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बॉडीगार्ड ने पुलिस के समक्ष बयान दिया, 'रॉकी बाबू ने उन्‍हें मारा,कहा-तुम जानते नहीं मैं कौन हूं'
मई में रोड रेज मामले में मारा गया था 12वीं का छात्र आदित्‍य सचदेव एक नेता का बेटा रॉकी यादव है मुख्‍य संदिग्‍ध, उसे जमानत मिली बेल के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट की शरण लेगी बिहार सरकार
पांच दोस्‍त, इनमें सभी लड़के थे, बर्थडे पार्टी से घर के लिए निकले थे. इन दोस्‍तों में से एक ने इसके लिए अपने पिता की मारुति स्विफ्ट ली थी. गया की सड़कें उस दिन रोजमर्रा की तरह व्‍यस्‍त थीं. इन किशोरों को घर जाने की कोई खास जल्‍दी नहीं थी और ये बातचीत में व्‍यस्‍त थे. ऐसे में जब उन्‍होंने एक लैंडरोवर  को ओवरटेक किया और उन्‍होंने इसके परिणाम के बारे में नहीं सोचा था. कुछ मिनट बाद एसयूवी इनके साथ चलने लगी और मारुति को उसे रास्‍ता देने को कहा. सिल्‍वर कलर की इस लैंडरोवर, जिसमें तीन लोग सवार थे, से मारुति को धीमा होने की चेतावनी के साथ फायर किया गया और तेजी से आगे निकल गई. इसके बाद लैंडरोवर  ने मारुति का रास्‍ता रोक लिया. अगले कुछ मिनटों में, छोटी कार में सवार चार लड़के, स्‍टूडेंट से पांचवे सवार की हत्‍या के गवाह में तब्‍दील हो गए. आगे की सीट पर सवार स्‍टूडेंट का नाम आदित्‍य सचदेवा था. अपने पिता की कार से  दोस्‍तों को ले जा रहे नासिर हुसैन ने कोर्ट में गवाही के दौरान बताया, 'पिस्‍तौल लिए शख्‍स ने कहा था, 'या तो तुम रुको वरना हम तुम्‍हें मार देंगे, उसने मुझे मारना शुरू कर दिया. उसने कहा, मेरा नाम रॉकी यादव है.  पिटाई के कारण मेरी नाक से खून बह रहा था.' उसने कहा, 'डरकर मैंने गाड़ी को आगे बढ़ाना चाहा लेकिन मुझे एक गोली की आवाज सुनाई दी. हमने बचने के लिए अपना सिर नीचे झुका लिया. इस दौरान पीछे की सीट पर बैठे आयुष ने कहा कि आदित्‍य को गोली लगी है.' सचदेवा के दोस्‍तों के अनुसार, एक स्‍थानीय नेता के बेटा रॉकी बाद में लैंडरोवर से भाग निकला. अगले दो दिन तक 21 साल का युवक पुलिस को चकमा देता रहा. बाद में उसे अपने पिता बिंदी यादव की फैक्‍टरी से 10 लाख रुपये की पिस्‍तौल के साथ पकड़ा गया. आपराधिक पृष्‍ठभूमि वाले व्‍यवसायी बिंदी को पावरफुल राजनेता माना जाता है. रॉकी यादव का वास्‍तविक नाम है राकेश रंजन. उसके वकीलों का कहना है कि इस बात के कोई सीधे सबूत नहीं हैं कि उसने सचदेवा की हत्‍या की. वकीलों के अनुसार, उसका इरादा हवा में गोली चलाने का था, किसी पर गोली चलाने का नहीं. इस सप्‍ताह के प्रारंभ में पटना हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बाद उसके शीघ्र घर पहुंचने की संभावना है. वैसे राज्‍य सरकार ने कहा है कि वह सुप्रीम कोर्ट के समक्ष यादव को जेल वापस भेजने की गुहार लगाएगी क्‍योंकि वह मुख्‍य गवाहों को 'प्रभावित' कर सकता है. रॉकी की मां मनोरमा देवी, सत्‍तारूढ़ जनता दल-यूनाइटेड की प्रमुख स्‍थानीय नेता थीं, लेकिन पुत्र की गिरफ्तारी के बाद उन्‍हें निलंबित कर दिया गया है. आदित्‍य सचदेवा की मौत के समय उन्‍हें राज्‍य की ओर से सुरक्षा हासिल थी. मनोरमा ने अपने गार्डों में से एक, पुलिस कांस्‍टेबल राजेश कुमार को उस दिन बेटे (रॉकी) और उसके चचेरे भाई के साथ शाम को जाने को कहा था. सुरक्षा गार्ड पर आदित्‍य सचदेवा की हत्‍या के लिए उकसाने का आरोप लगाया गया है. रॉकी यादव की तरह उसे भी जमानत मिल गई है. कोर्ट में उसकी गवाही अब तक नहीं हुई है. पुलिस को दिए अपने बयान में उसने कहा है कि रॉकी ने गुस्‍से में दो बार फायर किया.टिप्पणियां उसने बताया, 'स्विफ्ट में तेज आवाज में म्‍यूजिक बज रहा था. हमें ओवरटेक करने के बाद, सवारों ने हमारा मजाक बनाना शुरु कर दिया. रॉकी को इससे गुस्‍सा आ गया और उसने और तेज ड्राइव करना शुरू कर दिया. उसने आगे निकलने की कोशिश की, लेकिन स्विफ्ट वाले ने सहयोग नहीं किया...बेहद गुस्‍से में आए रॉकी ने अपनी पिस्‍तौल निकाली और हवा में फायर किया. स्विफ्ट ड्राइवर ने एक मंदिर के नजदीक कार रोकी और हम सब एसयूवी से बाहर निकल आए.' गार्ड ने बताया , 'रॉकी बाबू ने स्विफ्ट में सवार लोगों को पीटना शुरू कर दिया. उसने कहा, 'क्‍या तुम नहीं जानते मैं बिंदी यादव का बेटा हूं? स्विफ्ट ड्राइवर के बेटे ने गाड़ी बढ़ाने की कोशिश की लेकिन रॉकी उसे कार से बाहर खींचने का प्रयास कर रहा था और ड्राइवर का संतुलन बिगड़ गया. इसी समय रॉकी ने फायर किया और गोली पीछे के विंडशील्‍ड में लगी., बॉडी गार्ड ने बताया कि वहां से रॉकी एसयूवी ड्राइव कर घर चला गया, जहां पिता ने कथित तौर पर उसे गिरफ्तारी से बचने के लिए तुरंत दिल्‍ली जाने को कहा था. ऐसे में जब उन्‍होंने एक लैंडरोवर  को ओवरटेक किया और उन्‍होंने इसके परिणाम के बारे में नहीं सोचा था. कुछ मिनट बाद एसयूवी इनके साथ चलने लगी और मारुति को उसे रास्‍ता देने को कहा. सिल्‍वर कलर की इस लैंडरोवर, जिसमें तीन लोग सवार थे, से मारुति को धीमा होने की चेतावनी के साथ फायर किया गया और तेजी से आगे निकल गई. इसके बाद लैंडरोवर  ने मारुति का रास्‍ता रोक लिया. अगले कुछ मिनटों में, छोटी कार में सवार चार लड़के, स्‍टूडेंट से पांचवे सवार की हत्‍या के गवाह में तब्‍दील हो गए. आगे की सीट पर सवार स्‍टूडेंट का नाम आदित्‍य सचदेवा था. अपने पिता की कार से  दोस्‍तों को ले जा रहे नासिर हुसैन ने कोर्ट में गवाही के दौरान बताया, 'पिस्‍तौल लिए शख्‍स ने कहा था, 'या तो तुम रुको वरना हम तुम्‍हें मार देंगे, उसने मुझे मारना शुरू कर दिया. उसने कहा, मेरा नाम रॉकी यादव है.  पिटाई के कारण मेरी नाक से खून बह रहा था.' उसने कहा, 'डरकर मैंने गाड़ी को आगे बढ़ाना चाहा लेकिन मुझे एक गोली की आवाज सुनाई दी. हमने बचने के लिए अपना सिर नीचे झुका लिया. इस दौरान पीछे की सीट पर बैठे आयुष ने कहा कि आदित्‍य को गोली लगी है.' सचदेवा के दोस्‍तों के अनुसार, एक स्‍थानीय नेता के बेटा रॉकी बाद में लैंडरोवर से भाग निकला. अगले दो दिन तक 21 साल का युवक पुलिस को चकमा देता रहा. बाद में उसे अपने पिता बिंदी यादव की फैक्‍टरी से 10 लाख रुपये की पिस्‍तौल के साथ पकड़ा गया. आपराधिक पृष्‍ठभूमि वाले व्‍यवसायी बिंदी को पावरफुल राजनेता माना जाता है. रॉकी यादव का वास्‍तविक नाम है राकेश रंजन. उसके वकीलों का कहना है कि इस बात के कोई सीधे सबूत नहीं हैं कि उसने सचदेवा की हत्‍या की. वकीलों के अनुसार, उसका इरादा हवा में गोली चलाने का था, किसी पर गोली चलाने का नहीं. इस सप्‍ताह के प्रारंभ में पटना हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बाद उसके शीघ्र घर पहुंचने की संभावना है. वैसे राज्‍य सरकार ने कहा है कि वह सुप्रीम कोर्ट के समक्ष यादव को जेल वापस भेजने की गुहार लगाएगी क्‍योंकि वह मुख्‍य गवाहों को 'प्रभावित' कर सकता है. रॉकी की मां मनोरमा देवी, सत्‍तारूढ़ जनता दल-यूनाइटेड की प्रमुख स्‍थानीय नेता थीं, लेकिन पुत्र की गिरफ्तारी के बाद उन्‍हें निलंबित कर दिया गया है. आदित्‍य सचदेवा की मौत के समय उन्‍हें राज्‍य की ओर से सुरक्षा हासिल थी. मनोरमा ने अपने गार्डों में से एक, पुलिस कांस्‍टेबल राजेश कुमार को उस दिन बेटे (रॉकी) और उसके चचेरे भाई के साथ शाम को जाने को कहा था. सुरक्षा गार्ड पर आदित्‍य सचदेवा की हत्‍या के लिए उकसाने का आरोप लगाया गया है. रॉकी यादव की तरह उसे भी जमानत मिल गई है. कोर्ट में उसकी गवाही अब तक नहीं हुई है. पुलिस को दिए अपने बयान में उसने कहा है कि रॉकी ने गुस्‍से में दो बार फायर किया.टिप्पणियां उसने बताया, 'स्विफ्ट में तेज आवाज में म्‍यूजिक बज रहा था. हमें ओवरटेक करने के बाद, सवारों ने हमारा मजाक बनाना शुरु कर दिया. रॉकी को इससे गुस्‍सा आ गया और उसने और तेज ड्राइव करना शुरू कर दिया. उसने आगे निकलने की कोशिश की, लेकिन स्विफ्ट वाले ने सहयोग नहीं किया...बेहद गुस्‍से में आए रॉकी ने अपनी पिस्‍तौल निकाली और हवा में फायर किया. स्विफ्ट ड्राइवर ने एक मंदिर के नजदीक कार रोकी और हम सब एसयूवी से बाहर निकल आए.' गार्ड ने बताया , 'रॉकी बाबू ने स्विफ्ट में सवार लोगों को पीटना शुरू कर दिया. उसने कहा, 'क्‍या तुम नहीं जानते मैं बिंदी यादव का बेटा हूं? स्विफ्ट ड्राइवर के बेटे ने गाड़ी बढ़ाने की कोशिश की लेकिन रॉकी उसे कार से बाहर खींचने का प्रयास कर रहा था और ड्राइवर का संतुलन बिगड़ गया. इसी समय रॉकी ने फायर किया और गोली पीछे के विंडशील्‍ड में लगी., बॉडी गार्ड ने बताया कि वहां से रॉकी एसयूवी ड्राइव कर घर चला गया, जहां पिता ने कथित तौर पर उसे गिरफ्तारी से बचने के लिए तुरंत दिल्‍ली जाने को कहा था. अपने पिता की कार से  दोस्‍तों को ले जा रहे नासिर हुसैन ने कोर्ट में गवाही के दौरान बताया, 'पिस्‍तौल लिए शख्‍स ने कहा था, 'या तो तुम रुको वरना हम तुम्‍हें मार देंगे, उसने मुझे मारना शुरू कर दिया. उसने कहा, मेरा नाम रॉकी यादव है.  पिटाई के कारण मेरी नाक से खून बह रहा था.' उसने कहा, 'डरकर मैंने गाड़ी को आगे बढ़ाना चाहा लेकिन मुझे एक गोली की आवाज सुनाई दी. हमने बचने के लिए अपना सिर नीचे झुका लिया. इस दौरान पीछे की सीट पर बैठे आयुष ने कहा कि आदित्‍य को गोली लगी है.' सचदेवा के दोस्‍तों के अनुसार, एक स्‍थानीय नेता के बेटा रॉकी बाद में लैंडरोवर से भाग निकला. अगले दो दिन तक 21 साल का युवक पुलिस को चकमा देता रहा. बाद में उसे अपने पिता बिंदी यादव की फैक्‍टरी से 10 लाख रुपये की पिस्‍तौल के साथ पकड़ा गया. आपराधिक पृष्‍ठभूमि वाले व्‍यवसायी बिंदी को पावरफुल राजनेता माना जाता है. रॉकी यादव का वास्‍तविक नाम है राकेश रंजन. उसके वकीलों का कहना है कि इस बात के कोई सीधे सबूत नहीं हैं कि उसने सचदेवा की हत्‍या की. वकीलों के अनुसार, उसका इरादा हवा में गोली चलाने का था, किसी पर गोली चलाने का नहीं. इस सप्‍ताह के प्रारंभ में पटना हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बाद उसके शीघ्र घर पहुंचने की संभावना है. वैसे राज्‍य सरकार ने कहा है कि वह सुप्रीम कोर्ट के समक्ष यादव को जेल वापस भेजने की गुहार लगाएगी क्‍योंकि वह मुख्‍य गवाहों को 'प्रभावित' कर सकता है. रॉकी की मां मनोरमा देवी, सत्‍तारूढ़ जनता दल-यूनाइटेड की प्रमुख स्‍थानीय नेता थीं, लेकिन पुत्र की गिरफ्तारी के बाद उन्‍हें निलंबित कर दिया गया है. आदित्‍य सचदेवा की मौत के समय उन्‍हें राज्‍य की ओर से सुरक्षा हासिल थी. मनोरमा ने अपने गार्डों में से एक, पुलिस कांस्‍टेबल राजेश कुमार को उस दिन बेटे (रॉकी) और उसके चचेरे भाई के साथ शाम को जाने को कहा था. सुरक्षा गार्ड पर आदित्‍य सचदेवा की हत्‍या के लिए उकसाने का आरोप लगाया गया है. रॉकी यादव की तरह उसे भी जमानत मिल गई है. कोर्ट में उसकी गवाही अब तक नहीं हुई है. पुलिस को दिए अपने बयान में उसने कहा है कि रॉकी ने गुस्‍से में दो बार फायर किया.टिप्पणियां उसने बताया, 'स्विफ्ट में तेज आवाज में म्‍यूजिक बज रहा था. हमें ओवरटेक करने के बाद, सवारों ने हमारा मजाक बनाना शुरु कर दिया. रॉकी को इससे गुस्‍सा आ गया और उसने और तेज ड्राइव करना शुरू कर दिया. उसने आगे निकलने की कोशिश की, लेकिन स्विफ्ट वाले ने सहयोग नहीं किया...बेहद गुस्‍से में आए रॉकी ने अपनी पिस्‍तौल निकाली और हवा में फायर किया. स्विफ्ट ड्राइवर ने एक मंदिर के नजदीक कार रोकी और हम सब एसयूवी से बाहर निकल आए.' गार्ड ने बताया , 'रॉकी बाबू ने स्विफ्ट में सवार लोगों को पीटना शुरू कर दिया. उसने कहा, 'क्‍या तुम नहीं जानते मैं बिंदी यादव का बेटा हूं? स्विफ्ट ड्राइवर के बेटे ने गाड़ी बढ़ाने की कोशिश की लेकिन रॉकी उसे कार से बाहर खींचने का प्रयास कर रहा था और ड्राइवर का संतुलन बिगड़ गया. इसी समय रॉकी ने फायर किया और गोली पीछे के विंडशील्‍ड में लगी., बॉडी गार्ड ने बताया कि वहां से रॉकी एसयूवी ड्राइव कर घर चला गया, जहां पिता ने कथित तौर पर उसे गिरफ्तारी से बचने के लिए तुरंत दिल्‍ली जाने को कहा था. सचदेवा के दोस्‍तों के अनुसार, एक स्‍थानीय नेता के बेटा रॉकी बाद में लैंडरोवर से भाग निकला. अगले दो दिन तक 21 साल का युवक पुलिस को चकमा देता रहा. बाद में उसे अपने पिता बिंदी यादव की फैक्‍टरी से 10 लाख रुपये की पिस्‍तौल के साथ पकड़ा गया. आपराधिक पृष्‍ठभूमि वाले व्‍यवसायी बिंदी को पावरफुल राजनेता माना जाता है. रॉकी यादव का वास्‍तविक नाम है राकेश रंजन. उसके वकीलों का कहना है कि इस बात के कोई सीधे सबूत नहीं हैं कि उसने सचदेवा की हत्‍या की. वकीलों के अनुसार, उसका इरादा हवा में गोली चलाने का था, किसी पर गोली चलाने का नहीं. इस सप्‍ताह के प्रारंभ में पटना हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बाद उसके शीघ्र घर पहुंचने की संभावना है. वैसे राज्‍य सरकार ने कहा है कि वह सुप्रीम कोर्ट के समक्ष यादव को जेल वापस भेजने की गुहार लगाएगी क्‍योंकि वह मुख्‍य गवाहों को 'प्रभावित' कर सकता है. रॉकी की मां मनोरमा देवी, सत्‍तारूढ़ जनता दल-यूनाइटेड की प्रमुख स्‍थानीय नेता थीं, लेकिन पुत्र की गिरफ्तारी के बाद उन्‍हें निलंबित कर दिया गया है. आदित्‍य सचदेवा की मौत के समय उन्‍हें राज्‍य की ओर से सुरक्षा हासिल थी. मनोरमा ने अपने गार्डों में से एक, पुलिस कांस्‍टेबल राजेश कुमार को उस दिन बेटे (रॉकी) और उसके चचेरे भाई के साथ शाम को जाने को कहा था. सुरक्षा गार्ड पर आदित्‍य सचदेवा की हत्‍या के लिए उकसाने का आरोप लगाया गया है. रॉकी यादव की तरह उसे भी जमानत मिल गई है. कोर्ट में उसकी गवाही अब तक नहीं हुई है. पुलिस को दिए अपने बयान में उसने कहा है कि रॉकी ने गुस्‍से में दो बार फायर किया.टिप्पणियां उसने बताया, 'स्विफ्ट में तेज आवाज में म्‍यूजिक बज रहा था. हमें ओवरटेक करने के बाद, सवारों ने हमारा मजाक बनाना शुरु कर दिया. रॉकी को इससे गुस्‍सा आ गया और उसने और तेज ड्राइव करना शुरू कर दिया. उसने आगे निकलने की कोशिश की, लेकिन स्विफ्ट वाले ने सहयोग नहीं किया...बेहद गुस्‍से में आए रॉकी ने अपनी पिस्‍तौल निकाली और हवा में फायर किया. स्विफ्ट ड्राइवर ने एक मंदिर के नजदीक कार रोकी और हम सब एसयूवी से बाहर निकल आए.' गार्ड ने बताया , 'रॉकी बाबू ने स्विफ्ट में सवार लोगों को पीटना शुरू कर दिया. उसने कहा, 'क्‍या तुम नहीं जानते मैं बिंदी यादव का बेटा हूं? स्विफ्ट ड्राइवर के बेटे ने गाड़ी बढ़ाने की कोशिश की लेकिन रॉकी उसे कार से बाहर खींचने का प्रयास कर रहा था और ड्राइवर का संतुलन बिगड़ गया. इसी समय रॉकी ने फायर किया और गोली पीछे के विंडशील्‍ड में लगी., बॉडी गार्ड ने बताया कि वहां से रॉकी एसयूवी ड्राइव कर घर चला गया, जहां पिता ने कथित तौर पर उसे गिरफ्तारी से बचने के लिए तुरंत दिल्‍ली जाने को कहा था. रॉकी यादव का वास्‍तविक नाम है राकेश रंजन. उसके वकीलों का कहना है कि इस बात के कोई सीधे सबूत नहीं हैं कि उसने सचदेवा की हत्‍या की. वकीलों के अनुसार, उसका इरादा हवा में गोली चलाने का था, किसी पर गोली चलाने का नहीं. इस सप्‍ताह के प्रारंभ में पटना हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बाद उसके शीघ्र घर पहुंचने की संभावना है. वैसे राज्‍य सरकार ने कहा है कि वह सुप्रीम कोर्ट के समक्ष यादव को जेल वापस भेजने की गुहार लगाएगी क्‍योंकि वह मुख्‍य गवाहों को 'प्रभावित' कर सकता है. रॉकी की मां मनोरमा देवी, सत्‍तारूढ़ जनता दल-यूनाइटेड की प्रमुख स्‍थानीय नेता थीं, लेकिन पुत्र की गिरफ्तारी के बाद उन्‍हें निलंबित कर दिया गया है. आदित्‍य सचदेवा की मौत के समय उन्‍हें राज्‍य की ओर से सुरक्षा हासिल थी. मनोरमा ने अपने गार्डों में से एक, पुलिस कांस्‍टेबल राजेश कुमार को उस दिन बेटे (रॉकी) और उसके चचेरे भाई के साथ शाम को जाने को कहा था. सुरक्षा गार्ड पर आदित्‍य सचदेवा की हत्‍या के लिए उकसाने का आरोप लगाया गया है. रॉकी यादव की तरह उसे भी जमानत मिल गई है. कोर्ट में उसकी गवाही अब तक नहीं हुई है. पुलिस को दिए अपने बयान में उसने कहा है कि रॉकी ने गुस्‍से में दो बार फायर किया.टिप्पणियां उसने बताया, 'स्विफ्ट में तेज आवाज में म्‍यूजिक बज रहा था. हमें ओवरटेक करने के बाद, सवारों ने हमारा मजाक बनाना शुरु कर दिया. रॉकी को इससे गुस्‍सा आ गया और उसने और तेज ड्राइव करना शुरू कर दिया. उसने आगे निकलने की कोशिश की, लेकिन स्विफ्ट वाले ने सहयोग नहीं किया...बेहद गुस्‍से में आए रॉकी ने अपनी पिस्‍तौल निकाली और हवा में फायर किया. स्विफ्ट ड्राइवर ने एक मंदिर के नजदीक कार रोकी और हम सब एसयूवी से बाहर निकल आए.' गार्ड ने बताया , 'रॉकी बाबू ने स्विफ्ट में सवार लोगों को पीटना शुरू कर दिया. उसने कहा, 'क्‍या तुम नहीं जानते मैं बिंदी यादव का बेटा हूं? स्विफ्ट ड्राइवर के बेटे ने गाड़ी बढ़ाने की कोशिश की लेकिन रॉकी उसे कार से बाहर खींचने का प्रयास कर रहा था और ड्राइवर का संतुलन बिगड़ गया. इसी समय रॉकी ने फायर किया और गोली पीछे के विंडशील्‍ड में लगी., बॉडी गार्ड ने बताया कि वहां से रॉकी एसयूवी ड्राइव कर घर चला गया, जहां पिता ने कथित तौर पर उसे गिरफ्तारी से बचने के लिए तुरंत दिल्‍ली जाने को कहा था. रॉकी की मां मनोरमा देवी, सत्‍तारूढ़ जनता दल-यूनाइटेड की प्रमुख स्‍थानीय नेता थीं, लेकिन पुत्र की गिरफ्तारी के बाद उन्‍हें निलंबित कर दिया गया है. आदित्‍य सचदेवा की मौत के समय उन्‍हें राज्‍य की ओर से सुरक्षा हासिल थी. मनोरमा ने अपने गार्डों में से एक, पुलिस कांस्‍टेबल राजेश कुमार को उस दिन बेटे (रॉकी) और उसके चचेरे भाई के साथ शाम को जाने को कहा था. सुरक्षा गार्ड पर आदित्‍य सचदेवा की हत्‍या के लिए उकसाने का आरोप लगाया गया है. रॉकी यादव की तरह उसे भी जमानत मिल गई है. कोर्ट में उसकी गवाही अब तक नहीं हुई है. पुलिस को दिए अपने बयान में उसने कहा है कि रॉकी ने गुस्‍से में दो बार फायर किया.टिप्पणियां उसने बताया, 'स्विफ्ट में तेज आवाज में म्‍यूजिक बज रहा था. हमें ओवरटेक करने के बाद, सवारों ने हमारा मजाक बनाना शुरु कर दिया. रॉकी को इससे गुस्‍सा आ गया और उसने और तेज ड्राइव करना शुरू कर दिया. उसने आगे निकलने की कोशिश की, लेकिन स्विफ्ट वाले ने सहयोग नहीं किया...बेहद गुस्‍से में आए रॉकी ने अपनी पिस्‍तौल निकाली और हवा में फायर किया. स्विफ्ट ड्राइवर ने एक मंदिर के नजदीक कार रोकी और हम सब एसयूवी से बाहर निकल आए.' गार्ड ने बताया , 'रॉकी बाबू ने स्विफ्ट में सवार लोगों को पीटना शुरू कर दिया. उसने कहा, 'क्‍या तुम नहीं जानते मैं बिंदी यादव का बेटा हूं? स्विफ्ट ड्राइवर के बेटे ने गाड़ी बढ़ाने की कोशिश की लेकिन रॉकी उसे कार से बाहर खींचने का प्रयास कर रहा था और ड्राइवर का संतुलन बिगड़ गया. इसी समय रॉकी ने फायर किया और गोली पीछे के विंडशील्‍ड में लगी., बॉडी गार्ड ने बताया कि वहां से रॉकी एसयूवी ड्राइव कर घर चला गया, जहां पिता ने कथित तौर पर उसे गिरफ्तारी से बचने के लिए तुरंत दिल्‍ली जाने को कहा था. उसने बताया, 'स्विफ्ट में तेज आवाज में म्‍यूजिक बज रहा था. हमें ओवरटेक करने के बाद, सवारों ने हमारा मजाक बनाना शुरु कर दिया. रॉकी को इससे गुस्‍सा आ गया और उसने और तेज ड्राइव करना शुरू कर दिया. उसने आगे निकलने की कोशिश की, लेकिन स्विफ्ट वाले ने सहयोग नहीं किया...बेहद गुस्‍से में आए रॉकी ने अपनी पिस्‍तौल निकाली और हवा में फायर किया. स्विफ्ट ड्राइवर ने एक मंदिर के नजदीक कार रोकी और हम सब एसयूवी से बाहर निकल आए.' गार्ड ने बताया , 'रॉकी बाबू ने स्विफ्ट में सवार लोगों को पीटना शुरू कर दिया. उसने कहा, 'क्‍या तुम नहीं जानते मैं बिंदी यादव का बेटा हूं? स्विफ्ट ड्राइवर के बेटे ने गाड़ी बढ़ाने की कोशिश की लेकिन रॉकी उसे कार से बाहर खींचने का प्रयास कर रहा था और ड्राइवर का संतुलन बिगड़ गया. इसी समय रॉकी ने फायर किया और गोली पीछे के विंडशील्‍ड में लगी., बॉडी गार्ड ने बताया कि वहां से रॉकी एसयूवी ड्राइव कर घर चला गया, जहां पिता ने कथित तौर पर उसे गिरफ्तारी से बचने के लिए तुरंत दिल्‍ली जाने को कहा था. गार्ड ने बताया , 'रॉकी बाबू ने स्विफ्ट में सवार लोगों को पीटना शुरू कर दिया. उसने कहा, 'क्‍या तुम नहीं जानते मैं बिंदी यादव का बेटा हूं? स्विफ्ट ड्राइवर के बेटे ने गाड़ी बढ़ाने की कोशिश की लेकिन रॉकी उसे कार से बाहर खींचने का प्रयास कर रहा था और ड्राइवर का संतुलन बिगड़ गया. इसी समय रॉकी ने फायर किया और गोली पीछे के विंडशील्‍ड में लगी., बॉडी गार्ड ने बताया कि वहां से रॉकी एसयूवी ड्राइव कर घर चला गया, जहां पिता ने कथित तौर पर उसे गिरफ्तारी से बचने के लिए तुरंत दिल्‍ली जाने को कहा था.
समुद्र के अंदर विश्व के सबसे बड़े खजाने का पता लगा
एक खोजकर्ता ने दावा किया है कि उसने द्वितीय विश्व युद्ध के समय डूबे एक जहाज के अवशेषों का पता लगाया है, जिसमें तीन अरब डॉलर मूल्य का प्लैटिनम लदा हुआ था।
समुद्र में डूबे खजाने की तलाश करने वाले एक खोजकर्ता ने दावा किया है कि उसने द्वितीय विश्व युद्ध के समय डूबे एक जहाज के अवशेषों का पता लगाया है, जिसमें तीन अरब डॉलर मूल्य का प्लैटिनम लदा हुआ था। खोजकर्ता का यह दावा अगर सही है, तो यह अब तक खोजे गए डूबे सबसे बड़े खजानों में से एक हो सकता है। गोरहाम स्थित सब सी रिसर्च संस्था के ग्रेग ब्रुक्स ने कहा कि उसने ब्रिटेन के व्यापारिक जहाज के अवशेष पता लगाया है। यह जहाज जर्मनी की यू बोट के तारपीडो हमले में डूब गया था। इस जहाज पर प्लैटिनम लदा था, जिसकी कीमत आज तीन अरब डॉलर के करीब है। खोजकर्ता का यह दावा अगर सही है, तो यह अब तक खोजे गए डूबे सबसे बड़े खजानों में से एक हो सकता है। गोरहाम स्थित सब सी रिसर्च संस्था के ग्रेग ब्रुक्स ने कहा कि उसने ब्रिटेन के व्यापारिक जहाज के अवशेष पता लगाया है। यह जहाज जर्मनी की यू बोट के तारपीडो हमले में डूब गया था। इस जहाज पर प्लैटिनम लदा था, जिसकी कीमत आज तीन अरब डॉलर के करीब है।
दिल्ली के सफाई कर्मचारियों का बकाया वेतन देने के लिए रकम नहीं देगा केंद्र
एमसीडी को फंड देने का कोई संवैधानिक प्रावधान या नियम नहीं दिल्ली सरकार बकाया सेलरी देने के लिए 500 करोड़ देने को तैयार बकाया वेतन की मांग को लेकर सफाई कर्मचारी 12 सितंबर से हड़ताल पर
अब दिल्ली सरकार के हलफनामे के जवाब में केंद्र सरकार को 24 अक्टूबर तक हलफनामा दाखिल करना है. अपने बकाया वेतन की मांग को लेकर सफाई कर्मचारी 12 सितंबर से हड़ताल पर हैं.
चिट्ठी मैंने लीक नहीं की, जांच को तैयार : सेना प्रमुख
सेना प्रमुख जनरल वीके सिंह ने बुधवार को देर शाम कहा कि पीएम को लिखी चिट्ठी उन्होंने मीडिया को लीक नहीं की। उन्होंने यह भी कहा कि वह हर जांच के लिए तैयार हैं।
सेना प्रमुख जनरल वीके सिंह ने बुधवार को देर शाम कहा कि पीएम को लिखी चिट्ठी उन्होंने मीडिया को लीक नहीं की। उन्होंने यह भी कहा कि वह हर जांच के लिए तैयार हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उन्होंने कहा कि रक्षामंत्री और पीएम को रक्षा तैयारियों के बारे में बताना उनका जिम्मा है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि रक्षा मंत्री और पीएम दोनों को चिट्ठी लिखी थी। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उन्होंने कहा कि रक्षामंत्री और पीएम को रक्षा तैयारियों के बारे में बताना उनका जिम्मा है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि रक्षा मंत्री और पीएम दोनों को चिट्ठी लिखी थी।
जब पीएम मोदी ने अक्षय कुमार को सुनाया 'चार आने वाला' चुटकुला, तो फिर लगे ठहाके
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अक्षय कुमार से साझा किए जीवन के अनछुए पहलू रिटायरेंट के बाद प्लॉन से लेकर अन्य मुद्दों पर की खुलकर चर्चा राजनीति से हटकर रही चर्चा, बीच-बीच में एक दूसरे को सुनाए चुटकुले
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अभिनेता अक्षय कुमार ने उनकी जिंदगी के कई अनछुए पहलुओं पर चर्चा की. यह चर्चा जरा हटकर थी. एकदम राजनीति से परे. बातचीत की शुरुआत में प्रधानमंत्री मोदी ने भी कहा कि हम 24 घंटे राजनीतिक बातों में उलझे रहते हैं, इस बार हल्की-फुल्की बातें करने का मौका है. बातचीत के दौरान अक्षय कुमार ने एक चुटकुला सुनाया तो जवाब में पीएम मोदी भी नहीं चूके. उन्होंने भी एक चुटकुला सुनाया. चुटकुला सुनाते हुए पीएम मोदी ने कहा-हमारे यहां एक चुटकुला चलता है, एक बार स्टेशन पर एक ट्रेन आयी तो ऊपर लेटे हुए एक यात्री ने पूछा की कौनसा स्टेशन आया है? तो बताने वाले ने कहा की 4 आना दोगे तो बताऊंगा, वो यात्री बोला भाई बताने की जरुरत नहीं है मैं समझ गया अहमदाबाद आ गया है. पीएम मोदी ने कहा कि मैं सोशल मिडिया जरूर देखता हूं इससे मुझे बाहर क्या चल रहा है इसकी जानकारी मिलती है. अक्षय कुमार से बोले कि मैं आपका भी और टविंकल खन्ना जी का भी ट्विटर देखता हूं और जिस तरह वो मुझ पर गुस्सा निकालती हैं तो मैं समझता हूं की इससे आपके परिवार में बहुत शांति रहती होगी.पीएम मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री बनते समय शायद और प्रधानमंत्रियों को ये बेनिफिट नहीं मिला है जो मुझे मिला है वो ये है कि मैं गुजरात का इतने समय तक मुख्यमंत्री रहा और उस पद पर रहते हुए आपको बारीकियों से काम करना पडता है, मुद्दे आपके सामने सीधे आते हैं और उनका समाधान भी आपको सीधा ही करना पडता है.
इस बॉलीवुड डायरेक्टर ने डाला वोट, ट्वीट कर बोले- वोटरों में उत्साह नहीं क्योंकि नतीजे पहले से...
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग जारी बॉलीवुड सितारों ने भी डाले वोट बॉलीवुड डायरेक्टर का ट्वीट हुआ वायरल
Maharashtra Assembly Election 2019: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग जारी है, और मुंबई में बॉलीवुड के सितारे भी वोटिंग कर रहे हैं और मतदाताओं को सितारे वोट डालने के लिए प्रोत्साहित भी कर रहे हैं. बॉलीवुड डायरेक्टर विवेक रंजन अग्निहोत्री ने एक ट्वीट किया है जो खूब वायरल हो रहा है. बॉलीवुड डायरेक्टर विवेक रंजन अग्निहोत्री (Vivek Ranjan Agnihotri) ने यह ट्वीट वोट डालने के बाद किया है और उन्होंने कहा है कि मतदाताओं के बीच कोई उत्साह नजर नहीं आ रहा है. विवेक अग्निहोत्री ने इसकी वजह भी बताई है.  Done. It's another thing that there is no excitement amongst voters as the results are well known. No competition. Absolutely no contest. pic.twitter.com/ACoTkoLat9 महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव (Maharashtra Assembly Election 2019) में वोटिंग करने के बाद बॉलीवुड डायरेक्टर विवेक रंजन अग्निहोत्री (Vivek Ranjan Agnihotri) ने ट्वीट कर रहा हैः 'हो गया. यह दूसरी बात है कि मतदाताओं में कोई उत्साह नजर नहीं आ रहा है क्योंकि नतीजे तो सबको पता ही हैं. कोई मुकाबला नहीं है. बिल्कुल भी टक्कर नहीं है.' इस तरह विवेक ने साफ किया है कि महाराष्ट्र में एकतरफा मुकाबला है, और एक पार्टी का पलड़ा भारी नजर आ रहा है.  हालांकि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव (Maharashtra Assembly Election 2019) की बात करें तो मुख्य मुकाबला बीजेपी की अगुवाई वाले महागठबंधन या फिर कहें 'महायुति' और कांग्रेस एनसीपी गठबंधन यानी कि 'महा अघाड़ी' (मोर्चा) के बीच है. इस चुनाव में 4,28,43,635 महिला मतदाताओं सहित कुल 8,98,39,600 मतदाता मतदान के लिए योग्य हैं. महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों के लिए 235 महिलाओं समेत 3,237 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं. मतदान के लिए 96,661 मतदान केंद्र बनाये गए हैं जिन पर साढ़े छह लाख कर्मचारी तैनात किए गए हैं.
लालू ने कसा तंज, नीतीश भाजपा के हुए, अब 'कमल' निशान पर लड़ेंगे चुनाव
नीतीश कुमार के NDA में शामिल होने पर राजद अध्यक्ष ने कसा तंज लालू ने कहा, पलटू राम अब कमल चुनाव चिह्न् पर चुनाव लड़ेंगे राजद अध्यक्ष ने कहा कि असली JDU शरद यादव की थी और रहेगी
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
कोल ब्लॉक आवंटन में किसी जांच की जरूरत नहीं : जायसवाल
जायसवाल का कहना है कि कोयला आवंटन की जांच नहीं होगी। उनका यह भी कहना है कि अगर किसी को आपत्ति है तो वह कोर्ट की शरण में जा सकता है।
कोल ब्लॉक आवंटन पर कोयला मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल ने बुधवार को टीम अन्ना के प्रधानमंत्री पर हमले के बाद सफाई दी है।टिप्पणियां जायसवाल का कहना है कि कोयला आवंटन की जांच नहीं होगी। उनका यह भी कहना है कि अगर किसी को आपत्ति है तो वह कोर्ट की शरण में जा सकता है। उनका कहना है कि एनडीए के कार्यकाल में भी ऐसी ही नीति के तहत कोल ब्लॉक आवंटित किए गए। इसके अलावा यह सारी नीति जनता के लाभ के लिए अपनाई गई थी और इसमें कोई भी गड़बड़ी नहीं हुई है। जायसवाल का कहना है कि कोयला आवंटन की जांच नहीं होगी। उनका यह भी कहना है कि अगर किसी को आपत्ति है तो वह कोर्ट की शरण में जा सकता है। उनका कहना है कि एनडीए के कार्यकाल में भी ऐसी ही नीति के तहत कोल ब्लॉक आवंटित किए गए। इसके अलावा यह सारी नीति जनता के लाभ के लिए अपनाई गई थी और इसमें कोई भी गड़बड़ी नहीं हुई है। उनका कहना है कि एनडीए के कार्यकाल में भी ऐसी ही नीति के तहत कोल ब्लॉक आवंटित किए गए। इसके अलावा यह सारी नीति जनता के लाभ के लिए अपनाई गई थी और इसमें कोई भी गड़बड़ी नहीं हुई है।
राहुल पर FIR को चुनौती देंगे : कांग्रेस
कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह का कहना है कि पार्टी राहुल के खिलाफ दर्ज एफआईआर को अदालत में चुनौती देगी।
कांग्रेस ने राहुल गांधी पर आचार संहिता के उल्लंघन के आरोपों को खारिज किया है। केन्द्रीय मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल ने कहा है कि जो रूट चार्ट जिला प्रशासन को दिया गया उसी के आधार पर रोड शो किया गया।टिप्पणियां वहीं कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह का कहना है कि पार्टी राहुल के खिलाफ दर्ज एफआईआर को अदालत में चुनौती देगी। सिंह ने कहा कि प्रशासन ने रविवार की रात अचानक शिवरात्रि पर होने वाली भीड़ का हवाला देते हुए रूट बदलने को कहा जो कि ठीक नहीं है। दिग्विजय ने सवाल किया कि 17 फरवरी से लेकर 19 फरवरी की रात कर प्रशासन को पता नहीं था कि सोमवार को शिवरात्रि है। रोड शो का रूट बदले जाने को लेकर राहुल गांधी और अन्य लोगों के खिलाफ कानपुर के कैंट थाने में मामला दर्ज हुआ है। 17 की शाम से 19 की रात तक हमें इसमें कोई मनाही नहीं की गई। एसपीजी और प्रशासन ने मिलकर रूट तय किया उसकी मंजूरी दी जिसके हिसाब से हमारा प्रोग्राम बना। रात को साढ़े 8 बजे हमसे कहा जाता है कि आप इतने लम्बे रूट में मत चलाइये कम रूट में चलाइए। अरे भई! पहले आपने क्यों नहीं बताया। सारे हमारे लोग तय हो गए थे जगह तय हो गई थी और आप हमको अब बता रहे हैं और कारण क्या बता रहे हैं कि है 17 तारीख को नहीं पता था कि शिवरात्रि है। वहीं कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह का कहना है कि पार्टी राहुल के खिलाफ दर्ज एफआईआर को अदालत में चुनौती देगी। सिंह ने कहा कि प्रशासन ने रविवार की रात अचानक शिवरात्रि पर होने वाली भीड़ का हवाला देते हुए रूट बदलने को कहा जो कि ठीक नहीं है। दिग्विजय ने सवाल किया कि 17 फरवरी से लेकर 19 फरवरी की रात कर प्रशासन को पता नहीं था कि सोमवार को शिवरात्रि है। रोड शो का रूट बदले जाने को लेकर राहुल गांधी और अन्य लोगों के खिलाफ कानपुर के कैंट थाने में मामला दर्ज हुआ है। 17 की शाम से 19 की रात तक हमें इसमें कोई मनाही नहीं की गई। एसपीजी और प्रशासन ने मिलकर रूट तय किया उसकी मंजूरी दी जिसके हिसाब से हमारा प्रोग्राम बना। रात को साढ़े 8 बजे हमसे कहा जाता है कि आप इतने लम्बे रूट में मत चलाइये कम रूट में चलाइए। अरे भई! पहले आपने क्यों नहीं बताया। सारे हमारे लोग तय हो गए थे जगह तय हो गई थी और आप हमको अब बता रहे हैं और कारण क्या बता रहे हैं कि है 17 तारीख को नहीं पता था कि शिवरात्रि है। 17 की शाम से 19 की रात तक हमें इसमें कोई मनाही नहीं की गई। एसपीजी और प्रशासन ने मिलकर रूट तय किया उसकी मंजूरी दी जिसके हिसाब से हमारा प्रोग्राम बना। रात को साढ़े 8 बजे हमसे कहा जाता है कि आप इतने लम्बे रूट में मत चलाइये कम रूट में चलाइए। अरे भई! पहले आपने क्यों नहीं बताया। सारे हमारे लोग तय हो गए थे जगह तय हो गई थी और आप हमको अब बता रहे हैं और कारण क्या बता रहे हैं कि है 17 तारीख को नहीं पता था कि शिवरात्रि है।
पुलवामा हमले के 2 गुनहगार आतंकियों को आर्मी ने मार गिराया, शहीद हुए थे 40 CRPF जवान
कश्मीर के अनंतनाग में आतंकवादी और सुरक्षाबलों में मुठभेड़ एक जवान शहीद, दो आतंकी भी ढेर हो सकते हैं जैश-ए-मोहम्मद के सदस्य
जम्मू एवं कश्मीर के अनंतनाग में आतंकवादियों के साथ मंगलवार सुबह से जारी मुठभेड़ में एक जवान शहीद हो गया है, और दो आतंकवादियों को भी ढेर कर दिया गया है. ये दोनों आतंकवादी गुट जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े हैं. इनमें से एक आतंकवादी की पहचान सज्जाद अहमद भट के रूप में हुई है, जो 14 फरवरी को पुलवामा में CRPF के काफिले पर हुए आत्मघाती हमले में इस्तेमाल हुई कार का मालिक था. दूसरे आतंकवादी का नाम तौसीफ है, और वह सज्जाद का हैंडलर था. आतंकवादियों के इलाके में छिपे होने की खुफिया जानकारी के आधार पर सुरक्षाबलों ने तलाशी अभियान शुरू किया था, जो जल्द ही मुठभेड़ में तब्दील हो गया, जब आतंकियों ने बलों पर गोलियां दागना शुरू कर दिया. बताया गया है कि मुठभेड़ अब भी जारी है. गौरतलब है कि सोमवार को आतंकवादियों ने पुलवामा में सेना के एक वाहन को IED के ज़रिये निशाना बनाया था, जहां इसी साल फरवरी में भी जैश-ए-मोहम्मद के आत्मघाती आतंकवादी ने CRPF के कॉनवॉय को निशाना बनाया था, जिसमें 40 से ज़्यादा जवान शहीद हो गए थे. सोमवार को हुए हमले में छह जवान तथा दो नागरिक ज़ख्मी हुए थे. इसके अलावा सोमवार को ही अनंतनाग में ही आतंकवादियों से हुई एक मुठभेड़ में सेना का एक मेजर शहीद हो गया था, और तीन जवान ज़ख्मी हुए थे. केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह तथा सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत मुठभेड़ में शहीद हुए मेजर केतन शर्मा को मंगलवार को श्रद्धांजलि देंगे.
'हम हताश नहीं, दमदार वापसी करेंगे'
भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने स्वीकार किया है कि विदेशी धरती पर लगातार पांचवीं हार से उनकी टीम का आत्मविश्वास थोड़ा डगमगा जरूर गया है, लेकिन वे हताश नहीं हैं।
भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने स्वीकार किया है कि विदेशी धरती पर लगातार पांचवीं हार से उनकी टीम का आत्मविश्वास थोड़ा डगमगा जरूर गया है, लेकिन वे हताश नहीं हैं। उन्होंने कहा कि टीम इंडिया सिडनी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मंगलवार से शुरू होने जा रहे दूसरे टेस्ट में दमदार वापसी के लिए तैयार है। इंग्लैंड में पिछले साल गर्मियों में 0-4 से शर्मनाक हार झेलने के बाद भारत को ऑस्ट्रेलिया के हाथों मेलबर्न में पहले टेस्ट मैच में भी 122 रन से हार का सामना करना पड़ा था। धोनी ने सिडनी मैच की पूर्व संध्या पर कहा, इससे यह (आत्मविश्वास) थोड़ा प्रभावित हुआ है, लेकिन हम टूटे नहीं हैं, क्योंकि हम सभी जानते हैं कि वास्तव में क्या हुआ और आप गलतियों से सीखते हो। हम सकारात्मक पहलुओं पर ध्यान दे रहे हैं। विदेशी सरजमीं पर हमने जो पिछले पांच मैच गंवाए, उनमें हमारे लिए कई सकारात्मक बातें रहीं। उन्होंने कहा, हमें केवल बल्लेबाजी और गेंदबाजी में सुधार के बजाय इकाई के तौर पर सुधार करने की जरूरत है। इंग्लैंड की तरह यहां हमें चोटों से नहीं जूझना पड़ रहा है, जो हमारे लिए सकारात्मक पहलू है। ऑस्ट्रेलियाई टीम हमारी बल्लेबाजी लाइन-अप पर दबाव बनाए रखने की कोशिश करेगी और यही बात गेंदबाजों पर भी लागू होती है। जब धोनी से पूछा गया कि क्या सचिन तेंदुलकर के बहुप्रतीक्षित 100वें अंतरराष्ट्रीय शतक से टीम का ध्यान बंट रहा है, उन्होंने कहा, इससे मीडिया का ध्यान बंटा हुआ है, जो हमारे लिए अच्छा है। हम जहां भी जाते हैं, लोग इसी के बारे में बात करते हैं। टीम के रूप में चाहते हैं कि वह जल्द से जल्द इसे हासिल करें। सच्चाई यही है कि यह बहुत बड़ी उपलब्धि है और हम इसका हिस्सा बनना और इसका लुत्फ उठाना चाहेंगे। भारतीय कप्तान ने कहा कि सचिन किसी भी समय यह उपलब्धि हासिल कर सकते हैं और ऐसा नहीं लगता है कि इसमें हो रही देरी से वह किसी तरह प्रभावित हैं। धोनी ने कहा, हम सभी जानते हैं कि यह शतक जरूर लगेगा। यह इस टेस्ट मैच में हो सकता है या अगले मैच या इस शृंखला में। आप इसे होने से रोक नहीं सकते। मुझे नहीं लगता कि वह इस बारे में ज्यादा सोच रहे हैं। उन्होंने कहा, निश्चित तौर पर वह जितनी जल्दी इसे हासिल करेंगे, उन पर से तथाकथित दबाव कम होगा, क्योंकि दबाव असफलता और प्रदर्शन का होता है। प्रदर्शन का दबाव हो सकता है, लेकिन वह वास्तव में इस बारे में बात नहीं करते और कभी ऐसा नहीं लगता कि उन पर 100वें शतक का दबाव है। धोनी ने कहा कि टॉस जीतने की दशा में बल्लेबाजी या गेंदबाजी करने का फैसला मैच से पहले पिच को देखकर ही करेंगे। उन्होंने कहा, यह इस पर निर्भर करेगा कि मैच से पहले विकेट कैसा दिखता है। यदि विकेट पर नमी रहती है और आसमान में बादल रहते हैं और लगता है कि पहले सत्र के बाद भी ऐसी स्थिति रहेगी तो हम गेंदबाजी का फैसला करेंगे, लेकिन फैसला करने से पहले हम सुबह का विकेट देखना चाहेंगे। उन्होंने कहा, विकेट पर हरी घास के संकेत मिल रहे हैं। शुरू में इससे तेज गेंदबाजों को मदद मिल सकती है। इसके बाद यह बल्लेबाजी के लिए अनुकूल होगी। मैं पक्के तौर पर नहीं कह सकता, लेकिन बाद में इससे टर्न मिल सकता है, लेकिन यह इस पर निर्भर करेगा कि विकेट पर कितना रोलर चलाया जाता है। धोनी ने कहा कि भारत ने भी ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों के लिए रणनीति बनाई है। ऐसा ही दावा ऑस्ट्रेलियाई कप्तान माइकल क्लार्क ने भारतीय बल्लेबाजों के लिए किया था। धोनी से यह भी पूछा गया कि क्या उन्हें हरभजन सिंह की कमी खल रही है। उनसे स्लिप में सुरक्षित माने जाने वाले राहुल द्रविड़ के कैच छोड़ने के बारे में भी सवाल किया गया। भारतीय कप्तान ने कहा, हम उनके (द्रविड़ के) प्रदर्शन से खुश हैं। वह हमारे सर्वश्रेष्ठ कैचर में से एक है। क्रिकेट में आप कभी कुछ कैच छोड़ देते हो, लेकिन आप लगातार अच्छा प्रदर्शन करते हो तो आपको स्लिप से बाहर रखने का कोई कारण नहीं होना चाहिए। भारत के लिए छठे नंबर का स्थान काफी परेशानी वाला रहा है तथा धोनी को विराट कोहली और रोहित शर्मा में से किसी एक का चयन इस नंबर के लिए करना होगा। उन्होंने कहा, वह अच्छा बल्लेबाज है और उसने अच्छी तैयारी की है। उसे लय हासिल करने की जरूरत है, इसलिए कुछ भी गलत नहीं है। उम्मीद है कि वह रन बनाएगा। धोनी ने माना कि उनके बल्लेबाजों को शुरू में 15 से 20 ओवर तक बाहर जाती गेंदों का छोड़ना होगा। उन्होंने कहा, कूकाबुरा गेंद शुरुआती 15 से 20 ओवरों में काफी गुल खिला सकती है, इसलिए ऑफ स्टंप से बाहर जाती गेंदों को छोड़ने से मदद मिल सकती है, लेकिन आप वीरेंद्र सहवाग को यह बात नहीं कह सकते, जिन्हें ऐसी गेंदों के धुर्रे उड़ाने में मजा आता है। धोनी ने कहा, लेकिन सलामी बल्लेबाज के लिए गेंद छोड़ना हमेशा अच्छा रहता है और हमें इस पर काम करना होगा, लेकिन मैं फिर कहूंगा कि आप नहीं चाहोगे कि सहवाग बहुत अधिक गेंद छोड़े, जो कट शॉट पर काफी निर्भर है। ओपनिंग हमारे लिए महत्वपूर्ण है और हम चाहते हैं कि वे बड़ा स्कोर खड़ा करें।
कैटरीना कैफ ने पोस्‍ट किया ऐसा वीडियो की अपनी हंसी नहीं रोक पाएंगे आप...
वीडियो में पुशअप्‍स करती नजर आ रही हैं कैटरीना कैफ वीडियो के आखिर में खुल रहा है कैटरीना के इस पुशअप का राज 'टाइगर जिंदा है' की शूटिंग के लिए मोरक्‍को में हैं कैटरीना
Warming up on set . @rezaparkview A post shared by Katrina Kaif (@katrinakaif) on Jul 24, 2017 at 7:58am PDT Surfs up ..... @explorawatersports A post shared by Katrina Kaif (@katrinakaif) on Jul 21, 2017 at 12:57pm PDT Back out again....... A post shared by Katrina Kaif (@katrinakaif) on Jul 23, 2017 at 10:51pm PDT Power meeting on set . Tiger time A post shared by Katrina Kaif (@katrinakaif) on Jul 23, 2017 at 9:32pm PDT
सलमान की 'Bharat' के पहले दिन की कमाई होगी आधी! वजह है हैरान करने वाली
ईद पर रिलीज होगी 'भारत' अली अब्बास जफर हैं डायरेक्टर वर्ल्ड कप में उसी दिन भारत का मैच है
सलमान खान (Salman Khan) को ईद (Eid) का सुल्तान कहा जाता है और जब भी इस मौके पर उनकी फिल्म रिलीज होती है बॉक्स ऑफिस पर कई रिकॉर्ड बनते हैं. लेकिन इस बार सलमान खान (Salman Khan) की फिल्म 'भारत' को टक्कर देने के लिए क्रिकेट वर्ल्ड कप  (ICC Cricket World Cup 2019) आ गया है. सलमान खान की 'भारत (Bharat)' 5 जून को ईद के मौके पर रिलीज होने जा रही है. क्रिकेट वर्ल्ड कप 30 मई से शुरू होने जा रहा है. लेकिन दिलचस्प यह है कि 5 जून को विश्व कप में भारत का पहला मुकाबला होगा. भारत अपने पहले मैच में साउथ अफ्रीका (India Vs Pakistan) के साथ भिडे़गा. सलमान खान (Salman Khan) 'भारत (Bharat)' फिल्म में कई लुक में नजर आ रहे हैं और उनके साथ कैटरीना कैफ (Katrina Kaif) और दिशा पटानी (Disha Patani) भी हैं. 'भारत' को अली अब्बास जफर ने डायरेक्ट किया है. लेकिन विश्व कप 2019 के जोश के बीच फिल्म के रिलीज होने को लेकर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं. हालांकि कुछ फिल्म विश्वलेषक मान रहे हैं कि मैच का फिल्म की कमाई पर कोई असर नहीं पड़ने वाला है. फिल्म ट्रेड एक्सपर्ट अतुल मोहन ने ट्वीट किय3 हैः 'भारत उसी दिन रिलीज हो रही है जिस आईसीसी वर्ल्ड कप 2019 में भारत का पहला मैच है. इस दिन इंग्लैंड में भारत और साउथ अफ्रीका के बीच मुकाबला होगा. क्या इसका असर फिल्म की कमाई पर पड़ेगा? मुझे नहीं लगता!' A post shared by Salman Khan (@beingsalmankhan) on Apr 17, 2019 at 10:30pm PDT हालांकि कुछ फिल्म विश्लेषक मान रहे हैं कि सलमान खान (Salman Khan) की 'भारत (Bharat)' को इस क्रिकेट मैच से थोड़ा झटका पहुंच सकता है. भारत और साउथ अफ्रीका का मैच शाम को तीन बजे से शुरू होना है. इस तरह विश्लेषक मान रहे हैं कि शाम के शो में फिल्म को लेकर कुछ असर देखा जा सकता है. फिल्म विश्लेषक मान रहे हैं कि क्रिकेट का क्रेज बहुत जबरदस्त है और वह भी क्रिकेट वर्ल्ड कप, तो जो दोगुना हो जाता है. लेकिन सलमान खान की जबरदस्त फैन फॉलोइंग है, और ईद पर तो वे कई कीर्तिमान बनाते हैं. ऐसे में देखना है इस ईद पर क्रिकेट और सिनेमा से कौन किस पर भारी पड़ता है.
