करने पर सहमति व्यक्त की. नगर की अपील पर एक मौखिक तर्क 14 मार्च 2014 होने के बाद कुछ समय के लिए अनुसूचित है. विराम और क्रीड़ा युक्ति नागरिक अधिकारों अधिवक्ताओं के साथ आलोचना की गई है. विराम और क्रीड़ा नीति किसी रूप में दशकों के आसपास रहा गया है, है लेकिन ज्यादातर काले और हिस्पैनिक पुरुषों से, 684330 से 2011 में एक सब समय उच्च करने के लिए स्वतंत्र मेयर माइकेल ब्लूमबर्ग के प्रशासन के तहत नाटकीय रूप से वृद्धि रोकता है को दर्ज कियागया है. एक मुकदमा चार पुरुषों सभी अल्पसंख्यकों के द्वारा 2004 में दायर कियागया और एक क्लास एक्शन का मामला बन गया. NYPD के विराम और क्रीड़ा कार्यक्रम में परिवर्तन के समर्थक ने कहा है कि अनुचित व्यवहार का अंत हो जाएगा एक और अधिक विश्वसनीय और प्रभावी पुलिस बल ढालना होगा और अन्य पुलिस विभाग के पॉलिसी का उपयोग करने को प्रभावित कर सकते हैं.. विरोधियों का कहना है परिवर्तन पुलिस के मनोबल को कम कर देंगे, लेकिन अपराध, पैसे बर्बाद और नहीं पिछले दशक के दौरान हजारों अधिकारियों के द्वारा सिकुड़ के बाद दबाव के तहत एक पुलिस बल का एक व्यापक समस्या का समाधानहोगा. न्यायाधीश ने ने नोट किया है कि विराम और क्रीड़ाके लिए समाप्ति नहीं रखा था, जो संवैधानिक है, लेकिन NYPD के स्टॉप के कार्यान्वयन में सुधार किया था. प्रशिक्षण में गोडडा, पाकुड़, जमशेदपुर, धनबाद, हजारीबाग और चतरा जिले के प्रतिभागी काफी संख्या में शामिल हुए। सात दिनों की अवधि में सभी प्रतिभागियों को टेंट पिचिंग, फ्लैग पोल समेत कई विद्याओं की जानकारी दी गई। डॉ. आशुतोष कुमार राय और ईशा घोष के सहयोग से प्रशिक्षण का दायित्व पूरा किया जा रहा है। सर्वधर्म प्रार्थना में शामिल होकर सभी प्रतिभागी एकता की भावना बिखेर रहे है। शिविर प्रधान विपिन कुमार राज्य प्रशिक्षण आयुक्त अपना विशेष सहयोग दे रहे हैं। कॉल्सन ने गुप्त सूचना की पुष्टि करने के लिए फोन हैकिंग का प्रयोग किया न्यूज ऑफ दि वर्ल्ड के भूतपूर्व संपादक एन्डी कॉल्सन पर आरोप लगाया गया है कि उन्होंने चार्ल्स क्लार्क के गृह सचिव रहने के समय उनके प्रणय सम्बन्धों के बारे में एक तथाकथित गुप्त सूचना की पुष्टि करने के प्रयास में "फोन हैकिंग, निगरानी तथा आमना-सामना" का प्रयोग किया। अभियोजक एन्ड्रू एडिस क्यू.सी. ने ओल्ड बैली से कहा कि न्यूज ऑफ दि वर्ल्ड ने मई 2005 में एक गलत अफवाह सुनी थी कि क्लार्क अपनी "आकर्षक विशेष सलाहकार" हन्नाह पॉल्बी से मिल जुल रहे हैं। न्यायालय में कहा गया कि समाचारपत्र ने निजी जांचकर्ता ग्लेन मुल्केयर को पॉल्बी की वॉयसमेल को हैक करने तथा उस नर "नजर रखने" के लिए नियुक्त किया, लेकिन कॉल्सन ने बुलाया भी तथा उसकी वॉयसमेल छोड़ दी। मि. एडिस ने कहा कि "अभियोजन पक्ष का सुझाव है कि मि. कॉल्सन जो कि अभी एन.ओ.टी.डब्लू. के संपादक हैं, वह लोगों के घर के बाहर खड़े होकर उन पर नजर रखने के नहीं जाने जाते है, बल्कि वह लोगों के समक्ष लेख रखते हैं, देखते हैं कि लोग उस पर क्या प्रतिक्रिया करते हैं।" उन्होंन कहा कि एन.ओ.टी.डब्लू. ने मामलों की जांच करने के लिए तीन तरीकों का प्रयोग कियाः फोन हैकिंग, निगरानी तथा आमना-सामना। तीसरे वाले में स्वयं संपादक शामिल होते थे। प्रत्यक्ष है कि वह दूसरे तरीके अर्थात निगरनी के बारे में जानते थे, वह अवश्य ही जानते थे। पहले वाले के बारे में क्या? क्या वह फोन हैकिंग के बारे में जानते थे? वह कहते हैं, नहीं, हमारा कहना है कि "हां, वह बिलकुल जानते थे"। क्लार्क के प्रणय सम्बन्घों के बारे में अफवाह को ए.ओ.टी.डब्लू. के फीचर डेस्क द्वारा उस समय पहली बार पेश किया गया था, जब सुश्री पॉल्बी में यौन रूप से इच्छुक एक स्रोत ने कहा थाः "अपना समय बरबाद न करो, वह चार्ल्स के साथ है।" अगस्त 2006 में मुल्केयर से घर से, सुश्री पॉल्बी के फोन में से कम से कम से तीन बार वॉयसमेल का टेप जब्त किया गया था। जांचकर्ताओं ने निजी जांचकर्ता के कम्प्यूटर में ऐसी प्रविष्टियां भी पाई, जिस पर सुश्री पॉल्बी एवं उनकी बहन को "प्रोजेक्ट" का नाम दिया गया था। जिस अवधि में उनकी जांच की जा रही थी, उस समय सुश्री पॉल्बी के दादा-दादी के पास गुमनाम फोन करके उनके बारे में सूचना मांगी जाती थी। इस दौरान भूतपूर्व मुख्य रिपोर्टर नेविली ठुर्लबेक तथा भूतपूर्व रिपोर्टर जेम्स वेदरअप ने सुश्री पॉल्बी के आने-जाने की निगरानी को देखा। 18 जून 2005 को उनको एक वॉयसमेल के माध्यम से कॉल्सन ने उनसे कहाः "मुझे एक स्टोरी मिल गई है, जिसे हम कल चलाने की योजना बना रहे हैं, जिसके बारे में मैं निश्चित रूप से चार्ल्स से बात करना चाहूंगा।" मि. एडिस ने कहा कि इस मामले में कॉल्सन का शामिल होना, अन्य महत्वपूर्ण व्यक्तियों वाले पैर्टन में ही है, जैसे कि भूतपूर्व गृह सचिव डेविड ब्लन्केट। न्यायपीठ ने गुरूवार को सुनवाई की कि, कॉल्सन ने एक विवाहित महिला के साथ प्रणय सम्बन्धों के बारे में मि. ब्लन्केट से बातचीत की, जबकि उस समय वह सह-प्रतिवादी रेबेखा ब्रुक्स का मामला देख रहे थे जो कि उस समय विवाहित थे। कॉल्सन एवं ब्रुक्स ने 3 अक्टूबर 200. से 9 अगस्त 2006 के बीच फोन हैक करने के लिए अन्य लोगों के साथ दुरभिसंधि करने से इंकार किया। मुल्केयर, ठुर्लबेक तथा वेदरअप ने फोन हैकिंग स्वीकार की है। राज्य निगरानी के बारे में एनएसए के खुलासे से कारपोरेट भय को बढ़ावा । अगस्त में एक शांत दिवस पर देर से, एक जर्मन पुलिस हेलिकॉप्टर जर्मनी की वित्तीय राजधानी फ्रैंकफर्ट में अमेरिकी वाणिज्य दूतावास पर भनभनाया. संविधान की रक्षा के लिए कार्यालय(BfV) के निर्देश पर, जर्मनी के घरेलू खुफिया एजेंसी का, मिशन था अमेरिका के चौकी की छत की तस्वीर लेना, जो यूरोपीय सेंट्रल बैंक और बुनडिसबॅंक से 5 किमी से भी कम दूरी पर स्थित है । जर्मन मीडिया ने BfV से लिसनिंग एंटेना की उपस्थिति की पहचान करने के लिए आशा व्यक्त करने का कहा और अमेरिका और बर्लिन में जर्मन विदेश मंत्रालय के बीच एक विनिमय कार्रवाई का संकेत दिया।. जेम्स क्लेपर, अमेरिकी राष्ट्रीय खुफिया के निर्देशक ने ज़ोर दिया की अमेरिका अपनी विदेशी खुफिया क्षमताओं का " विदेशी कंपनियों के व्यापार रहस्य चोरी करने और अमेरिकी कंपनियों को उनकी अंतर्राष्ट्रीय प्रतिस्पर्धात्मकता को बढ़ाने या उनके नीचे रेखा को बढ़ाने के लिए ." फिर सितंबर में इस्तेमाल नहीं करे। लेकिन जब से एडवर्ड स्नोडन, एक ठेकेदार जो व्हिसलब्लोवर बना है , उसके रहस्यो का खजाना अमेरिकी निगरानी को बताना शुरू किया, यूरोपीय सरकारे और व्यापार जगत के नेता अब सुनिश्चित नहीं हैं कि निर्देशक अपने वचन पालन करे की नहीकी नहीं। बताया की अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी ने ब्राजील के तेल कंपनी पेट्रोब्रास पर जासूसी की और हमारे क्लाउड प्रदाताओं गूगल और याहू सहित के और याहू ने भय व्यक्त कियाराज्य निगरानी के बारे । अंतिम बात तब आई जब यह पता चला कि चांसलर एंजेला मार्केल का फोन बग किया गया था , संभवतः एक दशक पहले। अगर यूरोप के सबसे शक्तिशाली व्यक्ति लक्षित हो सकते हैं, तो निश्चित रूप से व्यापार जगत के नेताओं भी संभावित लक्ष्य कर रहे हैं। स्नोडन अमेरिकी खुफिया सेवाओं और कंपनियों के बीच गहन सहयोग पारदर्शी बना दिया है। मुझे लगता है कि यह व्यवहार्य होगा कि इन डेटा पारस्परिक लाभ के लिए उपयोग किया जाए । "जर्मनी जाग जानी चाहिए" ओलिवर Grün, BITMi के राष्ट्रपति कहते हैं, जो छोटे और मध्यम आकार के जर्मन आईटी कंपनियों का प्रतिनिधित्व करते है । जर्मन कंपनियों का कंसल्टेंसी द्वारा जुलाई में प्रकाशित एक सर्वेक्षण के अनुसार मानना है, अमेरिका लगभग अब बड़ा जोखिम बन गया है चीन जैसे , जब बात आती है औद्योगिक जासूसी और डेटा चोरी करने के लिए। सभी प्रलेखन में श्री स्नोडन द्वारा लीक, वहाँ तथापि, आजतक कोई सबूत नहीं है कि अमेरिका ने अपनी कंपनियों के लिए विदेशी कंपनियों के व्यापार रहस्यो को जाना । राजनेताओं ने यूरोपीय संघ की इंटरनेट क्षमताओं का अभाव परचिंता व्यक्त की है। और इसे अमेरिका पर अपनी निर्भरता को कम करने के लिए प्रयास करना चाहिए । व्यापार जगत के नेता इस के बारे में यह संदेह कर रहे हैं। जर्मन संसद में किसी ने कहा की हमे एक जर्मन गूगल का निर्माण करना चाहिए। मैं केवल मेरी आँखें बंद कर सकता हू और धीरे से उन्हें फिर खोलें... हासो प्लैटनर, जर्मन व्यापार सॉफ्टवेयर कंपनी SAP, के अध्यक्ष "यह कोई तरीका नहीं है," कहा । यदि कोई मजबूत यूरोपीय आईटी इंडस्ट्री चाहता था, फिर उसे 20 साल पहले मरने नहीं देना था । जर्मनी में सब कुछ रियायती है।, कोयले से लेकर, कार, किसानों तक । लेकिन आईटी उद्योग सब कुछ है। अमरीकी तकनीकी परिष्कार और जासूसी पहुंच के बारे में स्नोडन द्वारा उजागर खुलासे कुछ कंपनियों के लिए एक आघात के रूप में साबित हुई है जिनका पहले मानना था की सबसे बड़ा निगरानी खतरा चीन हैं एक बड़ा बदलाव हो रहा है क्लाउड कंप्यूटिंग छेत्र में जहां यूरोपीय अधिकारी ज्यादा जागरूक है कि अमेरिका में संग्रहीत डेटा उस अधिकार क्षेत्र के अधीन है और इसलिए संभावित संवेदनशील बन गए हैं । क्लाउड सुरक्षा एलायंस, एक व्यापार संस्था द्वारा बाहर किए गए एक सर्वेक्षण के अनुसार कुछ 10 फीसदी गैर अमेरिका के सदस्यों ने डाटा प्रिज्म खनन कार्यक्रम के बारे में खुलासे के बाद एक अमेरिकी आधारित क्लाउड प्रदाता का उपयोग करने की योजना रद्द कर दिया। जिम स्नाबे, SAP के सह मुख्य कार्यकारी अधिकारी कहते हैं: " हमने देखा एक नया सवाल जो ग्राहकों को एक साल पहले नहीं आया था – वो है -मेरा डेटा कहा संग्रहीत है? और क्या आप गारंटी कर सकते हैं कि यह शारीरिक रूप से उस अधिकार क्षेत्र में रहेगा?" कई जर्मन अधिकारियों का तर्क है कि नवीनतम रिपोर्ट बस क्या उन्हे पहले से ही पता था की पुष्टि कर रहे हैं: कि शक्तिशाली राज्य उनके सबसे बेशकीमती रहस्यों और डेटा को चोरी करना चाहते हैं और इस लिए इन पर हर कीमत पर पहरा होना चाहिए। कि आर्थिक जासूसी होती है यह एक आश्चर्य की बात नहीं है। यह हमेशा होती आई है। "यह कई वर्षों से एक विषय है , और मौलिक वर्तमान चर्चा के माध्यम से, कुछ नहीं बदला" कर्ट Bock, रासायनिक निर्माता BASF के मुख्य कार्यकारी कहते हैं। अमेरिकि वाणिज्यिक और औद्योगिक स्तर पर हम पर जासूसी करते है और हम भी करते है , क्योंकि यह हमारे कारोबार का बचाव के लिए राष्ट्रीय हित में है कॉर्पोरेट नेता आम तौर पर रक्षाप्रणाली के बारे में इच्छुक नहीं होते और यह हमलावर के लिए एक फायदा हैं। बड़ी कंपनियों के लिए, बहुत समय से मेसेज रेकॉर्ड हो रहा है चाहे घरसे व्यापार में एक छोड़ना नासमझी है usb स्टिक लेकर, या एक लैपटॉप बेपनाह एक होटल के कमरे में छोड़ना नासमझी है है कम से कम कहने के लिए। Ulrich Hackenberg, कार निर्माता ऑडी, के बोर्ड के सदस्य कहते हैं,की यह एक सालो पुरानी प्रणाली है है बोर्ड की बैठकों से पहले मोबाइल फोन एकत्र करने की क्योकि उनका उपयोग दूरस्थ सुन उपकरणों के रूप में ना हो सके जर्मनी के BfV कार्यकारी जब कि स्मार्ट फोन विदेश दौरों पर जोखिम की वजह से समझौता कर रहे हैं सरल प्रीपेड मोबाइल का उपयोग करने पर विचार करने के लिए सलाह देता है। प्रीपेड मोबाइल फोन फिर बाद में फेंक दिए गये। हालांकि, छोटे और मध्यम कंपनियों हैकिंग और निगरानी करने के खतरे में है यह एक चिंता का विषय है। जर्मनी में, यह कई कंपनिया वैश्विक बाजार में अव्वल है विशेष जगह में। "छोटे और मध्यम आकार कंपनिया अक्सर अनुभव के अभाव, कर्मियों और वित्तीय संसाधनों अनधिकृत पहुँच के खिलाफ प्रभावी ढंग से कॉर्पोरेट रहस्य की रक्षा करने के लिए," BfV एक रिपोर्ट में चेतावनी देती हैं। अमेरिका ने अन्य देशों द्वारा अपनी ही कंपनियों की आर्थिक जासूसी के बारे में चेतावनी दी है। फ्रांस द वाशिंगटन पोस्ट के अनुसार फ़रवरी में अमेरिकी राष्ट्रीय खुफिया का नाम रूस और इसराइल के साथ चीन के पीछे जो आर्थिक आसूचना, लिए हैकिंग में संलग्न अपराधियों के एक दूसरे टीयर में नामित। एक जर्मन ब्लू चिप कंपनी के बोर्ड सदस्यके अनुसार जब बात आर्थिक जासूसी करने के लिए आती है, तो "फ्रेंच सबसे खराब हैं Bernard Squarcini फ्रेंच आंतरिक खुफिया एजेंसी DCRI, के पूर्व प्रमुख, साक्षात्कार में बताते है की : "सेवाएं अच्छी तरह से जानती है की सारे देश भले ही वे गैर आतंकी लड़ाई में साथ देते है, उनके सहयोगियों पर जासूसी करते है." अमेरिकि वाणिज्यिक और औद्योगिक स्तर पर हम पर जासूसी करते है और हम भी करते है , क्योंकि यह हमारे कारोबार का बचाव के लिए राष्ट्रीय हित में है कोई भी मूर्ख नहीं बना। ‘अनोखी दुर्घटना" में मारे गये जॉर्जिया के किशोर के माता-पिता का मानना है कि उनके बेटे की हत्या की गई थी जॉर्जिया के एक किशोर जिसकी मृत शरीर उसके हाई स्कूल जिम में रेस्टलिंग मैट में लपेटा हुआ पाया गया था, का मानना है कि उनके बेटे की हत्या की गई थी, यह बात परिवार के अधिवक्ता ने गुरूवार को कही। वैलडोस्टा, जी.ए. के केन्ड्रिक जॉनसन को 11 जनवरी को उनके हाई स्कूल जिम के अन्दर ब्लीचर्स के पीछे सीधे खड़े मैट में फंसा पाया गया था। लॉन्डेस काउन्टी शेरिफ के जांचकर्ताओं का निष्कर्ष था कि जॉनसन एक ‘अनोखी दुर्घटना’ में मरा था, लेकिन 17 वर्षीय लड़के के परिवार ने इससे इन्कार किया। केनेथ एवं जैकलीन जॉनसन को प्रस्तुत करने वाले अधिवक्ता बेंजामिन क्रम्प ने फॉक्स न्यूज डॉट कॉम से कहा कि "उनका पूरी तरह से मानना है कि उनके बेटे की हत्या की गई है"। उन्हें शेरिफ के बताये गये तरीके से मृत्यु पर बिलकुल भी भरोसा नहीं है। क्रम्प ने कहा कि "उनका मानना है कि यह बात शारीरिक नियम एवं सामान्य बुद्धि के तर्क से परे है।" उन्हें लगता है कि यह निष्कर्ष, उनके बेटे की मृत्यु के लिए जिम्मेदार व्यक्ति या लोगों की सुरक्षा के लिए एक बहाना है। उन्होंने कहा कि "उन्होंने अपने बेटे को एक बुक-बैक के साथ स्कूल भेजा था, और वह लौटा एक बॉडी बैग में" यू.एस. महाधिवक्ता माइकल मूलरे ने गुरूवार को कहा कि वह जॉनसन की मृत्यु के बारे में एक औपचारिक जांच कर रहे हैं, यह देखते हुए कि बहुत से महत्वपूर्ण प्रश्न अनुत्तरित हैं। मौत का कारण क्या था? क्या उसकी हत्या किसी अपराध के कारण हुई? मुरे ने यह बातें गुरूवार को दोपहर में एक पत्रकार सम्मेलन में कही। मैं तथ्यों का अनुपालन करूंगा, वे हमें जहां पर भी ले जाएं। मेरा उद्देश्य सत्य को सामने लाना है। उन्होंने कहा कि "मेरा विचार है कि एक औपचारिक जांच के लिए पर्यावरण कारण मौजूद हैं।" मूरे ने रिपोर्टर से कहा कि आंरम्भिक शव परीक्षण में संकेत मिलते हैं कि जॉनसन की मृत्यु "स्थितीय श्वसावरोध" के परिणामस्वरूप हुई। मूरे के अनुसार, वैसे एक द्वितीय शव परीक्षण में मृत्यु का एक भिन्न कारण पता चला।" उन्होंने कहा कि "ऐसे बहुत से प्रश्न हैं, जिनका उत्तर मिलना चाहिए या पुष्टि होनी चाहिए।" मूरे ने यह भी कहा कि यदि वह जॉनसन की मृत्यु के मामले में किसी अपराधी को तलब करने अथवा नागरिक अधिकारों की जांच करने के लिए पर्याप्त साक्ष्य पाते हैं तो वह उसे करने के लिए एफ.बी.आई. से कहेंगे। गुरूवार को सम्पर्क किये जाने पर लॉन्डेज काउन्टी शेरिफ के कार्यालय से टिप्पणी के लिए प्रतिनिधि तुरन्त उपलब्ध नहीं था। बुधवार को दक्षिणी जॉर्जिया के न्यायाधीश ने अधिकरियों को, जांचकर्ताओं द्वारा समीक्षा की गई सभी निगरानी वीडियो जारी करने का आदेश दिया। लड़के के माता-पिता का कहना है कि उन्हें उम्मीद है कि वीडियो फुटेज से कुछ संकेत मिलेंगे कि उसकी मृत्यु कैसे हुई थी। सी.डी.सी. ने विद्यालयों के लिए बच्चों की एलर्जी संबंधी दिशा-निर्देश जारी किए बुधवार को रोग नियंत्रण और रोकथाम केन्द्र ने विद्यालय में बच्चों की खाद्य एलर्जी नियंत्रित करने के लिए दिशा-निर्देश जारी किए। यू.एस. सरकार द्वारा पहली बार ऐसे दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं, क्योंकि विद्यालय जाने वाले बच्चों के खाद्य एलर्जी से पीड़ित होने की संख्या बढ़ रही है। अब यू.एस. में प्रत्येक 20 में से एक बच्चे को खाद्य एलर्जी है। सी.डी.सी ने पाया कि वर्ष 1997 से 2007 के बीच बच्चों में खाद्य एलर्जी के मामलों में 18 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इस दिशा-निर्देश में विद्यालयों के लिए सूचना दी गई है कि शिक्षकों और कर्मचारियों को बच्चों की खाद्य एलर्जी के बारे में किस तरह से सूचित किया जाए, तथा कोई एलर्जिक प्रतिक्रिया होने की स्थिति में, उसे कैसे संभाला जाए। विद्यालयों को यह भी सुझाव दिया गया है कि वे संभावित रूप से जानलेवा तीव्रग्राहिता (एनाफाइलैक्सिस) का सामना करने के लिए एपीनेफ्राइन का स्टॉक रखें - जो एपीपेन ब्रान्ड का ऑटो-इंजेक्टर है जिसका सबसे आम तौर पर इस्तेमाल किया जाता है। राज्य विधानसभा ने हाल ही में नियमों में अद्यतन किया है, जिससे विद्यालय अधिक मात्रा में एपीनेफ्राइन का स्टॉक आसानी से रख सकते हैं। इस रिपोर्ट में एलर्जिक प्रतिक्रिया से पीड़ित बच्चों द्वारा संचारित किए जाने वाले आम लक्षणों की सूची भी शामिल है। बच्चे कह सकते हैं "ऐसा लगता है कि कोई चीज मेरी जीभ में चुभ रही है," "ऐसा लगता है कि मेरी जीभ पर बाल है", अथवा "मेरी जीभ में झुनझुनी हो रही है।" इन्टरसेक्स किड्स के माता-पिता अपने बच्चों के ‘लिंग अनिर्धारित’ चुन सकते हैं जर्मनी यूरोपियन यूनियन का पहला ऐसा देश बन गया है, जिसने अस्पष्ट जननांग के साथ जन्म लिए हुए बच्चों हेतु तीसरे लिंग को मान्यता प्रदान की है। अब नवजात बच्चों को रूढ़िगत तरीके से पुरुष या महिला निर्दिष्ट नहीं किया जाएगा। नए कानून के अनुसार माता-पिता को ऐसे बच्चों के लिए लिंग घोषित करने की आवश्यकता नहीं है, यह कानून उन्हें बच्चे के जन्म प्रमाण-पत्र पर लिंग ‘अनिर्धारित" अथवा "अनिर्दिष्ट" घोषित करने की अनुमति देता है। नए कानून का उद्देश्य उन माता-पिता के ऊपर दबाव कम करना जो नवजात बच्चों के लिए लिंग-निर्दिष्टीकरण शल्य-चिकित्सा से सम्बन्धित निर्णय जल्दबाजी में ले सकते हैं, तथा इंटरसेक्स बच्चों के विरुद्ध भेदभाव से संघर्ष करना है। बी.बी.सी. के अनुसार एक इंटरसेक्स व्यक्ति ने वर्षों बाद कहा था, "न तो मैं पुरुष हूँ, न महिला।" मैं चिकित्सकों द्वारा बनाया गया जख्मी, दागदार पैबन्द बना रहूँगा। अनुमान के अनुसार प्रत्येक वर्ष 2,000 बच्चों मे से एक बच्चा ऐसा होता है जो न तो लड़का होता है न लड़की। वे इंटरसेक्स हैं, लगभग 60 स्थितियों के समूह का हिस्सा, जो लैंगिक विकास के विकारों की जांच के अन्तर्गत आता है, यह सामूहिक शब्द है जिसे असामान्य गुणसूत्र, जननग्रंथि (अंडाशय या वृषण), अथवा असामान्य रूप से विकसित लिंग के लिए उपयोग किया जाता है। हो सकता है कि वैलिस सिम्पसन इंटरसेक्स रहे हों। लिंग पहचान को अभी भी ठीक से नहीं समझा जाता, लेकिन युनाइटेड स्टेट्स में अधिकांश विशेषज्ञों का मानना है कि जब लिंग-निर्धारण नहीं हो सकता है तो लिंग निर्दिष्ट करने के लिए मौजूद सर्वोत्तम सूचना का उपयोग करना बेहतर है तथा शल्य-चिकित्सा कराने, यदि ऐसी नौबत आए, से पहले बच्चे के मनोवैज्ञानिक तथा शारीरिक विकास का निरीक्षण करें। न्यू यॉर्क शहर के मनोवैज्ञानिक डॉ. जैक ड्रेशर जो लिंग-पहचान के मामलों के विशेषज्ञ हैं, उन्होंने कहा कि जर्मनी का नया कानून "अच्छी चीज प्रतीत होता है।" इंटरसेक्स बच्चों नैतिक असमंजस पैदा करते हैं। उन्होंने कहा, "कुछ लोग प्राण-संकट जैसी स्थिति में होते हैं जिसके लिए शल्य-चिकित्सा की आवश्यकता होती है, लेकिन अधिकांश बच्चों के साथ ऐसा नहीं होता।" आप शल्य-चिकित्सा के बिना ही लिंग निर्दिष्ट कर सकते हैं, तथा उसके पश्चात देखें कि पहचान किस तरह से विकसित होती है। किसी बच्चे में कोई लिंग किस तरह से विकसित होगा, यह जानने का विज्ञान बहुत सटीक नहीं है। इसके बारे में कोई भी व्यक्ति उचित उत्तर नहीं दे सकता कि ऐसा क्यों होता है। यह एक तरह की पहेली है कि लोग समलैंगिक क्यों होते हैं। वर्ष 2011 में यूरोपियन कमीशन के समक्ष दाखिल की गई रिपोर्ट में इंटरसेक्स लोगों को ट्रांससेक्सुअल अथवा ट्रांसजेन्डर लोगों से भिन्न रूप में वर्णित किया गया है, क्योंकि उनकी स्थिति लिंग से सम्बन्धित नहीं होती है बल्कि उसके जैविक रचना से सम्बन्धित होती है, जो न तो स्पष्ट रूप से पुरुष है न महिला बल्कि या तो दोनों का संयुक्त रूप होती है या फिर दोनों में से कोई भी स्पष्ट रूप से परिभाषित नहीं होती। ये विशेषताएँ स्वयं को द्वितीयक लैंगिक अभिलक्षणों प्रदर्शित कर सकती हैं, जैसे मांसपेशियों का वजन, बालों का वितरण, स्तन और लम्बाई; प्राथमिक लैंगिक अभिलक्षण जैसे प्रजनन अंग तथा जननांग; अथवा गुणसूत्रीय संरचना तथा हॉरमोन में। यह रिपोर्ट इंटरसेक्स तथा ट्रांसजेन्डर व्यक्तियों द्वारा नौकरियों के क्षेत्र में सामना किए जाने वाले भेदभाव, और साथ ही उत्पीड़न, हिंसा तथा पक्षपात अपराधों के बारे में भी सिंहावलोकन प्रदान करती है। अब गैर-अनुरूप लिंग वाले लड़कों के लिए विशेष शिविर होते हैं। ऑस्ट्रेलिया और नेपाल ने वयस्क व्यक्तियों को उनके आधिकारिक दस्तावेजों पर पुरुष, महिला अथवा "तृतीय लिंग" चिह्नित करने की अनुमति पहले ही दी गई है। जून में, 52 वर्षीय ऑस्ट्रेलियाई नॉरी मे-वेल्बी, जीवन-पर्यंत "अनिर्दिष्ट" लिंग दर्जा रखने के लिए की गई कानूनी अपील जीतने के पश्चात दुनिया के प्रथम मान्यता-प्राप्त "लिंगहीन" व्यक्ति बन गए। आंतरिक मंत्रालय के अनुसार, जर्मन पासपोर्ट में एम अथवा एफ के अलावा इंटरसेक्स व्यक्तियों के लिए एक्स के रूप में तीसरा निर्दिष्टीकरण भी होगा। फ्रांस 24 पर समाचार रिपोर्ट के अनुसार, पड़ोसी देश फ्रांस में लिंग से जुड़े मुद्दे अभी भी विवादास्पद हैं। वर्ष 2011 में, इस सख्त रूप से कैथोलिक देश से दर्जनों फ्रांसीसी विधि-निर्माताओं ने विद्यालय की पुस्तकों से "लिंग सिद्धांत" वापस लिए जाने हेतु याचिका पर हस्ताक्षर किए हैं। यू.एस. की वेबसाइट कैथोलिक ऑनलाइन ने भी जर्मनी के इस कानून का यह कहते हुए विरोध किया है, "जबकि दुनिया ऐसी अवस्था में जा रही है, जहां पर लिंग स्वयं चुने जाने वाले विकल्प है, लेकिन यौन क्रियाकलाप नहीं, हम सभ्यता के दो और स्तंभों को विपरीत दिशा में ले जा रहे हैं।" मेरीलैंड में नवजात शिशु की मां ने भी बेबी जोन से कहा कि वह बच्चों को जन्म के समय लिंग निर्दिष्ट किया जाना देखना पसंद करेंगी। उन्होंने परवरिश के बारे में वेबसाइट पर कहा, "अतिरिक्त सीमाओं के बिना ही परवरिश बहुत तनावपूर्ण है, खास तौर पर यदि आपको यह भी न पता हो कि आपके बच्चे का लिंग क्या है।" बच्चों को स्थिरता और निश्चितता की आवश्यकता होती है। ऐतिहासिक रूप से, पुरुष और महिला दोनों जननांग के साथ जन्म लेने वाले बच्चों को हरमैफ्रोडाइट्स (उभयलिंगी) कहा जाता था, जो सुन्दर ग्रीक देवता के नाम पर था जो द्विलिंगी थे। और लगभग दशक से भी कम समय पहले, चिकित्सा जगत ने लिंग को स्लेट के रूप में माना था जिसे मिटाया और फिर लिखा जा सकता था। लेकिन अब बहुत से लोग शल्य-चिकित्सा की नैतिकता को चुनौती दे रहे है, वे यह समझ रहे हैं कि लिंग-पहचान जटिल काम है, तथा कभी-कभी चिकित्सकों से भी गलती हो सकती है, जो यह नहीं जानते हैं कि बच्चे बड़े होने पर अपने लिंग निर्दिष्टीकरण के बारे में क्या महसूस करेंगे। ड्रेशर कहते हैं "बीसवीं शताब्दी के मध्य में, इसे "मनोरोग आपातकाल" कहते थे। जब ये बच्चे जन्म लेते थे, तो आप मनोचिकित्सक को नहीं बुलाते थे, आप शल्य-चिकित्सक को बुलाते थे। अस्पष्ट जननांग वाले बच्चों के उपचार के बारे में मौजूदा सिद्धांत को जॉन हैपकिन्स विश्वविद्यालय के डॉ. जॉन मनी द्वारा प्रस्तुत किया गया था, जो लिंग को सुनिर्माणनीय मानते थे। उन्होंने "लिंग पहचान" शब्द की रचना की तथा तर्क दिया कि सामाजिक और पर्यावरणीय संकेत - माता-पिता बच्चे की परवरिश कैसे करते हैं - बच्चे के जीन और हॉरमोन्स के साथ अंतःक्रिया करके निर्धारित करते हैं कि उसे पुरुष के रूप में पहचाना जाए या महिला के रूप में। लेकिन वर्ष 1966 के एक मामले में, जिसे "जॉन/जोआन" के रूप में जाना जाता है, उनके सिद्धांत विवादित बन गए। उन्होंने एक बच्चे, जिसका लिंग लिंगाग्रचर्म-उच्छेदन (सर्कमसिशन) के दौरान दुर्घटनावश लिंग गया था, के माता-पिता को सलाह दी कि वे बच्चे का पूर्ण बंध्य करके उसका अंडकोष निकलवा दें तथा उसका लालन-पालन लड़की की तरह करें। ड्रेशर ने कहा, "मनी ने उस मामले को अवस्थांतर के सफल मामले के रूप में प्रस्तुत किया, लेकिन वह ऐसा हुआ नहीं।" 15 वर्ष की आयु में, बच्चे ने वापस अपने आपको पुरुष के रूप में बदल लिया तथा एक महिला से विवाह कर लिया। लेकिन 38 वर्ष की उम्र में, उसने आत्महत्या कर ली। ड्रेशर ने कहा कि अभी भी कुछ चिकित्सक "उसी प्रतिरूप का पालन" कर रहे हैं। लेकिन वर्ष 1990 के बाद के सालों में इन्टरनेट के आगमन के साथ, इन लिंग शल्य-चिकित्सा से गुजरने वाले व्यक्तियों ने सामने आना शुरू कर दिया "परिणाम से खुश नहीं"। ऐसा ही मामला मोनटाना के 36 वर्षीय लेखक जिम ब्रूस के साथ था, जो एक्स.वाई. पुरुष गुणसूत्र के साथ जन्मा था, लेकिन उसके जननांग अस्पष्ट था। चिकित्सकों को स्पष्ट रूप से समझ में नहीं आया कि उसका लिंग छोटा था, या उसका भगशेफ बड़ा था, लेकिन वे निश्चित थे कि वह कभी भी पुरुष के रूप में "संतुष्ट जीवन" नहीं जी सकता। इसलिए वर्ष 1976 में उसके जन्म के कुछ समय पश्चात ही, ब्रूस के बाह्य अंग तथा अंडकोष शल्य-चिकित्सा द्वारा निकाल दिए गए तथा उसकी परवरिश लड़की की तरह की गई। उसे 12 वर्ष की आयु में महिला हॉरमोन दिए गए। उसने ABCNews.com से कहा, "मुझे पता था कि मैं लड़की नहीं हूँ।" मैं खुश नहीं था, लेकिन प्रश्न करना बहुत कठिन था। 18 वर्ष की आयु में, उसके साथ वैजाइनोप्लास्टी होने वाली थी। लेकिन अवसादग्रस्त तथा कुछ गड़बड़ महसूस करते हुए, उसने चिकित्सकीय अभिलेखों की मांग की। इससे उसे भयावह सच्चाई का पता चला। जन्म के समय मुझे बंध्य कर दिया गया - तथा किसी ने मुझे कभी नहीं बताया। ब्रूस ने डी.एस.डी. के साथ जन्म लिया था, जिसने उसके शरीर को पर्याप्त मात्रा में टेस्टोस्टेरॉन बनाने से रोका, जिसके कारण उसके जननांग उचित तरीके से विकसित नहीं हो पाए। सच्चाई जानने के पश्चात, वह वापस पुरुष बन गया, उसने टेस्टोस्टेरॉन की खुराक ली तथा अपने स्तन हटवा दिए। शल्य-चिकित्सा के कारण वह बांझ हो गया। आज, वह इन्टरफेस प्रोजेक्ट नामक संगठन में इंटरसेक्स व्यक्तियों के बारे में लोगों को अपनी धारणा सामान्य बनाने के लिए समझाता है। लेकिन, कैलीफ़ोर्निया-आधारित के विधिक समूह एडवोकेट्स फॉर इन्फॉर्म्ड च्वाइस की अधिशासी निदेशक एनी टैमर-मैटिस चिंता व्यक्त करती हैं कि जर्मनी का कानून "चिप्पी तथा कलंक आमंत्रित करता है।" वे कहती हैं, "बहुत से एक्टिविस्ट लोगों को लगता है कि जर्मनी का कानून माता-पिता को त्वरित निर्णय लेने तथा बच्चे को "अनिर्धारित" निर्दिष्ट करने के लिए प्रेरित करेगा।" हमें डर है कि यह हस्तक्षेप को प्रोत्साहित करेगा। हमें लगता है कि प्रतीक्षा करने के बजाय, पुरुष या महिला लिंग निर्दिष्ट करना बेहतर प्रक्रिया है। लेकिन हम नहीं जानते हैं कि कानून किस तरह अपनी भूमिका निभाएगा, इसलिए हम मात्र अनुमान लगा सकते हैं। टैमर-मैटिस ने कहा कि उनका संगठन ऑस्ट्रेलियाई कानून का समर्थन इसलिए करता है क्योंकि "यह वयस्कों को तीसरे लिंग में पहचाने जाने की अनुमति देता है।" उन्होंने कहा, "विधिक लिंग के बारे में वयस्कों को अपना स्वयं का निर्णय लेने में सक्षम होना चाहिए।" जर्मनी का कानून इसे जन्म के समय निर्दिष्ट करने से सम्बन्धित है। यह इस समय पर नवजात बच्चों द्वारा लड़ी जाने वाली जंग नहीं है। बड़े होने पर, अपने शरीर से सम्बन्धित निर्णय वे स्वयं ले सकते हैं। लेकिन पिट्सबर्ग की स्तन रेडियोलॉजिस्ट डॉ. एर्लीन बाराट्ज जिनकी बेटी को यौन विकास विकार है, तथा जो समर्थन समूह में सैकड़ों अन्य लोगों सहायता करती हैं, ने कहा कि जर्मनी का कानून माता-पिता तथा बच्चों दोनों को "शक्ति प्रदान करेगा।" बाराट्जी की बेटी कैटी पुरुष गुणसूत्रों के साथ पैदा हुई थी, लेकिन उसे पूर्ण एन्ड्रोजन असंवेदनशीलता संलक्षण नामक डी.एस.डी. था। चूंकि उसके एन्ड्रोजन ग्राही में दोष था, इसलिए कैटी में महिला अभिलक्षण विकसित हुए। उसके शरीर में योनि तो है लेकिन गर्भाशय या डिंबग्रंथि नहीं है। अब 29 वर्षीय कैटी विवाहित है तथा पेनसिलवैनिया विश्वविद्यालय में बाल मनोविज्ञान विभाग में रेज़िडेंट है। यद्यपि कि वह बांझ है, लेकिन वह गोद लेने अथवा गेस्टेशनल सरोगेसी के माध्यम से माँ बनने की उम्मीद करती है। बाराट्ज ने कहा, "यह कानून माता-पिता को इस बात की सुविधा देता है कि वे जल्दबाजी में अपने आप कोई निर्णय न लें।" यह उन्हें, ‘पुरुष’ या ‘महिला’ लिखने से पहले कुछ परीक्षण द्वारा उचित तरीके से समझने और समय प्रदान करता है। इस तरह, आप ठीक रहते हैं - बच्चे की परवरिश करें, बच्चे से प्यार करें। आपके पास प्यारा बच्चा है और उसका मज़ा लें। हमे जल्दबाजी में ऐसी शल्य-चिकित्सा नहीं करवाने की ज़रूरत नहीं है जिसे वापस नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा, "यह निर्णय लेने की प्रक्रिया में बच्चों को लाता है तथा माता-पिता को अभिप्रेरित करने वाली दुश्चिंता से मुक्त करता है क्योंकि वे यह नहीं मानते कि वे ठीक कर रहे हैं।" अंततः, बच्चा निर्धारित करेगा कि वह किस लिंग के साथ अधिक सहज है -- तथा यह बहुत अच्छी बात होगी। यह बच्चों को अपने स्वयं के लिए निर्णय लेने में सक्षम बनाता है। तहसील लीगल सर्विसेज कमेटी रामनगर की ओर से कमेटी की चेयरमैन एवं रामनगर की सब जज संदीप कौर की अध्यक्षता में रामनगर के मिडिल स्कूल दलहेर में कानूनी जागरूकता शिविर आयोजित किया गया। जिसमें विद्यार्थियों व अन्य लोगों को शिक्षा के अधिकार व आर्थिक रूप से पिछड़े लोगों के लिए कानून की जानकारी दी गई। शिविर में एडवोकेट एमएल गुप्ता, रोहिन भारद्वाज, व सरपंच ने उक्त विषय पर बोलते हुए लोगों को जागरूक किया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में गांववासी मौजूद थे। रिपोर्ट: हिलेरी क्लिंटन के लिए बिडेन डंपिंग ओबामा अभियान पर विचार । न्यूयॉर्क टाइम्स के अनुसार राष्ट्रपति बराक ओबामा के करीबी सलाहकारों ने चुपके से उपराष्ट्रपति पद केलिए बिडेन की जगह पर हिलेरी क्लिंटन पर विचार किया टिकट 2012 के लिए । रहस्योद्घाटन मे सबसे उल्लेखनीय धमाका है की मार्क हलपेरीन और जॉन हेलेमंन द्वारा भारी प्रत्याशित 2012 अभियान टोम, "डबल डाउन : खेल बदलें 2012." टाइम्स ने आगामी पुस्तक की एक प्रति प्राप्त की और गुरुवार शाम बताया कि राष्ट्रपति के शीर्ष सलाहकारों "व्यापक समूह-सत्रों और देर 2011 में पोलिंग" आयोजित किया जानने के लिए के ओबामा की फिर से चुनाव की गिरती उम्मीद मे क्या डंपिंग बिडेन मदद कर सकता है । टाइम्स राष्ट्रीय राजनीतिक संवाददाता जोनाथन मार्टिन के अनुसार किताब पूरी जानकारी बताती है मुख्य अधिकारियो के अभियान मे प्रयास की और वाइट हाउस, नाम के लिए पूर्व वाइट हाउस स्टाफ के प्रमुख बिल डाले, यह जानने के लिए की पूर्व राज्य की सेक्रेटरी क्लिंटन का वाइस प्रेसीडेंट से बदलाव पोल पर क्या प्रभाव करता है । संभावित स्विच एक बहुत सुरक्षित रहस्य था शिकागो अभियान के बुनियादी ढांचे के भीतर और ओवल ऑफिस के अंदर । केवल आधा दर्जन राष्ट्रपति के करीबी सलाहकार – डाले सहित, पूर्व ओबामा अभियान प्रमुख जिम मैसिना, और पूर्व व्हाइट हाउस वरिष्ठ सलाहकारों डेविड आक्सलरॉड और डेविड पलौूफफे - के परिवर्तन विचाराधीन था पता था। "डबल डाउन" दावा करते है की डाले ने बिडेन को बदलने का प्रयास किया उनके व्यक्तिगत तालमेल के बावजूद अंततः निर्णय लेने से पहले जब उनकी जानकारी बता रही थी की क्लिंटन के टिकेट से ओबामा के हालात में सुधार नही होगा । मार्टिन के साथ एक साक्षात्कार में, डाले ने पुष्टि की है कि प्रशासन वास्तव में बिडेन के साथ क्लिंटन की जगह पर विचार किया था। "मेने पूरे दृश्य को नज़र मे रखते हुए कहा, और उनमें से एक, यह था" डाले ने समाचार पत्र से कहा। तुम्हें याद है, कि उस समय राष्ट्रपति पद ख़तरे मे था तो हम इस तरह की स्तिथि मे थे की, "पवित्र मसीह, हम और क्या करेंगे?" जबकि डाले ने रिसर्च को" सावधानी" के रूप में बताया , मार्टिन ने CNN के एंडरसन कूपर को बताया था की फिर से चुनाव अभियान ने महत्वपूर्ण निवेश किया यह ढूँढने मे की यह दाव कितना लाभांश देगा पोल होने पर। " अभियान पैसो की तरह मतदान और ध्यान केंद्रित समूहों पर नहीं खर्च करते जब तक कि वे गंभीरता से कुछ पर विचार कर रहे हैं," मार्टिन ने एसी360 पर कहा। यह अस्पष्ट है, हालाकी, क्या ओबामा जानते थे की उनकी टीम बदलाव ढूँढ रही है। मार्टिन ने सीएनएन को बताया कि उन्होने डाले से पूछा क्या उनके बॉस को संभावित फेरबदल के बारे में पता था? जबकि डाले ने कहा कि उन्हे" नही लगता की राष्ट्रपति को संभावित परिवर्तन के बारे में पता था" ,पूर्व चीफ ऑफ स्टाफ ने माना की यह "संभव है" कि यह ओबामा को पता था । "डबल डाउन" निश्चित: उत्तर नहीं देगी की क्या राजनीतिक जांच कर ओबामा की डेस्क पर पहुची? मार्टिन ने और बताया। कूपर ने मार्टिन से पूछा कि क्या उन्होंने गंभीरता से सोचा की ओबामा बिडेन डंपिंग टिकट अनुसंधान के बारे में पता नहीं था। "संभवतः," मार्टिन ने कहा। ग्लो- इन- दी- डार्क आइस क्रीम पसंद है? एक ब्रिटिश उद्यमी ने दुनिया की सबसे पहले ग्लो- इन- दी- डार्क आइस क्रीम - जेलिफ़िश का उपयोग कर बनाया है। चार्ली फ्रांसिस ने बेहतरीन नाश्ते का विकास करने के लिए समुद्री जानवर के भरपूर फायदा उठाया है। उसे यह विचार जेलिफ़िश पर एक शोध पत्र पढ़ने के बाद आया और चीन के आश्वस्त वैज्ञानिकों ने रासायनिक चमक का उपयोग को प्रोटीन को पुनः चमकाने पर किया. आइस क्रीम, खानेवाले कि जीभ के साथ प्रतिक्रिया करके प्रोटीन का पीएच स्तर बढ़ा देंगे और आइसक्रीम चमक जाएगी. क्रिस कहते हैं कि आइसक्रीम मुंह की गर्मी से प्रतिक्रिया करने के साथ प्रज्ज्वलित होती है , अर्थात जीतना ज़्यादा चाटोगे, उतना ज़्यादा यह प्रज्ज्वलित होगी. लिक मी आई एम डेलिसियस आइसक्रीम कंपनी के संस्थापक चार्ली ने कहा: "यह अविश्वसनीय चीज़ है पर शुरुआती दिनों के उत्पादन me £200 से लगभग २ ग्राम सामान मिलेगा". जो प्रोटीन हम आइसक्रीम मे इस्तेमाल कर रहे है वह जीभ मे न्यूट्रल पीएच के साथ प्रतिक्रिया करेगी. जैसे ही मुँह गर्म होता है प्रोटीन पीएच स्तर बढ़ा देंगे और आइसक्रीम चमक जाएगी। हम पिछले कुछ महीनों से परीख्रण कर रहे है और इसे हेलोवीन पर साझा करने के लिए एकदम सही लग रहा है क्योंकि यह अद्भुत चमक प्रभाव देता है यह शायद सबसे महंगी आइसक्रीम होगी जो मेने बनाई है क्योंकि जेलिफ़िश की चमक सोने से चार गुना अधिक महंगी है तो प्रत्येक स्कूप की लागत मुझे आती है 140 पाउंड के आसपास । हालांकि iska स्वाद बहुत अच्छा है। चार्ली की ब्रिस्टल में आधारित प्रयोगात्मक कंपनी, बियर, पनीर, मांस और सोने की पत्ती सहित apne असामान्य स्वाद के लिए प्रसिद्ध है। लेकिन उसकी अगली रचना और भी अधिक महत्वाकांक्षी साबित होनेवाली है। उन्होंने कहा: "मैं वास्तव में एक अदृश्य आइस क्रीम विकसित करना चाहता था." यह स्वाभाविक असंभव है बर्फ क्रिस्टल के कारण जो आइसक्रीम के उपर अपवर्तन बनाते है, लेकिन मुझे लगता है हमे इसे करने का एक रास्ता मिल जाएगा। आइस क्रीम एक जेलिफ़िश के प्रतिदीप्त गुण की उपयोगिता है, जो चीनी वैज्ञानिकों द्वारा संश्लेषित की गयी है रानी बाग मार्केट में ग्राहकों से पूरा बाजार अटा पड़ा था। हाल यह था कि बर्तन खरीदने के लिए लोगों को 15 से 20 मिनट तक का इंतजार करना पड़ा। यही हाल वजीरपुर, अवंतिका रोहिणी, नहारपुर, अशोक विहार सेंट्रल मार्केट, व प्रशांत विहार स्थित सेंट्रल मार्केट में रहा। कुछ ऐसा ही नजारा पीतमपुरा, अशोक विहार, मॉडल टाउन के सर्राफा दुकानों पर भी देखने को मिला। यहा भी लोगों ने सोने और चांदी के गहनों व सिक्कों की जमकर खरीदारी की। इस कारण बाहरी रिंग रोड सहित अन्य बाजारों में जाम भी लगा रहा। हालांकि आफिस से घर के लिए निकले लोगों घर पहुंचने के लिए घंटों जाम में बिताने पड़े। हेलोवीन 2013: संख्याओ द्वारा जब मैं छोटा था, हैलोवीन जादुई था। मेरी बहन और मैं कैंडी खाने, देर से चुप रहने और खेलने के ड्रेस अप पड़ोस के लिए खेलने के लिए अनुमति दी गई । आजकल, मैं एक लोभी से और अधिक हो गया हु मैं पिछले दो साल के लिए मेरे अपार्टमेंट से कैंडी बाहर देने के लिए साइन इन भी नहीं किया और शायद इस साल तो नहीं ही होगा। लेकिन आँकड़े बताते हे की मे एक काली भेड़ हू जब हालोवोवेन आती हे नॅशनल रीटेल फेडरेशन के अनुसार , ज़्यादातर अमेरिकन्स वास्तव मे $158 मिलियन इस बार हेलोवीन मना रहे हे।