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युवराज, पठान भारतीय टीम के लिए अहम : वेंगसरकर
दिलीप वेंगसरकर का कहना है कि टीम के मौजूदा संयोजन को देखते हुए 28 साल बाद देश एक बार फिर यह ट्राफी जीत सकता है
भारत को 1983 में विश्व कप दिलाने वाली टीम के सदस्य दिलीप वेंगसरकर का कहना है कि टीम के मौजूदा संयोजन को देखते हुए 28 साल बाद देश एक बार फिर यह ट्राफी जीत सकता है जिसमें युवराज सिंह और आक्रामक आल राउंडर यूसुफ पठान की भूमिका अहम साबित होगी। वेंगसरकर को लगता है कि महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई वाली टीम के अंदर 19 फरवरी से उप महाद्वीप में होने वाले विश्व कप में ट्राफी जीतने के सभी गुण मौजूद हैं। उन्होंने कहा, मौजूदा समय में यह विश्व क्रिकेट की सर्वश्रेष्ठ टीमों में से एक है। भारत अपनी सरजमीं पर खेलेंगे और यह सबसे बड़ा फायदा होगा। भारतीय टीम पिछले चार वर्षों से नंबर एक टीम बनी हुई है, ऐसा 1983 में नहीं था इसलिए वे विश्व कप में जीतने के प्रबल दावेदार हैं। इसी तरह का संयोजन 1987 में भी था, लेकिन हम सेमीफाइनल में असफल हो गए थे। टीम में एक्स फैक्टर के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि यह या तो युवराज हो सकता है या पठान, दोनों गेंद को पावरफुल तरीके से हिट करते हैं।
कर्ज सस्ता होने की उम्मीद घटने से सेंसेक्स 161 अंक टूटा
देश के शेयर बाजारों में शुक्रवार को गिरावट रही। प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 160.89 अंकों की गिरावट के साथ 17,380.75 पर और निफ्टी 56.55 पर बंद हुआ।
देश के शेयर बाजारों में शुक्रवार को गिरावट रही। प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 160.89 अंकों की गिरावट के साथ 17,380.75 पर और निफ्टी 56.55 अंकों की गिरावट के साथ 5,258.50 पर बंद हुआ। बम्बई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स सुबह 15.98 अंकों की तेजी के साथ 17,557.62 पर खुला, जो कारोबारी सत्र का ऊपरी स्तर साबित हुआ। दिन के कारोबार में सेंसेक्स ने 17,337.61 के निचले स्तर को छुआ। सेंसेक्स के 30 में से पांच शेयरों सिप्ला (1.64 फीसदी), एचडीएफसी (1.31 फीसदी), भारती एयरटेल (1.22 फीसदी), एसबीआई (0.26 फीसदी) और ओएनजीसी (0.16 फीसदी) में तेजी रही। सेंसेक्स में गिरावट वाले शेयरों में प्रमुख रहे हिंडाल्को इंडस्ट्रीज (2.21 फीसदी), कोल इंडिया (2.15 फीसदी), भेल (2.10 फीसदी), हीरो मोटोकॉर्प (2.02 फीसदी) और स्टरलाइट इंडस्ट्रीज (1.99 फीसदी)। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 16.85 अंकों की गिरावट के साथ 5,298.20 पर खुला। दिन के कारोबार में निफ्टी ने 5,303.25 के ऊपरी और 5,238.90 के निचले स्तर को छुआ। बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में तेजी का रुख रहा। मिडकैप 2.84 अंकों की तेजी के साथ 5,998.84 पर और स्मॉलकैप 4.45 अंकों की तेजी के साथ 6,385.72 पर बंद हुआ। बीएसई के 13 में से सिर्फ एक सेक्टर स्वास्थ्य सेवा (0.01 फीसदी) में तेजी रही।टिप्पणियां बीएसई में गिरावट वाले सेक्टरों में प्रमुख रहे धातु (1.39 फीसदी), बिजली (1.33 फीसदी), तेल एवं गैस (1.31 फीसदी), रियल्टी (1.27 फीसदी) और वाहन (1.23 फीसदी)। बीएसई में कारोबार का रुझान नकारात्मक रहा। कुल 1380 शेयरों में तेजी और 1419 में गिरावट रही, जबकि 131 शेयरों के भाव में बदलाव नहीं हुआ। बम्बई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स सुबह 15.98 अंकों की तेजी के साथ 17,557.62 पर खुला, जो कारोबारी सत्र का ऊपरी स्तर साबित हुआ। दिन के कारोबार में सेंसेक्स ने 17,337.61 के निचले स्तर को छुआ। सेंसेक्स के 30 में से पांच शेयरों सिप्ला (1.64 फीसदी), एचडीएफसी (1.31 फीसदी), भारती एयरटेल (1.22 फीसदी), एसबीआई (0.26 फीसदी) और ओएनजीसी (0.16 फीसदी) में तेजी रही। सेंसेक्स में गिरावट वाले शेयरों में प्रमुख रहे हिंडाल्को इंडस्ट्रीज (2.21 फीसदी), कोल इंडिया (2.15 फीसदी), भेल (2.10 फीसदी), हीरो मोटोकॉर्प (2.02 फीसदी) और स्टरलाइट इंडस्ट्रीज (1.99 फीसदी)। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 16.85 अंकों की गिरावट के साथ 5,298.20 पर खुला। दिन के कारोबार में निफ्टी ने 5,303.25 के ऊपरी और 5,238.90 के निचले स्तर को छुआ। बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में तेजी का रुख रहा। मिडकैप 2.84 अंकों की तेजी के साथ 5,998.84 पर और स्मॉलकैप 4.45 अंकों की तेजी के साथ 6,385.72 पर बंद हुआ। बीएसई के 13 में से सिर्फ एक सेक्टर स्वास्थ्य सेवा (0.01 फीसदी) में तेजी रही।टिप्पणियां बीएसई में गिरावट वाले सेक्टरों में प्रमुख रहे धातु (1.39 फीसदी), बिजली (1.33 फीसदी), तेल एवं गैस (1.31 फीसदी), रियल्टी (1.27 फीसदी) और वाहन (1.23 फीसदी)। बीएसई में कारोबार का रुझान नकारात्मक रहा। कुल 1380 शेयरों में तेजी और 1419 में गिरावट रही, जबकि 131 शेयरों के भाव में बदलाव नहीं हुआ। सेंसेक्स के 30 में से पांच शेयरों सिप्ला (1.64 फीसदी), एचडीएफसी (1.31 फीसदी), भारती एयरटेल (1.22 फीसदी), एसबीआई (0.26 फीसदी) और ओएनजीसी (0.16 फीसदी) में तेजी रही। सेंसेक्स में गिरावट वाले शेयरों में प्रमुख रहे हिंडाल्को इंडस्ट्रीज (2.21 फीसदी), कोल इंडिया (2.15 फीसदी), भेल (2.10 फीसदी), हीरो मोटोकॉर्प (2.02 फीसदी) और स्टरलाइट इंडस्ट्रीज (1.99 फीसदी)। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 16.85 अंकों की गिरावट के साथ 5,298.20 पर खुला। दिन के कारोबार में निफ्टी ने 5,303.25 के ऊपरी और 5,238.90 के निचले स्तर को छुआ। बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में तेजी का रुख रहा। मिडकैप 2.84 अंकों की तेजी के साथ 5,998.84 पर और स्मॉलकैप 4.45 अंकों की तेजी के साथ 6,385.72 पर बंद हुआ। बीएसई के 13 में से सिर्फ एक सेक्टर स्वास्थ्य सेवा (0.01 फीसदी) में तेजी रही।टिप्पणियां बीएसई में गिरावट वाले सेक्टरों में प्रमुख रहे धातु (1.39 फीसदी), बिजली (1.33 फीसदी), तेल एवं गैस (1.31 फीसदी), रियल्टी (1.27 फीसदी) और वाहन (1.23 फीसदी)। बीएसई में कारोबार का रुझान नकारात्मक रहा। कुल 1380 शेयरों में तेजी और 1419 में गिरावट रही, जबकि 131 शेयरों के भाव में बदलाव नहीं हुआ। सेंसेक्स में गिरावट वाले शेयरों में प्रमुख रहे हिंडाल्को इंडस्ट्रीज (2.21 फीसदी), कोल इंडिया (2.15 फीसदी), भेल (2.10 फीसदी), हीरो मोटोकॉर्प (2.02 फीसदी) और स्टरलाइट इंडस्ट्रीज (1.99 फीसदी)। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 16.85 अंकों की गिरावट के साथ 5,298.20 पर खुला। दिन के कारोबार में निफ्टी ने 5,303.25 के ऊपरी और 5,238.90 के निचले स्तर को छुआ। बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में तेजी का रुख रहा। मिडकैप 2.84 अंकों की तेजी के साथ 5,998.84 पर और स्मॉलकैप 4.45 अंकों की तेजी के साथ 6,385.72 पर बंद हुआ। बीएसई के 13 में से सिर्फ एक सेक्टर स्वास्थ्य सेवा (0.01 फीसदी) में तेजी रही।टिप्पणियां बीएसई में गिरावट वाले सेक्टरों में प्रमुख रहे धातु (1.39 फीसदी), बिजली (1.33 फीसदी), तेल एवं गैस (1.31 फीसदी), रियल्टी (1.27 फीसदी) और वाहन (1.23 फीसदी)। बीएसई में कारोबार का रुझान नकारात्मक रहा। कुल 1380 शेयरों में तेजी और 1419 में गिरावट रही, जबकि 131 शेयरों के भाव में बदलाव नहीं हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 16.85 अंकों की गिरावट के साथ 5,298.20 पर खुला। दिन के कारोबार में निफ्टी ने 5,303.25 के ऊपरी और 5,238.90 के निचले स्तर को छुआ। बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में तेजी का रुख रहा। मिडकैप 2.84 अंकों की तेजी के साथ 5,998.84 पर और स्मॉलकैप 4.45 अंकों की तेजी के साथ 6,385.72 पर बंद हुआ। बीएसई के 13 में से सिर्फ एक सेक्टर स्वास्थ्य सेवा (0.01 फीसदी) में तेजी रही।टिप्पणियां बीएसई में गिरावट वाले सेक्टरों में प्रमुख रहे धातु (1.39 फीसदी), बिजली (1.33 फीसदी), तेल एवं गैस (1.31 फीसदी), रियल्टी (1.27 फीसदी) और वाहन (1.23 फीसदी)। बीएसई में कारोबार का रुझान नकारात्मक रहा। कुल 1380 शेयरों में तेजी और 1419 में गिरावट रही, जबकि 131 शेयरों के भाव में बदलाव नहीं हुआ। बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में तेजी का रुख रहा। मिडकैप 2.84 अंकों की तेजी के साथ 5,998.84 पर और स्मॉलकैप 4.45 अंकों की तेजी के साथ 6,385.72 पर बंद हुआ। बीएसई के 13 में से सिर्फ एक सेक्टर स्वास्थ्य सेवा (0.01 फीसदी) में तेजी रही।टिप्पणियां बीएसई में गिरावट वाले सेक्टरों में प्रमुख रहे धातु (1.39 फीसदी), बिजली (1.33 फीसदी), तेल एवं गैस (1.31 फीसदी), रियल्टी (1.27 फीसदी) और वाहन (1.23 फीसदी)। बीएसई में कारोबार का रुझान नकारात्मक रहा। कुल 1380 शेयरों में तेजी और 1419 में गिरावट रही, जबकि 131 शेयरों के भाव में बदलाव नहीं हुआ। बीएसई के 13 में से सिर्फ एक सेक्टर स्वास्थ्य सेवा (0.01 फीसदी) में तेजी रही।टिप्पणियां बीएसई में गिरावट वाले सेक्टरों में प्रमुख रहे धातु (1.39 फीसदी), बिजली (1.33 फीसदी), तेल एवं गैस (1.31 फीसदी), रियल्टी (1.27 फीसदी) और वाहन (1.23 फीसदी)। बीएसई में कारोबार का रुझान नकारात्मक रहा। कुल 1380 शेयरों में तेजी और 1419 में गिरावट रही, जबकि 131 शेयरों के भाव में बदलाव नहीं हुआ। बीएसई में गिरावट वाले सेक्टरों में प्रमुख रहे धातु (1.39 फीसदी), बिजली (1.33 फीसदी), तेल एवं गैस (1.31 फीसदी), रियल्टी (1.27 फीसदी) और वाहन (1.23 फीसदी)। बीएसई में कारोबार का रुझान नकारात्मक रहा। कुल 1380 शेयरों में तेजी और 1419 में गिरावट रही, जबकि 131 शेयरों के भाव में बदलाव नहीं हुआ। बीएसई में कारोबार का रुझान नकारात्मक रहा। कुल 1380 शेयरों में तेजी और 1419 में गिरावट रही, जबकि 131 शेयरों के भाव में बदलाव नहीं हुआ।
कुडनकुलम-1 अगले महीने परिचालित हो जाएगा : मनमोहन सिंह
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा है कि तमिलनाडु में कुडनकुलम परमाणु संयंत्र की इकाई-1 का परिचालन अगले महीने से आरंभ हो जाएगा। ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से इतर बीती रात प्रधानमंत्री ने रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन को यह भरोसा दिलाया।
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा है कि तमिलनाडु में कुडनकुलम परमाणु संयंत्र की इकाई-1 का परिचालन अगले महीने से आरंभ हो जाएगा। ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से इतर बीती रात प्रधानमंत्री ने रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन को यह भरोसा दिलाया। सिंह ने पुतिन से कहा, ‘‘मुझे आपको यह जानकारी देते हुए खुशी हो रही है कि कुडनकुलम-1 का परिचालन अगले महीने से शुरू हो जाएगा। इकाई-3 और इकाई-4 को सभी तरह की आंतरिक अनुमति मिल चुकी है और हम उम्मीद करते हैं कि इनका भी परिचालन शुरू हो जाएगा।’’ पुतिन के साथ मुलाकात के समय प्रधानमंत्री के साथ वित्तमंत्री पी चिदंबरम, वाणिज्य मंत्री आनंद शर्मा और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मेनन मौजूद थे। तमिलनाडु के तिरूनेवेली जिले में स्थित कुडनकुलम परमाणु ऊर्जा संयंत्र विवाद में रहा है, क्योंकि स्थानीय लोग इसके विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं। बीते साल जापान में फुकुशिमा परमाणु त्रासदी के बाद विरोध प्रदर्शन और तेज हो गया था। टिप्पणियां सिंह ने द्विपक्षीय आर्थिक सहयोग के मुद्दे पर कहा कि मौजूदा स्थिति पर दोनों देश संतुष्ट नहीं हो सकते। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार को निर्देशित किया है कि वह रूस के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार एवं रणनीतिक कार्यक्रम के जिम्मेदार लोगों के साथ संपर्क में रहें।’’ ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से इतर बीती रात प्रधानमंत्री ने रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन को यह भरोसा दिलाया। सिंह ने पुतिन से कहा, ‘‘मुझे आपको यह जानकारी देते हुए खुशी हो रही है कि कुडनकुलम-1 का परिचालन अगले महीने से शुरू हो जाएगा। इकाई-3 और इकाई-4 को सभी तरह की आंतरिक अनुमति मिल चुकी है और हम उम्मीद करते हैं कि इनका भी परिचालन शुरू हो जाएगा।’’ पुतिन के साथ मुलाकात के समय प्रधानमंत्री के साथ वित्तमंत्री पी चिदंबरम, वाणिज्य मंत्री आनंद शर्मा और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मेनन मौजूद थे। तमिलनाडु के तिरूनेवेली जिले में स्थित कुडनकुलम परमाणु ऊर्जा संयंत्र विवाद में रहा है, क्योंकि स्थानीय लोग इसके विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं। बीते साल जापान में फुकुशिमा परमाणु त्रासदी के बाद विरोध प्रदर्शन और तेज हो गया था। टिप्पणियां सिंह ने द्विपक्षीय आर्थिक सहयोग के मुद्दे पर कहा कि मौजूदा स्थिति पर दोनों देश संतुष्ट नहीं हो सकते। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार को निर्देशित किया है कि वह रूस के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार एवं रणनीतिक कार्यक्रम के जिम्मेदार लोगों के साथ संपर्क में रहें।’’ सिंह ने पुतिन से कहा, ‘‘मुझे आपको यह जानकारी देते हुए खुशी हो रही है कि कुडनकुलम-1 का परिचालन अगले महीने से शुरू हो जाएगा। इकाई-3 और इकाई-4 को सभी तरह की आंतरिक अनुमति मिल चुकी है और हम उम्मीद करते हैं कि इनका भी परिचालन शुरू हो जाएगा।’’ पुतिन के साथ मुलाकात के समय प्रधानमंत्री के साथ वित्तमंत्री पी चिदंबरम, वाणिज्य मंत्री आनंद शर्मा और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मेनन मौजूद थे। तमिलनाडु के तिरूनेवेली जिले में स्थित कुडनकुलम परमाणु ऊर्जा संयंत्र विवाद में रहा है, क्योंकि स्थानीय लोग इसके विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं। बीते साल जापान में फुकुशिमा परमाणु त्रासदी के बाद विरोध प्रदर्शन और तेज हो गया था। टिप्पणियां सिंह ने द्विपक्षीय आर्थिक सहयोग के मुद्दे पर कहा कि मौजूदा स्थिति पर दोनों देश संतुष्ट नहीं हो सकते। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार को निर्देशित किया है कि वह रूस के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार एवं रणनीतिक कार्यक्रम के जिम्मेदार लोगों के साथ संपर्क में रहें।’’ पुतिन के साथ मुलाकात के समय प्रधानमंत्री के साथ वित्तमंत्री पी चिदंबरम, वाणिज्य मंत्री आनंद शर्मा और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मेनन मौजूद थे। तमिलनाडु के तिरूनेवेली जिले में स्थित कुडनकुलम परमाणु ऊर्जा संयंत्र विवाद में रहा है, क्योंकि स्थानीय लोग इसके विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं। बीते साल जापान में फुकुशिमा परमाणु त्रासदी के बाद विरोध प्रदर्शन और तेज हो गया था। टिप्पणियां सिंह ने द्विपक्षीय आर्थिक सहयोग के मुद्दे पर कहा कि मौजूदा स्थिति पर दोनों देश संतुष्ट नहीं हो सकते। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार को निर्देशित किया है कि वह रूस के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार एवं रणनीतिक कार्यक्रम के जिम्मेदार लोगों के साथ संपर्क में रहें।’’ तमिलनाडु के तिरूनेवेली जिले में स्थित कुडनकुलम परमाणु ऊर्जा संयंत्र विवाद में रहा है, क्योंकि स्थानीय लोग इसके विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं। बीते साल जापान में फुकुशिमा परमाणु त्रासदी के बाद विरोध प्रदर्शन और तेज हो गया था। टिप्पणियां सिंह ने द्विपक्षीय आर्थिक सहयोग के मुद्दे पर कहा कि मौजूदा स्थिति पर दोनों देश संतुष्ट नहीं हो सकते। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार को निर्देशित किया है कि वह रूस के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार एवं रणनीतिक कार्यक्रम के जिम्मेदार लोगों के साथ संपर्क में रहें।’’ सिंह ने द्विपक्षीय आर्थिक सहयोग के मुद्दे पर कहा कि मौजूदा स्थिति पर दोनों देश संतुष्ट नहीं हो सकते। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार को निर्देशित किया है कि वह रूस के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार एवं रणनीतिक कार्यक्रम के जिम्मेदार लोगों के साथ संपर्क में रहें।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैंने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार को निर्देशित किया है कि वह रूस के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार एवं रणनीतिक कार्यक्रम के जिम्मेदार लोगों के साथ संपर्क में रहें।’’
शक था तो पति ने पत्नी पर चढ़ा दी कार, सीसीटीवी में कैद हो गया पूरा वाकया
पति से 20 साल छोटी थी पत्नी पति को पत्नी पर शक था इसलिए कार चढ़ा दी पत्नी बच गई लेकिन पैर में तीन फ्रैक्टर हुए
गुजरात के आर्किटेक्ट हेमराज कामदार ने अपनी पत्नी केयूरी पर कार चढ़ाने की कोशिश की जिसमें पत्नी केयूरी बेन घायल हो गईं। पत्नी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है जबकि पति को जेल भेज दिया गया है। पुलिस फरियाद के मुताबिक, हेमराज ने खुद से 20 छोटी केयूरी से प्रेम विवाह किया था। कुछ साल ठीक चला बाद में पति को पत्नी पर शक होने लगा था। कल इसी शंका में पति हेमराज ने पत्नी पर कार चढ़ाने की कोशिश की जो सीसीटीवी में भी कैद हो गई। फिलहाल पति हेमराज हवालात में है। पत्नी को पांव में तीन फ्रेक्चर हुए हैं। पुलिस फरियाद के मुताबिक, हेमराज ने खुद से 20 छोटी केयूरी से प्रेम विवाह किया था। कुछ साल ठीक चला बाद में पति को पत्नी पर शक होने लगा था। कल इसी शंका में पति हेमराज ने पत्नी पर कार चढ़ाने की कोशिश की जो सीसीटीवी में भी कैद हो गई। फिलहाल पति हेमराज हवालात में है। पत्नी को पांव में तीन फ्रेक्चर हुए हैं।
कांटीनेंटल समूह खरीदेगा मोदी टायर्स को
दुनिया की चौथी सबसे बड़ी जर्मनी की टायर कम्पनी कांटीनेंटल समूह ने मोदी रबर की टायर इकाई को खरीदने के लिए समझौता किया है।
दुनिया की चौथी सबसे बड़ी जर्मनी की टायर कम्पनी कांटीनेंटल समूह ने मोदी रबर की टायर इकाई को खरीदने के लिए समझौता किया है। भारतीय कंपनी ने सोमवार को एक बयान में कहा, मोदी रबर लिमिटेड ने कांटीनेंटल समूह के साथ अपनी सहायक इकाई मोदी टायर्स कंपनी लिमिटेड में 100 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने के लिए समझौता किया है। कंपनी ने हालांकि समझौते से संबंधित वित्तीय जानकारी नहीं दी। बयान के अनुसार, समझौता लागू हो जाने के बाद मोदी टायर्स कंपनी लिमिटेड कांटीनेंटल समूह की सहायक इकाई बन जाएगी। मोदी टायर्स का पहले ही कांटीनेंटल एजी के साथ प्रौद्योगिकी सहयोग का समझौता है, जिसके तहत जर्मनी के बस एवं ट्रक के टायर उत्तर प्रदेश में मोदीपुरम के मोदी टायर्स प्लांट में तैयार होते हैं।
ट्विटर की राह पर फेसबुक, शामिल किया 'हैशटैग'
प्रशंसकों में लोकप्रिय बने रहने के लिए नित नए परिवर्तनों से गुजर रही दुनिया की सबसे लोकप्रिय सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट फेसबुक अब ट्विटर तथा अन्य सोशल नेटवर्किंग वेबसाइटों की प्रमुख विशेषताओं को अपने साथ जोड़ रही है।
प्रशंसकों में लोकप्रिय बने रहने के लिए नित नए परिवर्तनों से गुजर रही दुनिया की सबसे लोकप्रिय सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट फेसबुक अब ट्विटर तथा अन्य सोशल नेटवर्किंग वेबसाइटों की प्रमुख विशेषताओं को अपने साथ जोड़ रही है। इस कड़ी में उसने अपनी वेबसाइट पर 'हैशटैग' और चर्चित हस्तियों के पेज को 'वेरिफाई' करने की सुविधा प्रदान की है। विश्व के 100 करोड़ से अधिक लोगों के दिलों पर राज करने वाली फेसबुक ने अपने ब्लॉग पर घोषणा की कि वह अपने यूजर्स को हैशटैग बनाने और उस पर क्लिक करने की सुविधा दे रही है। यह सुविधा उसी तरह से है, जैसे इंस्टाग्राम, ट्विटर, टंबलर, या पिंटरेस्ट पर मौजूद है। उल्लेखनीय है कि 'हैशटैग' का इस्तेमाल सोशल नेटवर्किंग वेबसाइटों पर किसी विषय पर सार्वजनिक बहस में भाग लेने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। अन्य लोगों को क्लिक करने और अपनी मनपसंद विषयवस्तु सर्च करने तथा उस विषय में अन्य लोग क्या कह रहे हैं, इसको जानने के लिए 'हैशटैग' की मदद ली जाती है। वेबसाइट ने कहा है कि फेसबुक के सदस्य अपने सर्च बार में जाकर मनपसंद हैशटैग सर्च कर सकते हैं। इसमें उस सदस्य के मित्रों द्वारा बनाया गया हैशटैग और अन्य लोगों द्वारा सार्वजनिक किए गए हैशटैग विषय देखे जा सकते हैं। इस नए बदलाव से फेसबुक के पेज व्यापक बहस का हिस्सा बन सकेंगे।टिप्पणियां इस नए बदलाव पर फेसबुक ने कहा, हम कई नई सुविधाएं लाने जा रहे हैं, जिससे यूजर सार्वजनिक कार्यक्रमों, लोगों और विषयों पर चर्चा कर सकेंगे। इस दिशा में पहले कदम के रूप में हमने फेसबुक पर हैशटैग की सुविधा शुरू की है। इससे पहले फेसबुक ने ट्विटर की तरह से लोगों को चर्चित हस्तियों और अन्य हाई प्रोफाइल लोगों तथा लोकप्रिय ब्रांडों के आधिकारिक अकाउंट ढूंढने में मदद करने के लिए 'वेरिफाइड पेज' की सुविधा शुरू की थी। फेसबुक ने हिन्दी फिल्मों के महानायक अमिताभ बच्चन, सलमान खान, सचिन तेंदुलकर, गायिका श्रेया घोषाल, गायक सोनू निगम, क्रिकेटर विराट कोहली, महान संगीतकार एआर रहमान, बैटमिंटन स्टार साइना नेहवाल, दीपिका पादुकोण जैसी चर्चित भारतीय हस्तियों के आधिकारिक फेसबुक पेज को 'वेरिफाइड' कर दिया है। विश्व के 100 करोड़ से अधिक लोगों के दिलों पर राज करने वाली फेसबुक ने अपने ब्लॉग पर घोषणा की कि वह अपने यूजर्स को हैशटैग बनाने और उस पर क्लिक करने की सुविधा दे रही है। यह सुविधा उसी तरह से है, जैसे इंस्टाग्राम, ट्विटर, टंबलर, या पिंटरेस्ट पर मौजूद है। उल्लेखनीय है कि 'हैशटैग' का इस्तेमाल सोशल नेटवर्किंग वेबसाइटों पर किसी विषय पर सार्वजनिक बहस में भाग लेने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। अन्य लोगों को क्लिक करने और अपनी मनपसंद विषयवस्तु सर्च करने तथा उस विषय में अन्य लोग क्या कह रहे हैं, इसको जानने के लिए 'हैशटैग' की मदद ली जाती है। वेबसाइट ने कहा है कि फेसबुक के सदस्य अपने सर्च बार में जाकर मनपसंद हैशटैग सर्च कर सकते हैं। इसमें उस सदस्य के मित्रों द्वारा बनाया गया हैशटैग और अन्य लोगों द्वारा सार्वजनिक किए गए हैशटैग विषय देखे जा सकते हैं। इस नए बदलाव से फेसबुक के पेज व्यापक बहस का हिस्सा बन सकेंगे।टिप्पणियां इस नए बदलाव पर फेसबुक ने कहा, हम कई नई सुविधाएं लाने जा रहे हैं, जिससे यूजर सार्वजनिक कार्यक्रमों, लोगों और विषयों पर चर्चा कर सकेंगे। इस दिशा में पहले कदम के रूप में हमने फेसबुक पर हैशटैग की सुविधा शुरू की है। इससे पहले फेसबुक ने ट्विटर की तरह से लोगों को चर्चित हस्तियों और अन्य हाई प्रोफाइल लोगों तथा लोकप्रिय ब्रांडों के आधिकारिक अकाउंट ढूंढने में मदद करने के लिए 'वेरिफाइड पेज' की सुविधा शुरू की थी। फेसबुक ने हिन्दी फिल्मों के महानायक अमिताभ बच्चन, सलमान खान, सचिन तेंदुलकर, गायिका श्रेया घोषाल, गायक सोनू निगम, क्रिकेटर विराट कोहली, महान संगीतकार एआर रहमान, बैटमिंटन स्टार साइना नेहवाल, दीपिका पादुकोण जैसी चर्चित भारतीय हस्तियों के आधिकारिक फेसबुक पेज को 'वेरिफाइड' कर दिया है। उल्लेखनीय है कि 'हैशटैग' का इस्तेमाल सोशल नेटवर्किंग वेबसाइटों पर किसी विषय पर सार्वजनिक बहस में भाग लेने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। अन्य लोगों को क्लिक करने और अपनी मनपसंद विषयवस्तु सर्च करने तथा उस विषय में अन्य लोग क्या कह रहे हैं, इसको जानने के लिए 'हैशटैग' की मदद ली जाती है। वेबसाइट ने कहा है कि फेसबुक के सदस्य अपने सर्च बार में जाकर मनपसंद हैशटैग सर्च कर सकते हैं। इसमें उस सदस्य के मित्रों द्वारा बनाया गया हैशटैग और अन्य लोगों द्वारा सार्वजनिक किए गए हैशटैग विषय देखे जा सकते हैं। इस नए बदलाव से फेसबुक के पेज व्यापक बहस का हिस्सा बन सकेंगे।टिप्पणियां इस नए बदलाव पर फेसबुक ने कहा, हम कई नई सुविधाएं लाने जा रहे हैं, जिससे यूजर सार्वजनिक कार्यक्रमों, लोगों और विषयों पर चर्चा कर सकेंगे। इस दिशा में पहले कदम के रूप में हमने फेसबुक पर हैशटैग की सुविधा शुरू की है। इससे पहले फेसबुक ने ट्विटर की तरह से लोगों को चर्चित हस्तियों और अन्य हाई प्रोफाइल लोगों तथा लोकप्रिय ब्रांडों के आधिकारिक अकाउंट ढूंढने में मदद करने के लिए 'वेरिफाइड पेज' की सुविधा शुरू की थी। फेसबुक ने हिन्दी फिल्मों के महानायक अमिताभ बच्चन, सलमान खान, सचिन तेंदुलकर, गायिका श्रेया घोषाल, गायक सोनू निगम, क्रिकेटर विराट कोहली, महान संगीतकार एआर रहमान, बैटमिंटन स्टार साइना नेहवाल, दीपिका पादुकोण जैसी चर्चित भारतीय हस्तियों के आधिकारिक फेसबुक पेज को 'वेरिफाइड' कर दिया है। वेबसाइट ने कहा है कि फेसबुक के सदस्य अपने सर्च बार में जाकर मनपसंद हैशटैग सर्च कर सकते हैं। इसमें उस सदस्य के मित्रों द्वारा बनाया गया हैशटैग और अन्य लोगों द्वारा सार्वजनिक किए गए हैशटैग विषय देखे जा सकते हैं। इस नए बदलाव से फेसबुक के पेज व्यापक बहस का हिस्सा बन सकेंगे।टिप्पणियां इस नए बदलाव पर फेसबुक ने कहा, हम कई नई सुविधाएं लाने जा रहे हैं, जिससे यूजर सार्वजनिक कार्यक्रमों, लोगों और विषयों पर चर्चा कर सकेंगे। इस दिशा में पहले कदम के रूप में हमने फेसबुक पर हैशटैग की सुविधा शुरू की है। इससे पहले फेसबुक ने ट्विटर की तरह से लोगों को चर्चित हस्तियों और अन्य हाई प्रोफाइल लोगों तथा लोकप्रिय ब्रांडों के आधिकारिक अकाउंट ढूंढने में मदद करने के लिए 'वेरिफाइड पेज' की सुविधा शुरू की थी। फेसबुक ने हिन्दी फिल्मों के महानायक अमिताभ बच्चन, सलमान खान, सचिन तेंदुलकर, गायिका श्रेया घोषाल, गायक सोनू निगम, क्रिकेटर विराट कोहली, महान संगीतकार एआर रहमान, बैटमिंटन स्टार साइना नेहवाल, दीपिका पादुकोण जैसी चर्चित भारतीय हस्तियों के आधिकारिक फेसबुक पेज को 'वेरिफाइड' कर दिया है। इस नए बदलाव पर फेसबुक ने कहा, हम कई नई सुविधाएं लाने जा रहे हैं, जिससे यूजर सार्वजनिक कार्यक्रमों, लोगों और विषयों पर चर्चा कर सकेंगे। इस दिशा में पहले कदम के रूप में हमने फेसबुक पर हैशटैग की सुविधा शुरू की है। इससे पहले फेसबुक ने ट्विटर की तरह से लोगों को चर्चित हस्तियों और अन्य हाई प्रोफाइल लोगों तथा लोकप्रिय ब्रांडों के आधिकारिक अकाउंट ढूंढने में मदद करने के लिए 'वेरिफाइड पेज' की सुविधा शुरू की थी। फेसबुक ने हिन्दी फिल्मों के महानायक अमिताभ बच्चन, सलमान खान, सचिन तेंदुलकर, गायिका श्रेया घोषाल, गायक सोनू निगम, क्रिकेटर विराट कोहली, महान संगीतकार एआर रहमान, बैटमिंटन स्टार साइना नेहवाल, दीपिका पादुकोण जैसी चर्चित भारतीय हस्तियों के आधिकारिक फेसबुक पेज को 'वेरिफाइड' कर दिया है। फेसबुक ने हिन्दी फिल्मों के महानायक अमिताभ बच्चन, सलमान खान, सचिन तेंदुलकर, गायिका श्रेया घोषाल, गायक सोनू निगम, क्रिकेटर विराट कोहली, महान संगीतकार एआर रहमान, बैटमिंटन स्टार साइना नेहवाल, दीपिका पादुकोण जैसी चर्चित भारतीय हस्तियों के आधिकारिक फेसबुक पेज को 'वेरिफाइड' कर दिया है।
कोई नहीं पहुंच सका साईं बाबा की प्रसिद्धि तक
भारत में अनेक आध्यात्मिक संत हुए हैं, लेकिन माना जाता है कि सत्य साईं बाबा के नाम और प्रसिद्धि की बराबरी शायद ही कोई कर सके।
आम आदमी से लेकर राष्ट्रपति तक उनके भक्तों में शामिल रहे हैं, लेकिन पुट्टपर्थी के सत्य साईं बाबा के आध्यात्मिक प्रभाव के साथ ही उनसे विवाद भी जुड़े रहे हैं। भारत में अनेक आध्यात्मिक संत हुए हैं, लेकिन माना जाता है कि सत्य साईं बाबा के नाम और प्रसिद्धि की बराबरी शायद ही कोई कर सके। सत्य साईं बाबा का असर पूरी दुनिया में फैला हुआ है और भारत के अलावा विदेश में भी उनके लाखों भक्त हैं। बाबा के नामचीन भक्तों में प्रधानमंत्री, केंद्रीय मंत्री, राज्यपाल, मुख्यमंत्री समेत आला दर्जे के नेता, फिल्मी सितारे, उद्योगपति और खिलाड़ी शामिल रहे हैं। आंध्र प्रदेश के अनंतपुर जिले में पुट्टपर्थी गांव में एक सामान्य परिवार में 23 नवंबर, 1926 को जन्मे सत्यनारायण राजू ने शिरडी के साईबाबा के पुनर्जन्म की धारणा के साथ ही सत्य साईबाबा के रूप में पूरी दुनिया में ख्याति अर्जित की। आंध्र प्रदेश का छोटा सा गांव पुट्टपर्थी अंतरराष्ट्रीय नक्शे पर छा गया और इसकी वजह है कि बाबा के आध्यात्मिक स्थल प्रशांति निलयम में दिन रात विदेशी भक्त आते जाते रहे हैं। इस कस्बे में एक विशेष हवाई अड्डे पर दुनिया के अनेक हिस्सों से बाबा के भक्तों के चार्टर्ड विमान उतरते रहे हैं। प्रारंभिक जीवन में सत्यनारायण राजू को असामान्य प्रतिभा वाले परोपकारी बालक की संज्ञा दी गई। नाटक, संगीत, नृत्य और लेखन प्रतिभा वाले इस बालक ने अनेक कविताएं और नाटक लिखे। गायक के रूप में भी उनकी पहचान बनी और उनके भजनों की अनेक सीडी आईं। सत्यनारायण राजू ने 20 अक्टूबर, 1940 को 14 साल की उम्र में खुद को शिरडी वाले साईं बाबा का अवतार कहा। जब भी वह शिरडी साईं बाबा की बात करते थे, तो उन्हें अपना पूर्व शरीर कहते थे। सत्य साईं बाबा अपने चमत्कारों के लिए भी प्रसिद्ध रहे और वह हवा में से अनेक चीजें प्रकट कर देते थे और इसके चलते उनके आलोचक उनके खिलाफ प्रचार करते रहे। सत्य साईं बाबा के आश्रम में कथित स्कैंडलों की भी खबरें सामने आईं। उनके खिलाफ यौन व्यवहार संबंधी सवाल भी खड़े होते रहे, लेकिन उन्होंने व उनके भक्तों ने इसे उनके विरोधियों की साजिश कहकर खारिज किया। उनके करीबी सहयोगियों ने ही 6 जून, 1993 को कथित तौर पर उन्हें जान से मारने की भी कोशिश की। 'प्रशांति निलयम' में बाबा के कक्ष में उनके छह शिष्यों की इसमें मौत हो गई। ये सभी बाबा के करीबी लोगों में से थे, जिनमें उनके निजी सहयोगी राधा कृष्ण मेनन भी शामिल थे। इस पूरे मामले की सचाई रहस्य में ही रही। सत्य साईं बाबा के अनुयायियों ने 1944 में पुट्टपर्थी में एक छोटा मंदिर बनवाया और 1950 में एक विशाल आश्रम बनाया गया, जो प्रशांति निलयम के तौर पर उनका स्थाई केंद्र बन गया। बाबा ने आध्यात्मिक उपदेशों के साथ ही सामाजिक क्षेत्र में भी अनेक सेवा कार्य किए। जिनकी शुरुआत पुट्टपर्थी में एक छोटे से अस्पताल के निर्माण के साथ हुई, जो अब 220 बिस्तर वाले सुपर स्पेशलिटी सत्य साईं इंस्टीट्यूट ऑफ हायर मेडिकल साइंसेस का रूप ले चुका है। इसके अलावा बेंगलुरु के बाहरी इलाके में 333 बिस्तर वाला एक और सुपर स्पेशलिटी अस्पताल एसएसआईएचएमएस खोला गया। यहां बाबा का ग्रीष्मकालीन केंद्र वृंदावन है। सत्य साईं सेंट्रल ट्रस्ट इन सभी सामाजिक सेवा गतिविधियों को देखता है और पुट्टपर्थी में सत्य साईं विश्वविद्यालय भी संचालित करता है। इसके अलावा यह ट्रस्ट अलग-अलग प्रदेशों में अनेक स्कूलों और डिस्पेंसरियों का भी संचालन करता है। सत्य साईं सेंट्रल ट्रस्ट ने आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और महाराष्ट्र में बड़ी जल आपूर्ति परियोजनाओं पर भी काम किया है। सत्य साईं सेवा संगठन के स्वयंसेवक आंध्र प्रदेश ही नहीं, बल्कि देश के अन्य हिस्सों में प्राकृतिक आपदाओं के वक्त राहत व पुनर्वास कार्यों में भी आगे से आगे सेवाकार्य करते देखे जा सकते हैं। सत्य साईं बाबा ने भारत में तीन मंदिर भी स्थापित किए, जिनमें मुंबई में धर्मक्षेत्र, हैदराबाद में शिवम और चेन्नई में सुंदरम हैं। इनके अलावा दुनियाभर के 114 देशों में सत्य साईं केंद्र स्थित हैं। सत्य साईं बाबा ने 1957 में उत्तर भारत के मंदिरों का भ्रमण किया और अपनी एक मात्र विदेश यात्रा पर 1968 में युगांडा गए। सत्य साईं बाबा ने 1963 में चार बार गंभीर हृदयाघात का सामना किया था। वर्ष 2005 से ही बाबा व्हीलचेयर पर थे और खराब स्वास्थ्य के कारण बहुत कम ही सार्वजनिक कार्यक्रमों में आते थे। वर्ष 2006 में बाबा को कूल्हे में फ्रैक्चर हो गया, जब लोहे के स्टूल पर खड़े एक विद्यार्थी के फिसलने से वह और स्टूल दोनों ही बाबा पर गिर गए। वह अपने भक्तों को कार से या पोर्ट चेयर से दर्शन देते थे।
इंडोनेशिया में ज्वालामुखी फटने से आयी भयंकर सुनामी, सैंकड़ों की मौत, कई लापता
लहरों की ऊंचाई 15 से 20 मीटर थी अब तक 62 लोगों की मौत मृतकों की संख्या में हो सकता है इजाफा
इंडोनेशिया के सुंडा जलडमरूमध्य में शनिवार रात ज्वालामुखी फटने के बाद आई सुनामी में मरने वालों की संख्या 281 हो गई है. स्थानीय प्रशासन के अनुसार अभी तक 800 से ज्यादा लोग लापता हैं. जिनकी तलाश के लिए अभियान चलाए जा रहे हैं. स्थानीय प्रशासन के मुताबिक सुनामी जिस समय आया उस समय बड़ी संख्या में पर्यटक बीच और तटवर्ती इलाके के आसपास थे. इस वजह से उन्हें बचने का ज्यादा समय नहीं मिल पाया. राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन एजेंसी ने बताया कि आपदा में 800 से ज्यादा लोगों के घायल होने की खबर है और कम से कम 80 लोग लापता हैं. एजेंसी ने बताया कि क्राकाटोआ ज्वालामुखी फटने के बाद शनिवार को स्थानीय समयानुसार रात 9:27 बजे दक्षिणी सुमात्रा और पश्चिमी जावा के पास समुद्र की ऊंची लहरें तटों को तोड़कर आगे बढ़ीं जिससे अनेक मकान नष्ट हो गए. लोगों को बचाने के लिए खोज और बचाव का काम तेज कर दिया गया है. इंडोनेशिया की मौसम विज्ञान और भूभौतिकी एजेंसी के वैज्ञानिकों ने कहा कि अनाक क्राकाटाओ ज्‍वालामुखी के फटने के बाद समुद्र के नीचे भूस्खलन सुनामी का कारण हो सकता है. उन्होंने लहरों के उफान का कारण पूर्णिमा के चंद्रमा को भी बताया. इंडोनेशिया की भूगर्भीय एजेंसी सुनामी की असली वजह पता लगाने में जुटी है. प्रत्यक्षदर्शियों ने सोशल मीडिया पर सुनामी का मंजर सोशल मीडिया पर बयां किया है. ओयस्टीन एंडरसन ने फेसबुक पर लिखा, ‘‘तट से गुजरते समय लहरों की ऊंचाई 15 से 20 मीटर थी, जिसकी वजह से हमें तट से भागना पड़ा.'' उसने कहा कि वह ज्वालामुखी की तस्वीरें ले रहा था कि अचानक तेज गति से आती एक बड़ी लहर दिखी. एंडरसन ने लिखा, "दूसरी लहर एक होटल में घुसी जहां हम रुके हुए थे. मैं परिवार के साथ किसी तरह जंगल और गांव के रास्ते बचने में कामयाब रहा, फिलहाल स्थानीय लोग हमारी देखभाल कर रहे हैं, शुक्र है कि हम सुरक्षित हैं." टीवी चैनलों पर जावा के पश्चिमी पट पर स्थित मशहूर कारिता बीच पर हुए नुकसान की तस्वीरें भी दिखाई जा रही हैं. प्रत्यक्षदर्शियों ने भी आंखों देखा मंजर बयान किया है. सुनामी के समय कारिता बीच पर मौजूद मुहम्मद बिनतांग ने बताया कि अचानक तेज लहरें उठने लगीं और अंधेरा छा गया. पंद्रह वर्षीय बिनतांग ने कहा, "हम रात करीब नौ बजे यहां आए थे कि अचानक तेज लहरें उठने लगीं, अंधेरा छा गया और बिजली चली गई.'' सुनामी का सबसे ज्यादा प्रभाव जावा के बांतेन प्रांत के पांडेंगलांग क्षेत्र में पड़ा है. राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन एजेंसी के प्रवक्ता सुतोपो पुर्वो नुग्रोहो ने कहा कि अब तक आपदा में 281 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई है और अन्य 80 लोग लापता हैं तथा 800 लोग घायल हुए हैं. उन्होंने कहा कि हताहत होने वाले लोगों की संख्या में और इजाफा हो सकता है क्योंकि सभी प्रभावित क्षेत्रों तक संपर्क नहीं हो सका है. नुग्रोहो ने कहा कि खोज और बचाव के लिये बुरी तरह प्रभावित इलाकों में भारी मात्रा में उपकरण भेजे जा रहे हैं.   The death toll from a volcano-triggered #tsunami in #Indonesia has risen to 281, with more than 1,000 people injured, reports AFP (file pic) pic.twitter.com/71DB086erU   इंडोनेशिया की भूगर्भीय एजेंसी के मुताबिक अनाक क्राकाटोआ ज्वालामुखी में बीते कुछ दिनों से राख उठने की वजह से कुछ हरकत होने के संकेत मिल रहे थे. इसके अलावा दक्षिणी सुमात्रा के बांदर लामपंग शहर में सैकड़ों लोगों को गवर्नर के कार्यालय में शरण लेनी पड़ी है. भूभौतिकी एजेंसी ने कहा कि हिंद महासागर और जावा समुद्र को जोड़ने वाले सुंडा जलडमरूमध्य में सुनामी आने से करीब 24 मिनट पहले अनाक क्राकाटाओ ज्वालामुखी फटा था. देश की राजधानी जकार्ता से करीब 200 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में 305 मीटर ऊंचा ज्वालामुखी जून से ही फटना शुरू हो गया था. अधिकारियों ने ज्वालामुखी के गड्ढे से दो किलोमीटर तक के क्षेत्र को प्रतिबंधित जोन घोषित कर लोगों को वहां नहीं जाने का परामर्श जारी किया था. इससे पहले सितंबर में सुलावेसी द्वीप पर पालू शहर में आए भूकंप और सुनामी में करीब 2,500 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी.
जब कैमरे को देखकर ऐश्वर्या राय की बेटी आराध्या ने किया कैटवॉक, देखें Photos
मेलबर्न से लौटीं ऐश्वर्या, बेटी के साथ एयरपोर्ट पर हुईं स्पॉट एयरपोर्ट पर आराध्या ने दिए क्यूट एक्सप्रेशन, कैटवॉक करती दिखीं! IFFM 2017 में बेटी आराध्या के साथ ऐश्वर्या ने फहराया तिरंगा
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जम्मू-कश्मीर के सोपोर में मुठभेड़, 3 आतंकवादी ढेर, 1 जवान घायल
जम्मू-कश्मीर के सोपोर में आतंकियों से सुरक्षाबलों की मुठभेड़ 3 आतंकी मार गिराए, हालांकि 1 जवान घायल आतंकियों के पास से 3 एके47 बरामद हुई है
शनिवार को कश्मीर के बारामूला के सोपोर इलाके के अमरगढ़ में सुरक्षाबलों ने तीन आतंकियों को मार गिराया. मारे गए आतंकियों के पास से तीन एके 47 राइफल्स मिले हैं. साथ ही और भी कई हथियार मिले हैं. अभी तक मिली जानकारी के मुताबिक इनमें से एक पाकिस्तान का और दो स्थानीय आतंकी है. शुक्रवार देर रात दो बजे सेना , पुलिस और सीआरपीएफ ने पक्की खुफिया सूचना के आधार पर पर पहले कासो यानी कार्डन एंड सर्च ऑपरेशन चलाया. इलके अंतर्गत जिस इलाके में संदेह होता है वहां पर सुरक्षाबल पूरे गांव को घेर कर  तलाशी लेते है. इसी दौरान सुरक्षाबलों को एक घर से आतंकियों के छुपे होने का पता चला. इसके बाद सुरक्षाबलों और आतंकियों के साथ करीब तीन घंटे मुठभेड़ चली. सुरक्षाबलों के फायरिंग में तीनों आतंकी मारे गए. इस कार्रवाई में पुलिस का एक जवान  घायल हुआ है. यह भी पढ़ें- नरेंद्र मोदी के सत्ता में आने के बाद से सैन्य प्रतिष्ठानों पर हुए 10 हमले दक्षिण कश्मीर की तरह उत्तरी कश्मीर में सुरक्षाबल आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन ऑल आउट चला रहे हैं. उत्तरी कश्मीर में विदेश आतंकियों की तदाद ज्यादा है जबकि दक्षिण कश्मीर में स्थानीय आतंकियों की संख्या अधिक है.टिप्पणियां यह भी पढ़ें- जम्मू-कश्मीर में बुर्का पहने आतंकवादियों ने लूटा बैंक, CCTV में कैद हुई वारदात  वीडियो : जम्मू कश्मीर के सोपोर में तीन आतंकी ढेरशुक्रवार को सुरक्षाबलों ने अनंतनाग में एक और उससे पहले  गुरुवार को कुलगाम दो आतंकी ढ़ेर कर चुकी है. पिछले सात महीने में करीब 120 आतंकी मारे जा चुके हैं. आतंकियों के टॉप कमांडर भी एक एक करके मारे जा रहे हैं. एक अनुमान के मुताबिक माना जाता है कि अभी कश्मीर में दो सौ के करीब आतंकी सक्रिय है.   शुक्रवार देर रात दो बजे सेना , पुलिस और सीआरपीएफ ने पक्की खुफिया सूचना के आधार पर पर पहले कासो यानी कार्डन एंड सर्च ऑपरेशन चलाया. इलके अंतर्गत जिस इलाके में संदेह होता है वहां पर सुरक्षाबल पूरे गांव को घेर कर  तलाशी लेते है. इसी दौरान सुरक्षाबलों को एक घर से आतंकियों के छुपे होने का पता चला. इसके बाद सुरक्षाबलों और आतंकियों के साथ करीब तीन घंटे मुठभेड़ चली. सुरक्षाबलों के फायरिंग में तीनों आतंकी मारे गए. इस कार्रवाई में पुलिस का एक जवान  घायल हुआ है. यह भी पढ़ें- नरेंद्र मोदी के सत्ता में आने के बाद से सैन्य प्रतिष्ठानों पर हुए 10 हमले दक्षिण कश्मीर की तरह उत्तरी कश्मीर में सुरक्षाबल आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन ऑल आउट चला रहे हैं. उत्तरी कश्मीर में विदेश आतंकियों की तदाद ज्यादा है जबकि दक्षिण कश्मीर में स्थानीय आतंकियों की संख्या अधिक है.टिप्पणियां यह भी पढ़ें- जम्मू-कश्मीर में बुर्का पहने आतंकवादियों ने लूटा बैंक, CCTV में कैद हुई वारदात  वीडियो : जम्मू कश्मीर के सोपोर में तीन आतंकी ढेरशुक्रवार को सुरक्षाबलों ने अनंतनाग में एक और उससे पहले  गुरुवार को कुलगाम दो आतंकी ढ़ेर कर चुकी है. पिछले सात महीने में करीब 120 आतंकी मारे जा चुके हैं. आतंकियों के टॉप कमांडर भी एक एक करके मारे जा रहे हैं. एक अनुमान के मुताबिक माना जाता है कि अभी कश्मीर में दो सौ के करीब आतंकी सक्रिय है.   यह भी पढ़ें- नरेंद्र मोदी के सत्ता में आने के बाद से सैन्य प्रतिष्ठानों पर हुए 10 हमले दक्षिण कश्मीर की तरह उत्तरी कश्मीर में सुरक्षाबल आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन ऑल आउट चला रहे हैं. उत्तरी कश्मीर में विदेश आतंकियों की तदाद ज्यादा है जबकि दक्षिण कश्मीर में स्थानीय आतंकियों की संख्या अधिक है.टिप्पणियां यह भी पढ़ें- जम्मू-कश्मीर में बुर्का पहने आतंकवादियों ने लूटा बैंक, CCTV में कैद हुई वारदात  वीडियो : जम्मू कश्मीर के सोपोर में तीन आतंकी ढेरशुक्रवार को सुरक्षाबलों ने अनंतनाग में एक और उससे पहले  गुरुवार को कुलगाम दो आतंकी ढ़ेर कर चुकी है. पिछले सात महीने में करीब 120 आतंकी मारे जा चुके हैं. आतंकियों के टॉप कमांडर भी एक एक करके मारे जा रहे हैं. एक अनुमान के मुताबिक माना जाता है कि अभी कश्मीर में दो सौ के करीब आतंकी सक्रिय है.   दक्षिण कश्मीर की तरह उत्तरी कश्मीर में सुरक्षाबल आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन ऑल आउट चला रहे हैं. उत्तरी कश्मीर में विदेश आतंकियों की तदाद ज्यादा है जबकि दक्षिण कश्मीर में स्थानीय आतंकियों की संख्या अधिक है.टिप्पणियां यह भी पढ़ें- जम्मू-कश्मीर में बुर्का पहने आतंकवादियों ने लूटा बैंक, CCTV में कैद हुई वारदात  वीडियो : जम्मू कश्मीर के सोपोर में तीन आतंकी ढेरशुक्रवार को सुरक्षाबलों ने अनंतनाग में एक और उससे पहले  गुरुवार को कुलगाम दो आतंकी ढ़ेर कर चुकी है. पिछले सात महीने में करीब 120 आतंकी मारे जा चुके हैं. आतंकियों के टॉप कमांडर भी एक एक करके मारे जा रहे हैं. एक अनुमान के मुताबिक माना जाता है कि अभी कश्मीर में दो सौ के करीब आतंकी सक्रिय है.   यह भी पढ़ें- जम्मू-कश्मीर में बुर्का पहने आतंकवादियों ने लूटा बैंक, CCTV में कैद हुई वारदात  वीडियो : जम्मू कश्मीर के सोपोर में तीन आतंकी ढेरशुक्रवार को सुरक्षाबलों ने अनंतनाग में एक और उससे पहले  गुरुवार को कुलगाम दो आतंकी ढ़ेर कर चुकी है. पिछले सात महीने में करीब 120 आतंकी मारे जा चुके हैं. आतंकियों के टॉप कमांडर भी एक एक करके मारे जा रहे हैं. एक अनुमान के मुताबिक माना जाता है कि अभी कश्मीर में दो सौ के करीब आतंकी सक्रिय है.   वीडियो : जम्मू कश्मीर के सोपोर में तीन आतंकी ढेरशुक्रवार को सुरक्षाबलों ने अनंतनाग में एक और उससे पहले  गुरुवार को कुलगाम दो आतंकी ढ़ेर कर चुकी है. पिछले सात महीने में करीब 120 आतंकी मारे जा चुके हैं. आतंकियों के टॉप कमांडर भी एक एक करके मारे जा रहे हैं. एक अनुमान के मुताबिक माना जाता है कि अभी कश्मीर में दो सौ के करीब आतंकी सक्रिय है.
नशे में धुत DU के 4 छात्रों ने स्मृति ईरानी की कार का पीछा किया, गिरफ्तार, कोर्ट में पेशी आज
युवक कार से स्मृति ईरानी की सरकारी कार का पीछा कर रहे थे स्मृति ईरानी की सरकारी कार ने खुद उस कार को चेस कर रोका 100 नंबर कॉल किया, घटना आज शाम साढ़े पांच बजे की बताई जा रही है
दिल्ली के चाणक्यपुरी इलाके में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की सरकारी कार का पीछा करने पर पुलिस ने 4 युवकों को गिरफ्तार किया है. युवक कार से स्मृति ईरानी की सरकारी कार का पीछा कर रहे थे. स्मृति ईरानी की सरकारी कार ने खुद उस कार को चेस कर रोका और 100 नंबर कॉल की. घटना शनिवार शाम करीब साढ़े पांच बजे की है. जानकारी के अनुसार, यह चारों आरोपी लड़के डीयू के मोतीलाल नेहरू कालेज के BSC के छात्र हैं. सभी दिल्ली के वसंत गांव में किराए पर रहते हैं. बताया जा रहा है कि जब इन लोगों ने यह हरकत की, उस वक्‍त ये एक जन्मदिन की पार्टी मनाकर शराब के नशे मे चूर होकर अपने रूम पर वापस जा रहे थे. इनकी पहचान कुणाल, अभिमन्यु, सितांशु और अनंत के रूप में हुई है.  जिस कार से चारो आरोपी केंद्रीय मंत्री की गाड़ी का पीछा कर रहे थे, वह सितांशु के पिता की टैक्‍सी नंबर की कार थी. इन चारों को आज कोर्ट में पेश किया जाएगा. पुलिस ने इन्‍हें आईपीसी की धारा 354 और 509 के तहत गिरफ्तार किया है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, केंद्रीय मंत्री ईरानी जब एयरपोर्ट से अपने आवास की तरफ जा रही थीं तो उन्होंने महसूस किया कि एक कार उनका पीछा कर रही है. मंत्री ईरानी ने साहस दिखाते हुए उन लड़कों की कार का पीछा करना शुरू कर दिया. टिप्पणियां लड़कों को पकड़ने के बाद केंद्रीय मंत्री ने 100 नंबर पर कॉल करके पुलिस को मौके पर बुलाया. केंद्रीय मंत्री की शिकायत पर पुलिस हरकत में आ गई. केंद्रीय मंत्री ने खुद थाने में आकर शिकायत दर्ज कराई. इसके बाद पुलिस ने चारों लड़कों को हिरासत में लिया. चारों लड़के डीयू के पढ़ते हैं. पुलिस ने सभी का मेडिकल कराया गया और उनसे पूछताछ की गई. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि केंद्रीय कपड़ा मंत्री ने शाम सवा पांच बजे पुलिस को फोन कर कहा कि एक कार में कुछ युवक उनके वाहन का पीछा कर रहे हैं. उन्होंने बताया, "उनके चिकित्सकीय परीक्षण से उनके रक्त में अल्कोहल की मौजूदगी की पुष्टि हुई. वे दक्षिण दिल्ली में एक दोस्त की जन्मदिन पार्टी से लौट रहे थे और मस्ती के लिए सड़कों पर घूम रहे थे." आरोपी युवकों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है. जानकारी के अनुसार, यह चारों आरोपी लड़के डीयू के मोतीलाल नेहरू कालेज के BSC के छात्र हैं. सभी दिल्ली के वसंत गांव में किराए पर रहते हैं. बताया जा रहा है कि जब इन लोगों ने यह हरकत की, उस वक्‍त ये एक जन्मदिन की पार्टी मनाकर शराब के नशे मे चूर होकर अपने रूम पर वापस जा रहे थे. इनकी पहचान कुणाल, अभिमन्यु, सितांशु और अनंत के रूप में हुई है.  जिस कार से चारो आरोपी केंद्रीय मंत्री की गाड़ी का पीछा कर रहे थे, वह सितांशु के पिता की टैक्‍सी नंबर की कार थी. इन चारों को आज कोर्ट में पेश किया जाएगा. पुलिस ने इन्‍हें आईपीसी की धारा 354 और 509 के तहत गिरफ्तार किया है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, केंद्रीय मंत्री ईरानी जब एयरपोर्ट से अपने आवास की तरफ जा रही थीं तो उन्होंने महसूस किया कि एक कार उनका पीछा कर रही है. मंत्री ईरानी ने साहस दिखाते हुए उन लड़कों की कार का पीछा करना शुरू कर दिया. टिप्पणियां लड़कों को पकड़ने के बाद केंद्रीय मंत्री ने 100 नंबर पर कॉल करके पुलिस को मौके पर बुलाया. केंद्रीय मंत्री की शिकायत पर पुलिस हरकत में आ गई. केंद्रीय मंत्री ने खुद थाने में आकर शिकायत दर्ज कराई. इसके बाद पुलिस ने चारों लड़कों को हिरासत में लिया. चारों लड़के डीयू के पढ़ते हैं. पुलिस ने सभी का मेडिकल कराया गया और उनसे पूछताछ की गई. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि केंद्रीय कपड़ा मंत्री ने शाम सवा पांच बजे पुलिस को फोन कर कहा कि एक कार में कुछ युवक उनके वाहन का पीछा कर रहे हैं. उन्होंने बताया, "उनके चिकित्सकीय परीक्षण से उनके रक्त में अल्कोहल की मौजूदगी की पुष्टि हुई. वे दक्षिण दिल्ली में एक दोस्त की जन्मदिन पार्टी से लौट रहे थे और मस्ती के लिए सड़कों पर घूम रहे थे." आरोपी युवकों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है. इनकी पहचान कुणाल, अभिमन्यु, सितांशु और अनंत के रूप में हुई है.  जिस कार से चारो आरोपी केंद्रीय मंत्री की गाड़ी का पीछा कर रहे थे, वह सितांशु के पिता की टैक्‍सी नंबर की कार थी. इन चारों को आज कोर्ट में पेश किया जाएगा. पुलिस ने इन्‍हें आईपीसी की धारा 354 और 509 के तहत गिरफ्तार किया है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, केंद्रीय मंत्री ईरानी जब एयरपोर्ट से अपने आवास की तरफ जा रही थीं तो उन्होंने महसूस किया कि एक कार उनका पीछा कर रही है. मंत्री ईरानी ने साहस दिखाते हुए उन लड़कों की कार का पीछा करना शुरू कर दिया. टिप्पणियां लड़कों को पकड़ने के बाद केंद्रीय मंत्री ने 100 नंबर पर कॉल करके पुलिस को मौके पर बुलाया. केंद्रीय मंत्री की शिकायत पर पुलिस हरकत में आ गई. केंद्रीय मंत्री ने खुद थाने में आकर शिकायत दर्ज कराई. इसके बाद पुलिस ने चारों लड़कों को हिरासत में लिया. चारों लड़के डीयू के पढ़ते हैं. पुलिस ने सभी का मेडिकल कराया गया और उनसे पूछताछ की गई. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि केंद्रीय कपड़ा मंत्री ने शाम सवा पांच बजे पुलिस को फोन कर कहा कि एक कार में कुछ युवक उनके वाहन का पीछा कर रहे हैं. उन्होंने बताया, "उनके चिकित्सकीय परीक्षण से उनके रक्त में अल्कोहल की मौजूदगी की पुष्टि हुई. वे दक्षिण दिल्ली में एक दोस्त की जन्मदिन पार्टी से लौट रहे थे और मस्ती के लिए सड़कों पर घूम रहे थे." आरोपी युवकों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, केंद्रीय मंत्री ईरानी जब एयरपोर्ट से अपने आवास की तरफ जा रही थीं तो उन्होंने महसूस किया कि एक कार उनका पीछा कर रही है. मंत्री ईरानी ने साहस दिखाते हुए उन लड़कों की कार का पीछा करना शुरू कर दिया. टिप्पणियां लड़कों को पकड़ने के बाद केंद्रीय मंत्री ने 100 नंबर पर कॉल करके पुलिस को मौके पर बुलाया. केंद्रीय मंत्री की शिकायत पर पुलिस हरकत में आ गई. केंद्रीय मंत्री ने खुद थाने में आकर शिकायत दर्ज कराई. इसके बाद पुलिस ने चारों लड़कों को हिरासत में लिया. चारों लड़के डीयू के पढ़ते हैं. पुलिस ने सभी का मेडिकल कराया गया और उनसे पूछताछ की गई. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि केंद्रीय कपड़ा मंत्री ने शाम सवा पांच बजे पुलिस को फोन कर कहा कि एक कार में कुछ युवक उनके वाहन का पीछा कर रहे हैं. उन्होंने बताया, "उनके चिकित्सकीय परीक्षण से उनके रक्त में अल्कोहल की मौजूदगी की पुष्टि हुई. वे दक्षिण दिल्ली में एक दोस्त की जन्मदिन पार्टी से लौट रहे थे और मस्ती के लिए सड़कों पर घूम रहे थे." आरोपी युवकों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है. लड़कों को पकड़ने के बाद केंद्रीय मंत्री ने 100 नंबर पर कॉल करके पुलिस को मौके पर बुलाया. केंद्रीय मंत्री की शिकायत पर पुलिस हरकत में आ गई. केंद्रीय मंत्री ने खुद थाने में आकर शिकायत दर्ज कराई. इसके बाद पुलिस ने चारों लड़कों को हिरासत में लिया. चारों लड़के डीयू के पढ़ते हैं. पुलिस ने सभी का मेडिकल कराया गया और उनसे पूछताछ की गई. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि केंद्रीय कपड़ा मंत्री ने शाम सवा पांच बजे पुलिस को फोन कर कहा कि एक कार में कुछ युवक उनके वाहन का पीछा कर रहे हैं. उन्होंने बताया, "उनके चिकित्सकीय परीक्षण से उनके रक्त में अल्कोहल की मौजूदगी की पुष्टि हुई. वे दक्षिण दिल्ली में एक दोस्त की जन्मदिन पार्टी से लौट रहे थे और मस्ती के लिए सड़कों पर घूम रहे थे." आरोपी युवकों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि केंद्रीय कपड़ा मंत्री ने शाम सवा पांच बजे पुलिस को फोन कर कहा कि एक कार में कुछ युवक उनके वाहन का पीछा कर रहे हैं. उन्होंने बताया, "उनके चिकित्सकीय परीक्षण से उनके रक्त में अल्कोहल की मौजूदगी की पुष्टि हुई. वे दक्षिण दिल्ली में एक दोस्त की जन्मदिन पार्टी से लौट रहे थे और मस्ती के लिए सड़कों पर घूम रहे थे." आरोपी युवकों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है.