'वंदे मातरम्' आजादी का गीत, लेकिन इसे जबरन नहीं थोपा जाए : रेणुका चौधरी
मद्रास हाई कोर्ट ने शिक्षा संस्थाओं और दफ्तरों में गाने का फैसला दिया पूर्व मंत्री ने कहा- देशभक्ति की भावना उत्पन्न होती है वंदे मातरम् से कहा- पीएम के कहने के बावजूद गौरक्षा के नाम पर हिंसा नहीं रुकी
गौरक्षा के नाम पर हिंसा के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि गौरक्षा के नाम पर हिंसा करने वाले ‘राष्ट्रविरोधी’ तत्व हैं और उनसे सख्ती से निपटा जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मुद्दे पर बोल चुके हैं तो ये घटनाएं रुक जानी चाहिए. अगर तब भी घटनाएं नहीं रुकती हैं तो इससे कई सवाल खड़े होते हैं.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
December Global Festivities: मलाइका अरोड़ा की क्रिसमस पार्टी में करीना कपूर ने बिखेरे जलवे, देखें Inside Photos
प्री-क्रिसमस बैश में बिजी बॉलीवुड सितारे मलाइका अरोड़ा ने रखी पार्टी, करीना कपूर बनीं गेस्ट करिश्मा कपूर, करण जौहर समेत कई सेलेब्स हुए शामिल
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बैंगलोर में एक अपार्टमेंट की छत पर उतरा हेलीकॉप्टर
बैंगलोर में एक अपार्टमेंट की छत पर एक हेलीकॉप्टर को इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी। एचएएल का यह हेलीकॉप्टर दो ट्रेनी पायलट उड़ा रहे थे।
बैंगलोर में एक अपार्टमेंट की छत पर एक हेलीकॉप्टर को इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी। एचएएल का यह हेलीकॉप्टर दो ट्रेनी पायलट उड़ा रहे थे। बताया जा रहा है कि हेलीकॉप्टर में तेल खत्म हो जाने की वजह से दोनों को इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी। दोनों पायलट सुरक्षित बताए जा रहे हैं और किसी प्रकार के जान और माल के नुकसान की भी खबर नहीं है। बताया जा रहा है कि हेलीकॉप्टर में तेल खत्म हो जाने की वजह से दोनों को इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी। दोनों पायलट सुरक्षित बताए जा रहे हैं और किसी प्रकार के जान और माल के नुकसान की भी खबर नहीं है।
IPL 2018, SRH vs KKR: क्रिस लिन का अर्धशतक, केकेआर 5 विकेट से जीता, प्‍लेऑफ में स्‍थान बनाया
प्‍लेऑफ में पहुंचने वाली तीसरी टीम बनी केकेआर मैच में सनराइजर्स ने 9 विकेट पर 172 रन बनाए थे केकेआर ने लक्ष्‍य 5 विकेट खोकर हासिल किया, लिन ने बनाए 50 रन
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भारत, चीन के पास सीमा विवाद सुलझाने की समझ है : ली
चीन के प्रधानमंत्री ली केकियांग ने मंगलवार को कहा कि दोनों देशों को अपनी सीमा से जुड़ी समस्या का एक निष्पक्ष, उचित और आपस में स्वीकार्य समाधान निकालने की समझ है।
चीन के प्रधानमंत्री ली केकियांग ने मंगलवार को कहा कि दोनों देशों को अपनी सीमा से जुड़ी समस्या का एक निष्पक्ष, उचित और आपस में स्वीकार्य समाधान निकालने की समझ है। इसके साथ ही ली ने अपनी इस धारणा को दोहराया कि भारत, चीन को चाहिए कि वे 'हिमालय' लांघकर हाथ मिलाएं। व्यापारिक संस्था, 'फिक्की' और 'इंडियन काउंसिल फॉर वर्ल्ड अफेयर्स' (आईसीडब्ल्यूए) द्वारा दिल्ली के ताज पैलेस होटल में आयोजित एक समारोह को संबोधित करते हुए ली ने दोनों एशियाई शक्तियों के बीच गहरे आर्थिक एकीकरण पर जोर दिया और वैश्विक परिदृश्य पर एक प्रभाव डालने के लिए दोनों देशों की 2.5 अरब आबादी की शक्ति समन्वित करने पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ कई मुद्दों पर स्पष्ट और मैत्रीपूर्ण बातचीत हुई और दोनों ही पक्ष बातचीत से संतुष्ट हैं। सीमा मुद्दे पर ली ने कहा कि दोनों देश अपने विशेष प्रतिनिधियों के जरिए समझौते को आगे बढ़ाने पर सहमत हुए हैं और प्रतिनिधियों की बैठक शीघ्र होने जा रही है। पिछले महीने लद्दाख में चीनी घुसपैठ के बाद दोनों देशों के बीच तीन सप्ताह तक गतिरोध बना रहा था। ली ने कहा, "दोनों देशों के पास निष्पक्ष, यथोचित एवं परस्पर स्वीकार्य समाधान निकाले की समझ है।" उन्होंने आगे कहा कि दोनों देश अपने प्रासंगिक तंत्र का इस्तेमाल करें और सीमा पर शांति और सद्भाव सुनिश्चित कायम करने के लिए अपने रक्षा तंत्र को प्रबंधित करें। सीमा पार से बहने वाली नदी के प्रवाह के बारे में ली ने कहा कि चीन, नई दिल्ली की चिंताओं को समझता है और उसने मानवीय चिंताओं के कारण जलविद्युत संबंधित सभी सूचनाएं मुहैया कराई हैं। चीन से निकल कर भारत आने वाली ब्रह्मपुत्र नदी पर बन रहे बांधों को लेकर भारत ने चिंता जताई है। व्यापार घाटे के बारे में ली ने चीनी बाजारों तक भारतीय उत्पादों की पहुंच बढ़ाने का आश्वासन दिया। अभी व्यापार का पलड़ा चीन की तरफ बहुत ज्याद झुका हुआ है। चीन के प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि वह भारत में चीनी निवेश का समर्थन करते हैं। उन्होंने कहा, "हमारे पास भरतीय व्यापार असंतुलन को दूर करने की क्षमता है।" यह आश्वासन देते हुए ली ने कहा, "व्यापार संतुलन में गतिशीलता टिकाऊ होती है।" सुरक्षा के मामले में उन्होंने कहा कि शांतिपूर्ण दक्षिण एशिया चीन के हित में है और दोनों पक्षों ने चिंता के सभी मामलों और मुद्दों के समाधान पर चर्चा की है।टिप्पणियां अपने सम्बोधन की शुरुआत ली ने भारतीय परम्परा के अनुसार 'नमस्ते' कहकर किया और उन्होंने अपने सम्बोधन में कई आकर्षक उद्धरणों का भी प्रयोग किया। ली ने दोनों देशों को इस तरह के निकटवर्ती सम्बंध स्थापित करने पर जोर दिया, जिससे दोनों देश एकसाथ एशिया और वैश्विक स्तर पर अपना प्रभाव छोड़ सकें। ली ने कहा, "मुझे पूरा विश्वास है कि जब चीन और भारत एक सुर में बोलेंगे तो दुनिया को सुनना ही पड़ेगा।" लगभग इसी आशय की बातें प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह इससे पहले कह चुके हैं। व्यापारिक संस्था, 'फिक्की' और 'इंडियन काउंसिल फॉर वर्ल्ड अफेयर्स' (आईसीडब्ल्यूए) द्वारा दिल्ली के ताज पैलेस होटल में आयोजित एक समारोह को संबोधित करते हुए ली ने दोनों एशियाई शक्तियों के बीच गहरे आर्थिक एकीकरण पर जोर दिया और वैश्विक परिदृश्य पर एक प्रभाव डालने के लिए दोनों देशों की 2.5 अरब आबादी की शक्ति समन्वित करने पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ कई मुद्दों पर स्पष्ट और मैत्रीपूर्ण बातचीत हुई और दोनों ही पक्ष बातचीत से संतुष्ट हैं। सीमा मुद्दे पर ली ने कहा कि दोनों देश अपने विशेष प्रतिनिधियों के जरिए समझौते को आगे बढ़ाने पर सहमत हुए हैं और प्रतिनिधियों की बैठक शीघ्र होने जा रही है। पिछले महीने लद्दाख में चीनी घुसपैठ के बाद दोनों देशों के बीच तीन सप्ताह तक गतिरोध बना रहा था। ली ने कहा, "दोनों देशों के पास निष्पक्ष, यथोचित एवं परस्पर स्वीकार्य समाधान निकाले की समझ है।" उन्होंने आगे कहा कि दोनों देश अपने प्रासंगिक तंत्र का इस्तेमाल करें और सीमा पर शांति और सद्भाव सुनिश्चित कायम करने के लिए अपने रक्षा तंत्र को प्रबंधित करें। सीमा पार से बहने वाली नदी के प्रवाह के बारे में ली ने कहा कि चीन, नई दिल्ली की चिंताओं को समझता है और उसने मानवीय चिंताओं के कारण जलविद्युत संबंधित सभी सूचनाएं मुहैया कराई हैं। चीन से निकल कर भारत आने वाली ब्रह्मपुत्र नदी पर बन रहे बांधों को लेकर भारत ने चिंता जताई है। व्यापार घाटे के बारे में ली ने चीनी बाजारों तक भारतीय उत्पादों की पहुंच बढ़ाने का आश्वासन दिया। अभी व्यापार का पलड़ा चीन की तरफ बहुत ज्याद झुका हुआ है। चीन के प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि वह भारत में चीनी निवेश का समर्थन करते हैं। उन्होंने कहा, "हमारे पास भरतीय व्यापार असंतुलन को दूर करने की क्षमता है।" यह आश्वासन देते हुए ली ने कहा, "व्यापार संतुलन में गतिशीलता टिकाऊ होती है।" सुरक्षा के मामले में उन्होंने कहा कि शांतिपूर्ण दक्षिण एशिया चीन के हित में है और दोनों पक्षों ने चिंता के सभी मामलों और मुद्दों के समाधान पर चर्चा की है।टिप्पणियां अपने सम्बोधन की शुरुआत ली ने भारतीय परम्परा के अनुसार 'नमस्ते' कहकर किया और उन्होंने अपने सम्बोधन में कई आकर्षक उद्धरणों का भी प्रयोग किया। ली ने दोनों देशों को इस तरह के निकटवर्ती सम्बंध स्थापित करने पर जोर दिया, जिससे दोनों देश एकसाथ एशिया और वैश्विक स्तर पर अपना प्रभाव छोड़ सकें। ली ने कहा, "मुझे पूरा विश्वास है कि जब चीन और भारत एक सुर में बोलेंगे तो दुनिया को सुनना ही पड़ेगा।" लगभग इसी आशय की बातें प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह इससे पहले कह चुके हैं। सीमा मुद्दे पर ली ने कहा कि दोनों देश अपने विशेष प्रतिनिधियों के जरिए समझौते को आगे बढ़ाने पर सहमत हुए हैं और प्रतिनिधियों की बैठक शीघ्र होने जा रही है। पिछले महीने लद्दाख में चीनी घुसपैठ के बाद दोनों देशों के बीच तीन सप्ताह तक गतिरोध बना रहा था। ली ने कहा, "दोनों देशों के पास निष्पक्ष, यथोचित एवं परस्पर स्वीकार्य समाधान निकाले की समझ है।" उन्होंने आगे कहा कि दोनों देश अपने प्रासंगिक तंत्र का इस्तेमाल करें और सीमा पर शांति और सद्भाव सुनिश्चित कायम करने के लिए अपने रक्षा तंत्र को प्रबंधित करें। सीमा पार से बहने वाली नदी के प्रवाह के बारे में ली ने कहा कि चीन, नई दिल्ली की चिंताओं को समझता है और उसने मानवीय चिंताओं के कारण जलविद्युत संबंधित सभी सूचनाएं मुहैया कराई हैं। चीन से निकल कर भारत आने वाली ब्रह्मपुत्र नदी पर बन रहे बांधों को लेकर भारत ने चिंता जताई है। व्यापार घाटे के बारे में ली ने चीनी बाजारों तक भारतीय उत्पादों की पहुंच बढ़ाने का आश्वासन दिया। अभी व्यापार का पलड़ा चीन की तरफ बहुत ज्याद झुका हुआ है। चीन के प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि वह भारत में चीनी निवेश का समर्थन करते हैं। उन्होंने कहा, "हमारे पास भरतीय व्यापार असंतुलन को दूर करने की क्षमता है।" यह आश्वासन देते हुए ली ने कहा, "व्यापार संतुलन में गतिशीलता टिकाऊ होती है।" सुरक्षा के मामले में उन्होंने कहा कि शांतिपूर्ण दक्षिण एशिया चीन के हित में है और दोनों पक्षों ने चिंता के सभी मामलों और मुद्दों के समाधान पर चर्चा की है।टिप्पणियां अपने सम्बोधन की शुरुआत ली ने भारतीय परम्परा के अनुसार 'नमस्ते' कहकर किया और उन्होंने अपने सम्बोधन में कई आकर्षक उद्धरणों का भी प्रयोग किया। ली ने दोनों देशों को इस तरह के निकटवर्ती सम्बंध स्थापित करने पर जोर दिया, जिससे दोनों देश एकसाथ एशिया और वैश्विक स्तर पर अपना प्रभाव छोड़ सकें। ली ने कहा, "मुझे पूरा विश्वास है कि जब चीन और भारत एक सुर में बोलेंगे तो दुनिया को सुनना ही पड़ेगा।" लगभग इसी आशय की बातें प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह इससे पहले कह चुके हैं। ली ने कहा, "दोनों देशों के पास निष्पक्ष, यथोचित एवं परस्पर स्वीकार्य समाधान निकाले की समझ है।" उन्होंने आगे कहा कि दोनों देश अपने प्रासंगिक तंत्र का इस्तेमाल करें और सीमा पर शांति और सद्भाव सुनिश्चित कायम करने के लिए अपने रक्षा तंत्र को प्रबंधित करें। सीमा पार से बहने वाली नदी के प्रवाह के बारे में ली ने कहा कि चीन, नई दिल्ली की चिंताओं को समझता है और उसने मानवीय चिंताओं के कारण जलविद्युत संबंधित सभी सूचनाएं मुहैया कराई हैं। चीन से निकल कर भारत आने वाली ब्रह्मपुत्र नदी पर बन रहे बांधों को लेकर भारत ने चिंता जताई है। व्यापार घाटे के बारे में ली ने चीनी बाजारों तक भारतीय उत्पादों की पहुंच बढ़ाने का आश्वासन दिया। अभी व्यापार का पलड़ा चीन की तरफ बहुत ज्याद झुका हुआ है। चीन के प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि वह भारत में चीनी निवेश का समर्थन करते हैं। उन्होंने कहा, "हमारे पास भरतीय व्यापार असंतुलन को दूर करने की क्षमता है।" यह आश्वासन देते हुए ली ने कहा, "व्यापार संतुलन में गतिशीलता टिकाऊ होती है।" सुरक्षा के मामले में उन्होंने कहा कि शांतिपूर्ण दक्षिण एशिया चीन के हित में है और दोनों पक्षों ने चिंता के सभी मामलों और मुद्दों के समाधान पर चर्चा की है।टिप्पणियां अपने सम्बोधन की शुरुआत ली ने भारतीय परम्परा के अनुसार 'नमस्ते' कहकर किया और उन्होंने अपने सम्बोधन में कई आकर्षक उद्धरणों का भी प्रयोग किया। ली ने दोनों देशों को इस तरह के निकटवर्ती सम्बंध स्थापित करने पर जोर दिया, जिससे दोनों देश एकसाथ एशिया और वैश्विक स्तर पर अपना प्रभाव छोड़ सकें। ली ने कहा, "मुझे पूरा विश्वास है कि जब चीन और भारत एक सुर में बोलेंगे तो दुनिया को सुनना ही पड़ेगा।" लगभग इसी आशय की बातें प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह इससे पहले कह चुके हैं। सीमा पार से बहने वाली नदी के प्रवाह के बारे में ली ने कहा कि चीन, नई दिल्ली की चिंताओं को समझता है और उसने मानवीय चिंताओं के कारण जलविद्युत संबंधित सभी सूचनाएं मुहैया कराई हैं। चीन से निकल कर भारत आने वाली ब्रह्मपुत्र नदी पर बन रहे बांधों को लेकर भारत ने चिंता जताई है। व्यापार घाटे के बारे में ली ने चीनी बाजारों तक भारतीय उत्पादों की पहुंच बढ़ाने का आश्वासन दिया। अभी व्यापार का पलड़ा चीन की तरफ बहुत ज्याद झुका हुआ है। चीन के प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि वह भारत में चीनी निवेश का समर्थन करते हैं। उन्होंने कहा, "हमारे पास भरतीय व्यापार असंतुलन को दूर करने की क्षमता है।" यह आश्वासन देते हुए ली ने कहा, "व्यापार संतुलन में गतिशीलता टिकाऊ होती है।" सुरक्षा के मामले में उन्होंने कहा कि शांतिपूर्ण दक्षिण एशिया चीन के हित में है और दोनों पक्षों ने चिंता के सभी मामलों और मुद्दों के समाधान पर चर्चा की है।टिप्पणियां अपने सम्बोधन की शुरुआत ली ने भारतीय परम्परा के अनुसार 'नमस्ते' कहकर किया और उन्होंने अपने सम्बोधन में कई आकर्षक उद्धरणों का भी प्रयोग किया। ली ने दोनों देशों को इस तरह के निकटवर्ती सम्बंध स्थापित करने पर जोर दिया, जिससे दोनों देश एकसाथ एशिया और वैश्विक स्तर पर अपना प्रभाव छोड़ सकें। ली ने कहा, "मुझे पूरा विश्वास है कि जब चीन और भारत एक सुर में बोलेंगे तो दुनिया को सुनना ही पड़ेगा।" लगभग इसी आशय की बातें प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह इससे पहले कह चुके हैं। चीन से निकल कर भारत आने वाली ब्रह्मपुत्र नदी पर बन रहे बांधों को लेकर भारत ने चिंता जताई है। व्यापार घाटे के बारे में ली ने चीनी बाजारों तक भारतीय उत्पादों की पहुंच बढ़ाने का आश्वासन दिया। अभी व्यापार का पलड़ा चीन की तरफ बहुत ज्याद झुका हुआ है। चीन के प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि वह भारत में चीनी निवेश का समर्थन करते हैं। उन्होंने कहा, "हमारे पास भरतीय व्यापार असंतुलन को दूर करने की क्षमता है।" यह आश्वासन देते हुए ली ने कहा, "व्यापार संतुलन में गतिशीलता टिकाऊ होती है।" सुरक्षा के मामले में उन्होंने कहा कि शांतिपूर्ण दक्षिण एशिया चीन के हित में है और दोनों पक्षों ने चिंता के सभी मामलों और मुद्दों के समाधान पर चर्चा की है।टिप्पणियां अपने सम्बोधन की शुरुआत ली ने भारतीय परम्परा के अनुसार 'नमस्ते' कहकर किया और उन्होंने अपने सम्बोधन में कई आकर्षक उद्धरणों का भी प्रयोग किया। ली ने दोनों देशों को इस तरह के निकटवर्ती सम्बंध स्थापित करने पर जोर दिया, जिससे दोनों देश एकसाथ एशिया और वैश्विक स्तर पर अपना प्रभाव छोड़ सकें। ली ने कहा, "मुझे पूरा विश्वास है कि जब चीन और भारत एक सुर में बोलेंगे तो दुनिया को सुनना ही पड़ेगा।" लगभग इसी आशय की बातें प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह इससे पहले कह चुके हैं। व्यापार घाटे के बारे में ली ने चीनी बाजारों तक भारतीय उत्पादों की पहुंच बढ़ाने का आश्वासन दिया। अभी व्यापार का पलड़ा चीन की तरफ बहुत ज्याद झुका हुआ है। चीन के प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि वह भारत में चीनी निवेश का समर्थन करते हैं। उन्होंने कहा, "हमारे पास भरतीय व्यापार असंतुलन को दूर करने की क्षमता है।" यह आश्वासन देते हुए ली ने कहा, "व्यापार संतुलन में गतिशीलता टिकाऊ होती है।" सुरक्षा के मामले में उन्होंने कहा कि शांतिपूर्ण दक्षिण एशिया चीन के हित में है और दोनों पक्षों ने चिंता के सभी मामलों और मुद्दों के समाधान पर चर्चा की है।टिप्पणियां अपने सम्बोधन की शुरुआत ली ने भारतीय परम्परा के अनुसार 'नमस्ते' कहकर किया और उन्होंने अपने सम्बोधन में कई आकर्षक उद्धरणों का भी प्रयोग किया। ली ने दोनों देशों को इस तरह के निकटवर्ती सम्बंध स्थापित करने पर जोर दिया, जिससे दोनों देश एकसाथ एशिया और वैश्विक स्तर पर अपना प्रभाव छोड़ सकें। ली ने कहा, "मुझे पूरा विश्वास है कि जब चीन और भारत एक सुर में बोलेंगे तो दुनिया को सुनना ही पड़ेगा।" लगभग इसी आशय की बातें प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह इससे पहले कह चुके हैं। चीन के प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि वह भारत में चीनी निवेश का समर्थन करते हैं। उन्होंने कहा, "हमारे पास भरतीय व्यापार असंतुलन को दूर करने की क्षमता है।" यह आश्वासन देते हुए ली ने कहा, "व्यापार संतुलन में गतिशीलता टिकाऊ होती है।" सुरक्षा के मामले में उन्होंने कहा कि शांतिपूर्ण दक्षिण एशिया चीन के हित में है और दोनों पक्षों ने चिंता के सभी मामलों और मुद्दों के समाधान पर चर्चा की है।टिप्पणियां अपने सम्बोधन की शुरुआत ली ने भारतीय परम्परा के अनुसार 'नमस्ते' कहकर किया और उन्होंने अपने सम्बोधन में कई आकर्षक उद्धरणों का भी प्रयोग किया। ली ने दोनों देशों को इस तरह के निकटवर्ती सम्बंध स्थापित करने पर जोर दिया, जिससे दोनों देश एकसाथ एशिया और वैश्विक स्तर पर अपना प्रभाव छोड़ सकें। ली ने कहा, "मुझे पूरा विश्वास है कि जब चीन और भारत एक सुर में बोलेंगे तो दुनिया को सुनना ही पड़ेगा।" लगभग इसी आशय की बातें प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह इससे पहले कह चुके हैं। सुरक्षा के मामले में उन्होंने कहा कि शांतिपूर्ण दक्षिण एशिया चीन के हित में है और दोनों पक्षों ने चिंता के सभी मामलों और मुद्दों के समाधान पर चर्चा की है।टिप्पणियां अपने सम्बोधन की शुरुआत ली ने भारतीय परम्परा के अनुसार 'नमस्ते' कहकर किया और उन्होंने अपने सम्बोधन में कई आकर्षक उद्धरणों का भी प्रयोग किया। ली ने दोनों देशों को इस तरह के निकटवर्ती सम्बंध स्थापित करने पर जोर दिया, जिससे दोनों देश एकसाथ एशिया और वैश्विक स्तर पर अपना प्रभाव छोड़ सकें। ली ने कहा, "मुझे पूरा विश्वास है कि जब चीन और भारत एक सुर में बोलेंगे तो दुनिया को सुनना ही पड़ेगा।" लगभग इसी आशय की बातें प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह इससे पहले कह चुके हैं। अपने सम्बोधन की शुरुआत ली ने भारतीय परम्परा के अनुसार 'नमस्ते' कहकर किया और उन्होंने अपने सम्बोधन में कई आकर्षक उद्धरणों का भी प्रयोग किया। ली ने दोनों देशों को इस तरह के निकटवर्ती सम्बंध स्थापित करने पर जोर दिया, जिससे दोनों देश एकसाथ एशिया और वैश्विक स्तर पर अपना प्रभाव छोड़ सकें। ली ने कहा, "मुझे पूरा विश्वास है कि जब चीन और भारत एक सुर में बोलेंगे तो दुनिया को सुनना ही पड़ेगा।" लगभग इसी आशय की बातें प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह इससे पहले कह चुके हैं। ली ने दोनों देशों को इस तरह के निकटवर्ती सम्बंध स्थापित करने पर जोर दिया, जिससे दोनों देश एकसाथ एशिया और वैश्विक स्तर पर अपना प्रभाव छोड़ सकें। ली ने कहा, "मुझे पूरा विश्वास है कि जब चीन और भारत एक सुर में बोलेंगे तो दुनिया को सुनना ही पड़ेगा।" लगभग इसी आशय की बातें प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह इससे पहले कह चुके हैं।
भारत पर आक्रमण अमेरिकी, रूस को सबक सिखाना था : चीनी अखबार
सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के अखबार ने लिखा है कि वर्ष 1962 का युद्ध पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू को एक झटका देकर अमेरिका और पूर्व सोवियत संघ के प्रभाव से जगाने के लिए था।
भारत-चीन सीमा वार्ता से पहले चीन के एक आधिकारिक समाचार पत्र ने गुरुवार को लिखा है कि दोनों देशों को वर्ष 1962 के युद्ध से यह सबक लेने की जरूरत है कि बीजिंग हालांकि शांति पसंद करता है लेकिन वह पूरी प्रतिबद्धता से अपनी भूमि की रक्षा करेगा। कड़े शब्दों का उपयोग करते हुए सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के अखबार ‘ग्लोबल टाइम्स’ वेब संस्करण ने लिखा है कि वर्ष 1962 का युद्ध पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू को एक झटका देकर अमेरिका और पूर्व सोवियत संघ के प्रभाव से जगाने के लिए था। इसने यह भी दावा किया है कि उस वक्त चीन के नेता माओत्से तुंग के गुस्से का असली निशाना वाशिंगटन और मास्को थे।टिप्पणियां ‘चीन जीता, लेकिन वह कभी भारत-चीन युद्ध नहीं चाहता था’ शीर्षक से लिखे गए इस लेख में कहा गया है, ‘50 वर्ष पहले जब चीन घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तमाम समस्याओं से दो-चार हो रहा था अमेरिका और सोवियत संघ के उकसावे में आकर नेहरू प्रशासन ने वर्ष 1959 से 1962 के बीच भारत-चीन सीमा पर और समस्याएं खड़ी कर दीं।’’ ‘चाइनीज एकेडमी ऑफ सोशल साइंसेज’ में ‘सेन्टर ऑफ वर्ल्ड पॉलिटिक्स’ के सहायक महासचिव होंग युआन द्वारा लिखे गए इस लेख में चीन की जीत और बीजिंग की शांतिपूर्ण मंशा को प्रदर्शित किया गया है। यह लेख कहता है कि युद्ध भारत के साथ शांति स्थापित करने के लिए लड़ा गया था। कड़े शब्दों का उपयोग करते हुए सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के अखबार ‘ग्लोबल टाइम्स’ वेब संस्करण ने लिखा है कि वर्ष 1962 का युद्ध पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू को एक झटका देकर अमेरिका और पूर्व सोवियत संघ के प्रभाव से जगाने के लिए था। इसने यह भी दावा किया है कि उस वक्त चीन के नेता माओत्से तुंग के गुस्से का असली निशाना वाशिंगटन और मास्को थे।टिप्पणियां ‘चीन जीता, लेकिन वह कभी भारत-चीन युद्ध नहीं चाहता था’ शीर्षक से लिखे गए इस लेख में कहा गया है, ‘50 वर्ष पहले जब चीन घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तमाम समस्याओं से दो-चार हो रहा था अमेरिका और सोवियत संघ के उकसावे में आकर नेहरू प्रशासन ने वर्ष 1959 से 1962 के बीच भारत-चीन सीमा पर और समस्याएं खड़ी कर दीं।’’ ‘चाइनीज एकेडमी ऑफ सोशल साइंसेज’ में ‘सेन्टर ऑफ वर्ल्ड पॉलिटिक्स’ के सहायक महासचिव होंग युआन द्वारा लिखे गए इस लेख में चीन की जीत और बीजिंग की शांतिपूर्ण मंशा को प्रदर्शित किया गया है। यह लेख कहता है कि युद्ध भारत के साथ शांति स्थापित करने के लिए लड़ा गया था। ‘चीन जीता, लेकिन वह कभी भारत-चीन युद्ध नहीं चाहता था’ शीर्षक से लिखे गए इस लेख में कहा गया है, ‘50 वर्ष पहले जब चीन घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तमाम समस्याओं से दो-चार हो रहा था अमेरिका और सोवियत संघ के उकसावे में आकर नेहरू प्रशासन ने वर्ष 1959 से 1962 के बीच भारत-चीन सीमा पर और समस्याएं खड़ी कर दीं।’’ ‘चाइनीज एकेडमी ऑफ सोशल साइंसेज’ में ‘सेन्टर ऑफ वर्ल्ड पॉलिटिक्स’ के सहायक महासचिव होंग युआन द्वारा लिखे गए इस लेख में चीन की जीत और बीजिंग की शांतिपूर्ण मंशा को प्रदर्शित किया गया है। यह लेख कहता है कि युद्ध भारत के साथ शांति स्थापित करने के लिए लड़ा गया था। ‘चाइनीज एकेडमी ऑफ सोशल साइंसेज’ में ‘सेन्टर ऑफ वर्ल्ड पॉलिटिक्स’ के सहायक महासचिव होंग युआन द्वारा लिखे गए इस लेख में चीन की जीत और बीजिंग की शांतिपूर्ण मंशा को प्रदर्शित किया गया है। यह लेख कहता है कि युद्ध भारत के साथ शांति स्थापित करने के लिए लड़ा गया था।
कविता चौधरी हत्याकांड : एक बरी, तीन दोषी करार
2006 में हुए कविता चौधरी हत्याकांड में गाजियाबाद की स्पेशल सीबीआई कोर्ट ने अपना फैसला सुना दिया है। कोर्ट ने आरोपी अशोक को बरी कर दिया है।
2006 में हुए कविता चौधरी हत्याकांड में गाजियाबाद की स्पेशल सीबीआई कोर्ट ने अपना फैसला सुना दिया है। कोर्ट ने आरोपी अशोक को बरी कर दिया है। योगेन्द्र, रविन्द्र और सुल्तान को दोषी करार दिया गया है। दोषियों को शुक्रवार को सजा सुनाई जाएगी। कविता चौधरी का 23 अक्टूबर 2006 को अपहरण कर लिया गया था और इसके बाद हत्या कर कविता की लाश को नहर में फेंक दिया गया था। पुलिस और सीबीआई ने आरोपियों की निशानदेही पर नहर में कविता के शव की तलाश की लेकिन उन्हें शव नहीं मिला। 2007 में सीबीआई ने रवीन्द्र प्रधान समेत पांच लोगों के खिलाफ आधी−अधूरी चार्जशीट दायर कर अपनी जांच जारी रखा। इस केस को बंद नहीं करने के पीछे सीबीआई की दलील थी कि इस अपराध में कुछ बड़े नेता भी शामिल हो सकते हैं क्योंकि कविता के फोन कॉल डिटेल्स ने यूपी के पूर्व मंत्री किरण पाल और बाबू लाल के अलावा कई और नेताओं को शक के दायरे में ला दिया था। बाद में इस मामले के मुख्य आरोपी रवींद्र प्रधान की मई 2008 में गाज़ियाबाद की जेल में हत्या कर दी गई थी जो अभी भी एक रहस्य है। आरोप है कि इस मामले में हाई प्रोफाइल लोगों को बचाने के लिए उसे मारा गया क्योंकि डर था कि कहीं दबाव में वो सारे राज ना उगल दे।
पूर्व कप्तानों ने कहा, भारत-पाक क्रिकेट अब जंग नहीं
अपने जमाने के दिग्गज ऑलराउंडरों कपिल देव और इमरान खान सहित छह पूर्व कप्तानों ने शुक्रवार को स्वीकार किया कि भारत और पाकिस्तान के बीच जब मैच होते हैं तो खिलाड़ियों पर बहुत अधिक दबाव होता है लेकिन इनको महायुद्ध का नाम नहीं दिया जा सकता।
अपने जमाने के दिग्गज ऑलराउंडरों कपिल देव और इमरान खान सहित छह पूर्व कप्तानों ने शुक्रवार को स्वीकार किया कि भारत और पाकिस्तान के बीच जब मैच होते हैं तो खिलाड़ियों पर बहुत अधिक दबाव होता है लेकिन इनको महायुद्ध का नाम नहीं दिया जा सकता। इन कप्तानों ने एक टीवी चैनल के कार्यक्रम में चर्चा के दौरान कहा कि इन दोनों देशों के बीच आगामी शृंखला में जो भी टीम दबाव बेहतर तरीके से झेलेगी उसके जीतने की संभावना अधिक है। इस चर्चा में भारत के तीन पूर्व कप्तानों कपिल, मोहम्मद अजहरूद्दीन और सौरव गांगुली तथा पाकिस्तान के पूर्व कप्तानों वसीम अकरम और वकार यूनिस ने भाग लिया। इस अवसर पर दर्शक दीर्घा में मौजूद इमरान ने भी कुछ सवालों के जवाब दिए। कपिल ने कहा कि जब वह पहली बार 1978 में पाकिस्तान दौरे पर गए थे तो तब दोनों देशों के बीच मैच युद्ध जैसे लगे थे लेकिन अब हालात बदल गए हैं। उन्होंने कहा, ‘‘अब जब महायुद्ध कहा जाता है तो दुख होता है। हमारे समय में ऐसा होता था जबकि हम सोचते थे कि इनकी जान निकाल देनी है लेकिन जब सौरव (गांगुली) की अगुवाई में भारतीय टीम (2004 में) पाकिस्तान दौरे पर गई थी तो तब माहौल एकदम बदला हुआ था।’’ पाकिस्तान के पूर्व कप्तान इमरान ने कहा कि दोनों देशों के लोग परिपक्व हो गए हैं और केवल चार-पांच प्रतिशत लोग निहित स्वार्थों के लिए इसे जंग का रूप देते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘जब सौरव की टीम भारत आई तो हमारे देश के लोगों ने बड़े सभ्य तरीके से हार को स्वीकार किया था। अब लोगों में परिपक्वता आ चुकी है।’’ पूर्व भारतीय कप्तान गांगुली ने कहा कि दोनों देशों के बीच खेलने पर दबाव काफी होता है। उन्होंने कहा, ‘‘पहले ज्यादा मैच नहीं होते थे। खिलाड़ियों पर दबाव होता था लेकिन जंग जैसी बात मैंने नहीं देखी। हां इतना जरूर कहूंगा कि पाकिस्तान के खिलाफ जीतकर बहुत अच्छा लगता था।’’ अजहरूद्दीन ने कहा कि यदि दोनों टीमों के बीच लगातार मैच होते रहते हैं तो फिर जंग जैसा शब्द खुद ही विलुप्त हो जाएगा। उन्होंने कहा, ‘‘जब भी मैं पाकिस्तान के खिलाफ खेला तो स्थिति बहुत तनावपूर्ण होती थी। लेकिन मुझे बहुत खुशी है कि दोनों देशों के बीच फिर से शृंखला शुरू हो रही है। सीरीज बंद नहीं होनी चाहिए। लगातार खेलने से माहौल सुधरेगा।’’ पूर्व पाकिस्तानी कप्तान अकरम ने कहा कि यदि खिलाड़ी दबाव भूलना भी चाहे तो दर्शक, क्रिकेट प्रेमी और मीडिया ऐसा नहीं करने देता है। उन्होंने कहा, ‘‘लेाग कहते हैं कि एशेज में बहुत दबाव होता है लेकिन भारत पाकिस्तान के मैचों में जितना दबाव होता उतना किसी अन्य के साथ खेलने में नहीं होता है। हर खिलाड़ी इन मैचों में अच्छा प्रदर्शन करना चाहता है।’’टिप्पणियां अकरम के पूर्व साथी यूनिस ने माना कि दोनों देशों के बीच बहुत कम क्रिकेट होने से स्थिति नाजुक बन जाती है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं समझता कि इससे बढ़िया क्रिकेट दुनिया में नहीं खेली जाती लेकिन दुर्भाग्य से पिछले कुछ वषरें में बहुत कम क्रिकेट खेली गई। उम्मीद है कि अब ऐसी व्यवस्था की जाएगी कि दोनों देश बराबर एक दूसरे के खिलाफ खेलते रहें।’’ उन्होंने कहा कि दबाव मीडिया की तरफ से अधिक बनता है। इस संदर्भ में उन्होंने भारत और पाकिस्तान के पिछले साल मोहाली में खेले गए विश्व कप सेमीफाइनल का जिक्र किया। वकार ने कहा, ‘‘मैं तब कोच था और मैच से चार दिन पहले इतना अधिक दबाव बना दिया गया था कि लड़के आपस में बात नहीं कर रहे थे।’’ इन कप्तानों ने एक टीवी चैनल के कार्यक्रम में चर्चा के दौरान कहा कि इन दोनों देशों के बीच आगामी शृंखला में जो भी टीम दबाव बेहतर तरीके से झेलेगी उसके जीतने की संभावना अधिक है। इस चर्चा में भारत के तीन पूर्व कप्तानों कपिल, मोहम्मद अजहरूद्दीन और सौरव गांगुली तथा पाकिस्तान के पूर्व कप्तानों वसीम अकरम और वकार यूनिस ने भाग लिया। इस अवसर पर दर्शक दीर्घा में मौजूद इमरान ने भी कुछ सवालों के जवाब दिए। कपिल ने कहा कि जब वह पहली बार 1978 में पाकिस्तान दौरे पर गए थे तो तब दोनों देशों के बीच मैच युद्ध जैसे लगे थे लेकिन अब हालात बदल गए हैं। उन्होंने कहा, ‘‘अब जब महायुद्ध कहा जाता है तो दुख होता है। हमारे समय में ऐसा होता था जबकि हम सोचते थे कि इनकी जान निकाल देनी है लेकिन जब सौरव (गांगुली) की अगुवाई में भारतीय टीम (2004 में) पाकिस्तान दौरे पर गई थी तो तब माहौल एकदम बदला हुआ था।’’ पाकिस्तान के पूर्व कप्तान इमरान ने कहा कि दोनों देशों के लोग परिपक्व हो गए हैं और केवल चार-पांच प्रतिशत लोग निहित स्वार्थों के लिए इसे जंग का रूप देते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘जब सौरव की टीम भारत आई तो हमारे देश के लोगों ने बड़े सभ्य तरीके से हार को स्वीकार किया था। अब लोगों में परिपक्वता आ चुकी है।’’ पूर्व भारतीय कप्तान गांगुली ने कहा कि दोनों देशों के बीच खेलने पर दबाव काफी होता है। उन्होंने कहा, ‘‘पहले ज्यादा मैच नहीं होते थे। खिलाड़ियों पर दबाव होता था लेकिन जंग जैसी बात मैंने नहीं देखी। हां इतना जरूर कहूंगा कि पाकिस्तान के खिलाफ जीतकर बहुत अच्छा लगता था।’’ अजहरूद्दीन ने कहा कि यदि दोनों टीमों के बीच लगातार मैच होते रहते हैं तो फिर जंग जैसा शब्द खुद ही विलुप्त हो जाएगा। उन्होंने कहा, ‘‘जब भी मैं पाकिस्तान के खिलाफ खेला तो स्थिति बहुत तनावपूर्ण होती थी। लेकिन मुझे बहुत खुशी है कि दोनों देशों के बीच फिर से शृंखला शुरू हो रही है। सीरीज बंद नहीं होनी चाहिए। लगातार खेलने से माहौल सुधरेगा।’’ पूर्व पाकिस्तानी कप्तान अकरम ने कहा कि यदि खिलाड़ी दबाव भूलना भी चाहे तो दर्शक, क्रिकेट प्रेमी और मीडिया ऐसा नहीं करने देता है। उन्होंने कहा, ‘‘लेाग कहते हैं कि एशेज में बहुत दबाव होता है लेकिन भारत पाकिस्तान के मैचों में जितना दबाव होता उतना किसी अन्य के साथ खेलने में नहीं होता है। हर खिलाड़ी इन मैचों में अच्छा प्रदर्शन करना चाहता है।’’टिप्पणियां अकरम के पूर्व साथी यूनिस ने माना कि दोनों देशों के बीच बहुत कम क्रिकेट होने से स्थिति नाजुक बन जाती है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं समझता कि इससे बढ़िया क्रिकेट दुनिया में नहीं खेली जाती लेकिन दुर्भाग्य से पिछले कुछ वषरें में बहुत कम क्रिकेट खेली गई। उम्मीद है कि अब ऐसी व्यवस्था की जाएगी कि दोनों देश बराबर एक दूसरे के खिलाफ खेलते रहें।’’ उन्होंने कहा कि दबाव मीडिया की तरफ से अधिक बनता है। इस संदर्भ में उन्होंने भारत और पाकिस्तान के पिछले साल मोहाली में खेले गए विश्व कप सेमीफाइनल का जिक्र किया। वकार ने कहा, ‘‘मैं तब कोच था और मैच से चार दिन पहले इतना अधिक दबाव बना दिया गया था कि लड़के आपस में बात नहीं कर रहे थे।’’ कपिल ने कहा कि जब वह पहली बार 1978 में पाकिस्तान दौरे पर गए थे तो तब दोनों देशों के बीच मैच युद्ध जैसे लगे थे लेकिन अब हालात बदल गए हैं। उन्होंने कहा, ‘‘अब जब महायुद्ध कहा जाता है तो दुख होता है। हमारे समय में ऐसा होता था जबकि हम सोचते थे कि इनकी जान निकाल देनी है लेकिन जब सौरव (गांगुली) की अगुवाई में भारतीय टीम (2004 में) पाकिस्तान दौरे पर गई थी तो तब माहौल एकदम बदला हुआ था।’’ पाकिस्तान के पूर्व कप्तान इमरान ने कहा कि दोनों देशों के लोग परिपक्व हो गए हैं और केवल चार-पांच प्रतिशत लोग निहित स्वार्थों के लिए इसे जंग का रूप देते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘जब सौरव की टीम भारत आई तो हमारे देश के लोगों ने बड़े सभ्य तरीके से हार को स्वीकार किया था। अब लोगों में परिपक्वता आ चुकी है।’’ पूर्व भारतीय कप्तान गांगुली ने कहा कि दोनों देशों के बीच खेलने पर दबाव काफी होता है। उन्होंने कहा, ‘‘पहले ज्यादा मैच नहीं होते थे। खिलाड़ियों पर दबाव होता था लेकिन जंग जैसी बात मैंने नहीं देखी। हां इतना जरूर कहूंगा कि पाकिस्तान के खिलाफ जीतकर बहुत अच्छा लगता था।’’ अजहरूद्दीन ने कहा कि यदि दोनों टीमों के बीच लगातार मैच होते रहते हैं तो फिर जंग जैसा शब्द खुद ही विलुप्त हो जाएगा। उन्होंने कहा, ‘‘जब भी मैं पाकिस्तान के खिलाफ खेला तो स्थिति बहुत तनावपूर्ण होती थी। लेकिन मुझे बहुत खुशी है कि दोनों देशों के बीच फिर से शृंखला शुरू हो रही है। सीरीज बंद नहीं होनी चाहिए। लगातार खेलने से माहौल सुधरेगा।’’ पूर्व पाकिस्तानी कप्तान अकरम ने कहा कि यदि खिलाड़ी दबाव भूलना भी चाहे तो दर्शक, क्रिकेट प्रेमी और मीडिया ऐसा नहीं करने देता है। उन्होंने कहा, ‘‘लेाग कहते हैं कि एशेज में बहुत दबाव होता है लेकिन भारत पाकिस्तान के मैचों में जितना दबाव होता उतना किसी अन्य के साथ खेलने में नहीं होता है। हर खिलाड़ी इन मैचों में अच्छा प्रदर्शन करना चाहता है।’’टिप्पणियां अकरम के पूर्व साथी यूनिस ने माना कि दोनों देशों के बीच बहुत कम क्रिकेट होने से स्थिति नाजुक बन जाती है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं समझता कि इससे बढ़िया क्रिकेट दुनिया में नहीं खेली जाती लेकिन दुर्भाग्य से पिछले कुछ वषरें में बहुत कम क्रिकेट खेली गई। उम्मीद है कि अब ऐसी व्यवस्था की जाएगी कि दोनों देश बराबर एक दूसरे के खिलाफ खेलते रहें।’’ उन्होंने कहा कि दबाव मीडिया की तरफ से अधिक बनता है। इस संदर्भ में उन्होंने भारत और पाकिस्तान के पिछले साल मोहाली में खेले गए विश्व कप सेमीफाइनल का जिक्र किया। वकार ने कहा, ‘‘मैं तब कोच था और मैच से चार दिन पहले इतना अधिक दबाव बना दिया गया था कि लड़के आपस में बात नहीं कर रहे थे।’’ पाकिस्तान के पूर्व कप्तान इमरान ने कहा कि दोनों देशों के लोग परिपक्व हो गए हैं और केवल चार-पांच प्रतिशत लोग निहित स्वार्थों के लिए इसे जंग का रूप देते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘जब सौरव की टीम भारत आई तो हमारे देश के लोगों ने बड़े सभ्य तरीके से हार को स्वीकार किया था। अब लोगों में परिपक्वता आ चुकी है।’’ पूर्व भारतीय कप्तान गांगुली ने कहा कि दोनों देशों के बीच खेलने पर दबाव काफी होता है। उन्होंने कहा, ‘‘पहले ज्यादा मैच नहीं होते थे। खिलाड़ियों पर दबाव होता था लेकिन जंग जैसी बात मैंने नहीं देखी। हां इतना जरूर कहूंगा कि पाकिस्तान के खिलाफ जीतकर बहुत अच्छा लगता था।’’ अजहरूद्दीन ने कहा कि यदि दोनों टीमों के बीच लगातार मैच होते रहते हैं तो फिर जंग जैसा शब्द खुद ही विलुप्त हो जाएगा। उन्होंने कहा, ‘‘जब भी मैं पाकिस्तान के खिलाफ खेला तो स्थिति बहुत तनावपूर्ण होती थी। लेकिन मुझे बहुत खुशी है कि दोनों देशों के बीच फिर से शृंखला शुरू हो रही है। सीरीज बंद नहीं होनी चाहिए। लगातार खेलने से माहौल सुधरेगा।’’ पूर्व पाकिस्तानी कप्तान अकरम ने कहा कि यदि खिलाड़ी दबाव भूलना भी चाहे तो दर्शक, क्रिकेट प्रेमी और मीडिया ऐसा नहीं करने देता है। उन्होंने कहा, ‘‘लेाग कहते हैं कि एशेज में बहुत दबाव होता है लेकिन भारत पाकिस्तान के मैचों में जितना दबाव होता उतना किसी अन्य के साथ खेलने में नहीं होता है। हर खिलाड़ी इन मैचों में अच्छा प्रदर्शन करना चाहता है।’’टिप्पणियां अकरम के पूर्व साथी यूनिस ने माना कि दोनों देशों के बीच बहुत कम क्रिकेट होने से स्थिति नाजुक बन जाती है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं समझता कि इससे बढ़िया क्रिकेट दुनिया में नहीं खेली जाती लेकिन दुर्भाग्य से पिछले कुछ वषरें में बहुत कम क्रिकेट खेली गई। उम्मीद है कि अब ऐसी व्यवस्था की जाएगी कि दोनों देश बराबर एक दूसरे के खिलाफ खेलते रहें।’’ उन्होंने कहा कि दबाव मीडिया की तरफ से अधिक बनता है। इस संदर्भ में उन्होंने भारत और पाकिस्तान के पिछले साल मोहाली में खेले गए विश्व कप सेमीफाइनल का जिक्र किया। वकार ने कहा, ‘‘मैं तब कोच था और मैच से चार दिन पहले इतना अधिक दबाव बना दिया गया था कि लड़के आपस में बात नहीं कर रहे थे।’’ पूर्व भारतीय कप्तान गांगुली ने कहा कि दोनों देशों के बीच खेलने पर दबाव काफी होता है। उन्होंने कहा, ‘‘पहले ज्यादा मैच नहीं होते थे। खिलाड़ियों पर दबाव होता था लेकिन जंग जैसी बात मैंने नहीं देखी। हां इतना जरूर कहूंगा कि पाकिस्तान के खिलाफ जीतकर बहुत अच्छा लगता था।’’ अजहरूद्दीन ने कहा कि यदि दोनों टीमों के बीच लगातार मैच होते रहते हैं तो फिर जंग जैसा शब्द खुद ही विलुप्त हो जाएगा। उन्होंने कहा, ‘‘जब भी मैं पाकिस्तान के खिलाफ खेला तो स्थिति बहुत तनावपूर्ण होती थी। लेकिन मुझे बहुत खुशी है कि दोनों देशों के बीच फिर से शृंखला शुरू हो रही है। सीरीज बंद नहीं होनी चाहिए। लगातार खेलने से माहौल सुधरेगा।’’ पूर्व पाकिस्तानी कप्तान अकरम ने कहा कि यदि खिलाड़ी दबाव भूलना भी चाहे तो दर्शक, क्रिकेट प्रेमी और मीडिया ऐसा नहीं करने देता है। उन्होंने कहा, ‘‘लेाग कहते हैं कि एशेज में बहुत दबाव होता है लेकिन भारत पाकिस्तान के मैचों में जितना दबाव होता उतना किसी अन्य के साथ खेलने में नहीं होता है। हर खिलाड़ी इन मैचों में अच्छा प्रदर्शन करना चाहता है।’’टिप्पणियां अकरम के पूर्व साथी यूनिस ने माना कि दोनों देशों के बीच बहुत कम क्रिकेट होने से स्थिति नाजुक बन जाती है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं समझता कि इससे बढ़िया क्रिकेट दुनिया में नहीं खेली जाती लेकिन दुर्भाग्य से पिछले कुछ वषरें में बहुत कम क्रिकेट खेली गई। उम्मीद है कि अब ऐसी व्यवस्था की जाएगी कि दोनों देश बराबर एक दूसरे के खिलाफ खेलते रहें।’’ उन्होंने कहा कि दबाव मीडिया की तरफ से अधिक बनता है। इस संदर्भ में उन्होंने भारत और पाकिस्तान के पिछले साल मोहाली में खेले गए विश्व कप सेमीफाइनल का जिक्र किया। वकार ने कहा, ‘‘मैं तब कोच था और मैच से चार दिन पहले इतना अधिक दबाव बना दिया गया था कि लड़के आपस में बात नहीं कर रहे थे।’’ अजहरूद्दीन ने कहा कि यदि दोनों टीमों के बीच लगातार मैच होते रहते हैं तो फिर जंग जैसा शब्द खुद ही विलुप्त हो जाएगा। उन्होंने कहा, ‘‘जब भी मैं पाकिस्तान के खिलाफ खेला तो स्थिति बहुत तनावपूर्ण होती थी। लेकिन मुझे बहुत खुशी है कि दोनों देशों के बीच फिर से शृंखला शुरू हो रही है। सीरीज बंद नहीं होनी चाहिए। लगातार खेलने से माहौल सुधरेगा।’’ पूर्व पाकिस्तानी कप्तान अकरम ने कहा कि यदि खिलाड़ी दबाव भूलना भी चाहे तो दर्शक, क्रिकेट प्रेमी और मीडिया ऐसा नहीं करने देता है। उन्होंने कहा, ‘‘लेाग कहते हैं कि एशेज में बहुत दबाव होता है लेकिन भारत पाकिस्तान के मैचों में जितना दबाव होता उतना किसी अन्य के साथ खेलने में नहीं होता है। हर खिलाड़ी इन मैचों में अच्छा प्रदर्शन करना चाहता है।’’टिप्पणियां अकरम के पूर्व साथी यूनिस ने माना कि दोनों देशों के बीच बहुत कम क्रिकेट होने से स्थिति नाजुक बन जाती है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं समझता कि इससे बढ़िया क्रिकेट दुनिया में नहीं खेली जाती लेकिन दुर्भाग्य से पिछले कुछ वषरें में बहुत कम क्रिकेट खेली गई। उम्मीद है कि अब ऐसी व्यवस्था की जाएगी कि दोनों देश बराबर एक दूसरे के खिलाफ खेलते रहें।’’ उन्होंने कहा कि दबाव मीडिया की तरफ से अधिक बनता है। इस संदर्भ में उन्होंने भारत और पाकिस्तान के पिछले साल मोहाली में खेले गए विश्व कप सेमीफाइनल का जिक्र किया। वकार ने कहा, ‘‘मैं तब कोच था और मैच से चार दिन पहले इतना अधिक दबाव बना दिया गया था कि लड़के आपस में बात नहीं कर रहे थे।’’ पूर्व पाकिस्तानी कप्तान अकरम ने कहा कि यदि खिलाड़ी दबाव भूलना भी चाहे तो दर्शक, क्रिकेट प्रेमी और मीडिया ऐसा नहीं करने देता है। उन्होंने कहा, ‘‘लेाग कहते हैं कि एशेज में बहुत दबाव होता है लेकिन भारत पाकिस्तान के मैचों में जितना दबाव होता उतना किसी अन्य के साथ खेलने में नहीं होता है। हर खिलाड़ी इन मैचों में अच्छा प्रदर्शन करना चाहता है।’’टिप्पणियां अकरम के पूर्व साथी यूनिस ने माना कि दोनों देशों के बीच बहुत कम क्रिकेट होने से स्थिति नाजुक बन जाती है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं समझता कि इससे बढ़िया क्रिकेट दुनिया में नहीं खेली जाती लेकिन दुर्भाग्य से पिछले कुछ वषरें में बहुत कम क्रिकेट खेली गई। उम्मीद है कि अब ऐसी व्यवस्था की जाएगी कि दोनों देश बराबर एक दूसरे के खिलाफ खेलते रहें।’’ उन्होंने कहा कि दबाव मीडिया की तरफ से अधिक बनता है। इस संदर्भ में उन्होंने भारत और पाकिस्तान के पिछले साल मोहाली में खेले गए विश्व कप सेमीफाइनल का जिक्र किया। वकार ने कहा, ‘‘मैं तब कोच था और मैच से चार दिन पहले इतना अधिक दबाव बना दिया गया था कि लड़के आपस में बात नहीं कर रहे थे।’’ अकरम के पूर्व साथी यूनिस ने माना कि दोनों देशों के बीच बहुत कम क्रिकेट होने से स्थिति नाजुक बन जाती है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं समझता कि इससे बढ़िया क्रिकेट दुनिया में नहीं खेली जाती लेकिन दुर्भाग्य से पिछले कुछ वषरें में बहुत कम क्रिकेट खेली गई। उम्मीद है कि अब ऐसी व्यवस्था की जाएगी कि दोनों देश बराबर एक दूसरे के खिलाफ खेलते रहें।’’ उन्होंने कहा कि दबाव मीडिया की तरफ से अधिक बनता है। इस संदर्भ में उन्होंने भारत और पाकिस्तान के पिछले साल मोहाली में खेले गए विश्व कप सेमीफाइनल का जिक्र किया। वकार ने कहा, ‘‘मैं तब कोच था और मैच से चार दिन पहले इतना अधिक दबाव बना दिया गया था कि लड़के आपस में बात नहीं कर रहे थे।’’ उन्होंने कहा कि दबाव मीडिया की तरफ से अधिक बनता है। इस संदर्भ में उन्होंने भारत और पाकिस्तान के पिछले साल मोहाली में खेले गए विश्व कप सेमीफाइनल का जिक्र किया। वकार ने कहा, ‘‘मैं तब कोच था और मैच से चार दिन पहले इतना अधिक दबाव बना दिया गया था कि लड़के आपस में बात नहीं कर रहे थे।’’
आमेर के बाद बट्ट ने आईसीसी के नियम तोड़े
स्पॉट फिक्सिंग के आरोपी पाकिस्तान टीम के सलमान बट्ट ने आईसीसी के निर्देशों का उल्लंघन करते हुए लाहौर में क्लब मैच में हिस्सा लिया है।
मोहम्मद आमेर के बाद स्पॉट फिक्सिंग के एक अन्य आरोपी पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सलमान बट्ट ने आईसीसी के निर्देशों का उल्लंघन करते हुए लाहौर में क्लब मैच में हिस्सा लिया है। बट्ट ने लाहौर के मॉडल टाउन मैदान पर आयोजित क्लब मैच में हिस्सा लिया। आईसीसी ने साफ किया था कि सुनवाई पूरी होने तक निलम्बित खिलाड़ी किसी भी स्तर पर क्रिकेट नहीं खेल सकते। आमेर और बट्ट के अलावा मोहम्मद आसिफ स्पॉट फिक्सिंग मामले में मुख्य आरोपी हैं। इस मामले के प्रकाश में आने के बाद से ही आईसीसी ने इन्हें निलम्बित कर दिया था। पाकिस्तान के समाचार पत्र 'जंग'में प्रकाशित खबर के मुताबिक बट्ट जब मॉडल टाउन मैदान में उतरे थे,तब वहां पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अधिकारी भी मौजूद थे। बीते सप्ताह समाचार पत्र 'द न्यूज' ने खबर दी थी कि आमेर ने रावलपिंडी में एक क्लब मैच में हिस्सा लिया था। आईसीसी ने इस मामले में पीसीबी से जवाब मांगा है।
विराट-अनुष्का की शादी पर खराब हुआ काजोल का मूड, दे डाली ये नसीहत
अनोखे अंदाज में काजोल ने दी विराट-अनुष्का को बधाई एक्ट्रेस बोलीं- मुझे #Virushka नहीं आपके नाम पसंद हैं सोमवार को इटली में हुई विराट-अनुष्का की शादी
A post shared by Virat Kohli (@viratkohli.club) on Dec 11, 2017 at 10:03pm PST Best of luck @imVkohli and @AnushkaSharma. Good wishes galore! Btw, much prefer ur individual names to the 'Virushka' combo! But your combo I’m sure will work beautifully.