, $6.9 बिलियन केंडीऔर वेशभूषा और सजावट पर खर्च करेंगे। एक चीज़ जो मे हमेशा देखता आया हू वो है हर . हेलोवीन की प्रवृतियाँ। NRF के अनुसार कुल खर्च $6.9 बिलियन मे से पोशाक के खर्च का अंदाज $1.2 बिलियन है इस साल सेक्सी निर्जीव वस्तुओ से सभी क्रोधित है। महिलाओ को वैश्यावृति नही करनी पड़ती; क्योकि वो तो सेक्सी खाना जेसे की पिज़्ज़ा, हॅमबर्गर्स और गाजर भी है मर्दो के लिए मे आशा करता हु की बहुत सारे ज़ॉंबीस,और शुक्रिया चलते मुर्दो की बदोलत अंतरिक्ष पुरुषो के लिए हमारे इंस्टाग्राम फीड्स बनाएगा इस साल। गूगल के अनुसार सबसे ज़्यादा ढूंढी जानेवाली पोशाक ज़ॉंबीस, बॅटमॅन, लुटेरे और चुड़ेले होंगी। मेरा अनुमान है की पारंपरिक होने मे कोई बुराई नही है। पिछले साल हमने कुत्तो को पोशाक पहनाई और अश्चर्य से हम अकेले नही थे। NRF अनुसार अमेरिकी लोग सचमुच $330 मिलियन खर्च करेंगे पालतू पोशाको के लिए। यही विडंबना है की बहुत सारे होट्डॉग कुत्तो के साथ है। जब कैंडीकी बात आती है तब हम आसपास नही देखते। निलसेन कंपनी के अनुसार अमेरिकन्स इस साल $1.9 बिलियन खर्च करेंगे। हेयर्षी बार्स, लॉलीपॉप, मिल्क डड्स, ट्विज़्लर्स और क्लार्क बार 600 मिलियन पाउंड के आसपास के है । अमेरिकी वाणिज्य विभाग के मुताबिक यह एक अच्छी खबर है की 41 मिलियन ट्रिक ओर ट्रिक्स हमारे पड़ोस मे भाग लेनेवाले है। लेकिन हक़ीकत मे हम, और जो मज़ाक कर रहे है ख़रीदेंगे 90 मिलियन पौंड की चोकॉलेट हेलोवीन के दौरान कन्फेक्शनरों एसोसिएशन के अनुसारएक चीज़ हम उपयोग नही करेंगे हेलोवीन के दौरान कैंडीकॉर्न, परंतु वो भी बिकेंगी लगभग 35 मिलियन पाउंड्स । वह है मक्का की व्यक्तिगत गुठली 9 अरब के बारे में। यह एक रहस्य है। अभी तक का समाधान करने के लिए कुछ भी और अधिक नहीं है तत्वमयी हैलोवीन भूतिया गृहो की तुलना मे। वे सबसे अच्छा नाम है , " दीवार के पीछे आतंक (जो,वास्तव मे एक जेल है), "चीख़-ओ-चीख" और थे "हाउस ऑफ शॉक." की तरह। अमेरिकन सत्ता के अनुसार वास्तव में, वहा 1200 आधिकारिक तौर पर मंजूर भूतहा घर है युनाइटेड स्टेट्स मे जो 500 मिलियन राजस्वा पैदा करते है। और वो भयानक अच्छी तस्वीरे जो तुम्हारा दोस्त फ़ेसबुक पर डालता है और वह आदमी जो तुम्हे देखकर लाइक करता है और कॉमेंट करता है नाइस फेस। अंत में, कद्दू की बात करते हैं। चार्ली ब्राउन ने महान कद्दू को पेश किया जब हम बच्चे, थे और एक जैक-ओ-लालटेन नक्काशी एक क्रिसमस ट्री सजाने की तरह है - यह कुछ है जो हमने किया है जब से हम छोटे से थे। नसीब से हमारे लिए , थे "बेबी इन ए पंपकिन ट्रेंड "पिछले साल ही शुरू हुआ पिनटेरेस्ट की बदौलत, इसलिए हममे से ज़्यादातर बड़े हुए इन गार्ड्स की नक्काशी कर और ना की उनके साथ बेते रहने से। अमेरिकी जनगणना ब्यूरो के अनुसार इस वर्ष, अमेरिकि 106 मिलियन डॉलर के आसपास कद्दू, पर खर्च करेंगे। जैक-ओ-धीरे धीरे मुर्झानेवाला लालटेन अपने सामने के पोर्च पर शायद इलिनोइस से, जो इस साल 542 मिलियन पाउंड कद्दू से बढ़ आया । यदि आप अतिरिक्त ऋण के लिए देख रहे हैं, फोन टिम और सुसान मतिस्दों नापा में, कालीफ़., और ऊपर उनकी 2,032 पाउंड कद्दू उत्कीर्ण करने के लिए प्रयास करें। एमसीए ने एक बयान में कहा, 'यह फैसला किया गया कि मैच की शुरुआत से पूर्व प्रस्तुतिकरण के दौरान सचिन की फोटो वाला डाक टिकट जारी किया जाए। इसके बाद बीसीसीआइ और एमसीए द्वारा संयुक्त प्रस्तुतिकरण होगा। इसके अलावा टॉस के लिए एक विशेष सिक्के का इस्तेमाल किया जाएगा जिसे एमसीए संभालकर रखेगा। एमसीए 64 पृष्ठ की विवरणिका भी जारी करेगा, जिसमें तेंदुलकर से जुड़े लेख और उनके बारे में व्यवसाय, खेल और पत्रकार जगत के लोगों के बयान होंगे। संघ ने कहा कि सीमित संख्या वाली यह विवरणिका और सिक्के एमसीए और बीसीसीआइ के सदस्यों को बांटे जाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रत्येक दिन 10000 मुखौटे, 10000 स्कोर कार्ड और 10000 टोपियां बांटी जाएंगी जिसमें सचिन के फोटो होंगे। लैंड रोवर रैली सीरीज़ घोषित इसमें इंटीरियर में रेसिंग सीट हैं तथा छह-बिंदु वाली हार्नेस बेल्ट हैं, और साथ ही इंटरकॉम सिस्टम भी है। इसके विकल्पों में शामिल हैं - अपग्रेड किए गए ब्रेक, सर्विस पैकेज जो बॉलर वर्क्स मैकेनिक्स, लॉजिस्टिक सहायता, तथा ईवेंट के बीच वाहन संग्रह तक पहुंच प्रदान करता है। बॉलर मोटरस्पोर्ट के प्रबन्ध निदेशक, ड्रू बॉलर ने कहा: "बॉलर में आने वाले रैली ग्राहक बदल गए हैं।" वे सभी अनुभवी रेसर नहीं है, बल्कि उत्साह और रोमांच तथा विश्व-स्तरीय ईवेंट्स की दिशा तक पहुंचा सकने वाले मार्ग की तलाश करने वाले लोग हैं। हम लैंड रोलवर तथा एम.एस.ए. की साझेदारी में यह मार्ग प्रदान करते हुए बहुत प्रसन्न हैं, तथा हम विश्वास करते हैं कि यह फॉरमेट यू.के. और विदेशों में भिन्न रैली विधाओं का अनुभव करने का नया तरीका प्रदान करता है, तथा प्रतियोगी को रैली रैड की कठोरता तथा सच्चाई के लिए तैयार करता है। हमें डिफेन्डर चैलेन्ज कार विकसित करने में वास्तव में मजा आया है - यह वास्तव में मजेदार चैम्पियनशिप होगी। इसके अतिरिक्त, डिफेन्डर चैलेन्जर फरवरी महीने में प्रशिक्षण तथा परीक्षण दिवस और साथ ही, उत्तरी अफ्रीका और मिडिल ईस्ट में मरुस्थली ईवेंट में प्रतिस्पर्धा करने का विकल्प भी प्रदान करेगा। ट्रांसपोर्ट एरिया स्थित पटाखा मार्केट में कारोबार करने का पटाखा व्यापारियों का सपना साकार नहीं हुआ। पटाखा व्यापारी हाईकोर्ट के आदेश के बाद मझदार में फंस गए हैं। न तो अब वे रंजीत एवेन्यू में बनाई गई अस्थायी पटाखा मार्केट में कारोबार कर सकते हैं, न ही उन्हें ट्रांसपोर्ट एरिया में कारोबार के लिए लाइसेंस जारी किए गए हैं। पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट द्वारा गठित कमीशन ने अपने दौरे के दौरान रंजीत एवेन्यू स्थित अस्थायी पटाखा मार्केट को असुरक्षित घोषित किया। वहां उचित प्रबंध न होने के कारण अमृतसर के डिप्टी कमिश्नर को दस लाख रुपये का जुर्माना भी ठोका। हाईकोर्ट ने अपने आदेश में अमृतसर के प्रशासनिक अधिकारियों को जमकर फटकार लगाते हुए कहा है कि ऐसा प्रशासन किस काम का जो नौ वर्ष तक पटाखा व्यापारियों की एक मुश्किल को भी हल नहीं कर पाया। उन्हें शहर में उचित जगह उपलब्ध नहीं करवाई जा सकी। इसके बाद उचित सुरक्षा प्रबंध कर पटाखा व्यापारियों को जहाजगढ़ स्थित मार्केट में ही कारोबार के लिए लाइसेंस जारी करने के लिए कहा गया। इस आदेश के बाद भले ही पटाखा व्यापारी खुश हो गए, मगर उनकी खुशियों पर पुलिस ने शुक्रवार को पानी फेर दिया। पुलिस के असलहा लाइसेंस ब्रांच की टीम पटाखा मार्केट में पहुंची और वहां पर काउंटर लगाकर फार्म बेचे। इसके बाद उन्हें जो शर्ते बताई गई, उन्हें एक दिन में पूरा करना असंभव था। एसीपी ईस्ट गौरव गर्ग, असलहा लाइसेंस ब्रांच के इंचार्ज अनूप कुमार, एसएचओ सुल्तानविंड अरुण शर्मा पटाखा मार्केट में पहुंचे। उन्होंने पटाखा व्यापारियों द्वारा किए गए प्रबंधों पर असंतोष व्यक्त किया। इसलिए पटाखा व्यापारियों को लाइसेंस जारी नहीं किए गए। दीपावली को एक दिन शेष बचा है। इसके चलते पटाखा व्यापारी परेशान हैं। उन्हें करोड़ों रुपये का घाटा सामने नजर आ रहा है। पटाखा व्यापारी अविनाश सिंह, राकेश सेठ, हरीश धवन, हरीश दुआ, देसराज, सतनाम सिंह, मनजिंदर सिंह और गिन्नी का कहना है कि अगर उन्हें करोड़ों रुपये का घाटा हुआ तो वे जिला प्रशासन पर दावा ठोकेंगे। गुस्साए पटाखा व्यापारियों ने शुक्रवार रात को जहाजगढ़ से लेकर रंजीत एवेन्यू तक रोष मार्च निकाला। पुलिस और जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। इसके बाद रंजीत एवेन्यू में चल रही अस्थायी पटाखा मार्केट में भी कारोबार बंद करवा दिया। एक खदान में जमीन से 50 फीट ऊपर संकटपूर्ण पहाड़ के मुंहाने पर एक खोये हुए पपी को बचाने के लिए अग्निशामक दल को बुलाया गया कॉकर स्पैनील रूबी एक छोटी सड़क टक्कर में आने के पश्चात भाग गई थी उसे तीन दिन पश्चात खदान में फंसे एक डॉग वॉकर द्वारा देखा गया अग्निशामक कर्मियों ने कुत्ते को मौत के मुंह से बचाने के लिए चट्टान के आगे के हिस्से को रस्सी से नीचे उतारा पपी द्वारा किसी तरह से जमीन से 50 फीट ऊपर संकटपूर्ण पहाड़ के मुंहाने पर फंस जाने के बाद, अग्निशामक कर्मियों को बुलाये जाने से उसे सौभाग्यपूर्ण जीवन मिला। नौ महीने की कॉकर स्पैनील रूबी, रविवार दोपहर को एक सड़क टक्कर में आने के बाद भाग गई थी तथा बुधवार को खदान में से बचाये जाने से पहले 3 दिन अकेले गुजारे। उनके मालिक स्कॉट एल्डरसन, 25, तथा उनकी गर्लफ्रेन्ड बेकी हॉल, 20, डेनहोम, रूबी से फिर से मिलने के लिए पश्मिची यॉर्कशॉयर में फ्लैप्पिट खदान में थे, तथा उन्होंने पश्चिमी यॉर्कशायर आग एवं बचाव सेवा को धन्यवार दिया है। एक छोटी दुर्घटना के बाद उसके भाग जाने के पश्चात उन्होंने अपने खोये हुए कुत्ते के लिए पागलों की तरह खोज की थी, तथा सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर अपील पोस्ट की हुई थी। बुधवार को दोपहर 2.15 बजे, एक तेज नजर वाले डॉक वॉकर ने रूबी को, जमीन से 50 फीट की ऊंचाई पर खदान में पहाड़ पर देखा। क्लेकहीटन फायर स्टेशन से एक तकनीकी बचाव दल घटनास्थल पर पहुंचा तथा रूबी को बचाने के लिए रस्सी के द्वारा नीचे उतारा तथा उसे चट्टान से नीचे लाने के लिए एक पेट ट्यूब का प्रयोग किया। विशेषज्ञ तकनीकी बचाव अधिकारी एन्डी क्लेटन ने कहाः ‘वह एक संकटपूर्ण स्थिति में थी। वह चट्टान के सामने के हिस्से के बीच में थी, ऊपर एवं नीचे से 50 फीट। उसने बचाव के दौरान एक भी हरकत नहीं की, वह पत्थर बनी हुई थी। लेकिन अब वह अच्छी है। उसके बाद वह बिस्किट खा रही थी। यह एक बिलकुल असामान्य सहायता की पुकार थी। बल्कि कुत्ते को देखा जाना ही अविश्वसनीय है। विशेष तकनीकी बचाव अधिकारी पीटर लॉ ने कहाः "रूबी सौभाग्यपूर्ण तरीके से बची है।" उसके गम्भीर रूप से चोटिल होने अथवा और भी खराब स्थिति में होने की संभावना थी। रूबी को जांच के लिए एक पशु चिकित्सक के पास ले जाया गया, जहां पर उसे थकावट एवं निर्जलीकरण के अलावा अच्छा पाया गया। हैलीफैक्स, पश्चिमी यॉर्कशायर से मिस हॉल ने कहाः "बचाव कार्य को देखना भयंकर था" पहले तो मुझे विश्वास ही नहीं हुआ कि वह वहां पर कैसे पहुंच गई। उसे वापस अपने हाथों में पाना विस्मयकारी है। पशु चिकित्सक ने कहा कि यदि वह बहुत थक जाती तथा गिरती तो निश्चित रूप से नीचे गिर जाती। अग्निशामक दल ने बहुत बेहतरीन कार्य किया। उन्होंने जो किया वह वास्तव में बहुत हिम्मतवाला काम है। हम उनके अहसानमंद हैं, तथा वे सभी बेहतरीन थे। कीगली से मि. एल्डरसन ने यह भी कहाः "हमें डर था कि वह गिर सकती है, लेकिन वह वहीं पर रही।" अग्निशामक दल ने बहुत शानदार कार्य किया। मुझे विश्वास नहीं होता कि वह वहां पर कैसे पहुंची। मिक जैगर का कहना है कि जब कैटी पेरी 18 वर्ष की थीं, तो उन्होंने उस पर प्रहार नहीं किया इस सप्ताह ऑस्ट्रेलियाई रेडियो शो के साथ एक साक्षात्कार के दौरान पॉन स्टार ने कहा कि उन्होंने जैगर के वर्ष 2004 के गाने "ओल्ड हैबिट्स डाई हार्ड" के लिए बैकिंग वोकल्स गाये थे। पेरी ने कहा कि उन्होंने वरिष्ठ रॉकर के साथ डिनर किया था, तथा ‘जब मैं 18 वर्ष की थी, तो उन्होंने मुझ पर प्रहार किया।" उन्होंने कहा कि "यह बात पुरानी हो गई, और वह मेरे साथ अच्छा व्यवहार करते हैं।" 70 वर्षीय जैगर के प्रतिनिधि ने गुरूवार को एक कथन में कहा कि वह "कैटी पैरी पर कभी भी प्रहार करने के बारे में स्पष्ट रूप से इंकार करते हैं।" प्रतिनिधि ने यह भी कहाः "संभवतः पैरी, किसी अन्य व्यक्ति की गलतफहमी में उनके बारे में कह रही हैं" पैरी इस वर्ष रोलिंग स्टोन के टूअर पर मेहमान के रूप में आने वाली गायिकाओं में से एक थीं। उनका नया एलबम "प्रिज्म" इस सप्ताह शीर्ष स्थान पर पहुंच गया। जॉर्ज केरेवनः यूरो विघटन ने स्कॉट्स को विकल्प दिया एक और दिन, स्वतंत्रता के डर की एक और कहानी इस बार हमें चेतावनी दी गई है कि ई.यू. की सदस्यता की शर्त के रूप में पूरे यूरोप में स्वतंत्र यात्रा क्षेत्र के रूप में शामिल होने के लिए स्वतंत्र स्कॉटलैंड की आवश्यकता होगी। बरविक पर पासपोर्ट नियंत्रण तथा हैड्रियन की दीवारों पर कंटीले तार की सीमा के बारे में कहानियों का संकेत देते हैं। सत्य है कि स्ट्रैथक्लाइड पेपर ने शेष यूरोप के साथ स्वतंत्र आवागमन के संभावित आर्थिक लाभों के बारे में वर्णन किया, यद्यपि - पूर्वानुमानित रूप से - हेडलाइन्स में इसका वर्णन नहीं हुआ। न ही किसी ने वर्णन किया कि ई.यू. सदस्य अपना अधिकांश समय अपने औपचारिक नियमों को अपनी आवश्यकतानुसार बदलने में व्यतीत करते हैं। चूंकि अब स्कॉटलैंड शेंगेन क्षेत्र नहीं है, इसलिए ब्रसेल्स वास्तव में स्कॉटलैंड से जो भी चाहता है, उसे प्राप्त करने के बदले में सतत गैर-अनुपालन ब्रसेल्स के लिए सस्ती छूट होगी। इसलिए, फिर, अ-कहानी। और बात जो इतने लम्बे समय से फंसी है, वह जम गई है। सबसे पहले मैंने "स्वतंत्रता का अर्थ है पासपोर्ट नियंत्रण" बेबुनियाद खबर लगभग 40 वर्ष पहले सुनी थी। फिर भी इस रोचक पुरानी कहानी को फिर से सुनाने में रोचक बिंदु खो गया। वैसे भी स्वतंत्र स्कॉटलैंड से यूरोप की बिडिंग करने की अपेक्षा क्यों करनी चाहिए? लंदन के योक का ब्रसेल्स के लिए क्यों क्रय-विक्रय किया जाए, खास तौर पर अब? यहां वास्तविक यूरोपीय समाचार हैः यूरोप को संगठित करने की महान, युद्ध-पश्चात योजना अंततः रुक गई है। यूरो संकट के साथ, प्रोजेक्ट यूरोप आधिकारिक रूप से मृत हो चुकी है। पूरे ई.यू. में ई.यू. का विरोध करने अथवा समान मुद्रा के रूप में यूरो बंद करने के लिए समर्पित दल मजबूती प्राप्त कर रहे हैं। यहां तक कि जर्मनी में भी यूरोस्केप्टिल अल्टरनेटिव फॉर जर्मनी पार्टी ने - जिसकी स्थापना इस वर्ष ही हुई है - अचानक आकर सितम्बर के संघीय चुनाव में लगभग पचास लाख वोट प्राप्त किए, और इस प्रकार फ्री डेमोक्रेट्स (हमारे अपने लिब डेम्स के समतुल्य) को प्रभावी रूप से बुन्डेसटैग से बाहर किया। संघीय यूरोप का निर्माण करने की योजना का हमेशा ही घरेलू विरोध रहा है। लेकिन, वर्तमान आर्थिक संकट आमूल परिवर्तनकारक साबित हुआ। बर्लिन और यूरोपियन सेन्ट्रल बैंक द्वारा लगाए गए कठोर नियमों के साथ ही, समान मुद्रा का अनुपालन करने के माध्यम से राष्ट्रीय अर्थव्यवस्थाओं पर लगाई गई बाधाओं के कारण बहुत लोगों को सोचना पड़ रहा है कि प्रोजेक्ट यूरोप बहुत दूर चला गया है। राष्ट्रीय सरकारों के अत्यधिक बजट घाटे में यूरो के संकट की बहुत अधिक भूमिका नहीं थी - ऐसा केवल ग्रीस के मामले में सत्य था। बल्कि, यूरो प्रणाली ने इसके सदस्यों को जर्मन निर्यातकों के पक्ष में मुद्रा विनिमय दर को स्थिर कर दिया - ऐसी चीज जिसे जर्मन राजनीतिज्ञ बनाए रखना चाहते हैं। घरेलू मुद्रा अवमूल्यन की संभावना के बिना, दक्षिणी यूरोप अपने आपको जर्मनी की तुलना में उत्पादकता के अंतर्निहित नुकसान वाली स्थिति में पाता है। एकमात्र उपाय है वेतन तथा सार्वजनिक व्यय को कम करना - जिसे बर्लिन द्वारा प्रोत्साहित किया गया है। चालू बजट तथा मुद्रा समस्याओं से कहीं आगे गहरी यूरोपीय उत्पादकता रुग्णता है। उपभोक्ताओं के व्यय पर फ्रांसीसी और जर्मन ऊर्जा फर्मों को छूट प्रदान करने के लिए - ब्रसेल्स द्वारा लगाई गई "हरित" ऊर्जा नीतियों के परिणामस्वरूप, यूरोपियन उद्योग संयुक्त राष्ट्र की तुलना में बिजली के लिए दोगुना तथा गैस के लिए चार गुना भुगतान करते हैं। यह पंगु करने वाला लागत नुकसान है, जिसे हम लोगों ने ग्रैंगेमाउथ में पहले ही देखा है। दुनिया में सभी वेतन फ़्रीज कर दिया जाना भी, यूरोपीय पेट्रोकेमिकल्स उद्योग को सस्ती यू.एस. शेल गैस द्वारा प्रभावित होने से नहीं बचा सकता। परिणामस्वरूप लोगों में विद्रोह की भावना भड़क रही है, खास तौर पर फ्रांस में, जो कभी ई.यू. का प्रमुख प्रशंसक रहा था। यूद्ध के पश्चात फ्रांस के शीर्ष राजनीतिज्ञों ने ई.यू. को जर्मनी को नियंत्रित रखने, तथा पेरिस को दुनिया में वांशिगटन के बराबर बिलिंग प्रदान करने के उपाय के रूप में देखा था। लेकिन बर्लिन को अब राजनीतिक वैधता के लिए पासपोर्ट के रूप में पेरिस की आवश्यकता नहीं है, तथा इसने यूरोप पर अपनी खुद की आर्थिक नीतियां लागू की हैं, जिसके कारण फ्रांस की अर्थव्यवस्था डगमगा रही है। परिणाम: मैरीन ली पेन के दक्षिणपंथी, ई.यू. विरोधी नेशनल फ्रंट ने हाल ही में हुए उपचुनाव में सत्ताधारी सोशलिस्ट को तीसरे स्थान पर धकेलते हुए विजय प्राप्त की है। इस समय फ्रांस में फ्रंट 24 प्रतिशत वोट के साथ सबसे लोकप्रिय दल है - यह ब्रिटिश लेबर के लिए यथासमय चेतावनी है कि वे यह मानकर नहीं चल सकते हैं कि बाएं के लिए विघटन, दाएं के लिए स्वतः ही लाभ हेागा। ली पेन फ्रांसीसी गोरों, कामकाजी वर्ग के बीच में अपनी नई मिली प्रसिद्धि के साथ क्या कर रहा है? यह दल अगले वर्ष होने वाले ई.यू. चुनावों का उपयोग यूरोपीय संसद में ई.यू. विरोधी, सर्वनिष्ठ मुद्रा विरोधी गुट बनाना चाहता है। यदि, जैसा कि बहुत संभव है, इन चुनावों में ई.यू. विरोधी दल अच्छा प्रदर्शन करते हैं तो इस प्रकार का गुट पहली बार यूरोपीय संसद को प्रभावित कर सकता है। मेरा दृष्टिकोण यह है: जल्द ही यूरोप में ई.यू. विरोधी तथा सर्वनिष्ठ मुद्रा विरोधी भावना का संगम यूरो को खत्म कर देगा। यूरो पूरी तरह समाप्त तो नहीं होगा, लेकिन यह फुटकर "(संप्रभु) राष्ट्रों का यूरोप" जैसे किसी रूप में वापस पहुंच जाएगा जिसे जनरल डि गॉल का समर्थन होगा। जर्मनी तथा इसकी कुछ अनुचर अर्थव्यवस्थाएं यूरो को बनाए रख सकती है, लेकिन फ्रांस तथा दक्षिणी यूरोप अपनी मुद्राएँ पुनः आरंभ करेंगे। मुझे अपेक्षा है कि यू.एस के साथ नजदीकियां बढ़ाने की उम्मीद में यू.के. खुद को इस प्रोजेक्ट से दूर रखेगा। तथापि, पैसिफिक में वांशिगटन की बढ़ती हुई रुचि संकेत देती है कि ब्रिटेन को ठंडे अटलांटिक में छोड़ दिया जाएगा। इन सबसे पश्चात स्कॉटलैंड का क्या होगा? हम लिटिल इंग्लैंड का क्षेत्र (आवश्यक रूप से) बना रहना चुन सकते हैं। अथवा हम अपने खुद आर्थिक हितों की रक्षा कर सकते हैं - जिसमें बर्लिन तथा ब्रसेल्स को सही समय पर अलग होने के लिए बताना शामिल है। मुझे लगता है कि स्कॉटलैंड ढीली यूरोपीय व्यवस्था में बेहतर कार्य-निष्पादन कर सकता है, बशर्ते कि हम अपनी खुद की मुद्रा रखें। गैर-संघीय राष्ट्रों के यूरोप में अन्य समान सोच वाले देशों के साथ मिलजुलकर काम करना आसान होगा। अन्यथा हमें नॉरवे के मार्ग पर चलते हुए अपनी आर्थिक स्वतंत्रता बनाए रखने के बारे में विचार करना चाहिए। स्कॉटलैंड में एस.एन.पी. सरकार - उल्लेखननीय रूप से - यूरोप में सबसे सफल मितव्ययिता-विरोधी राजनीतिक अभियान रहा है, जिसने लेबर के चांसलर एलिस्टेयर डार्लिंग द्वारा प्रस्तावित (तथा क्रियान्वित) कटौतियों का विरोध करने तथा उसके पश्चात टोरी-लिब डेम गठबंधन के आधार पर वर्ष 2011 में आश्चर्यजनक बहुमत जीता था। स्कॉटलैंड के लिए इस समय स्वतंत्रता के लिए वोट करना बेतुकी बात होगी, क्योंकि उस स्थिति में इसे बर्लिन और ब्रसेल्स द्वारा लगाए जाने वाले मितव्ययिता के नियम स्वीकार करने होंगे। समय से पहले यौवन: जल्दी बड़ा होना शोध दर्शाते हैं कि अफ्रीकी-अमेरिकी तथा हिस्पैनिक लड़कियाँ अपनी उम्र की गोरी लड़कियों की तुलना में कम उम्र में यौवन प्राप्त कर लेती हैं। शारीरिक परिवर्तन का यह अर्थ नहीं है कि यौवन समीप है इस बात के कोई साक्ष्य नहीं हैं कि हॉरमोन अथवा किसी अन्य रसायन को दोष दिया जा सकता है विशेषज्ञों का मानना है कि स्थूलता प्रकोप, कम आयु में यौवन का एक कारण हो सकता है समय से पहले यौवन का मामला लड़कों में उतना प्रभावी नहीं है सी.एन.एन. के भूतपूर्व संवाददाता पैट ईथरिज बच्चों के स्वास्थ्य और पारिवारिक मुद्दों में विशेषज्ञ पत्रकार हैं। क्या मां को चिंतित होना चाहिए, यदि उसकी बेटी में 7 या 8 वर्ष की आयु में ही स्तनों का विकास तथा जननांग के बाल निकलना आरंभ हो जाएं? इस सप्ताह ऑरलैन्डो, फ्लोरिडा में अमेरिकी बाल चिकित्सा अकादमी के वार्षिक सम्मेलन में बाल चिकित्सा एंडोक्राइनोलॉजिस्ट डॉ. पॉल कैप्लोविट्ज ने स्पष्ट किया कि ये आरंभिक शारीरिक परिवर्तन अमेरिकी लड़कियों में आम बात है, ये नया चलन दर्शाते हैं। कैप्लोविट्ज कहते हैं, "मैं बहुत-सा समय अभिभावकों को यह भरोसा दिलाने में खर्च करता हूँ - कि आम तौर से यह पूर्ण यौवन की दिशा में द्रुत प्रगति को नहीं दर्शाता।" विकास के प्रत्यक्ष लक्षण जैसे स्तनों का अंकुरित होना, जननांग और काँख के बाल तथा शारीरिक गंध लड़कियों में समय से पहले दिख रही है। लेकिन पिछले चार दशकों में रजोदर्शन (प्रथम मासिक-धर्म) की आयु में बहुत मामूली परिवर्तन रहा है। युनाइटेड स्टेट्स में, औसत आयु 12.5 वर्ष है, जो वर्ष 1970 में 12.75 थी। "जब स्तन विकसित होना शुरू होते हैं तो प्रथम रजोदर्शन में कम से कम दो से तीन वर्ष लगते हैं" कैप्लोविट्ज बताते हैं , जो "लड़कियों में समय-पूर्व यौवन: इस आम समस्या से निपटने के लिए आवश्यक मार्गदर्शिका।" के लेखक भी हैं यौवन के विकास का सबसे सटीक परीक्षण समय है। यौवन का आरंभ क्या है, इस बारे में बहस होती है, लेकिन जब 8 वर्ष की आयु से पहले स्तन विकास के साथ वृद्धि होती है दो इसे "बाल-प्रौढ़" कहते हैं। अधिकांश मामलों में यह प्रक्रिया धीमी हो जाएगी अथवा रुक जाएगी - जिसका बाल चिकित्सक नज़दीक से निरीक्षण कर सकते हैं। अधिक द्रुत प्रगति की स्थिति में एन्डोक्राइनोलॉजिस्ट द्वारा जांच की आवश्यकता हो सकती है ताकि ट्यूमर्स अथवा सिस्ट जैसी गम्भीर समस्याओं की संभावनाओं को दूर किया जा सके। समय-पूर्व मासिक-धर्म तथा अन्य परिणामों को विलम्बित करने के लिए उपचार हैं: अस्थियों की समय-पूर्व आयु-वृद्धि, जिसके कारण अविकसित वृद्धि तथा वयस्क के रूप में नाटा कद हो सकता है। ड्रग अथवा हॉरमोन उपचार के लिए संस्तुतियाँ, बच्चे की आयु, विकास दर, वृद्धि दर, तथा भावनात्मक वयस्कता पर निर्भर करती हैं। मनोवैज्ञानिक पहलू भी महत्वपूर्ण हैं। कैप्लोविट़ज दवाओं के बारे में सजग हैं लेकिन स्वीकार करते हैं, "यौवन को दबाना व्यवहारात्मक मुद्दे बढ़ा सकता है, तथा लड़कियों अपने साथियों से अलग महसूस करने लग सकती हैं।" दूसरी बड़ी समस्या समझी जा सकती है: अभिभावक बस नहीं चाहते कि उनकी कम आयु की बेटी को मासिक-धर्म हो। कैप्लोविट़ज ने कहा, "वे गर्भ के जोखिम के बारे में चिंता करते हैं, या फिर यह कि वे किस तरह से स्वच्छता बनाए रखेंगी।" एक महिला, जिनकी बेटी को 10 वर्ष की उम्रे में मासिक धर्म आरंभ हो गया था, याद करती हैं, "यह झटका था।’ यद्यपि इस बात के लक्षण थे तथा हमने मासिक-धर्म के बारे में बात भी की थी, लेकिन वह भावनात्मक रूप से तैयार नहीं थी। वह अपने स्कूल से डरी हुई तथा परेशान लौटी कि अपनी सहेलियों में उसे सबसे पहले मासिक धर्म आरंभ हुआ था। असामयिक यौवन के कारणों के बारे में बहुत से सुप्रचलित सिद्धांत हैं। फिर भी, इस बात के कोई सतत साक्ष्य नहीं है कि दूध अथवा अन्य खाद्य-पदार्थों में हॉरमोन, पर्यावरण में रसायन अथवा मीडिया में यौनोन्मुखी संदेशों पर आरोप लगाया जा सके। लड़के भी - लड़कियों की ही तरह - समय-पूर्व यौवन प्राप्त कर रहे हैं। कैप्लोविट़ज यह नियम निर्धारित करते हैं कि इसका सबसे मुख्य कारण स्थूलता का प्रकोप है। उन्होंने वर्ष 2001 में 6 से 9 वर्ष की लड़कियों के ऊपर अध्ययन संचालित करने में सहायता की थी, जो शरीर के वसा को यौवन के समय के साथ जोड़ती है। अन्य परिणाम इस निष्कर्ष का समर्थन करते हैं, परन्तु इसमें योगदान करने वाले बहुत से अन्य कारक भी हैं। इस देश में, अफ्रीकी-अमेरिकी तथा हिस्पैनिक लड़कियों में अपनी आयु वाली गोरी लड़कियों से पहले यौवन प्राप्त करने की प्रवृत्ति होती है। इस बात के बहुत-से स्पष्टीकरण हैं। वैश्विक स्तर पर, समय-पूर्व यौवन का प्रतिरूप, आर्थिक स्थितियों से लेकर मौसम व जीन्स तक, सभी चीजों से प्रभावित प्रतीत होते हैं। अन्य पहेली: यद्यपि लड़के चेहरे व जननांग के बाल कम उम्र में प्राप्त कर रहे हैं, लेकिन पूर्ण रूप से यौवन का चलन उनमें लड़कियों जितना स्पष्ट नहीं है। ए.ए.पी. सम्मेलन में उपस्थित होने वाले अन्य चिकित्सकों ने विषय की जटिलताओें का समर्थन किया। यहां तक कि शिशुओं और बच्चों में भी मुहांसे और जननांग के बाल देखा जाना आम हो गया है। मॉरिसटाउन, न्यूजर्सी में गॉरयेब चिल्ड्रेन्स हॉस्पिटल में बाल चिकित्सक एन्डोक्राइनोलॉजिस्ट, डॉ. लॉरेन्स सिल्वरमैन कहते हैं, "हमें इसके बारे में सावधान रहने की आवश्यकता है कि हम यौवन के वास्तविक आरंभ की किस तरह से पहचान करते हैं।" अभिभावकों को इस बारे में राय लेने के लिए अपने बाल चिकित्सक से मार्गदर्शन लेने में संकोच नहीं करना चाहिए कि अपने बच्चों से कैसे बात करें। कैप्लोविट्ज ने सलाह दी, "इसका अर्थ अपेक्षित समय से पहले बातचीत करना हो सकता है।" यदि आप शांत रहेंगे तो आपका बच्चा सामान्यतः ठीक से उत्तर देगा। समय से पूर्व विकास करने वाली लड़कियों का यह भरोसा दिलाए जाने की आवश्यकता होती है कि भले ही यह समय से पूर्व हो रहा हो लेकिन यह सामान्य जीवन का हिस्सा है। वीरवार को तापमान में 3.1 डिग्री सेल्सियस गिरावट दर्ज की गई। बुधवार रात को हुई बारिश व ठंड हवा ने लोगों को खूब ठंड का एहसास कराया। वीरवार को लोग स्वेटर पहन कर बाजारों व अपने गंतव्य की ओर निकले। सर्दी की पहली बारिश होने पर लोगों ने रजाई भी निकाल ली है। सुबह में लोग धूप का आनंद लेते भी नजर आए। मौसम बदलते ही जुकाम आदि बीमारी से भी काफी राहत मिलेगी, लेकिन उसके बाद दिनभर बादल छाए रहने से धूप छांव का सिलसिला जारी रहा। बच्चे भी स्वेटर पहन कर अपने स्कूल पहुंचे। वहीं, एयरफोर्स मौसम विभाग के मुताबिक वीरवार को अधिकतम तापमान 25.1 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान 13.7 डिग्री सेल्सियस रहा। जबकि 7.8 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। मौसम विभाग के अनुसार आगे भी आसमान पर बादल छाए रहेंगे। सीट चौड़ाई के लिए विवाद से जेट निर्माताओं के बड़े ऑर्डर्स दांव पर । इस महीने के दुबई ऐर्शो के लिए झगड़े के लिए लय स्थापित करते हुए एक होड़ लग गयी है लंबी दूरी की उड़ानों के लिए पर्यटक-क्लास की सीटों की चौड़ाई के लिए अग्रणी विमान निर्माताओं के बीच विवाद लंबी उड़ानों के विमानो मे ईकॉनोमी क्लास की सीट की चौड़ाई पर केंद्रित है, हमेशा जैसे एरलाइन्स द्वारा दिए जाने जैसे नही परंतु जिसकी आबंटित स्थान दक्षता को लेटेस्ट जेट एरबस SAS और बोईन्ग कंपनी ने कुंजी होने का दावा किया है ।. एरबस इस इस हफ्ते ईकॉनोमी कॅबिन मे कम से कम 18 इंच (४६ सेमी) की विस्तृत सीट दे ऐसे इंडस्ट्री मानक की आशा की है लेकिन यह एरलाइन्स द्वारा तय होना चाहिए उसके मुख्या-प्रतिद्वंद्वी बोइंग का कहना है । विवाद विमान निर्माताओ के बीच तब आता है जब 17-21 की घटना के बाद संभावित दर्ज किए गये ऑर्डर मे से लंबी दूरी के एरक्रॅफ्ट के जुड़वां इंजन के बड़े वर्सन को बेचने की होड़ लगी । विमान का पिछला विभाग कैसे बनाया गया है- विशेष रूप से कि क्या सीटिंग 9 या 10 बराबर है अधिक क्षमता के दावो को ध्यान मे रखते हुए मिनी जंबो जेट्स के डिज़ाइन तैयार किए जा रहे है? बोइंग का कहना है यह "777 X" बनाया है जो 406 लोगों को 17 इंच चौड़ी और एक पंक्ति मे 10 लोगो एकनामिक विभाग मे रखेगा । एयरबस का कहना है की A350 के साथ होड़ करते हुए यह 350 लोगों को 18 इंच छोड़ी 9 बराबर रखी सीट में ले जाएगा। विमान दिग्गज अक्सर व्यापार प्रेस में विज्ञापन के माध्यम से तकनीकी मामलों पर व्यापार प्रहार करते है । अब, एयरबस 777 X के साथ दुबई ऐर्शो मे 100 से अधिक ऑर्डर पर हावी होने की आशा है, ऐसा आगे जनता को अपील कर रही है। हाल ही मे यह देखा जा रहा है की विगियापन युद्ध की शुरुआत कुछ भी रही हो ये फिनँसेरो को यह दिखाते हुए एक साथ एक रेस्तरा मे तीनो एक साथ क्या यह आप स्वीकार करोगे? एयरबस बिक्री प्रमुख जॉन लेही ने "बोइंग क्षेत्रीय टर्बो से भी संकरीसीटों में लंबी दूरी की उड़ान पेश कर रही है" कहा। बदलाव के रूप मे , लोगों को भले बड़ा मिल रहा हो, लेकिन विमान बैठने का तरीका बदला नहीं है। अमरीकी स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार 1970 के दशक के बीच जब बोइंग 747 जंबो ne आधुनिक लंबे समय ki यात्रा ko परिभाषित किया tha, और सदी के ant me औसत 40 - 49 वर्षीय अमेरिकी नर ke वजन me 10 प्रतिशत वृद्धि हुई । अमेरिकी स्वास्थ्य सांख्यिकी के अनुसार 21 वीं सदी मे औसत अमेरिकी पुरुष की कमर 39.7 इंच, है। एयरबस का कहना है की इसका प्रतिद्वंद्वी 1950 की एक सीट अवधारणा से चिपके हुए है जब नये नाम "जेट सेट" की औसत परिधि संकरी थी , । एयरबस का कहना है की उन्होने रिसर्च कमिशन स्थापित किया है जो सीट की चौड़ाई में एक अतिरिक्त इंच 53 फीसदी नींद की गुणवत्ता में सुधार का सुझाव दे। बोइंग ने एयरबस के सीट माप के आँकड़ो पर विवाद किया , और कहा है की यह निर्माताओं के फैसले पर निर्भर नहीं है की कैसे एयरलाइंस किराए और सुविधाओ के बीच संतुलन बनती है ।. यह भी कहते हैं, की रिसर्च से पता चलता है एक सीट की चौड़ाई से अधिक केबिन के अनुभव पर निर्भर करता है। बोइंग केबिन विशेषज्ञ केंट क्रावेर ने कहा कि."यह वास्तव में एयरलाइनों को लचीलापन प्रदान करने मे और उन चीजों पर जिन्हेविश्वास है कि वे सफल होने के लिए क्या करने की जरूरत है यह बताते है ।" " वे हमें यह नही बताना चाहते की उन्हे किससे लाभ है"। उन्हे उनके व्यवसाय का बेहतर पता है किसी और की तुलना मे। फ्लाइयर्स के लिए यह कोहनी कमरे के बारे में है, लेकिन आपूर्तिकर्ताओं के लिए यह तेजी से एक मुद्दा है कि यह आय को प्रभावित कर सकता है। इस विवाद के पीछे कम से कम 700 अरब डॉलर के व्यापार का अंदाज है विमान ऑर्डर की स्पर्धा अमेरिकी और यूरोपीय निर्यात का तराजू टिप करने के लिए आने वाले दशकों में, पर्याप्त है। रायटर की रिपोर्टने बताया जुलाई में पहली बार,की क्या सीट लेआउट वास्तव में नये जेट विमानों के बीच लड़ाईका मुद्दा है। एयरबस और बोइंग ने दावा किया की प्रति सीट 20 प्रतिशत कार्यदक्शता हुई है उनके नये जुड़वा एंजिन डिज़ाइन मे उस खंड के लीडर की, 365-सीट बोइंग 777-300 एर की तुलना मे। बोइंग के प्रदर्शन का दावा निर्भर करता है 10 वाला 777 एक्स वन मूल 9 वाला 777 डिजाइन के साथ तुलना पर । इकाई लागत में लाभ के साथ 10 बराबर अब तुलना का उपयोग हुआ है। केविन केनिस्टन, यूरोप के एयरबस यात्री सुविधा के हेड का कहना है "बोइंग का यह उनके विमान हमारे उत्पादों, के साथ और अधिक प्रतिस्पर्धी बनाने के लिए और अधिक सीटों पर कब्जा करने के लिए कर रहा है "। दूसरी तरफ, विश्लेषकों का कहना है पूरे 10-सीट-प्रति पंक्ति केबिन मौजूदा 777 S के लिए सुझाव है कि कई यात्रियों का डेनसर लेआउट के पक्ष मे है, जो साथ ही साथ सस्ते किराए के साथ जा सकते हैं।. केबिन अंदरूनी विशेषज्ञ मेरी कर्बी, संस्थापक और संपादक के रनवे लड़की नेटवर्क ने कहा" अठारह इंच की सीट चौड़ाई यात्रियों के लिए बहुत बढ़िया रहेगा, लेकिन वास्तविकता यह है कि एयरबस का यह व्यापार बिंदु प्रस्ताव 777 की धमकी के द्वारा संचालित है" एयरबस और बोइंग सीटों की आपूर्ति नहीं करते लेकिन एयरलाइंस के लिए आपूर्तिकर्ताओं से चुनने के लिए एक सूची प्रदान कर रहे हे। दुनिया भर के जेट विक्रेता भी इस लेआउट्स स्पर्धा पर जाँच करने के सावधानीपूर्वक उपाय करे। ज़्यादा आराम करते हुए, सभी बिल्डर्स भी जेट विमानों की कम लागत वाली विमान सेवाओं और क्षेत्रीय यात्रा के लिए उच्च घनत्व वाली लेआउट्स दे रहे हे। एयरबस दे रहा हे एक 10 बराबर A350 लेकिन कहते हैं इसे अभी बेचा नहीं है। पर हाल ही में जब तक, एयरबस ने अधिक केबिन सुविधा की जरूरत के लिए इसके जेट विमानों में से कुछ पर व्यापक कॅबिन सीटों पर ज़ोर दिया। आधुनिक जेट विमानों का अन्य निर्माता के समर्थन के बिना एक नए उद्योग स्टॅंडर्ड पर उड़ान भरने , की संभावना नहीं है लेकिन यह 777 X बिक्री की लहर से विचलित कर सकता है। नयी एंटी-निकोटीन वैक्सीन धूम्रपान का आनंद समाप्त कर सकती है वैज्ञानिकों ने एक एन्टी-निकोटीन वैक्सीन विकसित की है, जो कि धूम्रपान से मिलने वाले मजे को समाप्त कर सकती है। वैक्सीन की एक ही खुराक, चूहों को पूरी जिंदगी के लिए नीकोटीन की लत से सुरक्षित रखने में सक्षम थी। मनुष्य पर परीक्षण आरंभ किये जाने से पहले आगे और परीक्षण की आवश्यकता है, जिसके में कई वर्ष लग सकते है, लेकिन न्यूयॉर्क में वील कॉर्नेल मेडिकल कॉलेज के प्रोफेसर रोनाल्ड क्रिस्टल ने कहा कि आंरभिक संकेत सकारात्मक हैं। प्रोफेसर कॉर्नेल ने कहा कि "हमें बहुत उम्मीद है कि इस प्रकार के वैक्सीन की रणनीति अंततः लाखों धूम्रपान करने वालों की सहायता कर सकता है, जिन्होंने आज के समय में बाजार में मौजूद सभी पद्धतियों का प्रयोग करते हुए धूम्रपान छोड़ने का प्रयास किया है, लेकिन उन्होंने पाया कि निकोटीन की उनकी लत, इन मौजूदा पद्धतियों से कहीं अधिक शक्तिशाली है।" नये वैक्सीन में एक हानिरहित वायरस है, जिसे एन्टी-निकोटीन एन्टीबॉडीज बनाने के उद्देश्य से आनुवंशिक सूचना पहुंचाने के लिए तैयार किया गया है। यह वायरस, चुनिंदा रूप से यकृत कोशिका को संक्रमित करता है, जो कि उसके पश्चात एन्टीबॉडीज की एक स्थायी धारा बनाना शुरू कर देती है। एन्टीबॉडीज रक्त में किसी भी निकोटीन अणुकणिका की खोज करते हैं, तथा उन्हें मस्तिष्क में पहुंचने से पहले निष्प्रभावी करने के द्वारा धूम्रपानकर्ता के अन्दर निकोटीन की तलब उठने से रोकता है। परीक्षण में, वैक्सीन दिये गये चूहे जिन्हें कि बाद में निकोटीन दिया गया, वे अपनी सामान्य क्रियाकलाप करते रहे। शोधकर्ता कहते हैं कि लेकिन जिस चूहे को वैक्सीन नहीं दिया गया था, उसे "अच्छा लगा", यह एक संकेत था कि निकोटीन उसके मस्तिष्क तक पहुंचा था। इस प्रयोग को, साइंस ट्रांसलेशनल मेडिसिन नामक पत्रिका में वर्णित किया गया था। पहले के तम्बाकू के वैक्सीन इसलिए विफल हो गये थे, क्योंकि उनमें एन्टीबॉडीज था। उसमें नियमित अन्तराल पर खुराक देना होता था, ताकि एन्टीबॉडीज का स्तर बना रहे, लेकिन वह महंगा तथा अव्यवहारिक साबित हुआ। लेकिन नये वैक्सीन की कीमत बहुत होने की उम्मीद की जा रही है, क्योंकि यकृत कोशिका को एन्टीबॉडी की फैक्टरी बना देगा। प्रोफेसर क्रिस्टल ने कहा कि यदि भविष्य की मानव वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित रही तो इसे बच्चों को, सिगरेट आजमाने के लालच से पहले दिया जा सकता है, जिससे उनको निकोटीन की लत से बचाया जा सके। लेकिन संभवतः इसका प्रयोग धूम्रपान करने वाले व्यक्तियों द्वारा धूम्रपान छोड़ने के लिए प्रयोग किया जायेगा। उन्होंने कहा कि "उन्हें पता चलेगा कि यदि वे फिर से धूम्रपान आरंभ करते हैं तो वे निकोटीन की वैक्सीन के कारण उन्हें धूम्रपान से कोई आनंद नहीं मिलेगा, जो कि उनकी आदत छुड़ाने में सहायता कर सकता है। ब्रिटिश वैज्ञानिकों ने परिणाम को रोचक बताया, लेकिन बहुत अधिक शोध किये जाने की आवश्यकता की चेतावनी दी। पोस्टमार्टम के बाद भी बाघिन के मौत की वास्तविक वजह से परदा नहीं उठ सका। वन विभाग इस बारे में गोलमोल जवाब देते हुए प्रथम दृष्टया बाघिन की मौत को स्वाभाविक बता रहा है। गुरुवार रात रामनगर वन प्रभाग के वन कर्मियों को पवलगढ़ कंजरवेशन रिजर्व खिचड़ी नाले के समीप एक बाघिन का शव मिला था। बाघिन के शव के सभी अंग सुरक्षित होने के साथ ही उस पर कोई घाव या चोट आदि के निशान भी नहीं थे। शुक्रवार को वन संरक्षक विवेक पांडे, सीटीआर के उपनिदेशक साकेत बडोला, डीएफओ कहकशा नसीम, एसडीओ जीएस कार्की की मौजूदगी में सीटीआर के पशु चिकित्सक भरत व कोटाबाग की पशु चिकित्सक हेमा राठौर द्वारा बाघिन के शव का पोस्टमार्टम किया गया। सूत्रों की मानें तो पोस्टमार्टम के दौरान बाघिन के आतंरिक शव खराब होना बताया जा रहा है। इससे बाघिन की वास्तविक मौत के कारणों का पता नहीं लग पाया। बाघिन की मौत पर विभागीय अधिकारी गोलमाल जवाब देते रहे। फिर भी बाघिन के आतंरिक अंगों को जहर की पुष्टि के लिए होने वाली टोप्सीकोलोजिकल जांच के लिए आइवीआरआइ बरेली भेजा गया है। वन संरक्षक पश्चिमी वृत्त विवेक पांडे ने बताया कि बाघिन की मौत को स्वाभाविक ही कहा जा सकता है। बाघिन के शव से जहर आदि के कोई लक्षण नहीं मिले हैं। फिर भी इसके लिए आसपास के क्षेत्र को सर्च किए जाने के साथ ही जहर की पुष्टि के लिए बिसरा जांच को भेजा हा रहा है। त्रिपोडी ओबाइड द्वारा हमें प्रभावित किया जा रहा से इनकार करते हैं। पूर्व एनएसडब्ल्यू श्रम मंत्री जोए त्रिपोडी पर स्टेट करप्सन वॉचडॉग द्वारा जांच की जाएगी। पूर्व एनएसडब्ल्यू श्रम मंत्री जोए त्रिपोडी पर समुद्री पट्टों कि नीति का खंडन उसके राजनीतिक गुरु एडी ओबाइड के अनुरोध पर करने से इनकार किया हैं पूर्व न्यू साउथ वेल्स के संरक्षक एडी ओबाइड , जिनका सरकार-नियंत्रित तीन भूमियो मे छिपा स्वार्थ था। भ्रष्टाचार के खिलाफ स्वतंत्र आयोग (ICAC) शुक्रवार को जांच विस्तृत कि,के क्या श्री ओबाइड ने कई राज्य मंत्रियों से पैरवी की पट्टों नीति के के परिपत्रो के उल्लंघन के लिए? जहाँ ओबाइड के स्वामित्व वाली दो रेस्तरां और कैफे, बिना टेंडर के रिन्यू की गयी अगस्त 2005 में अपने समय समाप्ति के बाद। लिन अश्पोले, पूर्व उप चीफ ऑफ स्टाफ द्वारा गुरुवार को दिए गए साक्ष्यों के बाद यह आरोप की श्री त्रिपोडी श्री ओबाइड के छुपे स्वार्थ जानते थे? की अब जांच हो रही है। 