चेन्नई की घरेलू मैदान पर लगातार चौथी जीत
चेन्नई सुपरकिंग्स ने सुरेश रैना की दमदार पारी के बाद गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन से आईपीएल मैच में डेक्कन चार्जर्स को 19 रन से हरा दिया।
गत चैम्पियन चेन्नई सुपरकिंग्स ने सुरेश रैना की दमदार पारी के बाद गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन से आईपीएल मैच में डेक्कन चार्जर्स को 19 रन से हरा दिया। सुरेश रैना की 59 रन की आक्रामक अर्द्धशतकीय पारी से चेन्नई सुपरकिंग्स ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी करते हुए पांच विकेट पर 165 रन बनाए। इसके जवाब में कुमार संगकारा की टीम सलामी बल्लेबाज सन्नी सोहाल की 30 गेंद में 56 रन की पारी के बावजूद एमए चिदम्बरम स्टेडियम में आठ विकेट पर 146 रन ही बना सकी। चेन्नई सुपरकिंग्स की टीम एलबी मोर्कल (38 रन देकर तीन विकेट), शदाब जकाती (23 रन पर दो विकेट) और डग बोलिंजर (26 रन देकर दो विकेट) की बदौलत इस सत्र में घरेलू मैदान पर विजयी लय को जारी रखने में सफल रही और यह उसकी अपने मैदान पर लगातार चौथी जीत है। महेंद्र सिंह धोनी की टीम आठ मैचों में पांच जीत से 10 अंक लेकर चौथे स्थान पर पहुंच गई है जबकि डेक्कन चार्जर्स के इतने मैचों में छह अंक हैं और वह तालिका में छठे नंबर पर है। डेक्कन चार्जर्स ने शानदार शुरुआत की। मोर्कल का दूसरा ओवर चेन्नई सुपरकिंग्स के लिये काफी मंहगा साबित हुआ जिसमें सोहाल के तीन चौके और एक छक्के से 20 रन बने। सोहाल जहां आक्रामक रुख अख्तियार किए हुए थे, वहीं शिखर धवन दूसरे छोर पर उनका पूरा साथ निभाते रहे। सोहाल ने छठे ओवर में आर अश्विन की गेंद पर छक्का जड़कर महज 25 गेंद में अपने 50 रन पूरे किए जिसमें पांच चौके और चार छक्के शामिल थे।
NDTV की खबर का असर: मध्यप्रदेश में वोटर लिस्ट से 24 लाख मतदाताओं की छुट्टी
11,40,000 नए नाम भी जोड़े गए अब 4.94 लाख से ज़्यादा वोटर 30 जून तक जोड़े गए वोटर शामिल
वहीं बीजेपी प्रवक्ता राहुल कोठारी ने कहा निर्वाचन आयोग स्वतंत्र और निष्पक्ष एजेंसी है. पहले भी कई बार पुनरीक्षण हुआ है. उसमें जो नाम सामने आते थे वो हटे हैं. इस बार भी हुआ है. इस बार भी 11 लाख नाम जुड़े हैं. हमें लगता है एजेंसियां निष्पक्षता से काम कर रही हैं. कांग्रेस का आरोप झूठा था तथ्य नहीं थे ये जो आंकड़े आए हैं. रूटीन प्रक्रिया है इसका कांग्रेस के आरोप से कोई लेना देना नहीं है. आयोग द्वारा जारी किए गए ड्रॉफ्ट में खास ये भी है कि, पांच साल यानी 2013 की वोटर लिस्ट में 4 करोड़ 66 लाख मतदाता थे. 31 जुलाई 2018 को मतदाताओं की संख्या 4 करोड़ 94 लाख 42 हजार है. इस हिसाब से सिर्फ 28 लाख वोटर ही बढ़े. इससे पहले 2008 से 2013 के बीच मतदाता सूची में रिकॉर्ड 1 करोड़ 5 लाख नए नाम जुड़े थे. इन पांच सालों में मतदाताओं में हुई रिकॉर्ड बढ़ोतरी की अब तक जांच जारी है. आयोग द्वारा जारी किए गए ड्रॉफ्ट में खास ये भी है कि, पांच साल यानी 2013 की वोटर लिस्ट में 4 करोड़ 66 लाख मतदाता थे. 31 जुलाई 2018 को मतदाताओं की संख्या 4 करोड़ 94 लाख 42 हजार है. इस हिसाब से सिर्फ 28 लाख वोटर ही बढ़े. इससे पहले 2008 से 2013 के बीच मतदाता सूची में रिकॉर्ड 1 करोड़ 5 लाख नए नाम जुड़े थे. इन पांच सालों में मतदाताओं में हुई रिकॉर्ड बढ़ोतरी की अब तक जांच जारी है.
बुजुर्ग महिला का वीडियो शेयर करते ही संबित पात्रा हो गए ट्रोल, लोगों ने कहा- खुल गई उज्ज्वला योजना की पोल
संबित पात्रा ने बुजुर्ग महिला का वीडियो शेयर किया. वीडियो में महिला चूल्हे पर खाना पका रही है. इसके बाद लोगोंने उज्ज्वला योजना पर सवाल खड़े कर दिए.
लोकसभा चुनाव 2019 के मद्देनजर चुनावी अभियान के दौरान बीजेपी उम्मीदवार और पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने एक ऐसी 'गलती' कर दी, जिसकी वजह से उनकी सरकार की एक योजना की सफलता पर ही लोग सवाल उठा रहे हैं. रविवार को ओडिशा के पुरी में चुनाव प्रचार के दौरान संबित पात्रा एक गरीब महिला के घर खाना खाने पहुंचे थे, जिसका वीडियो उन्होंने अपने ट्विटर पर शेयर किया, जिसमें महिला चूल्हे पर खाना पकाती दिखी. जैसे ही यह वीडियो डाला गया, सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और सभी मोदी सरकार की सबसे सफल योजनाओं में से एक उज्ज्वला योजना की सफलता पर ही सवाल करने लगे. संबित पात्रा के इस वीडियो पर कांग्रेस ने भी हमला बोला और उज्ज्वला योजना को लेकर सरकार को घेरा.  कांग्रेस प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने संबिता पात्रा का वीडियो अपने ट्विटर अकाउंट पर शेयर किया और उन्होंने उज्ज्वला योजना को लेकर सवाल भी दागे. उन्होंने लिखा कि उज्ज्वला योजना का क्रेडिट लेने वाले शख्स यानी धर्मेंद्र प्रधान जी भी तो ओडिशा से ही हैं?. बता दें कि धर्मेंद्र प्रधान पेट्रोलियम तथा प्राकृतिक गैस के राज्य मंत्री हैं और उज्ज्वला योजना के लिए उन्होंने काफी काम होने का दावा भी किया है.  दरअसल, ओडिशा के पुरी से भारतीय जनता पार्टी से उम्मीदवार और बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा रविवार को (Sambit Patra) गरीब के घर खाना खाने गए थे, जिसका वीडियो उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट पर शेयर किया.  मगर संबित पात्रा (Sambit Patra) जिन वीडियो के जरिए अपने चुनावी अभियान की झलक लोगों को बता रहे थे, उससे खुद मोदी सरकार की सबसे बड़ी योजना की पोल खुलती दिखी. संबित पात्रा (Sambit Patra) ने जो वीडियो शेयर किये हैं, उससे साफ प्रतीत हो रहा है कि वे वीडियो मोदी सरकार की योजना उज्ज्वला योजना (Ujjwala Yojana) की सफलता पर सवाल खड़े कर रहे हैं और असली तस्वीर भी दिखा रहे हैं.  यह मेरा अपना परिवार है, माँ ने खाना बनाकर खिलाया। मैंने अपने हाथों से इन्हें खाना खिलाया और मैं यह मानता हूँ कि इनकी सेवा ही ईश्वर की सबसे बड़ी पूजा है। [2/2]@BJP4India#PhirEkBaarModiSarkarpic.twitter.com/E6ABMFj10w रविवार को संबित पात्रा ने अपने ट्विटर अकाउंट पर एक वीडियो जारी किया और लिखा- पुरी के एक छोटे से गांव में में रहने वाली एक बूढ़ी विधवा मां, उसकी तीन बेटियां, जिनमें 2 दिव्यांग व बेटा मजदूरी करता है. ऐसी मां का घर बनाने का काम नरेंद्र मोदी ने किया है.' संबित पात्रा अपने इस ट्वीट से यह बताने की कोशिश कर रहे हैं कि इस गरीब महिला का घर प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बना है. मगर इस दौरान वह यहह ध्यान नहीं रखपाते कि जिनके यहां वह भोजन कर रहे हैं, वहां वीडियो में दिख रहा है कि खाना चूल्हे पर पका है न कि गैस सिलेंडर पर.  जैसे ही यह वीडियो सबके सामने आया, सोशल मीडिया यूजर्स मोदी सरकार की उज्ज्ववला योजना को लेकर संबित पात्रा और सरकार पर टूट पड़े. यूजर्स ने भी मोदी सरकार की आलोचना की और सवाल पूछ रहे हैं कि आखिर कहां हैं सरकार द्वारा दिए गए गैस कनेक्शन और चूल्हे?  संबित पात्रा खुद ही उज्वला योजना की पोल खोल रहे है। चूल्हे तो बंद हो गए थे शायद? ट्विटर पर एक यूजर 'नाना' ने लिखा- ये मां आज भी चूल्हे पर खाना पकाने को मज़बूर है. ये विधवा हैं और उनकी 2 बेटियां दिव्यांग हैं. उज्ज्वला योजना का क्या हुआ? विधवा पेंशन और दिव्यांग पेंशन का क्या हुआ? तुम जैसे चौकीदारों के रहते किसने चोरी कर लिया इनका हक़?' ये माँ आज भी चूल्हे पर खाना पकाने को मज़बूर है। ये विधवा हैं और उनकी 2 बेटियां दिव्यांग हैं। उज्ज्वला योजना का क्या हुआ? विधवा पेंशन और दिव्यांग पेंशन का क्या हुआ? तुम जैसे चौकीदारों के रहते किसने चोरी कर लिया इनका हक़? ? एक और यूजर ने संबित पात्रा से सवाल किया... उज्जवला कहां है संबित जी, चूल्हे के धुएं में खाना पकवा रहे हो गरीब महिला से @narendramodi@dpradhanbjp दरअसल, इस वीडियो के सामने आने के बाद यह सवाल उठना लाजिमी है कि आखिर उज्जवला योजना के तहत इन गरीबों को गैस सिलेंडर क्यों नहीं मिले और अगर मिले भी तो उसका इंप्लीमेंटेशन का क्या हुआ. क्योंकि हर चुनावी रैलियों में मोदी सरकार इस योजना को फायदे के रूप में भुनाने की कोशिश करती है. इतना ही नहीं, यह वीडियो ओडिशा से आई है इसलिए सवाल उठाना और भी ज्यादा अहम हो जाता है क्योंकि अभी पेट्रोलियम तथा प्राकृतिक गैस के राज्य मंत्री धर्मेंद्र प्रधान हैं और वह ओडिशा से ही राज्यसभा सांसद हैं.
Ganesh Chaturthi 2019: अंबानी फैमिली की गणेश चतुर्थी की पूजा में नजर आए ये फिल्मी सितारे, आलिया और रणबीर दिखे इस अंदाज में
मुकेश अंबानी की ग्रैंड पूजा में नजर आए ये फिल्मी सितारे आलिया और रणबीर पर टिकीं सबकी नजरें सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही हैं तस्वीरें
Ganesh Chaturthi 2019: गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi) की शुरुआत देशभर में सोमवार से हो गई है. इस त्योहार पर फिल्मी सितारों ने भी गणपति बप्पा को अपने घर में विराजमान किया. हाल ही में मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) ने गणपति के घर आने पर एक ग्रैंड पूजा रखी. पूजा में बी टाउन की कई बड़ी हस्तियों ने शिरकत की. अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) पूजा में अपने परिवार के साथ नजर आए, तो वहीं आमिर खान (Aamir Khan), कैटरीना कैफ (Katrina Kaif), करीश्मा कपूर (Karisma Kapoor), माधुरी दीक्षित (Madhuri Dixit), करण जौहर (Karan Johar), काजोल (Kajol), विद्या बालन (Vidya Balan), आलिया भट्ट (Alia Bhatt), रणबीर कपूर (Ranbir Kapoor) और कई सितारे पारंपरिक कपड़ो में पूजा में पहुंचे. हालांकि गणेश चतुर्थी की पूजा में सबकी नजरें आलिया भट्ट (Alia Bhatt) और रणबीर कपूर (Ranveer Kapoor) की जोड़ी पर टिकी थीं. आलिया पूजा में रणबीर कपूर के साथ आईं. ट्रेडिशनल लुक में आलिया काफी खूबसूरत लग रही थीं. येलो साड़ी में मौजूदजहां सबकी नजरें आलिया पर टिकीं थी तो वहीं कुर्ते के ऊपर जैकेट में रणवीर काफी हैंडसम लग रहे थे. फोटोशूट के दौरान आलिया और रणबीर अपने दोस्त अयान मुखर्जी के साथ तस्वीर खिंचवाते नजर आए. इस तस्वीर में रणबीर को आलिया बड़े ही प्यार से देख रही हैं. आमिर खान, माधुरी दीक्षित (Madhuri Dixit) के साथ तस्वीर खिंचवाते नजर आए. पूजा में कैटरीना (Katrina Kaif) पीच कलर के आउटफिट में काफी खूबसूरत लग रही हैं.  वहीं कृति सेनन व्हाइट साड़ी में जलवे बिखेर रही हैं. बता दें गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturhti) का ये त्योहार 11 दिनों तक मनाया जाता है और 11वें दिन गणपति बप्पा का विसर्जन किया जाता है.
पेट्रोल के दामों में आज हो सकती है बढ़ोतरी!
ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि पेट्रोल के दामों में आज बढ़ोतरी की घोषणा हो सकती है और बढ़ी हुई दरें देर रात से लागू हो सकती हैं।
डॉलर के मुकाबले रुपये के गिरते भाव के कारण तेल की कीमतों में बढ़ोतरी हो सकती है। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि पेट्रोल के दामों में आज बढ़ोतरी की घोषणा हो सकती है और बढ़ी हुई दरें देर रात से लागू हो सकती हैं। अंतराष्ट्रीय बाजार में डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमत में एक रुपये की गिरावट होने पर भारतीय तेल रिफाइनरियों को एक दिन में 8 हजार करोड़ रुपये ज्यादा का भुगतान करना पड़ रहा है। पिछले पांच महीने में एक डॉलर की कीमत 46 रुपये से बढ़कर 53 रुपये तक पहुंच गई है जिसके चलते तेल कंपनियों को कच्चे तेल के आयात पर पचास हजार करोड़ रुपये का ज्यादा भुगतान करना पड़ा है।
अरविंद केजरीवाल ने बदला काम का तरीका, मंत्री छोड़ अफसरों को सौंप रहे काम
सीएम केजरीवाल ने मुख्य सचिव एमएम कुट्टी को लिखी चिट्ठी अस्पतालों में दवाओं और दूसरे हेल्थकेअर उत्पाद सप्लाई का भुगतान पेंडिंग सीएम मंत्री के बजाय अफसरों को सौंप रहे काम
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के मुख्य सचिव एमएम कुट्टी को चिट्ठी लिखकर कहा है कि दिल्ली के अस्पतालों में दवाओं और दूसरे हेल्थकेअर उत्पाद सप्लाई करने वालों का बकाया भुगतान काफी लंबे समय से नही हो पाया है, जिसके चलते अस्पतालों में दवाओं की किल्लत है. सीएम ने मुख्य सचिव को भुगतान में देरी के कारणों पर 24 घंटे में रिपोर्ट देने को कहा है. साथ ही इसके लिए पूरा सिस्टम बनाने, भुगतान में देरी होने अफसर की जिम्मेदारी तय करने और बकाया पर ब्याज देने की स्तिथि में पैसा संबंधित अफ़सर के वेतन सर काटने के लिए भी कहा है. केजरीवाल ने मुख्य सचिव से सोमवार तक पूरा प्लान मांगा है वैसे दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन हैं, लेकिन स्वास्थ्य विभाग की तरफ भुगतान ना होने पर केजरीवाल ने मुख्य सचिव को चिट्ठी लिखी है तो इसके कुछ कारण हैं. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने काम करने का तरीका बदल दिया है. अब वो किसी काम के लिए उस विभाग के मंत्री को बताने या आदेश करने की बजाय संबंधित विभाग के प्रमुख अधिकारी या दिल्ली सरकार के सभी अफसरों के प्रमुख मुख्य सचिव को आदेश या निर्देश देकर काम पर लगाते हैं. इसी तरह उनकी जिम्मेदारी भी तय करने की कोशिश करते हैं.  Accountability is key to good governance. Someone must be held accountable n face consequences for inefficiency or wrongdoing — Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) May 30, 2017 1. इससे पहले भी जब केजरीवाल ने ये तय किया कि एक जून से सभी मंत्री, मुख्यमंत्री आम जनता से रोजाना सुबह मिलेंगे तो उसमे भी अफसरों को शामिल किया गया और मुख्य सचिव को इससे संबंधित प्लान बनाने और इसको लागू करने निर्देश दिया. 2. अस्पतालों में दवाएं नही मिल रही इस बात का इजहार खुद केजरीवाल ने किया और इस बाबत मुख्य सचिव को चिट्ठी भी लिखी. इसमें कहा गया कि पहले भी इस बारे में पूरी रिपोर्ट देने को मुख्य सचिव को कहा गया था. 3. बरसात से पहले दिल्ली सभी बड़े नालों की सफ़ाई का जिम्मा PWD सचिव को दिया गया. केजरीवाल ने आदेश देकर कहा कि PWD सचिव (यानी IAS अफ़सर) नालों की सफाई निजी तौर पर सुनिश्चित करेंगे. यही नही क्योंकि एलजी ने PWD सचिव को कोआर्डिनेशन कमिटी के प्रमुख बनाया है तो नगर निगम और PWD के नालों में विवाद का निपटारा भी PWD सचिव करेंगे.टिप्पणियां दरसअल, बात ये है कि दिल्ली में शासन और प्रशासन अब उपराज्यपाल के हाथ मे है इसलिये अफसर भी बिना किसी संशय या भ्रम के एलजी दफ़्तर या मुख्य सचिव दफ्तर से आदेश लेते हैं और रिपोर्ट करते हैं, जिससे मंत्रियों के हाथ मे ज्यादा कुछ रहता नहीं. जबकि आम जनता या मीडिया मुख्य मंत्री और मंत्रियों से जवाब तलब करती है. ऐसे में अपनी प्रासंगिकता बनाये रखने, अफसरों से काम करवाने और ज़िम्मेदारी और जवाबदेही मंत्री की बजाय अफसरों पर डालने के लिए केजरीवाल ने गवर्नेंस का ये नया तरीका निकाला है.  इसके लिए निगम चुनाव के बाद आम जनता और पार्टी कार्यकर्ताओं से मिला वो फीडबैक भी जिम्मेदार है, जिसमें ये निकलकर आया कि सरकार के मंत्री और पार्टी के विधायक आम जनता और पार्टी कार्यकर्ताओं से कट चुके हैं, आम जनता के काम तो दूर पार्टी के अपने कार्यकर्ताओं के काम नही हो पा रहे और दिल्ली सरकार बनाम केंद्र सरकार की लड़ाई में दिल्ली में विकास कार्य रुकने, आम लोगों के काम ना होने और आये दिन लड़ाई खबरों से आम आदमी पार्टी की छवि एन्टी करप्शन पार्टी से एन्टी मोदी पार्टी की बन गई. इसलिए अब केजरीवाल ने पीएम मोदी पर हमले बिल्कुल बंद कर दिए हैं और लड़ते दिखने की बजाय अफसरों की ज़िम्मेदारी तय करके शासन चलाने का तरीका निकाला है. वैसे दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन हैं, लेकिन स्वास्थ्य विभाग की तरफ भुगतान ना होने पर केजरीवाल ने मुख्य सचिव को चिट्ठी लिखी है तो इसके कुछ कारण हैं. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने काम करने का तरीका बदल दिया है. अब वो किसी काम के लिए उस विभाग के मंत्री को बताने या आदेश करने की बजाय संबंधित विभाग के प्रमुख अधिकारी या दिल्ली सरकार के सभी अफसरों के प्रमुख मुख्य सचिव को आदेश या निर्देश देकर काम पर लगाते हैं. इसी तरह उनकी जिम्मेदारी भी तय करने की कोशिश करते हैं.  Accountability is key to good governance. Someone must be held accountable n face consequences for inefficiency or wrongdoing — Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) May 30, 2017 1. इससे पहले भी जब केजरीवाल ने ये तय किया कि एक जून से सभी मंत्री, मुख्यमंत्री आम जनता से रोजाना सुबह मिलेंगे तो उसमे भी अफसरों को शामिल किया गया और मुख्य सचिव को इससे संबंधित प्लान बनाने और इसको लागू करने निर्देश दिया. 2. अस्पतालों में दवाएं नही मिल रही इस बात का इजहार खुद केजरीवाल ने किया और इस बाबत मुख्य सचिव को चिट्ठी भी लिखी. इसमें कहा गया कि पहले भी इस बारे में पूरी रिपोर्ट देने को मुख्य सचिव को कहा गया था. 3. बरसात से पहले दिल्ली सभी बड़े नालों की सफ़ाई का जिम्मा PWD सचिव को दिया गया. केजरीवाल ने आदेश देकर कहा कि PWD सचिव (यानी IAS अफ़सर) नालों की सफाई निजी तौर पर सुनिश्चित करेंगे. यही नही क्योंकि एलजी ने PWD सचिव को कोआर्डिनेशन कमिटी के प्रमुख बनाया है तो नगर निगम और PWD के नालों में विवाद का निपटारा भी PWD सचिव करेंगे.टिप्पणियां दरसअल, बात ये है कि दिल्ली में शासन और प्रशासन अब उपराज्यपाल के हाथ मे है इसलिये अफसर भी बिना किसी संशय या भ्रम के एलजी दफ़्तर या मुख्य सचिव दफ्तर से आदेश लेते हैं और रिपोर्ट करते हैं, जिससे मंत्रियों के हाथ मे ज्यादा कुछ रहता नहीं. जबकि आम जनता या मीडिया मुख्य मंत्री और मंत्रियों से जवाब तलब करती है. ऐसे में अपनी प्रासंगिकता बनाये रखने, अफसरों से काम करवाने और ज़िम्मेदारी और जवाबदेही मंत्री की बजाय अफसरों पर डालने के लिए केजरीवाल ने गवर्नेंस का ये नया तरीका निकाला है.  इसके लिए निगम चुनाव के बाद आम जनता और पार्टी कार्यकर्ताओं से मिला वो फीडबैक भी जिम्मेदार है, जिसमें ये निकलकर आया कि सरकार के मंत्री और पार्टी के विधायक आम जनता और पार्टी कार्यकर्ताओं से कट चुके हैं, आम जनता के काम तो दूर पार्टी के अपने कार्यकर्ताओं के काम नही हो पा रहे और दिल्ली सरकार बनाम केंद्र सरकार की लड़ाई में दिल्ली में विकास कार्य रुकने, आम लोगों के काम ना होने और आये दिन लड़ाई खबरों से आम आदमी पार्टी की छवि एन्टी करप्शन पार्टी से एन्टी मोदी पार्टी की बन गई. इसलिए अब केजरीवाल ने पीएम मोदी पर हमले बिल्कुल बंद कर दिए हैं और लड़ते दिखने की बजाय अफसरों की ज़िम्मेदारी तय करके शासन चलाने का तरीका निकाला है. Accountability is key to good governance. Someone must be held accountable n face consequences for inefficiency or wrongdoing 2. अस्पतालों में दवाएं नही मिल रही इस बात का इजहार खुद केजरीवाल ने किया और इस बाबत मुख्य सचिव को चिट्ठी भी लिखी. इसमें कहा गया कि पहले भी इस बारे में पूरी रिपोर्ट देने को मुख्य सचिव को कहा गया था. 3. बरसात से पहले दिल्ली सभी बड़े नालों की सफ़ाई का जिम्मा PWD सचिव को दिया गया. केजरीवाल ने आदेश देकर कहा कि PWD सचिव (यानी IAS अफ़सर) नालों की सफाई निजी तौर पर सुनिश्चित करेंगे. यही नही क्योंकि एलजी ने PWD सचिव को कोआर्डिनेशन कमिटी के प्रमुख बनाया है तो नगर निगम और PWD के नालों में विवाद का निपटारा भी PWD सचिव करेंगे.टिप्पणियां दरसअल, बात ये है कि दिल्ली में शासन और प्रशासन अब उपराज्यपाल के हाथ मे है इसलिये अफसर भी बिना किसी संशय या भ्रम के एलजी दफ़्तर या मुख्य सचिव दफ्तर से आदेश लेते हैं और रिपोर्ट करते हैं, जिससे मंत्रियों के हाथ मे ज्यादा कुछ रहता नहीं. जबकि आम जनता या मीडिया मुख्य मंत्री और मंत्रियों से जवाब तलब करती है. ऐसे में अपनी प्रासंगिकता बनाये रखने, अफसरों से काम करवाने और ज़िम्मेदारी और जवाबदेही मंत्री की बजाय अफसरों पर डालने के लिए केजरीवाल ने गवर्नेंस का ये नया तरीका निकाला है.  इसके लिए निगम चुनाव के बाद आम जनता और पार्टी कार्यकर्ताओं से मिला वो फीडबैक भी जिम्मेदार है, जिसमें ये निकलकर आया कि सरकार के मंत्री और पार्टी के विधायक आम जनता और पार्टी कार्यकर्ताओं से कट चुके हैं, आम जनता के काम तो दूर पार्टी के अपने कार्यकर्ताओं के काम नही हो पा रहे और दिल्ली सरकार बनाम केंद्र सरकार की लड़ाई में दिल्ली में विकास कार्य रुकने, आम लोगों के काम ना होने और आये दिन लड़ाई खबरों से आम आदमी पार्टी की छवि एन्टी करप्शन पार्टी से एन्टी मोदी पार्टी की बन गई. इसलिए अब केजरीवाल ने पीएम मोदी पर हमले बिल्कुल बंद कर दिए हैं और लड़ते दिखने की बजाय अफसरों की ज़िम्मेदारी तय करके शासन चलाने का तरीका निकाला है. 3. बरसात से पहले दिल्ली सभी बड़े नालों की सफ़ाई का जिम्मा PWD सचिव को दिया गया. केजरीवाल ने आदेश देकर कहा कि PWD सचिव (यानी IAS अफ़सर) नालों की सफाई निजी तौर पर सुनिश्चित करेंगे. यही नही क्योंकि एलजी ने PWD सचिव को कोआर्डिनेशन कमिटी के प्रमुख बनाया है तो नगर निगम और PWD के नालों में विवाद का निपटारा भी PWD सचिव करेंगे.टिप्पणियां दरसअल, बात ये है कि दिल्ली में शासन और प्रशासन अब उपराज्यपाल के हाथ मे है इसलिये अफसर भी बिना किसी संशय या भ्रम के एलजी दफ़्तर या मुख्य सचिव दफ्तर से आदेश लेते हैं और रिपोर्ट करते हैं, जिससे मंत्रियों के हाथ मे ज्यादा कुछ रहता नहीं. जबकि आम जनता या मीडिया मुख्य मंत्री और मंत्रियों से जवाब तलब करती है. ऐसे में अपनी प्रासंगिकता बनाये रखने, अफसरों से काम करवाने और ज़िम्मेदारी और जवाबदेही मंत्री की बजाय अफसरों पर डालने के लिए केजरीवाल ने गवर्नेंस का ये नया तरीका निकाला है.  इसके लिए निगम चुनाव के बाद आम जनता और पार्टी कार्यकर्ताओं से मिला वो फीडबैक भी जिम्मेदार है, जिसमें ये निकलकर आया कि सरकार के मंत्री और पार्टी के विधायक आम जनता और पार्टी कार्यकर्ताओं से कट चुके हैं, आम जनता के काम तो दूर पार्टी के अपने कार्यकर्ताओं के काम नही हो पा रहे और दिल्ली सरकार बनाम केंद्र सरकार की लड़ाई में दिल्ली में विकास कार्य रुकने, आम लोगों के काम ना होने और आये दिन लड़ाई खबरों से आम आदमी पार्टी की छवि एन्टी करप्शन पार्टी से एन्टी मोदी पार्टी की बन गई. इसलिए अब केजरीवाल ने पीएम मोदी पर हमले बिल्कुल बंद कर दिए हैं और लड़ते दिखने की बजाय अफसरों की ज़िम्मेदारी तय करके शासन चलाने का तरीका निकाला है. दरसअल, बात ये है कि दिल्ली में शासन और प्रशासन अब उपराज्यपाल के हाथ मे है इसलिये अफसर भी बिना किसी संशय या भ्रम के एलजी दफ़्तर या मुख्य सचिव दफ्तर से आदेश लेते हैं और रिपोर्ट करते हैं, जिससे मंत्रियों के हाथ मे ज्यादा कुछ रहता नहीं. जबकि आम जनता या मीडिया मुख्य मंत्री और मंत्रियों से जवाब तलब करती है. ऐसे में अपनी प्रासंगिकता बनाये रखने, अफसरों से काम करवाने और ज़िम्मेदारी और जवाबदेही मंत्री की बजाय अफसरों पर डालने के लिए केजरीवाल ने गवर्नेंस का ये नया तरीका निकाला है.  इसके लिए निगम चुनाव के बाद आम जनता और पार्टी कार्यकर्ताओं से मिला वो फीडबैक भी जिम्मेदार है, जिसमें ये निकलकर आया कि सरकार के मंत्री और पार्टी के विधायक आम जनता और पार्टी कार्यकर्ताओं से कट चुके हैं, आम जनता के काम तो दूर पार्टी के अपने कार्यकर्ताओं के काम नही हो पा रहे और दिल्ली सरकार बनाम केंद्र सरकार की लड़ाई में दिल्ली में विकास कार्य रुकने, आम लोगों के काम ना होने और आये दिन लड़ाई खबरों से आम आदमी पार्टी की छवि एन्टी करप्शन पार्टी से एन्टी मोदी पार्टी की बन गई. इसलिए अब केजरीवाल ने पीएम मोदी पर हमले बिल्कुल बंद कर दिए हैं और लड़ते दिखने की बजाय अफसरों की ज़िम्मेदारी तय करके शासन चलाने का तरीका निकाला है. इसके लिए निगम चुनाव के बाद आम जनता और पार्टी कार्यकर्ताओं से मिला वो फीडबैक भी जिम्मेदार है, जिसमें ये निकलकर आया कि सरकार के मंत्री और पार्टी के विधायक आम जनता और पार्टी कार्यकर्ताओं से कट चुके हैं, आम जनता के काम तो दूर पार्टी के अपने कार्यकर्ताओं के काम नही हो पा रहे और दिल्ली सरकार बनाम केंद्र सरकार की लड़ाई में दिल्ली में विकास कार्य रुकने, आम लोगों के काम ना होने और आये दिन लड़ाई खबरों से आम आदमी पार्टी की छवि एन्टी करप्शन पार्टी से एन्टी मोदी पार्टी की बन गई. इसलिए अब केजरीवाल ने पीएम मोदी पर हमले बिल्कुल बंद कर दिए हैं और लड़ते दिखने की बजाय अफसरों की ज़िम्मेदारी तय करके शासन चलाने का तरीका निकाला है.
सैनिक 'रोबोट' विकसित कर रहा है डीआरडीओ
डीआरडीओ ने मानवरहित लड़ाई प्रणाली के साथ भविष्यवादी होते हुए कहा कि वह ऐसे रोबोट बना रहा है जो सैनिक की तरह काम करेंगे।
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने मानवरहित लड़ाई प्रणाली के साथ भविष्यवादी होते हुए रविवार को कहा कि वह ऐसे रोबोट बना रहा है जो सैनिक की तरह काम करेंगे। डीआरडीओ के महानिदेशक एवं रक्षा मंत्री के वैज्ञानिक सलाहकार विजय कुमार सारस्वत ने कहा, हम ऐसे रोबोट विकसित करने की प्रक्रिया में हैं जो सैनिक की तरह काम करेंगे। इस प्रक्रिया के लिए जरूरी सामग्री और कृतिम ज्ञान पर काम जारी है। इससे पहले सारस्वत ने भारत अर्थ मूवर्स लिमिटेड.कंबाइंड वेहिकल्स रिसर्च एंड डेवेलप्मेंट इस्टेब्लिशमेंट टेक्नोलॉजी सेंटर, भारत के मुख्य युद्धक टैंक अजरुन बनाने वाले डीआरडीओ प्रयोगशाला सस्पेंशन टेस्ट फैसिलिटी एंड काम्बैट वेट्रोनिक्स टेक्नोलॉजी सेंटर फार सीवीआरडीई का उद्घाटन किया।
अचानक बस के सामने आ गया जंगली हाथी, फिर हुआ कुछ ऐसा जिसे देख लोग हुए हैरान
चीन में अचानक बस और ट्रक के सामने आया जंगली हाथी. यूट्यूब पर ये वीडियो CGTN ने अपलोड किया है. जो काफी वायरल हो रहा है. बस के अंदर बैठा था ड्राइवर जिसे सुरक्षित बचा लिया गया है.
हाथी वैसे तो बड़ा ही शांत जानवर है लेकिन वो भड़क जाए तो किसी को नहीं छोड़ता, जो सामने आ जाए उसकी शामत नहीं. ऐसा ही देखने को मिला चीन के शहर यूनान में. जहां अचानक बस के सामने हाथी आ गया. जिसके बाद जो हुआ वो हैरान करने वाला था. हाथी आया और बस के विंडशील्ड पर जोर से धक्का मारा. जिसके बाद कांच टूट गया. हाथी यही नहीं रुका उसने पार्किंग में खड़े ट्रक को टकनाचूर कर दिया. बता दें, बस में कोई पैसेंजर नहीं बैठा था पर ड्राइवर मौजूद था. वहीं ट्रक में भी कोई नहीं था. बस और ट्रक को हाथी ने चकनाचूर कर दिया. किसी को भी कुछ नहीं हुआ है.  यूट्यूब पर ये वीडियो CGTN ने अपलोड किया है. जो काफी वायरल हो रहा है. अंदर बैठे ड्राइवर ने भी शूट किया है. जिसमें दिखाया गया है कि हाथी काफी पास है और वार कर रहा है. वन अधिकारियों ने भी ड्रोन की मदद से वीडियो बनाया है. वीडियो के कुछ शॉट्स काफी खतरनाक हैं, जिसमें हाथी बस के विंडशील्ड को जोर से सिर मार रहा है. जिसके बाद अचानक कांच टूट जाता है. वहीं दूसरी तरफ वो ट्रक को गिराने की कोशिश कर रहा है. कई लोग दूर खड़े हुए थे और शूट कर रहे थे. टिप्पणियां वीडियो में देखा जा सकता है कि हाथी बस से खुद को खुजा रहा है. जंगली हाथी के जाने के बाद ड्राइवर को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है. CGTN कि रिपोर्ट के मुताबिक चीन के जंगलों में हाथी काफी एक्टिव रहते हैं. जो कई बार लोगों को परेशान कर चुका है. यूट्यूब पर ये वीडियो CGTN ने अपलोड किया है. जो काफी वायरल हो रहा है. अंदर बैठे ड्राइवर ने भी शूट किया है. जिसमें दिखाया गया है कि हाथी काफी पास है और वार कर रहा है. वन अधिकारियों ने भी ड्रोन की मदद से वीडियो बनाया है. वीडियो के कुछ शॉट्स काफी खतरनाक हैं, जिसमें हाथी बस के विंडशील्ड को जोर से सिर मार रहा है. जिसके बाद अचानक कांच टूट जाता है. वहीं दूसरी तरफ वो ट्रक को गिराने की कोशिश कर रहा है. कई लोग दूर खड़े हुए थे और शूट कर रहे थे. टिप्पणियां वीडियो में देखा जा सकता है कि हाथी बस से खुद को खुजा रहा है. जंगली हाथी के जाने के बाद ड्राइवर को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है. CGTN कि रिपोर्ट के मुताबिक चीन के जंगलों में हाथी काफी एक्टिव रहते हैं. जो कई बार लोगों को परेशान कर चुका है. वीडियो में देखा जा सकता है कि हाथी बस से खुद को खुजा रहा है. जंगली हाथी के जाने के बाद ड्राइवर को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है. CGTN कि रिपोर्ट के मुताबिक चीन के जंगलों में हाथी काफी एक्टिव रहते हैं. जो कई बार लोगों को परेशान कर चुका है. वीडियो में देखा जा सकता है कि हाथी बस से खुद को खुजा रहा है. जंगली हाथी के जाने के बाद ड्राइवर को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है. CGTN कि रिपोर्ट के मुताबिक चीन के जंगलों में हाथी काफी एक्टिव रहते हैं. जो कई बार लोगों को परेशान कर चुका है.
अमांडा बाइन्स ने बोला रिहाना पर हमला
ट्विटर पर अमांडा और रिहाना के बीच एक-दूसरे को नीचा दिखाने की जंग छिड़ी हुई है। अमांडा ने लिखा, रिहाना! क्रिस ब्राउन ने तुम्हें छोड़ दिया क्योंकि तुम सुंदर नहीं हो।
हॉलीवुड अभिनेत्री अमांडा बाइन्स ने ट्विटर पर रिहाना को बदसूरत कहा। वेबसाइट 'राडारऑनलाइन डॉट काम' ने यह जानकारी दी। ट्विटर पर अमांडा और रिहाना के बीच एक-दूसरे को नीचा दिखाने की जंग छिड़ी हुई है। अमांडा ने लिखा, रिहाना! क्रिस ब्राउन ने तुम्हें छोड़ दिया क्योंकि तुम सुंदर नहीं हो। अमांडा ने आगे लिखा, कोई तुमसे प्यार नहीं करता इसलिए तुम हर किसी को फोन करती रहती हो। मैं अपने कुत्ते का नाम रिहाना रखने वाली हूं।टिप्पणियां रिहाना ने अमांडा के ट्विट के जवाब में लिखा, चलो देखते हैं, जब लोग आपकी जिंदगी में बेवजह हस्तक्षेप बंद कर देंगे, तब क्या होता है। अमांडा ने लिखा, मैं तुम्हारी तरह नहीं हूं, मैं नशा नहीं करती। तुम बिल्कुल भी खूबसूरत नहीं हो और यह तुम भी जानती हो। ट्विटर पर अमांडा और रिहाना के बीच एक-दूसरे को नीचा दिखाने की जंग छिड़ी हुई है। अमांडा ने लिखा, रिहाना! क्रिस ब्राउन ने तुम्हें छोड़ दिया क्योंकि तुम सुंदर नहीं हो। अमांडा ने आगे लिखा, कोई तुमसे प्यार नहीं करता इसलिए तुम हर किसी को फोन करती रहती हो। मैं अपने कुत्ते का नाम रिहाना रखने वाली हूं।टिप्पणियां रिहाना ने अमांडा के ट्विट के जवाब में लिखा, चलो देखते हैं, जब लोग आपकी जिंदगी में बेवजह हस्तक्षेप बंद कर देंगे, तब क्या होता है। अमांडा ने लिखा, मैं तुम्हारी तरह नहीं हूं, मैं नशा नहीं करती। तुम बिल्कुल भी खूबसूरत नहीं हो और यह तुम भी जानती हो। अमांडा ने आगे लिखा, कोई तुमसे प्यार नहीं करता इसलिए तुम हर किसी को फोन करती रहती हो। मैं अपने कुत्ते का नाम रिहाना रखने वाली हूं।टिप्पणियां रिहाना ने अमांडा के ट्विट के जवाब में लिखा, चलो देखते हैं, जब लोग आपकी जिंदगी में बेवजह हस्तक्षेप बंद कर देंगे, तब क्या होता है। अमांडा ने लिखा, मैं तुम्हारी तरह नहीं हूं, मैं नशा नहीं करती। तुम बिल्कुल भी खूबसूरत नहीं हो और यह तुम भी जानती हो। रिहाना ने अमांडा के ट्विट के जवाब में लिखा, चलो देखते हैं, जब लोग आपकी जिंदगी में बेवजह हस्तक्षेप बंद कर देंगे, तब क्या होता है। अमांडा ने लिखा, मैं तुम्हारी तरह नहीं हूं, मैं नशा नहीं करती। तुम बिल्कुल भी खूबसूरत नहीं हो और यह तुम भी जानती हो। अमांडा ने लिखा, मैं तुम्हारी तरह नहीं हूं, मैं नशा नहीं करती। तुम बिल्कुल भी खूबसूरत नहीं हो और यह तुम भी जानती हो।
RRB Alp & Technicians Exam: ग्रुप सी के पदों पर खत्म हुई तीसरे दिन की कम्प्यूटर बेस्ड परीक्षा
ग्रुप सी के पदों पर तीसरे दिन की भर्ती परीक्षा शुरू हो गई है. भर्ती परीक्षा 3 शिफ्टों में होगी. एडमिट कार्ड 9 अगस्त को जारी कर दिया गया था.
13 August, 05:00 pm -  13 August, 11:17 am - In upcoming recruitment of 9500-10000 RPF jawans, there will be a 50% reservation for women & 13,00,00 jobs are also coming up in Railways in which there will be a computer-based test, no interviews: Union Minister Piyush Goyal in Patna #Biharpic.twitter.com/HyZkxhkw8d
मणिपुर: कांग्रेस-बीजेपी दोनों ने ही सरकार बनाने का दावा किया, CM 24 घंटे के भीतर देंगे इस्‍तीफा
मणिपुर में बीजेपी के पास 21 विधायक अन्‍य छोटे दलों के समर्थन का दावा कांग्रेस के पास 28 विधायक
मणिपुर चुनावों में किसी भी पार्टी को स्‍पष्‍ट बहुमत नहीं मिलने के बाद सत्‍ता के लिए संघर्ष शुरू हो गया है. हालांकि कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनी है और बीजेपी दूसरे नंबर पर है लेकिन बहुमत नहीं होने के कारण सत्‍ता की जोड़तोड़ शुरू हो गई है. इन सबके बीच खबर आ रही है कि मुख्‍यमंत्री ओ इबोबी सिंह अगले 24 घंटों के भीतर पद से इस्‍तीफा देंगे. हालांकि 21 सीटें जीतने वाली बीजेपी की तरफ से पूर्वोत्‍तर राज्‍यों के संयोजक हेमंत बिस्‍व सरमा का कहना है कि उनके पास 30 विधायकों के समर्थन के खत हैं और 31वें विधायक की समर्थन की चिट्ठी जल्‍दी ही गवर्नर के पास भेजी जाएगी. इस कड़ी में बीजेपी महासचिव राम माधव ने रविवार को कहा कि उनकी पार्टी मणिपुर की राज्यपाल नजमा हेपतुल्ला से मिलकर नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) और लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के समर्थन से राज्य में सरकार गठन का दावा पेश करेगी. माधव ने कहा, "हम राज्यपाल नजमा हेपतुल्ला से मिलेंगे और उनसे कहेंगे कि भाजपा को मणिपुर में सरकार बनाने का न्योता दें, जिसे एनपीपी और लोजपा का समर्थन है."टिप्पणियां भाजपा ने मणिपुर विधानसभा चुनाव में 21 सीटें जीती है, और उसने अपने सहयोगी नगा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ) की चार सीटों और एनपीपी की चार सीटों, लोजपा की एक सीट और एक निर्दलीय के समर्थन के साथ सरकार गठन के लिए आवश्यक न्यूनतम 31 सदस्यों की संख्या जुटा ली है. माधव ने कहा, "मैं भाजपा को समर्थन देने के लिए एनपीपी और लोजपा को धन्यवाद देता हूं. मैं बदलाव और प्रगतिशील मणिपुर के लिए मतदान करने के लिए मणिपुर के लोगों को भी धन्यवाद देता हूं." इस मौके पर एनपीपी के अध्यक्ष कोनराड संगमा ने कहा, "मैं राज्य में बदलाव के लिए वोट देने हेतु मणिपुर के लोगों को धन्यवाद देता हूं." 60 सदस्यीय विधानसभा के लिए हुए चुनाव में 28 सीटें हासिल कर कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है.  इस लिहाज से कांग्रेस ने भी सरकार बनाने का दावा पेश किया है. राज्‍य में पिछले 15 वर्षों से सत्‍ता में काबिज कांग्रेस की तरफ से उपमुख्‍यमंत्री जी जईखनगम ने कहा है कि हम सबसे बड़ी पार्टी हैं लिहाजा गवर्नर को हमको सरकार बनाने का मौका देना चाहिए. कांग्रेस भी दावा है कि एनपीपी के चारों विधायकों का समर्थन उन्‍हें प्राप्‍त है लेकिन जब बीजेपी ने अपने समर्थन के दावे की बात कही थी तो राज्‍यपाल से मिलने एनपीपी के विधायक उनके साथ गए थे. ऐसे में फिलहाल भ्रम की स्थिति उत्‍पन्‍न हो गई है. भाजपा ने मणिपुर विधानसभा चुनाव में 21 सीटें जीती है, और उसने अपने सहयोगी नगा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ) की चार सीटों और एनपीपी की चार सीटों, लोजपा की एक सीट और एक निर्दलीय के समर्थन के साथ सरकार गठन के लिए आवश्यक न्यूनतम 31 सदस्यों की संख्या जुटा ली है. माधव ने कहा, "मैं भाजपा को समर्थन देने के लिए एनपीपी और लोजपा को धन्यवाद देता हूं. मैं बदलाव और प्रगतिशील मणिपुर के लिए मतदान करने के लिए मणिपुर के लोगों को भी धन्यवाद देता हूं." इस मौके पर एनपीपी के अध्यक्ष कोनराड संगमा ने कहा, "मैं राज्य में बदलाव के लिए वोट देने हेतु मणिपुर के लोगों को धन्यवाद देता हूं." 60 सदस्यीय विधानसभा के लिए हुए चुनाव में 28 सीटें हासिल कर कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है.  इस लिहाज से कांग्रेस ने भी सरकार बनाने का दावा पेश किया है. राज्‍य में पिछले 15 वर्षों से सत्‍ता में काबिज कांग्रेस की तरफ से उपमुख्‍यमंत्री जी जईखनगम ने कहा है कि हम सबसे बड़ी पार्टी हैं लिहाजा गवर्नर को हमको सरकार बनाने का मौका देना चाहिए. कांग्रेस भी दावा है कि एनपीपी के चारों विधायकों का समर्थन उन्‍हें प्राप्‍त है लेकिन जब बीजेपी ने अपने समर्थन के दावे की बात कही थी तो राज्‍यपाल से मिलने एनपीपी के विधायक उनके साथ गए थे. ऐसे में फिलहाल भ्रम की स्थिति उत्‍पन्‍न हो गई है. 60 सदस्यीय विधानसभा के लिए हुए चुनाव में 28 सीटें हासिल कर कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है.  इस लिहाज से कांग्रेस ने भी सरकार बनाने का दावा पेश किया है. राज्‍य में पिछले 15 वर्षों से सत्‍ता में काबिज कांग्रेस की तरफ से उपमुख्‍यमंत्री जी जईखनगम ने कहा है कि हम सबसे बड़ी पार्टी हैं लिहाजा गवर्नर को हमको सरकार बनाने का मौका देना चाहिए. कांग्रेस भी दावा है कि एनपीपी के चारों विधायकों का समर्थन उन्‍हें प्राप्‍त है लेकिन जब बीजेपी ने अपने समर्थन के दावे की बात कही थी तो राज्‍यपाल से मिलने एनपीपी के विधायक उनके साथ गए थे. ऐसे में फिलहाल भ्रम की स्थिति उत्‍पन्‍न हो गई है.
कॉफी विद करण: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए कपिल शर्मा के पास है एक सुझाव
कॉफी विद करण में कपिल शर्मा ने की दिल की बात. कपिल शर्मा ने कहा कि वह दीपिका पादुकोण के प्रति आकर्षित हैं. पीएम मोदी, केजरीवाल और दीपिका के साथ सुनसान आईलैंड पर जाना चाहेंगे कपिल.
कपिल शर्मा इन दिनों अपनी फिल्म <i>फिरंगी</i> की शूटिंग में व्यस्त हैं, इस फिल्म को वह प्रोड्यूस भी कर रहे हैं. वहीं उनका कॉमेडी शो <i>द कपिल शर्मा शो</i> टीवी का नंबर वन कॉमेडी शो बना हुआ है.
तीस्ता पर स्वीकार्य प्रस्ताव तैयार किया जाएगा : मनमोहन
मनमोहन सिंह ने तीस्ता जल मुद्दे पर सम्बंधित अधिकारियों से एक ऐसा व्यावहारिक फार्मूला तलाशने के लिए प्रयास तेज करने को कहा जो दोनों देशों को मंजूर हो।
भारतीय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने बुधवार को तीस्ता जल मुद्दे पर सम्बंधित अधिकारियों से एक ऐसा व्यावहारिक फार्मूला तलाशने के लिए प्रयास तेज करने को कहा जो दोनों देशों को मंजूर हो और जिससे कोई अनावश्यक कठिनाई पैदा न हो। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की तीस्ता नदी जल बंटवारे सम्बंधी समझौते के मसौदे पर नाखुशी के बाद भारत व बांग्लादेश ने इस पर हस्ताक्षर नहीं किए। सिंह दो दिवसीय यात्रा पर मंगलवार को ढाका पहुंचे थे। इस यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच सीमा विवाद सहित कई मुद्दे सुलझने और उन पर समझौते होने की उम्मीद थी। उन्होंने बुधवार को ढाका विश्वविद्यालय में अपने सम्बोधन में कहा, "मुझे उम्मीद थी कि इस यात्रा के दौरान हम तीस्ता नदी जल बंटवारे पर सहमति बना सकेंगे।" उन्होंने कहा, "दोनों ही पक्षों ने एक ऐसा समाधान निकालने का बहुत प्रयास किया था, जो सभी को स्वीकार्य हो। दुर्भाग्य से उपलब्ध समय में इन प्रयासों को सफलता नहीं मिल सकी।" सिंह ने कहा, "मैंने सम्बंधित अधिकारियों से समझौते के लिए एक ऐसा फार्मूला निकालने की दिशा में प्रयास तेज करने को कहा है जिससे भारत या बांग्लादेश में जो लोग इस नदी पर निर्भर हैं उन्हें कोई परेशानी न हो।" तीस्ता नदी सिक्किम से निकलती है और उत्तरी बंगाल से होती हुई बांग्लादेश में प्रवेश करती है। भारत व बांग्लादेश के बीच 54 नदियां बहती हैं। सिंह ने कहा कि समय-समय पर तिपाईमुख बांध परियोजना पर चिंताएं जताई गई हैं। यह परियोजना मणिपुर में चल रही है। उन्होंने कहा, "मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि भारत ऐसा कोई कदम नहीं उठाएगा जिनका बांग्लादेश पर प्रतिकूल असर हो।" भारत व बांग्लादेश ने मंगलवार को जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय व ढाका विश्वविद्यालय के बीच सहयोग के एक समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किए। सीमा मुद्दे पर सिंह ने कहा, "हमारे द्विपक्षीय सम्बंधों के विकास में शायद हमारी सीमाओं का प्रबंधन सबसे बड़ी चुनौती है।" उन्होंने कहा, "दोनों देशों की सरकारों ने लेन-देन की भावना के साथ सीमा मुद्दों को सुलझाने के लिए कड़ी मेहनत की है। परिक्षेत्रों, कब्जे वाले क्षेत्रों और विवादित क्षेत्रों जैसे अनसुलझे मुद्दों को सुलझाने के लिए मंगलवार को एक संधि पर हस्ताक्षर किए गए। सीमा क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को वहां से हटाए बिना इन मुद्दों का समाधान निकाला जाएगा।" आतंकवाद के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि भारत व बांग्लादेश दोनों ही इससे प्रभावित हैं और इस चुनौती से निपटने के लिए दोनों देशों द्वारा मिलजुलकर प्रयास किया जाना महत्वपूर्ण है।
नोटबंदी का असर: सिस्‍टम में सहज कैश फ्लो के लिए और 1.15 लाख करोड़ रुपये के नोट छापने की जरूरत - SBI
24 मार्च तक 13.12 लाख करोड़ रुपये चलन में नोटबंदी से पहले 17.97 लाख करोड़ रुपये चलन में थे एसबीआई ने कहा कि पूर्ण कैश फ्लो के लिए 14.27 लाख करोड़ रुपये चाहिए
भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने शुक्रवार को कहा कि पर्याप्त मात्रा में पुनर्मुद्रण के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) को अतिरिक्त 1.15 लाख करोड़ रुपये मूल्य के नोटों को छापने की जरूरत है. एसबीआई ने कहा कि 24 मार्च तक 13.12 लाख करोड़ रुपये चलन में थे. एसबीआई के आर्थिक शोध विभाग के मुख्य आर्थिक सलाहकार कांति घोष ने एक रिपोर्ट में कहा, "हमारा मानना है कि आरबीआई को अतिरिक्त 1.15 लाख करोड़ रुपये के नोट छापने चाहिए और औसत गति से नोटों की छपाई की जाए, तो प्रक्रिया अप्रैल के पहले पखवाड़े में पूरी हो जाएगी." चार नवंबर, 2016 के आंकड़ों के मुताबिक, नोटबंदी से पहले 17.97 लाख करोड़ रुपये चलन में थे. एसबीआई ने कहा कि पर्याप्त पुनर्मुद्रण के लिए कुल 14.27 लाख करोड़ रुपये बाजार में लाना काफी है. घोष ने कहा, "नोटबंदी के बाद पुनर्मुद्रण के लिए प्रिंटिंग प्रेस को नोटों की छपाई दिन-रात करनी पड़ रही है, ताकि पहले की अवस्था प्राप्त की जा सके." उन्होंने यह भी कहा कि उनका मानना है कि आरबीआई को उतने मूल्य के नोटों को छापने की जरूरत नहीं है, जितने नोटबंदी के दौरान रद्द किए गए थे. घोष ने कहा, "ऐसा इसलिए, क्योंकि नोटबंदी से पहले बाजार में अतिरिक्त मात्रा में नकदी चलन में थी. इसके अलावा, डिजिटल लेनदेन पर सरकार के जोर से काफी आबादी का झुकाव नकदी के कम इस्तेमाल की ओर हुआ है." रिपोर्ट के मुताबिक, "लगभग 1.17 लाख करोड़ मूल्य के नोट छापने की जरूरत नहीं है. इससे छपाई में 500-1,000 करोड़ रुपये की बचत होगी." इसके मुताबिक, 2.50 लाख करोड़ रुपये की अतिरिक्त नकदी नोटबंद से पहले चलन में थी. टिप्पणियां डिजिटल भुगतान पर आरबीआई द्वारा हाल में जारी आंकड़ों के मुताबिक, डिजिटल भुगतान में भारी वृद्धि देखी गई है, साथ ही नोटबंदी के बाद हर दिन 5,476 पीओएस मशीनें लगाई गई हैं.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) चार नवंबर, 2016 के आंकड़ों के मुताबिक, नोटबंदी से पहले 17.97 लाख करोड़ रुपये चलन में थे. एसबीआई ने कहा कि पर्याप्त पुनर्मुद्रण के लिए कुल 14.27 लाख करोड़ रुपये बाजार में लाना काफी है. घोष ने कहा, "नोटबंदी के बाद पुनर्मुद्रण के लिए प्रिंटिंग प्रेस को नोटों की छपाई दिन-रात करनी पड़ रही है, ताकि पहले की अवस्था प्राप्त की जा सके." उन्होंने यह भी कहा कि उनका मानना है कि आरबीआई को उतने मूल्य के नोटों को छापने की जरूरत नहीं है, जितने नोटबंदी के दौरान रद्द किए गए थे. घोष ने कहा, "ऐसा इसलिए, क्योंकि नोटबंदी से पहले बाजार में अतिरिक्त मात्रा में नकदी चलन में थी. इसके अलावा, डिजिटल लेनदेन पर सरकार के जोर से काफी आबादी का झुकाव नकदी के कम इस्तेमाल की ओर हुआ है." रिपोर्ट के मुताबिक, "लगभग 1.17 लाख करोड़ मूल्य के नोट छापने की जरूरत नहीं है. इससे छपाई में 500-1,000 करोड़ रुपये की बचत होगी." इसके मुताबिक, 2.50 लाख करोड़ रुपये की अतिरिक्त नकदी नोटबंद से पहले चलन में थी. टिप्पणियां डिजिटल भुगतान पर आरबीआई द्वारा हाल में जारी आंकड़ों के मुताबिक, डिजिटल भुगतान में भारी वृद्धि देखी गई है, साथ ही नोटबंदी के बाद हर दिन 5,476 पीओएस मशीनें लगाई गई हैं.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) घोष ने कहा, "ऐसा इसलिए, क्योंकि नोटबंदी से पहले बाजार में अतिरिक्त मात्रा में नकदी चलन में थी. इसके अलावा, डिजिटल लेनदेन पर सरकार के जोर से काफी आबादी का झुकाव नकदी के कम इस्तेमाल की ओर हुआ है." रिपोर्ट के मुताबिक, "लगभग 1.17 लाख करोड़ मूल्य के नोट छापने की जरूरत नहीं है. इससे छपाई में 500-1,000 करोड़ रुपये की बचत होगी." इसके मुताबिक, 2.50 लाख करोड़ रुपये की अतिरिक्त नकदी नोटबंद से पहले चलन में थी. टिप्पणियां डिजिटल भुगतान पर आरबीआई द्वारा हाल में जारी आंकड़ों के मुताबिक, डिजिटल भुगतान में भारी वृद्धि देखी गई है, साथ ही नोटबंदी के बाद हर दिन 5,476 पीओएस मशीनें लगाई गई हैं.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) डिजिटल भुगतान पर आरबीआई द्वारा हाल में जारी आंकड़ों के मुताबिक, डिजिटल भुगतान में भारी वृद्धि देखी गई है, साथ ही नोटबंदी के बाद हर दिन 5,476 पीओएस मशीनें लगाई गई हैं.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
Bigg Boss: सलमान खान ने लगाई इस कंटेस्टेंट की क्लास, वीकेंड का वार से पहले Video हुआ वायरल
सलमान इस कंटेस्टेंट की लगाएंगे क्लास सुल्तानी अखाड़े में होगा दंगल वीकेंड का वार में दिखेंगी ये 5 खास बातें
बिग बॉस (Bigg Boss) में आज इस सीजन का पहला वीकेंड का वार (Weekend Ka Vaar) दर्शकों को देखने को मिलेगा. इस दौरान सलमान खान (Salman Khan) घरवालों के जमकर फटकार लगाते दिखेंगे. सोशल मीडिया पर अभी से एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है, जिसमें सलमान खान कंटेस्टेंट्स को फटकार लगा रहे हैं. इस वीडियो में देखा जा सकता है कि सलमान खान कहते दिख रहे हैं: "घर की बहुओं ने एक गैंग बना ली है. देवोलीना सही कैंडिडेट थीं क्वीन बनने के लिए. क्या चुप रहना रश्मि का गेम प्लान है. क्या कर रहे हो तुम लोग अंदर. गेट आउट फॉर्म माई हाउस." Aa gaya hai #BiggBoss13 ka pehla #WeekendKaVaar with @BeingSalmanKhan. Dekhiye aaj raat 9 baje jab niklega gharwalo ka asli result! Anytime on @justvoot.@Vivo_India@bharatpeindia#BiggBoss#BB13#SalmanKhanpic.twitter.com/SaLKgH6QAU सलमान खान (Salman Khan) का यह वीडियो जमकर वायरल हो रहा है. बिग बॉस के पहले वीकेंड वार में हीना खान (Hina Khan) भी नजर आएंगी. सलमान खान और हीना खान ने खूब मस्ती की. वीकेंड का वार में आज कुछ खास बातें भी होंगी, जो दर्शकों को काफी पसंद आएंगी. कंटेस्टेंट्स की क्लास  लगने के साथ ही सुल्तानी अखाड़ा में भी घरवालों के बीच फाइट होगी, जिसमें सिद्धार्थ बाजी मारेंगे. बिग बॉस के घर में आज होने वाली 5 खास बातें.... A post shared by Hina Khan (@realhinakhan) on Oct 4, 2019 at 3:01pm PDT 1. सिद्धार्थ शुक्ला और सिद्धार्थ डे के बीच सुल्तानी अखाड़े में दंगल होगा. 2.इस दंगल में सिद्धार्थ शुक्ला सिद्धार्थ डे को मात देकर विनर बनेंगे.  3.बिग बॉस की पूर्व कंटेस्टेंट हिना खाना घर में जाएंगी और घरवालों को सुपरमार्केट टास्क से अवगत कराएंगी. 4. हिना खान वीकेंड का वार में सलमान खान के साथ स्टेज भी शेयर करेंगी 5. सलमान खान घरवालों से काफी नाराज दिख रहे हैं. वो इस दौरान घरवालों की क्लास भी लगाते नजर आएंगे.   Support karne wali @TheRashamiDesai par hi bhadak gaye #SiddharthDey! Dekhiye kyon, aaj raat #BiggBoss13 mein 10:30 baje. Anytime on @justvoot@Vivo_India@BeingSalmanKhan#BiggBoss#BB13#SalmanKhanpic.twitter.com/YMwIsCAQwU
रेनो ने एसयूवी 'कोलियोस' पेश किया
रेनो इंडिया ने अपना स्पोर्ट्स यूटिलिटी वाहन कोलियोस गुरुवार को पेश किया जिसकी दिल्ली में शोरूम कीमत 22.99 लाख रुपये है।
रेनो इंडिया ने अपना स्पोर्ट्स यूटिलिटी वाहन (एसयूवी) कोलियोस गुरुवार को पेश किया जिसकी दिल्ली में शोरूम कीमत 22.99 लाख रुपये है। भारतीय बाजार में कंपनी का यह दूसरा वाहन है। इससे पहले वह 'फ्लूएंस' यहां बेच रही है। रेनो इंडिया के प्रबंध निदेशक मार्क नासिफ ने संवाददाताओं को बताया, नया केलियोस अब से कुछ दिनों में फ्रैंकफर्ट मोटर शो में वैश्विक बाजार में पेश होगा। हम इसको लेकर काफी आशावान हैं। रेनो अपनी सहयोगी निसान के साथ चेन्नई में कारखाना लगाने में 4,500 करोड़ रुपये निवेश कर रही है।
लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा और AIADMK ने मिलाया हाथ, 5 सीटों पर लड़ेगी भारतीय जनता पार्टी
बीजेपी और AIADMK के बीच गठजोड़ लोकसभा चुनावों के लिए हुआ गठबंधन भारतीय जनता पार्टी 5 सीटों पर लड़ेगी
पीयूष गोयल ने कहा कि भाजपा तमिलनाडु की 21 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव में भी AIADMK का समर्थन करेगी. उन्होंने कहा कि हम राज्य में ओ पनीरसेल्वम और ई पलानीसामी के नेतृत्व में और केंद्र में मोदी जी के नेतृत्व में चुनाव लड़ेंगे. बता दें कि इससे पहले सत्तारूढ़ अन्नाद्रमुक ने आगामी संसदीय चुनावों के लिए व्यापक आधार वाले मोर्चे को पेश करने की दिशा में पहला कदम उठाते हुए पट्टाली मक्कल कत्ची (PMK) के साथ राजनीतिक गठबंधन की घोषणा की थी. मुख्यमंत्री के पलानीसामी की मौजूदगी में गठबंधन की घोषणा करते हुए अन्नाद्रमुक के समन्वयक एवं उप मुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम ने कहा था कि पीएमके लोकसभा की 7 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. पीएमके को राज्यसभा की भी एक सीट दिए जाने का निर्णय किया गया है.  पनीरसेल्वम ने बताया कि समझौते के तहत पीएमके तमिलनाडु में 21 विधानसभा क्षेत्रों में संभावित उपचुनाव में अन्नाद्रमुक का समर्थन करेगी. पीएमके के साथ यह समझौता होना अन्नाद्रमुक के लिए एक बड़ी कामयाबी के तौर पर देखा जा रहा है.