गैर-भाजपा शासित राज्यों को सचेत रहने की जरूरत : दिग्विजय सिंह
कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव दिग्विजय सिंह ने एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधते हुए कहा है कि गैर-भाजपा शासित राज्यों की सरकारों को सचेत रहने की जरूरत है, क्योंकि भाजपा साम्प्रदायिक दंगे और हिंदू-मुस्लिमों को लड़ाने का काम कर रही है।
कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव दिग्विजय सिंह ने एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधते हुए कहा है कि गैर-भाजपा शासित राज्यों की सरकारों को सचेत रहने की जरूरत है, क्योंकि भाजपा साम्प्रदायिक दंगे और हिंदू-मुस्लिमों को लड़ाने का काम कर रही है। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के प्रवास पर आए सिंह ने बुधवार को संवाददाताओं द्वारा उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरपुर में भड़की साम्प्रदायिक हिंसा को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा कि वे पिछले तीन माह से कहते आ रहे हैं कि गैर भाजपा शासित राज्यों को सचेत रहने की जरूरत है, क्योंकि भाजपा दंगें भड़का सकती है। सिंह ने आगे कहा कि उनकी ओर से सचेत रहने की चेतावनी के बाद बिहार, राजस्थान और अब उत्तर प्रदेश में हुए दंगे उनकी बात की पुष्टि करते हैं कि इन दंगों में भाजपा का हाथ है।   राज्य में व्यावसायिक परीक्षा मंडल द्वारा आयोजित पीएमटी परीक्षा में हुए घोटाले की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि इस मामले में कांग्रेस सड़क से लेकर अदालत तक  लड़ाई लड़ेगी।टिप्पणियां राज्य में आज हाल यह है कि गरीब बाप का लायक बेटा न तो डॉक्टर बन पा रहा है और न ही उसे सरकारी नौकरी मिल रही है, वहीं अमीर बाप का नालायक बेटा डॉक्टर बन रहा है और उसे नौकरी भी मिल रही है। सिंह ने रोशनपुरा क्षेत्र में व्यावसायिक परीक्षा मंडल के खिलाफ  चल रहे अनशन स्थल पर पहुंचकर अनशनकारियों को जूस पिलाकर उनका अनशन खत्म कराया। साथ ही उनकी लड़ाई लड़ने का भरोसा दिलाया। इस मौके पर कांग्रेस के जिलाध्यक्ष पीसी शर्मा भी मौजूद थे। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के प्रवास पर आए सिंह ने बुधवार को संवाददाताओं द्वारा उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरपुर में भड़की साम्प्रदायिक हिंसा को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा कि वे पिछले तीन माह से कहते आ रहे हैं कि गैर भाजपा शासित राज्यों को सचेत रहने की जरूरत है, क्योंकि भाजपा दंगें भड़का सकती है। सिंह ने आगे कहा कि उनकी ओर से सचेत रहने की चेतावनी के बाद बिहार, राजस्थान और अब उत्तर प्रदेश में हुए दंगे उनकी बात की पुष्टि करते हैं कि इन दंगों में भाजपा का हाथ है।   राज्य में व्यावसायिक परीक्षा मंडल द्वारा आयोजित पीएमटी परीक्षा में हुए घोटाले की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि इस मामले में कांग्रेस सड़क से लेकर अदालत तक  लड़ाई लड़ेगी।टिप्पणियां राज्य में आज हाल यह है कि गरीब बाप का लायक बेटा न तो डॉक्टर बन पा रहा है और न ही उसे सरकारी नौकरी मिल रही है, वहीं अमीर बाप का नालायक बेटा डॉक्टर बन रहा है और उसे नौकरी भी मिल रही है। सिंह ने रोशनपुरा क्षेत्र में व्यावसायिक परीक्षा मंडल के खिलाफ  चल रहे अनशन स्थल पर पहुंचकर अनशनकारियों को जूस पिलाकर उनका अनशन खत्म कराया। साथ ही उनकी लड़ाई लड़ने का भरोसा दिलाया। इस मौके पर कांग्रेस के जिलाध्यक्ष पीसी शर्मा भी मौजूद थे। सिंह ने आगे कहा कि उनकी ओर से सचेत रहने की चेतावनी के बाद बिहार, राजस्थान और अब उत्तर प्रदेश में हुए दंगे उनकी बात की पुष्टि करते हैं कि इन दंगों में भाजपा का हाथ है।   राज्य में व्यावसायिक परीक्षा मंडल द्वारा आयोजित पीएमटी परीक्षा में हुए घोटाले की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि इस मामले में कांग्रेस सड़क से लेकर अदालत तक  लड़ाई लड़ेगी।टिप्पणियां राज्य में आज हाल यह है कि गरीब बाप का लायक बेटा न तो डॉक्टर बन पा रहा है और न ही उसे सरकारी नौकरी मिल रही है, वहीं अमीर बाप का नालायक बेटा डॉक्टर बन रहा है और उसे नौकरी भी मिल रही है। सिंह ने रोशनपुरा क्षेत्र में व्यावसायिक परीक्षा मंडल के खिलाफ  चल रहे अनशन स्थल पर पहुंचकर अनशनकारियों को जूस पिलाकर उनका अनशन खत्म कराया। साथ ही उनकी लड़ाई लड़ने का भरोसा दिलाया। इस मौके पर कांग्रेस के जिलाध्यक्ष पीसी शर्मा भी मौजूद थे। राज्य में आज हाल यह है कि गरीब बाप का लायक बेटा न तो डॉक्टर बन पा रहा है और न ही उसे सरकारी नौकरी मिल रही है, वहीं अमीर बाप का नालायक बेटा डॉक्टर बन रहा है और उसे नौकरी भी मिल रही है। सिंह ने रोशनपुरा क्षेत्र में व्यावसायिक परीक्षा मंडल के खिलाफ  चल रहे अनशन स्थल पर पहुंचकर अनशनकारियों को जूस पिलाकर उनका अनशन खत्म कराया। साथ ही उनकी लड़ाई लड़ने का भरोसा दिलाया। इस मौके पर कांग्रेस के जिलाध्यक्ष पीसी शर्मा भी मौजूद थे। सिंह ने रोशनपुरा क्षेत्र में व्यावसायिक परीक्षा मंडल के खिलाफ  चल रहे अनशन स्थल पर पहुंचकर अनशनकारियों को जूस पिलाकर उनका अनशन खत्म कराया। साथ ही उनकी लड़ाई लड़ने का भरोसा दिलाया। इस मौके पर कांग्रेस के जिलाध्यक्ष पीसी शर्मा भी मौजूद थे।
दीपिका पादुकोण ने पंजाबी सिंगर हार्डी संधू संग जमकर किया डांस, Video देख आप भी कहेंगे वाह!
दीपिका पादुकोण के साथ क्रिकेट खेलते दिखे रणवीर सिंह दीपिका की बॉल पर रणवीर ने लगाया सिक्स दीपिका और रणवीर सिंह का क्यूट वीडियो हुआ वायरल
बॉलीवुड एक्टर रणवीर सिंह (Ranveer Singh) और एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण (Deepika Padukone) की जोड़ी लोगों की पसंदीदा जोड़ियों में से एक है. खास बात तो यह है कि दोनों शादी के बाद पहली बार फिल्म '83' में पति पत्नी के किरदार में नजर आएंगे. इस फिल्म के जरिए रिअल लाइफ पति पत्नी को लोग रील लाइफ में भी पति पत्नी का किरदार निभाते देख सकेंगे. हाल ही में फिल्म '83' की शूटिंग खत्म हुई है, जिसकी रैपअप पार्टी में इसके सभी किरदार मौजूद थे. इस पार्टी का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. इस वीडियो में जहां दीपिका पादुकोण (Deepika Padukone) बॉलिंग कराती नजर आ रही हैं तो वहीं रणवीर सिंह (Ranveer Singh) उनकी बॉल पर स्लोमोशन में सिक्स मारते नजर आ रहे हैं. इसके अलावा दीपिका का एक और वीडियो खूब धमाल मचा रहा है, जिसमें वह पंजाबी सिंगर हार्डी संधू के साथ डांस करती नजर आ रही हैं.  #ranveersingh and #deepikapadukone arrive for #83rd wrap party tonight #viralbayani @viralbhayani A post shared by Viral Bhayani (@viralbhayani) on Oct 7, 2019 at 10:47am PDT हालांकि वीडियो में न तो दीपिका पादुकोण (Deepika Padukone) के हाथों में बॉल है और न ही रणवीर सिंह (Ranveer Singh) के हाथो में बैट, इसके बावजूद दोनों मजेदार अंदाज में क्रिकेट खेलते नजर आ रहे हैं. वीडियो में दीपिका और रणवीर का यह अंदाज देखकर किसी के भी चेहरे पर मुस्कान आ जाएगी. क्रिकेट से इतर पार्टी में दीपिका और हार्डी संधू के डांस ने भी खूब वाह-वाही बटोरी है. खास बात तो यह है कि दोनों हार्डी संधू के ही गाने 'क्या बात है' पर डांस करते दिखाई दे रहे हैं.  83 wrap up party. Ranveer and Deepika took over the dance floor #deepikaranveer #deepikapadukone #ranveerdeepika #ranveersingh #83thefilm #love #83wrapupbash #83wrapupparty A post shared by Filmy Chutzpah (@filmy_chutzpah) on Oct 7, 2019 at 4:07pm PDT A post shared by Deepika Padukone (@deepikapadukone) on Oct 7, 2019 at 9:48am PDT बता दें कि रणवीर सिंह की फिल्म 83 1983 में हुए वर्ल्डकप में भारत की जीत पर आधारित है. इस फिल्म में रणवीर सिंह कपिल देव की भूमिका निभाएंगे. उनके अलावा फिल्म में दीपिका पादुकोण (Deepika Padukone), ताहिर भसीन, साकिब सलीम, साहिल खट्टर, एमी विर्क, हार्डी संधू और कई कलाकार नजर आएंगे. इन सबसे इतर रणवीर सिंह और आलिया भट्ट की गली बॉय भी ऑस्कर के लिए चुनी गई है.
विदेशी सैलानियों से धोखाधड़ी : देश की साख पर बट्टा लगता देखकर सतर्क हुआ पर्यटन मंत्रालय
एनडीटीवी की खबर के बाद हरकत में आई सरकार गोरखधंधा चला रही एजेंसियों पर होगी छापामारी राज्यों में भी धोखाधड़ी करने वालों पर होगी कार्रवाई
पर्यटन मंत्री महेश शर्मा ने कहा कि ''इस मामले को लेकर हमने दिल्ली के पुलिस कमिश्नर से बात की है. उनसे कहा है कि वे घटना के लिए जिम्मेदार लोगों पर एक्शन लें. उनका भरोसा मिला है. साथ ही हम एनडीटीवी का मामला उजागर करने को लेकर शुक्रिया अदा करते हैं.''
लड़ाकू विमान सुखोई दुर्घटनाग्रस्त, पायलट सुरक्षित
राजस्थान के जैसलमेर जिले के चांदना रेंज में मंगलवार को एक लड़ाकू विमान सुखोई 30 दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हादसे में विमान के दोनों पायलट सुरक्षित बच गए।
राजस्थान के जैसलमेर जिले के चांदना रेंज में मंगलवार को एक लड़ाकू विमान सुखोई 30 दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हादसे में विमान के दोनों पायलट सुरक्षित बच गए।टिप्पणियां रक्षा प्रवक्ता ने बताया कि सुखोई 30 उस समय दुर्घटनाग्रस्त हुआ जब आगामी दिनों होने वाले ‘आयरन फिस्ट’ के अभ्यास के दौरान हुआ। उन्होंने बताया कि सुखोई के दोनों पायलट सुरक्षित बच गए। प्रवक्ता के अनुसार हादसे के कारणों की जांच (कोर्ट ऑफ इन्क्वारी) के आदेश दे दिए गए है। रक्षा प्रवक्ता ने बताया कि सुखोई 30 उस समय दुर्घटनाग्रस्त हुआ जब आगामी दिनों होने वाले ‘आयरन फिस्ट’ के अभ्यास के दौरान हुआ। उन्होंने बताया कि सुखोई के दोनों पायलट सुरक्षित बच गए। प्रवक्ता के अनुसार हादसे के कारणों की जांच (कोर्ट ऑफ इन्क्वारी) के आदेश दे दिए गए है। प्रवक्ता के अनुसार हादसे के कारणों की जांच (कोर्ट ऑफ इन्क्वारी) के आदेश दे दिए गए है।
यशवंत सिन्हा ने मांगा नितिन गडकरी से इस्तीफा
सिन्हा ने कहा कि हमारी पार्टी के अध्यक्ष दोषी हैं या नहीं, आज यह मुद्दा नहीं है। मुद्दा यह है कि हम सब जो सार्वजनिक जीवन में हैं वे दोष लगाए जाने से ऊपर होने चाहिए।
पहले से ही परेशानी में घिरे नितिन गडकरी की मुश्किलें बढ़ाते हुए संसद सत्र शुरू होने से दो दिन पहले पार्टी के वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा ने आज भाजपा अध्यक्ष से तुरंत इस्तीफा देने की मांग की और पार्टी कार्यकर्ताओं से भी इस बात का समर्थन करने को कहा। उन्होंने कहा कि जो लोग सार्वजनिक जीवन में होते हैं, उन्हें दोषमुक्त होना चाहिए। गडकरी के पद से नहीं हटने पर सीधा प्रहार करते हुए उन्होंने कहा, हमने उन लोगों को भी गहरी निराशा दी है, जो लोग कांग्रेस पार्टी के भयंकर भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने के लिए हमारी ओर देख रहे थे। हमारी पार्टी के अध्यक्ष दोषी हैं या नहीं, आज यह मुद्दा नहीं है। मुद्दा यह है कि हम सब जो सार्वजनिक जीवन में हैं, वे दोष लगाए जाने से ऊपर होने चाहिए। भाजपा के राज्यसभा सदस्य राम जेठमलानी द्वारा गडकरी से इस्तीफा देने की बात कहने के बाद अब सिन्हा की ऐसी मांग से भाजपा अध्यक्ष का मामला फिर तूल पकड़ सकता है।टिप्पणियां सिन्हा ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विचारक एस गुरुमूर्ति द्वारा गडकरी को क्लीन चिट दिए जाने पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा, हमें भारत की जनता की उम्मीदों को तोड़ने का कोई अधिकार नहीं है। स्वयं ही प्रमाणपत्र देने का तरीका अपनाकर हमने कुछ ऐसा ही किया है। पूर्व वित्त मंत्री ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई के इस चरण में भाजपा की विश्वसनीयता संदेह से परे होनी चाहिए। उन्होंने कहा, भारत की जनता के प्रति भाजपा के ऐतिहासिक कर्तव्य को पूरा करने के लिए मैं पूरी विनम्रता से नितिन गडकरी से आग्रह करता हूं कि वह तुरंत पार्टी अध्यक्ष पद से हट जाएं। यही नहीं, उन्होंने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं से अपील की कि अगर वे उनकी मांग से सहमत हैं तो उनका समर्थन करें। गडकरी के पद से नहीं हटने पर सीधा प्रहार करते हुए उन्होंने कहा, हमने उन लोगों को भी गहरी निराशा दी है, जो लोग कांग्रेस पार्टी के भयंकर भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने के लिए हमारी ओर देख रहे थे। हमारी पार्टी के अध्यक्ष दोषी हैं या नहीं, आज यह मुद्दा नहीं है। मुद्दा यह है कि हम सब जो सार्वजनिक जीवन में हैं, वे दोष लगाए जाने से ऊपर होने चाहिए। भाजपा के राज्यसभा सदस्य राम जेठमलानी द्वारा गडकरी से इस्तीफा देने की बात कहने के बाद अब सिन्हा की ऐसी मांग से भाजपा अध्यक्ष का मामला फिर तूल पकड़ सकता है।टिप्पणियां सिन्हा ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विचारक एस गुरुमूर्ति द्वारा गडकरी को क्लीन चिट दिए जाने पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा, हमें भारत की जनता की उम्मीदों को तोड़ने का कोई अधिकार नहीं है। स्वयं ही प्रमाणपत्र देने का तरीका अपनाकर हमने कुछ ऐसा ही किया है। पूर्व वित्त मंत्री ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई के इस चरण में भाजपा की विश्वसनीयता संदेह से परे होनी चाहिए। उन्होंने कहा, भारत की जनता के प्रति भाजपा के ऐतिहासिक कर्तव्य को पूरा करने के लिए मैं पूरी विनम्रता से नितिन गडकरी से आग्रह करता हूं कि वह तुरंत पार्टी अध्यक्ष पद से हट जाएं। यही नहीं, उन्होंने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं से अपील की कि अगर वे उनकी मांग से सहमत हैं तो उनका समर्थन करें। सिन्हा ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विचारक एस गुरुमूर्ति द्वारा गडकरी को क्लीन चिट दिए जाने पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा, हमें भारत की जनता की उम्मीदों को तोड़ने का कोई अधिकार नहीं है। स्वयं ही प्रमाणपत्र देने का तरीका अपनाकर हमने कुछ ऐसा ही किया है। पूर्व वित्त मंत्री ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई के इस चरण में भाजपा की विश्वसनीयता संदेह से परे होनी चाहिए। उन्होंने कहा, भारत की जनता के प्रति भाजपा के ऐतिहासिक कर्तव्य को पूरा करने के लिए मैं पूरी विनम्रता से नितिन गडकरी से आग्रह करता हूं कि वह तुरंत पार्टी अध्यक्ष पद से हट जाएं। यही नहीं, उन्होंने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं से अपील की कि अगर वे उनकी मांग से सहमत हैं तो उनका समर्थन करें। उन्होंने कहा, भारत की जनता के प्रति भाजपा के ऐतिहासिक कर्तव्य को पूरा करने के लिए मैं पूरी विनम्रता से नितिन गडकरी से आग्रह करता हूं कि वह तुरंत पार्टी अध्यक्ष पद से हट जाएं। यही नहीं, उन्होंने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं से अपील की कि अगर वे उनकी मांग से सहमत हैं तो उनका समर्थन करें।
Inside Photos: टीवी एक्ट्रेस की Bachelorette में दिखा 'नागिन' का ग्लैमर
आशका गोराडिया की बैचलरेट पार्टी में सेलेब्स मौनी रॉय, जूही परमार, अदा खान हुईं शामिल 1 दिसंबर को मंगेतर ब्रेंट से होगी आशका की शादी
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Bharat Box Office Collection Day 11: सलमान खान की फिल्म ने 11वें दिन भी जमकर मचाया धमाल, कमाए इतने करोड़
सलमान खान ने फिर मचाया धमाल 'भारत' कर रही है ताबड़तोड़ कमाई अब तक कमाए इतने करोड़
सलमान खान (Salman Khan) ने फिल्म  'भारत' (Bharat Movie) की कमाई से एक बार फिर दिखा दिया है कि वो ही बॉलीवुड के सुल्तान हैं ये सलमान की किसी भी फिल्म को अब तक की सबसे बड़ी ओपनिंग है. यह फिल्म अपने पहले वीकेंड में जोरदार कमाई करेगी इसकी सभी को उम्मीद है. सलमान खान (Salman Khan) जब भी डायरेक्टर अली अब्बास जफर के साथ आए हैं, उन्होंने बॉक्स ऑफिस पर इस तरह का करिश्मा किया है. फिर वह चाहे 'सुल्तान' हो या फिर 'टाइगर जिंदा है'. इस तरह सलमान खान ने अली अब्बास जफर के साथ मिलकर तीसरी बार जोरदार करिश्मा किया है. सलमान खान की फिल्म 'भारत (Bharat)' को बॉलीवुड से भी अच्छा रिस्पॉन्स मिला है और खूब तारीफें मिल रही हैं.  सलमान खान (Salman Khan) वैसे भी अपनी पिछली कुछ फिल्मों में कुछ हटकर करने की कोशिश कर रहे हैं जो 'भारत (Bharat)' में भी साफ नजर आती है. सलमान खान (Salman Khan) की 'भारत (Bharat)' न सिर्फ एक शख्स की कहानी है बल्कि इसके जरिये देश के बदलते स्वरूप और इसकी आत्मा की बात भी कही गई है. लेकिन फिल्म की लंबाई और बेवजह भरे गए गाने जरूर तंग करते हैं. हालांकि फिल्म को मिक्स रिव्यू मिले हैं. लेकिन आने वाले दिन 'भारत' के लिए काफी अहम रहने वाले हैं. सलमान खान और कैटरीना कैफ (Katrina Kaif) की जोड़ी को लोग खूब पसंद कर रहे हैं.
ऑस्ट्रेलिया में भारतीय युवक का हत्यारोपी गिरफ्तार
ऑस्ट्रेलिया में एक भारतीय युवक की हत्या के मामले में 37 वर्षीय संदिग्ध को पकड़ा गया है। उसे हत्या का आरोपी बनाया गया है।
ऑस्ट्रेलिया में एक भारतीय युवक की हत्या के मामले में 37 वर्षीय संदिग्ध को पकड़ा गया है। उसे हत्या का आरोपी बनाया गया है। एक स्थानीय अदालत ने उसे बुधवार तक के लिए हिरासत में भेज दिया है। बीते गुरुवार की रात विक्टोरिया के रशवर्थ इलाके में लखविंदर सिंह नामक युवक की हत्या कर दी गई थी। लखविंदर वर्ष 2007 में पंजाब से यहां पहुंचा था। इस मामले में थाई सॉक नामक व्यक्ति को स्प्रिंगवेल इलाके से गिरफ्तार किया गया। सॉक को शनिवार को मेलबर्न की एक अदालत में पेश किया गया। अदालत ने उसे बुधवार तक के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया। सॉक को हत्या का आरोपी बनाया गया है। स्थानीय पुलिस ने शुक्रवार को स्थानीय समयानुसार 1.30 बजे लखविंदर का शव माइनर्स पिक्र कारावन पार्क से बरामद किया। लखविंदर यहां खेत में काम करता था। पार्क की मालकिन पैम ने बताया, लखविंदर को मैं जानती थी। वह एक अच्छा इंसान था। वह अपने परिवार वालों से मिलने जाने के लिए पैसे एकत्र कर रहा था। लखविंदर की पत्नी बींट कौर पंजाब के राजपुरा इलाके की रहने वाली है और वह फिलहाल पंजाब में है। पति की मौत की खबर सुनकर पह बेहोश हो गई। बीते एक साल के दौरान ऑस्ट्रेलिया में भारतीयों पर हमले से जुड़ी 100 से अधिक वारदातें हो चुकी हैं।
सीरिया में सेना ने महत्वपूर्ण शहर पर कब्जा किया
बीते कई दिनों से कुसैर पर कब्जे को लेकर सीरियाई सेना और विद्रोहियों के बीच संघर्ष चल रहा था। पिछले साल ही विद्रोहियों ने इसे अपने कब्जे में लिया था। हिजबुल्ला की ओर से मदद मिलने का फायदा भी सीरियाई सेना को मिला है।
सीरिया की सेना ने लेबनान की सीमा से लगे रणनीतिक तौर पर महत्वपूर्ण एक शहर को अपने कब्जे में ले लिया है। विद्रोहियों के लिए यह बड़ा झटका है। बीते कई दिनों से कुसैर पर कब्जे को लेकर सीरियाई सेना और विद्रोहियों के बीच संघर्ष चल रहा था। पिछले साल ही विद्रोहियों ने इसे अपने कब्जे में लिया था। हिजबुल्ला की ओर से मदद मिलने का फायदा भी सीरियाई सेना को मिला है।टिप्पणियां सीरियाई सेना ने सरकारी चैनल पर जारी बयान में कहा है कि कुसैर से विद्रोहियों का सफाया कर दिया गया है। उसने कहा कि कुसैर को नियंत्रण में लिया जाना उन लोगों के लिए स्पष्ट संदेश है जो सीरिया के खिलाफ आक्रमण में सहयोग कर रहे हैं। बीते कई दिनों से कुसैर पर कब्जे को लेकर सीरियाई सेना और विद्रोहियों के बीच संघर्ष चल रहा था। पिछले साल ही विद्रोहियों ने इसे अपने कब्जे में लिया था। हिजबुल्ला की ओर से मदद मिलने का फायदा भी सीरियाई सेना को मिला है।टिप्पणियां सीरियाई सेना ने सरकारी चैनल पर जारी बयान में कहा है कि कुसैर से विद्रोहियों का सफाया कर दिया गया है। उसने कहा कि कुसैर को नियंत्रण में लिया जाना उन लोगों के लिए स्पष्ट संदेश है जो सीरिया के खिलाफ आक्रमण में सहयोग कर रहे हैं। सीरियाई सेना ने सरकारी चैनल पर जारी बयान में कहा है कि कुसैर से विद्रोहियों का सफाया कर दिया गया है। उसने कहा कि कुसैर को नियंत्रण में लिया जाना उन लोगों के लिए स्पष्ट संदेश है जो सीरिया के खिलाफ आक्रमण में सहयोग कर रहे हैं। उसने कहा कि कुसैर को नियंत्रण में लिया जाना उन लोगों के लिए स्पष्ट संदेश है जो सीरिया के खिलाफ आक्रमण में सहयोग कर रहे हैं।
क्रिकेटर इरफान पठान को गलती से इस एक्‍टर की उपलब्धि पर मिल गई प्रशंसा, जानें क्‍या है मामला...
इरफान खान को हिंदी मीडियम के लिए मिला बेस्‍ट एक्‍टर अवार्ड एक मैगजीन ने इसे इरफान पठान के नाम के साथ टैग किया पठान ने ली चुटकी, 'आप अवार्ड मेरे घर भेज सकते हैं'
Thank u n sorry I couldn’t make it but u can send the award to me at my home ;);) Epic Kya troll kiya Hai Sir @irrfank aapka award kahin aur jaa Raha hai गौरतलब है कि घरेलू क्रिकेट में इरफान पठान वडोदरा की टीम की ओर से खेलते हैं. टेस्‍ट क्रिकेट में हैट्रिक ले चुके इस हरफनमौला को मौजूदा सीजन में वडोदरा का कप्‍तान और मेंटोर बनाया गया था, इसके बावजूद दो मैचों में उन्‍हें प्‍लेइंग इलेवन में स्‍थान नहीं दिया गया. सैयद मुश्‍ताक अली टी20 टूर्नामेंट के लिए भी वडोदरा की टीम में इरफान को जगह नहीं दी गई है. इसका काारण यह है कि उन्‍होंने वडोदरा छोड़कर किसी अन्‍य घरेलू टीम की ओर से खेलने का निर्णय लिया है. इसके लिए उन्‍होंने वडोदरा टीम से अनापत्ति प्रमाणपत्र (एनओसी) मांगा है. पठान पिछले 17 साल से घरेलू क्रिकेट में वडोदरा टीम से खेल रहे थे.
तालिबान से बातचीत कर रहा है अमेरिका : करजई
अफगानिस्तान के राष्ट्रपति हामिद करजई ने शनिवार को कहा कि अमेरिका आतंकवादी संगठन तालिबान के साथ शांति वार्ता कर रहा है।
अफगानिस्तान के राष्ट्रपति हामिद करजई ने शनिवार को कहा कि अमेरिका आतंकवादी संगठन तालिबान के साथ शांति वार्ता कर रहा है। यह पहली बार है जब तालिबान के साथ वार्ता प्रक्रिया में अमेरिका के शामिल होने की पुष्टि की गई है। अमेरिका ने अब तक करजई की घोषणा पर कोई प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की है। वेबसाइट 'बीबीसी डॉट को डॉट यूके' के अनुसार करजई ने काबुल में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि विदेशी सेनाएं विशेषतौर पर अमेरिका तालिबान के साथ शांति वार्ता में शामिल है। उन्होंने इस बातचीत का कोई विवरण नहीं दिया। करजई ने कहा, "इस साल हमने तालिबान और अपने देशवासियों से बातचीत की है। उनके साथ वार्ता शुरू हो चुकी है और वह प्रगति पर है। विदेश मंत्रालय विशेषकर अमेरिका इस वार्ता को जारी रखे हुए है।" उन्होंने यह नहीं बताया कि क्या बातचीत में अफगान अधिकारियों को शामिल किया गया या नहीं। इस महीने के आरम्भ में अमेरिकी रक्षा मंत्री रॉबर्ट गेट्स ने कहा था कि इस साल के आखिर में तालिबान से राजनीतिक वार्ता हो सकती है। अमेरिका अफगानिस्तान में तैनात 97000 सैनिकों को इस साल जुलाई से वापस बुलाना शुरू करने वाला है। उसका लक्ष्य 2014 तक सभी सैनिक स्वदेश वापस बुलाने का है। शांति वार्ता के बारे में तालिबान हमेशा से कहता आया है कि जब तक अफगानिस्तान से विदेशी फौजे हट नहीं जातीं तब तक वह सरकार के साथ वार्ता प्रक्रिया में शामिल नहीं होगा। अमेरिका ने अब तक करजई की घोषणा पर कोई प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की है। ब्रिटेन का कहना है कि वह हिंसा त्यागने, आतंकवादी गुटों से नाता तोड़ने वाले और अफगान संविधान को स्वीकार करने वाले आतंकवादियों के साथ सुलह के प्रयासों का समर्थन करता है। अफगानिस्तान में ब्रिटिश फौजों के पूर्व कमांडर रिचर्ड कैम्प का कहना है कि फिलहाल तालिबान से सफल शांति वार्ता की कोई सम्भावना नहीं है। इससे पहले शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने अफगानिस्तान में सुलह की कोशिशों में सहायता देने के लिए तालिबान और अलकायदा पर प्रतिबंध लगाने से संबद्ध समितियां अलग-अलग कर दीं। इससे पहले दोनों संगठनों पर प्रतिबंध एक ही संयुक्त राष्ट्र प्रतिबंध समिति द्वारा लगाए जाते थे। सुरक्षा परिषद का कहना है कि वह तालिबान को संकेत दे रही है कि राजनीतिक प्रक्रिया में उसके शामिल होने का वक्त आ चुका है। करजई की इस घोषणा के कुछ ही देर बाद काबुल में वित्त मंत्रालय के निकट एक थाने पर दो आत्मघाती विस्फोट हुए। तालिबान ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। आंतरिक मामलों के मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि वे चार हमलावर थे। एक ने खुद को उड़ा दिया। दो हमलावर पुलिस के हाथों मारे गए जबकि एक अब तक सुरक्षाबलों से मुकाबला कर रहा है।
महाराष्‍ट्र में सिंचाई घोटाले से जुड़े 9 केस बंद, अधिकारी ने कहा - कोई भी मामला अजित पवार से जुड़ा नहीं
फडणवीस ने कहा था - चुनाव के बाद जेल में चक्‍की पीसेंगे अजित पवार बीजेपी सिंचाई घोटाले को लेकर अजित पवार पर निशाना साधती रही है 'बंद किए गए मामलों में से कोई भी अजित पवार से जुड़ा नहीं'
महाराष्ट्र में चल रहे राजनीतिक हंगामे के बीच एक ख़बर ये आ रही है कि एसीबी ने सिंचाई घोटाले (Irrigation scam) से जुड़े नौ केस बंद कर दिए हैं. सिंचाई घोटाले (Irrigation scam) में अजित पवार (Ajit Pawar) भी आरोपी हैं जो फिलहाल फडणवीस (Devendra Fadnavis) की सरकार में उपमुख्यमंत्री बना दिए गए हैं. हालांकि एसीबी (ACB) का कहना है कि जो नौ केस बंद किए गए हैं, उनका वास्ता अजित पवार (Ajit Pawar) से नहीं है. लेकिन इस घोटाले के कुछ मामलों का बंद होना भी अहमियत रखता है. महाराष्‍ट्र के भ्रष्‍टाचार निरोधक ब्‍यूरो (एसीबी) के सूत्रों के हवाले से समाचार एजेंसी ANI ने कहा कि बंद किए गए 9 मामलों में से कोई भी मामला अजित पवार से नहीं जुड़ा है जिन्‍होंने शनिवार की सुबह बड़े ही नाटकीय घटनाक्रम में मुख्‍यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ उप मुख्‍यमंत्री पद की शपथ ली थी. ब्‍यूरो के एक अधिकारी ने बताया कि यह एक रुटीन प्रक्रिया है. शिवसेना ने BJP पर साधा निशाना- जिसने 25 साल पुराने मित्र को छोड़ दिया वह अजित पवार का... वरिष्‍ठ अधिकारी परमबीर सिंह ने ANI से कहा, 'सिंचाई से जुड़ी शिकायतों के मामले में करीब 3000 टेंडरों की जांच हम कर रहे हैं. ये नियमित जांच है जो बंद हुई हैं और बाकी मामलों में जांच पहले की तरह ही जारी है.' उन्‍होंने कहा कि आज जिन मामलों को बंद किया गया है उनमें से कोई भी अजित पवार से जुड़े नहीं हैं. #WATCH Maharashtra Anti Corruption Bureau (ACB) DG, Parambir Singh: In none of the 9 inquiries that have been closed today, name of Ajit Pawar is figured. No irregularities were found in these 9 inquiries. These are routine inquiries. pic.twitter.com/kme8VOOAsN हालांकि इन मामलों के बंद किए जाने के समय ने विवाद खड़ा कर दिया है क्‍योंकि बीजेपी ने शिवसेना-कांग्रेस-एनसीपी की कोशिशों पर पानी फेरकर अजित पवार के साथ मिलकर राज्‍य में सरकार बना ली. अजित पवार ने दावा किया है कि एनसीपी के 54 विधायक उनके साथ हैं जबकि उनके इस दावे का उनके चाचा व पार्टी प्रमुख शरद पवार खंडन कर रहे हैं. Maharashtra 2019: एक महीने तक चलती रही उथल-पुथल, 10 प्वाइंट्स में जानें अब तक क्या हुआ देवेंद्र फडणवीस और बीजेपी सिंचाई घोटाले को लेकर हमेशा अजित पवार पर निशाना साधते रहे हैं. 2014 में मुख्‍यमंत्री बनने के बाद जो पहली कार्रवाई उन्‍होंने की थी वो थी सिंचाई घोटाले में अजित पवार की कथित भूमिका की जांच के आदेश देना. आरोपों में कांग्रेस-एनसीपी की सरकार के वक्‍त जब अजित पवार उप मुख्‍यमंत्री थे तब करीब 70000 करोड़ रुपये के हेराफेरी के भी आरोप हैं. सिंचाई घोटाले में महाराष्‍ट्र में कांग्रेस-एनसीपी की सरकार के दौरान कई सिंचाई परियोजनाओं को मंजूरी देने और उनके क्रियान्‍वयन में अनियमितताएं शामिल हैं. पिछले महीने महाराष्‍ट्र विधानसभा चुनाव से ठीक पहले, शरद पवार और अजित पवार दोनों पर प्रवर्तन निदेशालय ने धन शोधन का आरोप लगाया था जो एक कोऑपरेटिव बैंक से जुड़ा था. शरद पवार ने सिरे से खारिज की BJP-NCP गठबंधन की बात, देवेंद्र फडणवीस से मिले अजित पवार चुनाव प्रचार के समय देवेंद्र फडणवीस ने एक रैली में कहा था कि चुनाव के बाद अजित पवार जेल में चक्‍की पीस रहे होंगे. उन्‍होंने फिल्‍म 'शोले' के डायलॉग चक्‍की पीसींग एंड पीसींग एंड पीसींग का भी इस्‍तेमाल किया था. अजित पवार की आलोचना करने वाले कहते हैं कि अपने खिलाफ आपराधिक मामलों से बचने के लिए ही वो बीजेपी के साथ जा मिले हैं. एंटी करप्‍शन ब्‍यूरो के नोटिफिकेशन के अनुसार जिन 9 मामलों को बंद किया गया है वो विदर्भ क्षेत्र के वाशिम, यवतमाल, अमरावति और बुलढाणा की सिंचाई परियोजनाओं से जुड़े हैं.
युवक की पुलिस हिरासत में मौत के बाद फिर भड़का पाटीदार आंदोलन, महेसाणा में तनाव
मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया केतन पटेल के शव का दो बार पोस्ट मार्टम हुआ कांग्रेस और बीजेपी के बीच आरोप-प्रत्यारोप जारी
गुजरात के महेसाणा में पिछले दस दिनों से कभी बंद तो कभी बसें जलाई जा रही हैं. कभी पाटीदार मुंडन करवाकर विरोध कर रहे हैं. वजह है तीन जून को करीब 9000 रुपये की चोरी के आरोप में पकड़े गए पाटीदार युवा केतन पटेल की पुलिस हिरासत में मौत. पाटीदार इसे लेकर गुस्से में हैं और पुलिस के खिलाफ मामला दर्ज करने की लगातार मांग कर रहे हैं. पहली बार में पोस्ट मोर्टम में कोई घाव नहीं बताया गया लेकिन जब आंदोलन चला तो फिर से पोस्ट मोर्टम करवाया गया जिसकी रिपोर्ट अब तक सार्वजनिक नहीं की गई है.बताया जा रहा है कि उसके शरीर पर घाव थे. पाटीदार आरक्षण आंदोलन समिति आरोप लगा रही है पाटीदारों के साथ पुलिस ज्यादती कर रही है. पाटीदार नेता हार्दिक पटेल भी इसे लेकर न्याय की गुहार लगा चुके हैं. करीब एक सप्ताह की लड़ाई के बाद आखिर पुलिस ने एफआईआर दर्ज की और जिसकी दुकान में से चोरी का आरोप था उसे और एक पुलिस कॉन्स्टेबल को गिरफ्तार कर लिया, लेकिन फिर भी मामला ठंडा नहीं हुआ है. महेसाणा एसपी चैतन्य मांडलिक के मुताबिक जांच के लिए एक एसआईटी का गठन किया गया है. इसके हेड एक डीएसपी हैं और उनकी टीम में दो पुलिस इंस्पेक्टर भी होंगे.   केतन पटेल की फाइल फोटो. कांग्रेस नेताओं ने भी सरकार पर आरोप लगाए थे कि सरकार इस मामले में पाटीदारों के साथ अन्याय कर रही है, भाजपा कांग्रेस पर आरोप लगा रही है कि वह मौत पर राजनीति कर रही है. अशोक गहलोत समेत कई नेता आंदोलनकारी पाटीदारों से मुलाकात कर चुके हैं.टिप्पणियां भाजपा की गुजरात इकाई के अध्यक्ष जीतू वाघाणी ने कहा कि  कांग्रेस सत्ता के लिए हल्की राजनीति कर रही  है. गुजरात की शांति भंग हो, दंगे हों ऐसी उनकी मंशा है. इस बीच अब तक केतन पटेल का अंतिम संस्कार नहीं हुआ है और महेसाणा में पाटीदारों के आंदोलन के चलते तनाव बरकरार है. पहली बार में पोस्ट मोर्टम में कोई घाव नहीं बताया गया लेकिन जब आंदोलन चला तो फिर से पोस्ट मोर्टम करवाया गया जिसकी रिपोर्ट अब तक सार्वजनिक नहीं की गई है.बताया जा रहा है कि उसके शरीर पर घाव थे. पाटीदार आरक्षण आंदोलन समिति आरोप लगा रही है पाटीदारों के साथ पुलिस ज्यादती कर रही है. पाटीदार नेता हार्दिक पटेल भी इसे लेकर न्याय की गुहार लगा चुके हैं. करीब एक सप्ताह की लड़ाई के बाद आखिर पुलिस ने एफआईआर दर्ज की और जिसकी दुकान में से चोरी का आरोप था उसे और एक पुलिस कॉन्स्टेबल को गिरफ्तार कर लिया, लेकिन फिर भी मामला ठंडा नहीं हुआ है. महेसाणा एसपी चैतन्य मांडलिक के मुताबिक जांच के लिए एक एसआईटी का गठन किया गया है. इसके हेड एक डीएसपी हैं और उनकी टीम में दो पुलिस इंस्पेक्टर भी होंगे.   केतन पटेल की फाइल फोटो. कांग्रेस नेताओं ने भी सरकार पर आरोप लगाए थे कि सरकार इस मामले में पाटीदारों के साथ अन्याय कर रही है, भाजपा कांग्रेस पर आरोप लगा रही है कि वह मौत पर राजनीति कर रही है. अशोक गहलोत समेत कई नेता आंदोलनकारी पाटीदारों से मुलाकात कर चुके हैं.टिप्पणियां भाजपा की गुजरात इकाई के अध्यक्ष जीतू वाघाणी ने कहा कि  कांग्रेस सत्ता के लिए हल्की राजनीति कर रही  है. गुजरात की शांति भंग हो, दंगे हों ऐसी उनकी मंशा है. इस बीच अब तक केतन पटेल का अंतिम संस्कार नहीं हुआ है और महेसाणा में पाटीदारों के आंदोलन के चलते तनाव बरकरार है. करीब एक सप्ताह की लड़ाई के बाद आखिर पुलिस ने एफआईआर दर्ज की और जिसकी दुकान में से चोरी का आरोप था उसे और एक पुलिस कॉन्स्टेबल को गिरफ्तार कर लिया, लेकिन फिर भी मामला ठंडा नहीं हुआ है. महेसाणा एसपी चैतन्य मांडलिक के मुताबिक जांच के लिए एक एसआईटी का गठन किया गया है. इसके हेड एक डीएसपी हैं और उनकी टीम में दो पुलिस इंस्पेक्टर भी होंगे.   केतन पटेल की फाइल फोटो. कांग्रेस नेताओं ने भी सरकार पर आरोप लगाए थे कि सरकार इस मामले में पाटीदारों के साथ अन्याय कर रही है, भाजपा कांग्रेस पर आरोप लगा रही है कि वह मौत पर राजनीति कर रही है. अशोक गहलोत समेत कई नेता आंदोलनकारी पाटीदारों से मुलाकात कर चुके हैं.टिप्पणियां भाजपा की गुजरात इकाई के अध्यक्ष जीतू वाघाणी ने कहा कि  कांग्रेस सत्ता के लिए हल्की राजनीति कर रही  है. गुजरात की शांति भंग हो, दंगे हों ऐसी उनकी मंशा है. इस बीच अब तक केतन पटेल का अंतिम संस्कार नहीं हुआ है और महेसाणा में पाटीदारों के आंदोलन के चलते तनाव बरकरार है. कांग्रेस नेताओं ने भी सरकार पर आरोप लगाए थे कि सरकार इस मामले में पाटीदारों के साथ अन्याय कर रही है, भाजपा कांग्रेस पर आरोप लगा रही है कि वह मौत पर राजनीति कर रही है. अशोक गहलोत समेत कई नेता आंदोलनकारी पाटीदारों से मुलाकात कर चुके हैं.टिप्पणियां भाजपा की गुजरात इकाई के अध्यक्ष जीतू वाघाणी ने कहा कि  कांग्रेस सत्ता के लिए हल्की राजनीति कर रही  है. गुजरात की शांति भंग हो, दंगे हों ऐसी उनकी मंशा है. इस बीच अब तक केतन पटेल का अंतिम संस्कार नहीं हुआ है और महेसाणा में पाटीदारों के आंदोलन के चलते तनाव बरकरार है. भाजपा की गुजरात इकाई के अध्यक्ष जीतू वाघाणी ने कहा कि  कांग्रेस सत्ता के लिए हल्की राजनीति कर रही  है. गुजरात की शांति भंग हो, दंगे हों ऐसी उनकी मंशा है. इस बीच अब तक केतन पटेल का अंतिम संस्कार नहीं हुआ है और महेसाणा में पाटीदारों के आंदोलन के चलते तनाव बरकरार है. इस बीच अब तक केतन पटेल का अंतिम संस्कार नहीं हुआ है और महेसाणा में पाटीदारों के आंदोलन के चलते तनाव बरकरार है.
भारत को सुरक्षा संसाधन और तकनीक मुहैया कराएगा अमेरिका: उपराष्ट्रपति पेंस
ट्रंप-मोदी मुलाकात के बाद अमेरिकी उपराष्ट्रपति का संबोधन कहा, अमेरिका भारत को जरूरी संसाधन उपलब्ध कराएगा कहा, दक्षिण एशिया की सुरक्षा की मजबूती के लिए यह कदम जरूरी
वाशिंगटन: पाकिस्तान को कड़ा संदेश देते हुए आज भारत और अमेरिका ने उससे यह सुनिश्चित करने को कहा कि उसकी धरती का इस्तेमाल सीमा पार आतंकी हमलों के लिए नहीं हो. इसके साथ ही दोनों देशों ने पाकिस्तान से कहा कि वह मुंबई हमलों और पठानकोट में हुए आतंकी हमले के साजिशकर्ताओं को जल्द न्याय के कठघरे में लाए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आतंकवाद से लड़ने और आतंकियों की शरणस्थलियों को नष्ट करने की दिशा में किए जा रहे प्रयासों को मजबूत करने का भी संकल्प लिया. मोदी ने व्हाइट हाउस में ट्रंप के साथ अपने संयुक्त संबोधन में संवाददाताओं से कहा, ''आतंकवाद का खात्मा हमारी शीर्ष प्राथमिकताओं में शामिल है.'' दोनों नेताओं के बीच बैठक के बाद जारी संयुक्त बयान में कहा गया कि दोनों पक्षों ने ''पाकिस्तान से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि वह अपनी धरती का इस्तेमाल अन्य देशों के खिलाफ आतंकी हमलों के लिए न होने दे.'' पाकिस्तान से यह भी कहा गया कि वह ''पाकिस्तान आधारित आतंकी समूहों की साजिश वाले 26/11 मुंबई हमलों, पठानकोट हमले और सीमापार से अन्य आतंकी हमलों के साजिशकर्ताओं को शीघ्रता से न्याय के कठघरे में लेकर आए.'' प्रधानमंत्री ने कहा, ''हमने आतंकवाद, चरमपंथ और कट्टरपंथ के बारे में बात की और हम इसके खिलाफ सहयोग करने के लिए सहमत हुए. आतंकवाद से लड़ना, आतंकियों की शरणस्थलियों को नष्ट करना हमारे सहयोग का अहम हिस्सा होगा.'' ट्रंप ने कहा कि दोनों देश आतंकी संगठनों को और उन्हें संचालित करने वाली चरमपंथी विचारधारा को नष्ट करने के लिए 'संकल्पबद्ध' हैं.टिप्पणियां इनपुट: भाषा   मोदी ने व्हाइट हाउस में ट्रंप के साथ अपने संयुक्त संबोधन में संवाददाताओं से कहा, ''आतंकवाद का खात्मा हमारी शीर्ष प्राथमिकताओं में शामिल है.'' दोनों नेताओं के बीच बैठक के बाद जारी संयुक्त बयान में कहा गया कि दोनों पक्षों ने ''पाकिस्तान से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि वह अपनी धरती का इस्तेमाल अन्य देशों के खिलाफ आतंकी हमलों के लिए न होने दे.'' पाकिस्तान से यह भी कहा गया कि वह ''पाकिस्तान आधारित आतंकी समूहों की साजिश वाले 26/11 मुंबई हमलों, पठानकोट हमले और सीमापार से अन्य आतंकी हमलों के साजिशकर्ताओं को शीघ्रता से न्याय के कठघरे में लेकर आए.'' प्रधानमंत्री ने कहा, ''हमने आतंकवाद, चरमपंथ और कट्टरपंथ के बारे में बात की और हम इसके खिलाफ सहयोग करने के लिए सहमत हुए. आतंकवाद से लड़ना, आतंकियों की शरणस्थलियों को नष्ट करना हमारे सहयोग का अहम हिस्सा होगा.'' ट्रंप ने कहा कि दोनों देश आतंकी संगठनों को और उन्हें संचालित करने वाली चरमपंथी विचारधारा को नष्ट करने के लिए 'संकल्पबद्ध' हैं.टिप्पणियां इनपुट: भाषा   पाकिस्तान से यह भी कहा गया कि वह ''पाकिस्तान आधारित आतंकी समूहों की साजिश वाले 26/11 मुंबई हमलों, पठानकोट हमले और सीमापार से अन्य आतंकी हमलों के साजिशकर्ताओं को शीघ्रता से न्याय के कठघरे में लेकर आए.'' प्रधानमंत्री ने कहा, ''हमने आतंकवाद, चरमपंथ और कट्टरपंथ के बारे में बात की और हम इसके खिलाफ सहयोग करने के लिए सहमत हुए. आतंकवाद से लड़ना, आतंकियों की शरणस्थलियों को नष्ट करना हमारे सहयोग का अहम हिस्सा होगा.'' ट्रंप ने कहा कि दोनों देश आतंकी संगठनों को और उन्हें संचालित करने वाली चरमपंथी विचारधारा को नष्ट करने के लिए 'संकल्पबद्ध' हैं.टिप्पणियां इनपुट: भाषा   इनपुट: भाषा
उत्तराखंड ने फटे कपड़े, गंदे चावलों की राहत सामग्री ठुकराई
उत्तराखंड में प्राकृतिक आपदा का सामना कर रहे लोगों ने फटे कपड़े और गंदे चावलों की राहत सामग्री को ठुकराते हुए कहा कि यह राहत सामग्री किसी काम की नहीं है।
उत्तराखंड में प्राकृतिक आपदा का सामना कर रहे लोगों ने फटे कपड़े और गंदे चावलों की राहत सामग्री को ठुकराते हुए कहा कि यह राहत सामग्री किसी काम की नहीं है। राहत के तौर पर दिए जा रहे चावलों में कीड़े हैं और ज्यादातर कपड़े फटे हुए हैं। रुद्रपुर के ग्रामीणों का कहना है कि उन्हें दिए जा रहे कंबलों की नहीं बल्कि खाद्य सामग्री की जरूरत है।टिप्पणियां बाढ़ग्रस्त क्षेत्र में राज्य सरकार, गैर-सरकारी संगठन और व्यक्तिगत रूप से राहत सामग्री वितरित की जा रही है। इधर, मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने पिछले महीने की 16-17 तारीख को आई इस प्राकृतिक आपदा में लापता हो गए 5748 लोगों को मृत घोषित करने से इनकार कर दिया और कहा कि गुमशुदा लोगों की खोजबीन का काम जारी रहेगा। राहत के तौर पर दिए जा रहे चावलों में कीड़े हैं और ज्यादातर कपड़े फटे हुए हैं। रुद्रपुर के ग्रामीणों का कहना है कि उन्हें दिए जा रहे कंबलों की नहीं बल्कि खाद्य सामग्री की जरूरत है।टिप्पणियां बाढ़ग्रस्त क्षेत्र में राज्य सरकार, गैर-सरकारी संगठन और व्यक्तिगत रूप से राहत सामग्री वितरित की जा रही है। इधर, मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने पिछले महीने की 16-17 तारीख को आई इस प्राकृतिक आपदा में लापता हो गए 5748 लोगों को मृत घोषित करने से इनकार कर दिया और कहा कि गुमशुदा लोगों की खोजबीन का काम जारी रहेगा। बाढ़ग्रस्त क्षेत्र में राज्य सरकार, गैर-सरकारी संगठन और व्यक्तिगत रूप से राहत सामग्री वितरित की जा रही है। इधर, मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने पिछले महीने की 16-17 तारीख को आई इस प्राकृतिक आपदा में लापता हो गए 5748 लोगों को मृत घोषित करने से इनकार कर दिया और कहा कि गुमशुदा लोगों की खोजबीन का काम जारी रहेगा। इधर, मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने पिछले महीने की 16-17 तारीख को आई इस प्राकृतिक आपदा में लापता हो गए 5748 लोगों को मृत घोषित करने से इनकार कर दिया और कहा कि गुमशुदा लोगों की खोजबीन का काम जारी रहेगा।
पाकिस्तान में ड्रोन हमले में आठ लोग मरे
पाकिस्तान के उत्तरी वजीरिस्तान इलाके में सोमवार रात किए गए अमेरिकी ड्रोन हमले में आठ लोगों की मौत हो गई।
पाकिस्तान के उत्तरी वजीरिस्तान इलाके में सोमवार रात किए गए अमेरिकी ड्रोन हमले में आठ लोगों की मौत हो गई। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक उत्तरी वजीरिस्तान के मिरानशाह इलाके में आतंकवादियों के एक स्कूल को निशाना बनाकर मिसाइलें दागी गईं। यह हमला रात को लगभग 8.30 बजे किया गया। इस हमले में कम से कम आठ लोग मारे गए। इस इलाके को आतंकवादियों का प्रमुख गढ़ माना जाता है।
आइरीन के कारण कनाडा में 100 उड़ानें रद्द
कनाडा की विमानन कम्पनियों ने आइरीन तूफान के कारण रविवार को टोरंटो के पीयर्सन अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से 100 से अधिक उड़ानें रद्द कर दी।
कनाडा की विमानन कम्पनियों ने आइरीन तूफान के कारण रविवार को टोरंटो के पीयर्सन अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से 100 से अधिक उड़ानें रद्द कर दी। यह तूफान अमेरिका के पूर्वी तट से होते हुए कनाडा पहुंचने वाला है। यह जानकारी समाचार पत्र 'टोरंटो स्टार' ने दी है। समाचार एजेंसी आरआईए नोवोस्ती के अनुसार, इस कदम से जिन मार्गो की उड़ानों पर असर पड़ा है, उनमें न्यूयॉर्क, वाशिंगटन, फिलेडेल्फिया और बोस्टन को जाने और वहां से आने वाली उड़ानें शामिल हैं। आइरीन के कारण ओटावा, मोंट्रियल और हैलिफैक्स में स्थित हवाईअड्डों पर भी कई उड़ानें रद्द की गई हैं। यह तूफान शनिवार को अमेरिका के पूर्वी तट पर पहुंचा था। आइरीन अब मंद होकर उष्णकटिबंधीय अंधड़ में बदल गया है और बाद में यह और भी मंद हो सकता है। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने रविवार शाम वाशिंगटन में कहा, "मैं चाहता हूं कि लोग इस बात को समझें कि यह संकट समाप्त नहीं हुआ है। राहत कार्यो में कई सप्ताह या अधिक समय लग सकते हैं।" आइरीन के कारण लाखों घरों और व्यावसायिक केंद्रों में बिजली गुल है और लगभग 20 लोगों की मौत हो चुकी है। इस तूफान ने नार्थ कैरोलिना, विर्जीनिया, मैरीलैंड, डेलावेयर और पेंसिलवानिया जैसे अमेरिकी प्रांतों के साथ ही न्यूयार्क सिटी और वाशिंगटन डीसी को अपनी चपेट में ले लिया है।
पश्चिमी देश हमले का बहाना ढूंढ़ रहे हैं : सीरिया
सीरियाई प्रधानमंत्री वाएल अल हलकी ने बुधवार को आरोप लगाया कि पश्चिमी देश कथित रासायनिक हमले को लेकर सीरिया के खिलाफ सैन्य कार्रवाई करने का बहाना तलाश रहे हैं।
सीरियाई प्रधानमंत्री वाएल अल हलकी ने बुधवार को आरोप लगाया कि पश्चिमी देश कथित रासायनिक हमले को लेकर सीरिया के खिलाफ सैन्य कार्रवाई करने का बहाना तलाश रहे हैं। हलकी ने कहा, ‘अमेरिका और दूसरे पश्चिमी देश गलत परिदृश्य पेश कर रहे हैं और मनगढ़ंत बातें कर रहे हैं ताकि सीरिया में सैन्य दखल दिया जा सके।’ उन्होंने चेतावनी दी कि अगर सैन्य कार्रवाई की गई तो उनका देश ‘हमलावरों के लिए कब्रगाह’ बन जाएगा।टिप्पणियां अमेरिका और सहयोगी देश कथित रासायनिक हमले के बाद सीरिया के बशर अल असद शासन के खिलाफ सैन्य कार्रवाई की तैयारी कर रहे हैं। दमिश्क के निकट बीते 21 अगस्त को कथित रासायनिक हमला हुआ था जिसमें सैकड़ों की लोगों की मौत की खबर थी। हलकी ने कहा, ‘अमेरिका और दूसरे पश्चिमी देश गलत परिदृश्य पेश कर रहे हैं और मनगढ़ंत बातें कर रहे हैं ताकि सीरिया में सैन्य दखल दिया जा सके।’ उन्होंने चेतावनी दी कि अगर सैन्य कार्रवाई की गई तो उनका देश ‘हमलावरों के लिए कब्रगाह’ बन जाएगा।टिप्पणियां अमेरिका और सहयोगी देश कथित रासायनिक हमले के बाद सीरिया के बशर अल असद शासन के खिलाफ सैन्य कार्रवाई की तैयारी कर रहे हैं। दमिश्क के निकट बीते 21 अगस्त को कथित रासायनिक हमला हुआ था जिसमें सैकड़ों की लोगों की मौत की खबर थी। अमेरिका और सहयोगी देश कथित रासायनिक हमले के बाद सीरिया के बशर अल असद शासन के खिलाफ सैन्य कार्रवाई की तैयारी कर रहे हैं। दमिश्क के निकट बीते 21 अगस्त को कथित रासायनिक हमला हुआ था जिसमें सैकड़ों की लोगों की मौत की खबर थी। दमिश्क के निकट बीते 21 अगस्त को कथित रासायनिक हमला हुआ था जिसमें सैकड़ों की लोगों की मौत की खबर थी।
'रुस्तम' में पहनी गई सैन्य वर्दी की नीलामी पर विवाद, अक्षय और ट्विंकल को नोटिस
भारत में कभी भी सेना की वर्दी नीलाम नहीं हुई, सेना के सम्मान से खिलवाड़ वेबसाइट Saltscout.com को भी दिया जाएगा लीगल नोटिस मिलने वाली रकम सामाजिक कार्यों में खर्च करने का दावा
लेफ्टिनेंट कर्नल संजय अहलावत गौरतलब है कि वेबसाइट में दावा किया गया है कि फिल्म 'रुस्तम' में नौसेना की ओरिजनल पहनी गई वर्दी का ऑक्शन किया जाएगा और इससे मिलने वाली रकम सामाजिक कार्यो में खर्च की जाएगी.