2005 में चर्चाओं के वर्षों के दौरान सरकार ने पट्टों के लिए पब्लिक टेंडर शुरू किए जाने के लिए दबाव दिया था। पट्टेदार इस के खिलाफ थे और वे और समय चाहते थे। 2009 में पट्टों के लिए परिपत्र के एंटरप्राइज़स, जिससे ओबाइड ने सालाना 2.5 करोड़ डॉलर कमाए, बिना पट्टों के टेंडर से रिन्यू किए गये. श्री त्रिपोडी, जो फ़रवरी 2006 से नवंबर 2009 तक दरगाहों के मंत्री थे, शुरू में पब्लिक टेंडर के पक्ष में थे। लेकिन उन्होने श्री ओबाइड के अनुरोध पर परिवर्तन के लिए मना कर दिया , श्री त्रिपोडी ने सरकारी पट्टे नीति मे बदलाव का आग्रह किया था एक फोन कॉल्स में पेश प्रतिलेख ICAC मे अगस्त और सितम्बर 2007 मे श्री ओबाइड और श्री त्रिपोडी और स्टीव डन, एक वरिष्ठ आधिकारिक जो बंदरगाहों मंत्रालय काम करने के बाद श्री ओबाइड के मत्स्य विभाग में आए थे सहायक आयुक्त एंथनी Whealy श्री Tripodi से पूछा। " क्या वाणिज्यिक पट्टे नीति का विकास मामले की टेलिफोन बातचीत, में चर्चा की जा रही थी?" "नहीं," श्री त्रिपोडी ने उत्तर दिया। मैं याद नहीं कर सकता की क्या चर्चा की थी, लेकिन यह निश्चित रूप से नहीं था। निश्चित रूप से नहीं मेरे और श्री ओबाइड के बीच। अधिकारियो का कहना है कि इजरायली लड़ाकू विमानों ने सीरिया में धावा बोला । इजरायली लड़ाकू विमानों ने सीरिया के बंदरगाह शहर लटाकिया को गुरुवार की रात मे लक्ष्य बनाया, एक वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी ने फॉक्स न्यूज कि पुष्टि की । अधिकारी ने मकसद क्या था यह नहीं बताया, लेकिन वहाँ कम से कम एक मकसद जरुर था। एसोसिएटेड प्रेस की रिपोर्ट बताती है कि टारगेट रसियन मिसाइले एसए-125 थी । इसराइल इस वर्ष में कम से कम दो बार पहले भी सीरिया के अंदर मिसाइलों पर हवाई हमले कर चूका है। 457 वीजा पर विदेशी कर्मचारी "प्रमाणिकता" परीक्षण से गुजर सकते है सरकार द्वारा 457 वीजा पर विदेशी कर्मचारियों के लिए एक "प्रमाणिकता" परीक्षण के बारे में विचार किया जा रहा है, क्योंकि इसका उद्देश्य एक कठोर कार्यवाही का विस्तार करना है। यदि अपनाया जाता है तो यह परीक्षण, ऑस्ट्रेलिया में अकुशल पदों को भरने अथवा प्रच्छन्न तरीके से परिवार एवं मित्रों को पहुंचाये जाने के लिए प्रयोग किये जाने वाले 457 को रोकने के उद्देश्य से बनाये गये एक मानदण्ड के माध्यम से लागू किया जायेगा। आज एक सरकारी चर्चा पत्र जारी किया गया था, विदेशी कर्मचारियों के बारे में सरकार के शब्दाडम्बर की निन्दा करते हुए भूतपूर्व लेबर एम.पी. मैक्सीन मैकक्यू ने आज कहा कि यह ऑस्ट्रेलिया के पड़ोसी देशों को क्रुद्ध कर सकता है। उन्होंने आज अमेरिका इण्डिया इंस्टीट्यूट से कहा कि "विदेशी लोग कतार के अंत में पहुंच रहे हैं’ तथा "ऑस्ट्रेलियाई लोगों को नौकरी पहले" के बारे में जोरदार बयानबाजी एक ऐसे समय पर बहुत ही अप्रिय दोहराव है, जबकि यूनियन्स ने एक सुरक्षित श्रम बाजार की मांग की हुई है।" ऐतिहासिक रूप से, इसका अभिप्राय यह था कि श्वेत श्रमिकों को सुरक्षा प्रदान किया जाना चाहिए था - तथा यदि क्षेत्र में कुछ लोगों ने उस ऐतिहासिक साक्ष्य की प्रतिध्वनि देखी हो, तो मुझे आश्चर्य नहीं होगा। चर्चा पत्र में 12 उपायों की रूपरेखा दर्शायी गई है, जिन पर भूतपूर्व आप्रवास मंत्री क्रिस बोवेन द्वारा पहले विचार किया गया था। आप्रवास मंत्री ब्रेंडन ओ’कॉनर जो कि कल श्रीलंका में थे, जहां पर वह तस्करी करने वाले लोगों के बारे में अधिकारियों से मिले, ने पांच संस्तुत परिवर्तनों को क्रियान्वित कर दिया है, जबकि शेष विचाराधीन हैं। यदि "प्रमाणिकता" मानदण्ड को अपनाया जाता तो, वीजा आवेदक की जांच इस बारे में की जा सकती है कि "क्या नामांकन ऐसी परिस्थितियों में सच्चा है, जिसमें नामांकित व्यक्ति, वीजा प्रायोजित करने वाले व्यक्ति के स्वामी अथवा सुसंगत व्यक्ति का सम्बन्धी अथवा व्यक्तिगत साथी है’। व्यवसायियों को 457 वीजा धारकों की संख्या की गणना रखने की आवश्यकता हो सकता है, क्योंकि पहले व्यवसायी जो कि कम संख्या में कर्मचारियों को प्रायोजित करना चाहते थे, ने सैकड़ों लोगों को काम पर रख लिया। इस दौरान, 35 वर्षीय श्रीलंकाई शरण साधक, इस सप्ताह क्रिसमस आईसलैण्ड पर एक शरणार्थी नाव में आने के पश्चात संदिग्ध हृदयाघात से मर गया। उस व्यक्ति का व्याकुल नौ वर्षीय पुत्र उसके साथ यात्रा पर ऑस्ट्रेलिया आया हुआ था, तथा बुधवार को उसके पिता की मृत्यु के पश्चात उसके एक वयस्क चचेरे भाई ने ढांढस बंधाया है, जो कि उसी पोत पर थे। ऑस्ट्रेलियाई अधिकारियों ने उस व्यक्ति को क्रिसमस आईसलैण्ड अस्पताल पहुंचाया, जहां पर उसकी मृत्यु हो गई। ब्रिटिश सरकार द्वारा HS2 रेल परियोजना से स्कॉटलैंड के लाभों में वृद्धि के लिए अध्ययन की घोषणा की गई है। HS2 द्वारा कार्य स्कॉटलैंड और इंग्लैंड के उत्तरी भाग में उच्च गति सेवाओं को इंगित करते हैं, जो 2026 में प्रथम चरण के साथ जल्द ही शुरू हो जाएंगे। परिवहन मंत्री बैरोनेस क्रेमर ने बताया कि इस परियोजना से "ब्रिटेन एक हो जाएगा।" स्कॉटलैंड के परिवहन मंत्री कीथ ब्राउन ने कहा कि इस परियोजना पर ब्रिटेन सरकार के साथ काम करके वे बहुत "उत्साहित" हैं। प्रथम चरण में लंदन और वेस्ट मिडलैंड्स के बीच नई उच्च गति रेल लाइन शामिल होगी। दूसरा चरण पूरा हो जाने पर, लाइनें मैनचेस्टर और लीड्स तक पहुँच जाएँगी। जून में सरकार ने लंदन और उत्तरी इंग्लैंड के बीच उच्च गति लिंक के निर्माण की लागत को £32.7 बिलियन से संशोधित करके £42.6 बिलियन कर दिया। ब्रिटिश सरकार ने, जो स्कॉटलैंड परिवहन से बातचीत कर रही थी, HS2 लिमिटेड को उत्तरी इंग्लैंड और स्कॉटलैंड के लिए रेल क्षमता और यात्रा के समय को और बेहतर बनाने की संभावनाओं पर विचार करने का निर्देश दिया। इसमें ग्लासगो और एडिनबर्ग से लंदन तक संभावित यात्रा समय को तीन घंटे या कम करने की संभावना शामिल है। बैरोनेस क्रेमर के अनुसार: "HS2 के लिए हमारा लक्ष्य वास्तविक राष्ट्रीय नेटवर्क है, जो यूके और उसके शहरों को करीब लाएगा।" हम HS2 के साथ आगे बढ़ रहे हैं, क्योंकि इसके लाभ बहुत अधिक होंगे। इसके बिना हम अपने रेल नेटवर्क की क्षमता से संबंधित समस्याओं का सामना करेंगे। लेकिन यह ग्लासगो और एडिनबर्ग सहित ब्रिटेन के 18 शहरों की कनेक्टिविटी के बारे में भी है, जो HS2 के कारण और अच्छी तरह जुड़ जाएंगे।। स्कॉटिश सचिव एलिस्टेयर कारमाइकल के अनुसार: "आज की घोषणा स्कॉटलैंड के लिए अच्छी ख़बर है।" स्कॉटिश सरकार के लिए, कीथ ब्राउन ने श्री कारमाइकल से HS2 नेटवर्क में स्कॉटलैंड की "स्पष्ट" वापसी की अपील की। श्री ब्राउन ने बताया: "उच्च गति रेल से स्कॉटलैंड को भारी आर्थिक लाभ होने की संभावना तो है, लेकिन इससे पूरे ब्रिटेन में उच्च गति रेल के पूरे मामले में स्कॉटलैंड पर आर्थिक भार भी बढ़ेगा। इसलिए हम ब्रिटिश सरकार की भागीदारी में कार्य करने के प्रति उत्साहित हैं, ताकि हम स्कॉटलैंड में उच्च गति रेल लाने, सभी के लिए लाभ का सृजन करने और ग्लासगो-एडिनबर्ग लाइन की पूर्ति करने हेतु विकल्पों की जांच कर सकें, जिसकी स्कॉटिश सरकार पहले से ही योजना बना रही है। मैं अगले वर्ष ब्रिटिश सरकार के मंत्रियों के साथ जांच रिपोर्ट की समीक्षा करने और आगे की कार्रवाई पर साथ मिलकर निर्णय लेने के लिए तत्पर हूँ। विमान विद्युत उपकरण नियम अभी ऑस्ट्रेलिया में प्रभावी रहेंगे US में उपकरण सम्बन्धित विनियमनों में नरमी बरते जाने वाले कदम के बावजदू, ऑस्ट्रेलियाई वायुयान यात्रियों को उड़ान भरते समय तथा विमान उतरते समय अपने टेब्लेट और स्मार्ट फोन बंद करना जारी रखना होगा। US संघीय विमानन प्रशासन ने अमेरिकी वायुयान सेवा कम्पनियों को अपने प्रक्रियाएं बदलने के लिए विकल्प खुला छोड़ा है, ताकि उड़ान के महत्वपूर्ण चरणों के दौरान यात्री ई-बुक पढ़ने, वीडियो देखने अथवा अपने उपकरण पर गेम खेलने में सक्षम होंगे, बशर्ते वे उपकरण "वायुयान" मोड में रहें। यात्री अभी ही बहुत सी उड़ानों के दौरान ऐसा कर सकते हैं, लेकिन बहुत से लोगों को उड़ान भरने तथा विमान उतरते समय अपनी ई-बुक आदि तक पहुँच करने में अक्षम होना अच्छा नहीं लगता। ऑस्ट्रेलियाई वायुयान सेवा कम्पनियाँ इस निर्णय पर विचार कर रही हैं, जिसके अनुसार US वायुयान सेवा कम्पनियों को इस आवश्यकता को पूर्ण करने के लिए बहुत अधिक कार्य करने होंगे, लेकिन उन्होंने संकेत दिया है कि अपनी प्रक्रियाओं में परिवर्तन करने के लिए उनके पास कोई तत्काल योजना नहीं है। नागरिक विमानन सुरक्षा प्राधिकरण ने यह भी कहा कि वह घोषणा के बारे में विचार कर रही है, लेकिन जोर दिया कि ऑस्ट्रेलिया में अभी भी उड़ान के महत्वपूर्ण चरणों में विद्युत उपकरणों के उपयोग पर प्रतिबंध प्रभावी हैं। "वर्तमान में CASA के पास, विमान में विद्युत उपकरणों के उफयोग को नियंत्रित करने वाला कोई विशिष्ट विनियमन नहीं है," प्राधिकरण ने कहा, "यह मुद्दा विनियमनों के अन्तर्गत आता है, जिसके अनुसार विमान सेवा संचालन कम्पनियों को सुनिश्चित करना होता है कि सुरक्षा व्यवस्था हमेशा पूरी तरह से बनी हुई है, तथा यात्रियों को चालक दल के सदस्यों द्वारा दिए जाने वाले सुरक्षा निर्देशों का अनुपालन करना होता है।" वर्जिन जो अपने इन-फ्लाइट वाई-फाई मनोरंजन सिस्टम के उपयोग को विस्तारित करने के बारे में CASA के साथ पहले से ही बातचीत कर रही है, वह इस परिवर्तन का पालन करने के लिए तैयार है, लेकिन उसने विनियामक के निर्देश पर आगे की कार्यवाही करने के लिए कहा। प्रवक्ता ने कहा कि "हम विद्युत उपकरणों के उपयोग की अनुमति दिए जाने के मामले में CASA द्वारा समीक्षा का स्वागत करेंगे, क्योंकि हमें वास्तव में ऐसा लगता है कि यह ग्राहकों को बेहतर अनुभव प्रदान करेगा, क्योंकि अब हमारे पास (वायरलेस इन-फ्लाइट मनोरंजन) हमारे विमानों में है। क्वांटास ने कहा कि यह अभी वर्तमान नियमों का पालन करेगी। इसने कहा कि "हमारी वर्तमान नीति के अनुसार उड़ान भरने तथा विमान उतरने के दौरान विद्युत उपकरणों का उपयोग नहीं किया जा सकता है, तथा इसे परिवर्तित करने की हमारे पास कोई तत्काल योजना नहीं है।" FAA निर्णय, अमेरिकी एलरलाइनों पर लागू होते हैं। वैसे, हम हमेशा ही ऐसे विनियामक विकासों में रुचि रखते हैं, जो यात्रियों को लाभ पहुंचा सकें तथा हम निश्चित रूप से FAA के निर्णय तथा उसके पीछे के कारणों पर विचार करेंगे। इस निर्णय का प्रभाव, प्रत्येक US वायुयान सेवा कम्पनी पर अलग-अलग होगा तथा उनके विमान की आयु पर निर्भर करेगा। वायुयान सेवा कम्पनियों को यह प्रमाणित करने की आवश्यकता होगी कि उनके विमान मोबाइल उपकरणों से रेडियो व्यतिकरण को सहन कर सकते हैं, साथ ही उन्हें अपनी नियम पुस्तिकों, प्रशिक्षण सामग्री, कैरी-ऑन बैगेज प्रोग्राम तथा यात्रियों को संक्षिप्त विवरण देने में संशोधन करना होगा। FAA ने कहा कि "एयरलाइनों द्वारा उनके विमान की सहनीयता के सत्यापन के पश्चात वह यात्रियों को सभी ऊंचाइयों पर हाथ में पकड़ने वाले, हल्के वजन के विद्युत उपकरण जैसे कि टेब्लेट, ई-रीडर्स तथा स्मार्टफोन उपयोग करने की अनुमति देगा।" कम दृश्यता के विरल मामलों में, चालक दल यात्रियों को विमान उतरने के दौरान अपने उपकरण बंद करने का निर्देश देगा। समूह ने उड़ान भरने तथा विमान उतरने के दौरान भारी उपकरणों को सुरक्षित तरीके से सीट के नीचे रखने अथवा ऊपरी डिब्बों में रखने का सुझाव भी दिया है। सिंगापुर में मध्यम वर्ग द्वारा कठिनाई महसूस किए जाने के कारण पॉनब्रोकर्स की चांदी सिंगापुर में बेंडेमीयर शॉपिंग सेन्टर में पॉनशॉप में जनानी अमीरथलिंगा अपनी बेटी की स्कूल फीस का भुगतान करने के लिए अपनी सोने की चूड़ी, अंगूठी तथा झुमके देकर नकदी ले रही हैं। श्रीमती अमीरथलिंगा ने कहा, "मेरे पति तथा मैने हाल ही में घर खरीदा है, इसलिए हमारा सारा पैसा उसमें फंसा हुआ है।" वे कहती हैं कि, यद्यपि वे एडमिनिस्ट्रेटर के रूप में 3,000 सिंगापुर डॉलर (2,400 यू.एस. डॉलर) कमाती हैं, तथा उनके पति भी नौकरी करते हैं, लेकिन परिवार की मासिक आय अपर्याप्त रहती है। वास्तव में, दक्षिण-पूर्व एशिया के हिस्सों में ऐसी ही मांग है - जहां घरेलू ऋण में वृद्धि हो रही है - वैल्यूमैक्स जहां वे अपना लेनदेन कर रही हैं, इस सप्ताह सिंगापुर स्टॉक एक्सचेन्ज पर सूचीबद्ध होने वाली तीसरी पॉनशॉप बन गई। आभूषण गिरवी रखना नकदी प्राप्त करने का एकमात्र तरीका नहीं है - सुश्री अमीरथलिंगा के मामले में 1,300 सिंगापुर डॉलर - बल्कि लगभग असुरक्षित बैंक लोन जितना सस्ता भी है। आम तौर पर सिंगापुर में पॉनब्रोकर 17 प्रतिशत प्रति वर्ष ब्याज लेते हैं, जो युनाइटेड ओवरसीज बैंक द्वारा पेश किए जाने वाले 15.4 प्रतिशत से थोड़ा ही अधिक है, जो स्थानीय ऋणदाता है जिसकी उसी शॉपिंग सेन्टर में शाखा है। तथापि, पॉनब्रोकर्स के पास क्रेडिट की जांच अथवा वेतन का प्रमाण की आवश्यकता न होने का लाभ है, तथा वे बैंक की तुलना में अधिक तेजी से ऋण उपलब्ध करा सकते हैं। परिवारों द्वारा जीवन-यापन के बढ़ते हुए खर्चों तथा घरेलू और उपभोक्ता ऋण में वृद्धि के कारण कठिनाई का सामना करने के कारण इस क्षेत्र में लाखों लोग पॉनशॉप का रुख कर रहे हैं। वैश्विक वित्तीय आपदा के पश्चात पाँच वर्षों तक मजबूत वृद्धि, तथा विकसित अर्थव्यवस्थाओं में सरल मौद्रिक नीति के कारण सस्ते क्रेडिट के बाद, अपनी अर्थव्यवस्था के मंद पड़ने के कारण निम्न तथा मध्यम आय वाले परिवार अपनी आवश्यकताएँ पूरी करने के लिए पॉनशॉप का रुख कर रहे हैं। इस सप्ताह रेटिंग एजेन्सी, स्टैन्डर्ड्स एंज पुअर्स ने मुख्यतः बढ़ते हुए बंधक (मोर्टगेज) के कारण बढ़ते हुए घरेलू लाभ को, एशियाई बैंकों की ऋणपात्रता के लिए जोखिम कारक बताया। इसने कहा कि एशिया में मलेशिया, थाईलैंड तथा सिंगापुर में सकल घरेलू उत्पाद के अनुपात में उच्चतम घरेलू ऋण है। मलेशिया जी.डी.पी. के 80 प्रतिशत के साथ इस सूची में सर्वोच्च स्थान पर है, जबकि वर्ष 2008 में यह 60 प्रतिशत थी। अर्थशास्त्री थाईलैंड में उपभोक्ता ऋण के उच्च स्तरों के बारे में चिंतित हैं, जो इस सप्ताह तकनीक मंदी से हल्का-सा उभरा है। गुरुवार को, डेटा ने सतत निर्यात मंदी तथा उपभोक्ता मांग में कमी दिखाई है। मलेशियाई बैंक, सी.आई.एम.बी. में अर्थशास्त्री सॉन्ग सेंग वुन ने कहा, "निर्णायक बिंदु यह बात है कि बढ़ती हुई कीमतों के साथ, [आय पैमाने के] मध्यम से निम्न वर्ग में आने वाले लोग अपनी आय हरसंभव तरीके से बढ़ाने का प्रयास करेंगे।" पिछले दो वर्षों में सोने के मूल्यों में ऐतिहासिक रूप से उच्च मूल्यों ने लोगों को व्यक्तिगत सम्पत्तियों को गिरवी रखने के लिए प्रेरित किया है, क्योंकि वे अपने परिवार के आभूषणों के मूल्य भुनाने के अवसर का लाभ उठा रहे हैं। सिंगापुर में सिटी-स्टेट के 200 पॉन आउटलेट में गिरवी रखी गई 70 प्रतिशत वस्तुएं सोना हैं। लोग कह रहे हैं "सोने का भाव अच्छा लग रहा है, चलो दादी मां की सोने की चेन गिरवी रख देते हैं, तथा अगले महीने वापस ले लेंगे। थाईलैंड की सबसे बड़ी पॉनशॉप संचालक, ईजीमनी, ने हाल के महीनों में अपने आउटलेट का इस्तेमाल करने वाले ग्राहकों की संख्या में 20 प्रतिशत वृद्धि देखी है। गिरवी रखने के व्यवसाय में इतनी वृद्धि है कि बेन्डीमीर में आउटलेट के संचालक वैल्यूमैक्स तथा सिंगापुर में इसके जैसे 15 अन्य, न केवल अपने पड़ोस में, मलेशिया में विस्तार करने की योजना बना रहे हैं जहां इसकी चार दुकानें हैं, बल्कि एशिया के बाहर भी विस्तार करने की योजना बना रहे हैं, वैल्यूमैक्स की कार्यकारी निदेशक याह ली चिंग कहती हैं। कम्पनी इसका वित्तपोषण, सिंगापुर स्टॉक एक्सचेन्ज पर इस सप्ताह लिस्टिंग में प्राप्त 66 मिलियन सिंगापुर डॉलर के 60 प्रतिशत इस्तेमाल से करेगी। जबकि उच्च ब्याज दरों के कारण कुछ डिस्काउन्ट लेन्डर्स (ऋणदाता) की आलोचना हुई है, लेकिन सुश्री याह कहती हैं कि गिरवी रखने अन्य ऋणदाताओं की तुलना में न केवल सस्ती दर मिलती है, बल्कि यह प्रत्यक्ष रूप से ऋण में वृद्धि भी नहीं करता है। वे कहती हैं, "ग्राहक ऐसी वस्तुओं को गिरवी रखते हैं जो उनके पास पहले से हैं, तथा व्यक्तिगत परिसम्पत्तियों को भुनाना घरेलू ऋण में वृद्धि नहीं करता। अल्पकालिक व सुरक्षित वित्तीय सहायता प्राप्त करने के लिए पॉनब्रोकिंग की सामाजिक स्वीकार्यता बढ़ रही है। ऐसा नहीं है कि पॉनब्रोकर्स को केवल वित्तीय रूप से कमजोर व्यक्ति ही इस्तेमाल करते हैं। सिंगापुर में धनी व्यक्ति भी वैल्यूमैक्स आउटलेट का इस्तेमाल करते हैं, वे गोल्ड बार अथवा रोलेक्स घडि़यां गिरवी रखते हैं जिससे उनके खरीद मूल्य का 60 प्रतिशत तक नकद भुगतान मिल सकता है। हमारे पास समाज के सभी वर्गों के ग्राहक आते हैं। सुश्री याह कहती हैं, "इनमें धनी व्यक्ति शामिल हैं जिन्हें व्यावसायिक उपक्रम अथवा निवेश हेतु थोड़े समय के लिए ऋण की आवश्यकता है, अथवा छोटे व्यवसाय जिन्हें अपनी नकदी प्रवाह आवश्यकताओं को पूर्ण करने की आवश्यकता है।" कभी-कभी उन्हें मात्र बहुत कम समय में धन की आवश्यकता होती है। इंडिया के सबसे बड़े बिजनेसमैन मुकेश अंबानी कि वाइफ नीता अंबानी 1 नवंबर 2013 को अपना 50 वां जन्मदिन मना रही हैं। नीता अपना बर्थ-डे मुंबई में नहीं बल्कि जोधपुर में मना रही हैं। उन्होंने इस मौके पर एक बहुत बड़ी पार्टी का आयोजन किया। इस पार्टी में शिरकत करने के लिए बॉलीवुड के कई बड़े सितारे जोधपुर पहुंचे। 31 अक्टूबर की देर शाम को कई बड़े सितारों को मुंबई एयरपोर्ट पर जोधपुर की फ्लाइट पकड़ते देखा गया। इन सितारों में करिश्मा कपूर, गीता बसरा, विनोद खन्ना और उनकी वाइफ कविता खन्ना, अभिषेक कपूर, अनु मलिक,शेखर कपूर, राज कुमार हिरानी,राकेश ओम प्रकाश मेहरा,राहुल बोस आदि के नाम शामिल हैं। जाहिर है इतने बड़े नाम जब पार्टी में शामिल होंगे तो यह जलसा कितना बड़ा होगा, इसका अंदाजा आप लगा सकते हैं। टैजी के स्वास्थ्य के लिए 325 मिलियन डॉलर का बचाव पैकेज संघ सरकार ने जोर देकर कहा है कि तस्मानिया के बीमार होते जा रही स्वास्थ्य प्रणाली के लिए 325 मिलियन डॉलर के बचाव पैकेज के साथ कठोर शर्तें भी जुड़ी हैं जो सुनिश्चित करेंगी कि राज्य सरकार निधि की बरबादी न कर सके। संघीय स्वास्थ्य मंत्री तान्या प्लिबरसेक ने घोषणा की है कि राष्ट्रमंडल, द्वीप राज्य की बूढ़ी होती जनसंख्या, जीर्ण बीमारियों की उच्च दर, तथा सिस्टम की सीमाओं के कारण मौजूदा संकट का समाधान करने के लिए "तत्काल कार्रवाई" कर रहा है। चार वर्षों के दौरान किए जाने वाले वित्त-पोषण का निर्णय, तस्मानिया के स्वतंत्र सांसद एन्ड्रू विल्की के साथ सरकार के परामर्श के पश्चात किया गया था। सुश्री प्लिबरसेक ने आज कहा, "सरकार आपातकालीन बचाव पैकेज लाई है, जिसके बारे में हमारा विश्वास है कि यह राज्य द्वारा सामना किए जा रही खास चुनौतियों का समाधान करेगी। 325 मिलियन डॉलर के पैकेज में 31 मिलियन डॉलर की वैकल्पिक सर्जरी योजना भी शामिल है। ऑर्थोपैडिक तथा मोतियाबिंद सर्जरी समेत 2600 अतिरिक्त ऑपरेशन, पिछले एकत्रित मामलों का समाधान करने में सहायता करेंगे। इसमें होबार्ट और लॉनसेस्टशन में वॉक-इन क्लिनिक, अस्पताल से जाने के बाद बेहतर देखभाल, चिकित्सा विशेषज्ञों के प्रशिक्षण, मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं तथा स्थानीय अस्पतालों में व्यक्तिगत इलेक्ट्रॉनिक स्वास्थ्य अभिलेख प्रणाली आरंभ किए जाने के लिए भी धन शामिल है। सुश्री प्लिबरसेक ने कहा, "ये निवेश, अग्रणी चिकित्सकों द्वारा तस्मानिया की स्वास्थ्य प्रणाली को बेहतर बनाने के लिए मुझे बताए गए सर्वोत्तम तरीकों के अनुरूप हैं।" मंत्री ने जोर देते हुए कहा कि तस्मानिया की सरकार सख्त रिपोर्टिंग तथा जवाबदेही शासन का सामना करेगी। राज्य को राष्ट्रमंडल धन प्राप्त करने के लिए वर्तमान वित्त-पोषण स्तर बनाए रखना होगा, तथा प्रत्येक महीने रिपोर्ट देना होगा कि अतिरिक्त निधि का कहां व्यय किया जा रहा है। राज्य द्वारा यथासंभव प्रभावी और कुशल तरीके से सेवा प्रदान किया जाना सुनिश्चित करने के लिए तीन सदस्यों के आयोग का गठन किया जाएगा। श्री विल्की ने कहा कि 325 मिलियन डॉलर का अर्थ तब तक बहुत अधिक नहीं होगा, "जब तक तस्मानिया की सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली को और अधिक संवहनीय स्तर पर पहुंचाने के लिए वास्तविक सुधार न किए जाएं।" फिर भी उन्होंने, तत्काल सहायता के लिए उनके अनुरोध पर प्रतिक्रिया करने के लिए सरकार की प्रशंसा की, जिसे वे सबसे पहले मई के आरंभ में प्रधानमंत्री के सामने लाए थे।" श्री विल्की ने कहा, "मुझे उम्मीद है कि राज्य री सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली को संकट-ग्रस्त सूची से अलग करने की दिशा में संघीय सहायता पैकेज बहुत सहायक सिद्ध होगा।" राज्य सरकार के अनुसार, ये अतिरिक्त वैकल्पिक प्रक्रियाएं मुख्यतः हाल में की गई कटौतियों को पूर्ववत कर देंगी। लेकिन संघीय विपक्षी स्वास्थ्य प्रवक्ता पीटर डट्टन का मानना है कि आज की घोषणा "बैंड-एड समाधान है।" उन्होंने ए.बी.सी. टी.वी. से कहा, "हम यहां इस कारण से हैं क्योंकि लेबर स्टेट सरकार ने अपनी स्वास्थ्य प्रणाली में 430 मिलियन डॉलर ले लिए हैं। राज्य सरकार द्वारा लगभग आधे अरब डॉलर ले किए जाने तथा राष्ट्रमंडल द्वारा 300 मिलियन डॉलर दिए जाने को आप अच्छे समाचार वाले दिन के रूप में नहीं मान सकते। श्री डट्टन ने मांग की कि सुश्री प्लिबरसेक को गारन्टी देनी चाहिए कि बचाव पैकेज में से एक भी डॉलर अतिरिक्त नौकरशाही पर व्यय नहीं किया जाएगा। डेनिस डिडेरॉट के उपन्यास के गिलौम निकलौक्स द्वारा रूपांतरण में बेहतरीन प्रोडक्शन डिजाइन तथा समय अवधि का विवरण है, लेकिन यह जितना होना चाहिए था, उससे कहीं अधिक हो गया है। फ्रांस का सन 1760 का समय दर्शाता हुआ यह उपन्यास, सुजान नाम युवा रईस की दुखद कथा बयां करता है जिसे उसके परिवार के सदस्य कॉन्वेन्ट भेज देता है। जब वह विद्रोह करती है तो वह स्वेच्छाचारी परपीड़क मदर सुपीरियर के हाथों अत्यधिक क्रूरता का सामना करती है, तथा दूसरी के लिए कामुक आकर्षण की वस्तु बन जाती है। यह फिल्म कभी भी कामुकता या सनसनी में नहीं जाती - और यही समस्या है। कथावर्णन की दृढ़ गम्भीरता के कारण दर्शकों के लिए इसमें उबाऊ फिल्म बनने का जोखिम भी है। सीएसए के कुलपति डॉ. मुन्ना सिंह ने उद्यान में फैली गंदगी के चलते बगीचे में प्रवेश शुल्क लगाने का निर्णय लिया है। वहीं विभागों की खस्ताहाल दशा को दुरुस्त करने के लिए 15 दिन का अल्टीमेटम दिया है। कुलपति ने शुक्रवार सुबह दस बजे उद्यान विभाग के साथ उपनिदेशक बीज एवं प्रक्षेत्र व निदेशक शोध का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने इन विभागों में निदेशक समेत दर्जन भर से अधिक कर्मचारियों को अपनी सीट से नदारद पाया। फटकार लगाने के बाद उन्होंने अगली बार अनुपस्थित पाए जाने पर वेतन काटने की चेतावनी दी। विश्वविद्यालय के मीडिया प्रभारी डॉ. नौशाद खान ने बताया कि महीने भर सैर के लिए 30 रुपये का पास बनवाना होगा। रोजाना एक रुपये की फीस पर लोग बगीचे में जाकर सैर कर सकेंगे। सिस्टम से होगा काम: कुलपति के सामने विभिन्न कार्यो से संबंधित आने वाली फाइलें एक सिस्टम के तहत पहुंचेंगी। हर कर्मचारी को अपनी फाइल लेकर कुलपति कार्यालय में दाखिल होने का अधिकार नहीं होगा। संबंधित अधिकारी उनकी फाइनल कुलपति तक पहुंचाएंगे। निगरानी करने वाले समूह ने कहा कि सीरिया ने अपने रासायनिक हथियार बनाने की क्षमता को नष्ट कर दिया है गुरुवार को निगरानी करने वाले समूह ने कहा कि सीरिया ने रासायनिक हथियार तथा जहरीली गैस युद्ध सामग्री बनाने के लिए महत्वपूर्ण उपकरणों को नष्ट कर दिया है, जबकि सीरिया के उत्तरी भाग में उग्र संघर्ष उभर कर आया, जो उस स्थान के बहुत करीब है जहां विषाक्त एजेंट रखे गए माने जाते हैं। साथ ही गुरुवार को, सीरियन आंदोलन समूह ने कहा है कि लगभग तीन वर्ष पहले आरंभ हुए सीरिया के गृह युद्ध के आरंभ से लेकर अब तक लगभग 120,000 लोग मारे जा चुके हैं। रासायनिक हथियार निषेध संगठन की यह घोषणा 1 नवम्बर की अंतिम तिथि से एक दिन पहले हुई है जिसे हेग स्थित संगठन ने डमस्कस को सभी रासायनिक हथियार उत्पादन इकाइयों तथा विषाक्त गैसों में रसायन मिलाने तथा युद्ध सामग्री में भरने के लिए इस्तेमाल होने वाली मशीनरी को नष्ट करने अथवा "अप्रभावी बनाने" के लिए निर्धारित किया था। मुख्य रूप से विनाश के आरंभिक चरण का पूर्ण होना, इस महत्वाकांक्षी घटनाक्रम में सार्थक मील का पत्थर है जिसका उद्देश्य वर्ष 2014 के मध्य तक डमस्कस के सभी रासायनिक हथियारों नष्ट करना है। उपकरण नष्ट करने का अर्थ है कि सीरिया अब नए रासायनिक हथियार नहीं बना सकता। हालांकि, डमस्कस को मौजूद हथियार और संग्रह को अभी भी नष्ट करना है। माना जाता है कि सीरिया के पास अभी 1000 मीट्रिक टन रसायन तथा हथियार हैं, जिसमें मस्टर्ड गैस तथा नर्व एजेन्ट सरीन शामिल है। ब्रिटेन स्थिति सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स ने रिपोर्ट दी है कि यह घोषणा उस समय हुई जब गुरुवार को सफीरा शहर में संघर्ष में वृद्धि हुई, जिसके बारे में विशेषज्ञों का मानना है कि यह रासायनिक हथियार उत्पादन इकाई के और साथ ही संग्रहण केन्द्र है। सीरिया में आंदोलन के नेटवर्क के माध्यम से मृतकों की संख्या का विवरण रखने वाले आंदोलन समूह ने गुरुवार को कहा कि 120,296 लोगों की मृत्यु हो चुकी हैं। उसने कहा है कि इसमें से 6,365 बच्चे समेत 61,067 आम नागरिक शामिल हैं। सरकार की ओर से कहा गया है कि 29,954 राष्ट्रपति बशर असद की सैन्य सेना के सदस्य हैं, 18,678 सरकार के पक्ष में लड़ने वाले लड़ाकू हैं तथा 187 लेबनीज हिजबुल्लाह उग्रवादी हैं। इसने यह भी कहा कि मृतकों में 2,202 सेना के भगोड़े तथा लगभग 5,375 विपक्षी लड़ाकू हैं, जिसमें से बहुत से विदेशी हैं। 25 जुलाई को यू.एन. ने अनुमान व्यक्त किया कि मार्च 2011 से चले आ रहे संघर्ष में लगभग 100,000 लोगों की मृत्यु हो चुकी है। इसने तब से आंकड़ों को अपडेट नहीं किया। इस संघर्ष के कारण लगभग 20 लाख लोग देश छोड़ने के लिए मज़बूर हुए हैं। असद का सैन्य दल सफीरा में कई सप्ताह तक विद्रोहियों से युद्ध करता रहा, जिनमें से कई लोग अल-कायदा समूहों से सम्बन्धित थे। गुरुवार को ऑब्जर्वेटरी ने कहा कि दोनों ओर से लोग हताहत हुए हैं, लेकिन स्पष्ट रूप से कुछ नहीं कहा। यह युद्ध, रासायनिक हथियारों के निरीक्षकों द्वारा सामना किए जाने वाले खतरे को दर्शाता है, जिनके पास बहुत कम समय-सीमा में, चल रहे गृह युद्ध के दौरान सीरिया में विषाक्त हथियार समाप्त करने का मिशन है। संयुक्त राष्ट्र के साथ मिलकर काम करने वाले ओ.पी.सी.डब्लू. की ओर बयान में कहा गया कि इसका दल "अभी संतुष्ट है तथा इसने पुष्टि कर ली है - तथा सीरिया के सभी घोषित महत्वपूर्ण उत्पादन और मिश्रण/भरने वाले उपकरणों को - नष्ट रूप में देख लिया है।" इसने यह भी कहा, "आगे कोई निरीक्षण गतिविधि की योजना नहीं बनाई जा रही।" इस सप्ताह के आरंभ में निरीक्षकों ने कहा था कि उन्होंने डमस्कस द्वारा घोषित 23 केन्द्रों में से 21 केन्द्रों पर जाकर पुष्टि कार्य का प्रथम चरण पूर्ण कर लिया है। निरीक्षकों ने कहा कि वे सुरक्षा कारणों से दो केन्द्रों पर जाने में सक्षम नहीं थे। शुक्रवार को ओ.पी.सी.डब्लू. ने कहा कि सीरिया के अनुसार ये दो केन्द्र "त्याग दिए गए हैं तथा... वहां रखी गई रासायनिक हथियार उत्पाद वस्तुओं को अन्य घोषित केन्द्रों पर पहुंचा दिया गया था, जिसका निरीक्षण कर लिया गया है।" यह तत्काल स्पष्ट नहीं हुआ कि सफीरा में इकाई, उन दो केन्द्रों में से एक है या नहीं, जहां ओ.पी.सी.डब्लू. के निरीक्षक जाने में सक्षम नहीं थे। सीरिया ने अपने रासायनिक हथियारों के सम्पूर्ण विनाश के लिए योजना प्रस्तुत की है, जिसे अगले महीने ओ.पी.सी.डब्लू. की कार्यकारी समिति द्वारा स्वीकृत किया जाना है। ओ.पी.सी.डब्लू. द्वारा जारी टिप्पणी में निगरानी करने वाले समूह के महानिदेशक अहमट उजुम्कु ने कहा, "इस संगठन द्वारा अब तक किए गए सबसे चुनौतीपूर्ण मिशन को पूर्ण करने में आप लोगों द्वारा प्रदर्शित की गई दृढ़ता तथा हौसले को मैं सलाम करता हूँ।" तीन वर्षों से चला आ रहा यह गृह युद्ध मुख्यः रूप से असद की सरकार तथा उसके सुरक्षा बलों, जिसमें शिया इस्लाम के से निकले, अलावाइट पंथ के सदस्य शामिल हैं, तथा विद्रोही सुन्नी मुस्लिमों के बीच का संघर्ष है। अन्य घटनाक्रम में आब्जर्वेटरी के प्रमुख रामी अब्दुर्रहमान ने कहा कि सीरिया के तटीय क्षेत्र लताकिया में एयर डिफेन्स केन्द्र में बुधवार को जोरदार विस्फोट हुआ था। उन्होंने कहा कि इस विस्फोट का कारण अभी ज्ञात नहीं है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से जाली रजिस्ट्री, जाली मुहरें, लैपटॉप और जाली रजिस्ट्री की फोटो कॉपियां बरामद की हैं। मोती नगर पुलिस ने सभी आरोपियों पर मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस कमिश्नर परमजीत सिंह गिल ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में हैबोवल स्थित चंद्र नगर का राजीव अग्रवाल उर्फ बिंट्टू, घुमार मंडी का कमल कृष्ण जसवाल, कोहाड़ा का गुरिंदर सिंह गग्गी और घुमार मंडी का सोनू शामिल हैं। रजिस्ट्रार दफ्तर (पूर्वी) का बलबीर सिंह मौके से फरार हो गया है। पुलिस के मुताबिक आरोपी रजिस्ट्रार दफ्तर के क्लर्क एवं रिकॉर्डकीपर बलबीर सिंह के साथ मिलकर खाली व पुरानी जमीनों के रिकॉर्ड में से कागजात निकल लेते थे और उसके बाद नए स्टांप पेपर खरीद कर उन पर जाली रजिस्ट्री तैयार कर लेते थे। यही नहीं उसके बाद असली रजिस्ट्री को गायब कर जाली रजिस्ट्री रिकॉर्ड में चढ़ा देते थे। इसके बाद आरोपी जाली कागजात पर जमीन को करोड़ों रुपये में बेच देते थे। वहीं, इन जाली कागजात पर लोन ले लेते थे। इसके बाद जमीन का असली मालिक पुलिस व प्रशासन के धक्के खाता रह जाता था। जाली रजिस्ट्री तैयार करवाने वाले आरोपी एनआरआइजी की जमीनों पर खास नजर रखते थे। क्योंकि एनआरआइजी की जमीन की देखरेख करने वाला कोई नहीं होता। इसलिए उन जमीनों की जाली रजिस्ट्री तैयार कर बेचना आसान रहता है। पुलिस कमिश्नर गिल ने बताया कि आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि उन्होंने अब तक 150 के करीब जाली रजिस्ट्रियां तैयार की हैं। पुलिस के मुताबिक गिरोह के सरगना राजीव के खिलाफ पहले भी धोखाधड़ी व चोरी के मामले दर्ज हैं। बाली में बम विस्फोट की साजिश करने वाले की सजा पर आक्रोश वर्ष 2002 में बम धमाके में मारे जाने वाले 202 लोगों के परिजनों और सम्बन्धियों ने, बम विस्फोट की साजिश करने वाले को दी जाने वाली सजा पर आक्रोश जताते हुए कहा कि उमर पटेक को फायरिंग दल का सामना करना चाहिए। पटेक को, जो लगभग 10 वर्ष तक दक्षिण-पूर्व एशिया के सबसे वांछित व्यक्तियों में से एक रूप में भागता रहा, बम विस्फोट में इस्तेमाल की गई विस्फोटक डिवाइस का निर्माण करने में उसकी भूमिका के लिए कल 20 वर्ष की सजा सुनाई गई। पैरोल दिए जाने पर उसे 15 वर्षों में रिहा किया जा सकता है। 