पीएम मोदी की डिग्री : सीआईसी के सार्वजनिक करने के आदेश पर हाईकोर्ट ने रोक लगाई
दिल्ली यूनिवर्सिटी ने सीआईसी के आदेश को हाई कोर्ट में चुनौती दी मार्कशीट की जानकारी मांगने वाले नीरज कुमार को नोटिस एएसजी ने कहा, विवि की तीसरे पक्ष को लेकर एक जिम्मेदारी
दिल्ली यूनिवर्सिटी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डिग्री को सार्वजनिक करने के केंद्रीय सूचना आयोग (सीआईसी) के आदेश को हाई कोर्ट में चुनौती दी है. हाई कोर्ट ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से पीएम मोदी की मार्कशीट की जानकारी मांगने वाले नीरज कुमार को नोटिस दिया है. दिल्ली हाईकोर्ट ने सीआईसी के आदेश पर फिलहाल रोक लगा दी है. इस मामले की अगली सुनवाई 24 अप्रैल को होगी. दिल्ली यूनिवर्सिटी की याचिका में सीआईसी के उस आदेश को चुनौती दी गई है जिसमें पीएम मोदी की मार्कशीट को सार्वजनिक करने को सही बताया गया है. आदेश में कहा गया है कि कोई भी व्यक्ति इस बारे मे सम्बंधित विभाग से जानकारी मांग सकता है. मार्कशीट के बारे में जानकारी दी जा सकती है क्योंकि वह प्राइवेट प्रॉपर्टी नहीं है. दिल्ली विवि की ओर से पेश एएसजी तुषार मेहता ने हाईकोर्ट में दलील दी कि विवि इस तरह तीसरे पक्ष की डिग्री का ब्योरा बाहरी व्यक्ति को नहीं दे सकता क्योंकि विवि की तीसरे पक्ष को लेकर एक जिम्मेदारी बनती है. गौरतलब है कि केंद्रीय सूचना आयोग ने दिल्ली विश्वविद्यालय को वर्ष 1978 में बीए डिग्री पास करने वाले सभी विद्यार्थियों के रिकॉर्ड की पड़ताल करने का निर्देश दिया था. विश्वविद्यालय के अनुसार इसी साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह परीक्षा उत्तीर्ण की थी. आयोग ने विश्वविद्यालय के केंद्रीय जन सूचना अधिकारी की यह दलील खारिज कर दी थी कि यह तीसरे पक्ष की व्यक्तिगत सूचना है. उसने कहा था कि इस दलील में उसे दम या कोई कानूनी पक्ष नजर नहीं आता है. यह भी पढ़ें- पीएम मोदी की डिग्री की ‘सच्चाई' का खुलासा हो : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सीआईसी ने विश्वविद्यालय को 1978 में कला स्नातक उत्तीर्ण होने वाले सभी विद्यार्थियों के क्रमांक, नाम, पिता के नाम, प्राप्तांक समेत सभी सूचनाएं देखने देने तथा इनसे संबंधित रजिस्टर के संबंधित पेज की प्रमाणित प्रति मुफ्त में उपलब्ध कराने का आदेश दिया था. आरटीआई आवेदक नीरज कुमार ने विश्वविद्यालय से 1978 में बीए की परीक्षा में शामिल होने वाले विद्यार्थियों की कुल संख्या, उनके परीक्षा परिणाम (उत्तीर्ण या अनुतीर्ण), क्रमांक, नाम, पिता के नाम, प्राप्तांक आदि सूचनाएं मांगी थीं. उक्त सूचनाएं देने से इनकार करते हुए विश्वविद्यालय के केंद्रीय जन सूचना अधिकारी ने जवाब दिया था कि मांगी गई सूचनाएं संबंधित विद्यार्थियों की निजी सूचनाएं हैं, उसके उद्घाटन का किसी सार्वजनिक गतिविधि या हित से कोई नाता नहीं है. सूचना आयुक्त श्रीधर आचार्युलू ने कहा था कि "इस प्रश्न के सिलसिले में, कि क्या पहचान से संबंधित ऐसी सूचनाओं का खुलासा निजता का उल्लंघन है या क्या यह निजता का अवांछित उल्लंघन है, पीआईओ ने ऐसा कोई सबूत नहीं दिया है या इस संभावना पर कोई सफाई नहीं दी कि डिग्री से संबंधित सूचना के खुलासे से निजता उल्लंघन होता है या निजता का अवांछनीय उल्लंघन है." आयोग के समक्ष सीपीआईओ मीनाक्षी सहाय ने कहा कि 'इस साल बीए प्रोग्राम में दो लाख विद्यार्थी थे और जब तक बीए प्रोग्राम के विषय का जिक्र नहीं किया जाता है तब तक मांगी गई सूचना जैसे 1978 में परीक्षा में शामिल होने वाले विद्यार्थियों के नाम, उत्तीर्ण, अनुत्तीर्ण आदि जानकारी देना मुश्किल होगा. उन्होंने कहा कि 1978 का परीक्षा परिणाम डिजिटल स्वरूप में भी नहीं है. यह भी पढ़ें- PM मोदी की डिग्री सार्वजनिक करने के CIC के आदेश के खिलाफ हाईकोर्ट पहुंचा गुजरात विश्वविद्यालयटिप्पणियां इस पर नीरज ने कहा कि ऐसे परिणाम नोटिस बोर्ड या कभी-कभी अखबारों में प्रकाशित करने की दिल्ली विश्वविद्यालय की पहले की परिपाटी थी, इसका मतलब यह है कि सीपीआईओ ने जिन सीमाओं का उल्लेख किया है, उसके बगैर ही मांगी गई सूचना जन प्राधिकार के पास थी और उसे प्रकाशित किया गया था या सार्वजनिक रूप से सामने रखा गया था. डीयू के 1978 के डिग्री रिकॉर्ड का मुद्दा तब सामने आया जब आम आदमी पार्टी ने प्रधानमंत्री की डिग्री को लेकर सवाल किए थे और उससे विवाद खड़ा हुआ था. इस विवाद के बाद दिल्ली विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार तरुण दास ने पिछले साल कहा था, "हमने अपने रिकॉर्ड चेक किए और यह प्रमाणित किया जाता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डिग्री प्रामाणिक है. उन्होंने 1978 में परीक्षा पास की थी और उन्हें 1979 में डिग्री प्रदान की गई थी." इस मामले की अगली सुनवाई 24 अप्रैल को होगी. दिल्ली यूनिवर्सिटी की याचिका में सीआईसी के उस आदेश को चुनौती दी गई है जिसमें पीएम मोदी की मार्कशीट को सार्वजनिक करने को सही बताया गया है. आदेश में कहा गया है कि कोई भी व्यक्ति इस बारे मे सम्बंधित विभाग से जानकारी मांग सकता है. मार्कशीट के बारे में जानकारी दी जा सकती है क्योंकि वह प्राइवेट प्रॉपर्टी नहीं है. दिल्ली विवि की ओर से पेश एएसजी तुषार मेहता ने हाईकोर्ट में दलील दी कि विवि इस तरह तीसरे पक्ष की डिग्री का ब्योरा बाहरी व्यक्ति को नहीं दे सकता क्योंकि विवि की तीसरे पक्ष को लेकर एक जिम्मेदारी बनती है. गौरतलब है कि केंद्रीय सूचना आयोग ने दिल्ली विश्वविद्यालय को वर्ष 1978 में बीए डिग्री पास करने वाले सभी विद्यार्थियों के रिकॉर्ड की पड़ताल करने का निर्देश दिया था. विश्वविद्यालय के अनुसार इसी साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह परीक्षा उत्तीर्ण की थी. आयोग ने विश्वविद्यालय के केंद्रीय जन सूचना अधिकारी की यह दलील खारिज कर दी थी कि यह तीसरे पक्ष की व्यक्तिगत सूचना है. उसने कहा था कि इस दलील में उसे दम या कोई कानूनी पक्ष नजर नहीं आता है. यह भी पढ़ें- पीएम मोदी की डिग्री की ‘सच्चाई' का खुलासा हो : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सीआईसी ने विश्वविद्यालय को 1978 में कला स्नातक उत्तीर्ण होने वाले सभी विद्यार्थियों के क्रमांक, नाम, पिता के नाम, प्राप्तांक समेत सभी सूचनाएं देखने देने तथा इनसे संबंधित रजिस्टर के संबंधित पेज की प्रमाणित प्रति मुफ्त में उपलब्ध कराने का आदेश दिया था. आरटीआई आवेदक नीरज कुमार ने विश्वविद्यालय से 1978 में बीए की परीक्षा में शामिल होने वाले विद्यार्थियों की कुल संख्या, उनके परीक्षा परिणाम (उत्तीर्ण या अनुतीर्ण), क्रमांक, नाम, पिता के नाम, प्राप्तांक आदि सूचनाएं मांगी थीं. उक्त सूचनाएं देने से इनकार करते हुए विश्वविद्यालय के केंद्रीय जन सूचना अधिकारी ने जवाब दिया था कि मांगी गई सूचनाएं संबंधित विद्यार्थियों की निजी सूचनाएं हैं, उसके उद्घाटन का किसी सार्वजनिक गतिविधि या हित से कोई नाता नहीं है. सूचना आयुक्त श्रीधर आचार्युलू ने कहा था कि "इस प्रश्न के सिलसिले में, कि क्या पहचान से संबंधित ऐसी सूचनाओं का खुलासा निजता का उल्लंघन है या क्या यह निजता का अवांछित उल्लंघन है, पीआईओ ने ऐसा कोई सबूत नहीं दिया है या इस संभावना पर कोई सफाई नहीं दी कि डिग्री से संबंधित सूचना के खुलासे से निजता उल्लंघन होता है या निजता का अवांछनीय उल्लंघन है." आयोग के समक्ष सीपीआईओ मीनाक्षी सहाय ने कहा कि 'इस साल बीए प्रोग्राम में दो लाख विद्यार्थी थे और जब तक बीए प्रोग्राम के विषय का जिक्र नहीं किया जाता है तब तक मांगी गई सूचना जैसे 1978 में परीक्षा में शामिल होने वाले विद्यार्थियों के नाम, उत्तीर्ण, अनुत्तीर्ण आदि जानकारी देना मुश्किल होगा. उन्होंने कहा कि 1978 का परीक्षा परिणाम डिजिटल स्वरूप में भी नहीं है. यह भी पढ़ें- PM मोदी की डिग्री सार्वजनिक करने के CIC के आदेश के खिलाफ हाईकोर्ट पहुंचा गुजरात विश्वविद्यालयटिप्पणियां इस पर नीरज ने कहा कि ऐसे परिणाम नोटिस बोर्ड या कभी-कभी अखबारों में प्रकाशित करने की दिल्ली विश्वविद्यालय की पहले की परिपाटी थी, इसका मतलब यह है कि सीपीआईओ ने जिन सीमाओं का उल्लेख किया है, उसके बगैर ही मांगी गई सूचना जन प्राधिकार के पास थी और उसे प्रकाशित किया गया था या सार्वजनिक रूप से सामने रखा गया था. डीयू के 1978 के डिग्री रिकॉर्ड का मुद्दा तब सामने आया जब आम आदमी पार्टी ने प्रधानमंत्री की डिग्री को लेकर सवाल किए थे और उससे विवाद खड़ा हुआ था. इस विवाद के बाद दिल्ली विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार तरुण दास ने पिछले साल कहा था, "हमने अपने रिकॉर्ड चेक किए और यह प्रमाणित किया जाता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डिग्री प्रामाणिक है. उन्होंने 1978 में परीक्षा पास की थी और उन्हें 1979 में डिग्री प्रदान की गई थी." दिल्ली विवि की ओर से पेश एएसजी तुषार मेहता ने हाईकोर्ट में दलील दी कि विवि इस तरह तीसरे पक्ष की डिग्री का ब्योरा बाहरी व्यक्ति को नहीं दे सकता क्योंकि विवि की तीसरे पक्ष को लेकर एक जिम्मेदारी बनती है. गौरतलब है कि केंद्रीय सूचना आयोग ने दिल्ली विश्वविद्यालय को वर्ष 1978 में बीए डिग्री पास करने वाले सभी विद्यार्थियों के रिकॉर्ड की पड़ताल करने का निर्देश दिया था. विश्वविद्यालय के अनुसार इसी साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह परीक्षा उत्तीर्ण की थी. आयोग ने विश्वविद्यालय के केंद्रीय जन सूचना अधिकारी की यह दलील खारिज कर दी थी कि यह तीसरे पक्ष की व्यक्तिगत सूचना है. उसने कहा था कि इस दलील में उसे दम या कोई कानूनी पक्ष नजर नहीं आता है. यह भी पढ़ें- पीएम मोदी की डिग्री की ‘सच्चाई' का खुलासा हो : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सीआईसी ने विश्वविद्यालय को 1978 में कला स्नातक उत्तीर्ण होने वाले सभी विद्यार्थियों के क्रमांक, नाम, पिता के नाम, प्राप्तांक समेत सभी सूचनाएं देखने देने तथा इनसे संबंधित रजिस्टर के संबंधित पेज की प्रमाणित प्रति मुफ्त में उपलब्ध कराने का आदेश दिया था. आरटीआई आवेदक नीरज कुमार ने विश्वविद्यालय से 1978 में बीए की परीक्षा में शामिल होने वाले विद्यार्थियों की कुल संख्या, उनके परीक्षा परिणाम (उत्तीर्ण या अनुतीर्ण), क्रमांक, नाम, पिता के नाम, प्राप्तांक आदि सूचनाएं मांगी थीं. उक्त सूचनाएं देने से इनकार करते हुए विश्वविद्यालय के केंद्रीय जन सूचना अधिकारी ने जवाब दिया था कि मांगी गई सूचनाएं संबंधित विद्यार्थियों की निजी सूचनाएं हैं, उसके उद्घाटन का किसी सार्वजनिक गतिविधि या हित से कोई नाता नहीं है. सूचना आयुक्त श्रीधर आचार्युलू ने कहा था कि "इस प्रश्न के सिलसिले में, कि क्या पहचान से संबंधित ऐसी सूचनाओं का खुलासा निजता का उल्लंघन है या क्या यह निजता का अवांछित उल्लंघन है, पीआईओ ने ऐसा कोई सबूत नहीं दिया है या इस संभावना पर कोई सफाई नहीं दी कि डिग्री से संबंधित सूचना के खुलासे से निजता उल्लंघन होता है या निजता का अवांछनीय उल्लंघन है." आयोग के समक्ष सीपीआईओ मीनाक्षी सहाय ने कहा कि 'इस साल बीए प्रोग्राम में दो लाख विद्यार्थी थे और जब तक बीए प्रोग्राम के विषय का जिक्र नहीं किया जाता है तब तक मांगी गई सूचना जैसे 1978 में परीक्षा में शामिल होने वाले विद्यार्थियों के नाम, उत्तीर्ण, अनुत्तीर्ण आदि जानकारी देना मुश्किल होगा. उन्होंने कहा कि 1978 का परीक्षा परिणाम डिजिटल स्वरूप में भी नहीं है. यह भी पढ़ें- PM मोदी की डिग्री सार्वजनिक करने के CIC के आदेश के खिलाफ हाईकोर्ट पहुंचा गुजरात विश्वविद्यालयटिप्पणियां इस पर नीरज ने कहा कि ऐसे परिणाम नोटिस बोर्ड या कभी-कभी अखबारों में प्रकाशित करने की दिल्ली विश्वविद्यालय की पहले की परिपाटी थी, इसका मतलब यह है कि सीपीआईओ ने जिन सीमाओं का उल्लेख किया है, उसके बगैर ही मांगी गई सूचना जन प्राधिकार के पास थी और उसे प्रकाशित किया गया था या सार्वजनिक रूप से सामने रखा गया था. डीयू के 1978 के डिग्री रिकॉर्ड का मुद्दा तब सामने आया जब आम आदमी पार्टी ने प्रधानमंत्री की डिग्री को लेकर सवाल किए थे और उससे विवाद खड़ा हुआ था. इस विवाद के बाद दिल्ली विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार तरुण दास ने पिछले साल कहा था, "हमने अपने रिकॉर्ड चेक किए और यह प्रमाणित किया जाता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डिग्री प्रामाणिक है. उन्होंने 1978 में परीक्षा पास की थी और उन्हें 1979 में डिग्री प्रदान की गई थी." गौरतलब है कि केंद्रीय सूचना आयोग ने दिल्ली विश्वविद्यालय को वर्ष 1978 में बीए डिग्री पास करने वाले सभी विद्यार्थियों के रिकॉर्ड की पड़ताल करने का निर्देश दिया था. विश्वविद्यालय के अनुसार इसी साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह परीक्षा उत्तीर्ण की थी. आयोग ने विश्वविद्यालय के केंद्रीय जन सूचना अधिकारी की यह दलील खारिज कर दी थी कि यह तीसरे पक्ष की व्यक्तिगत सूचना है. उसने कहा था कि इस दलील में उसे दम या कोई कानूनी पक्ष नजर नहीं आता है. यह भी पढ़ें- पीएम मोदी की डिग्री की ‘सच्चाई' का खुलासा हो : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सीआईसी ने विश्वविद्यालय को 1978 में कला स्नातक उत्तीर्ण होने वाले सभी विद्यार्थियों के क्रमांक, नाम, पिता के नाम, प्राप्तांक समेत सभी सूचनाएं देखने देने तथा इनसे संबंधित रजिस्टर के संबंधित पेज की प्रमाणित प्रति मुफ्त में उपलब्ध कराने का आदेश दिया था. आरटीआई आवेदक नीरज कुमार ने विश्वविद्यालय से 1978 में बीए की परीक्षा में शामिल होने वाले विद्यार्थियों की कुल संख्या, उनके परीक्षा परिणाम (उत्तीर्ण या अनुतीर्ण), क्रमांक, नाम, पिता के नाम, प्राप्तांक आदि सूचनाएं मांगी थीं. उक्त सूचनाएं देने से इनकार करते हुए विश्वविद्यालय के केंद्रीय जन सूचना अधिकारी ने जवाब दिया था कि मांगी गई सूचनाएं संबंधित विद्यार्थियों की निजी सूचनाएं हैं, उसके उद्घाटन का किसी सार्वजनिक गतिविधि या हित से कोई नाता नहीं है. सूचना आयुक्त श्रीधर आचार्युलू ने कहा था कि "इस प्रश्न के सिलसिले में, कि क्या पहचान से संबंधित ऐसी सूचनाओं का खुलासा निजता का उल्लंघन है या क्या यह निजता का अवांछित उल्लंघन है, पीआईओ ने ऐसा कोई सबूत नहीं दिया है या इस संभावना पर कोई सफाई नहीं दी कि डिग्री से संबंधित सूचना के खुलासे से निजता उल्लंघन होता है या निजता का अवांछनीय उल्लंघन है." आयोग के समक्ष सीपीआईओ मीनाक्षी सहाय ने कहा कि 'इस साल बीए प्रोग्राम में दो लाख विद्यार्थी थे और जब तक बीए प्रोग्राम के विषय का जिक्र नहीं किया जाता है तब तक मांगी गई सूचना जैसे 1978 में परीक्षा में शामिल होने वाले विद्यार्थियों के नाम, उत्तीर्ण, अनुत्तीर्ण आदि जानकारी देना मुश्किल होगा. उन्होंने कहा कि 1978 का परीक्षा परिणाम डिजिटल स्वरूप में भी नहीं है. यह भी पढ़ें- PM मोदी की डिग्री सार्वजनिक करने के CIC के आदेश के खिलाफ हाईकोर्ट पहुंचा गुजरात विश्वविद्यालयटिप्पणियां इस पर नीरज ने कहा कि ऐसे परिणाम नोटिस बोर्ड या कभी-कभी अखबारों में प्रकाशित करने की दिल्ली विश्वविद्यालय की पहले की परिपाटी थी, इसका मतलब यह है कि सीपीआईओ ने जिन सीमाओं का उल्लेख किया है, उसके बगैर ही मांगी गई सूचना जन प्राधिकार के पास थी और उसे प्रकाशित किया गया था या सार्वजनिक रूप से सामने रखा गया था. डीयू के 1978 के डिग्री रिकॉर्ड का मुद्दा तब सामने आया जब आम आदमी पार्टी ने प्रधानमंत्री की डिग्री को लेकर सवाल किए थे और उससे विवाद खड़ा हुआ था. इस विवाद के बाद दिल्ली विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार तरुण दास ने पिछले साल कहा था, "हमने अपने रिकॉर्ड चेक किए और यह प्रमाणित किया जाता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डिग्री प्रामाणिक है. उन्होंने 1978 में परीक्षा पास की थी और उन्हें 1979 में डिग्री प्रदान की गई थी." यह भी पढ़ें- पीएम मोदी की डिग्री की ‘सच्चाई' का खुलासा हो : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सीआईसी ने विश्वविद्यालय को 1978 में कला स्नातक उत्तीर्ण होने वाले सभी विद्यार्थियों के क्रमांक, नाम, पिता के नाम, प्राप्तांक समेत सभी सूचनाएं देखने देने तथा इनसे संबंधित रजिस्टर के संबंधित पेज की प्रमाणित प्रति मुफ्त में उपलब्ध कराने का आदेश दिया था. आरटीआई आवेदक नीरज कुमार ने विश्वविद्यालय से 1978 में बीए की परीक्षा में शामिल होने वाले विद्यार्थियों की कुल संख्या, उनके परीक्षा परिणाम (उत्तीर्ण या अनुतीर्ण), क्रमांक, नाम, पिता के नाम, प्राप्तांक आदि सूचनाएं मांगी थीं. उक्त सूचनाएं देने से इनकार करते हुए विश्वविद्यालय के केंद्रीय जन सूचना अधिकारी ने जवाब दिया था कि मांगी गई सूचनाएं संबंधित विद्यार्थियों की निजी सूचनाएं हैं, उसके उद्घाटन का किसी सार्वजनिक गतिविधि या हित से कोई नाता नहीं है. सूचना आयुक्त श्रीधर आचार्युलू ने कहा था कि "इस प्रश्न के सिलसिले में, कि क्या पहचान से संबंधित ऐसी सूचनाओं का खुलासा निजता का उल्लंघन है या क्या यह निजता का अवांछित उल्लंघन है, पीआईओ ने ऐसा कोई सबूत नहीं दिया है या इस संभावना पर कोई सफाई नहीं दी कि डिग्री से संबंधित सूचना के खुलासे से निजता उल्लंघन होता है या निजता का अवांछनीय उल्लंघन है." आयोग के समक्ष सीपीआईओ मीनाक्षी सहाय ने कहा कि 'इस साल बीए प्रोग्राम में दो लाख विद्यार्थी थे और जब तक बीए प्रोग्राम के विषय का जिक्र नहीं किया जाता है तब तक मांगी गई सूचना जैसे 1978 में परीक्षा में शामिल होने वाले विद्यार्थियों के नाम, उत्तीर्ण, अनुत्तीर्ण आदि जानकारी देना मुश्किल होगा. उन्होंने कहा कि 1978 का परीक्षा परिणाम डिजिटल स्वरूप में भी नहीं है. यह भी पढ़ें- PM मोदी की डिग्री सार्वजनिक करने के CIC के आदेश के खिलाफ हाईकोर्ट पहुंचा गुजरात विश्वविद्यालयटिप्पणियां इस पर नीरज ने कहा कि ऐसे परिणाम नोटिस बोर्ड या कभी-कभी अखबारों में प्रकाशित करने की दिल्ली विश्वविद्यालय की पहले की परिपाटी थी, इसका मतलब यह है कि सीपीआईओ ने जिन सीमाओं का उल्लेख किया है, उसके बगैर ही मांगी गई सूचना जन प्राधिकार के पास थी और उसे प्रकाशित किया गया था या सार्वजनिक रूप से सामने रखा गया था. डीयू के 1978 के डिग्री रिकॉर्ड का मुद्दा तब सामने आया जब आम आदमी पार्टी ने प्रधानमंत्री की डिग्री को लेकर सवाल किए थे और उससे विवाद खड़ा हुआ था. इस विवाद के बाद दिल्ली विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार तरुण दास ने पिछले साल कहा था, "हमने अपने रिकॉर्ड चेक किए और यह प्रमाणित किया जाता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डिग्री प्रामाणिक है. उन्होंने 1978 में परीक्षा पास की थी और उन्हें 1979 में डिग्री प्रदान की गई थी." सीआईसी ने विश्वविद्यालय को 1978 में कला स्नातक उत्तीर्ण होने वाले सभी विद्यार्थियों के क्रमांक, नाम, पिता के नाम, प्राप्तांक समेत सभी सूचनाएं देखने देने तथा इनसे संबंधित रजिस्टर के संबंधित पेज की प्रमाणित प्रति मुफ्त में उपलब्ध कराने का आदेश दिया था. आरटीआई आवेदक नीरज कुमार ने विश्वविद्यालय से 1978 में बीए की परीक्षा में शामिल होने वाले विद्यार्थियों की कुल संख्या, उनके परीक्षा परिणाम (उत्तीर्ण या अनुतीर्ण), क्रमांक, नाम, पिता के नाम, प्राप्तांक आदि सूचनाएं मांगी थीं. उक्त सूचनाएं देने से इनकार करते हुए विश्वविद्यालय के केंद्रीय जन सूचना अधिकारी ने जवाब दिया था कि मांगी गई सूचनाएं संबंधित विद्यार्थियों की निजी सूचनाएं हैं, उसके उद्घाटन का किसी सार्वजनिक गतिविधि या हित से कोई नाता नहीं है. सूचना आयुक्त श्रीधर आचार्युलू ने कहा था कि "इस प्रश्न के सिलसिले में, कि क्या पहचान से संबंधित ऐसी सूचनाओं का खुलासा निजता का उल्लंघन है या क्या यह निजता का अवांछित उल्लंघन है, पीआईओ ने ऐसा कोई सबूत नहीं दिया है या इस संभावना पर कोई सफाई नहीं दी कि डिग्री से संबंधित सूचना के खुलासे से निजता उल्लंघन होता है या निजता का अवांछनीय उल्लंघन है." आयोग के समक्ष सीपीआईओ मीनाक्षी सहाय ने कहा कि 'इस साल बीए प्रोग्राम में दो लाख विद्यार्थी थे और जब तक बीए प्रोग्राम के विषय का जिक्र नहीं किया जाता है तब तक मांगी गई सूचना जैसे 1978 में परीक्षा में शामिल होने वाले विद्यार्थियों के नाम, उत्तीर्ण, अनुत्तीर्ण आदि जानकारी देना मुश्किल होगा. उन्होंने कहा कि 1978 का परीक्षा परिणाम डिजिटल स्वरूप में भी नहीं है. यह भी पढ़ें- PM मोदी की डिग्री सार्वजनिक करने के CIC के आदेश के खिलाफ हाईकोर्ट पहुंचा गुजरात विश्वविद्यालयटिप्पणियां इस पर नीरज ने कहा कि ऐसे परिणाम नोटिस बोर्ड या कभी-कभी अखबारों में प्रकाशित करने की दिल्ली विश्वविद्यालय की पहले की परिपाटी थी, इसका मतलब यह है कि सीपीआईओ ने जिन सीमाओं का उल्लेख किया है, उसके बगैर ही मांगी गई सूचना जन प्राधिकार के पास थी और उसे प्रकाशित किया गया था या सार्वजनिक रूप से सामने रखा गया था. डीयू के 1978 के डिग्री रिकॉर्ड का मुद्दा तब सामने आया जब आम आदमी पार्टी ने प्रधानमंत्री की डिग्री को लेकर सवाल किए थे और उससे विवाद खड़ा हुआ था. इस विवाद के बाद दिल्ली विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार तरुण दास ने पिछले साल कहा था, "हमने अपने रिकॉर्ड चेक किए और यह प्रमाणित किया जाता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डिग्री प्रामाणिक है. उन्होंने 1978 में परीक्षा पास की थी और उन्हें 1979 में डिग्री प्रदान की गई थी." उक्त सूचनाएं देने से इनकार करते हुए विश्वविद्यालय के केंद्रीय जन सूचना अधिकारी ने जवाब दिया था कि मांगी गई सूचनाएं संबंधित विद्यार्थियों की निजी सूचनाएं हैं, उसके उद्घाटन का किसी सार्वजनिक गतिविधि या हित से कोई नाता नहीं है. सूचना आयुक्त श्रीधर आचार्युलू ने कहा था कि "इस प्रश्न के सिलसिले में, कि क्या पहचान से संबंधित ऐसी सूचनाओं का खुलासा निजता का उल्लंघन है या क्या यह निजता का अवांछित उल्लंघन है, पीआईओ ने ऐसा कोई सबूत नहीं दिया है या इस संभावना पर कोई सफाई नहीं दी कि डिग्री से संबंधित सूचना के खुलासे से निजता उल्लंघन होता है या निजता का अवांछनीय उल्लंघन है." आयोग के समक्ष सीपीआईओ मीनाक्षी सहाय ने कहा कि 'इस साल बीए प्रोग्राम में दो लाख विद्यार्थी थे और जब तक बीए प्रोग्राम के विषय का जिक्र नहीं किया जाता है तब तक मांगी गई सूचना जैसे 1978 में परीक्षा में शामिल होने वाले विद्यार्थियों के नाम, उत्तीर्ण, अनुत्तीर्ण आदि जानकारी देना मुश्किल होगा. उन्होंने कहा कि 1978 का परीक्षा परिणाम डिजिटल स्वरूप में भी नहीं है. यह भी पढ़ें- PM मोदी की डिग्री सार्वजनिक करने के CIC के आदेश के खिलाफ हाईकोर्ट पहुंचा गुजरात विश्वविद्यालयटिप्पणियां इस पर नीरज ने कहा कि ऐसे परिणाम नोटिस बोर्ड या कभी-कभी अखबारों में प्रकाशित करने की दिल्ली विश्वविद्यालय की पहले की परिपाटी थी, इसका मतलब यह है कि सीपीआईओ ने जिन सीमाओं का उल्लेख किया है, उसके बगैर ही मांगी गई सूचना जन प्राधिकार के पास थी और उसे प्रकाशित किया गया था या सार्वजनिक रूप से सामने रखा गया था. डीयू के 1978 के डिग्री रिकॉर्ड का मुद्दा तब सामने आया जब आम आदमी पार्टी ने प्रधानमंत्री की डिग्री को लेकर सवाल किए थे और उससे विवाद खड़ा हुआ था. इस विवाद के बाद दिल्ली विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार तरुण दास ने पिछले साल कहा था, "हमने अपने रिकॉर्ड चेक किए और यह प्रमाणित किया जाता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डिग्री प्रामाणिक है. उन्होंने 1978 में परीक्षा पास की थी और उन्हें 1979 में डिग्री प्रदान की गई थी." सूचना आयुक्त श्रीधर आचार्युलू ने कहा था कि "इस प्रश्न के सिलसिले में, कि क्या पहचान से संबंधित ऐसी सूचनाओं का खुलासा निजता का उल्लंघन है या क्या यह निजता का अवांछित उल्लंघन है, पीआईओ ने ऐसा कोई सबूत नहीं दिया है या इस संभावना पर कोई सफाई नहीं दी कि डिग्री से संबंधित सूचना के खुलासे से निजता उल्लंघन होता है या निजता का अवांछनीय उल्लंघन है." आयोग के समक्ष सीपीआईओ मीनाक्षी सहाय ने कहा कि 'इस साल बीए प्रोग्राम में दो लाख विद्यार्थी थे और जब तक बीए प्रोग्राम के विषय का जिक्र नहीं किया जाता है तब तक मांगी गई सूचना जैसे 1978 में परीक्षा में शामिल होने वाले विद्यार्थियों के नाम, उत्तीर्ण, अनुत्तीर्ण आदि जानकारी देना मुश्किल होगा. उन्होंने कहा कि 1978 का परीक्षा परिणाम डिजिटल स्वरूप में भी नहीं है. यह भी पढ़ें- PM मोदी की डिग्री सार्वजनिक करने के CIC के आदेश के खिलाफ हाईकोर्ट पहुंचा गुजरात विश्वविद्यालयटिप्पणियां इस पर नीरज ने कहा कि ऐसे परिणाम नोटिस बोर्ड या कभी-कभी अखबारों में प्रकाशित करने की दिल्ली विश्वविद्यालय की पहले की परिपाटी थी, इसका मतलब यह है कि सीपीआईओ ने जिन सीमाओं का उल्लेख किया है, उसके बगैर ही मांगी गई सूचना जन प्राधिकार के पास थी और उसे प्रकाशित किया गया था या सार्वजनिक रूप से सामने रखा गया था. डीयू के 1978 के डिग्री रिकॉर्ड का मुद्दा तब सामने आया जब आम आदमी पार्टी ने प्रधानमंत्री की डिग्री को लेकर सवाल किए थे और उससे विवाद खड़ा हुआ था. इस विवाद के बाद दिल्ली विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार तरुण दास ने पिछले साल कहा था, "हमने अपने रिकॉर्ड चेक किए और यह प्रमाणित किया जाता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डिग्री प्रामाणिक है. उन्होंने 1978 में परीक्षा पास की थी और उन्हें 1979 में डिग्री प्रदान की गई थी." आयोग के समक्ष सीपीआईओ मीनाक्षी सहाय ने कहा कि 'इस साल बीए प्रोग्राम में दो लाख विद्यार्थी थे और जब तक बीए प्रोग्राम के विषय का जिक्र नहीं किया जाता है तब तक मांगी गई सूचना जैसे 1978 में परीक्षा में शामिल होने वाले विद्यार्थियों के नाम, उत्तीर्ण, अनुत्तीर्ण आदि जानकारी देना मुश्किल होगा. उन्होंने कहा कि 1978 का परीक्षा परिणाम डिजिटल स्वरूप में भी नहीं है. यह भी पढ़ें- PM मोदी की डिग्री सार्वजनिक करने के CIC के आदेश के खिलाफ हाईकोर्ट पहुंचा गुजरात विश्वविद्यालयटिप्पणियां इस पर नीरज ने कहा कि ऐसे परिणाम नोटिस बोर्ड या कभी-कभी अखबारों में प्रकाशित करने की दिल्ली विश्वविद्यालय की पहले की परिपाटी थी, इसका मतलब यह है कि सीपीआईओ ने जिन सीमाओं का उल्लेख किया है, उसके बगैर ही मांगी गई सूचना जन प्राधिकार के पास थी और उसे प्रकाशित किया गया था या सार्वजनिक रूप से सामने रखा गया था. डीयू के 1978 के डिग्री रिकॉर्ड का मुद्दा तब सामने आया जब आम आदमी पार्टी ने प्रधानमंत्री की डिग्री को लेकर सवाल किए थे और उससे विवाद खड़ा हुआ था. इस विवाद के बाद दिल्ली विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार तरुण दास ने पिछले साल कहा था, "हमने अपने रिकॉर्ड चेक किए और यह प्रमाणित किया जाता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डिग्री प्रामाणिक है. उन्होंने 1978 में परीक्षा पास की थी और उन्हें 1979 में डिग्री प्रदान की गई थी." यह भी पढ़ें- PM मोदी की डिग्री सार्वजनिक करने के CIC के आदेश के खिलाफ हाईकोर्ट पहुंचा गुजरात विश्वविद्यालयटिप्पणियां इस पर नीरज ने कहा कि ऐसे परिणाम नोटिस बोर्ड या कभी-कभी अखबारों में प्रकाशित करने की दिल्ली विश्वविद्यालय की पहले की परिपाटी थी, इसका मतलब यह है कि सीपीआईओ ने जिन सीमाओं का उल्लेख किया है, उसके बगैर ही मांगी गई सूचना जन प्राधिकार के पास थी और उसे प्रकाशित किया गया था या सार्वजनिक रूप से सामने रखा गया था. डीयू के 1978 के डिग्री रिकॉर्ड का मुद्दा तब सामने आया जब आम आदमी पार्टी ने प्रधानमंत्री की डिग्री को लेकर सवाल किए थे और उससे विवाद खड़ा हुआ था. इस विवाद के बाद दिल्ली विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार तरुण दास ने पिछले साल कहा था, "हमने अपने रिकॉर्ड चेक किए और यह प्रमाणित किया जाता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डिग्री प्रामाणिक है. उन्होंने 1978 में परीक्षा पास की थी और उन्हें 1979 में डिग्री प्रदान की गई थी." इस पर नीरज ने कहा कि ऐसे परिणाम नोटिस बोर्ड या कभी-कभी अखबारों में प्रकाशित करने की दिल्ली विश्वविद्यालय की पहले की परिपाटी थी, इसका मतलब यह है कि सीपीआईओ ने जिन सीमाओं का उल्लेख किया है, उसके बगैर ही मांगी गई सूचना जन प्राधिकार के पास थी और उसे प्रकाशित किया गया था या सार्वजनिक रूप से सामने रखा गया था. डीयू के 1978 के डिग्री रिकॉर्ड का मुद्दा तब सामने आया जब आम आदमी पार्टी ने प्रधानमंत्री की डिग्री को लेकर सवाल किए थे और उससे विवाद खड़ा हुआ था. इस विवाद के बाद दिल्ली विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार तरुण दास ने पिछले साल कहा था, "हमने अपने रिकॉर्ड चेक किए और यह प्रमाणित किया जाता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डिग्री प्रामाणिक है. उन्होंने 1978 में परीक्षा पास की थी और उन्हें 1979 में डिग्री प्रदान की गई थी." इस विवाद के बाद दिल्ली विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार तरुण दास ने पिछले साल कहा था, "हमने अपने रिकॉर्ड चेक किए और यह प्रमाणित किया जाता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डिग्री प्रामाणिक है. उन्होंने 1978 में परीक्षा पास की थी और उन्हें 1979 में डिग्री प्रदान की गई थी."
इराकी जेल से अल कायदा के 13 संदिग्ध फरार
बसरा की एक जेल से शुक्रवार तड़के आतंकवादी संगठन अल कायदा के 13 संदिग्ध सदस्य फरार होने में कामयाब हो गए।
बसरा की एक जेल से शुक्रवार तड़के आतंकवादी संगठन अल कायदा के 13 संदिग्ध सदस्य फरार होने में कामयाब हो गए। समाचार एजेंसी डीपीए ने इराकी सुरक्षा अधिकारियों के हवाले से बताया कि सेना और पुलिस दोनों ने संयुक्त रूप से भगोड़ों की तलाश शुरू कर दी है। जेल से अल कायदा के सदस्य कैसे भागे इसके बारे में कोई ब्योरा नहीं दिया गया। राजधानी बगदाद से 550 किलोमीटर दक्षिण में यह जेल स्थित है। पहले यह राष्ट्रपति का महल था।
INDvsSL First Test: टीम इंडिया के 'गब्‍बर' ने इस मामले में की वीरेंद्र सहवाग, सचिन तेंदुलकर और राहुल द्रविड़ की बराबरी
पहली पारी में 190 और दूसरी पारी में 14 रन बनाए श्रीलंका के खिलाफ इस टेस्‍ट में बनाए कुल 204 रन सहवाग दो बार बना चुके हैं 200 या इससे ज्‍यादा रन
गाले टेस्‍ट में एक और मामले में भी धवन को किस्‍मत का साथ मिला. पहली पारी के शुरुआती क्षणों में ही श्रीलंका के असेला गुणरत्‍ने ने उनका कैच ड्रॉप कर दिया. इसके बाद धवन ने कोई मौका नहीं दिया और बड़ा शतक जड़ दिया. श्रीलंका टीम को यह कैच ड्रॉप होने के साथ एक और निराशा मिली. कैच पकड़ने की कोशिश के दौरान गुणरत्‍ने अपने बाएं अंगूठे पर चोट खा बैठे और मैच से बाहर हो गए. गाले टेस्‍ट में एक और मामले में भी धवन को किस्‍मत का साथ मिला. पहली पारी के शुरुआती क्षणों में ही श्रीलंका के असेला गुणरत्‍ने ने उनका कैच ड्रॉप कर दिया. इसके बाद धवन ने कोई मौका नहीं दिया और बड़ा शतक जड़ दिया. श्रीलंका टीम को यह कैच ड्रॉप होने के साथ एक और निराशा मिली. कैच पकड़ने की कोशिश के दौरान गुणरत्‍ने अपने बाएं अंगूठे पर चोट खा बैठे और मैच से बाहर हो गए.
तैमूर अली खान की फोटो खींचने पर सैफ अली खान को आया गुस्सा, बोले- मेरा बच्चा अंधा हो जाएगा...
तैमूर अली खान की फोटो हुई वायरल पापा सैफ अली खान के कंधे पर थे सवार फोटोग्राफरों को सैफ का मिला कुछ ऐसा जवाब
तैमूर अली खान (Taimur Ali Khan) सुपरहिट स्टार किड हैं और उनकी फोटो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल भी होती हैं. तैमूर अली खान (Taimur Ali Khan) की क्यूटनेस की वजह से ही फोटोग्राफर हमेशा उनको कैमरे में कैद करने में लगे रहते हैं. लेकिन कैमरे की फ्लैशलाइट्स को लेकर पापा सैफ अली खान (Saif Ali Khan) को गुस्सा आ गया और उन्होंने फोटोग्राफरों को डांट ही लगा दी. तैमूर अली खान पापा सैफ अली खान और मम्मी करीना कपूर खान (Kareena Kapoor Khan) के साथ एयरपोर्ट पर थे. उस दौरान यह वाकया हुआ. A post shared by Taimur Ali Khan pataudi (@taimuralikhan16) on Apr 10, 2019 at 5:05am PDT वैसे भी तैमूर अली खान (Taimur Ali khan) बॉलीवुड के फोटोग्राफरों के बीच इतने लोकप्रिय हैं कि वह जब और जहां कहीं नजर आ जाएं, उनके कैमरों के फ्लैश से नहीं बच सकते. लेकिन हाल ही में फोटोग्राफरों की इस दीवानगी से सैफ इतना परेशान हो गए कि उनका गुस्सा भड़क उठा. मुंबई एयरपोर्ट पर हाल ही में सैफ और करीना के साथ नजर आते ही फोटोग्राफरों ने तैमूर की धड़ाधड़ तस्वीरें खींचनी शुरू कर दीं. फ्लैश लाइट चमकने पर सैफ ने भड़कते हुए कहा, "बस करो यार, मेरा बच्चा अंधा हो जाएगा." A post shared by Taimur Ali Khan pataudi (@taimuralikhan16) on Apr 7, 2019 at 4:02am PDT लेकिन दिलचस्प यह कि तैमूर अली खान (Taimur Ali Khan) बहुत ही बेफिक्र होकर अपने पिता के कंधे पर बैठे थे और उन्होंने फोटोग्राफरों को देखकर हाथ हिलाया, जैसा कि वह हमेशा करते हैं. फोटोग्राफरों ने जब सैफ अली खान और करीना कपूर को पोज देने को कहा, तो सैफ ने तुरंत कहा, "आपको यूं ही लेना हो तो लो, ये पोज-वोज करना थोड़ा अजीब है." इस तरह पापा सैफ अली खान को फोटोग्राफरों पर गुस्सा आ गया. वैसे भी तैमूर अली खान के फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर आते ही वायरल हो जाते हैं.  (इनपुटः IANS)
नागपुर में दो छात्राओं की हुई रैगिंग
नागपुर के सरकारी गर्ल्स हॉस्टल में दो छात्राओं से रैगिंग का मामला सामने आया है। रैगिंग की शिकार दोनों बहने हैं−जो ठीक से देख नहीं पाती।
नागपुर के सरकारी गर्ल्स हॉस्टल में दो छात्राओं से रैगिंग का मामला सामने आया है। रैगिंग की शिकार दोनों बहने हैं−जो ठीक से देख नहीं पाती। दलित छात्राओं के लिए यह हॉस्टल राज्य के समाज कल्याण विभाग का है। लेकिन बताया जा रहा है कि उसने बदनामी के डर से रैगिंग की वारदात को दबाने की कोशिश की।टिप्पणियां वारदात की शिकायत पुलिस में दर्ज होने के बाद रैगिंग की ख़बर जैसे ही फैली समाज कल्याण विभाग को तीन आरोपी छात्राओं को हॉस्टल से सस्पेंड करना पड़ा। हैरानी की बात यह है कि अपने ऊपर कार्रवाई के विरोध में आरोपी छात्राओं ने समाज कल्याण विभाग के दफ़्तर पर हल्ला बोल दिया। हंगामे में अपने साथ उन्होंने बड़ी तादाद में और भी लड़कियों को शामिल किया। दलित छात्राओं के लिए यह हॉस्टल राज्य के समाज कल्याण विभाग का है। लेकिन बताया जा रहा है कि उसने बदनामी के डर से रैगिंग की वारदात को दबाने की कोशिश की।टिप्पणियां वारदात की शिकायत पुलिस में दर्ज होने के बाद रैगिंग की ख़बर जैसे ही फैली समाज कल्याण विभाग को तीन आरोपी छात्राओं को हॉस्टल से सस्पेंड करना पड़ा। हैरानी की बात यह है कि अपने ऊपर कार्रवाई के विरोध में आरोपी छात्राओं ने समाज कल्याण विभाग के दफ़्तर पर हल्ला बोल दिया। हंगामे में अपने साथ उन्होंने बड़ी तादाद में और भी लड़कियों को शामिल किया। वारदात की शिकायत पुलिस में दर्ज होने के बाद रैगिंग की ख़बर जैसे ही फैली समाज कल्याण विभाग को तीन आरोपी छात्राओं को हॉस्टल से सस्पेंड करना पड़ा। हैरानी की बात यह है कि अपने ऊपर कार्रवाई के विरोध में आरोपी छात्राओं ने समाज कल्याण विभाग के दफ़्तर पर हल्ला बोल दिया। हंगामे में अपने साथ उन्होंने बड़ी तादाद में और भी लड़कियों को शामिल किया। हैरानी की बात यह है कि अपने ऊपर कार्रवाई के विरोध में आरोपी छात्राओं ने समाज कल्याण विभाग के दफ़्तर पर हल्ला बोल दिया। हंगामे में अपने साथ उन्होंने बड़ी तादाद में और भी लड़कियों को शामिल किया।
रामविलास पासवान की सफाई, नहीं किया लालू प्रसाद का कोई ट्वीट Like
लालू ने ट्वीट कर कहा था कि बिहार की विकास दर 15.6 प्रतिशत है पासवान ने लालू के दावे को गलत और शरारतपूर्ण करतूत बताया पासवान बोले, आरजेडी प्रमुख बयान देने के मामले में गंभीर नहीं रहे हैं
केंद्रीय खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री रामविलास पासवान ने आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद के उस दावे को गलत बताया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि एलजेपी सुप्रीमो ने बिहार के विकास से संबंधित उनके ट्वीट को 'लाइक' किया है। लालू ने ट्वीट कर कहा था कि बिहार की विकास दर (15.6 प्रतिशत) बीजेपी शासित 'विकसित' प्रदेशों से अधिक है। उन्होंने यह भी कहा था कि पासवान ने उनके ट्वीट को 'लाइक' किया है। पासवान ने सोमवार को लालू के दावे को गलत और शरारतपूर्ण करतूत बताया। उन्होंने जवाबी ट्वीट करके कहा कि मैं अखबारों के माध्यम से इस बारे में अवगत हुआ जो पूरी तरह से गलत और शरारतपूर्ण करतूत है। उन्होंने कहा कि वह कभी भी लालू के ट्वीट को नहीं पढ़ते, क्योंकि आरजेडी प्रमुख बयान देने के मामले में गंभीर नहीं रहे हैं। पासवान ने बिहार का विकास होने की बात को बेमानी करार देते हुए आरोप लगाया कि लालू प्रसाद, राबड़ी देवी और नीतीश कुमार के कार्यकाल के दौरान एक सूई तक का कारखाना भी नहीं लगा। उन्होंने आरोप लगाया कि बिहार में कानून व्यवस्था बदतर है और जनता असुरक्षित है। उन्होंने कहा कि इसी वजह से उनकी पार्टी एलजेपी बिहार में राष्ट्रपति शासन लगाए जाने की मांग करती रही है। पासवान ने बिहार में पूर्ण शराबबंदी के बाद पूरे देश में शराबबंदी की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मांग पर कटाक्ष करते हुए आरोप लगाया कि आज भी लोग बिहार में जहरीली शराब पीने से मर रहे हैं और नीतीश इस राज्य के बाहर यहां की पूर्ण शराबबंदी का ढिंढोरा पीट रहे हैं। उन्होंने पूछा कि यदि पूरे देश में शराबंदी लागू करनी है तो नीतीश और लालू बताएं कि बिहार में शराब के कारखाने खोलने का लाइसेंस क्यों दिया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि लालू ने रविवार को ट्वीट कर पासवान का धन्यवाद करते हुए कहा था कि एलजेपी नेता ने बिहार के विकास से संबंधित उनके ट्वीट को पसंद किया है।टिप्पणियां लालू ने पूर्व में अपने ट्वीट में बीजेपी का नाम लिए बिना उस पर निशाना साधते हुए कहा था कि तथाकथित विकसित राज्यों को बुरी तरह पछाड़ते हुए बिहार 15.6 प्रतिशत विकास दर के साथ देश का अव्वल राज्य है।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) लालू ने ट्वीट कर कहा था कि बिहार की विकास दर (15.6 प्रतिशत) बीजेपी शासित 'विकसित' प्रदेशों से अधिक है। उन्होंने यह भी कहा था कि पासवान ने उनके ट्वीट को 'लाइक' किया है। पासवान ने सोमवार को लालू के दावे को गलत और शरारतपूर्ण करतूत बताया। उन्होंने जवाबी ट्वीट करके कहा कि मैं अखबारों के माध्यम से इस बारे में अवगत हुआ जो पूरी तरह से गलत और शरारतपूर्ण करतूत है। उन्होंने कहा कि वह कभी भी लालू के ट्वीट को नहीं पढ़ते, क्योंकि आरजेडी प्रमुख बयान देने के मामले में गंभीर नहीं रहे हैं। पासवान ने बिहार का विकास होने की बात को बेमानी करार देते हुए आरोप लगाया कि लालू प्रसाद, राबड़ी देवी और नीतीश कुमार के कार्यकाल के दौरान एक सूई तक का कारखाना भी नहीं लगा। उन्होंने आरोप लगाया कि बिहार में कानून व्यवस्था बदतर है और जनता असुरक्षित है। उन्होंने कहा कि इसी वजह से उनकी पार्टी एलजेपी बिहार में राष्ट्रपति शासन लगाए जाने की मांग करती रही है। पासवान ने बिहार में पूर्ण शराबबंदी के बाद पूरे देश में शराबबंदी की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मांग पर कटाक्ष करते हुए आरोप लगाया कि आज भी लोग बिहार में जहरीली शराब पीने से मर रहे हैं और नीतीश इस राज्य के बाहर यहां की पूर्ण शराबबंदी का ढिंढोरा पीट रहे हैं। उन्होंने पूछा कि यदि पूरे देश में शराबंदी लागू करनी है तो नीतीश और लालू बताएं कि बिहार में शराब के कारखाने खोलने का लाइसेंस क्यों दिया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि लालू ने रविवार को ट्वीट कर पासवान का धन्यवाद करते हुए कहा था कि एलजेपी नेता ने बिहार के विकास से संबंधित उनके ट्वीट को पसंद किया है।टिप्पणियां लालू ने पूर्व में अपने ट्वीट में बीजेपी का नाम लिए बिना उस पर निशाना साधते हुए कहा था कि तथाकथित विकसित राज्यों को बुरी तरह पछाड़ते हुए बिहार 15.6 प्रतिशत विकास दर के साथ देश का अव्वल राज्य है।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) पासवान ने सोमवार को लालू के दावे को गलत और शरारतपूर्ण करतूत बताया। उन्होंने जवाबी ट्वीट करके कहा कि मैं अखबारों के माध्यम से इस बारे में अवगत हुआ जो पूरी तरह से गलत और शरारतपूर्ण करतूत है। उन्होंने कहा कि वह कभी भी लालू के ट्वीट को नहीं पढ़ते, क्योंकि आरजेडी प्रमुख बयान देने के मामले में गंभीर नहीं रहे हैं। पासवान ने बिहार का विकास होने की बात को बेमानी करार देते हुए आरोप लगाया कि लालू प्रसाद, राबड़ी देवी और नीतीश कुमार के कार्यकाल के दौरान एक सूई तक का कारखाना भी नहीं लगा। उन्होंने आरोप लगाया कि बिहार में कानून व्यवस्था बदतर है और जनता असुरक्षित है। उन्होंने कहा कि इसी वजह से उनकी पार्टी एलजेपी बिहार में राष्ट्रपति शासन लगाए जाने की मांग करती रही है। पासवान ने बिहार में पूर्ण शराबबंदी के बाद पूरे देश में शराबबंदी की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मांग पर कटाक्ष करते हुए आरोप लगाया कि आज भी लोग बिहार में जहरीली शराब पीने से मर रहे हैं और नीतीश इस राज्य के बाहर यहां की पूर्ण शराबबंदी का ढिंढोरा पीट रहे हैं। उन्होंने पूछा कि यदि पूरे देश में शराबंदी लागू करनी है तो नीतीश और लालू बताएं कि बिहार में शराब के कारखाने खोलने का लाइसेंस क्यों दिया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि लालू ने रविवार को ट्वीट कर पासवान का धन्यवाद करते हुए कहा था कि एलजेपी नेता ने बिहार के विकास से संबंधित उनके ट्वीट को पसंद किया है।टिप्पणियां लालू ने पूर्व में अपने ट्वीट में बीजेपी का नाम लिए बिना उस पर निशाना साधते हुए कहा था कि तथाकथित विकसित राज्यों को बुरी तरह पछाड़ते हुए बिहार 15.6 प्रतिशत विकास दर के साथ देश का अव्वल राज्य है।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) पासवान ने बिहार का विकास होने की बात को बेमानी करार देते हुए आरोप लगाया कि लालू प्रसाद, राबड़ी देवी और नीतीश कुमार के कार्यकाल के दौरान एक सूई तक का कारखाना भी नहीं लगा। उन्होंने आरोप लगाया कि बिहार में कानून व्यवस्था बदतर है और जनता असुरक्षित है। उन्होंने कहा कि इसी वजह से उनकी पार्टी एलजेपी बिहार में राष्ट्रपति शासन लगाए जाने की मांग करती रही है। पासवान ने बिहार में पूर्ण शराबबंदी के बाद पूरे देश में शराबबंदी की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मांग पर कटाक्ष करते हुए आरोप लगाया कि आज भी लोग बिहार में जहरीली शराब पीने से मर रहे हैं और नीतीश इस राज्य के बाहर यहां की पूर्ण शराबबंदी का ढिंढोरा पीट रहे हैं। उन्होंने पूछा कि यदि पूरे देश में शराबंदी लागू करनी है तो नीतीश और लालू बताएं कि बिहार में शराब के कारखाने खोलने का लाइसेंस क्यों दिया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि लालू ने रविवार को ट्वीट कर पासवान का धन्यवाद करते हुए कहा था कि एलजेपी नेता ने बिहार के विकास से संबंधित उनके ट्वीट को पसंद किया है।टिप्पणियां लालू ने पूर्व में अपने ट्वीट में बीजेपी का नाम लिए बिना उस पर निशाना साधते हुए कहा था कि तथाकथित विकसित राज्यों को बुरी तरह पछाड़ते हुए बिहार 15.6 प्रतिशत विकास दर के साथ देश का अव्वल राज्य है।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) उन्होंने आरोप लगाया कि बिहार में कानून व्यवस्था बदतर है और जनता असुरक्षित है। उन्होंने कहा कि इसी वजह से उनकी पार्टी एलजेपी बिहार में राष्ट्रपति शासन लगाए जाने की मांग करती रही है। पासवान ने बिहार में पूर्ण शराबबंदी के बाद पूरे देश में शराबबंदी की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मांग पर कटाक्ष करते हुए आरोप लगाया कि आज भी लोग बिहार में जहरीली शराब पीने से मर रहे हैं और नीतीश इस राज्य के बाहर यहां की पूर्ण शराबबंदी का ढिंढोरा पीट रहे हैं। उन्होंने पूछा कि यदि पूरे देश में शराबंदी लागू करनी है तो नीतीश और लालू बताएं कि बिहार में शराब के कारखाने खोलने का लाइसेंस क्यों दिया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि लालू ने रविवार को ट्वीट कर पासवान का धन्यवाद करते हुए कहा था कि एलजेपी नेता ने बिहार के विकास से संबंधित उनके ट्वीट को पसंद किया है।टिप्पणियां लालू ने पूर्व में अपने ट्वीट में बीजेपी का नाम लिए बिना उस पर निशाना साधते हुए कहा था कि तथाकथित विकसित राज्यों को बुरी तरह पछाड़ते हुए बिहार 15.6 प्रतिशत विकास दर के साथ देश का अव्वल राज्य है।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) पासवान ने बिहार में पूर्ण शराबबंदी के बाद पूरे देश में शराबबंदी की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मांग पर कटाक्ष करते हुए आरोप लगाया कि आज भी लोग बिहार में जहरीली शराब पीने से मर रहे हैं और नीतीश इस राज्य के बाहर यहां की पूर्ण शराबबंदी का ढिंढोरा पीट रहे हैं। उन्होंने पूछा कि यदि पूरे देश में शराबंदी लागू करनी है तो नीतीश और लालू बताएं कि बिहार में शराब के कारखाने खोलने का लाइसेंस क्यों दिया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि लालू ने रविवार को ट्वीट कर पासवान का धन्यवाद करते हुए कहा था कि एलजेपी नेता ने बिहार के विकास से संबंधित उनके ट्वीट को पसंद किया है।टिप्पणियां लालू ने पूर्व में अपने ट्वीट में बीजेपी का नाम लिए बिना उस पर निशाना साधते हुए कहा था कि तथाकथित विकसित राज्यों को बुरी तरह पछाड़ते हुए बिहार 15.6 प्रतिशत विकास दर के साथ देश का अव्वल राज्य है।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) उन्होंने पूछा कि यदि पूरे देश में शराबंदी लागू करनी है तो नीतीश और लालू बताएं कि बिहार में शराब के कारखाने खोलने का लाइसेंस क्यों दिया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि लालू ने रविवार को ट्वीट कर पासवान का धन्यवाद करते हुए कहा था कि एलजेपी नेता ने बिहार के विकास से संबंधित उनके ट्वीट को पसंद किया है।टिप्पणियां लालू ने पूर्व में अपने ट्वीट में बीजेपी का नाम लिए बिना उस पर निशाना साधते हुए कहा था कि तथाकथित विकसित राज्यों को बुरी तरह पछाड़ते हुए बिहार 15.6 प्रतिशत विकास दर के साथ देश का अव्वल राज्य है।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) लालू ने पूर्व में अपने ट्वीट में बीजेपी का नाम लिए बिना उस पर निशाना साधते हुए कहा था कि तथाकथित विकसित राज्यों को बुरी तरह पछाड़ते हुए बिहार 15.6 प्रतिशत विकास दर के साथ देश का अव्वल राज्य है।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
आख़िर नीतीश क्यों मानते हैं कि लालू यादव मीडिया के 'डार्लिंग' हैं
नीतीश ने लालू यादव को मीडिया में मिल रहे कवरेज को लेकर जताई नाराजगी लालू यादव को इशारो-इशारों में मीडिया का डार्लिंग बताया नीतीश ने कहा कि लालू को बिहार की जनता गंभीरता से नहीं लेती
जनता दल यूनाइटेड के अध्यक्ष एवं प्रदेश के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का सोमवार को मीडिया के प्रति दर्द छलका. ख़ासकर उनके इन दिनों के कट्टर विरोधी लालू यादव को मीडिया में मिल रहे ज्यादा कवरेज को लेकर. लालू यादव को मीडिया का 'डार्लिंग' बताते हुए उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्रिमंडल के विस्तार में उनकी पार्टी को शामिल किए जाने को लेकर कोई चर्चा नहीं थी. नीतीश ने लालू पर निशाना साधाते हुए कहा कि आप लोग के एक और डार्लिंग हैं जिनको आप लोग बहुत प्रमुखता देते हैं. उन्हें कुछ से कुछ बोलने का मौक़ा मिल गया. नीतीश ने कहा कि आप लोग उन्हें कितना प्रमुखता दे दीजिए, बिहार की जनता उन्हें गंभीरता से नहीं लेती. हालांकि उन्होंने ख़ुद स्वीकार भी किया कि 24 घंटे के इतने चैनल हैं और 24 पन्नों के इतने अख़बार तो कवरेज तो मिलेगा ही. यह भी पढ़ें: नीतीश कुमार ने माना लालू यादव का पूरा भाषण सुना था, रैली को बताया परिवार का उत्सव नीतीश ने इसी संदर्भ में मीडिया पर बाढ़ पीढ़ितों के लिए चलाए जा रहे राज्य सरकार के प्रयासों को नज़रंदाज करने का भी आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि बक़रीद के मौक़े पर एक से एक अफ़वाहें फैलाई गईं लेकिन ये पर्व शांतिपूर्वक गुज़र गया. मीडिया के फ़ोकस में ये सब नहीं हैं. नीतीश इस बात से दुखी नजर दिखे कि मीडिया में बिना किसी पुष्टि के एक के बाद एक ख़बरें चला दी जा रही हैं, जैसे प्रधानमंत्री ने अपना भोज स्थगित किया और फिर मीडिया के 'डार्लिंग' यानी लालू उसे आधार बनाकर उनकी आलोचना शुरू कर देते हैं. यह भी पढ़ें: नीतीश की पार्टी को मंत्री मंडल में जगह नहीं मिलने का हुआ खुलासा, लालू ने बताई असली वजहटिप्पणियां राजद की रैली में फ़ोटोशॉप तस्वीर भी स्थानीय क्षेत्रीय चैनल द्वारा चलाए जाने पर नीतीश ने कहा कि चूंकि ये लालू यादव से संबंधित था इसलिए टेलीविज़न चैनल में एक स्टिल पिक्चर चलाया गयालेकिन लालू यादव के मीडिया कवरेज पर अपनी भड़ास निकालने के बाद नीतीश ने कहा कि वो गांधी जी में विश्वास करते हैं, इसलिए काम करते रहेंगे. नीतीश के इस बयान पर विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने ट्वीट पर जवाब दिया. नीतीश जी करबद्ध प्रार्थना है कम से कम गांधी जी को अपनी U-Turn और अनैतिक पॉलिटिक्स का हिस्सा मत बनाइये।अब आप गांधी जी के हत्यारों के साथ है — Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) September 4, 2017 उन्होंने एक के बाद कई ट्वीट करके हमला बोला.   नीतीश जी आप गांधी और लोहिया जैसे महापुरुषों की ओट में अपने अनैतिक निर्णय नहीं छुपा सकते। पूरा देश आपकी घोर अवसरवादिता से परिचित हो चुका है। — Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) September 4, 2017 गौरतलब है कि रविवार को केंद्रीय मंत्रिमंडल के विस्तार में जद (यू) के शामिल होने के कयास लगाए गए थे। लेकिन मंत्रिमंडल विस्तार में जद (यू) को जगह नहीं मिलने के बाद तरह-तरह की अटकलों का बाजार गर्म है. नीतीश ने लालू पर निशाना साधाते हुए कहा कि आप लोग के एक और डार्लिंग हैं जिनको आप लोग बहुत प्रमुखता देते हैं. उन्हें कुछ से कुछ बोलने का मौक़ा मिल गया. नीतीश ने कहा कि आप लोग उन्हें कितना प्रमुखता दे दीजिए, बिहार की जनता उन्हें गंभीरता से नहीं लेती. हालांकि उन्होंने ख़ुद स्वीकार भी किया कि 24 घंटे के इतने चैनल हैं और 24 पन्नों के इतने अख़बार तो कवरेज तो मिलेगा ही. यह भी पढ़ें: नीतीश कुमार ने माना लालू यादव का पूरा भाषण सुना था, रैली को बताया परिवार का उत्सव नीतीश ने इसी संदर्भ में मीडिया पर बाढ़ पीढ़ितों के लिए चलाए जा रहे राज्य सरकार के प्रयासों को नज़रंदाज करने का भी आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि बक़रीद के मौक़े पर एक से एक अफ़वाहें फैलाई गईं लेकिन ये पर्व शांतिपूर्वक गुज़र गया. मीडिया के फ़ोकस में ये सब नहीं हैं. नीतीश इस बात से दुखी नजर दिखे कि मीडिया में बिना किसी पुष्टि के एक के बाद एक ख़बरें चला दी जा रही हैं, जैसे प्रधानमंत्री ने अपना भोज स्थगित किया और फिर मीडिया के 'डार्लिंग' यानी लालू उसे आधार बनाकर उनकी आलोचना शुरू कर देते हैं. यह भी पढ़ें: नीतीश की पार्टी को मंत्री मंडल में जगह नहीं मिलने का हुआ खुलासा, लालू ने बताई असली वजहटिप्पणियां राजद की रैली में फ़ोटोशॉप तस्वीर भी स्थानीय क्षेत्रीय चैनल द्वारा चलाए जाने पर नीतीश ने कहा कि चूंकि ये लालू यादव से संबंधित था इसलिए टेलीविज़न चैनल में एक स्टिल पिक्चर चलाया गयालेकिन लालू यादव के मीडिया कवरेज पर अपनी भड़ास निकालने के बाद नीतीश ने कहा कि वो गांधी जी में विश्वास करते हैं, इसलिए काम करते रहेंगे. नीतीश के इस बयान पर विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने ट्वीट पर जवाब दिया. नीतीश जी करबद्ध प्रार्थना है कम से कम गांधी जी को अपनी U-Turn और अनैतिक पॉलिटिक्स का हिस्सा मत बनाइये।अब आप गांधी जी के हत्यारों के साथ है — Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) September 4, 2017 उन्होंने एक के बाद कई ट्वीट करके हमला बोला.   नीतीश जी आप गांधी और लोहिया जैसे महापुरुषों की ओट में अपने अनैतिक निर्णय नहीं छुपा सकते। पूरा देश आपकी घोर अवसरवादिता से परिचित हो चुका है। — Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) September 4, 2017 गौरतलब है कि रविवार को केंद्रीय मंत्रिमंडल के विस्तार में जद (यू) के शामिल होने के कयास लगाए गए थे। लेकिन मंत्रिमंडल विस्तार में जद (यू) को जगह नहीं मिलने के बाद तरह-तरह की अटकलों का बाजार गर्म है. यह भी पढ़ें: नीतीश कुमार ने माना लालू यादव का पूरा भाषण सुना था, रैली को बताया परिवार का उत्सव नीतीश ने इसी संदर्भ में मीडिया पर बाढ़ पीढ़ितों के लिए चलाए जा रहे राज्य सरकार के प्रयासों को नज़रंदाज करने का भी आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि बक़रीद के मौक़े पर एक से एक अफ़वाहें फैलाई गईं लेकिन ये पर्व शांतिपूर्वक गुज़र गया. मीडिया के फ़ोकस में ये सब नहीं हैं. नीतीश इस बात से दुखी नजर दिखे कि मीडिया में बिना किसी पुष्टि के एक के बाद एक ख़बरें चला दी जा रही हैं, जैसे प्रधानमंत्री ने अपना भोज स्थगित किया और फिर मीडिया के 'डार्लिंग' यानी लालू उसे आधार बनाकर उनकी आलोचना शुरू कर देते हैं. यह भी पढ़ें: नीतीश की पार्टी को मंत्री मंडल में जगह नहीं मिलने का हुआ खुलासा, लालू ने बताई असली वजहटिप्पणियां राजद की रैली में फ़ोटोशॉप तस्वीर भी स्थानीय क्षेत्रीय चैनल द्वारा चलाए जाने पर नीतीश ने कहा कि चूंकि ये लालू यादव से संबंधित था इसलिए टेलीविज़न चैनल में एक स्टिल पिक्चर चलाया गयालेकिन लालू यादव के मीडिया कवरेज पर अपनी भड़ास निकालने के बाद नीतीश ने कहा कि वो गांधी जी में विश्वास करते हैं, इसलिए काम करते रहेंगे. नीतीश के इस बयान पर विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने ट्वीट पर जवाब दिया. नीतीश जी करबद्ध प्रार्थना है कम से कम गांधी जी को अपनी U-Turn और अनैतिक पॉलिटिक्स का हिस्सा मत बनाइये।अब आप गांधी जी के हत्यारों के साथ है — Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) September 4, 2017 उन्होंने एक के बाद कई ट्वीट करके हमला बोला.   नीतीश जी आप गांधी और लोहिया जैसे महापुरुषों की ओट में अपने अनैतिक निर्णय नहीं छुपा सकते। पूरा देश आपकी घोर अवसरवादिता से परिचित हो चुका है। — Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) September 4, 2017 गौरतलब है कि रविवार को केंद्रीय मंत्रिमंडल के विस्तार में जद (यू) के शामिल होने के कयास लगाए गए थे। लेकिन मंत्रिमंडल विस्तार में जद (यू) को जगह नहीं मिलने के बाद तरह-तरह की अटकलों का बाजार गर्म है. नीतीश ने इसी संदर्भ में मीडिया पर बाढ़ पीढ़ितों के लिए चलाए जा रहे राज्य सरकार के प्रयासों को नज़रंदाज करने का भी आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि बक़रीद के मौक़े पर एक से एक अफ़वाहें फैलाई गईं लेकिन ये पर्व शांतिपूर्वक गुज़र गया. मीडिया के फ़ोकस में ये सब नहीं हैं. नीतीश इस बात से दुखी नजर दिखे कि मीडिया में बिना किसी पुष्टि के एक के बाद एक ख़बरें चला दी जा रही हैं, जैसे प्रधानमंत्री ने अपना भोज स्थगित किया और फिर मीडिया के 'डार्लिंग' यानी लालू उसे आधार बनाकर उनकी आलोचना शुरू कर देते हैं. यह भी पढ़ें: नीतीश की पार्टी को मंत्री मंडल में जगह नहीं मिलने का हुआ खुलासा, लालू ने बताई असली वजहटिप्पणियां राजद की रैली में फ़ोटोशॉप तस्वीर भी स्थानीय क्षेत्रीय चैनल द्वारा चलाए जाने पर नीतीश ने कहा कि चूंकि ये लालू यादव से संबंधित था इसलिए टेलीविज़न चैनल में एक स्टिल पिक्चर चलाया गयालेकिन लालू यादव के मीडिया कवरेज पर अपनी भड़ास निकालने के बाद नीतीश ने कहा कि वो गांधी जी में विश्वास करते हैं, इसलिए काम करते रहेंगे. नीतीश के इस बयान पर विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने ट्वीट पर जवाब दिया. नीतीश जी करबद्ध प्रार्थना है कम से कम गांधी जी को अपनी U-Turn और अनैतिक पॉलिटिक्स का हिस्सा मत बनाइये।अब आप गांधी जी के हत्यारों के साथ है — Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) September 4, 2017 उन्होंने एक के बाद कई ट्वीट करके हमला बोला.   नीतीश जी आप गांधी और लोहिया जैसे महापुरुषों की ओट में अपने अनैतिक निर्णय नहीं छुपा सकते। पूरा देश आपकी घोर अवसरवादिता से परिचित हो चुका है। — Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) September 4, 2017 गौरतलब है कि रविवार को केंद्रीय मंत्रिमंडल के विस्तार में जद (यू) के शामिल होने के कयास लगाए गए थे। लेकिन मंत्रिमंडल विस्तार में जद (यू) को जगह नहीं मिलने के बाद तरह-तरह की अटकलों का बाजार गर्म है. यह भी पढ़ें: नीतीश की पार्टी को मंत्री मंडल में जगह नहीं मिलने का हुआ खुलासा, लालू ने बताई असली वजहटिप्पणियां राजद की रैली में फ़ोटोशॉप तस्वीर भी स्थानीय क्षेत्रीय चैनल द्वारा चलाए जाने पर नीतीश ने कहा कि चूंकि ये लालू यादव से संबंधित था इसलिए टेलीविज़न चैनल में एक स्टिल पिक्चर चलाया गयालेकिन लालू यादव के मीडिया कवरेज पर अपनी भड़ास निकालने के बाद नीतीश ने कहा कि वो गांधी जी में विश्वास करते हैं, इसलिए काम करते रहेंगे. नीतीश के इस बयान पर विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने ट्वीट पर जवाब दिया. नीतीश जी करबद्ध प्रार्थना है कम से कम गांधी जी को अपनी U-Turn और अनैतिक पॉलिटिक्स का हिस्सा मत बनाइये।अब आप गांधी जी के हत्यारों के साथ है — Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) September 4, 2017 उन्होंने एक के बाद कई ट्वीट करके हमला बोला.   नीतीश जी आप गांधी और लोहिया जैसे महापुरुषों की ओट में अपने अनैतिक निर्णय नहीं छुपा सकते। पूरा देश आपकी घोर अवसरवादिता से परिचित हो चुका है। — Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) September 4, 2017 गौरतलब है कि रविवार को केंद्रीय मंत्रिमंडल के विस्तार में जद (यू) के शामिल होने के कयास लगाए गए थे। लेकिन मंत्रिमंडल विस्तार में जद (यू) को जगह नहीं मिलने के बाद तरह-तरह की अटकलों का बाजार गर्म है. राजद की रैली में फ़ोटोशॉप तस्वीर भी स्थानीय क्षेत्रीय चैनल द्वारा चलाए जाने पर नीतीश ने कहा कि चूंकि ये लालू यादव से संबंधित था इसलिए टेलीविज़न चैनल में एक स्टिल पिक्चर चलाया गयालेकिन लालू यादव के मीडिया कवरेज पर अपनी भड़ास निकालने के बाद नीतीश ने कहा कि वो गांधी जी में विश्वास करते हैं, इसलिए काम करते रहेंगे. नीतीश के इस बयान पर विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने ट्वीट पर जवाब दिया. नीतीश जी करबद्ध प्रार्थना है कम से कम गांधी जी को अपनी U-Turn और अनैतिक पॉलिटिक्स का हिस्सा मत बनाइये।अब आप गांधी जी के हत्यारों के साथ है — Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) September 4, 2017 उन्होंने एक के बाद कई ट्वीट करके हमला बोला.   नीतीश जी आप गांधी और लोहिया जैसे महापुरुषों की ओट में अपने अनैतिक निर्णय नहीं छुपा सकते। पूरा देश आपकी घोर अवसरवादिता से परिचित हो चुका है। — Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) September 4, 2017 गौरतलब है कि रविवार को केंद्रीय मंत्रिमंडल के विस्तार में जद (यू) के शामिल होने के कयास लगाए गए थे। लेकिन मंत्रिमंडल विस्तार में जद (यू) को जगह नहीं मिलने के बाद तरह-तरह की अटकलों का बाजार गर्म है. नीतीश के इस बयान पर विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने ट्वीट पर जवाब दिया. नीतीश जी करबद्ध प्रार्थना है कम से कम गांधी जी को अपनी U-Turn और अनैतिक पॉलिटिक्स का हिस्सा मत बनाइये।अब आप गांधी जी के हत्यारों के साथ है — Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) September 4, 2017 उन्होंने एक के बाद कई ट्वीट करके हमला बोला.   नीतीश जी आप गांधी और लोहिया जैसे महापुरुषों की ओट में अपने अनैतिक निर्णय नहीं छुपा सकते। पूरा देश आपकी घोर अवसरवादिता से परिचित हो चुका है। — Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) September 4, 2017 गौरतलब है कि रविवार को केंद्रीय मंत्रिमंडल के विस्तार में जद (यू) के शामिल होने के कयास लगाए गए थे। लेकिन मंत्रिमंडल विस्तार में जद (यू) को जगह नहीं मिलने के बाद तरह-तरह की अटकलों का बाजार गर्म है. नीतीश जी करबद्ध प्रार्थना है कम से कम गांधी जी को अपनी U-Turn और अनैतिक पॉलिटिक्स का हिस्सा मत बनाइये।अब आप गांधी जी के हत्यारों के साथ है नीतीश जी आप गांधी और लोहिया जैसे महापुरुषों की ओट में अपने अनैतिक निर्णय नहीं छुपा सकते। पूरा देश आपकी घोर अवसरवादिता से परिचित हो चुका है।
असम के चिरांग में हुआ फर्जी एनकाउंटर, आईजी राय की रिपोर्ट से मची खलबली
केंद्रीय गृह सचिव ने डीजी सीआरपीएफ भटनागर को तलब किया जांच के बाद कसूरवार अधिकारियों के खिलाफ होगी सख्त कार्रवाई रजनीश राय ने सोहराबुद्दीन मामले की भी जांच की थी
केंद्रीय गृह मंत्रालय में 1992 बैच के आईपीएस अफसर रजनीश राय की एक रिपोर्ट पर खलबली मच गई है. इस रिपोर्ट में उन्होंने चिरांग में हुए एक एनकाउंटर को फर्ज़ी करार दिया है. खलबली इसलिए है क्योंकि इसी अफसर ने सोहराबुद्दीन मामले की जांच की थी और गिरफ्तारियों का सिलसिला शुरू किया था. केंद्रीय गृह सचिव राजीव महर्षि ने बुधवार की शाम को डीजी सीआरपीएफ आरआर भटनागर को तलब किया और जानना चाहा कि आखिर आईजी रजनीश राय जो कि सीआरपीएफ के असम तथा पूर्वोत्तर भारत के अन्य क्षेत्रों में उग्रवाद-विरोधी बल के प्रभारी हैं की रिपोर्ट में कितनी सच्चाई है. रजनीश राय ने किसके कहने पर यह रिपोर्ट सीआरपीएफ मुख्यालय भेजी. मीटिंग के बाद डीजी सीआरपीएफ आरआर भटनागर ने एनडीटीवी इंडिया को बताया कि राय ने रिपोर्ट उनके काम सम्भालने से पहले एक्टिंग डीजी सुदीप लखटकिया को भेजी थी. उन्होंने कहा "इस मामले में पहले ही असम पुलिस जांच कर रही है, इसीलिए इसमें दूसरी जांच शुरू नहीं की जा सकती." उधर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सीआरपीएफ से इस रिपोर्ट के बारे में जवाब तलब करते हुए पूछा है कि क्या यह अनुशासनहीनता का मामला बनता है, क्योंकि रजनीश राय ने जांच रिपोर्ट सीआरपीएफ के अलावा राज्य पुलिस के साथ-साथ अर्धसैनिक बलों के डीजी को भी भेजी है. एनडीटीवी इंडिया को मिली जानकारी के मुताबिक मंत्रालय का मानना है कि यह एक प्रशासनिक रिपोर्ट है जिस पर अंदरूनी जांच होगी. अगर सही पाई गई तो कसूरवार अधिकारियों के खिलाफ सख्त प्रशासनिक कार्रवाई की जा सकती है. आईजी की रिपोर्ट पोस्टफ़ाक्टो है इसलिए इसे सीक्वेंस ऑफ़ इवेंट से मिलाने की जरूरत है. यह इसीलिए भी अहम है क्योंकि पहले ही फर्ज़ी एनकाउंटर के मामले में राज्य पुलिस जांच कर रही है.टिप्पणियां मंत्रालय ने सीआरपीएफ से पूछा है कि रजनीश राय इस फैसले पर कैसे पहुंचे कि यह एक फर्ज़ी एनकाउंटर है. क्या उन्होंने सही चश्मदीदों से बात की है. या फिर फोरेंसिक सबूतों के आधार पर वे ऐसा कह रहे हैं. असम के चिरांग जिले में 30 मार्च को एक एनकाउंटर में दो बोडो उग्रवादियों को सुरक्षा बलों ने मार गिराया था. रिपोर्ट में राय ने लिखा है कि बोडो उग्रवादियों को एनकाउंटर में नहीं मारा गया, बल्कि पहले पकड़ा गया और फिर मारा. यानी मानवाधिकार नियमों का उल्लंघन हुआ है. केंद्रीय गृह सचिव राजीव महर्षि ने बुधवार की शाम को डीजी सीआरपीएफ आरआर भटनागर को तलब किया और जानना चाहा कि आखिर आईजी रजनीश राय जो कि सीआरपीएफ के असम तथा पूर्वोत्तर भारत के अन्य क्षेत्रों में उग्रवाद-विरोधी बल के प्रभारी हैं की रिपोर्ट में कितनी सच्चाई है. रजनीश राय ने किसके कहने पर यह रिपोर्ट सीआरपीएफ मुख्यालय भेजी. मीटिंग के बाद डीजी सीआरपीएफ आरआर भटनागर ने एनडीटीवी इंडिया को बताया कि राय ने रिपोर्ट उनके काम सम्भालने से पहले एक्टिंग डीजी सुदीप लखटकिया को भेजी थी. उन्होंने कहा "इस मामले में पहले ही असम पुलिस जांच कर रही है, इसीलिए इसमें दूसरी जांच शुरू नहीं की जा सकती." उधर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सीआरपीएफ से इस रिपोर्ट के बारे में जवाब तलब करते हुए पूछा है कि क्या यह अनुशासनहीनता का मामला बनता है, क्योंकि रजनीश राय ने जांच रिपोर्ट सीआरपीएफ के अलावा राज्य पुलिस के साथ-साथ अर्धसैनिक बलों के डीजी को भी भेजी है. एनडीटीवी इंडिया को मिली जानकारी के मुताबिक मंत्रालय का मानना है कि यह एक प्रशासनिक रिपोर्ट है जिस पर अंदरूनी जांच होगी. अगर सही पाई गई तो कसूरवार अधिकारियों के खिलाफ सख्त प्रशासनिक कार्रवाई की जा सकती है. आईजी की रिपोर्ट पोस्टफ़ाक्टो है इसलिए इसे सीक्वेंस ऑफ़ इवेंट से मिलाने की जरूरत है. यह इसीलिए भी अहम है क्योंकि पहले ही फर्ज़ी एनकाउंटर के मामले में राज्य पुलिस जांच कर रही है.टिप्पणियां मंत्रालय ने सीआरपीएफ से पूछा है कि रजनीश राय इस फैसले पर कैसे पहुंचे कि यह एक फर्ज़ी एनकाउंटर है. क्या उन्होंने सही चश्मदीदों से बात की है. या फिर फोरेंसिक सबूतों के आधार पर वे ऐसा कह रहे हैं. असम के चिरांग जिले में 30 मार्च को एक एनकाउंटर में दो बोडो उग्रवादियों को सुरक्षा बलों ने मार गिराया था. रिपोर्ट में राय ने लिखा है कि बोडो उग्रवादियों को एनकाउंटर में नहीं मारा गया, बल्कि पहले पकड़ा गया और फिर मारा. यानी मानवाधिकार नियमों का उल्लंघन हुआ है. मीटिंग के बाद डीजी सीआरपीएफ आरआर भटनागर ने एनडीटीवी इंडिया को बताया कि राय ने रिपोर्ट उनके काम सम्भालने से पहले एक्टिंग डीजी सुदीप लखटकिया को भेजी थी. उन्होंने कहा "इस मामले में पहले ही असम पुलिस जांच कर रही है, इसीलिए इसमें दूसरी जांच शुरू नहीं की जा सकती." उधर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सीआरपीएफ से इस रिपोर्ट के बारे में जवाब तलब करते हुए पूछा है कि क्या यह अनुशासनहीनता का मामला बनता है, क्योंकि रजनीश राय ने जांच रिपोर्ट सीआरपीएफ के अलावा राज्य पुलिस के साथ-साथ अर्धसैनिक बलों के डीजी को भी भेजी है. एनडीटीवी इंडिया को मिली जानकारी के मुताबिक मंत्रालय का मानना है कि यह एक प्रशासनिक रिपोर्ट है जिस पर अंदरूनी जांच होगी. अगर सही पाई गई तो कसूरवार अधिकारियों के खिलाफ सख्त प्रशासनिक कार्रवाई की जा सकती है. आईजी की रिपोर्ट पोस्टफ़ाक्टो है इसलिए इसे सीक्वेंस ऑफ़ इवेंट से मिलाने की जरूरत है. यह इसीलिए भी अहम है क्योंकि पहले ही फर्ज़ी एनकाउंटर के मामले में राज्य पुलिस जांच कर रही है.टिप्पणियां मंत्रालय ने सीआरपीएफ से पूछा है कि रजनीश राय इस फैसले पर कैसे पहुंचे कि यह एक फर्ज़ी एनकाउंटर है. क्या उन्होंने सही चश्मदीदों से बात की है. या फिर फोरेंसिक सबूतों के आधार पर वे ऐसा कह रहे हैं. असम के चिरांग जिले में 30 मार्च को एक एनकाउंटर में दो बोडो उग्रवादियों को सुरक्षा बलों ने मार गिराया था. रिपोर्ट में राय ने लिखा है कि बोडो उग्रवादियों को एनकाउंटर में नहीं मारा गया, बल्कि पहले पकड़ा गया और फिर मारा. यानी मानवाधिकार नियमों का उल्लंघन हुआ है. उधर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सीआरपीएफ से इस रिपोर्ट के बारे में जवाब तलब करते हुए पूछा है कि क्या यह अनुशासनहीनता का मामला बनता है, क्योंकि रजनीश राय ने जांच रिपोर्ट सीआरपीएफ के अलावा राज्य पुलिस के साथ-साथ अर्धसैनिक बलों के डीजी को भी भेजी है. एनडीटीवी इंडिया को मिली जानकारी के मुताबिक मंत्रालय का मानना है कि यह एक प्रशासनिक रिपोर्ट है जिस पर अंदरूनी जांच होगी. अगर सही पाई गई तो कसूरवार अधिकारियों के खिलाफ सख्त प्रशासनिक कार्रवाई की जा सकती है. आईजी की रिपोर्ट पोस्टफ़ाक्टो है इसलिए इसे सीक्वेंस ऑफ़ इवेंट से मिलाने की जरूरत है. यह इसीलिए भी अहम है क्योंकि पहले ही फर्ज़ी एनकाउंटर के मामले में राज्य पुलिस जांच कर रही है.टिप्पणियां मंत्रालय ने सीआरपीएफ से पूछा है कि रजनीश राय इस फैसले पर कैसे पहुंचे कि यह एक फर्ज़ी एनकाउंटर है. क्या उन्होंने सही चश्मदीदों से बात की है. या फिर फोरेंसिक सबूतों के आधार पर वे ऐसा कह रहे हैं. असम के चिरांग जिले में 30 मार्च को एक एनकाउंटर में दो बोडो उग्रवादियों को सुरक्षा बलों ने मार गिराया था. रिपोर्ट में राय ने लिखा है कि बोडो उग्रवादियों को एनकाउंटर में नहीं मारा गया, बल्कि पहले पकड़ा गया और फिर मारा. यानी मानवाधिकार नियमों का उल्लंघन हुआ है. एनडीटीवी इंडिया को मिली जानकारी के मुताबिक मंत्रालय का मानना है कि यह एक प्रशासनिक रिपोर्ट है जिस पर अंदरूनी जांच होगी. अगर सही पाई गई तो कसूरवार अधिकारियों के खिलाफ सख्त प्रशासनिक कार्रवाई की जा सकती है. आईजी की रिपोर्ट पोस्टफ़ाक्टो है इसलिए इसे सीक्वेंस ऑफ़ इवेंट से मिलाने की जरूरत है. यह इसीलिए भी अहम है क्योंकि पहले ही फर्ज़ी एनकाउंटर के मामले में राज्य पुलिस जांच कर रही है.टिप्पणियां मंत्रालय ने सीआरपीएफ से पूछा है कि रजनीश राय इस फैसले पर कैसे पहुंचे कि यह एक फर्ज़ी एनकाउंटर है. क्या उन्होंने सही चश्मदीदों से बात की है. या फिर फोरेंसिक सबूतों के आधार पर वे ऐसा कह रहे हैं. असम के चिरांग जिले में 30 मार्च को एक एनकाउंटर में दो बोडो उग्रवादियों को सुरक्षा बलों ने मार गिराया था. रिपोर्ट में राय ने लिखा है कि बोडो उग्रवादियों को एनकाउंटर में नहीं मारा गया, बल्कि पहले पकड़ा गया और फिर मारा. यानी मानवाधिकार नियमों का उल्लंघन हुआ है. मंत्रालय ने सीआरपीएफ से पूछा है कि रजनीश राय इस फैसले पर कैसे पहुंचे कि यह एक फर्ज़ी एनकाउंटर है. क्या उन्होंने सही चश्मदीदों से बात की है. या फिर फोरेंसिक सबूतों के आधार पर वे ऐसा कह रहे हैं. असम के चिरांग जिले में 30 मार्च को एक एनकाउंटर में दो बोडो उग्रवादियों को सुरक्षा बलों ने मार गिराया था. रिपोर्ट में राय ने लिखा है कि बोडो उग्रवादियों को एनकाउंटर में नहीं मारा गया, बल्कि पहले पकड़ा गया और फिर मारा. यानी मानवाधिकार नियमों का उल्लंघन हुआ है. असम के चिरांग जिले में 30 मार्च को एक एनकाउंटर में दो बोडो उग्रवादियों को सुरक्षा बलों ने मार गिराया था. रिपोर्ट में राय ने लिखा है कि बोडो उग्रवादियों को एनकाउंटर में नहीं मारा गया, बल्कि पहले पकड़ा गया और फिर मारा. यानी मानवाधिकार नियमों का उल्लंघन हुआ है.