Bigg Boss 12: बाथरूम में जसलीन ने कुछ यूं गाया गाना, अनूप जलोटा बोले- जल्दी गाओ पानी चला जाएगा
बिग बॉस में जसलीन ने गाया अनूप जलोटा ने कसा तंज सीक्रेट रूम से बोली ये बात
.@anupjalota ko dikhe gharwalon ke badalte roop ghar chhod kar jaane par! Kaise react karenge woh gharwalon ki inn baaton par? Watch #BB12 tonight at 9 PM! #BiggBoss12pic.twitter.com/EbnhVqNBtf
Bhojpuri Cinema: रानी चटर्जी ने बुल्गारिया के हसीन मौसम में यूं की मस्ती, वीडियो हुआ वायरल
रानी चटर्जी का वीडियो हुआ वायरल खतरों के खिलाड़ी 10 में नजर आएंगी रानी बुल्गारिया में डांस करती आईं नजर
भोजपुरी सिनेमा के सितारे TikTok पर काफी एक्टिव हैं और जोरदार वीडियो भी बनाते हैं. भोजपुरी सिनेमा (Bhojpuri Cinema) की क्वीन रानी चटर्जी (Rani Chatterjee) तो अकसर अपने टिकटॉक वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट करती हैं और यह वायरल भी होते हैं. रानी चटर्जी इन दिनों बुल्गारिया में खतरों के खिलाड़ी 10 (Khatron ke Khiladi 10) की शूटिंग कर रही हैं और अपने डर पर जीत पाने की कोशिशों में जुटी हैं. लेकिन स्टंट भरे इस शो के दौरान रानी चटर्जी (Rani Chatterjee) मस्ती करती भी नजर आ रही हैं. रानी चटर्जी ने अपना एक टिकटॉक (TikTok) वीडियो इंस्टाग्राम पर डाला है, जिसमें वे बुल्गारिया के हसीन मौसम में इंजॉय करती नजर आ रही हैं.  A post shared by Rani Chatterjee Official (@ranichatterjeeofficial) on Aug 6, 2019 at 8:32pm PDT भोजपुरी सिनेमा (Bhojpuri Cinema) की क्वीन रानी चटर्जी (Rani Chatterjee) ने इस TikTok वीडियो को शेयर करते हुए लिखा हैः 'बुल्गारिया के हसीन मौसम को इंजॉय करते हुए...'   A post shared by Rani Chatterjee Official (@ranichatterjeeofficial) on Jul 7, 2019 at 2:01am PDT खतरों के खिलाड़ी 10 (Khatron ke Khiladi 10) में रानी चटर्जी जहां स्टंट करती नजर आएंगी, वहीं भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री का प्रतिनिधित्व भी करेंगी.  A post shared by Rani Chatterjee Official (@ranichatterjeeofficial) on Jul 9, 2019 at 10:06pm PDT भोजपुरी सिनेमा (Bhojpuri Cinema) की एक्ट्रेस रानी चटर्जी (Rani Chatterjee) ने एक वीडियो और भी शेयर किया था. इस वीडियो के साथ रानी चटर्जी (Rani Chatterjee) ने लिखा था, "शूट का पहला दिन काफी रोमांचक है...बहुत डरावना और मजेदार ड्रामा जल्द ही आने वाला है." A post shared by Rani Chatterjee Official (@ranichatterjeeofficial) on Jun 28, 2019 at 7:48pm PDT बता दें कि पिछले कुछ समय से रानी चटर्जी (Rani Chatterjee) खतरों के खिलाड़ी की तैयारी कर रही थीं. वह लगातार अपने इंस्टाग्राम एकाउंट पर जिम और एक्सरसाइज वीडियो शेयर कर रही थीं.  A post shared by Rani Chatterjee Official (@ranichatterjeeofficial) on May 4, 2019 at 1:02am PDT
ट्रेन के खाने से परेशान हैं तो नई फूड डिलीवरी सेवाएं शायद राहत का सामान लेकर आएं...
भारतीय रेलवे अब खाने के लिए ऑनलाइन सेवाओं की मदद ले रहा है इस कड़ी में केएफसी और डोमिनोज़ जैसी फास्ट फूड सेवाएं सामने आ रही हैं अब ट्रेन के खाने के अलावा विविध व्यंजन भी यात्रियों की पहुंच में हैं
भारत के विशाल रेलवे नेटवर्क में अक्सर यात्रियों को ख़राब खाने की शिकायत करते हुए देखा गया है लेकिन फास्ट फुड से जुड़ी कुछ नई सेवाएं शायद इस अनुभव में कुछ बदलाव लेकर आए. केनटकी फ्राइड चिकन से लेकर डोमिनोज़ पिज्ज़ा तक अलग अलग तरह के व्यंजन आजकल यात्रियों की पहुंच में आ चुके हैं, वो भी सिर्फ एक स्मार्टफोन एप के ज़रिए. अमित वी जैसे यात्री के लिए इस तरह की सेवाएं मानो भगवान की भेजी हुई हैं क्योंकि वह सालों से ट्रेन का वह खाना खाकर थक गए थे जिसमें उन्हें बिल्कुल स्वाद नहीं आता था. पेशे से शिक्षक अमित 19 घंटे की यात्रा करके मथुरा से पश्चिम भारत की ओर जा रहे हैं. वह बताते हैं 'यह खाना रेलवे के खाने से 100 गुना ज्यादा बेहतर है.' मथुरा स्टेशन पर डिलीवरी करने वाले अमन सिंह बधौरी भीड़ को चीरते हुए अपने कस्टमर की सीट पर खाना पहुंचाते हैं और पेमेंट लेकर ट्रेन छूटने से एक मिनट पहले उतर जाते हैं. हालांकि कुछ साल पहले यात्रियों के लिए खाने को लेकर इतने विकल्प मौजूद नहीं थे. खाने में कॉकरोच मिलने जैसी शिकायत जैसे काफी आम सी बात हो गई थी, यहां तक की एक अंदरूनी रिपोर्ट के लीक होने से यह बात भी सामने आई कि 'गंदी, बदबूदार और पानी से भरी पैंट्री कार' में खाना पकाया जाता है. एक मामले में तो समोसे को पोछा लगाने वाली बालटी में रखा देखा गया था. यही नहीं खाने में विविधता की मांग भी बढ़ रही थी जिसमें यात्री अंतरराष्ट्रीय और फास्ट फूड खाने के साथ ही स्थानीय स्वाद को भी आज़माना चाह रहे थे. यह नई सेवा दरअसल भारत के उस रेलवे नेटवर्क को आधुनिक बनाने की प्रक्रिया का हिस्सा है जिसमें हर दिन दो करोड़ से ज्यादा लोग सफर करते हैं. बता दें कि एशिया का यह सबसे पुराना रेल नेटवर्क दरअसल भारत के 100 करोड़ बीस लाख लोगों की जीवन रेखा है लेकिन पिछले कुछ दशकों से इसकी सेवाओं की काफी अनदेखी हो रही है. पिछले साल सरकार ने दस हज़ार करोड़ डॉलर से ज्यादा की एक पांच साल की आधुनिकीकरण योजना की घोषणा की थी जिसमें कुछ स्टेशनों पर गूगल के साथ मिलकर मुफ्त वाई फाई लगाना भी शामिल है. पिछले साल भारतीय रेलवे ने केएफसी जैसी फूड चेन को ई-केटरिंग सेवाओं के लिए अनुबंधित करने के लिए न्यौता दिया था ताकि यात्री अहम स्टेशनों पर फोन या ऑनलाइन के जरिए पहले ही खाने का ऑर्डर दे सकें. रेल मंत्रालय के प्रवक्ता अनिल कुमार सक्सेना ने बताया कि अगला कदम प्रमुख स्टेशनों पर बेस किचन स्थापित करना होगा ताकि कंपनियां ताज़ा खाना पकाकर ट्रेनों में डिलेविरी दे सकें. इस अवसर का लाभ कई निजी उद्यमी भी उठाना चाहते हैं जैसे कि पुषपिंदर सिंह जिन्होंने 2012 में अपनी पत्नी के साथ मिलकर (ट्रैवल खाना) की शुरूआत की थी. यह कंपनी स्टेशन के पास के रेस्त्रां के साथ अनुबंध करती है और फीस के बदले उनसे डिलीवरी सेवाएं लेती है.टिप्पणियां सिंह ने बताया कि 'लंबे रूट की करीब 5000 ट्रेनें हैं जो औसतन 770 किलोमीटर का सफर करती हैं लेकिन इनमें से सिर्फ छह प्रतिशत ही ऐसी हैं जो खाने की अच्छी सेवाएं मुहैया करवा पाती हैं. हम इसी सेक्शन पर ध्यान दे रहे हैं.' हालांकि इन सेवाओं के सफल होने से पहले रफ्तार ही अहम भूमिका निभाएगी - डिलीवरी सेवाओं के पास सिर्फ कुछ ही मिनट होते हैं जिसमें उन्हें अपने कस्टमर को ढूंढकर ट्रेन के छूटने से पहले डिलीवरी देनी होती है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) अमित वी जैसे यात्री के लिए इस तरह की सेवाएं मानो भगवान की भेजी हुई हैं क्योंकि वह सालों से ट्रेन का वह खाना खाकर थक गए थे जिसमें उन्हें बिल्कुल स्वाद नहीं आता था. पेशे से शिक्षक अमित 19 घंटे की यात्रा करके मथुरा से पश्चिम भारत की ओर जा रहे हैं. वह बताते हैं 'यह खाना रेलवे के खाने से 100 गुना ज्यादा बेहतर है.' मथुरा स्टेशन पर डिलीवरी करने वाले अमन सिंह बधौरी भीड़ को चीरते हुए अपने कस्टमर की सीट पर खाना पहुंचाते हैं और पेमेंट लेकर ट्रेन छूटने से एक मिनट पहले उतर जाते हैं. हालांकि कुछ साल पहले यात्रियों के लिए खाने को लेकर इतने विकल्प मौजूद नहीं थे. खाने में कॉकरोच मिलने जैसी शिकायत जैसे काफी आम सी बात हो गई थी, यहां तक की एक अंदरूनी रिपोर्ट के लीक होने से यह बात भी सामने आई कि 'गंदी, बदबूदार और पानी से भरी पैंट्री कार' में खाना पकाया जाता है. एक मामले में तो समोसे को पोछा लगाने वाली बालटी में रखा देखा गया था. यही नहीं खाने में विविधता की मांग भी बढ़ रही थी जिसमें यात्री अंतरराष्ट्रीय और फास्ट फूड खाने के साथ ही स्थानीय स्वाद को भी आज़माना चाह रहे थे. यह नई सेवा दरअसल भारत के उस रेलवे नेटवर्क को आधुनिक बनाने की प्रक्रिया का हिस्सा है जिसमें हर दिन दो करोड़ से ज्यादा लोग सफर करते हैं. बता दें कि एशिया का यह सबसे पुराना रेल नेटवर्क दरअसल भारत के 100 करोड़ बीस लाख लोगों की जीवन रेखा है लेकिन पिछले कुछ दशकों से इसकी सेवाओं की काफी अनदेखी हो रही है. पिछले साल सरकार ने दस हज़ार करोड़ डॉलर से ज्यादा की एक पांच साल की आधुनिकीकरण योजना की घोषणा की थी जिसमें कुछ स्टेशनों पर गूगल के साथ मिलकर मुफ्त वाई फाई लगाना भी शामिल है. पिछले साल भारतीय रेलवे ने केएफसी जैसी फूड चेन को ई-केटरिंग सेवाओं के लिए अनुबंधित करने के लिए न्यौता दिया था ताकि यात्री अहम स्टेशनों पर फोन या ऑनलाइन के जरिए पहले ही खाने का ऑर्डर दे सकें. रेल मंत्रालय के प्रवक्ता अनिल कुमार सक्सेना ने बताया कि अगला कदम प्रमुख स्टेशनों पर बेस किचन स्थापित करना होगा ताकि कंपनियां ताज़ा खाना पकाकर ट्रेनों में डिलेविरी दे सकें. इस अवसर का लाभ कई निजी उद्यमी भी उठाना चाहते हैं जैसे कि पुषपिंदर सिंह जिन्होंने 2012 में अपनी पत्नी के साथ मिलकर (ट्रैवल खाना) की शुरूआत की थी. यह कंपनी स्टेशन के पास के रेस्त्रां के साथ अनुबंध करती है और फीस के बदले उनसे डिलीवरी सेवाएं लेती है.टिप्पणियां सिंह ने बताया कि 'लंबे रूट की करीब 5000 ट्रेनें हैं जो औसतन 770 किलोमीटर का सफर करती हैं लेकिन इनमें से सिर्फ छह प्रतिशत ही ऐसी हैं जो खाने की अच्छी सेवाएं मुहैया करवा पाती हैं. हम इसी सेक्शन पर ध्यान दे रहे हैं.' हालांकि इन सेवाओं के सफल होने से पहले रफ्तार ही अहम भूमिका निभाएगी - डिलीवरी सेवाओं के पास सिर्फ कुछ ही मिनट होते हैं जिसमें उन्हें अपने कस्टमर को ढूंढकर ट्रेन के छूटने से पहले डिलीवरी देनी होती है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) हालांकि कुछ साल पहले यात्रियों के लिए खाने को लेकर इतने विकल्प मौजूद नहीं थे. खाने में कॉकरोच मिलने जैसी शिकायत जैसे काफी आम सी बात हो गई थी, यहां तक की एक अंदरूनी रिपोर्ट के लीक होने से यह बात भी सामने आई कि 'गंदी, बदबूदार और पानी से भरी पैंट्री कार' में खाना पकाया जाता है. एक मामले में तो समोसे को पोछा लगाने वाली बालटी में रखा देखा गया था. यही नहीं खाने में विविधता की मांग भी बढ़ रही थी जिसमें यात्री अंतरराष्ट्रीय और फास्ट फूड खाने के साथ ही स्थानीय स्वाद को भी आज़माना चाह रहे थे. यह नई सेवा दरअसल भारत के उस रेलवे नेटवर्क को आधुनिक बनाने की प्रक्रिया का हिस्सा है जिसमें हर दिन दो करोड़ से ज्यादा लोग सफर करते हैं. बता दें कि एशिया का यह सबसे पुराना रेल नेटवर्क दरअसल भारत के 100 करोड़ बीस लाख लोगों की जीवन रेखा है लेकिन पिछले कुछ दशकों से इसकी सेवाओं की काफी अनदेखी हो रही है. पिछले साल सरकार ने दस हज़ार करोड़ डॉलर से ज्यादा की एक पांच साल की आधुनिकीकरण योजना की घोषणा की थी जिसमें कुछ स्टेशनों पर गूगल के साथ मिलकर मुफ्त वाई फाई लगाना भी शामिल है. पिछले साल भारतीय रेलवे ने केएफसी जैसी फूड चेन को ई-केटरिंग सेवाओं के लिए अनुबंधित करने के लिए न्यौता दिया था ताकि यात्री अहम स्टेशनों पर फोन या ऑनलाइन के जरिए पहले ही खाने का ऑर्डर दे सकें. रेल मंत्रालय के प्रवक्ता अनिल कुमार सक्सेना ने बताया कि अगला कदम प्रमुख स्टेशनों पर बेस किचन स्थापित करना होगा ताकि कंपनियां ताज़ा खाना पकाकर ट्रेनों में डिलेविरी दे सकें. इस अवसर का लाभ कई निजी उद्यमी भी उठाना चाहते हैं जैसे कि पुषपिंदर सिंह जिन्होंने 2012 में अपनी पत्नी के साथ मिलकर (ट्रैवल खाना) की शुरूआत की थी. यह कंपनी स्टेशन के पास के रेस्त्रां के साथ अनुबंध करती है और फीस के बदले उनसे डिलीवरी सेवाएं लेती है.टिप्पणियां सिंह ने बताया कि 'लंबे रूट की करीब 5000 ट्रेनें हैं जो औसतन 770 किलोमीटर का सफर करती हैं लेकिन इनमें से सिर्फ छह प्रतिशत ही ऐसी हैं जो खाने की अच्छी सेवाएं मुहैया करवा पाती हैं. हम इसी सेक्शन पर ध्यान दे रहे हैं.' हालांकि इन सेवाओं के सफल होने से पहले रफ्तार ही अहम भूमिका निभाएगी - डिलीवरी सेवाओं के पास सिर्फ कुछ ही मिनट होते हैं जिसमें उन्हें अपने कस्टमर को ढूंढकर ट्रेन के छूटने से पहले डिलीवरी देनी होती है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) यही नहीं खाने में विविधता की मांग भी बढ़ रही थी जिसमें यात्री अंतरराष्ट्रीय और फास्ट फूड खाने के साथ ही स्थानीय स्वाद को भी आज़माना चाह रहे थे. यह नई सेवा दरअसल भारत के उस रेलवे नेटवर्क को आधुनिक बनाने की प्रक्रिया का हिस्सा है जिसमें हर दिन दो करोड़ से ज्यादा लोग सफर करते हैं. बता दें कि एशिया का यह सबसे पुराना रेल नेटवर्क दरअसल भारत के 100 करोड़ बीस लाख लोगों की जीवन रेखा है लेकिन पिछले कुछ दशकों से इसकी सेवाओं की काफी अनदेखी हो रही है. पिछले साल सरकार ने दस हज़ार करोड़ डॉलर से ज्यादा की एक पांच साल की आधुनिकीकरण योजना की घोषणा की थी जिसमें कुछ स्टेशनों पर गूगल के साथ मिलकर मुफ्त वाई फाई लगाना भी शामिल है. पिछले साल भारतीय रेलवे ने केएफसी जैसी फूड चेन को ई-केटरिंग सेवाओं के लिए अनुबंधित करने के लिए न्यौता दिया था ताकि यात्री अहम स्टेशनों पर फोन या ऑनलाइन के जरिए पहले ही खाने का ऑर्डर दे सकें. रेल मंत्रालय के प्रवक्ता अनिल कुमार सक्सेना ने बताया कि अगला कदम प्रमुख स्टेशनों पर बेस किचन स्थापित करना होगा ताकि कंपनियां ताज़ा खाना पकाकर ट्रेनों में डिलेविरी दे सकें. इस अवसर का लाभ कई निजी उद्यमी भी उठाना चाहते हैं जैसे कि पुषपिंदर सिंह जिन्होंने 2012 में अपनी पत्नी के साथ मिलकर (ट्रैवल खाना) की शुरूआत की थी. यह कंपनी स्टेशन के पास के रेस्त्रां के साथ अनुबंध करती है और फीस के बदले उनसे डिलीवरी सेवाएं लेती है.टिप्पणियां सिंह ने बताया कि 'लंबे रूट की करीब 5000 ट्रेनें हैं जो औसतन 770 किलोमीटर का सफर करती हैं लेकिन इनमें से सिर्फ छह प्रतिशत ही ऐसी हैं जो खाने की अच्छी सेवाएं मुहैया करवा पाती हैं. हम इसी सेक्शन पर ध्यान दे रहे हैं.' हालांकि इन सेवाओं के सफल होने से पहले रफ्तार ही अहम भूमिका निभाएगी - डिलीवरी सेवाओं के पास सिर्फ कुछ ही मिनट होते हैं जिसमें उन्हें अपने कस्टमर को ढूंढकर ट्रेन के छूटने से पहले डिलीवरी देनी होती है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) बता दें कि एशिया का यह सबसे पुराना रेल नेटवर्क दरअसल भारत के 100 करोड़ बीस लाख लोगों की जीवन रेखा है लेकिन पिछले कुछ दशकों से इसकी सेवाओं की काफी अनदेखी हो रही है. पिछले साल सरकार ने दस हज़ार करोड़ डॉलर से ज्यादा की एक पांच साल की आधुनिकीकरण योजना की घोषणा की थी जिसमें कुछ स्टेशनों पर गूगल के साथ मिलकर मुफ्त वाई फाई लगाना भी शामिल है. पिछले साल भारतीय रेलवे ने केएफसी जैसी फूड चेन को ई-केटरिंग सेवाओं के लिए अनुबंधित करने के लिए न्यौता दिया था ताकि यात्री अहम स्टेशनों पर फोन या ऑनलाइन के जरिए पहले ही खाने का ऑर्डर दे सकें. रेल मंत्रालय के प्रवक्ता अनिल कुमार सक्सेना ने बताया कि अगला कदम प्रमुख स्टेशनों पर बेस किचन स्थापित करना होगा ताकि कंपनियां ताज़ा खाना पकाकर ट्रेनों में डिलेविरी दे सकें. इस अवसर का लाभ कई निजी उद्यमी भी उठाना चाहते हैं जैसे कि पुषपिंदर सिंह जिन्होंने 2012 में अपनी पत्नी के साथ मिलकर (ट्रैवल खाना) की शुरूआत की थी. यह कंपनी स्टेशन के पास के रेस्त्रां के साथ अनुबंध करती है और फीस के बदले उनसे डिलीवरी सेवाएं लेती है.टिप्पणियां सिंह ने बताया कि 'लंबे रूट की करीब 5000 ट्रेनें हैं जो औसतन 770 किलोमीटर का सफर करती हैं लेकिन इनमें से सिर्फ छह प्रतिशत ही ऐसी हैं जो खाने की अच्छी सेवाएं मुहैया करवा पाती हैं. हम इसी सेक्शन पर ध्यान दे रहे हैं.' हालांकि इन सेवाओं के सफल होने से पहले रफ्तार ही अहम भूमिका निभाएगी - डिलीवरी सेवाओं के पास सिर्फ कुछ ही मिनट होते हैं जिसमें उन्हें अपने कस्टमर को ढूंढकर ट्रेन के छूटने से पहले डिलीवरी देनी होती है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) पिछले साल भारतीय रेलवे ने केएफसी जैसी फूड चेन को ई-केटरिंग सेवाओं के लिए अनुबंधित करने के लिए न्यौता दिया था ताकि यात्री अहम स्टेशनों पर फोन या ऑनलाइन के जरिए पहले ही खाने का ऑर्डर दे सकें. रेल मंत्रालय के प्रवक्ता अनिल कुमार सक्सेना ने बताया कि अगला कदम प्रमुख स्टेशनों पर बेस किचन स्थापित करना होगा ताकि कंपनियां ताज़ा खाना पकाकर ट्रेनों में डिलेविरी दे सकें. इस अवसर का लाभ कई निजी उद्यमी भी उठाना चाहते हैं जैसे कि पुषपिंदर सिंह जिन्होंने 2012 में अपनी पत्नी के साथ मिलकर (ट्रैवल खाना) की शुरूआत की थी. यह कंपनी स्टेशन के पास के रेस्त्रां के साथ अनुबंध करती है और फीस के बदले उनसे डिलीवरी सेवाएं लेती है.टिप्पणियां सिंह ने बताया कि 'लंबे रूट की करीब 5000 ट्रेनें हैं जो औसतन 770 किलोमीटर का सफर करती हैं लेकिन इनमें से सिर्फ छह प्रतिशत ही ऐसी हैं जो खाने की अच्छी सेवाएं मुहैया करवा पाती हैं. हम इसी सेक्शन पर ध्यान दे रहे हैं.' हालांकि इन सेवाओं के सफल होने से पहले रफ्तार ही अहम भूमिका निभाएगी - डिलीवरी सेवाओं के पास सिर्फ कुछ ही मिनट होते हैं जिसमें उन्हें अपने कस्टमर को ढूंढकर ट्रेन के छूटने से पहले डिलीवरी देनी होती है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) इस अवसर का लाभ कई निजी उद्यमी भी उठाना चाहते हैं जैसे कि पुषपिंदर सिंह जिन्होंने 2012 में अपनी पत्नी के साथ मिलकर (ट्रैवल खाना) की शुरूआत की थी. यह कंपनी स्टेशन के पास के रेस्त्रां के साथ अनुबंध करती है और फीस के बदले उनसे डिलीवरी सेवाएं लेती है.टिप्पणियां सिंह ने बताया कि 'लंबे रूट की करीब 5000 ट्रेनें हैं जो औसतन 770 किलोमीटर का सफर करती हैं लेकिन इनमें से सिर्फ छह प्रतिशत ही ऐसी हैं जो खाने की अच्छी सेवाएं मुहैया करवा पाती हैं. हम इसी सेक्शन पर ध्यान दे रहे हैं.' हालांकि इन सेवाओं के सफल होने से पहले रफ्तार ही अहम भूमिका निभाएगी - डिलीवरी सेवाओं के पास सिर्फ कुछ ही मिनट होते हैं जिसमें उन्हें अपने कस्टमर को ढूंढकर ट्रेन के छूटने से पहले डिलीवरी देनी होती है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) सिंह ने बताया कि 'लंबे रूट की करीब 5000 ट्रेनें हैं जो औसतन 770 किलोमीटर का सफर करती हैं लेकिन इनमें से सिर्फ छह प्रतिशत ही ऐसी हैं जो खाने की अच्छी सेवाएं मुहैया करवा पाती हैं. हम इसी सेक्शन पर ध्यान दे रहे हैं.' हालांकि इन सेवाओं के सफल होने से पहले रफ्तार ही अहम भूमिका निभाएगी - डिलीवरी सेवाओं के पास सिर्फ कुछ ही मिनट होते हैं जिसमें उन्हें अपने कस्टमर को ढूंढकर ट्रेन के छूटने से पहले डिलीवरी देनी होती है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
पीटरसन को आईसीसी ने लगाई कड़ी फटकार
पीटरसन को भारत के खिलाफ खेले गए ट्वेंटी-20 मैच में अंपायर द्वारा आउट दिए जाने के बाद अत्यधिक निराशा दिखाने के लिए फटकार लगाई गई है।
इंग्लैंड के बल्लेबाज केविन पीटरसन को भारत के खिलाफ कल खेले गए ट्वेंटी-20 मैच के दौरान अंपायर द्वारा आउट दिए जाने के बाद अत्यधिक निराशा दिखाने के लिए आधिकारिक फटकार लगाई गई है। आईसीसी ने अपने बयान में कहा, केविन पीटरसन को कोलकाता में शनिवार को भारत के खिलाफ एकमात्र टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच में इंग्लैंड की छह विकेट की जीत के दौरान आईसीसी आचार संहिता के लेवल एक उल्लघंन के लिए आधिकारिक फटकार लगाई गई। पीटरसन पर आचार संहिता की धारा 2.1.3 के उल्लघंन का दोषी पाया गया, जो अंतरराष्ट्रीय मैच के दौरान अंपायर के फैसले पर असहमति दिखाने संबंधित है। मैदानी अंपायर सुधीर असनानी और एस रवि, तीसरे अंपायर विनीत कुलकर्णी और चौथे अंपायर के श्रीनाथ ने उन्हें इसका दोषी पाया। यह घटना भारत के सुरेश रैना की गेंद पर पीटरसन को पगबाधा आउट दिए जाने के दौरान घटी।
वार्ता के लिए आगे आएं उग्रवादी संगठन : सोनिया
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने विश्वास जताया कि वार्ता के लिए अभी तक आगे नहीं आए संगठनों को हिंसा की निर्थकता का अहसास होगा और वे शांति प्रक्रिया में हिस्सा लेंगे।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने विश्वास जताया कि वार्ता के लिए अभी तक आगे नहीं आए संगठनों को हिंसा की निर्थकता का अहसास होगा और वे शांति प्रक्रिया में हिस्सा लेंगे। असम में कांग्रेस के लगातार तीसरे कार्यकाल का पहला वर्ष पूरा होने पर आयोजित आधिकारिक समारोह में सोनिया ने कहा, मैं यह देखकर खुश हूं कि वार्ता के माध्यम से असम में यूपीए और कांग्रेस नीत सरकार का प्रयास सकारात्मक रहा है, क्योंकि अधिकतर संगठनों ने हिंसा छोड़ने की घोषणा करने का निर्णय किया है। उन्होंने कहा, अधिकतर उग्रवादी समूहों ने महसूस किया है कि हिंसा से किसी समस्या का समाधान नहीं हो सकता और शांति के लिए इस डगर को छोड़ दिया है। शांति की स्थापना और उनकी आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए सरकार हरसंभव कदम उठाएगी। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि आज का दिन पार्टी के लिए उत्सव मनाने का दिन है।टिप्पणियां उन्होंने कहा, साथ ही असम के लोगों ने हमें जो महती जिम्मेदारी सौंपी है, उसे हम महसूस करते हैं और उन्हें शांति, विकास और समृद्धि की राह पर ले जाने की प्रतिबद्धता दोहराते हैं। सोनिया ने कहा कि तरुण गोगोई ने 11 वर्ष पहले जब सत्ता संभाली थी, तो राज्य की स्थिति दयनीय थी। उन्होंने कहा, असम में अराजकता थी...उग्रवाद अपने चरम पर था, खजाना खाली था, सरकारी कर्मचारियों को वेतन नहीं मिलता था, विकास काफी नीचे चला गया था, उद्योग एवं उद्योगपतियों का पलायन हो रहा था। उन्होंने कहा कि स्थिति को बदलने के लिए असम के लोगों ने कांग्रेस से हाथ मिलाया और राज्य को विकास की राह पर आगे ले गए। सोनिया गांधी के इस दौरे का उग्रवादी संगठन उल्फा ने विरोध किया और उसने असम बंद का भी ऐलान किया। इससे पहले कल राज्य के तिनसुकिया जिले में हुए एक बम धमाके में एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि कुछ अन्य घायल हो गए। पुलिस और सुरक्षा एजेंसिया उल्फा की ओर से किए गए इस धमाके को बातचीत में रोड़ा अटकाने की कोशिशों के तौर पर देख रही हैं। असम में कांग्रेस के लगातार तीसरे कार्यकाल का पहला वर्ष पूरा होने पर आयोजित आधिकारिक समारोह में सोनिया ने कहा, मैं यह देखकर खुश हूं कि वार्ता के माध्यम से असम में यूपीए और कांग्रेस नीत सरकार का प्रयास सकारात्मक रहा है, क्योंकि अधिकतर संगठनों ने हिंसा छोड़ने की घोषणा करने का निर्णय किया है। उन्होंने कहा, अधिकतर उग्रवादी समूहों ने महसूस किया है कि हिंसा से किसी समस्या का समाधान नहीं हो सकता और शांति के लिए इस डगर को छोड़ दिया है। शांति की स्थापना और उनकी आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए सरकार हरसंभव कदम उठाएगी। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि आज का दिन पार्टी के लिए उत्सव मनाने का दिन है।टिप्पणियां उन्होंने कहा, साथ ही असम के लोगों ने हमें जो महती जिम्मेदारी सौंपी है, उसे हम महसूस करते हैं और उन्हें शांति, विकास और समृद्धि की राह पर ले जाने की प्रतिबद्धता दोहराते हैं। सोनिया ने कहा कि तरुण गोगोई ने 11 वर्ष पहले जब सत्ता संभाली थी, तो राज्य की स्थिति दयनीय थी। उन्होंने कहा, असम में अराजकता थी...उग्रवाद अपने चरम पर था, खजाना खाली था, सरकारी कर्मचारियों को वेतन नहीं मिलता था, विकास काफी नीचे चला गया था, उद्योग एवं उद्योगपतियों का पलायन हो रहा था। उन्होंने कहा कि स्थिति को बदलने के लिए असम के लोगों ने कांग्रेस से हाथ मिलाया और राज्य को विकास की राह पर आगे ले गए। सोनिया गांधी के इस दौरे का उग्रवादी संगठन उल्फा ने विरोध किया और उसने असम बंद का भी ऐलान किया। इससे पहले कल राज्य के तिनसुकिया जिले में हुए एक बम धमाके में एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि कुछ अन्य घायल हो गए। पुलिस और सुरक्षा एजेंसिया उल्फा की ओर से किए गए इस धमाके को बातचीत में रोड़ा अटकाने की कोशिशों के तौर पर देख रही हैं। उन्होंने कहा, अधिकतर उग्रवादी समूहों ने महसूस किया है कि हिंसा से किसी समस्या का समाधान नहीं हो सकता और शांति के लिए इस डगर को छोड़ दिया है। शांति की स्थापना और उनकी आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए सरकार हरसंभव कदम उठाएगी। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि आज का दिन पार्टी के लिए उत्सव मनाने का दिन है।टिप्पणियां उन्होंने कहा, साथ ही असम के लोगों ने हमें जो महती जिम्मेदारी सौंपी है, उसे हम महसूस करते हैं और उन्हें शांति, विकास और समृद्धि की राह पर ले जाने की प्रतिबद्धता दोहराते हैं। सोनिया ने कहा कि तरुण गोगोई ने 11 वर्ष पहले जब सत्ता संभाली थी, तो राज्य की स्थिति दयनीय थी। उन्होंने कहा, असम में अराजकता थी...उग्रवाद अपने चरम पर था, खजाना खाली था, सरकारी कर्मचारियों को वेतन नहीं मिलता था, विकास काफी नीचे चला गया था, उद्योग एवं उद्योगपतियों का पलायन हो रहा था। उन्होंने कहा कि स्थिति को बदलने के लिए असम के लोगों ने कांग्रेस से हाथ मिलाया और राज्य को विकास की राह पर आगे ले गए। सोनिया गांधी के इस दौरे का उग्रवादी संगठन उल्फा ने विरोध किया और उसने असम बंद का भी ऐलान किया। इससे पहले कल राज्य के तिनसुकिया जिले में हुए एक बम धमाके में एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि कुछ अन्य घायल हो गए। पुलिस और सुरक्षा एजेंसिया उल्फा की ओर से किए गए इस धमाके को बातचीत में रोड़ा अटकाने की कोशिशों के तौर पर देख रही हैं। उन्होंने कहा, साथ ही असम के लोगों ने हमें जो महती जिम्मेदारी सौंपी है, उसे हम महसूस करते हैं और उन्हें शांति, विकास और समृद्धि की राह पर ले जाने की प्रतिबद्धता दोहराते हैं। सोनिया ने कहा कि तरुण गोगोई ने 11 वर्ष पहले जब सत्ता संभाली थी, तो राज्य की स्थिति दयनीय थी। उन्होंने कहा, असम में अराजकता थी...उग्रवाद अपने चरम पर था, खजाना खाली था, सरकारी कर्मचारियों को वेतन नहीं मिलता था, विकास काफी नीचे चला गया था, उद्योग एवं उद्योगपतियों का पलायन हो रहा था। उन्होंने कहा कि स्थिति को बदलने के लिए असम के लोगों ने कांग्रेस से हाथ मिलाया और राज्य को विकास की राह पर आगे ले गए। सोनिया गांधी के इस दौरे का उग्रवादी संगठन उल्फा ने विरोध किया और उसने असम बंद का भी ऐलान किया। इससे पहले कल राज्य के तिनसुकिया जिले में हुए एक बम धमाके में एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि कुछ अन्य घायल हो गए। पुलिस और सुरक्षा एजेंसिया उल्फा की ओर से किए गए इस धमाके को बातचीत में रोड़ा अटकाने की कोशिशों के तौर पर देख रही हैं। इससे पहले कल राज्य के तिनसुकिया जिले में हुए एक बम धमाके में एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि कुछ अन्य घायल हो गए। पुलिस और सुरक्षा एजेंसिया उल्फा की ओर से किए गए इस धमाके को बातचीत में रोड़ा अटकाने की कोशिशों के तौर पर देख रही हैं।
मनी लॉन्ड्रिंग मामला : पूर्व सांसद मीसा भारती के खिलाफ ईडी ने कोर्ट में दाखिल की सप्लीमेंट्री चार्जशीट
मीसा और उनके पति पर है मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप ईडी ने कोर्ट में दाखिल की चार्जशीट 27 जुलाई को मामले की अगली सुनवाई
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने राष्ट्रीय जनता दल (RJD) अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव की बेटी और पूर्व सांसद मीसा भारती (Misa Bharti) के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले में सप्लीमेंट्री चार्जशीट दाखिल की है. कोर्ट ईडी की इस चार्जशीट पर इस महीने की 27 तारीख को सुनवाई करेगा. बता दें कि मीसा भारती और उनके पति पर आरोप है कि उन्होंने आठ हजार करोड़ रुपये के काले धन को सफेद किया. आरोप है कि मीसा भारती और उनके पति शैलेश कुमार ने कारोबारी सुरेंद्र जैन और विरेंद्र जैन की कंपनी के साथ मिलकर यह काम किया है. इस मामले में कारोबारी सुरेंद्र जैन की भी कोर्ट में पेशी हो चुकी है लेकिन उसे कोर्ट से जमानत मिली हुई है. याद हो कि ईडी ने इस मामले में मीसा भारती के दिल्ली स्थित एक फॉर्म हाउस को भी जब्त किया था. ईडी ने यह कार्रवाई कोर्ट के आदेश पर की थी.  गौरतलब है कि ईडी ने मीसा भारती व उनके पति शैलेश कुमार की मुश्किलें बढ़ गई हैं. प्रवर्तन निदेशालय  ने उनकी एक संपत्ति को कोर्ट के आदेश पर जब्‍त कर लिया था. मनी लॉन्‍ड्र‍िंग के मामलों में ईडी अब उनकी अन्‍य संपत्तियों को भी जब्‍त करने की प्रक्रिया शुरू कर चुका है. जानकारी के अनुसार मनी लॉन्‍ड्र‍िंग के आरोपों से घिरीं मीसा भारती के दिल्ली के बिजवासन इलाके में स्थित 12 बीघा में फैले फार्म हाउस को ईडी ने अंतिम तौर पर जब्‍त कर लिया था. यानी आधिकारिक तौर पर ये संपत्ति अब प्रवर्तन निदेशालय की हो गयी है. ईडी ने इस संपत्ति को कोर्ट के आदेश से जब्‍त किया था. इस संबंध में वहां नोटिस चिपका दिया गया था. ये फार्म हाउस मिशैल पैकर्स एंड प्रिंटर्स प्राइवेट लिमिटिड नाम की कंपनी के नाम पर खरीदा गया, ये कंपनी मीसा भारती की है. आरोप है कि इस फार्महाउस की खरीद शेल कंपनियों के जरिये हुई और इसे 1 करोड़ 20 लाख रुपये में खरीदा गया. मीसा भारती की कई अन्‍य संपत्तियों को ईडी ने पहले ही सील कर दिया था. उन्‍हें भी कोर्ट के आदेश से अंतिम तौर पर जब्‍त करने के लिए प्रक्रिया जारी थी. ईडी ने 8000 करोड़ के मनी लॉन्ड्रिंग मामले में मीसा भारती और शैलेश यादव को आरोपी बनाया है. ईडी का आरोप है कि मीसा ने हवाला के जरिए दिल्ली के बिजवासन में एक फार्म हाउस खरीदा. इस मामले में ईडी ने मीसा और शैलेश से लंबी पूछताछ की गई थी. ईडी ने इस फार्म हाउस को पहले ही सील कर दिया था.
Video: सुनील ग्रोवर ने मरोड़ा शिल्पा शिंदे का हाथ, गिराया सोफे से नीचे...
सेट पर भिड़े सुनील और शिल्पा सुनील ने मरोड़ा हाथ, शिल्पा ने उठाई चप्पल कॉमेडी और क्रिकेट के तड़के से भरपूर 'धन धना धन'
When @proflbw meet our lovely, beauty, cutiepie queenI am just loving this onset masti of @ShindeShilpaS as @googlydevi Can't wait more for the episode of @JioDDDLivepic.twitter.com/dCP8LDYy01 — (@RealSagarShinde) April 19, 2018 I am just loving this onset masti of @ShindeShilpaS as @googlydevi Can't wait more for the episode of @JioDDDLivepic.twitter.com/dCP8LDYy01 — (@RealSagarShinde) April 19, 2018 Can't wait more for the episode of @JioDDDLivepic.twitter.com/dCP8LDYy01 Grand opening of @JioDDDLive with my pati @LBWProfessor All set to Go Live Today!#JioDDDLive#JioDhanDhanaDhan#IPL2018pic.twitter.com/Zp7RROE5mH — Googly Devi (@GoogIydevi) April 7, 2018 All set to Go Live Today!#JioDDDLive#JioDhanDhanaDhan#IPL2018pic.twitter.com/Zp7RROE5mH
भारतीय क्रिकेट टीम के कोच पद के लिए आवेदन करेंगे रवि शास्‍त्री, पहले रह चुके हैं टीम निदेशक
वर्ष 2014 से 2016 तक टीम डायरेक्‍टर का पद संभाल चुके हैं उनके मार्गदर्शन में टीम वर्ल्‍डकप 2015 के सेमीफाइनल में पहुंची थी भारत के लिए 80 टेस्‍ट और 150 वनडे मैच खेल चुके हैं शास्‍त्री
मशहूर कमेंटेटर और समीक्षक रवि शास्‍त्री ने टीम इंडिया के कोच पद के लिए आवेदन करने का फैसला किया है. गौरतलब है कि 80 टेस्‍ट और 150 वनडे में भारतीय क्रिकेट टीम का प्रतिनिधित्‍व कर चुके शास्‍त्री वर्ष 2014 से 2016 तक टीम का डायरेक्‍टर पद भी संभाल चुके हैं. उनके मार्गदर्शन में भारतीय टीम वर्ष 2015 के वर्ल्‍डकप में सेमीफाइनल तक पहुंची थी. शास्‍त्री ने पिछले वर्ष भी कोच पद के लिए आवेदन किया था लेकिन अनिल कुंबले को उन पर तरजीह दी गई थी. कप्‍तान विराट कोहली के साथ कथित मतभेद को लेकर कुंबले ने हाल ही में टीम इंडिया के कोच पद से इस्‍तीफा दे दिया है.टिप्पणियां कुंबले का बतौर कोच एक साल का अनुबंध आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के बाद खत्‍म हो गया था और उन्‍होंने अपने अनुबंध को बढ़ाने में दिलचस्‍पी नहीं दिखाई. इस्‍तीफे के बाद अपने ट्विटर अकाउंट पर एक बयान जारी करते हुए कुंबले ने लिखा था कि टीम इंडिया को कप्‍तान के मन में मेरी शैली को लेकर परेशानी है. ऐसे में बेहतर यही होगा कि मैं यह जिम्‍मेदारी उस व्‍यक्ति को सौंप दूं तो कोच चुनने वाली तीन सदस्‍यीय समिति (CAC)और बीसीसीआई के लिहाज से फिट बैठता हो. 55 वर्षीय रवि शास्‍त्री ने 80 टेस्‍ट में 3830 रन बनाने के अलावा 151 विकेट भी हासिल किए. वनडे में वे 3108 रन बनाने के साथ 129 विकेट भी हासिल कर चुके हैं. शास्‍त्री वर्ष 1983 में कपिलदेव के नेतृत्‍व में वर्ल्‍डकप जीतने वाली भारतीय टीम के सदस्‍य रह चुके हैं. ऑस्‍ट्रेलिया में वर्ल्‍ड चैंपियनशिप ऑफ क्रिकेट में वे 'चैंपियन ऑफ चैंपियंस' रहे थे और उन्‍हें पुरस्‍कार के रूप में ऑडी कार दी गई थी. कुंबले का बतौर कोच एक साल का अनुबंध आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के बाद खत्‍म हो गया था और उन्‍होंने अपने अनुबंध को बढ़ाने में दिलचस्‍पी नहीं दिखाई. इस्‍तीफे के बाद अपने ट्विटर अकाउंट पर एक बयान जारी करते हुए कुंबले ने लिखा था कि टीम इंडिया को कप्‍तान के मन में मेरी शैली को लेकर परेशानी है. ऐसे में बेहतर यही होगा कि मैं यह जिम्‍मेदारी उस व्‍यक्ति को सौंप दूं तो कोच चुनने वाली तीन सदस्‍यीय समिति (CAC)और बीसीसीआई के लिहाज से फिट बैठता हो. 55 वर्षीय रवि शास्‍त्री ने 80 टेस्‍ट में 3830 रन बनाने के अलावा 151 विकेट भी हासिल किए. वनडे में वे 3108 रन बनाने के साथ 129 विकेट भी हासिल कर चुके हैं. शास्‍त्री वर्ष 1983 में कपिलदेव के नेतृत्‍व में वर्ल्‍डकप जीतने वाली भारतीय टीम के सदस्‍य रह चुके हैं. ऑस्‍ट्रेलिया में वर्ल्‍ड चैंपियनशिप ऑफ क्रिकेट में वे 'चैंपियन ऑफ चैंपियंस' रहे थे और उन्‍हें पुरस्‍कार के रूप में ऑडी कार दी गई थी. 55 वर्षीय रवि शास्‍त्री ने 80 टेस्‍ट में 3830 रन बनाने के अलावा 151 विकेट भी हासिल किए. वनडे में वे 3108 रन बनाने के साथ 129 विकेट भी हासिल कर चुके हैं. शास्‍त्री वर्ष 1983 में कपिलदेव के नेतृत्‍व में वर्ल्‍डकप जीतने वाली भारतीय टीम के सदस्‍य रह चुके हैं. ऑस्‍ट्रेलिया में वर्ल्‍ड चैंपियनशिप ऑफ क्रिकेट में वे 'चैंपियन ऑफ चैंपियंस' रहे थे और उन्‍हें पुरस्‍कार के रूप में ऑडी कार दी गई थी.