45 वर्षीय उमर को, कुटा के प्रसिद्ध पर्यटक क्षेत्र में दो नाइटक्लब में हमला करके सामूहिक हत्या का दोषी पाया गया, जिसमें 202 लोग मारे गए थे, जिसमें 88 ऑस्ट्रेलियाई शामिल थे, तथा बहुत सारे लोग घायल हुए थे। उसे आतंकवाद से सम्बन्धित अन्य बहुत से आरोपों में भी दोषी पाया गया, जिसमें वर्ष 2000 में क्रिस्मस की पूर्व संध्या पर इंडोनेशिया में चर्च में किया गया शृंखलाबद्ध बम विस्फोट शामिल है। अभियोजकों ने आजीवन कारावास की सजा की मांग की थी, यद्यपि वे यह मांग भी कर सकते थे कि बम बनाने वाले मास्टर व्यक्ति के रूप में कुख्यात "विध्वंसकारी व्यक्ति" कहे जाने वाले इस व्यक्ति का मृत्युदंड हो। इस निर्णय ने पर्थ में रहने वाली महिला जून कॉर्टीन की दर्दनाक यादों को फिर से ताजा कर दिया, जिन्होंने एक दशक पहले पटेक तथा उसके सह-षड्यंत्रकारियों द्वारा किए गए विनाशकारी हमले में अपनी 39 वर्षीय जुड़वां बेटियाँ खो दी थीं। अपने आसुओं को रोकते हुए उन्होंने कहा कि पटेक को मृत्युदंड दिया जाना चाहिए था। मैं वास्तव में महसूस करती हूँ कि उसे अन्य खूंखार आतंकवादियों जैसी ही सज़ा मिलनी चाहिए थी। सुश्री कोर्टीन ने ए.ए.पी. से कहा, "उसे फायरिंग दल के सामने खड़ा कर दिया जाना चाहिए।" मुझे हर दिन बिना अपने नाती-नातिन तथा अपनी बेटियों के बिना जीना पड़ता है। 12 अक्तूबर 2002 को रात्रि 11 बजे के एकदम बाद, दि सारी क्लब के बाहर खड़ी वैन में लोड किए गए बम के विस्फोट के पश्चात इस क्लब का नामोनिशान मिट गया था। पीटर ह्यूगेस, आत्मघाती हमलावरों द्वारा विस्फोटक सामग्री से भरे बैगपैक का ठीक 20 सेकेंड पहले विस्फोट किए जाने के समय पैडीज बार में थे। वे इस बम विस्फोट की घटना के परिणामस्वरूप एक महीने लम्बे कोमा में चले गए तथा जीवन-रक्षक उपकरणों पर रहने के दौरान उनकी तीन बार "मृत्यु" हुई। श्री ह्यूगेस कहते हैं कि पटेक को वही सजा मिलनी चाहिए थी, जो इस नरसंहार के लिए जिम्मेदार जेम्माह इस्लामियाह आतंकी दल के तीन अन्य सदस्यों - अमरोजी, मुखालस तथा इमाम समुद्रा को मिली थी - जिन्हें चार वर्ष पहले मृत्युदंड दिया गया था। वास्तव में, इस व्यक्ति को किसी और से पहले मृत्युदंड दिया जाना चाहिए। उसे जिन्दा रखने का, देखिए, उसे जिन्दा रखने का कोई कारण नहीं है। 202 लोगों की हत्या करने तथा असंख्य लोगों को जख्मी करने के पश्चात, 20 वर्ष की सजा मिलना काफी नहीं है। पटेक, बाली बम विस्फोटकों में से सजा पाने वाला अंतिम व्यक्ति है। वह लगभग एक दशक तक पकड़े जाने से बचता रहा, लेकिन अंततः जनवरी 2011 में, पाकिस्तान के अबट्टाबाद में गिरफ्तार कर लिया गया, जहां यू.एस. सेना ने भूतपूर्व अलकायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन को चार महीनों से कम समय बाद मार गिराया था। मुकदमे के दौरान एफ.बी.आई. एजेन्ट ने प्रमाण प्रस्तुत किया था कि रिपोर्ट से पता चला है कि दक्षिण-पूर्व एशियाई आतंकवादी समूहों तथा अलकायदा के बीच संपर्क पुनः स्थापित करने के प्रयास में बिल लादेन से मिलने के लिए पटेक पाकिस्तान में था। सुश्री कोर्टीन कहती हैं, "उसने आत्मसमर्पण नहीं किया।" यहां तक कि उसे आज भी, इतने सारे लोगों को मानसिक पीड़ा पहुँचाने का दुख वास्तव में नहीं है। यह निर्णय, इस वर्ष हमले की 10वीं सालगिरह से पहले आया, जिसे बाली और ऑस्ट्रेलिया में समारोहों द्वारा चिह्नांकित किया जाएगा। सुश्री कोर्टीन ने कहा, "इस वर्ष बहुत आंसू बहेंगे।" अभी भी पटेक अपने दंड के विरुद्ध अपील कर सकता है। एफ.ए.ए.: वायुयान यात्रिगण अब वायुयान में गैजेट का इस्तेमाल कर सकते हैं (लेकिन सेल फोन से कॉल नहीं कर सकते) वायुयान यात्री गेट में घुसने से लेकर गेट से उतरने तक पढ़ने, काम करने, गेम खेलने, मूवी देखने, संगीत सुनने के लिए अपने इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस का उपयोग करने में सक्षम होंगे - लेकिन अपने सेलफोन से बात नहीं कर सकेंगे - ऐसा गुरुवार को संघीय उड्डयन प्रशासन द्वारा जारी अत्यधिक-पूर्वानुमानित नए दिशा-निर्देशों के अन्तर्गत है। लेकिन यात्रियों को इन परिवर्तन की तुरन्त अपेक्षा नहीं करनी चाहिए। एक समाचार सम्मेलन में एफ.ए.ए. के प्रशासक माइकल हुअर्टा ने कहा कि इन परिवर्तनों को कितनी तेजी से क्रियान्वयन किया जाता है, यह प्रत्येक एयरलाइन में अलग-अलग होगा। एयरलाइन्स को एफ.ए.ए. को यह दर्शाना होगा कि उनके विमान, नए दिशा-निर्देशों को किस तरह से पूर्ण करते हैं, तथा दिशा-निर्देशों को दर्शाने हेतु अपने चालक दल के सदस्यों की प्रशिक्षण पुस्तिकाएं तथा डिवाइस संग्रह करने के लिए नियमों को किस तरह से अपडेट कर रहे हैं। एफ.ए.ए. ने कहा है कि इसने विमान पर पोर्टेबल इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के उपयोग को विस्तारित करने के लिए कुछ एयरलाइन्स से योजनाएं पहले ही प्राप्त कर ली है। डेल्टा और जेटब्लू उन एयरलाइन्स में से हैं, जिन्होंने पहले ही योजनाएं प्रस्तुत कर दी हैं। एफ.ए.ए. ने एक बयान में कहा, "योजना की स्थिति के आधार पर, हम बहुत जल्दी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के विस्तारित उपयोग को स्वीकृति दे सकते हैं। फ़िलहाल, यात्रियों को विमान का द्वार बंद होने पर अपने स्मार्टफोन, टेब्लेट, तथा अन्य डिवाइस को बंद करने की आवश्यकता होती है। उनसे अपेक्षा की जाती है कि वे विमान के 10,000 फीट की ऊंचाई पर पहुंचने तथा द्वारा कैप्टन द्वारा अनुमति दिए जाने तक उन्हें चालू न करें। यात्रियों से अपेक्षा की जाती है कि वे विमान के उतरते समय पुनः अपनी डिवाइस बंद कर लें, तथा विमान पूरी तरह से उतर जाने तक उसे चालू न करें। एफ.ए.ए. ने कहा, नए दिशा-निर्देशों के अन्तर्गत ऐसी एयरलाइन्स जिनके विमान इलेक्ट्रॉनिक व्यवधान से पूर्णतया सुरक्षित हैं, वे अपने यात्रियों को विमान द्वारा उड़ान भरते, विमान उतरते समय तथा टैक्सीइंग के समय डिवाइस के उपयोग करने की अनुमति दे सकती हैं। अधिकांश नई एयरलाइन कम्पनियाँ तथा अन्य विमान जो इस तरह से संशोधित हुए हैं कि यात्री अधिक ऊंचाई पर वाईफाई का इस्तेमाल कर सकते हैं, उनसे इन मानदंडों को पूरा करने की अपेक्षा की जाती है। एसोसिएशन ऑफ प्रोफेशनल फ्लाइट अटेन्डेन्ट की अध्यक्ष, लौरा ग्लेडिंग ने इन परिवर्तनों का स्वागत किया है। ग्लेडिंग ने एक बयान में कहा, "जब नीति का सुरक्षित तरीके से क्रियान्वयन हो जाएगा - और हम ऐसा करने के लिए एयरलाइन्स कम्पनियों के साथ मिलकर काम करेंगे - तो यह दोनों पक्षों के लिए जीत वाली बात होगी।" जब इस मुद्दे की बात आती है तो हम "हॉल मॉनीटर्स" जैसा अहसास करते-करते ऊब चुके हैं। एजेन्सी ने कहा कि लेकिन 10,000 फीट से कम ऊंचाई पर इन्टरनेट कनेक्ट करके सर्फ करना, ईमेल आदान-प्रदान करना, संदेश भेजना या प्राप्त करना, या डेटा डाउनलोड करना अभी भी प्रतिबंधित रहेगा। यात्रियों से अपने स्मार्टफोन, टेब्लेट तथा अन्य डिवाइस एयरप्लेन मोड में रखने के लिए कहा जाएगा। तो अभी भी दोस्तों से कोई बातचीत नहीं हो सकेगी, ऑनलाइन स्क्रैबल जैसा गेम, जिससे जुड़ी प्रसिद्ध घटना यह है कि जब वर्ष 2011 में एक्टर एलेक बाल्डविन, द्वार पर विमान पार्क रहने के दौरान अपने स्मार्टफोन पर खेल रहे थे, तथा उनके द्वारा डिवाइस बंद करने से मना किए जाने पर अमेरिकन एयरलाइन्स ने उन्हे विमान से उतार दिया था। तथा भारी उपकरण जैसे लैपटॉप आदि का अभी भी संग्रह करना होगा क्योंकि उनके उछल जाने से केबिन में दूसरे व्यक्ति को चोट लगने की चिंता होगी। उड़ान के दौरान सेलफोन कॉल प्रतिबंधित रहना भी जारी रहेगी। फोन कॉल से सम्बन्धित विनियामक अधिकार संघीय संचार आयोग के पास होता है, एफ.ए.ए. के पास नहीं। विमान के उड़ान भरने तथा उतरने के दौरान एफ.ए.ए. कुछ इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस पर प्रतिबंध हटा सकती है। पिछले महीने राष्ट्रीय परिवहन सुरक्षा मंडल के मार्क रोजेंकन जो सी.बी.एस. न्यूज के राष्ट्रीय परिवहन सुरक्षा विशेषज्ञ हैं, ने कहा कि सेल फोन को अभी भी जोखिम माना जाता है। रोजेंकर ने कहा, "सेल फोन वास्तव में गम्भीर मुद्दा हैं, मात्र इसलिए नहीं क्योंकि ये संभावित रूप से नेविगेशन-संबंधी डिवाइस में व्यवधान उत्पन्न कर सकते हैं, बल्कि इसलिए भी क्योंकि ये हवा में होने पर सेल फोन टॉवर्स में व्यवधान उत्पन्न कर सकते हैं। इस मुद्दे की जांच करने के लिए एफ.ए.ए. द्वारा गठित उद्योग जगत परामर्श समिति ने पिछले महीने संस्तुति की है कि सरकार को व्यक्तिगत इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के अधिक उपयोग की अनुमति देनी चाहिए। इनके उपयोग से प्रतिबंध कम करने के लिए एफ.ए.ए. पर हाल के वर्षों में दबाव बढ़ता रहा है। सेन. क्लेयर मैककैस्किलक, डी-मो जैसे आलोचक ने कहा है कि निषेध के लिए कोई वैध सुरक्षा कारण नहीं है। इन प्रतिबंधों का प्रवर्तन कर पाना और भी कठिन इसलिए होता जा रहा है क्योंकि डिवाइस का उपयोग सर्वव्यापक है। कुछ अध्ययनों से यह संकेत भी मिलता है कि लगभग तिहाई यात्री अपनी डिवाइस को बंद करने के निर्देश भूल जाते हैं या अनदेखा कर देते हैं। एफ.ए.ए. ने यात्रियों द्वारा इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के उपयोग को वर्ष 1996 में तब प्रतिबंधित करना आरंभ किया, जब यात्रियों द्वारा एफ.एम. रेडियो तथा उस समय के उच्च प्रौद्योगिकी वाले गैजेट ले जाने के कारण नेविगेशन तथा संचार उपकरणों में व्यवधान की रिपोर्ट प्राप्त हुई थी। नई एयरलाइन्स कम्पनियाँ, विमानों की पिछली पीढ़ी की तुलना में इलेक्ट्रिकल सिस्टम पर अधिक निर्भर हैं, लेकिन उन्हें भी एफ.ए.ए. द्वारा इलेक्ट्रॉनिक हस्तक्षेप के प्रति प्रतिरोध होने के लिए डिजाइन और स्वीकृत किया गया है। एयरलाइन्स कई वर्षों से यात्रियों से क्रूजिंग ऊंचाई पर वाई-फाई का उपयोग प्रस्तावित करती आ रही हैं। वाई-फाई सिस्टम के लिए संशोधित किए गए विमान भी व्यवधान के प्रति अधिक प्रतिरोधी हैं। हुअर्टा ने कहा कि अधिकांश एयरलाइन्स कम्पनियों को नए दिशा-निर्देश के अन्तर्गत इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के अधिक उपयोग के लिए पात्रता मानदंडों पर खरा उतरना चाहिए। आज के समय की इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस, पिछली पीढ़ी की इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस की तुलना में बहुत कम पॉवर की रेडियो ट्रांसमिशन उत्सर्जित करती हैं। उदाहरण के लिए, ई-रीडर्स, पृष्ठ पलटने के दौरान बिलकुल नाममात्र का ट्रांसमिशन होता है। लेकिन डिवाइस द्वारा डेटा डाउनलोड करते अथवा भेजते समय ट्रांसमिशन प्रबल होते हैं। यात्रियों द्वारा डिवाइस के उपयोग पर लगे प्रतिबंध कम करने का पक्ष लेने वालों में से Amazon.com भी रहा है। वर्ष 2011 में कम्पनी के अधिकारियों ने एयरलाइन्स में अपनी पूरी किंडल ई-रीडर्स को लोड किया तथा उसे समस्याओं के परीक्षण के लिए उड़ाया लेकिन कोई भी ऐसी समस्या नहीं मिली। डिवाइस के उपयोग से होने वाले जोखिम के बारे में एफ.ए.ए. सलाहकार समिति ने मिली-जुली भावनाएं अभिव्यक्त की है। राष्ट्रीय वायुयान यात्री संघ के डगलस किड ने कहा कि उनका मानना है कि डिवाइस से होने वाला व्यवधान तो वास्तविक है, चाहे जोखिम नाममात्र का ही हो। समिति के अन्य सदस्यों ने कहा कि, एयरक्राफ्ट सिस्टम में डिवाइस द्वारा व्यवधान डाले जाने के समर्थन में केवल पायलट द्वारा वर्णित की गई रिपोर्ट हैं, जिनमें से अधिकांश बहुत पुरानी हैं। तथापि, समिति के सदस्यों ने यह संस्तुति की कि एफ.ए.ए. पायलट को इस बात की अनुमति दे कि कम दृश्यता में विमान उतारे जाने के समय वे यात्रियों को डिवाइस बंद करने का आदेश दें। यात्रा उद्योग समूह ने परिवर्तनों का स्वागत किया है तथा उन्हें, प्रौद्योगिकी के नवीनतम दौर में यात्रा करने वाले लोगों के सामान्य ज्ञान वाली सुविधा कही है। यू.एस. ट्रैवल एसोसिएशन के सी.ई.ओ. रोजर डो ने कहा कि हमें खुशी है कि एफ.ए.ए. ने इस बात को पहचाना है कि आनन्द के साथ यात्रा करने वाला यात्री, बचाव और सुरक्षा के साथ असंगत नहीं है। पटना में हुए सिलसिलेवार बम धमाकों से सीख लेते हुए यूटी पुलिस ने सुरक्षा के मद्देनजर दीवाली के जश्न व उस दौरान आपातकालीन परिस्थितियों के समय क्विक रिएक्शन के लिए कमर कस ली है। यातायात व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने, झपटमारी की वारदातों की रोकथाम, मनचलों को सबक सिखाने सहित अन्य वारदातों को अंजाम देने वालों की धरपकड़ के लिए कुल 1800 सिपाही शहर के सभी मुख्य स्थलों, भीड़-भाड़ वाले बाजारों व अन्य जगहों पर वाहनों सहित व पैदल पैट्रोलिंग करेंगे। इन जवानों में पीसीआर, ट्रैफिक यूनिट सहित महिला पुलिसकर्मी शामिल होंगी। शहर के होटलों, गेस्ट हाउस तथा पीजी सहित अन्य जगहों पर भी पुलिस कर्मी व कमांडो सतर्कता से ड्यूटी कर रिकॉर्ड जांच करेंगे। थाना एसएचओ को मामलों की तफ्तीश के लिए स्पेशल इंवेस्टीगेशन टीम (एसआइटी) का गठन करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही शहर के वीआइपी सेक्टरों सहित मार्केट्स, मॉल व अन्य जगहों पर जांच करने का जिम्मा इंस्पेक्टर सहित डीएसपी को सौंपा गया है। आपातकालीन परिस्थिति व दीवाली के त्यौहार के चलते उच्चाधिकारियों ने लोगों की सहूलियत के मद्देनजर पुलिस कंट्रोल में भी अतिरिक्त पुलिसकर्मियों की ड्यूटी निर्धारित की है। पुलिस ने दमकल विभाग और पीजीआइ के डायरेक्टर, प्रिंसिपल डायरेक्टर व डीएचएस सहित सेक्टर-16 जीएमएसएच व सेक्टर-32 जीएमसीएच प्रबंधन के अलावा अन्य डिस्पेंसरियों के स्टाफ से आपातकालीन समय में हाई अलर्ट रखने को कहा गया। मनचलों को सबक सिखाने के लिए अब विभागीय अधिकारियों ने महिला पुलिस कर्मियों सहित अन्य को एनजीओ के नेतृत्व में 'एंटी गुंडा स्टाफ' का नाम देकर ड्यूटी पर लगाया है। एंटी गुंडा स्टाफ टीम के पुलिसकर्मी सादे कपड़ों में बाजारों सहित भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर मुस्तैद रहकर मनचलों की धरपकड़ करेंगे। दीवाली पर सभी एसएचओ को शहर के अंदरूनी इलाकों में 44 नाके लगाने के आदेश दिए गए हैं। साथ ही शहर की सीमाओं पर 38 नाका प्वाइंटों पर भी पुलिस कर्मी मुस्तैद रहेंगे। नॉर्थ सी रिग से सुरक्षा के लिए पक्षी को हवाई परिवहन द्वारा वापस जंगल में छोड़ा गया नॉर्थ सी ऑइल रिग पर निढाल पाए गए पक्षी को हवाई परिवहन द्वारा तट से वापस जंगल में छोड़ा गया है। इस वाटर रेल नामक पक्षी को स्कॉटिश SPCA द्वारा उनके एलोआ स्थित बचाव केन्द्र पर वापस स्वस्थ करने से पूर्व हेलीकॉप्टर द्वारा एबरडीन भेजा गया था। केन्द्र प्रबंधक कोलिन सेडन ने बताया: "यह वाटर रेल संभवतः उत्तरी यूरोप का शीतकालीन प्रवासी पक्षी था, जो उत्तरी सागर के ऊपर तेज हवाओं की चपेट में आ गया।" लगता है यह पक्षी थक गया था और उसने ऑइल रिग पर शरण ली। आगे उन्होंने बताया कि: "यह फिर से उड़ने में असमर्थ था इसलिए हमसे मदद के लिए संपर्क किया गया।" छोड़े जाने से पहले वाटर रेल स्वस्थ और तंदुरुस्त हो गया था। क्या यूरोप का उच्च वर्ग ब्रिटेन के साथ व्यवसाय करने के लिए तैयार है? अप्रैल में बिजनेस फॉर ब्रिटेन को लॉन्च किया गया तथा व्यवसाय को एकसाथ लाने तथा यह निर्धारित करने की प्रतिज्ञा ली गई थी कि यू.के. के रोजगार एवं समृद्धि निर्माता ई.यू. के साथ हमारे सम्बन्ध में क्या परिवर्तन देखना चाहते हैं। उसके लिए हमने ब्रिटेन के व्यावसायिक नेतृत्वकर्ताओं का सबसे बड़ा तथा सबसे विस्तृत सर्वेक्षण आयोजित करते हुए उनसे पूछा कि ई.यू. के साथ ब्रिटेन के व्यवसाय के बारे में उनके क्या विचार हैं। यू-गॉव ने 1000 व्यवसाय नेतृत्वकर्ताओं के विचार लिये, जो कि ब्रिटेन के व्यवसायिक आकार, क्षेत्रों एवं स्थानों के प्रतिनिधि हैं। इस सर्वेक्षण के निष्कर्ष बहुत से लोगों के लिए आश्चर्यजनक हो सकते हैं। हमने पाया कि व्यवसायियों का एक बड़ा हिस्सा अब यूरोप से बाहर निर्यात करना चाहता है, तथा उन देशों पर ध्यान केन्द्रित करना चाहता है, जो कि आधुनिक बन रहे हैं व वृद्धि कर रहे हैं, जबकि ई.यू. सदस्य देश गतिहीन हो रहे हैं। वे चाहते हैं कि सरकार चीन, भारत एवं ब्राजील जैसे देशों के साथ नये व्यापारिक सम्बन्धों को प्राथमिकता दे, न कि ई.यू. की रहस्यमयी संस्थाओं के सुधार के दीर्घकालिक एवं दुष्कर प्रक्रिया में उलझी रहे। जब एकाधिकार विनियमन से लेकर उत्पाद कानून तक जैसे विशिष्ट नीति क्षेत्रों के बारे में उनके विचार पूछे तो अधिकांश व्यवसाय नेतृत्वकर्ताओं का मानना था कि इन निर्णायक योग्यताओं का नियंत्रण वापस वेस्टमिंस्टर के पास आना चाहिए। एकल बाजार को लेकर आम असंतुष्टि बहुत आसानी से देखी जा सकती थी, व्यवसायियों का कहना है कि ब्रसेल्स के विनियमन की कीमत, यूरोप के व्यापारिक क्षेत्र का हिस्सा बने होने के लाभों से कहीं अधिक है - यहां तक कि विशाल व्यवसायी जो कि पारम्परिक रूप से यूरोपियन कम्पनियों के पक्षधर थे, में से 40 प्रतिशत इस बात पर सहमत थे। अंत में और सबसे स्पष्ट रूप से, व्यावसायिक नेतृत्वकर्ताओं के हमारे सर्वेक्षण ने पाया कि, एक बड़ा हिस्सा स्पष्ट रूप से चाहता है कि ब्रिटेन, ई.यू. के साथ राजनीति के बजाय व्यापार आधारित सम्बन्ध तथा संधि परिवर्तन के मार्ग पर आगे बढ़े। यह निष्कर्ष, जो प्रमुख व्यवसायी समूहों के स्तरों में देखी गई, ने दर्शाया कि व्यवसायी एक "सार्थक परिवर्तन" की ओर प्रेरित कर रहे हैं, जो कि यू.के. को इसकी खोई हुई शक्ति वापस प्रदान करे। इसकी बहुत ऊंची कीमत है - ब्रिटेन के लिए संधि परिवर्तन तथा एक बेहतर सौदा प्राप्त करने के मुद्दे ने मत-संग्रह में, ई.यू. में टिके रहने के पक्ष में 16 प्रतिशत मत का परिवर्तन किया। प्रधानमंत्री को किसी संदेह में नहीं होना चाहिएः यह सर्वेक्षण दशार्ता है कि ब्रिटेन के व्यवसायी, ई.यू. में ब्रिटेन की सदस्यता की शर्तों पर वार्ता करने के लिए उनकी योजना का समर्थन करते हैं। इसने यह भी दर्शाया कि व्यवसायी, वर्तमान शक्ति संतुलन को यू.के. के पक्ष में करने के लिए एक सार्थक परिवर्तन करने हुए पुनःवार्ता करने की अपेक्षा करते हैं। ब्रिटिश व्यवसायों के लिए एक बेहतर सौदा संभव है, तथा बहुत तेजी से यह अनिवार्य होता जा रहा है, क्योंकि यूरोजोन, परिबद्ध अर्थव्यवस्था तथा राजकोषीय संघ की दिशा में आगे कदम बढ़ा रहा है। प्राथमिकता अवश्य ही ब्रिटेन में नौकरियाँ तथा वृद्धि होनी चाहिए, जैसा कि हमारे सर्वेक्षण के निष्कर्ष दर्शाते हैं कि व्यवसायियो के लिए इसका अर्थ है व्यापार पर एक नया केन्द्रित ध्यान तथा ब्रसेल्स के विनियमन कार्यपद्धति में आधारभूत परिवर्तन। गैजप्रोम के एलेक्सी मिलर ने बुल्गारिया में पाइपलाइन को एक नये दौर की शुरूआत बताया गैजप्रोम के प्रमुख ने कहा कि बुल्गारिया में साउथ स्ट्रीम गैस पाइपलाइन के कंस्ट्रक्शन के आंरभ ने यूरोप की सबसे बड़ी ऊर्जा परियोजनाओं के आंरभ को चिह्नांकित किया है। ‘आज एक ऐतिहासिक घटना हुई हैः साउथ स्ट्रीम गैस पाइपलाइन के बुल्गारियन भाग पर कंस्ट्रक्शन आंरभ हुआ, जो कि यूरोप में सबसे बड़े पैमाने की तथा महत्वपूर्ण परियोजना है।" यह बात गैजप्रोम के अध्यक्ष एलेक्सी मिलर ने गुरूवार को एक बयान में कहा। यह परियोजना पूरे यूरोपीय महाद्वीप की ऊर्जा सुरक्षा का एक मुख्य तत्व है। साउथ स्ट्रीम, यूरोप में रूस के निर्यात मार्गों में विविधता प्रदान करेगा। अधिकारियों ने कहा कि, यूक्रेन जहां पर कि यूरोप के लिए रूस के गैस का अधिकांश भाग है, में गैजप्रोम की काउन्टरपार्ट तथा गैजप्रोम के बीच अनुबंध से सम्बन्धित एक विवाद पारम्परिक मार्गों के लिए एक जोखिम प्रस्तुत करता है। मिलर ने कहा कि यूरोपियन यूनियन के एक सदस्य बुल्गारिया तक एक सीधे कनेक्शन का मतलब है, पारगमन देशों के साथ जुड़े जुए भू-राजनीतिक जोखिमों का "सदा के लिए" समाप्त हो जाना। वर्ष 2015 में इस पूरी परियोजना का संचालन आंरभ होने के पश्चात बुल्गारियाई ग्राहक साउथ स्ट्रीम से छूट वाली दरों पर गैस प्राप्त करेंगे। गैजप्रोम ने कहा कि वर्ष के अंत तक अन्य डाउनस्ट्रीम देशों में कंस्ट्रक्शन आरंभ हो जाना चाहिए। इस पाइपलाइन को 2.2 ट्रिलियन घन फीट नैचुरल गैस की वार्षिक क्षमता के लिए डिजाइन किया गया है। एफ.ए.ए. विमानों पर इलेक्ट्रॉनिक गैजेट के प्रयोग पर प्रतिबंधों को कम कर रहा है - यद्यपि कि सेलफोन पर चैटिंग अभी भी निषिद्ध होगी। एक अधिकारी ने कहा कि युद्ध विमानों ने लैतकिया के बंदरगाह शहर में रूसी मिसाइलों के एक स्टोर पर हमला किया। यह प्रत्यक्ष रूप से, इजराइल द्वारा मध्यपूर्व में हथियारों की बढ़ोत्तरी को कम करने के अभियान की एक कड़ी है। एक संघीय अपील न्यायालय ने एक न्यायाधीश के उस निर्णय को अवरूद्ध किया, जिसमें एन.वाई.पी.डी. का विवादित कदम अल्पसंख्यकों के विरूद्ध भेदभाव करता है। सहारा के बीच में दो ट्रकों के खराब होने के पश्चात, अल्जीरिया जाने की उम्मीद कर रहे लगभग 100 अफ्रीकी प्रवासियों की मृत्यु। विशेषज्ञों ने कहा कि हिंसा के परिणामस्वरूप 14 वयस्कों एवं सात बच्चों की मृत्यु की घटना एक यादृच्छिक संयोग की बात है, यह अमेरिका में बढ़ती हुई हिंसा का संकेत नहीं है। यू.एस. सरकार बंदी से घबड़ाने के बजाय निवेशकों ने उस चीज पर ध्यान केन्द्रित किया, जो कि संभवतः उससे अधिक महत्वपूर्ण हैः फेडरल रिजर्व। कैलीफोर्निया की एक महिला ने एक चुनौती देने की योजना बनाई, जो कि अपनी तरह का पहला उदाहरण हो सकता है, कहा कि इन्टरनेट-कनेक्टेड आईवियर नेवीगेशन को आसान बनाता है। पुलिस ने कहा कि उसके पास एक ऐसा वीडियो है जो मेयर रॉब फोर्ड को एक चटके हुए पाइप से धूम्रपान करने जैसा दिखाता है। यहां तक कि बहुत नजदीकी सहयोगी भी एक दूसरे से चीजें छिपाते हैं - तथा यह जानने के लिए हर संभव प्रयास करते हैं कि क्या चीज उनके मार्ग की बाधा है। वैटिकन यह जानना चाहती है कि दुनिया भर में कैथोलिक पादरियों का समूह गर्भनिरोध, तलाक एवं समलैंगिक युगल जैसे संवेदनशील मुद्दों से कैसे निपटता है। विदेशी कलाकार जिम्नास्टिक का प्रदर्शन करेंगे। बृहस्पतिवार शाम को शहरी विधायक बलबीर पाल शाह ने रिबन काटकर एशियाड सर्कस का उद्घाटन किया। इस दौरान नगर निगम के मेयर सरदार भूपेंद्र सिंह व नगर सुधार मंडल के पूर्व चेयरमैन मुकेश टूटेजा उपस्थित रहे। सर्कस का पहला शो शहर के गणमान्य लोगों ने देखा। एशियाड सर्कस के प्रबंधक रघबीर सिंह ने बताया कि केन्या के कलाकार जिम्नास्टिक का प्रदर्शन करेंगे। बौने जोकर दर्शकों को ठहाके लगाने पर मजबूर कर देंगे। हवाई झूला दर्शकों के आकर्षक का विशेष केंद्र रहेगा। उन्होंने बताया कि शहरवासियों के मनोरंजन पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। जोनाथन लॉर्ड के विरूद्ध आरोपों से पहले वाई.एम.सी.ए. के दो कर्मचारियों पर यौन अपराधों का आरोप, रॉयल कमीशन ने सुनवाई की वर्ष 2011 में कैरिंगबाह बाल देखभाल कर्मचारी जोनाथन लॉर्ड के विरूद्ध आरोप लगाये जाने से पहले, वाई.एम.सी.ए. एन.एस.डब्लू. के दो कर्मचारियों पर बाल यौन अपराधों का अपराध लगाया गया है। लेकिन आयोग के समक्ष अपने बयान में इसने कहा कि इसने "कभी भी अपने संगठन के अन्दर बाल यौन उत्पीड़न का मामला नहीं सामने आया", आयोग को यह बताया गया। मुख्य कार्यकारी अधिकारी फिलिप हरे से उस मामले के बारे में पूछा गया था, जिसमें वाई.एम.सी.ए. के एक कर्मचारी पर बाल पोर्नोग्राफी अपराधों का आरोप लगाया गया था, तथा एक अन्य मामला जिसमें वाई.एम.सी.ए. कैरिंगबाह जिम इंस्ट्रक्टर पर वर्ष 1991 में उसकी देखभाल में रहने वाले बच्चों के विरूद्ध बाल यौन अपराध का आरोप लगाया गया था। आयोग की सहायता करने वाले अधिवक्ता गेल फरनेस से मि. हरे ने कहा उन्हें पहले मामले के बारे में पता था, लेकिन उन्हें दूसरे मामले के बारे में नहीं पता था। उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि आयोग के समक्ष वाई.एम.सी.ए. का यह कथन कि "वाई.एम.सी.ए. की बाहरी जांच करवाईं गई है तथा उन्होंने वाई.एम.सी.ए. को बाल सुरक्षा के मामले में सबसे आगे पाया है" भी सटीक नहीं है। आयोग के समक्ष यह साक्ष्य है कि वाई.एम.सी.ए. को अधिसूचित किया गया था, तथा इसने इस वर्ष अगस्त में शिक्षा एवं समुदाय विभाग गुणवत्ता ऑडिट में चार संभव रेटिंग में द्वितीय निम्नतम रेटिंग प्राप्त की। मि. हरे जो कि वाई.एम.सी.ए. के साथ 21 वर्ष की आयु से जुड़े हैं, ने स्वीकार किया कि लॉर्ड को नियुक्त करने कारण "स्वयं मेरे समेत" प्रबन्धन विफल हुआ है, तथा यह सुनिश्चित करने में विफल रहा कि कर्मचारियों को बाल सुरक्षा नीति उल्लंघनों की सूचना देने से सम्बन्धित उनके दायित्वों के में स्पष्ट रूप से पता रहे। इस वर्ष के आरंभ में लॉर्ड को, वाई.एम.सी.ए. में दो वर्ष के कार्यकाल के दौरान 12 बच्चों के साथ यौन अपराधों के लिए दोषी ठहराया गया था। उसे न्यूनतम छह वर्ष के लिए कारावास का दण्ड दिया गया था। लेकिन मि. हरे ने इस सुझाव से इंकार कर दिया कि वाई.एम.सी.ए. में सांस्कृतिक समस्या थी, जिसके कारण कर्मचारियों ने लॉर्ड द्वारा बाल सुरक्षा उल्लंघन की सूचना नहीं दी। कर्मचारियों ने उल्लंघन के बारे में जो देखा, उन साक्ष्यों को दिया जिसमें लॉर्ड द्वारा बच्चों के साथ अकेले समय बिताना, उन्हें निजी तौर पर बेबीसिटिंग करवाना, उन्हें गोद में बैठाना, उनसे यह कहना कि वह उनसे प्यार करता है तथा उन्हें अपने मोबाइल फोन पर खेलने देना शामिल है। डैनियल ऑकवेल जो कि लॉर्ड के पर्यवेक्षण में थी, तथा उसने बाल सुरक्षा प्रशिक्षण के लिए कही थी, क्योंकि वह उसके व्यवहार को लेकर चिंतित थी, ने यह गवाही दी कि लॉर्ड का पर्यवेक्षण करने वाले वाई.एम.सी.ए. कैरिंगबाह बाल सेवा प्रबन्धक जैक्यी बरनाट को "बहुत ही धमकाने वाला तथा अधिकांश समय मिलने में कठिन" था। सी.ई.ओ. ने कहा कि उसने कर्मचारियों के साक्ष्य को स्वीकार नहीं किया कि वे अपने प्रबन्धक से ऊपर सूचना देने में सहज नहीं थे। उसने कहा कि, बल्कि लॉर्ड के साथ उनकी दोस्ती ने उसके बारे में सूचना देने के उनके निर्णय को गुमराह कर दिया। मि. हरे ने कहा कि उन्होंने वाई.एम.सी.ए. एन.एस.डब्लू. मण्डल को अपना दृष्टिकोण प्रदान किया था कि, "जोनाथन लॉर्ड घटना" से संगठन के लिए पाठ "सूचना न देने के बारे में" था। मि. हरे ने कहा कि आरोप सामने आने के तुरन्त बाद ही कर्मचारियों द्वारा गोपनीयता समझौता पर हस्ताक्षर करवाने का निर्णय, वाई.एम.सी.ए. की बाल सेवा महप्रबन्धक लियम व्हाइटले द्वारा करवाया गया था। उन्होंने कहा कि इसका उद्देश्य साक्ष्य के सम्मिश्रण से बचना था, लेकिन यह "अतिउत्साही" तथा सही से निष्पादित नहीं किया गया था। ग्रिफिथ विश्वविद्यालय के बाल यौन शोषण विशेष प्रोफेसर स्टीफेन स्मालबोन ने कहा कि वर्ष 2099 से 2011 के बीच जोनाथन लॉर्ड के कार्य पर रहने के दौरान वाई.एम.सी.ए. एन.एस.डब्लू. एक सुरक्षित संगठन नहीं था। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों की नियुक्ति, अनुवीक्षण, प्रवेशण, प्रशिक्षण तथा पर्यवेक्षण में "गम्भीर समस्याएं" थीं। सुनवाई 20 दिसम्बर तक के लिए स्थगित कर दी गई है। ब्लेयर का कहना है कि वे ब्रिटेन वापसी चाहते हैं टॉनी ब्लेयर ने कहा कि वे ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बनने का मौका फिर से चाहेंगे - लेकिन वे मानते हैं कि वापसी की संभावना नहीं है। प्रधानमंत्री कार्यालय से उनकी विदाई की पांचवी वर्षगांठ के अवसर पर रात को लिए गए साक्षात्कार में, 59 वर्षीय ब्लेयर ने विभिन्न घरेलू नीतियों पर अपने विचार व्यक्त किए। नेता के रूप में एक दशक के बाद जून 2007 में पद छोड़ने के बाद, अपनी अधिकांश टिप्पणियों को विदेशी मामलों और मध्यपूर्व समूह के शांति स्थापकों के प्रतिनिधि की अपनी भूमिका तक सीमित रखते हुए श्री ब्लेयर ने ब्रिटिश राजनीति पर चर्चा करने से काफी हद तक परहेज किया। यह पूछे जाने पर कि क्या वे प्रधानमंत्री पद पर वापस आना चाहेंगे, श्री ब्लेयर को लंदन के इवनिंग स्टैंडर्ड अखबार द्वारा यह कहते हुए प्रस्तुत किया गया: "हाँ, ज़रूर, लेकिन ऐसा होने की संभावना नहीं है, इसलिए..." उन्होंने नेताओं से वित्तीय संकट के बाद व्यापारी समुदाय की अनदेखी नहीं करने का आग्रह किया। जब कार्डिफ में वर्ष के सर्वश्रेष्ठ घोड़े के लिए घोड़े का प्रदर्शन करने वाले विशेषज्ञों की भीड़ जमा हुई थी तो उन्हें पता था कि यह चुनौतीपूर्ण प्रतियोगिता होगी। लेकिन कोई भी व्यक्ति तीन वर्षीय फेन्टन किर्कलैन्ड के लिए तैयार नहीं था। अभी विद्यालय में भी नहीं गए तथा अपना पहला कदम उठाने से कुछ महीने दूर, इस नन्हे बच्चे तथा उसके पालूत शेटलैन्ड के टट्टू टाफी ने बडी ही आसानी से तीन चरण पूरे कर लिए तथा शीर्ष पुरस्कार प्राप्त किया - उसने अपने 30 वयस्क प्रतिद्वंदियों को पीछे छोड़ दिया। कार्डिफ के समीप रूड्री में सनीबैक ईक्वेस्ट्रीयन सेन्टर द्वारा आयोजित वार्षिक प्रतियोगिता में, अलग न की जा सकने वाली जोड़ी - जो Sk ही लम्बाई की है - की दिखावट, व्यवहार तथा शैली के लिए बहुत प्रशंसा की गई। खूबसूरत बॉलर हैट पहने हुए पुरुषों और महिलाओं के सामने उसने अपनी सपाट टोपी को अल्हड़ कोण पर तिरछा किया तथा अपने दो वर्षीय टॉफी को रिंग का चक्कर लगवाया। नियंत्रण करने के अपने प्राकृतिक कौशल जो उसकी उम्र से बहुत आगे का है, के लिए निर्णयकर्ताओं ने फेन्टन की तारीफ की। तथा टॉफी को उसकी दिखावट तथा व्यक्तित्व के लिए सर्वोच्च अंक मिले। फेन्टन को टॉफी उसके तीसरे जन्मदिवस पर उपहार के रूप में पिछले मार्च में दिया गया था, तथा उसने तब से रोजाना शेटलैंड के इस टट्टू के साथ अभ्यास किया है। उसकी 30 वर्षीय माँ डोना ने कहाः "फेन्टन तथा टॉफी शानदार जोड़ी है।" उन्हें सभी प्रत्याशियों से चुनौती का सामना करना पड़ा था, लेकिन उन दोनों ने गोल्ड कप और रोजेट जीता। यह दूसरा अवसर मात्र ही था, जब उसने टॉफी के साथ किसी प्रतिस्पर्धा में भाग लिया था, तथा हम सभी को उसकी जीत पर बहुत ही खुशी है। इस रंगभूमि में सबसे अलग, वह सभी को इतना अद्भुत लगा कि वे उसके साथ फोटो खिंचवाना चाहते थे। एब वेल, साउथ वेल्स के समीप नैन्टीग्लो गांव का यह छोटा बच्चा अपनी आन्टी शैरॉन हॉवेल्स के पदचिह्नों पर चल रहा है जो 10 वर्ष से अधिक समय से घोड़ों का प्रदर्शन कर रही हैं। श्रीमत हॉवेल्स ने कहा: "पूरा स्थान उत्साह से भरा हुआ था, तथा प्रत्येक व्यक्ति खुशी मना रहा था तथा ताली बजा रहा था।" वह पूरी रंगभूमि में बालू पर दौड़ रहा था, और इतना छोटा दिखने के बावजूद भी उसने असाधारण कार्य किया। फेन्टन पशुओं का दीवाना है - उसे घोड़े, ट्रैक्टर और खेत से बहुत प्यार है, तथा उसने दो मुर्गियाँ पाली हैं जिनकी वह देखभाल करता है। उसने जिस तरह की शुरुआत की है, वह बहुत पहले ही वर्ष की सर्वश्रेष्ठ घोड़ा प्रदर्शनी में होगा - और मुझे भरोसा है कि वह बहुत अच्छा प्रदर्शन करेगा। वार्षिक घोड़ा प्रदर्शनी के प्रवक्ता ने कहा: "फेन्टन की आयु मात्र तीन वर्ष है, लेकिन उसे अपने टट्टू को नियंत्रित करना आता है।" वे बहुत अच्छी जोड़ी हैं। निर्णयकर्ताओं ने, फेन्टन और टॉफी के प्रदर्शन के तरीके तथा शो रिंग में उनकी प्रस्तुति के तरीके को देखते हुए अंक दिए। उन्होंने टट्टू तथा उसके सवार के बीच अच्छा टीम कार्य देखा - इस मामले में फेन्टन और टॉफी रिंग में सर्वश्रेष्ठ थे। मुझे पूरा विश्वास है कि फेन्टन के प्यारे कपड़ों ने उसकी सहायता की है, वह वास्तव में बहुत ही अलग दिख रहा था। दलील देने वाले चीनी अखबार का "जीर्णोद्धार" होगा एक चीनी अखबार जिसने मानहानि के दोषी एक रिपोर्टर को छोड़े जाने के लिए मुखपृष्ठ पर एक अपील की थी, उसका जीर्णोद्धार किया जायेगा, यह बात एक प्रेस विनियामक ने कहा। गुआंगजौ के अखबार न्यू एक्सप्रेस ने पत्रकार चेन योंगजौ की रिहाई के लिए एक विरल सार्वजनिक दलील दी थी। लेकिन उसके पश्चात मि. चेन ने टेलीविजन पर स्वीकार किया कि, उन्होंने राज्य के आंशिक स्वामित्व वाली कम्पनी के बारे में मनगढंत खबर लिखने के लिए रिश्वत लिया था। विनियामक ने कहा कि अब न्यू एक्सप्रेस को "पूर्ण सुधार" से गुजरना है। "सुधार" का आदेश ग्वांगडौंग प्रेस एवं प्रकाशन, रेडियो, फिल्म एवं टेलीविजन प्रशासन से आया। "एक प्राथमिक जांच ने दिखाया कि यांगचेंग ईवनिंग न्यूज ग्रुप के न्यू एक्सप्रेस ने सितम्बर 2012 से अगस्त 2013 से बीच की अवधि में लिस्टेड कम्पनी जूमलॉयन के बारे में बहुत सी झूठी खबरें छापी थीं। विनियामक ने एक बयान में कहा कि "न्यू एक्सप्रेस का संपादकीय प्रबन्धन अव्यवस्थित था।" इसने कहा कि इसने "चेन योंगजौ के रिपोर्टर के लाइसेंस को रद्द करने के द्वारा एक प्रशासनिक दण्ड लगाने" का निर्णय लिया था। इसने "यांगचेंग ईवनिंग न्यूज ग्रुप को न्यू एक्सप्रेस का एक पूर्ण सुधार करने का निर्देश दिया था, न्यू एक्सप्रेस में इसके लिए जिम्मेदार लोगों की जांच करने तथा न्यू एक्सप्रेस के नेतृत्व दल को तत्काल संशोधित करने की संस्तुति की थी।" मि. चेन ने जूमलॉयन नामक एक कंस्ट्रक्शन-उपकरण कम्पनी में वित्तीय अनियमितताओं का दोष लगाने वाले बहुत से लेख न्यू एक्सप्रेस में लिखे थे। उन्हें निरूद्ध किये जाने के पश्चात उनके अखबार ने उनकी रिहाई के लिए दो मुखपृष्ठ अपील प्रकाशित की, तथा कहा कि वह मि. चेन की पत्रकारिता का समर्थन करता है। लेकिन उसके पश्चात मि. चेन ने राज्य टेलीविजन पर आकर, पैसे के लिए झूठी कहानियां लिखना व प्रकाशित करना स्वीकार किया। उन्होंने राज्य प्रसारक सी.सी.टी.वी. से कहा कि "इस मामले में मैने जूमलॉयन को तथा साथ ही पूरे समाचार मीउिया उद्योग को तथा लोगों का विश्वास जीतने की इसकी क्षमता को क्षति पहुंचाई है।" मैने ऐसा मुख्यतः इसलिए किया क्योंकि मुझे पैसे और प्रसिद्धि का लालच था। मुझे अपनी गलतियों का अहसास हो गया है। मि. चेन की क्षमायाचन के पश्चात न्यू एक्सप्रेस ने एक मुखपृष्ठ क्षमायाचना जारी किया, जिसमें कहा कि यह उनकी रिपोर्ट की उचित जांच करने में विफल हो गया था। हाल फिलहाल में बहुत से हाई-प्रोफाइल संदिग्ध व्यक्तियों ने टी.वी. प्रसारित दोष-स्वीकृति की है। विशेषज्ञों का कहना है कि समय-समय पर बलपूर्वक दोष-स्वीकृति करवाया जाता है, बावजूद इसके कि इस वर्ष के उत्तरार्ध में एक कानून ने अधिकारियों को किसी व्यक्ति को स्वयं को दोषी ठहराने के लिए बाध्य करने से प्रतिबंधित किया था। श्री हिंदू न्याय पीठ की ओर से 23 नवंबर को जालंधर बाइपास के समीप दाना मंडी में आयोजित होने वाले श्री हनुमान चालीसा के पाठ में आतंकवाद विरोधी फ्रंट के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनिन्द्रजीत सिंह बिट्टा 10 हजार बच्चों के साथ श्री हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे। यह जानकारी बिट्टा ने श्री हिंदू न्याय पीठ के मुख्य प्रवक्ता प्रवीण डंग व अश्वनी कत्याल, भूपिन्द्र बंगा, सुरजीत जैन, बंटी बजाज, रमन खोसला, बंटू और अनिल शर्मा की तरफ से उन्हें हनुमान चालीसा के पाठ का निमंत्रण देने के बाद उपस्थित जनसमूह को दी। उन्होंने श्री हिंदू न्याय पीठ द्वारा बच्चों को सनातन संस्कृति से जोड़ने के प्रयास की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि देश की एकता व अखंडता के लिए बच्चों को सांसारिक शिक्षा सहित धार्मिक शिक्षा देना भी जरूरी है। यू.