झूठ का पुलिंदा है शुंगलू कमेटी की रिपोर्ट, यहां सभी काम कानून के मुताबिक हुए हैं : स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन
शुंगलू कमेटी ने सतेंद्र जैन की बेटी सौम्या की नियुक्ति पर उठाए हैं सवाल सतेंद्र जैन का दावा कि सौम्या ने 2-3 महीने बिना वेतन के काम किया स्वास्थ्य मंत्रालय में केवल 10 फीसदी हैं डॉक्टर, बाकि गैर डॉक्टरी पेशे से
शुंगलू कमेटी ने दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने कामकाज पर उंगली उठाई है और कमेटी ने अपनी रिपोर्ट सरकार द्वारा की गई नियुक्तियों और आवंटनों पर सवाल खड़े किए हैं. दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन ने शुंगलू कमेटी की रिपोर्ट को झूठ का पुलिंदा बताते हुए कहा कि यह सब चुनावी साजिश है. सरकार ने सभी काम नियमों के मुताबिक किए हैं. बता दें कि शुंगलू कमेटी ने अपनी जांच रिपोर्ट में दिल्ली में मोहल्ला क्लीनिक के सलाहकार के पद पर स्वास्थ्य मंत्री की बेटी सौम्या जैन की नियुक्ति को गलत ठहराया है. वहीं, महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल को आवास मुहैया कराने और आम आदमी पार्टी को कार्यालय आवंटित कराने पर सवालिया निशान उठाए हैं.टिप्पणियां कमेटी की रिपोर्ट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन ने कहा कि शुंगलू कमेटी दिल्ली सरकार को घेरने के लिए ही बनाई गई थी और कमेटी ने अपना काम बखूबी किया है. उन्होंने रिपोर्ट को झूठ का पुलिंदा करार देते हुए कहा कि सौम्या को स्वास्थ्य विभाग में नहीं रखा गया है. उसे एक निदेशक के सलाहकार के तौर पर रखा गया था. केंद्र सरकार से उसकी मंजूर ली गई थी. सभी कुछ कानून के मुताबिक हुआ है. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय में केवल 10 फीसदी ही डॉक्टर काम करते हैं. 90 फीसदी लोग गैर डॉक्टरी पेशे से आते हैं. सतेंद्र जैन ने बताया कि सौम्या ने 2-3 महीने ही काम किया है और वह भी बिना वेतन के. लेकिन इस मुद्दे को चुनावों के समय जानबूझ कर उछाला जा रहा है. स्वाति मालिवाल के घर के सवाल पर उन्होंने कहा कि सरकार ने अपने विवेक पर उन्हें घर आवंटित किया था और यह सब उपराज्यपाल को बता कर किया गया था. उन्होंने सवाल किया कि अगर उपराज्यपाल को कोई आपत्ति थी तो उन्हें सरकार को बताना चाहिए था. इसके लिए कमेटी बैठाने की जरुरत क्या थी. बता दें कि शुंगलू कमेटी ने अपनी जांच रिपोर्ट में दिल्ली में मोहल्ला क्लीनिक के सलाहकार के पद पर स्वास्थ्य मंत्री की बेटी सौम्या जैन की नियुक्ति को गलत ठहराया है. वहीं, महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल को आवास मुहैया कराने और आम आदमी पार्टी को कार्यालय आवंटित कराने पर सवालिया निशान उठाए हैं.टिप्पणियां कमेटी की रिपोर्ट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन ने कहा कि शुंगलू कमेटी दिल्ली सरकार को घेरने के लिए ही बनाई गई थी और कमेटी ने अपना काम बखूबी किया है. उन्होंने रिपोर्ट को झूठ का पुलिंदा करार देते हुए कहा कि सौम्या को स्वास्थ्य विभाग में नहीं रखा गया है. उसे एक निदेशक के सलाहकार के तौर पर रखा गया था. केंद्र सरकार से उसकी मंजूर ली गई थी. सभी कुछ कानून के मुताबिक हुआ है. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय में केवल 10 फीसदी ही डॉक्टर काम करते हैं. 90 फीसदी लोग गैर डॉक्टरी पेशे से आते हैं. सतेंद्र जैन ने बताया कि सौम्या ने 2-3 महीने ही काम किया है और वह भी बिना वेतन के. लेकिन इस मुद्दे को चुनावों के समय जानबूझ कर उछाला जा रहा है. स्वाति मालिवाल के घर के सवाल पर उन्होंने कहा कि सरकार ने अपने विवेक पर उन्हें घर आवंटित किया था और यह सब उपराज्यपाल को बता कर किया गया था. उन्होंने सवाल किया कि अगर उपराज्यपाल को कोई आपत्ति थी तो उन्हें सरकार को बताना चाहिए था. इसके लिए कमेटी बैठाने की जरुरत क्या थी. कमेटी की रिपोर्ट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन ने कहा कि शुंगलू कमेटी दिल्ली सरकार को घेरने के लिए ही बनाई गई थी और कमेटी ने अपना काम बखूबी किया है. उन्होंने रिपोर्ट को झूठ का पुलिंदा करार देते हुए कहा कि सौम्या को स्वास्थ्य विभाग में नहीं रखा गया है. उसे एक निदेशक के सलाहकार के तौर पर रखा गया था. केंद्र सरकार से उसकी मंजूर ली गई थी. सभी कुछ कानून के मुताबिक हुआ है. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय में केवल 10 फीसदी ही डॉक्टर काम करते हैं. 90 फीसदी लोग गैर डॉक्टरी पेशे से आते हैं. सतेंद्र जैन ने बताया कि सौम्या ने 2-3 महीने ही काम किया है और वह भी बिना वेतन के. लेकिन इस मुद्दे को चुनावों के समय जानबूझ कर उछाला जा रहा है. स्वाति मालिवाल के घर के सवाल पर उन्होंने कहा कि सरकार ने अपने विवेक पर उन्हें घर आवंटित किया था और यह सब उपराज्यपाल को बता कर किया गया था. उन्होंने सवाल किया कि अगर उपराज्यपाल को कोई आपत्ति थी तो उन्हें सरकार को बताना चाहिए था. इसके लिए कमेटी बैठाने की जरुरत क्या थी. स्वाति मालिवाल के घर के सवाल पर उन्होंने कहा कि सरकार ने अपने विवेक पर उन्हें घर आवंटित किया था और यह सब उपराज्यपाल को बता कर किया गया था. उन्होंने सवाल किया कि अगर उपराज्यपाल को कोई आपत्ति थी तो उन्हें सरकार को बताना चाहिए था. इसके लिए कमेटी बैठाने की जरुरत क्या थी.
'नोएडा फ्लैट खरीदारों को मिले ब्याज सहित रिफंड'
उल्लेखनीय है कि इसी खंडपीठ ने छह जुलाई को ग्रेटर नोएडा भूमि प्राधिकार द्वारा 156 हेक्टेयर से अधिक भूमि के अधिग्रहण को खारिज कर दिया था।
उच्चतम न्यायालय ने व्यवस्था दी कि जिन क्रेताओं ने विवादास्पद नोएडा आवासीय परियोजना में निवेश किया था वे बिल्डरों से अपने पूरे धन को ब्याज सहित वापस पाने के पात्र होंगे। न्यायाधीश जीएस सिंघवी तथा एके गांगुली की खंडपीठ ने यह व्यवस्था दी। न्यायालय ने कहा कि क्रेताओं को अपना धन उचित ब्याज दर के साथ वापस मिलना चाहिए और अगर बिल्डर पूर्व भुगतान से इनकार करते हैं तो वे उचित कानूनी उपचार लेने को आजाद होंगे। इस आदेश का फायदा 6000 से अधिक लोगों को मिलेगा जिन्होंने ग्रेटर नोएडा में आम्रपाली तथा अन्य प्रमुख बिल्डरों के आवासीय परिसरों में फ्लैट बुक करवाए थे। उल्लेखनीय है कि इसी खंडपीठ ने छह जुलाई को ग्रेटर नोएडा भूमि प्राधिकार द्वारा 156 हेक्टेयर से अधिक भूमि के अधिग्रहण को खारिज कर दिया था।
मेरठ के लोगों ने बनाई 1391.50 मीटर लम्बी पेटिंग, गिनीज बुक आफ रिकार्ड्स में दर्ज
गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्डस के ने प्रमाण पत्र प्रदान किया बाल दिवस पर विश्व रिकार्ड के लिए पेंटिंग कार्यक्रम आयोजित 3500 से अधिक पंजीकृत प्रतिभागियों ने कैनवास पर रंग भरे
उत्तर प्रदेश के मेरठ के लोगों ने 1391.50 मीटर लम्बी पेटिंग तैयार कर गिनीज बुक ऑफ रिकार्ड में नाम दर्ज कराया है. इस संबंध में प्रमाण-पत्र गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्डस की टीम के प्रतिनिधि ने मंडलायुक्त को प्रदान किया. जिला प्रशासन, मिलिट्री एवं मेरठ की जनता के सहयोग से मेरा शहर-मेरी पहल के तत्वावधान में 1400 मीटर लम्बी पेटिंग में गिनीज बुक ऑफ रिकार्ड हेतु आयोजन का आरम्भ जीओसी राजीव कुमार, मण्डलायुक्त आलोक सिन्हा एव जिलाधिकारी बी चन्द्रकला द्वारा अन्य अधिकारियों एवं गणमान्य नागरिकों की उपस्थिति में किया गया. इसमें पेटिंग का आयोजन गिनीज बुक आफॅ रिकार्ड की टीम की निगरानी में सम्पन्न हुआ. बाल दिवस के अवसर पर विश्व रिकार्ड के लिए आयोजित पेन्टिग कार्यक्रम में 1391.50मीटर लम्बी व 1.4 मीटर चौड़ी पेटिंग बनाई गई. कार्यक्रम में मेरठ के छात्र-छात्राओं, मिलिट्री व जिला प्रशासन के 3500 से अधिक पंजीकृत प्रतिभागियों ने कैनवास पर रंग भरे. कार्यक्रम में कुल 14 हाउस अजन्ता, भीमबेटका, चाणक्य, द्रोणाचार्य, एलोरा, फागुन, गगनेन्द्र, हुसैन, इन्द्रप्रस्थ, जोगीमारा, कलमकारी, लावण्य, मधुबनी व नीलगिरी बनाए गए और प्रत्येक हाउस जो 100 मीटर का था में एक हैड पेंटर व उसके अधीन 40 एक्सपर्ट पेंटर थे. पेटिंग आईआईएमटी चौराहे से माल रोड चौराहा होते हुए टैंक चौराहे तक बनाई गई. मण्डलायुक्त आलोक सिन्हा ने कहा कि इस पेटिंग कार्यक्रम में सभी जाति,धर्म,वर्ग व वर्ण के लोगों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लेकर मेरठ को विश्व स्तर पर नई पहचान दिलाई.टिप्पणियां जीओसी राजीव चाबा ने कहा कि 1400 मीटर लम्बी पेटिंग में मेरठ के चित्रकारों के लिए अपनी प्रतिभा दिखाने का अच्छा अवसर है. जिलाधिकारी बी चन्द्रकला ने कहा कि आज का दिन मेरठ वासियों के लिए बहुत गर्व का दिन है. मेरठवासियों ने गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में अपना नाम कर मेरठ को विश्व स्तर पर पहचान दिलाई है, जो हमेशा इतिहास में दर्ज रहेगा.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) जिला प्रशासन, मिलिट्री एवं मेरठ की जनता के सहयोग से मेरा शहर-मेरी पहल के तत्वावधान में 1400 मीटर लम्बी पेटिंग में गिनीज बुक ऑफ रिकार्ड हेतु आयोजन का आरम्भ जीओसी राजीव कुमार, मण्डलायुक्त आलोक सिन्हा एव जिलाधिकारी बी चन्द्रकला द्वारा अन्य अधिकारियों एवं गणमान्य नागरिकों की उपस्थिति में किया गया. इसमें पेटिंग का आयोजन गिनीज बुक आफॅ रिकार्ड की टीम की निगरानी में सम्पन्न हुआ. बाल दिवस के अवसर पर विश्व रिकार्ड के लिए आयोजित पेन्टिग कार्यक्रम में 1391.50मीटर लम्बी व 1.4 मीटर चौड़ी पेटिंग बनाई गई. कार्यक्रम में मेरठ के छात्र-छात्राओं, मिलिट्री व जिला प्रशासन के 3500 से अधिक पंजीकृत प्रतिभागियों ने कैनवास पर रंग भरे. कार्यक्रम में कुल 14 हाउस अजन्ता, भीमबेटका, चाणक्य, द्रोणाचार्य, एलोरा, फागुन, गगनेन्द्र, हुसैन, इन्द्रप्रस्थ, जोगीमारा, कलमकारी, लावण्य, मधुबनी व नीलगिरी बनाए गए और प्रत्येक हाउस जो 100 मीटर का था में एक हैड पेंटर व उसके अधीन 40 एक्सपर्ट पेंटर थे. पेटिंग आईआईएमटी चौराहे से माल रोड चौराहा होते हुए टैंक चौराहे तक बनाई गई. मण्डलायुक्त आलोक सिन्हा ने कहा कि इस पेटिंग कार्यक्रम में सभी जाति,धर्म,वर्ग व वर्ण के लोगों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लेकर मेरठ को विश्व स्तर पर नई पहचान दिलाई.टिप्पणियां जीओसी राजीव चाबा ने कहा कि 1400 मीटर लम्बी पेटिंग में मेरठ के चित्रकारों के लिए अपनी प्रतिभा दिखाने का अच्छा अवसर है. जिलाधिकारी बी चन्द्रकला ने कहा कि आज का दिन मेरठ वासियों के लिए बहुत गर्व का दिन है. मेरठवासियों ने गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में अपना नाम कर मेरठ को विश्व स्तर पर पहचान दिलाई है, जो हमेशा इतिहास में दर्ज रहेगा.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) बाल दिवस के अवसर पर विश्व रिकार्ड के लिए आयोजित पेन्टिग कार्यक्रम में 1391.50मीटर लम्बी व 1.4 मीटर चौड़ी पेटिंग बनाई गई. कार्यक्रम में मेरठ के छात्र-छात्राओं, मिलिट्री व जिला प्रशासन के 3500 से अधिक पंजीकृत प्रतिभागियों ने कैनवास पर रंग भरे. कार्यक्रम में कुल 14 हाउस अजन्ता, भीमबेटका, चाणक्य, द्रोणाचार्य, एलोरा, फागुन, गगनेन्द्र, हुसैन, इन्द्रप्रस्थ, जोगीमारा, कलमकारी, लावण्य, मधुबनी व नीलगिरी बनाए गए और प्रत्येक हाउस जो 100 मीटर का था में एक हैड पेंटर व उसके अधीन 40 एक्सपर्ट पेंटर थे. पेटिंग आईआईएमटी चौराहे से माल रोड चौराहा होते हुए टैंक चौराहे तक बनाई गई. मण्डलायुक्त आलोक सिन्हा ने कहा कि इस पेटिंग कार्यक्रम में सभी जाति,धर्म,वर्ग व वर्ण के लोगों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लेकर मेरठ को विश्व स्तर पर नई पहचान दिलाई.टिप्पणियां जीओसी राजीव चाबा ने कहा कि 1400 मीटर लम्बी पेटिंग में मेरठ के चित्रकारों के लिए अपनी प्रतिभा दिखाने का अच्छा अवसर है. जिलाधिकारी बी चन्द्रकला ने कहा कि आज का दिन मेरठ वासियों के लिए बहुत गर्व का दिन है. मेरठवासियों ने गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में अपना नाम कर मेरठ को विश्व स्तर पर पहचान दिलाई है, जो हमेशा इतिहास में दर्ज रहेगा.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) मण्डलायुक्त आलोक सिन्हा ने कहा कि इस पेटिंग कार्यक्रम में सभी जाति,धर्म,वर्ग व वर्ण के लोगों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लेकर मेरठ को विश्व स्तर पर नई पहचान दिलाई.टिप्पणियां जीओसी राजीव चाबा ने कहा कि 1400 मीटर लम्बी पेटिंग में मेरठ के चित्रकारों के लिए अपनी प्रतिभा दिखाने का अच्छा अवसर है. जिलाधिकारी बी चन्द्रकला ने कहा कि आज का दिन मेरठ वासियों के लिए बहुत गर्व का दिन है. मेरठवासियों ने गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में अपना नाम कर मेरठ को विश्व स्तर पर पहचान दिलाई है, जो हमेशा इतिहास में दर्ज रहेगा.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) जीओसी राजीव चाबा ने कहा कि 1400 मीटर लम्बी पेटिंग में मेरठ के चित्रकारों के लिए अपनी प्रतिभा दिखाने का अच्छा अवसर है. जिलाधिकारी बी चन्द्रकला ने कहा कि आज का दिन मेरठ वासियों के लिए बहुत गर्व का दिन है. मेरठवासियों ने गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में अपना नाम कर मेरठ को विश्व स्तर पर पहचान दिलाई है, जो हमेशा इतिहास में दर्ज रहेगा.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
दिल्ली गैंगरेप : पुलिस की स्टेटस रिपोर्ट पर हाईकोर्ट आज सुनाएगा फैसला
दिल्ली गैंगरेप केस में पुलिस की स्टेटस रिपोर्ट पर दिल्ली हाईकोर्ट में आज फैसला आ सकता है। इससे पहले बुधवार को इस मामले की सुनवाई करते हुई कोर्ट ने दिल्ली पुलिस को कड़ी फटकार लगाई थी।
दिल्ली गैंगरेप केस में पुलिस की स्टेटस रिपोर्ट पर दिल्ली हाईकोर्ट में आज फैसला आ सकता है। इसके पहले बुधवार को इस मामले की सुनवाई करते हुई कोर्ट ने दिल्ली पुलिस को कड़ी फटकार लगाई थी। स्टेटस रिपोर्ट पर सवाल उठाते हुए कोर्ट ने कहा कि वारदात के लिए कमिश्नर और ज्वाइंट कमिश्नर ट्रैफिक को क्यों न जिम्मेदार ठहराया जाए।टिप्पणियां इसके अलावा हाईकोर्ट ने पुलिस की स्टेट्स रिपोर्ट पर सवाल उठाते हुए कहा की आदेश के बावजूद घटना वाले दिन ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों की लिस्ट क्यों नहीं दी गई। यही नहीं कोर्ट ने यह भी कहा कि अगर कानून व्यवस्था को लागू करने वाली एजेंसियां सतर्क होतीं तो उस रात हुई वारदात टाली जा सकती थी। स्टेटस रिपोर्ट पर सवाल उठाते हुए कोर्ट ने कहा कि वारदात के लिए कमिश्नर और ज्वाइंट कमिश्नर ट्रैफिक को क्यों न जिम्मेदार ठहराया जाए।टिप्पणियां इसके अलावा हाईकोर्ट ने पुलिस की स्टेट्स रिपोर्ट पर सवाल उठाते हुए कहा की आदेश के बावजूद घटना वाले दिन ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों की लिस्ट क्यों नहीं दी गई। यही नहीं कोर्ट ने यह भी कहा कि अगर कानून व्यवस्था को लागू करने वाली एजेंसियां सतर्क होतीं तो उस रात हुई वारदात टाली जा सकती थी। इसके अलावा हाईकोर्ट ने पुलिस की स्टेट्स रिपोर्ट पर सवाल उठाते हुए कहा की आदेश के बावजूद घटना वाले दिन ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों की लिस्ट क्यों नहीं दी गई। यही नहीं कोर्ट ने यह भी कहा कि अगर कानून व्यवस्था को लागू करने वाली एजेंसियां सतर्क होतीं तो उस रात हुई वारदात टाली जा सकती थी। यही नहीं कोर्ट ने यह भी कहा कि अगर कानून व्यवस्था को लागू करने वाली एजेंसियां सतर्क होतीं तो उस रात हुई वारदात टाली जा सकती थी।
पतंजलि के सीईओ बालकृष्ण 'सबसे रईस', लेकिन शानोशौकत के नाम पर सिर्फ रेंजरोवर कार और आईफोन
43-वर्षीय आचार्य बालकृष्ण पतंजलि आयुर्वेद के प्रमुख हैं ब्रांड का चेहरा बाबा रामदेव हैं, लेकिन कोई हिस्सेदारी नहीं है शानदार कारोबार करने वाली पतंजलि अब बाज़ार में जीन्स लेकर आ रही है
पतंजलि की स्थापना योगगुरु बाबा रामदेव के सहयोग से वर्ष 2006 में की गई, जो शैम्पू से लेकर दंतमंजन (टूथपेस्ट भी) तक सब कुछ बनाती है... पिछले साल 5,000 करोड़ रुपये के कारोबार का आंकड़ा पार कर लेने वाले आयुर्वेद के इस साम्राज्य में बाबा रामदेव की भले ही कोई हिस्सेदारी नहीं है, लेकिन इसका चेहरा वही हैं...   पतंजलि के चेहरे बाबा रामदेव की बालकृष्ण के इस कारोबार में कोई हिस्सेदारी नहीं अगर शान-ओ-शौकत की बात करें, तो दफ्तर में मौजूद बालकृष्ण के आसपास सिर्फ काले-सफेद रंग की एक रेंजरोवर कार नज़र आती है, जिससे वह घर से दफ्तर आते-जाते हैं, या पतंजलि परिसर के एक हिस्से से दूसरे में जाया करते हैं, क्योंकि हरिद्वार में बना यह परिसर 150 एकड़ में फैला हुआ है... यह पूछे जाने पर कि क्या उन्हें आरामदायक सवारी में आनंद आता है, उनका जवाब था, "कार के बारे में नहीं सोचा, सुरक्षा के बारे में सोचना बेहतर था..." इस पर बाबा रामदेव ने कहा, "मैंने उन्हें मजबूर किया था कि यही कार खरीदें... हम बहुत यात्रा करते हैं, और मजबूत कार की सुरक्षा में रहना बेहतर होता है... हम महंगी चीज़ों की परवाह नहीं करते..." इसी के साथ उन्होंने बेहद साधारण-सा मोबाइल फोन भी निकालकर दिखाया, जो उनके मुताबिक 2,000 रुपये का था... हालांकि बालकृष्ण ने स्वीकार किया कि उनके पास आईफोन है... दोनों मित्रों की पहली मुलाकात आज से 30 साल पहले हरियाणा के गुरुकुल में हुई थी, जहां वे पढ़ते थे, और जल्द ही वे एक दूसरे के करीब आ गए थे...   बालकृष्ण शर्मीले हैं, बाबा रामदेव मीडिया-फ्रेंडली हैं... बालकृष्ण कुछ मोटे हैं, जबकि बाबा रामदेव सैकड़ों-हज़ारों लोगों या टीवी कैमरे के सामने अपने पतले-दुबले शरीर की मदद से कठिन से कठिन आसन भी आसानी से कर लिया करते हैं... उनका कामकाजी रिश्ता भी बिल्कुल अनूठा है... बाबा रामदेव अपने सबसे करीबी सहयोगी को 'बिज़नेस पार्टनर नहीं, आध्यात्मिक दोस्त' कहकर पुकारते हैं, जबकि बालकृष्ण कहते हैं, "हमारे बीच बोर्ड मीटिंग जैसा कुछ नहीं होता... कभी-कभी वह मेरे पास कोई आइडिया लेकर आते हैं, और वह पहले से जानते हैं कि मुझे क्या चाहिए..." वैसे आइडिया तो कभी भी यूं ही चलते-फिरते मिल जाया करते हैं... अब जीन्स को डिज़ाइन करने और उन्हें बनाने के बारे में ही लीजिए... बालकृष्ण के अनुसार, "हुआ यू था कि एक पत्रकार रामदेव जी का इंटरव्यू ले रहा था, और उसने जीन्स पहनी थी... उन्होंने उस पर कुछ कहा, तो पत्रकार ने मज़ाक में कहा कि आप लोग इन्हें क्यों नहीं बनाते, तो हमने भी सोचा - क्यों नहीं...?" बस, तभी से जाने-माने और ट्रेंडी कहलाने वाले ब्रांडों की तरफ से संयुक्त उपक्रम लगाने के लिए पेशकशों की बाढ़-सी आई हुई है... दरअसल, पतंजलि की कामयाबी के पीछे स्वदेशी या स्वदेश-निर्मित पर ज़ोर देना रहा है... वैसे, जीन्स में क्या स्वदेशी है, पूछे जाने पर बालकृष्ण ने हंसते हुए कहा, "उन्हें स्थानीय सब्ज़ियों से रंग लेकर रंगा जा सकता है..."   पतंजलि के प्रमुख बालकृष्ण के बारे में कहा जाता है कि उन्होंने एक भी दिन छुट्टी नहीं ली 'आचार्य' की सम्मानसूचक उपाधि बालकृष्ण को बाबा रामदेव ने ही प्रदान की, और यह पतंजलि की परम्परा का हिस्सा है... इसके अलावा यह भी मशहूर है कि बालकृष्ण कभी एक दिन की भी छुट्टी नहीं लिया करते... जिस वक्त हम उनसे इंटरव्यू कर रहे थे, वह तब भी हरिद्वार स्थित मुख्यालय में एक नया हर्बल पार्क और म्यूज़ियम तैयार करवाने में व्यस्त थे...टिप्पणियां अपनी बिल्कुल नई प्रयोगशाला दिखाते हुए बालकृष्ण ने कहा, "मैं चाहता हूं कि हमारे रिसर्च और डेवलपमेंट के लिए सर्वश्रेष्ठ वैज्ञानिक सहायता उपलब्ध हो..." और उसी समय बाहर उन ट्रकों की लाइन लगी हुई थी, जो मक्खन को हरिद्वार ले जाएंगे, जहां उसमें से घी निकाला जाएगा. वैसे, पतंजलि का सबसे ज़्यादा बिकने वाला उत्पाद यह घी ही है... आलोचकों का कहना है कि बालकृष्ण के खिलाफ फर्ज़ी पासपोर्ट (क्योंकि उनके माता-पिता नेपाल से हैं) और शैक्षिक योग्यताओं (डिग्रियों) से जुड़े मामले बंद करवाने में बाबा रामदेव का साथ तथा उनके द्वारा भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का प्रचार किया जाना काम आया, जबकि एक मामले में तो जांच सीबीआई के हवाले थी... निंदा करने वालों का यह भी कहना है कि यह मात्र संयोग नहीं हो सकता कि केंद्र में बीजेपी की सरकार के बनने के साथ ही पतंजलि ने तरक्की के आसमान को छूना शुरू कर दिया... लेकिन बालकृष्ण का कहना है, "इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि केंद्र सरकार हमारे पक्ष में है... हमें राज्य सरकार की ज़्यादा ज़रूरत पड़ती है, जो हमेशा से हमारे खिलाफ हैं..." उत्तराखंड में सत्तारूढ़ कांग्रेस सरकार के बारे में बात करते हुए बालकृष्ण ने बताया, "हर छोटी से छोटी चीज़ के लिए, हर अनापत्ति प्रमाणपत्र के लिए वे हमें परेशान करते हैं..." अगर शान-ओ-शौकत की बात करें, तो दफ्तर में मौजूद बालकृष्ण के आसपास सिर्फ काले-सफेद रंग की एक रेंजरोवर कार नज़र आती है, जिससे वह घर से दफ्तर आते-जाते हैं, या पतंजलि परिसर के एक हिस्से से दूसरे में जाया करते हैं, क्योंकि हरिद्वार में बना यह परिसर 150 एकड़ में फैला हुआ है... यह पूछे जाने पर कि क्या उन्हें आरामदायक सवारी में आनंद आता है, उनका जवाब था, "कार के बारे में नहीं सोचा, सुरक्षा के बारे में सोचना बेहतर था..." इस पर बाबा रामदेव ने कहा, "मैंने उन्हें मजबूर किया था कि यही कार खरीदें... हम बहुत यात्रा करते हैं, और मजबूत कार की सुरक्षा में रहना बेहतर होता है... हम महंगी चीज़ों की परवाह नहीं करते..." इसी के साथ उन्होंने बेहद साधारण-सा मोबाइल फोन भी निकालकर दिखाया, जो उनके मुताबिक 2,000 रुपये का था... हालांकि बालकृष्ण ने स्वीकार किया कि उनके पास आईफोन है... दोनों मित्रों की पहली मुलाकात आज से 30 साल पहले हरियाणा के गुरुकुल में हुई थी, जहां वे पढ़ते थे, और जल्द ही वे एक दूसरे के करीब आ गए थे...   बालकृष्ण शर्मीले हैं, बाबा रामदेव मीडिया-फ्रेंडली हैं... बालकृष्ण कुछ मोटे हैं, जबकि बाबा रामदेव सैकड़ों-हज़ारों लोगों या टीवी कैमरे के सामने अपने पतले-दुबले शरीर की मदद से कठिन से कठिन आसन भी आसानी से कर लिया करते हैं... उनका कामकाजी रिश्ता भी बिल्कुल अनूठा है... बाबा रामदेव अपने सबसे करीबी सहयोगी को 'बिज़नेस पार्टनर नहीं, आध्यात्मिक दोस्त' कहकर पुकारते हैं, जबकि बालकृष्ण कहते हैं, "हमारे बीच बोर्ड मीटिंग जैसा कुछ नहीं होता... कभी-कभी वह मेरे पास कोई आइडिया लेकर आते हैं, और वह पहले से जानते हैं कि मुझे क्या चाहिए..." वैसे आइडिया तो कभी भी यूं ही चलते-फिरते मिल जाया करते हैं... अब जीन्स को डिज़ाइन करने और उन्हें बनाने के बारे में ही लीजिए... बालकृष्ण के अनुसार, "हुआ यू था कि एक पत्रकार रामदेव जी का इंटरव्यू ले रहा था, और उसने जीन्स पहनी थी... उन्होंने उस पर कुछ कहा, तो पत्रकार ने मज़ाक में कहा कि आप लोग इन्हें क्यों नहीं बनाते, तो हमने भी सोचा - क्यों नहीं...?" बस, तभी से जाने-माने और ट्रेंडी कहलाने वाले ब्रांडों की तरफ से संयुक्त उपक्रम लगाने के लिए पेशकशों की बाढ़-सी आई हुई है... दरअसल, पतंजलि की कामयाबी के पीछे स्वदेशी या स्वदेश-निर्मित पर ज़ोर देना रहा है... वैसे, जीन्स में क्या स्वदेशी है, पूछे जाने पर बालकृष्ण ने हंसते हुए कहा, "उन्हें स्थानीय सब्ज़ियों से रंग लेकर रंगा जा सकता है..."   पतंजलि के प्रमुख बालकृष्ण के बारे में कहा जाता है कि उन्होंने एक भी दिन छुट्टी नहीं ली 'आचार्य' की सम्मानसूचक उपाधि बालकृष्ण को बाबा रामदेव ने ही प्रदान की, और यह पतंजलि की परम्परा का हिस्सा है... इसके अलावा यह भी मशहूर है कि बालकृष्ण कभी एक दिन की भी छुट्टी नहीं लिया करते... जिस वक्त हम उनसे इंटरव्यू कर रहे थे, वह तब भी हरिद्वार स्थित मुख्यालय में एक नया हर्बल पार्क और म्यूज़ियम तैयार करवाने में व्यस्त थे...टिप्पणियां अपनी बिल्कुल नई प्रयोगशाला दिखाते हुए बालकृष्ण ने कहा, "मैं चाहता हूं कि हमारे रिसर्च और डेवलपमेंट के लिए सर्वश्रेष्ठ वैज्ञानिक सहायता उपलब्ध हो..." और उसी समय बाहर उन ट्रकों की लाइन लगी हुई थी, जो मक्खन को हरिद्वार ले जाएंगे, जहां उसमें से घी निकाला जाएगा. वैसे, पतंजलि का सबसे ज़्यादा बिकने वाला उत्पाद यह घी ही है... आलोचकों का कहना है कि बालकृष्ण के खिलाफ फर्ज़ी पासपोर्ट (क्योंकि उनके माता-पिता नेपाल से हैं) और शैक्षिक योग्यताओं (डिग्रियों) से जुड़े मामले बंद करवाने में बाबा रामदेव का साथ तथा उनके द्वारा भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का प्रचार किया जाना काम आया, जबकि एक मामले में तो जांच सीबीआई के हवाले थी... निंदा करने वालों का यह भी कहना है कि यह मात्र संयोग नहीं हो सकता कि केंद्र में बीजेपी की सरकार के बनने के साथ ही पतंजलि ने तरक्की के आसमान को छूना शुरू कर दिया... लेकिन बालकृष्ण का कहना है, "इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि केंद्र सरकार हमारे पक्ष में है... हमें राज्य सरकार की ज़्यादा ज़रूरत पड़ती है, जो हमेशा से हमारे खिलाफ हैं..." उत्तराखंड में सत्तारूढ़ कांग्रेस सरकार के बारे में बात करते हुए बालकृष्ण ने बताया, "हर छोटी से छोटी चीज़ के लिए, हर अनापत्ति प्रमाणपत्र के लिए वे हमें परेशान करते हैं..." यह पूछे जाने पर कि क्या उन्हें आरामदायक सवारी में आनंद आता है, उनका जवाब था, "कार के बारे में नहीं सोचा, सुरक्षा के बारे में सोचना बेहतर था..." इस पर बाबा रामदेव ने कहा, "मैंने उन्हें मजबूर किया था कि यही कार खरीदें... हम बहुत यात्रा करते हैं, और मजबूत कार की सुरक्षा में रहना बेहतर होता है... हम महंगी चीज़ों की परवाह नहीं करते..." इसी के साथ उन्होंने बेहद साधारण-सा मोबाइल फोन भी निकालकर दिखाया, जो उनके मुताबिक 2,000 रुपये का था... हालांकि बालकृष्ण ने स्वीकार किया कि उनके पास आईफोन है... दोनों मित्रों की पहली मुलाकात आज से 30 साल पहले हरियाणा के गुरुकुल में हुई थी, जहां वे पढ़ते थे, और जल्द ही वे एक दूसरे के करीब आ गए थे...   बालकृष्ण शर्मीले हैं, बाबा रामदेव मीडिया-फ्रेंडली हैं... बालकृष्ण कुछ मोटे हैं, जबकि बाबा रामदेव सैकड़ों-हज़ारों लोगों या टीवी कैमरे के सामने अपने पतले-दुबले शरीर की मदद से कठिन से कठिन आसन भी आसानी से कर लिया करते हैं... उनका कामकाजी रिश्ता भी बिल्कुल अनूठा है... बाबा रामदेव अपने सबसे करीबी सहयोगी को 'बिज़नेस पार्टनर नहीं, आध्यात्मिक दोस्त' कहकर पुकारते हैं, जबकि बालकृष्ण कहते हैं, "हमारे बीच बोर्ड मीटिंग जैसा कुछ नहीं होता... कभी-कभी वह मेरे पास कोई आइडिया लेकर आते हैं, और वह पहले से जानते हैं कि मुझे क्या चाहिए..." वैसे आइडिया तो कभी भी यूं ही चलते-फिरते मिल जाया करते हैं... अब जीन्स को डिज़ाइन करने और उन्हें बनाने के बारे में ही लीजिए... बालकृष्ण के अनुसार, "हुआ यू था कि एक पत्रकार रामदेव जी का इंटरव्यू ले रहा था, और उसने जीन्स पहनी थी... उन्होंने उस पर कुछ कहा, तो पत्रकार ने मज़ाक में कहा कि आप लोग इन्हें क्यों नहीं बनाते, तो हमने भी सोचा - क्यों नहीं...?" बस, तभी से जाने-माने और ट्रेंडी कहलाने वाले ब्रांडों की तरफ से संयुक्त उपक्रम लगाने के लिए पेशकशों की बाढ़-सी आई हुई है... दरअसल, पतंजलि की कामयाबी के पीछे स्वदेशी या स्वदेश-निर्मित पर ज़ोर देना रहा है... वैसे, जीन्स में क्या स्वदेशी है, पूछे जाने पर बालकृष्ण ने हंसते हुए कहा, "उन्हें स्थानीय सब्ज़ियों से रंग लेकर रंगा जा सकता है..."   पतंजलि के प्रमुख बालकृष्ण के बारे में कहा जाता है कि उन्होंने एक भी दिन छुट्टी नहीं ली 'आचार्य' की सम्मानसूचक उपाधि बालकृष्ण को बाबा रामदेव ने ही प्रदान की, और यह पतंजलि की परम्परा का हिस्सा है... इसके अलावा यह भी मशहूर है कि बालकृष्ण कभी एक दिन की भी छुट्टी नहीं लिया करते... जिस वक्त हम उनसे इंटरव्यू कर रहे थे, वह तब भी हरिद्वार स्थित मुख्यालय में एक नया हर्बल पार्क और म्यूज़ियम तैयार करवाने में व्यस्त थे...टिप्पणियां अपनी बिल्कुल नई प्रयोगशाला दिखाते हुए बालकृष्ण ने कहा, "मैं चाहता हूं कि हमारे रिसर्च और डेवलपमेंट के लिए सर्वश्रेष्ठ वैज्ञानिक सहायता उपलब्ध हो..." और उसी समय बाहर उन ट्रकों की लाइन लगी हुई थी, जो मक्खन को हरिद्वार ले जाएंगे, जहां उसमें से घी निकाला जाएगा. वैसे, पतंजलि का सबसे ज़्यादा बिकने वाला उत्पाद यह घी ही है... आलोचकों का कहना है कि बालकृष्ण के खिलाफ फर्ज़ी पासपोर्ट (क्योंकि उनके माता-पिता नेपाल से हैं) और शैक्षिक योग्यताओं (डिग्रियों) से जुड़े मामले बंद करवाने में बाबा रामदेव का साथ तथा उनके द्वारा भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का प्रचार किया जाना काम आया, जबकि एक मामले में तो जांच सीबीआई के हवाले थी... निंदा करने वालों का यह भी कहना है कि यह मात्र संयोग नहीं हो सकता कि केंद्र में बीजेपी की सरकार के बनने के साथ ही पतंजलि ने तरक्की के आसमान को छूना शुरू कर दिया... लेकिन बालकृष्ण का कहना है, "इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि केंद्र सरकार हमारे पक्ष में है... हमें राज्य सरकार की ज़्यादा ज़रूरत पड़ती है, जो हमेशा से हमारे खिलाफ हैं..." उत्तराखंड में सत्तारूढ़ कांग्रेस सरकार के बारे में बात करते हुए बालकृष्ण ने बताया, "हर छोटी से छोटी चीज़ के लिए, हर अनापत्ति प्रमाणपत्र के लिए वे हमें परेशान करते हैं..." दोनों मित्रों की पहली मुलाकात आज से 30 साल पहले हरियाणा के गुरुकुल में हुई थी, जहां वे पढ़ते थे, और जल्द ही वे एक दूसरे के करीब आ गए थे...   बालकृष्ण शर्मीले हैं, बाबा रामदेव मीडिया-फ्रेंडली हैं... बालकृष्ण कुछ मोटे हैं, जबकि बाबा रामदेव सैकड़ों-हज़ारों लोगों या टीवी कैमरे के सामने अपने पतले-दुबले शरीर की मदद से कठिन से कठिन आसन भी आसानी से कर लिया करते हैं... उनका कामकाजी रिश्ता भी बिल्कुल अनूठा है... बाबा रामदेव अपने सबसे करीबी सहयोगी को 'बिज़नेस पार्टनर नहीं, आध्यात्मिक दोस्त' कहकर पुकारते हैं, जबकि बालकृष्ण कहते हैं, "हमारे बीच बोर्ड मीटिंग जैसा कुछ नहीं होता... कभी-कभी वह मेरे पास कोई आइडिया लेकर आते हैं, और वह पहले से जानते हैं कि मुझे क्या चाहिए..." वैसे आइडिया तो कभी भी यूं ही चलते-फिरते मिल जाया करते हैं... अब जीन्स को डिज़ाइन करने और उन्हें बनाने के बारे में ही लीजिए... बालकृष्ण के अनुसार, "हुआ यू था कि एक पत्रकार रामदेव जी का इंटरव्यू ले रहा था, और उसने जीन्स पहनी थी... उन्होंने उस पर कुछ कहा, तो पत्रकार ने मज़ाक में कहा कि आप लोग इन्हें क्यों नहीं बनाते, तो हमने भी सोचा - क्यों नहीं...?" बस, तभी से जाने-माने और ट्रेंडी कहलाने वाले ब्रांडों की तरफ से संयुक्त उपक्रम लगाने के लिए पेशकशों की बाढ़-सी आई हुई है... दरअसल, पतंजलि की कामयाबी के पीछे स्वदेशी या स्वदेश-निर्मित पर ज़ोर देना रहा है... वैसे, जीन्स में क्या स्वदेशी है, पूछे जाने पर बालकृष्ण ने हंसते हुए कहा, "उन्हें स्थानीय सब्ज़ियों से रंग लेकर रंगा जा सकता है..."   पतंजलि के प्रमुख बालकृष्ण के बारे में कहा जाता है कि उन्होंने एक भी दिन छुट्टी नहीं ली 'आचार्य' की सम्मानसूचक उपाधि बालकृष्ण को बाबा रामदेव ने ही प्रदान की, और यह पतंजलि की परम्परा का हिस्सा है... इसके अलावा यह भी मशहूर है कि बालकृष्ण कभी एक दिन की भी छुट्टी नहीं लिया करते... जिस वक्त हम उनसे इंटरव्यू कर रहे थे, वह तब भी हरिद्वार स्थित मुख्यालय में एक नया हर्बल पार्क और म्यूज़ियम तैयार करवाने में व्यस्त थे...टिप्पणियां अपनी बिल्कुल नई प्रयोगशाला दिखाते हुए बालकृष्ण ने कहा, "मैं चाहता हूं कि हमारे रिसर्च और डेवलपमेंट के लिए सर्वश्रेष्ठ वैज्ञानिक सहायता उपलब्ध हो..." और उसी समय बाहर उन ट्रकों की लाइन लगी हुई थी, जो मक्खन को हरिद्वार ले जाएंगे, जहां उसमें से घी निकाला जाएगा. वैसे, पतंजलि का सबसे ज़्यादा बिकने वाला उत्पाद यह घी ही है... आलोचकों का कहना है कि बालकृष्ण के खिलाफ फर्ज़ी पासपोर्ट (क्योंकि उनके माता-पिता नेपाल से हैं) और शैक्षिक योग्यताओं (डिग्रियों) से जुड़े मामले बंद करवाने में बाबा रामदेव का साथ तथा उनके द्वारा भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का प्रचार किया जाना काम आया, जबकि एक मामले में तो जांच सीबीआई के हवाले थी... निंदा करने वालों का यह भी कहना है कि यह मात्र संयोग नहीं हो सकता कि केंद्र में बीजेपी की सरकार के बनने के साथ ही पतंजलि ने तरक्की के आसमान को छूना शुरू कर दिया... लेकिन बालकृष्ण का कहना है, "इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि केंद्र सरकार हमारे पक्ष में है... हमें राज्य सरकार की ज़्यादा ज़रूरत पड़ती है, जो हमेशा से हमारे खिलाफ हैं..." उत्तराखंड में सत्तारूढ़ कांग्रेस सरकार के बारे में बात करते हुए बालकृष्ण ने बताया, "हर छोटी से छोटी चीज़ के लिए, हर अनापत्ति प्रमाणपत्र के लिए वे हमें परेशान करते हैं..." वैसे आइडिया तो कभी भी यूं ही चलते-फिरते मिल जाया करते हैं... अब जीन्स को डिज़ाइन करने और उन्हें बनाने के बारे में ही लीजिए... बालकृष्ण के अनुसार, "हुआ यू था कि एक पत्रकार रामदेव जी का इंटरव्यू ले रहा था, और उसने जीन्स पहनी थी... उन्होंने उस पर कुछ कहा, तो पत्रकार ने मज़ाक में कहा कि आप लोग इन्हें क्यों नहीं बनाते, तो हमने भी सोचा - क्यों नहीं...?" बस, तभी से जाने-माने और ट्रेंडी कहलाने वाले ब्रांडों की तरफ से संयुक्त उपक्रम लगाने के लिए पेशकशों की बाढ़-सी आई हुई है... दरअसल, पतंजलि की कामयाबी के पीछे स्वदेशी या स्वदेश-निर्मित पर ज़ोर देना रहा है... वैसे, जीन्स में क्या स्वदेशी है, पूछे जाने पर बालकृष्ण ने हंसते हुए कहा, "उन्हें स्थानीय सब्ज़ियों से रंग लेकर रंगा जा सकता है..."   पतंजलि के प्रमुख बालकृष्ण के बारे में कहा जाता है कि उन्होंने एक भी दिन छुट्टी नहीं ली 'आचार्य' की सम्मानसूचक उपाधि बालकृष्ण को बाबा रामदेव ने ही प्रदान की, और यह पतंजलि की परम्परा का हिस्सा है... इसके अलावा यह भी मशहूर है कि बालकृष्ण कभी एक दिन की भी छुट्टी नहीं लिया करते... जिस वक्त हम उनसे इंटरव्यू कर रहे थे, वह तब भी हरिद्वार स्थित मुख्यालय में एक नया हर्बल पार्क और म्यूज़ियम तैयार करवाने में व्यस्त थे...टिप्पणियां अपनी बिल्कुल नई प्रयोगशाला दिखाते हुए बालकृष्ण ने कहा, "मैं चाहता हूं कि हमारे रिसर्च और डेवलपमेंट के लिए सर्वश्रेष्ठ वैज्ञानिक सहायता उपलब्ध हो..." और उसी समय बाहर उन ट्रकों की लाइन लगी हुई थी, जो मक्खन को हरिद्वार ले जाएंगे, जहां उसमें से घी निकाला जाएगा. वैसे, पतंजलि का सबसे ज़्यादा बिकने वाला उत्पाद यह घी ही है... आलोचकों का कहना है कि बालकृष्ण के खिलाफ फर्ज़ी पासपोर्ट (क्योंकि उनके माता-पिता नेपाल से हैं) और शैक्षिक योग्यताओं (डिग्रियों) से जुड़े मामले बंद करवाने में बाबा रामदेव का साथ तथा उनके द्वारा भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का प्रचार किया जाना काम आया, जबकि एक मामले में तो जांच सीबीआई के हवाले थी... निंदा करने वालों का यह भी कहना है कि यह मात्र संयोग नहीं हो सकता कि केंद्र में बीजेपी की सरकार के बनने के साथ ही पतंजलि ने तरक्की के आसमान को छूना शुरू कर दिया... लेकिन बालकृष्ण का कहना है, "इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि केंद्र सरकार हमारे पक्ष में है... हमें राज्य सरकार की ज़्यादा ज़रूरत पड़ती है, जो हमेशा से हमारे खिलाफ हैं..." उत्तराखंड में सत्तारूढ़ कांग्रेस सरकार के बारे में बात करते हुए बालकृष्ण ने बताया, "हर छोटी से छोटी चीज़ के लिए, हर अनापत्ति प्रमाणपत्र के लिए वे हमें परेशान करते हैं..." बस, तभी से जाने-माने और ट्रेंडी कहलाने वाले ब्रांडों की तरफ से संयुक्त उपक्रम लगाने के लिए पेशकशों की बाढ़-सी आई हुई है... दरअसल, पतंजलि की कामयाबी के पीछे स्वदेशी या स्वदेश-निर्मित पर ज़ोर देना रहा है... वैसे, जीन्स में क्या स्वदेशी है, पूछे जाने पर बालकृष्ण ने हंसते हुए कहा, "उन्हें स्थानीय सब्ज़ियों से रंग लेकर रंगा जा सकता है..."   पतंजलि के प्रमुख बालकृष्ण के बारे में कहा जाता है कि उन्होंने एक भी दिन छुट्टी नहीं ली 'आचार्य' की सम्मानसूचक उपाधि बालकृष्ण को बाबा रामदेव ने ही प्रदान की, और यह पतंजलि की परम्परा का हिस्सा है... इसके अलावा यह भी मशहूर है कि बालकृष्ण कभी एक दिन की भी छुट्टी नहीं लिया करते... जिस वक्त हम उनसे इंटरव्यू कर रहे थे, वह तब भी हरिद्वार स्थित मुख्यालय में एक नया हर्बल पार्क और म्यूज़ियम तैयार करवाने में व्यस्त थे...टिप्पणियां अपनी बिल्कुल नई प्रयोगशाला दिखाते हुए बालकृष्ण ने कहा, "मैं चाहता हूं कि हमारे रिसर्च और डेवलपमेंट के लिए सर्वश्रेष्ठ वैज्ञानिक सहायता उपलब्ध हो..." और उसी समय बाहर उन ट्रकों की लाइन लगी हुई थी, जो मक्खन को हरिद्वार ले जाएंगे, जहां उसमें से घी निकाला जाएगा. वैसे, पतंजलि का सबसे ज़्यादा बिकने वाला उत्पाद यह घी ही है... आलोचकों का कहना है कि बालकृष्ण के खिलाफ फर्ज़ी पासपोर्ट (क्योंकि उनके माता-पिता नेपाल से हैं) और शैक्षिक योग्यताओं (डिग्रियों) से जुड़े मामले बंद करवाने में बाबा रामदेव का साथ तथा उनके द्वारा भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का प्रचार किया जाना काम आया, जबकि एक मामले में तो जांच सीबीआई के हवाले थी... निंदा करने वालों का यह भी कहना है कि यह मात्र संयोग नहीं हो सकता कि केंद्र में बीजेपी की सरकार के बनने के साथ ही पतंजलि ने तरक्की के आसमान को छूना शुरू कर दिया... लेकिन बालकृष्ण का कहना है, "इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि केंद्र सरकार हमारे पक्ष में है... हमें राज्य सरकार की ज़्यादा ज़रूरत पड़ती है, जो हमेशा से हमारे खिलाफ हैं..." उत्तराखंड में सत्तारूढ़ कांग्रेस सरकार के बारे में बात करते हुए बालकृष्ण ने बताया, "हर छोटी से छोटी चीज़ के लिए, हर अनापत्ति प्रमाणपत्र के लिए वे हमें परेशान करते हैं..." अपनी बिल्कुल नई प्रयोगशाला दिखाते हुए बालकृष्ण ने कहा, "मैं चाहता हूं कि हमारे रिसर्च और डेवलपमेंट के लिए सर्वश्रेष्ठ वैज्ञानिक सहायता उपलब्ध हो..." और उसी समय बाहर उन ट्रकों की लाइन लगी हुई थी, जो मक्खन को हरिद्वार ले जाएंगे, जहां उसमें से घी निकाला जाएगा. वैसे, पतंजलि का सबसे ज़्यादा बिकने वाला उत्पाद यह घी ही है... आलोचकों का कहना है कि बालकृष्ण के खिलाफ फर्ज़ी पासपोर्ट (क्योंकि उनके माता-पिता नेपाल से हैं) और शैक्षिक योग्यताओं (डिग्रियों) से जुड़े मामले बंद करवाने में बाबा रामदेव का साथ तथा उनके द्वारा भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का प्रचार किया जाना काम आया, जबकि एक मामले में तो जांच सीबीआई के हवाले थी... निंदा करने वालों का यह भी कहना है कि यह मात्र संयोग नहीं हो सकता कि केंद्र में बीजेपी की सरकार के बनने के साथ ही पतंजलि ने तरक्की के आसमान को छूना शुरू कर दिया... लेकिन बालकृष्ण का कहना है, "इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि केंद्र सरकार हमारे पक्ष में है... हमें राज्य सरकार की ज़्यादा ज़रूरत पड़ती है, जो हमेशा से हमारे खिलाफ हैं..." उत्तराखंड में सत्तारूढ़ कांग्रेस सरकार के बारे में बात करते हुए बालकृष्ण ने बताया, "हर छोटी से छोटी चीज़ के लिए, हर अनापत्ति प्रमाणपत्र के लिए वे हमें परेशान करते हैं..." आलोचकों का कहना है कि बालकृष्ण के खिलाफ फर्ज़ी पासपोर्ट (क्योंकि उनके माता-पिता नेपाल से हैं) और शैक्षिक योग्यताओं (डिग्रियों) से जुड़े मामले बंद करवाने में बाबा रामदेव का साथ तथा उनके द्वारा भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का प्रचार किया जाना काम आया, जबकि एक मामले में तो जांच सीबीआई के हवाले थी... निंदा करने वालों का यह भी कहना है कि यह मात्र संयोग नहीं हो सकता कि केंद्र में बीजेपी की सरकार के बनने के साथ ही पतंजलि ने तरक्की के आसमान को छूना शुरू कर दिया... लेकिन बालकृष्ण का कहना है, "इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि केंद्र सरकार हमारे पक्ष में है... हमें राज्य सरकार की ज़्यादा ज़रूरत पड़ती है, जो हमेशा से हमारे खिलाफ हैं..." उत्तराखंड में सत्तारूढ़ कांग्रेस सरकार के बारे में बात करते हुए बालकृष्ण ने बताया, "हर छोटी से छोटी चीज़ के लिए, हर अनापत्ति प्रमाणपत्र के लिए वे हमें परेशान करते हैं..."