मेरे पिता स्वराज से अच्छा नाचते हैं : उमर
जम्मू एवं कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नेता सुषमा स्वराज को आड़े हाथों लिया।
जम्मू एवं कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नेता सुषमा स्वराज को आड़े हाथों लिया। स्वराज ने राजघाट पर पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ नृत्य किया था। उमर ने ट्वीटर पर ट्वीट किया कि उनके पिता स्वराज से बेहतर नर्तक हैं। उमर ने मंगलवार को अपराह्न् 3.25 बजे ट्वीट किया, "सुषमा स्वराज का नृत्य करते हुए वीडियो देखने के बाद मुझे इस बात में कोई संदेह नहीं है कि मेरे पिता सुषमा स्वराज से बेहतर नर्तक हैं।" ज्ञात हो कि जम्मू एवं कश्मीर के तीन बार मुख्यमंत्री रह चुके फारुख अब्दुल्ला को हाल में एक कश्मीरी लोकगीत पर नृत्य करते हुए देखा गया था। एक मिनट का यह वीडियो इतना हिट हुआ था कि फेसबुक साइट पर तमाम दर्शकों ने इसे देखा। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष सुषमा स्वराज ने भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ राजघाट पर रविवार को 24 घंटे के सत्याग्रह के दौरान ठुमके लगाए थे। सुषमा के इस नृत्य ने विवाद को जन्म दे दिया। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि स्वराज ने इस कृत्य के जरिए उस स्थल को अपवित्र कर दिया।
सुप्रीम कोर्ट ने यूपी सरकार से पूछा : 10 साल की बच्ची को हवालात में क्यों रखा
बुलंदशहर में 10 साल की बच्ची को हवालात में डालने के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने यूपी सरकार को नोटिस भेजकर सोमवार को मामले की विस्तृत जानकारी सौंपने का निर्देश दिया है।
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में 10 साल की बच्ची को हवालात में डालने के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लेते हुए यूपी सरकार को नोटिस भेजकर जवाब मांगा है। कोर्ट ने यूपी सरकार को सोमवार को इस मामले की विस्तृत जानकारी सौंपने का निर्देश दिया है। गौरतलब है कि इस बच्ची को उसकी मां अपने साथ लेकर महिला थाने में पहुंची थी और बताया था कि गांव के ही एक 24-वर्षीय युवक ने उसकी बेटी के साथ दुष्कर्म किया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया और बच्ची को उसकी मां के साथ मेडिकल चेकअप के लिए स्थानीय अस्पताल में भेज दिया।टिप्पणियां अगली सुबह जब बच्ची और उसकी मां थाने वापस आए, तो महिला पुलिस अधिकारियों ने कथित रूप से मां को थाने से निकाल दिया और बच्ची को हवालात में बंद कर दिया। इसके बाद एक स्थानीय फ्रीलांस पत्रकार मामले की जानकारी मिलने पर थाने पहुंचा और हवालात में बंद बच्ची का वीडियो रिकॉर्ड करने में कामयाब हो गया। यह पत्रकार इसके बाद जिले के शीर्ष पुलिस अधिकारी के पास पहुंचा और मदद मांगी। उस समय थाने की प्रभारी गयाश्री चौहान ने वीडियो प्रमाण होने के बावजूद इस बात का खंडन किया था कि बच्ची को हवालात में बंद किया गया। बहरहाल, पुलिस के सीनियर सुपरिन्टेन्डेन्ट गुलाब सिंह ने गयाश्री तथा एक अन्य सीनियर इंस्पेक्टर का शाम को ही तबादला कर दिया था। इन दोनों के अतिरिक्त दो कॉन्सटेबलों को सस्पेंड भी किया गया था और बच्ची को उसकी मां के पास घर भेज दिया गया था। अब पुलिस के मुताबिक बच्ची की शुरुआती मेडिकल रिपोर्ट में कोई बाहरी चोट का निशान नहीं पाया गया है, हालांकि अंतिम रिपोर्ट अभी आनी है। गौरतलब है कि इस बच्ची को उसकी मां अपने साथ लेकर महिला थाने में पहुंची थी और बताया था कि गांव के ही एक 24-वर्षीय युवक ने उसकी बेटी के साथ दुष्कर्म किया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया और बच्ची को उसकी मां के साथ मेडिकल चेकअप के लिए स्थानीय अस्पताल में भेज दिया।टिप्पणियां अगली सुबह जब बच्ची और उसकी मां थाने वापस आए, तो महिला पुलिस अधिकारियों ने कथित रूप से मां को थाने से निकाल दिया और बच्ची को हवालात में बंद कर दिया। इसके बाद एक स्थानीय फ्रीलांस पत्रकार मामले की जानकारी मिलने पर थाने पहुंचा और हवालात में बंद बच्ची का वीडियो रिकॉर्ड करने में कामयाब हो गया। यह पत्रकार इसके बाद जिले के शीर्ष पुलिस अधिकारी के पास पहुंचा और मदद मांगी। उस समय थाने की प्रभारी गयाश्री चौहान ने वीडियो प्रमाण होने के बावजूद इस बात का खंडन किया था कि बच्ची को हवालात में बंद किया गया। बहरहाल, पुलिस के सीनियर सुपरिन्टेन्डेन्ट गुलाब सिंह ने गयाश्री तथा एक अन्य सीनियर इंस्पेक्टर का शाम को ही तबादला कर दिया था। इन दोनों के अतिरिक्त दो कॉन्सटेबलों को सस्पेंड भी किया गया था और बच्ची को उसकी मां के पास घर भेज दिया गया था। अब पुलिस के मुताबिक बच्ची की शुरुआती मेडिकल रिपोर्ट में कोई बाहरी चोट का निशान नहीं पाया गया है, हालांकि अंतिम रिपोर्ट अभी आनी है। अगली सुबह जब बच्ची और उसकी मां थाने वापस आए, तो महिला पुलिस अधिकारियों ने कथित रूप से मां को थाने से निकाल दिया और बच्ची को हवालात में बंद कर दिया। इसके बाद एक स्थानीय फ्रीलांस पत्रकार मामले की जानकारी मिलने पर थाने पहुंचा और हवालात में बंद बच्ची का वीडियो रिकॉर्ड करने में कामयाब हो गया। यह पत्रकार इसके बाद जिले के शीर्ष पुलिस अधिकारी के पास पहुंचा और मदद मांगी। उस समय थाने की प्रभारी गयाश्री चौहान ने वीडियो प्रमाण होने के बावजूद इस बात का खंडन किया था कि बच्ची को हवालात में बंद किया गया। बहरहाल, पुलिस के सीनियर सुपरिन्टेन्डेन्ट गुलाब सिंह ने गयाश्री तथा एक अन्य सीनियर इंस्पेक्टर का शाम को ही तबादला कर दिया था। इन दोनों के अतिरिक्त दो कॉन्सटेबलों को सस्पेंड भी किया गया था और बच्ची को उसकी मां के पास घर भेज दिया गया था। अब पुलिस के मुताबिक बच्ची की शुरुआती मेडिकल रिपोर्ट में कोई बाहरी चोट का निशान नहीं पाया गया है, हालांकि अंतिम रिपोर्ट अभी आनी है। उस समय थाने की प्रभारी गयाश्री चौहान ने वीडियो प्रमाण होने के बावजूद इस बात का खंडन किया था कि बच्ची को हवालात में बंद किया गया। बहरहाल, पुलिस के सीनियर सुपरिन्टेन्डेन्ट गुलाब सिंह ने गयाश्री तथा एक अन्य सीनियर इंस्पेक्टर का शाम को ही तबादला कर दिया था। इन दोनों के अतिरिक्त दो कॉन्सटेबलों को सस्पेंड भी किया गया था और बच्ची को उसकी मां के पास घर भेज दिया गया था। अब पुलिस के मुताबिक बच्ची की शुरुआती मेडिकल रिपोर्ट में कोई बाहरी चोट का निशान नहीं पाया गया है, हालांकि अंतिम रिपोर्ट अभी आनी है।
हैट्रिक के साथ ही क्रिस्टियानो रोनाल्डो ने रच डाला बड़ा इतिहास
रोनाल्डो....रोनाल्डो...रोनाल्डो! स्पेनिश लीग की 34वीं हैंट्रिक ...पर यह उपलब्धि और भी बड़ी है
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राजनायिकों के उत्पीड़न का मामला: पाकिस्‍तान ने उच्चायुक्त सुहैल महमूद को वापस बुलाया
परिवारों के कथित उत्पीड़न के मुद्दे पर राजनयिकों को वापस बुलाया पाकिस्‍तान ने भारतीय उपउच्चायुक्त जेपी सिंह को भी तलब किया था उच्‍चयुक्‍त सुहैल महमूद को पहले बातीचत के लिए बुलाया था
राजनयिकों के साथ व्यवहार को लेकर जिस तरह से तनातनी बढ़ रही है आशंका इस बात की है कि कहीं इसका असर दोनों देशों के राजनयिक रिश्तो पर ना पड़ जाए. पाकिस्तान पहले ही अपने उच्चायुक्त को वापस बुलाने की धमकी दे चुका है और आज का उसका यह फैसला उसी की दिशा में एक कदम है. पाकिस्तान अगर ऐसा कोई अंतिम फैसला करता है तो अपने उच्चायुक्त को वापस बुलाने के अलावा भारत के पास भी कोई रास्ता नहीं बचेगा. यानी संबंधों में पहले से चल रही तनातनी अब राजनीतिक रिश्तों के टूटने के कगार तक पहुंच गई है.
हेमा मालिनी ने सड़क पर लगाई झाड़ू, तो ट्रोलर्स बोले - 'उफ मैं तो थक गई', Video के साथ देखें मज़ेदार Memes
हेमा मालिनी ने संसद में लगाई झाड़ू सोशल मीडिया पर लोगों ने उड़ाया मज़ाक झाड़ू लगाते वीडियो को देख लोगों ने किए कमेंट्स
BJP सासंद हेमा मालिनी (Hema Malini) संसद में झाड़ू लगाते हुए नज़र आईं. उनके साथ इस सफाई अभियान में राज्य वित्त मंत्री अनुराग ठाकुर (Anurag Thakur) भी मौजूद थे. हेमा मालिनी इस स्वस्छ सफाई अभियान (Swachh Bharat Abhiyan) के दौरान ग्रे कुर्ता और ब्लैक ट्राउज़र्स में दिखीं. बता दें, ड्रिम गर्ल के नाम ने फेमस एक्ट्रेस मथुरा से सांसद हैं.  देखें हेमा मालिनी का सफाई अभियान वीडियो... #WATCH Delhi: BJP MPs including Minister of State (Finance) Anurag Thakur and Hema Malini take part in 'Swachh Bharat Abhiyan' in Parliament premises. pic.twitter.com/JJJ6IEd0bg आपको बता दें स्वस्छ भारत अभियान प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) द्वारा शुरू कि गई एक योजना है, जिसका मकसद है देश को स्वस्छ बनाना. यह मिशन साल 2014 में शुरू हुआ था.  वहीं, हेमा मालिनी राजनीति में आने के बाद इस तरह के अभियानों का हिस्सा रही हैं. लोकसभा चुनाव से पहले वो खेतों में बोझा उठाते हुए नज़र आई थीं. इन सबके अलावा हेमा मालिनी अपनी पर्सनल लाइफ को लेकर भी काफी चर्चा में रहती हैं.  हाल ही में वो एक बार फिर से नानी बनी हैं. 10 जून, 2019 को उनकी बेटी और बॉलीवुड एक्ट्रेस ईशा देओल (Esha Deol) ने दूसरी बेटी को जन्म दिया था. ईशा देओल और उनके पति भरत तख्तानी (Bharat Takhtani) ने बेटी का नाम मिराया रखा. प्यारी नातिन से मिलने के लिए हेमा मालिनी के साथ-साथ नाना धर्मेंद्र भी अस्पताल पहुंचे थे.  धर्मेंद्र और नानी हेमा मालिनी पहुंचे नातिन मिराया से मिलने, देखें वायरल Photo लेकिन सोशल मीडिया पर ट्रोलर्स इस वीडियो का मज़ाक उड़ाते दिख रहे हैं. आप भी देखिए कुछ कमेंट्स... Hema malini after this pic.twitter.com/J0bYzFhKju Hema Malini is afraid that she might complete the 'Swachh Bharat Abhiyan' if she sweeps seriously. pic.twitter.com/WEXeWR7w2x .. pic.twitter.com/K0A6UM5VSp This is what the HRs of a company do Hema Malini's contribution in this cleaning is equal to Sachin Tendulkar's contribution in Indian cinema. Hema ji jhadu ko sehla rahi hai kya? What exactly is Hema Malini sweeping?
अब विकासित अर्थव्यवस्थाएं गरम और विकासशील नरम पड़ रही हैं : IMF
रपट में कहा गया कि अमेरिका निकट भविष्य में वैश्विक वृद्धि में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगा, क्योंकि वहां निजी मांग, आवास और श्रम बाजार सभी मजबूत हो रहे हैं।
अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) ने कहा है कि वैश्विक अर्थव्यवस्था में वृद्धि का रझान अब बदल रहा है और विश्व की प्रमुख विकसित अर्थव्यवस्थाएं मजबूत हो रही हैं जबकि विकासशील देशों में आ रही है। मुद्राकोष ने विश्व की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के समूह जी-20 के शिखर सम्मेलन से पहले जारी एक आकलन में यह बात कही है। आईएमएफ का अनुमान है कि 2014 में? वैश्विक वृद्धि में और तेजी आएगी।टिप्पणियां रपट में कहा गया कि अमेरिका निकट भविष्य में वैश्विक वृद्धि में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगा, क्योंकि वहां निजी मांग, आवास और श्रम बाजार सभी मजबूत हो रहे हैं। नरमी के दौर से उबर रही यूरोपीय और जापानी अर्थव्यवस्था भी उल्लेखनीय योगदान करेंगी। इससे पहले आईएमएफ ने इस साल जारी एक आकलन में कहा था कि चीन, भारत और ब्राजील जैसी अर्थव्यवस्थाएं इस साल वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं में प्रमुख भूमिका अदा करेंगी। मुद्राकोष ने विश्व की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के समूह जी-20 के शिखर सम्मेलन से पहले जारी एक आकलन में यह बात कही है। आईएमएफ का अनुमान है कि 2014 में? वैश्विक वृद्धि में और तेजी आएगी।टिप्पणियां रपट में कहा गया कि अमेरिका निकट भविष्य में वैश्विक वृद्धि में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगा, क्योंकि वहां निजी मांग, आवास और श्रम बाजार सभी मजबूत हो रहे हैं। नरमी के दौर से उबर रही यूरोपीय और जापानी अर्थव्यवस्था भी उल्लेखनीय योगदान करेंगी। इससे पहले आईएमएफ ने इस साल जारी एक आकलन में कहा था कि चीन, भारत और ब्राजील जैसी अर्थव्यवस्थाएं इस साल वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं में प्रमुख भूमिका अदा करेंगी। रपट में कहा गया कि अमेरिका निकट भविष्य में वैश्विक वृद्धि में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगा, क्योंकि वहां निजी मांग, आवास और श्रम बाजार सभी मजबूत हो रहे हैं। नरमी के दौर से उबर रही यूरोपीय और जापानी अर्थव्यवस्था भी उल्लेखनीय योगदान करेंगी। इससे पहले आईएमएफ ने इस साल जारी एक आकलन में कहा था कि चीन, भारत और ब्राजील जैसी अर्थव्यवस्थाएं इस साल वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं में प्रमुख भूमिका अदा करेंगी। इससे पहले आईएमएफ ने इस साल जारी एक आकलन में कहा था कि चीन, भारत और ब्राजील जैसी अर्थव्यवस्थाएं इस साल वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं में प्रमुख भूमिका अदा करेंगी।
आज 84 साल की हुई वायुसेना : ग़ाज़ियाबाद के हिंडन एयरबेस पर वायुसेना ने दिखाई ताक़त
आज वायुसेना दिवस है. भारतीय वायुसेना 84 साल की हुई गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस पर परेड का कार्यक्रम आकर्षण का केन्द्र पहली बार इसमें हिस्सा लेने वाले देश में बने तेजस
आज वायुसेना दिवस है. भारतीय वायुसेना 84 साल की हो गई. इस मौके पर गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस पर वायुसेना की शक्ति की झलक दिखाई. वायुसेना प्रमुख एयरचीफ मार्शल अरुप राहा ने कहा कि देश की सेनाएं सीधे युद्ध के साथ साथ अपारंपरिक हमलों और आतंकी खतरों से निपटने के लिए भी पूरी तरह तैयार हैं. वायुसेना की 84वीं सालगिरह के अवसर पर वायुसेना प्रमुख ने कहा कि हम किसी भी चुनौती का सामने करने के लिए तैयार हैं.टिप्पणियां इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत देश के राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने शुभकामनाएं दीं. पीएम मोदी ने वायुसैनिकों और उनके परिवारों को सैल्यूट किया और देश की सुरक्षा के लिए शुक्रिया अदा किया. उन्होंने कहा- आपके साहस ने देश का सर ऊंचा किया है.   Saluting all air warriors & their families on Air Force Day. Thank you for protecting our skies. Your courage makes India proud. pic.twitter.com/bCusPOV1nf — Narendra Modi (@narendramodi) October 8, 2016वहीं राष्ट्रपति मुखर्जी ने भी ट्वीट कर इंडियन एयरफोर्स द्वारा देश के आकाश को सुरक्षा प्रदान कर के लिए, मानवीय सेवा और आपदा के समय राहत कार्यों के लिए भूरि भूरि प्रशंसा की.   IAF has achieved distinction in defending our skies and delivering vital humanitarian aid and disaster relief #PresidentMukherjee — President of India (@RashtrapatiBhvn) October 8, 2016 वायुसेना दिवस के मौके पर हिडन एयरबेस में पहली बार देश में बने तेजस लड़ाकू विमान की हैरतअंगेज कारनामे से लोग हैरान रह गए. एक साथ कई सारी जिम्मेदारी निभाने में सक्षम तेजस लगभग 50 हज़ार फीट तक उड़ान भर सकता है. वही सुखोई ने एक बार फिर से दिखाया क्यों उसे एशिया का शेर कहा जाता है. साथ में मिग-29 , मिग-21 बाइस  , जैगुआर, मिराज लड़ाकू विमानों ने अपना दमखम दिखाया. वही दुनिया की इकलौती आसमान में करतब दिखाने वाली हेलीकाप्टर सारंग की टीम ने भी खूब तालियां बटोरीं. Air Force Day being celebrated at Hindon Air base in Ghaziabad. pic.twitter.com/Xnr16dS7AS — ANI (@ANI_news) October 8, 2016 उधर ब्रिटिश एयरफोर्स की  दुनिया भर में प्रसिद्ध रेड ऐरो एरोबेटिक टीम ने भी आसमान में अपना जलवा बिखेरा. इस समारोह में नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा, थल सेना प्रमुख जनरल दलबीर सिंह और भारत रत्न सचिन तेंदुलकर भी मौजूद थे. हिंडन में छह हजार फीट की ऊंचाई से अकाश गंगा की टीम ने पैरा जंपिग की. देश में आतंकी हमलों की आशंकाओं के बीच अब तक अजेय वायुसेना ने यह यकीन दिलाया कि देश उसके हाथों में महफूज़ है और अगर दुश्मन ने सर उठाया तो वायुसेना उसे कुचल कर रख देगी. googletag.cmd.push(function() { googletag.display('adslotNativeVideo'); }); इस मौके पर आर्मी चीफ दलबीर सिंह और सचिन तेंदुलकर भी मौजूद थे.   Army Chief Dalbir Singh and Sachin Tendulkar at the Air Force Day celebrations at Hindon Air base in Ghaziabad pic.twitter.com/kLtEmrLjOu — ANI (@ANI_news) October 8, 2016 सीमा पर लगातार जारी तनाव के बीच वायुसेना प्रमुख ने ये भी कहा कि आतंक के मामले में हम मुश्किल दौर से गुज़र रहे हैं. पठानकोट और उरी में हुए हमले इसके सबूत हैं, लेकिन हमारी सेना हर चुनौती से निपटने के लिए तैयार हैं. हालांकि सर्जिकल स्ट्राइक पर सेना को लेकर हो रहे राजनीति पर वायुसेना प्रमुख ने कुछ भी कहने से साफ़ इनकार कर दिया. फिर जोर दिये जाने पर उनका जबाब था कि मेरा मानना है की सशस्त्र सेनाओं का काम, काम करना है, ना कि इस बारे में बातें करना, हम सिर्फ अपना काम करते रहेंगे.   Ghaziabad (UP): Para jumps being carried out at Hindon Air base on Air Force Day. pic.twitter.com/kNN5fudiQ2 — ANI (@ANI_news) October 8, 2016 ब्रिटि‍श रॉयल एयरफोर्स की रेड ऐरो एरोबेटिक टीम आसमान में अपना जलवा दिखाया. परेड और फ्लाई पास्ट सुबह आठ बजे शुरू हुआ था.   इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत देश के राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने शुभकामनाएं दीं. पीएम मोदी ने वायुसैनिकों और उनके परिवारों को सैल्यूट किया और देश की सुरक्षा के लिए शुक्रिया अदा किया. उन्होंने कहा- आपके साहस ने देश का सर ऊंचा किया है.   Saluting all air warriors & their families on Air Force Day. Thank you for protecting our skies. Your courage makes India proud. pic.twitter.com/bCusPOV1nf — Narendra Modi (@narendramodi) October 8, 2016वहीं राष्ट्रपति मुखर्जी ने भी ट्वीट कर इंडियन एयरफोर्स द्वारा देश के आकाश को सुरक्षा प्रदान कर के लिए, मानवीय सेवा और आपदा के समय राहत कार्यों के लिए भूरि भूरि प्रशंसा की.   IAF has achieved distinction in defending our skies and delivering vital humanitarian aid and disaster relief #PresidentMukherjee — President of India (@RashtrapatiBhvn) October 8, 2016 वायुसेना दिवस के मौके पर हिडन एयरबेस में पहली बार देश में बने तेजस लड़ाकू विमान की हैरतअंगेज कारनामे से लोग हैरान रह गए. एक साथ कई सारी जिम्मेदारी निभाने में सक्षम तेजस लगभग 50 हज़ार फीट तक उड़ान भर सकता है. वही सुखोई ने एक बार फिर से दिखाया क्यों उसे एशिया का शेर कहा जाता है. साथ में मिग-29 , मिग-21 बाइस  , जैगुआर, मिराज लड़ाकू विमानों ने अपना दमखम दिखाया. वही दुनिया की इकलौती आसमान में करतब दिखाने वाली हेलीकाप्टर सारंग की टीम ने भी खूब तालियां बटोरीं. Air Force Day being celebrated at Hindon Air base in Ghaziabad. pic.twitter.com/Xnr16dS7AS — ANI (@ANI_news) October 8, 2016 उधर ब्रिटिश एयरफोर्स की  दुनिया भर में प्रसिद्ध रेड ऐरो एरोबेटिक टीम ने भी आसमान में अपना जलवा बिखेरा. इस समारोह में नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा, थल सेना प्रमुख जनरल दलबीर सिंह और भारत रत्न सचिन तेंदुलकर भी मौजूद थे. हिंडन में छह हजार फीट की ऊंचाई से अकाश गंगा की टीम ने पैरा जंपिग की. देश में आतंकी हमलों की आशंकाओं के बीच अब तक अजेय वायुसेना ने यह यकीन दिलाया कि देश उसके हाथों में महफूज़ है और अगर दुश्मन ने सर उठाया तो वायुसेना उसे कुचल कर रख देगी. googletag.cmd.push(function() { googletag.display('adslotNativeVideo'); }); इस मौके पर आर्मी चीफ दलबीर सिंह और सचिन तेंदुलकर भी मौजूद थे.   Army Chief Dalbir Singh and Sachin Tendulkar at the Air Force Day celebrations at Hindon Air base in Ghaziabad pic.twitter.com/kLtEmrLjOu — ANI (@ANI_news) October 8, 2016 सीमा पर लगातार जारी तनाव के बीच वायुसेना प्रमुख ने ये भी कहा कि आतंक के मामले में हम मुश्किल दौर से गुज़र रहे हैं. पठानकोट और उरी में हुए हमले इसके सबूत हैं, लेकिन हमारी सेना हर चुनौती से निपटने के लिए तैयार हैं. हालांकि सर्जिकल स्ट्राइक पर सेना को लेकर हो रहे राजनीति पर वायुसेना प्रमुख ने कुछ भी कहने से साफ़ इनकार कर दिया. फिर जोर दिये जाने पर उनका जबाब था कि मेरा मानना है की सशस्त्र सेनाओं का काम, काम करना है, ना कि इस बारे में बातें करना, हम सिर्फ अपना काम करते रहेंगे.   Ghaziabad (UP): Para jumps being carried out at Hindon Air base on Air Force Day. pic.twitter.com/kNN5fudiQ2 — ANI (@ANI_news) October 8, 2016 ब्रिटि‍श रॉयल एयरफोर्स की रेड ऐरो एरोबेटिक टीम आसमान में अपना जलवा दिखाया. परेड और फ्लाई पास्ट सुबह आठ बजे शुरू हुआ था.   Saluting all air warriors & their families on Air Force Day. Thank you for protecting our skies. Your courage makes India proud. pic.twitter.com/bCusPOV1nf IAF has achieved distinction in defending our skies and delivering vital humanitarian aid and disaster relief #PresidentMukherjee Air Force Day being celebrated at Hindon Air base in Ghaziabad. pic.twitter.com/Xnr16dS7AS इस मौके पर आर्मी चीफ दलबीर सिंह और सचिन तेंदुलकर भी मौजूद थे.   Army Chief Dalbir Singh and Sachin Tendulkar at the Air Force Day celebrations at Hindon Air base in Ghaziabad pic.twitter.com/kLtEmrLjOu — ANI (@ANI_news) October 8, 2016 सीमा पर लगातार जारी तनाव के बीच वायुसेना प्रमुख ने ये भी कहा कि आतंक के मामले में हम मुश्किल दौर से गुज़र रहे हैं. पठानकोट और उरी में हुए हमले इसके सबूत हैं, लेकिन हमारी सेना हर चुनौती से निपटने के लिए तैयार हैं. हालांकि सर्जिकल स्ट्राइक पर सेना को लेकर हो रहे राजनीति पर वायुसेना प्रमुख ने कुछ भी कहने से साफ़ इनकार कर दिया. फिर जोर दिये जाने पर उनका जबाब था कि मेरा मानना है की सशस्त्र सेनाओं का काम, काम करना है, ना कि इस बारे में बातें करना, हम सिर्फ अपना काम करते रहेंगे.   Ghaziabad (UP): Para jumps being carried out at Hindon Air base on Air Force Day. pic.twitter.com/kNN5fudiQ2 — ANI (@ANI_news) October 8, 2016 ब्रिटि‍श रॉयल एयरफोर्स की रेड ऐरो एरोबेटिक टीम आसमान में अपना जलवा दिखाया. परेड और फ्लाई पास्ट सुबह आठ बजे शुरू हुआ था.   Army Chief Dalbir Singh and Sachin Tendulkar at the Air Force Day celebrations at Hindon Air base in Ghaziabad pic.twitter.com/kLtEmrLjOu Ghaziabad (UP): Para jumps being carried out at Hindon Air base on Air Force Day. pic.twitter.com/kNN5fudiQ2
इमरान हाशमी के लिए 'सीरियल किसर’ की छवि बनी समस्या...
साल 2004 में आई फिल्म मर्डर से पड़ी 'सीरियल किसर' की छाप पारिवारिक फिल्म कहने पर विश्वास नहीं कर पाते लोग इमरान के मुताबिक सभी भूमिकाओं ने दर्शकों के दिलों में जगह बनाई
अभिनेता इमरान हाशमी की एक ‘‘सीरियल किसर’’ की छवि बने कई वर्ष बीत गए हैं, लेकिन उनका कहना है कि अभी भी दर्शक उन्हें इस छवि से अलग नहीं कर पाते हैं. इमरान की यह छवि 2004 में आई फिल्म ‘‘मर्डर’’ से बनी थी. इमरान हाशमी ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘मैं उस छवि (सीरियल किसर) से दूर नहीं भाग रहा हूं लेकिन दर्शक मुझे इससे अलग करके नहीं देख पा रहे हैं. वे इस बात पर विश्वास नहीं कर पाते जब हम कहते हैं कि यह मेरी एक पारिवारिक फिल्म है. यह निश्चित तौर पर एक समस्या है.’’ उन्होंने कहा ‘‘सीरियल किसर की छवि बनने के बाद आप विभिन्न किरदारों के साथ प्रयोग करते हैं लेकिन कुछ ऐसी चीज होती है जिसके लिए लोग आपको प्यार करते हैं.’’टिप्पणियां इमरान का मानना है कि उन्होंने जितनी भी भूमिकाएं निभाई हैं उन्होंने दर्शकों के दिलों में उनके लिए जगह बनाई है. वह इस तथ्य से अवगत हैं कि उनकी फिल्मों के किसिंग दृश्य के बारे में अधिक बातें की जाती है. इमरान का यह भी मानना है कि जब उनकी फिल्म में किसिंग दृश्य नहीं होता तब भी लोग बातें करते हैं. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) इमरान हाशमी ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘मैं उस छवि (सीरियल किसर) से दूर नहीं भाग रहा हूं लेकिन दर्शक मुझे इससे अलग करके नहीं देख पा रहे हैं. वे इस बात पर विश्वास नहीं कर पाते जब हम कहते हैं कि यह मेरी एक पारिवारिक फिल्म है. यह निश्चित तौर पर एक समस्या है.’’ उन्होंने कहा ‘‘सीरियल किसर की छवि बनने के बाद आप विभिन्न किरदारों के साथ प्रयोग करते हैं लेकिन कुछ ऐसी चीज होती है जिसके लिए लोग आपको प्यार करते हैं.’’टिप्पणियां इमरान का मानना है कि उन्होंने जितनी भी भूमिकाएं निभाई हैं उन्होंने दर्शकों के दिलों में उनके लिए जगह बनाई है. वह इस तथ्य से अवगत हैं कि उनकी फिल्मों के किसिंग दृश्य के बारे में अधिक बातें की जाती है. इमरान का यह भी मानना है कि जब उनकी फिल्म में किसिंग दृश्य नहीं होता तब भी लोग बातें करते हैं. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) इमरान का मानना है कि उन्होंने जितनी भी भूमिकाएं निभाई हैं उन्होंने दर्शकों के दिलों में उनके लिए जगह बनाई है. वह इस तथ्य से अवगत हैं कि उनकी फिल्मों के किसिंग दृश्य के बारे में अधिक बातें की जाती है. इमरान का यह भी मानना है कि जब उनकी फिल्म में किसिंग दृश्य नहीं होता तब भी लोग बातें करते हैं. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
टीम में जगह पाकर बेहद उत्साहित हैं कोहली
कोहली ने कहा है कि टीम इंडिया के लिए विश्व कप में खेलना उनके लिए सपने के सच होने जैसा है और वह इस टीम का हिस्सा बनकर उत्साहित हैं।
भारत की एकदिवसीय क्रिकेट टीम में अपनी जगह पक्की कर चुके दिल्ली के बल्लेबाज विराट कोहली ने कहा है कि टीम इंडिया के लिए विश्व कप में खेलना उनके लिए सपने के सच होने जैसा है और वह इस टीम का हिस्सा बनकर बेहद उत्साहित हैं। अंडर-19 टीम के तौर पर भारत को विश्व कप में जीत दिला चुके कोहली ने 'आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड रेडियो शो' में कहा कि वह 19 फरवरी से शुरू हो रहे विश्व कप में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए पूरी तरह एकाग्रचित हैं। कोहली के मताबिक भारत को जूनियर विश्व कप दिलाने के बाद से विश्व कप में हिस्सा लेना उनका सपना था। कोहली ने कहा, "अंडर-19 विश्व कप जीतने के बाद टीम इंडिया के साथ विश्व कप खेलना मेरा सपना था। आज वह पल आ गया है। मैं बहुत उत्सुक और रोमांचित हूं। मेरे लिए यह बहुत बड़ा आयोजन है। इसमें खेलते हुए मैं क्रिकेट की मूलभूत बातों पर ध्यान दूंगा। कुछ अलग करना घातक हो सकता है। मैं अपने देश के लिए श्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए पूरी तरह एकाग्रचित हूं।" कोहली ने कहा कि उन्हें इस बात की खुशी है कि 19 फरवरी से पूरी दुनिया उन्हें मैदान में खेलती देख रही होगी। बकौल कोहली, "विश्व कप पूरी दुनिया में देखा जाता है। इसमें खेलकर मैं दुनिया भर में शोहरत कमा सकता हूं। दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों के खिलाफ खेलना अनूठा अनुभव है। मैं चाहूंगा कि हमारी टीम विश्व कप जीते क्योंकि इससे मेरे जैसे खिलाड़ियों को नया बल मिलेगा।"
पाकिस्तान चुनाव आयोग ने मतदान का समय एक घंटा बढ़ाया
पाकिस्तान के ऐतिहासिक चुनाव में मतदान के लिए उमड़ी भीड़ को देखते हुए चुनाव आयोग ने मतदान का समय एक घंटा बढ़ा दिया।
पाकिस्तान के ऐतिहासिक चुनाव में मतदान के लिए उमड़ी भीड़ को देखते हुए चुनाव आयोग ने मतदान का समय एक घंटा बढ़ा दिया। स्थानीय समयानुसार मतदान शाम पांच बजे ही समाप्त हो जाना था, लेकिन मतदाता उसके बाद भी मतदान केन्द्रों पर आते रहे। इसे देखते हुए चुनाव आयोग ने मतदान की समयसीमा में एक घंटे का विस्तार कर उसे शाम छह बजे तक कर दिया। कराची के कुछ मतदान केन्द्रों पर चुनाव स्थानीय समयानुसार शाम सात बजे (भारतीय समयानुसार शाम साढ़े सात बजे) तक चला क्योंकि वहां गड़बड़ियों के कारण मतदान बाधित रहा। चुनाव अधिकारियों का कहना है कि इस बार 60 प्रतिशत मतदान होने की संभावना है।टिप्पणियां पाकिस्तान में 8.6 करोड़ से अधिक पंजीकृत मतदाता हैं। पाकिस्तान में चुनाव का इतिहास देखें तो अमूमन मतदान का प्रतिशत कम ही रहता है। पिछली बार वर्ष 2008 में हुए चुनाव में महज 44 प्रतिशत मतदान हुआ था। संसदीय चुनाव के लिए कुल 4,670 उम्मीदवार हैं, जबकि चार प्रांतों की एसेंबलियों में करीब 11,000 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। स्थानीय समयानुसार मतदान शाम पांच बजे ही समाप्त हो जाना था, लेकिन मतदाता उसके बाद भी मतदान केन्द्रों पर आते रहे। इसे देखते हुए चुनाव आयोग ने मतदान की समयसीमा में एक घंटे का विस्तार कर उसे शाम छह बजे तक कर दिया। कराची के कुछ मतदान केन्द्रों पर चुनाव स्थानीय समयानुसार शाम सात बजे (भारतीय समयानुसार शाम साढ़े सात बजे) तक चला क्योंकि वहां गड़बड़ियों के कारण मतदान बाधित रहा। चुनाव अधिकारियों का कहना है कि इस बार 60 प्रतिशत मतदान होने की संभावना है।टिप्पणियां पाकिस्तान में 8.6 करोड़ से अधिक पंजीकृत मतदाता हैं। पाकिस्तान में चुनाव का इतिहास देखें तो अमूमन मतदान का प्रतिशत कम ही रहता है। पिछली बार वर्ष 2008 में हुए चुनाव में महज 44 प्रतिशत मतदान हुआ था। संसदीय चुनाव के लिए कुल 4,670 उम्मीदवार हैं, जबकि चार प्रांतों की एसेंबलियों में करीब 11,000 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। कराची के कुछ मतदान केन्द्रों पर चुनाव स्थानीय समयानुसार शाम सात बजे (भारतीय समयानुसार शाम साढ़े सात बजे) तक चला क्योंकि वहां गड़बड़ियों के कारण मतदान बाधित रहा। चुनाव अधिकारियों का कहना है कि इस बार 60 प्रतिशत मतदान होने की संभावना है।टिप्पणियां पाकिस्तान में 8.6 करोड़ से अधिक पंजीकृत मतदाता हैं। पाकिस्तान में चुनाव का इतिहास देखें तो अमूमन मतदान का प्रतिशत कम ही रहता है। पिछली बार वर्ष 2008 में हुए चुनाव में महज 44 प्रतिशत मतदान हुआ था। संसदीय चुनाव के लिए कुल 4,670 उम्मीदवार हैं, जबकि चार प्रांतों की एसेंबलियों में करीब 11,000 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। पाकिस्तान में 8.6 करोड़ से अधिक पंजीकृत मतदाता हैं। पाकिस्तान में चुनाव का इतिहास देखें तो अमूमन मतदान का प्रतिशत कम ही रहता है। पिछली बार वर्ष 2008 में हुए चुनाव में महज 44 प्रतिशत मतदान हुआ था। संसदीय चुनाव के लिए कुल 4,670 उम्मीदवार हैं, जबकि चार प्रांतों की एसेंबलियों में करीब 11,000 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। संसदीय चुनाव के लिए कुल 4,670 उम्मीदवार हैं, जबकि चार प्रांतों की एसेंबलियों में करीब 11,000 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।
तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार को विधानसभा में दिए गए बयान को चुनौती दी
औरंगाबाद में लगातार दूसरे दिन आगज़नी गोलीबारी हुई है. कर्फ़्यू लगा दिया गया तेजस्वी ने किया दावा.
बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने बुधवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को चुनौती देते हुए कहा कि देखिए, कैसे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अफ़वाह मियाँ और झूठों के सरताज सुशील मोदी के कहने से सरेआम सदन को कर्फ़्यू पर गुमराह कर रहे हैं?टिप्पणियां सदन में गृह विभाग की माँग पर सरकार का उत्तर चल रहा था. मुझे सूचना मिली कि औरंगाबाद में लगातार दूसरे दिन उपद्रवी आगज़नी कर 50 दुकानें जला चुके हैं. गोलीबारी हुई है. कर्फ़्यू लगा दिया गया है. इसी बीच सीएम नीतीश कुमार खड़े होकर झुँझलाहट में मेरी पुख़्ता सूचना को ही अफ़वाह बताने लगे. मैंने सदन को सूचित किया, कर्फ़्यू लगा है और गोलीबारी हुई है, लेकिन सुशील मोदी ने सीएम को गुमराह किया और सीएम ने तुरंत कहा, कर्फ़्यू नहीं लगा और कोई गोलीबारी नहीं हुई. क्या प्रदेश के सीएम इतनी गंभीर घटना को भी मॉनिटर नहीं करते और ऊपर से सदन में झूठ बोल माननीय सदस्यों को गुमराह करते हैं. सदन में गृह विभाग की माँग पर सरकार का उत्तर चल रहा था. मुझे सूचना मिली कि औरंगाबाद में लगातार दूसरे दिन उपद्रवी आगज़नी कर 50 दुकानें जला चुके हैं. गोलीबारी हुई है. कर्फ़्यू लगा दिया गया है. इसी बीच सीएम नीतीश कुमार खड़े होकर झुँझलाहट में मेरी पुख़्ता सूचना को ही अफ़वाह बताने लगे. मैंने सदन को सूचित किया, कर्फ़्यू लगा है और गोलीबारी हुई है, लेकिन सुशील मोदी ने सीएम को गुमराह किया और सीएम ने तुरंत कहा, कर्फ़्यू नहीं लगा और कोई गोलीबारी नहीं हुई. क्या प्रदेश के सीएम इतनी गंभीर घटना को भी मॉनिटर नहीं करते और ऊपर से सदन में झूठ बोल माननीय सदस्यों को गुमराह करते हैं. मैंने सदन को सूचित किया, कर्फ़्यू लगा है और गोलीबारी हुई है, लेकिन सुशील मोदी ने सीएम को गुमराह किया और सीएम ने तुरंत कहा, कर्फ़्यू नहीं लगा और कोई गोलीबारी नहीं हुई. क्या प्रदेश के सीएम इतनी गंभीर घटना को भी मॉनिटर नहीं करते और ऊपर से सदन में झूठ बोल माननीय सदस्यों को गुमराह करते हैं.
शाहरुख की बेटी सुहाना खान ने पहली फिल्म के टीजर से चौंकाया, Video के आते ही इंटरनेट पर मची सनसनी
शाहरुख की बेटी सुहाना खान ने पहली फिल्म के टीजर से चौंकाया वीडियो के आते ही इंटरनेट पर मची सनसनी खूब वायरल हो रहा है टीजर
बॉलीवुड के बादशाह शाहरुख खान (Shah Rukh Khan) की बेटी सुहाना खान (Suhana Khan) की पहली फिल्म 'द ग्रे पार्ट ऑफ ब्लू (The Grey Part Of Blue)' का टीजर रिलीज हो गया है. इस फिल्म के टीजर ने रिलीज होते ही धमाल मचा दिया है. सुहाना खान  (Suhana Khan First Film) ने अपने इंस्टाग्राम पर इस फिल्म की टीजर को शेयर किया है. सुहाना खान की फिल्म के टीजर को लोग खूब पसंद कर रहे हैं. हालांकि, 'द ग्रे पार्ट ऑफ ब्लू एक शॉर्ट फिल्म है. लेकिन इसका क्रेज दर्शकों पर देखने को मिल रहा है. A post shared by Suhana (@suhanakhan143) on Sep 28, 2019 at 7:10pm PDT सुहाना खान (Suhana Khan) अपनी क्लास द्वारा बनाई जा रही शॉर्ट फिल्म, 'द ग्रे पार्ट ऑफ ब्लू (The Grey Part Of Blue)' में लीड किरदार निभाती नजर आएंगी. उनकी इस फिल्म का पोस्टर उनके क्लासमेट थ्योडोर जिमीनो ने अपने इंस्टाग्राम एकाउंट से शेयर किया था. सुहाना की डेब्यू फिल्म के पोस्टर को लेकर फैन्स में काफी उत्साह है. सुहाना खान अपने पापा की तरह ही एक्टिंग करियर में नाम कमाना चाहती हैं. इसका खुलासा खुद उनके पिता शाहरुख खान ने एक इंटरव्यू में किया था.  बता दें कि शाहरुख खान (Shah Rukh Khan) की बेटी सुहाना खान (Suhana Khan) ने इसी साल अपनी ग्रेजुएशन पूरी की है. लेकिन वह अपनी आगे की पढ़ाई पूरी करने के लिए इन दिनों न्यूयॉर्क में रह रही हैं. दूसरे स्टार किड्स की तरह वह भी बॉलीवुड फिल्मों में अपना कदम रखना चाहती हैं, लेकिन उनके पिता शाहरुख खान ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा था कि वह अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद ही एक्टिंग की दुनिया में कदम रखेंगी. इन सबके अलावा सुहाना खान अपनी ड्रेसिंग सेंस और स्टाइल के वजह से भी खूब चर्चा में रहती हैं.
तहसीन पूनावाला से इस शख्स ने पूछा ऐसा सवाल, बिग बॉस के एक्स कंटेस्टेंट ने दे डाली पीएम नरेंद्र मोदी की मिसाल
तहसीन पूनावाला का ट्वीट हुआ वायरल ट्रोलर को दिया करारा जवाब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है ट्वीट
बिग बॉस 13 (Bigg Boss) में नजर आ चुके लेखक तहसीन पूनावाला (Tehseen Poonawalla) अक्सर अपने ट्वीट को लेकर सुर्खियों में रहते हैं. हाल ही में तहसीन पूनावाला ने बिग बॉस (Bigg Boss) जीतने को लेकर एक ट्वीट किया है, जिसमें उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की मिसाल भी दे डाली है. दरअसल, एक शख्स ने तहसीन पूनावाला का मजाक उड़ते हुए अपने ट्विटर हैंडल से लिखा, 'आप आउट हो गए, उधर भी कांग्रेसी को वोट नहीं मिले.' ट्रोलर के इस रिएक्शन पर तहसीन पूनावाला (Tehseen Poonawalla) ने भी जबरदस्त रिएक्शन दिया.  Yes.. I had promised I would win. I learnt from hon @narendramodi ji, that there is no issues in giving bull shit to the people, only the vision must be BIG not the execution!! https://t.co/TRjYVhjmSx तहसीन पूनावाला (Tehseen Poonawalla) ने ट्रोलर को जवाब देते हुए लिखा, 'हां, मैंने प्रॉमिस किया था कि मैं जीत जाऊंगा. मैंने नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) जी से सीखा है कि लोगों की बातों पर ध्यान देने की कोई जरूरत नहीं है. केवल आपका नजरिया बड़ा होना चाहिए उसका क्रियान्वयन नहीं.'  अपने इस ट्वीट से तहसीन पूनावाला ने नरेंद्र मोदी पर बीजेपी (BJP) पर निशाना साधा है, साथ ही उनके कार्यों पर सवाल भी उठाया है.  तहसीना पूनावाला (Tehseen Poonawalla) के इस ट्वीट पर लोग खूब अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं. वहीं, बिग बॉस (Bigg Boss) की बात करें, तो वाइल्ड कार्ड कंटेस्टेंट्स ने घर में एंट्री ले ली है. विशाल आदित्य सिंह (Vishal Aditya Singh) और आरती सिंह की नई जोड़ी जहां सुर्खियों में है, वहीं बिग बॉस 13 (Bigg Boss 13) के दो पक्के दोस्त आसिम रियाज (Asim Riaz) और सिद्धार्थ शुक्ला (Siddharth Shukla) के बीच अब दरार आ रही है.
अनोखे प्रत्याशी-निराले समर्थक : पोस्टर न सही, चुनाव प्रचार के लिए पीठ तो है...
पीठ पर गोदना गोदवाकर चुनाव प्रचार प्रचार के लिए प्रत्याशियों का ढोल के साथ डांस लंबी मूंछों के सहारे चुनावी नैया पार करने की जुगत
उत्तर प्रदेश का चुनाव अब अपने पूरे शबाब पर है. लोकतंत्र के इस उत्सव में चुनाव के तरह-तरह के रंग देखने को मिल रहे हैं.  अब पहले की तरह बैनर पोस्टर और बिल्ले चुनाव अचार संहिता की वजह से नहीं हैं. इन स्थितियों में लोग अपनी पीठ पर ही अपने नेता और पार्टी के चुनाव निशान जहां गोदने से गोदवा ले रहे हैं तो वहीं कई प्रत्याशी ढोल बजाकर नाचते आ रहे हैं. कोई रिक्शा चलाकर इस पर्व में शिरकत करने के लिए आ रहा है.   प्रत्याशियों के साथ-साथ अलग-अलग पार्टियों के समर्थक भी अलग-अलग रंग में हैं. माथे पर मोरपंख की टोपी उस पर लालू यादव का चुनाव निशान लालटेन और गले में कांग्रेसी दुपट्टा डाले यह समर्थक सपा-कांग्रेस गठबंधन में लालू की उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं. इससे इतर एकदम निराले अंदाज में विनोद जायसवाल की पीठ पर बने समाजवादी पार्टी के प्रचार पोस्टर को देखकर आप दंग रह जाएंगे. इस पोस्टर में अखिलेश यादव, डिम्पल यादव, मुलायम सिंह और उनकी पार्टी का चुनाव निशान है और यह सब उन्होंने हमेशा के लिए गोदने से गोदवा लिया है. दोनों  हांथ पर भी वैसे ही निशान लिए वे हर सुबह समाजवादी पार्टी का प्रचार करने निकल पड़ते हैं और अपने पीठ पोस्टर से लोगों को रूबरू कराते हैं.  विनोद  कहते हैं ''अचार संहिता का उल्लंघन नहीं करना है, अचार संहिता का अपमान नहीं करना है. पोस्टर तो कहीं लगना नहीं है और भैया ने कहा कि कोई भी ऐसा न करे. जो हमारे को बोले तो हमने अपने शरीर को ही न्यौछावर कर दिया.''   विनोद की तरह ही एक दूसरे विनोद भी हैं पर वे समर्थक नहीं प्रत्याशी हैं जो गले में माला पहनकर और ढोलक बजाकर नाचते हुए पहुंचे. उनके साथ नाच रही महिला भी शिवपुर विधानसभा सीट से नामांकन करने आई हैं. यह दोनों प्रत्याशी 2013 में बनी नव जनक्रांति पार्टी से उम्मीदवारी जता रहे हैं.  इसमें विनोद थाप दे रहे हैं तो उनकी सहयोगी प्रत्याशी सरिता ठुमका लगा रही हैं. विनोद कहते हैं कि "ढोल बजाकर हम जनता को उजागर करना चाहते हैं. उनको ढोल से जगाकर कहेंगे कि क्या विकास चाहते हैं... बताइए. जनता को ढोल नगाड़े से जगाते रहेंगे और विकास करेंगे.   वाराणसी में नामांकन करने पहुंचे विनोद ऐसे अकेले नहीं हैं.  नेता की तरह पैजामा-कुर्ता गले में माला डालकर रिक्शा चला रहे बुधु राम भी नामांकन करने आए हैं.  बुधु रिक्शा चालक हैं.  रिक्शा चालकों की समस्या कोई नहीं सुनता, लिहाजा चुनाव लड़ने का मन बनाया और अपने रिक्शा चालक साथियों को अपने रिक्शे पर बैठाकर पहुंच गए नामांकन करने. इनके साथियों में जोश दिखाई पड़ता है. टिप्पणियां लोकतंत्र के इस पर्व में एक जोश राका का भी है जिन्हें अपनी मूंछ पर नाज है.  वे अपनी लंबी मूंछ के सहारे ही चुनाव मैदान में हैं और जितनी लंबी उनकी मूंछ है उतनी ही लंबी उनकी अपने लिए वोट मांगने की दलील है. राका कहते हैं कि ''जहां ताका वहां है राका, हर जगह है चर्चा और पिंडरा विधानसभा से हम भरत हैं पर्चा, जनता हमें देत हौ खर्चा और दलालन की आखन में मरचा ( पैच ). हमारे साथ है पूरी जनता. जमीनी सोच है और बड़ी-बड़ी मूंछ है. कोई प्रत्याशी के पास न ऐसी सोच है, न जोश, न मूंछ है. जनता बेहोश है. तब सब कहत हैं कि जहां काटा वहीं राका.'' इसे ही देखकर कहा जाता है कि लोकतंत्र में चुनाव एक उत्सव है, पर्व है और यह सारी गतिविधियां उसमें निराले रंग भरती हैं. प्रत्याशियों के साथ-साथ अलग-अलग पार्टियों के समर्थक भी अलग-अलग रंग में हैं. माथे पर मोरपंख की टोपी उस पर लालू यादव का चुनाव निशान लालटेन और गले में कांग्रेसी दुपट्टा डाले यह समर्थक सपा-कांग्रेस गठबंधन में लालू की उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं. इससे इतर एकदम निराले अंदाज में विनोद जायसवाल की पीठ पर बने समाजवादी पार्टी के प्रचार पोस्टर को देखकर आप दंग रह जाएंगे. इस पोस्टर में अखिलेश यादव, डिम्पल यादव, मुलायम सिंह और उनकी पार्टी का चुनाव निशान है और यह सब उन्होंने हमेशा के लिए गोदने से गोदवा लिया है. दोनों  हांथ पर भी वैसे ही निशान लिए वे हर सुबह समाजवादी पार्टी का प्रचार करने निकल पड़ते हैं और अपने पीठ पोस्टर से लोगों को रूबरू कराते हैं.  विनोद  कहते हैं ''अचार संहिता का उल्लंघन नहीं करना है, अचार संहिता का अपमान नहीं करना है. पोस्टर तो कहीं लगना नहीं है और भैया ने कहा कि कोई भी ऐसा न करे. जो हमारे को बोले तो हमने अपने शरीर को ही न्यौछावर कर दिया.''   विनोद की तरह ही एक दूसरे विनोद भी हैं पर वे समर्थक नहीं प्रत्याशी हैं जो गले में माला पहनकर और ढोलक बजाकर नाचते हुए पहुंचे. उनके साथ नाच रही महिला भी शिवपुर विधानसभा सीट से नामांकन करने आई हैं. यह दोनों प्रत्याशी 2013 में बनी नव जनक्रांति पार्टी से उम्मीदवारी जता रहे हैं.  इसमें विनोद थाप दे रहे हैं तो उनकी सहयोगी प्रत्याशी सरिता ठुमका लगा रही हैं. विनोद कहते हैं कि "ढोल बजाकर हम जनता को उजागर करना चाहते हैं. उनको ढोल से जगाकर कहेंगे कि क्या विकास चाहते हैं... बताइए. जनता को ढोल नगाड़े से जगाते रहेंगे और विकास करेंगे.   वाराणसी में नामांकन करने पहुंचे विनोद ऐसे अकेले नहीं हैं.  नेता की तरह पैजामा-कुर्ता गले में माला डालकर रिक्शा चला रहे बुधु राम भी नामांकन करने आए हैं.  बुधु रिक्शा चालक हैं.  रिक्शा चालकों की समस्या कोई नहीं सुनता, लिहाजा चुनाव लड़ने का मन बनाया और अपने रिक्शा चालक साथियों को अपने रिक्शे पर बैठाकर पहुंच गए नामांकन करने. इनके साथियों में जोश दिखाई पड़ता है. टिप्पणियां लोकतंत्र के इस पर्व में एक जोश राका का भी है जिन्हें अपनी मूंछ पर नाज है.  वे अपनी लंबी मूंछ के सहारे ही चुनाव मैदान में हैं और जितनी लंबी उनकी मूंछ है उतनी ही लंबी उनकी अपने लिए वोट मांगने की दलील है. राका कहते हैं कि ''जहां ताका वहां है राका, हर जगह है चर्चा और पिंडरा विधानसभा से हम भरत हैं पर्चा, जनता हमें देत हौ खर्चा और दलालन की आखन में मरचा ( पैच ). हमारे साथ है पूरी जनता. जमीनी सोच है और बड़ी-बड़ी मूंछ है. कोई प्रत्याशी के पास न ऐसी सोच है, न जोश, न मूंछ है. जनता बेहोश है. तब सब कहत हैं कि जहां काटा वहीं राका.'' इसे ही देखकर कहा जाता है कि लोकतंत्र में चुनाव एक उत्सव है, पर्व है और यह सारी गतिविधियां उसमें निराले रंग भरती हैं. विनोद की तरह ही एक दूसरे विनोद भी हैं पर वे समर्थक नहीं प्रत्याशी हैं जो गले में माला पहनकर और ढोलक बजाकर नाचते हुए पहुंचे. उनके साथ नाच रही महिला भी शिवपुर विधानसभा सीट से नामांकन करने आई हैं. यह दोनों प्रत्याशी 2013 में बनी नव जनक्रांति पार्टी से उम्मीदवारी जता रहे हैं.  इसमें विनोद थाप दे रहे हैं तो उनकी सहयोगी प्रत्याशी सरिता ठुमका लगा रही हैं. विनोद कहते हैं कि "ढोल बजाकर हम जनता को उजागर करना चाहते हैं. उनको ढोल से जगाकर कहेंगे कि क्या विकास चाहते हैं... बताइए. जनता को ढोल नगाड़े से जगाते रहेंगे और विकास करेंगे.   वाराणसी में नामांकन करने पहुंचे विनोद ऐसे अकेले नहीं हैं.  नेता की तरह पैजामा-कुर्ता गले में माला डालकर रिक्शा चला रहे बुधु राम भी नामांकन करने आए हैं.  बुधु रिक्शा चालक हैं.  रिक्शा चालकों की समस्या कोई नहीं सुनता, लिहाजा चुनाव लड़ने का मन बनाया और अपने रिक्शा चालक साथियों को अपने रिक्शे पर बैठाकर पहुंच गए नामांकन करने. इनके साथियों में जोश दिखाई पड़ता है. टिप्पणियां लोकतंत्र के इस पर्व में एक जोश राका का भी है जिन्हें अपनी मूंछ पर नाज है.  वे अपनी लंबी मूंछ के सहारे ही चुनाव मैदान में हैं और जितनी लंबी उनकी मूंछ है उतनी ही लंबी उनकी अपने लिए वोट मांगने की दलील है. राका कहते हैं कि ''जहां ताका वहां है राका, हर जगह है चर्चा और पिंडरा विधानसभा से हम भरत हैं पर्चा, जनता हमें देत हौ खर्चा और दलालन की आखन में मरचा ( पैच ). हमारे साथ है पूरी जनता. जमीनी सोच है और बड़ी-बड़ी मूंछ है. कोई प्रत्याशी के पास न ऐसी सोच है, न जोश, न मूंछ है. जनता बेहोश है. तब सब कहत हैं कि जहां काटा वहीं राका.'' इसे ही देखकर कहा जाता है कि लोकतंत्र में चुनाव एक उत्सव है, पर्व है और यह सारी गतिविधियां उसमें निराले रंग भरती हैं. लोकतंत्र के इस पर्व में एक जोश राका का भी है जिन्हें अपनी मूंछ पर नाज है.  वे अपनी लंबी मूंछ के सहारे ही चुनाव मैदान में हैं और जितनी लंबी उनकी मूंछ है उतनी ही लंबी उनकी अपने लिए वोट मांगने की दलील है. राका कहते हैं कि ''जहां ताका वहां है राका, हर जगह है चर्चा और पिंडरा विधानसभा से हम भरत हैं पर्चा, जनता हमें देत हौ खर्चा और दलालन की आखन में मरचा ( पैच ). हमारे साथ है पूरी जनता. जमीनी सोच है और बड़ी-बड़ी मूंछ है. कोई प्रत्याशी के पास न ऐसी सोच है, न जोश, न मूंछ है. जनता बेहोश है. तब सब कहत हैं कि जहां काटा वहीं राका.'' इसे ही देखकर कहा जाता है कि लोकतंत्र में चुनाव एक उत्सव है, पर्व है और यह सारी गतिविधियां उसमें निराले रंग भरती हैं. इसे ही देखकर कहा जाता है कि लोकतंत्र में चुनाव एक उत्सव है, पर्व है और यह सारी गतिविधियां उसमें निराले रंग भरती हैं.