एस.-मेक्सिको ड्रग सुरंग में स्वयं की रेलवे पायी गई यू.एस.ए. एवं मेक्सिको के बीच सबसे जटिल ड्रग तस्करी सुरंगों में से एक पायी गई है, जिसमें इसका स्वयं की लाइटिंग, वेंटीलेशन एवं इलेक्ट्रिक रेल सिस्टम है। यू.एस. अधिकरियों ने चार फीट गुणे तीन फीट की सुरंग को अब तक खोज किये गये सबसे जटिल गुप्त मार्गों में से एक के रूप में वर्णित किया है। सुरंग लगभग छह फुटबॉल पिच की टेढ़ी-मेढ़ी लम्बाई के बराबर है, जो कि टिजुआना, मेक्सिको के समीप गोदाम तथा सैन डिगो, यू.एस.ए. को जोड़ती है। यह क्षेत्र एक जैसे गोदामों से भरा हुआ है, जो ड्रग भरे जा रहे ट्रक को छिपाना आसान बनाता है। अधिकारियों ने कहा कि सुरंग से किसी ड्रग के गुजरने से पहले से इसे बंद कर दिया गया था। न्यायालय के अभिलेखों के अनुसार, अधिकारियों ने साढ़े आठ टन मारिजुआना तथा 327 पाउण्ड कोकीन को, सुरंग की खोज के सम्बन्ध में जब्त किया है। तीन व्यक्ति, जिनके बारे में अधिकारियों ने बताया कि वे चालक के रूप में कार्य कर रहे थे, पर वितरित करने के उद्देश्य से मारिजुआना तथा कोकीन रखे जाने का आरोप लगाया गया। दोषसिद्ध होने पर उन्हें 10 वर्ष कारावास से लेकर आजीवन कारावास तक की सजा हो सकती है। नोगलेस, एरिजोना में तस्कर, विशाल भूमिगत जल निकासी नहरों का लाभ उठाते हैं। यह सुरंग, वर्ष 2006 से अब तक सैन डिगो में खोजा गया आठवां प्रमुख मार्ग है। अक्टूबर में केन्द्रीय मैक्सिको की मारिजुआना फसल के पश्चात कुछ सबसे बड़ी सुरंगों की खोज की गई है, जो कि ड्रग माफिया समूहों के सक्षम यह चुनौती प्रस्तुत करती है कि वे उत्पाद को उपभोक्ताओं तक तेजी से कैसे पहुचाएं। वर्ष 2010 में अधिकारियों ने रेल ट्रैक से सुसज्जित लगभग 700 गज का मार्ग पाया, जो टिजुआना के एक घर के रसाईघर से सैन डिगो गोदामों तक फैला हुआ था। वहीं विधानसभा क्षेत्र के लिए कांग्रेस के प्रत्याशी सरहुल राम भगत ने नामांकन भरा। भाजपा व कांग्रेस के अलावा नेशनल पीपुल्स पार्टी के एक एवं दो निर्दलीय प्रत्याशियों सहित कुल 7 प्रत्याशियों ने गुरुवार को नामांकन दाखिल किया। निर्वाचन आयोग के अधिसूचना जारी होने के बाद दूसरे चरण में 19 नवंबर को होने वाले मतदान के लिए 25 अक्टूबर से शुरू हुए नामांकन दाखिल करने के सातवें दिन गुरुवार को विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र 12-जशपुर के लिए भाजपा के प्रत्याशी राजशरण भगत ने रिटर्निंग आफिसर के पास अपने प्रस्थापक नरेश नंदे के साथ नाम निर्देशन पत्र जमा किया। वहीं भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रत्याशी सरहुल राम भगत ने अपने प्रस्थापक अजय कुमार के साथ रिटर्निंग आफिसर के समक्ष नामांकन दाखिल किया। विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र 13-कुनकुरी के लिए भाजपा के प्रत्याशी रोहित कुमार साय ने अपने प्रस्थापक मोहनराम एवं कुनकुरी विधानसभा के लिए ही निर्दलीय प्रत्याशी डॉ. फूलचंद कुजूर ने अपने दस प्रस्थापकों श्रीमती अपोलीना खलखो, रूबेन केरकेट्टा, सुखदेव साय नाग, हेमंत कुजूर, शनिराम भगत, वाल्टर कुजूर, विकास कुमार जिंदल, श्री गुप्ता, मुराली लाल अग्रवाल एवं श्रीमती सुशीला कुजूर के साथ नाम निर्देशन पत्र दाखिल किया। विधानसभा क्षेत्र 14-पत्थलगांव के लिए भाजपा के प्रत्याशी शिवशंकर पैंकरा ने अपने प्रस्थापक तुलसी राम कौशिक के साथ पहला नामांकन एवं प्रस्थापक राजेंद्र अग्रवाल के साथ दूसरा नामांकन पत्र जमा किया। पार्षदों ने डुक्पा को बिना आमंत्रण के समारोह में आने का आरोप लगाया। जबकि डुक्पा ने कहा कि उन्हें फूड कंट्रोलर ने आमंत्रित किया है। विवाद से क्षुब्ध जीटीए सदस्य समारोह से चले गए। आठ परिवारों को खाद्यान्न दिए गए। इस अवसर पर नगर अध्यक्ष अमर सिंह राई, उपाध्यक्ष सुक बहादुर बीके व अन्य नगर पार्षद उपस्थित थे। ब्रिटिश पुलिस ने असांजे को प्रत्यर्पण नोटिस भेजी ब्रिटिश पुलिस ने विकीलीक्स के संस्थापक जूलियन असांजे को आज एक प्रत्यर्पण नोटिस भेजी, जिसने कि लंदन में ईक्वेडोर के दूतावास में शरण ले रखी है तथा आश्रय के लिए निवेदन किया है। स्कॉटलैण्ड यार्ड ने कहा कि उन्होंने 40 वर्षीय ऑस्ट्रेलियाई असांजे को एक "आत्समर्पण नोटिस" भेजी है, जिसके लिए उन्हें पुलिस स्टेशन में उपस्थित होना पड़ेगा, साथ ही यह भी कहा कि ऐसा करने में विफल होने पर वह गिरफ्तार होने के लिए स्वयं ही जिम्मेदार होंगे। असांजे यौन अपराध आरोपों के चलते स्वीडेन में प्रत्यर्पण का सामना कर रहे हैं, साथ ही वह ब्रिटिश कानून के अन्तर्गत उनके विकल्प उस समय समाप्त हो गये जबकि सर्वोच्च न्यायालय ने इस महीने की शुरूआत में प्रत्यर्पण के विरूद्ध उनकी अपील को ठुकरा दिया था। स्टॉकहोम उन्हें यू.एस. के हवाले कर देगा, इस डर से उन्होंने राजनीतिक आश्रय के लिए दक्षिण अमेरिकी देश से कहते हुए, 19 जून को लंदन में ईक्वेडोर के दूतावास में शरण का निवेदन किया था। एक प्रवक्ता ने कहा कि स्कॉटलैण्ड यार्ड ने "40 वर्षीय असांजे को एक आत्मसमर्पण नोटिस भेजी है, जिसके लिए उन्हें हमारे द्वारा चुनी गई तिथि एवं समय पर पुलिस स्टेशन में उपस्थित होने की आवश्यकता थी।" वह अपनी जमानत की शर्तों के उल्लंघन में हैं। दूतावास ने पुलिस नोटिस दिये जाने के बारे में टिप्पणी करने से इंकार कर दिया। असांजे को डर है कि विकीलीक्स नामक गोपनीयता-विरोधी वेबसाइट पर 250,000 से अधिक यू.एस. राजनायिक केबल्स को जारी करने के कारण, संभावित जासूसी आरोपों का सामना करने के लिए स्वीडेन से यूनाइटेड स्टेट्स प्रत्यर्पित कर दिया जायेगा। पैरों के बीच हॉट ड्रिंक के साथ 130 मील प्रति घंटे की गति से कार चलाने वाले को 1000 पाउन्ड (£1,000) का जुर्माना कारचालक पर, पैरों के बीच हॉट ड्रिंक रखकर 130 मील प्रति घंटे (210 किमी/प्रति घंटे) की गति से कार चलाने के लिए 1,000 पाउंड (£1,000) का जुर्माना किया गया है। टिपट्री, एसेक्स के 35 वर्षीय एन्ड्रू हॉवी को 27 मई को ब्रेनट्री में A120 पर अपनी मर्सिडीज बेन्ज चलाते हुए देखा गया था। जब पुलिस ने उन्हें रोका तो उनके पैरों के टेक-अवे ड्रिंक पाया। कॉलचेस्टर मजिस्ट्रेट न्यायालय में हॉवी ने लापरवाही से कार चलाने के अभियोग को स्वीकार किया है। उनके लाइसेंस में सात बिंदु जोड़े गए, जिसके परिणामस्वरूप उन पर छह महीने तक कार चलाने का प्रतिबंध लगा दिया गया है। हॉवी को 90 पाउंड (£90) का शुल्क तथा 100 पाउंड (£100) का पीडि़त अधिभार देने का आदेश भी दिया गया। विदेशी सम्पत्ति स्वामियों पर कर, लंदन की कृत्रिम स्थिति का अंत करेगा वित्त विभाग ने प्रावधानिक रूप से सी.जी.टी. उपायों की गणना कर ली है, परन्तु मि. ओसबॉर्न से अंतिम निर्णय की प्रतीक्षा कर रहा है, जिन्होंने वर्ष 2012 के बजट में 2 मिलियन पाउण्ड से अधिक कीमत वाले मकानों, तथा ऐसे व्यक्ति जो एक पृथक व्यक्ति के बजाय एक कम्पनी में घर रखने को प्राथमिकता देते हैं, के लिए 7 प्रतिशत की दर से स्टैम्प ड्यूटी पेश किया था। कर वर्ष 2012/13 में वेस्टमिन्स्टर तथा केन्सिंग्टन एवं चेलेसा की नगरों में आवासीय सम्पत्तियों से प्राप्त होने वाली स्टैम्प ड्यूटी 708 मिलियन पाउण्ड रही, जो कि पहले ही उत्तरी आयरलैण्ड, वेल्स, स्कॉटलैण्ड, तथा नॉर्थै ईस्ट, नॉर्थ वेस्ट एवं यॉर्कशायर तथा हम्बर के संयुक्त योग से अधिक ही है। श्री कुक ने बताया: "उच्च मूल्य वाले घरों की स्टैम्प ड्यूटी में वृद्धि तथा एसोसियेटेड एन्टी-एवॉयडेन्स विधान पेश किये जाने के पश्चात, यह बहस करना बहुत ही कठिन है कि उच्च मूल्य वाली प्रॉपर्टी पर उचित से कम टैक्स है, जिसका कि पुराने हो चुके परिषद कर प्रणाली के प्रभाव से कोई सम्बन्ध नहीं है। उन्होंने जोड़ा कि "लेकिन यह कदम कुछ विदेशी निवेशकों को लंदन में सम्पत्ति खरीदने में मौन धारण किया हुआ तथा वर्तमान स्वामियों को बेचने के लिए अनिच्छुक बना सकता है" प्राइम प्रॉपर्टी, धनाढ्य दक्षिणी-पश्चिम लंदन में मूल्य के अनुसार आवास बाजार का शीर्ष 5 से 10 प्रतिशत हिस्सा, जो कि फुलहम से विम्बलडन तक फैला हुआ है, में पिछले वर्ष रिकॉर्ड 11.8 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। सैविल्स के शोध के अनुसार, केन्द्रीय लंदन के मूल्यों में प्रत्येक वर्ष 5.6 प्रतिशत की नियमित वृद्धि जारी थी, परन्तु बढ़ते हुए "घरेलू बाजार" की तुलना में थोड़ा कम प्रतीत हो रही थी, क्योंकि शहर के दक्षिण पश्चिम, उत्तर (7.4 प्रतिशत) तथा पूर्व (6.5 प्रतिशत) में उछाल देखी जा रही है। वैज्ञानिकों ने इस विषय पर और प्रकाश डाला है कि कुत्ते की पूंछ की हरकतों और उसके मूड में बीच क्या संबंध है। पिछले शोधों से पता चला है कि खुश कुत्ते अपनी दुम को दाईं ओर ज्यादा हिलाते हैं (कुत्ते की दृष्टि से), जबकि बेचैन कुत्ते अपनी पूंछ को मुख्य रूप से बाईं ओर ज्यादा हिलाते हैं। लेकिन अब वैज्ञानिकों का कहना है कि साथी कुत्ते पूंछ के इस सूक्ष्म भेद को पहचान सकते हैं और उस पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त कर सकते हैं। इस अध्ययन को जर्नल करन्ट बायलोजी में प्रकाशित किया गया है। यूनिवर्सिटी ऑफ ट्रेन्टो से न्यूरोसाइंटिस्ट प्रोफेसर जॉर्जिया वेल्लरटिगरा ने बताया: "मनुष्यों में यह सभी अच्छी तरह जानते हैं कि मस्तिष्क के बाएं और दाएं भाग उस उत्तेजना में अलग-अलग ढंग से शामिल होते हैं जो सकारात्मक या नकारात्मक भावनाओं को उत्पन्न करती है।" यहाँ हमने इसे अन्य प्रजातियों में भी देखने का प्रयास किया है। उन्होंने बताया कि मनुष्यों की तरह कुत्तों में भी मस्तिष्क का दायाँ भाग बाएँ हाथ की हरकतों और विपरीत क्रम के लिए जिम्मेदार था, और दो गोलार्द्धों ने भावनाओं में अलग-अलग भूमिकाएं निभाई। इस बारे में अधिक जानने के लिए कि कुत्ते अन्य कुत्तों द्वारा एकतरफा दुम हिलाने पर कैसे प्रतिक्रिया करते हैं, अनुसंधानकर्ताओं ने अन्य कुत्तों की फिल्में देखते जानवरों पर नज़र रखी। उन्होंने पालतू कुत्तों के दिल की धड़कनों को मापा और उनके व्यवहार का विश्लेषण किया। हमें यह समझने में संभवतः अधिक समय नहीं लगेगा कि उनकी दुम कभी एक तरफ तो कभी दूसरी तरफ क्यों हिलती है। प्रो. वेल्लरटिगरा ने बताया: "हमने कुत्तों को कुत्तों की फिल्मों के साथ पेश किया - यथार्थवादी संस्करण में या उलझन में डालने वाले अन्य मुद्दों से निपटने के लिए छाया-चित्र में, और हम पूंछ की हरकत को देख सकते थे और पूंछ को अधिक बाएं या दाएं प्रस्तुत कर सकते थे।" जब जानवरों ने किसी भावशून्य कुत्ते को अपनी पूंछ दाईं ओर (कुत्ते की दृष्टि से) हिलाते देखा तो वे पूरी तरह आराम से रहे। लेकिन जब उन्होंने पूंछ को दिशा बदलकर मुख्य रूप से बाईं ओर (पुनः कुत्ते की दृष्टि से) घुमाते देखा तो उनकी दिल की धड़कन बढ़ गई और वे बेचैन दिखे। प्रो. वेल्लरटिगरा के अनुसार उन्हें नहीं लगता कि कुत्ते इन हरकतों के माध्यम से जानबूझकर एक दूसरे से संवाद कर रहे थे। इसके बजाय, उन्हें लगता है कि कुत्तों ने यह अपने अनुभव से सीखा है कि उन्हें किस हरकत पर चिंतित होना चाहिए और किस पर नहीं। उन्होंने कहा: "यदि आप दूसरे कुत्तों से कई बार मिल चुके हैं, और यदि वे अपनी पूंछ को लगातार ही एक तरफ हिलाते हैं तो यह अधिक दोस्ताना व्यवहार से संबंधित है, और दायाँ भाग कम दोस्ताना व्यवहार प्रस्तुत करता है, आप उसी अनुभव के आधार पर प्रतिक्रिया करते हैं।" अनुसंधानकर्ताओं का कहना है कि ये निष्कर्ष मालिकों, पशु चिकित्सकों और प्रशिक्षकों को पशुओं की भावनाओं के बारे बेहतर जानकारी प्रदान कर सकते हैं। यूनिवर्सिटी ऑफ ब्रिस्टल के स्कूल ऑफ वेटरनेरी साइंसेज़ के अतिथि फ़ेलो, कुत्तों के व्यवहार के विशेषज्ञ जॉन ब्रेडशॉ ने बताया कि इसकी जाँच करने के लिए यह पहला अध्ययन नहीं है कि कुत्तों के लिए बायाँ या दायाँ भाग महत्वपूर्ण है या नहीं। पिछले वर्ष यूनिवर्सिटी ऑफ लिंकन की टीम ने पाया कि जब कुत्ते किसी आक्रामक कुत्ते को देखते हैं तो अपना सिर बाईं ओर घुमाते हैं और खुश कुत्ते को देखने पर अपना सिर दाईं ओर घुमाते हैं। कनाडा में यूनिवर्सिटी ऑफ विक्टोरिया के अन्य शोध में, उन्होंने बताया: "इतालवी अध्ययन के विपरीत - जब रोबोट कुत्ते की पूंछ दाएं की अपेक्षा बाईं ओर हिलाई गई, तो कुत्तों के बेचैन होने की बजाय उसके नजदीक पहुँचने की अधिक संभावना थी।" उन्होंने कहा कि ये अंतर इसलिए था क्योंकि विभिन्न अध्ययनों में कुत्ते फिल्मों में पशुओं या रोबोट कुत्तों को पूरी तरह श्वान नहीं समझ रहे थे। उन्होंने स्पष्ट किया कि इसमें कुत्तों द्वारा असली कुत्तों के प्रति प्रतिक्रिया करने के तरीके का अध्ययन मदद कर सकता है। "जबकि विभिन्न स्तनधारियों से इस बात के काफी सबूत मिले हैं कि मस्तिष्क के दो भागों का अलग-अलग उद्देश्यों के लिए उपयोग किया जाता है, अधिक विस्तृत जानकारी प्राप्त होना अभी भी बाकी है - और इस मामले में कुत्ते अपवाद नहीं हैं," उन्होंने कहा। हालांकि, जिस आसानी से उनके व्यवहार को दर्ज किया जा सकता है, उसे देखते हुए लगता है कि हमें यह समझने में संभवतः अधिक समय नहीं लगेगा कि उनकी दुम कभी एक तरफ तो कभी दूसरी तरफ क्यों हिलती है। एलेक्स टर्नर की बीमारी के कारण आर्कटिक मंकीज ने ग्लासगो गिग स्थगित की आर्कटिक मंकीज नामक रॉक बैंक ने अपने प्रमुख गायक के कंठशोथ से पीडि़त होने के पश्चात ग्लासगो में गिग को स्थगित कर दिया है। शुक्रवार को शहर में हाइड्रो स्थल पर प्रदर्शन करने के लिए शेफ्फील्ड समूह का कार्यक्रम निर्धारित था। लेकिन उनके प्रमुख गायक एलेक्स टर्नर की बीमारी ने उन्हें इस शो की तिथि फिर से निर्धारित करने के लिए बाध्य कर दिया। बैंड की घोषणा उस समय आई, जब वे गुरुवार को बर्मिंघम में LG एरीना में गिग को समान तरीके से स्थगित करने के लिए बाध्य थे। अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर बयान में आर्कटिक मंकीज ने कहाः चिकित्सकीय सलाह लेने के पश्चात आज रात बर्मिंधम LG एरीना में शो स्थगित करने के निर्णय के पश्चात, आर्कटिक मंकीज को 1 नवम्बर, शुक्रवार को ग्लासगो हाइड्रो में भी शो को अवश्य ही स्थगित करना होगा। "जांच में एलेक्स टर्नर को कंठशोथ हुआ पाया गया, तथा वे प्रदर्शन करने में दुखद रूप से सक्षम नहीं हैं।" बर्मिंघम में LG एरीना में शो अब 20 नवम्बर को होगा, तथा ग्लासगो हाइड्रो में शो 21 नवम्बर को होगा। सभी टिकटें इन शो के लिए मान्य रहेंगी। हमें सभी टिकट-धारकों को होने वाले किसी भी असुविधा के लिए खेद व्यक्त करते है। किसी अन्य सहायता के लिए, आपने जिस बॉक्स ऑफिस से टिकटें खरीदी थीं, वहां के ग्राहक सेवा से सम्पर्क करें। पोप फ्रांसिस फरवरी में प्रथम कार्डिनल के नाम की घोषणा करेंगे वैटिकन ने गुरुवार को घोषणा की है कि पोप फ्रांसिस 22 फरवरी को अपने कार्यकाल में पहली बार कैथोलिक चर्च का नया कार्डिनल बनाएँगे। कार्डिनल्स, कैथोलिक चर्च में सर्वोच्च श्रेणी के पादरी होते हैं, इनका पद केवल पोप से नीचे होता है, तथा यही लोग पोप का चयन करते हैं, इसलिए फ्रांसिस अपने व्यक्तियों के प्रथम समूह की निुयक्ति करेंगे, जो अंततः उनका उत्तराधिकारी चुनने में सहायता करेंगे। अभी वहां कुल 201 कार्डिनल्स हैं। वैसे, 80 वर्ष की उम्र पर पहुंचने के पश्चात कार्डिनल को पोप के चुनाव में सहभागिता करने की अनुमति नहीं होती - यह 120 "कार्डिनल चुनावकर्ता" के समूह में आते हैं। समाचार की घोषणा करते हुए एक वक्तव्य में वैटिकन के प्रवक्ता फादर फेड्रिको लॉम्बार्डी ने कहा कि नए कार्डिनल्स को प्रोन्नत किए जाने के समारोह से पहले, सभी मौजूदा कार्डिनल्स की बैठक आयोजित की जाएगी, जिसे पोप-सभा कहते हैं। लोम्बार्डी ने कहा, "पोप फ्रांसिस ने फरवरी की पोप-परिषद आयोजित करने के अपने निर्णय को पहले से बताने का निर्णय लिया है, ताकि दुनिया के विभिन्न देशों से कार्डिनल्स की सहभागिता वाली अन्य बैठकों की योजना बनाना सरल हो जाए।" कैथोलिक वॉयसेज के जैक वैलेरो ने कहा कि फरवरी तक कार्डिनल चुनावकर्ताओं की संख्या में कमी आने की संभावना थी। उन्होंने कहा कि पोप सामान्य तौर पर, कार्डिनल चुनावकर्ता की संख्या 120 से जितनी कम होती है, उतने कार्डिनल्स, तथा अपनी इच्छानुसार 80 वर्ष से अधिक आयु वाले कार्डिनल्स के नाम की घोषणा करते हैं। वैलेरो ने कहा कि, अगले वर्ष की पोप-सभा महत्वपूर्ण होगी, क्योंकि इस वर्ष मार्च में फ्रांसिस के चुने जाने के पश्चात यह पहली पोप-सभा होगी। वर्तमान में यूरोप तथा खास तौर पर इटली के प्रति एक प्रकार का पूर्वाग्रह है। उन्होंने कहा "यह देखना रोचक होगा कि क्या संतुलन पुर्नस्थापित करने के लिए नए पोप, बाकी दुनिया से भी कार्डिनल्स मनोनीत करते हैं। दक्षिण अमेरिका में चालीस प्रतिशत रोमन कैथोलिक्स है, लेकिन कार्डिनल्स में उनकी संख्या बहुत कम है। फ्रांसिस द्वारा कार्डिनल्स परिषद - जो दुनिया भर से आठ कार्डिनल्स का समूह होता है, जिनका कार्य चर्च के सुधार के तरीके तलाशना होता है, गठित किए जाने के पश्चात चुने जाने वाले ये पहले कार्डिनल्स भी होंगे। इसके पहले पोप सभी चीजों का निर्णय अपने आप लेते थे। वैलेरो ने कहा, "अभी फ्रांसिस ने अपनी सहायता करने के लिए इन आठ कार्डिनल्स को चुना है।" उन्होंने कहा कि ऐसा "संभव" है कि फ्रांसिस कार्डिनल्स से सलाह मांगे। लेकिन हम इस स्थिति में पहले नहीं रहे हैं - यह बिलकुल नया है। वैलेरो ने कहा कि आम तौर पर पोप बड़ी जगहों के बिशप को कार्डिनल का पद देते हैं, लेकिन फ्रांसिस "पूरी तरह आश्चर्यचकित करने वाले थे - इसलिए हम नहीं जानते कि वे किसका नाम घोषित करेंगे।" सीटबैक को सही करने के लिए जी.एम. ने यू.एस. में पिकअप ट्रकों को वापस बुलाया शुक्रवार को यू.एस. ऑटो सुरक्षा विनियामकों की ओर से एक सूचना के अनुसार जनरल मोटर्स कम्पनी, अपने बिलकुल नये 2014 शेवरले सिल्वरैडो तथा जी.एम.सी. सीरा पिकअप ट्रक्स में हाथ से घुमाने वाली सीटबैक में एक कमी को सही करने के लिए लगभग 19,000 ट्रकों को वापस बुलाया है। कुछ ट्रकों में फ्रंट सीट घुमाने की प्रणाली में एक कमी हो सकती है। परिणामस्वरूप सीटबैक, हेड रिस्ट्रेन्ट के बारे में संघ ऑटो सुरक्षा मानकों का अनुपालन करने में विफल रही। राष्ट्रीय राजमार्ग यातायात सुरक्षा प्रशासन की वेबसाइट पर डाली गई एक सूचना के अनुसार "यदि वाहन पीछे से फंस जाए तो संभव है कि हेड रिस्ट्रेन्ट, चालक की उचित तरीके से सुरक्षा न कर सके, जिससे चोट का जोखिम बढ़ जायेगा"। वापस बुलाये जा मॉडल्स को 1 अगस्त से 10 सितम्बर के बीच में निर्मित किया गया था। जी.एम. के ट्रक जून में भेजे जाने शुरू हुए तथा, वर्ष 2009 दीवालियापन नवीनीकरण के पश्चात शीर्ष यू.एस. ऑटोमेकर के लिए यह सबसे महत्वपूर्ण वॉहन लॉन्च को दर्शाता है। जी.एम. ने ट्रक स्वामियों को इस दोष के बारे में अक्टूबर के उत्तरार्ध में बता दिया था। एन.एस.टी.एम.ए. 16 दिवस की सरकारी बंदी, जिसने अक्टूबर में ऑटो की बिक्री में वृद्धि को बाधित कर दिया था, के कारण स्वामी अधिसूचना पत्र की समीक्षा नहीं कर सका। जी.एम. ने शुक्रवार को कहा कि, सिल्वरैडो तथा सीरा ट्रक जिन्हें वर्ष 2014 मॉडल वर्ष के लिए पुनः डिजाइन किया गया था, की बिक्री में, इस वर्ष के पहले 10 महीनों में 20 प्रतिशत की वृद्धि थी। अक्टूबर में जी.एम. ने 42,660 सिल्वरैडो तथा 16,503 सीरा पिकअप ट्रक बेचा था। शुक्रवार की दोपहर को न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेन्ज में जी.एम. के शेयर में 1.4 प्रतिशत की उछाल थी। ओबामा के मतदाताओं की निराशा की चीत्कार मैने बदलाव की अपेक्षा में ओबामा को दो बार मतदान दिया उनका कहना है कि जी.ओ.पी. की अवरोध की नीति के कारण ओबामा के महान प्रयास बाधित हो गये हैं अवरोध की नीति ओबामाकेयर वेबसाइट की तकलीफें, ड्रोन हमलों का बहाना नहीं दे सकती है ओबामा वर्ष के 2008 कैम्पेन का संस्मरण उन बातों की याद दिलाता है कि क्या हो सकता था नैथेनियल पी. मोरिस हार्वर्ड मेडिकल स्कूल में द्वितीय वर्ष के छात्र हैं। मैं आजकल बहुत ही दुखद किताबें पढ़ रहा हूं। यह एक ऐसी किताब है, जिसके बारे में मुझे लगता है कि यह द्वितीय वर्ष मेडिकल स्कूल के विषाद के दौरान मेरा उत्साहवर्द्धन करेगी तथा मेरे में उम्मीद की किरण जगायेगी। इसका नाम "जीतने की हिम्मत" है, तथा यह बराक ओबामा के वर्ष 2008 के राष्ट्रपति चुनाव अभियान की संस्मरिका है। जब मैं रात में अपने रोगियों के पर्चों से फुरसता पाता हूँ तथा बिस्तर पर जाता हूँ तो यह किताब मुझे एक ऐसे दौर में ले जाती है, जिसमें राजनीति ने लाखों लोगों को प्रेरित किया था तथा भाषण आपकी सांस को रोककर रख सकते थे। चुनाव एकतरफ साबित हुए, तथा समाचार वक्ताओं ने उस समय की ऐतिहासिक महत्व को दर्शाने के लिए विराम लिया था। मेरे सहपाठियों की आंखों में आनन्द के अश्रु थे, तथा मेरे माता-पिता ने प्रत्येक मिलने वाले समाचार पत्र को सहेज कर रख लिया। नौजवान दूरदर्शी व्यक्तियों का एक दल व्हाइट हाउस जा रहा था, तथा पूरा देश परिवर्तन के लिए तैयार था। वर्ष 2008 में ओबामा के राष्ट्रपति बनने के दौरान उनके पास 82 प्रतिशत अनुमोदन रेटिंग थी। और फिर मैने किताब बंद कर दी। वर्तमान की सच्चाई एक कठोर सत्य है, जैसे कि सपनों की दुनिया से लौटकर आना। उम्मीद के उन दिनों को याद करना कठिन है - वे एक दूर की याद प्रतीत होते हैं, खो चुके अवसरों की एक दुखद याद। मेरे द्वारा प्रथम बार मतदान किय जाने के पश्चात वास्तव में परिवर्तन हुआ। सरल तौर कहें तो में इसमें से किसी भी कल्पना भी नहीं कर सकता था। मैने ओबामा को बहुत सी उपलब्धियों का श्रेय देता हूँ, अफोर्डेबल केयर एक्ट से लेकर ईराक से हमारी सेना की वापसी, "न पूछो न बताओ" की समाप्ति लेकर ओसामा बिन लादेन को मारे जाने तक। इसके अलावा मैं विश्वास करता हूँ कि पक्षपाती विरोध करने की नीति ने हमारे देश के आगे बढ़ने के बहुत से प्रयासों को रोका हैः जिसमें अप्रवासी सुधार, स्वास्थ्य सेवा के लिए सार्वजनिक विकल्प, ग्वांतानामो बे पर अड्डा बंद करना, के अलावा और अन्य शामिल हैं। लेकिन असंख्या बार जिसमें मैने अपने आपको सहकर्मियों एवं साथियों के समक्ष ओबामा प्रशासन का पक्ष लेते-लेते मेरे पास उत्तर खत्म हो ये जोकि मैं उन्हें दे सकता। मैं राजनीतिक निराशा के बिन्दु पर पहुंच गया हूँ। रिपब्लिकन की विरोध नीति विदेशी नेताओं की जासूसी का उत्तर नहीं है, न ही विदेशों में मासूम बच्चों पर ड्रोन हमलों का उत्तर है। यह राष्ट्रीय सुरक्षा एजेन्सी द्वारा आम अमेरिकी नागरिकों की निजी जीवन के बारे में डेटा संग्रहित करने का जवाब नहीं दे सकती है न ही सरकार की गलत हरकतों का उजागर करने वाले लोगों पर अभियोग चलाने का उत्तर दे सकती है। यह बिना किसी ट्रायल के अमेरिकी नागरिक अनवर एल अवलाकी की हत्या का कारण नहीं बता सकती है, न ही राष्ट्रपति कैम्पेन के दौरान कम होते सार्वजनिक निधि तथा व्यय सीमाओं का ही। यह उस रिपोर्ट के निष्कर्षों का उत्तर नहीं दे सकती है, जिसका कहना है कि व्हाइट हाउस द्वारा मीडियो को चुप कराने के प्रयास "निक्सन प्रशासन के बाद से अब तक सबसे आक्रामक रहे हैं।" और सबसे हाल ही में यह, अफोर्डेबल केयर एक्ट के कानून में हस्ताक्षरित किये जाने के तीन वर्षों के बाद भी एक सरल वेबसाइट को डिजाइन करने की विफलता का बहाना नहीं दे सकता है। मुझे नहीं पता कि क्या मैने इसकी ही उम्मीद की थी। यदि, 18 वर्ष की आयु में, मुझे यह अनुमान लगा लेना चाहिए था कि शासन प्रणाली, इसको आगे लाने वाले राजनीतिक अभियान का खण्डन कर सकती है। प्रत्यक्ष है कि निर्वाचित कार्यालय एक पूर्वानुमेय मार्ग नहीं है, क्योंकि विरोधी राजनीतिक दल तथा यादृच्छिक घटनाएं जैसे कि न्यूटाउन हत्याकाण्ड, हमारे सार्वजनिक चर्चा को आकार प्रदान करेगी। फिर भी मैने जितने उदाहरण ऊपर दिये हैं, वे अधिकांशतः प्रशासन द्वारा स्वयं के चुने गये प्रतीत होते हैं। यह बात तुझे सबसे अधिक परेशान करती है। मैने ओबामा के लिए 2012 में पुनः वोट दिया, लेकिन इसलिए नहीं कि मैं उसकी उम्मीदवारी से रोमांचित था। मिट रोमनी ने एक भ्रमित करने वाला तथा एक अनिश्चित विकल्प प्रस्तुत किया, जो कि उनकी नीतियों अथवा उनके पद को निर्धारित करने जैसा नहीं प्रतीत होता था। मुझे लगा कि ओबामा के लिए एक दूसरा कार्यकाल, जो कि भविष्य के चुनावों के दबाव से मुक्त होगा, उन आशाओं को पूर्ण करेगा जिनके बारे में हम लम्बे समय से सुनते रहे हैं। फिर भी, जबकि ओबामा की अनुमेादन रेटिंग इस सप्ताह 45 प्रतिशत से कम है, उस किताब के माध्यम से वर्ष 2008 में लौटना बहुत कठिन बन गया है। उसे देखकर मुझे उनके गायब हो चुके वादों की याद आती है। इस सप्ताह में पुस्तक का एक हिस्सा पढ़ रहा था, जिसमें वर्णित किया गया था कि किस तरह से पेनसिलवेनिया प्राइमरी में ओबामा के कारण क्लिन्टन को बहुत बड़ा नुकसान नहुआ था। एक पोस्ट-मार्टम कैम्पेन मीटिंग में उन्होंने अपने अधीनस्थ कर्मचारियों को बोला कि उन्हें वापस पटरी पर लौटने की आवश्यकता है, तथा अपने उद्देश्यों पर सत्यनिष्ठ बने रहने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा "मैं अपने मोजो को वापस पाना चाहता हूँ"। हमें याद रखना चाहिए हमें कौन हैं।’ आज पांच वर्ष पश्चात राष्ट्रपति महोदय मैं आपसे और अधिक सहमत नहीं सकता। इस टिप्पणी में व्यक्त किये गये विचार नैथेनियल मोरिस के हैं। क्लाइव पामर ने दावा किया कि पैतृक छुट्टी योजना के बारे में पी.एम. टोनी एबॉट का हित संघर्ष है अरबपति एम.पी. क्लाइव पामर ने कहा है कि पैतृक छुट्टी योजना के बारे में प्रधानमंत्री टोनी एबॉट का हित संघर्ष है क्योंकि उनकी बेटियां गर्भवती हो सकती हैं, तथा इसे लाभ ले सकती हैं। खनन क्षेत्र के महारथी, जोकि 6 मिलियन डॉलर के कार्बन कर बिल के भुगतान को लेकर विवाद में हैं, ने दावा किया है, जबकि उन्होंने संघर्ष के बारे में प्रश्नों उत्तर देने का प्रयास किया है। पामर यूनाइटेड पार्टी सीनेट में चार वोट तक नियंत्रित कर सकती है, जो कि कार्बन एवं खनन करों को कम किये जाने के बारे में निर्धारित करने में महत्वपूर्ण हो सकते हैं। लेकिन मि. पामर ने दावा किया है कि केवल मंत्रियों का ही हित संघर्ष हो सकता है, तथा कहा कि मि. एबॉट की बेटियाँ नीतियों से व्यक्तिगत रूप से लाभ उठा सकती हैं। मि. पामर ने कहा "प्रदत्त पैतृक छुट्टी के मामले में उनका एक महत्वपूर्ण हित संघर्ष हो सकता है, क्योंकि यदि उनकी कोई भी बेटी गर्भवती होती है तो उनका एक प्रत्यक्ष हित होगा कि उन्हें छुट्टी मिले या न मिले।" चुनाव के दो महीने पश्चात, चुनाव आयोग ने फिर से गिरनने के पश्चात आधिकारिक रूप से मि. पामर को फेयरफैक्स की सनशइन कोस्ट सीट का 53 मतों से विजेता घोषित किया है। मि. पामर ने प्रक्रिया को तेज गति से आगे बढ़़ाने के लिए चुनाव गिनती के जीर्णाद्धार की मांग की। टोनी एऑट की बेटियाँ फ्रैन्सेज और ब्रिजेट। क्या चुनाव का परिणाम हमारे द्वारा मतदान किये जाने के दो महीने बाद आना चाहिए? उन्होंने कहा "हमारे पास एक बेहतर प्रणाली होनी चाहिए।" ऐसा क्यों नहीं हो सकता कि हमारे पास एक ऐसी प्रणाली हो जिसमें हम कम्प्यूटर पर अपना विवररण भरें, तुरन्त वोट दें और शाम को 6:30 पर हमारे पास परिणाम हो। मि. पामर ने मतपत्रों पर निशान लगाने के लिए पेन्सिल के प्रयोग की भी आलोचना की। ऐसा इसलिए, क्योंकि यदि कोई व्यक्ति उसे पसंद न करे तो वचे उसे मिटा सकते हैं? आज के दौर में पेंसिल का प्रयोग करना बिलकुल बेतुका लगता है। चुनाव आयोग, इलेक्ट्रॉनिक मतदान के लिए विकल्पों का अध्ययन कर रहा है, तथा हाल ही में न्यूजीलैण्ड के साथ एक संयुक्त परिचर्चा पत्र जारी किया है। 59 वर्षीय मि. पामर ने कहा कि उनकी नीतियों सनशाइन कोस्ट के लिए एक अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा बनवाया जाना शामिल है, तथा वे अपने नये कार्य को "बहुत गम्भीरतापूर्वक" लेंगै। सार्वजनिक पद जन सेवा के लिए होता है। उन्होंने कहा कि "हमें इतिहास के पुरस्कार कि हम इस महत्वपूर्ण समय पर समुदाय की सेवा कर सकें, के अलावा कोई अन्य पुरस्कार नहीं चाहिए।" जिससे वादकारियों को परेशानी उठानी पड़ी। इस मौके पर आयोजित सभा को संबोधित करते हुए बार एसोसिएशन अध्यक्ष रमेश सिंह नेगी ने प्रदेश में बिगड़ती कानून-व्यवस्था पर तीव्र आक्रोश व्यक्त किया। उन्होंने कहा अधिवक्ताओं तथा उनके परिजनों पर तेजी से बढ़ रहे हमलों से साबित होता है कि अपराधी बेखौफ हो चले हैं। उन पर पुलिस एवं प्रशासनिक व्यवस्था का कोई खौफ नहीं रह गया है। उन्होंने हाल ही में अलग-अलग स्थानों पर हुई इस तरह की घटनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि जब अधिवक्ता समाज सुरक्षित नहीं है तो आम आदमी की सुरक्षा का सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है। RBS ने दो फॉरेक्स ट्रेडर्स को निलम्बित किया रॉयल बैंक ऑफ स्कॉटलैन्ड ने अपने विदेशी मुद्रा विनिमय विभाग के दो ट्रेडर्स को निलम्बित कर दिया है, मामले से विज्ञ दो लोगों से यह जानकारी प्राप्त हुई, यह अन्य संकेत है कि मुद्रा बाजार के संदिग्ध हेरफेर में विनियामकों द्वारा की जाने वाली वैश्विक जांच-पड़ताल द्रुत गति से आगे बढ़ रही है। UBS बारक्लेज, ड्यूश बैंक तथा RBS सहित दुनिया के कुछ सबसे बड़े बैंकों ने पुष्टि की है कि दुनिया के सबसे बड़े वित्तीय बाजार जिसमें प्रत्येक दिन $5.3 ट्रिलियन का आदान-प्रदान होता है, में जांच-पड़ताल में वे विनियामकों के साथ सहयोग कर रहे हैं। ये दोनों ट्रेडर्स RBS के प्रथम कर्मचारी होंगे, जिन्हें लिबॉर अंतरबैंक ऋण हेरफेर कांड की पुनरावृत्ति प्रतीत होने वाले मामले की जांच-पड़ताल आगे बढ़ने के साथ निलम्बित किया गया है। बैंक ने निलम्बन के बारे में टिप्पणी करने से इन्कार करते हुए पुष्टि की है कि बैंक को इस महीने विनियामकों से सूचना के लिए अनुरोध प्राप्त हुआ है। दो सप्ताह पहले बैंक ने कहा था कि, "इस मामले में हमारी जांच जारी है, तथा हम FCA और अन्य विनियामकों के साथ पूर्ण सहयोग कर रहे हैं।" पिछले महीने, मामले से विज्ञ लोगों ने कहा था कि RBS ने भूतपूर्व ट्रेडर को भेजी गई तथा उनसे प्राप्त की गई ईमेल और त्वरित संदेशों के अभिलेखों को UK विनियामक, वित्तीय आचार प्राधिकरण को भेजा है। रिचर्ड यूशर नामक इस ट्रेडर ने वर्ष 2010 में RBS छोड़ दिया था, तथा माना जाता है कि इसे, जे.पी.मोरगन में फॉरेक्स स्पॉट ट्रेडिंग के यूरोपियन प्रमुख के इसके वर्तमान पद से छुट्टी की गई है। सिटी में यूरोपियन स्पॉट ट्रेडिंग के प्रमुख रोहन रामचंदानी पिछले सप्ताह छुट्टी पर गए थे, जबकि बारक्लेज और UBS में भूतपूर्व वरिष्ठ करेन्सी ट्रेडर को इस सप्ताह स्टैन्डर्ड चार्टर्ड द्वारा निलम्बित किया गया था। इनमें से किसी भी ट्रेडर पर किसी गलत कार्य का आरोप नहीं लगाया गया है। मामले से विज्ञ लोगों ने बताया कि मि. यूशर के त्वरित संदेश समूह में बारक्लेज और सिटिग्रुप के बैंकर्स शामिल हैं। UBS ने कहा कि, स्विस विनियामक, फिनमा द्वारा यह बताए जाने के पश्चात कि वह बहुत से स्विस बैकों में विदेशी मुद्रा बाजार की संदिग्ध हेरफेर की जांच-पड़ताल कर रही है, इस सप्ताह उसने अपने कुछ कर्मचारियों के विरुद्ध कार्रवाई की है। वैश्विक स्तर पर कम से कम छह प्राधिकरण - यूरोपियन आयोग, फिनमा, स्विटजरलैंड का प्रतिस्पर्धा प्राधिकरण वीको, FCA, US में न्याय विभाग, तथा हाँग काँग मौद्रिक प्राधिकरण - बैंकर्स पर मुद्रा बाजार में अपने अनुकूल उतार-चढ़ाव करवाने के लिए दुरभिसंधि किए जाने के आरोपों की जांच कर रहे हैं। मामले से परिचित लोगों ने बताया कि, HSBC, सिटीग्रुप, जे.पी.मोरगन, तथा क्रेडिट सुइस ने भी आंतरिक जांच पड़ताल की है, अथवा विनियामकों की ओर से सूचना के लिए अनुरोध प्राप्त किया है। बैंक किसी गलत क्रियाकलाप के सुराग की तलाश में कई सालों के बराबर त्वरित संदेश और ईमेल की बारीकी से जांच कर रहे हैं। जांच-पड़ताल के बारे में समाचार ने, ऐसे क्षेत्र के ट्रेडर्स में खलबली मचा दी है, जो पिछले कई वर्षों से निवेश बैंकों की ट्रेडिंग इकाई में सबसे अधिक लाभ कमाने वाले प्रमुख व्यक्तियों में से रहे हैं, लेकिन उन्हें इस वर्ष चुनौती का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि करेन्सीज में कम उतार-चढ़ाव के कारण सट्टेबाजों के लिए अवसरों में कमी आई है। कुछ बैंकर्स ने यह कहकर मामले को दबाने का प्रयास किया कि बहुत ही विशाल तथा अत्यधिक लिक्विड विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में हेरफेर करना असंभव दृश्य है, लेकिन वरिष्ठ ट्रेडर्स का कहता है कि जरूरी नहीं है कि ऐसा सच हो। वरिष्ठ ट्रेडर ने कहा कि विदेशी मुद्रा क्रय-विक्रय के अत्यधिक विशाल परिमाण के बावजूद अलग-अलग ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के बीच लिक्विडिटी का विखंडन तथा बैंकों द्वारा अपने स्वयं के प्लेटफॉर्म के बढ़ते उपयोग का अर्थ है कि "आप थोड़े कम टिकट मूल्य पर बाजार को प्रभावित करना शुरू कर सकते हैं।" यह समाचार उसी दिन आया, जिस दिन क्रेडिट सुइस ने लंदन में अपने एक्सचेन्ज ट्रेडेड फंड्स डेस्क से ट्रेडर को इस सप्ताह सेवाच्युत किए जाने की घोषणा की थी, जिसने पिछले वर्ष के अंत में लगभग $6 मिलियन का घाटा किया था। बैंक ने तुरन्त ही सुसंगत प्राधिकरणों को अधिसूचित किया तथा अपने विनियामकों के साथ सहयोग कर रहा है। क्रेडिट सुइस ने कहा कि "हमें विश्वास है कि ट्रेडर ने अकेले ही कार्य किया था, तथा उसे नियंत्रित कर लिया गया है।" परिसर में चलने वाले तकनीकी व प्रबंधन समेत अन्य कोर्स की पढ़ाई कर रहे छात्र इस बार अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे। विश्वविद्यालय कुलपति ने चुनाव कराने की अनुमति के लिए राज्यपाल को पत्र लिखा है। विश्वविद्यालय में प्रवेश प्रक्रिया शुरू होने के साथ छात्रसंघ चुनाव करवाने की मांग उठने लगी थी। विश्वविद्यालय प्रशासन व कॉलेज प्रबंधन तक अपनी आवाज पहुंचाने के लिए उन्होंने अपने प्रतिनिधि के चयन को लेकर हस्ताक्षर अभियान भी चलाया था। परिसर में संचालित बीटेक, एमबीए, फार्मेसी, बायोटेक्नोलॉजी, बायोसाइंस, टूरिज्म मैनेजमेंट व पैरामेडिकल साइंस समेत करीब दो दर्जन कोर्स में प्रवेश लेने वाले छात्र इस साल अपना प्रतिनिधि चुन सकेंगे। यहां पर पढ़ाई करने वाले छह हजार से अधिक छात्रों को पहली बार मताधिकार का प्रयोग करने का मौका मिलेगा। कुलपति प्रो. अशोक कुमार ने बताया कि विश्वविद्यालय में चुनाव कराने को राज्यपाल से अनुमति मांगी है। अनुमति मिलते ही चुनाव की तिथि घोषित कर दी जाएगी। उन्होंने कहा, अन्य कॉलेजों में चुनाव कराना कॉलेज प्रबंधन की जिम्मेदारी है। कई कॉलेज प्रबंधन नहीं चाहते हैं कि उनके परिसर में छात्रसंघ चुनाव हो। वहीं, छात्रों में एकता न होने के कारण भी चुनाव नहीं हो पा रहे हैं। चुनाव के लिए परिषद ने हस्ताक्षर अभियान चलाया था। आकाश जायसवाल, विभाग संयोजक एबीवीपी दीपावली के बाद जिला प्रशासन से कॉलेजों में चुनाव कराने की अनुमति मांगी जाएगी। छात्रसंघ चुनाव को लेकर कॉलेजों का नजरिया साफ न होने से भी इसमें दिक्कतें आ रही हैं। धनतेरस पर राजधानी में बर्तनों से लेकर सोने व चांदी की खूब खरीददारी लोगों ने की है। ऐसी खरीदारी में बीते वर्ष की अपेक्षा 20 से 30 फीसदी बढ़ोतरी हुई है। शिमला में आभूषणों की दुकानों में लोंगों का हुजूम लगा रहा। लोअर बाजार से लेकर मालरोड तक सजने वाली बर्तनों की दुकानों में भी काफी भीड़ देखी गई। हालांकि इस वर्ष ऐसी वस्तुओं पर महंगाई का ग्रहण लगा रहा, लेकिन लोगों ने फिर भी शुभ मुहुर्त पर खरीददारी करने में कंजूसी नहीं दिखाई। शुक्रवार को खरीददारी के लिए शुभ मुहर्त सुबह 7:52 से 10:12 बजे तक तथा 1:56 से 3:37 बजे तक व 6:17 बजे से 8:12 बजे तक रहा। उक्त तीनों मुहुर्त के समय शिमला सहित उपनगरों में लोगों की अधिक भीड़ अधिक खरीददारी के लिए उमड़ी। शिमला लोअर बाजार में तो लोगों को पैर धरने के लिए स्थान नहीं मिला। हर छोटी बड़ी दुकान में भीड़ भी इसी प्रकार लगी रही। ऐसे में जब कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी धनत्रयोदशी के रूप मे मनाई जाने वाले धनतेरस पर खरीदारी शुभ दीपावली के संकेत हैं। सर्वोच्च न्यायालय ने ओबामा स्वास्थ्य सेवा कानून का समर्थन किया ओबामा प्रशासन के लिए एक प्रमुख जीत के रूप में, यू.