टीम इंडिया के टॉप बल्‍लेबाज चेतेश्‍वर पुजारा को फ्लू, दूसरे दिन नहीं की फील्‍डिंग
टीम सूत्रों के अनुसार, पुजारा ठीक, दूसरी पारी में बैटिंग करेंगे ऐहतियात के तौर पर उन्‍हें दिया गया था आराम भारत की पहली पारी में पुजारा ने बनाए थे सर्वाधिक 87 रन
भारत के शीर्ष क्रम के बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा को फ्लू हो गया है और उन्होंने यहां न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरे क्रिकेट टेस्ट के दूसरे दिन क्षेत्ररक्षण नहीं किया. टीम के सूत्रों के अनुसार हालांकि कुछ भी गंभीर नहीं है और वह भारत की दूसरी पारी में तीसरे स्थान पर ही बल्लेबाजी करेंगे.टिप्पणियां टीम सूत्र ने कहा, ‘पुजारा को फ्लू हो गया है और ऐहतियात के तौर पर उसे आराम दिया गया. इसमें कुछ भी गंभीर नहीं है और वह ठीक है.’पुजारा ने भारत की पहली पारी में सर्वाधिक 87 रन बनाए थे. पुजारा के क्षेत्ररक्षण नहीं करने से गौतम गंभीर और उमेश यादव दोनों को आज न्यूजीलैंड की पारी के दौरान अलग अलग समय क्षेत्ररक्षण करते हुए देखा गया. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) टीम सूत्र ने कहा, ‘पुजारा को फ्लू हो गया है और ऐहतियात के तौर पर उसे आराम दिया गया. इसमें कुछ भी गंभीर नहीं है और वह ठीक है.’पुजारा ने भारत की पहली पारी में सर्वाधिक 87 रन बनाए थे. पुजारा के क्षेत्ररक्षण नहीं करने से गौतम गंभीर और उमेश यादव दोनों को आज न्यूजीलैंड की पारी के दौरान अलग अलग समय क्षेत्ररक्षण करते हुए देखा गया. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
संजय कपूर ने चंकी पांडे का कुछ ऐसे उड़ाया मजाक, हंसने पर हो जाएंगे मजबूर
संजय कपूर ने किया ट्रोल चंकी पांडे को किया टैग खूब उड़ा मजाक
Shanaya me and chunky A post shared by Sanjay Kapoor (@sanjaykapoor2500) on May 15, 2018 at 4:47pm PDT
आज भी दिल्ली में ऑटो टैक्सी की हड़ताल, केजरीवाल के घर के बाहर यूनियन कर सकती हैं प्रदर्शन
कल से शुरू हुए ऑटो टैक्सी हड़ताल आज भी जारी रहेगी यूनियनों को सरकार ने आज बातचीत के लिए बुलाया है केजरीवाल के घर के बाहर आज किया जा सकता है प्रदर्शन
दिल्ली में ऑटो टैक्सी हड़ताल का दूसरा दिन है। आज फिर दिल्ली वालों को तगड़ी परेशानी हो सकती है। कल हड़ताल के कारण दिल्ली के लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। वहीं, आज सरकार ने ऑटो और टैक्सी यूनियनों को बातचीत के लिए बुलाया है। आज कुछ यूनियन के सदस्य दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के घर के बाहर प्रदर्शन भी कर सकते हैं। दरअसल, ऐप बेस्ड कैब सर्विस पर रोक की मांग को लेकर हड़ताल की जा रही है। ऑटो-टैक्सी वालों की मांग है कि बिना लाइसेंस के चल रही कैब सेवाएं बंद हों और अवैध ई-रिक्शाओं पर कार्रवाई हो। दिल्ली में नए टैक्सी परमिट जारी न हों। दूसरे राज्यों के ऑटो-टैक्सी पर दिल्ली में लगे रोक। बता दें कि दिल्ली में करीब 85 हज़ार ऑटो हैं और तकरीबन 15 हज़ार काली-पीली टैक्सी हैं। दरअसल, ऐप बेस्ड कैब सर्विस पर रोक की मांग को लेकर हड़ताल की जा रही है। ऑटो-टैक्सी वालों की मांग है कि बिना लाइसेंस के चल रही कैब सेवाएं बंद हों और अवैध ई-रिक्शाओं पर कार्रवाई हो। दिल्ली में नए टैक्सी परमिट जारी न हों। दूसरे राज्यों के ऑटो-टैक्सी पर दिल्ली में लगे रोक। बता दें कि दिल्ली में करीब 85 हज़ार ऑटो हैं और तकरीबन 15 हज़ार काली-पीली टैक्सी हैं।
विदेशी कम्पनियां देश में बनाना चाहती हैं आकाश-2 : सिब्बल
केंद्रीय संचार मंत्री कपिल सिब्बल ने मंगलवार को कहा कि कई विदेशी कम्पनियों ने देश में कम कीमत की टैबलेट आकाश का नया संस्करण आकाश-2 का उत्पादन करने की इच्छा जताई है।
केंद्रीय संचार मंत्री कपिल सिब्बल ने मंगलवार को कहा कि कई विदेशी कम्पनियों ने देश में कम कीमत की टैबलेट आकाश का नया संस्करण आकाश-2 का उत्पादन करने की इच्छा जताई है। विश्व आईटी मंच 2012 के उद्घाटन के मौके पर सिब्बल ने संवाददाताओं से कहा, "हमने दुनिया भर में कई कम्पनियों को उत्पादन के लिए आमंत्रित किया है और कई कम्पनियां इसका देश में उत्पादन करने के लिए तैयार हैं।" उन्होंने कहा, "आकाश का दूसरा संस्करण मई में लांच होगा। अभी हम डिजाइन और अन्य पहलू देख रहे हैं। डिजाइन और प्रौद्योगिकी तय हो जाने के बाद उत्पादन शुरू किया जाएगा।" उल्लेखनीय है कि आकाश का उत्पादन करने वाली कनाडा की कम्पनी डाटाविंड का हैदराबाद में टैबलेट को एसेम्बल करने वाली कम्पनी क्वै ड इलेक्ट्रॉनिक्स के साथ कुछ महीने पहले टकराव हो गया।टिप्पणियां क्वै ड ने कथित तौर पर आरोप लगाया है कि शुरुआती 20 हजार टैबलेट को एसेम्बल करने के ठेके के लिए उसे भुगतान नहीं किया गया है। डाटाविंड ने दूसरी ओर क्वै ड पर बौद्धिक सम्पदा अधिकार के हनन का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है। आकाश-2 में पुराने आकाश की तुलना में तीन गुना अधिक शक्तिशाली प्रोसेसर लगे होने का अनुमान है और इसकी कीमत भी पुराने आकाश से अधिक हो सकती है। विश्व आईटी मंच 2012 के उद्घाटन के मौके पर सिब्बल ने संवाददाताओं से कहा, "हमने दुनिया भर में कई कम्पनियों को उत्पादन के लिए आमंत्रित किया है और कई कम्पनियां इसका देश में उत्पादन करने के लिए तैयार हैं।" उन्होंने कहा, "आकाश का दूसरा संस्करण मई में लांच होगा। अभी हम डिजाइन और अन्य पहलू देख रहे हैं। डिजाइन और प्रौद्योगिकी तय हो जाने के बाद उत्पादन शुरू किया जाएगा।" उल्लेखनीय है कि आकाश का उत्पादन करने वाली कनाडा की कम्पनी डाटाविंड का हैदराबाद में टैबलेट को एसेम्बल करने वाली कम्पनी क्वै ड इलेक्ट्रॉनिक्स के साथ कुछ महीने पहले टकराव हो गया।टिप्पणियां क्वै ड ने कथित तौर पर आरोप लगाया है कि शुरुआती 20 हजार टैबलेट को एसेम्बल करने के ठेके के लिए उसे भुगतान नहीं किया गया है। डाटाविंड ने दूसरी ओर क्वै ड पर बौद्धिक सम्पदा अधिकार के हनन का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है। आकाश-2 में पुराने आकाश की तुलना में तीन गुना अधिक शक्तिशाली प्रोसेसर लगे होने का अनुमान है और इसकी कीमत भी पुराने आकाश से अधिक हो सकती है। उन्होंने कहा, "आकाश का दूसरा संस्करण मई में लांच होगा। अभी हम डिजाइन और अन्य पहलू देख रहे हैं। डिजाइन और प्रौद्योगिकी तय हो जाने के बाद उत्पादन शुरू किया जाएगा।" उल्लेखनीय है कि आकाश का उत्पादन करने वाली कनाडा की कम्पनी डाटाविंड का हैदराबाद में टैबलेट को एसेम्बल करने वाली कम्पनी क्वै ड इलेक्ट्रॉनिक्स के साथ कुछ महीने पहले टकराव हो गया।टिप्पणियां क्वै ड ने कथित तौर पर आरोप लगाया है कि शुरुआती 20 हजार टैबलेट को एसेम्बल करने के ठेके के लिए उसे भुगतान नहीं किया गया है। डाटाविंड ने दूसरी ओर क्वै ड पर बौद्धिक सम्पदा अधिकार के हनन का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है। आकाश-2 में पुराने आकाश की तुलना में तीन गुना अधिक शक्तिशाली प्रोसेसर लगे होने का अनुमान है और इसकी कीमत भी पुराने आकाश से अधिक हो सकती है। उल्लेखनीय है कि आकाश का उत्पादन करने वाली कनाडा की कम्पनी डाटाविंड का हैदराबाद में टैबलेट को एसेम्बल करने वाली कम्पनी क्वै ड इलेक्ट्रॉनिक्स के साथ कुछ महीने पहले टकराव हो गया।टिप्पणियां क्वै ड ने कथित तौर पर आरोप लगाया है कि शुरुआती 20 हजार टैबलेट को एसेम्बल करने के ठेके के लिए उसे भुगतान नहीं किया गया है। डाटाविंड ने दूसरी ओर क्वै ड पर बौद्धिक सम्पदा अधिकार के हनन का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है। आकाश-2 में पुराने आकाश की तुलना में तीन गुना अधिक शक्तिशाली प्रोसेसर लगे होने का अनुमान है और इसकी कीमत भी पुराने आकाश से अधिक हो सकती है। क्वै ड ने कथित तौर पर आरोप लगाया है कि शुरुआती 20 हजार टैबलेट को एसेम्बल करने के ठेके के लिए उसे भुगतान नहीं किया गया है। डाटाविंड ने दूसरी ओर क्वै ड पर बौद्धिक सम्पदा अधिकार के हनन का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है। आकाश-2 में पुराने आकाश की तुलना में तीन गुना अधिक शक्तिशाली प्रोसेसर लगे होने का अनुमान है और इसकी कीमत भी पुराने आकाश से अधिक हो सकती है। डाटाविंड ने दूसरी ओर क्वै ड पर बौद्धिक सम्पदा अधिकार के हनन का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है। आकाश-2 में पुराने आकाश की तुलना में तीन गुना अधिक शक्तिशाली प्रोसेसर लगे होने का अनुमान है और इसकी कीमत भी पुराने आकाश से अधिक हो सकती है।
दिल जीत लेगा पंजाबी सिंगर मिस पूजा का ये रोमांटिक अंदाज, Video ने मचाया धमाल
पंजाबी सिंगर मिस पूजा ने पोस्ट किया वीडियो फैन्स ने मिस पूजा की करी जमकर तारीफ 'शादी में जरूर आना' का गाया गाना
पंजाबी म्यूजिक इंडस्ट्री में अपने आवाज का जादू बिखरने वाली सिंगर गुरिंदर कौर यानी मिस पूजा (Miss Pooja) का एक नया वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर धमाल मचा रहा है. मिस पूजा (Miss Pooja) इन दिनों न्यूयॉर्क में हैं, हालांकि न्यूयॉर्क में होने के बावजूद भी वो अपने फैन्स के लिए लगातार सोशल मीडिया पर एक्टिव रहती है. मिस पूजा (Miss Pooja) ने हाल ही में गाने का एक नया वीडियो अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर शेयर किया है. फैन्स भी अपनी फेवरेट सिंगर के गाने पर जमकर रिएक्ट कर रहे हैं. MUSIC ..... my life A post shared by Miss Pooja (@misspooja) on Jun 6, 2019 at 9:20pm PDT इस वीडियो में मिस पूजा (Miss Pooja) बॉलीवुड फिल्म 'शादी में जरूर आना' का गाना 'सोना-सोना' गा रही हैं. इस वीडियो में एक बार फिर मिस पूजा अपनी आवाज का जादू दिखा रहीं हैं. फैन्स को उनका ये नया वीडियो काफी पसंद आ रहा है. लोग लगातार मिस पूजा के इस वीडियो पर कमेंट कर रहे हैं और उनकी आवाज की तारीफ कर रहे हैं. A post shared by Miss Pooja (@misspooja) on Jun 2, 2019 at 9:35pm PDT पंजाबी गानों से अपने म्यूजिक करियर की शुरुआत करने वाले सिंगर मिस पूजा ने बॉलीवुड में भी कई सुपरहिट गाने गाए हैं. जिनमें एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण (Deepika Padukone) और एक्टर सैफ अली खान (Saif Ali Khan) की फिल्म 'कॉकटेल' का गाना 'सैकेंड हैंड जवानी' (Second Hand Jawani), 'हाउसफुल 3' (Housefull 3) का गाना 'मालामाल' शामिल है. सिंगर मिस पूजा ने अपने सिंगिग करियर की शुरुआत 2006 में आए पंजाबी गाने 'जान तो प्यारी' से की थी.
मार्च, 2019 तक आठ लाख करोड़ रुपये के एनपीए को निपटा लेगा RBI, उठाएगा ये खास कदम
फिलहाल बैंकों पर एनपीए का काफी ज्यादा दबाव है बैंकों का एनपीए कम होगा तो वित्तीय सेहत सुधारेगी समूचे एनपीए को दिवालिया कार्रवाई के तहत लाया जा सकता है
बैंकिंग नियमन (संशोधन) अध्यादेश से ताकत मिलने के बाद भारतीय रिजर्व बैंक मार्च, 2019 तक करीब आठ लाख करोड़ रुपये के डूबे कर्ज (एनपीए) के मामले निपटान के लिए आगे बढ़ा सकता है. उद्योग मंडल एसोचैम के एक अध्ययन में कहा गया है कि इस कदम से बैंकों का एनपीए कम होगा और उनकी वित्तीय सेहत सुधारने में मदद मिलेगी. एसोचैम के अध्ययन ‘एनपीए रिजोल्यूशन : लाइट एट द एंड आफ टनल बाय मार्च 2019’ में कहा गया है कि यह मानना अधिक सुरक्षित होगा कि गैर निष्पादित आस्तियों (एनपीए) की समस्या वित्त वर्ष 2019-20 की पहली तिमाही तक काफी हद तक निपट जाएगी. रिपोर्ट में कहा गया है कि इसमें कई कारकों मसलन आर्थिक चक्र में बदलाव और सरकार तथा रिजर्व बैंक द्वारा कुछ मजबूत कदमों से मदद मिलेगी.टिप्पणियां रिपोर्ट में कहा गया है कि समूचे एनपीए को दिवाला एवं शोधन अक्षमता संहिता कार्रवाई के तहत लाया जा सकता है, लेकिन देखने वाली बात यह होगी कि कितना और कितनी तेजी से यह वास्तव में बैंकों के लेखों से हटता है. फिलहाल बैंकों पर एनपीए का काफी ज्यादा दबाव है. यह किसी से छिपा नहीं है कि एनपीए से विशेष रूप से सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की वित्तीय सेहत खराब हो रही है. उदाहरण के लिए वित्त वर्ष 2016-17 में 27 सरकारी बैंकों का सामूहिक परिचालन लाभ 1.5 लाख करोड़ रुपये रहा. लेकिन इसमें डूबे कर्ज के लिए प्रावधान को लेने के बाद उनका शुद्ध मुनाफा घटकर मात्र 574 करोड़ रुपये पर आ गया. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) एसोचैम के अध्ययन ‘एनपीए रिजोल्यूशन : लाइट एट द एंड आफ टनल बाय मार्च 2019’ में कहा गया है कि यह मानना अधिक सुरक्षित होगा कि गैर निष्पादित आस्तियों (एनपीए) की समस्या वित्त वर्ष 2019-20 की पहली तिमाही तक काफी हद तक निपट जाएगी. रिपोर्ट में कहा गया है कि इसमें कई कारकों मसलन आर्थिक चक्र में बदलाव और सरकार तथा रिजर्व बैंक द्वारा कुछ मजबूत कदमों से मदद मिलेगी.टिप्पणियां रिपोर्ट में कहा गया है कि समूचे एनपीए को दिवाला एवं शोधन अक्षमता संहिता कार्रवाई के तहत लाया जा सकता है, लेकिन देखने वाली बात यह होगी कि कितना और कितनी तेजी से यह वास्तव में बैंकों के लेखों से हटता है. फिलहाल बैंकों पर एनपीए का काफी ज्यादा दबाव है. यह किसी से छिपा नहीं है कि एनपीए से विशेष रूप से सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की वित्तीय सेहत खराब हो रही है. उदाहरण के लिए वित्त वर्ष 2016-17 में 27 सरकारी बैंकों का सामूहिक परिचालन लाभ 1.5 लाख करोड़ रुपये रहा. लेकिन इसमें डूबे कर्ज के लिए प्रावधान को लेने के बाद उनका शुद्ध मुनाफा घटकर मात्र 574 करोड़ रुपये पर आ गया. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) रिपोर्ट में कहा गया है कि समूचे एनपीए को दिवाला एवं शोधन अक्षमता संहिता कार्रवाई के तहत लाया जा सकता है, लेकिन देखने वाली बात यह होगी कि कितना और कितनी तेजी से यह वास्तव में बैंकों के लेखों से हटता है. फिलहाल बैंकों पर एनपीए का काफी ज्यादा दबाव है. यह किसी से छिपा नहीं है कि एनपीए से विशेष रूप से सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की वित्तीय सेहत खराब हो रही है. उदाहरण के लिए वित्त वर्ष 2016-17 में 27 सरकारी बैंकों का सामूहिक परिचालन लाभ 1.5 लाख करोड़ रुपये रहा. लेकिन इसमें डूबे कर्ज के लिए प्रावधान को लेने के बाद उनका शुद्ध मुनाफा घटकर मात्र 574 करोड़ रुपये पर आ गया. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
राहुल गांधी ने भी आरटीआई को बनाया हथियार
राहुल ने कहा एनआरएचएम के तहत धन का इस्तेमाल ठीक ढंग से नहीं हो रहा है। इसी सिलसिले में हम आज यहां आए थे। हमने इस मामले में एक आरटीआई दाखिल की है।
कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी ने बुधवार को उत्तर प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन (एनआरएचएम) में वित्तीय गड़बड़ियां होने का आरोप लगाया और कहा कि एनआरएचएम में धन के इस्तेमाल तथा जननी सुरक्षा योजना को लेकर सूचना का अधिकार (आरटीआई) कानून के तहत जानकारी के लिए अर्जियां दाखिल की गई है। रायबरेली से अचानक लखनऊ स्थित एनआरएचएम के दफ्तर पहुंचे राहुल वहां करीब आधा घंटा रुके। बाद में, राहुल ने कहा एनआरएचएम के तहत धन का इस्तेमाल ठीक ढंग से नहीं हो रहा है। इसी सिलसिले में हम आज यहां आए थे। हमने इस मामले में एक आरटीआई दाखिल की है। लखनऊ में छह महीने के अंदर परिवार कल्याण विभाग के दो मुख्य चिकित्सा अधिकारियों की हत्या के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, यह चिंता का कारण है। एनआरएचएम में वित्तीय अनियमितताएं हो रही हैं और हम यह समझना चाहते हैं कि आखिर वह धन जा कहां रहा है और दरअसल पूरा मामला क्या है। राहुल के साथ एनआरएचएम दफ्तर पहुंचीं उत्तर प्रदेश कांग्रेस की अध्यक्ष रीता बहुगुणा जोशी द्वारा दाखिल की गई आरटीआई अर्जियों में मुख्य रूप से राज्य सरकार से जननी सुरक्षा योजना और एनआरएचएम के तहत वित्तीय लेन-देन की जानकारी मांगी गई है।
फूड बिल पर विचार के लिए बुलाया जा सकता है विशेष सत्र
केंद्र सरकार खाद्य सुरक्षा बिल को लेकर एक बार फिर से जोर लगा रही है और इसे लेकर सहयोगी दलों और विपक्ष को साथ लेने की कोशिश की जाएगी।
केंद्र सरकार खाद्य सुरक्षा बिल को लेकर एक बार फिर से जोर लगा रही है और इसे लेकर सहयोगी दलों और विपक्ष को साथ लेने की कोशिश की जाएगी।टिप्पणियां इस मामले पर शनिवार को हुई कांग्रेस कोर ग्रुप की बैठक में सोमवार को यूपीए कोऑर्डिनेशन कमेटी की बैठक का फैसला लिया गया। इसके बाद एक सवर्दलीय बैठक भी बुलाई जाएगी जो 7 जून को हो सकती है। सूत्रों के मुताबिक संसदीय कार्यमंत्री कमलनाथ को सभी पार्टियों को राजी करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इस मामले पर शनिवार को हुई कांग्रेस कोर ग्रुप की बैठक में सोमवार को यूपीए कोऑर्डिनेशन कमेटी की बैठक का फैसला लिया गया। इसके बाद एक सवर्दलीय बैठक भी बुलाई जाएगी जो 7 जून को हो सकती है। सूत्रों के मुताबिक संसदीय कार्यमंत्री कमलनाथ को सभी पार्टियों को राजी करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। सूत्रों के मुताबिक संसदीय कार्यमंत्री कमलनाथ को सभी पार्टियों को राजी करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
किसी चूहा दौड़ में शामिल नहीं : जूही
जूही चावला का कहना है कि अब वह असुरक्षा के दौर से बाहर निकल चुकी हैं और किसी तरह की दौड़ में शामिल नहीं हैं।
बेहतर अभिनय को लेकर अन्य अभिनेत्रियों के साथ हमेशा प्रतिस्पार्धा करने वालीं बॉलीवुड की दिलकश अदाकारा जूही चावला का कहना है कि अब वह असुरक्षा के दौर से बाहर निकल चुकी हैं और किसी तरह की दौड़ में शामिल नहीं हैं। जूही अपनी नई फिल्म 'आई एम' में मनीषा कोईराला के साथ काम कर रही हैं। बॉलीवुड में इतने समय तक करने के बाद दोनों अभिनेत्रियां पहली बार एक साथ नजर आएंगी। जूही ने मनीषा के बारे में कहा, मनीषा बहुत सुंदर और शांत स्वभाव वाली महिला हैं और उनके साथ काम करना काफी अच्छा है। अब हम किसी तरह के चूहे की दौड़ में शामिल नहीं हैं। हम उस दौर को पार कर चुके हैं, जब थोड़ी असुरक्षा की भावना होती थी, क्योंकि एक ही भूमिका के लिए दूसरी अभिनेत्री के साथ तुलना होती थी। जूही कहती हैं कि उस समय यह तुलना होती थी कि बेहतर गीत किसने दिए हैं या अच्छी और सफल फिल्में किसके पास अधिक हैं, लेकिन अब हमने उस दौर को पार कर लिया है। उस वक्त मनीषा को नहीं जानती थी, क्योंकि उनसे थोड़ा ही मिली थी, लेकिन एक-दूसरे के साथ काम करने के बाद अब हम काफी सहज महसूस करते हैं। व्यवसायिक सिनेमा में 15 साल गुजारने वाली जूही 'कयामत से कयामत तक', 'डर' और 'इश्क' जैसी सफल फिल्में दे चुकी हैं। जूही की नई फिल्म 'आई एम' शुक्रवार को प्रदर्शित होने वाली है। इसमें संजय सूरी, प्रणब कोहली, राहुल बोस, नंदिता दास ने अभिनस किया है। फिल्म के बारे में जूही ने बताया कि इस फिल्म की कहानी एक ऐसी लड़की के इर्द-गिर्द घूमती है जो आतंकवाद की वजह से श्रीनगर से पलायन कर जाने के कई वर्षों बाद अपने परिवार के साथ श्रीनगर वापस आती है। इस फिल्म में जूही एक कश्मीरी पंडित और मनीषा एक मुस्लिम लड़की की भूमिका निभा रही हैं।
मध्यप्रदेश में शिक्षकों को मिली नई जिम्मेदारी, शौचालयों के गड्ढों की खुदाई की निगरानी करेंगे
जनगणना, मतदाता सूची बनाने जैसे काम करते हैं शिक्षक 'स्वच्छता ही सेवा' अभियान में भी शिक्षकों को लगा दिया गया ग्राम पंचायतों में शौचालयों के लिए खोदे जाने वाले गड्ढे देखेंगे
टीकमगढ़ के जिला शिक्षाधिकारी बीके लुहारिया द्वारा जारी आदेश में संकुल प्राचार्य, विकासखंड शिक्षा अधिकारी, विकासखंड स्रोत केंद्र समन्वयक और जनशिक्षकों को निर्देश दिए गए हैं कि 'स्वच्छता ही सेवा' जनांदोलन के अभियान के तहत ग्राम पंचायतों में शौचालयों के लिए गड्ढे खोदे जाने हैं. इस आदेश को लेकर पूछे जाने पर लुहारिया का कहना था कि शिक्षकों को गड्ढे नहीं खोदने हैं, अपने स्कूल के पंचायत क्षेत्र में तकनीकी दल द्वारा खोदे जाने वाले शौचालयों के गड्ढों को देखना भर है. (इनपुट आईएएनएस से)
गुटखा कंपनियों के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई
सुप्रीम कोर्ट गुटखा कंपनियों के खिलाफ़ अवमानना के मामले की आज सुनवाई करेगा। कंपनियों पर आरोप है कि वह प्लास्टिक का इस्तेमाल कर रही हैं।
सुप्रीम कोर्ट गुटखा बनाने वाली कंपनियों के खिलाफ़ अवमानना के मामले की आज सुनवाई करेगा। गुटखा कंपनियों पर आरोप है कि प्लास्टिक के इस्तेमाल पर लगी पाबंदी को वो नहीं मान रही हैं। सुप्रीम कोर्ट ने गुटखा और पान मसाला की प्लास्टिक पाउच में पैकिंग पर रोक लगा रखी है। ये पाबंदी एक मार्च से ही लागू है लेकिन अभी भी बाज़ार में प्लास्टिक पाउच में गुटखा और पान मसाला बिक रहा है। देश में गुटखा और पान मसाला इंडस्ट्री 3000 करोड़ से भी ज्यादा की है।
पेस-वेस्नीना की जोड़ी विम्बलडन के फाइनल में हारी
लिएंडर पेस और एलेना वेस्नीना की जोड़ी को अपने पहले ग्रैंडस्लैम खिताब के लिए और इंतजार करना पड़ेगा क्योंकि उन्हें रविवार को यहां विम्बलडन टेनिस प्रतियोगिता के मिश्रित युगल के फाइनल में माइक ब्रायन और लिसा रेमंड के हाथों शिकस्त का सामना करना पड़ा।
लिएंडर पेस और एलेना वेस्नीना की जोड़ी को अपने पहले ग्रैंडस्लैम खिताब के लिए और इंतजार करना पड़ेगा क्योंकि उन्हें रविवार को यहां विम्बलडन टेनिस प्रतियोगिता के मिश्रित युगल के फाइनल में माइक ब्रायन और लिसा रेमंड के हाथों शिकस्त का सामना करना पड़ा। भारत और रूस की चौथी वरीय जोड़ी को खिताबी मुकाबले में अमेरिकी की दूसरी वरीय जोड़ी के हाथों दो घंटे और चार मिनट में 3-6, 7-5, 4-6 से शिकस्त झेलनी पड़ी। इस साल यह दूसरा मौका है जब इस जोड़ी को ग्रैंडस्लैम फाइनल में शिकस्त झेलनी पड़ी है। भारत और रूस की यह जोड़ी इससे पहले जनवरी में ऑस्ट्रेलियाई ओपन के फाइनल में भी बेथानी माटेक सैंड्स और होरिया तिकाउ से हार गई थी। हार के बावजूद विम्बलडन से पहले यह पेस का जानदार प्रदर्शन रहा जबकि टूर्नामेंट से पहले उन्हें ओलिंपिक के लिए चयन विवाद से गुजरना पड़ा था। पेस को कम रैंकिंग वाले विष्णु वर्धन के साथ जोड़ी बनाने के लिए बाध्य होना पड़ा जब महेश भूपति और रोहन बोपन्ना ने उनके साथ खेलने से इनकार कर दिया। पेस ने मिश्रित युगल के लिए सानिया मिर्जा के साथ जोड़ी बनाई है। सानिया ने हालांकि पेस के साथ खेलने से इनकार नहीं किया लेकिन उन्होंने साफ कर दिया था कि उनकी प्राथमिकता भूपति हैं जिनके साथ उन्होंने दो ग्रैंडस्लैम खिताब जीते हैं। पेस ने भारत की ओर से सर्वाधिक 13 ग्रैंडस्लैम खिताब जीते हैं जिसमें से छह मिश्रित युगल में हैं। फाइनल में वेस्नीना ने शानदार सर्विस की जबकि पेस ने भी जोरदार खेल दिखाया लेकिन माइक और रेमंड की मजबूत जोड़ी के आगे गलती की गुंजाइश काफी कम थी। पेस और वेस्नीना को पहले सेट के पांचवें गेम में मैच का पहला ब्रेकप्वाइंट मिला लेकिन यह जोड़ी इसका फायदा नहीं उठा सकी। पेस ने इसके बाद अगले गेम में अपनी सर्विस गंवा दी। इस स्टार भारतीय ने ऐस के साथ पहला ब्रेक प्वाइंट बचाया लेकिन माइक को दूसरा ब्रेक प्वाइंट जीतने से नहीं रोक पाया। इस ब्रेक प्वाइंट से पेस और वेस्नीना की जोड़ी 2-5 से पिछड़ गई और माइक ने नौवें गेम में अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए पहला सेट अपने नाम कर लिया। भारत और रूस की जोड़ी ने हालांकि इस दौरान तीन सेट प्वाइंट भी बचाए। दूसरे सेट की शुरुआत में भी विरोधी जोड़ी ने पेस और वेस्नीना की कड़ी परीक्षा ली। अमेरिकी जोड़ी ने तीसरे गेम में भारत और रूस की जोड़ी की सर्विस तोड़ी और फिर 3-1 की बढ़त बना ली। अमेरिकी जोड़ी ने इसके बाद दबदबा बनाने की कोशिश की लेकिन पेस और वेस्नीना ने हार नहीं मानी। भारत और रूस की जोड़ी ने 10वें गेम में मैच प्वाइंट बचाया और फिर माइक की सर्विस तोड़कर स्कोर 5-5 से बराबर कर दिया। वेस्नीना ने अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए स्कोर 6- 5 किया और फिर रेमंड की सर्विस तोड़कर मुकाबले को तीसरे और निर्णायक सेट तक खींच दिया। सर्विस को लेकर हालांकि पेस का संघर्ष जारी रहा। उन्होंने तीसरे सेट के पहले गेम में ही अपनी सर्विस गंवा दी। माइक ने इसके बाद स्कोर 2-0 किया। भारत और रूस की जोड़ी ने चौथे गेम में रेमंड की सर्विस तोड़कर स्कोर 2- 2 से बराबर कर दिया।टिप्पणियां दोनों जोड़ियों पर इसके बाद दबाव का असर साफ दिखने लगा। वेस्नीना ने सातवें गेम में अपनी सर्विस गंवाई जिसके बाद रेमंड ने अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए अपनी टीम को जीत से एक गेम की दूरी पर पहुंचा दिया। पेस नौवें गेम में अपनी सर्विस बचाने में सफल रहे लेकिन माइक ने अगले गेम में अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए सेट और मैच अपने नाम कर लिया। भारत और रूस की चौथी वरीय जोड़ी को खिताबी मुकाबले में अमेरिकी की दूसरी वरीय जोड़ी के हाथों दो घंटे और चार मिनट में 3-6, 7-5, 4-6 से शिकस्त झेलनी पड़ी। इस साल यह दूसरा मौका है जब इस जोड़ी को ग्रैंडस्लैम फाइनल में शिकस्त झेलनी पड़ी है। भारत और रूस की यह जोड़ी इससे पहले जनवरी में ऑस्ट्रेलियाई ओपन के फाइनल में भी बेथानी माटेक सैंड्स और होरिया तिकाउ से हार गई थी। हार के बावजूद विम्बलडन से पहले यह पेस का जानदार प्रदर्शन रहा जबकि टूर्नामेंट से पहले उन्हें ओलिंपिक के लिए चयन विवाद से गुजरना पड़ा था। पेस को कम रैंकिंग वाले विष्णु वर्धन के साथ जोड़ी बनाने के लिए बाध्य होना पड़ा जब महेश भूपति और रोहन बोपन्ना ने उनके साथ खेलने से इनकार कर दिया। पेस ने मिश्रित युगल के लिए सानिया मिर्जा के साथ जोड़ी बनाई है। सानिया ने हालांकि पेस के साथ खेलने से इनकार नहीं किया लेकिन उन्होंने साफ कर दिया था कि उनकी प्राथमिकता भूपति हैं जिनके साथ उन्होंने दो ग्रैंडस्लैम खिताब जीते हैं। पेस ने भारत की ओर से सर्वाधिक 13 ग्रैंडस्लैम खिताब जीते हैं जिसमें से छह मिश्रित युगल में हैं। फाइनल में वेस्नीना ने शानदार सर्विस की जबकि पेस ने भी जोरदार खेल दिखाया लेकिन माइक और रेमंड की मजबूत जोड़ी के आगे गलती की गुंजाइश काफी कम थी। पेस और वेस्नीना को पहले सेट के पांचवें गेम में मैच का पहला ब्रेकप्वाइंट मिला लेकिन यह जोड़ी इसका फायदा नहीं उठा सकी। पेस ने इसके बाद अगले गेम में अपनी सर्विस गंवा दी। इस स्टार भारतीय ने ऐस के साथ पहला ब्रेक प्वाइंट बचाया लेकिन माइक को दूसरा ब्रेक प्वाइंट जीतने से नहीं रोक पाया। इस ब्रेक प्वाइंट से पेस और वेस्नीना की जोड़ी 2-5 से पिछड़ गई और माइक ने नौवें गेम में अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए पहला सेट अपने नाम कर लिया। भारत और रूस की जोड़ी ने हालांकि इस दौरान तीन सेट प्वाइंट भी बचाए। दूसरे सेट की शुरुआत में भी विरोधी जोड़ी ने पेस और वेस्नीना की कड़ी परीक्षा ली। अमेरिकी जोड़ी ने तीसरे गेम में भारत और रूस की जोड़ी की सर्विस तोड़ी और फिर 3-1 की बढ़त बना ली। अमेरिकी जोड़ी ने इसके बाद दबदबा बनाने की कोशिश की लेकिन पेस और वेस्नीना ने हार नहीं मानी। भारत और रूस की जोड़ी ने 10वें गेम में मैच प्वाइंट बचाया और फिर माइक की सर्विस तोड़कर स्कोर 5-5 से बराबर कर दिया। वेस्नीना ने अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए स्कोर 6- 5 किया और फिर रेमंड की सर्विस तोड़कर मुकाबले को तीसरे और निर्णायक सेट तक खींच दिया। सर्विस को लेकर हालांकि पेस का संघर्ष जारी रहा। उन्होंने तीसरे सेट के पहले गेम में ही अपनी सर्विस गंवा दी। माइक ने इसके बाद स्कोर 2-0 किया। भारत और रूस की जोड़ी ने चौथे गेम में रेमंड की सर्विस तोड़कर स्कोर 2- 2 से बराबर कर दिया।टिप्पणियां दोनों जोड़ियों पर इसके बाद दबाव का असर साफ दिखने लगा। वेस्नीना ने सातवें गेम में अपनी सर्विस गंवाई जिसके बाद रेमंड ने अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए अपनी टीम को जीत से एक गेम की दूरी पर पहुंचा दिया। पेस नौवें गेम में अपनी सर्विस बचाने में सफल रहे लेकिन माइक ने अगले गेम में अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए सेट और मैच अपने नाम कर लिया। इस साल यह दूसरा मौका है जब इस जोड़ी को ग्रैंडस्लैम फाइनल में शिकस्त झेलनी पड़ी है। भारत और रूस की यह जोड़ी इससे पहले जनवरी में ऑस्ट्रेलियाई ओपन के फाइनल में भी बेथानी माटेक सैंड्स और होरिया तिकाउ से हार गई थी। हार के बावजूद विम्बलडन से पहले यह पेस का जानदार प्रदर्शन रहा जबकि टूर्नामेंट से पहले उन्हें ओलिंपिक के लिए चयन विवाद से गुजरना पड़ा था। पेस को कम रैंकिंग वाले विष्णु वर्धन के साथ जोड़ी बनाने के लिए बाध्य होना पड़ा जब महेश भूपति और रोहन बोपन्ना ने उनके साथ खेलने से इनकार कर दिया। पेस ने मिश्रित युगल के लिए सानिया मिर्जा के साथ जोड़ी बनाई है। सानिया ने हालांकि पेस के साथ खेलने से इनकार नहीं किया लेकिन उन्होंने साफ कर दिया था कि उनकी प्राथमिकता भूपति हैं जिनके साथ उन्होंने दो ग्रैंडस्लैम खिताब जीते हैं। पेस ने भारत की ओर से सर्वाधिक 13 ग्रैंडस्लैम खिताब जीते हैं जिसमें से छह मिश्रित युगल में हैं। फाइनल में वेस्नीना ने शानदार सर्विस की जबकि पेस ने भी जोरदार खेल दिखाया लेकिन माइक और रेमंड की मजबूत जोड़ी के आगे गलती की गुंजाइश काफी कम थी। पेस और वेस्नीना को पहले सेट के पांचवें गेम में मैच का पहला ब्रेकप्वाइंट मिला लेकिन यह जोड़ी इसका फायदा नहीं उठा सकी। पेस ने इसके बाद अगले गेम में अपनी सर्विस गंवा दी। इस स्टार भारतीय ने ऐस के साथ पहला ब्रेक प्वाइंट बचाया लेकिन माइक को दूसरा ब्रेक प्वाइंट जीतने से नहीं रोक पाया। इस ब्रेक प्वाइंट से पेस और वेस्नीना की जोड़ी 2-5 से पिछड़ गई और माइक ने नौवें गेम में अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए पहला सेट अपने नाम कर लिया। भारत और रूस की जोड़ी ने हालांकि इस दौरान तीन सेट प्वाइंट भी बचाए। दूसरे सेट की शुरुआत में भी विरोधी जोड़ी ने पेस और वेस्नीना की कड़ी परीक्षा ली। अमेरिकी जोड़ी ने तीसरे गेम में भारत और रूस की जोड़ी की सर्विस तोड़ी और फिर 3-1 की बढ़त बना ली। अमेरिकी जोड़ी ने इसके बाद दबदबा बनाने की कोशिश की लेकिन पेस और वेस्नीना ने हार नहीं मानी। भारत और रूस की जोड़ी ने 10वें गेम में मैच प्वाइंट बचाया और फिर माइक की सर्विस तोड़कर स्कोर 5-5 से बराबर कर दिया। वेस्नीना ने अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए स्कोर 6- 5 किया और फिर रेमंड की सर्विस तोड़कर मुकाबले को तीसरे और निर्णायक सेट तक खींच दिया। सर्विस को लेकर हालांकि पेस का संघर्ष जारी रहा। उन्होंने तीसरे सेट के पहले गेम में ही अपनी सर्विस गंवा दी। माइक ने इसके बाद स्कोर 2-0 किया। भारत और रूस की जोड़ी ने चौथे गेम में रेमंड की सर्विस तोड़कर स्कोर 2- 2 से बराबर कर दिया।टिप्पणियां दोनों जोड़ियों पर इसके बाद दबाव का असर साफ दिखने लगा। वेस्नीना ने सातवें गेम में अपनी सर्विस गंवाई जिसके बाद रेमंड ने अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए अपनी टीम को जीत से एक गेम की दूरी पर पहुंचा दिया। पेस नौवें गेम में अपनी सर्विस बचाने में सफल रहे लेकिन माइक ने अगले गेम में अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए सेट और मैच अपने नाम कर लिया। हार के बावजूद विम्बलडन से पहले यह पेस का जानदार प्रदर्शन रहा जबकि टूर्नामेंट से पहले उन्हें ओलिंपिक के लिए चयन विवाद से गुजरना पड़ा था। पेस को कम रैंकिंग वाले विष्णु वर्धन के साथ जोड़ी बनाने के लिए बाध्य होना पड़ा जब महेश भूपति और रोहन बोपन्ना ने उनके साथ खेलने से इनकार कर दिया। पेस ने मिश्रित युगल के लिए सानिया मिर्जा के साथ जोड़ी बनाई है। सानिया ने हालांकि पेस के साथ खेलने से इनकार नहीं किया लेकिन उन्होंने साफ कर दिया था कि उनकी प्राथमिकता भूपति हैं जिनके साथ उन्होंने दो ग्रैंडस्लैम खिताब जीते हैं। पेस ने भारत की ओर से सर्वाधिक 13 ग्रैंडस्लैम खिताब जीते हैं जिसमें से छह मिश्रित युगल में हैं। फाइनल में वेस्नीना ने शानदार सर्विस की जबकि पेस ने भी जोरदार खेल दिखाया लेकिन माइक और रेमंड की मजबूत जोड़ी के आगे गलती की गुंजाइश काफी कम थी। पेस और वेस्नीना को पहले सेट के पांचवें गेम में मैच का पहला ब्रेकप्वाइंट मिला लेकिन यह जोड़ी इसका फायदा नहीं उठा सकी। पेस ने इसके बाद अगले गेम में अपनी सर्विस गंवा दी। इस स्टार भारतीय ने ऐस के साथ पहला ब्रेक प्वाइंट बचाया लेकिन माइक को दूसरा ब्रेक प्वाइंट जीतने से नहीं रोक पाया। इस ब्रेक प्वाइंट से पेस और वेस्नीना की जोड़ी 2-5 से पिछड़ गई और माइक ने नौवें गेम में अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए पहला सेट अपने नाम कर लिया। भारत और रूस की जोड़ी ने हालांकि इस दौरान तीन सेट प्वाइंट भी बचाए। दूसरे सेट की शुरुआत में भी विरोधी जोड़ी ने पेस और वेस्नीना की कड़ी परीक्षा ली। अमेरिकी जोड़ी ने तीसरे गेम में भारत और रूस की जोड़ी की सर्विस तोड़ी और फिर 3-1 की बढ़त बना ली। अमेरिकी जोड़ी ने इसके बाद दबदबा बनाने की कोशिश की लेकिन पेस और वेस्नीना ने हार नहीं मानी। भारत और रूस की जोड़ी ने 10वें गेम में मैच प्वाइंट बचाया और फिर माइक की सर्विस तोड़कर स्कोर 5-5 से बराबर कर दिया। वेस्नीना ने अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए स्कोर 6- 5 किया और फिर रेमंड की सर्विस तोड़कर मुकाबले को तीसरे और निर्णायक सेट तक खींच दिया। सर्विस को लेकर हालांकि पेस का संघर्ष जारी रहा। उन्होंने तीसरे सेट के पहले गेम में ही अपनी सर्विस गंवा दी। माइक ने इसके बाद स्कोर 2-0 किया। भारत और रूस की जोड़ी ने चौथे गेम में रेमंड की सर्विस तोड़कर स्कोर 2- 2 से बराबर कर दिया।टिप्पणियां दोनों जोड़ियों पर इसके बाद दबाव का असर साफ दिखने लगा। वेस्नीना ने सातवें गेम में अपनी सर्विस गंवाई जिसके बाद रेमंड ने अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए अपनी टीम को जीत से एक गेम की दूरी पर पहुंचा दिया। पेस नौवें गेम में अपनी सर्विस बचाने में सफल रहे लेकिन माइक ने अगले गेम में अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए सेट और मैच अपने नाम कर लिया। पेस को कम रैंकिंग वाले विष्णु वर्धन के साथ जोड़ी बनाने के लिए बाध्य होना पड़ा जब महेश भूपति और रोहन बोपन्ना ने उनके साथ खेलने से इनकार कर दिया। पेस ने मिश्रित युगल के लिए सानिया मिर्जा के साथ जोड़ी बनाई है। सानिया ने हालांकि पेस के साथ खेलने से इनकार नहीं किया लेकिन उन्होंने साफ कर दिया था कि उनकी प्राथमिकता भूपति हैं जिनके साथ उन्होंने दो ग्रैंडस्लैम खिताब जीते हैं। पेस ने भारत की ओर से सर्वाधिक 13 ग्रैंडस्लैम खिताब जीते हैं जिसमें से छह मिश्रित युगल में हैं। फाइनल में वेस्नीना ने शानदार सर्विस की जबकि पेस ने भी जोरदार खेल दिखाया लेकिन माइक और रेमंड की मजबूत जोड़ी के आगे गलती की गुंजाइश काफी कम थी। पेस और वेस्नीना को पहले सेट के पांचवें गेम में मैच का पहला ब्रेकप्वाइंट मिला लेकिन यह जोड़ी इसका फायदा नहीं उठा सकी। पेस ने इसके बाद अगले गेम में अपनी सर्विस गंवा दी। इस स्टार भारतीय ने ऐस के साथ पहला ब्रेक प्वाइंट बचाया लेकिन माइक को दूसरा ब्रेक प्वाइंट जीतने से नहीं रोक पाया। इस ब्रेक प्वाइंट से पेस और वेस्नीना की जोड़ी 2-5 से पिछड़ गई और माइक ने नौवें गेम में अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए पहला सेट अपने नाम कर लिया। भारत और रूस की जोड़ी ने हालांकि इस दौरान तीन सेट प्वाइंट भी बचाए। दूसरे सेट की शुरुआत में भी विरोधी जोड़ी ने पेस और वेस्नीना की कड़ी परीक्षा ली। अमेरिकी जोड़ी ने तीसरे गेम में भारत और रूस की जोड़ी की सर्विस तोड़ी और फिर 3-1 की बढ़त बना ली। अमेरिकी जोड़ी ने इसके बाद दबदबा बनाने की कोशिश की लेकिन पेस और वेस्नीना ने हार नहीं मानी। भारत और रूस की जोड़ी ने 10वें गेम में मैच प्वाइंट बचाया और फिर माइक की सर्विस तोड़कर स्कोर 5-5 से बराबर कर दिया। वेस्नीना ने अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए स्कोर 6- 5 किया और फिर रेमंड की सर्विस तोड़कर मुकाबले को तीसरे और निर्णायक सेट तक खींच दिया। सर्विस को लेकर हालांकि पेस का संघर्ष जारी रहा। उन्होंने तीसरे सेट के पहले गेम में ही अपनी सर्विस गंवा दी। माइक ने इसके बाद स्कोर 2-0 किया। भारत और रूस की जोड़ी ने चौथे गेम में रेमंड की सर्विस तोड़कर स्कोर 2- 2 से बराबर कर दिया।टिप्पणियां दोनों जोड़ियों पर इसके बाद दबाव का असर साफ दिखने लगा। वेस्नीना ने सातवें गेम में अपनी सर्विस गंवाई जिसके बाद रेमंड ने अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए अपनी टीम को जीत से एक गेम की दूरी पर पहुंचा दिया। पेस नौवें गेम में अपनी सर्विस बचाने में सफल रहे लेकिन माइक ने अगले गेम में अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए सेट और मैच अपने नाम कर लिया। सानिया ने हालांकि पेस के साथ खेलने से इनकार नहीं किया लेकिन उन्होंने साफ कर दिया था कि उनकी प्राथमिकता भूपति हैं जिनके साथ उन्होंने दो ग्रैंडस्लैम खिताब जीते हैं। पेस ने भारत की ओर से सर्वाधिक 13 ग्रैंडस्लैम खिताब जीते हैं जिसमें से छह मिश्रित युगल में हैं। फाइनल में वेस्नीना ने शानदार सर्विस की जबकि पेस ने भी जोरदार खेल दिखाया लेकिन माइक और रेमंड की मजबूत जोड़ी के आगे गलती की गुंजाइश काफी कम थी। पेस और वेस्नीना को पहले सेट के पांचवें गेम में मैच का पहला ब्रेकप्वाइंट मिला लेकिन यह जोड़ी इसका फायदा नहीं उठा सकी। पेस ने इसके बाद अगले गेम में अपनी सर्विस गंवा दी। इस स्टार भारतीय ने ऐस के साथ पहला ब्रेक प्वाइंट बचाया लेकिन माइक को दूसरा ब्रेक प्वाइंट जीतने से नहीं रोक पाया। इस ब्रेक प्वाइंट से पेस और वेस्नीना की जोड़ी 2-5 से पिछड़ गई और माइक ने नौवें गेम में अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए पहला सेट अपने नाम कर लिया। भारत और रूस की जोड़ी ने हालांकि इस दौरान तीन सेट प्वाइंट भी बचाए। दूसरे सेट की शुरुआत में भी विरोधी जोड़ी ने पेस और वेस्नीना की कड़ी परीक्षा ली। अमेरिकी जोड़ी ने तीसरे गेम में भारत और रूस की जोड़ी की सर्विस तोड़ी और फिर 3-1 की बढ़त बना ली। अमेरिकी जोड़ी ने इसके बाद दबदबा बनाने की कोशिश की लेकिन पेस और वेस्नीना ने हार नहीं मानी। भारत और रूस की जोड़ी ने 10वें गेम में मैच प्वाइंट बचाया और फिर माइक की सर्विस तोड़कर स्कोर 5-5 से बराबर कर दिया। वेस्नीना ने अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए स्कोर 6- 5 किया और फिर रेमंड की सर्विस तोड़कर मुकाबले को तीसरे और निर्णायक सेट तक खींच दिया। सर्विस को लेकर हालांकि पेस का संघर्ष जारी रहा। उन्होंने तीसरे सेट के पहले गेम में ही अपनी सर्विस गंवा दी। माइक ने इसके बाद स्कोर 2-0 किया। भारत और रूस की जोड़ी ने चौथे गेम में रेमंड की सर्विस तोड़कर स्कोर 2- 2 से बराबर कर दिया।टिप्पणियां दोनों जोड़ियों पर इसके बाद दबाव का असर साफ दिखने लगा। वेस्नीना ने सातवें गेम में अपनी सर्विस गंवाई जिसके बाद रेमंड ने अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए अपनी टीम को जीत से एक गेम की दूरी पर पहुंचा दिया। पेस नौवें गेम में अपनी सर्विस बचाने में सफल रहे लेकिन माइक ने अगले गेम में अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए सेट और मैच अपने नाम कर लिया। फाइनल में वेस्नीना ने शानदार सर्विस की जबकि पेस ने भी जोरदार खेल दिखाया लेकिन माइक और रेमंड की मजबूत जोड़ी के आगे गलती की गुंजाइश काफी कम थी। पेस और वेस्नीना को पहले सेट के पांचवें गेम में मैच का पहला ब्रेकप्वाइंट मिला लेकिन यह जोड़ी इसका फायदा नहीं उठा सकी। पेस ने इसके बाद अगले गेम में अपनी सर्विस गंवा दी। इस स्टार भारतीय ने ऐस के साथ पहला ब्रेक प्वाइंट बचाया लेकिन माइक को दूसरा ब्रेक प्वाइंट जीतने से नहीं रोक पाया। इस ब्रेक प्वाइंट से पेस और वेस्नीना की जोड़ी 2-5 से पिछड़ गई और माइक ने नौवें गेम में अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए पहला सेट अपने नाम कर लिया। भारत और रूस की जोड़ी ने हालांकि इस दौरान तीन सेट प्वाइंट भी बचाए। दूसरे सेट की शुरुआत में भी विरोधी जोड़ी ने पेस और वेस्नीना की कड़ी परीक्षा ली। अमेरिकी जोड़ी ने तीसरे गेम में भारत और रूस की जोड़ी की सर्विस तोड़ी और फिर 3-1 की बढ़त बना ली। अमेरिकी जोड़ी ने इसके बाद दबदबा बनाने की कोशिश की लेकिन पेस और वेस्नीना ने हार नहीं मानी। भारत और रूस की जोड़ी ने 10वें गेम में मैच प्वाइंट बचाया और फिर माइक की सर्विस तोड़कर स्कोर 5-5 से बराबर कर दिया। वेस्नीना ने अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए स्कोर 6- 5 किया और फिर रेमंड की सर्विस तोड़कर मुकाबले को तीसरे और निर्णायक सेट तक खींच दिया। सर्विस को लेकर हालांकि पेस का संघर्ष जारी रहा। उन्होंने तीसरे सेट के पहले गेम में ही अपनी सर्विस गंवा दी। माइक ने इसके बाद स्कोर 2-0 किया। भारत और रूस की जोड़ी ने चौथे गेम में रेमंड की सर्विस तोड़कर स्कोर 2- 2 से बराबर कर दिया।टिप्पणियां दोनों जोड़ियों पर इसके बाद दबाव का असर साफ दिखने लगा। वेस्नीना ने सातवें गेम में अपनी सर्विस गंवाई जिसके बाद रेमंड ने अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए अपनी टीम को जीत से एक गेम की दूरी पर पहुंचा दिया। पेस नौवें गेम में अपनी सर्विस बचाने में सफल रहे लेकिन माइक ने अगले गेम में अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए सेट और मैच अपने नाम कर लिया। पेस और वेस्नीना को पहले सेट के पांचवें गेम में मैच का पहला ब्रेकप्वाइंट मिला लेकिन यह जोड़ी इसका फायदा नहीं उठा सकी। पेस ने इसके बाद अगले गेम में अपनी सर्विस गंवा दी। इस स्टार भारतीय ने ऐस के साथ पहला ब्रेक प्वाइंट बचाया लेकिन माइक को दूसरा ब्रेक प्वाइंट जीतने से नहीं रोक पाया। इस ब्रेक प्वाइंट से पेस और वेस्नीना की जोड़ी 2-5 से पिछड़ गई और माइक ने नौवें गेम में अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए पहला सेट अपने नाम कर लिया। भारत और रूस की जोड़ी ने हालांकि इस दौरान तीन सेट प्वाइंट भी बचाए। दूसरे सेट की शुरुआत में भी विरोधी जोड़ी ने पेस और वेस्नीना की कड़ी परीक्षा ली। अमेरिकी जोड़ी ने तीसरे गेम में भारत और रूस की जोड़ी की सर्विस तोड़ी और फिर 3-1 की बढ़त बना ली। अमेरिकी जोड़ी ने इसके बाद दबदबा बनाने की कोशिश की लेकिन पेस और वेस्नीना ने हार नहीं मानी। भारत और रूस की जोड़ी ने 10वें गेम में मैच प्वाइंट बचाया और फिर माइक की सर्विस तोड़कर स्कोर 5-5 से बराबर कर दिया। वेस्नीना ने अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए स्कोर 6- 5 किया और फिर रेमंड की सर्विस तोड़कर मुकाबले को तीसरे और निर्णायक सेट तक खींच दिया। सर्विस को लेकर हालांकि पेस का संघर्ष जारी रहा। उन्होंने तीसरे सेट के पहले गेम में ही अपनी सर्विस गंवा दी। माइक ने इसके बाद स्कोर 2-0 किया। भारत और रूस की जोड़ी ने चौथे गेम में रेमंड की सर्विस तोड़कर स्कोर 2- 2 से बराबर कर दिया।टिप्पणियां दोनों जोड़ियों पर इसके बाद दबाव का असर साफ दिखने लगा। वेस्नीना ने सातवें गेम में अपनी सर्विस गंवाई जिसके बाद रेमंड ने अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए अपनी टीम को जीत से एक गेम की दूरी पर पहुंचा दिया। पेस नौवें गेम में अपनी सर्विस बचाने में सफल रहे लेकिन माइक ने अगले गेम में अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए सेट और मैच अपने नाम कर लिया। पेस ने इसके बाद अगले गेम में अपनी सर्विस गंवा दी। इस स्टार भारतीय ने ऐस के साथ पहला ब्रेक प्वाइंट बचाया लेकिन माइक को दूसरा ब्रेक प्वाइंट जीतने से नहीं रोक पाया। इस ब्रेक प्वाइंट से पेस और वेस्नीना की जोड़ी 2-5 से पिछड़ गई और माइक ने नौवें गेम में अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए पहला सेट अपने नाम कर लिया। भारत और रूस की जोड़ी ने हालांकि इस दौरान तीन सेट प्वाइंट भी बचाए। दूसरे सेट की शुरुआत में भी विरोधी जोड़ी ने पेस और वेस्नीना की कड़ी परीक्षा ली। अमेरिकी जोड़ी ने तीसरे गेम में भारत और रूस की जोड़ी की सर्विस तोड़ी और फिर 3-1 की बढ़त बना ली। अमेरिकी जोड़ी ने इसके बाद दबदबा बनाने की कोशिश की लेकिन पेस और वेस्नीना ने हार नहीं मानी। भारत और रूस की जोड़ी ने 10वें गेम में मैच प्वाइंट बचाया और फिर माइक की सर्विस तोड़कर स्कोर 5-5 से बराबर कर दिया। वेस्नीना ने अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए स्कोर 6- 5 किया और फिर रेमंड की सर्विस तोड़कर मुकाबले को तीसरे और निर्णायक सेट तक खींच दिया। सर्विस को लेकर हालांकि पेस का संघर्ष जारी रहा। उन्होंने तीसरे सेट के पहले गेम में ही अपनी सर्विस गंवा दी। माइक ने इसके बाद स्कोर 2-0 किया। भारत और रूस की जोड़ी ने चौथे गेम में रेमंड की सर्विस तोड़कर स्कोर 2- 2 से बराबर कर दिया।टिप्पणियां दोनों जोड़ियों पर इसके बाद दबाव का असर साफ दिखने लगा। वेस्नीना ने सातवें गेम में अपनी सर्विस गंवाई जिसके बाद रेमंड ने अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए अपनी टीम को जीत से एक गेम की दूरी पर पहुंचा दिया। पेस नौवें गेम में अपनी सर्विस बचाने में सफल रहे लेकिन माइक ने अगले गेम में अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए सेट और मैच अपने नाम कर लिया। दूसरे सेट की शुरुआत में भी विरोधी जोड़ी ने पेस और वेस्नीना की कड़ी परीक्षा ली। अमेरिकी जोड़ी ने तीसरे गेम में भारत और रूस की जोड़ी की सर्विस तोड़ी और फिर 3-1 की बढ़त बना ली। अमेरिकी जोड़ी ने इसके बाद दबदबा बनाने की कोशिश की लेकिन पेस और वेस्नीना ने हार नहीं मानी। भारत और रूस की जोड़ी ने 10वें गेम में मैच प्वाइंट बचाया और फिर माइक की सर्विस तोड़कर स्कोर 5-5 से बराबर कर दिया। वेस्नीना ने अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए स्कोर 6- 5 किया और फिर रेमंड की सर्विस तोड़कर मुकाबले को तीसरे और निर्णायक सेट तक खींच दिया। सर्विस को लेकर हालांकि पेस का संघर्ष जारी रहा। उन्होंने तीसरे सेट के पहले गेम में ही अपनी सर्विस गंवा दी। माइक ने इसके बाद स्कोर 2-0 किया। भारत और रूस की जोड़ी ने चौथे गेम में रेमंड की सर्विस तोड़कर स्कोर 2- 2 से बराबर कर दिया।टिप्पणियां दोनों जोड़ियों पर इसके बाद दबाव का असर साफ दिखने लगा। वेस्नीना ने सातवें गेम में अपनी सर्विस गंवाई जिसके बाद रेमंड ने अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए अपनी टीम को जीत से एक गेम की दूरी पर पहुंचा दिया। पेस नौवें गेम में अपनी सर्विस बचाने में सफल रहे लेकिन माइक ने अगले गेम में अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए सेट और मैच अपने नाम कर लिया। अमेरिकी जोड़ी ने इसके बाद दबदबा बनाने की कोशिश की लेकिन पेस और वेस्नीना ने हार नहीं मानी। भारत और रूस की जोड़ी ने 10वें गेम में मैच प्वाइंट बचाया और फिर माइक की सर्विस तोड़कर स्कोर 5-5 से बराबर कर दिया। वेस्नीना ने अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए स्कोर 6- 5 किया और फिर रेमंड की सर्विस तोड़कर मुकाबले को तीसरे और निर्णायक सेट तक खींच दिया। सर्विस को लेकर हालांकि पेस का संघर्ष जारी रहा। उन्होंने तीसरे सेट के पहले गेम में ही अपनी सर्विस गंवा दी। माइक ने इसके बाद स्कोर 2-0 किया। भारत और रूस की जोड़ी ने चौथे गेम में रेमंड की सर्विस तोड़कर स्कोर 2- 2 से बराबर कर दिया।टिप्पणियां दोनों जोड़ियों पर इसके बाद दबाव का असर साफ दिखने लगा। वेस्नीना ने सातवें गेम में अपनी सर्विस गंवाई जिसके बाद रेमंड ने अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए अपनी टीम को जीत से एक गेम की दूरी पर पहुंचा दिया। पेस नौवें गेम में अपनी सर्विस बचाने में सफल रहे लेकिन माइक ने अगले गेम में अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए सेट और मैच अपने नाम कर लिया। सर्विस को लेकर हालांकि पेस का संघर्ष जारी रहा। उन्होंने तीसरे सेट के पहले गेम में ही अपनी सर्विस गंवा दी। माइक ने इसके बाद स्कोर 2-0 किया। भारत और रूस की जोड़ी ने चौथे गेम में रेमंड की सर्विस तोड़कर स्कोर 2- 2 से बराबर कर दिया।टिप्पणियां दोनों जोड़ियों पर इसके बाद दबाव का असर साफ दिखने लगा। वेस्नीना ने सातवें गेम में अपनी सर्विस गंवाई जिसके बाद रेमंड ने अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए अपनी टीम को जीत से एक गेम की दूरी पर पहुंचा दिया। पेस नौवें गेम में अपनी सर्विस बचाने में सफल रहे लेकिन माइक ने अगले गेम में अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए सेट और मैच अपने नाम कर लिया। दोनों जोड़ियों पर इसके बाद दबाव का असर साफ दिखने लगा। वेस्नीना ने सातवें गेम में अपनी सर्विस गंवाई जिसके बाद रेमंड ने अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए अपनी टीम को जीत से एक गेम की दूरी पर पहुंचा दिया। पेस नौवें गेम में अपनी सर्विस बचाने में सफल रहे लेकिन माइक ने अगले गेम में अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए सेट और मैच अपने नाम कर लिया। पेस नौवें गेम में अपनी सर्विस बचाने में सफल रहे लेकिन माइक ने अगले गेम में अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए सेट और मैच अपने नाम कर लिया।
जयललिता की हालत इतनी ठीक थी कि उन्होंने कहा 'यहां इन्चार्ज मैं हूं' : अपोलो अस्पताल
जयललिता के निधन को लेकर संशय को अपोलो अस्पताल ने दूर किया अपोलो अस्पताल ने कहा कि अचानक उनकी हालत खराब हुई थी जयललिता को कार्डियक अरेस्ट आया था जिसके बाद उनका निधन हुआ
तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता के निधन के पीछे की वजहों को साफ करने के लिए चेन्नई के अपोलो अस्पताल ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया है. डॉक्टरों ने जानकारी दी है कि जयललिता की मौत गंभीर इंफेक्शन से हुई थी और उनके अंगों ने काम करना बंद कर दिया था. जयललिता के निधन को लेकर फैल रही अफवाहों को शांत करने के लिए इस प्रेस कॉन्फ्रेंस को आयोजित किया गया जिसमें डॉक्टरों ने कहा कि कार्डियक अरेस्ट आने के एक हफ्ते पहले तक जयललिता इशारों से बात करने लगी थीं और अपनी बात समझाने की कोशिश भी करने लगी थीं. अंतिम हफ्तों में उन्हें देखने आए ब्रिटिश डॉक्टर रिचर्ड बेल ने कहा कि 'उनके अंगों में इन्फेक्शन हो गया था जिसकी वजह से उनका निधन हुआ.'टिप्पणियां डॉक्टरों का कहना है कि तीन महीने अस्पताल में रहने के बाद 5 दिसंबर को जयललिता को अचानक कार्डियक अरेस्ट आया. उनकी इस हालत का किसी को अंदाज़ा नहीं था. डॉ बेल का कहना है कि पूर्व मुख्यमंत्री को सांस लेने में दिक्कत हो रही थी जिसके बाद उन्हें अस्पताल लाया गया था. शुरूआती इन्फेक्शन के बाद उनकी की हालत सुधर रही थी, वह होश में थी और इशारों में बात भी कर रही थीं. डॉ बेल ने कहा कि उनकी हालत इतनी ठीक थी कि जब मैंने उनसे कहा कि मैं यहां का इन्चार्ज हूं तो उन्होंने कहा 'नहीं, इन्चार्ज मैं हूं.' बता दें कि जयललिता के अस्पताल में रहने के दौरान उनकी असल हालत को लेकर काफी कयास लगाए जा रहे थे. विरोधी पार्टियों समेत कई लोगों ने ऐसे आरोप लगाए गए कि जयललिता की असल हालत लोगों को बताई नहीं जा रही है. यह आरोप इसलिए भी लग रहे थे क्योंकि शशिकला समेत कुछ ही लोगों को जयललिता से मिलने की अनुमति थी. इसके अलावा दस्तावेज़ों पर लिए गए जयललिता के अंगूठे के निशान ने भी लोगों के मन में उनके जीवित रहने, न रहने को लेकर शक पैदा कर दिया था. डीएमके ने यह भी कहा कि जयललिता की हालत अगर ठीक है तो उनकी एक तस्वीर खींचकर क्यों न जनता को दिखाई जाए. इन सवालों का जवाब देते हुए डॉक्टरों ने ज़ोर देते हुए कहा कि 'जो लोग बीमार होते हैं, उनकी तस्वीर लेना उचित नहीं है, इसे दख़लअंदाज़ी कहा जाता है.' जयललिता के निधन को लेकर फैल रही अफवाहों को शांत करने के लिए इस प्रेस कॉन्फ्रेंस को आयोजित किया गया जिसमें डॉक्टरों ने कहा कि कार्डियक अरेस्ट आने के एक हफ्ते पहले तक जयललिता इशारों से बात करने लगी थीं और अपनी बात समझाने की कोशिश भी करने लगी थीं. अंतिम हफ्तों में उन्हें देखने आए ब्रिटिश डॉक्टर रिचर्ड बेल ने कहा कि 'उनके अंगों में इन्फेक्शन हो गया था जिसकी वजह से उनका निधन हुआ.'टिप्पणियां डॉक्टरों का कहना है कि तीन महीने अस्पताल में रहने के बाद 5 दिसंबर को जयललिता को अचानक कार्डियक अरेस्ट आया. उनकी इस हालत का किसी को अंदाज़ा नहीं था. डॉ बेल का कहना है कि पूर्व मुख्यमंत्री को सांस लेने में दिक्कत हो रही थी जिसके बाद उन्हें अस्पताल लाया गया था. शुरूआती इन्फेक्शन के बाद उनकी की हालत सुधर रही थी, वह होश में थी और इशारों में बात भी कर रही थीं. डॉ बेल ने कहा कि उनकी हालत इतनी ठीक थी कि जब मैंने उनसे कहा कि मैं यहां का इन्चार्ज हूं तो उन्होंने कहा 'नहीं, इन्चार्ज मैं हूं.' बता दें कि जयललिता के अस्पताल में रहने के दौरान उनकी असल हालत को लेकर काफी कयास लगाए जा रहे थे. विरोधी पार्टियों समेत कई लोगों ने ऐसे आरोप लगाए गए कि जयललिता की असल हालत लोगों को बताई नहीं जा रही है. यह आरोप इसलिए भी लग रहे थे क्योंकि शशिकला समेत कुछ ही लोगों को जयललिता से मिलने की अनुमति थी. इसके अलावा दस्तावेज़ों पर लिए गए जयललिता के अंगूठे के निशान ने भी लोगों के मन में उनके जीवित रहने, न रहने को लेकर शक पैदा कर दिया था. डीएमके ने यह भी कहा कि जयललिता की हालत अगर ठीक है तो उनकी एक तस्वीर खींचकर क्यों न जनता को दिखाई जाए. इन सवालों का जवाब देते हुए डॉक्टरों ने ज़ोर देते हुए कहा कि 'जो लोग बीमार होते हैं, उनकी तस्वीर लेना उचित नहीं है, इसे दख़लअंदाज़ी कहा जाता है.' डॉक्टरों का कहना है कि तीन महीने अस्पताल में रहने के बाद 5 दिसंबर को जयललिता को अचानक कार्डियक अरेस्ट आया. उनकी इस हालत का किसी को अंदाज़ा नहीं था. डॉ बेल का कहना है कि पूर्व मुख्यमंत्री को सांस लेने में दिक्कत हो रही थी जिसके बाद उन्हें अस्पताल लाया गया था. शुरूआती इन्फेक्शन के बाद उनकी की हालत सुधर रही थी, वह होश में थी और इशारों में बात भी कर रही थीं. डॉ बेल ने कहा कि उनकी हालत इतनी ठीक थी कि जब मैंने उनसे कहा कि मैं यहां का इन्चार्ज हूं तो उन्होंने कहा 'नहीं, इन्चार्ज मैं हूं.' बता दें कि जयललिता के अस्पताल में रहने के दौरान उनकी असल हालत को लेकर काफी कयास लगाए जा रहे थे. विरोधी पार्टियों समेत कई लोगों ने ऐसे आरोप लगाए गए कि जयललिता की असल हालत लोगों को बताई नहीं जा रही है. यह आरोप इसलिए भी लग रहे थे क्योंकि शशिकला समेत कुछ ही लोगों को जयललिता से मिलने की अनुमति थी. इसके अलावा दस्तावेज़ों पर लिए गए जयललिता के अंगूठे के निशान ने भी लोगों के मन में उनके जीवित रहने, न रहने को लेकर शक पैदा कर दिया था. डीएमके ने यह भी कहा कि जयललिता की हालत अगर ठीक है तो उनकी एक तस्वीर खींचकर क्यों न जनता को दिखाई जाए. इन सवालों का जवाब देते हुए डॉक्टरों ने ज़ोर देते हुए कहा कि 'जो लोग बीमार होते हैं, उनकी तस्वीर लेना उचित नहीं है, इसे दख़लअंदाज़ी कहा जाता है.' बता दें कि जयललिता के अस्पताल में रहने के दौरान उनकी असल हालत को लेकर काफी कयास लगाए जा रहे थे. विरोधी पार्टियों समेत कई लोगों ने ऐसे आरोप लगाए गए कि जयललिता की असल हालत लोगों को बताई नहीं जा रही है. यह आरोप इसलिए भी लग रहे थे क्योंकि शशिकला समेत कुछ ही लोगों को जयललिता से मिलने की अनुमति थी. इसके अलावा दस्तावेज़ों पर लिए गए जयललिता के अंगूठे के निशान ने भी लोगों के मन में उनके जीवित रहने, न रहने को लेकर शक पैदा कर दिया था. डीएमके ने यह भी कहा कि जयललिता की हालत अगर ठीक है तो उनकी एक तस्वीर खींचकर क्यों न जनता को दिखाई जाए. इन सवालों का जवाब देते हुए डॉक्टरों ने ज़ोर देते हुए कहा कि 'जो लोग बीमार होते हैं, उनकी तस्वीर लेना उचित नहीं है, इसे दख़लअंदाज़ी कहा जाता है.'