बंगाल, असम व पूर्वोत्तर में भूकंप के झटके
पश्चिम बंगाल, असम और पूर्वोत्तर के कुछ हिस्सों में भूकंप के झटके महसूस किए गए जिसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 5.7 दर्ज की गई।
पश्चिम बंगाल, असम और पूर्वोत्तर के कुछ हिस्सों में भूकंप के झटके महसूस किए गए जिसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 5.7 दर्ज की गई।टिप्पणियां मौसम विभाग सू़त्रों ने बताया कि भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 5.7 दर्ज की गई। भूकंप के झटके रात में 10 बजकर 12 मिनट पर महसूस किए गए। भूकंप के कारण अब तक जानमाल के नुकसान की कोई खबर नहीं है। भूकंप का केंद्र म्यांमार में था। मौसम विभाग सू़त्रों ने बताया कि भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 5.7 दर्ज की गई। भूकंप के झटके रात में 10 बजकर 12 मिनट पर महसूस किए गए। भूकंप के कारण अब तक जानमाल के नुकसान की कोई खबर नहीं है। भूकंप का केंद्र म्यांमार में था। भूकंप के कारण अब तक जानमाल के नुकसान की कोई खबर नहीं है। भूकंप का केंद्र म्यांमार में था।
पीएम नरेंद्र मोदी का आज से दो दिन का गुजरात दौरा, पुलिस अफसरों को करेंगे संबोधित
बीजेपी की महिला मोर्चा की कार्यकर्ताओं को भी संबोधित करेंगे मोदी पुलिस अधिकारियों का सम्मेलन गुरुवार को शुरू हुआ मोदी सम्मेलन में 21 दिसंबर को हिस्सा लेंगे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 21 और 22 दिसंबर को गुजरात का दो दिन का दौरा करेंगे. इस दौरान वे राज्यों के पुलिस प्रमुखों के सालाना सम्मेलन में हिस्सा लेंगे और बीजेपी के महिला मोर्चा की कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे.  अधिकारियों ने जानकारी दी कि 20 दिसंबर को शुरू हुआ पुलिस महानिदेशकों और पुलिस महानिरीक्षकों का अखिल भारतीय सम्मेलन नर्मदा जिले में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी (सरदार पटेल की प्रतिमा) के पास आयोजित किया जा रहा है. केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह की मौजूदगी में गुरुवार को इस तीन दिवसीय सम्मेलन का शुभारंभ हुआ.  राज्य सरकार द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक, मोदी इस सम्मेलन में 21 दिसंबर को हिस्सा लेंगे. एक सरकारी अधिकारी ने कहा कि सम्मेलन का आयोजन 182 मीटर ऊंची ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' के पास बनाई गई एक ‘टेंट सिटी' में हो रहा है. भारत के प्रथम गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल को समर्पित ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' का उद्घाटन प्रधानमंत्री मोदी ने बीते 31 अक्टूबर को किया था. ( इनपुट भाषा से)
20 साल बाद मिलेगा इंसाफ, होगा संजय दत्त के भाग्य का फैसला
1993 को मुंबई में हुए सीरियल बम धमाकों के मामले में सुप्रीम कोर्ट आज अपना फ़ैसला सुनाएगा। इस फ़ैसले से संजय दत्त की किस्मत का भी फ़ैसला होगा कि वह रिहा होते हैं या फिर जेल जाते हैं।
1993 को मुंबई में हुए सीरियल बम धमाकों के मामले में सुप्रीम कोर्ट आज अपना फ़ैसला सुनाएगा। इस फ़ैसले से संजय दत्त की किस्मत का भी फ़ैसला होगा कि वह रिहा होते हैं या फिर जेल जाते हैं। इसके अलावा टाडा कोर्ट ने अक्टूबर 2006 में 11 लोगों को फांसी की सज़ा और 22 लोगों को उम्रक़ैद की सज़ा सुनाई थी। इस मामले के बाकी आरोपियों को तीन से 10 साल तक की सज़ा सुनाई गई थी। 12 मार्च 1993 को मुंबई में एक के बाद एक कुल 12 बम धमाके हुए थे जिनमें 257 लोगों की मौत हुई थी और 713 लोग घायल हुए थे। इन धमाकों में 27 करोड़ रुपये की संपत्ति को नुक़सान पहुंचा था। मुंबई की टाडा अदालत ने संजय दत्त को शस्त्र कानून के तहत छह साल की कैद की सजा सुनाई थी। संजय दत्त पहले ही 18 महीने जेल में गुजार चुके हैं और यदि शीर्ष अदालत ने टाडा अदालत के फैसले की पुष्टि कर दी तो फिर उन्हें शेष अवधि के लिए फिर जेल जाना पड़ेगा। टाडा अदालत ने संजय दत्त को गैरकानूनी तरीके से नौ एमएम की पिस्तौल और एके 56 राइफल रखने के जुर्म में नवंबर, 2006 में दोषी ठहराते हुए सजा सुनाई थी। लेकिन अदालत ने उन्हें टाडा कानून के तहत आपराधिक साजिश रचने जैसे गंभीर आरोप से बरी कर दिया था।टिप्पणियां शीर्ष अदालत ने इन तमाम अपीलों पर एक नवंबर 2011 से अगस्त 2012 के दौरान दस महीने तक सुनवाई की थी। इन अपीलों पर सुनवाई के दौरान शीर्ष अदालत ने इस मामले के भारी भरकम दस्तावेजों और वकीलों की लिखित दलीलों के मद्देनजर पहली बार लैपटॉप का इस्तेमाल किया था। इसके अलावा टाडा कोर्ट ने अक्टूबर 2006 में 11 लोगों को फांसी की सज़ा और 22 लोगों को उम्रक़ैद की सज़ा सुनाई थी। इस मामले के बाकी आरोपियों को तीन से 10 साल तक की सज़ा सुनाई गई थी। 12 मार्च 1993 को मुंबई में एक के बाद एक कुल 12 बम धमाके हुए थे जिनमें 257 लोगों की मौत हुई थी और 713 लोग घायल हुए थे। इन धमाकों में 27 करोड़ रुपये की संपत्ति को नुक़सान पहुंचा था। मुंबई की टाडा अदालत ने संजय दत्त को शस्त्र कानून के तहत छह साल की कैद की सजा सुनाई थी। संजय दत्त पहले ही 18 महीने जेल में गुजार चुके हैं और यदि शीर्ष अदालत ने टाडा अदालत के फैसले की पुष्टि कर दी तो फिर उन्हें शेष अवधि के लिए फिर जेल जाना पड़ेगा। टाडा अदालत ने संजय दत्त को गैरकानूनी तरीके से नौ एमएम की पिस्तौल और एके 56 राइफल रखने के जुर्म में नवंबर, 2006 में दोषी ठहराते हुए सजा सुनाई थी। लेकिन अदालत ने उन्हें टाडा कानून के तहत आपराधिक साजिश रचने जैसे गंभीर आरोप से बरी कर दिया था।टिप्पणियां शीर्ष अदालत ने इन तमाम अपीलों पर एक नवंबर 2011 से अगस्त 2012 के दौरान दस महीने तक सुनवाई की थी। इन अपीलों पर सुनवाई के दौरान शीर्ष अदालत ने इस मामले के भारी भरकम दस्तावेजों और वकीलों की लिखित दलीलों के मद्देनजर पहली बार लैपटॉप का इस्तेमाल किया था। 12 मार्च 1993 को मुंबई में एक के बाद एक कुल 12 बम धमाके हुए थे जिनमें 257 लोगों की मौत हुई थी और 713 लोग घायल हुए थे। इन धमाकों में 27 करोड़ रुपये की संपत्ति को नुक़सान पहुंचा था। मुंबई की टाडा अदालत ने संजय दत्त को शस्त्र कानून के तहत छह साल की कैद की सजा सुनाई थी। संजय दत्त पहले ही 18 महीने जेल में गुजार चुके हैं और यदि शीर्ष अदालत ने टाडा अदालत के फैसले की पुष्टि कर दी तो फिर उन्हें शेष अवधि के लिए फिर जेल जाना पड़ेगा। टाडा अदालत ने संजय दत्त को गैरकानूनी तरीके से नौ एमएम की पिस्तौल और एके 56 राइफल रखने के जुर्म में नवंबर, 2006 में दोषी ठहराते हुए सजा सुनाई थी। लेकिन अदालत ने उन्हें टाडा कानून के तहत आपराधिक साजिश रचने जैसे गंभीर आरोप से बरी कर दिया था।टिप्पणियां शीर्ष अदालत ने इन तमाम अपीलों पर एक नवंबर 2011 से अगस्त 2012 के दौरान दस महीने तक सुनवाई की थी। इन अपीलों पर सुनवाई के दौरान शीर्ष अदालत ने इस मामले के भारी भरकम दस्तावेजों और वकीलों की लिखित दलीलों के मद्देनजर पहली बार लैपटॉप का इस्तेमाल किया था। मुंबई की टाडा अदालत ने संजय दत्त को शस्त्र कानून के तहत छह साल की कैद की सजा सुनाई थी। संजय दत्त पहले ही 18 महीने जेल में गुजार चुके हैं और यदि शीर्ष अदालत ने टाडा अदालत के फैसले की पुष्टि कर दी तो फिर उन्हें शेष अवधि के लिए फिर जेल जाना पड़ेगा। टाडा अदालत ने संजय दत्त को गैरकानूनी तरीके से नौ एमएम की पिस्तौल और एके 56 राइफल रखने के जुर्म में नवंबर, 2006 में दोषी ठहराते हुए सजा सुनाई थी। लेकिन अदालत ने उन्हें टाडा कानून के तहत आपराधिक साजिश रचने जैसे गंभीर आरोप से बरी कर दिया था।टिप्पणियां शीर्ष अदालत ने इन तमाम अपीलों पर एक नवंबर 2011 से अगस्त 2012 के दौरान दस महीने तक सुनवाई की थी। इन अपीलों पर सुनवाई के दौरान शीर्ष अदालत ने इस मामले के भारी भरकम दस्तावेजों और वकीलों की लिखित दलीलों के मद्देनजर पहली बार लैपटॉप का इस्तेमाल किया था। संजय दत्त पहले ही 18 महीने जेल में गुजार चुके हैं और यदि शीर्ष अदालत ने टाडा अदालत के फैसले की पुष्टि कर दी तो फिर उन्हें शेष अवधि के लिए फिर जेल जाना पड़ेगा। टाडा अदालत ने संजय दत्त को गैरकानूनी तरीके से नौ एमएम की पिस्तौल और एके 56 राइफल रखने के जुर्म में नवंबर, 2006 में दोषी ठहराते हुए सजा सुनाई थी। लेकिन अदालत ने उन्हें टाडा कानून के तहत आपराधिक साजिश रचने जैसे गंभीर आरोप से बरी कर दिया था।टिप्पणियां शीर्ष अदालत ने इन तमाम अपीलों पर एक नवंबर 2011 से अगस्त 2012 के दौरान दस महीने तक सुनवाई की थी। इन अपीलों पर सुनवाई के दौरान शीर्ष अदालत ने इस मामले के भारी भरकम दस्तावेजों और वकीलों की लिखित दलीलों के मद्देनजर पहली बार लैपटॉप का इस्तेमाल किया था। टाडा अदालत ने संजय दत्त को गैरकानूनी तरीके से नौ एमएम की पिस्तौल और एके 56 राइफल रखने के जुर्म में नवंबर, 2006 में दोषी ठहराते हुए सजा सुनाई थी। लेकिन अदालत ने उन्हें टाडा कानून के तहत आपराधिक साजिश रचने जैसे गंभीर आरोप से बरी कर दिया था।टिप्पणियां शीर्ष अदालत ने इन तमाम अपीलों पर एक नवंबर 2011 से अगस्त 2012 के दौरान दस महीने तक सुनवाई की थी। इन अपीलों पर सुनवाई के दौरान शीर्ष अदालत ने इस मामले के भारी भरकम दस्तावेजों और वकीलों की लिखित दलीलों के मद्देनजर पहली बार लैपटॉप का इस्तेमाल किया था। शीर्ष अदालत ने इन तमाम अपीलों पर एक नवंबर 2011 से अगस्त 2012 के दौरान दस महीने तक सुनवाई की थी। इन अपीलों पर सुनवाई के दौरान शीर्ष अदालत ने इस मामले के भारी भरकम दस्तावेजों और वकीलों की लिखित दलीलों के मद्देनजर पहली बार लैपटॉप का इस्तेमाल किया था। इन अपीलों पर सुनवाई के दौरान शीर्ष अदालत ने इस मामले के भारी भरकम दस्तावेजों और वकीलों की लिखित दलीलों के मद्देनजर पहली बार लैपटॉप का इस्तेमाल किया था।
रिजर्व बैंक और सेबी के कदमों से रुपया 59 के स्तर पर लौटा
फारेक्स डीलरों ने कहा कि इसके अलावा निर्यातकों द्वारा डॉलर की बिकवाली किए जाने और स्थानीय शेयर बाजारों के मजबूती के साथ खुलने से भी रुपया की धारणा मजबूत हुई।
रुपये में भारी उतार चढ़ाव को रोकने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक और बाजार नियामक सेबी द्वारा उठाए गए कदमों के बाद रुपया प्रमुख विदेशी मुद्राओं की तुलना में डॉलर में नरमी के रुख से आज रुपया 24 पैसे मजबूत होकर 59.41 प्रति डॉलर पर खुला। अमेरिकी फेडरल रिजर्व के प्रमुख बेन बर्नांके ने कहा कि भारी प्रोत्साहन कार्यक्रम कुछ समय जारी रहेगा।टिप्पणियां फारेक्स डीलरों ने कहा कि इसके अलावा निर्यातकों द्वारा डॉलर की बिकवाली किए जाने और स्थानीय शेयर बाजारों के मजबूती के साथ खुलने से भी रुपया की धारणा मजबूत हुई। बुधवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 49 पैसे मजबूत होकर 59.65 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था। अमेरिकी फेडरल रिजर्व के प्रमुख बेन बर्नांके ने कहा कि भारी प्रोत्साहन कार्यक्रम कुछ समय जारी रहेगा।टिप्पणियां फारेक्स डीलरों ने कहा कि इसके अलावा निर्यातकों द्वारा डॉलर की बिकवाली किए जाने और स्थानीय शेयर बाजारों के मजबूती के साथ खुलने से भी रुपया की धारणा मजबूत हुई। बुधवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 49 पैसे मजबूत होकर 59.65 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था। फारेक्स डीलरों ने कहा कि इसके अलावा निर्यातकों द्वारा डॉलर की बिकवाली किए जाने और स्थानीय शेयर बाजारों के मजबूती के साथ खुलने से भी रुपया की धारणा मजबूत हुई। बुधवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 49 पैसे मजबूत होकर 59.65 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था। बुधवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 49 पैसे मजबूत होकर 59.65 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।
बिस्किट के पैकेट में निकले कीड़े, निर्माता कंपनी 'पार्ले' को मुआवजा देने का आदेश
उपभोक्ता मोहम्मद जुबेर शेख की शिकायत पर दिया गया आदेश नवी मुंबई के सीबीडी बेलापुर इलाके में खरीदा गया था बिस्किट पैकेट बिस्किट निर्माता कंपनी पार्ले कोर्ट के आदेश से अवगत नहीं
अदालत के आदेश को लेकर संपर्क किए जाने पर पार्ले के ‘केटेगरी हेड फॉर बिस्किट’ मयंक शाह ने कहा कि कंपनी इस आदेश से अवगत नहीं है. (इनपुट भाषा से)
रतलाम में तीसरी मंजिल से कूदा मानसिक रोगी
रतलाम में एक मानसिक रोगी ने अस्पताल की तीसरी मंजिल से छलांग लगा दी। ये पिछले पांच दिनों से नर्सिंग होम में अपना इलाज करा रहा था।
मध्यप्रदेश के रतलाम में एक मानसिक रोगी ने अस्पताल की तीसरी मंजिल से छलांग लगा दी। ये मरीज पिछले पांच दिनों से इस नर्सिंग होम में अपना इलाज करा रहा था। जितेंद्र नाम का ये मरीज अचानक लोगों को किनारे करते हुए तीसरी मंजिल में पहुंचा और वहां से कूद गया। गंभीर रूप से घायल जितेंद्र को इलाज के लिए इंदौर भेजा गया है। वो पिछले चार सालों से मानसिक रूप से बीमार है और उसके परिवार वाले कई अस्पतालों में उसका इलाज करा रहे हैं।
दिल्ली-एनसीआर में बढ़ा सामूहिक बलात्कार का चलन
पुलिस के मुताबिक गुड़गांव के मॉल में चलने वाले नाइटक्लब में काम करने वाली इस महिला को 5−6 लोगों ने कार में जबरन बिठाया और उसे गुड़गांव के ही एक फ्लैट में ले जाकर गैंगरेप किया।
दिल्ली-एनसीआर में 23 साल की एक महिला के साथ सामूहिक बलात्कार का मामला सामने आया है। पुलिस के मुताबिक गुड़गांव के एक मॉल में चलने वाले नाइटक्लब में काम करने वाली इस महिला को 5−6 लोगों ने कार में जबरन बिठाया और उसे गुड़गांव के ही एक फ्लैट में ले जाकर गैंगरेप किया। इसके बाद वह महिला को छतरपुर मेट्रो स्टेशन के पास छोड़कर फरार हो गए। महरौली पुलिस घटना की जांच कर रही है। पुलिस के मुताबिक पीड़ित लड़की का एक दिन पहले ही कुछ लड़कों से झगड़ा हुआ था। हाल ही में नोएडा में दसवीं की छात्रा से गैंगरेप का मामला सुर्खियों में रहा। 10वीं की एक छात्रा को उसके अपने ही पांच दोस्तों ने पार्टी के बहाने बुलाकर उसके साथ रेप किया। पांचों लड़के अब पुलिस की गिरफ़्त में हैं। इस मामले में पीड़ित लड़की की पहचान उजागर करने को लेकर यूपी पुलिस की फजीहत भी हुई। राज्य महिला आयोग ने पुलिस और सरकार को नोटिस भेजकर जवाब मांगा था। पिछले महीने दिल्ली के किरण विहार में रहने वाली एक लड़की के साथ बलात्कार के बाद उसकी हत्या कर दी गई। कुतुब विहार में रहने वाले रवि को अपने पड़ोस में रहने वाली लड़की से एकतरफा प्यार था लेकिन उस लड़की ने उसका प्रपोजल ठुकरा दिया जिससे नाराज होकर उसने अपने भाई और दोस्त के साथ मिलकर उसका अपहरण किया और फिर उसके साथ बलात्कार कर उसकी हत्या कर दी। बाद में लड़की के परिवार वालों को जब इस घटना का पता चला तो उन्होंने आरोपी के घर में आगजनी और तोड़फोड़ कर दी। इसके अलावा 26 फरवरी को फरीदाबाद में एक महिला से गैंगरेप का मामला सामने आया। महिला से दुष्कर्म करने वाला कोई और नहीं बल्कि उसका रिश्तेदार था। टिप्पणियां सरकारी आंकड़े के मुताबिक दिल्ली एनसीआर में रोजाना कम से कम तीन महिलाओं के साथ बलात्कार या छेड़छाड़ की घटनाएं होती हैं। इस साल के शुरुआती डेढ़ महीनों दिल्ली, नोएडा और गाज़ियाबाद में छेड़छाड़ और बलात्कार के 128 मामले दर्ज हुए। 15 फरवरी तक दिल्ली में बलात्कार के 45 और छेड़छाड़ के 70 मामले सामने आए। दिल्ली से सटे गुड़गांव में शुरू के 45 दिनों में बलात्कार के तीन और छेड़छाड़ के चार मामले सामने आए। पिछले साल दिल्ली में बलात्कार के कुल 469 और छेड़छाड़ के 552 मामले सामने आए थे। हाल ही में नोएडा में दसवीं की छात्रा से गैंगरेप का मामला सुर्खियों में रहा। 10वीं की एक छात्रा को उसके अपने ही पांच दोस्तों ने पार्टी के बहाने बुलाकर उसके साथ रेप किया। पांचों लड़के अब पुलिस की गिरफ़्त में हैं। इस मामले में पीड़ित लड़की की पहचान उजागर करने को लेकर यूपी पुलिस की फजीहत भी हुई। राज्य महिला आयोग ने पुलिस और सरकार को नोटिस भेजकर जवाब मांगा था। पिछले महीने दिल्ली के किरण विहार में रहने वाली एक लड़की के साथ बलात्कार के बाद उसकी हत्या कर दी गई। कुतुब विहार में रहने वाले रवि को अपने पड़ोस में रहने वाली लड़की से एकतरफा प्यार था लेकिन उस लड़की ने उसका प्रपोजल ठुकरा दिया जिससे नाराज होकर उसने अपने भाई और दोस्त के साथ मिलकर उसका अपहरण किया और फिर उसके साथ बलात्कार कर उसकी हत्या कर दी। बाद में लड़की के परिवार वालों को जब इस घटना का पता चला तो उन्होंने आरोपी के घर में आगजनी और तोड़फोड़ कर दी। इसके अलावा 26 फरवरी को फरीदाबाद में एक महिला से गैंगरेप का मामला सामने आया। महिला से दुष्कर्म करने वाला कोई और नहीं बल्कि उसका रिश्तेदार था। टिप्पणियां सरकारी आंकड़े के मुताबिक दिल्ली एनसीआर में रोजाना कम से कम तीन महिलाओं के साथ बलात्कार या छेड़छाड़ की घटनाएं होती हैं। इस साल के शुरुआती डेढ़ महीनों दिल्ली, नोएडा और गाज़ियाबाद में छेड़छाड़ और बलात्कार के 128 मामले दर्ज हुए। 15 फरवरी तक दिल्ली में बलात्कार के 45 और छेड़छाड़ के 70 मामले सामने आए। दिल्ली से सटे गुड़गांव में शुरू के 45 दिनों में बलात्कार के तीन और छेड़छाड़ के चार मामले सामने आए। पिछले साल दिल्ली में बलात्कार के कुल 469 और छेड़छाड़ के 552 मामले सामने आए थे। पिछले महीने दिल्ली के किरण विहार में रहने वाली एक लड़की के साथ बलात्कार के बाद उसकी हत्या कर दी गई। कुतुब विहार में रहने वाले रवि को अपने पड़ोस में रहने वाली लड़की से एकतरफा प्यार था लेकिन उस लड़की ने उसका प्रपोजल ठुकरा दिया जिससे नाराज होकर उसने अपने भाई और दोस्त के साथ मिलकर उसका अपहरण किया और फिर उसके साथ बलात्कार कर उसकी हत्या कर दी। बाद में लड़की के परिवार वालों को जब इस घटना का पता चला तो उन्होंने आरोपी के घर में आगजनी और तोड़फोड़ कर दी। इसके अलावा 26 फरवरी को फरीदाबाद में एक महिला से गैंगरेप का मामला सामने आया। महिला से दुष्कर्म करने वाला कोई और नहीं बल्कि उसका रिश्तेदार था। टिप्पणियां सरकारी आंकड़े के मुताबिक दिल्ली एनसीआर में रोजाना कम से कम तीन महिलाओं के साथ बलात्कार या छेड़छाड़ की घटनाएं होती हैं। इस साल के शुरुआती डेढ़ महीनों दिल्ली, नोएडा और गाज़ियाबाद में छेड़छाड़ और बलात्कार के 128 मामले दर्ज हुए। 15 फरवरी तक दिल्ली में बलात्कार के 45 और छेड़छाड़ के 70 मामले सामने आए। दिल्ली से सटे गुड़गांव में शुरू के 45 दिनों में बलात्कार के तीन और छेड़छाड़ के चार मामले सामने आए। पिछले साल दिल्ली में बलात्कार के कुल 469 और छेड़छाड़ के 552 मामले सामने आए थे। सरकारी आंकड़े के मुताबिक दिल्ली एनसीआर में रोजाना कम से कम तीन महिलाओं के साथ बलात्कार या छेड़छाड़ की घटनाएं होती हैं। इस साल के शुरुआती डेढ़ महीनों दिल्ली, नोएडा और गाज़ियाबाद में छेड़छाड़ और बलात्कार के 128 मामले दर्ज हुए। 15 फरवरी तक दिल्ली में बलात्कार के 45 और छेड़छाड़ के 70 मामले सामने आए। दिल्ली से सटे गुड़गांव में शुरू के 45 दिनों में बलात्कार के तीन और छेड़छाड़ के चार मामले सामने आए। पिछले साल दिल्ली में बलात्कार के कुल 469 और छेड़छाड़ के 552 मामले सामने आए थे। इस साल के शुरुआती डेढ़ महीनों दिल्ली, नोएडा और गाज़ियाबाद में छेड़छाड़ और बलात्कार के 128 मामले दर्ज हुए। 15 फरवरी तक दिल्ली में बलात्कार के 45 और छेड़छाड़ के 70 मामले सामने आए। दिल्ली से सटे गुड़गांव में शुरू के 45 दिनों में बलात्कार के तीन और छेड़छाड़ के चार मामले सामने आए। पिछले साल दिल्ली में बलात्कार के कुल 469 और छेड़छाड़ के 552 मामले सामने आए थे।
'बीसीसीआई-प्रसार भारती समझौते से 3.39 करोड़ का नुकसान'
संसद की लोक लेखा समिति ने कहा कि प्रसार भारती द्वारा बीसीसीआई के साथ किए गए गलत करार के कारण 3.39 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।
संसद की लोक लेखा समिति (पीएसी) ने सोमवार को संसद में प्रस्तुत एक रिपोर्ट में कहा कि छह साल पहले प्रसार भारती द्वारा भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के साथ किए गए एक गलत करार के कारण राजस्व को 3.39 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। भारतीय जनता पार्टी के नेता मुरली मनोहर जोशी 25 सदस्यीय इस समिति के अध्यक्ष हैं। रिपोर्ट के मुताबिक प्रसार भारती और बीसीसीआई के बीच यह करार 30 नवम्बर 2005 को हुआ था। समिति ने छह महीने के भीतर करार का मसौदा तैयार करने में हुई गलती पर स्पष्टीकरण देने, जानबूझ कर राजस्व को पहुंचाए गए नुकसान की भरपाई तथा करार को पूरा करने में शामिल रहे अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई किए जाने की मांग की है। समिति ने सिफारिश की है कि सात घंटे से कम अवधि वाले मैचों के लिए बीसीसीआई को दी गई अतिरिक्त राशि वापस लेने की कार्रवाई शुरू की जाए।
अमेरिका के लॉस एंजेलिस में चीन के महावाणिज्य दूतावास के बाहर गोलीबारी
घटनास्थल पर हमलावर के वाहन से बरामद हुआ उसका शव हमलावर की उम्र 60 से 70 के बीच गोलीबारी में कोई घायल नहीं हुआ
पुलिस अधिकारी ने बताया कि हमलावर द्वारा की गई गोलीबारी में कोई घायल नहीं हुआ है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
तृणमूल कांग्रेस ने पेश किया सरकार बनाने का दावा
ममता बनर्जी के सर्वसम्मति से विधायक दल का नेता चुने जाने के कुछ देर बाद तृणमूल कांग्रेस ने प. बंगाल में सरकार बनाने का दावा पेश किया।
ममता बनर्जी के सर्वसम्मति से विधायक दल का नेता चुने जाने के कुछ देर बाद तृणमूल कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल में औपचारिक रूप से सरकार बनाने का दावा पेश किया। विधायक दल के उपनेता चुने गए पार्थ चटर्जी ने कहा, हमने सरकार बनाने का दावा पेश किया है। हमने नवनियुक्त विधायकों की बैठक में पारित प्रस्ताव की एक प्रति राज्यपाल एमके नारायणन को सौंपी। इस बैठक में ममता बनर्जी को तृणमूल कांग्रेस विधायक दल का नेता चुना गया। चटर्जी ने कहा, प्रस्ताव के साथ हमने तृणमूल कांग्रेस के 184 विधायकों की सूची भी दी है। चटर्जी की अध्यक्षता में तृणमूल कांग्रेस के चार सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल एमके नारायणन से मुलाकात की। उन्होंने कहा, राज्य में अगली सरकार बनाने के लिए ममता बनर्जी को आमंत्रित करना अब राज्यपाल के ऊपर है। चटर्जी के अलावा इस प्रतिनिधिमंडल में सुल्तान अहमद, सुब्रत मुखर्जी और मुकुल राय भी शामिल थे। तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता हालांकि इस प्रतिनिधिमंडल में शामिल नहीं थी क्योंकि वह केन्द्रीय वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी के साथ मिलकर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को शपथ ग्रहण समारोह के लिए निमंत्रण देने दिल्ली रवाना हुईं। शपथ ग्रहण समारोह की अभी तारीख तय नहीं हुई है।
मिसबाह ने पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटरों पर निशाना साधा
पाकिस्तान के कप्तान मिसबाह-उल-हक ने जिम्बाब्वे के खिलाफ मौजूदा क्रिकेट शृंखला के लिए राष्ट्रीय टीम के चयन की आलोचना करने के लिए कुछ पूर्व खिलाड़ियों पर निशाना साधा है।
पाकिस्तान के कप्तान मिसबाह-उल-हक ने जिम्बाब्वे के खिलाफ मौजूदा क्रिकेट शृंखला के लिए राष्ट्रीय टीम के चयन की आलोचना करने के लिए कुछ पूर्व खिलाड़ियों पर निशाना साधा है। मिसबाह ने पहले टेस्ट में पाकिस्तान की जीत के बाद कई पूर्व महान खिलाड़ियों की आलोचना की जब उन्होंने कहा कि पाकिस्तान क्रिकेट में कुछ ‘गंदे’ लोग हैं जिन्हें टीम में और अधिक युवा खिलाड़ियों के बारे में बोलने से पहले सोचना चाहिए।टिप्पणियां उन्होंने कहा, पहले टेस्ट में भी सीनियर खिलाड़ियों ने प्रदर्शन किया अन्यथा हम मुश्किल में होते। मिसबाह ने सोमवार को एक पाकिस्तानी चैनल से कहा कि वह किसी का नाम नहीं लेना चाहते लेकिन कुछ विशेषज्ञों को किसी की भी आलोचना करने से पहले दो बार सोचना चाहिए। उन्होंने कहा, जो लोग कहते हैं कि सीनियर्स की जगह जूनियर्स को दे दी जानी चाहिए उन्हें सबसे पहले अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में उनके प्रदर्शन पर गौर करना चाहिए। मिसबाह ने कहा कि विशेषज्ञों को पाकिस्तानी युवाओं की तुलना भारतीय युवाओं से नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की तुलना में भारत काफी अधिक क्रिकेट खेल रहा है और यही कारण है कि युवाओं का विकास हो रहा है और वे तेजी से अच्छे खिलाड़ी के रूप में प्रगति कर रहे हैं। मिसबाह ने पहले टेस्ट में पाकिस्तान की जीत के बाद कई पूर्व महान खिलाड़ियों की आलोचना की जब उन्होंने कहा कि पाकिस्तान क्रिकेट में कुछ ‘गंदे’ लोग हैं जिन्हें टीम में और अधिक युवा खिलाड़ियों के बारे में बोलने से पहले सोचना चाहिए।टिप्पणियां उन्होंने कहा, पहले टेस्ट में भी सीनियर खिलाड़ियों ने प्रदर्शन किया अन्यथा हम मुश्किल में होते। मिसबाह ने सोमवार को एक पाकिस्तानी चैनल से कहा कि वह किसी का नाम नहीं लेना चाहते लेकिन कुछ विशेषज्ञों को किसी की भी आलोचना करने से पहले दो बार सोचना चाहिए। उन्होंने कहा, जो लोग कहते हैं कि सीनियर्स की जगह जूनियर्स को दे दी जानी चाहिए उन्हें सबसे पहले अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में उनके प्रदर्शन पर गौर करना चाहिए। मिसबाह ने कहा कि विशेषज्ञों को पाकिस्तानी युवाओं की तुलना भारतीय युवाओं से नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की तुलना में भारत काफी अधिक क्रिकेट खेल रहा है और यही कारण है कि युवाओं का विकास हो रहा है और वे तेजी से अच्छे खिलाड़ी के रूप में प्रगति कर रहे हैं। उन्होंने कहा, पहले टेस्ट में भी सीनियर खिलाड़ियों ने प्रदर्शन किया अन्यथा हम मुश्किल में होते। मिसबाह ने सोमवार को एक पाकिस्तानी चैनल से कहा कि वह किसी का नाम नहीं लेना चाहते लेकिन कुछ विशेषज्ञों को किसी की भी आलोचना करने से पहले दो बार सोचना चाहिए। उन्होंने कहा, जो लोग कहते हैं कि सीनियर्स की जगह जूनियर्स को दे दी जानी चाहिए उन्हें सबसे पहले अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में उनके प्रदर्शन पर गौर करना चाहिए। मिसबाह ने कहा कि विशेषज्ञों को पाकिस्तानी युवाओं की तुलना भारतीय युवाओं से नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की तुलना में भारत काफी अधिक क्रिकेट खेल रहा है और यही कारण है कि युवाओं का विकास हो रहा है और वे तेजी से अच्छे खिलाड़ी के रूप में प्रगति कर रहे हैं। उन्होंने कहा, जो लोग कहते हैं कि सीनियर्स की जगह जूनियर्स को दे दी जानी चाहिए उन्हें सबसे पहले अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में उनके प्रदर्शन पर गौर करना चाहिए। मिसबाह ने कहा कि विशेषज्ञों को पाकिस्तानी युवाओं की तुलना भारतीय युवाओं से नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की तुलना में भारत काफी अधिक क्रिकेट खेल रहा है और यही कारण है कि युवाओं का विकास हो रहा है और वे तेजी से अच्छे खिलाड़ी के रूप में प्रगति कर रहे हैं।
लोकसभा चुनाव से ठीक पहले अयोध्या मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट क्यों गई केंद्र सरकार? पढ़ें- इनसाइड स्टोरी
फीडबैक के बाद बीजेपी ने उठाया कदम यूपी में गठबंधन की काट खोजने में मदद की उम्मीद चुनाव में अहम हो सकता है यह मुद्दा
आखिरकार नरेंद्र मोदी सरकार (Narendra Modi government) को अयोध्या में जमीन विवाद पर सुप्रीम कोर्ट क्यों जाना पड़ा? इसकी टाइमिंग को लेकर भी कई तरह के सवाल उठ रहे हैं. सरकारी सूत्रों का कहना है कि राम मंदिर पर आगे बढ़ने के बारे में मोदी सरकार के शीर्ष स्तर पर संसद का शीतकालीन सत्र समाप्त होने के बाद ही मंथन शुरू हो गया था. इसी सत्र में मोदी सरकार ने सामान्य वर्ग के आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के लिए सरकारी नौकरियों और उच्च शैक्षणिक संस्थानों में 10 प्रतिशत आरक्षण देने का संविधान संशोधन बिल पारित कराया था. इससे उत्तर प्रदेश और बिहार जैसे राज्यों में BJP को नाराज सवर्ण समर्थकों को मनाने में काफी हद तक मदद मिली, लेकिन BJP को मिले फीडबैक में यह कहा गया कि Ayodhya Case, यानी राम मंदिर पर भी सरकार को कुछ करना होगा, ताकि उत्तर प्रदेश में SP-BSP गठबंधन की काट खोजी जा सके. शीर्ष नेतृत्व को राम मंदिर को लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं की भावना  का एक नमूना दिल्ली के रामलीला मैदान पर राष्ट्रीय परिषद की बैठक में अध्यक्ष अमित शाह के भाषण के दौरान देखने को मिला. उन्होंने जैसे ही अयोध्या का नाम लिया देश के कोने-कोने से आए पार्टी के हजारों कार्यकर्ताओं ने इस कदर जयश्री राम के नारे और तालियां बजाईं कि शाह को अपना भाषण काफी देर तक रोके रखना पड़ा. सबसे ज्यादा आवाज़ उस कोने से आई जहां उत्तर प्रदेश और बिहार से आए बीजेपी  कार्यकर्ताओं को बैठाया गया था. हालांकि साल की शुरुआत में एएनआई को दिए इंटरव्यू में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर निर्माण के लिए अध्यादेश लाने के सवाल पर कहा था कि सरकार न्यायिक प्रक्रिया पूरा होने का इंतजार करेगी. लेकिन यूपी बिहार से मिले फीडबैक के बाद तय किया गया कि इस मुद्दे पर अब कोई न कोई ठोस कदम उठाना जरूरी है ताकि कार्यकर्ताओं को और हिंदुत्व के वोट बैंक को ठोस संदेश दिया जा सके. सरकार की कोशिश यह थी कि कदम उठाते वक्त संवैधानिक मर्यादा और दायरे का ध्यान रहे, ताकि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सरकार की किरकिरी न हो और न ही यह भाव जाए कि सरकार सुप्रीम कोर्ट की अनदेखी कर रही है. उपलब्ध न्यायिक विकल्पों में पाया गया कि गैरविवादित जमीन को राम जन्मभूमि न्यास को दिए जाने का विकल्प है जिस पर सरकार आगे बढ़ सकती है. सुप्रीम कोर्ट में अयोध्या विवाद पर सुनवाई में लगातार हो रही देरी से भी सरकार के सब्र का बांध टूटा. यह कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद के पटना में दिए गए बयान से पता चला जिसमें उन्होंने कहा कि जब सबरीमला, कर्नाटक विधानसभा जैसे मामलों की सुनवाई तुरंत हो सकती है तो फिर जन्मभूमि विवाद पर सुनवाई बार-बार क्यों टाली जा रही है. बीजेपी को यह भी देखना है कि प्रयागराज में चल रहे अर्द्धकुंभ में विश्व हिंदू परिषद ने संतों की बैठक बुलाने की बात कह कर दबाव बढ़ा दिया. बीजेपी अर्द्ध कुंभ का इस्तेमाल 2019 के आम चुनाव के लिए  हिंदुत्व का मुद्दा कें में लाने के लिए कर रही है. योगी आदित्यनाथ मंत्रिमंडल की वहां बैठक और संतों की धर्म संसद इसी का हिस्सा है.  इसी दौरान तय किया गया कि राम जन्मभूमि न्यास से कहा जाए कि वे अपने हिस्से की जमीन सौंपने के लिए केंद्र सरकार को पत्र लिखे. न्यास ने संसद सत्र खत्म होने के बाद इसी महीने यह पत्र कें सरकार को लिखा, जिसके आधार पर केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है. हालांकि एक विकल्प सुप्रीम कोर्ट को नजरअंदाज कर सीधे शासकीय आदेश के जरिए न्यास को 42 एकड़ जमीन वापस करने का भी था, लेकिन शीर्ष स्तर पर कहा गया कि सुप्रीम कोर्ट के जरिए यह काम किया जाए. बीजेपी सूत्रों के अनुसार सरकार के इस फैसले ने कांग्रेस के सामने दिक्कत खड़ी कर दी है, क्योंकि अब उसे कहना होगा कि वह इस जमीन को न्यास को सौंपने पर क्या रुख रखती है. सुप्रीम कोर्ट से हरी झंडी न मिलने पर मोदी सरकार यह जमीन न्यास को सौंपने के लिए बजट सत्र में बिल लाने का विकल्प भी खुला रख रही है. कुल मिलाकर कोशिश यह है कि लोक सभा चुनाव तक राम मंदिर निर्माण के लिए कोई न कोई ठोस तस्वीर निकल कर सामने आए, ताकि हिंदी भाषी राज्यों में इसका फायदा उठाया जा सके.
2014 तक निर्यात 450 अरब डॉलर करने का लक्ष्य
सरकार ने बताया कि भारत के निर्यात को वर्ष 2014 तक दुगना बढ़ाकर 450 अरब डॉलर करने का लक्ष्य तय किया गया है।
सरकार ने गुरुवार को बताया कि भारत के निर्यात को वर्ष 2014 तक दुगना बढ़ाकर 450 अरब डॉलर करने का लक्ष्य तय किया गया है। साथ ही इंजीनियरिंग निर्यात को बढ़ाकर 108 अरब डॉलर करने का लक्ष्य है। वाणिज्य एवं उद्योग राज्य मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने राज्यसभा को बताया कि विदेश व्यापार नीति 2009-14 में मार्च 2011 तक निर्यात को बढ़ाकर 200 अरब डॉलर करने और 2014 तक 450 अरब डॉलर करने का लक्ष्य रखा गया है। सिंधिया ने केवीपी रामाचन्द्र राव के सवाल के लिखित जवाब में बताया कि सरकार ने 2014 तक वस्तुओं एवं सेवाओं के निर्यात को बढ़ाकर दुगना करने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने मोहम्मद अली खान के सवाल के लिखित जवाब में बताया कि 2013-14 तक इंजीनियरिंग निर्यात को बढ़ाकर 108 अरब डॉलर करने का लक्ष्य किया गया है। सिंधिया ने परिमल नथवानी के सवाल के लिखित जवाब में बताया कि देश में फिलहाल कुल 130 विशेष आर्थिक क्षेत्र निर्यात कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि 31 दिसंबर 2010 तक एसईजेड में 195358 करोड़ रूपये का निवेश हो चुका था और उनमें कुल छह लाख 44 हजार 73 लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार मिला। मंत्री ने एक अन्य सवाल के जवाब में बताया कि मौजूदा वित्त वर्ष के पहले नौ महीने में विशेष आर्थिक क्षेत्र से हुए निर्यात की मात्रा 46.7 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 2.23 लाख करोड़ रुपए हो गयी।
बांग्लादेश: केमिकल गोदाम में लगी भीषण आग, 69 लोगों की मौत
गैस सिलेंडर फटने से लगी आग पूरी बिल्डिंग में फैल गई बिल्डिंग में ज्वलनशील पदार्थ रखे हुए थे आग लगी तब ट्रैफिक जाम लगा था इसलिए भाग नहीं पाए लोग
बांग्लादेश की राजधानी ढाका में बुधवार रात बड़ा हादसा हुआ. एक बिल्डिंग में लगी आग की वजह से 69 लोगों की मौत हो चुकी है. जिस बिल्डिंग में आग लगी है वह पुराने इलाके में रासायनिक गोदाम के रूप में इस्तेमाल होती थी. बांग्लादेश के दमकल विभाग के प्रमुख अली अहमद ने बताया, अभी तक हमने 59 शव बरामद किए हैं. शवों की संख्या बढ़ सकती है. तलाश अभियान चल रहा है.''उन्होंने बताया कि ढाका के पुराने इलाके चौकबाजार में आग गैस सिलेंडर से लगी होगी जिसके बाद वह तेजी से पूरी इमारत में फैल गई जहां ज्वलनशील पदार्थ भंडार करके रखे हुए थे. आग की लपटें उससे जुड़ी चार इमारतों तक भी फैल गई. इन इमारतों में प्लास्टिक के दाने और बॉडी स्प्रे रखे जाते थे इसके अलावा रासायनिक गोदामों के रूप में भी इनका इस्तेमाल किया जाता है.  उन्होंने कहा, जब आग लगी तब ट्रैफिक जाम लगा हुआ था इसलिए लोग भाग नहीं पाए.'' जिस जगह आग लगी वहां गलियां बेहद संकरी हैं. एक अन्य दमकल अधिकारी ने पत्रकारों को बताया कि आग बुधवार रात को 10 बजकर 40 मिनट पर लगी. 200 से अधिक दमकलकर्मियों के अथक प्रयासों के बावजूद आग नहीं बुझ पाई.उन्होंने कहा, ‘‘इसमें समय लगेगा. यह आग की अन्य घटना की तरह नहीं है.'' वहां भंडार करके रखे हुए उच्च ज्वलनशील पदार्थों के कारण आग ने इतना भयानक रूप ले लिया है.
'पद्मावती' के Ghoomer Song को कुछ ही घंटों में मिले 1 करोड़ व्‍यू, छा गईं दीपिका पादुकोण
'पद्मावती' के पहले गाने को इंटरनेट पर 24 घंटे में मिले 1 करोड़ व्‍यू भारी गहनों और खूबसूरत लहंगे में दिख रही हैं दीपिका पादुकोण 1 दिसंबर को रिलीज होगी 'पद्मावती'
Overjoyed & Grateful!!!Thank you all so much for the love!!! #[email protected]/BEnJrn2Ji0 The Ghoomar Song has to be one of the most difficult yet most fulfilling song sequences i have ever shot for! #GhoomarToday@FilmPadmavati 'पद्मावती' में जहां दीपिका पादुकोण रानी पद्मिनी के किरदार में हैं तो वहीं शाहिद कपूर इस फिल्‍म में उनके पति महारावल रतन सिंह की भूमिका में हैं. वहीं रणवीर सिंह ने सुलतान अलाउद्दीन खिलजी की भूमिका निभाई है और अपने इस किरदार की झलक से ही रणवीर ने फैन्‍स का दिल जीत लिया है. इस फिल्‍म के ट्रेलर को भी दर्शकों ने खासा पसंद किया. रिलीज के सिर्फ 24 घंटे के भीतर ही इसे 15 मिलियन (1.5 करोड़)  व्‍यूज मिले थे.
शिवराज सिंह कैबिनेट की हुई अंतिम बैठक, कांग्रेस ने जताया ऐतराज
शिवराज ने कहा- आचार संहिता के नाम पर लोगों को भाग्य भरोसे नहीं छोड़ सकते कांग्रेस ने बैठक के खिलाफ चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटाया कांग्रेस ने कहा- चुनाव आयोग की अनुमति के बिना हुई बैठक से संदेह
परिणाम से पहले लगभग पौने दो लाख करोड़ रुपये के कर्ज में डूबी राज्य सरकार ने 800 करोड़ का कर्ज लेने की इजाजत मांगी है. इसे लेकर भी सियासी गलियारों में हलचल मची है.