एस. सर्वोच्च न्यायालय ने आज बराक ओबामा के नाम पर स्वास्थ्य सेवा कानून को संवैधानिक घोषित किया। 5-4 मतों से न्यायाधीशों ने रोगी सुरक्षा तथा वहनीय देखभाल अधिनियम के पृथक आदेश - जिसके अन्तर्गत नागरिकों को वर्ष 2014 से पहले स्वास्थ्य बीमा खरीदने अथवा दण्ड देने की आवश्यकता होगी - के पक्ष में फैसला दिया कि यह सरकार की कर अधिरोपित करने की शक्ति के अन्तर्गत संवैधानिक था। मुख्य न्यायाधीश जॉन रॉबर्ट ने न्यायालय के चार अन्य उदारवादी सदस्यों का समर्थन किया, जबकि अन्य न्यायाधीश स्कैलिया, थॉस, एलिटो तथा केनेडी ने असहमति जतायी। न्यायालय ने 2700 पृष्ठ वाले इस कानून के शेष अनुच्छेदों का भी समर्थन किया है, तथा कहा कि स्वास्थ्य सेवा कानून की यह शर्त कि राज्य मेडिकेड पात्रता में वृद्धि करें अथवा वे सभी संघीय मेडिकैड वित्त पोषण गवा देंगे, अंसवैधानिक रूप से अवपीड़क नहीं है। इस कानून को रोकने लिए 26 राज्यों, तथा राष्ट्रीय स्वतंत्र व्यवसाय महासंघ द्वारा यह याचिका लायी गई थी। 2012 के आरंभिक सत्र के दौरान इस कानून का विरोध सभी प्रमुख रिपब्लिकन राष्ट्रपति उम्मीदवारों द्वारा किया गया था, जिसमें प्रकल्पिक नामांकित व्यक्ति मिट रूमनी भी शामिल हैं। सही है कि धन के बिना हमारा काम नहीं चल सकता। जीवन यापन के लिए धन सबसे बड़ी जरूरतों में से एक है, लेकिन इसे ही सब कुछ मान लेना हमारे हित में नहीं है। कार्तिक मास की कृष्ण त्रयोदशी को हम धनतेरस मनाते हैं। धनतेरस को धन के देवता कुबेर और मृत्यु देवता यमराज की पूजा की जाती है। हमारे धर्म एवं जीवन में धन का महत्वपूर्ण स्थान है। कोई भी धन अच्छा-बुरा नहीं होता। अच्छी-बुरी होती है धन के प्रति हमारी भावना। जो धन मानवता के कल्याण के काम आए उससे बढ़कर मूल्यवान कोई और वस्तु नहीं हो सकती, लेकिन जो धन अहंकार का कारण बने उसका कोई मतलब नहीं। धन को हम पवित्र उद्देश्य से कमाएं और पवित्र उद्देश्य से ही व्यय करें। परिवार के भरण-पोषण के लिए धन कमाना हर व्यक्ति का कर्तव्य है। इसका कुछ भाग समाज पर व्यय करने की भावना भी होनी चाहिए, लेकिन बेहिसाब संग्रहण अथवा येन-केन-प्रकारेण धन अर्जित करने की प्रवृत्तिहमारे विवेक, व्यक्तित्व का नाश कर देती है। दान की भावना सदा मन में रहनी चाहिए। आपके द्वारा दिया गया धन का एक अंश भी किसी के जीवन यापन का आधार बन सकता है। समाज में अनेक लोग भयंकर अभाव में जी रहे हैं उनके लिए हम सभी को सोचना चाहिए। वास्तव में जीवन के पुरुषाथरें में अर्थ, धर्म, काम और मोक्ष को बराबर महत्व दिया गया है। सभी लोग धन और यश की कामना करते हैं और उनके पुरुषार्थ के अनुसार ही उन्हें धन और यश प्राप्त भी होता है। वही धन-संपदा टिकाऊ होती है जिसके साथ सम्मान जुड़ा हुआ हो। कोई भी अपराधी कितना भी धनवान क्यों न हो जाए, वह न तो उसका सही तरह से उपभोग कर सकता है और न ही किसी दूसरे के काम आ सकता है। किसी और के पास धन हो तो उससे ईष्र्या न करें। सच्चा धनवान वही है जो धन के असंख्य हाथों में बहने का मार्ग बनाए। दूसरों के लिए रोजगार के सृजन से बढ़कर धन का सदुपयोग और कोई नहीं हो सकता। एक और बात, धन केवल मुद्रा के रूप में नहीं होता। यह आपके स्वास्थ्य, चरित्र, दूसरों के प्रति प्रेम के रूप में भी होता। कोशिश करें कि आप इसी धन के स्वामी बनें। आगरा में आज सुबह ट्रक तथा पुलिस की जीप में सीधी भिड़त होने से एक सब इंस्पेक्टर की मौत हो गई जबकि चार लोग गंभीर रूप से घायल हैं। ताजगंज थाना क्षेत्र के टोरा पुलिस चौकी के पास आज सुबह पुलिस की तेज रफ्तार जीप ट्रक में घुस गई। इस दुर्घटना में सब इंस्पेक्टर रजिस्टर सिंह की मौके पर ही मौत हो गई जबकि चार कांस्टेबल गंभीर रूप से घायल हैं। सभी को मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया है। जानकारी के अनुसार, वीरवार को हरीतारा-सोपोर में हबीबुल्ला मल्ला नामक एक शहरी विलो नर्सरी की तरफ जा रहा था। अचानक उस पर एक भालू ने हमला कर दिया। उसने भालू का प्रतिरोध करते हुए मदद के लिए शोर मचाया। जब तक उसकी मदद के लिए आस-पास से लोग मौके पर पहुंचते तब तक भालू ने उसके चेहरे को बुरी तरह नोच खाया था। लोगों ने भालू पर पत्थर बरसाते हुए शोर मचाया। इस पर वह हबीबुल्ला को छोड़ नर्सरी में छिप गया। ग्रामीणों ने घायल हबीबुल्ला को उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाया। आयकर विभाग तय लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए करदाताओं से अग्रिम टैक्स जमा कराने के लिए अभियान चलाने की योजना बनायी है। विश्वदाय धरोहर घोषित महाबोधि मंदिर के प्रबंधकारिणी समिति सहित करीब 100 से अधिक स्वयंसेवी संस्थाओं को विभाग की ओर से नोटिस निर्गत किया गया है। स्कूली छात्र-छात्राएं जो भविष्य के करदाता हैं। उनके पास अधिकारी पहुंचने लगे हैं। गया अंचल के उपायुक्त सौरभ कुमार राय ने 'जागरण' को मंगलवार को विभागीय कार्ययोजना के बारे में जानकारी दी। उपायुक्त श्री राय ने बताया कि करीब 9 करोड़ रुपया चालू वित्तीय वर्ष का लक्ष्य है। इसमें से करीब 40 प्रतिशत टीडीएस और टीसीएस के माध्यम से प्राप्त हो जाती है। शेष राशि के लिए कई स्रोत है। उन्होंने कहा कि अग्रिम टैक्स जमा कराने के लिए करदाताओं से अपील की जाती है। कर वंचकों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई होती है। वहीं करदाताओं को सही टैक्स देने के लिए स्वप्रेरित करने की योजना है। जिसके तहत गया में आईएमए, चैंबर आफ कामर्स व अन्य संस्था के पास अधिकारी जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि स्वयं मुख्य आयकर आयुक्त 'मैडम' गया में चैंबर के बुलावे पर आ चुकी हैं। उन्होंने कहा कि 9-12 वर्ग के छात्र-छात्राओं को टैक्स को लेकर जागरूक करने की नीति है। इसके तहत वे स्वयं कई स्कूल के बच्चों से रूबरू हो चुके हैं। बच्चे अपने अभिभावकों को भी एक अच्छा करदाता होने के लिए प्रेरित करते हैं। उन्होंने कहा कि आयकर महकमा के कुल 42 हजार सदस्य हैं। जिनमें अधिकारी से लेकर चपरासी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि पिछले वित्तीय वर्ष में विभाग ने 5 लाख करोड़ रुपया राजस्व वसूला था। उपायुक्त श्री राय ने कहा कि वे वाणिज्य कर विभाग से कर वंचकों के खिलाफ की गई कार्रवाई के बारे में जानकारी मांगने जा रहे हैं। कार्यक्रम का शुभारंभ राष्ट्रगान और सभी अतिथियों के करकमलों से दीप प्रज्वलित कर किया गया। निदेशक डा. एसके गर्ग ने कहा कि संस्थान का वार्षिकोत्सव स्थापना दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसमें संस्थान के पूर्व छात्र-छात्राओं का तथा विवि स्तर पर शीर्ष स्थान प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को 'कैश एचीव अवार्ड' से सम्मानित किया गया। विभिन्न प्रतियोगिताओं मेहंदी, वाद-विवाद, नृत्य, अंत्याक्षरी, गायन व कामेडी शो के विजेताओं को पुरस्कार वितरित किए गए। मुख्य अतिथि जिलाधिकारी नवदीप रिणवा व विशिष्ट अतिथि एलएलआरएम मेडिकल कालेज के प्राचार्य डा. प्रदीप भारती ने प्रबंध तंत्र के कार्यो को सराहा। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे चौ. चरण सिंह विवि के कुलपति विक्रम चंद्र गोयल ने कहा कि संस्थान ने विवि को गौरवान्वित किया है। समापन पर सभी अतिथियों को शॉल ओढ़ाकर व स्मृति चिह्न भेंटकर सम्मानित किया गया। इससे पहले चेयरमैन डा. एसपी देशवाल ने कहा कि उनका लक्ष्य समाज के प्रत्येक वर्ग के छात्र-छात्राओं को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के माध्यम से राष्ट्र को श्रेष्ठ व योग्य नागरिक प्रदान करना है, जो राष्ट्र निर्माण में सहायक सिद्ध हो सकें। अर्णव चक्रवर्ती व जगविजय ने सहयोग किया। संचालन मेघा सिंह व प्रीति कौशिक ने किया। विशेष जज आइएस मेहता ने बंद कमरे में हुई मामले की सुनवाई के बाद एनआइए की दलील को मंजूर करते हुए अहमद को 14 दिन की रिमांड पर भेज दिया है। सूत्रों के अनुसार, उजैर अहमद को अदालत के समक्ष पेश करते हुए एनआइए ने बताया कि उजैर अहमद पटना सीरियल धमाकों के मुख्य आरोपी इंडियन मुजाहिदीन के सदस्य इम्तियाज अंसारी और हैदर के साथ इस घटना में मुख्य रूप से शामिल था। अहमद ने कई अन्य आतंकियों को अंसारी से मिलवाया था। अहमद से पूछताछ के जरिये एनआइए मामले में अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार करना चाहती है। इस मामले में बम बनाने का सामान एवं उसे बनाने वाले आतंकियों की खोजबीन अभी बाकी है। इसके लिए उन्हें अहमद को बिहार, झारखंड एवं कई राज्यों में लेकर जाना है, जिसके लिए उसे रिमांड पर लिया जाना जरूरी है। बता दें कि एनआइए ने पटना सीरियल धमाकों के मामले में आरोपी उजैर अहमद को रांची से 30 अक्टूबर को गिरफ्तार किया था। स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने एक दिन पहले ही वर्ष 2012 की पीएमटी में फर्जीवाड़ा होने का खुलासा किया है। एसटीएफ को जांच में 700 छात्रों के रोल नंबर में गड़बड़ी मिली है। इनमें से करीब 125 छात्रों ने मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन ले लिया था। अब इन छात्रों के एडमिशन निरस्त हो सकते हैं। एसटीएफ के खुलासे के बाद चिकित्सा शिक्षा विभाग ने इन छात्रों के प्रवेश निरस्त करने के लिए मंथन शुरू कर दिया है। जानकारी के अनुसार विभाग इन सभी संदिग्ध छात्रों की सूची एसटीएफ से मिलने का इंतजार कर रहा है। इसमें शामिल छात्रों की पात्रता निरस्त करने के लिए व्यापमं को सूची भेजी जाएगी। हालांकि इस मामले में विभाग कानूनी सलाह भी लेने की बात कह रहा है। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि वर्ष 2012 में प्रवेश लेने वाले छात्रों को एक साल हो चुका है, इसीलिए इस मामले में कानूनी सलाह लेना जरूरी है। मामला अभी एसटीएफ की जांच तक ही सीमित होने से चिकित्सा शिक्षा विभाग के अधिकारी कुछ भी कहने की स्थिति में नहीं हैं। व्यापमं संचालक तरुण पिथोरे का कहना है कि अगर एसटीएफ सबूत के साथ संदिग्ध छात्रों की सूची सौंपती है तो उनके प्रवेश तत्काल निरस्त होंगे। उधर, संचालक चिकित्सा शिक्षा डॉ. निर्भय श्रीवास्तव ने बताया कि छात्रों के फर्जी एडमिशन होना सही पाए जाने पर उनके प्रवेश निरस्त करने से इंकार भी नहीं किया है। एसटीएफ अधिकारियों के अनुसार वर्ष 2012 की पीएमटी में शामिल फर्जी छात्रों की जांच की जा रही है। जांच के बाद संदिग्ध छात्रों की सूची व्यापमं को सौंपी जाएगी। उल्लेखनीय है कि व्यापमं ने वर्ष 2013 में हुई पीएमटी परीक्षा में शामिल 345 संदिग्ध छात्रों की पात्रता निरस्त कर दी थी। इन 345 में से चिकित्सा शिक्षा विभाग अब तक 84 के प्रवेश निरस्त कर चुका है। पुंछ विधानसभा क्षेत्र के विधायक एजाज जान ने गुरुद्वारा परिसर में वाटर कूलर का उद्घाटन किया। विधायक ने कहा कि गुरुद्वारे में काफी संख्या में लोग आते-जाते रहते हैं, लेकिन यहां पर पीने के पानी की सही व्यवस्था न होने के कारण वाटर कूलर लगवाया गया है। इससे लोगों को गर्मी के दिनों में ठंडा पानी मिल सकेगा। सर्दी के मौसम में शुद्ध सादा पानी उपलब्ध रहेगा। जिससे आने जाने वाले श्रद्धालुओं को पीने के पानी की समस्या दूर हो जाएगी। इस अवसर पर गुरुद्वारा कमेटी के सदस्यों के साथ साथ अन्य लोग भी मौजूद थे। आम चुनाव के बाद नई सरकार ने अगर राशन के जरिये केरोसिन की बिक्री बंद करने की नीति जारी रखी तो आधा दर्जन राज्यों में इन दुकानों पर केरोसिन नहीं मिलेगी। जिन राज्यों में केरोसिन की बिक्री बंद होनी है उनमें पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तराखंड शामिल हैं। इनके अलावा कर्नाटक, तमिलनाडु और पूर्वोत्तर के कुछ राज्यों में भी केरोसिन की बिक्री को बंद करने की तैयारी है। पेट्रोलियम मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक दो आधार पर राज्यों में पीडीएस दुकानों पर केरोसिन की बिक्री बंद करने का फैसला किया जाएगा। पहला आधार तो ग्रामीण इलाकों में तेजी से बिजली कनेक्शन को बनाया जा रहा है। दूसरा आधार एलपीजी कनेक्शन है। यानी जिन राज्यों के अधिकांश ग्रामीण परिवारों को रसोई गैस कनेक्शन दिए जा चुके हैं, वहां पीडीएस केरोसिन की बिक्री बंद की जा रही है। इस बारे में पेट्रोलियम मंत्रालय ने पुख्ता तैयारी कर ली हैं। अक्टूबर, 2013 से दिल्ली में पीडीएस केरोसिन की बिक्री पहले ही बंद हो चुकी है। सूत्रों के मुताबिक इस नीति के तहत ही पंजाब, हरियाणा, महाराष्ट्र और उत्ताराखंड को केरोसिन कोटा काफी कम किया जा चुका है। पंजाब का कोटा 2.72 लाख किलो लीटर से घटा कर एक लाख किलो लीटर किया गया। उत्ताराखंड के आवंटन में 70 फीसद तो हरियाणा का केरोसिन कोटा लगभग 40 फीसद घटाया गया। इस कटौती के बावजूद इन राज्यों से केरोसिन की किल्लत की खबर नहीं आई है। मंत्रालय मान रहा है कि इससे स्पष्ट है कि केरोसिन का इस्तेमाल मिलावट के लिए होता रहा है। पीडीएस केरोसिन और डीजल की कीमत में इस समय 37 रुपये का अंतर है। इससे मिलावट करने वालों को बढ़ावा मिलता है। जिन राज्यों में पीडीएस के जरिये बिक्री बंद की जाएगी वहां तेल कंपनियां खुले बाजार में पूरी कीमत पर केरोसिन की बिक्री करेंगी। इस समय तेल कंपनियों को केरोसिन पर 39 रुपये प्रति लीटर से ज्यादा का घाटा हो रहा है। वर्ष 2013-14 में केरोसिन सब्सिडी का बोझ लगभग 31 हजार करोड़ रुपये रहने का अनुमान है। आरोपी ट्रेडिंग फर्म का हवाला देकर निवेशकों के अकाउंट खोलकर शेयर की खरीद-फरोख्त के नाम पर जालसाजी करते थे। संभवत: प्रदेश में पहली बार हुए इस तरह के खुलासे में करोड़ों रुपए की ठगी की बात सामने आई है। गिरोह का सरगना कौन है, फिलहाल पुलिस उस तक नहीं पहुंच पाई है, लेकिन प्रदेश में उसका काम देखने वाले आरोपी समेत सात लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है। यह गिरोह मेटाट्रेडर-5 के नाम से एक फर्जी कमोडिटी मार्केट संचालित करता था। कंपनी के कर्ताधर्ता निवेशकों से नकद रकम लेकर एक फर्जी सॉफ्टवेयर पर फर्जी आईडी बनाकर देते थे। इससे ट्रेडिंग करने पर निवेशकों के खरीदे हुए शेयर आरोपियों को नजर आते थे। उसमें यह तक पता चल जाता था कि कौन सा शेयर किस कीमत पर खरीदा गया था। वास्तव में न कोई शेयर खरीदा जाता था और न ही इसके लिए कोई ट्रांजक्शन ही होता था, क्योंकि निवेशकों का कोई डीमेट अकाउंट खोला नहीं जाता था और इस फर्जी सॉफ्टवेयर पर शेयर झूठे दर्शाए जाते थे। पुलिस अंदाजा लगा रही है कि इस गिरोह के झांसे में सैकड़ों लोग आ चुके हैं। हर निवेशक से मुनाफा देने के नाम पर दो से पांच लाख रुपए तक निवेश करवाए जाते थे। इसके मुख्य आरोपी अमित सोनी को सायबर सेल ने जोधपुर से हिरासत में लिया है, जबकि उसके छह अन्य साथियों को इंदौर से पकड़ा गया है। एडीजी सायबर सेल अशोक दोहरे के अनुसार किसी भी शेयर ट्रेडिंग कंपनी को स्टॉक एक्सचेंज से ट्रेडिंग फर्म के रूप में जुड़ना जरूरी होता है। इसके बाद ही कंपनी अपने जरिए निवेशकों को शेयर ट्रेडिंग करवा सकती है। फिर निवेशक का डीमेट अकाउंट खोला जाता है, ताकि उसके लिए शेयर खरीदे-बेचे जा सकें, लेकिन मेटाट्रेडर-5 नाम की यह कंपनी न तो किसी एक्सचेंज से जुड़ी थी और न ही स्टॉक ट्रेडिंग करवाती थी। इस कंपनी ने विनट्रेड के नाम से 24 सितंबर 2012 को ट्रेडिंग का हवाला देकर अपने लिए सर्वर खरीदा था। तब से ही इस कंपनी के जरिए निवेश के नाम पर लोगों को झांसा दिया जा रहा है। सायबर सेल में शिकायत करने वाले फिलहाल इंदौर के आठ व्यापारी सामने आए हैं। अपने खरीदे गए शेयर को मुनाफे में बेचने के बाद भी उनकी रकम खाते में ट्रांसफर नहीं हुई। इस पर उन्होंने कंपनी के कर्ताधर्ताओं से मुनाफे की रकम मांगनी शुरू की। निवेशक यहां तक कह रहे हैं कि उनको दी गई फर्जी आईडी पर हमेशा उनके खरीदे गए शेयर की कीमत कम दर्शाई जाती थी। यह कीमत आरोपी अपने स्तर पर तय कर लेते थे। कंपनी ने राजस्थान, मप्र और महाराष्ट्र में अपने सीईओ और एजेंट नियुक्तकर रखे हैं। एजेंट लोगों को ज्यादा मुनाफे का लालच देकर इस कंपनी से जुड़ने की सलाह देते थे। इसके बाद किसी से दो लाख तो किसी से पांच लाख रुपए तक जमा करवाए जाते थे। टेस्ट में आए दिन इस टीम के खिलाड़ी नए रिकॉर्ड बनाते रहते हैं और अब वनडे में भी इनका रुतबा धीरे-धीरे बढ़ता नजर आ रहा है। गुरुवार को इसका एक बेहतरीन उद्हारण भी देखने को मिला जब अच्छी-खासी न्यूजीलैंड की टीम को बांग्लादेश ने वनडे सीरीज में रौंदकर अजेय बढ़त हासिल करते हुए खिताब अपने नाम कर लिया। सोहाग गाजी और मशरफेमुर्तजा की धारदार गेंदबाजी से बांग्लादेश ने दूसरे वनडे मैच में न्यूजीलैंड को 40 रन से हराकर तीन मैचों की सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त हासिल कर ली। वनडे क्रिकेट में न्यूजीलैंड के खिलाफ यह बांग्लादेश की लगातार छठी जीत है। इससे पहले न्यूजीलैंड 2010 के बांग्लादेश दौरे में 0-4 से सीरीज हार गया था। बांग्लादेश के 248 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए न्यूजीलैंड ने गाजी (34/3) की स्पिन और मुर्तजा (43/3) की तूफानी गेंदबाजी के सामने नियमित अंतराल पर विकेट गंवाए, जिससे टीम 46.4 ओवर में 207 रन पर ही ढेर हो गई। न्यूजीलैंड की ओर से रॉस टेलर ने सर्वाधिक 45, जबकि कोरी एंडरसन ने 37 रन बनाए। काइल मिल्स ने नाबाद 27, जबकि नाथन मैकुलम ने 25 रन का योगदान दिया, लेकिन टीम का कोई बल्लेबाज अच्छी शुरुआत को बड़ी पारी में तब्दील नहीं कर पाया जिससे टीम को हार का सामना करना पड़ा। इससे पहले बांग्लादेश की टीम तमीम इकबाल (58) के अर्धशतक के बावजूद 49 ओवर में 247 रन पर आउट हो गई। एंडरसन और जेम्स नीशाम ने मिलकर आठ विकेट चटकाए। एंडरसन ने 40 रन देकर चार, जबकि नीशाम ने 53 रन देकर चार विकेट झटके। तमीम वनडे बांग्लादेश के सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज बन गए हैं। शाकिब अल हसन को पीछे छोड़ने वाले तमीम के 124 मैचों में 3702 रन हो गए हैं। सीरीज का तीसरा और अंतिम मैच रविवार को फातुल्लाह में खेला जाएगा। बाइक पिपचो के जंगल के नजदीक लावारिस हालत में खड़ी थी। इस बाइक को पुलिस ने अपने कब्जे में कर लिया है। यह बाइक झरपो के डाकपाल छोटी मेहता की थी। पंजाब स्टेट पावर कार्पोरेशन को प्रतिदिन करोड़ों रुपए कमाकर दे रहा हाल गेट सिटी सर्किल ऑफिस खंडहर बिल्डिंग में चल रहा है। ऐसे में सभी कर्मचारी हादसे के भय में काम करने को मजबूर हैं। आए दिन इस बिल्डिंग की छतों से सीमेंट गिरने से काम करने वाले स्टाफ में दहशत का माहौल है। अंग्रेजों के जमाने में १९१३ में बनी इस बिल्डिंग में पहले म्युनिसिपल कार्पोरेशन का कार्यालय था। साल १९९५ में इमारत बिजली बोर्ड को सौंप दी गई। इसकी रिपेयर के नाम पर मात्र रंग रोगन करवाकर विभाग पल्ला झाड़ रहा है। बिल्डिंग की हालत इतनी खराब हो चुकी है कि कर्मचारी इसमें बैठने से भी डरते हैं। बिल्डिंग की हालत इतनी खस्ता है कि अक्सर छतों से प्लास्टर गिर जाता है। पिछले एक महीने में ही चार कमरों की छतों से सीमेंट गिर चुका है। इसके चलते एक महिला कर्मचारी घायल भी हो चुकी है। इस हादसे में जेई और रेवेन्यू अकाउंटेंट बाल-बाल बच गए थे। वर्तमान में बिल्डिंग में करीब साढ़े चार सौ कर्मचारी काम करते हैं। इसमें एसई सहित ५ एक्सईएन, १२ एसडीओ, २० जूनियर इंजीनियर, १३० कलेरिक्ल स्टाफ, २०० टेक्निकल कर्मचारी और २० अन्य स्टाफ मेंबर शामिल हैं। हाल यह है कि इनकी सुरक्षा के बारे में अभी तक पावरकॉम उच्चाधिकारियों की ओर से कुछ नहीं किया गया। बिल्डिंग में स्थित जेईज को अलॉट तीन कमरे, स्कूटर और साइकिल स्टैंड, ऊपरी मंजिल के दो कमरे पूरी तरह गिर चुके हैं। ऐसे में बिल्डिंग की स्थिति का अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है। राज्यस्तरीय महिला खेल प्रतियोगिताओं के अंतर्गत कबड्डी स्पर्धा में रोहतक प्रथम स्थान पर रहा। कबड्डी में झज्जर व हिसार ने दूसरा व तीसरा स्थान प्राप्त किया। इसी प्रकार बास्केटबॉल में सोनीपत पहले, रोहतक दूसरे और कुरूक्षेत्र तीसरे स्थान पर रहा। वॉलीबॉल प्रतियोगिता में झज्जर पहले, महेद्रगढ़ दूसरे और करनाल तीसरे स्थान पर रहा। प्रतियोगिता की जिमनास्टिक स्पर्धा में अंबाला की टीम पहले, रोहतक की टीम दूसरे और भिवानी की टीम तीसरे स्थान पर रही। भारत्तोलन में सोनीपत की टीम ने पहला, भिवानी की टीम ने दूसरा और रोहतक की टीम ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। इसी प्रकार एथलेटिक्स में भिवानी की टीम ने प्रथम स्थान प्राप्त किया और रोहतक व हिसार की टीम दूसरे व तीसरे स्थान पर रही। दूसरी ओर, समापन अवसर पर उपस्थित खिलाड़ियों एवं अन्य को संबोधित करते हुए एडीसी आरसी बिधान ने कहा कि खिलाड़ी अनुशासन के साथ कड़ी मेहनत करे ताकि भविष्य में वे अच्छे खिलाड़ी बनकर देश व प्रदेश का नाम रोशन कर सकें। विशेषकर महिलाओं के राज्यस्तरीय खेल महिलाओं के सशक्तीकरण की दिशा में कारगर सिद्ध होंगे। रोहतक के राजीव गांधी खेल परिसर में 29 अक्टूबर को शुरू हुई राज्यस्तरीय महिला खेल प्रतियोगिता का 31 अक्टूबर को समापन हो गया। एडीसी ने कहा कि खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा को और अधिक निखारने के लिए अनुशासन का परिचय देते हुए कड़ी मेहनत करनी होगी तभी वे भविष्य में अपनी खेल प्रतिभा का लोहा मनवा पाएंगे और देश व प्रदेश का नाम रोशन करेंगे। दीनानाथ मंगेशकर अस्पताल के एक हिस्से का उद्घाटन करने के लिए पुणे पहुंचे बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर तीखे हमले किए। मोदी ने इस मौके पर कहा, 'देश के कई राज्यों और केंद्र में कभी गठबंधन सरकार बनी, कभी कांग्रेस की, कभी कम्युनिस्टों की सरकार तो कभी बीजेपी की सरकार बनी। आपने कई पार्टियों के शासन को देखा है। देश के राजनीतिक पंडितों, अर्थशास्त्रियों का आह्वान करता हूं। देश में कुछ पैरामीटर तय किए जाएं। किस दल ने क्या किया। अगर इसका तुलनात्मक नतीजा आए तो देश के सामने यह सवाल नहीं आएगा कि बीजेपी की सरकार आनी चाहिए या नहीं। जब-जब जहां-जहां बीजेपी की सरकार बनी है वहां जन आकांक्षाओं की पूर्ति का प्रयास हुआ है। यह देश गवाह है अटल बिहारी वाजपेयी और मोरारजी देसाई की सरकार में महंगाई कम थी। गरीब आदमी को दो वक्त खाना मिलता था। लेकिन जब कांग्रेस की या उसके समर्थन वाली सरकार बनी तो गरीब आदमी को भरपेट खाना नसीब नहीं हुआ। कांग्रेस का एक भी नेता, यूपीए का एक भी नेता साढ़े नौ साल में क्या किया, इसका जवाब नहीं दे रहे हैं। हमारे देश के मीडिया वाले भी उन तक नहीं पहुंच पाते हैं। कांग्रेस को अहंकार हो गया है। वे मीडिया वालों के भी जवाब नहीं देते। चुनाव लोकसभा के हैं, आप जनता को जवाब दें। मोदी ने कांग्रेसी नेता कपिल सिब्बल पर हमला बोलते हुए कहा, 'आए दिन मोदी से सवाल पूछे जा रहे हैं। 2014 में जब जनता बीजेपी को आशीर्वाद देगी, तब हर वर्ष जनता के सामने अपने काम का हिसाब पेश करेगी। लोकतंत्र में दिल्ली में शासक नहीं, सेवक बैठना चाहिए। दिल्ली में कोई नाथ नहीं हो सकता वहां सिर्फ दास होने चाहिए। कांग्रेसी मित्र आए दिन गुब्बारे छोड़ते रहते हैं। कांग्रेसी मित्रो, हमने तो 10 महीने पहले ही एग्जाम दिया है। लोकतंत्र में जनता ही इम्तिहान लेती है। नॉरटेल पेटेन्ट के मामले में गूगल, सैसमंग, हुवाई पर आर्थिक मुकदमा दायर है । हजारों भूतपूर्व नॉरटेल पेटेन्ट के स्वामित्व वाले समूह ने गुरूवार को सेल फोन निर्माताओं समेत गूगल जिसको इसने नॉरटेल दिवालियापन नीलामी में पछाड़ दिया था, के विरूद्ध बहुत से पेटेन्ट मुकदमे दाखिल किये हैं। रॉकस्टार नामक संघ जिसने 4.5 बिलियन में नॉरेटेल पेटेन्ट्स खरीदे थे, ने टेक्सास में यू.एस. जिला न्यायालय में पेटेन्ट उल्लंघन के लिए सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स कं. लिमिटेड, एच.टी.सी. कॉरपोरेशन, हुवाई तथा चार अन्य कम्पनियों पर मुकदमा किया है। रॉकस्टार का स्वामित्व संयुक्त रूप से एप्पेल माइक्रोसॉफ्ट, ब्लैकबेरी, एरिक्शन तथा सोनी के पास है। गूगल के ऊपर सात पेटेन्ट का उल्लंघन करने का आरोप है। अभियोग में कहा गया कि इन पेटेन्ट में वह प्रौद्योगिकी भी शामिल है जो इन्टरनेट पर सर्च किये जाने वाले शब्दों को सुसंगत विज्ञापन से शब्दों से मिलाता है, जो कि गूगल के सर्च व्यवसाय का मुख्य हिस्सा है। सैमसंग, हुवाई, एच.टी.सी. तथा रॉकस्टार के प्रतिनिधियों से तुरन्त सम्पर्क नहीं किया जा सका। सैमसंग, हुवाई, तथा एच.टी.सी. ये सभी ऐसे फोन बनाते हैं, जो कि गूगल के एन्ड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम पर चलते हैं, जिसका कड़ा मुकाबला ऐप्पल एवं माइक्रोसॉफ्ट मोबाइल उत्पादों से है। वर्ष 2011 में गूगल ने नॉरटेल पेटेन्ट्स के लिए 900 मिलियन डॉलर की आरंभिक बोली लगाई थी। गूगल ने बोली में कई बार वृद्धि करते हुए अंततः 4.4 बिलियन डॉलर का प्रस्ताव दिया। नॉरटेल पेटेन्ट्स में रॉकस्टार से हारने के पश्चात, गूगल ने 12.5 बिलियन डॉलर में मोटोरोला मोबिलिटी को खरीद लिया, जिसका एक मुख्य कारण मोटोरोला के पास पेटेन्ट्स की एक लम्बी सूची होना था। अभियोग में कहा गया कि "नीलामी में पेटेन्ट्स-इन-स्यूट को अधिग्रहित करने के प्रयास में हारने के बावजूद भी गूगल ने उल्लंघन किया है, तथा लगातार उल्लंघन कर रहा है" रॉकस्टार ने गूगल के विरूद्ध बढ़ी हुई क्षतिपूर्ति की मांग की है, क्योंकि आरोप के अनुसार इसका दावा है कि गूगल द्वारा पेटेन्ट्स का उल्लंघन दुराग्रही है। मिस्र में स्वतंत्र रूप से चुने गए पहले राष्ट्रपति में विश्वास किया मोहम्मद मोरसी ने अपने पद की शपथ ग्रहण की है, लेकिन उनकी विजय दिवस मिस्र में शायद ही राजनीतिक संघर्ष का अंत कर पाए। इस्लामिस्ट मोहम्मद मोरसी ने, 16 महीने पूर्व हटाए गए होसनी मुबारक का स्थान लेने वाले देश के प्रथम स्वतंत्र रूप से निर्वाचित राष्ट्रपति के रूप में पद की शपथ लेते समय "नए मिस्र" का वादा किया। सर्वोच्च संवैधानिक न्यायालय के समक्ष अपने औपचारिक अधिष्ठापन पर, मोरसी अरब दुनिया के स्वतंत्र रूप से निर्वाचित प्रथम इस्लामिस्ट राष्ट्रपति, तथा लगभग 60 वर्ष पहले राजतंत्र को हटाए जाने के पश्चात मिस्र के पांचवे राष्ट्राध्यक्ष बन गए हैं। उन्होंने अपनी कुर्सी पर न्यायालय के काले लबादे वाले 18 न्यायाधीशों के समक्ष नील नदी के किनारे शपथ ग्रहण की, जो प्राचीन मिस्र मन्दिर जैसा दिख रही थी। राष्ट्रीय टेलीविज़न पर सजीव प्रसारण में दिखाए गए औपचारिक समारोह के दौरान मोरसी ने कहा कि "हम बेहतर भविष्य, नए मिस्र तथा दूसरे गणराज्य की आकांक्षा कर रहे हैं।" कट्टरपंथी समूह मुस्लिम ब्रदरहुड, जिसने अपनी स्थापना के समय से 84 वर्ष गैरकानूनी घोषित संगठन के रूप में गुजारा है, तथा जो पिछली सरकारों के निशाने पर रही है, पार्टी के यू.एस. में प्रशिक्षित इंजीनियर 60 वर्षीय मोरसी ने कहा कि "आज मिस्र के लोगों ने नए जीवन की नींव रखी है - पूर्ण स्वतंत्रता, सच्चा लोकतंत्र तथा स्थिरता।" सैकड़ों सैनिकों तथा पुलिस वालों ने इमारत की सुरक्षा की और स्थानीय समय के अनुसार प्रातः 11 बजे के थोड़े समय बाद कारों के छोटे काफिले में मोरसी आए। मुबारक के काल से राष्ट्रपति की धूमधाम से अलग नए राष्ट्रपति को मुबारकबाद देने के लिए न्यायालय के बाहर केवल कुछ सौ समर्थक ही एकत्रित हुए, यातायात को भी थोड़ी देर के लिए ही रोका गया था, ताकि उनका मोटर का काफिला सामान्य तौर पर व्यस्त रहने वाली सड़क से निकल जाए, जो शहर के केन्द्र को इसके दक्षिण उपनगरों से जोड़ती है। ब्रदरहुड के गैर-करिश्माई "खाली टायर" के रूप में उपहास उड़ाए जाने वाले मोरसी की व्यक्तिगत प्रतिष्ठता में उनकी जीत के पश्चात बहुत वृद्धि हुई तथा शुक्रवार को उनके भाषण ने उन्हें मात्र इस्लामिस्ट ही नहीं बल्कि उन सभी के उम्मीदवार के रूप में प्रस्तुत किया, जो तानाशाही मुबारक के विरुद्ध 2011 की क्रांति के कार्य को पूर्ण करना चाहते हैं। नीले रंग का बिजनेस सूट तथा लाल रंग की टाई पहने हुए मोरसी ने, लकड़ी के पैनल वाले चैम्बर में बैठे हुए न्यायाधीशों के समक्ष पद की शपथ लेते हुए कहा कि "आज मिस्र नागरिक, राष्ट्रीय, संवैधानिक तथा आधुनिक राष्ट्र है।" उसके पश्चात मोरसी काइरो विश्वविद्यालय चले गए, जहां पर उन्हें अपना उद्घाटन भाषण देना था। सैन्य बैंड ने राष्ट्रीय धुन बजाकर उनका आधिकारिक स्वागत किया गया, जबकि वे सावधान की मुद्रा में खड़े थे। सैन्य शासक फील्ड मार्शल हुसैन टंटावी भी मौजूद थे। उनके आगमन पर, वहां मुख्य विश्वविद्यालय में व्याख्यान कक्ष में उपस्थित सैकड़ों लोगों ने इस नारे के साथ स्वागत किया कि "सेना और लोग एक हाथ हैं"। वर्ष 1908 में धर्मनिरपेक्ष शिक्षा के गढ़ के रूप में स्थापित, काइरो विश्वविद्यालय बाद में वर्ष 1970 के वर्षों में इस्लामिस्ट विद्यार्थी समूहों का गढ़ बन गया। शुक्रवार को मोरसी ने तहरीर स्कवायर में प्रतीकात्मक शपथ ग्रहण की, जो उस क्रांति का उद्गम स्थान है, जिसने पिछले वर्ष मुबारक के तानाशाह शासन का अंत किया, तथा पिछले वर्ष हटाए गए नेता से सैन्य परिषद द्वारा उनके पद से छीनी गई राष्ट्रपति शक्तियों को वापस लेने की शपथ ली। लेकिन प्रथागत रूप से संसद के सक्षम शपथ ग्रहण करने के बजाय न्यायालय के समक्ष आधिकारिक शपथ लेने के लिए सहमत होने के द्वारा वे सेना की इच्छा के समक्ष झुके, जो इस बात का संकेत है कि सत्ता के लिए संघर्ष जारी रहेगा। तहरीर स्कवायर में मोरसी का भाषण नाटकीय लोकप्रिय मुद्राओं से भरा हुआ था। हमारे रीडर्स कॉलम के लिए हमें रोजाना आप पाठकों से सैकड़ों की संख्या में फोटो और न्यूज मिल रही है। इन्हीं में से कुछ खबरें और फोटो हम यहां आपके साथ शेयर कर रहे हैं। इन फोटो को देखकर आप भी कह उठेंगे, भई वाह क्लिक करने वाले मौके का खूब फायदा उठाया है। रीडर्स रिपोर्ट की हर फोटो का एंगल नया है। क्लिक करने वाले कैमरे का जरा सा एंगल क्या चेंज किया इन फोटो का तो मूड ही बदल गया। यकीन नहीं होता आप खुद ही देख लीजिए। स्क्रैप को अगर ठीक ढंग से जमा दिया जाए और प्रॉपर लाइटिंग हो तो यह भी आर्ट पीस बन सकता है। विदेश मंत्री जॉन केरी ने अप्रत्याशित रूप से स्वीकार किया कि कुछ मामलों में अमेरिकी जासूसी ने हद को पार किया है। साथ ही उन्होंने दावा किया कि निर्दोष लोगों को खुफिया निगरानी कार्यक्रम के तहत प्रताड़ित नहीं किया गया है। केरी की यह स्वीकारोक्ति वीडियो लिंक के माध्यम से लंदन में आयोजित ओपन गवर्नमेंट पार्टनरशिप के वार्षिक शिखर सम्मेलन को संबोधित करने के दौरान सामने आई। केरी ने कहा कि मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि इस प्रक्रिया में मासूम लोग प्रताड़ित नहीं हो रहे हैं। लेकिन जानकारी हासिल करने के प्रयास में कुछ मामलों में अनुपयुक्त तरीके अपनाए गए हैं। इस बीच अमेरिकी संसद की एक अहम समिति ने राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी [एनएसए] की निगरानी गतिविधियों को सीमित करने वाले एक विधेयक को मंजूरी दे दी है। इसका मकसद निगरानी को और पारदर्शी बनाना और लोगों में उस विश्वास को फिर से बहाल करना है जिसे बड़े पैमाने पर फोन टेप किए जाने का खुलासा होने से चोट पहुंची है। सीनेट के इस कदम का गूगल, याहू सहित छह अमेरिकी कंपनियों ने स्वागत किया है। इन कंपनियों के भी डाटा केंद्रों में एनएसए ने सेंध लगाई है। सीनेट की प्रवर समिति ने शुक्रवार को एनएसए के पर कतरने वाले विदेशी खुफिया निगरानी सुधार विधेयक [एफआइएसए] को 11 के मुकाबले 4 मतों से पारित किया। इस विधेयक में अमेरिकी पैट्रियट अधिनियम के तहत एकमुश्त फोन टेप करने पर रोक लगाने सहित कई प्रतिबंधों का उल्लेख किया गया है। एफआइएसए के तहत जानबूझकर अनधिकृत रूप से डाटा इकट्ठा कर उसके उपयोग को अपराध माना जाएगा और इसके लिए दस वर्ष जेल की सजा का प्रावधान किया गया है। कांग्रेस के दोनों सदनों हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव और सीनेट में पास होने के बाद यह विधेयक कानून बन जाएगा। समिति की अध्यक्ष और सीनेटर डियाने फेस्टिन ने कहा कि एनएसए का फोन रिकार्ड करने का कार्यक्रम कानून के तहत है और मेरा मानना है कि इसने देश की सुरक्षा में अहम योगदान दिया है। लेकिन इसके बावजूद इसमें और पारदर्शिता लाई जाना चाहिए। यही नहीं, जनता की निजता की सुरक्षा का भी ख्याल रखा जाना चाहिए। इस बीच, एनएसए के इंटरनेट निगरानी कार्यक्रम का खुलासा होने से नाराज गूगल, याहू, माइक्रोसाफ्ट, एप्पल, एओएल और फेसबुक ने इस विधेयक का समर्थन किया है। सीनेटरों को लिखे पत्र में इन कंपनियों ने कहा है कि एनएसए के बड़े पैमाने पर फोन रिकार्ड करने पर अंकुश लगाने वाले सांसदों के इस प्रस्ताव का हम स्वागत करते हैं। गौरतलब है कि पूर्व सीआइए कर्मचारी एडवर्ड स्नोडेन द्वारा जारी किए गए दस्तावेजों से एनएसए की करतूतों से पर्दा हटा। एनएसए द्वारा जर्मनी और फ्रांस सहित 35 देशों के राष्ट्राध्यक्षों की टेलीफोन पर की गई बातचीत की निगरानी का खुलासा होने के बाद अंतरराष्ट्रीय समुदाय में खासी नाराजगी है। प्रदेश मीडिया सदस्य अजय राय ने बताया कि वे चार नवंबर से वहां धुंआधार प्रचार अभियान पर निकलेंगे। भगत झारखंड से सटे छत्तीसगढ़ के विधानसभा क्षेत्रों में खुद को केंद्रित करेंगे। इन इलाकों से वे अच्छी तरह वाकिफ भी हैं। वे छत्तीसगढ़ में 16 नवंबर तक लगातार प्रवास करेंगे। छत्तीसगढ़ के चुनावी समर में झारखंडी नेताओं की खासी मांग है। भाजपा के दो दर्जन से ज्यादा नेता पहले ही वहां जमे हैं। कांग्रेस ने झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से भी छत्तीसगढ़ में पार्टी के पक्ष में चुनाव प्रचार का अनुरोध किया था जिसे झामुमो के शीर्ष नेतृत्व ने स्वीकार कर लिया है। झामुमो ने पूर्व में घोषित किए गए अपने 10 उम्मीदवारों को भी चुनाव मैदान से हटा लिया है। झामुमो ने छत्तीसगढ़ राज्य समिति को निर्देश दिया है कि सारे नेता कांग्रेस के पक्ष में चुनाव अभियान में जुट जाएं। जारी अधिसूचना के मुताबिक डॉ. गिरीश शर्मा को असिस्टेंट प्रोफसर से एसोसिएट प्रोफेसर को पद पर एनेस्थीसिया विभाग में, डॉ. दिव्या वशिष्ट को दंत चिकित्सा कॉलेज शिमला को लेक्चरर के पद से असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर प्रोस्थडोटिक्स विभाग में, डॉ. गीताराम टेक्टा असिस्टेंट प्रोफेसर को एसोसिएट प्रोफेसर के पद पर चर्म रोग विभाग में तथा डॉ. रेणू गुप्ता को दंत महाविद्यालय शिमला में प्रोफेसर के पद पर नियुक्त किया है। शिमला सीएमओ ऑफिस के वरिष्ठ अधीक्षक नीरज शर्मा का सरकार ने तबादला आदेश शुक्रवार को रद कर दिए हैं। उन्हें डीडीयू शिमला में ही तैनाती दी गई है। उनका तबादला शिमला के ही दंत महाविद्यालय के लिए किया था। 