Bhojpuri Cinema: पवन सिंह के कांवड़ गीत 'भोला जी नइहरे में रहे दी' ने मचाई धूम, 'बोल बम' गाने का Video हुआ वायरल
17 जुलाई से शुरू हो रहा है सावन पवन सिंह का कांवड़ सॉन्ग हुआ वायरल 15 लाख से ज्यादा बार देखा जा चुका है सॉन्ग
Bhojpuri Cinema: 17 जुलाई से सावन (Sawan 2019) का महीना शुरू हो रहा है और भोजपुरी सिनेमा (Bhojpuri Cinema) में 'बोल बम (Bol Bam)' की गूंज अभी से ही सुनाई देने लगी है. भोजपुरी फिल्मों (Bhojpuri Movie) के सुपरस्टार चाहे वह खेसारी लाल यादव (Khesari Lal Yadav) हों या पवन सिंह (Pawan Singh) हर कोई बोल बम का गाना बना रहा है. भोजपुरी के पावर स्टार पवन सिंह के नए कांवड़ सॉन्ग (Kanwar Songh) 'भोला जी नइहरे में रहे दी' ने रिलीज होते ही यूट्यूब पर तहलका मचा दिया है. रिलीज होने के दो दिन के भीतर ही इस भोजपुरी कांवड़ सॉन्ग को लगभग 15 लाख बार देखा जा चुका है.  भोजपुरी (Bhojpuri) सुपरस्टार पवन सिंह (Pawan Singh) के सॉन्ग 'भोला जी नइहरे में रहे दी' सॉन्ग को खुद पावर स्टार ने गाया है और उनका साथ सोना सिंह ने दिया है. भोजपुरी बोल बम गाने के लिरिक्स आर.आर. पंकज के हैं जबकि म्यूजिक छोटे बाबा का है. पवन सिंह का ये भोजपुरी बोल बम सॉन्ग सोशल मीडिया पर धूम मचाए हुए है और इसे खूब पसंद भी किया जा रहा है.
पाकिस्तान की जेल से इस इंजीनियर को बाहर निकाल लाईं थीं सुषमा, बोला- मैंने अपनी ‘दूसरी मां’ को खो दिया
जासूसी के इल्ज़ाम हामिद अंसारी ने कहा- मैंने अपनी ‘दूसरी मां’ को खो दिया. हामिद को जासूसी के इल्ज़ाम में छह बरस तक जेल में रहना पड़ा था. सुषमा स्वराज ने हामिद को जेल से निकाला था.
पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज (Sushma Swaraj) के निधन से मुंबई में रहने वाला एक शख्स अपनी ‘दूसरी मां' से वंचित हो गया. यह शख्स छह साल तक पाकिस्तान की हिरासत में रहा था. ऑनलाइन दोस्त बनी एक लड़की से मिलने के लिए अफगानिस्तान के रास्ते पाकिस्तान गए हामिद निहाल अंसारी (Hamid Nihal Ansari) को वहां जासूसी के इल्ज़ाम में छह बरस तक जेल में रहना पड़ा. उन्हें सैन्य अदालत ने सज़ा सुनाई थी. उन्होंने न्यूज एजेंसी पीटीआई से कहा, ‘‘सुषमा जी (Sushma Swaraj) की कोशिशों की वजह से ही मैं घर लौट सका. जब मुझे वाघा-अटारी सीमा पर भारत को सौंपा गया और अपने माता-पिता से मिला, तब मेरी एक मां थी. बाद में जब सुषमा जी (Sushma Swaraj) से मिला तो उन्होंने गले लगाया और एक मां की तरह मुझे हिम्मत दी. तब मेरे पास दो माएं हो गईं, उनमें से एक को मैंने खो दिया.'' भाजपा की वरिष्ठ नेता ने मंगलवार रात को एम्स में अंतिम सांस ली. उन्हें दिल का दौरा पड़ा था. वह 67 साल की थी. अंसारी से पूछा गया कि क्या उन्होंने भारत लौटने पर सुषमा स्वराज से और बातचीत की थी, तो उन्होंने कहा, ‘‘सुषमाजी ने सारे इंतजाम कर दिए थे, इसलिए उनसे फिर संपर्क करने की जरूरत ही नहीं पड़ी.'' उन्होंने कहा कि वह विनम्र सियासतदान थी और वह मुसीबत में फंसे आम नागरिक की मदद के लिए जिस तरह से सोशल मीडिया का इस्तेमाल करती थी, इसकी प्रेरणा अन्य नेताओं को भी लेनी चाहिए. अंसारी ने बताया कि जब उन्हें असैन्य जेल में भेजा गया तो उन्हें अपने वकील से मालूम पड़ा कि तत्कालीन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने उन्हें राजनयिक पहुंच देने की मांग करने के लिए कई पत्र लिखे. अंसारी ने बताया, ‘‘ जब मैं घर आया तो मेरे माता-पिता ने बताया कि सुषमाजी ने मेरी रिहाई के लिए बहुत मदद की. जब मैं उनसे मिला तो उन्होंने मुझे बेटा कहा और बोलीं, डरने की कोई बात नहीं है, क्योंकि अब तुम अपने घर आ चुके हो.'' उन्होंने कहा, ‘‘ तब मुझे अहसास हुआ कि मेरी एक और मां है.'' अंसारी की 59 साल की मां फौजि़या ने बताया कि सुषमा स्वराज के अथक प्रयास की वजह से ही अंसारी की रिहाई हुई. उन्होंने कहा कि पूर्व विदेश मंत्री के निधन से हम स्तब्ध हैं और ऐसा लग रहा है कि हमने कोई अपना खो दिया है.
रूसी सेना ने कहा- एक हमले में ISIS चीफ बगदादी के मारे जाने की संभावना
रूस की सेना ने पिछले दिनों किया एक ऑपरेशन उसी दौरान बगदादी के मारे जाने की संभावना रूसी सेना इसकी पुष्टि करने की कोशिश कर रही
रूस की सेना ने शुक्रवार को कहा कि उसने 28 मई को सीरिया में इस्लामिक स्टेट के आतंकवादियों की बैठक पर हमला किया था और वह इसकी पुष्टि करने की कोशिश कर रही है कि क्या इसमें आतंकवादी समूह का नेता अबू बकर अल बगदादी मारा गया. मीडिया खबरों में सेना के एक बयान के हवाले से कहा गया कि यह हमला आईएस के मजबूत गढ़ रक्का के समीप एक स्थान पर किया गया और वहां आईएस नेता अबू बकर अल बगदादी भी था.टिप्पणियां इसमें कहा गया है कि सेना कई तरीकों से यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या वह मारा गया. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) मीडिया खबरों में सेना के एक बयान के हवाले से कहा गया कि यह हमला आईएस के मजबूत गढ़ रक्का के समीप एक स्थान पर किया गया और वहां आईएस नेता अबू बकर अल बगदादी भी था.टिप्पणियां इसमें कहा गया है कि सेना कई तरीकों से यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या वह मारा गया. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) इसमें कहा गया है कि सेना कई तरीकों से यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या वह मारा गया. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
उपराष्ट्रपति पद के लिए वेंकैया नायडू शुक्रवार को 10 बजे लेंगे शपथ, जानें पूरा कार्यक्रम
सबसे पहले राजघाट जाकर बापू को श्रद्धांजलि देंगे इसके बाद दीनदयाल की प्रतिमा पर माल्यापर्ण करेंगे राष्ट्रपति भवन में 10 बजे शपथ ग्रहण का कार्यक्रम
पढ़ें: जब विपक्ष को शांत करने के लिए वेंकैया नायडू को लोकसभा में गाना पड़ा था 'चंदामामा...चंदामामा...'  इससे पूर्व एक्रोनिम (शब्द विस्तार) गढ़ने के लिए पहचाने जाने वाले नवनिर्वाचित उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने रविवार को भारत को नए तरीके से परिभषित किया. उन्होंने कहा कि इंडिया का मतलब ‘इंटीग्रेटेड नेशनल डेवलपमेंट इंपैक्टिंग ऑल इंडियंस’है. नायडू को उपराष्ट्रपति चुनाव जीतने के बाद यहां एक कार्यक्रम में सम्मानित किया गया.  इस कार्यक्रम के बाद उन्होंने कहा, इंडिया का मतलब पूरी समानता के साथ इंटीग्रेटेड नेशनल डेवलपमेंट इंपैक्टिंग ऑल इंडियंस है. यह इंडिया (भारत) के लिए मिशन है. वेंकैया नायडू ने कहा कि उनके मन में कर्नाटक के लिए काफी सम्मान है क्योंकि राज्य ने उन्हें राज्यसभा सदस्य के तौर पर तीन कार्यकालों में देश की सेवा करने का मौका दिया. वह बाद में एक उड़ान से तिरूमला के लिए रवाना हो गए.टिप्पणियां VIDEO: वेंकैया लेंगे शपथ पढ़ें: अमित शाह के लंच में जाते हुए वेंकैया नायडू ने कहा था, 'संडे मतलब बिरयानी डे' एनडीए उम्मीदवार वेंकैया नायडू नए उपराष्‍ट्रपति चुने गए हैं. शनिवार को उपराष्‍ट्रपति चुनाव के लिए हुए मतदान में उन्होंने विपक्ष के उम्मीदवर गोपालकृष्‍ण गांधी को 272 वोटों से हराया. वेंकैया नायडू को 516 वोट मिले जबकि गोपालकृष्ण गांधी को 244 मत मिले. उपराष्‍ट्रपति बनने वाले नायडू आरएसएस की पृष्‍ठभूमि के दूसरे नेता हैं. इससे पहले बीजेपी के नेता भैरों सिंह शेखावत (1923-2010) इस पद के लिए 2002 में चुने गए थे. नवनिर्वाचित उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने कहा मैं कृतार्थ हूं. मैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और सभी पार्टी नेताओं का समर्थन देने के लिये आभारी हूं. वेंकैया नायडू ने कहा कि मैं उपराष्ट्रपति संस्था का उपयोग राष्ट्रपति के हाथ मजबूत बनाने के लिए करूंगा और ऊपरी सदन की मर्यादा को कायम रखूंगा. इससे पूर्व एक्रोनिम (शब्द विस्तार) गढ़ने के लिए पहचाने जाने वाले नवनिर्वाचित उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने रविवार को भारत को नए तरीके से परिभषित किया. उन्होंने कहा कि इंडिया का मतलब ‘इंटीग्रेटेड नेशनल डेवलपमेंट इंपैक्टिंग ऑल इंडियंस’है. नायडू को उपराष्ट्रपति चुनाव जीतने के बाद यहां एक कार्यक्रम में सम्मानित किया गया.  इस कार्यक्रम के बाद उन्होंने कहा, इंडिया का मतलब पूरी समानता के साथ इंटीग्रेटेड नेशनल डेवलपमेंट इंपैक्टिंग ऑल इंडियंस है. यह इंडिया (भारत) के लिए मिशन है. वेंकैया नायडू ने कहा कि उनके मन में कर्नाटक के लिए काफी सम्मान है क्योंकि राज्य ने उन्हें राज्यसभा सदस्य के तौर पर तीन कार्यकालों में देश की सेवा करने का मौका दिया. वह बाद में एक उड़ान से तिरूमला के लिए रवाना हो गए.टिप्पणियां VIDEO: वेंकैया लेंगे शपथ पढ़ें: अमित शाह के लंच में जाते हुए वेंकैया नायडू ने कहा था, 'संडे मतलब बिरयानी डे' एनडीए उम्मीदवार वेंकैया नायडू नए उपराष्‍ट्रपति चुने गए हैं. शनिवार को उपराष्‍ट्रपति चुनाव के लिए हुए मतदान में उन्होंने विपक्ष के उम्मीदवर गोपालकृष्‍ण गांधी को 272 वोटों से हराया. वेंकैया नायडू को 516 वोट मिले जबकि गोपालकृष्ण गांधी को 244 मत मिले. उपराष्‍ट्रपति बनने वाले नायडू आरएसएस की पृष्‍ठभूमि के दूसरे नेता हैं. इससे पहले बीजेपी के नेता भैरों सिंह शेखावत (1923-2010) इस पद के लिए 2002 में चुने गए थे. नवनिर्वाचित उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने कहा मैं कृतार्थ हूं. मैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और सभी पार्टी नेताओं का समर्थन देने के लिये आभारी हूं. वेंकैया नायडू ने कहा कि मैं उपराष्ट्रपति संस्था का उपयोग राष्ट्रपति के हाथ मजबूत बनाने के लिए करूंगा और ऊपरी सदन की मर्यादा को कायम रखूंगा. VIDEO: वेंकैया लेंगे शपथ पढ़ें: अमित शाह के लंच में जाते हुए वेंकैया नायडू ने कहा था, 'संडे मतलब बिरयानी डे' एनडीए उम्मीदवार वेंकैया नायडू नए उपराष्‍ट्रपति चुने गए हैं. शनिवार को उपराष्‍ट्रपति चुनाव के लिए हुए मतदान में उन्होंने विपक्ष के उम्मीदवर गोपालकृष्‍ण गांधी को 272 वोटों से हराया. वेंकैया नायडू को 516 वोट मिले जबकि गोपालकृष्ण गांधी को 244 मत मिले. उपराष्‍ट्रपति बनने वाले नायडू आरएसएस की पृष्‍ठभूमि के दूसरे नेता हैं. इससे पहले बीजेपी के नेता भैरों सिंह शेखावत (1923-2010) इस पद के लिए 2002 में चुने गए थे. नवनिर्वाचित उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने कहा मैं कृतार्थ हूं. मैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और सभी पार्टी नेताओं का समर्थन देने के लिये आभारी हूं. वेंकैया नायडू ने कहा कि मैं उपराष्ट्रपति संस्था का उपयोग राष्ट्रपति के हाथ मजबूत बनाने के लिए करूंगा और ऊपरी सदन की मर्यादा को कायम रखूंगा. एनडीए उम्मीदवार वेंकैया नायडू नए उपराष्‍ट्रपति चुने गए हैं. शनिवार को उपराष्‍ट्रपति चुनाव के लिए हुए मतदान में उन्होंने विपक्ष के उम्मीदवर गोपालकृष्‍ण गांधी को 272 वोटों से हराया. वेंकैया नायडू को 516 वोट मिले जबकि गोपालकृष्ण गांधी को 244 मत मिले. उपराष्‍ट्रपति बनने वाले नायडू आरएसएस की पृष्‍ठभूमि के दूसरे नेता हैं. इससे पहले बीजेपी के नेता भैरों सिंह शेखावत (1923-2010) इस पद के लिए 2002 में चुने गए थे. नवनिर्वाचित उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने कहा मैं कृतार्थ हूं. मैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और सभी पार्टी नेताओं का समर्थन देने के लिये आभारी हूं. वेंकैया नायडू ने कहा कि मैं उपराष्ट्रपति संस्था का उपयोग राष्ट्रपति के हाथ मजबूत बनाने के लिए करूंगा और ऊपरी सदन की मर्यादा को कायम रखूंगा.
हमला हुआ तो जवाब देते समय गोलियां नहीं गिनेगा भारत : राजनाथ सिंह
राजनाथ सिंह ने आश्‍वासन दिया कि सीमा पर बुनियादी ढांचा दुरुस्‍त किया जएगा उन्‍होंने कहा, 'दूसरों की जमीन हड़पने का हमारा कोई इरादा नहीं है' शुक्रवार को राजनाथ सिंह जैसलमेर जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा चौकी गए थे
केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को मरुस्थलीय राज्य राजस्थान में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की और कहा कि भारत ने कभी किसी देश पर हमला नहीं किया, लेकिन खुद पर हमला होने पर जवाब देते हुए गोलियां भी नहीं गिनता. राजस्थान दौरे के दूसरे दिन गृहमंत्री सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के मुनाबाओ सीमा चौकी गए. गृहमंत्री ने बीएसएफ के जवानों को दिए अपने संबोधन में कहा, 'भारत ने कभी किसी पर हमला नहीं किया और दूसरों की जमीन हड़पने का हमारा कोई इरादा भी नहीं है. हमारी पंरपरा 'वसुधैव कुटुंबकम' की रही है. हम कभी पहले गोलीबारी नहीं करते, लेकन जब हम पर हमला हो जाए तो जवाब देते हुए हम गोलियां भी नहीं गिनते.' उल्लेखनीय है कि राजनाथ सिंह का यह बयान भारतीय सेना द्वारा 29 सितंबर को नियंत्रण रेखा को पार कर आतंकवादियों के लॉन्‍च पैड को निशाना बनाकर किए गए सर्जिकल स्ट्राइक के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव के बीच आया है. भारतीय सेना ने यह सर्जिकल स्ट्राइक 18 सितंबर को उरी सेक्टर में हुए आतंकवादी हमले के जवाब में किया. बीएसएफ की सराहना करते हुए राजनाथ सिंह ने आश्वासन दिया कि केंद्र सरकार अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए हरसंभव कार्य करेगी. उन्होंने कहा कि कुछ जगहों पर क्षतिग्रस्त हुए अंतरराष्ट्रीय सीमा पर लगे बाड़ की मरम्मत तत्काल करवाई जाएगी और समय-समय पर मरम्मत भी करवाई जाएगा. गृहमंत्री ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय सीमा पर गश्त को और चाक-चौबंद बनाने के लिए अंतरराष्ट्रीय सीमा के समानांतर एक सड़क भी बनवाई जाएगी और फ्लड लाइट भी लगवाए जाएंगे. कुछ अंतरराष्ट्रीय सीमा चौकियों पर फोन की सुविधा के अभाव का जिक्र करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि सीमा के नजदीक और मोबाइल टॉवर लगवाए जाएंगे, जिससे संपर्क सुविधा सुनिश्चित की जाए. साथ ही उन्होंने अंतरराष्ट्रीय सीमा चौकियों के लिए और सैटेलाइट फोन दिए जाने का आश्वासन भी दिया.टिप्पणियां गृहमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार जल्द ही बुलेटप्रूफ जैकेट की कमी की समस्या का समाधान करेगी और कम वजन वाले बुलेटप्रूफ जैकेट मंगवाएगी. दौरे के पहले दिन शुक्रवार को राजनाथ सिंह जैसलमेर जिले के मुरार और उससे लगी हुई अंतरराष्ट्रीय सीमा चौकी गए थे, जहां उन्होंने बीएसएफ जवानों से बातचीत भी की.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) गृहमंत्री ने बीएसएफ के जवानों को दिए अपने संबोधन में कहा, 'भारत ने कभी किसी पर हमला नहीं किया और दूसरों की जमीन हड़पने का हमारा कोई इरादा भी नहीं है. हमारी पंरपरा 'वसुधैव कुटुंबकम' की रही है. हम कभी पहले गोलीबारी नहीं करते, लेकन जब हम पर हमला हो जाए तो जवाब देते हुए हम गोलियां भी नहीं गिनते.' उल्लेखनीय है कि राजनाथ सिंह का यह बयान भारतीय सेना द्वारा 29 सितंबर को नियंत्रण रेखा को पार कर आतंकवादियों के लॉन्‍च पैड को निशाना बनाकर किए गए सर्जिकल स्ट्राइक के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव के बीच आया है. भारतीय सेना ने यह सर्जिकल स्ट्राइक 18 सितंबर को उरी सेक्टर में हुए आतंकवादी हमले के जवाब में किया. बीएसएफ की सराहना करते हुए राजनाथ सिंह ने आश्वासन दिया कि केंद्र सरकार अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए हरसंभव कार्य करेगी. उन्होंने कहा कि कुछ जगहों पर क्षतिग्रस्त हुए अंतरराष्ट्रीय सीमा पर लगे बाड़ की मरम्मत तत्काल करवाई जाएगी और समय-समय पर मरम्मत भी करवाई जाएगा. गृहमंत्री ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय सीमा पर गश्त को और चाक-चौबंद बनाने के लिए अंतरराष्ट्रीय सीमा के समानांतर एक सड़क भी बनवाई जाएगी और फ्लड लाइट भी लगवाए जाएंगे. कुछ अंतरराष्ट्रीय सीमा चौकियों पर फोन की सुविधा के अभाव का जिक्र करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि सीमा के नजदीक और मोबाइल टॉवर लगवाए जाएंगे, जिससे संपर्क सुविधा सुनिश्चित की जाए. साथ ही उन्होंने अंतरराष्ट्रीय सीमा चौकियों के लिए और सैटेलाइट फोन दिए जाने का आश्वासन भी दिया.टिप्पणियां गृहमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार जल्द ही बुलेटप्रूफ जैकेट की कमी की समस्या का समाधान करेगी और कम वजन वाले बुलेटप्रूफ जैकेट मंगवाएगी. दौरे के पहले दिन शुक्रवार को राजनाथ सिंह जैसलमेर जिले के मुरार और उससे लगी हुई अंतरराष्ट्रीय सीमा चौकी गए थे, जहां उन्होंने बीएसएफ जवानों से बातचीत भी की.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) उल्लेखनीय है कि राजनाथ सिंह का यह बयान भारतीय सेना द्वारा 29 सितंबर को नियंत्रण रेखा को पार कर आतंकवादियों के लॉन्‍च पैड को निशाना बनाकर किए गए सर्जिकल स्ट्राइक के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव के बीच आया है. भारतीय सेना ने यह सर्जिकल स्ट्राइक 18 सितंबर को उरी सेक्टर में हुए आतंकवादी हमले के जवाब में किया. बीएसएफ की सराहना करते हुए राजनाथ सिंह ने आश्वासन दिया कि केंद्र सरकार अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए हरसंभव कार्य करेगी. उन्होंने कहा कि कुछ जगहों पर क्षतिग्रस्त हुए अंतरराष्ट्रीय सीमा पर लगे बाड़ की मरम्मत तत्काल करवाई जाएगी और समय-समय पर मरम्मत भी करवाई जाएगा. गृहमंत्री ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय सीमा पर गश्त को और चाक-चौबंद बनाने के लिए अंतरराष्ट्रीय सीमा के समानांतर एक सड़क भी बनवाई जाएगी और फ्लड लाइट भी लगवाए जाएंगे. कुछ अंतरराष्ट्रीय सीमा चौकियों पर फोन की सुविधा के अभाव का जिक्र करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि सीमा के नजदीक और मोबाइल टॉवर लगवाए जाएंगे, जिससे संपर्क सुविधा सुनिश्चित की जाए. साथ ही उन्होंने अंतरराष्ट्रीय सीमा चौकियों के लिए और सैटेलाइट फोन दिए जाने का आश्वासन भी दिया.टिप्पणियां गृहमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार जल्द ही बुलेटप्रूफ जैकेट की कमी की समस्या का समाधान करेगी और कम वजन वाले बुलेटप्रूफ जैकेट मंगवाएगी. दौरे के पहले दिन शुक्रवार को राजनाथ सिंह जैसलमेर जिले के मुरार और उससे लगी हुई अंतरराष्ट्रीय सीमा चौकी गए थे, जहां उन्होंने बीएसएफ जवानों से बातचीत भी की.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) बीएसएफ की सराहना करते हुए राजनाथ सिंह ने आश्वासन दिया कि केंद्र सरकार अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए हरसंभव कार्य करेगी. उन्होंने कहा कि कुछ जगहों पर क्षतिग्रस्त हुए अंतरराष्ट्रीय सीमा पर लगे बाड़ की मरम्मत तत्काल करवाई जाएगी और समय-समय पर मरम्मत भी करवाई जाएगा. गृहमंत्री ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय सीमा पर गश्त को और चाक-चौबंद बनाने के लिए अंतरराष्ट्रीय सीमा के समानांतर एक सड़क भी बनवाई जाएगी और फ्लड लाइट भी लगवाए जाएंगे. कुछ अंतरराष्ट्रीय सीमा चौकियों पर फोन की सुविधा के अभाव का जिक्र करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि सीमा के नजदीक और मोबाइल टॉवर लगवाए जाएंगे, जिससे संपर्क सुविधा सुनिश्चित की जाए. साथ ही उन्होंने अंतरराष्ट्रीय सीमा चौकियों के लिए और सैटेलाइट फोन दिए जाने का आश्वासन भी दिया.टिप्पणियां गृहमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार जल्द ही बुलेटप्रूफ जैकेट की कमी की समस्या का समाधान करेगी और कम वजन वाले बुलेटप्रूफ जैकेट मंगवाएगी. दौरे के पहले दिन शुक्रवार को राजनाथ सिंह जैसलमेर जिले के मुरार और उससे लगी हुई अंतरराष्ट्रीय सीमा चौकी गए थे, जहां उन्होंने बीएसएफ जवानों से बातचीत भी की.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) गृहमंत्री ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय सीमा पर गश्त को और चाक-चौबंद बनाने के लिए अंतरराष्ट्रीय सीमा के समानांतर एक सड़क भी बनवाई जाएगी और फ्लड लाइट भी लगवाए जाएंगे. कुछ अंतरराष्ट्रीय सीमा चौकियों पर फोन की सुविधा के अभाव का जिक्र करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि सीमा के नजदीक और मोबाइल टॉवर लगवाए जाएंगे, जिससे संपर्क सुविधा सुनिश्चित की जाए. साथ ही उन्होंने अंतरराष्ट्रीय सीमा चौकियों के लिए और सैटेलाइट फोन दिए जाने का आश्वासन भी दिया.टिप्पणियां गृहमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार जल्द ही बुलेटप्रूफ जैकेट की कमी की समस्या का समाधान करेगी और कम वजन वाले बुलेटप्रूफ जैकेट मंगवाएगी. दौरे के पहले दिन शुक्रवार को राजनाथ सिंह जैसलमेर जिले के मुरार और उससे लगी हुई अंतरराष्ट्रीय सीमा चौकी गए थे, जहां उन्होंने बीएसएफ जवानों से बातचीत भी की.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) कुछ अंतरराष्ट्रीय सीमा चौकियों पर फोन की सुविधा के अभाव का जिक्र करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि सीमा के नजदीक और मोबाइल टॉवर लगवाए जाएंगे, जिससे संपर्क सुविधा सुनिश्चित की जाए. साथ ही उन्होंने अंतरराष्ट्रीय सीमा चौकियों के लिए और सैटेलाइट फोन दिए जाने का आश्वासन भी दिया.टिप्पणियां गृहमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार जल्द ही बुलेटप्रूफ जैकेट की कमी की समस्या का समाधान करेगी और कम वजन वाले बुलेटप्रूफ जैकेट मंगवाएगी. दौरे के पहले दिन शुक्रवार को राजनाथ सिंह जैसलमेर जिले के मुरार और उससे लगी हुई अंतरराष्ट्रीय सीमा चौकी गए थे, जहां उन्होंने बीएसएफ जवानों से बातचीत भी की.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) गृहमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार जल्द ही बुलेटप्रूफ जैकेट की कमी की समस्या का समाधान करेगी और कम वजन वाले बुलेटप्रूफ जैकेट मंगवाएगी. दौरे के पहले दिन शुक्रवार को राजनाथ सिंह जैसलमेर जिले के मुरार और उससे लगी हुई अंतरराष्ट्रीय सीमा चौकी गए थे, जहां उन्होंने बीएसएफ जवानों से बातचीत भी की.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
तथ्यों को गलत तरीके से पेश करना सही नहीं : डाउ
डाउ केमिकल्स के प्रायोजक बनने से भोपाल गैस पीड़ितों में आक्रोश के बीच कंपनी ने कहा कि तथ्यों को गलत तरीके से पेश करना सही नहीं है।
लंदन ओलिंपिक के लिए डाउ केमिकल्स के प्रायोजक बनने से भोपाल गैस पीड़ितों में आक्रोश के बीच कंपनी ने कहा कि तथ्यों को गलत तरीके से पेश करना सही नहीं है। डाउ केमिकल्स ने यूनियन कार्बाइड को खरीदा था जो भोपाल गैस त्रासदी की मुख्य दोषी थी। उस त्रासदी में 15000 लोग मारे गए थे और कई अस्वस्थ हो गए थे। डाउ केमिकल्स के प्रवक्ता ने ईमेल पर भेजे जवाब में कहा, तथ्यों को गलत तरीके से पेश करना सही नहीं है। कुछ लोग इतिहास को फिर से लिखने की कोशिश कर रहे हैं जो न सिर्फ गलत है बल्कि दुर्भाग्यपूर्ण और गलत संदेश भी देता है। यह भोपाल त्रासदी पर स्पष्टीकरण नहीं देता बल्कि तथ्यों की गलत व्याख्या करता है। बयान में कहा गया, डाउ केमिकल्स का उस त्रासदी या उसके बाद से कोई ताल्लुक नहीं रहा है। हम लंदन ओलिंपिक के सफल आयोजन के लिए आईओसी और ब्रिटेन की मदद करने को प्रतिबद्ध हैं।
एयर इंडिया के निजीकरण पर मंत्रिमंडल जल्द कर सकता है फैसला...
कड़ी प्रतिस्पर्धा के बीच AI वित्तीय स्थिति में सुधार के उपाय कर रही है. नागर विमानन मंत्रालय नीति आयोग की सिफारिशों पर गौर कर रहा है. अधिकारी ने कहा, एयर इंडिया की वित्तीय स्थिति काफी खराब है.
केंद्रीय मंत्रिमंडल घाटे में चल रही एयर इंडिया के निजीकरण पर जल्दी ही कुछ निर्णय कर सकता है. नीति आयोग ने सुझाव दिया है कि करदाता का पैसा एयरलाइन में लगाए जाने के बजाय उसका स्वास्थ्य एवं शिक्षा में उपयोग किया जा सकता है. एयर इंडिया को पूर्व संप्रग सरकार से 30,000 करोड़ रुपये से अधिक का प्रोत्साहन पैकेज मिला था. एयरलाइंस फिलहाल कड़ी प्रतिस्पर्धा के बीच वित्तीय स्थिति में सुधार के उपायों पर काम कर रही है. नागर विमानन मंत्रालय एयर इंडिया के पुनर्गठन के लिए नीति आयोग की सिफारिशों पर गौर कर रहा है. वित्त मंत्री अरुण जेटली ने पिछले सप्ताह एयर इंडिया के विनिवेश की वकालत करते हुए कहा था कि एयरलाइंस की बाजार हिस्सेदारी करीब 14 प्रतिशत है, जबकि कर्ज का बोझ 50,000 करोड़ रुपये है.टिप्पणियां सरकार के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि मंत्रिमंडल एयर इंडिया के निजीकरण पर फैसला कर सकता है, जिसकी वित्तीय स्थिति काफी खराब है. अधिकारी ने कहा, 'एयर इंडिया की वित्तीय स्थिति काफी खराब है. नीति आयोग का विचार है कि सरकार को एयर इंडिया पर 30,000 करोड़ रुपये खर्च करने के बजाय स्वास्थ्य, शिक्षा पर खर्च करना चाहिए'. उसने कहा कि मंत्रिमंडल जल्दी ही एयर इंडिया के निजीकरण पर निर्णय करेगा. नागर विमानन मंत्रालय एयर इंडिया के पुनर्गठन के लिए नीति आयोग की सिफारिशों पर गौर कर रहा है. वित्त मंत्री अरुण जेटली ने पिछले सप्ताह एयर इंडिया के विनिवेश की वकालत करते हुए कहा था कि एयरलाइंस की बाजार हिस्सेदारी करीब 14 प्रतिशत है, जबकि कर्ज का बोझ 50,000 करोड़ रुपये है.टिप्पणियां सरकार के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि मंत्रिमंडल एयर इंडिया के निजीकरण पर फैसला कर सकता है, जिसकी वित्तीय स्थिति काफी खराब है. अधिकारी ने कहा, 'एयर इंडिया की वित्तीय स्थिति काफी खराब है. नीति आयोग का विचार है कि सरकार को एयर इंडिया पर 30,000 करोड़ रुपये खर्च करने के बजाय स्वास्थ्य, शिक्षा पर खर्च करना चाहिए'. उसने कहा कि मंत्रिमंडल जल्दी ही एयर इंडिया के निजीकरण पर निर्णय करेगा. वित्त मंत्री अरुण जेटली ने पिछले सप्ताह एयर इंडिया के विनिवेश की वकालत करते हुए कहा था कि एयरलाइंस की बाजार हिस्सेदारी करीब 14 प्रतिशत है, जबकि कर्ज का बोझ 50,000 करोड़ रुपये है.टिप्पणियां सरकार के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि मंत्रिमंडल एयर इंडिया के निजीकरण पर फैसला कर सकता है, जिसकी वित्तीय स्थिति काफी खराब है. अधिकारी ने कहा, 'एयर इंडिया की वित्तीय स्थिति काफी खराब है. नीति आयोग का विचार है कि सरकार को एयर इंडिया पर 30,000 करोड़ रुपये खर्च करने के बजाय स्वास्थ्य, शिक्षा पर खर्च करना चाहिए'. उसने कहा कि मंत्रिमंडल जल्दी ही एयर इंडिया के निजीकरण पर निर्णय करेगा. सरकार के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि मंत्रिमंडल एयर इंडिया के निजीकरण पर फैसला कर सकता है, जिसकी वित्तीय स्थिति काफी खराब है. अधिकारी ने कहा, 'एयर इंडिया की वित्तीय स्थिति काफी खराब है. नीति आयोग का विचार है कि सरकार को एयर इंडिया पर 30,000 करोड़ रुपये खर्च करने के बजाय स्वास्थ्य, शिक्षा पर खर्च करना चाहिए'. उसने कहा कि मंत्रिमंडल जल्दी ही एयर इंडिया के निजीकरण पर निर्णय करेगा. अधिकारी ने कहा, 'एयर इंडिया की वित्तीय स्थिति काफी खराब है. नीति आयोग का विचार है कि सरकार को एयर इंडिया पर 30,000 करोड़ रुपये खर्च करने के बजाय स्वास्थ्य, शिक्षा पर खर्च करना चाहिए'. उसने कहा कि मंत्रिमंडल जल्दी ही एयर इंडिया के निजीकरण पर निर्णय करेगा.
'गली बॉय' के सेट पर इस युवा रैपर से मिले रणवीर सिंह, और यूं बदल दी जिंदगी...
रणवीर सिंह ने रैपर अल्ताफ से की मुलाकात वीडियो में कैमियो करने के लिए हुए तैयार 'गली बॉय' के शूटिंग में बिजी
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मथुरा के पास यमुना एक्सप्रेस वे पर दो हादसे, आठ लोगों की मौत, 10 घायल
दो अलग-अलग सड़क हादसों में कुल आठ लोगों की मौत हो गई. पहला हादसा ट्रक और मिनी बस की टक्कर की वजह से हुआ. दूसरा हादसा दो कारों की टक्कर की वजह से हुआ.
मथुरा के नज़दीक यमुना एक्सप्रेस वे पर हुए दो अलग-अलग सड़क हादसों में कुल आठ लोगों की मौत हो गई.टिप्पणियां पहला हादसा ट्रक और मिनी बस की टक्कर की वजह से हुआ, जिसमें छह लोगों की मौत हुई, जबकि दस लोग घायल हो गए. घायलों को अस्‍पतालों में भर्ती कराया गया है. वहीं दूसरा हादसा दो कारों की टक्कर की वजह से हुआ, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई है. पहला हादसा ट्रक और मिनी बस की टक्कर की वजह से हुआ, जिसमें छह लोगों की मौत हुई, जबकि दस लोग घायल हो गए. घायलों को अस्‍पतालों में भर्ती कराया गया है. वहीं दूसरा हादसा दो कारों की टक्कर की वजह से हुआ, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई है. वहीं दूसरा हादसा दो कारों की टक्कर की वजह से हुआ, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई है.
बिहार: कांग्रेस गांधी मैदान में आज करीब 30 साल बाद करेगी रैली, राहुल गांधी रहेंगे मौजूद
पटना में कांग्रेस की रैली आज राहुल गांधी करेंगे रैली को संबोधित करीब 30 साल बाद पटना में हो रही है कांग्रेस की रैली
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी रविवार को यहां गांधी मैदान में एक रैली को संबोधित करेंगे. करीब तीन दशक में गांधी मैदान में पार्टी की यह पहली सार्वजनिक सभा होगी. कांग्रेस यह सुनिश्चित करने के लिए जी-तोड़ कोशिश में जुटी है कि रैली बहुत सफल हो. बिहार के पार्टी मामलों के प्रभारी शक्तिसिंह गोहिल ने शनिवार को बताया कि गठबंधन के साझेदारों जैसे तेजस्वी यादव, उपेंद्र कुशवाहा और जीतनराम मांझी को इस कार्यक्रम के लिए निमंत्रण भेजा गया है. कांग्रेस बिहार के महागठबंधन का हिस्सा है. इस महागठबंधन में राजद, रालोसपा, एचएएम भी हैं. मांझी ने इस कार्यक्रम में आने की पुष्टि की है. देखने की बात यह है कि पुलिस कार्रवाई में घायल हुए कुशवाहा कार्यक्रम में जा पायेंगे या नहीं.  हालांकि, राजद नेता तेजस्वी यादव के इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने के बारे में कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है.राहुल गांधी द्वारा कांग्रेस अध्यक्ष का कार्यभार संभालने के बाद बिहार में उनकी यह पहली जनसभा होगी. कांग्रेस ने इस रैली को 'जन आकांक्षा रैली' का नाम दिया है. इस रैली को को लेकर जहां कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता उत्साहित हैं, वहीं इसमें भाग लेने के लिए लोग एक दिन पहले ही पटना पहुंचने लगे हैं. रैली में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और महागठबंधन में शामिल अन्य घटक दलों के नेता हिस्सा लेंगे. कई सफल रैलियों के गवाह रहे गांधी मैदान में अकेले कांग्रेस करीब 30 साल बाद रविवार यानी 3 फरवरी को रैली का आयोजन करने जा रही है.  इस रैली को लेकर पटना की सड़कों, गोलंबरों और चौराहों को पोस्टरों और बैनरों से पाट दिया गया है. कांग्रेस के विधायक से लेकर बिहार के कई विपक्षी सांसद इस रैली को सफल करने में जुटे हैं. इस रैली में भाग लेने के लिए कार्यकर्ता एक दिन पहले पटना पहुंचने लगे हैं. उनके रहने और खाने का प्रबंध पार्टी के विधायकों और विधान पार्षदों के आवास पर किया गया है. ठंड को देखते हुए अलाव का इंतजाम भी किया गया है.
कसाब की अर्जी पर हाईकोर्ट में फैसला सुरक्षित
बॉम्बे हाईकोर्ट ने पाकिस्तानी आतंकी कसाब की सजा-ए-मौत के खिलाफ दाखिल की गई याचिका पर फैसला 7 फरवरी तक के लिए सुरक्षित रख लिया।
तीन महीने तक बहस सुनने के बाद बॉम्बे हाईकोर्ट ने पाकिस्तानी आतंकवादी कसाब की सजा-ए-मौत के खिलाफ दाखिल की गई याचिका पर अपना फैसला 7 फरवरी तक के लिए सुरक्षित रख लिया। कसाब को 26/11 के मुंबई आतंकवादी हमले में उसकी भूमिका को लेकर मौत की सजा सुनाई गई है। न्यायाधीश रंजना देसाई और न्यायाधीश आरवी मोरे ने महाराष्ट्र सरकार द्वारा लश्करके संदिग्ध फहीम अंसारी और सबाउद्दीन अहमद को बरी किए जाने को चुनौती देते हुए दायर की गई याचिका पर भी अपना फैसला सुरक्षित रख लिया। उस पर आतंकवादियों को हमलों का निशाना बनाए जाने वाली जगहों के मानचित्र उपलब्ध कराने का आरोप है। इस मामले में सोमवार को जिरह पूरी हो गई, जिसके बाद न्यायाधीशों ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया। हाईकोर्ट के दूसरे तल पर अदालत कक्ष-49 में जहां बहस हो रही थी, उसे कड़ी सुरक्षा के साथ एक किले में तब्दील कर दिया था। हर रोज खोजी कुत्ते संदिग्ध वस्तुओं की छानबीन के लिए लाए जा रहे थे। पत्रकारों तथा वकीलों को पहचान पत्र जारी किए गए थे और वहां प्रवेश पर कड़ी निगरानी रखी जा रही थी।
मणिपुरी युवती से बलात्कार के मामले में एक गिरफ्तार
दिल्ली में पांच दिन पूर्व एक 20 वर्षीय मणिपुरी युवती से बलात्कार के मामले में दिल्ली पुलिस ने एक तीस वर्षीय सेल्समैन को गिरफ्तार किया है। इस आरोपी का नाम अनुज सैनी है।
दिल्ली में पांच दिन पूर्व एक 20 वर्षीय मणिपुरी युवती से बलात्कार के मामले में दिल्ली पुलिस ने एक तीस वर्षीय सेल्समैन को गिरफ्तार किया है। इस आरोपी का नाम अनुज सैनी है। अनुज का एटीएम कार्ड मौका-ए-वारदात से पुलिस ने बरामद किया था। पिछले बुधवार को को गुड़गांव से महिपालपुर छोड़ने के नाम पर अपनी कार में अनुज ने लड़की को लिफ्ट दी थी। इसके बाद वह उसे जब द्वारका के सेक्टर 20 में सुनसान इलाके में ले गया और कार में ही उसके साथ मुंह काला किया। इतना ही नहीं बलात्कार के बाद उसने पीड़िता की हत्या करने का प्रयास भी किया था। पिछले बुधवार को को गुड़गांव से महिपालपुर छोड़ने के नाम पर अपनी कार में अनुज ने लड़की को लिफ्ट दी थी। इसके बाद वह उसे जब द्वारका के सेक्टर 20 में सुनसान इलाके में ले गया और कार में ही उसके साथ मुंह काला किया। इतना ही नहीं बलात्कार के बाद उसने पीड़िता की हत्या करने का प्रयास भी किया था।
श्रीनगर : देर रात तक मुठभेड़ के बाद फरार हुए आतंकी, छह जवान घायल
इन आतंकवादियों ने पुलिस की एक टीम पर फायरिंग की थी, जिसमें पुलिस के छह जवान घायल हो गए हैं। घायल जवानों को इलाज अस्पताल में चल रहा है।
श्रीनगर से 15 किलोमीटर दूर अहमदनगर में पुलिस पर हमला करने वाले आतंकी सुरक्षा बलों के हाथ नहीं लगे हैं हालांकि सुरक्षा बलों ने इलाके को घेर लिया था। बताया जा रहा है कि आतंकी रात के अंधेरे का फायदा उठाकर भाग खड़े हुए हैं। इन आतंकवादियों ने पुलिस की एक टीम पर फायरिंग की थी, जिसमें पुलिस के छह जवान घायल हो गए हैं। घायल जवानों को इलाज अस्पताल में चल रहा है।टिप्पणियां आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच बुधवार शाम से देर रात तक मुठभेड़ चलती रही। यहां एक मकान में आतंकियों के छुपे होने की जानकारी मिली थी, जिसके बाद इलाके की घेराबंदी कर दी गई थी।   सुरक्षाबलों को खबर मिली थी कि लश्कर−ए−तयैबा का एक बड़ा कमांडर यहां के एक मकान में छिपा हुआ है। मुठभेड़ के दौरान आतंकियों ने सुरक्षा बलों पर हथगोले भी फेंके। इन आतंकवादियों ने पुलिस की एक टीम पर फायरिंग की थी, जिसमें पुलिस के छह जवान घायल हो गए हैं। घायल जवानों को इलाज अस्पताल में चल रहा है।टिप्पणियां आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच बुधवार शाम से देर रात तक मुठभेड़ चलती रही। यहां एक मकान में आतंकियों के छुपे होने की जानकारी मिली थी, जिसके बाद इलाके की घेराबंदी कर दी गई थी।   सुरक्षाबलों को खबर मिली थी कि लश्कर−ए−तयैबा का एक बड़ा कमांडर यहां के एक मकान में छिपा हुआ है। मुठभेड़ के दौरान आतंकियों ने सुरक्षा बलों पर हथगोले भी फेंके। आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच बुधवार शाम से देर रात तक मुठभेड़ चलती रही। यहां एक मकान में आतंकियों के छुपे होने की जानकारी मिली थी, जिसके बाद इलाके की घेराबंदी कर दी गई थी।   सुरक्षाबलों को खबर मिली थी कि लश्कर−ए−तयैबा का एक बड़ा कमांडर यहां के एक मकान में छिपा हुआ है। मुठभेड़ के दौरान आतंकियों ने सुरक्षा बलों पर हथगोले भी फेंके। सुरक्षाबलों को खबर मिली थी कि लश्कर−ए−तयैबा का एक बड़ा कमांडर यहां के एक मकान में छिपा हुआ है। मुठभेड़ के दौरान आतंकियों ने सुरक्षा बलों पर हथगोले भी फेंके।
आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर चलती बस में लगी आग, यात्रियों ने कूदकर बचाई जान
सुबह छह बजे बस फतेहाबाद क्षेत्र में डिवाइडर से टकरा गई देखते ही देखते बस धू-धू कर जलने लगी, सड़क पर थम गया यातायात करीब 30 मिनट बाद आग पर काबू पाया जा सका
आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर लखनऊ की तरफ से आ रही एक बस में आज यहां अचानक आग लग गई और आग की लपटों में घिरे यात्रियों ने कूदकर जान बचाई. बस में 50 यात्री थे. सभी बालाजी दर्शन करने के लिए जा रहे थे. सुबह हुए हादसे के बाद करीब एक घंटे तक अफरा-तफरी का माहौल रहा. फतेहाबाद के इंस्पेक्टर वीआर दीक्षित ने बताया कि घटना सुबह छह बजे की है. लखनऊ से कल रात बालाजी दर्शन करने के लिए निजी बस से ये श्रद्धालु निकले थे. आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे पर सुबह छह बजे फतेहाबाद क्षेत्र में माइल स्टोन 29 पर बस डिवाइडर से टकरा गई. इसके बाद तेज आवाज के साथ बस में आग लग गई. आग की लपटें तेज होती गईं. बस में सवार यात्री जान बचाने के लिए कूद गए, इसके साथ ही आग की लपटें तेज होती गईं.टिप्पणियां लोगों के देखते ही देखते बस धू-धू कर जलने लगी. इसी बीच सूचना पर दमकल कर्मी भी पहुंच गए. उनके पहुंचने तक बस का अधिकांश हिस्सा जल चुका था. करीब 30 मिनट बाद आग पर काबू पाया जा सका. इस घटना के बाद एक्सप्रेसवे के एक हिस्से पर वाहन जहां के तहां थम गए. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) सुबह हुए हादसे के बाद करीब एक घंटे तक अफरा-तफरी का माहौल रहा. फतेहाबाद के इंस्पेक्टर वीआर दीक्षित ने बताया कि घटना सुबह छह बजे की है. लखनऊ से कल रात बालाजी दर्शन करने के लिए निजी बस से ये श्रद्धालु निकले थे. आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे पर सुबह छह बजे फतेहाबाद क्षेत्र में माइल स्टोन 29 पर बस डिवाइडर से टकरा गई. इसके बाद तेज आवाज के साथ बस में आग लग गई. आग की लपटें तेज होती गईं. बस में सवार यात्री जान बचाने के लिए कूद गए, इसके साथ ही आग की लपटें तेज होती गईं.टिप्पणियां लोगों के देखते ही देखते बस धू-धू कर जलने लगी. इसी बीच सूचना पर दमकल कर्मी भी पहुंच गए. उनके पहुंचने तक बस का अधिकांश हिस्सा जल चुका था. करीब 30 मिनट बाद आग पर काबू पाया जा सका. इस घटना के बाद एक्सप्रेसवे के एक हिस्से पर वाहन जहां के तहां थम गए. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) लखनऊ से कल रात बालाजी दर्शन करने के लिए निजी बस से ये श्रद्धालु निकले थे. आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे पर सुबह छह बजे फतेहाबाद क्षेत्र में माइल स्टोन 29 पर बस डिवाइडर से टकरा गई. इसके बाद तेज आवाज के साथ बस में आग लग गई. आग की लपटें तेज होती गईं. बस में सवार यात्री जान बचाने के लिए कूद गए, इसके साथ ही आग की लपटें तेज होती गईं.टिप्पणियां लोगों के देखते ही देखते बस धू-धू कर जलने लगी. इसी बीच सूचना पर दमकल कर्मी भी पहुंच गए. उनके पहुंचने तक बस का अधिकांश हिस्सा जल चुका था. करीब 30 मिनट बाद आग पर काबू पाया जा सका. इस घटना के बाद एक्सप्रेसवे के एक हिस्से पर वाहन जहां के तहां थम गए. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) लोगों के देखते ही देखते बस धू-धू कर जलने लगी. इसी बीच सूचना पर दमकल कर्मी भी पहुंच गए. उनके पहुंचने तक बस का अधिकांश हिस्सा जल चुका था. करीब 30 मिनट बाद आग पर काबू पाया जा सका. इस घटना के बाद एक्सप्रेसवे के एक हिस्से पर वाहन जहां के तहां थम गए. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
'जंजीर' के रीमेक में नहीं दिखेंगे अर्जुन रामपाल
अभिनेता अर्जुन रामपाल अब अपूर्व लखिया की फिल्म 'जंजीर' का हिस्सा नहीं हैं। पहले उन्हें इस फिल्म में शेर खान की भूमिका मिलनी तय थी लेकिन अब वह इस फिल्म से बाहर हो गए हैं।
अभिनेता अर्जुन रामपाल अब अपूर्व लखिया की फिल्म 'जंजीर' का हिस्सा नहीं हैं। पहले उन्हें इस फिल्म में शेर खान की भूमिका मिलनी तय थी लेकिन अब वह इस फिल्म से बाहर हो गए हैं। अपूर्व ने 1973 में प्रकाशित सुपरहिट फिल्म 'जंजीर' का रीमेक बनाने का फैसला किया है। उस फिल्म में अमिताभ बच्चन, जया बच्चन और प्राण ने अहम भूमिका निभाई थी। अपूर्व ने कहा, "अर्जुन अब हमारी फिल्म का हिस्सा नहीं हैं। उनके पास तारीख की कमी थी और यही कारण है कि वह इस फिल्म से हट गए हैं।"टिप्पणियां यह रोल पहले कथित तौर पर संजय दत्त को दिया गया था लेकिन अपूर्व ने इस अफवाह को नकार दिया है। संजय के स्थान पर अर्जुन का नाम इस रोल के लिए तय होने से पहले ही चर्चा में आया था। इस फिल्म में मुख्य किरदार दक्षिण के अभिनेता राम चरण तेजा निभा रहे हैं। मूल फिल्म में मुख्य भूमिका अमिताभ बच्चन ने निभाई थी। प्रियंका चोपड़ा फिल्म में माला की भूमिका में दिखेंगी, जो मूल फिल्म में जया का किरदार था। अपूर्व ने 1973 में प्रकाशित सुपरहिट फिल्म 'जंजीर' का रीमेक बनाने का फैसला किया है। उस फिल्म में अमिताभ बच्चन, जया बच्चन और प्राण ने अहम भूमिका निभाई थी। अपूर्व ने कहा, "अर्जुन अब हमारी फिल्म का हिस्सा नहीं हैं। उनके पास तारीख की कमी थी और यही कारण है कि वह इस फिल्म से हट गए हैं।"टिप्पणियां यह रोल पहले कथित तौर पर संजय दत्त को दिया गया था लेकिन अपूर्व ने इस अफवाह को नकार दिया है। संजय के स्थान पर अर्जुन का नाम इस रोल के लिए तय होने से पहले ही चर्चा में आया था। इस फिल्म में मुख्य किरदार दक्षिण के अभिनेता राम चरण तेजा निभा रहे हैं। मूल फिल्म में मुख्य भूमिका अमिताभ बच्चन ने निभाई थी। प्रियंका चोपड़ा फिल्म में माला की भूमिका में दिखेंगी, जो मूल फिल्म में जया का किरदार था। अपूर्व ने कहा, "अर्जुन अब हमारी फिल्म का हिस्सा नहीं हैं। उनके पास तारीख की कमी थी और यही कारण है कि वह इस फिल्म से हट गए हैं।"टिप्पणियां यह रोल पहले कथित तौर पर संजय दत्त को दिया गया था लेकिन अपूर्व ने इस अफवाह को नकार दिया है। संजय के स्थान पर अर्जुन का नाम इस रोल के लिए तय होने से पहले ही चर्चा में आया था। इस फिल्म में मुख्य किरदार दक्षिण के अभिनेता राम चरण तेजा निभा रहे हैं। मूल फिल्म में मुख्य भूमिका अमिताभ बच्चन ने निभाई थी। प्रियंका चोपड़ा फिल्म में माला की भूमिका में दिखेंगी, जो मूल फिल्म में जया का किरदार था। यह रोल पहले कथित तौर पर संजय दत्त को दिया गया था लेकिन अपूर्व ने इस अफवाह को नकार दिया है। संजय के स्थान पर अर्जुन का नाम इस रोल के लिए तय होने से पहले ही चर्चा में आया था। इस फिल्म में मुख्य किरदार दक्षिण के अभिनेता राम चरण तेजा निभा रहे हैं। मूल फिल्म में मुख्य भूमिका अमिताभ बच्चन ने निभाई थी। प्रियंका चोपड़ा फिल्म में माला की भूमिका में दिखेंगी, जो मूल फिल्म में जया का किरदार था। इस फिल्म में मुख्य किरदार दक्षिण के अभिनेता राम चरण तेजा निभा रहे हैं। मूल फिल्म में मुख्य भूमिका अमिताभ बच्चन ने निभाई थी। प्रियंका चोपड़ा फिल्म में माला की भूमिका में दिखेंगी, जो मूल फिल्म में जया का किरदार था।
गिरीश कर्नाड ने मैथेमेटिक्स और स्टेटिक्स में किया था बैचलर, कन्नड़ में लिखते थे नाटक...जानें 10 खास बातें
गिरीश कर्नाड का 81 साल की उम्र में हुआ निधन बीमारी से जूझ रहे थे दिग्गज एक्टर गिरीश कर्नाड मैथेमेटिक्स और स्टेटिक्स में किया था बैचलर ऑफ आर्ट्स
एक्टर और जाने-माने लेखक गिरीश कर्नाड (Girish Karnad) का निधन हो गया है. गिरीश कर्नाड (Girish Karnad) 81 साल के थे. बताया जा रहा है कि गिरीश कर्नाड (Girish Karnad) पिछले कई दिनों से बीमार थे. गिरीश कार्नाड जाने-माने समकालीन लेखक, अभिनेता, फिल्म निर्देशक और नाटककार के तौर पर भी जाने जाते थे. गिरीश कर्नाड सलमान खान की 'टाइगर जिंदा है' जैसी फिल्म में भी नजर आए थे, और 'मालगुड़ी डेज' के स्वामी के पिता के रोल की वजह से भी उन्हें पहचाना जाता है. गिरीश कर्नाड (Girish Karnad) का जन्म महाराष्ट्र में हुआ था लेकिन उन्होंने लिखने के लिए कन्नड़ भाषा का चयन किया और उनके नाटकों का कई भाषाओं में अनुवाद हुआ.  गिरीश कर्नाड के बारे में 10 खास बातें.... महाराष्ट्र के माथेरान में 19 मई, 1938 को हुआ था जन्म. गिरीज रघुनाथ कर्नाड था पूरा नाम. गिरीश कर्नाड ने कर्नाटक आर्ट्स कॉलेज से मैथेमेटिक्स और स्टेटिक्स में किया था बैचलर ऑफ आर्ट्स. ऑक्सफोर्ड से हासिल की फिलॉसफी, पॉलिटिकल साइंस और इकोनॉमिक्स में मास्टर ऑफ आर्ट्स की डिग्री. 1974 से 1975 तक फिल्म और टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के डायरेक्टर रहे. 1988 से 1993 तक संगीत नाटक अकादमी के चैयरमैन पद को संभावा. गिरीश कर्नाड कन्नड़ भाषा में लिखते थे नाटक. 'तुगलक', 'ययाति' और 'हयवदन' थे उनके प्रमुख नाटक. गिरीश कर्नाड को 1974 में पद्म श्री अवार्ड से नवाजा गया और 1952 में पद्म श्री से सम्मानित किया गया. गिरीश कर्नाड को 1994 में साहित्य अकादेमी अवार्ड मिला था.  साहित्य रचना के लिए 1998 में गिरीश कर्नाड को ज्ञानपीठ पुरस्कार दिया गया.  गिरीश कर्नाड ने 1971 में 'वामशा वृक्ष' से किया डॉरेक्शन में डेब्यू, एस. एल. भैरप्पा के कन्नड़ उपन्यास पर आधारित थी फिल्म.