नरसिम्हा राव का किया नुकसान अब भी भारी कीमत वसूल रहा है : उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी
विनय सीतापति की किताब 'हाफ-लॉयन' के विमोचन में उपराष्ट्रपति ने यह बात कही नरसिम्हा राव के शासनकाल में बाबरी मस्जिद विध्वंस की घटना हुई थी इस किताब में नरसिन्हा राव की उस वक्त की भूमिका का बचाव किया गया है
दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव के ऊपर एक पुस्तक का विमोचन करते हुए उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने कहा कि जहां राव ने देश के लिए जो अच्छा काम किया वह उनके जाने के बाद भी बना हुआ है, वहीं नुकसान भी बदस्तूर जारी है और भारी कीमत वसूल रहा है। गौरतलब है कि नरसिम्हा राव के शासनकाल में ही बाबरी मस्जिद विध्वंस की घटना हुई थी। विनय सीतापति की लिखी किताब 'हाफ-लॉयन' में उस वक्त राव की भूमिका का बचाव किया गया है और उन बातों को खारिज करने की कोशिश की गई है कि पूर्व प्रधानमंत्री ने जानबूझकर मस्जिद को गिराए जाने से रोकने के लिए कोई कदम नहीं उठाया। लेखक ने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस ने राव के प्रति बेरुखी दिखाई और मुस्लिम वोट आकर्षित करने के लिए सारा ठीकरा उन पर फोड़ दिया। पुस्तक विमोचन के बाद परिचर्चा में सीतापति ने कहा कि राव की भूमिका 1984 के सिख विरोधी दंगों में अधिक गंभीर थी, क्योंकि वह उस वक्त गृहमंत्री थे और सीधे तौर पर कार्रवाई करने के लिए जिम्मेदार थे। इस परिचर्चा में पूर्व विदेश मंत्री के नटवर सिंह, वरिष्ठ पत्रकार शेखर गुप्ता, स्तंभकार और विदेश नीति विश्लेषक सी राजा मोहन और राजनीतिक विज्ञानी प्रताप भानु मेहता ने भी हिस्सा लिया। सीतापति ने कहा कि बाबरी विध्वंस के साथ ही राव को भी खत्म करने का प्रयास किया गया। हालांकि, श्रोताओं में बैठे कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने इस आरोप पर कड़ी आपत्ति जताई कि उनकी पार्टी ने राव को खलनायक के रूप में पेश करने की कोशिश की, ताकि मुस्लिम वोट आकर्षित किए जा सकें और इस बात पर अफसोस जताया कि राव ने मस्जिद को तोड़े जाने से रोकने के लिए समय पर कार्रवाई नहीं की। उन्होंने कहा, 'हमने प्रधानमंत्री को खतरे के प्रति सजग होने के लिए राजी करने की कोशिश की लेकिन उस व्यक्ति ने खतरे के प्रति सजग होने से इंकार कर दिया।' पुस्तक का विमोचन करते हुए अंसारी ने कहा, 'संसद के प्रबंधन और बाबरी मस्जिद के विध्वंस से संबंधित पुस्तक के दो हिस्से टिप्पणियां आमंत्रित करेंगे।' पुस्तक को व्यापक तौर पर उद्धृत करते हुए उन्होंने कहा, 'पहला किसी भी मानक से दु:स्वप्न था। कांग्रेस बहुमत से तकरीबन 10 सीटें दूर थी। विपक्ष दक्षिणपंथी बीजेपी और वामपंथी राष्ट्रीय मोर्चा के बीच बंटा हुआ था। प्रधानमंत्री को कमजोर समझा जाता था। इसलिए उनका ध्यान मुद्दों का पता लगाने के लिए विपक्ष के साथ व्यापक विचार-विमर्श और संसद के एजेंडा पर आम सहमति बनाने पर केंद्रित था।' उन्होंने कहा, 'इसे इतने वर्षों में जो उन्होंने व्यापक निजी संपर्क बनाए थे उसने सुगम बनाया। अभिशाप 26 जुलाई 1992 को विश्वास मत के साथ आया। सरकार का उद्देश्य किसी भी कीमत पर अपना अस्तित्व बचाए रखना था। अनैतिक हथकंडों का सहारा लिया गया। ये आखिरकार कानून की सीमा से परे पाए गए। लेखक का फैसला स्पष्ट है कि यह नरसिम्हा राव के कॅरियर का सबसे खराब राजनैतिक फैसला था।' बाबरी मस्जिद के विध्वंस पर अंसारी ने पुस्तक के आकलन को उद्धृत किया जिसमें सीतापति ने कहा है, 'राव मस्जिद को बचाना चाहते थे और हिंदू भावनाओं की रक्षा करना चाहते थे और खुद की भी रक्षा करना चाहते थे। मस्जिद को गिरा दिया गया, हिंदुओं ने कांग्रेस से मुंह मोड़ लिया और उनकी अपनी भी प्रतिष्ठा तार-तार हो गई।' सीतापति ने इस बात पर जोर दिया कि राव ने गलत फैसला किया, इसका कोई सवाल ही नहीं उठता है। उन्होंने इसके लिए तत्कालीन परिस्थितियों और राष्ट्रपति शासन लगाने के बारे में फैसला करने के प्रति राव समेत सबकी अनिच्छा को जिम्मेदार बताया।टिप्पणियां इसे विस्तार से बताते हुए अंसारी ने कहा कि निष्कर्ष अपरिहार्य है कि हिचक राजनैतिक दृष्टि से थी, न कि संवैधानिक लिहाज से थी। उन्होंने कहा, ‘निष्कर्ष रूप में यह कहा जा सकता है कि नरसिम्हा राव ने देश के लिए जो अच्छा किया, वो उनके बाद भी है और हम जिस वातावरण में जी रहे हैं और रह रहे हैं उसे बदला है और नुकसान भी बदस्तूर जारी है और भारी कीमत वसूल रहा है।' साथ ही अंसारी ने बुनियादी आर्थिक नीतियों में बदलाव की शुरुआत करने के लिए राव की भूमिका की सराहना की।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) विनय सीतापति की लिखी किताब 'हाफ-लॉयन' में उस वक्त राव की भूमिका का बचाव किया गया है और उन बातों को खारिज करने की कोशिश की गई है कि पूर्व प्रधानमंत्री ने जानबूझकर मस्जिद को गिराए जाने से रोकने के लिए कोई कदम नहीं उठाया। लेखक ने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस ने राव के प्रति बेरुखी दिखाई और मुस्लिम वोट आकर्षित करने के लिए सारा ठीकरा उन पर फोड़ दिया। पुस्तक विमोचन के बाद परिचर्चा में सीतापति ने कहा कि राव की भूमिका 1984 के सिख विरोधी दंगों में अधिक गंभीर थी, क्योंकि वह उस वक्त गृहमंत्री थे और सीधे तौर पर कार्रवाई करने के लिए जिम्मेदार थे। इस परिचर्चा में पूर्व विदेश मंत्री के नटवर सिंह, वरिष्ठ पत्रकार शेखर गुप्ता, स्तंभकार और विदेश नीति विश्लेषक सी राजा मोहन और राजनीतिक विज्ञानी प्रताप भानु मेहता ने भी हिस्सा लिया। सीतापति ने कहा कि बाबरी विध्वंस के साथ ही राव को भी खत्म करने का प्रयास किया गया। हालांकि, श्रोताओं में बैठे कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने इस आरोप पर कड़ी आपत्ति जताई कि उनकी पार्टी ने राव को खलनायक के रूप में पेश करने की कोशिश की, ताकि मुस्लिम वोट आकर्षित किए जा सकें और इस बात पर अफसोस जताया कि राव ने मस्जिद को तोड़े जाने से रोकने के लिए समय पर कार्रवाई नहीं की। उन्होंने कहा, 'हमने प्रधानमंत्री को खतरे के प्रति सजग होने के लिए राजी करने की कोशिश की लेकिन उस व्यक्ति ने खतरे के प्रति सजग होने से इंकार कर दिया।' पुस्तक का विमोचन करते हुए अंसारी ने कहा, 'संसद के प्रबंधन और बाबरी मस्जिद के विध्वंस से संबंधित पुस्तक के दो हिस्से टिप्पणियां आमंत्रित करेंगे।' पुस्तक को व्यापक तौर पर उद्धृत करते हुए उन्होंने कहा, 'पहला किसी भी मानक से दु:स्वप्न था। कांग्रेस बहुमत से तकरीबन 10 सीटें दूर थी। विपक्ष दक्षिणपंथी बीजेपी और वामपंथी राष्ट्रीय मोर्चा के बीच बंटा हुआ था। प्रधानमंत्री को कमजोर समझा जाता था। इसलिए उनका ध्यान मुद्दों का पता लगाने के लिए विपक्ष के साथ व्यापक विचार-विमर्श और संसद के एजेंडा पर आम सहमति बनाने पर केंद्रित था।' उन्होंने कहा, 'इसे इतने वर्षों में जो उन्होंने व्यापक निजी संपर्क बनाए थे उसने सुगम बनाया। अभिशाप 26 जुलाई 1992 को विश्वास मत के साथ आया। सरकार का उद्देश्य किसी भी कीमत पर अपना अस्तित्व बचाए रखना था। अनैतिक हथकंडों का सहारा लिया गया। ये आखिरकार कानून की सीमा से परे पाए गए। लेखक का फैसला स्पष्ट है कि यह नरसिम्हा राव के कॅरियर का सबसे खराब राजनैतिक फैसला था।' बाबरी मस्जिद के विध्वंस पर अंसारी ने पुस्तक के आकलन को उद्धृत किया जिसमें सीतापति ने कहा है, 'राव मस्जिद को बचाना चाहते थे और हिंदू भावनाओं की रक्षा करना चाहते थे और खुद की भी रक्षा करना चाहते थे। मस्जिद को गिरा दिया गया, हिंदुओं ने कांग्रेस से मुंह मोड़ लिया और उनकी अपनी भी प्रतिष्ठा तार-तार हो गई।' सीतापति ने इस बात पर जोर दिया कि राव ने गलत फैसला किया, इसका कोई सवाल ही नहीं उठता है। उन्होंने इसके लिए तत्कालीन परिस्थितियों और राष्ट्रपति शासन लगाने के बारे में फैसला करने के प्रति राव समेत सबकी अनिच्छा को जिम्मेदार बताया।टिप्पणियां इसे विस्तार से बताते हुए अंसारी ने कहा कि निष्कर्ष अपरिहार्य है कि हिचक राजनैतिक दृष्टि से थी, न कि संवैधानिक लिहाज से थी। उन्होंने कहा, ‘निष्कर्ष रूप में यह कहा जा सकता है कि नरसिम्हा राव ने देश के लिए जो अच्छा किया, वो उनके बाद भी है और हम जिस वातावरण में जी रहे हैं और रह रहे हैं उसे बदला है और नुकसान भी बदस्तूर जारी है और भारी कीमत वसूल रहा है।' साथ ही अंसारी ने बुनियादी आर्थिक नीतियों में बदलाव की शुरुआत करने के लिए राव की भूमिका की सराहना की।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) पुस्तक विमोचन के बाद परिचर्चा में सीतापति ने कहा कि राव की भूमिका 1984 के सिख विरोधी दंगों में अधिक गंभीर थी, क्योंकि वह उस वक्त गृहमंत्री थे और सीधे तौर पर कार्रवाई करने के लिए जिम्मेदार थे। इस परिचर्चा में पूर्व विदेश मंत्री के नटवर सिंह, वरिष्ठ पत्रकार शेखर गुप्ता, स्तंभकार और विदेश नीति विश्लेषक सी राजा मोहन और राजनीतिक विज्ञानी प्रताप भानु मेहता ने भी हिस्सा लिया। सीतापति ने कहा कि बाबरी विध्वंस के साथ ही राव को भी खत्म करने का प्रयास किया गया। हालांकि, श्रोताओं में बैठे कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने इस आरोप पर कड़ी आपत्ति जताई कि उनकी पार्टी ने राव को खलनायक के रूप में पेश करने की कोशिश की, ताकि मुस्लिम वोट आकर्षित किए जा सकें और इस बात पर अफसोस जताया कि राव ने मस्जिद को तोड़े जाने से रोकने के लिए समय पर कार्रवाई नहीं की। उन्होंने कहा, 'हमने प्रधानमंत्री को खतरे के प्रति सजग होने के लिए राजी करने की कोशिश की लेकिन उस व्यक्ति ने खतरे के प्रति सजग होने से इंकार कर दिया।' पुस्तक का विमोचन करते हुए अंसारी ने कहा, 'संसद के प्रबंधन और बाबरी मस्जिद के विध्वंस से संबंधित पुस्तक के दो हिस्से टिप्पणियां आमंत्रित करेंगे।' पुस्तक को व्यापक तौर पर उद्धृत करते हुए उन्होंने कहा, 'पहला किसी भी मानक से दु:स्वप्न था। कांग्रेस बहुमत से तकरीबन 10 सीटें दूर थी। विपक्ष दक्षिणपंथी बीजेपी और वामपंथी राष्ट्रीय मोर्चा के बीच बंटा हुआ था। प्रधानमंत्री को कमजोर समझा जाता था। इसलिए उनका ध्यान मुद्दों का पता लगाने के लिए विपक्ष के साथ व्यापक विचार-विमर्श और संसद के एजेंडा पर आम सहमति बनाने पर केंद्रित था।' उन्होंने कहा, 'इसे इतने वर्षों में जो उन्होंने व्यापक निजी संपर्क बनाए थे उसने सुगम बनाया। अभिशाप 26 जुलाई 1992 को विश्वास मत के साथ आया। सरकार का उद्देश्य किसी भी कीमत पर अपना अस्तित्व बचाए रखना था। अनैतिक हथकंडों का सहारा लिया गया। ये आखिरकार कानून की सीमा से परे पाए गए। लेखक का फैसला स्पष्ट है कि यह नरसिम्हा राव के कॅरियर का सबसे खराब राजनैतिक फैसला था।' बाबरी मस्जिद के विध्वंस पर अंसारी ने पुस्तक के आकलन को उद्धृत किया जिसमें सीतापति ने कहा है, 'राव मस्जिद को बचाना चाहते थे और हिंदू भावनाओं की रक्षा करना चाहते थे और खुद की भी रक्षा करना चाहते थे। मस्जिद को गिरा दिया गया, हिंदुओं ने कांग्रेस से मुंह मोड़ लिया और उनकी अपनी भी प्रतिष्ठा तार-तार हो गई।' सीतापति ने इस बात पर जोर दिया कि राव ने गलत फैसला किया, इसका कोई सवाल ही नहीं उठता है। उन्होंने इसके लिए तत्कालीन परिस्थितियों और राष्ट्रपति शासन लगाने के बारे में फैसला करने के प्रति राव समेत सबकी अनिच्छा को जिम्मेदार बताया।टिप्पणियां इसे विस्तार से बताते हुए अंसारी ने कहा कि निष्कर्ष अपरिहार्य है कि हिचक राजनैतिक दृष्टि से थी, न कि संवैधानिक लिहाज से थी। उन्होंने कहा, ‘निष्कर्ष रूप में यह कहा जा सकता है कि नरसिम्हा राव ने देश के लिए जो अच्छा किया, वो उनके बाद भी है और हम जिस वातावरण में जी रहे हैं और रह रहे हैं उसे बदला है और नुकसान भी बदस्तूर जारी है और भारी कीमत वसूल रहा है।' साथ ही अंसारी ने बुनियादी आर्थिक नीतियों में बदलाव की शुरुआत करने के लिए राव की भूमिका की सराहना की।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) सीतापति ने कहा कि बाबरी विध्वंस के साथ ही राव को भी खत्म करने का प्रयास किया गया। हालांकि, श्रोताओं में बैठे कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने इस आरोप पर कड़ी आपत्ति जताई कि उनकी पार्टी ने राव को खलनायक के रूप में पेश करने की कोशिश की, ताकि मुस्लिम वोट आकर्षित किए जा सकें और इस बात पर अफसोस जताया कि राव ने मस्जिद को तोड़े जाने से रोकने के लिए समय पर कार्रवाई नहीं की। उन्होंने कहा, 'हमने प्रधानमंत्री को खतरे के प्रति सजग होने के लिए राजी करने की कोशिश की लेकिन उस व्यक्ति ने खतरे के प्रति सजग होने से इंकार कर दिया।' पुस्तक का विमोचन करते हुए अंसारी ने कहा, 'संसद के प्रबंधन और बाबरी मस्जिद के विध्वंस से संबंधित पुस्तक के दो हिस्से टिप्पणियां आमंत्रित करेंगे।' पुस्तक को व्यापक तौर पर उद्धृत करते हुए उन्होंने कहा, 'पहला किसी भी मानक से दु:स्वप्न था। कांग्रेस बहुमत से तकरीबन 10 सीटें दूर थी। विपक्ष दक्षिणपंथी बीजेपी और वामपंथी राष्ट्रीय मोर्चा के बीच बंटा हुआ था। प्रधानमंत्री को कमजोर समझा जाता था। इसलिए उनका ध्यान मुद्दों का पता लगाने के लिए विपक्ष के साथ व्यापक विचार-विमर्श और संसद के एजेंडा पर आम सहमति बनाने पर केंद्रित था।' उन्होंने कहा, 'इसे इतने वर्षों में जो उन्होंने व्यापक निजी संपर्क बनाए थे उसने सुगम बनाया। अभिशाप 26 जुलाई 1992 को विश्वास मत के साथ आया। सरकार का उद्देश्य किसी भी कीमत पर अपना अस्तित्व बचाए रखना था। अनैतिक हथकंडों का सहारा लिया गया। ये आखिरकार कानून की सीमा से परे पाए गए। लेखक का फैसला स्पष्ट है कि यह नरसिम्हा राव के कॅरियर का सबसे खराब राजनैतिक फैसला था।' बाबरी मस्जिद के विध्वंस पर अंसारी ने पुस्तक के आकलन को उद्धृत किया जिसमें सीतापति ने कहा है, 'राव मस्जिद को बचाना चाहते थे और हिंदू भावनाओं की रक्षा करना चाहते थे और खुद की भी रक्षा करना चाहते थे। मस्जिद को गिरा दिया गया, हिंदुओं ने कांग्रेस से मुंह मोड़ लिया और उनकी अपनी भी प्रतिष्ठा तार-तार हो गई।' सीतापति ने इस बात पर जोर दिया कि राव ने गलत फैसला किया, इसका कोई सवाल ही नहीं उठता है। उन्होंने इसके लिए तत्कालीन परिस्थितियों और राष्ट्रपति शासन लगाने के बारे में फैसला करने के प्रति राव समेत सबकी अनिच्छा को जिम्मेदार बताया।टिप्पणियां इसे विस्तार से बताते हुए अंसारी ने कहा कि निष्कर्ष अपरिहार्य है कि हिचक राजनैतिक दृष्टि से थी, न कि संवैधानिक लिहाज से थी। उन्होंने कहा, ‘निष्कर्ष रूप में यह कहा जा सकता है कि नरसिम्हा राव ने देश के लिए जो अच्छा किया, वो उनके बाद भी है और हम जिस वातावरण में जी रहे हैं और रह रहे हैं उसे बदला है और नुकसान भी बदस्तूर जारी है और भारी कीमत वसूल रहा है।' साथ ही अंसारी ने बुनियादी आर्थिक नीतियों में बदलाव की शुरुआत करने के लिए राव की भूमिका की सराहना की।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) पुस्तक का विमोचन करते हुए अंसारी ने कहा, 'संसद के प्रबंधन और बाबरी मस्जिद के विध्वंस से संबंधित पुस्तक के दो हिस्से टिप्पणियां आमंत्रित करेंगे।' पुस्तक को व्यापक तौर पर उद्धृत करते हुए उन्होंने कहा, 'पहला किसी भी मानक से दु:स्वप्न था। कांग्रेस बहुमत से तकरीबन 10 सीटें दूर थी। विपक्ष दक्षिणपंथी बीजेपी और वामपंथी राष्ट्रीय मोर्चा के बीच बंटा हुआ था। प्रधानमंत्री को कमजोर समझा जाता था। इसलिए उनका ध्यान मुद्दों का पता लगाने के लिए विपक्ष के साथ व्यापक विचार-विमर्श और संसद के एजेंडा पर आम सहमति बनाने पर केंद्रित था।' उन्होंने कहा, 'इसे इतने वर्षों में जो उन्होंने व्यापक निजी संपर्क बनाए थे उसने सुगम बनाया। अभिशाप 26 जुलाई 1992 को विश्वास मत के साथ आया। सरकार का उद्देश्य किसी भी कीमत पर अपना अस्तित्व बचाए रखना था। अनैतिक हथकंडों का सहारा लिया गया। ये आखिरकार कानून की सीमा से परे पाए गए। लेखक का फैसला स्पष्ट है कि यह नरसिम्हा राव के कॅरियर का सबसे खराब राजनैतिक फैसला था।' बाबरी मस्जिद के विध्वंस पर अंसारी ने पुस्तक के आकलन को उद्धृत किया जिसमें सीतापति ने कहा है, 'राव मस्जिद को बचाना चाहते थे और हिंदू भावनाओं की रक्षा करना चाहते थे और खुद की भी रक्षा करना चाहते थे। मस्जिद को गिरा दिया गया, हिंदुओं ने कांग्रेस से मुंह मोड़ लिया और उनकी अपनी भी प्रतिष्ठा तार-तार हो गई।' सीतापति ने इस बात पर जोर दिया कि राव ने गलत फैसला किया, इसका कोई सवाल ही नहीं उठता है। उन्होंने इसके लिए तत्कालीन परिस्थितियों और राष्ट्रपति शासन लगाने के बारे में फैसला करने के प्रति राव समेत सबकी अनिच्छा को जिम्मेदार बताया।टिप्पणियां इसे विस्तार से बताते हुए अंसारी ने कहा कि निष्कर्ष अपरिहार्य है कि हिचक राजनैतिक दृष्टि से थी, न कि संवैधानिक लिहाज से थी। उन्होंने कहा, ‘निष्कर्ष रूप में यह कहा जा सकता है कि नरसिम्हा राव ने देश के लिए जो अच्छा किया, वो उनके बाद भी है और हम जिस वातावरण में जी रहे हैं और रह रहे हैं उसे बदला है और नुकसान भी बदस्तूर जारी है और भारी कीमत वसूल रहा है।' साथ ही अंसारी ने बुनियादी आर्थिक नीतियों में बदलाव की शुरुआत करने के लिए राव की भूमिका की सराहना की।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) बाबरी मस्जिद के विध्वंस पर अंसारी ने पुस्तक के आकलन को उद्धृत किया जिसमें सीतापति ने कहा है, 'राव मस्जिद को बचाना चाहते थे और हिंदू भावनाओं की रक्षा करना चाहते थे और खुद की भी रक्षा करना चाहते थे। मस्जिद को गिरा दिया गया, हिंदुओं ने कांग्रेस से मुंह मोड़ लिया और उनकी अपनी भी प्रतिष्ठा तार-तार हो गई।' सीतापति ने इस बात पर जोर दिया कि राव ने गलत फैसला किया, इसका कोई सवाल ही नहीं उठता है। उन्होंने इसके लिए तत्कालीन परिस्थितियों और राष्ट्रपति शासन लगाने के बारे में फैसला करने के प्रति राव समेत सबकी अनिच्छा को जिम्मेदार बताया।टिप्पणियां इसे विस्तार से बताते हुए अंसारी ने कहा कि निष्कर्ष अपरिहार्य है कि हिचक राजनैतिक दृष्टि से थी, न कि संवैधानिक लिहाज से थी। उन्होंने कहा, ‘निष्कर्ष रूप में यह कहा जा सकता है कि नरसिम्हा राव ने देश के लिए जो अच्छा किया, वो उनके बाद भी है और हम जिस वातावरण में जी रहे हैं और रह रहे हैं उसे बदला है और नुकसान भी बदस्तूर जारी है और भारी कीमत वसूल रहा है।' साथ ही अंसारी ने बुनियादी आर्थिक नीतियों में बदलाव की शुरुआत करने के लिए राव की भूमिका की सराहना की।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) इसे विस्तार से बताते हुए अंसारी ने कहा कि निष्कर्ष अपरिहार्य है कि हिचक राजनैतिक दृष्टि से थी, न कि संवैधानिक लिहाज से थी। उन्होंने कहा, ‘निष्कर्ष रूप में यह कहा जा सकता है कि नरसिम्हा राव ने देश के लिए जो अच्छा किया, वो उनके बाद भी है और हम जिस वातावरण में जी रहे हैं और रह रहे हैं उसे बदला है और नुकसान भी बदस्तूर जारी है और भारी कीमत वसूल रहा है।' साथ ही अंसारी ने बुनियादी आर्थिक नीतियों में बदलाव की शुरुआत करने के लिए राव की भूमिका की सराहना की।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
'क्या कोर्ट की कार्यवाही टेलीकास्ट की जा सकती है?'
क्या हाईकोर्ट में हो रही सुनवाई को रिकॉर्ड कर उसे केस से संबंधित लोगों के घर में या किसी वेटिंग एरिया में टेलीकास्ट किया जा सकता है।
क्या हाईकोर्ट में हो रही सुनवाई को रिकॉर्ड कर उसे केस से संबंधित लोगों के घर में या किसी वेटिंग एरिया में टेलीकास्ट किया जा सकता है। बॉम्बे हाईकोर्ट ने लीगल एंड इंफॉरमेशन टेक्नॉलजी के रजिस्ट्रार से इस बाबत राय मांगी है। इसके जरिए कोशिश है कि हाईकोर्ट में जुटने वाली भीड़ को कम किया जाए। बॉम्बे हाईकोर्ट की यह कोशिश दिल्ली हाईकोर्ट में हुए विस्फोट के बाद कोर्ट परिसर में सुरक्षा को पुख्ता करने के मकसद से की गई है। दरअसल यह बात इंदर चुग्गानी नाम के एक याचिकाकर्ता की याचिका पर सुनवाई के दौरान आया। कोर्ट ने रजिस्ट्रार और राज्य सरकार से 26 सितंबर तक अपना जवाब देने को कहा है कि कोर्ट की कार्रवाई का टेलिकास्ट मुमकिन है या नहीं।
चीन ने हाईब्रीड धान की उपज का नया विश्व रिकॉर्ड बनाया
चीन के हुनान प्रांत के लोंगुई जिले में प्रायोगिक खेती के दौरान सुपर राइस (डीएच2525) की पैदावार 926.6 किलो प्रति एमयू (0.067 हेक्टेयर) रही।
चीनी वैज्ञानिकों द्वारा हाल ही में विकसित नए हाईब्रीड धान सुपर राइस ने उपज का नया विश्व कीर्तिमान बनाया है। सरकारी बयान के मुताबिक चीन के मध्यवर्ती हुनान प्रांत के लोंगुई जिले में प्रायोगिक खेती के दौरान सुपर राइस (डीएच2525) की पैदावार 926.6 किलो प्रति एमयू (0.067 हेक्टेयर) रही। चाइनीज अकैडेमी ऑफ सोशल साइंसेज के कृषि विशेषज्ञ ली कुओशियांग ने कहा कि विश्व के सबसे अधिक आबादी वाले देश चीन के लिए ज्यादा उपज का लक्ष्य महत्वपूर्ण है। ली ने कहा कि हालांकि चीन अपनी 1.3 अरब की आबादी को मदद करने के लिए अन्न उत्पादन के मामले में आत्मनिर्भर है, लेकिन अन्य खाद्य उत्पादों और जानवरों के चारे के लिए अधिक अनाज की जरूरत है।
रेप की आरोपी महिला एथलीट का लिंग परीक्षण आज
पिछले तीन सालों से पिंकी के साथ रह रही महिला ने उस पर बलात्कार करने का आरोप लगाते हुए कहा था कि पिंकी पुरुष है न कि महिला।
बलात्कार के आरोप का सामना कर रही महिला एथलीट पिंकी प्रमाणिक का आज लिंग परीक्षण कराया जाएगा। पिछले तीन सालों से पिंकी के साथ रह रही महिला ने उस पर बलात्कार करने का आरोप लगाते हुए कहा था कि पिंकी पुरुष है न कि महिला। पिंकी 2006 के दोहा एशियाड में 4 गुणा 400 मीटर रिले में गोल्ड मेडल जीत चुकी है। उसी साल पिंकी ने मेलबर्न कॉमनवेल्थ गेम्स में सिल्वर मैडल भी जीता था। एशियन गेम्स में स्वर्ण पदक जीतने वाली खिलाड़ी पिंकी प्रमाणिक को पूर्वी रेलवे ने टिकट कलेक्टर के पद से सस्पेंड कर दिया है। भारत के लिए अंतरराष्ट्रीय मैदानों पर जीत हासिल करने वाली पिंकी पर बलात्कार का आरोप है। पूर्वी रेलवे का कहना है कि अगर कोर्ट पिंकी को सभी आरोपों से बरी कर देता है तो उनकी नौकरी उन्हें वापस मिल जाएगी। पिंकी 2006 के दोहा एशियाड में 4 गुणा 400 मीटर रिले में गोल्ड मेडल जीत चुकी है। उसी साल पिंकी ने मेलबर्न कॉमनवेल्थ गेम्स में सिल्वर मैडल भी जीता था। एशियन गेम्स में स्वर्ण पदक जीतने वाली खिलाड़ी पिंकी प्रमाणिक को पूर्वी रेलवे ने टिकट कलेक्टर के पद से सस्पेंड कर दिया है। भारत के लिए अंतरराष्ट्रीय मैदानों पर जीत हासिल करने वाली पिंकी पर बलात्कार का आरोप है। पूर्वी रेलवे का कहना है कि अगर कोर्ट पिंकी को सभी आरोपों से बरी कर देता है तो उनकी नौकरी उन्हें वापस मिल जाएगी।
अभ्यास मैच : पाकिस्तान ने भारत को पांच विकेट से हराया
कामरान अकमल (नाबाद 92) की तूफानी पारी की बदौलत पाकिस्तान क्रिकेट टीम ने आर. प्रेमदासा स्टेडियम में सोमवार को खेले गए ट्वेंटी-20 विश्व कप के अभ्यास मैच में भारत को पांच विकेट से हरा दिया।
कामरान अकमल (नाबाद 92) की तूफानी पारी की बदौलत पाकिस्तान क्रिकेट टीम ने आर. प्रेमदासा स्टेडियम में सोमवार को खेले गए ट्वेंटी-20 विश्व कप के अभ्यास मैच में भारत को पांच विकेट से हरा दिया। पाकिस्तान की जीत के हीरो रहे अकमल ने 50 गेंदों का सामना करते हुए पांच चौके और छह छक्के लगाए जबकि शोएब मलिक 37 रन बनाकर नाबाद लौटे। 18 गेंदों पर दो चौके और दो छक्के लगाने वाले मलिक और अकमल ने छठे विकेट के लिए 95 नाबाद रन जोड़े। पाक टीम ने 19.1 में ही यह विशाल लक्ष्य हासिल कर लिया। अकमल और मलिक ने ऐसे समय में पाकिस्तान की पारी को संवारा और उसे जीत तक ले गए, जब उसने 91 रन के कुल योग पर पांच विकेट गंवा दिए थे। उसके अंतिम तीन विकेट सिर्फ सात रन के कुल योग पर ही गिर गए थे, इससे बेखबर अकमल ने अपनी टीम को छक्के के साथ जीत दिलाई। पाकिस्तान ने 186 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए 10 ओवरों की समाप्ति तक चार विकेट के नुकसान पर 84 रन बनाए थे। उस समय तक पलड़ा बराबर लग रहा था। 91 के कुल योग पर उमर अकमल (2) का विकेट गिरने के बाद जब मलिक विकेट पर आए तब खेल का पासा पलट गया और वह हर गेंद के साथ पाकिस्तान के पक्ष में जाता दिखाई दिया। उमर के विकेट पर आने से पहले पाकिस्तान ने 84 रन के कुल योग पर ही अपने दो विकेट गंवा दिए थे। इसमें एक विकेट कप्तान मोहम्मद हफीज (38) और एक विकेट शाहिद अफरीदी (0) का था। भारत के लिए चार विकेट रविचंद्रन अश्विन ने लिए। उनके अलावा किसी अन्य गेंदबाज को सफलता नहीं मिली। पाकिस्तान का पहला विकेट सलामी बल्लेबाज इमरान नजीर (13) के रूप में गिरा था। नजीर को अश्विन ने सुरेश रैना के हाथों कैच कराया जबकि नासिर जमशेद को 33 रन के कुल योग पर कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने गौतम गम्भीर के थ्रो पर रन आउट किया। नजीर का विकेट 30 रन के कुल योग पर गिरा था। इसके बाद कप्तान हफीज और अकमल ने तीसरे विकेट के लिए 51 रन जोड़कर टीम को मजबूती प्रदान की। हफीज ने अपनी 29 गेंदों की पारी में चार चौके और एक छक्का लगाया। हफीज का विकेट अश्विन ने लिया। हफीज की विदाई के बाद पूर्व कप्तान अफरीदी विकेट पर आए। पाकिस्तान को उनसे आतिशी पारी की उम्मीद थी लेकिन दो गेंद खेलने के बाद ही जहीर खान के हाथों लपके गए। अफरीदी खाता भी नहीं खोल सके। इससे पहले, जबरदस्त फार्म में चल रहे विराट कोहली (नाबाद 75) और रोहित शर्मा (56) की उम्दा पारियों की बदौलत भारतीय टीम ने निर्धारित 20 ओवरों में तीन विकेट के नुकसान पर 185 रन बनाए। कोहली ने अपनी नाबाद पारी में 47 गेंदों का सामना करते हुए सात चौके और दो छक्के जड़े। कोहली और रोहित ने तीसरे विकेट के लिए 127 रनों की साझेदारी की। युवराज सिंह चार रन पर नाबाद रहे। भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। भारत की ओर से पारी की शुरुआत करने आए गौतम गम्भीर और वीरेंद्र सहवाग ने पहले विकेट के लिए 4.4 ओवरों में 41 रन जोड़े। गम्भीर के रूप में भारत का पहला विकेट गिरा। उन्हें 10 रन के निजी योग पर तेज गेंदबाज उमर गुल ने बोल्ड किया। गम्भीर के आउट होने के बाद कुछ देर बार सहवाग भी ऑफ स्पिनर सईद अजमल की गेंद पर शाहिद अफरीदी को कैच थमाकर चलते बने।टिप्पणियां सहवाग ने 14 गेंदों पर चार चौकों और एक छक्के की मदद से 26 रन बनाए। रोहित के रूप में भारत का तीसरा विकेट गिरा। उन्हें अजमल ने बोल्ड किया। रोहित ने 40 गेंदों पर छह चौके और दो छक्के लगाए। पाकिस्तान की ओर से अजमल ने दो जबकि गुल ने एक विकेट झटका। भारत ने अपने पहले अभ्यास मुकाबले में मेजबान श्रीलंका को 26 रनों से हराया था। मंगलवार से शुरू हो रहे विश्व कप में भारतीय टीम अपने अभियान की शुरुआत बुधवार को अफगानिस्तान के खिलाफ मुकाबले से करेगी। पाकिस्तान की जीत के हीरो रहे अकमल ने 50 गेंदों का सामना करते हुए पांच चौके और छह छक्के लगाए जबकि शोएब मलिक 37 रन बनाकर नाबाद लौटे। 18 गेंदों पर दो चौके और दो छक्के लगाने वाले मलिक और अकमल ने छठे विकेट के लिए 95 नाबाद रन जोड़े। पाक टीम ने 19.1 में ही यह विशाल लक्ष्य हासिल कर लिया। अकमल और मलिक ने ऐसे समय में पाकिस्तान की पारी को संवारा और उसे जीत तक ले गए, जब उसने 91 रन के कुल योग पर पांच विकेट गंवा दिए थे। उसके अंतिम तीन विकेट सिर्फ सात रन के कुल योग पर ही गिर गए थे, इससे बेखबर अकमल ने अपनी टीम को छक्के के साथ जीत दिलाई। पाकिस्तान ने 186 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए 10 ओवरों की समाप्ति तक चार विकेट के नुकसान पर 84 रन बनाए थे। उस समय तक पलड़ा बराबर लग रहा था। 91 के कुल योग पर उमर अकमल (2) का विकेट गिरने के बाद जब मलिक विकेट पर आए तब खेल का पासा पलट गया और वह हर गेंद के साथ पाकिस्तान के पक्ष में जाता दिखाई दिया। उमर के विकेट पर आने से पहले पाकिस्तान ने 84 रन के कुल योग पर ही अपने दो विकेट गंवा दिए थे। इसमें एक विकेट कप्तान मोहम्मद हफीज (38) और एक विकेट शाहिद अफरीदी (0) का था। भारत के लिए चार विकेट रविचंद्रन अश्विन ने लिए। उनके अलावा किसी अन्य गेंदबाज को सफलता नहीं मिली। पाकिस्तान का पहला विकेट सलामी बल्लेबाज इमरान नजीर (13) के रूप में गिरा था। नजीर को अश्विन ने सुरेश रैना के हाथों कैच कराया जबकि नासिर जमशेद को 33 रन के कुल योग पर कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने गौतम गम्भीर के थ्रो पर रन आउट किया। नजीर का विकेट 30 रन के कुल योग पर गिरा था। इसके बाद कप्तान हफीज और अकमल ने तीसरे विकेट के लिए 51 रन जोड़कर टीम को मजबूती प्रदान की। हफीज ने अपनी 29 गेंदों की पारी में चार चौके और एक छक्का लगाया। हफीज का विकेट अश्विन ने लिया। हफीज की विदाई के बाद पूर्व कप्तान अफरीदी विकेट पर आए। पाकिस्तान को उनसे आतिशी पारी की उम्मीद थी लेकिन दो गेंद खेलने के बाद ही जहीर खान के हाथों लपके गए। अफरीदी खाता भी नहीं खोल सके। इससे पहले, जबरदस्त फार्म में चल रहे विराट कोहली (नाबाद 75) और रोहित शर्मा (56) की उम्दा पारियों की बदौलत भारतीय टीम ने निर्धारित 20 ओवरों में तीन विकेट के नुकसान पर 185 रन बनाए। कोहली ने अपनी नाबाद पारी में 47 गेंदों का सामना करते हुए सात चौके और दो छक्के जड़े। कोहली और रोहित ने तीसरे विकेट के लिए 127 रनों की साझेदारी की। युवराज सिंह चार रन पर नाबाद रहे। भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। भारत की ओर से पारी की शुरुआत करने आए गौतम गम्भीर और वीरेंद्र सहवाग ने पहले विकेट के लिए 4.4 ओवरों में 41 रन जोड़े। गम्भीर के रूप में भारत का पहला विकेट गिरा। उन्हें 10 रन के निजी योग पर तेज गेंदबाज उमर गुल ने बोल्ड किया। गम्भीर के आउट होने के बाद कुछ देर बार सहवाग भी ऑफ स्पिनर सईद अजमल की गेंद पर शाहिद अफरीदी को कैच थमाकर चलते बने।टिप्पणियां सहवाग ने 14 गेंदों पर चार चौकों और एक छक्के की मदद से 26 रन बनाए। रोहित के रूप में भारत का तीसरा विकेट गिरा। उन्हें अजमल ने बोल्ड किया। रोहित ने 40 गेंदों पर छह चौके और दो छक्के लगाए। पाकिस्तान की ओर से अजमल ने दो जबकि गुल ने एक विकेट झटका। भारत ने अपने पहले अभ्यास मुकाबले में मेजबान श्रीलंका को 26 रनों से हराया था। मंगलवार से शुरू हो रहे विश्व कप में भारतीय टीम अपने अभियान की शुरुआत बुधवार को अफगानिस्तान के खिलाफ मुकाबले से करेगी। अकमल और मलिक ने ऐसे समय में पाकिस्तान की पारी को संवारा और उसे जीत तक ले गए, जब उसने 91 रन के कुल योग पर पांच विकेट गंवा दिए थे। उसके अंतिम तीन विकेट सिर्फ सात रन के कुल योग पर ही गिर गए थे, इससे बेखबर अकमल ने अपनी टीम को छक्के के साथ जीत दिलाई। पाकिस्तान ने 186 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए 10 ओवरों की समाप्ति तक चार विकेट के नुकसान पर 84 रन बनाए थे। उस समय तक पलड़ा बराबर लग रहा था। 91 के कुल योग पर उमर अकमल (2) का विकेट गिरने के बाद जब मलिक विकेट पर आए तब खेल का पासा पलट गया और वह हर गेंद के साथ पाकिस्तान के पक्ष में जाता दिखाई दिया। उमर के विकेट पर आने से पहले पाकिस्तान ने 84 रन के कुल योग पर ही अपने दो विकेट गंवा दिए थे। इसमें एक विकेट कप्तान मोहम्मद हफीज (38) और एक विकेट शाहिद अफरीदी (0) का था। भारत के लिए चार विकेट रविचंद्रन अश्विन ने लिए। उनके अलावा किसी अन्य गेंदबाज को सफलता नहीं मिली। पाकिस्तान का पहला विकेट सलामी बल्लेबाज इमरान नजीर (13) के रूप में गिरा था। नजीर को अश्विन ने सुरेश रैना के हाथों कैच कराया जबकि नासिर जमशेद को 33 रन के कुल योग पर कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने गौतम गम्भीर के थ्रो पर रन आउट किया। नजीर का विकेट 30 रन के कुल योग पर गिरा था। इसके बाद कप्तान हफीज और अकमल ने तीसरे विकेट के लिए 51 रन जोड़कर टीम को मजबूती प्रदान की। हफीज ने अपनी 29 गेंदों की पारी में चार चौके और एक छक्का लगाया। हफीज का विकेट अश्विन ने लिया। हफीज की विदाई के बाद पूर्व कप्तान अफरीदी विकेट पर आए। पाकिस्तान को उनसे आतिशी पारी की उम्मीद थी लेकिन दो गेंद खेलने के बाद ही जहीर खान के हाथों लपके गए। अफरीदी खाता भी नहीं खोल सके। इससे पहले, जबरदस्त फार्म में चल रहे विराट कोहली (नाबाद 75) और रोहित शर्मा (56) की उम्दा पारियों की बदौलत भारतीय टीम ने निर्धारित 20 ओवरों में तीन विकेट के नुकसान पर 185 रन बनाए। कोहली ने अपनी नाबाद पारी में 47 गेंदों का सामना करते हुए सात चौके और दो छक्के जड़े। कोहली और रोहित ने तीसरे विकेट के लिए 127 रनों की साझेदारी की। युवराज सिंह चार रन पर नाबाद रहे। भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। भारत की ओर से पारी की शुरुआत करने आए गौतम गम्भीर और वीरेंद्र सहवाग ने पहले विकेट के लिए 4.4 ओवरों में 41 रन जोड़े। गम्भीर के रूप में भारत का पहला विकेट गिरा। उन्हें 10 रन के निजी योग पर तेज गेंदबाज उमर गुल ने बोल्ड किया। गम्भीर के आउट होने के बाद कुछ देर बार सहवाग भी ऑफ स्पिनर सईद अजमल की गेंद पर शाहिद अफरीदी को कैच थमाकर चलते बने।टिप्पणियां सहवाग ने 14 गेंदों पर चार चौकों और एक छक्के की मदद से 26 रन बनाए। रोहित के रूप में भारत का तीसरा विकेट गिरा। उन्हें अजमल ने बोल्ड किया। रोहित ने 40 गेंदों पर छह चौके और दो छक्के लगाए। पाकिस्तान की ओर से अजमल ने दो जबकि गुल ने एक विकेट झटका। भारत ने अपने पहले अभ्यास मुकाबले में मेजबान श्रीलंका को 26 रनों से हराया था। मंगलवार से शुरू हो रहे विश्व कप में भारतीय टीम अपने अभियान की शुरुआत बुधवार को अफगानिस्तान के खिलाफ मुकाबले से करेगी। पाकिस्तान ने 186 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए 10 ओवरों की समाप्ति तक चार विकेट के नुकसान पर 84 रन बनाए थे। उस समय तक पलड़ा बराबर लग रहा था। 91 के कुल योग पर उमर अकमल (2) का विकेट गिरने के बाद जब मलिक विकेट पर आए तब खेल का पासा पलट गया और वह हर गेंद के साथ पाकिस्तान के पक्ष में जाता दिखाई दिया। उमर के विकेट पर आने से पहले पाकिस्तान ने 84 रन के कुल योग पर ही अपने दो विकेट गंवा दिए थे। इसमें एक विकेट कप्तान मोहम्मद हफीज (38) और एक विकेट शाहिद अफरीदी (0) का था। भारत के लिए चार विकेट रविचंद्रन अश्विन ने लिए। उनके अलावा किसी अन्य गेंदबाज को सफलता नहीं मिली। पाकिस्तान का पहला विकेट सलामी बल्लेबाज इमरान नजीर (13) के रूप में गिरा था। नजीर को अश्विन ने सुरेश रैना के हाथों कैच कराया जबकि नासिर जमशेद को 33 रन के कुल योग पर कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने गौतम गम्भीर के थ्रो पर रन आउट किया। नजीर का विकेट 30 रन के कुल योग पर गिरा था। इसके बाद कप्तान हफीज और अकमल ने तीसरे विकेट के लिए 51 रन जोड़कर टीम को मजबूती प्रदान की। हफीज ने अपनी 29 गेंदों की पारी में चार चौके और एक छक्का लगाया। हफीज का विकेट अश्विन ने लिया। हफीज की विदाई के बाद पूर्व कप्तान अफरीदी विकेट पर आए। पाकिस्तान को उनसे आतिशी पारी की उम्मीद थी लेकिन दो गेंद खेलने के बाद ही जहीर खान के हाथों लपके गए। अफरीदी खाता भी नहीं खोल सके। इससे पहले, जबरदस्त फार्म में चल रहे विराट कोहली (नाबाद 75) और रोहित शर्मा (56) की उम्दा पारियों की बदौलत भारतीय टीम ने निर्धारित 20 ओवरों में तीन विकेट के नुकसान पर 185 रन बनाए। कोहली ने अपनी नाबाद पारी में 47 गेंदों का सामना करते हुए सात चौके और दो छक्के जड़े। कोहली और रोहित ने तीसरे विकेट के लिए 127 रनों की साझेदारी की। युवराज सिंह चार रन पर नाबाद रहे। भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। भारत की ओर से पारी की शुरुआत करने आए गौतम गम्भीर और वीरेंद्र सहवाग ने पहले विकेट के लिए 4.4 ओवरों में 41 रन जोड़े। गम्भीर के रूप में भारत का पहला विकेट गिरा। उन्हें 10 रन के निजी योग पर तेज गेंदबाज उमर गुल ने बोल्ड किया। गम्भीर के आउट होने के बाद कुछ देर बार सहवाग भी ऑफ स्पिनर सईद अजमल की गेंद पर शाहिद अफरीदी को कैच थमाकर चलते बने।टिप्पणियां सहवाग ने 14 गेंदों पर चार चौकों और एक छक्के की मदद से 26 रन बनाए। रोहित के रूप में भारत का तीसरा विकेट गिरा। उन्हें अजमल ने बोल्ड किया। रोहित ने 40 गेंदों पर छह चौके और दो छक्के लगाए। पाकिस्तान की ओर से अजमल ने दो जबकि गुल ने एक विकेट झटका। भारत ने अपने पहले अभ्यास मुकाबले में मेजबान श्रीलंका को 26 रनों से हराया था। मंगलवार से शुरू हो रहे विश्व कप में भारतीय टीम अपने अभियान की शुरुआत बुधवार को अफगानिस्तान के खिलाफ मुकाबले से करेगी। उमर के विकेट पर आने से पहले पाकिस्तान ने 84 रन के कुल योग पर ही अपने दो विकेट गंवा दिए थे। इसमें एक विकेट कप्तान मोहम्मद हफीज (38) और एक विकेट शाहिद अफरीदी (0) का था। भारत के लिए चार विकेट रविचंद्रन अश्विन ने लिए। उनके अलावा किसी अन्य गेंदबाज को सफलता नहीं मिली। पाकिस्तान का पहला विकेट सलामी बल्लेबाज इमरान नजीर (13) के रूप में गिरा था। नजीर को अश्विन ने सुरेश रैना के हाथों कैच कराया जबकि नासिर जमशेद को 33 रन के कुल योग पर कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने गौतम गम्भीर के थ्रो पर रन आउट किया। नजीर का विकेट 30 रन के कुल योग पर गिरा था। इसके बाद कप्तान हफीज और अकमल ने तीसरे विकेट के लिए 51 रन जोड़कर टीम को मजबूती प्रदान की। हफीज ने अपनी 29 गेंदों की पारी में चार चौके और एक छक्का लगाया। हफीज का विकेट अश्विन ने लिया। हफीज की विदाई के बाद पूर्व कप्तान अफरीदी विकेट पर आए। पाकिस्तान को उनसे आतिशी पारी की उम्मीद थी लेकिन दो गेंद खेलने के बाद ही जहीर खान के हाथों लपके गए। अफरीदी खाता भी नहीं खोल सके। इससे पहले, जबरदस्त फार्म में चल रहे विराट कोहली (नाबाद 75) और रोहित शर्मा (56) की उम्दा पारियों की बदौलत भारतीय टीम ने निर्धारित 20 ओवरों में तीन विकेट के नुकसान पर 185 रन बनाए। कोहली ने अपनी नाबाद पारी में 47 गेंदों का सामना करते हुए सात चौके और दो छक्के जड़े। कोहली और रोहित ने तीसरे विकेट के लिए 127 रनों की साझेदारी की। युवराज सिंह चार रन पर नाबाद रहे। भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। भारत की ओर से पारी की शुरुआत करने आए गौतम गम्भीर और वीरेंद्र सहवाग ने पहले विकेट के लिए 4.4 ओवरों में 41 रन जोड़े। गम्भीर के रूप में भारत का पहला विकेट गिरा। उन्हें 10 रन के निजी योग पर तेज गेंदबाज उमर गुल ने बोल्ड किया। गम्भीर के आउट होने के बाद कुछ देर बार सहवाग भी ऑफ स्पिनर सईद अजमल की गेंद पर शाहिद अफरीदी को कैच थमाकर चलते बने।टिप्पणियां सहवाग ने 14 गेंदों पर चार चौकों और एक छक्के की मदद से 26 रन बनाए। रोहित के रूप में भारत का तीसरा विकेट गिरा। उन्हें अजमल ने बोल्ड किया। रोहित ने 40 गेंदों पर छह चौके और दो छक्के लगाए। पाकिस्तान की ओर से अजमल ने दो जबकि गुल ने एक विकेट झटका। भारत ने अपने पहले अभ्यास मुकाबले में मेजबान श्रीलंका को 26 रनों से हराया था। मंगलवार से शुरू हो रहे विश्व कप में भारतीय टीम अपने अभियान की शुरुआत बुधवार को अफगानिस्तान के खिलाफ मुकाबले से करेगी। पाकिस्तान का पहला विकेट सलामी बल्लेबाज इमरान नजीर (13) के रूप में गिरा था। नजीर को अश्विन ने सुरेश रैना के हाथों कैच कराया जबकि नासिर जमशेद को 33 रन के कुल योग पर कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने गौतम गम्भीर के थ्रो पर रन आउट किया। नजीर का विकेट 30 रन के कुल योग पर गिरा था। इसके बाद कप्तान हफीज और अकमल ने तीसरे विकेट के लिए 51 रन जोड़कर टीम को मजबूती प्रदान की। हफीज ने अपनी 29 गेंदों की पारी में चार चौके और एक छक्का लगाया। हफीज का विकेट अश्विन ने लिया। हफीज की विदाई के बाद पूर्व कप्तान अफरीदी विकेट पर आए। पाकिस्तान को उनसे आतिशी पारी की उम्मीद थी लेकिन दो गेंद खेलने के बाद ही जहीर खान के हाथों लपके गए। अफरीदी खाता भी नहीं खोल सके। इससे पहले, जबरदस्त फार्म में चल रहे विराट कोहली (नाबाद 75) और रोहित शर्मा (56) की उम्दा पारियों की बदौलत भारतीय टीम ने निर्धारित 20 ओवरों में तीन विकेट के नुकसान पर 185 रन बनाए। कोहली ने अपनी नाबाद पारी में 47 गेंदों का सामना करते हुए सात चौके और दो छक्के जड़े। कोहली और रोहित ने तीसरे विकेट के लिए 127 रनों की साझेदारी की। युवराज सिंह चार रन पर नाबाद रहे। भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। भारत की ओर से पारी की शुरुआत करने आए गौतम गम्भीर और वीरेंद्र सहवाग ने पहले विकेट के लिए 4.4 ओवरों में 41 रन जोड़े। गम्भीर के रूप में भारत का पहला विकेट गिरा। उन्हें 10 रन के निजी योग पर तेज गेंदबाज उमर गुल ने बोल्ड किया। गम्भीर के आउट होने के बाद कुछ देर बार सहवाग भी ऑफ स्पिनर सईद अजमल की गेंद पर शाहिद अफरीदी को कैच थमाकर चलते बने।टिप्पणियां सहवाग ने 14 गेंदों पर चार चौकों और एक छक्के की मदद से 26 रन बनाए। रोहित के रूप में भारत का तीसरा विकेट गिरा। उन्हें अजमल ने बोल्ड किया। रोहित ने 40 गेंदों पर छह चौके और दो छक्के लगाए। पाकिस्तान की ओर से अजमल ने दो जबकि गुल ने एक विकेट झटका। भारत ने अपने पहले अभ्यास मुकाबले में मेजबान श्रीलंका को 26 रनों से हराया था। मंगलवार से शुरू हो रहे विश्व कप में भारतीय टीम अपने अभियान की शुरुआत बुधवार को अफगानिस्तान के खिलाफ मुकाबले से करेगी। नजीर का विकेट 30 रन के कुल योग पर गिरा था। इसके बाद कप्तान हफीज और अकमल ने तीसरे विकेट के लिए 51 रन जोड़कर टीम को मजबूती प्रदान की। हफीज ने अपनी 29 गेंदों की पारी में चार चौके और एक छक्का लगाया। हफीज का विकेट अश्विन ने लिया। हफीज की विदाई के बाद पूर्व कप्तान अफरीदी विकेट पर आए। पाकिस्तान को उनसे आतिशी पारी की उम्मीद थी लेकिन दो गेंद खेलने के बाद ही जहीर खान के हाथों लपके गए। अफरीदी खाता भी नहीं खोल सके। इससे पहले, जबरदस्त फार्म में चल रहे विराट कोहली (नाबाद 75) और रोहित शर्मा (56) की उम्दा पारियों की बदौलत भारतीय टीम ने निर्धारित 20 ओवरों में तीन विकेट के नुकसान पर 185 रन बनाए। कोहली ने अपनी नाबाद पारी में 47 गेंदों का सामना करते हुए सात चौके और दो छक्के जड़े। कोहली और रोहित ने तीसरे विकेट के लिए 127 रनों की साझेदारी की। युवराज सिंह चार रन पर नाबाद रहे। भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। भारत की ओर से पारी की शुरुआत करने आए गौतम गम्भीर और वीरेंद्र सहवाग ने पहले विकेट के लिए 4.4 ओवरों में 41 रन जोड़े। गम्भीर के रूप में भारत का पहला विकेट गिरा। उन्हें 10 रन के निजी योग पर तेज गेंदबाज उमर गुल ने बोल्ड किया। गम्भीर के आउट होने के बाद कुछ देर बार सहवाग भी ऑफ स्पिनर सईद अजमल की गेंद पर शाहिद अफरीदी को कैच थमाकर चलते बने।टिप्पणियां सहवाग ने 14 गेंदों पर चार चौकों और एक छक्के की मदद से 26 रन बनाए। रोहित के रूप में भारत का तीसरा विकेट गिरा। उन्हें अजमल ने बोल्ड किया। रोहित ने 40 गेंदों पर छह चौके और दो छक्के लगाए। पाकिस्तान की ओर से अजमल ने दो जबकि गुल ने एक विकेट झटका। भारत ने अपने पहले अभ्यास मुकाबले में मेजबान श्रीलंका को 26 रनों से हराया था। मंगलवार से शुरू हो रहे विश्व कप में भारतीय टीम अपने अभियान की शुरुआत बुधवार को अफगानिस्तान के खिलाफ मुकाबले से करेगी। हफीज ने अपनी 29 गेंदों की पारी में चार चौके और एक छक्का लगाया। हफीज का विकेट अश्विन ने लिया। हफीज की विदाई के बाद पूर्व कप्तान अफरीदी विकेट पर आए। पाकिस्तान को उनसे आतिशी पारी की उम्मीद थी लेकिन दो गेंद खेलने के बाद ही जहीर खान के हाथों लपके गए। अफरीदी खाता भी नहीं खोल सके। इससे पहले, जबरदस्त फार्म में चल रहे विराट कोहली (नाबाद 75) और रोहित शर्मा (56) की उम्दा पारियों की बदौलत भारतीय टीम ने निर्धारित 20 ओवरों में तीन विकेट के नुकसान पर 185 रन बनाए। कोहली ने अपनी नाबाद पारी में 47 गेंदों का सामना करते हुए सात चौके और दो छक्के जड़े। कोहली और रोहित ने तीसरे विकेट के लिए 127 रनों की साझेदारी की। युवराज सिंह चार रन पर नाबाद रहे। भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। भारत की ओर से पारी की शुरुआत करने आए गौतम गम्भीर और वीरेंद्र सहवाग ने पहले विकेट के लिए 4.4 ओवरों में 41 रन जोड़े। गम्भीर के रूप में भारत का पहला विकेट गिरा। उन्हें 10 रन के निजी योग पर तेज गेंदबाज उमर गुल ने बोल्ड किया। गम्भीर के आउट होने के बाद कुछ देर बार सहवाग भी ऑफ स्पिनर सईद अजमल की गेंद पर शाहिद अफरीदी को कैच थमाकर चलते बने।टिप्पणियां सहवाग ने 14 गेंदों पर चार चौकों और एक छक्के की मदद से 26 रन बनाए। रोहित के रूप में भारत का तीसरा विकेट गिरा। उन्हें अजमल ने बोल्ड किया। रोहित ने 40 गेंदों पर छह चौके और दो छक्के लगाए। पाकिस्तान की ओर से अजमल ने दो जबकि गुल ने एक विकेट झटका। भारत ने अपने पहले अभ्यास मुकाबले में मेजबान श्रीलंका को 26 रनों से हराया था। मंगलवार से शुरू हो रहे विश्व कप में भारतीय टीम अपने अभियान की शुरुआत बुधवार को अफगानिस्तान के खिलाफ मुकाबले से करेगी। इससे पहले, जबरदस्त फार्म में चल रहे विराट कोहली (नाबाद 75) और रोहित शर्मा (56) की उम्दा पारियों की बदौलत भारतीय टीम ने निर्धारित 20 ओवरों में तीन विकेट के नुकसान पर 185 रन बनाए। कोहली ने अपनी नाबाद पारी में 47 गेंदों का सामना करते हुए सात चौके और दो छक्के जड़े। कोहली और रोहित ने तीसरे विकेट के लिए 127 रनों की साझेदारी की। युवराज सिंह चार रन पर नाबाद रहे। भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। भारत की ओर से पारी की शुरुआत करने आए गौतम गम्भीर और वीरेंद्र सहवाग ने पहले विकेट के लिए 4.4 ओवरों में 41 रन जोड़े। गम्भीर के रूप में भारत का पहला विकेट गिरा। उन्हें 10 रन के निजी योग पर तेज गेंदबाज उमर गुल ने बोल्ड किया। गम्भीर के आउट होने के बाद कुछ देर बार सहवाग भी ऑफ स्पिनर सईद अजमल की गेंद पर शाहिद अफरीदी को कैच थमाकर चलते बने।टिप्पणियां सहवाग ने 14 गेंदों पर चार चौकों और एक छक्के की मदद से 26 रन बनाए। रोहित के रूप में भारत का तीसरा विकेट गिरा। उन्हें अजमल ने बोल्ड किया। रोहित ने 40 गेंदों पर छह चौके और दो छक्के लगाए। पाकिस्तान की ओर से अजमल ने दो जबकि गुल ने एक विकेट झटका। भारत ने अपने पहले अभ्यास मुकाबले में मेजबान श्रीलंका को 26 रनों से हराया था। मंगलवार से शुरू हो रहे विश्व कप में भारतीय टीम अपने अभियान की शुरुआत बुधवार को अफगानिस्तान के खिलाफ मुकाबले से करेगी। कोहली ने अपनी नाबाद पारी में 47 गेंदों का सामना करते हुए सात चौके और दो छक्के जड़े। कोहली और रोहित ने तीसरे विकेट के लिए 127 रनों की साझेदारी की। युवराज सिंह चार रन पर नाबाद रहे। भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। भारत की ओर से पारी की शुरुआत करने आए गौतम गम्भीर और वीरेंद्र सहवाग ने पहले विकेट के लिए 4.4 ओवरों में 41 रन जोड़े। गम्भीर के रूप में भारत का पहला विकेट गिरा। उन्हें 10 रन के निजी योग पर तेज गेंदबाज उमर गुल ने बोल्ड किया। गम्भीर के आउट होने के बाद कुछ देर बार सहवाग भी ऑफ स्पिनर सईद अजमल की गेंद पर शाहिद अफरीदी को कैच थमाकर चलते बने।टिप्पणियां सहवाग ने 14 गेंदों पर चार चौकों और एक छक्के की मदद से 26 रन बनाए। रोहित के रूप में भारत का तीसरा विकेट गिरा। उन्हें अजमल ने बोल्ड किया। रोहित ने 40 गेंदों पर छह चौके और दो छक्के लगाए। पाकिस्तान की ओर से अजमल ने दो जबकि गुल ने एक विकेट झटका। भारत ने अपने पहले अभ्यास मुकाबले में मेजबान श्रीलंका को 26 रनों से हराया था। मंगलवार से शुरू हो रहे विश्व कप में भारतीय टीम अपने अभियान की शुरुआत बुधवार को अफगानिस्तान के खिलाफ मुकाबले से करेगी। भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। भारत की ओर से पारी की शुरुआत करने आए गौतम गम्भीर और वीरेंद्र सहवाग ने पहले विकेट के लिए 4.4 ओवरों में 41 रन जोड़े। गम्भीर के रूप में भारत का पहला विकेट गिरा। उन्हें 10 रन के निजी योग पर तेज गेंदबाज उमर गुल ने बोल्ड किया। गम्भीर के आउट होने के बाद कुछ देर बार सहवाग भी ऑफ स्पिनर सईद अजमल की गेंद पर शाहिद अफरीदी को कैच थमाकर चलते बने।टिप्पणियां सहवाग ने 14 गेंदों पर चार चौकों और एक छक्के की मदद से 26 रन बनाए। रोहित के रूप में भारत का तीसरा विकेट गिरा। उन्हें अजमल ने बोल्ड किया। रोहित ने 40 गेंदों पर छह चौके और दो छक्के लगाए। पाकिस्तान की ओर से अजमल ने दो जबकि गुल ने एक विकेट झटका। भारत ने अपने पहले अभ्यास मुकाबले में मेजबान श्रीलंका को 26 रनों से हराया था। मंगलवार से शुरू हो रहे विश्व कप में भारतीय टीम अपने अभियान की शुरुआत बुधवार को अफगानिस्तान के खिलाफ मुकाबले से करेगी। गम्भीर के रूप में भारत का पहला विकेट गिरा। उन्हें 10 रन के निजी योग पर तेज गेंदबाज उमर गुल ने बोल्ड किया। गम्भीर के आउट होने के बाद कुछ देर बार सहवाग भी ऑफ स्पिनर सईद अजमल की गेंद पर शाहिद अफरीदी को कैच थमाकर चलते बने।टिप्पणियां सहवाग ने 14 गेंदों पर चार चौकों और एक छक्के की मदद से 26 रन बनाए। रोहित के रूप में भारत का तीसरा विकेट गिरा। उन्हें अजमल ने बोल्ड किया। रोहित ने 40 गेंदों पर छह चौके और दो छक्के लगाए। पाकिस्तान की ओर से अजमल ने दो जबकि गुल ने एक विकेट झटका। भारत ने अपने पहले अभ्यास मुकाबले में मेजबान श्रीलंका को 26 रनों से हराया था। मंगलवार से शुरू हो रहे विश्व कप में भारतीय टीम अपने अभियान की शुरुआत बुधवार को अफगानिस्तान के खिलाफ मुकाबले से करेगी। सहवाग ने 14 गेंदों पर चार चौकों और एक छक्के की मदद से 26 रन बनाए। रोहित के रूप में भारत का तीसरा विकेट गिरा। उन्हें अजमल ने बोल्ड किया। रोहित ने 40 गेंदों पर छह चौके और दो छक्के लगाए। पाकिस्तान की ओर से अजमल ने दो जबकि गुल ने एक विकेट झटका। भारत ने अपने पहले अभ्यास मुकाबले में मेजबान श्रीलंका को 26 रनों से हराया था। मंगलवार से शुरू हो रहे विश्व कप में भारतीय टीम अपने अभियान की शुरुआत बुधवार को अफगानिस्तान के खिलाफ मुकाबले से करेगी। भारत ने अपने पहले अभ्यास मुकाबले में मेजबान श्रीलंका को 26 रनों से हराया था। मंगलवार से शुरू हो रहे विश्व कप में भारतीय टीम अपने अभियान की शुरुआत बुधवार को अफगानिस्तान के खिलाफ मुकाबले से करेगी।
Punjab election: 'धुआं' बनकर उड़ रही है बादल सरकार, ये रही 7 वजह
बादल सरकार से अप्रवासी भारतीयों की बादल सरकार से नाराजगी सुखबीर सिंह बादल की मनमानी बनी हार की मुख्य वजह. चुनाव से ठीक पहले अकालियों ने गंवाया नवजोत सिंह सिद्धू का साथ
अब तक पंजाब की जनता के सामने कांग्रेस और अकाली दल के रूप में दो विकल्प होते थे. पहली बार विधानसभा चुनाव में उतरी आप ने सबसे ज्यादा शिअद को ही नुकसान पहुंचाया. प्रचार के दौरान साफ तौर से दिखा कि जनता आप को एक मजबूत विकल्‍प मान रही है. सत्‍तारूढ़ अकाली-भाजपा सरकार पर लगे आरोपों ने भी 'आप' को मिलते भरोसे में इजाफा किया है.नोट: यह खबर शुरआती रुझानों पर आधारित है. नोट: यह खबर शुरआती रुझानों पर आधारित है.