24 अक्टूबर से वह अंडर ट्रांसफर थे। सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य महकमे में असिस्टेंट इंजीनियर अशोक कुमार चौधरी का तबादला कांगड़ा सब डिवीजन से धर्मशाला जोन किया में है। असिस्टेंट इंजीनियर जगत राम चौधरी को गुगलाड़ा (कांगड़ा) से कांगड़ा सब डिवीजन भेजा है। लाल मस्जिद के मौलवी की हत्या के मामले में पूर्व सैन्य शासक जनरल परवेज मुशर्रफ की जमानत याचिका पर सुनवाई चार नवंबर तक के लिए स्थगित कर दी गई है। मुशर्रफ के खिलाफ इस मामले की अगली सुनवाई 11 नवंबर को होगी। वर्ष 2007 में लाल मस्जिद में छिपे कंट्टरपंथियों के खिलाफ चलाए गए सैन्य अभियान में मौलवी गाजी अब्दुल रशीद की मौत हो गई थी। इस मामले में पुलिस पहले ही मुशर्रफ को बेकसूर ठहरा कर बड़ी राहत दे चुकी है। पुलिस के मुताबिक मौलवी की हत्या में तत्कालीन राष्ट्रपति मुशर्रफ का सीधा हाथ नहीं था। इस्लामाबाद के अतिरिक्त जिला व सत्र न्यायाधीश (एडीएसजे) वाजिद अली मुशर्रफ की जमानत याचिका पर सुनवाई कर रहे हैं। सुनवाई के दौरान लाल मस्जिद शुहदा फाउंडेशन के प्रतिनिधि और शिकायतकर्ता के वकील तारीक असद ने आरोप लगाया कि पुलिस ने मुशर्रफ को बेकसूर साबित करने के लिए सभी सबूतों का नष्ट कर दिया है। वकील ने इस मामले में और अधिक सुबूत पेश करने के लिए अदालत से कुछ वक्त मांगा। इसके बाद अदालत ने मुशर्रफ की जमानत याचिका पर सुनवाई चार नवंबर तक के लिए टाल दी। कस्बे में वीरवार को विकलांगों के कल्याण को लेकर विकलांग कल्याण संगठन ने बैठक की। जिसकी अध्यक्षता संगठन के सीनियर वाइस प्रधान विनोद शर्मा ने की। बैठक के उपरात विकलांगों ने प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया और एसडीएम नौशहरा को ज्ञापन सौंपा। बैठक में विकलांगों को संबोधित करते हुए विनोद शर्मा ने कहा कि विकलांगों को सरकारी नौकरी के लिए विशेष छूट दी जाए। विकलांगों को एससीएसटी कोटे की तर्ज पर विभिन्न सरकारी विभागों में पदोन्नति की जाए। मासिक पेंशन को 400 बढ़ा कर दो हजार रुपये किया जाए। तहसील नौशहरा में कृत्रिम अंग शिविर लगाया जाए और पुनर्वास केंद्र को राजौरी में खोला जाए। अपनी मांगों को लेकर विकलांगों ने प्रदर्शन भी किया। बैठक के बाद विकलांगों ने एसडीएम नौशहरा दिप्ती उप्पल को अपनी मांगों का ज्ञापन भी सौंपा। एसडीएम नौशहरा ने विकलांगों को आश्वासन दिया कि उनकी समस्याएं हल हो सकती हैं। अमेरिका में एक भारतीय डॉक्टर को धोखाधड़ी के मामले में 2.5 साल कैद की सजा सुनाई गई है। इस डॉक्टर ने ऐसी सेवाओं के लिए झूठा मेडिकल इंश्योरेंस दावा पेश किया था जो उसने कभी मुहैया ही नहीं कराई। ओकलाहोमा सनफोर्ड कोट्स पश्चिमी जिला के अमेरिकी अटॉर्नी ने एक बयान में कहा कि ओकलाहोमा निवासी अमरनाथ भंडारी (53) को 30 महीने कैद की सजा सुनाई गई। उस पर 20,000 डॉलर का जुर्माना भी लगाया गया है। भंडारी को यह भी आदेश दिया गया है कि वह मेडिकेयर को क्षतिपूर्ति करे। उसकी कुछ संपत्ति को जब्त करने का आदेश भी दिया गया है। डॉक्टर भंडारी के पास ओकलाहोमा में प्रैक्टिस करने का लाइसेंस था। पिछले साल मार्च में एक फेडरल जूरी ने उस पर नियंत्रित दवाओं के अवैध वितरण का अभियोग भी दर्ज किया था। इस साल अप्रैल में ओकलाहोमा शहर स्थित संघीय अदालत में उस पर मुकदमा चला था। हालांकि, जूरी संबंधित मामले में किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंच पाई थी। जंगल से लेकर शहर में भी सुरक्षा के लिए पैरा मिलिट्री फोर्स की तैनाती कर दी गई है। बस्तर, राजनांदगांव, धमतरी के मतदान केंद्रों पर फोर्स की नजर है। पुलिस अफसरों की मानें तो सीमा पर नक्सल ऑपरेशन जारी है। नक्सल प्रभावित क्षेत्र होने की वजह से जिले में 80 कंपनियों की तैनाती की गई है। सभी फोर्स अपने-अपने क्षेत्र में पहुंच चुकी है। चुनाव के दौरान नक्सली हमले की आशंका से इंटेलिजेंस ने अवगत कराया है। इसके बाद से अलर्ट जारी कर दिया गया है। फोर्स की सर्चिंग और नक्सल ऑपरेशन भी बढ़ा दिए गए हैं। सीएसपी मोहन दुबे ने बताया कि चुनाव से पहले त्योहार पर सुरक्षा व्यवस्था तगड़ी रखी गई है। शहर के मानव मंदिर चौक, भारत माता चौक, बसंतपुर, जयस्तंभ चौक, इमाम चौक, गंज चौक में पैरामिलिट्री के 10-10 जवानों को आम्र्स के साथ तैनात किया गया है। पुलिस की पेट्रोलिंग भी जारी है। साथ ही गुंडे बदमाशों की धरपकड़ की जा रही है। चुनाव व दिवाली में किसी तरह की अप्रिय घटना न हो इसका प्रयास किया जा रहा है। इसके बाद वह लगातार दुराचार करता रहा। यही नहीं गर्भ ठहरने की आशंका पर वह गर्भपात के लिए अस्पताल ले गया। बाद में घर बुलाकर उसे जहर पिलाने की भी कोशिश की। नाबालिग के परिजनों ने जब युवक के साथ शादी का प्रस्ताव रखा तो युवक के परिजनों ने उनकी पिटाई कर दी। पुलिस ने युवक, उसके भाई और माता-पिता के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। नाबालिग के अनुसार तीन साल पूर्व मल्लीताल निवासी गौरव पुत्र रमेश के साथ मुलाकात हुई। इसके बाद उसने बहला-फुसला कर घर बुलाया और शारीरिक संबंध बना डाले। इसके बाद वह धमकी देकर लगातार दुराचार करता रहा। बीती 18 अक्टूबर को वह किशोरी को ले गया। 21 को उसने जान से मारने की नियत से उसे दवा के बदले जहर खिला दिया। युवती की हालत बिगड़ी तो बीडी पांडे अस्पताल में उपचार कराया गया। इसी बीच परिजनों ने शादी का प्रयास किया तो उसने इनकार कर दिया। यही नहीं डिग्री कालेज रोड पर आरोपी युवक के भाई आनंद ने मारपीट भी कर दी। कोतवाल बीडी जुयाल ने बताया कि तहरीर के आधार पर युवक गौरव, उसके भाई आनंद, मां कुंती व पिता प्रकाश के खिलाफ धारा 376, 323, 506 के अंतर्गत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच एसआइ राजेंद्र कुमार को सौंपी गई है। तो आपको ट्रैवेल एजेन्ट बीती हुई सदी के लगते थे, इन्टरनेट को धन्यवाद कहिए? फ्लाइट सेन्टर इस चलन को आगे बढ़ा रहा है। कम्पनी ने अपने पूर्ण वर्ष लाभ पूर्वानुमान में वृद्धि की है, तथा ऑस्ट्रेलिया एवं यूनाइटेड किंगडम में हॉलीडेमेकर्स से रिकॉर्ड लाभ की उम्मीद कर रहा है। इस ट्रैवेल कम्पनी को उम्मीद है कि, इसका कर से पूर्व पूर्ण वर्ष अंतर्निहित लाभ 325 मिलियन डॉलर से 340 मिलियन डॉलर के बीच में होगा, जबकि पिछले पूर्वानुमान में इसे 305 मिलियन डॉलर से 315 मिलियन डॉलर के बीच में बताया था। यदि वर्तमान मार्गदर्शन के अनुसार लक्ष्य की प्राप्ति होती है तो यह, वर्ष 2011/12 में प्राप्त किये गये रिकॉर्ड 290.4 मिलियन डॉलर लाभ में 12 से 17 प्रतिशत की वृद्धि होगी। प्रबन्ध निदेशक ग्राहम टर्नर ने कहा कि फ्लाइट सेन्टर ने पहली छमाही में 8 प्रतिशत का लाभ कमाया है, तथा अपनी दूसरी छमाही में अच्छी शुरूआत की है, खासतौर पर ऑस्ट्रेलिया तथा यू.के. गैर-व्यवसायिक यात्रा में। उन्होंने कहा कि "अभी तक हमारे 10 देश मुनाफे में हैं, तथा बहुत से देश, ब्याज एवं कर योगदान से पूर्व रिकॉर्ड पूर्ण-वर्ष आय के मार्ग पर हैं।" इसमें ऑस्ट्रेलिया एवं यूनाइटेड किंगडम शामिल हैं, जो कि आमतौर पर हमारे सबसे लाभदायक केन्द्र हैं। ऑस्ट्रेलिया में दूसरी छमाही में अवकाश व्यवसाय ने पुनः गति पकड़ी है, जो कि थोड़े से कमजोर घरेलू कॉरपोरेट यात्रा बाजार की कमी को पूर्ण करता है। इसी प्रकार यू.के. में भी फ्लाइट सेन्टर के अवकाश व्यवसाय ने अच्छा प्रदर्शन किया, जबकि कॉरपोरेट क्लाइंट कम व्यय कर रहे थे। यू.एस. व्यवसाय ने मौसमी रूप से कमजोर अपनी पहली छमाही में अपने घाटों की भरपाई कर ली थी, तथा इससे तीसरे लगातार पूर्ण वर्ष लाभ देने की उम्मीद है। फ्लाइट सेन्टर के शेयर कल 3 सेंट की बढ़ोत्तरी के साथ 38.20 डॉलर पर थे। हाल ही आई एक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि एनएसए ने जासूसी के लिए याहू और गूगल के डाटा सेंटर्स से जानकारियां उड़ाईं। वाशिंगटन पोस्ट ने पूर्व एनएसए कॉन्ट्रैक्टर एडवर्ड स्नोडन से जुटाए दस्तावेजों के आधार पर यह खुलासा किया है। रिपोर्ट के मुताबिक एनएसए के इस कार्यक्रम का नाम-मस्क्यूलर था, जो उसने अपनी ब्रिटिश काउंटर पार्ट-जीसीएचक्यू के साथ मिलकर चलाया। दोनों एजेंसियों ने याहू और गूगल के बिछाए विशाल फाइबर ऑप्टिक केबल नेटवर्क से गुजरने वाले डाटा को चुराया। वाशिंगटन पोस्ट ने 9 जनवरी 2013 के एक टॉप सीक्रेट दस्तावेज के हवाले से कहा है कि 18 करोड़ से ज्यादा दस्तावेज कार्यक्रम शुरू होने के मात्र ३क् दिन में ही जुटा लिए गए। इनमें ईमेल, टैक्स्ट, ऑडियो और वीडियो मैसेज भी शामिल हैं। वाशिंगटन पोस्ट के अनुसार-कार्यक्रम अमेरिका से बाहर चलाया गया और एक बेनामी टेलीकम्प्यूनिकेशन प्रोवाइडर ने इस जानकारी तक पहुंच बनाने में एनएसए की मदद की। अखबार के अनुसार अमेरिका से बाहर यह कार्यक्रम चलाना एनएसए के लिए ज्यादा आसान था, क्योंकि अमेरिका में ऐसे अभियानों के लिए कोर्ट ऑर्डर्स होने जरूरी हैं। एनएसए चीफ जनरल कीथ एलेक्जेंडर ने वाशिंगटन में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान इन आरोपों को नकारते हुए कहा-जहां तक मेरी जानकारी है, ऐसा कभी नहीं हुआ। एनएसए ने हमेशा सारी जानकारी कानून के दायरे में रहकर ही जुटाई है। एनएसए हाल ही जर्मन चांसलर की जासूसी को लेकर निशाना बनी थी। संयुक्त राष्ट्र ने बुधवार को कहा कि अमेरिकी प्रशासन ने इसके संचार व्यवस्था की निगरानी न किए जाने का आश्वासन दिया है। अमेरिका ने यह भी कहा है कि संयुक्त राष्ट्र के संचार व्यवस्था की निगरानी नहीं की जाती है। भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर नेता व प्रधानमंत्री पद के प्रत्याशी सह गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र भाई मोदी के अति विश्वस्त सहयोगी अमित शाह गुरुवार दोपहर बाद गया सपरिवार पहुंचे। श्री शाह के निजी कार्यक्रम में जिलाध्यक्ष जैनेन्द्र कुमार, गैर परंपरागत ऊर्जा स्रोत के राष्ट्रीय संयोजक कृष्ण कुमार सिंह, नवादा के हिसुआ विधायक अनिल सिंह, अनिल स्वामी, श्यामा सिंह, मुकेश कुमार सहित कई नेता शामिल थे। जिलाध्यक्ष श्री कुमार ने बताया कि असम में स्थित शक्तिपीठ मां कामाख्या मंदिर में श्री शाह सपरिवार पूजा-अर्चना कर विशेष विमान से गया हवाई अड्डा पहुंचे। जहां से वे सीधे शक्तिपीठ मां मंगला गौरी के चरणों में मत्था टेका। विष्णुपद मंदिर में पूजा-अर्चना कर वापस विशेष विमान से रवाना हो गए। जिलाध्यक्ष श्री कुमार ने कहा कि सुरक्षा कारणों से श्री शाह के गया कार्यक्रम को सार्वजनिक नहीं किया गया। विद्यालयों ने गणित, स्पेलिंग एवं व्याकरण पर अधिक ध्यान देने का अुनग्रह किया अंग्रेजी साहित्य के पाठ्यक्रमों में छात्रों को कम से कम शेक्सपियर का एक नाटक, एक 19वीं सदी का उपन्यास, रोमांटिक कविता, तथा 1914 के बाद की समकालिक ब्रिटिश कहानी अवश्य पढ़ना होगा। अधिक से अधिक पढ़ने को प्रोत्साहित करने के लिए परीक्षा में "नहीं देखा हुआ पाठ" भी शामिल होगा । एक संयुक्त अंग्रेजी साहित्य तथा भाषा पाठ्यक्रम को समाप्त कर दिया जायेगा। वर्ष 2015 से विद्यार्थियों को भाषा में एक पृथक जी.सी.एस.ई. लेना होगा, तथा एक पृथक योग्यता के रूप में अंग्रेजी साहित्य को चुनने के लिए बहुत प्रेरण होगा। शिक्षा विभाग कल अंग्रेजी एवं गणित के लिए नया पाठ्यक्रम जारी करेगा - ये दोनों पहले विषय होंगे जिनमें क्रांतिकारी परिवर्तन होगा। यह अगले वर्ष दूसरे मुख्य विषयों में भी परिवर्तन करेगा। एक अलग कदम में, परीक्षा विनियामक ऑफकुअल, नयी ग्रेडिंग प्रणाली, तथा कम पाठ्यक्रम के साथ जी.सी.एस.ई. की संरचना में होने वाले परिवर्तनों को प्रदर्शित करेंगे। गर्मी में बोलते हुए शिक्षा सचिव माइकल गोव ने कहा था कि "इस बारे में बहुत अधिक सर्वसम्मति थी कि, लोगों का विश्वास पुर्नस्थापित करने के लिए हमें अपननी परीक्षा प्रणाली में सुधार करने की आवश्यकता है" उन्होंने कहा कि ‘जी.सी.एस.ई. "अधिक चुनौतीपूर्ण, अधिक महात्वाकांक्षी तथा अधिक कठोर" होगी। अध्ययनों में पाया गया कि अंग्रेजी विद्यालय गणित में कम समय समर्पित करते हैं - एक वर्ष में 116 घंटे अथवा - अधिकांश देशों की तुलना में सत्र के दौरान एक सप्ताह में 3 घंटे कम। तुलना के अनुसार ऑस्ट्रेलियाई विद्यालय छात्रों को औसतन एक वर्ष में 143 घंटे प्रदान करते हैं, जबकि सिंगापुर में 138 घंटे का औसत है। जबकि, गणित को अधिक समय देने की कोई औपचारिक आवश्यकता नहीं हेागी, गठबंधन स्रोतों ने कहा कि व्यापक गणित जी.सी.एस.ई. - लीग तालिका में विषयों के साथ अधिक वजन के लिए संयोजित किये जाने से विद्यालयों में अतिरिक्त शिक्षण प्रदान करने के लिए प्रोत्साहित करने की संभावना थी। यह पाठ्यक्रम वित्तीय गणित समेत "वास्तविक दुनिया की समस्याओं" पर अधिक ध्यान केन्द्रित करेगा। सुप्रीम कोर्ट ने मीडिया रिपोर्टिंग रोकने से इनकार कर दिया। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि वह मीडिया को यह नहीं कह सकते कि वह पुलिस या फिर किसी दूसरे सोर्स से मिली जानकारी के बारे में रिपोर्टिंग न करे। आसाराम के वकील ने कहा कि आसाराम को इस मामले में ड्रैकुला कहा जा रहा है। इस मामले में रिपोर्टिंग के लिए गाइड लाइंस है लेकिन उसका पालन नहीं किया जा रहा है। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि आपके पास ऐसे में और कई उपचार हैं जिसका इस्तेमाल कर सकते हैं। आसाराम के वकील ने कहा कि देशभर में हजारों न्यूज पेपर और 100 न्यूज चैनल हैं, लेकिन खासकर दो चैनल हैं जिससे उन्हें ज्यादा परेशानी है। ये लोग उनकी इमेज को डैमेज कर रहे हैं और एकतरफा रिपोर्टिंग कर रहे हैं। इस मामले में आसाराम के अधिकार की रक्षा होनी चाहिए। कोर्ट ने मीडिया को रिपोर्टिंग से रोकने से मना किया, लेकिन आसाराम के वकील से कहा कि उनके पास अन्य कानूनी उपचार हैं जिसका वह इस्तेमाल कर सकते हैं। रेल गेट पर विपक्ष के सवालों में घिरे पवन बंसल ने एक जगह यह कह कर विपक्ष को सकते में डाल दिया कि उन्होंने 15 वर्षो में किसी की औरत की तरफ नहीं देखा। इस के बाद सभी हैरान थे कि आखिर औरत की बात बीच में कहां से आ गई। शायद बंसल का इशारा भाजपा के एक बड़े नेता और एक पार्षद के घरेलू संबंधों की तरफ था। इसके बाद मामले को दूसरी तरफ मोड़ते हुए बंसल ने पत्रकारों से कहा कि भाजपा ने पिछले संसदीय चुनाव के दौरान उनके पीछे एक औरत को लगा कर शिकायत करवाने की साजिश रची थी जो कामयाब नहीं हो पाई। पत्रकारों से बातचीत में बंसल ने कहाकि रेल रिश्वत में सीबीआइ उनसे पूछताछ कर चुकी है। यदि उन्हें मामले में गवाह बनाया गया तो पूरी छानबीन के बाद ही बनाया होगा? बंसल ने कहा कि जिस बूथ घोटाले की ये बात कर रहे हैं उसमें केवल एक जरूरतमंद व्यक्ति के लिए उन्होंने एक पत्र अवश्य लिखा था। यदि यही उनका गुनाह है तो इस तरह का गुनाह वे हमेशा करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि हालांकि निगम सदन में यह मुद्दे उठाने का संवैधानिक हक नहीं था मगर उन्होंने खुद विपक्ष को बोलने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि जहां तक विकास कार्यो बारे बताने का सवाल है इसके लिए विपक्ष को 15 साल के विकास कार्यो की सूची दे दी जाएगी। चंडीगढ़ का जिस तरह से विकास हो रहा है या होने जा रहा है, ये लोग वहां तक सोच भी नहीं सकते। कैबिनेट की बैठक में दोनों के बीच अभिवादन का आदान-प्रदान हुआ। बैठक खत्म हुई तो सिंह ने चिंतन शिविर में नरेंद्र मोदी पर जवाबी हमले के लिए मुख्यमंत्री के भाषण की तारीफ की। अपने भाषण के बारे में भी कहा कि उनके मन में कोई दूसरा भाव नहीं है। वे चाहते हैं कि पार्टी मजबूत हो। नई चुनौतियों का डटकर मुकाबला किया जाए। मुख्यमंत्री के चेहरे पर भी यही भाव था कि उन्होंने सिंह के भाषण को सकारात्मक ढंग से लिया। मालूम हो कि सिंह ने चिंतन शिविर में कार्यकर्ताओं को सम्मान देने और उन्हें अफसरों के कथित उत्पीड़न से बचाने का आग्रह मुख्यमंत्री से किया था। हालांकि वे यह भी बोल गए थे कि अपनी बात रखने के लिए वे मंत्रिमंडल से बर्खास्तगी के लिए भी तैयार हैं। वैसे, चिंतन शिविर में उभरी राय के बाद सरकारी पदों पर कार्यकर्ताओं को बिठाने के मामले में नए सिरे से विचार के आसार हैं। शिविर में प्रदेश जदयू अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा था कि 20 सूत्री कमेटियों में कार्यकर्ताओं के मनोनयन की घोषणा जल्द होगी। उनका संकेत यह भी था कि सूची लगभग तैयार है। खबर आ रही है कि अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद अपने स्तर से सूची का मुआयना करेंगे। वे इस बात की भी जांच करेंगे कि सूची बनाने में विधायकों-सांसदों की राय ली गई है या नहीं। जरूरत पड़ी तो पुराने और प्रतिबद्ध कार्यकर्ताओं को जगह देने के लिए सूची में बड़े पैमाने पर फेरबदल किया जाएगा। विधायकों-सांसदों का आम आरोप है कि मनोनयन की सूची बनाने में उन लोगों की राय नहीं ली गई। दूसरे दलों से बहुत बाद में आए लोगों का नाम सूची में दर्ज हो गया है जबकि समता पार्टी के दिनों से ही सक्रिय कई महत्वपूर्ण कार्यकर्ता उपेक्षित रह गए हैं। कुछ लोग सिल्वर स्पून के साथ जन्म लेते हैं तो कुछ अपनी मेहनत से जीवन को आदर्श बना देते हैं और लोग उनसे प्रेरणा लेते हैं। ऐसी ही शख्सियतों में एक नाम स्व. धीरूभाई अंबानी का भी आता है। गुजरात के एक छोटे से गांव चोरवाड के एक स्कूल में शिक्षक के पद पर पदस्थ हीराचंद गोवरधनदास अंबानी के तीसरे बेटे धीरूभाई अंबानी का जन्म 28 दिसंबर 1932 को हुआ। पांच भाई-बहनों में धीरूभाई तीसरे नंबर के थे। परिवार की पांच संतानों में रमणिकलाल, नटवर लाल, धीरूभाई और दो बहनें त्रिलोचना और जसुमती शामिल हैं। आर्थिक तंगी के कारण धीरूभाई को हाईस्कूल के बाद ही पढ़ाई छोड़ना पड़ गई। धीरूभाई ने बालपन में ही घर की आर्थिक मदद करनी शुरू कर दी थी। इस समय वे गिरनार के पास भजिए की दुकान लगाया करते थे, दुकान की आय यहां आने वाले पर्यटकों की संख्या पर सीमित थी। धीरूभाई की पहली जॉब की बात करें तो 1949 में 17 वर्ष की उम्र में काबोटा नामक शिप से वे यमन के एडेन शहर पहुंचे थे। यहां उनके बड़े भाई रमणिकलाल ने उनके लिए सारी व्यवस्थाएं कर रखी थीं, इसलिए उन्हें विदेश में जॉब मिलने में कोई परेशानी नहीं हुई। लेकिन धीरूभाई के दिमाग में कुछ और ही चल रहा था। इसलिए 1954 में वे वतन वापस आ गए। सन् 1955 में जेब में 500 रुपए रखकर किस्मत आजमाने मुंबई पहुंच गए। और यहीं से शुरू हुई उनकी व्यावसायिक यात्रा। यहां से धीरूभाई अंबानी ने ऐसे कदम बढ़ाए कि फिर कभी पीछे पलटकर नहीं देखा। उनका नाम देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी प्रसिद्ध हुआ। धीरूभाई अंबानी ने 6 जुलाई 2002 को दुनिया से विदा ली। इस समय वे 62000 करोड़ रुपए के मालिक थे। वर्तमान में उनके बेटे मुकेश अंबानी और अनिल अंबानी उनकी सल्तनत को संभाले हुए हैं। पिता की तरह आज इन दोनों भाईयों का नाम भी अंतरराष्ट्रीय स्तर के व्यवसायियों में शुमार है। आज अंबानी परिवार को कौन नहीं जानता? धीरूभाई, कोकिलाबेन, दो बेटे मुकेश और अनिल अंबानी और इनकी पत्नियां नीता अंबानी और टीना अंबानी। पामेला एंडरसन ने अपनी जानी मानी सुनहरी जुल्फों को कटवा लिया है, और अब वे नए नाटकीय पिक्सी कट के साथ स्क्रीन पर आ रही हैं। पामेला की सुनहरी जुल्फें सैक्सी टीवी शो बेवाच में उनकी भूमिका से मशहूर हुई थी। इन दिनों पामेला एंडरसन ही ऐसी सेलिब्रिटी हैं जिन्होंने नई नाटकीय हेयरस्टाइल के साथ अपने प्रशंसकों को झटका दिया है। भूतपूर्व-बेवाच बेब ने अपनी लंबी सुनहरी जुल्फों को प्लेटिनम पिक्सी स्टाइल के लिए कटवाया है। 46 वर्षीय अभिनेत्री बुधवार को लॉस एंजिल्स में अपने नए रूप में सामने आई और अपने ट्वीटर पेज पर तस्वीर साझा की। पिछले 20 वर्षों में ऐसा पहली बार हुआ है जब इस सुनहरे बालों वाली सुंदरी ने अपने बाल छोटे रखे हैं, और यह सौम्य बदलाव हम सभी को पसंद आ रहा है। पामेला के बालों के बारे में आप क्या सोचते हैं? अपने विचार नीचे टिप्पणियों में हमारे साथ साझा करें। इस दौरान शहीद केसरी के बलिदान को याद किया गया और देशभक्ति समेत तमाम सांस्कृतिक कार्यक्रम भी पेश किए गए। समिति की ओर से शुक्रवार सुबह गांधी पार्क में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यहां मेयर विनोद चमोली के साथ समिति के पदाधिकारियों ने शहीद केसरी चंद की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इसके बाद हिंदी भवन में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन हुआ, जहां सपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष विनोद बड़थ्वाल मुख्य अतिथि व पूर्व विधायक मुन्ना सिंह चौहान विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रहे। कार्यक्रम में वीर सुख कला मंच जौनसार की ओर से 'केसरी तेरी याद मैं कशी भुलउणी, जियदेंई तेरी यादों बीरा कशी मिटाउणी', 'वीर केसरी चंद जी की हारुत', 'जौनसार के आराध्य देव महासु देवता की वंदना' आदि एक से बढ़कर एक सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किए गए। मुख्य अतिथि ने वीर शहीद केसरी चंद के जीवन पर प्रकाश डालते हुए लोगों को स्वतंत्रता संग्राम में उनके द्वारा दिए गए योगदान से अवगत कराया। वक्ताओं ने कार्यक्रम में मौजूद सभी लोगों से शहीद केसरी चंद की तरह दृढ़ निश्चियी व देशप्रेमी बनने का आह्वान किया। इस अवसर पर समिति के अध्यक्ष जयवीर सिंह चौहान, मातबर सिंह चौहान, सुरेश तोमर, रविंद्र भंडारी, अमित जोशी, मिजान राय, सुनील दत्त शर्मा मौजूद रहे। डेंगू, मलेरिया, फाइलेरिया जैसी बीमारियों से बचने के लिए मच्छरों को मारना महंगा होने वाला है। राज्य सरकार मच्छरों को मारने में इस्तेमाल किए जाने वाले रेपलैंट, मैट्स, लिक्विड पर टैक्स को तीन गुना करने जा रही है। टैक्स बढ़ाने संबंधी प्रस्ताव को जल्द ही कैबिनेट के समक्ष रखा जाएगा। वित्तीय संकट से जूझ रही सरकार इन दिनों कमाई बढ़ाने के लिए हर संभव रास्ते तलाश रही है। गौरतलब है कि सरकार की वित्तीय सेहत सुधारने को नगर विकास मंत्री मोहम्मद आजम खां की अध्यक्षता में संसाधन समिति बनी हुई है। सूत्रों के मुताबिक, हाल में हुई संसाधन समिति की बैठक में टैक्स बढ़ाने-लगाने संबंधी कई प्रस्तावों में से समिति ने उन्हें खारिज कर दिया जिनके लागू होने का सीधा असर आम जनता पर पड़ता। यद्यपि समिति ने मच्छर मारने वाले रेपलैंट, क्वायल, मैट्स व लिक्विड पर टैक्स बढ़ाने संबंधी प्रस्ताव को हरी झंडी दे दी है। इन पर टैक्स को तीन गुना करने का प्रस्ताव है। अभी इन पर चार फीसद वैट व एक फीसद अतिरिक्त कर है। अब इन पर 12.50 फीसद वैट व 1.50 फीसद अतिरिक्त कर प्रस्तावित है। सरकार को इससे तकरीबन 14 करोड़ रुपये अतिरिक्त राजस्व मिलने का अनुमान है। तेंदू पत्ता पर टैक्स बढ़ाने का प्रस्ताव खारिज: वैसे तो कर राजस्व आय बढ़ाने के लिए वाणिज्य कर विभाग तेंदू पत्ते पर टैक्स को पांच फीसद से 14 फीसद करने के पक्ष में रहा है लेकिन वित्तीय संसाधन समिति ने संबंधित प्रस्ताव खारिज कर दिया है। समिति का मानना है कि तेंदू पत्ता का उपयोग उस बीड़ी को बनाने में किया जाता है जिसे निचले तबके के लोग पीते हैं। इसी तरह समिति ने ट्रांसमिशन वायर आदि इलैक्टिकल गुड्स पर टैक्स बढ़ाने को फिलहाल यह कहते हरी झंडी नहीं दी है कि इससे बिजली महंगी होने का असर सामान्य जनता पर पड़ सकता है। व्यावसायिक वाहनों के नवीनीकरण पर ग्रीन टैक्स लगाने संबंधी प्रस्ताव को भी समिति ने नहीं माना है। काग्रेस नेता चादवीर हुड्डा ने शुक्रवार को सेक्टर 21 एवं गाव महेशपुर में जनसंपर्क किया। इस दौरान लोगों को रैली का न्योता दिया और जिम्मेदारिया भी सौंपी। चादवीर ने कार्यकर्ताओं की भी ड्यूटियां निर्धारित की हैं। चादवीर हुड्डा ने कहा कि जिले में मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा द्वारा करोड़ों अरबों रुपये की राशि खर्च की गई है। बरवाला खंड की पंचायतों में हरियाणा के मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने गत चार सालों में 15 करोड़ रुपये की राशि के विकास कार्य करवाए है। चादवीर हुड्डा ने कहा कि मुख्यमंत्री के आह्वान पर पार्टी कार्यकर्ताओं में इस रैली को लेकर काफी उत्साह है और यह रैली अब तक की सभी रैलियों से सशक्त होगी और इससे हरियाणा की राजनीति का कद भी पूरे देश में ऊंचा होगा। चादवीर ने कहा कि मुख्यमंत्री ने प्रदेश में ऐतिहासिक निर्णयों एवं जनहित कार्यो की दिशा में जो लोकप्रियता हासिल की है, इसी के बलबूते पर प्रदेश की जनता हुड्डा को सत्ता का ताज तीसरी बार भी पहनाएगी। धन, सुख और समृद्धि का त्योहार दीपोत्सव शुक्रवार को धनतेरस के साथ शुरू होने वाला है। इसके लिए घर और बाजारों में तैयारियां अंतिम चरण में पहुंच चुकी है। शहर के लोगों के सेलिब्रेशन को दुगना करने के लिए शहर के मुख्य बाजार बापू बाजार, अश्विनी बाजार, सर्राफा मार्केट, भड़भुजा घाटी, सिंधी बाजार आदि पूरी तरह से सजाए जा चुके हैं। व्यापारियों ने भी ग्राहकों की सुविधा के लिए अपने शोरूम पर विशेष तैयारी कर ली है। वहीं त्योहारी माहौल होने से प्रमुख बाजारों में दिन में कई बार जाम की स्थिति बन गई। दीपावली को लेकर हो रही सजावट के मामले में कई व्यापारी संगठनों में होड़ सी मची हुई है। उपनगरीय क्षेत्रों के सेक्टर 4, 5,6 और सेक्टर 14 में मुख्य बाजारों में भी सजावट की गई। धनतेरस की पूर्व संध्या पर भी इन बाजारों में खरीदारी जारी रही। गुरुवार को खासकर पूजन सामग्री, दीये और लाइटिंग के सामानों की बिक्री ज्यादा रही। जागरण ब्यूरो, श्रीनगर: पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी से कांग्रेस में शामिल हुए पूर्व मंत्री गुलाम हसन खान की सुरक्षा को कथित तौर पर पुलिस ने हटा लिया है। खान ने इसके लिए राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि राजनीतिक कारणों से उनकी सुरक्षा को हटाया गया है। विदित हो कि शोपियां से वर्ष पीडीपी के टिकट पर वर्ष 2002 में चुनाव जीतने वाले गुलाम हसन खान मुफ्ती मुहम्मद सईद मुख्यमंत्री रहते हुए उनके मंत्रिमंडल में शामिल थे। गुलाम हसन खान ने कहा कि मुझे वर्ष 1996 से ही सुरक्षा कवच मिला हुआ है। मैं आतंकियों का गढ़ कहलाने वाले शोपियां में रहता हूं। मेरे घर पर सीआरपीएफ का एक सुरक्षा दस्ता सब इंस्पेक्टर की अगुआई में तैनात था। मेरे साथ अंगरक्षक भी हैं, लेकिन वीरवार को मेरी सारी सुरक्षा अचानक ही वापस ले ली गई। जब सुरक्षा दस्ता मेरे घर से जा रहा था तो मैंने जिला उपायुक्त और जिला एसपी से बात की। लेकिन उन्होंने सुरक्षा बहाल करने के बजाय सिर्फ यही कहा कि वह इस मामले की जांच करेंगे। अलबत्ता, इस संदर्भ में जब कश्मीर के आइजीपी अब्दुल गनी मीर से संपर्क किया गया तो उन्होंने इस मामले की जानकारी से इन्कार करते हुए कहा कि यह संवेदनशील मामला है। मैं खुद इसकी जांच करूंगा कि आखिर एक पूर्व मंत्री और वरिष्ठ सियासी नेता की सुरक्षा को कैसे हटाया गया है। प्रदेश कांग्रेस प्रमुख प्रो. सैफुदीन सोज से ने कहा कि मेरी जानकारी में ऐसा कुछ नहीं है। अगर हसन खान की सुरक्षा के साथ समझौता किया गया है तो यह बहुत गंभीर बात है। मैं इस समय जम्मू में हूं अगले एक दो दिन में कश्मीर आ रहा हूं। मैं संबंधित प्रशासन के साथ इस मुद्दे पर चर्चा करूंगा। इस रिपोर्ट के मुताबिक सरदार पटेल की जयंती को मनाने के लिए पिछले चार सालों के दौरान यूपीए सरकार ने 8.5 करोड़ रुपए खर्च किए हैं। बल्कि मोदी के दावों के उलट एनडीए के शासनकाल में (वर्ष 1999 से 2004 के बीच) अटल विहारी बाजपेयी के पीएम रहने के दौरान एक दौर ऐसा जब आया लगातार दो सालों तक (2001-2002) पटेल के ऊपर सरकार द्वारा कोई भी विज्ञापन जारी नहीं किया गया। गुरुवार को गुजरात के केवड़िया में सरदार पटेल की 182 मीटर ऊंची 'स्टैचू ऑफ यूनिटी' प्रतिमा की आधारशिला रखते हुए मोदी ने कहा,'इससे पहले सरदार पटेल की जयंतियों के अवसर पर कोई विज्ञापन नहीं होता था। जबकि डीएवीपी के रेकॉर्ड बताते हैं कि यूपीए ने वर्ष 2009-10 में 30 लाख, 2010-11 में 4.10 करोड़ रुपये, 2011-12 में 2.7 करोड़ रुपये और 2012-13 में 1.4 करोड़ रुपये सरदार पटेल के विज्ञापनों पर खर्च किए हैं। जब केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी से मोदी के दावों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि बीजेपी के पीएम कैंडिडेट तथ्यों के आधार पर बात नहीं करते। यूपीए वर्ष 2008 में पटेल पर कोई विज्ञापन नहीं ला पाई थी। जिसके बारे में तिवारी ने कहा कि ऐसा उस साल आर्थिक मंदी की वजह से हुआ था। हालांकि सरदार पटेल के विज्ञापनों पर खर्च की गई रकम हर साल नेहरू-गांधी परिवार के सदस्यों की जयंतियों और पुण्यतिथियों पर खर्च की जाने वाली रकम से काफी कम हैं। डीएवीपी ने महात्मा गांधी की जयंती और पुण्यतिथि के लिए 33 करोड़, पूर्व पीएम राजीव गांधी के लिए 21 करोड़, इंदिरा गांधी के लिए 14.5 करोड़ और जवाहर लाल नेहरू के लिए 9.38 करोड़ रुपए प्रिंट विज्ञापनों पर खर्च किए गए। जब मनीष तिवारी से इस अंतर के बारे में पूछा गय़ा तो उन्होंने कहा,'इसको विज्ञापन पर खर्च के नजरिए से नहीं देखा जाना चाहिए। क्योंकि विज्ञापन की कीमत कई चीजों पर निर्भर करती है, जिनमें विज्ञापन की साइज या उस साल के लिए विज्ञापन का रेट आदि जैसी बातें शामिल होती हैं। असली बात यह है कि इससे हमारे समर्पण का पता चलता है, जिसका विरोध करने वाले लोग बिना इसके बारे में जाने ही एक महान नेता की विरासत को संभालने की कोशिश में लगे है। आज वह पिछले रविवार को पटना की रैली में मारे गए लोगों के परिवारों से मिलेंगे। धमाके के एक हफ्ते बाद ही नरेंद्र मोदी की दोबारा पटना यात्रा को देखते हुए हर तरफ सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं। पुलिस ने मोदी की यात्रा के रूट और बैठक वाली जगहों की कड़ी जांच की। बैठकों में आने वाले लोगों पर पुलिस की नज़र होगी। गुजरात पुलिस बल, एनएसजीआईबी और राज्य पुलिस सुरक्षा पर नज़र रखेंगे। मोदी का सुरक्षा घेरा और कड़ा किया जाएगा। इस बीच, पटना धमाके में मारे गए लोगों को लेकर निकाली गई बीजेपी की अस्थि कलश यात्रा पर भी सवाल उठने लगे हैं। राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का आरोप है कि बीजेपी माहौल को बिगाड़ने में लगी है। निःशुल्क चिकित्सा सेवा प्रदान करने के लिए मिट्टी, नदियों और जंगल से होते हुए आगे बढ़ना डॉ. जॉर्जेस वेल, कैमरून के ग्रामीण क्षेत्रों में निःशुल्क स्वास्थ्य सेवा पहुंचा रहे हैं वेल और उनका दल लगभग प्रत्येक सप्ताहांत पर सैकड़ों रोगी देखता है पश्चिम अफ्रीकी देशों में बहुत अधिक चिकित्सक नहीं है; 5000 लोगों के लिए मात्र एक चिकित्सक है अपना वोट यहां दीजिए या मोबाइल के माध्यम से दीजिए डॉ. जॉर्जेस वेल वर्ष 2013 में सी.एन.एन. के शीर्ष 10 नायकों में से एक हैं। आप उनके लिए या अन्य शीर्ष 10 में किसी के लिए सी.एन.एन. वर्ष का नायक बनाने के लिए वोट कर सकते हैं। जीतने वाला व्यक्ति अपना असाधारण काम जारी रखने के लिए 250,000 डॉलर प्राप्त करेगा। 21 वर्षों तक, जॉर्जेस वेल ने अपने बीमार पिता को होश में आते तथा बेहोश होते हुए, अस्पताल जाते हुए देखा था, जो उनकी सहायता करने के लिए उचित रूप से सुविधा सम्पन्न नहीं थे। जैमेल वेल, वर्ष 1981 में कैमरून की राजधानी यौंडे के समीप कार दुर्घटना में जख्मी हो गए थे। आरंभ में उनका केवल हाथ टूटा था, लेकिन एक संक्रमण बढ़ गया जो उनके मस्तिष्क तक फैल गया, तथा उसने रक्तार्बुद निर्मित कर दिया, जिसने उनके शेष जीवन को प्रभावित किया। जॉर्जेस वेल कहते हैं, "कैमरून में कोई न्यूरोसर्जन नहीं था।" यदि हमारे पास पैसा होता तो हम अपने पिता को कैमरून से बाहर ले जाते। इसके बजाय, वेल अपने पिता को लेकर अत्यधिक भीड़ भरे क्लिनिक और अस्पतालों का चक्कर लगाते रहे तथा जो भी इलाज प्राप्त कर सकते थे, उसे प्राप्त करते रहे। वेल ने कहा, "यह आसान नहीं है।" आप सुबह 5 बजे इस उम्मीद से घर से निकलते हैं कि आप अस्पताल पहुंचने वाले प्रथम व्यक्ति होंगे, लेकिन ऐसा नहीं होता। वहां पर बहुत से रोगी होते हैं। कुछ लोग इंतजार करते-करते मौत के मुंह में समा सकते हैं। 2002 में वेल के पिता की मृत्यु के बाद से स्थिति में बहुत अधिक परिवर्तन नहीं आया। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, कैमरून में प्रत्येक 5000 व्यक्ति के लिए केवल एक चिकित्सक है। अगर तुलना करें, तो युनाइटेड स्टेट्स में प्रत्येक 413 व्यक्तियों के लिए एक चिकित्सक है। और अगर वहां पर चिकित्सक हों, तो भी कैमरून के बहुत से निवासी उसका ख़र्च वहन नहीं कर सकते। देश में पांच में से दो लोग गरीबी रेखा से नीचे जीते हैं, तथा देश में स्वास्थ्य सेवा में होने वाले व्यय का लगभग दो तिहाई हिस्सा निजी क्षेत्र का है। वेल कहते हैं, "उनकी एकमात्र समस्या गरीबी है।" और गरीब होने के कारण, वे अपने जीवन का आनन्द नहीं ले सकते। अपने पिता तथा अपने देशवासियों की पीड़ा देखकर, वेल ने इसका कुछ समाधान करने का दृढ़ संकल्प लिया। डॉ. जॉर्जेस और स्वयंसेवकों के उनके दल ने पिछले वर्ष 700 निःशुल्क शल्य चिकित्सा की हैं। वे स्वयं भी चिकित्सक बन गए, और यौंडे के सेन्टर हॉस्पिटल में वैस्कुलर सर्जन के रूप में काम करने लगे। और उन्होंने गैर-लाभ संगठन एस्कोवाइम आरंभ किया, जो निःशुल्क चिकित्सा सेवा प्रदान करने के लिए सप्ताहांत पर ग्रामीण क्षेत्रों में जाता है। वर्ष 2008 से, उन्होंने तथा उनके स्वयंसेवियों के समूह ने लगभग 32,000 लोगों की सहायता की है। लगभग प्रत्येक शुक्रवार को वे तथा लगभग 30 लोग तक वैन में बैठते हैं, चिकित्सा आपूर्तियों को छत से बांध लेते हैं तथा ऐसे ग्रामीण इलाकों में जाते हैं जहां लोगों को चिकित्सा की आवश्यकता होती है। कभी-कभी किस्मत उनके साथ नहीं भी होती। उन्हें एक से अधिक बार वाहन को नदियों और मिट्टी में से धक्का देकर आगे बढ़ाना पड़ता है। लेकिन जब वे पहुंचते हैं, तो उन्हें वास्तव में नायकों वाला सम्मान मिलता है: दावत, गायन तथा नृत्य, तथा समुदाय द्वारा पेश किया जा सकने वाले सबसे अच्छा आवास। इन गांवों में निःशुल्क चिकित्सा सेवा वास्तव में जश्न मनाने का कारण है, तथा वेल - अपनी बड़ी मुस्कान तथा अंतहीन ऊर्जा के साथ - इसमें खुशी-खुशी शामिल होते हैं। अगली सुबह उनका दल सैकड़ों रोगियों से मिलना आरंभ करता है। वेल ने कहा, "हम प्रत्येक यात्रा में 500 लोगों से मिल रहे हैं।" वे गांव से लगभग 60 किमी दूर तक से आते हैं, तथा वे पैदल आते हैं। ये सभी सप्ताहांत क्लिनिक विभिन्न प्रकार की चिकित्सा सेवा प्रदान करते हैं। बहुत से लोगों की मलेरिया, तपेदिक, कुपोषण, मधुमेह, परजीवी तथा यौन संचारित बीमारियों का इलाज किया जाता है। अन्य लोगों को बैसाखी, दान किया गया चश्मा अथवा निःशुल्क जन्म प्रमाण-पत्र मिल सकता है -- इस दस्तावेज की आवश्यकता विद्यालय में पड़ती है लेकिन बहुत से निर्धन परिवार इसका खर्च नहीं उठा सकते। शाम को दल स्थानिक संज्ञाहरण के साथ सरल शल्य-चिकित्सा करता है। ऑपरेशन आम तौर पर स्कूल के भवन, टाउन हॉल अथवा घर पर किए जाते हैं; प्रक्रिया के बाद, रोगी चलकर रिकवरी वाली जगह पर जाता है, तथा अगले व्यक्ति के लिए जगह बनाता है। समूह का जेनरेटर ऑपरेशन वाले कमरे में तथा सैनिटाइजिंग उपकरणों को प्रकाशित करता है, और वेल तथा उनके स्वयंसेवी रविवार को सुबह-सुबह उठकर काम करते हैं। यह कमरतोड़ गति है, लेकिन गांव के संगीतकार आम तौर पर दल को प्रेरित रखने में सहायता करते हैं। वेल ने कहा, "वे हमें जगाए रखने तथा अपना काम जारी रखने के लिए सारी रात ड्रम बजाते रहते हैं।" रविवार को उनका दल वापस शहर की ओर लौटता है, वे थके होते हैं, लेकिन उन्हें अपने काम पर गर्व होता है। इस समूह ने - जिसमें कैमरून के चिकित्सक और विदेशी चिकित्सा विद्यार्थी शामिल हैं - पिछले वर्ष 700 निःशुल्क शल्य चिकित्सा की हैं, तथा वे जानते हैं कि उनकी सहायता उन लोगों की दुनिया बदल सकती है जिनकी वे सहायता करते हैं। एक व्यक्ति ने बताया कि निःशुल्क हर्निया शल्य चिकित्सा प्राप्त होने के कारण वह दोबारा काम पर जाने में सक्षम होगा। उस व्यक्ति ने कहा, "इससे मेरा तथा मेरे परिवार का भविष्य बदल जाएगा।" सप्ताहांत क्लिनिक चलाने तथा अस्पताल में शल्य-चिकित्सक के रूप में काम करने के अलावा, वेल रात में यौंडे के आसपास निजी मेडिकल क्लिनिक में भी काम करते हैं। उन्होंने बताया कि यह उनकी दूसरी नौकरी है जो उनके गैर-लाभ काम के 60% को वित्तपोषित करती है; बाकी का हिस्सा निजी दान से पूरा होता है। फिलाडेल्फिया में ड्रेक्सेल विश्वविद्यालय की द्वितीय वर्ष की चिकित्सा विद्यार्थी और वेल के समूह में स्वयंसेवी, कैटी ओ'मैली ने कहा, "मुझे नहीं पता कि वे सोते कब हैं।" वे हमेशा या तो अस्पताल में होते हैं, या अपने संगठन के लिए धन कमाने का प्रयास कर रहे होते हैं, ताकि वे इन अभियानों को चलाते रहें। ओ'मैली जैसे चिकित्सा और नर्सिंग के विद्यार्थी जो वेल के अभियान में शामिल होने के लिए युनाइटेड स्टेट्स तथा यूरोप से आते हैं, उनके लिए यह प्रायोगिक अवसर होता है, जिसे वे अपने देश में कभी नहीं प्राप्त कर सकते। ओ'मैली ने कहा, "जिन-शल्य चिकित्सा में हम डॉ. वेल के लिए औजार पकड़ने अथवा रक्त के धब्बे साफ करने में सहायता करते हैं, उनमें हम प्रायोगिक अनुभव प्राप्त करने में सक्षम रहे हैं।" अमेरिका में द्वितीय वर्ष के चिकित्सा विद्यार्थी के रूप में आपको ऐसा करने का अवसर कभी नहीं मिलेगा। स्वयंसेवी विद्यार्थी कैमरून पहुंचने के लिए आम तौर पर अपने पास से व्यय करते हैं, और वे अकसर दान की चिकित्सा आपूर्तियों के साथ आते हैं। लेकिन यौंडे पहुंचने के पश्चात उनका रहना आना-जाना, तथा निर्देशों का खर्च वेल उठाते हैं। ओ'मैली कहती हैं, "इसमें कोई संदेह नहीं कि वे हीरो हैं।" वे इस संगठन के लिए अपना जीवन देते हैं, तथा कैमरून के लोगों की सहायता करने की उनकी इच्छा कभी समाप्त नहीं होने वाली है। वेल के लिए, लगभग एक जैसा काम का बोझ, कठिनाई नहीं है। अन्य लोगों को खुश जीवन जीने में सहायता करना, अपने पिता से किया गया वादा पूरा करना, ये वे चीजें हैं जो उन्हें बहुत आनन्द प्रदान करती हैं। वेल कहते हैं, "इस काम को करते समय मैं बहुत खुश होता हूँ।" और मैं अपने पिता के बारे में सोचता हूँ। मुझे उम्मीद है कि वे देख रहे होंगे कि मैं क्या कर रहा हूँ। मैं लोगों को हंसाने, उनके दर्द को कम करने के लिए यह कर रहा हूँ। एस्कोवाइम की वेबसाइट देखें तथा पता लगाएं कि कैसे सहायता करें। आपको यकीन नहीं हो रहा होगा पर यह सच है। इतना ही नहीं मिशन रोड का नाम नगर पर्षद अध्यक्ष अंजलि कुमारी के नाम किया गया है। दरअसल झारखंड विकास युवा मोर्चा ने शहर की कुछ बदहाल सड़कों को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर करने के लिए यह नामकरण किया है। यह कार्यक्रम झामुमो के केंद्रीय सचिव सच्चिादानंद पांडेय के नेतृत्व में किया गया। एक रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, "आप पिछले दो महीनों में कांग्रेस या संप्रग नेताओं के भाषणों को देखें, तब आप पाएंगे कि वे इस बारे में बात नहीं करते कि उन्होंने क्या किया है।" उन्होंने कहा, "कांग्रेस इतनी अहंकारी हो गई है कि वह मीडिया के सवालों का जवाब नहीं देती है।" मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री हैं और उनकी सरकार है, फिर भी उन्हें मोदी से जवाब चाहिए। जनता को जवाब देना आपका कर्तव्य है। स्पष्ट रूप से मोदी, सिब्बल को जवाब दे रहे थे जिन्होंने दिल्ली में संवाददाताओं से कहा कि मोदी अपने नियंत्रण वाला माहौल चाहते हैं जहां वह अपना भाषण देते हैं और पत्रकारों से सवालों से बचने के लिए उनसे बात नहीं करते। सिब्बल ने मोदी को आमने सामने बहस करने की चुनौती भी दी। मोदी ने कहा, "मैं देश के लोगों से वादा करता हूं कि जब 2014 में भाजपा सरकार बनाएगी, तब हम प्रत्येक वर्ष लोगों के समक्ष रिपोर्ट पेश करेंगे।" कांग्रेस ने सभी पुराने विधायकों को फिर से टिकट दिया है। सूची में 6 पुराने एवं 2 नए चेहरे शामिल हैं। नए चेहरों में सागर जिले के बीना विधानसभा क्षेत्र से निर्मला सप्रे एवं दमोह जिले के जबेरा विधानसभा क्षेत्र से प्रतापसिंह लोधी को मौका दिया गया है। सागर के तीन, टीकमगढ़ के दो एवं छतरपुर के एक विधायक को फिर से टिकट दिया गया है। उम्मीद के मुताबिक ही सागर में सुरखी से गोविंदसिंह राजपूत, खुरई से अरुणोदय चौबे, बंडा से नारायण प्रजापति को फिर प्रत्याशी बनाया गया है। टीकमगढ़ में टीकमगढ़ से यादवेंद्र-सिंह एवं पृथ्वीपुर से बृजेंद्र सिंह राठौर तथा छतरपुर के राजनगर से विक्रमसिंह नाती राजा को टिकट दिया गया है। ये सभी इन क्षेत्रों के मौजूदा विधायक हैं। यहां तय हुए मुकाबले भाजपा और कांग्रेस की पहली सूची के बाद बीना में दोनों पार्टियों की ओर से नए चेहरों के बीच मुकाबला होगा। बीना में भाजपा के महेश राय एवं कांग्रेस की निर्मला सप्रे आमने सामने हैं। टीकमगढ़ के पृथ्वीपुर में मौजूदा कांग्रेस विधायक बृजेंद्र-सिंह राठौर का मुकाबला पूर्व मंत्री स्व. सुनील नायक की पत्नी अनीता नायक से होगा। राजनगर के वर्तमान विधायक विक्रमसिंह नाती राजा को भाजपा के रामकृष्ण कुसमारिया चुनौती देंगे। खुरई से विधायक अरुणोदय चौबे व भाजपा सांसद भूपेंद्रसिंह आमने सामने हैं। सुरखी से विधायक गोविंद राजपूत का मुकाबला भाजपा की युवा नेत्री पारुल साहू कर रही हैं। उन्हें विधानसभा चुनाव में प्रदेश स्तर से लेकर चुनाव संचालन व स्वागत समितियों में रखा गया है। प्रदेश उपाध्यक्ष रायपुर उत्तर सीट से तगड़े दावेदार सच्चिदानंद उपासने को रायपुर ग्रामीण सीट का चुनाव संचालक बनाया गया है। उपासने को प्रदेश कार्यालय संभालने व जरूरत पड़ने पर प्रदेश में कहीं भी दौरा करने को कहा गया है। प्रदेश अध्यक्ष रामसेवक पैकरा और महामंत्री शिवरतन शर्मा समेत कई पदाधिकारियों के चुनाव लड़ने की वजह से संगठन महामंत्री रामप्रताप अकेले पड़ रहे हैं। इस वजह से उपासने को अहम जिम्मेदारी दी गई है। उत्तर सीट से ही दावेदार रहे आरडीए अध्यक्ष सुनील सोनी को रायपुर दक्षिण सीट के चुनाव संचालन का जिम्मा दिया गया है। एक अन्य दावेदार नगरनिगम सभापति संजय श्रीवास्तव को प्रांतीय स्वागत समिति में रखा गया है। वे पार्टी के स्टार प्रचारक राष्ट्रीय नेताओं की अगवानी, आने-जाने में मदद करेंगे। इस समिति में सोनी समेत टिकट के कुछ और दावेदार भी हैं। श्याम बैसआरंग सीट और लीलाराम भोजवानी राजनांदगांव सीट के चुनाव का संचालन करेंगे। इस दौरान एसोसिएशन ने रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन किया। दीवाली कार्यक्रम में गायक हरगुण ने अपने गीतों से समारोह की खूबसूरती में चार चांद लगा दिए। बार अध्यक्ष एडवोकेट प्रदीप सैनी के नेतृत्व में आयोजित किए दीवाली के दौरान न्यायधीश, बार एसोसिएशन के पदाधिकारी व वकील उपस्थित थे। इस दौरान जिला व सेशन जज हरमिंदर सिंह मदान ने कहा कि देश में सभी धर्म के त्योहारों को मिलकर मनाया जाना चाहिए। बार अध्यक्ष एडवोकेट प्रदीप सैनी ने कहा कि बार एसोसिएशन द्वारा हर वर्ष सभी त्योहारों को बिना किसी भेदभाव श्रद्धा व उल्लास के साथ मनाया जाता है। इस मौके पर सैकड़ों श्रद्धालु मौजूद थे। देविका तट पर महावीर जयंती के उपलक्ष्य पर भगवान हनुमान की पूजा अर्चना की गई। इस अवसर पर एडवोकेट सुरेंद्र खजूरिया ने बताया कि शुक्रवार को सुबह आठ बजे के करीब भगवान महावीर की पूजा अर्चना के साथ हवन-यज्ञ का आयोजन किया गया। हवन सुबह नौ बजे शुरू किया गया और 12 बजे के करीब पूर्णाहुति दी गई। उन्होंने बताया कि शहरवासियों के सहयोग से हवन यज्ञ के बाद एक विशाल भंडारे का आयोजन किया गया था, जिसमें शहर के हर धर्म के लोगों ने प्रसाद ग्रहण कर आर्शीवाद प्राप्त किया। ओबामा का स्वास्थ्य सेवा प्रस्ताव वापस लिया गया आलोचनाओं की बौछार के बीच, राष्ट्रपति ओबामा ने कल अपने अक्सर दोहराये जाने वाले भ्रामक वादे को वापस ले लिया कि "यदि आप अपनी स्वास्थ्य योजना को पसंद करें तो उसे जारी रख सकते हैं।" लाखों लोगों द्वारा उनके प्रदाताओं से निरस्तीकरण सूचना प्राप्त करने के साथ ही, रिपब्लिकन्स ने हाल के दिनों में अमेरिकी नागरिकों को गुमराह करने के लिए राष्ट्रपति की आलोचना की है। कल ओबामा ने अपने वास्तव संदेश में परिवर्तन किया। उन्होंने बोस्टन में एक भाषण में कहा कि "बहुत सारे लोग जिनके पास स्वास्थ्य बीमा है, तथा वह उपयोगी है, वे उसे जारी रख सकते हैं।" निरस्तीकरण के बारे में जिसे वह "खबरों का झोंका" कहते हैं, को सम्बोधित करते हुए ओबामा ने इन सूचनाओं को प्राप्त करने वाले अमेरिकी नागरिकों से बाजार में नयी कवरेज खरीदने का अनुग्रह किया है। अधिकांश लोग एक बेहतर सौदा पाने में सक्षम होंगे, उतने ही पैसे या प्रस्तावित से भी सस्ते में एक व्यापक स्वास्थ्य सेवा योजना। उन्होंने कहा "आप एक बेहतर सौदा पायेंगे।" प्रशासन ने कहा है कि इसमें कोई आश्चर्य नहीं होना चाहिए कि 5 प्रतिशत जनसंख्या जो कि स्वयं अपने पैसे से बीमा खरीदती है, वे अपने प्लान बदलने के लिए बाध्य हो सकते हैं क्योकि उनका कवरेज, वहनीय देखभाल अधिनियम के अन्तर्गत वांछित मानकों के अनुरूप नहीं है। वांशिगटन में गृह ऊर्जा एवं वाणिज्य समिति के समक्ष एक कथन में सेबेलियस ने कहा कि "मैं इन अमेरिकी नागरिकों को सीधे बताती हूँ'' आप इससे बेहतर के हकदार हैं।" सेबेलियस जो कि वहनीय देखभाल अधिनियम के क्रियान्वयन की जिम्मेदारी उठा रही हैं, ने कहा कि अक्टूबर से ऑनलाइन बाजार का लॉन्च "दुर्भाग्यपूर्ण" रहा है। उन्होंने कहा कि "मैं भी अन्य लोगों की तरह ही निराश तथा क्रोधित हूँ"। मैं फिर से आपका विश्वास प्राप्त करना चाहती हूँ। रिपब्लिकन के साथ तीखी नोकझोंक के पश्चात कल हाउस की सुनवाई में अपने पीछे बैठी एक साथी से सेबेलियस ने गुस्से में यह वाक्य कहा, जिसे एक माइक ने पकड़ लिया। बिली लॉन्ग, आर-मो इसके बारे में कि क्या उन्हें ओबामाकेयर में नामांकित होने की आवश्यकता होगी। तीन घंटे से अधिक लम्बी चली सुनवाई में लॉन्ग ने बार-बार सेबेलियस से पूछा कि वहनीय देखभाल अधिनियम के "वास्तुकार" ने, हेल्थकेयर डॉट गॉव के माध्यम से एक प्लान खरीदने के लिए सरकार प्रायोजित बीमा का स्वैच्छिक रूप से त्याग क्यों नहीं किया है, जिसे अब वह लाखों अमेरिकयों को बेच रही हैं। व्यापारी से दो लाख रुपए की फिरौती मांगे जाने का मामला उजागर हुआ। रुपए नहीं देने पर पुत्री को उठाने की धमकी दी गई है। हुडकेश्वर थाने में दर्ज मामले को साइबर क्राइम सेल की मद्द से सुलझाने का प्रयास कियाो जा रहा है। अयोध्या नगर निवासी नरेंद्र बहाड़ (21) की इलेक्ट्रानिक्स की दूकान है। 25 से 29 तारीख के बीच उनके मोबाइल पर अलग-अलग मोबाइल नंबरों से किसी ने फोन किए। फोनकर्ता ने फिरौती के रुप में दो लाख रुपए की मांग की। नहीं देने पर नरेंद्र को जान से मारने अथवा उनकी पुत्री को उठाने की धमकी दी गई है। नरेंद्र ने इस धमकी को पहले गंभीरता से नहीं लिया, परंतु जब धमकियों का सिलसिला बढऩे लगा और बात उनकी कक्षा 12वीं में अध्यनरत पुत्री पर आ गई तो वे परेशान हो उठे। परिवार के सदस्य खौफ में हैं। गुरुवार को इसकी शिकायत की गई। अभी तक आरोपियों का सुराग नहीं मिला है। मामले की गंभीरता को देखते हुए साइबर क्राइम सेल की मदद ली जा रही है। इसके अलावा सांसद बादल ने गांव भागीवांदर, बांदर पत्ती, लालेआणा, ज'जल, फुल्लोखारी, गाटवाली व मलकाना में संगत दर्शन समागम कर लोगों की मुश्किलें सुनकर उनके हल के लिए मौके पर ही अधिकारियों को निर्देश दिए। सांसद ने गांवों के विकास के लिए ग्रांट भी जारी की। उन्होंने पंचायत को आदेश दिया कि गांवों के विकास के लिए जारी की गई ग्रांट का सही इस्तेमाल किया जाए, ताकि गांव निवासियों को सुविधाएं मिल सके।उन्होंने गांव भागीवांदर में चल रहे धान के खरीद प्रबंधों का जायजा लिया। उन्होंने सिलाई की ट्रेनिंग प्राप्त कर चुकी 15 लड़कियों को एक एक सिलाई मशीन, पौधे व सर्टिफिकेट दिए। इस दौरान गांव भागीवांदर में 400 कांग्रेसी और पीपीपी, लालेआणा में 35 कांग्रेस और पीपीपी और गांव जल में 71 परिवार कांग्रेस व पीपीपी को छोड़कर शिरोमणि अकाली दल में शामिल हुए। बादल ने कहा कि केंद्र द्वारा धान की खरीद को लेकर निर्धारित किए मापदंडों के कारण पंजाब के किसानों का मंडियों में अपमान हो रहा है, जबकि केंद्र द्वारा हमेशा पंजाब के किसान के साथ पक्षपात किया जाता आ रहा है। उनके साथ डीसी केके यादव, एसएसपी रवचरन सिंह बराड़, एडीसी डी सोनाली गिरी, एडीसी राजीव पराशर, एसडीएम श्रुति शर्मा, तलवंडी साबो के क्षेत्र इंचार्ज बलवीर सिंह, सरपंच कुलवंत सिंह विर्क के अलावा विभिन्न विभागों के प्रशासनिक अफसर व अकाली नेता उपस्थित थे। जिस वजह से आचार संहिता उल्लंघन के मामलों में अब कमी आने लगी है। चार अक्टूबर को चुनाव आचार संहिता लागू होने के बाद से 21 अक्टूबर तक विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के खिलाफ 313 मामले दर्ज किए गए थे। वहीं 22 से 27 अक्टूबर तक मात्र 31 मामले दर्ज हुए हैं। चुनाव आचार संहिता लागू होने के साथ इसके उल्लंघन के मामले भी आने लगे थे। शुरुआती दिनों में ज्यादा शिकायतें आ रही थी, लेकिन आहिस्ता-आहिस्ता इसमें कमी आने लगी है। बताया जा रहा है कि शुरुआती दिनों में आचार संहिता के बारे में पूरी जानकारी नहीं होने की वजह से राजनीतिक पार्टियों के खिलाफ ज्यादा शिकायतें आ रही थीं। चुनाव आयोग की ओर से राजनीतिक पार्टियों को जागरूक करने तथा दर्ज मामले से सबक लेने की वजह से अब कम शिकायतें आ रही हैं। कई पार्टियों जानकारी के अभाव में पहले की तरह चुनाव प्रचार कर रही थीं, लेकिन जब उनके खिलाफ कार्रवाई हुई तो उन्होंने उस पर रोक लगा दी। राजनीतिक पार्टियां चुनाव आचार संहिता के बारे में जानकारी हासिल करने के साथ इसका पालन कर रही हैं। इससे इसके उल्लंघन के मामलों में भी कमी आ रही है। इस संबंध में एडीए की तरफ से शासन को प्रस्ताव भेजा जा चुका है, जिस पर जल्दी ही मुहर लगने जा रही है। तीन तरफ से गंगा-यमुना से घिरे इस ऐतिहासिक शहर में अब ऐसा भूखंड नहीं बचा रह गया, जिस पर एडीए कोई बड़ा आवासीय प्लान कर सके। ऐसे में उसे अब पूरब की तरफ झूंसी से आगे, उत्तर दिशा में फाफामऊ और दक्षिण दिशा में नैनी से आगे की तरफ आवासीय प्लान करने का मंसूबा बना लिया है। इस प्लान को व्यापक स्वरूप देने के लिए जिलाधिकारी राजशेखर की अध्यक्षता में एक बैठक हुई। एडीए ने फूलपुर, सोरांव और करछना के दो सौ राजस्व गांवों को शामिल करने का विचार बनाया है। एडीए की सीमा में आने के बाद चाका एवं बहादुर ब्लाक समाप्त हो जाएगा। वहीं कौड़िहार ब्लाक का आधा क्षेत्र भी एडीए में विलीन हो जाएगा। एडीए के सचिव अमरनाथ उपाध्याय के मुताबिक इस बाबत शासन को प्रस्ताव भेजा जा चुका है। इन ग्राम पंचायतों की सीमा को नियोजन के लिए एडीए अपने अधिकार क्षेत्र में लेना चाहता है, जिस पर जल्दी ही काम शुरू हो जाएगा। अगर ऐसा हुआ तो शहर में भवनों के चढ़ते दाम में कमी आएगी। वहीं आम लोगों को आवास की उपलब्धता भी आसानी से होगी। जल्द ही लखनऊ और नोएडा की तर्ज पर इस नए क्षेत्र में आवासीय महल खड़े होने लगेंगे। गवर्नमेंट मेडिकल कालेज एवं अस्पताल (जीएमसीएच) सेक्टर 32 के ईएनटी विभाग के प्रमुख प्रो. अर्जुन दास को नेशनल एकेडमी ऑफ मेडिकल साइंसिस नई दिल्ली की फेलोशिप के लिए चुना गया है। उन्हें कान, नाक, गले के क्षेत्र में उल्लेखनीय काम के लिए यह फेलोशिप मिली है। संस्थान के डायरेक्टर प्रिंसिपल प्रो. अतुल सचदेवा के मुताबिक वे संस्थान की दूसरी फैकल्टी हैं जिन्हें यह फेलोशिप मिली है। इंसानों की आबादी 7 अरब का आंकड़ा पार कर चुकी है। अगर जनसंख्या का बढ़ना इसी तरह जारी रहा तो जल्द ही वह समय आएगा, जब हर भूखे मुंह के लिए निवाला जुटा पाना मुश्किल होगा। विशेषज्ञों के मुताबिक निकट भविष्य में इंसानों के पास कीड़े-मकौड़े खाने के अलावा कोई विकल्प नहीं रह जाएगा। खबरों के अनुसार मॉन्ट्रियल स्थित मैकगिल यूनिवर्सिटी के छात्रों के एक समूह ने इस साल अनोखे प्रोजेक्ट के लिए हल्ट पुरस्कार जीता था। उन्हें कीड़े-मकौड़ों से प्रोटीन युक्त आटा तैयार करने के लिए यह पुरस्कार दिया गया है। बतौर पुरस्कार राशि उन्हें 1 मिलियन डॉलर की सहायता राशि दी गई है, ताकि वे अपने रिसर्च और प्रयोगों को आगे बढ़ा सकें। 30 सितंबर को एबीसी न्यूज को दिए गए इंटरव्यू में इस ग्रुप के मुख्य स्टूडेंट रिसर्चर मोहम्मद एशोर ने बताया कि अब उनकी टीम खाद्य पदार्थ के लिए टिड्डे पर एक्सपेरीमेंट करेंगे। इस रिपोर्ट में खाने योग्य कीड़े-मकौड़ों के बारे में विस्तृत विवरण है। लोकसभा चुनाव के चलते आखिरकार गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मंत्रीमंडल का शुक्रवार को विस्तार करते हुए नए 6 मंत्रियों को शामिल कर लिया। इन नेताओं की शपथ विधि का कार्यक्रम आज गांधीनगर स्थित महात्मा मंदिर में आयोजित हुआ। राज्यपाल कमल बेनीवाल ने नवनियुक्त जशवंत सिंह भांभोर, दिलीप राठोड, छत्रसिंह मोरी, जयेय रादडिया, वासणभाई अहिर और जयद्रथसिंह परमार को शपथ दिलाई। शपथ विधि के दौरान मुख्मयंत्री मोदी के अलावा बीजेपी के वरिष्ठ नेता अमित शाह, परषोत्तम रूपाला सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता भी उपस्थित थे। इस बैठक में दो राज्य स्तरीय मंत्रियों को अपग्रेड कर कैबिनेट में शामिल करने और कुछ मंत्रियों की जिम्मेदारियों में बदलाव की भी संभावना है। नाबालिग छात्रा के यौन उत्पीड़न के आरोप में यहां सेंट्रल जेल में न्यायिक हिरासत के तहत बंद आसाराम की इस बार की दिवाली जेल में मनेगी। जोधपुर के अलावा आसाराम सूरत की एक लड़की से दुष्कर्म के मामले में भी आरोपी हैं। वहीं, उनके बेटे नारायण साईं पुलिस से भागते फिर रहे हैं। और इसीलिए अब उनके खिलाफ गुजरात पुलिस द्वारा गिरफ्तारी वारंट भी जारी कर दिया गया है। अहमदाबाद से यह भी खबर आ रही है कि आसाराम के ट्रस्टियों ने भी अब धीरे-धीरे कर आसाराम से किनारा करना शुरू कर दिया है। इसके अलावा अब आसाराम के उन आश्रमों पर भी कार्रवाई हो रही है, जो अवैध रूप से या फिर सरकारी जमीन पर निर्माणित हैं। यह तो हम आपको पहले ही बता चुके हैं कि आसाराम 400 से भी अधिक आश्रमों के मालिक हैं। इनमें एक आश्रम तो अमेरिका के न्यूजर्सी में भी है। आसाराम और उनके बेटे पर तरह-तरह के आरोप लग रहे हैं। इस पर भी उनके कई भक्तों की अंधश्रद्धा खत्म ही नहीं हो रही। आसाराम का भारत में ही नहीं, बल्कि अमेरिका में ही उतना भी प्रभुत्व है। यहां भारत में आसाराम भले ही जेल में हों और उनसे भक्त दूर होते जा रहे हों, लेकिन अमेरिका में ऐसा बिल्कुल नहीं। न्यूजर्सी स्थित आश्रम में तो अब भी भक्त पहले की ही तरह आश्रम आकर आसाराम के दर्शन कर रहे हैं। अनपेक्षित स्वीकारोक्ति में जॉन केरी ने कहा कि यू.एस. जासूसी "अनुपयुक्त रूप से बहुत आगे चली गई है" जॉन केरी ने अनपेक्षित रूप यह स्वीकार करने के द्वारा अपने निगरानी कार्यक्रम पर यू.एस. का सुरक्षात्मक रवैया नरम पड़ने का संकेत दिया है कि कभी-कभी इसकी जासूसी "अनुपयुक्त रूप से बहुत आगे चल जाती है।" राज्य मंत्री ने यह भी स्वीकार किया है कि एन.एस.ए. के जासूसी क्रियाकलापों के सामने आने के बारे में मुखबिर एडवर्ड स्नोडेन की ओर विद्रोहात्मक प्रकटीकरण के रूप में "स्वचालित पायलट" पर होने के मामले में बराक ओबामा के साथ वे भी दोषी हैं। इस रहस्योद्धाटन ने यू.एस. सरकार को इसके सहयोगी देशों के साथ सम्बन्ध में कूटनीतिक भूचाल ला दिया है। लंदन में मुक्त सरकार सम्मेलन में वीडियो लिंक के माध्यम से बोलते हुए श्री केरी ने कहा: "इसमें कोई प्रश्न नहीं है कि राष्ट्रपति, मुझे, तथा सरकार में अन्य लोगों को ऑटोमैटिक पायलट के साथ होने वाली कुछ बातों के बारे में वास्तव में पता था, क्योंकि वापस देखें तो द्वितीय विश्व युद्ध, तथा शीत युद्ध के कठिनाईपूर्ण वर्षों, तथा फिर, निश्चित रूप से 9/11 में इसकी क्षमता थी। वे यू.एस. सरकार के पहले उच्च श्रेणी के सदस्य बन गए हैं, जिन्होंने यह बात स्वीकार की है कि यू.एस. जासूसी ने अपनी सीमा लांघी है, लेकिन इस बात पर जोर दिया है कि किसी के अधिकारों का दुरुपयोग नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि: "कुछ मामलों में, यह अनुपयुक्त रूप से बहुत आगे चली गई है।" तथा राष्ट्रपति लोगों के लिए यह स्पष्ट करने का प्रयास करने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं तथा अभी गहन समीक्षा कर रहे हैं ताकि किसी भी व्यक्ति में दुरुपयोग का भाव न आए। मैं आपको भरोसा दिलाता हूँ कि इस प्रक्रिया में बेगुनाह लोगों के साथ कुछ गलत नहीं हो रहा। श्री केरी ने इस बात पर जोर दिया कि तथापि, एन.एस.ए. अच्छे उद्देश्य के लिए प्रयासरत थी, तथा इसके निगरानी कार्य ने बहुत से लोगों का जीवन बचाया है। आगे उन्होंने बताया कि: "हम ऐसी दुनिया का सामना कर रहे हैं, जहां लोग खुद को उड़ाने के लिए तैयार हैं।" दुनिया में कट्टरपंथी उग्रवाद है, जो लोगों को जान से मारने उन्हें उड़ा देने तथा सरकारों पर हमला करने के लिए कटिबद्ध है। तो यदि आप इसे घटित होने से पहले रोकने में सक्षम हैं तो क्या परेशानी है? हमने विमान को वास्तव में गिरने, इमारतों को ध्वस्त होने, तथा लोगों को हत्या किए जाने से बचाया है क्योंकि हम दूसरों की योजना के बारे में पहले से जानने में सक्षम रहे हैं। इस दौरान, गुरुवार को यूरोपीय मामलों की सीनेट उपसमिति के अध्यक्ष ने कहा कि तथाकथित यू.एस. जासूसी के बारे में विदेशों में चिंता का समाधान करने में सहायता करने के लिए यू.एस. के विधिनिर्माता यूरोप जाएंगे, तथा यूरोपीय देशों को यू.एस. के साथ संयुक्त रूप से भ्रष्टाचार-रोधी प्रयासों को जारी रखने की आवश्यकता के बारे में समझाने का प्रयास करेंगे। कॉनेक्टीकट के सीनेटर क्रिस मर्फी ने कहा कि उन्होंने इस सप्ताह यूरोपियन संसद के सदस्यों तथा अन्य लोगों से बात की है तथा राष्ट्रीय सुरक्षा एजेन्सी द्वारा निगरानी को लेकर कुंठा के कारण आतंकवाद विरोधी संगठनों में उनके द्वारा सहभागिता रोके जाने की धमकियों को लेकर वे चिंतित हैं। डेमोक्रेट पार्टी के पहली बार चुने गए तथा यूरोपीय मामलों की सीनेट विदेशी सम्बन्ध उपसमिति के अध्यक्ष मर्फी ने, वाशिंगटन से साक्षात्कार में कहा, "यू.एस. राष्ट्रीय सुरक्षा हितों के लिए यह वास्तव में महत्वपूर्ण है कि हमारे आतंकवाद-रोधी प्रयासों के संदर्भ में यूरोपीय देश हमारे साथ हों।" यूरोपीय देशों को यह स्पष्ट करने के लिए कि आतंकवाद से लड़ने के लिए हमें साथ मिलकर काम जारी रखने की आवश्यकता है, जो एन.एस.ए. कार्यक्रम के बारे में उनके गुस्से से प्रभावित नहीं होना चाहिए। एन.एस.ए. द्वारा यूरोप के लाखों फोन वार्तालाप को रिकॉर्ड करने की खबरों ने यू.एस. के कुछ सहयोगी देशों के साथ सम्बन्ध में कटुता लाया है, यद्यपि कि एजेन्सी के प्रमुख ने कहा कि ये खबरें पूरी तरह सही नहीं हैं, तथा नाटो सहयोगी राष्ट्रों द्वारा संगृहीत संयुक्त राष्ट्र के साथ साझा किए जाने वाले मेटाडेटा की गलतफहमी को दर्शाता है। स्नोडेन द्वारा लीक किए गए दस्तावेजों में अन्य प्रकटीकरणों से पता लगता है कि एन.एस.ए. ने जर्मन चांसलर एजेन्ला मर्कल समेत दुनिया के 34 अन्य शीर्ष नेताओं के सेलफोन मॉनीटर किए हैं। राष्ट्रीय खुफिया निदेशक जेम्स क्लैपर ने सहयोगी देशों पर जासूसी करने की घटना का बचाव करते हुए उसे आवश्यक बताया तथा कहा कि दोनों पक्षों द्वारा ऐसा किया जाना आम बात है। हंगामे के बीच, मर्फी ने कहा कि उनका कार्यालय कांग्रेस यात्रा की व्यवस्था कर रहा है जिसकी इस वर्ष होने की संभावना है, तथा उन्होंने उम्मीद जताई कि प्रतिनिधि मंडल में दोनों दलों तथा दोनों चैम्बर्स के सदस्य शामिल होंगे। सहभागिता करने वाले अन्य विधि-निर्माताओं के नाम आने वाले दिनों में जारी किए जाएँगे। उन्होंने कहा कि यात्रा कार्यक्रम पर अभी भी काम किया जा रहा है। जबकि मर्फी ने कहा कि यात्रा का उद्देश्य सम्बन्धों को बेहतर बनाना है, उन्होने कहा कि कुछ "अव्यवहारिक सम्बन्धों" का त्याग भी करना होगा। उन्होंने कहा कि यूरोपीय नेताओं को अपने लोगों के साथ, वर्षों तक इस्तेमाल किए गए अपने जासूसी कार्यक्रमों के प्रति भी ईमानदार होना पड़ेगा। मर्फी ने कहा, "यद्यपि हम यूरोपीय लोगों के अधिकारों की बेहतर तरीके से रक्षा करने के लिए अपने निगरानी कार्यक्रम को संशोधित कर सकते हैं, लेकिन उन्हें भी इससे सहमत होने की आवश्यकता है कि एकमात्र हम ही नहीं हैं जो जासूसी कर रहे हैं।" इस दौरान, इस सप्ताहांत में श्री कैरी के मिडिल ईस्ट और पोलैंड जाने का कार्यक्रम है, जहाँ वे सीरिया, मिस्र और ईरान में यू.एस. रणनीति से लेकर यू.एस. निगरानी क्रियाकलापों के बारे विद्वेष का समाधान करेंगे। नगरपालिकाओं में बोर्ड परिवर्तन करने की नई राजनीति शुरू हुई है। हाल ही में वीरभूम जिले के सांइथिया नगरपालिका में कांग्रेस नेतृत्व के बोर्ड पार्षदों के दल बदल के कारण तृणमूल का बोर्ड में परिवर्तित हो गया। नगरपालिका के चेयरमैन सहित कांग्रेस के अधिकांश पार्षदों के तृणमूल में शामिल होने के कारण यह परिंवर्तन हुआ। केवल कांग्रेस के ही नहीं बल्कि माकपा, भाकपा व फारवर्ड ब्लाक के कुछ पार्षदों ने भी यहां तृणमूल का दमन थाम लिया है। तृणमूल कांग्रेस महासचिव मुकुल राय इसे पार्टी के लिए शुभ संकेत मानते हैं। उनका कहना है कि सांइथिया नगरपालिका के चेयरमैन वीरेंद्र पारिख व कांग्रेस के नेता विप्लव दत्ता सहित कांग्रेस के 10 पार्षद तृणमूल में शामिल हुए। माकपा सहित वाममोर्चा के कुछ पार्षदों ने भी तृणमूल का झंडा थाम लिया है। सभी ने बंगाल म्यूनिसिपल एक्ट के तहत जिलाधिकारी को लिखित बताया है कि वे तृणमूल का हिस्सा बन गए हैं और संख्या बल के अनुसार सांइथिया नगरपालिका बोर्ड भी तृणमूल के नियंत्रण में आ गया है। श्री राय का यह भी दावा है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व में बंगाल के विकास का जो खाका तय किया गया है उससे सभी सहमत हैं। कांग्रेस, माकपा, भाकपा, और फारवर्ड ब्लाक सहित अन्य दलों के नेता तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने के लिए आगे बढ़ रहे हैं। किसी भी पार्टी के योग्य नेताओं का तृणमूल में स्वागत है। 22 नवंबर को होने वाले पांच नगरपालिकाओं के चुनाव से पहले सांइथिया नगरपालिका में कांग्रेस पार्षदों के दल बदल के कारण पालिका बोर्ड पर तृणमूल का कब्जा होने को राजनीतिक हलकों में अहम माना जा रहा है। इसके पहले वाममोर्चा शासित हल्दिया तथा नदिया में भी कांग्रेस शासित पालिका बोर्ड पर तृणमूल के कब्जा जमाने का उदाहरण है। जिलों में नगरपालिका बोर्ड पर जब दल बदल के कारण तृणमूल का कब्जा होता है तो पार्टी में शामिल होने वालों को कोलकाता स्थित तृणमूल भवन में भव्य स्वागत होता है। तृणमूल कांग्रेस महासचिव मुकुल राय अन्य दलों से टूट कर नेताओं के तृणमूल में शामिल होने को लेकर उत्साहित हैं। उनका कहना है कि किसी भी पार्टी से टूट कर आने वालों का तृणमूल में स्वागत है। उनका दावा है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व में लोगों की आस्था बढ़ रही है जिसका नतीजा है कि लोग तृणमूल में शामिल होना चाहते हैं। हालांकि मुख्य विपक्षी पार्टी माकपा का कहना है कि अन्य पार्टियों के निचले स्तर के नेताओं को डराया-धमकाया जा रहा है। तृणमूल कांग्रेस के आतंक से डर कर लोग उसमें शामिल हो रहे हैं। निर्वाचित स्थानीय निकायों के बोर्ड में परिवर्तन को माकपा लोकतंत्र पर आघात मान रही है। लोकतांत्रिक तरीके से किसी भी पार्टी को अपना जनाधार बढ़ाने का अधिकार है लेकिन सत्ता के मद में मत परिवर्तन कराने के औचित्य पर सवाल उठना लाजिमी है। ऑस्ट्रेलियाई महिला ने थाई कारावास अवधि के विरूद्ध अपील किया सिडनी की एक 21 वर्षीय महिला को टैक्सी चालक पर हमले का गलत आरोप लगाने के लिए फुकेट में 15 दिनों के कारावास की सजा सुनाई गई है, उसने इस निर्णय के विरूद्ध अपील किया है तथा उसे जमानत मिल गई है। 15 जून को फुकेट प्रांतीय न्यायालय ने स्टीवी रॉशेल बॉमफोर्ड को थाई पुलिस के ऊपर गलत आरोप लगाने का दोषी पाया, उसका आरोप था कि रविवार 10 जून की सुबह एक स्थानीय टैक्सी चालक ने दो अन्य व्यक्तियों के साथ मिलकर उसे रोकने का प्रयास किया था। लेकिन बाद में सी.सी.टी.वी. फुटेज से पता चला कि वह अपने ऑस्ट्रेलियाई ब्वॉय फ्रेंड से अलग होने के पश्चात सुरक्षित तरीके से होटल लौट आयी थी। फुकेट पुलिस द्वारा दो दिन तक बैमफोर्ट से पूछताछ करने पर उसे कहानी गढ़ना स्वीकार किया। न्यायालय में सुनवाई से पहले उसे स्थानीय पुलिस कोठरी में रखा गया था। बैमफोर्ड को वयस्क महिलाओं वाले कारागार के बजाय फुकेट के बाहरी क्षेत्र में कम सुरक्षा निरूद्धी केन्द्र में 15 दिन के कारावास का दण्ड सुनाया गया। वह भूतपूर्व ऑस्ट्रेलियाई लीग खिलाड़ी पीटर टुंक्स की बेटी है, जिन्होंने कैनबरा में विदेशी मामले विभाग से अपनी बेटी की सहायता करने के लिए निवेदन किया है। टुंक्स ने सिडनी के संडे टेलीग्राफ से कहा कि पूरा परिवार अपनी बेटी के देखभाल के बारे में "अत्यधिक चिंतित" है तथा वे उसे वापस ऑस्ट्रेलिया बुलाना चाहते हैं। टुंक्स ने कहा कि "निःसंदेह यह हमारे लिए एक चिंताजनक समय रहा है, लेकिन हमें उम्मीद है कि वह जल्द से जल्द वापस घर पर होगी।" बैमफोड ने दण्ड आदेश के विरूद्ध अपील किया है, तथा 50,000 बहत पर जमानत मिल गई है। इस दौरान ऑस्ट्रेलिया में रिपोर्ट ने कहा कि वह दक्षिणी थाईलैण्ड में क्रैबी के छुट्टी मनाने वाली जगह पर छुट्टियां मना रही थी। थाईलैण्ड स्थित विधिक स्रोतों ने कहा कि बैमफोर्ड का केस फुकेट में एक स्थानीय अधिवक्ता द्वारा लड़ा जा रहा था, लेकिन चेतावनी दी कि अपील के परिणामस्वरूप न्यायालय उसका दण्ड आदेश बढ़ाकर दो वर्ष तक कर सकता है तथा उसे वयस्क कारागार में रहने के लिए बाध्य कर सकता है। वैसे हाल ही में फुकेट में ऑस्ट्रेलियाई ट्रैवेल एजेन्ट माइकल स्मिथ की हत्या के पश्चात, थाईलैण्ड भी अपने खराब पर्यटक छवि को सुधारने के प्रयास में दोषमुक्ति भी दे सकता है। बिश्नोई पर कटाक्ष करते हुए सांसद ने कहा कि विशेष समुदाय के घर पर एक दिन चूरमा खाकर तस्वीरें छपवाने से कोई गरीबों का हितैषी नहीं हो जाता। वे दिन में तीन बार विभिन्न घरों में जाकर चूरमा खाते हैं, लेकिन इसका कभी प्रचार नहीं किया। रोहतक के सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने शुक्रवार को महम हलके के कांग्रेस कार्यकत्र्ताओं की बैठक लेते हुए कहा कि गोहाना में 10 नवम्बर को होने वाली रैली आपके व हमारे लिए काफी महत्वपूर्ण है। रैली में उमडऩे वाले जन सैलाब से मौजूदा सरकार की ताकत का अहसास विपक्ष को अपने आप हो जाएगा। प्रो.वीरेंद्र और विधायक आनंद सिंह दांगी ने भी बैठक को संबोधित किया। उन्होंने विभिन्न गांवों से रैली में पहुंचने वाले करीब दस हजार कार्यकत्र्ताओं की सूची भी सांसद को थमाई। बैठक से पहले सांसद ने अनाज मंडी के कवर्ड शैड, द्वितीय जलघर महम, राजकीय बहु-तकनीकी संस्थान भवन, गोहाना-लाखनमाजरा-महम-भिवानी सड़क का चौड़ाकरण सहित महम में चार मार्गीय सड़क के निर्माण कार्यों का लोकार्पण व शिलान्यास किया। इस दौरान कांग्रेस के ग्रामीण जिला अध्यक्ष जयदीप धनखड़, जगत काला, धर्मबीर वकील, बलराम दांगी, विकास सीसर, शमशेर खरक, अनिल शर्मा, डॉ. सुनील रांगी, दीपक गुप्ता, धर्मराज सरपंच, साधु बाबा और निर्मला राठी मौजूद रहे। जर्मन-अमेरिकन मॉडल हीदी क्लम ने जो किया उसे देखकर उनके प्रशंसक भी भौंचक्के रह गए हैं। जवां दिलों की धडक़न हीदी नजर आईं इस अंदाज में कि उन्हें पहचान पाना ही मुश्किल था। उनके चेहरे और पूरे शरीर पर बुढ़ापे की निशानियां इसकदर मौजूद थीं कि एक झलक में तो चौंक ही गए उन्हें चाहने वाले। मौका था हेलोवीन फेस्टिवल का और इस मौके पर हीदी ने ऐसा भेस बनाया कि वाकई लोग उन्हें हैरत से देख रहे थे और उनकी तारीफ भी कर रहे थे कि कमाल का चैंज किया उन्होंने। नेट पर उनके असमय बुढ़ापे की ये तस्वीरें चर्चा का विषय बनी हुई हैं और ऑस्कर विनिंग मेकअप टीम ने 14वें हेलोवीन समारोह में हीदी को ये नया रंग-रूप दिया। 40 साल की ये सुपर मॉडल 80-90 की नजर आ रही थी और इस मौके पर उन्होंने स्कर्ट सूट कॉस्ट्यूम पहन रखी थी और उनके चेहरे व हाव भाव से बुढ़ापा टपक रहा था ऐसा कहा जाए तो गलत नहीं होगा। भारत के सबसे धनी व्यवसायी की पत्नी बिजनेस वूमेन नीता अंबानी का शुक्रवार को 50वां जन्मदिन है। जन्मदिन को खास बनाने के लिए तमाम तरह के राजसी इंतजाम किए गए है। जोधपुर शहर को जन्मदिन की शाही पार्टी के लिए चुना गया है। उम्मैद भवन से करीब 11 किलोमीटर दूर प्रसिद्ध बालसमंद झील का कार्यक्रम स्थल के तौर पर सजाया गया है। शुक्रवार को सभी मेहमान यहां जन्मदिन पर लक्ष्मी पूजा के लिए जुटेंगे। इसके बाद एक डांस प्रोग्राम भी रखा गया है। इसे मशहूर बॉलीवुड हस्ती वैभवी मर्चेट द्वारा कोरियोग्राफ किया गया है। बताया जा रहा है कि नीता अंबानी और उनकी बेटी ईशा भी इसमें अपनी प्रस्तुती दे सकती है। गौरतलब है कि नीता और ईशा दोनों ही प्रोफेशनल क्लासिकल डांसर है। इस शाही पार्टी के लिए 250 वीवीआईपी लोगों को भी आमंत्रित किया गया है। इनमें जोधपुर राजपरिवार और उम्मैद भवन के मालिक राजा गजसिंह द्वितीय और उनका परिवार, टाटा, बिरला, मित्तल, गोदरेज समेत बिजनेस जगत की खास हस्तियां शामिल हैं। एल.एन.मित्तल, सचिन तेंदुलकर, फिल्म अभिनेता अनिल कपूर, आमिर खान, ए.आर.रहमान गुरुवार शाम ही जोधपुर पहुंचे गए। मेहमानों को लाने-ले जाने के लिए 32 चार्टर्ड विमानों की व्यवस्था की गई है।