जयललिता पूरी तरह ठीक हैं, जब चाहें घर जा सकती हैं : अपोलो अस्पताल
अपोलो अस्पताल ने कहा जयललिता पूरी तरह ठीक हैं जयललिता को लंग इन्फेक्शन हुआ था अस्पताल ने कहा अब उन्हें मज़बूत होना होगा
तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे जयललिता की स्थिति अब पूरी तरह काबू में है और अब जब भी वह फिट महसूस करें, घर जा सकती हैं. यह कहना है अपोलो अस्पताल के चेयरमैन का जहां मुख्यमंत्री पिछले दो महीने से भर्ती थीं. डॉ प्रताप सी रेड्डी ने कहा 'जयललिता का इन्फेक्शन अब पूरी तरह काबू में है. वह जब चाहें तब जा सकती हैं. उनका डिस्चार्ज होना अब उन्हीं पर निर्भर करता है. इसकी कोई फिक्स तारीख नहीं है.  अब उन्हें खुद को मजबूत करना होगा. यह सब धीरे धीरे होगा. टीम इस दिशा में काम कर रही है.'टिप्पणियां 68 साल की जयललिता भारत की सबसे ताकतवर राजनेता में से एक है जिन्हें 22 सितंबर को लंग इन्फेक्शन की वजह से अस्पताल में भर्ती करना पड़ गया था. इसी महीने के शुरुआत में रेड्डी ने ककहा था कि मुख्यमंत्री पूरी तरह ठीक हैं. अपोलो के डॉक्टरों की टीम के अलावा लंदन से एक विशेषज्ञ और एम्स के तीन डॉक्टर जयललिता की इलाज के लिए मौजूद थे. कई वरिष्ठ नेता जिनमें राज्यपाल विद्यासागर राव भी शामिल थे, जयललिता से मिलने अस्पताल पहुंचे थे लेकिन कोई भी सीएम से मिल नहीं पाया था. पिछले महीने राज्यपाल ने जयललिता की देखरेख वाले आठ मंत्रालयों को वित्तमंत्री ओ पन्नीरसेलवम के हवाले करते हुए उन्हें सभी कैबनिट बैठकों की अध्यक्षता करने का अधिकार दिया. ऐसी ही एक बैठक में पन्नीरसेलवम ने मुख्यमंत्री की तस्वीर अपनी डेस्ट पर लगाई थी. 68 साल की जयललिता भारत की सबसे ताकतवर राजनेता में से एक है जिन्हें 22 सितंबर को लंग इन्फेक्शन की वजह से अस्पताल में भर्ती करना पड़ गया था. इसी महीने के शुरुआत में रेड्डी ने ककहा था कि मुख्यमंत्री पूरी तरह ठीक हैं. अपोलो के डॉक्टरों की टीम के अलावा लंदन से एक विशेषज्ञ और एम्स के तीन डॉक्टर जयललिता की इलाज के लिए मौजूद थे. कई वरिष्ठ नेता जिनमें राज्यपाल विद्यासागर राव भी शामिल थे, जयललिता से मिलने अस्पताल पहुंचे थे लेकिन कोई भी सीएम से मिल नहीं पाया था. पिछले महीने राज्यपाल ने जयललिता की देखरेख वाले आठ मंत्रालयों को वित्तमंत्री ओ पन्नीरसेलवम के हवाले करते हुए उन्हें सभी कैबनिट बैठकों की अध्यक्षता करने का अधिकार दिया. ऐसी ही एक बैठक में पन्नीरसेलवम ने मुख्यमंत्री की तस्वीर अपनी डेस्ट पर लगाई थी. पिछले महीने राज्यपाल ने जयललिता की देखरेख वाले आठ मंत्रालयों को वित्तमंत्री ओ पन्नीरसेलवम के हवाले करते हुए उन्हें सभी कैबनिट बैठकों की अध्यक्षता करने का अधिकार दिया. ऐसी ही एक बैठक में पन्नीरसेलवम ने मुख्यमंत्री की तस्वीर अपनी डेस्ट पर लगाई थी.
यूपी में एनकाउंटर : सुप्रीम कोर्ट में योगी सरकार ने याचिका को दुर्भावना से प्रेरित बताया
याचिका में कोर्ट की निगरानी में सीबीआई या एसआईटी से जांच कराने की मांग यूपी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दाखिल किया सुप्रीम कोर्ट में मामले की दो हफ्ते बाद सुनवाई होगी
रिपोर्ट में कहा गया, ‘‘ 20 मार्च 2017 से 31 मार्च 2018 के बीच कुल 3,19,141 आरोपी लोगों को गिरफ्तार किया गया जो पुलिस कार्रवाई में 48 लोगों के मारे जाने के ठीक विपरीत है. यह अपने आप में इस तथ्य की पुष्टि है कि पुलिस कर्मियों की मंशा केवल आरोपियों की गिरफ्तारी है.'' सरकार ने यह भी कहा कि पुलिस ने याचिका में उल्लेखित सभी मामलों में सभी आवश्यक कदम उठाए जिनमें प्राथमिकी दर्ज करने से लेकर मानवाधिकार आयोग को सूचित करना तक शामिल है. (इनपुट एजेंसियों से भी)
पूर्व रक्षामंत्री एके एंटनी का मोदी सरकार पर निशाना: झूठ बोल रही है सरकार, सोनिया-राहुल ने कभी नहीं दिया कोई दखल
कांग्रेस का भाजपा सरकार पर निशाना पूर्व रक्षामंत्री बोले- झूठ बोल रही है सरकार 'सोनिया-राहुल ने नहीं दिया कोई दखल'
साथ ही उन्होंने कहा, 'हम कोर्ट में केस जीते. जितना पैसा दिया उससे ज्यादा वापस लिया. इसके अलावा कोर्ट के जरिए हमने तीन हेलीकॉप्टर भी जब्त किए. हमने डील कैंसिल की और कंपनी को ब्लैक लिस्ट कर दिया. मोदी सरकार ने अगस्ता को ही डील में पार्टनर बना लिया. मोदी सरकार ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की, बल्कि इसका पक्ष लिया. सोनिया और राहुल गांधी का नाम लेकर वे केवल राजनीति कर रहे हैं.' इसके अलावा उन्होंने कहा, 'जब हमें भ्रष्टाचार का मामला मिला तो हमने कार्रवाई की. हमारा यह ट्रैक रिकॉर्ड है. राफेल में करप्शन का मामला आया तो इन्होंने क्या किया? जेपीसी नहीं बनाई गई. जब हमारे वक्त आरोप लगते थे तो हम जांच करते थे, हमने की समझौते रद्द किए हैं. ये लोग झूठ बोल रहे हैं.' बात दें, कांगेस ने रविवार को कहा था कि एनडीए सरकार के कार्यकाल में ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) ‘इम्बैरिसिंग डिजास्टर' बन गया है. आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार ही अगस्ता वेस्टलैंड की ‘हितकारी', ‘उपकारी', ‘सहकारी' है. विपक्षी पार्टी ने कहा है कि 2019 में सत्ता में आने पर वह हेलिकॉप्टर बनाने वाली कंपनी के साथ ‘सांठगांठ' की जांच करवाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है.  पीएम मोदी के खिलाफ ‘चौकीदार दागदार' है टिप्पणी करते हुए विपक्षी पार्टी ने कहा कि केंद्र में भाजपा के सत्ता में आने के बाद रक्षा मंत्रालय ने संप्रग शासनकाल के दौरान अगस्ता वेस्टलैंड पर लगाए गए प्रतिबंध को हटा दिया और नौसेना के 100 हेलिकॉप्टरों की खरीद के लिए बोली में भी हिस्सा लेने की अनुमति दी गयी. कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, ‘प्रवर्तन निदेशालय आज मोदी सरकार को बचा सकता है, लेकिन 2019 में जब उनकी सरकार सत्ता से बाहर हो जाएगी तब हम प्रधानमंत्री मोदी और उनकी सरकार की अगस्ता वेस्टलैंड के साथ सांठगांठ की पूरी जांच करवाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।'
मेलबर्न फिल्म फेस्टिवल में नजर आए शाहरुख खान, कहा- मैं हिट फिल्में नहीं...
मेलबर्न फिल्म फेस्टिवल में शाहरुख ने कही अपने दिल की बात तब्बू और करण जौहर संग पहुंचे थे शाहरुख खान मेलबर्न में भारतीय फिल्म फेस्टिवल की हुई शुरुआत
मेलबर्न इंडियन फिल्म फेस्टिवल (Melbourne Indian Film Festival) की शुरुआत 8 अगस्त से हो चुकी है. फिल्म फेस्टिवल के दसवें साल के जश्न की शुरुआत एक ग्रैंड ओपनिंग प्रेस कॉन्फ्रेंस द्वारा की गई. इस दौरान बॉलीवुड की कई जानी मानी हस्तियां मौजूद रहीं. फिल्म फेस्टिवल के लिए प्रेस कॉन्फ्रेस सेंट्रल बिजनेस डिस्ट्रिक्ट में हुई. मेलबर्न फिल्म फेस्टिवल की प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान शाहरुख खान (Shah Rukh Khan), करण जौहर और तब्बू (Tabu) जैसे जानी मानी फिल्मी हस्तियां दिखाई दीं. इस दौरान लोगों में काफी उत्साह भी देखने को मिला. फिल्म फेस्टिवल के निदेशक मितु भौमिक लांगे ने कार्यक्रम की शुरुआत की. @melbournesymphonyorchestra pays a tribute to the cinematic legacy of @iamsrk at the #IndianFilmFestivalOfMelbourne. • • • • • #MelbourneSymphonyOrchestra #ShahRukhKhan #KingKhan #SRK #IndianFilmFestivalOfMelbourne2019 #IFFM #IFFM2019 #FilmFestival #bollywood #bollywoodactor #bollywoodnews #bollywoodlatest #bollywoodgossip #instashare #instalike #instapost #instafollow #instagood A post shared by BoxOfficeCapsule (@boxofficecapsule_) on Aug 8, 2019 at 4:46am PDT समारोह में गेस्ट ऑफ आनर शाहरुख खान का दर्शकों ने तहेदिल से स्वागत किया. 'यहां चक दे इंडिया (Chak De India)' जैसी बेहतरीन फिल्म में यादगार किरदार निभाने वाले एक्टर ने बताया कि ये शहर उनके लिए कितना मायने रखता है. अपने मजाकिया अंदाज में उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा, "कई साल पहले 2006-07 में, मैं यहां आया था. उस वक्त मैं उभरता सुपरस्टार था, जो हिट पर हिट फिल्में दे रहा था. और अब जब मैं यहां फिर से आया हूं, तो अब भी एक उभरता हुआ सुपरस्टार ही हूं जो उतनी हिट फिल्में (मजाकिया अंदाज में) नहीं बना रहा है, जितनी मैं चाहता था. यहां बोलने का अवसर देने के लिए मैं सभी का शुक्रगुज़ार हूं. जब मैं इस शहर में चक दे की शूटिंग कर रहा था, तो मैं सेट पर क्रू मेंबर्स के साथ ट्रीवियल (एक गेम) खेलता था." मेलबर्न इंडियन फिल्म फेस्टिवल 8 अगस्त से 15 अगस्त तक मेलबर्न, ऑस्ट्रेलिया में चलेगा. इस महोत्सव में पूरे भारत व उपमहाद्वीप की 22 से अधिक भाषाओं की 60 फिल्में प्रदर्शित की जाएंगी. समारोह में फिल्म प्रशंसकों को पैनल डिस्कशन और प्रश्नोत्तर सत्र में अपने पसंदीदा कलाकारों और फिल्म निर्माताओं के साथ बातचीत करने का अवसर मिलेगा, जो प्रत्येक स्क्रीनिंग के बाद रहेगा.
इस बार हवा कांग्रेस के पक्ष में : प्रियंका
अमेठी और रायबरेली के तहत आने वाली विधानसभा सीटों पर प्रचार के दूसरे दौर में प्रियंका ने इस बार अपने दोनों बच्चों रेहान और मायरा को भी साथ रखा।
कांग्रेस की स्टार प्रचारक प्रियंका गांधी वाड्रा ने अपने भाई राहुल और मां सोनिया के संसदीय क्षेत्रों - अमेठी और रायबरेली - में विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार अभियान को बृहस्पतिवार को फिर आगे बढ़ाते हुए दावा किया कि प्रदेश में इस बार हवा कांग्रेस के पक्ष में है।टिप्पणियां अमेठी और रायबरेली के तहत आने वाली विधानसभा सीटों पर प्रचार के दूसरे दौर में प्रियंका ने इस बार अपने दोनों बच्चों रेहान और मायरा को भी साथ रखा, और सबसे पहले सलोन विधानसभा क्षेत्र के करैइया बाजार में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, "उत्तर प्रदेश में बदलाव लाने के लिए राहुल जी पूरे राज्य में दौरा कर रहे हैं, इस बार हवा कांग्रेस के पक्ष में है।" उन्होंने कहा कि बीते 22 साल के दौरान सत्ता में रहीं गैर-कांग्रेसी सरकारों ने प्रदेश का कोई विकास नहीं किया। उनका कहना था कि जहां सपा सरकार में गुण्डाराज कायम हो गया था, वहीं बसपा राज में विकास का पैसा कुछ लोगों की जेब में चला गया। प्रियंका ने कहा कि जात-पांत के आधार पर सत्ता हासिल करने वाले दलों ने प्रदेश और इसके लोगों के हितों की भी चिंता नहीं की, और केंद्रीय योजनाओं का पैसा आम जनता तक नहीं पहुंचा और उसे सत्ता में रहे लोगों ने बीच में ही लूट लिया। मंच से उतरते समय उन्होंने वहां मौजूद महिलाओं से बातचीत की और उनका हालचाल भी पूछा। अमेठी और रायबरेली के तहत आने वाली विधानसभा सीटों पर प्रचार के दूसरे दौर में प्रियंका ने इस बार अपने दोनों बच्चों रेहान और मायरा को भी साथ रखा, और सबसे पहले सलोन विधानसभा क्षेत्र के करैइया बाजार में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, "उत्तर प्रदेश में बदलाव लाने के लिए राहुल जी पूरे राज्य में दौरा कर रहे हैं, इस बार हवा कांग्रेस के पक्ष में है।" उन्होंने कहा कि बीते 22 साल के दौरान सत्ता में रहीं गैर-कांग्रेसी सरकारों ने प्रदेश का कोई विकास नहीं किया। उनका कहना था कि जहां सपा सरकार में गुण्डाराज कायम हो गया था, वहीं बसपा राज में विकास का पैसा कुछ लोगों की जेब में चला गया। प्रियंका ने कहा कि जात-पांत के आधार पर सत्ता हासिल करने वाले दलों ने प्रदेश और इसके लोगों के हितों की भी चिंता नहीं की, और केंद्रीय योजनाओं का पैसा आम जनता तक नहीं पहुंचा और उसे सत्ता में रहे लोगों ने बीच में ही लूट लिया। मंच से उतरते समय उन्होंने वहां मौजूद महिलाओं से बातचीत की और उनका हालचाल भी पूछा। उन्होंने कहा कि बीते 22 साल के दौरान सत्ता में रहीं गैर-कांग्रेसी सरकारों ने प्रदेश का कोई विकास नहीं किया। उनका कहना था कि जहां सपा सरकार में गुण्डाराज कायम हो गया था, वहीं बसपा राज में विकास का पैसा कुछ लोगों की जेब में चला गया। प्रियंका ने कहा कि जात-पांत के आधार पर सत्ता हासिल करने वाले दलों ने प्रदेश और इसके लोगों के हितों की भी चिंता नहीं की, और केंद्रीय योजनाओं का पैसा आम जनता तक नहीं पहुंचा और उसे सत्ता में रहे लोगों ने बीच में ही लूट लिया। मंच से उतरते समय उन्होंने वहां मौजूद महिलाओं से बातचीत की और उनका हालचाल भी पूछा।
दिल्ली : नरेला में निर्माणधीन भवन की 13 वीं मंजिल से लिफ्ट गिरी, 12 मजदूर घायल
बाहरी-उत्तरी दिल्ली के नरेला में कंस्ट्रक्शन साइट पर हुआ हादसा गुस्साए लोगों ने निर्माणाधीन भवन के कई फ्लैटों में तोड़फोड़ की दिल्ली की मनसा देवी रोड पर डीडीए के फ्लैटों का निर्माण चल रहा है
घटना के बाद मजदूरों ने कंस्ट्रक्शन साइट पर विरोध जताया. मजदूरों का आरोप है कि सेफ्टी के लिहाज से किसी भी तरह की व्यवस्था नहीं होती, न ही उन्हें सुरक्षा उपकरण दिए जाते हैं. जूते और ग्लब्स भी नहीं मिलते हैं और अक्सर हादसे होते रहते हैं. फिलहाल नरेला थाना पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी है और घायलों का इलाज जारी है. बहुमंजिला कंस्ट्रक्शन साइटों पर काम करने वाले मजदूरों को भी सेफ्टी के उपकरण नहीं दिए जाते, यह अपने आप में कई बड़े सवाल खड़े करता है.
Kumkum Bhagya Written Update: क्या आलिया मांग लेगी प्राची से माफी, जानिए 'कुमकुम भाग्य' में क्या होगा
सीरियल 'कुमकुम भाग्य' में जानिए क्या होगा रणवीर ने आलिया को लगाई फटकार सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है वीडियो
Kumkum Bhagya Written Update: जी टीवी के शो 'कुमकुम भाग्य (Kumkum Bhagya)' में इन दिनों काफी हंगामा चल रहा है. दिवाली पार्टी में प्राची (Mugdha Chapekar) और संजू के रिश्ते पर लोग सवाल उठा रहे हैं. 'कुमकुम भाग्य' के पिछले एपिसोड में दिखाया गया कि रणवीर, प्राची से कहता है कि वह बताए कमरे में क्या हुआ था. प्राची रणवीर को बड़े आराम से पूरी बात बताती है, जिसे सुनकर सबको पता चल जाता है कि प्राची की ड्रिंक में किसी ने कुछ मिलाया था. अभी (Shabir Ahluwalia) भी पार्टी में वापस आ जाता है और प्राची को ढ़ाढस बंधाता है. अभी, प्राची से वेटर को ढूढ़ने के लिए कहता है, जिसने उसकी ड्रिंक में मिलावट की थी.  'दबंग 3' का नया सॉन्ग 'हबीबी के नैन' सॉन्ग हुआ रिलीज, इस अंदाज में नजर आए सलमान खान सृति झा (Sriti Jha) और शब्बीर आहलुवालिया (Shabir Ahluwalia) के शो 'कुमकुम भाग्य (Kumkum Bhagya)' के पिछले एपिसोड में दिखाया गया कि अभी की बात सुनकर रिया और प्रियंका डर जाती हैं. दूसरी ओर प्रज्ञा, पूरब के साथ है और उसे समझाने की कोशिश करती है कि दिशा के लिए आलिया को धोखा ना दे. वहीं पार्टी में प्रियंका सबका ध्यान भटका देती है और रिया वेटर को पैसे देकर वहां से चले जाने के लिए कहती है. आमिर खान की बिटिया ने कराया फोटोशूट, इस अंदाज में दिखीं इरा खान- देखें Pics सीरियल 'कुमकुम भाग्य (Kumkum Bhagya)' के अपकमिंग एपिसोड में दिखाया जाएगा कि रणवीर, आलिया से कहेगा कि वह प्राची से माफी मांगे. क्योंकि उसने प्राची (Mugdha Chapekar) के कैरेक्टर और उसकी परवरिश पर सवाल उठाया. अभी को जब पता चलेगा कि आलिया ने प्राची की बेइज्जती की है तो वह रणवीर का सपोर्ट करेगा और आलिया से माफी मांगने के लिए कहेगा. अब देखना होगा कि आलिया, प्राची से माफी मांगती है या नहीं.
मध्य प्रदेश : नासा में 1.8 करोड़ रुपये वेतन की नौकरी लगने की झूठी खबर फैलाई थी, युवक गिरफ्तार
पहचान पत्र पर अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के फर्जी हस्ताक्षर अंसार ने नासा की नौकरी के नाम पर लोगों के रुपये भी उधार लिए उसके स्कूल और स्थानीय संगठनों ने उसकी उपलब्धि पर एक कार्यक्रम रखा था
अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा की फर्जी आईडी रखने के आरोप में मध्य प्रदेश पुलिस ने शुक्रवार को अंसार खान नाम के एक 20 वर्षीय युवक को गिरफ्तार किया है. उसके पास से फर्जी पहचान पत्र बरामद किया गया है, जिस पर अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के फर्जी दस्तखत भी हैं. सिर्फ 12वीं तक पढ़ा-लिखा अंसार कहता है कि उसे नासा में स्पेस एंड फूड कार्यक्रम के लिए 1.85 करोड़ रुपये की वार्षिक तनख्वाह पर नियुक्त किया गया था और वह इसी महीने के अंत में अपनी नौकरी शुरू करने वाला था. उसने अपने सम्मान समारोह के लिए कमालपुर प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों को भी बुलावा भेजा था. हालांकि इसी ने उसकी पोल खोल दी. वरिष्ठ पुलिस अधिकारी शशिकांत शुक्ला को उस वक्त अंसार खान पर शक हुआ जब वह उन्हें न्योता देने के लिए अपने गले में आईडी कार्ड टांग कर आया. उन्होंने देखा कि उस कार्ड पर बराक ओबामा के दस्तखत हैं, तो उन्होंने अपने दफ्तर से इस युवक के दावे की जांच करने को कहा.नासा में नौकरी लगने की खबर पर अंसार खान को उनके स्कूल ने सम्मानित भी किया था जांच के दौरान न सिर्फ अंसार के फ्रॉड का खुलासा हो गया, बल्कि पुलिस को यह भी पता चला कि उसने कई लोगों से यह कहकर रुपये उधार लिए थे कि नासा से सैलरी मिलते ही उन्हें लौटा देगा.टिप्पणियां पुलिस के अनुसार अंसार 14 अगस्त को एक स्थानीय फोटो स्टूडियो में गया, जहां उसने नासा के लोगों और बराक ओबामा के दस्तखत के साथ नासा का पहचान पत्र प्रिंट किया. अंसार के इस फर्जीवाड़े को सच मानकर उसके स्कूल और कई अन्य स्थानीय संगठनों ने उसकी उपलब्धि के उपलक्ष्य में एक कार्यक्रम रखा. एक बार पहले भी अंसार का सम्मान हो चुका है. पुलिस अधिकारी बीएस गौरे ने एनडीटीवी से बात करते हुए कहा, 'अंसार का पहचान पत्र देखने के बाद हमारे पुलिस अधीक्षक को उस पर शक हुआ और हमने जांच शुरू कर दी. फोटो स्टूडियो के मालिक का कहना है कि अंसार अपने अमेरिका जाने की तारीख को बार-बार आगे बढ़ाता रहता था और यहां तक कि उसके पास पासपोर्ट भी नहीं है. उसने विदेश जाने के लिए लोगों से रुपये भी उधार लिए हैं.' सिर्फ 12वीं तक पढ़ा-लिखा अंसार कहता है कि उसे नासा में स्पेस एंड फूड कार्यक्रम के लिए 1.85 करोड़ रुपये की वार्षिक तनख्वाह पर नियुक्त किया गया था और वह इसी महीने के अंत में अपनी नौकरी शुरू करने वाला था. उसने अपने सम्मान समारोह के लिए कमालपुर प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों को भी बुलावा भेजा था. हालांकि इसी ने उसकी पोल खोल दी. वरिष्ठ पुलिस अधिकारी शशिकांत शुक्ला को उस वक्त अंसार खान पर शक हुआ जब वह उन्हें न्योता देने के लिए अपने गले में आईडी कार्ड टांग कर आया. उन्होंने देखा कि उस कार्ड पर बराक ओबामा के दस्तखत हैं, तो उन्होंने अपने दफ्तर से इस युवक के दावे की जांच करने को कहा.नासा में नौकरी लगने की खबर पर अंसार खान को उनके स्कूल ने सम्मानित भी किया था जांच के दौरान न सिर्फ अंसार के फ्रॉड का खुलासा हो गया, बल्कि पुलिस को यह भी पता चला कि उसने कई लोगों से यह कहकर रुपये उधार लिए थे कि नासा से सैलरी मिलते ही उन्हें लौटा देगा.टिप्पणियां पुलिस के अनुसार अंसार 14 अगस्त को एक स्थानीय फोटो स्टूडियो में गया, जहां उसने नासा के लोगों और बराक ओबामा के दस्तखत के साथ नासा का पहचान पत्र प्रिंट किया. अंसार के इस फर्जीवाड़े को सच मानकर उसके स्कूल और कई अन्य स्थानीय संगठनों ने उसकी उपलब्धि के उपलक्ष्य में एक कार्यक्रम रखा. एक बार पहले भी अंसार का सम्मान हो चुका है. पुलिस अधिकारी बीएस गौरे ने एनडीटीवी से बात करते हुए कहा, 'अंसार का पहचान पत्र देखने के बाद हमारे पुलिस अधीक्षक को उस पर शक हुआ और हमने जांच शुरू कर दी. फोटो स्टूडियो के मालिक का कहना है कि अंसार अपने अमेरिका जाने की तारीख को बार-बार आगे बढ़ाता रहता था और यहां तक कि उसके पास पासपोर्ट भी नहीं है. उसने विदेश जाने के लिए लोगों से रुपये भी उधार लिए हैं.' वरिष्ठ पुलिस अधिकारी शशिकांत शुक्ला को उस वक्त अंसार खान पर शक हुआ जब वह उन्हें न्योता देने के लिए अपने गले में आईडी कार्ड टांग कर आया. उन्होंने देखा कि उस कार्ड पर बराक ओबामा के दस्तखत हैं, तो उन्होंने अपने दफ्तर से इस युवक के दावे की जांच करने को कहा.नासा में नौकरी लगने की खबर पर अंसार खान को उनके स्कूल ने सम्मानित भी किया था जांच के दौरान न सिर्फ अंसार के फ्रॉड का खुलासा हो गया, बल्कि पुलिस को यह भी पता चला कि उसने कई लोगों से यह कहकर रुपये उधार लिए थे कि नासा से सैलरी मिलते ही उन्हें लौटा देगा.टिप्पणियां पुलिस के अनुसार अंसार 14 अगस्त को एक स्थानीय फोटो स्टूडियो में गया, जहां उसने नासा के लोगों और बराक ओबामा के दस्तखत के साथ नासा का पहचान पत्र प्रिंट किया. अंसार के इस फर्जीवाड़े को सच मानकर उसके स्कूल और कई अन्य स्थानीय संगठनों ने उसकी उपलब्धि के उपलक्ष्य में एक कार्यक्रम रखा. एक बार पहले भी अंसार का सम्मान हो चुका है. पुलिस अधिकारी बीएस गौरे ने एनडीटीवी से बात करते हुए कहा, 'अंसार का पहचान पत्र देखने के बाद हमारे पुलिस अधीक्षक को उस पर शक हुआ और हमने जांच शुरू कर दी. फोटो स्टूडियो के मालिक का कहना है कि अंसार अपने अमेरिका जाने की तारीख को बार-बार आगे बढ़ाता रहता था और यहां तक कि उसके पास पासपोर्ट भी नहीं है. उसने विदेश जाने के लिए लोगों से रुपये भी उधार लिए हैं.' नासा में नौकरी लगने की खबर पर अंसार खान को उनके स्कूल ने सम्मानित भी किया था जांच के दौरान न सिर्फ अंसार के फ्रॉड का खुलासा हो गया, बल्कि पुलिस को यह भी पता चला कि उसने कई लोगों से यह कहकर रुपये उधार लिए थे कि नासा से सैलरी मिलते ही उन्हें लौटा देगा.टिप्पणियां पुलिस के अनुसार अंसार 14 अगस्त को एक स्थानीय फोटो स्टूडियो में गया, जहां उसने नासा के लोगों और बराक ओबामा के दस्तखत के साथ नासा का पहचान पत्र प्रिंट किया. अंसार के इस फर्जीवाड़े को सच मानकर उसके स्कूल और कई अन्य स्थानीय संगठनों ने उसकी उपलब्धि के उपलक्ष्य में एक कार्यक्रम रखा. एक बार पहले भी अंसार का सम्मान हो चुका है. पुलिस अधिकारी बीएस गौरे ने एनडीटीवी से बात करते हुए कहा, 'अंसार का पहचान पत्र देखने के बाद हमारे पुलिस अधीक्षक को उस पर शक हुआ और हमने जांच शुरू कर दी. फोटो स्टूडियो के मालिक का कहना है कि अंसार अपने अमेरिका जाने की तारीख को बार-बार आगे बढ़ाता रहता था और यहां तक कि उसके पास पासपोर्ट भी नहीं है. उसने विदेश जाने के लिए लोगों से रुपये भी उधार लिए हैं.' जांच के दौरान न सिर्फ अंसार के फ्रॉड का खुलासा हो गया, बल्कि पुलिस को यह भी पता चला कि उसने कई लोगों से यह कहकर रुपये उधार लिए थे कि नासा से सैलरी मिलते ही उन्हें लौटा देगा.टिप्पणियां पुलिस के अनुसार अंसार 14 अगस्त को एक स्थानीय फोटो स्टूडियो में गया, जहां उसने नासा के लोगों और बराक ओबामा के दस्तखत के साथ नासा का पहचान पत्र प्रिंट किया. अंसार के इस फर्जीवाड़े को सच मानकर उसके स्कूल और कई अन्य स्थानीय संगठनों ने उसकी उपलब्धि के उपलक्ष्य में एक कार्यक्रम रखा. एक बार पहले भी अंसार का सम्मान हो चुका है. पुलिस अधिकारी बीएस गौरे ने एनडीटीवी से बात करते हुए कहा, 'अंसार का पहचान पत्र देखने के बाद हमारे पुलिस अधीक्षक को उस पर शक हुआ और हमने जांच शुरू कर दी. फोटो स्टूडियो के मालिक का कहना है कि अंसार अपने अमेरिका जाने की तारीख को बार-बार आगे बढ़ाता रहता था और यहां तक कि उसके पास पासपोर्ट भी नहीं है. उसने विदेश जाने के लिए लोगों से रुपये भी उधार लिए हैं.' पुलिस के अनुसार अंसार 14 अगस्त को एक स्थानीय फोटो स्टूडियो में गया, जहां उसने नासा के लोगों और बराक ओबामा के दस्तखत के साथ नासा का पहचान पत्र प्रिंट किया. अंसार के इस फर्जीवाड़े को सच मानकर उसके स्कूल और कई अन्य स्थानीय संगठनों ने उसकी उपलब्धि के उपलक्ष्य में एक कार्यक्रम रखा. एक बार पहले भी अंसार का सम्मान हो चुका है. पुलिस अधिकारी बीएस गौरे ने एनडीटीवी से बात करते हुए कहा, 'अंसार का पहचान पत्र देखने के बाद हमारे पुलिस अधीक्षक को उस पर शक हुआ और हमने जांच शुरू कर दी. फोटो स्टूडियो के मालिक का कहना है कि अंसार अपने अमेरिका जाने की तारीख को बार-बार आगे बढ़ाता रहता था और यहां तक कि उसके पास पासपोर्ट भी नहीं है. उसने विदेश जाने के लिए लोगों से रुपये भी उधार लिए हैं.' पुलिस अधिकारी बीएस गौरे ने एनडीटीवी से बात करते हुए कहा, 'अंसार का पहचान पत्र देखने के बाद हमारे पुलिस अधीक्षक को उस पर शक हुआ और हमने जांच शुरू कर दी. फोटो स्टूडियो के मालिक का कहना है कि अंसार अपने अमेरिका जाने की तारीख को बार-बार आगे बढ़ाता रहता था और यहां तक कि उसके पास पासपोर्ट भी नहीं है. उसने विदेश जाने के लिए लोगों से रुपये भी उधार लिए हैं.'
चीन का गश्ती पोत ‘समुद्री संप्रभुता’ की सुरक्षा मुहिम पर
दक्षिण चीन सागर में द्वीपसमूहों पर अधिकार के लिए समीपवर्ती देशों के साथ बढ़ते विवाद के बीच, चीन ने ‘समुद्री संप्रभुता’ की सुरक्षा के प्रयासों के तहत अपना सबसे बड़ा और अत्याधुनिक गश्ती पोत मिशन पर तैनात कर दिया है।
दक्षिण चीन सागर में द्वीपसमूहों पर अधिकार के लिए समीपवर्ती देशों के साथ बढ़ते विवाद के बीच, चीन ने ‘समुद्री संप्रभुता’ की सुरक्षा के प्रयासों के तहत अपना सबसे बड़ा और अत्याधुनिक गश्ती पोत मिशन पर तैनात कर दिया है। बीते सप्ताह के अंत में नए पोत हैक्सुन 01 को हुबेई प्रांत के वुहान से जल क्षेत्र में उतारा गया। शंघाई नौवहन ब्यूरो (एसएमबी) ने बताया कि यह पोत ऐसा पहला गश्ती पोत है जो नौवहन निगरानी और बचाव कार्य, दोनों कर सकता है। इस पोत का प्रबंधन एसएमबी ही करेगा।टिप्पणियां सरकारी अखबार ‘चाइना डेली’ की आज की खबर में कहा गया है ‘‘समुद्री संप्रभुता की रक्षा करने और अपने तटीय जल क्षेत्र में बचाव क्षमता को बढ़ाने के प्रयासों के तहत चीन ने यह कदम उठाया है।’ एसएमबी ने एक बयान में कहा है कि कुल 5,418 टन वजन का यह पोत समुद्र में लोगों को बचा सकता है, नौवहन विवाद की जांच कर सकता है और तेल के रिसाव पर नजर रख सकता है। यह दूसरे पोतों को खींच भी सकता है और अन्य नौकाओं पर गोले बरसा सकता है। बीते सप्ताह के अंत में नए पोत हैक्सुन 01 को हुबेई प्रांत के वुहान से जल क्षेत्र में उतारा गया। शंघाई नौवहन ब्यूरो (एसएमबी) ने बताया कि यह पोत ऐसा पहला गश्ती पोत है जो नौवहन निगरानी और बचाव कार्य, दोनों कर सकता है। इस पोत का प्रबंधन एसएमबी ही करेगा।टिप्पणियां सरकारी अखबार ‘चाइना डेली’ की आज की खबर में कहा गया है ‘‘समुद्री संप्रभुता की रक्षा करने और अपने तटीय जल क्षेत्र में बचाव क्षमता को बढ़ाने के प्रयासों के तहत चीन ने यह कदम उठाया है।’ एसएमबी ने एक बयान में कहा है कि कुल 5,418 टन वजन का यह पोत समुद्र में लोगों को बचा सकता है, नौवहन विवाद की जांच कर सकता है और तेल के रिसाव पर नजर रख सकता है। यह दूसरे पोतों को खींच भी सकता है और अन्य नौकाओं पर गोले बरसा सकता है। सरकारी अखबार ‘चाइना डेली’ की आज की खबर में कहा गया है ‘‘समुद्री संप्रभुता की रक्षा करने और अपने तटीय जल क्षेत्र में बचाव क्षमता को बढ़ाने के प्रयासों के तहत चीन ने यह कदम उठाया है।’ एसएमबी ने एक बयान में कहा है कि कुल 5,418 टन वजन का यह पोत समुद्र में लोगों को बचा सकता है, नौवहन विवाद की जांच कर सकता है और तेल के रिसाव पर नजर रख सकता है। यह दूसरे पोतों को खींच भी सकता है और अन्य नौकाओं पर गोले बरसा सकता है। एसएमबी ने एक बयान में कहा है कि कुल 5,418 टन वजन का यह पोत समुद्र में लोगों को बचा सकता है, नौवहन विवाद की जांच कर सकता है और तेल के रिसाव पर नजर रख सकता है। यह दूसरे पोतों को खींच भी सकता है और अन्य नौकाओं पर गोले बरसा सकता है।
चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने हांगकांग में अनुचित चुनौतियों के खिलाफ किया आगाह
हांगकांग लौटाए जाने की 20वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित एक समारोह हांगकांग पहले कभी इतना स्वतंत्र नहीं था जितना आज है : शी शी ने एक टेलीविजन संबोधन में यह बात कही.
ब्रिटेन द्वारा चीन को हांगकांग लौटाए जाने की 20वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित एक समारोह में चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने कहा कि हांगकांग पहले कभी इतना स्वतंत्र नहीं था जितना आज है. साथ ही उन्होंने बीजिंग शासन के लिए 'अनुचित चुनौतियां' खड़ी किए जाने के खिलाफ आगाह भी किया. हांगकांग की नई नेता कैरी लाम के शपथ समारोह के बाद शी ने एक टेलीविजन संबोधन में यह बात कही. इसी दौरान बीजिंग समर्थकों एवं विरोधियों के बीच झड़पें भी हुई' चीन समर्थक समिति द्वारा लाम का चयन किया गया है. अभी से इस निर्णय की आलोचना की जा रही है और कई लोग इसे शहर में चीन की एक कठपुतली की तैनाती बता रहे हैं. वहीं कुछ लोग लगभग 80 लाख लोगों की स्वतंत्रता पर बीजिंग की कठोर होती पकड़ से नाराज हैं. शी ने आगाह करते हुए कहा कि चीन में कम्युनिस्ट पार्टी की सरकार के प्राधिकार को किसी भी तरह का खतरा 'सभी हदों के पार' माना जाएगा और वह 'पूरी तरह अनुचित' होगा. टिप्पणियां चीनी राष्ट्रपति की यह प्रतिक्रिया युवा कार्यकर्ताओं के आत्मनिर्णय या हांगकांग के लिए पूर्ण स्वतंत्रता की मांग करने के बाद आई है. युवा कार्यकर्ताओं की मांग को ले कर चीन की त्यौरियां तनी हुई हैं. उन्होंने कहा कि हांगकांग के पास 'अधिक इतने व्यापक लोकतांत्रिक अधिकार हैं जितने पहले कभी उसके पास नहीं थे.' लाम ने शी से हाथ मिलाने से पहले, देश के हारबरफ्रंट सम्मेलन केंद्र में चीन के राष्ट्रीय ध्वज के नीचे पद की शपथ ली. ब्रिटेन ने एशिया के विभागीय केंद्र का नियंत्रण वर्ष 1997 में चीन के हाथ में दे दिया था. चीन समर्थक समिति द्वारा लाम का चयन किया गया है. अभी से इस निर्णय की आलोचना की जा रही है और कई लोग इसे शहर में चीन की एक कठपुतली की तैनाती बता रहे हैं. वहीं कुछ लोग लगभग 80 लाख लोगों की स्वतंत्रता पर बीजिंग की कठोर होती पकड़ से नाराज हैं. शी ने आगाह करते हुए कहा कि चीन में कम्युनिस्ट पार्टी की सरकार के प्राधिकार को किसी भी तरह का खतरा 'सभी हदों के पार' माना जाएगा और वह 'पूरी तरह अनुचित' होगा. टिप्पणियां चीनी राष्ट्रपति की यह प्रतिक्रिया युवा कार्यकर्ताओं के आत्मनिर्णय या हांगकांग के लिए पूर्ण स्वतंत्रता की मांग करने के बाद आई है. युवा कार्यकर्ताओं की मांग को ले कर चीन की त्यौरियां तनी हुई हैं. उन्होंने कहा कि हांगकांग के पास 'अधिक इतने व्यापक लोकतांत्रिक अधिकार हैं जितने पहले कभी उसके पास नहीं थे.' लाम ने शी से हाथ मिलाने से पहले, देश के हारबरफ्रंट सम्मेलन केंद्र में चीन के राष्ट्रीय ध्वज के नीचे पद की शपथ ली. ब्रिटेन ने एशिया के विभागीय केंद्र का नियंत्रण वर्ष 1997 में चीन के हाथ में दे दिया था. शी ने आगाह करते हुए कहा कि चीन में कम्युनिस्ट पार्टी की सरकार के प्राधिकार को किसी भी तरह का खतरा 'सभी हदों के पार' माना जाएगा और वह 'पूरी तरह अनुचित' होगा. टिप्पणियां चीनी राष्ट्रपति की यह प्रतिक्रिया युवा कार्यकर्ताओं के आत्मनिर्णय या हांगकांग के लिए पूर्ण स्वतंत्रता की मांग करने के बाद आई है. युवा कार्यकर्ताओं की मांग को ले कर चीन की त्यौरियां तनी हुई हैं. उन्होंने कहा कि हांगकांग के पास 'अधिक इतने व्यापक लोकतांत्रिक अधिकार हैं जितने पहले कभी उसके पास नहीं थे.' लाम ने शी से हाथ मिलाने से पहले, देश के हारबरफ्रंट सम्मेलन केंद्र में चीन के राष्ट्रीय ध्वज के नीचे पद की शपथ ली. ब्रिटेन ने एशिया के विभागीय केंद्र का नियंत्रण वर्ष 1997 में चीन के हाथ में दे दिया था. चीनी राष्ट्रपति की यह प्रतिक्रिया युवा कार्यकर्ताओं के आत्मनिर्णय या हांगकांग के लिए पूर्ण स्वतंत्रता की मांग करने के बाद आई है. युवा कार्यकर्ताओं की मांग को ले कर चीन की त्यौरियां तनी हुई हैं. उन्होंने कहा कि हांगकांग के पास 'अधिक इतने व्यापक लोकतांत्रिक अधिकार हैं जितने पहले कभी उसके पास नहीं थे.' लाम ने शी से हाथ मिलाने से पहले, देश के हारबरफ्रंट सम्मेलन केंद्र में चीन के राष्ट्रीय ध्वज के नीचे पद की शपथ ली. ब्रिटेन ने एशिया के विभागीय केंद्र का नियंत्रण वर्ष 1997 में चीन के हाथ में दे दिया था. उन्होंने कहा कि हांगकांग के पास 'अधिक इतने व्यापक लोकतांत्रिक अधिकार हैं जितने पहले कभी उसके पास नहीं थे.' लाम ने शी से हाथ मिलाने से पहले, देश के हारबरफ्रंट सम्मेलन केंद्र में चीन के राष्ट्रीय ध्वज के नीचे पद की शपथ ली. ब्रिटेन ने एशिया के विभागीय केंद्र का नियंत्रण वर्ष 1997 में चीन के हाथ में दे दिया था.
CAA Protest: प्रियंका गांधी वाड्रा ने NDTV से कहा- अगर आपके दादा-दादी के दस्तावेज दिखाने हो तो क्या आप...
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा इंडिया गेट पहुंचीं प्रदर्शनकारियों को समर्थन देने पहुंची थीं प्रियंका कहा- एनआरसी और नागरिकता कानून गरीबों के खिलाफ
नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ दिल्ली समेत देश के कई शहरों में विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. इंडिया गेट पर प्रदर्शनकारियों को समर्थन देने के लिए कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) भी पहुंची. इस दौरान प्रियंका गांधी ने एनडीटीवी से कहा, ''मैं यहां समर्थन देने आई हूं. देशभर में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. एनआरसी और नागरिकता कानून गरीबों के खिलाफ हैं. इससे सबसे ज्यादा प्रभावित गरीब तबका है. अगर आपके दादा-दादी के दस्तावेज दिखाने हो तो क्या आप दिख पाएंगे? जैसे नोटबंदी के लिए लाइन में खड़ा रखा था, ऐसे ही इस मुद्दे पर लाइन में खड़ा रखना चाहते हैं.'' प्रियंका गांधी वाड्रा ने आगे कहा, ''अमीर है वह पासपोर्ट दिखा देगा लेकिन जो गरीब है वह क्या करेगा? जो दिहाड़ी मजदूर है वह क्या करेंगे? जो भी प्रदर्शन है वह शांतिपूर्वक होने चाहिए.'' वहीं, कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सरकार की कार्रवाई पर निंदा की और सभी से शांति की अपील की. उन्‍होंने कहा, ''भाजपा सरकार ने जनता की आवाज की घोर अनदेखी की है, असहमति को दबाने के लिए निर्दयता से बल प्रयोग किया है, यह लोकतंत्र में स्वीकार्य नहीं है.'' सोनिया गांधी ने कहा, ''लोकतंत्र के अंतर्गत लोगों को सरकार की नीतियों के खिलाफ आवाज उठाने और अपनी चिंताओं को दर्ज करने का अधिकार है. जनता की आवाज दबाना गलत है. यह सरकार की जिम्मेदारी है कि वह लोगों की बात सुने. अभी जो हो रहा है वो लोकतंत्र में अस्वीकार्य है. मौलिक अधिकारों के लिए कांग्रेस प्रतिबद्ध है. कांग्रेस देश के लोगों और संविधान के हक में खड़ी है. छात्रों और नागरिकों के संघर्ष में उनके साथ है.'' नागरिकता संशोधन कानून (Citizenship Amendment Act) के खिलाफ उत्तर प्रदेश में हो रहे प्रदर्शन और हिंसा में 6 लोगों की मौत हुई. इसकी पुष्टि यूपी के डीजीपी ने की. बिजनौर में दो, मेरठ, संभल, फिरोजाबाद और कानपुर में एक-एक लोगों की मौत हुई है. हालांकि पुलिस का दावा है कि गोली नहीं चलाई गई है. नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ देशभर मे हिंसक प्रदर्शन जारी है.  नागरिकता संशोधन बिल (Citizenship Amendment Bill) लोकसभा में 9 दिसंबर, 2019 को पास होने के बाद 11 दिसंबर, 2019 को राज्यसभा में गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने पेश किया जहां एक लंबी बहस के बाद यह बिल पास हो गया. इस बिल के पास होने के बाद यह नागरिकता संशोधन कानून बन गया. इस कानून के विरोध में असम, बंगाल समेत देश के कई राज्यों में विरोध प्रदर्शन तेज हो गए. 15 दिसंबर को इस कानून के विरोध में प्रदर्शन के दौरान हिंसा हुई. इस प्रदर्शन में कई छात्रों समेत पुलिस के कुछ जवान भी घायल हो गए. जामिया की घटना के अगले दिन 16 दिसंबर, 2019 को नागरिकता संशोधन कानून को लेकर सीलमपुर में जमकर प्रदर्शन हुए. इस प्रदर्शन के दौरान पथराव की घटना हुई.  17 दिसंबर को देश के दूसरे हिस्‍सों में भी प्रदर्शन शुरू हो गए. जामिया यूनिवर्सिटी के छात्रों के समर्थन में देश के कई यूनिवर्सिटी में भी प्रदर्शन हुए. कई यूनिवर्सिटी को 5 जनवरी, 2020 के लिए बंद कर दिया गया है और छात्रों से हॉस्‍टल खाली करा लिया गया. उधर जामा मस्जिद के इमाम ने कहा है कि इस कानून से देश के मुसलमानों को कोई लेना देना नहीं है. उन्‍हें नहीं डरना चाहिए. विरोध प्रदर्शन को देखते हुए 19 दिसंबर, 2019 को देश के कई हिस्‍सों में धारा 144 लागू कर दी गई. उधर गृहमंत्री अमित शाह ने साफ कर दिया है कि चाहे जितना भी विरोध हो इस कानून को वापस नहीं लिया जाएगा. उनका कहना है कि यह कानून देश की जनता के लिए नहीं है, यह कानून उन अल्‍पसंख्‍यक लोगों के लिए है जो अफगानिस्‍तान, बांग्‍लादेश और पाकिस्‍तान में धार्मिक रूप से प्रताड़ित होकर भारत में शरणार्थी के रूप में आए हैं.
सारा अली खान ने पापा सैफ अली खान के साथ शेयर की यह तस्वीर, फादर्स डे पर Photo वायरल
सारा अली खान ने शेयर की बचपन की तस्वीरें फोटो शेयर करते हुए सारा अली खान ने किया अपने पिता का धन्यवाद फादर्स डे के मौके पर शेयर की फोटो
दुनियाभर में आज फादर्स डे (Happy Fathers Day) का जश्न मनाया जा रहा है. इस दिन को हर कोई अपने पिता के लिए खास बनाने की कोशिश करता है. इस दिन हर बच्चा अपने पिता को स्पेशल फील कराने के साथ ही उनके लिए ढेर सारे सर्प्राइज भी प्लान करता है. फादर्स डे (Father's Day) के ही खास मौके पर बॉलीवुड एक्ट्रेस सारा अली (Sara Ali Khan) खान ने भी पिता सैफ अली खान (Saif Ali Khan) के साथ अपनी फोटो सोशल मीडिया पर शेयर की. सारा अली खान  (Sara Ali Khan) की यह फोटो उनके बचपन की है, जिसमें वह सैफ अली खान (Saif Ali Khan) के साथ मस्ती करती नजर आ रही हैं. इंस्टाग्राम पर शेयर हुई इस फोटो में नन्ही सारा अली खान (Sara Ali Khan) काफी प्यारी लग रही हैं. सारा अली खान (Sara Ali Khan) की यह फोटो सोशल मीडिया पर आते ही वायरल होना भी शुरू हो गई. Happy Fathers' Day Abba Thank you for always being here for me, for being my partner on nerdy holidays, for teaching me how to read, for showing me my first rain and snow, for teaching me how to eat spaghetti and all the while remaining patient, loving and compassionate! #likefatherlikedaughter #daddysgirl #mymainman #handsomestman #partnerincrime A post shared by Sara Ali Khan (@saraalikhan95) on Jun 15, 2019 at 10:36pm PDT बॉलीवुड में फिल्म 'सिंबा' से एंट्री करने वाली सारा अली खान (Sara Ali Khan) ने बचपन की तस्वीरों शेयर करते हुए सैफ अली खान  (Saif Ali Khan) को फादर्स डे की बधाई दी. अपनी यादों को इंस्टाग्राम पर साझा करते हुए सारा अली खान ने लिखा 'फादर्स डे की बधाई हो अब्बा, हमेशा मेरे साथ खड़े रहने के लिए, मेरी छुट्टियों पर मेरे साथी बनने के लिए, मुझे पढ़ाने के लिए, मुझे मेरी पहली बारिश और स्नो दिखाने के लिए, यह सिखाने के लिए कि स्पेगेटी कैसे खाएं और बाकी सभी चीजों के लिए आप का शुक्रिया.' सारा अली खान की इस पोस्ट में उन्होंने अपने पिता सैफ अली खान का हर तरह से धन्यवाद किया है. सारा अली खान ने अपनी पोस्ट में यह भी अच्छे से बताया कि एक पिता के तौर पर सैफ अली खान हमेशा उनके साथ खड़े रहे.  A post shared by Sara Ali Khan (@saraalikhan95) on Apr 10, 2019 at 7:39pm PDT इंस्टाग्राम पर शेयर हुई फोटोज में सारा अली खान  (Sara Ali Khan) कहीं उन्हें प्यार करती, उनके गोद में बैठी तो कहीं उनके साथ खेलती हुई दिखाई दे रही हैं. हाथ में चूड़ियां पहने और माथे पर टीका लगाए सारा अली खान काफी क्यूट लग रही हैं. बता दें कि बॉलीवुड एक्ट्रेस सारा अली खान ने रोहित शेट्टी की फिल्म 'सिंबा' से अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत की. फिल्म 'सिंबा' के बाद सारा अली खान बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की 'स्वीटहार्ट' बनकर केदारनाथ में नजर आई थीं. इन फिल्मों के बाद सारा अली खान अब जल्द ही एक्टर कार्तिक आर्यन के साथ 'लव आज कल-2' में नजर आएंगी. सारा अली खान की यह फिल्म सैफ अली खान की मूवी 'लव आज कल' का सीक्वल है. फिल्मों के अलावा सारा अली खान अपनी फोटोज और वीडियो के जरिए भी सोशल मीडिया पर छाई रहती हैं.
अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले की मार्कंडेय काटजू ने ली चुटकी, बोले- 'जय रंजन गोगोई'
सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या विवाद पर सुनाया है फैसला मध्यस्थता के जरिये विवाद के हल का सुनाया है निर्णय पूर्व जज काटजू ने ट्वीट कर जाहिर की प्रतिक्रिया
सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या विवाद को मध्यस्थता के जरिये सुलझाने का फैसला सुनाया है. कोर्ट फैसले पर पूर्व जज मार्कंडेय काटजू (Markandey Katju) ने चुटकी ली है. मार्कंडेय काटजू (Markandey Katju) ने अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा, ''मैं अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का कोई सिरा ही समझ नहीं पा रहा हूं. इसलिये मैं सिर्फ यही कह सकता हूं कि- जय रंजन गोगोई.'' काटजू ने आगे एक और ट्वीट कर कहा, ''क्या कोई मुझे बता सकता है कि सुप्रीम कोर्ट ने मीडिएशन करने का आदेश दिया है या फिर मेडिटेशन या मेडिकेशन? मैं समझ नहीं पा रहा हूं''  I could not understand head or tail of today's Supreme Court order on Ayodhya dispute, so all I can say is " Jai Ranjan Gogoi " आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट(Supreme Court) ने मध्यस्थता के जरिए अयोध्या( Ayodhya) में राम मंदिर केस(Ram Mandir Case) का समाधान करने को कहा है. देश की सर्वोच्च अदालत ने दोनों पक्षों से बातचीत के जरिए केस का समाधान करने के लिए कुल तीन मध्यस्थ (Mediator) का पैनल नियुक्त किए हैं. जिनमें एक मध्यस्थ सर्वोच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश  जस्टिस कलीफुल्ला(Kalifulla) हैं तो दूसरे वकील श्रीराम पंचू(Sriram Panchu) और मीडिएटर हैं, जबकि तीसरे मध्यस्थ आध्यात्मिक गुरु श्री-श्री रविशंकर हैं. इस पैनल की अध्यक्षता जस्टिस कलीफुल्ला करेंगे.  Can someone clarify whether Supreme Court ordered mediation or meditation or medication ? I can't get it सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि इस मध्यस्थता की कार्रवाई पूरी तरह से गोपनीय रखी जाएगी और इसकी मीडिया रिपोर्टिंग नहीं की जाएगी.कोर्ट ने पैनल को रिपोर्ट देने के लिए  चार हफ्ते का वक्त दिया है. मध्यस्थता के लिए बातचीत फैजाबाद में होगी. आपको बता दें कि पिछले दिनों कश्मीरी दुकानदारों से मारपीट के मामले में भी पूर्व जज मार्कंडेय काटजू (Markandey Katju) ने कड़ी नाराजगी जाहिर की थी. मार्कंडेय काटजू (Markandey Katju) ने अपने ट्वीटर हैंडल पर मारपीट का वीडियो शेयर करते हुए लिखा, ''इन गरीब असहाय लोगों पर हमला करने की जगह तुम लोग मेरे पास क्यों नहीं आते. मैं खुद कश्मीरी हूं. तुम लोगों के लिए एक डंडा रखा हुआ है, जो बेकरार हुआ जा रहा है''.
बिना डर और पक्षपात के काम करे सीबीआई : पीएम
सीबीआई को किसी भी तरह बेकसूरों को निशाना नहीं बनाने की नसीहत देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि उसे बिना डर और पक्षपात के काम करना चाहिए।
केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को किसी भी तरह बेकसूरों को निशाना नहीं बनाने की नसीहत देते हुए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि जांच एजेंसी को किसी भी तरह के डर और पक्षपात के बिना काम करना चाहिए तथा दोषियों के खिलाफ उनके पदों की परवाह किए बिना मामला दर्ज करना चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि बड़े लोगों से जुड़े मामलों की जांच में सीबीआई अधिकारियों को कड़ी कसौटी पर उतरना पड़ता है। अग्रणी एजेंसी के नए मुख्यालय का उद्घाटन करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि सीबीआई की जांच बिना किसी वैरभाव निर्दोषों को प्रताड़ित किए बिना और बेकसूरों को निशाना बनाए बिना होनी चाहिए। मनमोहन ने कहा कि जो भी देश के कानून का उल्लंघन करे, चाहे वह शक्तिशाली हो, उसके खिलाफ मामला दर्ज होना चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि सीबीआई ने अन्य जांच एजेंसियों के लिए अनुकरण का एक मानदंड स्थापित किया है, लेकिन सुधार की गुंजाइश है। उन्होंने कहा, हमारी सरकार इस प्रमुख जांच एजेंसी के लिए जरूरी श्रमशक्ति, वित्तीय मदद और प्रौद्योगिकी मुहैया कराने के लिए कटिबद्ध है।
अखबार में विज्ञापन दे 'घर में स्पा' के नाम पर चला रहे थे सेक्स रैकेट, पुलिस ने ऐसे किया भंडाफोड़
अखबार में विज्ञापन दे 'घर में स्पा' के नाम पर चला रहे थे सेक्स रैकेट पुलिस ने किया भंडाफोड़ पुलिस ने किया 6 लोगों को गिरफ्तार
मुंबई पुलिस ने आलीशान होटलों और घरों में चल रहे देह व्यापार के बड़े धंधे का भंडाफोड़ करके इस मामले में छह लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने गुरूवार को बताया कि आरोपी लोगों को ‘घर में स्पा' सेवा देने का लालच देते थे. उन्होंने बताया कि मुंबई अपराध शाखा की यूनिट-9 ने अंधेरी में एक पांच सितारा होटल में छापा मारा और देह व्यापार के धंधे में धकेली गई तीन महिलाओं को मुक्त कराया.  पुलिस ने इस संबंध में एक निजी कंपनी के मालिक रजनीश सिंह (35)को गिरफ्तार किया है. सिंह के अलावा इस कंपनी में काम करने वाली पांच महिलाओं को भी गिरफ्तार किया गया है. पुलिस को छापे के दौरान 4.70 लाख रुपए नकद मिले है. अपराध शाखा की निरीक्षक आशा कोराके ने बताया कि पुलिस ने एक समाचार पत्र में प्रकाशित एक विज्ञापन की तहकीकात शुरू की, तब इस गिरोह का पता चला.  विज्ञापन में ‘घर में स्पा सुविधा' देने की बात कही गई थी. उन्होंने बताया कि रजनीश 10 माह से भी ज्यादा वक्त से यह धंधा चला रहा था. उन्होंने बताया कि एक पुलिस अधिकारी ने विज्ञापन में दिए गए मोबाइल नंबर पर संपर्क किया जिसके बाद अंधेरी के एक होटल में तीन महिलाएं भेजी गईं. इसके बाद वहां छापा मारा गया. एक अदालत ने सभी छह आरोपियों को शनिवार तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है.