IIT Kanpur ने कई पदों पर निकाली वैकेंसी, ऐसे करें एप्‍लाई
IIT Kanpur ने विभिन्न पदों पर निकाली भर्ती इन पदों के लिए ऑनलाइन आवेदन करने की अंतिम तिथि 19 जून 2018 है अभ्यर्थी www.iitk.ac.in पर जाकर और अधिक जानकारी पा सकते हैं
अभ्यर्थी इस पते पर अपना एप्लीकेशन फॉर्म भेज सकते है- ज्वाइंट रजिस्ट्रार, रिक्रूटमेंट सेक्शन, कमरा नंबर 244 सेकेंड फ्लोर (फैकेल्टी बिल्डिंग) आईआईटी, कानपुर, पिन 208016, उत्तर प्रदेश
फ्लॉप शो के बाद महिला तीरंदाजों ने मौसम पर फोड़ा ठीकरा
भारतीय महिला तीरंदाजी टीम लॉर्ड्स क्रिकेट मैदान पर डेनमार्क के हाथों 210-211 से हारकर बाहर हो गई।
भारतीय महिला तीरंदाजी टीम लॉर्ड्स क्रिकेट मैदान पर डेनमार्क के हाथों 210-211 से हारकर बाहर हो गई। चेकरोचुलो स्वुरो खराब स्कोर के कारण भारत को यह पराजय झेलनी पड़ी। भारतीयों ने हार के बाद शिकायत की कि विपरीत दिशा में बहती हवा से उन्हें दिक्कत हुई। अब सभी की नजरें दीपिका कुमारी पर होगी जो सोमवार को व्यक्तिगत स्पर्धा में भारत की पदक उम्मीद बनकर उतरेंगी। टीम मैनेजर परेश नाथ मुखर्जी ने स्वीकार किया कि स्वुरो का खराब फार्म एक कारण था। मुखर्जी ने पत्रकारों से कहा,‘वह पूरी तरह से खराब फार्म में थी और अच्छा नहीं खेल सकी। दीपिका भी अपनी लय में नहीं थी। सिर्फ बोंबायला देवी ही अच्छा प्रदर्शन कर पाई।’ बोंबायला ने कहा,‘हम निराश है लेकिन किस्मत ने हमारा साथ नहीं दिया। हमने सर्वश्रेष्ठ कोशिश की लेकिन एक अंक से हार गए।’ टीम के छह और सात के स्कोर के बारे में उसने कहा,‘हम कम से कम आठ स्कोर करना चाहते थे। अगर ऐसा होता तो कोई दिक्कत नहीं थी लेकिन मेरी जोड़ीदार (स्वुरो) ने छह का स्कोर किया जिससे दिक्कत हुई।’टिप्पणियां बोंबायला ने कहा कि हवा एक कारण थी लेकिन उसे व्यक्तिगत वर्ग में अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है। उसने कहा,‘आज हवा अधिक चल रही थी लेकिन मुझे व्यक्तिगत वर्ग में अच्छे प्रदर्शन का यकीन है।’ स्वुरो ने कहा,‘मैने दो बार छह का स्कोर किया लेकिन एक बार 10 का स्कोर भी बनाया। हवा से बहुत दिक्कत हो रही थी।’ चेकरोचुलो स्वुरो खराब स्कोर के कारण भारत को यह पराजय झेलनी पड़ी। भारतीयों ने हार के बाद शिकायत की कि विपरीत दिशा में बहती हवा से उन्हें दिक्कत हुई। अब सभी की नजरें दीपिका कुमारी पर होगी जो सोमवार को व्यक्तिगत स्पर्धा में भारत की पदक उम्मीद बनकर उतरेंगी। टीम मैनेजर परेश नाथ मुखर्जी ने स्वीकार किया कि स्वुरो का खराब फार्म एक कारण था। मुखर्जी ने पत्रकारों से कहा,‘वह पूरी तरह से खराब फार्म में थी और अच्छा नहीं खेल सकी। दीपिका भी अपनी लय में नहीं थी। सिर्फ बोंबायला देवी ही अच्छा प्रदर्शन कर पाई।’ बोंबायला ने कहा,‘हम निराश है लेकिन किस्मत ने हमारा साथ नहीं दिया। हमने सर्वश्रेष्ठ कोशिश की लेकिन एक अंक से हार गए।’ टीम के छह और सात के स्कोर के बारे में उसने कहा,‘हम कम से कम आठ स्कोर करना चाहते थे। अगर ऐसा होता तो कोई दिक्कत नहीं थी लेकिन मेरी जोड़ीदार (स्वुरो) ने छह का स्कोर किया जिससे दिक्कत हुई।’टिप्पणियां बोंबायला ने कहा कि हवा एक कारण थी लेकिन उसे व्यक्तिगत वर्ग में अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है। उसने कहा,‘आज हवा अधिक चल रही थी लेकिन मुझे व्यक्तिगत वर्ग में अच्छे प्रदर्शन का यकीन है।’ स्वुरो ने कहा,‘मैने दो बार छह का स्कोर किया लेकिन एक बार 10 का स्कोर भी बनाया। हवा से बहुत दिक्कत हो रही थी।’ अब सभी की नजरें दीपिका कुमारी पर होगी जो सोमवार को व्यक्तिगत स्पर्धा में भारत की पदक उम्मीद बनकर उतरेंगी। टीम मैनेजर परेश नाथ मुखर्जी ने स्वीकार किया कि स्वुरो का खराब फार्म एक कारण था। मुखर्जी ने पत्रकारों से कहा,‘वह पूरी तरह से खराब फार्म में थी और अच्छा नहीं खेल सकी। दीपिका भी अपनी लय में नहीं थी। सिर्फ बोंबायला देवी ही अच्छा प्रदर्शन कर पाई।’ बोंबायला ने कहा,‘हम निराश है लेकिन किस्मत ने हमारा साथ नहीं दिया। हमने सर्वश्रेष्ठ कोशिश की लेकिन एक अंक से हार गए।’ टीम के छह और सात के स्कोर के बारे में उसने कहा,‘हम कम से कम आठ स्कोर करना चाहते थे। अगर ऐसा होता तो कोई दिक्कत नहीं थी लेकिन मेरी जोड़ीदार (स्वुरो) ने छह का स्कोर किया जिससे दिक्कत हुई।’टिप्पणियां बोंबायला ने कहा कि हवा एक कारण थी लेकिन उसे व्यक्तिगत वर्ग में अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है। उसने कहा,‘आज हवा अधिक चल रही थी लेकिन मुझे व्यक्तिगत वर्ग में अच्छे प्रदर्शन का यकीन है।’ स्वुरो ने कहा,‘मैने दो बार छह का स्कोर किया लेकिन एक बार 10 का स्कोर भी बनाया। हवा से बहुत दिक्कत हो रही थी।’ टीम मैनेजर परेश नाथ मुखर्जी ने स्वीकार किया कि स्वुरो का खराब फार्म एक कारण था। मुखर्जी ने पत्रकारों से कहा,‘वह पूरी तरह से खराब फार्म में थी और अच्छा नहीं खेल सकी। दीपिका भी अपनी लय में नहीं थी। सिर्फ बोंबायला देवी ही अच्छा प्रदर्शन कर पाई।’ बोंबायला ने कहा,‘हम निराश है लेकिन किस्मत ने हमारा साथ नहीं दिया। हमने सर्वश्रेष्ठ कोशिश की लेकिन एक अंक से हार गए।’ टीम के छह और सात के स्कोर के बारे में उसने कहा,‘हम कम से कम आठ स्कोर करना चाहते थे। अगर ऐसा होता तो कोई दिक्कत नहीं थी लेकिन मेरी जोड़ीदार (स्वुरो) ने छह का स्कोर किया जिससे दिक्कत हुई।’टिप्पणियां बोंबायला ने कहा कि हवा एक कारण थी लेकिन उसे व्यक्तिगत वर्ग में अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है। उसने कहा,‘आज हवा अधिक चल रही थी लेकिन मुझे व्यक्तिगत वर्ग में अच्छे प्रदर्शन का यकीन है।’ स्वुरो ने कहा,‘मैने दो बार छह का स्कोर किया लेकिन एक बार 10 का स्कोर भी बनाया। हवा से बहुत दिक्कत हो रही थी।’ मुखर्जी ने पत्रकारों से कहा,‘वह पूरी तरह से खराब फार्म में थी और अच्छा नहीं खेल सकी। दीपिका भी अपनी लय में नहीं थी। सिर्फ बोंबायला देवी ही अच्छा प्रदर्शन कर पाई।’ बोंबायला ने कहा,‘हम निराश है लेकिन किस्मत ने हमारा साथ नहीं दिया। हमने सर्वश्रेष्ठ कोशिश की लेकिन एक अंक से हार गए।’ टीम के छह और सात के स्कोर के बारे में उसने कहा,‘हम कम से कम आठ स्कोर करना चाहते थे। अगर ऐसा होता तो कोई दिक्कत नहीं थी लेकिन मेरी जोड़ीदार (स्वुरो) ने छह का स्कोर किया जिससे दिक्कत हुई।’टिप्पणियां बोंबायला ने कहा कि हवा एक कारण थी लेकिन उसे व्यक्तिगत वर्ग में अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है। उसने कहा,‘आज हवा अधिक चल रही थी लेकिन मुझे व्यक्तिगत वर्ग में अच्छे प्रदर्शन का यकीन है।’ स्वुरो ने कहा,‘मैने दो बार छह का स्कोर किया लेकिन एक बार 10 का स्कोर भी बनाया। हवा से बहुत दिक्कत हो रही थी।’ बोंबायला ने कहा,‘हम निराश है लेकिन किस्मत ने हमारा साथ नहीं दिया। हमने सर्वश्रेष्ठ कोशिश की लेकिन एक अंक से हार गए।’ टीम के छह और सात के स्कोर के बारे में उसने कहा,‘हम कम से कम आठ स्कोर करना चाहते थे। अगर ऐसा होता तो कोई दिक्कत नहीं थी लेकिन मेरी जोड़ीदार (स्वुरो) ने छह का स्कोर किया जिससे दिक्कत हुई।’टिप्पणियां बोंबायला ने कहा कि हवा एक कारण थी लेकिन उसे व्यक्तिगत वर्ग में अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है। उसने कहा,‘आज हवा अधिक चल रही थी लेकिन मुझे व्यक्तिगत वर्ग में अच्छे प्रदर्शन का यकीन है।’ स्वुरो ने कहा,‘मैने दो बार छह का स्कोर किया लेकिन एक बार 10 का स्कोर भी बनाया। हवा से बहुत दिक्कत हो रही थी।’ टीम के छह और सात के स्कोर के बारे में उसने कहा,‘हम कम से कम आठ स्कोर करना चाहते थे। अगर ऐसा होता तो कोई दिक्कत नहीं थी लेकिन मेरी जोड़ीदार (स्वुरो) ने छह का स्कोर किया जिससे दिक्कत हुई।’टिप्पणियां बोंबायला ने कहा कि हवा एक कारण थी लेकिन उसे व्यक्तिगत वर्ग में अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है। उसने कहा,‘आज हवा अधिक चल रही थी लेकिन मुझे व्यक्तिगत वर्ग में अच्छे प्रदर्शन का यकीन है।’ स्वुरो ने कहा,‘मैने दो बार छह का स्कोर किया लेकिन एक बार 10 का स्कोर भी बनाया। हवा से बहुत दिक्कत हो रही थी।’ बोंबायला ने कहा कि हवा एक कारण थी लेकिन उसे व्यक्तिगत वर्ग में अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है। उसने कहा,‘आज हवा अधिक चल रही थी लेकिन मुझे व्यक्तिगत वर्ग में अच्छे प्रदर्शन का यकीन है।’ स्वुरो ने कहा,‘मैने दो बार छह का स्कोर किया लेकिन एक बार 10 का स्कोर भी बनाया। हवा से बहुत दिक्कत हो रही थी।’ स्वुरो ने कहा,‘मैने दो बार छह का स्कोर किया लेकिन एक बार 10 का स्कोर भी बनाया। हवा से बहुत दिक्कत हो रही थी।’
केजरीवाल ने अस्पतालों के लिए शक्तियां विकेंद्रित करने की पैरवी की
कहा, इन संस्थाओं को दिल्ली सचिवालय से चलाने की कोशिश होती है. कहा कि इससे उन्हें कर्मचारियों की भर्ती करने में मदद मिलेगी. बैठक में अस्पतालों के कामकाज की समीक्षा की.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
इस एक्ट्रेस को खाना पड़ा था मरा हुआ चूहा, जानें क्या थी मजबूरी
कारा डेलविंगने को खाने पड़े थे चूहे एक्ट्रेस ने बताई मजबूरी मशहूर एक्ट्रेस और सिंगर हैं कारा डेलविंगेने
मशहूर इंग्लिश मॉडल और अभिनेत्री कारा डेलेविंगने (Cara Delevingne) को लेकर हाल ही में एक खुलासा हुआ है. कारा डेलेविंगने (Cara Delevingne) ने अपने जीवन में एक बार बेयर ग्रील्स संग जंगल में एडवेंचर के दौरान मरे हुए चूहे को खाया था. एसेशोबिज डॉट कॉम की रिपोर्ट के मुताबिक, बेयर ग्रिल्स एक बार कारा डेलेविंगने के स्कूल में आए थे और तब वह महज सात साल की थीं और तब से उन पर बेयर का जुनून सवार था. ऐसे में जब बेयर ने उन्हें एक बार फोन किया और अपने साथ एक एडवेंचर्स सफर में आने का न्यौता दिया तो डेलेविंगने (Cara Delevingne) उन्हें मना नहीं कर पाईं और उनके साथ जाने के लिए तुरंत तैयार हो गईं. Pink it's my new obsession with #DiorAddict #BeDiorBePink #DiorAddictStellarShine A post shared by Cara Delevingne (@caradelevingne) on Jun 26, 2019 at 1:50am PDT जैसा कि बेयर के शो 'मैन वर्सेज वाइल्ड' में हमेशा दिखाया जाता था कि बेयर शो में सर्वाइव करने के लिए कीड़े-मकोड़े भी खाते हैं. इस लिहाज से कारा डेलेविंगने (Cara Delevingne) को यह पता था कि वहां पेट भरने के लिए उन्हें कीड़े-मकोड़ों या सांप का सेवन करना पड़ सकता है, लेकिन जब बेयर ने कहा कि वे दोनों एक मरे हुए चूहे को खाकर पेट भरेंगे तो डेलेविंगन के चेहरे के रंग उड़ गए. टीवी चैट शो के मेजबान जिमी फैलॉन को कारा डेलेविंगन (Cara Delevingne) ने बताया, "सबसे खराब यह था कि जैसे ही पहाड़ी से नीचे उतरे तो वहां मैंने किसी एक जानवर के पूंछ को बाहर निकले हुए देखा, मैंने पूछा, यह क्या है? क्या यह चूहा है? और बेयर ने कहा कि परफेक्ट, यही आज रात हमारा डिनर है.." डेलेविंगने ने यह भी कहा, "वह उतना बुरा तो नहीं महक रहा था, लेकिन वह फ्रेश नहीं था."
अवमानना मामला : गिलानी पर आरोप तय, अगली सुनवाई 22 को
पाक सुप्रीम कोर्ट में प्रधानमंत्री के खिलाफ दो पन्नों की चार्जशीट दाखिल करने के बाद गिलानी ने 24 फरवरी तक का वक्त मांगा था।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी के खिलाफ अवमानना के मामले में आरोप तय हो गए हैं। पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट में पेश चार्जशीट में गिलानी पर कोर्ट का आदेश न मानते हुए राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामलों की जांच के लिए स्विस अधिकारियों को खत नहीं लिखने का आरोप है हालांकि गिलानी ने आज कोर्ट में फिर से खुद को बेकसूर बताया और अपना जवाब दाखिल करने के लिए वक्त मांगा। इसके बाद कोर्ट ने मामले की सुनवाई की अगली तारीख 22 फरवरी तय कर दी। गिलानी को अगली तारीख पर दौरान हाजिर होने की जरूरत नहीं होगी। कोर्ट ने उन्हें यह छूट दे दी है। साथ ही कोर्ट ने गिलानी के खिलाफ मुकदमा लड़ने के लिए पाकिस्तान के अटॉर्नी जनरल को नियुक्त किया है।टिप्पणियां गौरतलब है कि इस केस के चलते उन्हें अपना पद भी खोना पड़ सकता है, जबकि राष्ट्रपति के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामलों को फिर से खोलने से उनके इनकार के चलते पाकिस्तान में एक बार फिर राजनीतिक संकट पैदा हो सकता है। अवमानना मामले में दोषी पाए जाने पर 59-वर्षीय गिलानी को छह माह की सजा हो सकती है और उन्हें पांच साल तक सार्वजनिक पद पर रहने के अयोग्य घोषित किए जाने के बाद उन्हें प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा भी देना पड़ सकता है। गौरतलब है कि इस केस के चलते उन्हें अपना पद भी खोना पड़ सकता है, जबकि राष्ट्रपति के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामलों को फिर से खोलने से उनके इनकार के चलते पाकिस्तान में एक बार फिर राजनीतिक संकट पैदा हो सकता है। अवमानना मामले में दोषी पाए जाने पर 59-वर्षीय गिलानी को छह माह की सजा हो सकती है और उन्हें पांच साल तक सार्वजनिक पद पर रहने के अयोग्य घोषित किए जाने के बाद उन्हें प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा भी देना पड़ सकता है। अवमानना मामले में दोषी पाए जाने पर 59-वर्षीय गिलानी को छह माह की सजा हो सकती है और उन्हें पांच साल तक सार्वजनिक पद पर रहने के अयोग्य घोषित किए जाने के बाद उन्हें प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा भी देना पड़ सकता है।
मुरसी ने अदालती फैसला पलटा, संसद बहाल करने का आदेश
मिस्र के नए राष्ट्रपति मोहम्मद मुरसी ने देश की शीर्ष अदालत के फैसले को पलटते हुए संसद को बहाल करने का आदेश जारी किया।
मिस्र के नए राष्ट्रपति मोहम्मद मुरसी ने देश की शीर्ष अदालत के फैसले को पलटते हुए संसद को बहाल करने का आदेश जारी किया। लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित देश के पहले राष्ट्रपति मुरसी ने संसद के निचले सदन को अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करने को कहा।टिप्पणियां राष्ट्रपति के आदेश में कहा गया है कि नए संविधान की पुष्टि होने के 60 दिनों के अंदर नए संसदीय चुनाव कराए जाएंगे। उस समय तक पहले से निर्वाचित प्रतिनिधि अपना काम करते रहेंगे। इसके पहले शीर्ष संवैधानिक अदालत ने 14 जून को एक आदेश में इस आधार पर संसद को भंग करने का आदेश दिया था कि चुनाव में कुछ प्रावधानों का उल्लंघन हुआ था। लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित देश के पहले राष्ट्रपति मुरसी ने संसद के निचले सदन को अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करने को कहा।टिप्पणियां राष्ट्रपति के आदेश में कहा गया है कि नए संविधान की पुष्टि होने के 60 दिनों के अंदर नए संसदीय चुनाव कराए जाएंगे। उस समय तक पहले से निर्वाचित प्रतिनिधि अपना काम करते रहेंगे। इसके पहले शीर्ष संवैधानिक अदालत ने 14 जून को एक आदेश में इस आधार पर संसद को भंग करने का आदेश दिया था कि चुनाव में कुछ प्रावधानों का उल्लंघन हुआ था। राष्ट्रपति के आदेश में कहा गया है कि नए संविधान की पुष्टि होने के 60 दिनों के अंदर नए संसदीय चुनाव कराए जाएंगे। उस समय तक पहले से निर्वाचित प्रतिनिधि अपना काम करते रहेंगे। इसके पहले शीर्ष संवैधानिक अदालत ने 14 जून को एक आदेश में इस आधार पर संसद को भंग करने का आदेश दिया था कि चुनाव में कुछ प्रावधानों का उल्लंघन हुआ था। इसके पहले शीर्ष संवैधानिक अदालत ने 14 जून को एक आदेश में इस आधार पर संसद को भंग करने का आदेश दिया था कि चुनाव में कुछ प्रावधानों का उल्लंघन हुआ था।
कश्मीर घाटी में स्कूलों को जलाने के आरोप में करीब दो दर्जन गिरफ्तार, 14 नवंबर से शुरू होगी परीक्षा
स्कूलों को जलाने के मामलों में पुलिस ने 43 लोगों की शिनाख्त की है संवेदनशील इलाकों में स्कूलों को विशेष सुरक्षा दी जाएगी गांव समितियां, मोहल्ला कमेटियां भी इलाके के स्कूलों का रखेंगे ख्याल
कश्मीर घाटी में स्कूलों को जलाने की घटनाओं में शामिल 43 लोगों की पुलिस ने शिनाख्त कर ली है और करीब दो दर्जन आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया है. ये बातें उस हलफनामे में दर्ज हैं, जो जम्मू-कश्मीर पुलिस ने हाईकोर्ट को सौंपा है. इस हलफनामे में ये भी लिखा गया है कि स्कूलों में परीक्षा तय समय यानी 14 नवंबर से शुरू होगी और इसके लिए सभी इंतजाम किए जा चुके हैं. वैसे शनिवार को जम्मू-कश्मीर के बांदीपुर में एक स्कूल को जला दिया गया. यानी बीते दो महीनों में जब 30 से ज़्यादा स्कूल जल गए, तब राज्य प्रशासन हरकत में आया है. बताया जा रहा है कि इस मामले में अब तक दो दर्जन लोग गिरफ़्तार भी किए गए हैं. एनडीटीवी इंडिया को मिली जानकारी के मुताबिक राज्य सरकार ने 14 नवंबर से होने वाले इम्तिहानों की तैयारी कर ली है. संवेदनशील इलाकों में उन स्कूलों की पहचान की जा चुकी है, जिन्हें सुरक्षा दी जाएगी. कई स्कूलों में पुलिस पेट्रोलिंग के जरिये सुरक्षा की निगरानी होगी. यही नहीं गांव समितियों और मोहल्ला कमेटियों को भी जिम्मेदारी दी गई है कि वो अपने इलाके के स्कूलों का ख्याल रखें.टिप्पणियां प्रशासन ने कोर्ट को ये भी आश्वासन दिया है कि सभी स्कूलो और छात्रों की जिम्मेदारी उनकी है. उनकी बसों को भी सुरक्षा दी जाएगी. प्रधानमंत्री कार्यालय के राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह का कहना है कि अब प्रशासन ही नहीं, खुद बच्चे और उनके मां-बाप चाहते हैं कि स्कूल जल्द से जल्द खुले. इसके लिए वो सड़कों पर प्रदर्शन भी कर रहे हैं. वैसे ये कहना गलत नहीं होगा कि 14 नवंबर से छात्रों का ही नहीं, राज्य प्रशासन का भी इम्तिहान है. अगर ये इम्तिहान कायदे से निकल गए, तो वाकई राज्य में अमन की वापसी की दिशा में ये एक बड़ा क़दम होगा. वैसे शनिवार को जम्मू-कश्मीर के बांदीपुर में एक स्कूल को जला दिया गया. यानी बीते दो महीनों में जब 30 से ज़्यादा स्कूल जल गए, तब राज्य प्रशासन हरकत में आया है. बताया जा रहा है कि इस मामले में अब तक दो दर्जन लोग गिरफ़्तार भी किए गए हैं. एनडीटीवी इंडिया को मिली जानकारी के मुताबिक राज्य सरकार ने 14 नवंबर से होने वाले इम्तिहानों की तैयारी कर ली है. संवेदनशील इलाकों में उन स्कूलों की पहचान की जा चुकी है, जिन्हें सुरक्षा दी जाएगी. कई स्कूलों में पुलिस पेट्रोलिंग के जरिये सुरक्षा की निगरानी होगी. यही नहीं गांव समितियों और मोहल्ला कमेटियों को भी जिम्मेदारी दी गई है कि वो अपने इलाके के स्कूलों का ख्याल रखें.टिप्पणियां प्रशासन ने कोर्ट को ये भी आश्वासन दिया है कि सभी स्कूलो और छात्रों की जिम्मेदारी उनकी है. उनकी बसों को भी सुरक्षा दी जाएगी. प्रधानमंत्री कार्यालय के राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह का कहना है कि अब प्रशासन ही नहीं, खुद बच्चे और उनके मां-बाप चाहते हैं कि स्कूल जल्द से जल्द खुले. इसके लिए वो सड़कों पर प्रदर्शन भी कर रहे हैं. वैसे ये कहना गलत नहीं होगा कि 14 नवंबर से छात्रों का ही नहीं, राज्य प्रशासन का भी इम्तिहान है. अगर ये इम्तिहान कायदे से निकल गए, तो वाकई राज्य में अमन की वापसी की दिशा में ये एक बड़ा क़दम होगा. एनडीटीवी इंडिया को मिली जानकारी के मुताबिक राज्य सरकार ने 14 नवंबर से होने वाले इम्तिहानों की तैयारी कर ली है. संवेदनशील इलाकों में उन स्कूलों की पहचान की जा चुकी है, जिन्हें सुरक्षा दी जाएगी. कई स्कूलों में पुलिस पेट्रोलिंग के जरिये सुरक्षा की निगरानी होगी. यही नहीं गांव समितियों और मोहल्ला कमेटियों को भी जिम्मेदारी दी गई है कि वो अपने इलाके के स्कूलों का ख्याल रखें.टिप्पणियां प्रशासन ने कोर्ट को ये भी आश्वासन दिया है कि सभी स्कूलो और छात्रों की जिम्मेदारी उनकी है. उनकी बसों को भी सुरक्षा दी जाएगी. प्रधानमंत्री कार्यालय के राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह का कहना है कि अब प्रशासन ही नहीं, खुद बच्चे और उनके मां-बाप चाहते हैं कि स्कूल जल्द से जल्द खुले. इसके लिए वो सड़कों पर प्रदर्शन भी कर रहे हैं. वैसे ये कहना गलत नहीं होगा कि 14 नवंबर से छात्रों का ही नहीं, राज्य प्रशासन का भी इम्तिहान है. अगर ये इम्तिहान कायदे से निकल गए, तो वाकई राज्य में अमन की वापसी की दिशा में ये एक बड़ा क़दम होगा. प्रशासन ने कोर्ट को ये भी आश्वासन दिया है कि सभी स्कूलो और छात्रों की जिम्मेदारी उनकी है. उनकी बसों को भी सुरक्षा दी जाएगी. प्रधानमंत्री कार्यालय के राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह का कहना है कि अब प्रशासन ही नहीं, खुद बच्चे और उनके मां-बाप चाहते हैं कि स्कूल जल्द से जल्द खुले. इसके लिए वो सड़कों पर प्रदर्शन भी कर रहे हैं. वैसे ये कहना गलत नहीं होगा कि 14 नवंबर से छात्रों का ही नहीं, राज्य प्रशासन का भी इम्तिहान है. अगर ये इम्तिहान कायदे से निकल गए, तो वाकई राज्य में अमन की वापसी की दिशा में ये एक बड़ा क़दम होगा. वैसे ये कहना गलत नहीं होगा कि 14 नवंबर से छात्रों का ही नहीं, राज्य प्रशासन का भी इम्तिहान है. अगर ये इम्तिहान कायदे से निकल गए, तो वाकई राज्य में अमन की वापसी की दिशा में ये एक बड़ा क़दम होगा.
द. मुंबई : नौसेना डॉकयार्ड में लगी आग, कोई हताहत नहीं
नौसेना के दो जहाजों में देर रात आग लग गई। अग्निमशमन सूत्रों ने बताया, ‘आधी रात के थोड़ी ही देर बाद हमें दक्षिण मुम्बई स्थित नौसेना के डॉकयार्ड में नौसेना के दो जहाजों में आग लगने की खबर मिली।’
नौसेना के दो जहाजों में देर रात आग लग गई। अग्निमशमन सूत्रों ने बताया, ‘आधी रात के थोड़ी ही देर बाद हमें दक्षिण मुम्बई स्थित नौसेना के डॉकयार्ड में नौसेना के दो जहाजों में आग लगने की खबर मिली।’टिप्पणियां सूत्रों ने बताया कि 16 दमकल गाड़ियां और नौ अग्नि टैंकर घटनास्थल पर भेजे गए। आग के कारणों का अभी पता नहीं लग पाया है। सूत्रों ने बाया कि अब तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। सूत्रों ने बताया कि 16 दमकल गाड़ियां और नौ अग्नि टैंकर घटनास्थल पर भेजे गए। आग के कारणों का अभी पता नहीं लग पाया है। सूत्रों ने बाया कि अब तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। आग के कारणों का अभी पता नहीं लग पाया है। सूत्रों ने बाया कि अब तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।
ऑस्कर की दौड़ से 'बर्फी' बाहर
रणबीर कपूर और प्रियंका चोपड़ा अभिनीत फिल्म 'बर्फी' सर्वश्रेष्ठ विदेशी फिल्म की श्रेणी में अगले वोटिंग राउंड की कसौटी पर खरी नहीं उतर पाने के कारण ऑस्कर की दौड़ से बाहर हो गई है।
रणबीर कपूर और प्रियंका चोपड़ा अभिनीत फिल्म 'बर्फी' सर्वश्रेष्ठ विदेशी फिल्म की श्रेणी में अगले वोटिंग राउंड की कसौटी पर खरी नहीं उतर पाने के कारण ऑस्कर की दौड़ से बाहर हो गई है। यह फिल्म एक गूंगे-बहरे लड़के और ऑटिज्म पीड़ित एक लड़की के बीच प्रेम के इर्द-गिर्द घूमती है। इन चरित्रों को रणबीर और प्रियंका ने निभाया है। भारत ने इस साल के ऑस्कर पुरस्कार के लिए 'बर्फी' को अपनी प्रविष्टि के रूप में भेजा था। 14 सितंबर को रिलीज हुई इस फिल्म को समीक्षकों और दर्शकों की खूब सराहना मिली थी। भारत के लिए ऑस्कर में यह एक और निराश कर देने वाला वर्ष रहा। इससे पहले 2002 में आमिर खान की 'लगान', 1989 में मीरा नायर की 'सलाम बाम्बे' और 1958 में 'मदर इंडिया' विदेशी फिल्मों की श्रेणी में नामांकित हुईं थीं, लेकिन पुरस्कार नहीं जीत पाई थी। ऑस्कर पुरस्कार के लिए दुनियाभर से भेजी गईं 71 फिल्मों में से केवल नौ ही अगले दौर के वोटिंग राउंड के लिए आगे बढ़ रही हैं। न्यूयॉर्क और लॉस एंजिलिस में विशेष तौर पर आमंत्रित समिति द्वारा की जाने वाली छंटनी में नामांकित फिल्मों की संख्या घटकर पांच रह जाएगी। टिप्पणियां सूची में शामिल इन फिल्मों में ऑस्ट्रिया से 'अमुर', कनाडा से 'वार विच', चिली से 'नो', डेनमार्क से 'ए रॉयल अफेयर', फ्रांस से 'द इनटचेबल्स', आइसलैंड से 'द डीप', नॉर्वे से 'कोन टिकी', स्विटजरलैंड से 'सिस्टर' और रोमानियाई फिल्म 'बियोंड द हिल्स' हैं। एकेडमी के सैम्यूल गोल्डविन थिएटर में 85वें एकाडमी अवार्ड नामांकनों की घोषणा 10 जनवरी, 2013 को की जाएगी। ऑस्कर पुरस्कार हॉलीवुड एंड हाईलैंड सेंटर स्थित डॉल्बी थिएटर में 24 फरवरी, 2013 को वितरित किए जाएंगे। ऑस्कर समारोह का टेलीविजन पर दुनिया के 225 से अधिक देशों में सीधा प्रसारण किया जाएगा। यह फिल्म एक गूंगे-बहरे लड़के और ऑटिज्म पीड़ित एक लड़की के बीच प्रेम के इर्द-गिर्द घूमती है। इन चरित्रों को रणबीर और प्रियंका ने निभाया है। भारत ने इस साल के ऑस्कर पुरस्कार के लिए 'बर्फी' को अपनी प्रविष्टि के रूप में भेजा था। 14 सितंबर को रिलीज हुई इस फिल्म को समीक्षकों और दर्शकों की खूब सराहना मिली थी। भारत के लिए ऑस्कर में यह एक और निराश कर देने वाला वर्ष रहा। इससे पहले 2002 में आमिर खान की 'लगान', 1989 में मीरा नायर की 'सलाम बाम्बे' और 1958 में 'मदर इंडिया' विदेशी फिल्मों की श्रेणी में नामांकित हुईं थीं, लेकिन पुरस्कार नहीं जीत पाई थी। ऑस्कर पुरस्कार के लिए दुनियाभर से भेजी गईं 71 फिल्मों में से केवल नौ ही अगले दौर के वोटिंग राउंड के लिए आगे बढ़ रही हैं। न्यूयॉर्क और लॉस एंजिलिस में विशेष तौर पर आमंत्रित समिति द्वारा की जाने वाली छंटनी में नामांकित फिल्मों की संख्या घटकर पांच रह जाएगी। टिप्पणियां सूची में शामिल इन फिल्मों में ऑस्ट्रिया से 'अमुर', कनाडा से 'वार विच', चिली से 'नो', डेनमार्क से 'ए रॉयल अफेयर', फ्रांस से 'द इनटचेबल्स', आइसलैंड से 'द डीप', नॉर्वे से 'कोन टिकी', स्विटजरलैंड से 'सिस्टर' और रोमानियाई फिल्म 'बियोंड द हिल्स' हैं। एकेडमी के सैम्यूल गोल्डविन थिएटर में 85वें एकाडमी अवार्ड नामांकनों की घोषणा 10 जनवरी, 2013 को की जाएगी। ऑस्कर पुरस्कार हॉलीवुड एंड हाईलैंड सेंटर स्थित डॉल्बी थिएटर में 24 फरवरी, 2013 को वितरित किए जाएंगे। ऑस्कर समारोह का टेलीविजन पर दुनिया के 225 से अधिक देशों में सीधा प्रसारण किया जाएगा। भारत के लिए ऑस्कर में यह एक और निराश कर देने वाला वर्ष रहा। इससे पहले 2002 में आमिर खान की 'लगान', 1989 में मीरा नायर की 'सलाम बाम्बे' और 1958 में 'मदर इंडिया' विदेशी फिल्मों की श्रेणी में नामांकित हुईं थीं, लेकिन पुरस्कार नहीं जीत पाई थी। ऑस्कर पुरस्कार के लिए दुनियाभर से भेजी गईं 71 फिल्मों में से केवल नौ ही अगले दौर के वोटिंग राउंड के लिए आगे बढ़ रही हैं। न्यूयॉर्क और लॉस एंजिलिस में विशेष तौर पर आमंत्रित समिति द्वारा की जाने वाली छंटनी में नामांकित फिल्मों की संख्या घटकर पांच रह जाएगी। टिप्पणियां सूची में शामिल इन फिल्मों में ऑस्ट्रिया से 'अमुर', कनाडा से 'वार विच', चिली से 'नो', डेनमार्क से 'ए रॉयल अफेयर', फ्रांस से 'द इनटचेबल्स', आइसलैंड से 'द डीप', नॉर्वे से 'कोन टिकी', स्विटजरलैंड से 'सिस्टर' और रोमानियाई फिल्म 'बियोंड द हिल्स' हैं। एकेडमी के सैम्यूल गोल्डविन थिएटर में 85वें एकाडमी अवार्ड नामांकनों की घोषणा 10 जनवरी, 2013 को की जाएगी। ऑस्कर पुरस्कार हॉलीवुड एंड हाईलैंड सेंटर स्थित डॉल्बी थिएटर में 24 फरवरी, 2013 को वितरित किए जाएंगे। ऑस्कर समारोह का टेलीविजन पर दुनिया के 225 से अधिक देशों में सीधा प्रसारण किया जाएगा। ऑस्कर पुरस्कार के लिए दुनियाभर से भेजी गईं 71 फिल्मों में से केवल नौ ही अगले दौर के वोटिंग राउंड के लिए आगे बढ़ रही हैं। न्यूयॉर्क और लॉस एंजिलिस में विशेष तौर पर आमंत्रित समिति द्वारा की जाने वाली छंटनी में नामांकित फिल्मों की संख्या घटकर पांच रह जाएगी। टिप्पणियां सूची में शामिल इन फिल्मों में ऑस्ट्रिया से 'अमुर', कनाडा से 'वार विच', चिली से 'नो', डेनमार्क से 'ए रॉयल अफेयर', फ्रांस से 'द इनटचेबल्स', आइसलैंड से 'द डीप', नॉर्वे से 'कोन टिकी', स्विटजरलैंड से 'सिस्टर' और रोमानियाई फिल्म 'बियोंड द हिल्स' हैं। एकेडमी के सैम्यूल गोल्डविन थिएटर में 85वें एकाडमी अवार्ड नामांकनों की घोषणा 10 जनवरी, 2013 को की जाएगी। ऑस्कर पुरस्कार हॉलीवुड एंड हाईलैंड सेंटर स्थित डॉल्बी थिएटर में 24 फरवरी, 2013 को वितरित किए जाएंगे। ऑस्कर समारोह का टेलीविजन पर दुनिया के 225 से अधिक देशों में सीधा प्रसारण किया जाएगा। सूची में शामिल इन फिल्मों में ऑस्ट्रिया से 'अमुर', कनाडा से 'वार विच', चिली से 'नो', डेनमार्क से 'ए रॉयल अफेयर', फ्रांस से 'द इनटचेबल्स', आइसलैंड से 'द डीप', नॉर्वे से 'कोन टिकी', स्विटजरलैंड से 'सिस्टर' और रोमानियाई फिल्म 'बियोंड द हिल्स' हैं। एकेडमी के सैम्यूल गोल्डविन थिएटर में 85वें एकाडमी अवार्ड नामांकनों की घोषणा 10 जनवरी, 2013 को की जाएगी। ऑस्कर पुरस्कार हॉलीवुड एंड हाईलैंड सेंटर स्थित डॉल्बी थिएटर में 24 फरवरी, 2013 को वितरित किए जाएंगे। ऑस्कर समारोह का टेलीविजन पर दुनिया के 225 से अधिक देशों में सीधा प्रसारण किया जाएगा। एकेडमी के सैम्यूल गोल्डविन थिएटर में 85वें एकाडमी अवार्ड नामांकनों की घोषणा 10 जनवरी, 2013 को की जाएगी। ऑस्कर पुरस्कार हॉलीवुड एंड हाईलैंड सेंटर स्थित डॉल्बी थिएटर में 24 फरवरी, 2013 को वितरित किए जाएंगे। ऑस्कर समारोह का टेलीविजन पर दुनिया के 225 से अधिक देशों में सीधा प्रसारण किया जाएगा।
अलग एंगल से खींची गई तस्वीर को लेकर सोनम कपूर ने मीडिया को लताड़ा, कहा 'मुझे अपने शरीर पर फख्र है'
सोनम कपूर ने एक झालरदार कॉलर वाला जम्पसूट पहना था मीडिया के एक हिस्से ने सोनम की अलग एगंल से तस्वीरें खींची सोनम ने उन्हें खरी खोटी सुनाते हुए कहा कि वह अपने लिबास में सहज थीं
शुक्रवार को अभिनेत्री सोनम कपूर ने अपनी कुछ तस्वीरों को लेकर मीडिया को जमकर लताड़ा. मामला मुंबई के एक कार्यक्रम का है जहां 31 साल की इस अभिनेत्री ने एक झालरदार कॉलर वाला जम्प सूट पहना था जिसके बाद उनकी कई तस्वीरें ली गई जिनमें से कुछ अलग एंगल से खींची गई थीं. इन तस्वीरों के साथ हेडलाइन में यह भी लिखा गया था कि सोनम इस आउटफिट में सहज नहीं थीं. इस पर सोनम ने ट्विटर का रुख करते हुए लिखा 'मैं अपने कपड़ों में एकदम सहज थी. मैंने वहां कुछ जरूरी बातें भी कहीं थीं. लेकिन जाहिर सी बात है आप लोगों के पास रिपोर्ट करने के लिए सिर्फ यही थी.'   sexist nonsense. The photogs went out of their way to take these pics.. and frankly I don't give a damn,I'm proud of my body! https://t.co/zryjBBYI6B — Sonam Kapoor (@sonamakapoor) March 3, 2017 इसके अलावा सोनम ने एक और ट्वीट में ऐसी खबरों को बकवास बताते हुए लिखा - 'फोटोग्राफर्स ने इन तस्वीरों को अलग ही मकसद से खींचा है. वैसे भी मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता, मुझे अपने शरीर पर फक्र है.' सोनम कपूर के इस ट्वीट का फिल्म इंडस्ट्री की कुछ और कलाकारों ने भी समर्थन किया.   @sonamakapoor you look hot AF.More power to you https://t.co/QMIrboXkWb — bhumi pednekar (@psbhumi) March 3, 2017 अभिनेत्री भूमि पेडनेकर ने सोनम कपूर का साथ दिया जिसमें 'नीरजा' की अभिनेत्री ने जवाब दिया 'उम्मीद है इन खबरों की हेडलाइन्स किसी महिला ने नहीं लिखी होगी.'टिप्पणियां sexist nonsense. The photogs went out of their way to take these pics.. and frankly I don't give a damn,I'm proud of my body! https://t.co/zryjBBYI6B @sonamakapoor you look hot AF.More power to you https://t.co/QMIrboXkWb
बिग बॉस 10: सलमान खान, बिग बॉस के सीईओ और स्‍वामी ओम के खिलाफ अश्‍लीलता का मामला दर्ज
उत्‍तर प्रदेश के बरेली में हुआ है मामला दर्ज अश्‍लीलता दिखाने और हिंदू स्‍वामियों की छवि खराब करने का मामला 13 फरवरी को होगी इस मामले की सुनवाई
वैसे तो रिएलिटी शो 'बिग बॉस' का हर सीजन ही काफी विवादों से भरा रहता है लेकिन अब तक सीजन में ऐसे विवाद घर के भीतर के कारनामों पर होते हैं. लेकिन इस बार घर से बाहर हो चुके अपने आप को स्‍वामी कहने वाले स्‍वामी ओम बिग बॉस के लिए मुसीबत लेकर आए हैं. यूं तो घर से बाहर निकलने के बाद से ही स्‍वामी ओम ने इस शो और शो के होस्‍ट सलमान खान के लिए काफी कुछ बातें कही हैं लेकिन अब इस स्‍वामी के चलते बिग बॉस को कानूनी मामले का सामना करना पड़ेगा.टिप्पणियां दरअसल इस शो के होस्ट सलमान खान, कलर्स चैनल के सीईओ और घर से बेघर हो चुके स्‍वामी ओम के खिलाफ उत्तर प्रदेश कोर्ट में एक केस दर्ज हुआ है. इन पर अश्लीलता को बढ़ावा देने और हिंदुओं की धार्मिक भावनाएं आहत करने का मामले में मामला दर्ज कराया गया है. हिंदुस्‍तान टाइम्‍स की खबर के अनुसार यह मामला उत्तर प्रदेश के बरेली में बुधवार को अनिल द्विवेदी नाम के एक वकील दर्ज कराया गया है. अपनी शिकायत में द्विवेदी का कहना है, मशहूर रियलिटी शो बिग बॉस अश्लीलता को बढ़ावा दे रहा है. इस शो के दौरान जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल किया जा रहा है वह गलत है. इसके साथ ही इसमें कई बार हिंदू धर्म के लोगों की भावनाओं को भी आहत किया है. द्विवेदी ने इस मामले में कलर्स के सीईओ और सलमान खान को पार्टी बनाया है.   अपनी शिकायत में उन्होंने लिखा, 'स्वामी ओम साधू-संतों वाले कपड़े पहनते थे लेकिन शो में मांस-मीट खाते थे और ऐसा कर वह हिंदू समाज में संतों की परिभाषा पर गलत असर डालता है.' शिकायतकर्ता द्ववेदी ने इस मामले में कड़ी सजा की अपील की है. जानकारी के अनुसार इस मामले की सुनवाई 13 फरवरी को की जाएगी. द्विवेदी ने मांग की है इन तीनों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। साथ ही कोर्ट से कहा है कि इनके खिलाफ आपराधिक मामला भी दर्ज किया जाए। जिला न्यायिक अधिकारी ने इस मामले में सुनवाई के लिए 13 फरवरी की तारीफ तय की है।   स्‍वामी ओम इस सीजन के सबसे विवादित प्रतिभागियों में से एक रहे हैं. शो के एक टास्‍क में स्‍वामी ओम ने बानी और रोहन पर अपना पेशाब फेंका था. इस घटना के बाद स्‍वामी ओम को घर से निकाल दिया गया था. इसके अलावा वह एक टास्‍क के दौरान घर के भीतर पेशाब करते पाए गए थे. साथ ही उन्‍होंने घर की महिला सदस्‍यों को काफी बुरा भला भी कहा था. दरअसल इस शो के होस्ट सलमान खान, कलर्स चैनल के सीईओ और घर से बेघर हो चुके स्‍वामी ओम के खिलाफ उत्तर प्रदेश कोर्ट में एक केस दर्ज हुआ है. इन पर अश्लीलता को बढ़ावा देने और हिंदुओं की धार्मिक भावनाएं आहत करने का मामले में मामला दर्ज कराया गया है. हिंदुस्‍तान टाइम्‍स की खबर के अनुसार यह मामला उत्तर प्रदेश के बरेली में बुधवार को अनिल द्विवेदी नाम के एक वकील दर्ज कराया गया है. अपनी शिकायत में द्विवेदी का कहना है, मशहूर रियलिटी शो बिग बॉस अश्लीलता को बढ़ावा दे रहा है. इस शो के दौरान जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल किया जा रहा है वह गलत है. इसके साथ ही इसमें कई बार हिंदू धर्म के लोगों की भावनाओं को भी आहत किया है. द्विवेदी ने इस मामले में कलर्स के सीईओ और सलमान खान को पार्टी बनाया है.   अपनी शिकायत में उन्होंने लिखा, 'स्वामी ओम साधू-संतों वाले कपड़े पहनते थे लेकिन शो में मांस-मीट खाते थे और ऐसा कर वह हिंदू समाज में संतों की परिभाषा पर गलत असर डालता है.' शिकायतकर्ता द्ववेदी ने इस मामले में कड़ी सजा की अपील की है. जानकारी के अनुसार इस मामले की सुनवाई 13 फरवरी को की जाएगी. द्विवेदी ने मांग की है इन तीनों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। साथ ही कोर्ट से कहा है कि इनके खिलाफ आपराधिक मामला भी दर्ज किया जाए। जिला न्यायिक अधिकारी ने इस मामले में सुनवाई के लिए 13 फरवरी की तारीफ तय की है।   स्‍वामी ओम इस सीजन के सबसे विवादित प्रतिभागियों में से एक रहे हैं. शो के एक टास्‍क में स्‍वामी ओम ने बानी और रोहन पर अपना पेशाब फेंका था. इस घटना के बाद स्‍वामी ओम को घर से निकाल दिया गया था. इसके अलावा वह एक टास्‍क के दौरान घर के भीतर पेशाब करते पाए गए थे. साथ ही उन्‍होंने घर की महिला सदस्‍यों को काफी बुरा भला भी कहा था. हिंदुस्‍तान टाइम्‍स की खबर के अनुसार यह मामला उत्तर प्रदेश के बरेली में बुधवार को अनिल द्विवेदी नाम के एक वकील दर्ज कराया गया है. अपनी शिकायत में द्विवेदी का कहना है, मशहूर रियलिटी शो बिग बॉस अश्लीलता को बढ़ावा दे रहा है. इस शो के दौरान जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल किया जा रहा है वह गलत है. इसके साथ ही इसमें कई बार हिंदू धर्म के लोगों की भावनाओं को भी आहत किया है. द्विवेदी ने इस मामले में कलर्स के सीईओ और सलमान खान को पार्टी बनाया है.   अपनी शिकायत में उन्होंने लिखा, 'स्वामी ओम साधू-संतों वाले कपड़े पहनते थे लेकिन शो में मांस-मीट खाते थे और ऐसा कर वह हिंदू समाज में संतों की परिभाषा पर गलत असर डालता है.' शिकायतकर्ता द्ववेदी ने इस मामले में कड़ी सजा की अपील की है. जानकारी के अनुसार इस मामले की सुनवाई 13 फरवरी को की जाएगी. द्विवेदी ने मांग की है इन तीनों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। साथ ही कोर्ट से कहा है कि इनके खिलाफ आपराधिक मामला भी दर्ज किया जाए। जिला न्यायिक अधिकारी ने इस मामले में सुनवाई के लिए 13 फरवरी की तारीफ तय की है।   स्‍वामी ओम इस सीजन के सबसे विवादित प्रतिभागियों में से एक रहे हैं. शो के एक टास्‍क में स्‍वामी ओम ने बानी और रोहन पर अपना पेशाब फेंका था. इस घटना के बाद स्‍वामी ओम को घर से निकाल दिया गया था. इसके अलावा वह एक टास्‍क के दौरान घर के भीतर पेशाब करते पाए गए थे. साथ ही उन्‍होंने घर की महिला सदस्‍यों को काफी बुरा भला भी कहा था.
2जी लाइसेंस रद्द करने पर फैसला एक महीने में
दूरसंचार मंत्रालय ने कहा कि वह राजा द्वारा 2008 में कथित रूप से अयोग्य कंपनियों को दिए गए लाइसेंस रद्द करने के बारे में एक महीने में फैसला करेगा।
दूरसंचार मंत्रालय ने कहा कि वह पूर्व दूरसंचार मंत्री ए राजा द्वारा 2008 में कथित रूप से अयोग्य कंपनियों को दिए गए लाइसेंस रद्द करने के बारे में एक महीने में फैसला करेगा। दूरसंचार सचिव आर चंद्रशेखर ने कहा, हमने जिन 85 लाइसेंसों के संबंध में लाइसेंसधारक कंपनियों को कारण बताओ नोटिस दिया था उन सभी के जवाब मिल गए हैं। हम कानूनी रूप से उसकी जांच कर रहे है। उनपर एक महीने में फैसला कर लिया जाएगा। चंद्रशेखर ने कहा कि दूरसंचार मंत्रालय ने दो मुद्दों, लाइसेंस प्राप्त करने में निर्धारित शर्तों को पूरा नहीं करने तथा समय के अंदर सेवा शुरू नहीं करने..., पर कंपनियों को नोटिस दिए थे। अधिकारी ने कहा कि दूरसंचार विभाग ने लाइसेंस रद्द करने को लेकर परिचालकों को अपना जवाब देने के लिए 60 दिन का समय दिया था। कुछ मामलों में 60 दिन की समय सीमा समाप्त हो गई जबकि कुछ में अभी भी समय बाकी है। राजा पर 2008 में बिना नीलामी के 122 लाइसेंस जारी करने के आरोप हैं जिससे सरकार को 1.76 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान होने का अनुमान है। मामले की जांच कई जांच एजेंसियां कर रही हैं। संसदीय समिति भी मामले को देख रही है। जिन कंपनियों को नोटिस दिए गए थे, उनमें एतिसलात डीबी (अब स्वान टेलीकॉम), वीडियोकान टेलीकॉम (पहले डाटाकॉम), एस टेल, यूनिनोर और अन्य कंपनियां शामिल हैं।
रेलवे पर धोनी के अभी भी 4000 रुपये बकाया
भारतीय क्रिकेट कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने भले करोड़ों कमा लिए हों, लेकिन उनका अपने पूर्व नियोक्ता रेलवे पर 4000 रुपये बकाया है, जिसके साथ वह टिकट संग्राहक के रूप में काम करते थे।
भारतीय क्रिकेट कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने भले ही करोड़ों रुपये कमा लिए हों, लेकिन अभी भी उनका अपने पूर्व नियोक्ता रेलवे पर 4000 रुपये बकाया है, जिसके साथ वह टिकट संग्राहक के रूप में काम करते थे। रेलवे के एक सीनियर अधिकारी ने बताया, 4000 रुपये उसे अभी भी देना है और हम उसे इसके बारे में बताएंगे। धोनी 2001 से 2004 के बीच खड़गपुर स्टेशन में टिकट संग्राहक का काम करते थे। भारतीय टीम के विश्व कप जीतने के बाद धोनी की सेवाओं को याद करते हुए रेलवे को इस बकाया के बारे में पता चला। खड़गपुर डिवीजन के तत्कालीन डिवीजनल रेलवे मैनेजर एके गांगुली ने धोनी की प्रतिभा को पहचानते हुए उन्हें रेलवे में भर्ती किया था। अपने साथियों के बीच लोकप्रिय धोनी को टीम में शामिल करने के लिए स्थानीय टीमों में होड़ मची रहती थी।
पाकिस्तानी जांच चौकियों पर आतंकवादी हमले, छह सुरक्षाकर्मियों की मौत
पाकिस्तान के कबायली क्षेत्र, खैबर एजेंसी में मंगलवार को चार जांच चौकियों पर हुए अलग-अलग हमलों में कम से कम छह सुरक्षाकर्मियों की मौत हो गई जबकि 28 अन्य घायल हो गए।
पाकिस्तान के कबायली क्षेत्र, खैबर एजेंसी में मंगलवार को चार जांच चौकियों पर हुए अलग-अलग हमलों में कम से कम छह सुरक्षाकर्मियों की मौत हो गई जबकि 28 अन्य घायल हो गए। समाचार पत्र 'डॉन' के अनुसार, खैबर कबायली क्षेत्र की बाड़ा तहसील के शलोबर इलाके में स्थित चार जांच चौकियों को आतंकवादियों ने निशाना बनाया।टिप्पणियां सुरक्षा सूत्रों के अनुसार, रातभर चली झड़पों में फ्रंटियर कॉर्प्स के चार जवान तथा दो अन्य सुरक्षाकर्मियों की मौत हो गई। आतंकवादी भारी हथियारों से लैस थे, जिसके चलते एक जांच चौकी को काफी नुकसान पहुंचा है। हमले में शामिल आतंकवादियों की संख्या और झड़प के दौरान मारे गए आतंकवादियों की संख्या के बारे में फिलहाल जानकारी नहीं मिल पाई है। समाचार पत्र 'डॉन' के अनुसार, खैबर कबायली क्षेत्र की बाड़ा तहसील के शलोबर इलाके में स्थित चार जांच चौकियों को आतंकवादियों ने निशाना बनाया।टिप्पणियां सुरक्षा सूत्रों के अनुसार, रातभर चली झड़पों में फ्रंटियर कॉर्प्स के चार जवान तथा दो अन्य सुरक्षाकर्मियों की मौत हो गई। आतंकवादी भारी हथियारों से लैस थे, जिसके चलते एक जांच चौकी को काफी नुकसान पहुंचा है। हमले में शामिल आतंकवादियों की संख्या और झड़प के दौरान मारे गए आतंकवादियों की संख्या के बारे में फिलहाल जानकारी नहीं मिल पाई है। सुरक्षा सूत्रों के अनुसार, रातभर चली झड़पों में फ्रंटियर कॉर्प्स के चार जवान तथा दो अन्य सुरक्षाकर्मियों की मौत हो गई। आतंकवादी भारी हथियारों से लैस थे, जिसके चलते एक जांच चौकी को काफी नुकसान पहुंचा है। हमले में शामिल आतंकवादियों की संख्या और झड़प के दौरान मारे गए आतंकवादियों की संख्या के बारे में फिलहाल जानकारी नहीं मिल पाई है। हमले में शामिल आतंकवादियों की संख्या और झड़प के दौरान मारे गए आतंकवादियों की संख्या के बारे में फिलहाल जानकारी नहीं मिल पाई है।