हरियाणा में नाबालिग दलित लड़की के साथ बलात्कार
हरियाणा में महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराधों के ग्राफ को बढ़ाते हुए रोहतक जिले में एक नाबालिग दलित लड़की को कथित तौर पर अगवाकर उसके साथ बलात्कार करने का मामला सामने आया है।
हरियाणा में महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराधों के ग्राफ को बढ़ाते हुए रोहतक जिले में एक नाबालिग दलित लड़की को कथित तौर पर अगवाकर उसके साथ बलात्कार करने का मामला सामने आया है जबकि जींद जिले में मानसिक तौर से अशक्त एक महिला के कथित यौन उत्पीड़न का पता चला है। दोनों ही घटनाओं के मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने बताया कि 15 वर्षीय एक दलित लड़की को रोहतक जिले के कच्ची गढ़ी मोहल्ला कॉलोनी में तीन महिला रिश्तेदारों ने लालच दिया और फिर मंगलवार की शाम एक युवक ने उसके साथ बलात्कार किया। आरोपी महिलाओं ने लड़की को उसके घर से बाहर बुलाया था और एक कार से उसे एक ऐसे मकान में ले जाया गया जहां कोई नहीं रहता था। इसी मकान में लड़की के साथ बलात्कार हुआ। पुलिस ने पीड़िता के तीन रिश्तेदारों सहित पांच लोगों के खिलाफ एक प्राथमिकी दर्ज की है। मुख्य आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। ताजा घटना मुख्यमंत्री भुपिंदर सिंह हुड्डा के गृह जिले में हुई है जहां विपक्षी भाजपा और हरियाणा जनहित कांग्रेस की महिला नेताओं ने रैली निकाली और राज्य की महिलाओं की सुरक्षा में नाकाम रहने पर हुड्डा शासन के खिलाफ नारेबाजी की। जींद जिले के नरवाना इलाके में मंगलवार को मानसिक तौर पर अशक्त एक महिला का कथित तौर पर यौन उत्पीड़न हुआ था। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। इस बीच, मुख्यमंत्री भुपिंदर सिंह हुड्डा ने आज इन घटनाओं की निंदा की और कहा कि इन अपराधों का दोषी चाहे कोई भी हो उसे किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। राज्य पुलिस बोर्ड की पहली बैठक की अध्यक्षता करने के बाद हुड्डा ने कहा कि न केवल पुलिस की मान्यता सही होनी चाहिए बल्कि उन्हें नजर भी आना चाहिए और उन तक पहुंच भी आसान होनी चाहिए।टिप्पणियां मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने पुलिस संगठनों के कामकाज की समीक्षा की है और राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति बेहतर बनाए रखने के लिए कई उपाय भी किए गए हैं। राज्य में बलात्कार की हालिया वारदातों का हवाला देते हुए डीजीपी रंजीव दलाल ने दावा किया कि राष्ट्रीय महिला आयोग की एक टीम ने हरियाणा पुलिस की ओर से की गई तत्काल कार्रवाई पर संतोष जाहिर किया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि माता-पिता अपने बच्चों की गतिविधियों पर नजर रखें। एक अन्य घटना में जींद जिला पुलिस के प्रवक्ता ने आज कहा कि उन्होंने लूट की योजना बनाते चार युवकों को गिरफ्तार किया है। दोनों ही घटनाओं के मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने बताया कि 15 वर्षीय एक दलित लड़की को रोहतक जिले के कच्ची गढ़ी मोहल्ला कॉलोनी में तीन महिला रिश्तेदारों ने लालच दिया और फिर मंगलवार की शाम एक युवक ने उसके साथ बलात्कार किया। आरोपी महिलाओं ने लड़की को उसके घर से बाहर बुलाया था और एक कार से उसे एक ऐसे मकान में ले जाया गया जहां कोई नहीं रहता था। इसी मकान में लड़की के साथ बलात्कार हुआ। पुलिस ने पीड़िता के तीन रिश्तेदारों सहित पांच लोगों के खिलाफ एक प्राथमिकी दर्ज की है। मुख्य आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। ताजा घटना मुख्यमंत्री भुपिंदर सिंह हुड्डा के गृह जिले में हुई है जहां विपक्षी भाजपा और हरियाणा जनहित कांग्रेस की महिला नेताओं ने रैली निकाली और राज्य की महिलाओं की सुरक्षा में नाकाम रहने पर हुड्डा शासन के खिलाफ नारेबाजी की। जींद जिले के नरवाना इलाके में मंगलवार को मानसिक तौर पर अशक्त एक महिला का कथित तौर पर यौन उत्पीड़न हुआ था। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। इस बीच, मुख्यमंत्री भुपिंदर सिंह हुड्डा ने आज इन घटनाओं की निंदा की और कहा कि इन अपराधों का दोषी चाहे कोई भी हो उसे किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। राज्य पुलिस बोर्ड की पहली बैठक की अध्यक्षता करने के बाद हुड्डा ने कहा कि न केवल पुलिस की मान्यता सही होनी चाहिए बल्कि उन्हें नजर भी आना चाहिए और उन तक पहुंच भी आसान होनी चाहिए।टिप्पणियां मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने पुलिस संगठनों के कामकाज की समीक्षा की है और राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति बेहतर बनाए रखने के लिए कई उपाय भी किए गए हैं। राज्य में बलात्कार की हालिया वारदातों का हवाला देते हुए डीजीपी रंजीव दलाल ने दावा किया कि राष्ट्रीय महिला आयोग की एक टीम ने हरियाणा पुलिस की ओर से की गई तत्काल कार्रवाई पर संतोष जाहिर किया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि माता-पिता अपने बच्चों की गतिविधियों पर नजर रखें। एक अन्य घटना में जींद जिला पुलिस के प्रवक्ता ने आज कहा कि उन्होंने लूट की योजना बनाते चार युवकों को गिरफ्तार किया है। आरोपी महिलाओं ने लड़की को उसके घर से बाहर बुलाया था और एक कार से उसे एक ऐसे मकान में ले जाया गया जहां कोई नहीं रहता था। इसी मकान में लड़की के साथ बलात्कार हुआ। पुलिस ने पीड़िता के तीन रिश्तेदारों सहित पांच लोगों के खिलाफ एक प्राथमिकी दर्ज की है। मुख्य आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। ताजा घटना मुख्यमंत्री भुपिंदर सिंह हुड्डा के गृह जिले में हुई है जहां विपक्षी भाजपा और हरियाणा जनहित कांग्रेस की महिला नेताओं ने रैली निकाली और राज्य की महिलाओं की सुरक्षा में नाकाम रहने पर हुड्डा शासन के खिलाफ नारेबाजी की। जींद जिले के नरवाना इलाके में मंगलवार को मानसिक तौर पर अशक्त एक महिला का कथित तौर पर यौन उत्पीड़न हुआ था। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। इस बीच, मुख्यमंत्री भुपिंदर सिंह हुड्डा ने आज इन घटनाओं की निंदा की और कहा कि इन अपराधों का दोषी चाहे कोई भी हो उसे किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। राज्य पुलिस बोर्ड की पहली बैठक की अध्यक्षता करने के बाद हुड्डा ने कहा कि न केवल पुलिस की मान्यता सही होनी चाहिए बल्कि उन्हें नजर भी आना चाहिए और उन तक पहुंच भी आसान होनी चाहिए।टिप्पणियां मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने पुलिस संगठनों के कामकाज की समीक्षा की है और राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति बेहतर बनाए रखने के लिए कई उपाय भी किए गए हैं। राज्य में बलात्कार की हालिया वारदातों का हवाला देते हुए डीजीपी रंजीव दलाल ने दावा किया कि राष्ट्रीय महिला आयोग की एक टीम ने हरियाणा पुलिस की ओर से की गई तत्काल कार्रवाई पर संतोष जाहिर किया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि माता-पिता अपने बच्चों की गतिविधियों पर नजर रखें। एक अन्य घटना में जींद जिला पुलिस के प्रवक्ता ने आज कहा कि उन्होंने लूट की योजना बनाते चार युवकों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने पीड़िता के तीन रिश्तेदारों सहित पांच लोगों के खिलाफ एक प्राथमिकी दर्ज की है। मुख्य आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। ताजा घटना मुख्यमंत्री भुपिंदर सिंह हुड्डा के गृह जिले में हुई है जहां विपक्षी भाजपा और हरियाणा जनहित कांग्रेस की महिला नेताओं ने रैली निकाली और राज्य की महिलाओं की सुरक्षा में नाकाम रहने पर हुड्डा शासन के खिलाफ नारेबाजी की। जींद जिले के नरवाना इलाके में मंगलवार को मानसिक तौर पर अशक्त एक महिला का कथित तौर पर यौन उत्पीड़न हुआ था। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। इस बीच, मुख्यमंत्री भुपिंदर सिंह हुड्डा ने आज इन घटनाओं की निंदा की और कहा कि इन अपराधों का दोषी चाहे कोई भी हो उसे किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। राज्य पुलिस बोर्ड की पहली बैठक की अध्यक्षता करने के बाद हुड्डा ने कहा कि न केवल पुलिस की मान्यता सही होनी चाहिए बल्कि उन्हें नजर भी आना चाहिए और उन तक पहुंच भी आसान होनी चाहिए।टिप्पणियां मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने पुलिस संगठनों के कामकाज की समीक्षा की है और राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति बेहतर बनाए रखने के लिए कई उपाय भी किए गए हैं। राज्य में बलात्कार की हालिया वारदातों का हवाला देते हुए डीजीपी रंजीव दलाल ने दावा किया कि राष्ट्रीय महिला आयोग की एक टीम ने हरियाणा पुलिस की ओर से की गई तत्काल कार्रवाई पर संतोष जाहिर किया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि माता-पिता अपने बच्चों की गतिविधियों पर नजर रखें। एक अन्य घटना में जींद जिला पुलिस के प्रवक्ता ने आज कहा कि उन्होंने लूट की योजना बनाते चार युवकों को गिरफ्तार किया है। जींद जिले के नरवाना इलाके में मंगलवार को मानसिक तौर पर अशक्त एक महिला का कथित तौर पर यौन उत्पीड़न हुआ था। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। इस बीच, मुख्यमंत्री भुपिंदर सिंह हुड्डा ने आज इन घटनाओं की निंदा की और कहा कि इन अपराधों का दोषी चाहे कोई भी हो उसे किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। राज्य पुलिस बोर्ड की पहली बैठक की अध्यक्षता करने के बाद हुड्डा ने कहा कि न केवल पुलिस की मान्यता सही होनी चाहिए बल्कि उन्हें नजर भी आना चाहिए और उन तक पहुंच भी आसान होनी चाहिए।टिप्पणियां मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने पुलिस संगठनों के कामकाज की समीक्षा की है और राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति बेहतर बनाए रखने के लिए कई उपाय भी किए गए हैं। राज्य में बलात्कार की हालिया वारदातों का हवाला देते हुए डीजीपी रंजीव दलाल ने दावा किया कि राष्ट्रीय महिला आयोग की एक टीम ने हरियाणा पुलिस की ओर से की गई तत्काल कार्रवाई पर संतोष जाहिर किया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि माता-पिता अपने बच्चों की गतिविधियों पर नजर रखें। एक अन्य घटना में जींद जिला पुलिस के प्रवक्ता ने आज कहा कि उन्होंने लूट की योजना बनाते चार युवकों को गिरफ्तार किया है। राज्य पुलिस बोर्ड की पहली बैठक की अध्यक्षता करने के बाद हुड्डा ने कहा कि न केवल पुलिस की मान्यता सही होनी चाहिए बल्कि उन्हें नजर भी आना चाहिए और उन तक पहुंच भी आसान होनी चाहिए।टिप्पणियां मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने पुलिस संगठनों के कामकाज की समीक्षा की है और राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति बेहतर बनाए रखने के लिए कई उपाय भी किए गए हैं। राज्य में बलात्कार की हालिया वारदातों का हवाला देते हुए डीजीपी रंजीव दलाल ने दावा किया कि राष्ट्रीय महिला आयोग की एक टीम ने हरियाणा पुलिस की ओर से की गई तत्काल कार्रवाई पर संतोष जाहिर किया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि माता-पिता अपने बच्चों की गतिविधियों पर नजर रखें। एक अन्य घटना में जींद जिला पुलिस के प्रवक्ता ने आज कहा कि उन्होंने लूट की योजना बनाते चार युवकों को गिरफ्तार किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने पुलिस संगठनों के कामकाज की समीक्षा की है और राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति बेहतर बनाए रखने के लिए कई उपाय भी किए गए हैं। राज्य में बलात्कार की हालिया वारदातों का हवाला देते हुए डीजीपी रंजीव दलाल ने दावा किया कि राष्ट्रीय महिला आयोग की एक टीम ने हरियाणा पुलिस की ओर से की गई तत्काल कार्रवाई पर संतोष जाहिर किया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि माता-पिता अपने बच्चों की गतिविधियों पर नजर रखें। एक अन्य घटना में जींद जिला पुलिस के प्रवक्ता ने आज कहा कि उन्होंने लूट की योजना बनाते चार युवकों को गिरफ्तार किया है। राज्य में बलात्कार की हालिया वारदातों का हवाला देते हुए डीजीपी रंजीव दलाल ने दावा किया कि राष्ट्रीय महिला आयोग की एक टीम ने हरियाणा पुलिस की ओर से की गई तत्काल कार्रवाई पर संतोष जाहिर किया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि माता-पिता अपने बच्चों की गतिविधियों पर नजर रखें। एक अन्य घटना में जींद जिला पुलिस के प्रवक्ता ने आज कहा कि उन्होंने लूट की योजना बनाते चार युवकों को गिरफ्तार किया है।
बिहार : भगोड़ा घोषित पूर्व मंत्री की जमानत अर्जी खारिज
भड़काऊ भाषण देने के मामले में औरंगाबाद की स्थानीय अदालत ने फरार घोषित पूर्व सहकारिता मंत्री रामाधार सिंह की जमानत अर्जी खारिज कर दी।
भड़काऊ भाषण देने और साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने के मामले में बिहार के औरंगाबाद जिले की एक स्थानीय अदालत ने फरार घोषित पूर्व सहकारिता मंत्री रामाधार सिंह की जमानत अर्जी खारिज कर दी। अभियोजन सूत्रों ने बताया कि पूर्व सहकारिता मंत्री की जमानत अर्जी प्रभारी मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी अशुतोष खेतान ने खारिज कर दी। अदालत में आत्मसमर्पण के बाद सिंह ने जमानत अर्जी दी थी, जिसे अस्वीकार कर दिया गया। जमानत अर्जी खारिज होने के बाद सिंह को जेल जाना पड़ सकता है। सूत्रों ने बताया कि भाजपा के वरिष्ठ विधायक सिंह को राम मंदिर मुद्दे पर भड़काऊ भाषण देने के 19 साल पुराने मामले में एक स्थानीय अदालत ने 1995 से फरार घोषित कर दिया था। बीते दिनों यह मामला सुखिर्यों में आने के बाद रामाधार सिंह ने नीतीश सरकार में सहकारिता मंत्री के पद से 18 मई की रात को इस्तीफा दे दिया था, जिसे अगले दिन राज्यपाल ने मंजूर कर लिया था। इससे पहले पटना हाईकोर्ट ने सिंह की जमानत याचिका खारिज कर उन्हें स्थानीय अदालत के समक्ष अपील करने को कहा था।
अंतरिक्ष में सुनीता के लिए पहुंचाई गई आईसक्रीम
भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्षयात्री सुनीता विलियम्स को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) में ड्रैगन अंतरिक्षयान की मदद से आईसक्रीम सफलतापूर्वक भेज दी गई।
भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्षयात्री सुनीता विलियम्स को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) में ड्रैगन अंतरिक्षयान की मदद से आईसक्रीम सफलतापूर्वक भेज दी गई।टिप्पणियां अंतरिक्षयात्रियों ने सामान से लदे कैपसूल को आईएसएस के साथ सफलतापूर्वक जोड़ दिया। यह कैपसूल निजी कंपनी ‘स्माइस एक्स’ की ओर से दिया गया। ‘स्माइस एक्स’ और नासा के बीच 1.6 अरब डॉलर का करार है। यह आपूर्ति इसी करार के तहत की गई। मानवरहित ड्रैगन का निर्माण इसी कंपनी ओर से किया गया। यह कंपनी कैलीफोर्निया में स्थित है। अंतरिक्षयात्रियों ने सामान से लदे कैपसूल को आईएसएस के साथ सफलतापूर्वक जोड़ दिया। यह कैपसूल निजी कंपनी ‘स्माइस एक्स’ की ओर से दिया गया। ‘स्माइस एक्स’ और नासा के बीच 1.6 अरब डॉलर का करार है। यह आपूर्ति इसी करार के तहत की गई। मानवरहित ड्रैगन का निर्माण इसी कंपनी ओर से किया गया। यह कंपनी कैलीफोर्निया में स्थित है। ‘स्माइस एक्स’ और नासा के बीच 1.6 अरब डॉलर का करार है। यह आपूर्ति इसी करार के तहत की गई। मानवरहित ड्रैगन का निर्माण इसी कंपनी ओर से किया गया। यह कंपनी कैलीफोर्निया में स्थित है।
किताब में सोनिया पर टिप्पणी, कलाम पर बरसे शरद यादव
कलाम ने अपनी किताब में खुलासा किया है कि सोनिया के विदेशी मूल के मुद्दे पर जबरदस्त विरोध के बावजूद वह 2004 में उन्हें बेझिझक प्रधानमंत्री के रूप में शपथ दिलाने के लिए तैयार थे।
जनता दल (यू) के अध्यक्ष शरद यादव ने पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम पर उनकी इन टिप्पणियों के लिए हमला किया कि 2004 में वह सोनिया गांधी के खिलाफ जबर्दस्त लॉबिंग के बावजूद उन्हें प्रधानमंत्री नियुक्त करने को तैयार थे। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के संयोजक शरद यादव ने कहा, उनकी (कलाम की) अन्तरात्मा देर से जगी है। यह खुद के अभ्युदर के लिए है। हम उनका बहुत सम्मान करते थे, लेकिन इस तरह की टिप्पणियों के बाद अब बहुत दुखी हैं। राजग के कार्यकाल में राष्ट्रपति बने कलाम के खिलाफ जेडीयू प्रमुख की टिप्पणी पूर्व राष्ट्रपति द्वारा किताब में यह खुलासा किए जाने के बाद आई है कि सोनिया गांधी के विदेशी मूल के मुद्दे को लेकर कुछ हलकों में जबरदस्त राजनीतिक विरोध के बावजूद वह 2004 में उन्हें बिना किसी झिझक के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ दिलाने के लिए तैयार थे। अपनी पुस्तक ‘टर्निंग प्वाइंट्स’ में कलाम ने यह भी कहा है कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी 2002 के दंगों के बाद उनकी गुजरात यात्रा के पक्ष में नहीं थे। कलाम की इस टिप्पणी पर कांग्रेस को वाजपेयी की 'राजधर्म' वाली नसीहत पर सवाल उठाने का मौका मिल गया। यह सलाह वाजपेयी ने गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को दी थी। टिप्पणियां शरद ने यह भी पूछा कि कलाम आठ साल तक चुप क्यों रहे, जब राजनीतिक जगत में अफवाहों और चर्चाओं का दौर जारी था। शरद ने कहा, संवैधानिक प्रमुख को सच तभी बोलना चाहिए, जब इसकी जरूरत हो। अन्तरात्मा की आवाज पर बोलने का तब कोई मतलब नहीं है, जब उससे आपका हितसाधन हो। गांधी जी अपनी अन्तरात्मा के अनुरूप तत्काल बोला करते थे। उन्होंने (कलाम ने) उस समय अपनी अन्तरात्मा (की आवाज) को क्यों मार दिया। उन्होंने कहा, सच तभी बोलना चाहिए, जब इसकी आवश्यकता हो। यदि यह तब बोला जाता है, जब इसकी जरूरत नहीं हो, तो यह दिखावा होता है। राष्ट्रपति भवन में बैठे व्यक्ति का दायित्व है कि वह इन हालात में सच बोले और सच बोलने के लिए किसी अवसर का इंतजार नहीं करे। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के संयोजक शरद यादव ने कहा, उनकी (कलाम की) अन्तरात्मा देर से जगी है। यह खुद के अभ्युदर के लिए है। हम उनका बहुत सम्मान करते थे, लेकिन इस तरह की टिप्पणियों के बाद अब बहुत दुखी हैं। राजग के कार्यकाल में राष्ट्रपति बने कलाम के खिलाफ जेडीयू प्रमुख की टिप्पणी पूर्व राष्ट्रपति द्वारा किताब में यह खुलासा किए जाने के बाद आई है कि सोनिया गांधी के विदेशी मूल के मुद्दे को लेकर कुछ हलकों में जबरदस्त राजनीतिक विरोध के बावजूद वह 2004 में उन्हें बिना किसी झिझक के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ दिलाने के लिए तैयार थे। अपनी पुस्तक ‘टर्निंग प्वाइंट्स’ में कलाम ने यह भी कहा है कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी 2002 के दंगों के बाद उनकी गुजरात यात्रा के पक्ष में नहीं थे। कलाम की इस टिप्पणी पर कांग्रेस को वाजपेयी की 'राजधर्म' वाली नसीहत पर सवाल उठाने का मौका मिल गया। यह सलाह वाजपेयी ने गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को दी थी। टिप्पणियां शरद ने यह भी पूछा कि कलाम आठ साल तक चुप क्यों रहे, जब राजनीतिक जगत में अफवाहों और चर्चाओं का दौर जारी था। शरद ने कहा, संवैधानिक प्रमुख को सच तभी बोलना चाहिए, जब इसकी जरूरत हो। अन्तरात्मा की आवाज पर बोलने का तब कोई मतलब नहीं है, जब उससे आपका हितसाधन हो। गांधी जी अपनी अन्तरात्मा के अनुरूप तत्काल बोला करते थे। उन्होंने (कलाम ने) उस समय अपनी अन्तरात्मा (की आवाज) को क्यों मार दिया। उन्होंने कहा, सच तभी बोलना चाहिए, जब इसकी आवश्यकता हो। यदि यह तब बोला जाता है, जब इसकी जरूरत नहीं हो, तो यह दिखावा होता है। राष्ट्रपति भवन में बैठे व्यक्ति का दायित्व है कि वह इन हालात में सच बोले और सच बोलने के लिए किसी अवसर का इंतजार नहीं करे। राजग के कार्यकाल में राष्ट्रपति बने कलाम के खिलाफ जेडीयू प्रमुख की टिप्पणी पूर्व राष्ट्रपति द्वारा किताब में यह खुलासा किए जाने के बाद आई है कि सोनिया गांधी के विदेशी मूल के मुद्दे को लेकर कुछ हलकों में जबरदस्त राजनीतिक विरोध के बावजूद वह 2004 में उन्हें बिना किसी झिझक के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ दिलाने के लिए तैयार थे। अपनी पुस्तक ‘टर्निंग प्वाइंट्स’ में कलाम ने यह भी कहा है कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी 2002 के दंगों के बाद उनकी गुजरात यात्रा के पक्ष में नहीं थे। कलाम की इस टिप्पणी पर कांग्रेस को वाजपेयी की 'राजधर्म' वाली नसीहत पर सवाल उठाने का मौका मिल गया। यह सलाह वाजपेयी ने गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को दी थी। टिप्पणियां शरद ने यह भी पूछा कि कलाम आठ साल तक चुप क्यों रहे, जब राजनीतिक जगत में अफवाहों और चर्चाओं का दौर जारी था। शरद ने कहा, संवैधानिक प्रमुख को सच तभी बोलना चाहिए, जब इसकी जरूरत हो। अन्तरात्मा की आवाज पर बोलने का तब कोई मतलब नहीं है, जब उससे आपका हितसाधन हो। गांधी जी अपनी अन्तरात्मा के अनुरूप तत्काल बोला करते थे। उन्होंने (कलाम ने) उस समय अपनी अन्तरात्मा (की आवाज) को क्यों मार दिया। उन्होंने कहा, सच तभी बोलना चाहिए, जब इसकी आवश्यकता हो। यदि यह तब बोला जाता है, जब इसकी जरूरत नहीं हो, तो यह दिखावा होता है। राष्ट्रपति भवन में बैठे व्यक्ति का दायित्व है कि वह इन हालात में सच बोले और सच बोलने के लिए किसी अवसर का इंतजार नहीं करे। अपनी पुस्तक ‘टर्निंग प्वाइंट्स’ में कलाम ने यह भी कहा है कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी 2002 के दंगों के बाद उनकी गुजरात यात्रा के पक्ष में नहीं थे। कलाम की इस टिप्पणी पर कांग्रेस को वाजपेयी की 'राजधर्म' वाली नसीहत पर सवाल उठाने का मौका मिल गया। यह सलाह वाजपेयी ने गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को दी थी। टिप्पणियां शरद ने यह भी पूछा कि कलाम आठ साल तक चुप क्यों रहे, जब राजनीतिक जगत में अफवाहों और चर्चाओं का दौर जारी था। शरद ने कहा, संवैधानिक प्रमुख को सच तभी बोलना चाहिए, जब इसकी जरूरत हो। अन्तरात्मा की आवाज पर बोलने का तब कोई मतलब नहीं है, जब उससे आपका हितसाधन हो। गांधी जी अपनी अन्तरात्मा के अनुरूप तत्काल बोला करते थे। उन्होंने (कलाम ने) उस समय अपनी अन्तरात्मा (की आवाज) को क्यों मार दिया। उन्होंने कहा, सच तभी बोलना चाहिए, जब इसकी आवश्यकता हो। यदि यह तब बोला जाता है, जब इसकी जरूरत नहीं हो, तो यह दिखावा होता है। राष्ट्रपति भवन में बैठे व्यक्ति का दायित्व है कि वह इन हालात में सच बोले और सच बोलने के लिए किसी अवसर का इंतजार नहीं करे। शरद ने यह भी पूछा कि कलाम आठ साल तक चुप क्यों रहे, जब राजनीतिक जगत में अफवाहों और चर्चाओं का दौर जारी था। शरद ने कहा, संवैधानिक प्रमुख को सच तभी बोलना चाहिए, जब इसकी जरूरत हो। अन्तरात्मा की आवाज पर बोलने का तब कोई मतलब नहीं है, जब उससे आपका हितसाधन हो। गांधी जी अपनी अन्तरात्मा के अनुरूप तत्काल बोला करते थे। उन्होंने (कलाम ने) उस समय अपनी अन्तरात्मा (की आवाज) को क्यों मार दिया। उन्होंने कहा, सच तभी बोलना चाहिए, जब इसकी आवश्यकता हो। यदि यह तब बोला जाता है, जब इसकी जरूरत नहीं हो, तो यह दिखावा होता है। राष्ट्रपति भवन में बैठे व्यक्ति का दायित्व है कि वह इन हालात में सच बोले और सच बोलने के लिए किसी अवसर का इंतजार नहीं करे। उन्होंने कहा, सच तभी बोलना चाहिए, जब इसकी आवश्यकता हो। यदि यह तब बोला जाता है, जब इसकी जरूरत नहीं हो, तो यह दिखावा होता है। राष्ट्रपति भवन में बैठे व्यक्ति का दायित्व है कि वह इन हालात में सच बोले और सच बोलने के लिए किसी अवसर का इंतजार नहीं करे।
कश्मीर पर सभी पार्टियों के एक सुर में बोलने से सही संदेश गया है : पीएम मोदी
सोमवार से संसद का मॉनसून सत्र शुरू हो रहा है पीएम ने कश्मीर पर एक सुर में बोलने पर सभी पार्टियों को शुक्रिया कहा मॉनसून सत्र के पहले रविवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई गई थी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि कश्मीर में विकास पर राजनीतिक दल एक सुर से बोल रहे हैं। पीएम ने जोर दिया कि इसने सही संदेश दिया है और देश को फायदा पहुंचाया है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि सोमवार से शुरू हो रहे संसद के मॉनसून सत्र के पहले बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में मोदी ने यह टिप्पणी की। सूत्रों ने बताया कि 'एक सुर' से बोलने के लिए उन सबकी तारीफ करते हुए उन्होंने कहा 'विभिन्न दलों ने कश्मीर घटनाक्रमों पर बयान दिया है, जिससे देश को लाभ हुआ है। इसने सही संदेश भेजा है और मैं सभी दलों का शुक्रिया अदा करता हूं।'टिप्पणियां प्रधानमंत्री ने कहा, 'हम लोगों और दलों दोनों का प्रतिनिधित्व करते हैं और सब चीजों पर राष्ट्रीय हितों को ऊपर रखने की जरूरत है।' (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि सोमवार से शुरू हो रहे संसद के मॉनसून सत्र के पहले बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में मोदी ने यह टिप्पणी की। सूत्रों ने बताया कि 'एक सुर' से बोलने के लिए उन सबकी तारीफ करते हुए उन्होंने कहा 'विभिन्न दलों ने कश्मीर घटनाक्रमों पर बयान दिया है, जिससे देश को लाभ हुआ है। इसने सही संदेश भेजा है और मैं सभी दलों का शुक्रिया अदा करता हूं।'टिप्पणियां प्रधानमंत्री ने कहा, 'हम लोगों और दलों दोनों का प्रतिनिधित्व करते हैं और सब चीजों पर राष्ट्रीय हितों को ऊपर रखने की जरूरत है।' (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) सूत्रों ने बताया कि 'एक सुर' से बोलने के लिए उन सबकी तारीफ करते हुए उन्होंने कहा 'विभिन्न दलों ने कश्मीर घटनाक्रमों पर बयान दिया है, जिससे देश को लाभ हुआ है। इसने सही संदेश भेजा है और मैं सभी दलों का शुक्रिया अदा करता हूं।'टिप्पणियां प्रधानमंत्री ने कहा, 'हम लोगों और दलों दोनों का प्रतिनिधित्व करते हैं और सब चीजों पर राष्ट्रीय हितों को ऊपर रखने की जरूरत है।' (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) प्रधानमंत्री ने कहा, 'हम लोगों और दलों दोनों का प्रतिनिधित्व करते हैं और सब चीजों पर राष्ट्रीय हितों को ऊपर रखने की जरूरत है।' (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
अब भी भारत से डरती हैं विदेशी टीमें : नोब्स
भारतीय हॉकी टीम ने भले ही पिछले दो दशक में कोई बड़ी सफलता हासिल नहीं की हो लेकिन टीम के विदेशी कोच माइकल नोब्स का मानना है कि अंतरराष्ट्रीय टीमें अब भी आठ बार की ओलिंपिक चैम्पियन टीम से डरती हैं।
भारतीय हॉकी टीम ने भले ही पिछले दो दशक में कोई बड़ी सफलता हासिल नहीं की हो लेकिन टीम के विदेशी कोच माइकल नोब्स का मानना है कि अंतरराष्ट्रीय टीमें अब भी आठ बार की ओलिंपिक चैम्पियन टीम से डरती हैं। अगले महीने यहां होने वाले ओलिंपिक क्वालीफायर के लिए पुरुष हाकी टीम के तैयारी शिविर के दूसरे चरण को देख रहे नोब्स ने कहा कि भारत को लंदन खेलों में जगह बना लेनी चाहिए। ऑस्ट्रेलिया के इस कोच ने आज यहां मेजर ध्यानचंद राष्ट्रीय स्टेडियम में ट्रेनिंग सत्र के बाद कहा, ‘पिछले कई वर्षों में (1980 मास्को ओलिंपिक में स्वर्ण पदक के बाद से) भारत ने कुछ भी हासिल नहीं किया है लेकिन फिर भी अंतरराष्ट्रीय टीमें हमसे डरती हैं।’ उन्होंने कहा, ‘यह (ओलिंपिक क्वालीफायर) हम सबके लिए रोमांचक यात्रा है लेकिन बेशक हम पर दबाव भी है। हम सबका ध्यान क्वालीफायर करने पर है और मुझे 90 से 95 प्रतिशत भरोसा है कि हम क्वालीफाई कर जाएंगे।’ नोब्स ने कहा, ‘अगर कुछ बहुत ही गलत नहीं होता या हमारा कोई मैच बहुत ही खराब नहीं होता या हमारे खिलाफ अंपायर के खराब नतीजे नहीं जाते तो हमें क्वालीफाई कर लेना चाहिए।’ बीजिंग ओलिंपिक 2008 में जगह बनाने में नाकाम रहा भारत यहां मेजर ध्यान चंद स्टेडियम में 18 से 26 फरवरी तक होने वाले क्वालीफायर में कनाडा, फ्रांस, पोलैंड, इटली और अमेरिका की चुनौती से निपटेगा। पिछले साल सितंबर में टीम के साथ जुड़ने के बाद से ही नोब्स का जोर भारतीय खिलाड़ियों की फिटनेस पर है और इसी को ध्यान में रखते हुए उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के ‘एक्सरसाइज फिजियोलाजिस्ट’ डेविड जान को टीम के साथ बरकरार रखा है। लगभग साढ़े चार महीने टीम के साथ बिताने के बाद जब खिलाड़ियों की फिटनेस के बारे में पूछा गया तो नोब्स काफी संतुष्ट दिखे, उनका हालांकि अब भी मानना है कि इस संबंध में काफी कुछ किया जाना बाकी है।टिप्पणियां उन्होंने कहा, ‘टीम की फिटनेस में काफी सुधार हुआ है। चैम्पियन्स चैलेंज एक टूर्नामेंट में हमारी टीम सबसे फिट थी।’ नोब्स ने कहा, ‘हमें धीरे धीरे खेल विज्ञान का फायदा मिल रहा है। हम दिन प्रतिदिन मजबूत हो रहे हैं लेकिन गेंद को अपने कब्जे में रखने के लिए हमें और अधिक मजबूत होना होगा।’ कोच का मानना है कि उनके खिलाड़ी जब आक्रामक हाकी खेलते हैं तो वह अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हैं लेकिन उन्होंने साथ ही टीम की कमजोर बैकलाइन के बारे में भी चेताया जो दबाव में बिखर जाती है। क्वालीफायर की तैयारी के तहत भारतीय पुरुष हाकी टीम 16 से 22 जनवरी तक दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला जबकि महिला टीम अजरबेजान के खिलाफ 15 से 19 जनवरी तक चार टेस्ट मैचों की श्रृंखला खेलेगी। अगले महीने यहां होने वाले ओलिंपिक क्वालीफायर के लिए पुरुष हाकी टीम के तैयारी शिविर के दूसरे चरण को देख रहे नोब्स ने कहा कि भारत को लंदन खेलों में जगह बना लेनी चाहिए। ऑस्ट्रेलिया के इस कोच ने आज यहां मेजर ध्यानचंद राष्ट्रीय स्टेडियम में ट्रेनिंग सत्र के बाद कहा, ‘पिछले कई वर्षों में (1980 मास्को ओलिंपिक में स्वर्ण पदक के बाद से) भारत ने कुछ भी हासिल नहीं किया है लेकिन फिर भी अंतरराष्ट्रीय टीमें हमसे डरती हैं।’ उन्होंने कहा, ‘यह (ओलिंपिक क्वालीफायर) हम सबके लिए रोमांचक यात्रा है लेकिन बेशक हम पर दबाव भी है। हम सबका ध्यान क्वालीफायर करने पर है और मुझे 90 से 95 प्रतिशत भरोसा है कि हम क्वालीफाई कर जाएंगे।’ नोब्स ने कहा, ‘अगर कुछ बहुत ही गलत नहीं होता या हमारा कोई मैच बहुत ही खराब नहीं होता या हमारे खिलाफ अंपायर के खराब नतीजे नहीं जाते तो हमें क्वालीफाई कर लेना चाहिए।’ बीजिंग ओलिंपिक 2008 में जगह बनाने में नाकाम रहा भारत यहां मेजर ध्यान चंद स्टेडियम में 18 से 26 फरवरी तक होने वाले क्वालीफायर में कनाडा, फ्रांस, पोलैंड, इटली और अमेरिका की चुनौती से निपटेगा। पिछले साल सितंबर में टीम के साथ जुड़ने के बाद से ही नोब्स का जोर भारतीय खिलाड़ियों की फिटनेस पर है और इसी को ध्यान में रखते हुए उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के ‘एक्सरसाइज फिजियोलाजिस्ट’ डेविड जान को टीम के साथ बरकरार रखा है। लगभग साढ़े चार महीने टीम के साथ बिताने के बाद जब खिलाड़ियों की फिटनेस के बारे में पूछा गया तो नोब्स काफी संतुष्ट दिखे, उनका हालांकि अब भी मानना है कि इस संबंध में काफी कुछ किया जाना बाकी है।टिप्पणियां उन्होंने कहा, ‘टीम की फिटनेस में काफी सुधार हुआ है। चैम्पियन्स चैलेंज एक टूर्नामेंट में हमारी टीम सबसे फिट थी।’ नोब्स ने कहा, ‘हमें धीरे धीरे खेल विज्ञान का फायदा मिल रहा है। हम दिन प्रतिदिन मजबूत हो रहे हैं लेकिन गेंद को अपने कब्जे में रखने के लिए हमें और अधिक मजबूत होना होगा।’ कोच का मानना है कि उनके खिलाड़ी जब आक्रामक हाकी खेलते हैं तो वह अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हैं लेकिन उन्होंने साथ ही टीम की कमजोर बैकलाइन के बारे में भी चेताया जो दबाव में बिखर जाती है। क्वालीफायर की तैयारी के तहत भारतीय पुरुष हाकी टीम 16 से 22 जनवरी तक दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला जबकि महिला टीम अजरबेजान के खिलाफ 15 से 19 जनवरी तक चार टेस्ट मैचों की श्रृंखला खेलेगी। ऑस्ट्रेलिया के इस कोच ने आज यहां मेजर ध्यानचंद राष्ट्रीय स्टेडियम में ट्रेनिंग सत्र के बाद कहा, ‘पिछले कई वर्षों में (1980 मास्को ओलिंपिक में स्वर्ण पदक के बाद से) भारत ने कुछ भी हासिल नहीं किया है लेकिन फिर भी अंतरराष्ट्रीय टीमें हमसे डरती हैं।’ उन्होंने कहा, ‘यह (ओलिंपिक क्वालीफायर) हम सबके लिए रोमांचक यात्रा है लेकिन बेशक हम पर दबाव भी है। हम सबका ध्यान क्वालीफायर करने पर है और मुझे 90 से 95 प्रतिशत भरोसा है कि हम क्वालीफाई कर जाएंगे।’ नोब्स ने कहा, ‘अगर कुछ बहुत ही गलत नहीं होता या हमारा कोई मैच बहुत ही खराब नहीं होता या हमारे खिलाफ अंपायर के खराब नतीजे नहीं जाते तो हमें क्वालीफाई कर लेना चाहिए।’ बीजिंग ओलिंपिक 2008 में जगह बनाने में नाकाम रहा भारत यहां मेजर ध्यान चंद स्टेडियम में 18 से 26 फरवरी तक होने वाले क्वालीफायर में कनाडा, फ्रांस, पोलैंड, इटली और अमेरिका की चुनौती से निपटेगा। पिछले साल सितंबर में टीम के साथ जुड़ने के बाद से ही नोब्स का जोर भारतीय खिलाड़ियों की फिटनेस पर है और इसी को ध्यान में रखते हुए उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के ‘एक्सरसाइज फिजियोलाजिस्ट’ डेविड जान को टीम के साथ बरकरार रखा है। लगभग साढ़े चार महीने टीम के साथ बिताने के बाद जब खिलाड़ियों की फिटनेस के बारे में पूछा गया तो नोब्स काफी संतुष्ट दिखे, उनका हालांकि अब भी मानना है कि इस संबंध में काफी कुछ किया जाना बाकी है।टिप्पणियां उन्होंने कहा, ‘टीम की फिटनेस में काफी सुधार हुआ है। चैम्पियन्स चैलेंज एक टूर्नामेंट में हमारी टीम सबसे फिट थी।’ नोब्स ने कहा, ‘हमें धीरे धीरे खेल विज्ञान का फायदा मिल रहा है। हम दिन प्रतिदिन मजबूत हो रहे हैं लेकिन गेंद को अपने कब्जे में रखने के लिए हमें और अधिक मजबूत होना होगा।’ कोच का मानना है कि उनके खिलाड़ी जब आक्रामक हाकी खेलते हैं तो वह अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हैं लेकिन उन्होंने साथ ही टीम की कमजोर बैकलाइन के बारे में भी चेताया जो दबाव में बिखर जाती है। क्वालीफायर की तैयारी के तहत भारतीय पुरुष हाकी टीम 16 से 22 जनवरी तक दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला जबकि महिला टीम अजरबेजान के खिलाफ 15 से 19 जनवरी तक चार टेस्ट मैचों की श्रृंखला खेलेगी। बीजिंग ओलिंपिक 2008 में जगह बनाने में नाकाम रहा भारत यहां मेजर ध्यान चंद स्टेडियम में 18 से 26 फरवरी तक होने वाले क्वालीफायर में कनाडा, फ्रांस, पोलैंड, इटली और अमेरिका की चुनौती से निपटेगा। पिछले साल सितंबर में टीम के साथ जुड़ने के बाद से ही नोब्स का जोर भारतीय खिलाड़ियों की फिटनेस पर है और इसी को ध्यान में रखते हुए उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के ‘एक्सरसाइज फिजियोलाजिस्ट’ डेविड जान को टीम के साथ बरकरार रखा है। लगभग साढ़े चार महीने टीम के साथ बिताने के बाद जब खिलाड़ियों की फिटनेस के बारे में पूछा गया तो नोब्स काफी संतुष्ट दिखे, उनका हालांकि अब भी मानना है कि इस संबंध में काफी कुछ किया जाना बाकी है।टिप्पणियां उन्होंने कहा, ‘टीम की फिटनेस में काफी सुधार हुआ है। चैम्पियन्स चैलेंज एक टूर्नामेंट में हमारी टीम सबसे फिट थी।’ नोब्स ने कहा, ‘हमें धीरे धीरे खेल विज्ञान का फायदा मिल रहा है। हम दिन प्रतिदिन मजबूत हो रहे हैं लेकिन गेंद को अपने कब्जे में रखने के लिए हमें और अधिक मजबूत होना होगा।’ कोच का मानना है कि उनके खिलाड़ी जब आक्रामक हाकी खेलते हैं तो वह अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हैं लेकिन उन्होंने साथ ही टीम की कमजोर बैकलाइन के बारे में भी चेताया जो दबाव में बिखर जाती है। क्वालीफायर की तैयारी के तहत भारतीय पुरुष हाकी टीम 16 से 22 जनवरी तक दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला जबकि महिला टीम अजरबेजान के खिलाफ 15 से 19 जनवरी तक चार टेस्ट मैचों की श्रृंखला खेलेगी। लगभग साढ़े चार महीने टीम के साथ बिताने के बाद जब खिलाड़ियों की फिटनेस के बारे में पूछा गया तो नोब्स काफी संतुष्ट दिखे, उनका हालांकि अब भी मानना है कि इस संबंध में काफी कुछ किया जाना बाकी है।टिप्पणियां उन्होंने कहा, ‘टीम की फिटनेस में काफी सुधार हुआ है। चैम्पियन्स चैलेंज एक टूर्नामेंट में हमारी टीम सबसे फिट थी।’ नोब्स ने कहा, ‘हमें धीरे धीरे खेल विज्ञान का फायदा मिल रहा है। हम दिन प्रतिदिन मजबूत हो रहे हैं लेकिन गेंद को अपने कब्जे में रखने के लिए हमें और अधिक मजबूत होना होगा।’ कोच का मानना है कि उनके खिलाड़ी जब आक्रामक हाकी खेलते हैं तो वह अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हैं लेकिन उन्होंने साथ ही टीम की कमजोर बैकलाइन के बारे में भी चेताया जो दबाव में बिखर जाती है। क्वालीफायर की तैयारी के तहत भारतीय पुरुष हाकी टीम 16 से 22 जनवरी तक दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला जबकि महिला टीम अजरबेजान के खिलाफ 15 से 19 जनवरी तक चार टेस्ट मैचों की श्रृंखला खेलेगी। उन्होंने कहा, ‘टीम की फिटनेस में काफी सुधार हुआ है। चैम्पियन्स चैलेंज एक टूर्नामेंट में हमारी टीम सबसे फिट थी।’ नोब्स ने कहा, ‘हमें धीरे धीरे खेल विज्ञान का फायदा मिल रहा है। हम दिन प्रतिदिन मजबूत हो रहे हैं लेकिन गेंद को अपने कब्जे में रखने के लिए हमें और अधिक मजबूत होना होगा।’ कोच का मानना है कि उनके खिलाड़ी जब आक्रामक हाकी खेलते हैं तो वह अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हैं लेकिन उन्होंने साथ ही टीम की कमजोर बैकलाइन के बारे में भी चेताया जो दबाव में बिखर जाती है। क्वालीफायर की तैयारी के तहत भारतीय पुरुष हाकी टीम 16 से 22 जनवरी तक दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला जबकि महिला टीम अजरबेजान के खिलाफ 15 से 19 जनवरी तक चार टेस्ट मैचों की श्रृंखला खेलेगी। क्वालीफायर की तैयारी के तहत भारतीय पुरुष हाकी टीम 16 से 22 जनवरी तक दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला जबकि महिला टीम अजरबेजान के खिलाफ 15 से 19 जनवरी तक चार टेस्ट मैचों की श्रृंखला खेलेगी।
अंदर की बात : राहुल गांधी की यूपी यात्रा पर प्रशांत किशोर टीम की पर्दे के पीछे की रणनीति
राहुल गांधी यूपी में कर रहे किसान यात्रा इस दौरान किया जा रहा खाट सभा का आयोजन वह इस दौरान राज्‍य की आधी से भी ज्‍यादा सीटें कवर करेंगे
राहुल गांधी की 'खाट सभा' अभी पूर्वी यूपी की खलीलाबाद में खत्‍म हुई है और कोई भी खाट लेकर नहीं गया. चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर को छोड़कर सभी ने राहत की सांस ली. अगले साल की शुरुआत में होने जा रहे राज्‍य विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस उपाध्‍यक्ष राहुल की महीने भर की यात्रा की रुपरेखा प्रशांत किशोर ने ही तैयार की है.  यात्रा के पहले दिन किसानों के सा‍थ मीटिंग के कार्यक्रम में कांग्रेस ने खाटों का इंतजाम किया था, लेकिन उस आम सभा में आए लोगों द्वारा 2000 ब्रांडेड नई खाट उठा ले जाने की घटना सुर्खियां बनी थीं. प्रशांत किशोर इससे नाराज दिख रहे थे. उसी दिन दूसरी 'खाट सभा' में कैमरे से दूर रहने वाले इस रणनीतिकार ने एक पत्रकार से कहा था, ''देखो कोई भी यहां से कुछ भी नहीं लेकर जा रहा है.''टिप्पणियां खलीलाबाद में राहुल गांधी की सभा खत्‍म होने के बाद जब भीड़ और अधिकांश रिपोर्टर चले गए तो उसी मंच पर प्रशांत किशोर ने मीटिंग करनी शुरू कर दी. उनकी इंडियन पॉलिटिकल एक्‍शन कमेटी (आईपीएसी) के काली टी शर्ट पहने करीब 20 सदस्‍यों ने ब्‍यौरा दिया. प्रशांत किशोर के नेतृत्‍व वाली यही टीम राहुल गांधी की यात्रा के हर कदम का आयोजन कर रही है.   इस टीम के सूत्रों का कहना है कि इसमें करीब 50 युवा सदस्‍य शामिल हैं जो एक-स्‍थान से दूसरे स्‍थान पर लॉजिस्टिक्‍स, मीडिया समेत अन्‍य चीजें संभाल रहे हैं. गुरुवार सुबह पत्रकारों को बताया गया कि वे बस्‍ती शहर में पांच किमी के रोड शो में कांग्रेस नेता की एसयूवी के आगे एक खुले ट्रक में यात्रा करेंगे. आईपीएसी की अबिन और पायल (उन्‍होंने पूरा नाम नहीं बताया) ने अपना मोबाइल फोन निकालकर एक छोटी लड़की को फोटो लिया जो एक स्‍कूटी पर खड़ी होकर राहुल गांधी को देखने की कोशिश कर रही थी. उसकी मां ने स्‍कूटी संभाल रखी थी.   कांग्रेस की सोशल मीडिया टीम और अन्‍यों को ये फोटो व्‍हाट्सऐप की गईं. अपने बारे में बोलने से झिझकते हुए अबिन ने कहा कि 'वह देख नहीं पाए.' राहुल गांधी अपनी एसयूवी की फ्रंट सीट पर मौजूद थे. बीच-बीच वह अपने मोबाइल को चेक कर लेते थे. कभी-कभी वह उनके साथ सफर कर रहे यूपी चुनाव प्रभारी गुलाम नबी आजाद की तरफ झुककर बात कर लेते थे. अलग-अलग शहरों में रात को यह काफिला वहां के सरकारी गेस्‍ट हाउसों में ठहर रहा है. यात्रा के पहले दिन किसानों के सा‍थ मीटिंग के कार्यक्रम में कांग्रेस ने खाटों का इंतजाम किया था, लेकिन उस आम सभा में आए लोगों द्वारा 2000 ब्रांडेड नई खाट उठा ले जाने की घटना सुर्खियां बनी थीं. प्रशांत किशोर इससे नाराज दिख रहे थे. उसी दिन दूसरी 'खाट सभा' में कैमरे से दूर रहने वाले इस रणनीतिकार ने एक पत्रकार से कहा था, ''देखो कोई भी यहां से कुछ भी नहीं लेकर जा रहा है.''टिप्पणियां खलीलाबाद में राहुल गांधी की सभा खत्‍म होने के बाद जब भीड़ और अधिकांश रिपोर्टर चले गए तो उसी मंच पर प्रशांत किशोर ने मीटिंग करनी शुरू कर दी. उनकी इंडियन पॉलिटिकल एक्‍शन कमेटी (आईपीएसी) के काली टी शर्ट पहने करीब 20 सदस्‍यों ने ब्‍यौरा दिया. प्रशांत किशोर के नेतृत्‍व वाली यही टीम राहुल गांधी की यात्रा के हर कदम का आयोजन कर रही है.   इस टीम के सूत्रों का कहना है कि इसमें करीब 50 युवा सदस्‍य शामिल हैं जो एक-स्‍थान से दूसरे स्‍थान पर लॉजिस्टिक्‍स, मीडिया समेत अन्‍य चीजें संभाल रहे हैं. गुरुवार सुबह पत्रकारों को बताया गया कि वे बस्‍ती शहर में पांच किमी के रोड शो में कांग्रेस नेता की एसयूवी के आगे एक खुले ट्रक में यात्रा करेंगे. आईपीएसी की अबिन और पायल (उन्‍होंने पूरा नाम नहीं बताया) ने अपना मोबाइल फोन निकालकर एक छोटी लड़की को फोटो लिया जो एक स्‍कूटी पर खड़ी होकर राहुल गांधी को देखने की कोशिश कर रही थी. उसकी मां ने स्‍कूटी संभाल रखी थी.   कांग्रेस की सोशल मीडिया टीम और अन्‍यों को ये फोटो व्‍हाट्सऐप की गईं. अपने बारे में बोलने से झिझकते हुए अबिन ने कहा कि 'वह देख नहीं पाए.' राहुल गांधी अपनी एसयूवी की फ्रंट सीट पर मौजूद थे. बीच-बीच वह अपने मोबाइल को चेक कर लेते थे. कभी-कभी वह उनके साथ सफर कर रहे यूपी चुनाव प्रभारी गुलाम नबी आजाद की तरफ झुककर बात कर लेते थे. अलग-अलग शहरों में रात को यह काफिला वहां के सरकारी गेस्‍ट हाउसों में ठहर रहा है. खलीलाबाद में राहुल गांधी की सभा खत्‍म होने के बाद जब भीड़ और अधिकांश रिपोर्टर चले गए तो उसी मंच पर प्रशांत किशोर ने मीटिंग करनी शुरू कर दी. उनकी इंडियन पॉलिटिकल एक्‍शन कमेटी (आईपीएसी) के काली टी शर्ट पहने करीब 20 सदस्‍यों ने ब्‍यौरा दिया. प्रशांत किशोर के नेतृत्‍व वाली यही टीम राहुल गांधी की यात्रा के हर कदम का आयोजन कर रही है.   इस टीम के सूत्रों का कहना है कि इसमें करीब 50 युवा सदस्‍य शामिल हैं जो एक-स्‍थान से दूसरे स्‍थान पर लॉजिस्टिक्‍स, मीडिया समेत अन्‍य चीजें संभाल रहे हैं. गुरुवार सुबह पत्रकारों को बताया गया कि वे बस्‍ती शहर में पांच किमी के रोड शो में कांग्रेस नेता की एसयूवी के आगे एक खुले ट्रक में यात्रा करेंगे. आईपीएसी की अबिन और पायल (उन्‍होंने पूरा नाम नहीं बताया) ने अपना मोबाइल फोन निकालकर एक छोटी लड़की को फोटो लिया जो एक स्‍कूटी पर खड़ी होकर राहुल गांधी को देखने की कोशिश कर रही थी. उसकी मां ने स्‍कूटी संभाल रखी थी.   कांग्रेस की सोशल मीडिया टीम और अन्‍यों को ये फोटो व्‍हाट्सऐप की गईं. अपने बारे में बोलने से झिझकते हुए अबिन ने कहा कि 'वह देख नहीं पाए.' राहुल गांधी अपनी एसयूवी की फ्रंट सीट पर मौजूद थे. बीच-बीच वह अपने मोबाइल को चेक कर लेते थे. कभी-कभी वह उनके साथ सफर कर रहे यूपी चुनाव प्रभारी गुलाम नबी आजाद की तरफ झुककर बात कर लेते थे. अलग-अलग शहरों में रात को यह काफिला वहां के सरकारी गेस्‍ट हाउसों में ठहर रहा है. आईपीएसी की अबिन और पायल (उन्‍होंने पूरा नाम नहीं बताया) ने अपना मोबाइल फोन निकालकर एक छोटी लड़की को फोटो लिया जो एक स्‍कूटी पर खड़ी होकर राहुल गांधी को देखने की कोशिश कर रही थी. उसकी मां ने स्‍कूटी संभाल रखी थी.   कांग्रेस की सोशल मीडिया टीम और अन्‍यों को ये फोटो व्‍हाट्सऐप की गईं. अपने बारे में बोलने से झिझकते हुए अबिन ने कहा कि 'वह देख नहीं पाए.' राहुल गांधी अपनी एसयूवी की फ्रंट सीट पर मौजूद थे. बीच-बीच वह अपने मोबाइल को चेक कर लेते थे. कभी-कभी वह उनके साथ सफर कर रहे यूपी चुनाव प्रभारी गुलाम नबी आजाद की तरफ झुककर बात कर लेते थे. अलग-अलग शहरों में रात को यह काफिला वहां के सरकारी गेस्‍ट हाउसों में ठहर रहा है.
अयोध्‍या केस: शिया वक्‍फ बोर्ड ने कहा-मंदिर तोड़कर मस्जिद बनाई गई, याचिका पर SC में सुनवाई
शिया वक्‍फ बोर्ड ने भी जताया हक कहा- मस्जिद बनाने वाला मीर बाकी शिया था लिहाजा इस संपत्ति पर शिया वक्‍फ बोर्ड का भी हिस्‍सा
बाबरी मस्जिद के स्वामित्य की कानूनी लड़ाई हारने के सात दशक बाद शिया वक्फ बोर्ड ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. शिया वक्फ बोर्ड ने बाबरी मस्जिद पर अपनी दावेदारी जताते हुए यह भी कहा कि मंदिर को तोड़कर बाबरी मस्जिद बनाई गई थी. सुप्रीम कोर्ट शिया वक्फ बोर्ड की याचिका पर सुनवाई करेगा. पढ़ें: राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि विवाद: 6 वर्षों बाद सुप्रीम कोर्ट में अहम सुनवाई अपनी याचिका में बोर्ड ने यह कहा कि बाबरी मस्जिद मुगल बादशाह बाबर ने नहीं बल्कि उनके मंत्री अब्दुल मीर बकी ने बनवाई थी. बोर्ड का यह भी कहना है कि मीर बाकी ने अपने पैसे से इसका निर्माण कराया था और मंदिर को तोड़कर बाबरी मस्जिद का निर्माण किया गया था. चूंकि मीर बाकी शिया मुसलमान था लिहाजा यह शिया वक्फ की संपत्ति है.टिप्पणियां VIDEO: अदालत के फैसले को चुनौती याचिका में कहा गया कि निचली अदालत का यह आदेश गलत है जिसमें बाबरी मस्जिद को शिया वक्फ की संपत्ति मानने से इनकार कर दिया गया था. पढ़ें: राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि विवाद: 6 वर्षों बाद सुप्रीम कोर्ट में अहम सुनवाई अपनी याचिका में बोर्ड ने यह कहा कि बाबरी मस्जिद मुगल बादशाह बाबर ने नहीं बल्कि उनके मंत्री अब्दुल मीर बकी ने बनवाई थी. बोर्ड का यह भी कहना है कि मीर बाकी ने अपने पैसे से इसका निर्माण कराया था और मंदिर को तोड़कर बाबरी मस्जिद का निर्माण किया गया था. चूंकि मीर बाकी शिया मुसलमान था लिहाजा यह शिया वक्फ की संपत्ति है.टिप्पणियां VIDEO: अदालत के फैसले को चुनौती याचिका में कहा गया कि निचली अदालत का यह आदेश गलत है जिसमें बाबरी मस्जिद को शिया वक्फ की संपत्ति मानने से इनकार कर दिया गया था. अपनी याचिका में बोर्ड ने यह कहा कि बाबरी मस्जिद मुगल बादशाह बाबर ने नहीं बल्कि उनके मंत्री अब्दुल मीर बकी ने बनवाई थी. बोर्ड का यह भी कहना है कि मीर बाकी ने अपने पैसे से इसका निर्माण कराया था और मंदिर को तोड़कर बाबरी मस्जिद का निर्माण किया गया था. चूंकि मीर बाकी शिया मुसलमान था लिहाजा यह शिया वक्फ की संपत्ति है.टिप्पणियां VIDEO: अदालत के फैसले को चुनौती याचिका में कहा गया कि निचली अदालत का यह आदेश गलत है जिसमें बाबरी मस्जिद को शिया वक्फ की संपत्ति मानने से इनकार कर दिया गया था. VIDEO: अदालत के फैसले को चुनौती याचिका में कहा गया कि निचली अदालत का यह आदेश गलत है जिसमें बाबरी मस्जिद को शिया वक्फ की संपत्ति मानने से इनकार कर दिया गया था. याचिका में कहा गया कि निचली अदालत का यह आदेश गलत है जिसमें बाबरी मस्जिद को शिया वक्फ की संपत्ति मानने से इनकार कर दिया गया था.
राष्ट्रपति चुनाव : शिबू सोरेन तय करेंगे झामुमो का रुख
झारखंड के सत्तारूढ़ गठबंधन में शामिल झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) 19 जुलाई को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव पर यूं तो आम सहमति की पक्षधर है लेकिन इस मुद्दे पर रुख तय करने के लिए इसने रविवार को पार्टी प्रमुख शिबू सोरेन को अधिकृत किया।
झारखंड के सत्तारूढ़ गठबंधन में शामिल झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) 19 जुलाई को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव पर यूं तो आम सहमति की पक्षधर है लेकिन इस मुद्दे पर रुख तय करने के लिए इसने रविवार को पार्टी प्रमुख शिबू सोरेन को अधिकृत किया। पार्टी ने कहा कि यह फैसला यहां हुई झामुमो कोर कमेटी की बैठक में लिया गया। बैठक के बाद सोरेन के बेटे और उपमुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी कहा, "राष्ट्रपति चुनाव के लिए आम सहमति बनाई जानी चाहिए।" गौरतलब है कि झारखंड की तीन क्षेत्रीय पार्टियों में से एक झारखंड विकास मोर्चा-प्रजातांत्रिक (जेवीएम-पी) ने संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) के उम्मीदवार प्रणब मुखर्जी को समर्थन देने की घोषणा की है। इस पार्टी के दो लोकसभा सदस्य और 11 विधायक हैं।टिप्पणियां राज्य में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ गठबंधन में शामिल झामुमो और आजसू (ऑल इंडिया झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन) ने राष्ट्रपति चुनाव के मुद्दे पर अभी कोई फैसला नहीं लिया है। झामुमो के एक सांसद और 18 विधायक हैं, जबकि आजसू के छह विधायक हैं। बैठक के बाद सोरेन के बेटे और उपमुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी कहा, "राष्ट्रपति चुनाव के लिए आम सहमति बनाई जानी चाहिए।" गौरतलब है कि झारखंड की तीन क्षेत्रीय पार्टियों में से एक झारखंड विकास मोर्चा-प्रजातांत्रिक (जेवीएम-पी) ने संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) के उम्मीदवार प्रणब मुखर्जी को समर्थन देने की घोषणा की है। इस पार्टी के दो लोकसभा सदस्य और 11 विधायक हैं।टिप्पणियां राज्य में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ गठबंधन में शामिल झामुमो और आजसू (ऑल इंडिया झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन) ने राष्ट्रपति चुनाव के मुद्दे पर अभी कोई फैसला नहीं लिया है। झामुमो के एक सांसद और 18 विधायक हैं, जबकि आजसू के छह विधायक हैं। गौरतलब है कि झारखंड की तीन क्षेत्रीय पार्टियों में से एक झारखंड विकास मोर्चा-प्रजातांत्रिक (जेवीएम-पी) ने संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) के उम्मीदवार प्रणब मुखर्जी को समर्थन देने की घोषणा की है। इस पार्टी के दो लोकसभा सदस्य और 11 विधायक हैं।टिप्पणियां राज्य में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ गठबंधन में शामिल झामुमो और आजसू (ऑल इंडिया झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन) ने राष्ट्रपति चुनाव के मुद्दे पर अभी कोई फैसला नहीं लिया है। झामुमो के एक सांसद और 18 विधायक हैं, जबकि आजसू के छह विधायक हैं। राज्य में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ गठबंधन में शामिल झामुमो और आजसू (ऑल इंडिया झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन) ने राष्ट्रपति चुनाव के मुद्दे पर अभी कोई फैसला नहीं लिया है। झामुमो के एक सांसद और 18 विधायक हैं, जबकि आजसू के छह विधायक हैं। झामुमो के एक सांसद और 18 विधायक हैं, जबकि आजसू के छह विधायक हैं।
BANvsAUS Test: नाथन लियोन के झटकों के बाद मुशफिकुर रहीम और शब्‍बीर रहमान ने बांग्लादेश को संभाला
पहले दिन बांग्‍लादेश का स्‍कोर 6 विकेट पर 253 रन शब्‍बीर और मुशफिकुर रहीम ने अर्धशतक बनाए पहले दिन गिरे 6 विकेट में से 5 लियोन ने लिए हैं
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'कसाब को खुलेआम फांसी पर लटकाना चाहिए था'
अजमल कसाब को फांसी पर लटकाए जाने पर संतोष प्रकट करते हुए एकनाथ ओंबले ने कहा कि उसे खुलेआम फांसी पर लटकाया जाना चाहिए था। एकनाथ ओंबले एएसआई तुकाराम ओंबले के भाई हैं, जिन्होंने कसाब को पकड़ने की कोशिश में जान गंवा दी थी।
अजमल कसाब को फांसी पर लटकाए जाने पर संतोष प्रकट करते हुए एकनाथ ओंबले ने कहा कि उसे खुलेआम फांसी पर लटकाया जाना चाहिए था। एकनाथ ओंबले सहायक पुलिस उप निरीक्षक तुकाराम ओंबले के भाई हैं, जिन्होंने 26 नवंबर, 2008 की रात को कसाब को पकड़ने की कोशिश में अपनी जान गंवा दी थी।टिप्पणियां कसाब को फांसी दिए जाने से खुश दिखाई दे रहे एकनाथ ने कहा, मैं गौरवान्वित और खुश हूं कि मेरे भाई के प्रयास काम आए। उन्होंने कहा, हम बहुत खुश और संतुष्ट हैं। अजमल कसाब को खुलेआम फांसी पर लटकाया जाना चाहिए था, लेकिन मैं जानता हूं कि कानून इसकी इजाजत नहीं देता। एकनाथ ने कहा, गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने अपना वादा निभाया कि वह ऐसा फैसला करेंगे, जिससे भारतीयों को संतोष होगा। उन्होंने इसके लिए राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को भी धन्यवाद दिया। निहत्थे तुकाराम ओंबले को दक्षिण मुंबई में गिरगाम चौपाटी पर एके-47 से लैस कसाब ने गोली मार दी थी, लेकिन तुकाराम के प्रयासों से ही कसाब को जीवित गिरफ्तार किया जा सका। कसाब को फांसी दिए जाने से खुश दिखाई दे रहे एकनाथ ने कहा, मैं गौरवान्वित और खुश हूं कि मेरे भाई के प्रयास काम आए। उन्होंने कहा, हम बहुत खुश और संतुष्ट हैं। अजमल कसाब को खुलेआम फांसी पर लटकाया जाना चाहिए था, लेकिन मैं जानता हूं कि कानून इसकी इजाजत नहीं देता। एकनाथ ने कहा, गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने अपना वादा निभाया कि वह ऐसा फैसला करेंगे, जिससे भारतीयों को संतोष होगा। उन्होंने इसके लिए राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को भी धन्यवाद दिया। निहत्थे तुकाराम ओंबले को दक्षिण मुंबई में गिरगाम चौपाटी पर एके-47 से लैस कसाब ने गोली मार दी थी, लेकिन तुकाराम के प्रयासों से ही कसाब को जीवित गिरफ्तार किया जा सका। एकनाथ ने कहा, गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने अपना वादा निभाया कि वह ऐसा फैसला करेंगे, जिससे भारतीयों को संतोष होगा। उन्होंने इसके लिए राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को भी धन्यवाद दिया। निहत्थे तुकाराम ओंबले को दक्षिण मुंबई में गिरगाम चौपाटी पर एके-47 से लैस कसाब ने गोली मार दी थी, लेकिन तुकाराम के प्रयासों से ही कसाब को जीवित गिरफ्तार किया जा सका।
ओबामा को राष्ट्रपति चुनाव में जीत का पक्का भरोसा
अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने अपने रिपब्लिकन प्रतिद्वंद्वी मिट रोमनी के खिलाफ राष्ट्रपति चुनाव में जीत का भरोसा जताया है हालांकि उन्होंने स्वीकार किया है कि मुकाबला काफी कड़ा होगा।
अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने अपने रिपब्लिकन प्रतिद्वंद्वी मिट रोमनी के खिलाफ राष्ट्रपति चुनाव में जीत का भरोसा जताया है हालांकि उन्होंने स्वीकार किया है कि मुकाबला काफी कड़ा होगा।टिप्पणियां ओबामा ने न्यूयॉर्क में सोमवार को अपने प्रचार अभियान में कहा,  यदि आज चुनाव होते हैं तो मैं समझता हूं कि मुकाबला कड़ा होगा लेकिन मुझे लगता है कि मैं जीत जाऊंगा और अब हमारे पास 99 दिन बचे हैं। दोबारा चुनाव लड़ रहे ओबामा ने कहा कि उन्हें अपने दूसरे कार्यकाल में अपने अधूरे एजेंडे को पूरा करना होगा। उन्होंने कहा, यदि हम यूरोप में स्थिरता ला सकें, शिक्षा में खुद को स्थापित कर सकें, विज्ञान और तकनीक, ऊर्जा तथा कई अन्य क्षेत्रों में प्रगति कर सकें तो कोई कारण नहीं कि आने वाले दशकों में अमेरिका की बादशाहत को कोई हिला सके। ओबामा ने न्यूयॉर्क में सोमवार को अपने प्रचार अभियान में कहा,  यदि आज चुनाव होते हैं तो मैं समझता हूं कि मुकाबला कड़ा होगा लेकिन मुझे लगता है कि मैं जीत जाऊंगा और अब हमारे पास 99 दिन बचे हैं। दोबारा चुनाव लड़ रहे ओबामा ने कहा कि उन्हें अपने दूसरे कार्यकाल में अपने अधूरे एजेंडे को पूरा करना होगा। उन्होंने कहा, यदि हम यूरोप में स्थिरता ला सकें, शिक्षा में खुद को स्थापित कर सकें, विज्ञान और तकनीक, ऊर्जा तथा कई अन्य क्षेत्रों में प्रगति कर सकें तो कोई कारण नहीं कि आने वाले दशकों में अमेरिका की बादशाहत को कोई हिला सके। उन्होंने कहा, यदि हम यूरोप में स्थिरता ला सकें, शिक्षा में खुद को स्थापित कर सकें, विज्ञान और तकनीक, ऊर्जा तथा कई अन्य क्षेत्रों में प्रगति कर सकें तो कोई कारण नहीं कि आने वाले दशकों में अमेरिका की बादशाहत को कोई हिला सके।
Super Dancer 3 Winner: 'सुपर डांसर चैप्टर 3' का ताज सजा इस बच्ची के सर पर, जीते 15 लाख रुपये
रुपसा बतब्याल ने जीता 'सुपर डांसर चैप्टर 3' का खिताब सुपर गुरु निशांत भट्ट और रुपसा ने जीती ट्रॉफी 6 साल की कम उम्र में बनी 'सुपर डांसर चैप्टर 3' की विनर
The moment we have all been waiting for is here! Who do you think is the winner of #SuperDancerChapter3, watch the #SuperFinale episode and find out tonight at 8 PM. @theshilpashetty @geeta_kapurofficial @anuragsbasu @tusharshetty95 @tejas_being_legend @rithvik_d @iamparitoshtripathi @anu_iyengar @jayshreegogoiofficial @vabs_blockbusterentertainer @nishantbhat86 @rupsa_04 @zindarobot @saksham.entertainer @sarwangourav A post shared by Sony Entertainment Television (@sonytvofficial) on Jun 23, 2019 at 6:03am PDT 'सुपर डांसर चैप्टर 3' (Super Dancer Chapter 3) के आखिरी एपिसोड में शो के जज अनुराग बसु (Anurag Basu), शिल्पा शेट्टी (Shilpa Shetty Kundra) और गीता कपूर (Geeta Kapoor) ने इस अद्भुत यात्रा को याद किया और शो के माध्यम से अनुभव किए गए कुछ शानदार पलों पर प्रकाश डाला. एक्ट्रेस शिल्पा शेट्टी कुंद्रा ने लगभग 20 साल बाद मंच पर भरतनाट्यम किया. वहीं कृष्णा अभिषेक (Krishna Abhishek) द्वारा अपनी बेमिसाल कॉमिक टाइमिंग के साथ शाम को शानदार बनाने और धर्मेंद्र सर और राघव जुयाल द्वारा प्रतियोगियों का उत्साह बढ़ाने तक, ग्रैंड फिनाले कमाल का रहा. This Sunday is going to EPIC with Super Judge grooving on the stage of #SuperDancerChapter3. Don't miss this #SuperFinale episode tonight at 8 PM. @theshilpashetty @geeta_kapurofficial @anuragsbasu @tusharshetty95 @tejas_being_legend @rithvik_d @iamparitoshtripathi @anu_iyengar @jayshreegogoiofficial @vabs_blockbusterentertainer @nishantbhat86 @rupsa_04 @zindarobot @saksham.entertainer @sarwangourav A post shared by Sony Entertainment Television (@sonytvofficial) on Jun 23, 2019 at 5:50am PDT सप्ताह दर सप्ताह प्रतियोगियों ने पावर पैक्ड परफॉर्मेंस देने के लिए अपने कंफर्ट जोन से बाहर निकलकर न सिर्फ जज बल्कि दर्शकों को भी रोमांचित किया. शीर्ष 5 प्रतियोगियों - रूपसा बतब्याल (Rupsa Batabyal), तेजस वर्मा, गौरव सारवान, सक्षम शर्मा और जयश्री गोगोई आखिरकार इस लम्बे सफर को तय करके फिनाले की रैस में पहुंच थे. इनकी ये यात्रा प्रेरणादायक रही है. बहुत अधिक धूमधाम और उत्साह के साथ, रूपसा ने अपने सुपर गुरु निशांत भट्ट के साथ प्रतिष्ठित ट्रॉफी और 15 लाख (रूपसा) और 5 लाख (निशांत) का चेक हासिल किया.
ब्लिट्ज शतरंज में आनंद का निराशाजनक प्रदर्शन जारी, संयुक्त 8वें स्थान पर
आनंद ने 9 दौर में 7 बाजी ड्रॉ खेली, जबिक 2 में उन्हें हार मिली टूर्नामेंट में फॉर्म में नहीं दिखे भारतीय ग्रैंडमास्टर आर्मेनिया के लेवोन आरोनियन टूर्नामेंट में शीर्ष पर बने हुए हैं
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी को अल्पसंख्यक संस्थान का दर्जा नहीं दिया जा सकता : केंद्र सरकार
केंद्र ने सुप्रीम कोर्ट में दाखिल किया हलफनामा 1967 में अजीज बाशा केस में संविधान पीठ के जजमेंट को बनाया आधार यूपीए सरकार की अपील को वापस ले लिया
पिछली सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने सवाल उठाया था कि कोई केंद्रीय यूनिवर्सिटी अल्पसंख्यक का दर्जा कैसे पा सकती है। कोई कालेज अल्पसंख्यक वर्ग चला रहा हो यह तो समझा जा सकता है। एजी मुकुल रोहतगी ने कहा था कि किसी धर्मनिरपेक्ष राज्य में सरकार अल्पसंख्यक यूनिवर्सिटी कैसे स्थापित कर सकती है। अगर एएमयू से अल्पसंख्यक का दर्जा हट जाया है तो उसे भी नियमों के मुताबिक एससी, एसटी और ओबीसी कोटे को आरक्षण देना होगा। दरअसल इलाहाबाद हाईकोर्ट ने 1981 के संशोधन को रद्द करते हुए सुप्रीम कोर्ट के 1967 के फैसले को बरकरार रखा था। 2006 में तत्कालीन यूपीए सरकार और एएमयू ने इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी। दरअसल इलाहाबाद हाईकोर्ट ने 1981 के संशोधन को रद्द करते हुए सुप्रीम कोर्ट के 1967 के फैसले को बरकरार रखा था। 2006 में तत्कालीन यूपीए सरकार और एएमयू ने इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी।