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बसपा खाद्य सुरक्षा योजना की सैद्धांतिक तौर पर पक्षधर : मायावती
बसपा अध्यक्ष ने कहा, लेकिन खाद्य सुरक्षा संबंधी योजना को जिस तरीके से जल्दबाजी में अध्यादेश के तौर पर लाया गया है, वह सही तरीका नहीं है।
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती ने आज कहा कि उनकी पार्टी केन्द्र सरकार द्वारा प्रस्तावित खाद्य सुरक्षा योजना की सैद्धांतिक तौर पर पक्षधर है, लेकिन सरकार ने जिस तरह जल्दबाजी करते हुए इस संबंध में अध्यादेश जारी किया, वह गलत है।टिप्पणियां मायावती ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक सवाल पर कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने करीब सवा दो साल पहले केन्द्र सरकार से कहा था कि देश में अनाज की कोई कमी नहीं है और उसके सम्पूर्ण भंडारण की व्यवस्था नहीं होने के कारण वह सड़ रहा है। उस अनाज को ऐसे लोगों को बांट दिया जाए, जो भूखे मर रहे हैं। उन्होंने कहा, लेकिन दुख की बात है कि सवा दो साल तक केन्द्र इस मामले में चुप रहा। अब वह खाद्य सुरक्षा योजना लेकर आया है। हमारी पार्टी सैद्धांतिक तौर पर इसकी पक्षधर है। बसपा अध्यक्ष ने कहा, लेकिन खाद्य सुरक्षा संबंधी योजना को जिस तरीके से जल्दबाजी में अध्यादेश के तौर पर लाया गया है, वह सही तरीका नहीं है। अगर इसे सही तरीके से लाया गया होता, संसद में चर्चा होती तो कुछ अच्छे सुझाव आते....लेकिन फिर भी देर आए दुरुस्त आए। कांग्रेस नेताओं द्वारा पांच रुपये और 12 रुपये में भरपेट भोजन उपलब्ध होने के बयानों पर मायावती ने कहा, मुझे लगता है कि उन लोगों ने कभी गरीबी नहीं देखी। अगर उन्होंने देखी होती तो वे ऐसी बात नहीं करते। जिस तरह हर क्षेत्र में महंगाई बढ़ी है और उसके कारण गरीबों की जो हालत खराब है, उसे देखते हुए यह बयान बहुत भद्दा मजाक है। हम इसकी निंदा करते हैं। मायावती ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक सवाल पर कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने करीब सवा दो साल पहले केन्द्र सरकार से कहा था कि देश में अनाज की कोई कमी नहीं है और उसके सम्पूर्ण भंडारण की व्यवस्था नहीं होने के कारण वह सड़ रहा है। उस अनाज को ऐसे लोगों को बांट दिया जाए, जो भूखे मर रहे हैं। उन्होंने कहा, लेकिन दुख की बात है कि सवा दो साल तक केन्द्र इस मामले में चुप रहा। अब वह खाद्य सुरक्षा योजना लेकर आया है। हमारी पार्टी सैद्धांतिक तौर पर इसकी पक्षधर है। बसपा अध्यक्ष ने कहा, लेकिन खाद्य सुरक्षा संबंधी योजना को जिस तरीके से जल्दबाजी में अध्यादेश के तौर पर लाया गया है, वह सही तरीका नहीं है। अगर इसे सही तरीके से लाया गया होता, संसद में चर्चा होती तो कुछ अच्छे सुझाव आते....लेकिन फिर भी देर आए दुरुस्त आए। कांग्रेस नेताओं द्वारा पांच रुपये और 12 रुपये में भरपेट भोजन उपलब्ध होने के बयानों पर मायावती ने कहा, मुझे लगता है कि उन लोगों ने कभी गरीबी नहीं देखी। अगर उन्होंने देखी होती तो वे ऐसी बात नहीं करते। जिस तरह हर क्षेत्र में महंगाई बढ़ी है और उसके कारण गरीबों की जो हालत खराब है, उसे देखते हुए यह बयान बहुत भद्दा मजाक है। हम इसकी निंदा करते हैं। उन्होंने कहा, लेकिन दुख की बात है कि सवा दो साल तक केन्द्र इस मामले में चुप रहा। अब वह खाद्य सुरक्षा योजना लेकर आया है। हमारी पार्टी सैद्धांतिक तौर पर इसकी पक्षधर है। बसपा अध्यक्ष ने कहा, लेकिन खाद्य सुरक्षा संबंधी योजना को जिस तरीके से जल्दबाजी में अध्यादेश के तौर पर लाया गया है, वह सही तरीका नहीं है। अगर इसे सही तरीके से लाया गया होता, संसद में चर्चा होती तो कुछ अच्छे सुझाव आते....लेकिन फिर भी देर आए दुरुस्त आए। कांग्रेस नेताओं द्वारा पांच रुपये और 12 रुपये में भरपेट भोजन उपलब्ध होने के बयानों पर मायावती ने कहा, मुझे लगता है कि उन लोगों ने कभी गरीबी नहीं देखी। अगर उन्होंने देखी होती तो वे ऐसी बात नहीं करते। जिस तरह हर क्षेत्र में महंगाई बढ़ी है और उसके कारण गरीबों की जो हालत खराब है, उसे देखते हुए यह बयान बहुत भद्दा मजाक है। हम इसकी निंदा करते हैं।
सीरिया : सीनेट में हुआ ओबामा का विरोध, मतदान में विलंब
अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा को सीरिया में सैन्य हस्तक्षेप संबंधी प्रस्ताव पर विपक्षी रिपब्लिकन सीनेटरों और खुद डेमोक्रेटिक सांसदों से विरोध का सामना करना पड़ा, जिसकी वजह से सीनेट में बहुमत के नेता हैरी रीड को प्रस्ताव पर मतदान टालना पड़ा।
अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा को सीरिया में सैन्य हस्तक्षेप संबंधी प्रस्ताव पर विपक्षी रिपब्लिकन सीनेटरों और खुद डेमोक्रेटिक सांसदों से विरोध का सामना करना पड़ा, जिसकी वजह से सीनेट में बहुमत के नेता (सीनेट मेजॉरिटी लीडर) हैरी रीड को प्रस्ताव पर मतदान टालना पड़ा। मीडिया की एक खबर में कहा गया है कि सीरिया में असद शासन के खिलाफ सैन्य हमले के लिए सीनेट की मंजूरी पाने की खातिर जरूरी वोटों में से ओबामा को 50 फीसदी वोट कम मिल सकते हैं। अब तक केवल छह डेमोक्रेटिक सीनेटरों ने प्रस्ताव के खिलाफ मतदान करने की घोषणा सार्वजनिक रूप से की है और यह संख्या बढ़ सकती है।टिप्पणियां अलग-अलग साक्षात्कारों में ओबामा ने खुद कहा है कि उन्हें भी इस बात का पूरा विश्वास नहीं है कि पर्याप्त वोट मिल पाएंगे। पोलिटिको की खबर में कहा गया है कि हालात के जानकार कई सूत्रों के अनुसार, सीरिया पर अमेरिकी हमले को लेकर ओबामा के सहयोगियों और उनकी अपनी ही पार्टी में पूर्व सहयोगियों के बीच विरोध बढ़ता जा रहा है। यह इस बात का साफ संकेत है कि सीनेट की मंजूरी के लिए जरूरी 50 वोटों की कमी हो सकती है। मीडिया की एक खबर में कहा गया है कि सीरिया में असद शासन के खिलाफ सैन्य हमले के लिए सीनेट की मंजूरी पाने की खातिर जरूरी वोटों में से ओबामा को 50 फीसदी वोट कम मिल सकते हैं। अब तक केवल छह डेमोक्रेटिक सीनेटरों ने प्रस्ताव के खिलाफ मतदान करने की घोषणा सार्वजनिक रूप से की है और यह संख्या बढ़ सकती है।टिप्पणियां अलग-अलग साक्षात्कारों में ओबामा ने खुद कहा है कि उन्हें भी इस बात का पूरा विश्वास नहीं है कि पर्याप्त वोट मिल पाएंगे। पोलिटिको की खबर में कहा गया है कि हालात के जानकार कई सूत्रों के अनुसार, सीरिया पर अमेरिकी हमले को लेकर ओबामा के सहयोगियों और उनकी अपनी ही पार्टी में पूर्व सहयोगियों के बीच विरोध बढ़ता जा रहा है। यह इस बात का साफ संकेत है कि सीनेट की मंजूरी के लिए जरूरी 50 वोटों की कमी हो सकती है। अब तक केवल छह डेमोक्रेटिक सीनेटरों ने प्रस्ताव के खिलाफ मतदान करने की घोषणा सार्वजनिक रूप से की है और यह संख्या बढ़ सकती है।टिप्पणियां अलग-अलग साक्षात्कारों में ओबामा ने खुद कहा है कि उन्हें भी इस बात का पूरा विश्वास नहीं है कि पर्याप्त वोट मिल पाएंगे। पोलिटिको की खबर में कहा गया है कि हालात के जानकार कई सूत्रों के अनुसार, सीरिया पर अमेरिकी हमले को लेकर ओबामा के सहयोगियों और उनकी अपनी ही पार्टी में पूर्व सहयोगियों के बीच विरोध बढ़ता जा रहा है। यह इस बात का साफ संकेत है कि सीनेट की मंजूरी के लिए जरूरी 50 वोटों की कमी हो सकती है। अलग-अलग साक्षात्कारों में ओबामा ने खुद कहा है कि उन्हें भी इस बात का पूरा विश्वास नहीं है कि पर्याप्त वोट मिल पाएंगे। पोलिटिको की खबर में कहा गया है कि हालात के जानकार कई सूत्रों के अनुसार, सीरिया पर अमेरिकी हमले को लेकर ओबामा के सहयोगियों और उनकी अपनी ही पार्टी में पूर्व सहयोगियों के बीच विरोध बढ़ता जा रहा है। यह इस बात का साफ संकेत है कि सीनेट की मंजूरी के लिए जरूरी 50 वोटों की कमी हो सकती है। पोलिटिको की खबर में कहा गया है कि हालात के जानकार कई सूत्रों के अनुसार, सीरिया पर अमेरिकी हमले को लेकर ओबामा के सहयोगियों और उनकी अपनी ही पार्टी में पूर्व सहयोगियों के बीच विरोध बढ़ता जा रहा है। यह इस बात का साफ संकेत है कि सीनेट की मंजूरी के लिए जरूरी 50 वोटों की कमी हो सकती है।
सीरिया में बम विस्फोटों में 34 मरे
सीरिया की राजधानी दमिश्क के उपनगरीय इलाके में कार बम विस्फोटों में कम से कम 34 लोगों की मौत हो गई जबकि कम से कम 83 लोग घायल हुए।
सीरिया की राजधानी दमिश्क के उपनगरीय इलाके में कार बम विस्फोटों में कम से कम 34 लोगों की मौत हो गई जबकि कम से कम 83 लोग घायल हुए।टिप्पणियां समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने आंतरिक मंत्रालय के हवाले से बताया कि बुधवार को जरमाना में हुए इन विस्फोटों के पीछे आतंकवादियों का हाथ है। विस्फोट के कारण आसपास की इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं। सरकार समर्थक टीवी चैनल के अनुसार विस्फोट अंतरराष्ट्रीय समयानुसार 4.40 बजे हुए। एक सूत्र ने बताया, "आतंकवादियों ने कस्बे के प्रमुख चौराहे पर विस्फोटकों से लदी कार को उड़ा दिया।" समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने आंतरिक मंत्रालय के हवाले से बताया कि बुधवार को जरमाना में हुए इन विस्फोटों के पीछे आतंकवादियों का हाथ है। विस्फोट के कारण आसपास की इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं। सरकार समर्थक टीवी चैनल के अनुसार विस्फोट अंतरराष्ट्रीय समयानुसार 4.40 बजे हुए। एक सूत्र ने बताया, "आतंकवादियों ने कस्बे के प्रमुख चौराहे पर विस्फोटकों से लदी कार को उड़ा दिया।" सरकार समर्थक टीवी चैनल के अनुसार विस्फोट अंतरराष्ट्रीय समयानुसार 4.40 बजे हुए। एक सूत्र ने बताया, "आतंकवादियों ने कस्बे के प्रमुख चौराहे पर विस्फोटकों से लदी कार को उड़ा दिया।"
55 साल की महिला के साथ बदतमीजी कर रहे थे लड़के, उतारी चप्पल और फिर...
बदतमीजी कर रहे थे लड़के, महिला ने की चप्पल से पिटाई. सोशल मीडिया पर ये तस्वीरें वायरल हो रही हैं. कर्नाटक के हुबली बस डिपो का है ये मामला.
Karnataka: A 55-year-old woman beat up two men at Hubli bus depot who were allegedly misbehaving with her while she was waiting there after missing the bus to her village on the night of 11th March. pic.twitter.com/VqbEADCboU ऐसी ही घटना दिल्ली के करोल बाग के गफ्फार मार्केट में हुआ था जहां लड़की को कुछ लड़के छेड़ रहे थे. जिसके बाद उन्होंने बीच मार्केट लड़के को पकड़ा और खूब पिटाई की थी. उनका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था.
'सतीश चंद्र मिश्रा ने मायावती को निरंकुश कहा'
विकीलीक्स ने एक और बड़ा खुलासा किया है। इसके के मुताबिक बीएसपी नेता सतीश चंद्र मिश्रा ने मायावती को भ्रष्ट और तानाशाह बताया था।
मायावती पर विकीलीक्स ने एक और बड़ा खुलासा किया है। अमेरिकी दूतावास के भेजे केबल के मुताबिक बीएसपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष  और राज्यसभा सांसद सतीश चंद्र मिश्रा ने यूपी की मुख्यमंत्री मायावती को भ्रष्ट और तानाशाह बताया था। ये बात 29 मई 2007 की है जब अमेरिकी अफसरों ने मिश्रा से बातचीत की थी। भेजे केबल के मुताबिक ये बात उन्होंने अमेरिकी अधिकारियों से कही थी। उन्होंने ये बात मायावती के शपथ लेने के 16 दिन बाद कही थी। मायावती को सत्ता दिलाने में सतीश चंद्र मिश्रा का अहम रोल रहा है। केबल के मुताबिक सतीश चंद्र मिश्रा अब अपने बेटे को बीएसपी में आगे बढ़ाने पर काम कर रहे हैं। ताकि वो भविष्य में उनकी जगह ले सके। विकीलीक्स के खुलासे को सतीश चंद्र मिश्रा ने साजिश करार दिया है। मीडिया से बातचीत में उन्होंने अमेरिकी अधिकारियों से ऐसी किसी मुलाकात से इनकार किया है। उनका कहना है कि चुनाव नजदीक आ रहे हैं इसलिए उन्हें बदनाम करने की साजिश है। मिश्रा ने कहा कि वो विकीलीक्स के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि ऐसे खुलासों से बीएसपी के वोट बैंक पर कोई असर नहीं पड़ेगा बल्कि वोट बैंक और मज़बूत होगा।
यूनान पर जीत से चेक गणराज्य की उम्मीदें बरकरार
यूरो कप फुटबॉल टूर्नामेंट में ग्रुप ए के मैच में चेक गणराज्य ने 2004 के यूरो चैंपियन यूनान को 2-1 से शिकस्त देकर टूर्नामेंट में अपनी उम्मीदों को बरकरार रखा।
यूरो कप फुटबॉल टूर्नामेंट में ग्रुप ए के मैच में चेक गणराज्य ने 2004 के यूरो चैंपियन यूनान को 2-1 से शिकस्त देकर टूर्नामेंट में अपनी उम्मीदों को बरकरार रखा। इस तरह चेक गणराज्य ने यूनान से 2004 के यूरो कप के सेमीफाइनल में मिली हार का हिसाब भी चुकता कर लिया। चेक गणराज्य ने खेल की शुरुआत में ही दनादन दो गोल दागकर सबको हतप्रभ कर दिया। चेक गणराज्य ने शुरुआती छह मिनट के अंदर दो गोल दागकर यूनान के खिलाफ मध्यांतर तक 2-0 की महत्वपूर्ण बढ़त बना ली थी। पीटर यिरात्सेक ने खेल के तीसरे मिनट में ही चेक गणराज्य की तरफ से पहला गोल किया जबकि इसके तीन मिनट बाद वैकलाव पिलार ने टीम की बढ़त 2-0 की।टिप्पणियां यूनान को चोटिल एवराम पाडाडोपोलोस और निलंबित सोक्राटिस पापास्टाथोपोलोस की कमी खली और चेक गणराज्य ने इसका फायदा उठाकर उसके मिडफील्ड को जल्द ही तितर-बितर कर दिया। यिरात्सेक को पहला गोल करने में कोई परेशानी नहीं हुई। उन्हें थामस हब्समैन के पास पर बायें पांव से करारा शाट जमाकर गोल में डाला। यूनानी गोलकीपर कोस्टास चालकियास के पास उसे बचाने का कोई मौका नहीं था। पिलार ने इसके तुरंत बाद टूर्नामेंट में अपना दूसरा गोल किया। चेक गणराज्य ने खेल की शुरुआत में ही दनादन दो गोल दागकर सबको हतप्रभ कर दिया। चेक गणराज्य ने शुरुआती छह मिनट के अंदर दो गोल दागकर यूनान के खिलाफ मध्यांतर तक 2-0 की महत्वपूर्ण बढ़त बना ली थी। पीटर यिरात्सेक ने खेल के तीसरे मिनट में ही चेक गणराज्य की तरफ से पहला गोल किया जबकि इसके तीन मिनट बाद वैकलाव पिलार ने टीम की बढ़त 2-0 की।टिप्पणियां यूनान को चोटिल एवराम पाडाडोपोलोस और निलंबित सोक्राटिस पापास्टाथोपोलोस की कमी खली और चेक गणराज्य ने इसका फायदा उठाकर उसके मिडफील्ड को जल्द ही तितर-बितर कर दिया। यिरात्सेक को पहला गोल करने में कोई परेशानी नहीं हुई। उन्हें थामस हब्समैन के पास पर बायें पांव से करारा शाट जमाकर गोल में डाला। यूनानी गोलकीपर कोस्टास चालकियास के पास उसे बचाने का कोई मौका नहीं था। पिलार ने इसके तुरंत बाद टूर्नामेंट में अपना दूसरा गोल किया। पीटर यिरात्सेक ने खेल के तीसरे मिनट में ही चेक गणराज्य की तरफ से पहला गोल किया जबकि इसके तीन मिनट बाद वैकलाव पिलार ने टीम की बढ़त 2-0 की।टिप्पणियां यूनान को चोटिल एवराम पाडाडोपोलोस और निलंबित सोक्राटिस पापास्टाथोपोलोस की कमी खली और चेक गणराज्य ने इसका फायदा उठाकर उसके मिडफील्ड को जल्द ही तितर-बितर कर दिया। यिरात्सेक को पहला गोल करने में कोई परेशानी नहीं हुई। उन्हें थामस हब्समैन के पास पर बायें पांव से करारा शाट जमाकर गोल में डाला। यूनानी गोलकीपर कोस्टास चालकियास के पास उसे बचाने का कोई मौका नहीं था। पिलार ने इसके तुरंत बाद टूर्नामेंट में अपना दूसरा गोल किया। यूनान को चोटिल एवराम पाडाडोपोलोस और निलंबित सोक्राटिस पापास्टाथोपोलोस की कमी खली और चेक गणराज्य ने इसका फायदा उठाकर उसके मिडफील्ड को जल्द ही तितर-बितर कर दिया। यिरात्सेक को पहला गोल करने में कोई परेशानी नहीं हुई। उन्हें थामस हब्समैन के पास पर बायें पांव से करारा शाट जमाकर गोल में डाला। यूनानी गोलकीपर कोस्टास चालकियास के पास उसे बचाने का कोई मौका नहीं था। पिलार ने इसके तुरंत बाद टूर्नामेंट में अपना दूसरा गोल किया। यिरात्सेक को पहला गोल करने में कोई परेशानी नहीं हुई। उन्हें थामस हब्समैन के पास पर बायें पांव से करारा शाट जमाकर गोल में डाला। यूनानी गोलकीपर कोस्टास चालकियास के पास उसे बचाने का कोई मौका नहीं था। पिलार ने इसके तुरंत बाद टूर्नामेंट में अपना दूसरा गोल किया।
नौकरीपेशा कर्मचारियों के ल‍िए खुशखबरी! अब EPF खाते में 12 फीसदी योगदान देगी सरकार, जानिए कैसे म‍िलेगा फायदा
व‍ित्त मंत्री जेटली ने नौकरीपेशा कर्मचार‍ियों को तोहफा द‍िया है नए कर्मचारियों के EPF खातों में 12 फीसदी का योगदान देगी सरकार सरकार पर अब लगभग 6,750 करोड़ रुपये का सालाना अतिरिक्त बोझ पड़ेगा
अगर पत्नी की भी मौत हो चुकी है तो कर्मचारी के न‍िधन के बाद उसके दो बच्चों को 25 साल की उम्र तक पेंशन का 75 फीसद हिस्‍सा म‍िलता रहता है. अगर कोई कर्मचारी सेवा के दौरान स्थाई रूप से पूरी तरह विकलांग हो जाए तो उसे जीवनभर पूरी पेंशन मिलेगी.Video: वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा, नौकर‍ियां बढ़ाने के ल‍िए कदम उठाए गए Video: वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा, नौकर‍ियां बढ़ाने के ल‍िए कदम उठाए गए
सचिन के सुझाव का द्रविड़ ने किया समर्थन
तेंदुलकर के सुझाव पर आईसीसी ने भले ही ध्यान नहीं दिया हो लेकिन राहुल द्रविड़ के मुताबिक ये बेहतरीन सुझाव था।
वनडे क्रिकेट के फॉरमेट में बदलाव के सचिन तेंदुलकर के सुझाव पर आईसीसी ने भले ही ध्यान नहीं दिया हो लेकिन राहुल द्रविड़ के मुताबिक ये बेहतरीन सुझाव था। द्रविड़ ने कहा है कि 25 ओवरों की चार पारियों वाले इस फॉरमेट को ऑस्ट्रेलिया में भी खेला जा चुका है ऐसे में ये समझ में नहीं आ रहा है कि आईसीसी ने इस फॉरमेट को अपनाने से इनकार क्यों किया है। द्रविड़ के साथ साथ श्रीलंकाई गेंदबाज लसिथ मंलिगा ने भी सचिन के इस फॉरमेट पर अपनी सहमति जताई है।
नीतीश को बीजेपी का संदेश, धर्मनिरपेक्षता पर किसी सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं
गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी की चुनाव प्रचार समिति का प्रमुख बनाए जाने पर बीजेपी ने कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं की उम्मीदों को नजरअंदाज नहीं कर सकती।
गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी की चुनाव प्रचार समिति का प्रमुख बनाए जाने पर बीजेपी ने कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं की उम्मीदों को नजरअंदाज नहीं कर सकती। बीजेपी ने इसके साथ ही गठबंधन सहयोगी जेडीयू को संदेश देते हुए कहा कि पार्टी को किसी से इस बात का प्रमाणपत्र नहीं चाहिए कि कौन धर्मनिरपेक्ष है और कौन नहीं। जेडीयू को मोदी को बीजेपी का प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर पेश किए जाने को लेकर आपत्ति है।टिप्पणियां बीजेपी प्रवक्ता सैयद शाहनवाज हुसैन ने कहा कि गुजरात के मुख्यमंत्री उतने ही धर्मनिरपेक्ष हैं, जितने पार्टी के अन्य नेता हैं। उन्होंने कहा कि बीजेपी के सत्ता के नजदीक पहुंचने पर अन्य दल उसके साथ गठबंधन करेंगे। हुसैन ने बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बारे में जानकारी देते हुए संवाददाता सम्मेलन में कहा, लोगों को उम्मीदें हैं, हम उन उम्मीदों को नजरअंदाज नहीं कर सकते। (बीजेपी के) कार्यकर्ताओं को उम्मीदें हैं, हम उन उम्मीदों को नजरअंदाज नहीं कर सकते। पार्टी कार्यकारिणी की दो-दिवसीय बैठक के समापन पर बीजेपी अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने मोदी को प्रचार समिति का प्रमुख बनाए जाने की घोषणा की। बीजेपी ने इसके साथ ही गठबंधन सहयोगी जेडीयू को संदेश देते हुए कहा कि पार्टी को किसी से इस बात का प्रमाणपत्र नहीं चाहिए कि कौन धर्मनिरपेक्ष है और कौन नहीं। जेडीयू को मोदी को बीजेपी का प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर पेश किए जाने को लेकर आपत्ति है।टिप्पणियां बीजेपी प्रवक्ता सैयद शाहनवाज हुसैन ने कहा कि गुजरात के मुख्यमंत्री उतने ही धर्मनिरपेक्ष हैं, जितने पार्टी के अन्य नेता हैं। उन्होंने कहा कि बीजेपी के सत्ता के नजदीक पहुंचने पर अन्य दल उसके साथ गठबंधन करेंगे। हुसैन ने बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बारे में जानकारी देते हुए संवाददाता सम्मेलन में कहा, लोगों को उम्मीदें हैं, हम उन उम्मीदों को नजरअंदाज नहीं कर सकते। (बीजेपी के) कार्यकर्ताओं को उम्मीदें हैं, हम उन उम्मीदों को नजरअंदाज नहीं कर सकते। पार्टी कार्यकारिणी की दो-दिवसीय बैठक के समापन पर बीजेपी अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने मोदी को प्रचार समिति का प्रमुख बनाए जाने की घोषणा की। बीजेपी प्रवक्ता सैयद शाहनवाज हुसैन ने कहा कि गुजरात के मुख्यमंत्री उतने ही धर्मनिरपेक्ष हैं, जितने पार्टी के अन्य नेता हैं। उन्होंने कहा कि बीजेपी के सत्ता के नजदीक पहुंचने पर अन्य दल उसके साथ गठबंधन करेंगे। हुसैन ने बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बारे में जानकारी देते हुए संवाददाता सम्मेलन में कहा, लोगों को उम्मीदें हैं, हम उन उम्मीदों को नजरअंदाज नहीं कर सकते। (बीजेपी के) कार्यकर्ताओं को उम्मीदें हैं, हम उन उम्मीदों को नजरअंदाज नहीं कर सकते। पार्टी कार्यकारिणी की दो-दिवसीय बैठक के समापन पर बीजेपी अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने मोदी को प्रचार समिति का प्रमुख बनाए जाने की घोषणा की। हुसैन ने बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बारे में जानकारी देते हुए संवाददाता सम्मेलन में कहा, लोगों को उम्मीदें हैं, हम उन उम्मीदों को नजरअंदाज नहीं कर सकते। (बीजेपी के) कार्यकर्ताओं को उम्मीदें हैं, हम उन उम्मीदों को नजरअंदाज नहीं कर सकते। पार्टी कार्यकारिणी की दो-दिवसीय बैठक के समापन पर बीजेपी अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने मोदी को प्रचार समिति का प्रमुख बनाए जाने की घोषणा की।
अगर BJP,पीडीपी से हाथ मिला सकती है तो शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के साथ क्यों नहीं : संजय राउत
संजय राउत का बीजेपी पर निशाना शिवसेना को सरकार बनाने का न्यौता कांग्रेस और एनसीपी दे सकती है समर्थन
शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा है कि बीजेपी के मुख्यमंत्री पद साझा ना करने के अहंकार के कारण मौजूदा स्थिति उत्पन्न हुई. उन्होंने कहा कि यह बीजेपी का अहंकार ही है कि वह समझौते की बात न मानकर विपक्ष में बैठने को तैयार है लेकिन सरकार बनाने के लिए राजी नहीं है. वहीं एनडीए में रहने के सवाल पर उन्होंने साफ किया कि अगर बीजेपी अपना वादा पूरा नहीं करना चाहती तो गठबंधन में रहने का कोई मतलब नहीं है. उन्होंने कहा कि बीजेपी को सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए 72 घंटे मिले, हमें 24 घंटे दिए गए. वहीं कांग्रेस-एनसीपी के साथ सरकार बनाने के सवाल पर संजय राउत ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में पीडीपी के साथ हाथ मिला सकती है तो शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के साथ क्यों नहीं.  राउत ने कहा कि कांग्रेस, एनसीपी को मतभेद भूल कर महाराष्ट्र के हित में एक न्यूनतम साझा कार्यक्रम के साथ आना चाहिए. आपको बता दें कि मोदी सरकार में शिवसेना के एकमात्र मंत्री अरविंद सावंत ने भी इस्तीफे का ऐलान कर दिया है और इसके साथ ही बीजेपी-शिवसेना की 30 साल पुरानी दोस्ती टूट गई है. वहीं सरकार बनाने की कवायद के बीच महाराष्ट्र में एनसीपी की तो दिल्ली में कांग्रेस की बैठक है. शरद पवार ने कहा है कि शिवसेना के साथ सरकार बनाने का फैसला कांग्रेस से विचार करने के बाद किया जाएगा. वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा है कि पार्टी की बैठक में आलाकमान जो निर्देश देगा उसके हिसाब से फैसला लिया जाएगा. आपको बता दें कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव मे बीजेपी को 105, शिवसेना को 56, एनसीपी को 54 और कांग्रेस को 44 सीटें मिली हैं. बीजेपी और शिवसेना ने मिलकर बहुमत का 145 का आंकड़ा पार कर लिया था. लेकिन शिवसेना ने 50-50 फॉर्मूले की मांग रख दी जिसके मुताबिक ढाई-ढाई साल सरकार चलाने का मॉडल था. शिवसेना का कहना है कि बीजेपी के साथ समझौता इसी फॉर्मूले पर हुआ था लेकिन बीजेपी का दावा है कि ऐसा कोई समझौता नहीं हुआ. इसी लेकर मतभेद इतना बढ़ा कि दोनों पार्टियों की 30 साल पुरानी दोस्ती टूट गई.
हम जानते हैं भष्ट्राचार प्रतियोगिता में शामिल होने वाले मुख्य खिलाड़ी कौन थे- पीएम मोदी
ईटी गोल्डन समिट में बोले पीएम मोदी कहा- NDA सरकार ने हासिल किया गोल्डन डबल आज बदलाव साफ नजर आ रहा है-मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि उनकी सरकार ने कम मुद्रास्फीति के साथ निरंतर उच्च विकास दर हासिल कर अभूतपूर्व दोहरे उद्देश्य यानी की गोल्डन डबल को हासिल किया है. उन्होंने कहा कि इनोवेशन और टेक्नोलॉजी एक नए भारत के निर्माण के लिए रीढ़ की तरह होगी.  ईटी ग्लोबल बिजनेस समिट को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि उदारीकरण के बाद की सरकारों की तुलना में, एनडीए सरकार ने सात प्रतिशत से ज्यादा विकास दर और कम मुद्रास्फीति दर दोनों हासिल की. उन्होंने कहा, "पिछली सरकार ने 6.5 अंकों की औसत वार्षिक विकास दर दोहरे अंक में मुद्रास्फीति के साथ हासिल की." मोदी ने कहा, "हालांकि, 2014 और 2019 के बीच, औसत वार्षिक वृद्धि दर 7.4 प्रतिशत रही है, जबकि औसत मुद्रास्फीति की दर 4.5 प्रतिशत रही है. 1991 में उदारीकरण के बाद यह मुद्रास्फीति की सबसे कम औसत दर के साथ सबसे उच्च औसत विकास दर है.  पीएम मोदी ने कहा कि 2014 से पहले मंत्रालयों और व्यक्तियों के बीच भ्रष्टाचार, देरी और अधिकतम भ्रष्टाचार करने की प्रतिस्पर्धा यानी प्रतियोगिता थी कि कोयला या स्पेक्ट्रम या सीडब्ल्यूजी या रक्षा सौदे पर किस पर अधिक पैसा मिलेगा. हम जानते हैं कि इस प्रतियोगिता में शामिल होने वाले मुख्य खिलाड़ी कौन थे.  PM Modi at an event in Delhi:Before'14,there was competition b/w ministries,individuals,in corruption,delays,on who can do maximum corruption,on whether coal or spectrum or CWG or defence deal will get more money. We know who were the main players in involved in this competition. pic.twitter.com/xm4HOBk8xu उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था में वर्तमान परिवर्तन साउंड मैक्रोइकॉनोमिक फंडामेंटल का परिणाम है जो परिलक्षित होता है और उदाहरण के तौर पर यह बढ़ते वित्तीय संसाधनों के रूप में नजर आ रहा है. पीएम मोदी ने कहा क् पूंजी जुटाने के लिए बैंक ऋण पर एकमात्र निर्भरता नहीं है. जबकि 2012 और 2014 के बीच इक्विटी के माध्यम से उठाया गया औसत वित्त 14,000 करोड़ रुपये प्रति वर्ष था, पिछले चार वर्षों में यह औसत 43,000 करोड़ रुपये हो गया है.  उन्होंने कहा, 2011-14 के बीच वैकल्पिक निवेश कोष (एआईएफ) ने औसतन 4,000 करोड़ रुपये से कम जुटाए, लेकिन हमारी सरकार के अंतगर्त एआईएफ..2014-18 के दौरान यह आंकड़ा 20 गुना छलांग लगाते हुए 81,000 करोड़ रुपये हो गया है." यह घोषणा करते हुए कि 'न्यू इंडिया' का औद्योगिक क्रांति 4.0 में सक्रिय योगदान होगा, प्रधानमंत्री ने कहा कि "नवाचार और प्रौद्योगिकी इस पुनरुत्थान की रीढ़ बनेगी." पुनरुत्थान के संकेतक का हवाला देते हुए मोदी ने कहा कि दी गई पेटेंट की संख्या 2013 में 4,000 से बढ़कर 2017-18 में 13,000 हो गई है. उन्होंने कहा कि पंजीकृत ट्रेडमार्क 2013-14 के 68,000 के मुकाबले 2016-17 में बढ़कर 2.5 लाख हो गए हैं। इसमें चार गुना वृद्धि हुई है.
बॉलीवुड एक्टर वीरू कृष्णन के निधन पर भावुक हुईं प्रियंका चोपड़ा, ट्विटर पर यूं छलका दर्द
'राजा हिंदु्स्तानी' एक्टर वीरू कृष्णन का हुआ निधन एक्टर होने के साथ ही बेहतरीन कथक डांसर भी थे वीरू कृष्णन प्रियंका चोपड़ा ने ट्वीट कर दी श्रद्धांजलि
1996 में आई फिल्म 'राजा हिंदूस्तानी (Raja Hindustani)' में अपनी जबरदस्त एक्टिंग से मशहूर होने वाले अभिनेता वीरू कृष्णन (Veeru Krishnan) का शनिवार को मुंबई में निधन हो गया. एक एक्टर होने के अलावा वीरू कृष्णन (Veeru Krishnan) एक बेहतरीन कथक डांसर भी थे. अपने इस टैलेंट से उन्होंने प्रियंका चोपड़ा (Priyanka Chopra), कैटरीना कैफ, करणवीर बोहरा और कई कलाकारों को भी कथक डांस सिखाया है. उनके निधन पर कई बॉलीवुड कलाकारों ने ट्वीट कर वीरू कृष्णन (Veeru Krishnan) को श्रद्धांजलि दी है. खासकर प्रियंका चोपड़ा (Priyanka Chopra) वीरू कृष्णन के निधन पर ज्यादा दुखी नजर आ रही हैं. वीरू कृष्णन के लिए ट्वीट करते हुए देसी गर्ल काफी भावुक भी हो गईं.  You taught me to dance when I was two left feet. Your patience and passion for dance was so infectious that each one of us not only learned Kathak, but so much more from you. You will always be remembered Guruji. #panditveerukrishnanhttps://t.co/pfQerVQgby अपने ट्विटर हैंडल से प्रियंका चोपड़ा (Priyanka Chopra) ने वीरू कृष्णन को श्रद्धांजलि देते हुए लिखा, "आपने मुझे उस समय डांस सिखाया, जब मुझे इस बारे में कुछ पता नहीं था. आपका धैर्य और नृत्य के लिए जूनून ऐसा था कि हम सभी ने आपसे केवल कथक ही नहीं, बल्कि काफी कुछ सीखा है. आप हमेशा याद किये जाओगे गुरू जी." प्रियंका चोपड़ा के अलावा एक्ट्रेस लारा दत्ता (Lara Dutta) ने भी वीरू कृष्णन (Veeru Krishnan) के निधन पर शोक जताया. उन्होंने ट्वीट कर लिखा, "यह बहुत बुरी खबर है. मेरी प्रार्थनाएं और संवेदना गुरू जी के परिवार के साथ हैं. कथक के लिए उनका जुनून और अपने विद्यार्थियों के लिए उनका धैर्यन उन्हें एक योग्य शिक्षक बनाता है." This is very sad news indeed. Prayers and heartfelt condolences to Guruji's family. He really was an institution & his passion for kathak and patience with his students made him an exemplary teacher. #RIP#panditveerukrishnanhttps://t.co/LDoSh3Ok6G बता दें कि वीरू कृष्णन (Veeru Krishnan) ने 'राजा हिंदुस्तानी (Raja Hindustani)' के अलावा फिल्म 'मेला (Mela)', 'दूल्हे राजा', 'अकेले हम अकेले तुम' और 'इश्क' जैसी फिल्मों में भी अहम किरदार निभाया है. वहीं, प्रियंका चोपड़ा की बात करें तो वह जल्द ही फिल्म 'द स्काई इज पिंक' में नजर आने वाली हैं.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता का बड़ा बयान, कहा-इस वजह से दोबारा पीएम नहीं बनेंगे नरेंद्र मोदी
दिग्विजय सिंह ने पीएम मोदी पर साधा निशाना दोबारा पीएम न चुने जाने को लेकर की टिप्पणी कहा- पीएम ने कोई भी वादा पूरा नहीं किया
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) ने पीएम मोदी पर निशाना साधा है. दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) ने कहा अब नरेंद्र मोदी (PM Modi) दोबारा देश के पीएम नहीं बनने वाले हैं. ऐसा इसलिए क्योंकिय बीजेपी ने केंद्र की सत्ता में रहते हुए जनता से किए गए एक भी वादे को पूरा नहीं किया. इसलिये निश्चित तौर पर वह दोबारा प्रधानमंत्री नहीं बनने वाले हैं. उन्होंने यह दावा भी किया कि आगामी लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को अच्छे नतीजे मिलेंगे. दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) ने एक सवाल पर भाजपा के खिलाफ निशाना साधते हुए कहा कि सेना और राष्ट्र की सुरक्षा को सियासी मुद्दा कभी नहीं बनाया जाना चाहिये. चुनाव आयोग ने भी इस बारे में बड़ा सख्त निर्देश दिया है. लोकसभा चुनावों के मतदान की कुछ तारीखों के रमजान के महीने में पड़ने को लेकर चंद मुस्लिम नेताओं की आपत्ति पर उन्होंने कहा कि त्योहार तो अपने समय पर ही आते हैं.   Congress' Digvijay Singh: Congress party will get good results. Narendra Modi didn't fulfill the promises that he made, therefore, he is not going to become the Prime Minister for sure pic.twitter.com/nBYO7CfLkJ   लेकिन यह संवैधानिक आवश्यकता है कि 26 मई से पहले चुनावी नतीजे घोषित कर दिये जायें. फिर भी मैं चुनाव आयोग से प्रार्थना करूंगा कि वह मतदान की तय तारीखों में भले ही कोई बदलाव न करे. लेकिन मतदान के समय में इस प्रकार परिवर्तन कर दे जिससे उन्हें (मुस्लिम समुदाय के लोगों को) मतदान में सहूलियत हो. बता दें कि दिग्विजय सिंह Digvijay Singh) ने कुछ दिन पहले कहा था कि भारत सरकार को पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर भारतीय वायुसेना के हमले के सबूत विश्व समुदाय के सामने उसी तरह पेश करने चाहिये, जिस तरह अमेरिका ने आतंकी सरगना ओसामा-बिन-लादेन के खात्मे के अभियान के प्रमाण प्रस्तुत किये थे. सोशल मीडिया पर इस बयान को लेकर जारी ट्रोलिंग के बारे में पूछे जाने पर वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा कि मुझे आखिर कब ट्रोल नहीं किया जाता? मैं उन सब लोगों का आभारी हूं जो मुझे ट्रोल करते हैं. आगामी लोकसभा चुनावों के साथ जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव नहीं कराये जाने के बारे में पूछे जाने पर राज्यसभा सदस्य ने कहा कि मैं इस विषय में कुछ भी नहीं कहूंगा. चुनाव आयोग इस विषय में निर्णय लेने को स्वतंत्र है. कांग्रेस महासचिव और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के प्रभारी ज्योतिरादित्य सिंधिया की पत्नी प्रियदर्शिनी राजे के आगामी लोकसभा चुनाव लड़ने की अटकलों को लेकर पूछे गये सवाल पर दिग्विजय ने कहा कि इस प्रश्न का उत्तर (ज्योतिरादित्य) सिंधिया ही दे सकते हैं. मैं इस बारे में कुछ नहीं कह सकता.
कोऑर्डिनेशन कमेटी का ऐलान जल्द करेंगे अन्ना हजारे
अन्ना हजारे अपने गैरराजनीतिक भष्ट्राचार विरोधी मुहिम को आगे बढ़ाने के लिए इसी महीने की 10 तारीख तक एक कोऑर्डिनेशन कमेटी का ऐलान कर सकते है।
अन्ना हजारे अपने गैरराजनीतिक भष्ट्राचार विरोधी मुहिम को आगे बढ़ाने के लिए इसी महीने की 10 तारीख तक एक कोऑर्डिनेशन कमेटी का ऐलान कर सकते है। इससे पहले अन्ना ने कहा था कि वे जल्द ही अपने सहयोगियों से विचार-विमर्श करेंगे। अन्ना के मुताबिक उन्होंने एक कोऑर्डिनेशन कमेटी बनाने का फैसला किया है। इससे पहले अन्ना ने कहा था कि वे जल्द ही अपने सहयोगियों से विचार-विमर्श करेंगे। अन्ना के मुताबिक उन्होंने एक कोऑर्डिनेशन कमेटी बनाने का फैसला किया है।
महिला से फोन पर गंदी बातें करता था दारोगा, अब हो गया सस्‍पेंड
आरोपी दारोगा महिला से फोन पर अश्‍लील बातें करता था महिला के केस का इंवेस्‍टिगेटिंग ऑफिसर था दारोगा महिला ने सारी बातें र‍िकॉर्ड करने के बाद श‍िकायत की
दरअसल, पीड़ित महिला ने थाने में पड़ोसी के खिलाफ मारपीट की एक एफआईआर दर्ज करा रखी थी. दूसरी ओर केस में महिला के परिवार के कुछ सदस्यों का नाम भी था. सब इंस्पेक्टर धीरेंद्र कुमार सिंह को महिला के केस का इन्वेस्टिगेटिंग ऑफिसर बनाया गया. शुरुआती दौर में तो सबकुछ ठीक था, लेकिन धीरे-धीरे दारोगा जी का रंग रूप बदलने लगा. वो केस के बहाने कॉल तो करते थे, लेकिन केस से संबंधित कोई बात नहीं करते थे. अक्सर केस से हटकर ही दारोगा जी बातें किया करते थे. जो उन्हें काफी महंगा पड़ा. एसएसपी के आदेश पर अब इस पूरे प्रकरण की जांच मसौढ़ी के थानेदार कर रहे हैं. इस मामले में महिला से भी पूछताछ की गई है. महिला मसौढ़ी थाना के रहमतगंज मुहल्ले की रहने वाली है.
UPelections: मुलायम सिंह की छोटी बहू अपर्णा यादव की दावेदारी पर फंसा ये पेंच...
कांग्रेस ने लखनऊ कैंट सीट पिछली बार जीती थी इसलिए अबकी बार यही सीट फिर से चाहती है गायत्री प्रसाद प्रजापति की अमेठी सीट पर भी कांग्रेस की दावेदारी
सिर्फ इतना ही नहीं गांधी परिवार के गढ़ माने जाने वाले रायबरेली और अमेठी की कई विधानसभा सीटों पर दोनों ही पार्टियों की दावेदारी है. इन दोनों संसदीय क्षेत्रों की कुल मिलाकर 10 सीटों में से पिछली बार सपा ने सात जीती थीं. सपा इस बार भी इन्‍हीं सीटों पर दावेदारी कर रही है लेकिन कांग्रेस इनमें से कुछ ज्‍यादा सीटें चाह रही है.
गुजरात कांग्रेस प्रमुख ने मोदी की तुलना बंदर से की, भाजपा ने की शिकायत
कांग्रेस की गुजरात इकाई के अध्यक्ष अर्जुन मोधवाडिया ने मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना कथित तौर पर एक बंदर से की जिसके बाद सत्तारूढ़ भाजपा ने उनके खिलाफ निर्वाचन आयोग में शिकायत दर्ज कराई है।
कांग्रेस की गुजरात इकाई के अध्यक्ष अर्जुन मोधवाडिया ने मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना कथित तौर पर एक बंदर से की जिसके बाद सत्तारूढ़ भाजपा ने उनके खिलाफ निर्वाचन आयोग में शिकायत दर्ज कराई है।टिप्पणियां मोधवाडिया ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की तुलना एक शेर से की। उन्होंने मुख्यमंत्री का नाम लिए बिना कहा कि एक पेड़ पर बैठा बंदर शेर को चुनौती देने की कोशिश कर रहा है। जूनागढ़ में बुधवार को एक चुनाव रैली में मोधवाडिया ने कहा था ‘मोदी के पास पिछले वर्षों में गुजरात में अपने द्वारा किए गए कार्यों के बारे में कहने के लिए कुछ नहीं है। लेकिन वह सोनिया गांधी और मनमोहन सिंह पर दोष मढ़ेंगे और प्रधानमंत्री को उन्होंने गुजरात में अपने खिलाफ चुनाव लड़ने की चुनौती तक दी है।’ उन्होंने कथित तौर पर कहा ‘वह ऐसे बंदर की तरह हैं जो पेड़ पर बैठ कर जंगल के राजा को चुनौती दे रहा है। उन्हें यह पता होना चाहिए कि वह कहां खड़े हैं। जंगल का राजा पेड़ पर नहीं चढ़ेगा लेकिन बंदर को कभी न कभी जमीन पर आना ही पड़ेगा।’ मोधवाडिया ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की तुलना एक शेर से की। उन्होंने मुख्यमंत्री का नाम लिए बिना कहा कि एक पेड़ पर बैठा बंदर शेर को चुनौती देने की कोशिश कर रहा है। जूनागढ़ में बुधवार को एक चुनाव रैली में मोधवाडिया ने कहा था ‘मोदी के पास पिछले वर्षों में गुजरात में अपने द्वारा किए गए कार्यों के बारे में कहने के लिए कुछ नहीं है। लेकिन वह सोनिया गांधी और मनमोहन सिंह पर दोष मढ़ेंगे और प्रधानमंत्री को उन्होंने गुजरात में अपने खिलाफ चुनाव लड़ने की चुनौती तक दी है।’ उन्होंने कथित तौर पर कहा ‘वह ऐसे बंदर की तरह हैं जो पेड़ पर बैठ कर जंगल के राजा को चुनौती दे रहा है। उन्हें यह पता होना चाहिए कि वह कहां खड़े हैं। जंगल का राजा पेड़ पर नहीं चढ़ेगा लेकिन बंदर को कभी न कभी जमीन पर आना ही पड़ेगा।’ उन्होंने कथित तौर पर कहा ‘वह ऐसे बंदर की तरह हैं जो पेड़ पर बैठ कर जंगल के राजा को चुनौती दे रहा है। उन्हें यह पता होना चाहिए कि वह कहां खड़े हैं। जंगल का राजा पेड़ पर नहीं चढ़ेगा लेकिन बंदर को कभी न कभी जमीन पर आना ही पड़ेगा।’
फिर छलका मुलायम का सालों पुराना दर्द, बोले - कुछ लोगों ने मुझे प्रधानमंत्री नहीं बनने दिया
भाई शिवपाल के लिए दूसरी बार वोट मांगने जसवंतनगर पहुंचे थे मुलायम मुलायम ने सपा सरकार और मुख्यमंत्री अखिलेश पर भी तंज कसा पार्टी के भीतर घटिया लोगों से होशियार रहें : शिवपाल
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
क्रिकेट विश्व कप : जीत के प्रति आश्वस्त थीं लता
स्वर सम्राज्ञी लता मंगेश्कर ने कहा है कि उन्हें पक्का यकीन था कि वानखेड़े स्टेडियम में जीत का सेहरा भारतीय टीम के माथे पर सजने वाला है।
स्वर सम्राज्ञी लता मंगेश्कर ने कहा है कि उन्हें पक्का यकीन था कि वानखेड़े स्टेडियम में शनिवार को जीत का सेहरा भारतीय क्रिकेट टीम के माथे पर सजने वाला है। लता ने एक समाचार चैनल से कहा, "मैं इस बात को लेकर आश्वस्त थी कि भारतीय टीम ही विश्व चैम्पियन बनेगी। मैं इस जीत के लिए भारतीय क्रिकेट टीम और देश को बधाई देती हूं।" दिग्गज बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर की प्रशंसिका और बॉलीवुड की 88 वर्षीया गायिका ने कहा, "सचिन तो देश का कोहिनूर है।" गौरतलब है कि मुम्बई के वानखेड़े स्टेडियम में खेले गए फाइनल मुकाबले में श्रीलंका को हराकर टीम इंडिया भारतीय टीम ने वर्ष 1983 के इतिहास को दोहरा दिया।
खाली न करना पड़े सरकारी बंगला, मायावती ने बदल दिया उसे कांशीराम स्मारक में
सुप्रीम कोर्ट ने दिया है आदेश पूर्व सीएम खाली करें बंगला मायावकी ने कांशीराम स्मारक में बदला
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
कसाब की भी गिनती होगी जनगणना में...
मुंबई में हुए 26/11 आतंकी हमलों में मौत की सजा पाने वाले पाकिस्तानी आतंकवादी कसाब की गिनती भारत के 15वें राष्ट्रीय जनगणना में की जाएगी।
मुंबई में हुए 26/11 आतंकी हमलों में मौत की सजा पाने वाले पाकिस्तानी आतंकवादी अजमल कसाब की गिनती भारत के 15वें राष्ट्रीय जनगणना में की जाएगी। जनगणना का दूसरा चरण बुधवार से शुरू होगा जिसमें आबादी की गणना की जाएगी। कसाब फिल्हाल आर्थर रोड जेल में बंद है और बंबई उच्च न्यायालय में उसके मृत्युदंड की पुष्टि होनी है और सजा के खिलाफ कसाब की याचिका पर सुनवाई भी होनी है। नगर निगम की अतिरिक्त आयुक्त मनीषा महासकर ने बताया, मुंबई के बायकुला और आर्थर रोड जेल के सभी कैदियों की गिनती जनगणना के दूसरे चरण में की जाएगी। उन्होंने बताया कि छात्रावासों, जेलों और अस्पतालों में रह रहे लोगों की गिनती के लिए एक अलग श्रेणी बनाई गई है। बीएमसी के कार्यकारी स्वास्थ्य अधिकारी और जिला जनगणना अधिकारी जीटी आंबे ने कहा, बीएमसी के कर्मी जेल अधिकारियों को प्रशिक्षित करेंगे जिन्हें जेल में गिनती करनी है।
चिट फंड कम्पनी का प्रमोटर गिरफ्तार, दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग
पश्चिम बंगाल में लोगों के पैसे लेकर भागी शारदा ग्रुप की चिट फंड कम्पनी के प्रमोटर सुदीप्तो सेन और उसके दो सहयोगियों को मंगलवार को कश्मीर में गिरफ्तार कर लिया गया।
पश्चिम बंगाल में लोगों के पैसे लेकर भागी शारदा ग्रुप की चिट फंड कम्पनी के प्रमोटर सुदीप्तो सेन और उसके दो सहयोगियों को मंगलवार को कश्मीर में गिरफ्तार कर लिया गया। इस मामले में कारोबारियों के प्रतिनिधि संगठन एसोचैम ने दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई किए जाने तथा मामले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो से कराने की मांग की है। उधर राज्य के एक वरिष्ठ मंत्री ने मंगलवार को कहा कि राज्य सरकार द्वारा चिट फंड घोटाले की जांच के लिए गठित उच्चस्तरीय समिति जल्द ही काम शुरू कर देगी। शारदा ग्रुप द्वारा संचालित चिट फंड कम्पनी के प्रमोटर सुदीप्तो सेन को उसके दो सहयोगियों के साथ मंगलवार को जम्मू एवं कश्मीर के सोनमर्ग से गिरफ्तार कर लिया गया। जम्मू एवं कश्मीर पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, "पश्चिम बंगाल पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर आज (मंगलवार को) गंदरबल जिले में सोनमर्ग टूरिस्ट रिजॉर्ट से तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है।" अधिकारी ने कहा, "गिरफ्तार किए गए तीनों लोगों को गंदरबल जिला मुख्यालय लाया गया, जहां पश्चिम बंगाल यहां आए एक पुलिस अधिकारी ने उनकी पहचान पश्चिम बंगाल चिट फंड घोटाले के मुख्य आरोपी और दो सहयोगियों के रूप में की।" अन्य दो की पहचान देबजानी मुखोपाध्याय और अरविंद सिंह चौहान के रूप में की गई। पुलिस सूत्रों ने बताया कि पश्चिम बंगाल पुलिस के घोटाले की जांच कर रहे अधिकारियों का एक बड़ा दल गिरफ्तार आरोपियों को अपनी हिरासत में लेने के लिए बुधवार को यहां पहुंच रहा है। कारोबारियों के प्रतिनिधि संगठन एसोचैम ने मंगलवार को चिट फंड घोटाले के गुनाहगारों के खिलाफ जल्द से जल्द कार्रवाई किए जाने और जमाकर्ताओं के हितों की सुरक्षा की मांग की। एसोचैम ने कहा कि मामले की केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से जांच भी कराई जा सकती है। एसोचैम सचिव डीएस रावत ने कहा, "यह गम्भीर मामला है। एक भी व्यक्ति यदि आत्महत्या करता है, तो आप मामले की गम्भीरता समझ सकते हैं। सवाल यह है कि अब तक क्या किया गया है। अब तक क्या जांच हुई है।" रावत ने कहा, "इससे पहले कि और आत्महत्या हो, कदम उठाया जाना चाहिए। आपको (जल्द से जल्द) कदम उठाना चाहिए।" चिट फंड कम्पनी श्रद्धा ग्रुप के खिलाफ राज्य भर में लाख निवेशकों ने गुस्से का इजहार किया है। निवेशक अपना पैसा वापस मांग रहे हैं। कई स्थानों पर निवेशकों और एजेंटों के बीच झड़प भी हुई। रावत ने कहा कि निवेशकों को ठगने वाले लोगों को सजा दी जानी चाहिए और निवेशकों की सुरक्षा के लिए कदम उठाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य और केंद्र को जिम्मेदारी एक-दूसरे पर थोपने की कोशिश नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कहा, "कुछ लोग मांग कर रहे हैं कि मामले की सीबीआई से जांच कराई जानी चाहिए। इसमें कोई नुकसान नहीं है।" उधर, मंगलवार को ही राज्य सरकार के एक वरिष्ठ मंत्री ने कहा कि चिट फंड घोटाले की जांच के लिए राज्य सरकार द्वारा गठित उच्चस्तरीय समिति जल्द ही कार्य शुरू करेगी। राज्य मंत्रिमंडल ने कोलकाता उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश श्यामल सेन की अध्यक्षता में समिति गठित करने के फैसले को मंजूरी दी। समिति शारदा ग्रुप द्वारा संचालित चिट फंड में वित्तीय अनियमितता की जांच करेगी। चिट फंड घोटाले से छोटे शहरों और गांवों के लाखों निवेशक प्रभावित हुए हैं, जिन्होंने कड़ी मेहनत से कमाए पैसे कम्पनी में लगाए थे। उद्योग मंत्री पार्था चटर्जी ने कहा, "समिति मुख्यत: शारदा ग्रुप और उसके जैसी अन्य कम्पनियों की गतिविधियों की जांच करेगी।" मंत्री ने कहा, "इस बारे में अधिसूचना जल्द जारी किया जाएगा।" मंत्री ने अपील की है कि जिन्हें भी समूह या अन्य कम्पनियों के विरोध में शिकायतें करनी है, वे समिति के पास पहुंचें। उन्होंने कहा, "समिति इस बारे में समाचार पत्रों में विज्ञापन भी प्रकाशित करेगी।" समिति में चार और सदस्य होंगे, जिनमें से एक आईपीएस अधिकारी होगा। अन्य सदस्य कम्पनी जगत और नागरिक संगठन होंगे, जबकि एक अर्थशास्त्री होगा। समिति की घोषणा मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को की थी। तृणमूल कांग्रेस सरकार पर शारदा ग्रुप से नजदीकी रखने का आरोप लग रहा है। तृणमूल कांग्रेस के एक राज्यसभा सदस्य कम्पनी में पहले मीडिया इकाई के प्रमुख थे। कुछ अन्य नेताओं की भी कम्पनी से नजदीकी रखने की बात कही जा रही है। पैसे की वापसी नहीं होने पर हिंसक विरोध पैदा होने के बाद राज्य भर में पिछले कुछ सप्ताहों से कम्पनी के कार्यालयों का दरवाजा बंद पड़ा है। कई कार्यालयों को लूट लिया गया है और उनके एजेंटों की पिटाई की गई है। कम से कम तीन एजेंटों और निवेशकों ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली है। एजेंटों और वितरकों ने बनर्जी के दक्षिण कोलकाता आवास के बाहर, पार्टी के राज्य मुख्यालय और पार्टी के कुछ नेताओं तथा मंत्रियों के घर के बाहर प्रदर्शन किया है।टिप्पणियां शेयर बाजार नियामक सेबी और केंद्रीय कम्पनी मामलों के मंत्रालय के गंभीर धोखाधड़ी जांच कार्यालय द्वारा चिटफंड के खिलाफ कानून तोड़ने के कारण कार्रवाई शुरू करने के बाद समूह की वित्तीय स्थिति दबाव में आ गई। समूह में संकट जनवरी से ही चल रहा था, जिसके कारण उसे हाल ही में 2010 से शुरू किए गए या खरीदे गए 10 से अधिक समाचारपत्रों और टेलीविजन चैनलों को बंद करना पड़ा। इसके कारण 1,000 से अधिक पत्रकार और गैर पत्रकार बेरोजगार हो चुके हैं। इस मामले में कारोबारियों के प्रतिनिधि संगठन एसोचैम ने दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई किए जाने तथा मामले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो से कराने की मांग की है। उधर राज्य के एक वरिष्ठ मंत्री ने मंगलवार को कहा कि राज्य सरकार द्वारा चिट फंड घोटाले की जांच के लिए गठित उच्चस्तरीय समिति जल्द ही काम शुरू कर देगी। शारदा ग्रुप द्वारा संचालित चिट फंड कम्पनी के प्रमोटर सुदीप्तो सेन को उसके दो सहयोगियों के साथ मंगलवार को जम्मू एवं कश्मीर के सोनमर्ग से गिरफ्तार कर लिया गया। जम्मू एवं कश्मीर पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, "पश्चिम बंगाल पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर आज (मंगलवार को) गंदरबल जिले में सोनमर्ग टूरिस्ट रिजॉर्ट से तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है।" अधिकारी ने कहा, "गिरफ्तार किए गए तीनों लोगों को गंदरबल जिला मुख्यालय लाया गया, जहां पश्चिम बंगाल यहां आए एक पुलिस अधिकारी ने उनकी पहचान पश्चिम बंगाल चिट फंड घोटाले के मुख्य आरोपी और दो सहयोगियों के रूप में की।" अन्य दो की पहचान देबजानी मुखोपाध्याय और अरविंद सिंह चौहान के रूप में की गई। पुलिस सूत्रों ने बताया कि पश्चिम बंगाल पुलिस के घोटाले की जांच कर रहे अधिकारियों का एक बड़ा दल गिरफ्तार आरोपियों को अपनी हिरासत में लेने के लिए बुधवार को यहां पहुंच रहा है। कारोबारियों के प्रतिनिधि संगठन एसोचैम ने मंगलवार को चिट फंड घोटाले के गुनाहगारों के खिलाफ जल्द से जल्द कार्रवाई किए जाने और जमाकर्ताओं के हितों की सुरक्षा की मांग की। एसोचैम ने कहा कि मामले की केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से जांच भी कराई जा सकती है। एसोचैम सचिव डीएस रावत ने कहा, "यह गम्भीर मामला है। एक भी व्यक्ति यदि आत्महत्या करता है, तो आप मामले की गम्भीरता समझ सकते हैं। सवाल यह है कि अब तक क्या किया गया है। अब तक क्या जांच हुई है।" रावत ने कहा, "इससे पहले कि और आत्महत्या हो, कदम उठाया जाना चाहिए। आपको (जल्द से जल्द) कदम उठाना चाहिए।" चिट फंड कम्पनी श्रद्धा ग्रुप के खिलाफ राज्य भर में लाख निवेशकों ने गुस्से का इजहार किया है। निवेशक अपना पैसा वापस मांग रहे हैं। कई स्थानों पर निवेशकों और एजेंटों के बीच झड़प भी हुई। रावत ने कहा कि निवेशकों को ठगने वाले लोगों को सजा दी जानी चाहिए और निवेशकों की सुरक्षा के लिए कदम उठाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य और केंद्र को जिम्मेदारी एक-दूसरे पर थोपने की कोशिश नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कहा, "कुछ लोग मांग कर रहे हैं कि मामले की सीबीआई से जांच कराई जानी चाहिए। इसमें कोई नुकसान नहीं है।" उधर, मंगलवार को ही राज्य सरकार के एक वरिष्ठ मंत्री ने कहा कि चिट फंड घोटाले की जांच के लिए राज्य सरकार द्वारा गठित उच्चस्तरीय समिति जल्द ही कार्य शुरू करेगी। राज्य मंत्रिमंडल ने कोलकाता उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश श्यामल सेन की अध्यक्षता में समिति गठित करने के फैसले को मंजूरी दी। समिति शारदा ग्रुप द्वारा संचालित चिट फंड में वित्तीय अनियमितता की जांच करेगी। चिट फंड घोटाले से छोटे शहरों और गांवों के लाखों निवेशक प्रभावित हुए हैं, जिन्होंने कड़ी मेहनत से कमाए पैसे कम्पनी में लगाए थे। उद्योग मंत्री पार्था चटर्जी ने कहा, "समिति मुख्यत: शारदा ग्रुप और उसके जैसी अन्य कम्पनियों की गतिविधियों की जांच करेगी।" मंत्री ने कहा, "इस बारे में अधिसूचना जल्द जारी किया जाएगा।" मंत्री ने अपील की है कि जिन्हें भी समूह या अन्य कम्पनियों के विरोध में शिकायतें करनी है, वे समिति के पास पहुंचें। उन्होंने कहा, "समिति इस बारे में समाचार पत्रों में विज्ञापन भी प्रकाशित करेगी।" समिति में चार और सदस्य होंगे, जिनमें से एक आईपीएस अधिकारी होगा। अन्य सदस्य कम्पनी जगत और नागरिक संगठन होंगे, जबकि एक अर्थशास्त्री होगा। समिति की घोषणा मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को की थी। तृणमूल कांग्रेस सरकार पर शारदा ग्रुप से नजदीकी रखने का आरोप लग रहा है। तृणमूल कांग्रेस के एक राज्यसभा सदस्य कम्पनी में पहले मीडिया इकाई के प्रमुख थे। कुछ अन्य नेताओं की भी कम्पनी से नजदीकी रखने की बात कही जा रही है। पैसे की वापसी नहीं होने पर हिंसक विरोध पैदा होने के बाद राज्य भर में पिछले कुछ सप्ताहों से कम्पनी के कार्यालयों का दरवाजा बंद पड़ा है। कई कार्यालयों को लूट लिया गया है और उनके एजेंटों की पिटाई की गई है। कम से कम तीन एजेंटों और निवेशकों ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली है। एजेंटों और वितरकों ने बनर्जी के दक्षिण कोलकाता आवास के बाहर, पार्टी के राज्य मुख्यालय और पार्टी के कुछ नेताओं तथा मंत्रियों के घर के बाहर प्रदर्शन किया है।टिप्पणियां शेयर बाजार नियामक सेबी और केंद्रीय कम्पनी मामलों के मंत्रालय के गंभीर धोखाधड़ी जांच कार्यालय द्वारा चिटफंड के खिलाफ कानून तोड़ने के कारण कार्रवाई शुरू करने के बाद समूह की वित्तीय स्थिति दबाव में आ गई। समूह में संकट जनवरी से ही चल रहा था, जिसके कारण उसे हाल ही में 2010 से शुरू किए गए या खरीदे गए 10 से अधिक समाचारपत्रों और टेलीविजन चैनलों को बंद करना पड़ा। इसके कारण 1,000 से अधिक पत्रकार और गैर पत्रकार बेरोजगार हो चुके हैं। शारदा ग्रुप द्वारा संचालित चिट फंड कम्पनी के प्रमोटर सुदीप्तो सेन को उसके दो सहयोगियों के साथ मंगलवार को जम्मू एवं कश्मीर के सोनमर्ग से गिरफ्तार कर लिया गया। जम्मू एवं कश्मीर पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, "पश्चिम बंगाल पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर आज (मंगलवार को) गंदरबल जिले में सोनमर्ग टूरिस्ट रिजॉर्ट से तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है।" अधिकारी ने कहा, "गिरफ्तार किए गए तीनों लोगों को गंदरबल जिला मुख्यालय लाया गया, जहां पश्चिम बंगाल यहां आए एक पुलिस अधिकारी ने उनकी पहचान पश्चिम बंगाल चिट फंड घोटाले के मुख्य आरोपी और दो सहयोगियों के रूप में की।" अन्य दो की पहचान देबजानी मुखोपाध्याय और अरविंद सिंह चौहान के रूप में की गई। पुलिस सूत्रों ने बताया कि पश्चिम बंगाल पुलिस के घोटाले की जांच कर रहे अधिकारियों का एक बड़ा दल गिरफ्तार आरोपियों को अपनी हिरासत में लेने के लिए बुधवार को यहां पहुंच रहा है। कारोबारियों के प्रतिनिधि संगठन एसोचैम ने मंगलवार को चिट फंड घोटाले के गुनाहगारों के खिलाफ जल्द से जल्द कार्रवाई किए जाने और जमाकर्ताओं के हितों की सुरक्षा की मांग की। एसोचैम ने कहा कि मामले की केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से जांच भी कराई जा सकती है। एसोचैम सचिव डीएस रावत ने कहा, "यह गम्भीर मामला है। एक भी व्यक्ति यदि आत्महत्या करता है, तो आप मामले की गम्भीरता समझ सकते हैं। सवाल यह है कि अब तक क्या किया गया है। अब तक क्या जांच हुई है।" रावत ने कहा, "इससे पहले कि और आत्महत्या हो, कदम उठाया जाना चाहिए। आपको (जल्द से जल्द) कदम उठाना चाहिए।" चिट फंड कम्पनी श्रद्धा ग्रुप के खिलाफ राज्य भर में लाख निवेशकों ने गुस्से का इजहार किया है। निवेशक अपना पैसा वापस मांग रहे हैं। कई स्थानों पर निवेशकों और एजेंटों के बीच झड़प भी हुई। रावत ने कहा कि निवेशकों को ठगने वाले लोगों को सजा दी जानी चाहिए और निवेशकों की सुरक्षा के लिए कदम उठाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य और केंद्र को जिम्मेदारी एक-दूसरे पर थोपने की कोशिश नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कहा, "कुछ लोग मांग कर रहे हैं कि मामले की सीबीआई से जांच कराई जानी चाहिए। इसमें कोई नुकसान नहीं है।" उधर, मंगलवार को ही राज्य सरकार के एक वरिष्ठ मंत्री ने कहा कि चिट फंड घोटाले की जांच के लिए राज्य सरकार द्वारा गठित उच्चस्तरीय समिति जल्द ही कार्य शुरू करेगी। राज्य मंत्रिमंडल ने कोलकाता उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश श्यामल सेन की अध्यक्षता में समिति गठित करने के फैसले को मंजूरी दी। समिति शारदा ग्रुप द्वारा संचालित चिट फंड में वित्तीय अनियमितता की जांच करेगी। चिट फंड घोटाले से छोटे शहरों और गांवों के लाखों निवेशक प्रभावित हुए हैं, जिन्होंने कड़ी मेहनत से कमाए पैसे कम्पनी में लगाए थे। उद्योग मंत्री पार्था चटर्जी ने कहा, "समिति मुख्यत: शारदा ग्रुप और उसके जैसी अन्य कम्पनियों की गतिविधियों की जांच करेगी।" मंत्री ने कहा, "इस बारे में अधिसूचना जल्द जारी किया जाएगा।" मंत्री ने अपील की है कि जिन्हें भी समूह या अन्य कम्पनियों के विरोध में शिकायतें करनी है, वे समिति के पास पहुंचें। उन्होंने कहा, "समिति इस बारे में समाचार पत्रों में विज्ञापन भी प्रकाशित करेगी।" समिति में चार और सदस्य होंगे, जिनमें से एक आईपीएस अधिकारी होगा। अन्य सदस्य कम्पनी जगत और नागरिक संगठन होंगे, जबकि एक अर्थशास्त्री होगा। समिति की घोषणा मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को की थी। तृणमूल कांग्रेस सरकार पर शारदा ग्रुप से नजदीकी रखने का आरोप लग रहा है। तृणमूल कांग्रेस के एक राज्यसभा सदस्य कम्पनी में पहले मीडिया इकाई के प्रमुख थे। कुछ अन्य नेताओं की भी कम्पनी से नजदीकी रखने की बात कही जा रही है। पैसे की वापसी नहीं होने पर हिंसक विरोध पैदा होने के बाद राज्य भर में पिछले कुछ सप्ताहों से कम्पनी के कार्यालयों का दरवाजा बंद पड़ा है। कई कार्यालयों को लूट लिया गया है और उनके एजेंटों की पिटाई की गई है। कम से कम तीन एजेंटों और निवेशकों ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली है। एजेंटों और वितरकों ने बनर्जी के दक्षिण कोलकाता आवास के बाहर, पार्टी के राज्य मुख्यालय और पार्टी के कुछ नेताओं तथा मंत्रियों के घर के बाहर प्रदर्शन किया है।टिप्पणियां शेयर बाजार नियामक सेबी और केंद्रीय कम्पनी मामलों के मंत्रालय के गंभीर धोखाधड़ी जांच कार्यालय द्वारा चिटफंड के खिलाफ कानून तोड़ने के कारण कार्रवाई शुरू करने के बाद समूह की वित्तीय स्थिति दबाव में आ गई। समूह में संकट जनवरी से ही चल रहा था, जिसके कारण उसे हाल ही में 2010 से शुरू किए गए या खरीदे गए 10 से अधिक समाचारपत्रों और टेलीविजन चैनलों को बंद करना पड़ा। इसके कारण 1,000 से अधिक पत्रकार और गैर पत्रकार बेरोजगार हो चुके हैं। जम्मू एवं कश्मीर पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, "पश्चिम बंगाल पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर आज (मंगलवार को) गंदरबल जिले में सोनमर्ग टूरिस्ट रिजॉर्ट से तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है।" अधिकारी ने कहा, "गिरफ्तार किए गए तीनों लोगों को गंदरबल जिला मुख्यालय लाया गया, जहां पश्चिम बंगाल यहां आए एक पुलिस अधिकारी ने उनकी पहचान पश्चिम बंगाल चिट फंड घोटाले के मुख्य आरोपी और दो सहयोगियों के रूप में की।" अन्य दो की पहचान देबजानी मुखोपाध्याय और अरविंद सिंह चौहान के रूप में की गई। पुलिस सूत्रों ने बताया कि पश्चिम बंगाल पुलिस के घोटाले की जांच कर रहे अधिकारियों का एक बड़ा दल गिरफ्तार आरोपियों को अपनी हिरासत में लेने के लिए बुधवार को यहां पहुंच रहा है। कारोबारियों के प्रतिनिधि संगठन एसोचैम ने मंगलवार को चिट फंड घोटाले के गुनाहगारों के खिलाफ जल्द से जल्द कार्रवाई किए जाने और जमाकर्ताओं के हितों की सुरक्षा की मांग की। एसोचैम ने कहा कि मामले की केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से जांच भी कराई जा सकती है। एसोचैम सचिव डीएस रावत ने कहा, "यह गम्भीर मामला है। एक भी व्यक्ति यदि आत्महत्या करता है, तो आप मामले की गम्भीरता समझ सकते हैं। सवाल यह है कि अब तक क्या किया गया है। अब तक क्या जांच हुई है।" रावत ने कहा, "इससे पहले कि और आत्महत्या हो, कदम उठाया जाना चाहिए। आपको (जल्द से जल्द) कदम उठाना चाहिए।" चिट फंड कम्पनी श्रद्धा ग्रुप के खिलाफ राज्य भर में लाख निवेशकों ने गुस्से का इजहार किया है। निवेशक अपना पैसा वापस मांग रहे हैं। कई स्थानों पर निवेशकों और एजेंटों के बीच झड़प भी हुई। रावत ने कहा कि निवेशकों को ठगने वाले लोगों को सजा दी जानी चाहिए और निवेशकों की सुरक्षा के लिए कदम उठाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य और केंद्र को जिम्मेदारी एक-दूसरे पर थोपने की कोशिश नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कहा, "कुछ लोग मांग कर रहे हैं कि मामले की सीबीआई से जांच कराई जानी चाहिए। इसमें कोई नुकसान नहीं है।" उधर, मंगलवार को ही राज्य सरकार के एक वरिष्ठ मंत्री ने कहा कि चिट फंड घोटाले की जांच के लिए राज्य सरकार द्वारा गठित उच्चस्तरीय समिति जल्द ही कार्य शुरू करेगी। राज्य मंत्रिमंडल ने कोलकाता उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश श्यामल सेन की अध्यक्षता में समिति गठित करने के फैसले को मंजूरी दी। समिति शारदा ग्रुप द्वारा संचालित चिट फंड में वित्तीय अनियमितता की जांच करेगी। चिट फंड घोटाले से छोटे शहरों और गांवों के लाखों निवेशक प्रभावित हुए हैं, जिन्होंने कड़ी मेहनत से कमाए पैसे कम्पनी में लगाए थे। उद्योग मंत्री पार्था चटर्जी ने कहा, "समिति मुख्यत: शारदा ग्रुप और उसके जैसी अन्य कम्पनियों की गतिविधियों की जांच करेगी।" मंत्री ने कहा, "इस बारे में अधिसूचना जल्द जारी किया जाएगा।" मंत्री ने अपील की है कि जिन्हें भी समूह या अन्य कम्पनियों के विरोध में शिकायतें करनी है, वे समिति के पास पहुंचें। उन्होंने कहा, "समिति इस बारे में समाचार पत्रों में विज्ञापन भी प्रकाशित करेगी।" समिति में चार और सदस्य होंगे, जिनमें से एक आईपीएस अधिकारी होगा। अन्य सदस्य कम्पनी जगत और नागरिक संगठन होंगे, जबकि एक अर्थशास्त्री होगा। समिति की घोषणा मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को की थी। तृणमूल कांग्रेस सरकार पर शारदा ग्रुप से नजदीकी रखने का आरोप लग रहा है। तृणमूल कांग्रेस के एक राज्यसभा सदस्य कम्पनी में पहले मीडिया इकाई के प्रमुख थे। कुछ अन्य नेताओं की भी कम्पनी से नजदीकी रखने की बात कही जा रही है। पैसे की वापसी नहीं होने पर हिंसक विरोध पैदा होने के बाद राज्य भर में पिछले कुछ सप्ताहों से कम्पनी के कार्यालयों का दरवाजा बंद पड़ा है। कई कार्यालयों को लूट लिया गया है और उनके एजेंटों की पिटाई की गई है। कम से कम तीन एजेंटों और निवेशकों ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली है। एजेंटों और वितरकों ने बनर्जी के दक्षिण कोलकाता आवास के बाहर, पार्टी के राज्य मुख्यालय और पार्टी के कुछ नेताओं तथा मंत्रियों के घर के बाहर प्रदर्शन किया है।टिप्पणियां शेयर बाजार नियामक सेबी और केंद्रीय कम्पनी मामलों के मंत्रालय के गंभीर धोखाधड़ी जांच कार्यालय द्वारा चिटफंड के खिलाफ कानून तोड़ने के कारण कार्रवाई शुरू करने के बाद समूह की वित्तीय स्थिति दबाव में आ गई। समूह में संकट जनवरी से ही चल रहा था, जिसके कारण उसे हाल ही में 2010 से शुरू किए गए या खरीदे गए 10 से अधिक समाचारपत्रों और टेलीविजन चैनलों को बंद करना पड़ा। इसके कारण 1,000 से अधिक पत्रकार और गैर पत्रकार बेरोजगार हो चुके हैं। अधिकारी ने कहा, "गिरफ्तार किए गए तीनों लोगों को गंदरबल जिला मुख्यालय लाया गया, जहां पश्चिम बंगाल यहां आए एक पुलिस अधिकारी ने उनकी पहचान पश्चिम बंगाल चिट फंड घोटाले के मुख्य आरोपी और दो सहयोगियों के रूप में की।" अन्य दो की पहचान देबजानी मुखोपाध्याय और अरविंद सिंह चौहान के रूप में की गई। पुलिस सूत्रों ने बताया कि पश्चिम बंगाल पुलिस के घोटाले की जांच कर रहे अधिकारियों का एक बड़ा दल गिरफ्तार आरोपियों को अपनी हिरासत में लेने के लिए बुधवार को यहां पहुंच रहा है। कारोबारियों के प्रतिनिधि संगठन एसोचैम ने मंगलवार को चिट फंड घोटाले के गुनाहगारों के खिलाफ जल्द से जल्द कार्रवाई किए जाने और जमाकर्ताओं के हितों की सुरक्षा की मांग की। एसोचैम ने कहा कि मामले की केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से जांच भी कराई जा सकती है। एसोचैम सचिव डीएस रावत ने कहा, "यह गम्भीर मामला है। एक भी व्यक्ति यदि आत्महत्या करता है, तो आप मामले की गम्भीरता समझ सकते हैं। सवाल यह है कि अब तक क्या किया गया है। अब तक क्या जांच हुई है।" रावत ने कहा, "इससे पहले कि और आत्महत्या हो, कदम उठाया जाना चाहिए। आपको (जल्द से जल्द) कदम उठाना चाहिए।" चिट फंड कम्पनी श्रद्धा ग्रुप के खिलाफ राज्य भर में लाख निवेशकों ने गुस्से का इजहार किया है। निवेशक अपना पैसा वापस मांग रहे हैं। कई स्थानों पर निवेशकों और एजेंटों के बीच झड़प भी हुई। रावत ने कहा कि निवेशकों को ठगने वाले लोगों को सजा दी जानी चाहिए और निवेशकों की सुरक्षा के लिए कदम उठाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य और केंद्र को जिम्मेदारी एक-दूसरे पर थोपने की कोशिश नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कहा, "कुछ लोग मांग कर रहे हैं कि मामले की सीबीआई से जांच कराई जानी चाहिए। इसमें कोई नुकसान नहीं है।" उधर, मंगलवार को ही राज्य सरकार के एक वरिष्ठ मंत्री ने कहा कि चिट फंड घोटाले की जांच के लिए राज्य सरकार द्वारा गठित उच्चस्तरीय समिति जल्द ही कार्य शुरू करेगी। राज्य मंत्रिमंडल ने कोलकाता उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश श्यामल सेन की अध्यक्षता में समिति गठित करने के फैसले को मंजूरी दी। समिति शारदा ग्रुप द्वारा संचालित चिट फंड में वित्तीय अनियमितता की जांच करेगी। चिट फंड घोटाले से छोटे शहरों और गांवों के लाखों निवेशक प्रभावित हुए हैं, जिन्होंने कड़ी मेहनत से कमाए पैसे कम्पनी में लगाए थे। उद्योग मंत्री पार्था चटर्जी ने कहा, "समिति मुख्यत: शारदा ग्रुप और उसके जैसी अन्य कम्पनियों की गतिविधियों की जांच करेगी।" मंत्री ने कहा, "इस बारे में अधिसूचना जल्द जारी किया जाएगा।" मंत्री ने अपील की है कि जिन्हें भी समूह या अन्य कम्पनियों के विरोध में शिकायतें करनी है, वे समिति के पास पहुंचें। उन्होंने कहा, "समिति इस बारे में समाचार पत्रों में विज्ञापन भी प्रकाशित करेगी।" समिति में चार और सदस्य होंगे, जिनमें से एक आईपीएस अधिकारी होगा। अन्य सदस्य कम्पनी जगत और नागरिक संगठन होंगे, जबकि एक अर्थशास्त्री होगा। समिति की घोषणा मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को की थी। तृणमूल कांग्रेस सरकार पर शारदा ग्रुप से नजदीकी रखने का आरोप लग रहा है। तृणमूल कांग्रेस के एक राज्यसभा सदस्य कम्पनी में पहले मीडिया इकाई के प्रमुख थे। कुछ अन्य नेताओं की भी कम्पनी से नजदीकी रखने की बात कही जा रही है। पैसे की वापसी नहीं होने पर हिंसक विरोध पैदा होने के बाद राज्य भर में पिछले कुछ सप्ताहों से कम्पनी के कार्यालयों का दरवाजा बंद पड़ा है। कई कार्यालयों को लूट लिया गया है और उनके एजेंटों की पिटाई की गई है। कम से कम तीन एजेंटों और निवेशकों ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली है। एजेंटों और वितरकों ने बनर्जी के दक्षिण कोलकाता आवास के बाहर, पार्टी के राज्य मुख्यालय और पार्टी के कुछ नेताओं तथा मंत्रियों के घर के बाहर प्रदर्शन किया है।टिप्पणियां शेयर बाजार नियामक सेबी और केंद्रीय कम्पनी मामलों के मंत्रालय के गंभीर धोखाधड़ी जांच कार्यालय द्वारा चिटफंड के खिलाफ कानून तोड़ने के कारण कार्रवाई शुरू करने के बाद समूह की वित्तीय स्थिति दबाव में आ गई। समूह में संकट जनवरी से ही चल रहा था, जिसके कारण उसे हाल ही में 2010 से शुरू किए गए या खरीदे गए 10 से अधिक समाचारपत्रों और टेलीविजन चैनलों को बंद करना पड़ा। इसके कारण 1,000 से अधिक पत्रकार और गैर पत्रकार बेरोजगार हो चुके हैं। पुलिस सूत्रों ने बताया कि पश्चिम बंगाल पुलिस के घोटाले की जांच कर रहे अधिकारियों का एक बड़ा दल गिरफ्तार आरोपियों को अपनी हिरासत में लेने के लिए बुधवार को यहां पहुंच रहा है। कारोबारियों के प्रतिनिधि संगठन एसोचैम ने मंगलवार को चिट फंड घोटाले के गुनाहगारों के खिलाफ जल्द से जल्द कार्रवाई किए जाने और जमाकर्ताओं के हितों की सुरक्षा की मांग की। एसोचैम ने कहा कि मामले की केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से जांच भी कराई जा सकती है। एसोचैम सचिव डीएस रावत ने कहा, "यह गम्भीर मामला है। एक भी व्यक्ति यदि आत्महत्या करता है, तो आप मामले की गम्भीरता समझ सकते हैं। सवाल यह है कि अब तक क्या किया गया है। अब तक क्या जांच हुई है।" रावत ने कहा, "इससे पहले कि और आत्महत्या हो, कदम उठाया जाना चाहिए। आपको (जल्द से जल्द) कदम उठाना चाहिए।" चिट फंड कम्पनी श्रद्धा ग्रुप के खिलाफ राज्य भर में लाख निवेशकों ने गुस्से का इजहार किया है। निवेशक अपना पैसा वापस मांग रहे हैं। कई स्थानों पर निवेशकों और एजेंटों के बीच झड़प भी हुई। रावत ने कहा कि निवेशकों को ठगने वाले लोगों को सजा दी जानी चाहिए और निवेशकों की सुरक्षा के लिए कदम उठाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य और केंद्र को जिम्मेदारी एक-दूसरे पर थोपने की कोशिश नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कहा, "कुछ लोग मांग कर रहे हैं कि मामले की सीबीआई से जांच कराई जानी चाहिए। इसमें कोई नुकसान नहीं है।" उधर, मंगलवार को ही राज्य सरकार के एक वरिष्ठ मंत्री ने कहा कि चिट फंड घोटाले की जांच के लिए राज्य सरकार द्वारा गठित उच्चस्तरीय समिति जल्द ही कार्य शुरू करेगी। राज्य मंत्रिमंडल ने कोलकाता उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश श्यामल सेन की अध्यक्षता में समिति गठित करने के फैसले को मंजूरी दी। समिति शारदा ग्रुप द्वारा संचालित चिट फंड में वित्तीय अनियमितता की जांच करेगी। चिट फंड घोटाले से छोटे शहरों और गांवों के लाखों निवेशक प्रभावित हुए हैं, जिन्होंने कड़ी मेहनत से कमाए पैसे कम्पनी में लगाए थे। उद्योग मंत्री पार्था चटर्जी ने कहा, "समिति मुख्यत: शारदा ग्रुप और उसके जैसी अन्य कम्पनियों की गतिविधियों की जांच करेगी।" मंत्री ने कहा, "इस बारे में अधिसूचना जल्द जारी किया जाएगा।" मंत्री ने अपील की है कि जिन्हें भी समूह या अन्य कम्पनियों के विरोध में शिकायतें करनी है, वे समिति के पास पहुंचें। उन्होंने कहा, "समिति इस बारे में समाचार पत्रों में विज्ञापन भी प्रकाशित करेगी।" समिति में चार और सदस्य होंगे, जिनमें से एक आईपीएस अधिकारी होगा। अन्य सदस्य कम्पनी जगत और नागरिक संगठन होंगे, जबकि एक अर्थशास्त्री होगा। समिति की घोषणा मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को की थी। तृणमूल कांग्रेस सरकार पर शारदा ग्रुप से नजदीकी रखने का आरोप लग रहा है। तृणमूल कांग्रेस के एक राज्यसभा सदस्य कम्पनी में पहले मीडिया इकाई के प्रमुख थे। कुछ अन्य नेताओं की भी कम्पनी से नजदीकी रखने की बात कही जा रही है। पैसे की वापसी नहीं होने पर हिंसक विरोध पैदा होने के बाद राज्य भर में पिछले कुछ सप्ताहों से कम्पनी के कार्यालयों का दरवाजा बंद पड़ा है। कई कार्यालयों को लूट लिया गया है और उनके एजेंटों की पिटाई की गई है। कम से कम तीन एजेंटों और निवेशकों ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली है। एजेंटों और वितरकों ने बनर्जी के दक्षिण कोलकाता आवास के बाहर, पार्टी के राज्य मुख्यालय और पार्टी के कुछ नेताओं तथा मंत्रियों के घर के बाहर प्रदर्शन किया है।टिप्पणियां शेयर बाजार नियामक सेबी और केंद्रीय कम्पनी मामलों के मंत्रालय के गंभीर धोखाधड़ी जांच कार्यालय द्वारा चिटफंड के खिलाफ कानून तोड़ने के कारण कार्रवाई शुरू करने के बाद समूह की वित्तीय स्थिति दबाव में आ गई। समूह में संकट जनवरी से ही चल रहा था, जिसके कारण उसे हाल ही में 2010 से शुरू किए गए या खरीदे गए 10 से अधिक समाचारपत्रों और टेलीविजन चैनलों को बंद करना पड़ा। इसके कारण 1,000 से अधिक पत्रकार और गैर पत्रकार बेरोजगार हो चुके हैं। कारोबारियों के प्रतिनिधि संगठन एसोचैम ने मंगलवार को चिट फंड घोटाले के गुनाहगारों के खिलाफ जल्द से जल्द कार्रवाई किए जाने और जमाकर्ताओं के हितों की सुरक्षा की मांग की। एसोचैम ने कहा कि मामले की केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से जांच भी कराई जा सकती है। एसोचैम सचिव डीएस रावत ने कहा, "यह गम्भीर मामला है। एक भी व्यक्ति यदि आत्महत्या करता है, तो आप मामले की गम्भीरता समझ सकते हैं। सवाल यह है कि अब तक क्या किया गया है। अब तक क्या जांच हुई है।" रावत ने कहा, "इससे पहले कि और आत्महत्या हो, कदम उठाया जाना चाहिए। आपको (जल्द से जल्द) कदम उठाना चाहिए।" चिट फंड कम्पनी श्रद्धा ग्रुप के खिलाफ राज्य भर में लाख निवेशकों ने गुस्से का इजहार किया है। निवेशक अपना पैसा वापस मांग रहे हैं। कई स्थानों पर निवेशकों और एजेंटों के बीच झड़प भी हुई। रावत ने कहा कि निवेशकों को ठगने वाले लोगों को सजा दी जानी चाहिए और निवेशकों की सुरक्षा के लिए कदम उठाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य और केंद्र को जिम्मेदारी एक-दूसरे पर थोपने की कोशिश नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कहा, "कुछ लोग मांग कर रहे हैं कि मामले की सीबीआई से जांच कराई जानी चाहिए। इसमें कोई नुकसान नहीं है।" उधर, मंगलवार को ही राज्य सरकार के एक वरिष्ठ मंत्री ने कहा कि चिट फंड घोटाले की जांच के लिए राज्य सरकार द्वारा गठित उच्चस्तरीय समिति जल्द ही कार्य शुरू करेगी। राज्य मंत्रिमंडल ने कोलकाता उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश श्यामल सेन की अध्यक्षता में समिति गठित करने के फैसले को मंजूरी दी। समिति शारदा ग्रुप द्वारा संचालित चिट फंड में वित्तीय अनियमितता की जांच करेगी। चिट फंड घोटाले से छोटे शहरों और गांवों के लाखों निवेशक प्रभावित हुए हैं, जिन्होंने कड़ी मेहनत से कमाए पैसे कम्पनी में लगाए थे। उद्योग मंत्री पार्था चटर्जी ने कहा, "समिति मुख्यत: शारदा ग्रुप और उसके जैसी अन्य कम्पनियों की गतिविधियों की जांच करेगी।" मंत्री ने कहा, "इस बारे में अधिसूचना जल्द जारी किया जाएगा।" मंत्री ने अपील की है कि जिन्हें भी समूह या अन्य कम्पनियों के विरोध में शिकायतें करनी है, वे समिति के पास पहुंचें। उन्होंने कहा, "समिति इस बारे में समाचार पत्रों में विज्ञापन भी प्रकाशित करेगी।" समिति में चार और सदस्य होंगे, जिनमें से एक आईपीएस अधिकारी होगा। अन्य सदस्य कम्पनी जगत और नागरिक संगठन होंगे, जबकि एक अर्थशास्त्री होगा। समिति की घोषणा मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को की थी। तृणमूल कांग्रेस सरकार पर शारदा ग्रुप से नजदीकी रखने का आरोप लग रहा है। तृणमूल कांग्रेस के एक राज्यसभा सदस्य कम्पनी में पहले मीडिया इकाई के प्रमुख थे। कुछ अन्य नेताओं की भी कम्पनी से नजदीकी रखने की बात कही जा रही है। पैसे की वापसी नहीं होने पर हिंसक विरोध पैदा होने के बाद राज्य भर में पिछले कुछ सप्ताहों से कम्पनी के कार्यालयों का दरवाजा बंद पड़ा है। कई कार्यालयों को लूट लिया गया है और उनके एजेंटों की पिटाई की गई है। कम से कम तीन एजेंटों और निवेशकों ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली है। एजेंटों और वितरकों ने बनर्जी के दक्षिण कोलकाता आवास के बाहर, पार्टी के राज्य मुख्यालय और पार्टी के कुछ नेताओं तथा मंत्रियों के घर के बाहर प्रदर्शन किया है।टिप्पणियां शेयर बाजार नियामक सेबी और केंद्रीय कम्पनी मामलों के मंत्रालय के गंभीर धोखाधड़ी जांच कार्यालय द्वारा चिटफंड के खिलाफ कानून तोड़ने के कारण कार्रवाई शुरू करने के बाद समूह की वित्तीय स्थिति दबाव में आ गई। समूह में संकट जनवरी से ही चल रहा था, जिसके कारण उसे हाल ही में 2010 से शुरू किए गए या खरीदे गए 10 से अधिक समाचारपत्रों और टेलीविजन चैनलों को बंद करना पड़ा। इसके कारण 1,000 से अधिक पत्रकार और गैर पत्रकार बेरोजगार हो चुके हैं। एसोचैम सचिव डीएस रावत ने कहा, "यह गम्भीर मामला है। एक भी व्यक्ति यदि आत्महत्या करता है, तो आप मामले की गम्भीरता समझ सकते हैं। सवाल यह है कि अब तक क्या किया गया है। अब तक क्या जांच हुई है।" रावत ने कहा, "इससे पहले कि और आत्महत्या हो, कदम उठाया जाना चाहिए। आपको (जल्द से जल्द) कदम उठाना चाहिए।" चिट फंड कम्पनी श्रद्धा ग्रुप के खिलाफ राज्य भर में लाख निवेशकों ने गुस्से का इजहार किया है। निवेशक अपना पैसा वापस मांग रहे हैं। कई स्थानों पर निवेशकों और एजेंटों के बीच झड़प भी हुई। रावत ने कहा कि निवेशकों को ठगने वाले लोगों को सजा दी जानी चाहिए और निवेशकों की सुरक्षा के लिए कदम उठाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य और केंद्र को जिम्मेदारी एक-दूसरे पर थोपने की कोशिश नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कहा, "कुछ लोग मांग कर रहे हैं कि मामले की सीबीआई से जांच कराई जानी चाहिए। इसमें कोई नुकसान नहीं है।" उधर, मंगलवार को ही राज्य सरकार के एक वरिष्ठ मंत्री ने कहा कि चिट फंड घोटाले की जांच के लिए राज्य सरकार द्वारा गठित उच्चस्तरीय समिति जल्द ही कार्य शुरू करेगी। राज्य मंत्रिमंडल ने कोलकाता उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश श्यामल सेन की अध्यक्षता में समिति गठित करने के फैसले को मंजूरी दी। समिति शारदा ग्रुप द्वारा संचालित चिट फंड में वित्तीय अनियमितता की जांच करेगी। चिट फंड घोटाले से छोटे शहरों और गांवों के लाखों निवेशक प्रभावित हुए हैं, जिन्होंने कड़ी मेहनत से कमाए पैसे कम्पनी में लगाए थे। उद्योग मंत्री पार्था चटर्जी ने कहा, "समिति मुख्यत: शारदा ग्रुप और उसके जैसी अन्य कम्पनियों की गतिविधियों की जांच करेगी।" मंत्री ने कहा, "इस बारे में अधिसूचना जल्द जारी किया जाएगा।" मंत्री ने अपील की है कि जिन्हें भी समूह या अन्य कम्पनियों के विरोध में शिकायतें करनी है, वे समिति के पास पहुंचें। उन्होंने कहा, "समिति इस बारे में समाचार पत्रों में विज्ञापन भी प्रकाशित करेगी।" समिति में चार और सदस्य होंगे, जिनमें से एक आईपीएस अधिकारी होगा। अन्य सदस्य कम्पनी जगत और नागरिक संगठन होंगे, जबकि एक अर्थशास्त्री होगा। समिति की घोषणा मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को की थी। तृणमूल कांग्रेस सरकार पर शारदा ग्रुप से नजदीकी रखने का आरोप लग रहा है। तृणमूल कांग्रेस के एक राज्यसभा सदस्य कम्पनी में पहले मीडिया इकाई के प्रमुख थे। कुछ अन्य नेताओं की भी कम्पनी से नजदीकी रखने की बात कही जा रही है। पैसे की वापसी नहीं होने पर हिंसक विरोध पैदा होने के बाद राज्य भर में पिछले कुछ सप्ताहों से कम्पनी के कार्यालयों का दरवाजा बंद पड़ा है। कई कार्यालयों को लूट लिया गया है और उनके एजेंटों की पिटाई की गई है। कम से कम तीन एजेंटों और निवेशकों ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली है। एजेंटों और वितरकों ने बनर्जी के दक्षिण कोलकाता आवास के बाहर, पार्टी के राज्य मुख्यालय और पार्टी के कुछ नेताओं तथा मंत्रियों के घर के बाहर प्रदर्शन किया है।टिप्पणियां शेयर बाजार नियामक सेबी और केंद्रीय कम्पनी मामलों के मंत्रालय के गंभीर धोखाधड़ी जांच कार्यालय द्वारा चिटफंड के खिलाफ कानून तोड़ने के कारण कार्रवाई शुरू करने के बाद समूह की वित्तीय स्थिति दबाव में आ गई। समूह में संकट जनवरी से ही चल रहा था, जिसके कारण उसे हाल ही में 2010 से शुरू किए गए या खरीदे गए 10 से अधिक समाचारपत्रों और टेलीविजन चैनलों को बंद करना पड़ा। इसके कारण 1,000 से अधिक पत्रकार और गैर पत्रकार बेरोजगार हो चुके हैं। रावत ने कहा, "इससे पहले कि और आत्महत्या हो, कदम उठाया जाना चाहिए। आपको (जल्द से जल्द) कदम उठाना चाहिए।" चिट फंड कम्पनी श्रद्धा ग्रुप के खिलाफ राज्य भर में लाख निवेशकों ने गुस्से का इजहार किया है। निवेशक अपना पैसा वापस मांग रहे हैं। कई स्थानों पर निवेशकों और एजेंटों के बीच झड़प भी हुई। रावत ने कहा कि निवेशकों को ठगने वाले लोगों को सजा दी जानी चाहिए और निवेशकों की सुरक्षा के लिए कदम उठाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य और केंद्र को जिम्मेदारी एक-दूसरे पर थोपने की कोशिश नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कहा, "कुछ लोग मांग कर रहे हैं कि मामले की सीबीआई से जांच कराई जानी चाहिए। इसमें कोई नुकसान नहीं है।" उधर, मंगलवार को ही राज्य सरकार के एक वरिष्ठ मंत्री ने कहा कि चिट फंड घोटाले की जांच के लिए राज्य सरकार द्वारा गठित उच्चस्तरीय समिति जल्द ही कार्य शुरू करेगी। राज्य मंत्रिमंडल ने कोलकाता उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश श्यामल सेन की अध्यक्षता में समिति गठित करने के फैसले को मंजूरी दी। समिति शारदा ग्रुप द्वारा संचालित चिट फंड में वित्तीय अनियमितता की जांच करेगी। चिट फंड घोटाले से छोटे शहरों और गांवों के लाखों निवेशक प्रभावित हुए हैं, जिन्होंने कड़ी मेहनत से कमाए पैसे कम्पनी में लगाए थे। उद्योग मंत्री पार्था चटर्जी ने कहा, "समिति मुख्यत: शारदा ग्रुप और उसके जैसी अन्य कम्पनियों की गतिविधियों की जांच करेगी।" मंत्री ने कहा, "इस बारे में अधिसूचना जल्द जारी किया जाएगा।" मंत्री ने अपील की है कि जिन्हें भी समूह या अन्य कम्पनियों के विरोध में शिकायतें करनी है, वे समिति के पास पहुंचें। उन्होंने कहा, "समिति इस बारे में समाचार पत्रों में विज्ञापन भी प्रकाशित करेगी।" समिति में चार और सदस्य होंगे, जिनमें से एक आईपीएस अधिकारी होगा। अन्य सदस्य कम्पनी जगत और नागरिक संगठन होंगे, जबकि एक अर्थशास्त्री होगा। समिति की घोषणा मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को की थी। तृणमूल कांग्रेस सरकार पर शारदा ग्रुप से नजदीकी रखने का आरोप लग रहा है। तृणमूल कांग्रेस के एक राज्यसभा सदस्य कम्पनी में पहले मीडिया इकाई के प्रमुख थे। कुछ अन्य नेताओं की भी कम्पनी से नजदीकी रखने की बात कही जा रही है। पैसे की वापसी नहीं होने पर हिंसक विरोध पैदा होने के बाद राज्य भर में पिछले कुछ सप्ताहों से कम्पनी के कार्यालयों का दरवाजा बंद पड़ा है। कई कार्यालयों को लूट लिया गया है और उनके एजेंटों की पिटाई की गई है। कम से कम तीन एजेंटों और निवेशकों ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली है। एजेंटों और वितरकों ने बनर्जी के दक्षिण कोलकाता आवास के बाहर, पार्टी के राज्य मुख्यालय और पार्टी के कुछ नेताओं तथा मंत्रियों के घर के बाहर प्रदर्शन किया है।टिप्पणियां शेयर बाजार नियामक सेबी और केंद्रीय कम्पनी मामलों के मंत्रालय के गंभीर धोखाधड़ी जांच कार्यालय द्वारा चिटफंड के खिलाफ कानून तोड़ने के कारण कार्रवाई शुरू करने के बाद समूह की वित्तीय स्थिति दबाव में आ गई। समूह में संकट जनवरी से ही चल रहा था, जिसके कारण उसे हाल ही में 2010 से शुरू किए गए या खरीदे गए 10 से अधिक समाचारपत्रों और टेलीविजन चैनलों को बंद करना पड़ा। इसके कारण 1,000 से अधिक पत्रकार और गैर पत्रकार बेरोजगार हो चुके हैं। चिट फंड कम्पनी श्रद्धा ग्रुप के खिलाफ राज्य भर में लाख निवेशकों ने गुस्से का इजहार किया है। निवेशक अपना पैसा वापस मांग रहे हैं। कई स्थानों पर निवेशकों और एजेंटों के बीच झड़प भी हुई। रावत ने कहा कि निवेशकों को ठगने वाले लोगों को सजा दी जानी चाहिए और निवेशकों की सुरक्षा के लिए कदम उठाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य और केंद्र को जिम्मेदारी एक-दूसरे पर थोपने की कोशिश नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कहा, "कुछ लोग मांग कर रहे हैं कि मामले की सीबीआई से जांच कराई जानी चाहिए। इसमें कोई नुकसान नहीं है।" उधर, मंगलवार को ही राज्य सरकार के एक वरिष्ठ मंत्री ने कहा कि चिट फंड घोटाले की जांच के लिए राज्य सरकार द्वारा गठित उच्चस्तरीय समिति जल्द ही कार्य शुरू करेगी। राज्य मंत्रिमंडल ने कोलकाता उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश श्यामल सेन की अध्यक्षता में समिति गठित करने के फैसले को मंजूरी दी। समिति शारदा ग्रुप द्वारा संचालित चिट फंड में वित्तीय अनियमितता की जांच करेगी। चिट फंड घोटाले से छोटे शहरों और गांवों के लाखों निवेशक प्रभावित हुए हैं, जिन्होंने कड़ी मेहनत से कमाए पैसे कम्पनी में लगाए थे। उद्योग मंत्री पार्था चटर्जी ने कहा, "समिति मुख्यत: शारदा ग्रुप और उसके जैसी अन्य कम्पनियों की गतिविधियों की जांच करेगी।" मंत्री ने कहा, "इस बारे में अधिसूचना जल्द जारी किया जाएगा।" मंत्री ने अपील की है कि जिन्हें भी समूह या अन्य कम्पनियों के विरोध में शिकायतें करनी है, वे समिति के पास पहुंचें। उन्होंने कहा, "समिति इस बारे में समाचार पत्रों में विज्ञापन भी प्रकाशित करेगी।" समिति में चार और सदस्य होंगे, जिनमें से एक आईपीएस अधिकारी होगा। अन्य सदस्य कम्पनी जगत और नागरिक संगठन होंगे, जबकि एक अर्थशास्त्री होगा। समिति की घोषणा मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को की थी। तृणमूल कांग्रेस सरकार पर शारदा ग्रुप से नजदीकी रखने का आरोप लग रहा है। तृणमूल कांग्रेस के एक राज्यसभा सदस्य कम्पनी में पहले मीडिया इकाई के प्रमुख थे। कुछ अन्य नेताओं की भी कम्पनी से नजदीकी रखने की बात कही जा रही है। पैसे की वापसी नहीं होने पर हिंसक विरोध पैदा होने के बाद राज्य भर में पिछले कुछ सप्ताहों से कम्पनी के कार्यालयों का दरवाजा बंद पड़ा है। कई कार्यालयों को लूट लिया गया है और उनके एजेंटों की पिटाई की गई है। कम से कम तीन एजेंटों और निवेशकों ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली है। एजेंटों और वितरकों ने बनर्जी के दक्षिण कोलकाता आवास के बाहर, पार्टी के राज्य मुख्यालय और पार्टी के कुछ नेताओं तथा मंत्रियों के घर के बाहर प्रदर्शन किया है।टिप्पणियां शेयर बाजार नियामक सेबी और केंद्रीय कम्पनी मामलों के मंत्रालय के गंभीर धोखाधड़ी जांच कार्यालय द्वारा चिटफंड के खिलाफ कानून तोड़ने के कारण कार्रवाई शुरू करने के बाद समूह की वित्तीय स्थिति दबाव में आ गई। समूह में संकट जनवरी से ही चल रहा था, जिसके कारण उसे हाल ही में 2010 से शुरू किए गए या खरीदे गए 10 से अधिक समाचारपत्रों और टेलीविजन चैनलों को बंद करना पड़ा। इसके कारण 1,000 से अधिक पत्रकार और गैर पत्रकार बेरोजगार हो चुके हैं। रावत ने कहा कि निवेशकों को ठगने वाले लोगों को सजा दी जानी चाहिए और निवेशकों की सुरक्षा के लिए कदम उठाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य और केंद्र को जिम्मेदारी एक-दूसरे पर थोपने की कोशिश नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कहा, "कुछ लोग मांग कर रहे हैं कि मामले की सीबीआई से जांच कराई जानी चाहिए। इसमें कोई नुकसान नहीं है।" उधर, मंगलवार को ही राज्य सरकार के एक वरिष्ठ मंत्री ने कहा कि चिट फंड घोटाले की जांच के लिए राज्य सरकार द्वारा गठित उच्चस्तरीय समिति जल्द ही कार्य शुरू करेगी। राज्य मंत्रिमंडल ने कोलकाता उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश श्यामल सेन की अध्यक्षता में समिति गठित करने के फैसले को मंजूरी दी। समिति शारदा ग्रुप द्वारा संचालित चिट फंड में वित्तीय अनियमितता की जांच करेगी। चिट फंड घोटाले से छोटे शहरों और गांवों के लाखों निवेशक प्रभावित हुए हैं, जिन्होंने कड़ी मेहनत से कमाए पैसे कम्पनी में लगाए थे। उद्योग मंत्री पार्था चटर्जी ने कहा, "समिति मुख्यत: शारदा ग्रुप और उसके जैसी अन्य कम्पनियों की गतिविधियों की जांच करेगी।" मंत्री ने कहा, "इस बारे में अधिसूचना जल्द जारी किया जाएगा।" मंत्री ने अपील की है कि जिन्हें भी समूह या अन्य कम्पनियों के विरोध में शिकायतें करनी है, वे समिति के पास पहुंचें। उन्होंने कहा, "समिति इस बारे में समाचार पत्रों में विज्ञापन भी प्रकाशित करेगी।" समिति में चार और सदस्य होंगे, जिनमें से एक आईपीएस अधिकारी होगा। अन्य सदस्य कम्पनी जगत और नागरिक संगठन होंगे, जबकि एक अर्थशास्त्री होगा। समिति की घोषणा मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को की थी। तृणमूल कांग्रेस सरकार पर शारदा ग्रुप से नजदीकी रखने का आरोप लग रहा है। तृणमूल कांग्रेस के एक राज्यसभा सदस्य कम्पनी में पहले मीडिया इकाई के प्रमुख थे। कुछ अन्य नेताओं की भी कम्पनी से नजदीकी रखने की बात कही जा रही है। पैसे की वापसी नहीं होने पर हिंसक विरोध पैदा होने के बाद राज्य भर में पिछले कुछ सप्ताहों से कम्पनी के कार्यालयों का दरवाजा बंद पड़ा है। कई कार्यालयों को लूट लिया गया है और उनके एजेंटों की पिटाई की गई है। कम से कम तीन एजेंटों और निवेशकों ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली है। एजेंटों और वितरकों ने बनर्जी के दक्षिण कोलकाता आवास के बाहर, पार्टी के राज्य मुख्यालय और पार्टी के कुछ नेताओं तथा मंत्रियों के घर के बाहर प्रदर्शन किया है।टिप्पणियां शेयर बाजार नियामक सेबी और केंद्रीय कम्पनी मामलों के मंत्रालय के गंभीर धोखाधड़ी जांच कार्यालय द्वारा चिटफंड के खिलाफ कानून तोड़ने के कारण कार्रवाई शुरू करने के बाद समूह की वित्तीय स्थिति दबाव में आ गई। समूह में संकट जनवरी से ही चल रहा था, जिसके कारण उसे हाल ही में 2010 से शुरू किए गए या खरीदे गए 10 से अधिक समाचारपत्रों और टेलीविजन चैनलों को बंद करना पड़ा। इसके कारण 1,000 से अधिक पत्रकार और गैर पत्रकार बेरोजगार हो चुके हैं। उधर, मंगलवार को ही राज्य सरकार के एक वरिष्ठ मंत्री ने कहा कि चिट फंड घोटाले की जांच के लिए राज्य सरकार द्वारा गठित उच्चस्तरीय समिति जल्द ही कार्य शुरू करेगी। राज्य मंत्रिमंडल ने कोलकाता उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश श्यामल सेन की अध्यक्षता में समिति गठित करने के फैसले को मंजूरी दी। समिति शारदा ग्रुप द्वारा संचालित चिट फंड में वित्तीय अनियमितता की जांच करेगी। चिट फंड घोटाले से छोटे शहरों और गांवों के लाखों निवेशक प्रभावित हुए हैं, जिन्होंने कड़ी मेहनत से कमाए पैसे कम्पनी में लगाए थे। उद्योग मंत्री पार्था चटर्जी ने कहा, "समिति मुख्यत: शारदा ग्रुप और उसके जैसी अन्य कम्पनियों की गतिविधियों की जांच करेगी।" मंत्री ने कहा, "इस बारे में अधिसूचना जल्द जारी किया जाएगा।" मंत्री ने अपील की है कि जिन्हें भी समूह या अन्य कम्पनियों के विरोध में शिकायतें करनी है, वे समिति के पास पहुंचें। उन्होंने कहा, "समिति इस बारे में समाचार पत्रों में विज्ञापन भी प्रकाशित करेगी।" समिति में चार और सदस्य होंगे, जिनमें से एक आईपीएस अधिकारी होगा। अन्य सदस्य कम्पनी जगत और नागरिक संगठन होंगे, जबकि एक अर्थशास्त्री होगा। समिति की घोषणा मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को की थी। तृणमूल कांग्रेस सरकार पर शारदा ग्रुप से नजदीकी रखने का आरोप लग रहा है। तृणमूल कांग्रेस के एक राज्यसभा सदस्य कम्पनी में पहले मीडिया इकाई के प्रमुख थे। कुछ अन्य नेताओं की भी कम्पनी से नजदीकी रखने की बात कही जा रही है। पैसे की वापसी नहीं होने पर हिंसक विरोध पैदा होने के बाद राज्य भर में पिछले कुछ सप्ताहों से कम्पनी के कार्यालयों का दरवाजा बंद पड़ा है। कई कार्यालयों को लूट लिया गया है और उनके एजेंटों की पिटाई की गई है। कम से कम तीन एजेंटों और निवेशकों ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली है। एजेंटों और वितरकों ने बनर्जी के दक्षिण कोलकाता आवास के बाहर, पार्टी के राज्य मुख्यालय और पार्टी के कुछ नेताओं तथा मंत्रियों के घर के बाहर प्रदर्शन किया है।टिप्पणियां शेयर बाजार नियामक सेबी और केंद्रीय कम्पनी मामलों के मंत्रालय के गंभीर धोखाधड़ी जांच कार्यालय द्वारा चिटफंड के खिलाफ कानून तोड़ने के कारण कार्रवाई शुरू करने के बाद समूह की वित्तीय स्थिति दबाव में आ गई। समूह में संकट जनवरी से ही चल रहा था, जिसके कारण उसे हाल ही में 2010 से शुरू किए गए या खरीदे गए 10 से अधिक समाचारपत्रों और टेलीविजन चैनलों को बंद करना पड़ा। इसके कारण 1,000 से अधिक पत्रकार और गैर पत्रकार बेरोजगार हो चुके हैं। राज्य मंत्रिमंडल ने कोलकाता उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश श्यामल सेन की अध्यक्षता में समिति गठित करने के फैसले को मंजूरी दी। समिति शारदा ग्रुप द्वारा संचालित चिट फंड में वित्तीय अनियमितता की जांच करेगी। चिट फंड घोटाले से छोटे शहरों और गांवों के लाखों निवेशक प्रभावित हुए हैं, जिन्होंने कड़ी मेहनत से कमाए पैसे कम्पनी में लगाए थे। उद्योग मंत्री पार्था चटर्जी ने कहा, "समिति मुख्यत: शारदा ग्रुप और उसके जैसी अन्य कम्पनियों की गतिविधियों की जांच करेगी।" मंत्री ने कहा, "इस बारे में अधिसूचना जल्द जारी किया जाएगा।" मंत्री ने अपील की है कि जिन्हें भी समूह या अन्य कम्पनियों के विरोध में शिकायतें करनी है, वे समिति के पास पहुंचें। उन्होंने कहा, "समिति इस बारे में समाचार पत्रों में विज्ञापन भी प्रकाशित करेगी।" समिति में चार और सदस्य होंगे, जिनमें से एक आईपीएस अधिकारी होगा। अन्य सदस्य कम्पनी जगत और नागरिक संगठन होंगे, जबकि एक अर्थशास्त्री होगा। समिति की घोषणा मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को की थी। तृणमूल कांग्रेस सरकार पर शारदा ग्रुप से नजदीकी रखने का आरोप लग रहा है। तृणमूल कांग्रेस के एक राज्यसभा सदस्य कम्पनी में पहले मीडिया इकाई के प्रमुख थे। कुछ अन्य नेताओं की भी कम्पनी से नजदीकी रखने की बात कही जा रही है। पैसे की वापसी नहीं होने पर हिंसक विरोध पैदा होने के बाद राज्य भर में पिछले कुछ सप्ताहों से कम्पनी के 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तौर पर आत्महत्या कर ली है। एजेंटों और वितरकों ने बनर्जी के दक्षिण कोलकाता आवास के बाहर, पार्टी के राज्य मुख्यालय और पार्टी के कुछ नेताओं तथा मंत्रियों के घर के बाहर प्रदर्शन किया है।टिप्पणियां शेयर बाजार नियामक सेबी और केंद्रीय कम्पनी मामलों के मंत्रालय के गंभीर धोखाधड़ी जांच कार्यालय द्वारा चिटफंड के खिलाफ कानून तोड़ने के कारण कार्रवाई शुरू करने के बाद समूह की वित्तीय स्थिति दबाव में आ गई। समूह में संकट जनवरी से ही चल रहा था, जिसके कारण उसे हाल ही में 2010 से शुरू किए गए या खरीदे गए 10 से अधिक समाचारपत्रों और टेलीविजन चैनलों को बंद करना पड़ा। इसके कारण 1,000 से अधिक पत्रकार और गैर पत्रकार बेरोजगार हो चुके हैं। उद्योग मंत्री पार्था चटर्जी ने कहा, "समिति मुख्यत: शारदा ग्रुप और उसके जैसी अन्य कम्पनियों की गतिविधियों की जांच करेगी।" मंत्री ने कहा, "इस बारे में अधिसूचना जल्द जारी किया जाएगा।" मंत्री ने अपील की है कि जिन्हें भी समूह या अन्य कम्पनियों के विरोध में शिकायतें करनी है, वे समिति के पास पहुंचें। उन्होंने कहा, "समिति इस बारे में समाचार पत्रों में विज्ञापन भी प्रकाशित करेगी।" समिति में चार और सदस्य होंगे, जिनमें से एक आईपीएस अधिकारी होगा। अन्य सदस्य कम्पनी जगत और नागरिक संगठन होंगे, जबकि एक अर्थशास्त्री होगा। समिति की घोषणा मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को की थी। तृणमूल कांग्रेस सरकार पर शारदा ग्रुप से नजदीकी रखने का आरोप लग रहा है। तृणमूल कांग्रेस के एक राज्यसभा सदस्य कम्पनी में पहले मीडिया इकाई के प्रमुख थे। कुछ अन्य नेताओं की भी कम्पनी से नजदीकी रखने की बात कही जा रही है। पैसे की वापसी नहीं होने पर हिंसक विरोध पैदा होने के बाद राज्य भर में पिछले कुछ सप्ताहों से कम्पनी के कार्यालयों का दरवाजा बंद पड़ा है। कई कार्यालयों को लूट लिया गया है और उनके एजेंटों की पिटाई की गई है। कम से कम तीन एजेंटों और निवेशकों ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली है। एजेंटों और वितरकों ने बनर्जी के दक्षिण कोलकाता आवास के बाहर, पार्टी के राज्य मुख्यालय और पार्टी के कुछ नेताओं तथा मंत्रियों के घर के बाहर प्रदर्शन किया है।टिप्पणियां शेयर बाजार नियामक सेबी और केंद्रीय कम्पनी मामलों के मंत्रालय के गंभीर धोखाधड़ी जांच कार्यालय द्वारा चिटफंड के खिलाफ कानून तोड़ने के कारण कार्रवाई शुरू करने के बाद समूह की वित्तीय स्थिति दबाव में आ गई। समूह में संकट जनवरी से ही चल रहा था, जिसके कारण उसे हाल ही में 2010 से शुरू किए गए या खरीदे गए 10 से अधिक समाचारपत्रों और टेलीविजन चैनलों को बंद करना पड़ा। इसके कारण 1,000 से अधिक पत्रकार और गैर पत्रकार बेरोजगार हो चुके हैं। मंत्री ने कहा, "इस बारे में अधिसूचना जल्द जारी किया जाएगा।" मंत्री ने अपील की है कि जिन्हें भी समूह या अन्य कम्पनियों के विरोध में शिकायतें करनी है, वे समिति के पास पहुंचें। उन्होंने कहा, "समिति इस बारे में समाचार पत्रों में विज्ञापन भी प्रकाशित करेगी।" समिति में चार और सदस्य होंगे, जिनमें से एक आईपीएस अधिकारी होगा। अन्य सदस्य कम्पनी जगत और नागरिक संगठन होंगे, जबकि एक अर्थशास्त्री होगा। समिति की घोषणा मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को की थी। तृणमूल कांग्रेस सरकार पर शारदा ग्रुप से नजदीकी रखने का आरोप लग रहा है। तृणमूल कांग्रेस के एक राज्यसभा सदस्य कम्पनी में पहले मीडिया इकाई के प्रमुख थे। कुछ अन्य नेताओं की भी कम्पनी से नजदीकी रखने की बात कही जा रही है। पैसे की वापसी नहीं होने पर हिंसक विरोध पैदा होने के बाद राज्य भर में पिछले कुछ सप्ताहों से कम्पनी के कार्यालयों का दरवाजा बंद पड़ा है। कई कार्यालयों को लूट लिया गया है और उनके एजेंटों की पिटाई की गई है। कम से कम तीन एजेंटों और निवेशकों ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली है। एजेंटों और वितरकों ने बनर्जी के दक्षिण कोलकाता आवास के बाहर, पार्टी के राज्य मुख्यालय और पार्टी के कुछ नेताओं तथा मंत्रियों के घर के बाहर प्रदर्शन किया है।टिप्पणियां शेयर बाजार नियामक सेबी और केंद्रीय कम्पनी मामलों के मंत्रालय के गंभीर धोखाधड़ी जांच कार्यालय द्वारा चिटफंड के खिलाफ कानून तोड़ने के कारण कार्रवाई शुरू करने के बाद समूह की वित्तीय स्थिति दबाव में आ गई। समूह में संकट जनवरी से ही चल रहा था, जिसके कारण उसे हाल ही में 2010 से शुरू किए गए या खरीदे गए 10 से अधिक समाचारपत्रों और टेलीविजन चैनलों को बंद करना पड़ा। इसके कारण 1,000 से अधिक पत्रकार और गैर पत्रकार बेरोजगार हो चुके हैं। समिति में चार और सदस्य होंगे, जिनमें से एक आईपीएस अधिकारी होगा। अन्य सदस्य कम्पनी जगत और नागरिक संगठन होंगे, जबकि एक अर्थशास्त्री होगा। समिति की घोषणा मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को की थी। तृणमूल कांग्रेस सरकार पर शारदा ग्रुप से नजदीकी रखने का आरोप लग रहा है। तृणमूल कांग्रेस के एक राज्यसभा सदस्य कम्पनी में पहले मीडिया इकाई के प्रमुख थे। कुछ अन्य नेताओं की भी कम्पनी से नजदीकी रखने की बात कही जा रही है। पैसे की वापसी नहीं होने पर हिंसक विरोध पैदा होने के बाद राज्य भर में पिछले कुछ सप्ताहों से कम्पनी के कार्यालयों का दरवाजा बंद पड़ा है। कई कार्यालयों को लूट लिया गया है और उनके एजेंटों की पिटाई की गई है। कम से कम तीन एजेंटों और निवेशकों ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली है। एजेंटों और वितरकों ने बनर्जी के दक्षिण कोलकाता आवास के बाहर, पार्टी के राज्य मुख्यालय और पार्टी के कुछ नेताओं तथा मंत्रियों के घर के बाहर प्रदर्शन किया है।टिप्पणियां शेयर बाजार नियामक सेबी और केंद्रीय कम्पनी मामलों के मंत्रालय के गंभीर धोखाधड़ी जांच कार्यालय द्वारा चिटफंड के खिलाफ कानून तोड़ने के कारण कार्रवाई शुरू करने के बाद समूह की वित्तीय स्थिति दबाव में आ गई। समूह में संकट जनवरी से ही चल रहा था, जिसके कारण उसे हाल ही में 2010 से शुरू किए गए या खरीदे गए 10 से अधिक समाचारपत्रों और टेलीविजन चैनलों को बंद करना पड़ा। इसके कारण 1,000 से अधिक पत्रकार और गैर पत्रकार बेरोजगार हो चुके हैं। तृणमूल कांग्रेस सरकार पर शारदा ग्रुप से नजदीकी रखने का आरोप लग रहा है। तृणमूल कांग्रेस के एक राज्यसभा सदस्य कम्पनी में पहले मीडिया इकाई के प्रमुख थे। कुछ अन्य नेताओं की भी कम्पनी से नजदीकी रखने की बात कही जा रही है। पैसे की वापसी नहीं होने पर हिंसक विरोध पैदा होने के बाद राज्य भर में पिछले कुछ सप्ताहों से कम्पनी के कार्यालयों का दरवाजा बंद पड़ा है। कई कार्यालयों को लूट लिया गया है और उनके एजेंटों की पिटाई की गई है। कम से कम तीन एजेंटों और निवेशकों ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली है। एजेंटों और वितरकों ने बनर्जी के दक्षिण कोलकाता आवास के बाहर, पार्टी के राज्य मुख्यालय और पार्टी के कुछ नेताओं तथा मंत्रियों के घर के बाहर प्रदर्शन किया है।टिप्पणियां शेयर बाजार नियामक सेबी और केंद्रीय कम्पनी मामलों के मंत्रालय के गंभीर धोखाधड़ी जांच कार्यालय द्वारा चिटफंड के खिलाफ कानून तोड़ने के कारण कार्रवाई शुरू करने के बाद समूह की वित्तीय स्थिति दबाव में आ गई। समूह में संकट जनवरी से ही चल रहा था, जिसके कारण उसे हाल ही में 2010 से शुरू किए गए या खरीदे गए 10 से अधिक समाचारपत्रों और टेलीविजन चैनलों को बंद करना पड़ा। इसके कारण 1,000 से अधिक पत्रकार और गैर पत्रकार बेरोजगार हो चुके हैं। पैसे की वापसी नहीं होने पर हिंसक विरोध पैदा होने के बाद राज्य भर में पिछले कुछ सप्ताहों से कम्पनी के कार्यालयों का दरवाजा बंद पड़ा है। कई कार्यालयों को लूट लिया गया है और उनके एजेंटों की पिटाई की गई है। कम से कम तीन एजेंटों और निवेशकों ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली है। एजेंटों और वितरकों ने बनर्जी के दक्षिण कोलकाता आवास के बाहर, पार्टी के राज्य मुख्यालय और पार्टी के कुछ नेताओं तथा मंत्रियों के घर के बाहर प्रदर्शन किया है।टिप्पणियां शेयर बाजार नियामक सेबी और केंद्रीय कम्पनी मामलों के मंत्रालय के गंभीर धोखाधड़ी जांच कार्यालय द्वारा चिटफंड के खिलाफ कानून तोड़ने के कारण कार्रवाई शुरू करने के बाद समूह की वित्तीय स्थिति दबाव में आ गई। समूह में संकट जनवरी से ही चल रहा था, जिसके कारण उसे हाल ही में 2010 से शुरू किए गए या खरीदे गए 10 से अधिक समाचारपत्रों और टेलीविजन चैनलों को बंद करना पड़ा। इसके कारण 1,000 से अधिक पत्रकार और गैर पत्रकार बेरोजगार हो चुके हैं। एजेंटों और वितरकों ने बनर्जी के दक्षिण कोलकाता आवास के बाहर, पार्टी के राज्य मुख्यालय और पार्टी के कुछ नेताओं तथा मंत्रियों के घर के बाहर प्रदर्शन किया है।टिप्पणियां शेयर बाजार नियामक सेबी और केंद्रीय कम्पनी मामलों के मंत्रालय के गंभीर धोखाधड़ी जांच कार्यालय द्वारा चिटफंड के खिलाफ कानून तोड़ने के कारण कार्रवाई शुरू करने के बाद समूह की वित्तीय स्थिति दबाव में आ गई। समूह में संकट जनवरी से ही चल रहा था, जिसके कारण उसे हाल ही में 2010 से शुरू किए गए या खरीदे गए 10 से अधिक समाचारपत्रों और टेलीविजन चैनलों को बंद करना पड़ा। इसके कारण 1,000 से अधिक पत्रकार और गैर पत्रकार बेरोजगार हो चुके हैं। शेयर बाजार नियामक सेबी और केंद्रीय कम्पनी मामलों के मंत्रालय के गंभीर धोखाधड़ी जांच कार्यालय द्वारा चिटफंड के खिलाफ कानून तोड़ने के कारण कार्रवाई शुरू करने के बाद समूह की वित्तीय स्थिति दबाव में आ गई। समूह में संकट जनवरी से ही चल रहा था, जिसके कारण उसे हाल ही में 2010 से शुरू किए गए या खरीदे गए 10 से अधिक समाचारपत्रों और टेलीविजन चैनलों को बंद करना पड़ा। इसके कारण 1,000 से अधिक पत्रकार और गैर पत्रकार बेरोजगार हो चुके हैं। समूह में संकट जनवरी से ही चल रहा था, जिसके कारण उसे हाल ही में 2010 से शुरू किए गए या खरीदे गए 10 से अधिक समाचारपत्रों और टेलीविजन चैनलों को बंद करना पड़ा। इसके कारण 1,000 से अधिक पत्रकार और गैर पत्रकार बेरोजगार हो चुके हैं।
CAA Protest: नागरिकता कानून के विरोध में बिहार बंद के दौरान RJD कार्यकर्ताओं ने गाड़ियों में की तोड़फोड़, देखें VIDEO
बिहार में राजद ने एनआरसी और नागिरकता कानून के विरोध मे बंद बुलाया है भागलपुर में इस दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं ने तोड़फोड़ की देशभर में सीएए को लेकर विरोध हो रहा है
बिहार (Bihar) में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) कार्यकर्ताओं ने नागरिक संशोधन कानून (Citizenship Act) और एनआरसी (National Register of Citizens) के विरोध में बुलाए बंद के दौरान भागलपुर में वाहनों में तोड़-फोड़ की. न्यूज एजेंसी एएनआई ने इसका इसका विडियो जारी किया है, जिसमें राजद कार्यकर्ता वाहनों पर लाठियां बरसाते हुए दिख रहे हैं. इसके अलावा राजद के हजारों समर्थकों ने संशोधित नागरिकता कानून और प्रस्तावित राष्ट्रव्यापी एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन के तहत राज्यव्यापी बंद लागू करने की कोशिश करते हुए शनिवार को रेल और सड़क यातायात बाधित कर दिया. राजधानी पटना में पार्टी के सैकड़ों समर्थक लाठियां और पार्टी के झंडे लेकर रेलवे स्टेशनों और बस अड्डों में घुस गए लेकिन पुलिसकर्मियों ने उन्हें खदेड़ दिया. पार्टी समर्थकों में बच्चे भी शामिल रहे. #WATCH RJD workers vandalise auto rickshaws in Bhagalpur during 'bandh' called by the party against Citizenship Act and National Register of Citizens. #Biharpic.twitter.com/d2sbDcdlA2 यह भी पढ़ें- CAA के विरोध में RJD का बिहार बंद: कई जिलों में सड़क पर उतरे कार्यकर्ता, ट्रेनें रोकीं, किया चक्काजाम नवादा में बंद समर्थकों ने राष्ट्रीय राजमार्ग 31 पर प्रदर्शन किया. उन्होंने वहां सड़क पर पहिए जलाए जिससे वाहनों का आवागमन बाधित हुआ. प्रदर्शनकारियों ने मुजफ्फरपुर के जीरो मील चौक पर भी प्रदर्शन किया. अररिया और पूर्वी चम्पारण जिलों में बंद समर्थकों के रेल की पटरियों पर बैठने की खबरें मिली हैं. अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (मुख्यालय) जितेंद्र कुमार ने कहा, ‘‘राज्य के सभी जिलों में पर्याप्त बलों की तैनाती की गई और संबंधित अधिकारियों के समक्ष परेशानी खड़ी करने की कोशिश करने वाले किसी भी व्यक्ति से सख्ती से निपटने के लिए कहा है.'' यह भी पढ़ें- NRC पर नीतीश कुमार भी नहीं देंगे बीजेपी का साथ! बोले- 'काहे का एनआरसी...' मुख्य विपक्षी दलों द्वारा बुलाए बिहार बंद से महज दो दिन पहले वाम दलों ने राज्यव्यापी बंद बुलाया था. राजद ने पहले 22 दिसंबर को बंद का आह्वान किया था लेकिन रविवार को पुलिस भर्ती परीक्षाओं के मद्देनजर उसने एक दिन पहले बंद का आह्वान किया.
हरियाणा के 13 जिलों में तीन दिन के लिए मोबाइल इंटरनेट सेवाएं निलंबित
हरियाणा सरकार ने मोबाइल इंटरनेट सेवाएं शुक्रवार को निलंबित कर दीं. 26 नवंबर की मध्यरात्रि तक अगले तीन दिनों के लिए निलंबित रहेंगी. अगले तीन दिनों के लिए यह आदेश प्रभावी रहेगा.’
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
भारत ने महिला कबड्डी विश्व चैंपियनशिप का खिताब जीता
भारत ने पाटलीपुत्र स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स में खेले गए पहले महिला विश्व कप कबड्डी के फाइनल मैच में ईरान को 25-19 से शिकस्त देकर खिताब अपने नाम किया।
भारत ने पाटलीपुत्र स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स में खेले गए पहले महिला विश्व कप कबड्डी के फाइनल मैच में ईरान को 25-19 से शिकस्त देकर खिताब अपने नाम किया। कप्तान ममता पुजारी के नेतृत्व वाली भारतीय टीम टूर्नामेंट शुरू होने से पहले ही खिताब की प्रबल दावेदार लग रही थी जिसने मैच में शुरू से ही ईरान की महिला टीम पर दबदबा बनाए रखा और खिताब अपनी झोली में डाला।टिप्पणियां राज्य के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने फाइनल के बाद विश्व कप ट्राफी विजेता टीम को सौंपी। टीम के सदस्यों को स्वर्ण पदक दिया गया जबकि उपविजेता ईरान के टीम के सदस्यों ने रजत पदक प्राप्त किया। वहीं जापान और थाईलैंड के सदस्यों के कांस्य पदक प्रदान किया गया। कप्तान ममता पुजारी के नेतृत्व वाली भारतीय टीम टूर्नामेंट शुरू होने से पहले ही खिताब की प्रबल दावेदार लग रही थी जिसने मैच में शुरू से ही ईरान की महिला टीम पर दबदबा बनाए रखा और खिताब अपनी झोली में डाला।टिप्पणियां राज्य के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने फाइनल के बाद विश्व कप ट्राफी विजेता टीम को सौंपी। टीम के सदस्यों को स्वर्ण पदक दिया गया जबकि उपविजेता ईरान के टीम के सदस्यों ने रजत पदक प्राप्त किया। वहीं जापान और थाईलैंड के सदस्यों के कांस्य पदक प्रदान किया गया। राज्य के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने फाइनल के बाद विश्व कप ट्राफी विजेता टीम को सौंपी। टीम के सदस्यों को स्वर्ण पदक दिया गया जबकि उपविजेता ईरान के टीम के सदस्यों ने रजत पदक प्राप्त किया। वहीं जापान और थाईलैंड के सदस्यों के कांस्य पदक प्रदान किया गया। वहीं जापान और थाईलैंड के सदस्यों के कांस्य पदक प्रदान किया गया।
सलमान खान पर कमेंट कर रहे इसे बॉलीवुड एक्टर को मिली नसीहत, तो बोले- 'वो कोई भगवान हैं क्या'
सलमान खान पर इस बॉलीवुड एक्टर का निशाना ट्वीट कर साधा निशाना उनके ट्वीट पर जमकर रिएक्शन आ रहे हैं
बॉलीवुड सुपरस्टार सलमान खान (Salman Khan) की फिल्म 'दबंग 3' (Dabangg 3) इसी महीने रिलीज होने वाली है.इस फिल्म को लेकर वो जोर-शोर में प्रमोशन में जुटे हैं. सलमान खान ने बिग बॉस के बीते एपिसोड में अरहान खान (Arhaan Khan) को लेकर बड़ा खुलासा किया था. लेकिन यह बात बॉलीवुड एक्टर और प्रोड्यूसर कमाल आर खान (Kamaal R Khan) को पसंद नहीं आई. उन्होंने सलमान खान को लेकर इस संबंध में कई ट्वीट किए हैं. उन्होंने फिर से एक ट्वीट किया है, जिसमें उन्होंने सलमान खान पर निशाना साधा है. Many Bollywood ppl are calling and asking me that why I am commenting about #SalmanKhan? Kyon Bhai #Salman Khuda Hai Kaya, Jo Agar Woh Galat Kare, Toh Usko Galat Nahi Kaha Jaa Sakta? He is also a human being and he can also be wrong. Wrong can't be right coz Salman is doing it. कमाल आर खान (Kamaal R Khan) ने लिखा: "बॉलीवुड से बहुत सारे लोग मुझे फोन कर कह रहे हैं कि मैं सलमान खान (Salman Khan) पर कमेंट क्यों कर रहा हूं? क्यों भाई सलमान खुदा हैं क्या, जो अगर वो गलत करें, तो उसको गलत नहीं कहा जा सकता? वह भी एक इंसान हैं ओर वो भी गलत हो सकते हैं, गलत इसलिए सही नहीं हो जाएगा क्योंकि सलमान खान इसे कर रहे हैं." कमाल आर खान ने इस तरह ट्वीट कर सलमान खान पर निशाना साधा है. उनके इस ट्वीट पर जमकर रिएक्शन आ रहे हैं. It's disgusting if #Salman is insulting a struggler #Arhan on the national TV, even though I didn't like #Arhan! Salman can tell this all to #Rashmi secretly also. Today Salman has finished the career of #Arhan which is really bad. #Salman is also having many things to explain. बता दें कि कमाल आर खान (Kamaal R Khan) की बात करें तो एक्टर सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं. फिल्म 'देशद्रोही' से बॉलीवुड में एंट्री करने वाले कमाल आर खान ने टीवी रिएलिटी शो 'बिग बॉस 3' में भी खूब सुर्खियां बटोरीं. इससे इतर कमाल आर खान सोशल मीडिया पर अकसर समसामयिक मुद्दों पर अपनी राय पेश करते हैं. इसके साथ ही वह बॉलीवुड फिल्म से जुड़ा सर्वे और उनका रिव्यू भी करते हैं. खास बात तो यह है कि कमाल आर खान का ट्ववीट खूब वायरल भी होता है.
बाढ़ की विभीषिका के बीच जवान को सैल्यूट कर बोली बच्ची, 'आप बहुत अच्छा काम करते हो', वायरल हो रहा VIDEO
महाराष्ट्र के कई हिस्सों में बाढ़ से हालात खराब जवान को सैल्यूट करते बच्ची का वीडियो वायरल बच्ची ने जवान से कहा- 'आप बहुत अच्छा काम करते हो'
#WATCH A child salutes an Army personnel and tells him "aap bahut accha kaam karte ho", during rescue operations in flood-hit Gaonbagh. #Maharashtra (Source- Defence PRO) pic.twitter.com/ym1RX7TKjA बाढ़ की विभीषिका के बीच सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा यहा वीडियो महाराष्ट्र के सांगली के गांवबाग का है. वीडियो में एक बच्ची सेना के जवान को सैल्यूट करते दिख रही है. बच्ची के चेहरे पर खुशी साफ झलक रही है. बच्ची उस जवान के पास आती है और उसे सैल्यूट करते हुए कहती है कि, 'आप बहुत अच्छा काम करते हो.' इसके बाद वह जवान बच्ची से हाथ मिलाता है.
कांग्रेस प्रवक्ता सुष्मिता देव बोलीं - नोटबंदी एक ‘मरे बच्चे’ की तरह
कांग्रेस ने नोटबंदी को लेकर अपना आक्रामक रूख बरकरार रखा ठीक एक महीने पहले किया गया यह फैसला एक ‘‘त्रासदी’’ है नोटबंदी का फैसला एक ‘‘खराब आर्थिक नीति’’ है
कांग्रेस ने नोटबंदी को लेकर अपना आक्रामक रूख बरकरार रखते हुए आज कहा कि ठीक एक महीने पहले किया गया यह फैसला एक ‘‘त्रासदी’’ है जिसने देश की अर्थव्यवस्था को बुरी तरह प्रभावित किया है और यह ‘‘बहुत बड़ी नाकामी’’ और ‘‘मरे बच्चे’’ की तरह है. कांग्रेस ने केंद्रीय राजस्व सचिव हसमुख अधिया और भारतीय रिजर्व बैंक के बयानों का हवाला देते हुए दावा किया कि उन्होंने पार्टी के उस रूख की ‘‘पुष्टि’’ की है कि नोटबंदी का फैसला एक ‘‘खराब आर्थिक नीति’’ है. गौरतलब है कि राजस्व सचिव ने हाल में कहा कि सारे नोट बाजार में आ जाएंगे और किसी अप्रत्याशित लाभ की उम्मीद नहीं है. अखिल भारतीय कांग्रेस समिति की प्रवक्ता सुष्मिता देव ने सरकार पर नोटबंदी की घोषणा करने के बाद नियमों में बदलाव कर रोज नई नई बातें करते का आरोप लगाते हुए कहा कि वह आतंकवाद, जाली नोट, काला धन और भ्रष्टाचार के मुद्दों का हल करने में नाकाम रही. उन्होंने कहा कि नोटबंदी एक ‘‘बहुत बड़ी विफलता’’ है. सुष्मिता ने दावा किया कि राजस्व सचिव के बयान से पता चलता है कि ‘‘मोदी सरकार का आखिरी विकेट गिर गया है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘आज यह पूरी तरह साबित हो गया कि भाजपा सरकार ने एक मरे बच्चे को जन्म दिया जिसका नाम नोटबंदी है.’’ टिप्पणियां कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, ‘‘ ‘नोट पर प्रतिबंध’ के श्री नरेंद्र मोदी की एकतरफा घोषणा के एक महीने बाद देश की अर्थव्यवस्था बुरी तरह चरमरा गई है. प्रधानमंत्री ने कतारों में लगे लोगों से कहा कि उनकी असुविधा मामूली है और देश के व्यापक हित में है.’’ उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने 8 नवंबर को देश से कहा था कि नोटबंदी का फैसला काला धन एवं भ्रष्टाचार, जाली नोट और आतंकवाद के वित्त पोषण को रोकने के लिए किया गया लेकिन ये तीनों विकेट जिनपर पीएम मोदी ने इस नाकाम योजना की शुरुआत की, गिर गए और मोदी जी हिट विकेट हो गए.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) कांग्रेस ने केंद्रीय राजस्व सचिव हसमुख अधिया और भारतीय रिजर्व बैंक के बयानों का हवाला देते हुए दावा किया कि उन्होंने पार्टी के उस रूख की ‘‘पुष्टि’’ की है कि नोटबंदी का फैसला एक ‘‘खराब आर्थिक नीति’’ है. गौरतलब है कि राजस्व सचिव ने हाल में कहा कि सारे नोट बाजार में आ जाएंगे और किसी अप्रत्याशित लाभ की उम्मीद नहीं है. अखिल भारतीय कांग्रेस समिति की प्रवक्ता सुष्मिता देव ने सरकार पर नोटबंदी की घोषणा करने के बाद नियमों में बदलाव कर रोज नई नई बातें करते का आरोप लगाते हुए कहा कि वह आतंकवाद, जाली नोट, काला धन और भ्रष्टाचार के मुद्दों का हल करने में नाकाम रही. उन्होंने कहा कि नोटबंदी एक ‘‘बहुत बड़ी विफलता’’ है. सुष्मिता ने दावा किया कि राजस्व सचिव के बयान से पता चलता है कि ‘‘मोदी सरकार का आखिरी विकेट गिर गया है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘आज यह पूरी तरह साबित हो गया कि भाजपा सरकार ने एक मरे बच्चे को जन्म दिया जिसका नाम नोटबंदी है.’’ टिप्पणियां कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, ‘‘ ‘नोट पर प्रतिबंध’ के श्री नरेंद्र मोदी की एकतरफा घोषणा के एक महीने बाद देश की अर्थव्यवस्था बुरी तरह चरमरा गई है. प्रधानमंत्री ने कतारों में लगे लोगों से कहा कि उनकी असुविधा मामूली है और देश के व्यापक हित में है.’’ उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने 8 नवंबर को देश से कहा था कि नोटबंदी का फैसला काला धन एवं भ्रष्टाचार, जाली नोट और आतंकवाद के वित्त पोषण को रोकने के लिए किया गया लेकिन ये तीनों विकेट जिनपर पीएम मोदी ने इस नाकाम योजना की शुरुआत की, गिर गए और मोदी जी हिट विकेट हो गए.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) अखिल भारतीय कांग्रेस समिति की प्रवक्ता सुष्मिता देव ने सरकार पर नोटबंदी की घोषणा करने के बाद नियमों में बदलाव कर रोज नई नई बातें करते का आरोप लगाते हुए कहा कि वह आतंकवाद, जाली नोट, काला धन और भ्रष्टाचार के मुद्दों का हल करने में नाकाम रही. उन्होंने कहा कि नोटबंदी एक ‘‘बहुत बड़ी विफलता’’ है. सुष्मिता ने दावा किया कि राजस्व सचिव के बयान से पता चलता है कि ‘‘मोदी सरकार का आखिरी विकेट गिर गया है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘आज यह पूरी तरह साबित हो गया कि भाजपा सरकार ने एक मरे बच्चे को जन्म दिया जिसका नाम नोटबंदी है.’’ टिप्पणियां कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, ‘‘ ‘नोट पर प्रतिबंध’ के श्री नरेंद्र मोदी की एकतरफा घोषणा के एक महीने बाद देश की अर्थव्यवस्था बुरी तरह चरमरा गई है. प्रधानमंत्री ने कतारों में लगे लोगों से कहा कि उनकी असुविधा मामूली है और देश के व्यापक हित में है.’’ उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने 8 नवंबर को देश से कहा था कि नोटबंदी का फैसला काला धन एवं भ्रष्टाचार, जाली नोट और आतंकवाद के वित्त पोषण को रोकने के लिए किया गया लेकिन ये तीनों विकेट जिनपर पीएम मोदी ने इस नाकाम योजना की शुरुआत की, गिर गए और मोदी जी हिट विकेट हो गए.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) सुष्मिता ने दावा किया कि राजस्व सचिव के बयान से पता चलता है कि ‘‘मोदी सरकार का आखिरी विकेट गिर गया है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘आज यह पूरी तरह साबित हो गया कि भाजपा सरकार ने एक मरे बच्चे को जन्म दिया जिसका नाम नोटबंदी है.’’ टिप्पणियां कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, ‘‘ ‘नोट पर प्रतिबंध’ के श्री नरेंद्र मोदी की एकतरफा घोषणा के एक महीने बाद देश की अर्थव्यवस्था बुरी तरह चरमरा गई है. प्रधानमंत्री ने कतारों में लगे लोगों से कहा कि उनकी असुविधा मामूली है और देश के व्यापक हित में है.’’ उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने 8 नवंबर को देश से कहा था कि नोटबंदी का फैसला काला धन एवं भ्रष्टाचार, जाली नोट और आतंकवाद के वित्त पोषण को रोकने के लिए किया गया लेकिन ये तीनों विकेट जिनपर पीएम मोदी ने इस नाकाम योजना की शुरुआत की, गिर गए और मोदी जी हिट विकेट हो गए.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, ‘‘ ‘नोट पर प्रतिबंध’ के श्री नरेंद्र मोदी की एकतरफा घोषणा के एक महीने बाद देश की अर्थव्यवस्था बुरी तरह चरमरा गई है. प्रधानमंत्री ने कतारों में लगे लोगों से कहा कि उनकी असुविधा मामूली है और देश के व्यापक हित में है.’’ उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने 8 नवंबर को देश से कहा था कि नोटबंदी का फैसला काला धन एवं भ्रष्टाचार, जाली नोट और आतंकवाद के वित्त पोषण को रोकने के लिए किया गया लेकिन ये तीनों विकेट जिनपर पीएम मोदी ने इस नाकाम योजना की शुरुआत की, गिर गए और मोदी जी हिट विकेट हो गए.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
राज्यसभा में पास हुआ जीएसटी बिल, अब आगे क्या...
संशोधित विधेयक को लोकसभा की मंजूरी के लिए फिर भेजा जाएगा 29 में से 15 राज्यों को जीएसटी संशोधनों को मंजूरी देनी होगी जीएसटी को लागू करने की समयसीमा 1 अप्रैल, 2017
एक दशक से अटके पड़े देश के सबसे बड़े टैक्स सुधार से जुड़े जीएसटी बिल को राज्यसभा में बिना किसी विरोध के पास कर दिया गया है. जेटली ने संविधान (122वां संशोधन) विधेयक पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए कहा कि मार्गदर्शक सिद्धांत होगा कि जीएसटी दर को यथासंभव नीचे रखा जाए.टिप्पणियां यह विधेयक लोकसभा में पहले पारित हो चुका है, लेकिन चूंकि सरकार की ओर से इसमें संशोधन लाए गए हैं, इसलिए अब संशोधित विधेयक को लोकसभा की मंजूरी के लिए फिर भेजा जाएगा. जीएसटी को अमल में लाए जाने के लिए इसे अब किन चरणों से गुजरना होगा, आइए जानते हैं- 1. सबसे पहले लोकसभा में संशोधनों को मंजूरी दी जाएगी 2. 29 में से 15 राज्यों के विधानसभाओं को जीएसटी संशोधनों को मंजूरी देनी होगी 3. केंद्रीय जीएसटी, राज्य जीएसटी, अंतर-राज्यीय जीएसटी पारित 4. राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के हस्ताक्षर के बाद यह कानून बन जाएगा 5. वित्त मंत्री ने कहा- आयकर की रीढ़ अब एडवांस स्टेज में 6. जीएसटी के सॉफ्टवेयर का टेस्ट इस साल अक्टूबर में शुरू हो जाएगा 7. फरवरी में जीएसटी का पोर्टल लॉन्च होगा 8. जीएसटी को लागू करने की समयसीमा 1 अप्रैल, 2017 यह विधेयक लोकसभा में पहले पारित हो चुका है, लेकिन चूंकि सरकार की ओर से इसमें संशोधन लाए गए हैं, इसलिए अब संशोधित विधेयक को लोकसभा की मंजूरी के लिए फिर भेजा जाएगा. जीएसटी को अमल में लाए जाने के लिए इसे अब किन चरणों से गुजरना होगा, आइए जानते हैं- 1. सबसे पहले लोकसभा में संशोधनों को मंजूरी दी जाएगी 2. 29 में से 15 राज्यों के विधानसभाओं को जीएसटी संशोधनों को मंजूरी देनी होगी 3. केंद्रीय जीएसटी, राज्य जीएसटी, अंतर-राज्यीय जीएसटी पारित 4. राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के हस्ताक्षर के बाद यह कानून बन जाएगा 5. वित्त मंत्री ने कहा- आयकर की रीढ़ अब एडवांस स्टेज में 6. जीएसटी के सॉफ्टवेयर का टेस्ट इस साल अक्टूबर में शुरू हो जाएगा 7. फरवरी में जीएसटी का पोर्टल लॉन्च होगा 8. जीएसटी को लागू करने की समयसीमा 1 अप्रैल, 2017 1. सबसे पहले लोकसभा में संशोधनों को मंजूरी दी जाएगी 2. 29 में से 15 राज्यों के विधानसभाओं को जीएसटी संशोधनों को मंजूरी देनी होगी 3. केंद्रीय जीएसटी, राज्य जीएसटी, अंतर-राज्यीय जीएसटी पारित 4. राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के हस्ताक्षर के बाद यह कानून बन जाएगा 5. वित्त मंत्री ने कहा- आयकर की रीढ़ अब एडवांस स्टेज में 6. जीएसटी के सॉफ्टवेयर का टेस्ट इस साल अक्टूबर में शुरू हो जाएगा 7. फरवरी में जीएसटी का पोर्टल लॉन्च होगा 8. जीएसटी को लागू करने की समयसीमा 1 अप्रैल, 2017
कंगारू ने शख्स पर बरसाए मुक्के, पैराग्लाइडर से उतर गया था उनके इलाके में, देखें VIDEO
कंगारू ने शख्स पर बरसाए मुक्के, वीडियो हुआ वायरल. नमदगी नेशनल पार्क में एक पैराग्लाइडर ने परफेक्ट लैंडिग की. कंगारू ने पैराग्लाइडर पर हमला कर दिया.
ऑस्ट्रेलिया में ऐसा वाक्या हुआ जिसकी चर्चा हर जगह हो रही है. एक पैराग्लाइडर पर कंगारू ने अटैक कर दिया. न्यू साउथ वेल्स के ओरोरल वैली के नमदगी नेशनल पार्क में एक पैराग्लाइडर ने परफेक्ट लैंडिग की. जिसके बाद कंगारू ने पैराग्लाइडर पर हमला कर दिया. पैराग्लाइडर ने गोप्रो कैमरा लगाया था. जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर काफी शेयर किया जा रहा है. पैराग्लाइडर ने ही इस वीडियो को फेसबुक पर शेयर किया जा रहा है. इस वीडियो के 4 लाख के करीब व्यूज और 1 हजार से ज्यादा कमेंट्स हो चुके हैं.  पैराग्लाइडर का नाम जोनाथन बिशॉप बताया जा रहा है. जैसे ही वो नीचे उतरे तो कंगारुओं को देखकर वो एक्साइटिड हो गए. कुछ कंगारु उनके पास आकर खेलने लगे. लेकिन एक कंगारु उनको अपने इलाके में देखकर इतना गुस्सा गया कि जोनाथन के चेहरे पर मुक्का मार दिया. मुक्का मारते ही वो दूर भाग निकला. जिसके बाद वो बाकी कंगारुओं के साथ खेलते दिखे.      उन्होंने फेसबुक पर लिखा- 'मैं कैनबेरा से पैराग्लाइडिंग करने निकला था. दो घंटे पैराग्लाइडिंग करने के बाद मुझे सुरक्षित जगह लैंड करना था. इसलिए मैंने नेशनल पार्क चुना. मेरा फोकस सुरक्षित लैंडिंग पर था. मेरा ध्यान कंगारुओं पर नहीं था.'  कंगारुओं के अटैक करने के बाद जोनाथन कई किलोमीटर पैदर चले. उतरने के बाद उनके फोन में सिग्नल नहीं थे. काफी आगे चलने के बाद उनको फोन में सिग्नल मिले.
सपना चौधरी ने कार की बैक सीट पर पल्लू लेकर की मस्ती, 'चलो इश्क लड़ाएं' पर यूं किया डांस- Video हुआ वायरल
सपना चौधरी का नया वीडियो वायरल कार की बैक सीट पर डांस करती नजर आईं गोविंदा के सॉन्ग पर किया डांस
A post shared by Sapna Choudhary (@isapnachaudhary) on Sep 18, 2018 at 6:58am PDT A post shared by Sapna Choudhary (@isapnachaudhary) on Sep 18, 2018 at 3:46am PDT
... तो इस वजह से ट्रेनों के फ्लेक्सी फेयर प्रणाली पर फिर से विचार कर रहा है रेल मंत्रालय
रेल मंत्रालय यात्रियों की संख्या बढ़ाने के उद्देश्य से कर रहा है विचार. फ्लेक्सी फेयर प्रणाली पर रेल मंत्रालय कर रहा है विचार. पीयूष गोयल ने यह जानकारी एक प्रश्न के जवाब में दी है.
गोयल ने कहा कि फ्लेक्सी फेयर प्रणाली को डायनेमिक फेयर प्रणाली में तब्दील करने के बारे में मंत्रालय को विस्तृत रिपोर्ट मिली है. उन्होंने कहा कि इसमें समय और मांग के मुताबिक किराया निर्धारण करने की पुख्ता एवं व्यवहारिक प्रणाली तैयार की जा रही है. इसमें टिकट का किराया मांग और उपलब्धता के आधार पर कम और ज्यादा होगा.  टिप्पणियां भाजपा सदस्य रामविचार नेताम ने मौजूदा व्यवस्था में रेलयात्रियों को हवाई यात्रा से अधिक किराया देने के कारण रेलवे को इस अव्यावहारिक प्रणाली के कारण हो रहे नुकसान के मद्देनजर मंत्रालय से पूछा कि क्या फ्लेक्सी फेयर प्रणाली की समीक्षा की जा रही है. गोयल ने कहा ‘मंत्रालय फ्लेक्सी फेयर प्रणाली की समीक्षा कर इसे पूरी तरह से दुरुस्त करने पर बातचीत कर रह है.’ VIDEO: बजट में मध्यम वर्ग को मायूसी ? (इनपुट भाषा से) भाजपा सदस्य रामविचार नेताम ने मौजूदा व्यवस्था में रेलयात्रियों को हवाई यात्रा से अधिक किराया देने के कारण रेलवे को इस अव्यावहारिक प्रणाली के कारण हो रहे नुकसान के मद्देनजर मंत्रालय से पूछा कि क्या फ्लेक्सी फेयर प्रणाली की समीक्षा की जा रही है. गोयल ने कहा ‘मंत्रालय फ्लेक्सी फेयर प्रणाली की समीक्षा कर इसे पूरी तरह से दुरुस्त करने पर बातचीत कर रह है.’ VIDEO: बजट में मध्यम वर्ग को मायूसी ? (इनपुट भाषा से) VIDEO: बजट में मध्यम वर्ग को मायूसी ? (इनपुट भाषा से)
ऐसा होगा नया 50 का नोट, आरबीआई जल्द करेगा जारी, 10 खास बातें
RBI ने ट्वीट कर 50 रुपये के नए नोट की दी जानकारी नोट का आकार 66 mm x 135mm होगा RBI जल्द ही 200 रुपये का नया नोट भी जारी करेगा
RBI Introduces 50 banknote in Mahatma Gandhi (New) Serieshttps://t.co/noOQEBvD8R
पीएम मोदी ने 'नन्हें दोस्त' संग शेयर की तस्वीर तो उमर अब्दुल्ला ने यूं कसा तंज
पीएम मोदी ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर शेयर की तस्वीर बच्चे को खिलाते नजर आ रहे हैं पीएम मोदी उमर अबदुल्ला ने पीएम मोदी की फोटो पर ली चुटकी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोशल मीडिया पर खासे एक्टिव रहते हैं. उनकी दिनचर्या और क्रिया-कलापों का अंदाजा उनके ट्विटर, फेसबुक व इंस्टाग्राम से लगाया जा सकता है. इसी कड़ी में पीएम मोदी ने एक छोटे बच्चे के साथ तस्वीर की है. इस तस्वीर के कैप्शन के साथ पीएम मोदी ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर लिखा कि आज संसद में मिलने के लिए बेहद खास दोस्त आया. पीएम मोदी ने दो तस्वीरें पोस्ट की हैं, पहली तस्वीर में वह बच्चे को खिलाते हुए नजर आ रहे हैं तो दूसरी फोटो में गोद में बैठा बच्चा, उनकी टेबल पर रखी चॉकलेट्स को देखकर उत्साहित हो रहा है.  A very special friend came to meet me in Parliament today. A post shared by Narendra Modi (@narendramodi) on Jul 23, 2019 at 2:12am PDT समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक तस्वीर में पीएम मोदी की गोद में नजर आ रहा बच्चा, बीजेपी सांसद सत्यनारायण जतिया का पोता है.  The child that Prime Minister Modi is seen playing with in his Instagram post is the grandson of BJP MP Satyanarayan Jatiya. pic.twitter.com/quWBPsQR7f वहीं जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने पीएम की इस तस्वीर पर चुटकी ली है. इस तस्वीर को ट्वीट करते हुए उमर अब्दुल्ला ने लिखा 'प्यारी तस्वीर, जहां राजनीतिक दल पीएम मोदी से मध्यस्थता के बारे में हो रहे हो शोर शराबे पर सफाई मांग रहे हैं, वहीं पीएम मोदी ऐसी तस्वीरें शेयर करके यह बता रहे हैं कि वह उनकी मांगों के बारे में क्या सोचते हैं.'  Cute pictures. While the oppostion parties yell themselves hoarse demanding the PM explain last night's mediation brouhaha he lets them know what he thinks of their demand by putting pictures like these on his Instagram feed ???? https://t.co/8IeRNXXSa0 यह पहला मौका नहीं है कि जब पीएम मोदी ने बच्चों के साथ तस्वीर शेयर की हो. अपने विदेश दौरों के दौरान भी वह कई बार छोटे बच्चों के साथ खेलते हुए देखे जा चुके हैं. देश में कई बड़े आयोजनों के दौरान भी पीएम मोदी सुरक्षा घेरे को तोड़ते हुए अपने नन्हें प्रशंसकों के पास पहुंच जाते हैं और उन्हें प्यार और दुलार करते नजर आ चुके हैं.
Padmaavat का 'बिंते दिल' हुआ रिलीज, देखें अलाउद्दीन खिलजी और मलिक काफूर की कैमिस्ट्री
25 जनवरी को हुई है रिलीज संजय लीला भंसाली ने की है डायरेक्ट रणवीर सिंह बने हैं अलाउद्दीन खिलजी
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
हिमपात के बाद जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग बंद
कश्मीर घाटी को देश के अन्य हिस्सों से जोड़ने वाले जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग को भारी हिमपात और बारिश के बाद यातायात के लिए बंद कर दिया गया।
कश्मीर घाटी को देश के अन्य हिस्सों से जोड़ने वाले जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग को भारी हिमपात और बारिश के बाद यातायात के लिए बंद कर दिया गया। पुलिस ने कहा, जवाहर सुरंग, बनिहाल और पटनीटॉप के पास भारी बर्फबारी के कारण राजमार्ग को यातायात के लिए बंद कर दिया गया है। राजमार्ग को गुरुवार को भी यातायात के लिए बंद किया गया था, जिसे कल खोल दिया गया था। उन्होंने कहा कि राजमार्ग के बंद होने के कारण कई जगहों पर 70 यात्री वाहन समेत 300 वाहन फंसे हुए हैं। पुलिस ने कहा कि राजमार्ग से बर्फ साफ करने के लिए सीमा सड़क संगठन के कर्मचारी काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि डेर की गली इलाके में भारी बारिश के कारण राजौरी-पुंछ राजमार्ग भी बंद कर दिया गया और बर्फ को साफ करने का प्रयास जारी है।
हमने स्पिनरों को सस्ते में छोड़ दिया : हरभजन सिंह
चैम्पियंस लीग टी-20 क्रिकेट टूर्नामेंट के अपने पहले मैच में लायंस से मिली हार के बाद मुंबई इंडियंस के कप्तान हरभजन सिंह ने कहा कि स्पिनरों के खिलाफ रन नहीं बना पाना महंगा साबित हुआ।
चैम्पियंस लीग टी-20 क्रिकेट टूर्नामेंट के अपने पहले मैच में लायंस से मिली हार के बाद मुंबई इंडियंस के कप्तान हरभजन सिंह ने कहा कि स्पिनरों के खिलाफ रन नहीं बना पाना महंगा साबित हुआ।टिप्पणियां हरभजन ने आठ विकेट से मिली हार के बाद कहा, मुझे लगता है कि हमने उनके स्पिनरों के खिलाफ ज्यादा रन नहीं बनाए। उनके स्पिनर (आरोन फांगिसो) ने चार ओवर में सिर्फ 15 रन दिए। उन्होंने 41 गेंद में नाबाद 68 रन बनाने वाले लायंस के बल्लेबाज नील मैकेंजी की तारीफ की। इसके साथ ही मिशेल जानसन को बल्लेबाजी क्रम में ऊपर उतारने के अपने फैसले का भी बचाव किया। उन्होंने कहा, मिशेल जानसन हमारी टीम में एकमात्र बायें हाथ का बल्लेबाज था। लायंस ने हमसे बेहतर खेल दिखाया और हालात की जानकारी होने का उन्हें फायदा मिला। वे इस जीत के हकदार थे। हमें आगे बेहतर क्रिकेट खेलना होगा। हरभजन ने यह भी कहा कि पिच पर ओस थी, लेकिन उन्होंने कहा कि हार के लिए इसे जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता। हरभजन ने आठ विकेट से मिली हार के बाद कहा, मुझे लगता है कि हमने उनके स्पिनरों के खिलाफ ज्यादा रन नहीं बनाए। उनके स्पिनर (आरोन फांगिसो) ने चार ओवर में सिर्फ 15 रन दिए। उन्होंने 41 गेंद में नाबाद 68 रन बनाने वाले लायंस के बल्लेबाज नील मैकेंजी की तारीफ की। इसके साथ ही मिशेल जानसन को बल्लेबाजी क्रम में ऊपर उतारने के अपने फैसले का भी बचाव किया। उन्होंने कहा, मिशेल जानसन हमारी टीम में एकमात्र बायें हाथ का बल्लेबाज था। लायंस ने हमसे बेहतर खेल दिखाया और हालात की जानकारी होने का उन्हें फायदा मिला। वे इस जीत के हकदार थे। हमें आगे बेहतर क्रिकेट खेलना होगा। हरभजन ने यह भी कहा कि पिच पर ओस थी, लेकिन उन्होंने कहा कि हार के लिए इसे जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता। उन्होंने कहा, मिशेल जानसन हमारी टीम में एकमात्र बायें हाथ का बल्लेबाज था। लायंस ने हमसे बेहतर खेल दिखाया और हालात की जानकारी होने का उन्हें फायदा मिला। वे इस जीत के हकदार थे। हमें आगे बेहतर क्रिकेट खेलना होगा। हरभजन ने यह भी कहा कि पिच पर ओस थी, लेकिन उन्होंने कहा कि हार के लिए इसे जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता।
जून में निर्यात 46.4% बढ़कर 29.2 अरब डॉलर
इस दौरान आयात भी एक साल पहले इसी माह की तुलना में 42.2 प्रतिशत बढ़कर 36.9 अरब डॉलर रहा और इस माह के लिए व्यापार घाटा 7.7 अरब डॉलर रहा।
पश्चिमी बाजारों में मांग बढ़ने से भारत का निर्यात जून माह में 46.4 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 29.2 अरब डॉलर हो गया। इस दौरान आयात भी एक साल पहले इसी माह की तुलना में 42.2 प्रतिशत बढ़कर 36.9 अरब डॉलर रहा और इस माह के लिए व्यापार घाटा 7.7 अरब डॉलर रहा। वाणिज्य सचिव राहुल खुल्लर ने संवाददाताओं को बताया कि निर्यात के लिए 29.2 अरब डॉलर का आंकड़ा काफी बड़ा है। लगभग सभी क्षेत्रों ने अच्छा प्रदर्शन किया। उन्होंने बताया कि अप्रैल-जून 2011-12 की अवधि में निर्यात 45.7 प्रतिशत बढ़कर 79 अरब डॉलर, जबकि आयात 36.2 प्रतिशत बढ़कर 110.6 अरब डॉलर रहा। इसी तरह मौजूदा वित्तवर्ष की पहली तिमाही में व्यापार घाटा 31.6 अरब डॉलर रहा। आलोच्य अवधि में अभियांत्रिकी, पेट्रोलियम उत्पाद, रत्न एवं आभूषण, रेडीमेड कपड़े तथा इलेक्ट्रानिक्स आदि क्षेत्रों का प्रदर्शन बहुत अच्छा रहा।
कैनेडी की हत्या पर अक्टूबर में आएगी नई किताब
'न्यूयॉर्क टाइम्स' के पूर्व संवाददाता और सर्वाधिक पसंदीदा लेखक फिलिप शेनॉन की आने वाली किताब में यह आरोप लगाया गया है कि वारेन आयोग के प्रयासों में 'रसूखदार' लोगों ने हस्तक्षेप किया थ।
दिवंगत राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी (जेकेएफ) की हत्या को लेकर कभी विवादित रही जांच एक नए स्वरूप में सामने आने वाली है।टिप्पणियां  'न्यूयॉर्क टाइम्स' के पूर्व संवाददाता और सर्वाधिक पसंदीदा लेखक फिलिप शेनॉन की आने वाली किताब में यह आरोप लगाया गया है कि वारेन आयोग के प्रयासों में 'रसूखदार' लोगों ने हस्तक्षेप किया थ। आयोग यह जांच कर रहा था कि डलास में 22 नवंबर, 1963 को कैनेडी पर किए गए हमले को क्या ली हर्वे ओसवाल्ड ने अकेले अंजाम दिया था? प्रकाशक हेनरी हॉल्ट एंड कंपनी ने घोषणा की कि यह अनाम पुस्तक कैनेडी की हत्या की 50वीं पुण्यतिथि के एक महीना पहले 22 अक्टूबर को रिलीज की जाएगी। शेनॉन ने सरकारी नेताओं और सरकारी रिपोर्टों पर अपनी असहमति जताई है।  'न्यूयॉर्क टाइम्स' के पूर्व संवाददाता और सर्वाधिक पसंदीदा लेखक फिलिप शेनॉन की आने वाली किताब में यह आरोप लगाया गया है कि वारेन आयोग के प्रयासों में 'रसूखदार' लोगों ने हस्तक्षेप किया थ। आयोग यह जांच कर रहा था कि डलास में 22 नवंबर, 1963 को कैनेडी पर किए गए हमले को क्या ली हर्वे ओसवाल्ड ने अकेले अंजाम दिया था? प्रकाशक हेनरी हॉल्ट एंड कंपनी ने घोषणा की कि यह अनाम पुस्तक कैनेडी की हत्या की 50वीं पुण्यतिथि के एक महीना पहले 22 अक्टूबर को रिलीज की जाएगी। शेनॉन ने सरकारी नेताओं और सरकारी रिपोर्टों पर अपनी असहमति जताई है। आयोग यह जांच कर रहा था कि डलास में 22 नवंबर, 1963 को कैनेडी पर किए गए हमले को क्या ली हर्वे ओसवाल्ड ने अकेले अंजाम दिया था? प्रकाशक हेनरी हॉल्ट एंड कंपनी ने घोषणा की कि यह अनाम पुस्तक कैनेडी की हत्या की 50वीं पुण्यतिथि के एक महीना पहले 22 अक्टूबर को रिलीज की जाएगी। शेनॉन ने सरकारी नेताओं और सरकारी रिपोर्टों पर अपनी असहमति जताई है।
निवेशकों के सतर्क रुख के बीच सेंसेक्स 18 अंक चढ़ा
बुधवार को बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 18 अंक चढ़कर 16,880.51 अंक पर बंद हुआ। गुरुवार को आने वाले महंगाई दर के आंकड़ों के मद्देनजर निवेशकों ने सतर्कता बरती।
निवेशकों के सतर्क रुख के बीच बुधवार को बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 18 अंक चढ़कर 16,880.51 अंक पर बंद हुआ। गुरुवार को आने वाले महंगाई दर के आंकड़ों के मद्देनजर निवेशकों ने सतर्कता बरती। महंगाई की दर पर बहुत हद तक 18 जून को पेश होने वाली भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति का रुख तय होगा। ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद में सेंसेक्स मंगलवार को 195 अंक चढ़ा था। एक समय 16,944.11 अंक के उच्च स्तर पर पहुंचने वाला सेंसेक्स अंत में 17.71 अंक या 0.11 फीसदी की बढ़त के साथ 16,880.51 अंक पर बंद हुआ।टिप्पणियां नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 5.55 अंक की बढ़त के साथ 5,121.45 अंक पर बंद हुआ। ब्रोकरों ने कहा कि औद्योगिक उत्पादन के निराशाजनक आंकड़ों के बाद अब मई माह के महंगाई की दर के आंकड़ों के इंतजार के बीच बाजार में उतार-चढ़ाव का सिलसिला जारी है। सेंसेक्स की 30 कंपनियों में 18 के शेयर नुकसान में रहे, जबकि शेष 12 में लाभ दर्ज हुआ। मारुति का शेयर जहां 3.38 फीसदी नीचे आया, वहीं स्टरलाइट में 2.21 प्रतिशत, एनटीपीसी में 2.16 प्रतिशत का नुकसान रहा। दूसरी ओर हिंदुस्तान यूनिलीवर में 3.03 प्रतिशत का लाभ दर्ज हुआ। ओएनजीसी में 2.83 प्रतिशत तथा एलएंडटी में 2.6 फीसद की बढ़त आई। ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद में सेंसेक्स मंगलवार को 195 अंक चढ़ा था। एक समय 16,944.11 अंक के उच्च स्तर पर पहुंचने वाला सेंसेक्स अंत में 17.71 अंक या 0.11 फीसदी की बढ़त के साथ 16,880.51 अंक पर बंद हुआ।टिप्पणियां नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 5.55 अंक की बढ़त के साथ 5,121.45 अंक पर बंद हुआ। ब्रोकरों ने कहा कि औद्योगिक उत्पादन के निराशाजनक आंकड़ों के बाद अब मई माह के महंगाई की दर के आंकड़ों के इंतजार के बीच बाजार में उतार-चढ़ाव का सिलसिला जारी है। सेंसेक्स की 30 कंपनियों में 18 के शेयर नुकसान में रहे, जबकि शेष 12 में लाभ दर्ज हुआ। मारुति का शेयर जहां 3.38 फीसदी नीचे आया, वहीं स्टरलाइट में 2.21 प्रतिशत, एनटीपीसी में 2.16 प्रतिशत का नुकसान रहा। दूसरी ओर हिंदुस्तान यूनिलीवर में 3.03 प्रतिशत का लाभ दर्ज हुआ। ओएनजीसी में 2.83 प्रतिशत तथा एलएंडटी में 2.6 फीसद की बढ़त आई। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 5.55 अंक की बढ़त के साथ 5,121.45 अंक पर बंद हुआ। ब्रोकरों ने कहा कि औद्योगिक उत्पादन के निराशाजनक आंकड़ों के बाद अब मई माह के महंगाई की दर के आंकड़ों के इंतजार के बीच बाजार में उतार-चढ़ाव का सिलसिला जारी है। सेंसेक्स की 30 कंपनियों में 18 के शेयर नुकसान में रहे, जबकि शेष 12 में लाभ दर्ज हुआ। मारुति का शेयर जहां 3.38 फीसदी नीचे आया, वहीं स्टरलाइट में 2.21 प्रतिशत, एनटीपीसी में 2.16 प्रतिशत का नुकसान रहा। दूसरी ओर हिंदुस्तान यूनिलीवर में 3.03 प्रतिशत का लाभ दर्ज हुआ। ओएनजीसी में 2.83 प्रतिशत तथा एलएंडटी में 2.6 फीसद की बढ़त आई। मारुति का शेयर जहां 3.38 फीसदी नीचे आया, वहीं स्टरलाइट में 2.21 प्रतिशत, एनटीपीसी में 2.16 प्रतिशत का नुकसान रहा। दूसरी ओर हिंदुस्तान यूनिलीवर में 3.03 प्रतिशत का लाभ दर्ज हुआ। ओएनजीसी में 2.83 प्रतिशत तथा एलएंडटी में 2.6 फीसद की बढ़त आई।
दिग्गजों की टक्कर के साथ होगा चैंपियंस लीग टी-20 का आगाज
श्रीलंका में टी-20 विश्वकप में शर्मनाक प्रदर्शन के बाद भारतीय खिलाड़ी शनिवार को शुरू हो रहे चैंपियंस लीग टी-20 क्रिकेट टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन करके लय में लौटने की कोशिश करेंगे।
श्रीलंका में टी-20 विश्वकप में शर्मनाक प्रदर्शन के बाद भारतीय खिलाड़ी शनिवार को शुरू हो रहे चैंपियंस लीग टी-20 क्रिकेट टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन करके लय में लौटने की कोशिश करेंगे। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की चार टीमें टूर्नामेंट में खेल रही हैं, जिनमें पूर्व चैंपियन मुंबई इंडियन्स, चेन्नई सुपर किंग्स, इस सत्र की विजेता कोलकाता नाइट राइडर्स के अलावा दिल्ली डेयरडेविल्स शामिल है। टी-20 विश्वकप के सुपर-आठ चरण से बाहर हुई भारतीय टीम के खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर सभी की नजरें होंगी। केकेआर और दिल्ली डेयरडेविल्स ग्रुप-ए में है, जबकि चेन्नई और मुंबई की टीमें ग्रुप-बी में हैं। इससे सेमीफाइनल में भारतीय टीमों की टक्कर की संभावना बनती है, क्योंकि हर ग्रुप से शीर्ष दो टीमें नॉकआउट चरण खेलेंगी। भारतीयों का मुकाबला हालांकि दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टी-20 टीमों से है। दक्षिण अफ्रीका की टाइटन्स और हाइवेल्ड लॉयन्स को घरेलू मैदानों पर खेलने का फायदा भी मिलेगा। इनके साथ ऑस्ट्रेलिया की पर्थ स्कोर्चर्स में शान मार्श और हर्शल गिब्स जैसे विस्फोटक बल्लेबाज हैं। ऑस्ट्रेलिया की ही सिडनी सिक्सर्स में शेन वाटसन हैं, जो टी-20 विश्वकप के प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट रहे। ऑकलैंड एसेस और यार्कशर क्वालीफायर में अपने अपने पूल में शीर्ष पर रहकर मुख्य ड्रॉ में पहुंची हैं। टूर्नामेंट में भारतीय चुनौती आईपीएल की दो बड़ी टीमों केकेआर और डेयरडेविल्स के बीच से शुरू होगी। गौतम गंभीर की अगुवाई वाली केकेआर की टीम यह साबित करने उतरेगी कि आईपीएल-5 में उनकी जीत तुक्का नहीं थी। नए कप्तान महेला जयवर्धने की अगुवाई वाली डेयरडेविल्स टूर्नामेंट में अपनी काबिलियत साबित करना चाहेगी, जिसमें वे अभी तक धमाल नहीं दिखा सके हैं।टिप्पणियां डेयरडेविल्स में डेविड वार्नर और केविन पीटरसन जैसे बड़े क्रिकेटर शामिल हैं और वीरेंद्र सहवाग को भी टूर्नामेंट के लिए फिट घोषित कर दिया गया है, जिससे दिल्ली की टीम में चैंपियन बनने के लिए सभी चीजें मौजूद हैं। टूर्नामेंट में श्रीलंका के जयवर्धने के पास भी खुद को साबित करने का मौका मिलेगा, क्योंकि उनकी टीम इस महीने के शुरू में विश्व टी-20 के फाइनल में वेस्टइंडीज से हार गई थी। जयवर्धने को टीम की जिम्मेदारी सौंपी गई थी, क्योंकि सहवाग ने बल्लेबाजी पर ध्यान लगाने के लिए कप्तानी से हटने का फैसला किया था। जयवर्धने ने हालांकि वेस्टइंडीज से हारने के बाद श्रीलंका की टी-20 टीम की कप्तानी छोड़ने का फैसला किया और यह देखना होगा कि वह इस नई जिम्मेदारी को कैसे निभाते हैं। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की चार टीमें टूर्नामेंट में खेल रही हैं, जिनमें पूर्व चैंपियन मुंबई इंडियन्स, चेन्नई सुपर किंग्स, इस सत्र की विजेता कोलकाता नाइट राइडर्स के अलावा दिल्ली डेयरडेविल्स शामिल है। टी-20 विश्वकप के सुपर-आठ चरण से बाहर हुई भारतीय टीम के खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर सभी की नजरें होंगी। केकेआर और दिल्ली डेयरडेविल्स ग्रुप-ए में है, जबकि चेन्नई और मुंबई की टीमें ग्रुप-बी में हैं। इससे सेमीफाइनल में भारतीय टीमों की टक्कर की संभावना बनती है, क्योंकि हर ग्रुप से शीर्ष दो टीमें नॉकआउट चरण खेलेंगी। भारतीयों का मुकाबला हालांकि दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टी-20 टीमों से है। दक्षिण अफ्रीका की टाइटन्स और हाइवेल्ड लॉयन्स को घरेलू मैदानों पर खेलने का फायदा भी मिलेगा। इनके साथ ऑस्ट्रेलिया की पर्थ स्कोर्चर्स में शान मार्श और हर्शल गिब्स जैसे विस्फोटक बल्लेबाज हैं। ऑस्ट्रेलिया की ही सिडनी सिक्सर्स में शेन वाटसन हैं, जो टी-20 विश्वकप के प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट रहे। ऑकलैंड एसेस और यार्कशर क्वालीफायर में अपने अपने पूल में शीर्ष पर रहकर मुख्य ड्रॉ में पहुंची हैं। टूर्नामेंट में भारतीय चुनौती आईपीएल की दो बड़ी टीमों केकेआर और डेयरडेविल्स के बीच से शुरू होगी। गौतम गंभीर की अगुवाई वाली केकेआर की टीम यह साबित करने उतरेगी कि आईपीएल-5 में उनकी जीत तुक्का नहीं थी। नए कप्तान महेला जयवर्धने की अगुवाई वाली डेयरडेविल्स टूर्नामेंट में अपनी काबिलियत साबित करना चाहेगी, जिसमें वे अभी तक धमाल नहीं दिखा सके हैं।टिप्पणियां डेयरडेविल्स में डेविड वार्नर और केविन पीटरसन जैसे बड़े क्रिकेटर शामिल हैं और वीरेंद्र सहवाग को भी टूर्नामेंट के लिए फिट घोषित कर दिया गया है, जिससे दिल्ली की टीम में चैंपियन बनने के लिए सभी चीजें मौजूद हैं। टूर्नामेंट में श्रीलंका के जयवर्धने के पास भी खुद को साबित करने का मौका मिलेगा, क्योंकि उनकी टीम इस महीने के शुरू में विश्व टी-20 के फाइनल में वेस्टइंडीज से हार गई थी। जयवर्धने को टीम की जिम्मेदारी सौंपी गई थी, क्योंकि सहवाग ने बल्लेबाजी पर ध्यान लगाने के लिए कप्तानी से हटने का फैसला किया था। जयवर्धने ने हालांकि वेस्टइंडीज से हारने के बाद श्रीलंका की टी-20 टीम की कप्तानी छोड़ने का फैसला किया और यह देखना होगा कि वह इस नई जिम्मेदारी को कैसे निभाते हैं। केकेआर और दिल्ली डेयरडेविल्स ग्रुप-ए में है, जबकि चेन्नई और मुंबई की टीमें ग्रुप-बी में हैं। इससे सेमीफाइनल में भारतीय टीमों की टक्कर की संभावना बनती है, क्योंकि हर ग्रुप से शीर्ष दो टीमें नॉकआउट चरण खेलेंगी। भारतीयों का मुकाबला हालांकि दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टी-20 टीमों से है। दक्षिण अफ्रीका की टाइटन्स और हाइवेल्ड लॉयन्स को घरेलू मैदानों पर खेलने का फायदा भी मिलेगा। इनके साथ ऑस्ट्रेलिया की पर्थ स्कोर्चर्स में शान मार्श और हर्शल गिब्स जैसे विस्फोटक बल्लेबाज हैं। ऑस्ट्रेलिया की ही सिडनी सिक्सर्स में शेन वाटसन हैं, जो टी-20 विश्वकप के प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट रहे। ऑकलैंड एसेस और यार्कशर क्वालीफायर में अपने अपने पूल में शीर्ष पर रहकर मुख्य ड्रॉ में पहुंची हैं। टूर्नामेंट में भारतीय चुनौती आईपीएल की दो बड़ी टीमों केकेआर और डेयरडेविल्स के बीच से शुरू होगी। गौतम गंभीर की अगुवाई वाली केकेआर की टीम यह साबित करने उतरेगी कि आईपीएल-5 में उनकी जीत तुक्का नहीं थी। नए कप्तान महेला जयवर्धने की अगुवाई वाली डेयरडेविल्स टूर्नामेंट में अपनी काबिलियत साबित करना चाहेगी, जिसमें वे अभी तक धमाल नहीं दिखा सके हैं।टिप्पणियां डेयरडेविल्स में डेविड वार्नर और केविन पीटरसन जैसे बड़े क्रिकेटर शामिल हैं और वीरेंद्र सहवाग को भी टूर्नामेंट के लिए फिट घोषित कर दिया गया है, जिससे दिल्ली की टीम में चैंपियन बनने के लिए सभी चीजें मौजूद हैं। टूर्नामेंट में श्रीलंका के जयवर्धने के पास भी खुद को साबित करने का मौका मिलेगा, क्योंकि उनकी टीम इस महीने के शुरू में विश्व टी-20 के फाइनल में वेस्टइंडीज से हार गई थी। जयवर्धने को टीम की जिम्मेदारी सौंपी गई थी, क्योंकि सहवाग ने बल्लेबाजी पर ध्यान लगाने के लिए कप्तानी से हटने का फैसला किया था। जयवर्धने ने हालांकि वेस्टइंडीज से हारने के बाद श्रीलंका की टी-20 टीम की कप्तानी छोड़ने का फैसला किया और यह देखना होगा कि वह इस नई जिम्मेदारी को कैसे निभाते हैं। ऑस्ट्रेलिया की ही सिडनी सिक्सर्स में शेन वाटसन हैं, जो टी-20 विश्वकप के प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट रहे। ऑकलैंड एसेस और यार्कशर क्वालीफायर में अपने अपने पूल में शीर्ष पर रहकर मुख्य ड्रॉ में पहुंची हैं। टूर्नामेंट में भारतीय चुनौती आईपीएल की दो बड़ी टीमों केकेआर और डेयरडेविल्स के बीच से शुरू होगी। गौतम गंभीर की अगुवाई वाली केकेआर की टीम यह साबित करने उतरेगी कि आईपीएल-5 में उनकी जीत तुक्का नहीं थी। नए कप्तान महेला जयवर्धने की अगुवाई वाली डेयरडेविल्स टूर्नामेंट में अपनी काबिलियत साबित करना चाहेगी, जिसमें वे अभी तक धमाल नहीं दिखा सके हैं।टिप्पणियां डेयरडेविल्स में डेविड वार्नर और केविन पीटरसन जैसे बड़े क्रिकेटर शामिल हैं और वीरेंद्र सहवाग को भी टूर्नामेंट के लिए फिट घोषित कर दिया गया है, जिससे दिल्ली की टीम में चैंपियन बनने के लिए सभी चीजें मौजूद हैं। टूर्नामेंट में श्रीलंका के जयवर्धने के पास भी खुद को साबित करने का मौका मिलेगा, क्योंकि उनकी टीम इस महीने के शुरू में विश्व टी-20 के फाइनल में वेस्टइंडीज से हार गई थी। जयवर्धने को टीम की जिम्मेदारी सौंपी गई थी, क्योंकि सहवाग ने बल्लेबाजी पर ध्यान लगाने के लिए कप्तानी से हटने का फैसला किया था। जयवर्धने ने हालांकि वेस्टइंडीज से हारने के बाद श्रीलंका की टी-20 टीम की कप्तानी छोड़ने का फैसला किया और यह देखना होगा कि वह इस नई जिम्मेदारी को कैसे निभाते हैं। गौतम गंभीर की अगुवाई वाली केकेआर की टीम यह साबित करने उतरेगी कि आईपीएल-5 में उनकी जीत तुक्का नहीं थी। नए कप्तान महेला जयवर्धने की अगुवाई वाली डेयरडेविल्स टूर्नामेंट में अपनी काबिलियत साबित करना चाहेगी, जिसमें वे अभी तक धमाल नहीं दिखा सके हैं।टिप्पणियां डेयरडेविल्स में डेविड वार्नर और केविन पीटरसन जैसे बड़े क्रिकेटर शामिल हैं और वीरेंद्र सहवाग को भी टूर्नामेंट के लिए फिट घोषित कर दिया गया है, जिससे दिल्ली की टीम में चैंपियन बनने के लिए सभी चीजें मौजूद हैं। टूर्नामेंट में श्रीलंका के जयवर्धने के पास भी खुद को साबित करने का मौका मिलेगा, क्योंकि उनकी टीम इस महीने के शुरू में विश्व टी-20 के फाइनल में वेस्टइंडीज से हार गई थी। जयवर्धने को टीम की जिम्मेदारी सौंपी गई थी, क्योंकि सहवाग ने बल्लेबाजी पर ध्यान लगाने के लिए कप्तानी से हटने का फैसला किया था। जयवर्धने ने हालांकि वेस्टइंडीज से हारने के बाद श्रीलंका की टी-20 टीम की कप्तानी छोड़ने का फैसला किया और यह देखना होगा कि वह इस नई जिम्मेदारी को कैसे निभाते हैं। डेयरडेविल्स में डेविड वार्नर और केविन पीटरसन जैसे बड़े क्रिकेटर शामिल हैं और वीरेंद्र सहवाग को भी टूर्नामेंट के लिए फिट घोषित कर दिया गया है, जिससे दिल्ली की टीम में चैंपियन बनने के लिए सभी चीजें मौजूद हैं। टूर्नामेंट में श्रीलंका के जयवर्धने के पास भी खुद को साबित करने का मौका मिलेगा, क्योंकि उनकी टीम इस महीने के शुरू में विश्व टी-20 के फाइनल में वेस्टइंडीज से हार गई थी। जयवर्धने को टीम की जिम्मेदारी सौंपी गई थी, क्योंकि सहवाग ने बल्लेबाजी पर ध्यान लगाने के लिए कप्तानी से हटने का फैसला किया था। जयवर्धने ने हालांकि वेस्टइंडीज से हारने के बाद श्रीलंका की टी-20 टीम की कप्तानी छोड़ने का फैसला किया और यह देखना होगा कि वह इस नई जिम्मेदारी को कैसे निभाते हैं। जयवर्धने को टीम की जिम्मेदारी सौंपी गई थी, क्योंकि सहवाग ने बल्लेबाजी पर ध्यान लगाने के लिए कप्तानी से हटने का फैसला किया था। जयवर्धने ने हालांकि वेस्टइंडीज से हारने के बाद श्रीलंका की टी-20 टीम की कप्तानी छोड़ने का फैसला किया और यह देखना होगा कि वह इस नई जिम्मेदारी को कैसे निभाते हैं।
अनिल कपूर और हर्षवर्धन कपूर इस बायोपिक में भी बनेंगे बाप-बेटे
अभिनव बिंद्रा पर बनने वाली बायोपिक में हर्षवर्धन बनेंगे बिंद्रा फिल्‍म में हर्षवर्धन के पिता बनेंगे उनके असली पिता अनिल कपूर पहली बार स्‍क्रीन शेयर करेंगे हर्षवर्धन और अनिल कपूर
Going to be sharing screen space for the first time with my dad in my next movie #Bindra. I'm happy to be working with my dad, but also nervous because of his stature as an actor #MixedBagOfEmotions I look forward to learning from him and also making memories. This movie just got a whole lot more special #LetsDoThis @anilskapoor A post shared by Harshvardhan Kapoor (@harshvardhankapoor) on Sep 15, 2017 at 5:11am PDT A post shared by Harshvardhan Kapoor (@harshvardhankapoor) on Sep 20, 2016 at 11:40pm PDT
46 हजार करोड़ के रक्षा सौदों पर हो सकते हैं हस्ताक्षर
रक्षा राज्यमंत्री एमएम पल्लम राजू ने बताया कि 11वीं पंचवर्षीय योजना में ऑफसेट सौदों का मूल्य 10,000 करोड़ रुपये से अधिक रहने की संभावना है।
भारत अगले पांच से दस साल में 46,000 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के रक्षा सौदों पर हस्ताक्षर कर सकता है। रक्षा राज्यमंत्री एमएम पल्लम राजू ने बताया, 11वीं पंचवर्षीय योजना में ऑफसेट सौदों का मूल्य 10,000 करोड़ रुपये से अधिक रहने की संभावना है। इसके अलावा, 4,818 करोड़ रुपये मूल्य के ऑफसेट सौदों पर बातचीत चल रही है, जबकि 31,500 करोड़ रुपये मूल्य के सौदे अन्य चरणों में हैं। रक्षा खरीद प्रक्रिया (डीपीपी) के तहत विदेशी वेंडरों को भारतीय रक्षा, नागर विमानन या आंतरित सुरक्षा क्षेत्र के 300 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के ठेकों में कम से कम 30 प्रतिशत मूल्य का काम भारतीय विनिर्माताओं से करना अनिवार्य कर दिया गया है। सशस्त्र बलों के आधुनिकीकरण पर 100 अरब डॉलर से अधिक राशि खर्च करने की भारत की योजना है। इससे ऑफसेट की शर्तों के अनुसार विदेशी कंपनियां इन क्षेत्रों में 30 अरब डॉलर के ठेकों के अनुबंध भारतीय विनिर्माताओं से कर सकते हैं। राजू ने कहा कि ऑफसेट लघु एवं मझोले उद्यमियों के लिए एक आपूर्तिकर्ता के तौर पर उभरने का अवसर प्रदान करता है। ये उद्यमी भारतीय रक्षा कंपनियों को आपूर्ति कर सकते हैं और अच्छी आमदनी कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि 9,943 करोड़ रुपये मूल्य के 12 आफसेट सौदों पर पहले ही हस्ताक्षर किए जा चुके हैं और इससे 85 से अधिक सार्वजनिक एवं निजी कंपनियां लाभान्वित हुई हैं।
शिवसेना का BJP पर हमला: 'क्या अमित शाह ने PM मोदी को भी 50:50 फॉर्मूले को लेकर...'
शिवसेना ने भारतीय जनता पार्टी पर बोला हमला 50:50 फॉर्मूले को लेकर संजय राउत ने दिया बयान 'क्या पीएम को भी 50:50 फॉर्मूले को लेकर अंधेरे में रखा गया'
संजय राउत ने इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, 'यदि शाह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 50:50 के फॉर्मूला के बारे में समय पर सूचना दी होती तो आज हम इस स्थिति का सामना नहीं कर रहे होते.' राजनीतिक संकट के चलते  महाराष्ट्र में अब राष्ट्रपति शासन लागू है. उन्होंने कहा, 'मैंने प्रधानमंत्री मोदी को (चुनाव प्रचार के दौरान) यह कहते हुए सुना कि फडणवीस महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बने रहेंगे, लेकिन हमने शिष्टाचार बनाए रखा और इस पर आपत्ति नहीं की क्योंकि हमने इसे अपने लिए राजनीतिक संदेश के रूप में नहीं देखा.' राज्यसभा सदस्य ने कहा, 'मुझे आश्चर्य है कि क्या भाजपा के शीर्ष नेताओं ने उसके और शिवसेना के बीच हुए सीट बंटवारा समझौते को लेकर मोदी को अंधेरे में रखा?' उन्होंने कहा कि शाह और ठाकरे के बीच शिवसेना प्रमुख के आवास पर (लोकसभा चुनाव से पहले फरवरी में) बैठक हुई थी. राउत ने कहा, 'यह दिवंगत बालासाहेब ठाकरे का ड्राइंग रूम था, लेकिन हमारे लिए यह मंदिर है. बातचीत मंदिर में हुई थी. यदि कोई कहता है कि कोई वायदा नहीं किया गया तो यह मंदिर, बालासाहेब ठाकरे और महाराष्ट्र का अपमान है.' उन्होंने कहा कि शिवसैनिकों के लिए यह कमरा एक 'पवित्र स्थल' है. बता दें कि अमित शाह ने बुधवार को एक बयान में कहा था कि निजी बातचीत में हुई चीजों को सार्वजनिक करना भाजपा का सिद्धांत नहीं है. बयान में 30 साल पुराने गठबंधन घटकों-भाजपा और शिवसेना के बीच समझौते के ब्यौरे के बारे में कुछ नहीं कहा गया. राउत ने कहा, 'जब बंद दरवाजे में किए गए वायदे को पूरा नहीं किया जाता तो तभी यह बाहर आता है. हमने राजनीति में कभी व्यापार नहीं किया, न ही हम राजनीति को लाभ-हानि के दृष्टिकोण से देखते हैं. हम इसे इसलिए सार्वजनिक कर रहे हैं, क्योंकि यह हमारे आत्म-सम्मान के बारे में है.'
विकेटकीपर बल्‍लेबाज ऋषभ पंत को भी मिला ICC का यह खास अवार्ड...
एमर्जिंग प्‍लेयर ऑफ द ईयर घोषित किए गए पंत आईसीसी की 2018 की टेस्‍ट टीम में मिली जगह इस टीम में विराट और बुमराह के साथ हैं शामिल
क्रिकेट की शीर्ष संस्‍था ICC के अवार्ड्स (ICC Awards) में भारतीय टीम के विकेटकीपर बल्‍लेबाज ऋषभ पंत (Rishabh Pant) की प्रतिभा को भी खास माना गया है. 21 साल के पंत को आईसीसी मैंस एमर्जिंग क्रिकेटर ऑफ द ईयर (ICC Men's Emerging Cricketer of the Year) 2018 का अवार्ड प्रदान किया है. इसके साथ ही आईसीसी ने युवा पंत (Rishabh Pant) को अपनी वर्ष 2018 की टेस्‍ट टीम में भी जगह दी है. इस टेस्‍ट टीम की कप्‍तानी विराट कोहली को सौंपी गई है तथा इसमें विराट और पंत के अलावा जसप्रीत बुमराह भी शामिल हैं. गौरतलब है कि पंत अब तक 9 टेस्‍ट, 3 वनडे और 10 टी20 इंटरनेशनल मैच खेल चुके हैं. ICC अवार्ड्स में कोहली का जलवा, टेस्‍ट और वनडे के अलावा वर्ष 2018 के सर्वश्रेष्‍ठ क्रिकेटर भी घोषित Congratulations to @RishabPant777, the ICC Men's Emerging Cricketer of the Year 2018! He became the first Indian wicket-keeper to score a Test century in England, and equalled the record for the most catches taken in a Test, with 11 in Adelaide in December.#ICCAwardspic.twitter.com/s5yQBuwWlv नौ टेस्‍ट में ही ऋषभ पंत (Rishabh Pant) दो शतक और दो अर्धशतक जमा चुके हैं. ऑस्‍ट्रेलिया के खिलाफ हाल ही में संपन्‍न हुई चार टेस्‍ट की सीरीज में पंत ने विकेटकीपिंग के अलावा बल्‍लेबाजी में भी शानदार प्रदर्शन किया था. वे चेतेश्‍वर पुजारा के बाद टेस्‍ट सीरीज में सबसे ज्‍यादा रन बनाने वाले बल्‍लेबाज रहे थे. पंत का टेस्‍ट में बल्‍न्‍लेबाजी औसत 49.71 का है और नाबाद 159 रन उनका सर्वोच्‍च स्‍कोर है. तीन वनडे में पंत ने 41 और 10 टी20 इंटरनेशनल में 157 रन बनाए हैं. बाएं हाथ से बल्‍लेबाजी करने वाले ऋषभ पंत (Rishabh Pant) इंग्‍लैंड में टेस्‍ट शतक जमाने वाले भारत के पहले विकेटकीपर हैं. ऑस्‍ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज के दौरान एडिलेड टेस्‍ट में पंत ने 11 कैच लेकर किसी एक मैच में बतौर विकेटकीपर सर्वाधिक कैच लेने के रिकॉर्ड की बराबरी की थी. पंत के अलावा दक्षिण अफ्रीका के एबी डिविलियर्स और इंग्‍लैंड के जैक रसेल ही विकेटकीपर के तौर पर यह उपलब्धि हासिल कर पाए हैं. आईसीसी अवार्ड्स में भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली को ICC का  वनडे तथा टेस्ट क्रिकेटर ऑफ द ईयर घोषित किया गया है. इसके साथ ही विराट को क्रिकेटर ऑफ द ईयर भी घोषित किया गया है. पिछले 86 साल में जो किरमानी और धोनी नहीं कर सके, वह ऋषभ पंत ने कर डाला
दक्षिण दिल्ली : 146 पुलिस कर्मियों की टीम; 2 झपटमार, पकड़ा गया एक!
एक चेन लुटेरा पुलिस के सामने फायरिंग करते हुए फरार हो गया टीवीएस अपाचे बाइक पर बैठकर करते थे वारदातें दोनों आरोपी स्कूल में साथ पढ़े और तभी से कर रहे हैं झपटमारी
पकड़े गए झपटमार की पहचान 26 साल के विनीत वर्मा के रूप में हुई है जो लोनी का रहने वाला है. उसके फरार साथी का नाम अमित है. दोनों स्कूल में साथ पढ़े हैं और तभी से झपटमारी कर रहे हैं. पुलिस ने विनीत के पास से लूटी गईं सात चेन बरामद की हैं जबकि झपटमारी के 27 मामले सुलझ गए हैं.
लीग विवाद पर बीसीसीआई से चर्चा करेगा श्रीलंकाई बोर्ड
भारतीय क्रिकेट बोर्ड द्वारा अपने खिलाड़ियों को श्रीलंकाई प्रीमियर लीग में भाग लेने की अनुमति देने से इनकार करने के बाद देश का क्रिकेट बोर्ड इस मामले पर बैठक करके विचार-विमर्श करेगा।
भारतीय क्रिकेट बोर्ड द्वारा अपने खिलाड़ियों को श्रीलंकाई प्रीमियर लीग में भाग लेने की अनुमति देने से इनकार करने के बाद देश का क्रिकेट बोर्ड इस मामले पर बैठक करके विचार-विमर्श करेगा। श्रीलंका क्रिकेट के सचिव निशांता रणतुंगे ने कहा, अंतरिम समिति ने इस मुद्दे पर चर्चा के लिए सोमवार को बैठक बुलाई है। कुछ भी कहना जल्दबाजी है, क्योंकि हमें स्थिति का अध्ययन करना है। बीसीसीआई ने भारत के 12 खिलाड़ियों- प्रवीण कुमार, मुनाफ पटेल, इरफान पठान, दिनेश कार्तिक, आर अश्विन, रविंद्र जडेजा, मनोज तिवारी, सौरभ तिवारी, उमेश यादव, विनय कुमार, मनीष पांडे और पॉल वालथाटी को अनापत्ति प्रमाण पत्र देने से इनकार कर दिया है। बीसीसीआई का कहना है कि श्रीलंकाई प्रीमियर लीग इस देश के क्रिकेट बोर्ड द्वारा नहीं, बल्कि इसकी जगह सिंगापुर की एक निजी कंपनी द्वारा आयोजित हो रही है। बीसीसीआई इस बात से चिंतित है कि इस प्रीमियर लीग के लिए किए गए अनुबंध श्रीलंकाई बोर्ड नहीं, बल्कि सोमरसेट एंटरटेनमेंट नाम की एक निजी कंपनी द्वारा किए जाऐंगे। रणतुंगे ने भारत के फैसले के बारे में कहा, वे (सोमरसेट एंटरटेनमेंट) श्रीलंकाई क्रिकेट की मार्केटिंग कंपनी है।
बाल ठाकरे ने बाबा रामदेव को लिया आड़े हाथों
बाल ठाकरे ने 'सामना' में लिखे अपने लेख में कहा है कि रामदेव का कालाधन वापस लाने के मुद्दे पर शरद पवार से मिलकर समर्थन मांगना और पवार का रामदेव को समर्थन देना एक मजाक है।
शिवसेना सुप्रीमो बाल ठाकरे ने अपनी पार्टी के मुखपत्र 'सामना' में बाबा रामदेव पर निशाना साधा है। ठाकरे ने लिखा है कि एक तरफ नेताओं की नीयत पर सवाल उठाना और दूसरी तरफ उनसे मिलकर समर्थन मांगना कितना सही है। उन्होंने कहा है कि बाबा रामदेव का कालाधन वापस लाने के मुद्दे पर शरद पवार से मिलकर समर्थन मांगना और पवार का बाबा रामदेव को समर्थन देना एक मजाक है।टिप्पणियां उन्होंने लेख में रामदेव से सवाल किया है कि सोनिया और राहुल गांधी से मिलकर क्या वह बोफोर्स घोटाले का काला धन वापस लाने के लिए कहेंगे? गौरतलब है कि रामदेव ने कहा था कि वह सोनिया गांधी समेत सभी प्रमुख पार्टियों के नेताओं से मिलकर कालेधन के मुद्दे पर समर्थन मांगेंगे। रामदेव ने सोनिया गांधी से मिलने के लिए समय भी मांगा है। उन्होंने कहा है कि बाबा रामदेव का कालाधन वापस लाने के मुद्दे पर शरद पवार से मिलकर समर्थन मांगना और पवार का बाबा रामदेव को समर्थन देना एक मजाक है।टिप्पणियां उन्होंने लेख में रामदेव से सवाल किया है कि सोनिया और राहुल गांधी से मिलकर क्या वह बोफोर्स घोटाले का काला धन वापस लाने के लिए कहेंगे? गौरतलब है कि रामदेव ने कहा था कि वह सोनिया गांधी समेत सभी प्रमुख पार्टियों के नेताओं से मिलकर कालेधन के मुद्दे पर समर्थन मांगेंगे। रामदेव ने सोनिया गांधी से मिलने के लिए समय भी मांगा है। उन्होंने लेख में रामदेव से सवाल किया है कि सोनिया और राहुल गांधी से मिलकर क्या वह बोफोर्स घोटाले का काला धन वापस लाने के लिए कहेंगे? गौरतलब है कि रामदेव ने कहा था कि वह सोनिया गांधी समेत सभी प्रमुख पार्टियों के नेताओं से मिलकर कालेधन के मुद्दे पर समर्थन मांगेंगे। रामदेव ने सोनिया गांधी से मिलने के लिए समय भी मांगा है। गौरतलब है कि रामदेव ने कहा था कि वह सोनिया गांधी समेत सभी प्रमुख पार्टियों के नेताओं से मिलकर कालेधन के मुद्दे पर समर्थन मांगेंगे। रामदेव ने सोनिया गांधी से मिलने के लिए समय भी मांगा है।
41 फीसद की मूल्य वृद्धि चाहती हैं खाद्य-पेय कंपनियां
एक सर्वे से जाहिर हो रहा है कि खाद्य एवं पेय उत्पाद बनाने वाली 41 प्रतिशत कंपनियां आगामी 12 महीनों में अपने सामान के दामों में बढ़ोतरी करने वाली हैं।
आने वाले महीनों में भारतीय उपभोक्ताओं की जेब पर और बोझ पड़ने वाला है। एक सर्वे से जाहिर हो रहा है कि खाद्य एवं पेय उत्पाद बनाने वाली 41 प्रतिशत कंपनियां आगामी 12 महीनों में अपने सामान के दामों में बढ़ोतरी करने वाली हैं। वैश्विक परामर्शक कंपनी ग्रांट थार्नटन की रपट में कहा कि भारत में 41 फीसद खाद्य एवं पेय कंपनियां अपने उत्पादों की कीमत में की बढ़ोतरी कर सकती हैं। पिछले साल के अगस्त से सितंबर के दौरान किए गए सालाना सर्वेक्षण में सिर्फ 12 फीसद बढ़ोतरी की उम्मीद जाहिर की गई थी। खाद्य एवं पेय कंपनियों के कीमत बढ़ाने से भारतीय उपभोक्ताओं पर और दबाव बढ़ेगा क्योंकि अपर्याप्त लाजिस्टिक व भंडारण से जुड़े बुनियादी ढांचे की कमी और आयात पर निर्भरता के कारण जिंसों की कीमत पहले से ही अधिक है। खाद्य मुद्रास्फीति पिछले दिसंबर से नौ फीसद के उपर बनी हुई है। इस रपट के बारे में ग्रांट थार्नटन इंडिया के निदेशक (ग्राहक सेवा) पियूष पटोदिया ने कहा कि भारत में कारोबारी माहौल अच्छा है। उन्होंने कहा आर्थिक संपन्नता की दिशा में आगे बढ़ रही किसी भी विकासशील अर्थव्यवस्था में खाद्य एवं पेय की कीमत सबसे पहले बढ़ती है। पटोदिया ने कहा भारतीय उपभोक्ता न सिर्फ उपभोग बढा रहे हंै बल्कि बेहतरीन चीजों की मांग कर रहे हैं। इससे विदेशी खाद्य एवं पेय कंपनियों के लिए नए अवसर पैदा हो रहे हैं।
दूसरा भगोड़ा भी घर में, ग़लती भी मान ली...
एनडीटीवी ने फिरोज़ अब्दुल रशीद ख़ान को खोज निकाला है। फिरोज़ अब्दुल रशीद ख़ान मुंबई की आर्थर रोड जेल में बंद है।
एनडीटीवी ने फिरोज़ अब्दुल रशीद ख़ान को खोज निकाला है। फिरोज़ अब्दुल रशीद ख़ान मुंबई की आर्थर रोड जेल में बंद है। रशीद ख़ान का नाम उन 50 मोस्ट वांटेड लोगों की सूची में है जिन्हें भारत ने पाकिस्तान को सौंपी है। फिरोज़ अब्दुल रशीद ख़ान 1993 के मुंबई धमाकों के आरोप में जेल में बंद है। इससे पहले वज़हुल क़मर को भी मुंबई में ही खोज निकाला था। जिस पर गृह मंत्रालय ने सफाई दी थी कि मुंबई पुलिस और आईबी की गलती से ऐसा हो गया। मगर एनडीटीवी इंडिया की रिपोर्टर रश्मि राजपूत ने फिरोज़ अब्दुल रशीद ख़ान को खोज निकाला। रात आठ बजे जब इस ख़बर को एनडीटीवी इंडिया और एनडीटीवी 24x7 ने ब्रेक किया तो गृह मंत्रालय और सीबीआई के फोन घनघनाने लगे। कभी कहा जाने लगा कि मोस्ट वांटेड की सूची में एक और नाम में गडबड़ी तो है मगर पता नहीं यह शख्स फिरोज अब्दुल रशीद खान है या नहीं। फिर यह कहा जाने लगा कि नाम और शक्ल तो वही है मगर केस नंबर अलग है। धीरे−धीरे जब हम अपनी इस खबर पर आश्वस्त होते चले गए तो बाद में सीबीआई और गृह मंत्रालय दोनों दफ्तरों से कहा जाने लगा कि हमारी ख़बर सही है। इससे पहले कमर वज़हुल का नाम भी सामने आया था। गृह मंत्रालय ने कहा है कि इस मामले में सीबीआई से गलती हुई है। सीबीआई के अफसर फिरोज़ अब्दुल रशीद ख़ान का नाम 50 मोस्ट वॉन्टेड की लिस्ट से हटाना भूल गए। वैसे सीबीआई के सूत्र इस मामले में कसूरवार पाए जाने वाले अफसरों पर कार्रवाई करने की बात कह रहे हैं। इस बीच कांग्रेस के नेता दिग्विजय सिंह ने गृह मंत्री पी चिदंबरम से सफाई देने के लिए कहा।
बिजली के लिए विश्व बैंक से 113 अरब रुपये की मांग
पूर्वोत्तर के आठ राज्यों में बिजली की आपूर्ति के लिए केंद्रीय बिजली मंत्रालय ने विश्व बैंक से 113 अरब रुपये के कर्ज की मांग की है।
पूर्वोत्तर के आठ राज्यों में बिजली की आपूर्ति एवं पारेषण की एक महत्वाकांक्षी परियोजना के लिए केंद्रीय बिजली मंत्रालय ने विश्व बैंक से 113 अरब रुपये के कर्ज की मांग की है। पूर्वोत्तर परिषद की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है, "केंद्रीय बिजली मंत्रालय ने हाल ही में विश्व बैंक के समक्ष 11,348.5 करोड़ रुपये का प्रस्ताव पेश किया है।" बयान में कहा गया है, "पूवरेत्तर के राज्यों विशेषकर अरुणाचल प्रदेश में 63,257 मेगावाट पनबिजली पैदा करने की क्षमता है। अरुणाचल प्रदेश में 2000 मेगावाट की क्षमता वाला सबसे बड़ा पनबिजली संयंत्र लोवर सुबांसिरी के वर्ष 2013-2015 के बीच पूरा होने की सम्भावना है।" नई दिल्ली में 16-17 जून को आयोजित पूर्वोत्तर परिषद की 60वीं बैठक में क्षेत्र में बिजली की स्थिति पर चर्चा की गई। परिषद की बैठक की अध्यक्षता केंद्रीय पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री बी. के. हांडिक ने की। बैठक में पूर्वोत्तर के आठों राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल हुए।
गिलानी के बेटे पर 7 अरब के ड्रग घोटाले का आरोप
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी के बेटे अली मुसा गिलानी का नाम ड्रग कोटा अलॉटमेंट घोटाले में सामने आया है।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी के बेटे अली मुसा गिलानी का नाम ड्रग कोटा अलॉटमेंट घोटाले में सामने आया है। यह घोटाला पाकिस्तानी मुद्रा में सात अरब रुपये का है। पाकिस्तान सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस इफ्तिखार चौधरी की अगुवाई में तीन जजों की बेंच ने गुरुवार को इस मामले की सुनवाई की। पाकिस्तान की एंटी नार्कोटिक्स फोर्स ने यह केस दायर किया है। केस में पाकिस्तान के स्वास्थ्य मंत्रालय पर मुल्तान की दो कंपनियों को गैर कानूनी तरीके से इफेड्रीन नाम की दवा का कोटा देने का आरोप है। पाकिस्तान सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस इफ्तिखार चौधरी की अगुवाई में तीन जजों की बेंच ने गुरुवार को इस मामले की सुनवाई की। पाकिस्तान की एंटी नार्कोटिक्स फोर्स ने यह केस दायर किया है। केस में पाकिस्तान के स्वास्थ्य मंत्रालय पर मुल्तान की दो कंपनियों को गैर कानूनी तरीके से इफेड्रीन नाम की दवा का कोटा देने का आरोप है।
गिरिराज सिंह ने पूछा सवाल- क्या हिंदुस्तान में इस्लाम सिर्फ बच्चा पैदा करने की फैक्ट्री है?
गिरिराज सिंह ने बदरुद्दीन अजमल से पूछा सवाल ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट के प्रमुख हैं बदरुद्दीन अजमल क्या हिंदुस्तान में इस्लाम सिर्फ बच्चा पैदा करने की फैक्ट्री है- गिरिराज
केंद्रीय मंत्री और बिहार के बेगूसराय से सांसद गिरिराज सिंह (Giriraj Singh) ने जनसंख्या नियंत्रण के लिए उठाए गए कदम पर असम सरकार को धन्यवाद देते हुए मंगलवार को ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट के प्रमुख बदरुद्दीन अजमल से पूछा कि क्या उनकी नजर में हिंदुस्तान में इस्लाम सिर्फ बच्चा पैदा करने की फैक्ट्री है. गिरिराज ने मंगलवार को ट्वीट कर कहा, ‘‘बदरुद्दीन अजमल की नजर में हिंदुस्तान में इस्लाम क्या सिर्फ बच्चा पैदा करने की फैक्ट्री है ..क्या ईरान, इंडोनेशिया, मलेशिया इत्यादि देशों में इस्लाम नहीं है जहां जनसंख्या नियंत्रण के लिए कारगर उपाय किए गए हैं.'' उन्होंने कहा, '1951 में देश की जनसंख्या 36 करोड़ थी जो अब 137 करोड़ हो गई, हर साल 2 करोड़ की जनसंख्या वृद्धि हो रही है.' केंद्रीय मंत्री ने कहा, 'असम सरकार को धन्यवाद देता हूं कि जो काम हिंदुस्तान में बहुत पहले हो जाना चाहिए था उन्होंने वो कर दिखाया.' उन्होंने कहा, 'विस्फोटक जनसंख्या संसाधन, विकास एवं सामाजिक समरसता के लिए विस्फोटक समस्या बन गई है.' अपने संसदीय क्षेत्र बेगूसराय में बढे़ अपराध के बारे में गिरिराज ने कहा, 'बेगूसराय में अपराध चरम पर है और हाल यह है कि एक हत्या पीड़ित से मिलने जाता हूं तब तक दूसरी हत्या हो जाती है, पिछले 72 घंटों में 10 लोगों पर गोली चली है जिसमें 7 मौत हुई है. इस तरह से नहीं चलेगा और आज मैं पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों से बात करूंगा.' बजलपुरा, तेघड़ा एवं मचहा में पीड़ित परिवार से मिले गिरिराज ने पुलिस अधीक्षक से मुलाकात का जिक्र करते हुए कहा, 'बेगूसराय में बढ़ती आपराधिक घटनाओं के मद्देनजर जिले के पुलिस अधीक्षक के साथ बैठक की और उन्होंने आश्वासन दिया है कि इसमें सुधार किया जाएगा.'
सड़क हादसे में कोर्ट ने पीड़ित को ही बताया उसकी खुद की मौत का दोषी
पीड़ित शराब के नशे में था और उसने हेलमेट नहीं पहन रखा था कोर्ट ने कहा-हादसा मृतक (पीड़ित) की वजह से हुआ मृतक ने कानून का पालन नहीं किया
सड़क हादसे में एक व्यक्ति की मौत के आरोपी को शहर की एक अदालत ने बरी कर दिया और पीड़ित को उसकी खुद की मौत का दोषी करार दिया क्योंकि पीड़ित शराब के नशे में था और बाइक चलाते वक्त उसने हेलमेट नहीं पहन रखा था. अदालत ने तेज गति और लापरवाही से गाड़ी चलाने तथा इसकी वजह से किसी की मौत का कारण बनने के आरोपों से केरल निवासी नेबू मैथ्यू को बरी करते हुए कहा, हादसा मृतक (पीड़ित) की वजह से हुआ, कानून का पालन उसने नहीं किया था.टिप्पणियां अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट संदीप गर्ग ने कहा, मृतक की मेडिकल रिपोर्ट को देखने पर पता चलता है कि उसने मोटरसाइकिल चलाते वक्त हेलमेट नहीं पहना था और वह शराब के नशे में भी था. इससे यह साबित होता है कि यह मृतक ही था जिसकी वजह से दुर्घटना हुई और उसी ने कानून का उल्लंघन किया था. मामला 27 अक्तूबर 2012 का है. दक्षिण दिल्ली के साकेत इलाके में पीड़ित विक्रांत की बाइक और आरोपी नेबू मैथ्यू की बाइक के बीच टक्कर हो गई थी. हादसे में विक्रांत की मौत हो गई थी और उसकी बाइक पर पीछे बैठी चांदनी ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई थी. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) अदालत ने तेज गति और लापरवाही से गाड़ी चलाने तथा इसकी वजह से किसी की मौत का कारण बनने के आरोपों से केरल निवासी नेबू मैथ्यू को बरी करते हुए कहा, हादसा मृतक (पीड़ित) की वजह से हुआ, कानून का पालन उसने नहीं किया था.टिप्पणियां अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट संदीप गर्ग ने कहा, मृतक की मेडिकल रिपोर्ट को देखने पर पता चलता है कि उसने मोटरसाइकिल चलाते वक्त हेलमेट नहीं पहना था और वह शराब के नशे में भी था. इससे यह साबित होता है कि यह मृतक ही था जिसकी वजह से दुर्घटना हुई और उसी ने कानून का उल्लंघन किया था. मामला 27 अक्तूबर 2012 का है. दक्षिण दिल्ली के साकेत इलाके में पीड़ित विक्रांत की बाइक और आरोपी नेबू मैथ्यू की बाइक के बीच टक्कर हो गई थी. हादसे में विक्रांत की मौत हो गई थी और उसकी बाइक पर पीछे बैठी चांदनी ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई थी. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट संदीप गर्ग ने कहा, मृतक की मेडिकल रिपोर्ट को देखने पर पता चलता है कि उसने मोटरसाइकिल चलाते वक्त हेलमेट नहीं पहना था और वह शराब के नशे में भी था. इससे यह साबित होता है कि यह मृतक ही था जिसकी वजह से दुर्घटना हुई और उसी ने कानून का उल्लंघन किया था. मामला 27 अक्तूबर 2012 का है. दक्षिण दिल्ली के साकेत इलाके में पीड़ित विक्रांत की बाइक और आरोपी नेबू मैथ्यू की बाइक के बीच टक्कर हो गई थी. हादसे में विक्रांत की मौत हो गई थी और उसकी बाइक पर पीछे बैठी चांदनी ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई थी. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
ओबीसी आरक्षण पर केंद्र का बड़ा फैसला, क्रीमी लेयर की सीमा 6 लाख सालाना से 8 लाख तक बढ़ाई
केंद्र सरकार का बड़ा फैसला ओबीसी आरक्षण में बदलाव क्रीमी लेयर की सीमा 8 लाख सालाना की गई
दरअसल देखा यह गया था कि इस वर्ग में आरक्षित सीटें हर साल बड़ी मात्रा में खाली रह जाती थीं और इसका फायदा किसी को भी नहीं मिल पाता था क्योंकि नियम था कि 6 लाख सालाना से कम आय वर्ग वाले ही इस कोटे का लाभ उठा सकते हैं.
धांसू अंदाज में बॉक्सिंग करती नजर आईं कैटरीना कैफ, Video पोस्ट कर बोलीं- बहुत जल्द ही कुछ स्पेशल...
कैटरीना कैफ का बॉक्सिंग वीडियो हुआ वायरल वीडियो पोस्ट कर एक्ट्रेस ने बढ़ाई फैन्स में एक्साइटमेंट सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है वीडियो
बॉलीवुड एक्ट्रेस कैटरीना कैफ (Katrina Kaif) अपने खूबसूरत अंदाज और फिटनेस को लेकर काफी सुर्खियोंं में रहती हैं. अक्सर कैटरीना कैफ (Katrina Kaif Video) के जिम वीडियो भी इंटरनेट पर वायरल होते रहते हैं. एक्ट्रेस खुद भी सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहती हैं. हाल ही में, कैटरीना कैफ का एक वीडियो  खूब वायरल हो रहा है. इस वीडियो में एक्ट्रेस का बिल्कुल ही अलग अंदाज देखने को मिल रहा है क्योंकि इस वीडियो में कैटरीना कैफ बॉक्सिंग करती नजर आ रही हैं. इस वीडियो को कैटरीना ने खुद अपने इंस्टाग्राम एकाउंट से शेयर किया है. मेकअप को लेकर ट्रोल हुईं रानू मंडल तो सपोर्ट में उतरे फैन्स, लगा डाली ट्रोलर्स की क्लास... Ok so maybe mayweather isn't quite shaking in his boots ...but I'm getting there ... something special coming soonnnnnnnn A post shared by Katrina Kaif (@katrinakaif) on Nov 18, 2019 at 3:27am PST अपने वीडियो को फैन्स के साथ शेयर करते हुए कैटरीना कैफ (Katrina Kaif) ने कैप्शन भी काफी मजेदार लिखा है. उनका इस पोस्ट को देखकर लग रहा है कि जल्द ही एक्ट्रेस फैन्स को बड़ा सरप्राइज देने वाली हैं. इसके लिए कैटरीना ने कैप्शन में लिखा, 'कुछ बहुत स्पेशल जल्द ही आने वाला है.' एक्ट्रेस के इस वीडियो पर फैन्स भी खूब रिएक्ट कर रहे हैं और अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं.  Marjaavaan Box Office Collection Day 4: सिद्धार्थ मल्होत्रा की फिल्म 'मरजावां' ने चौथे दिन भी किया धमाका, कमा डाले इतने करोड़ वहीं, वर्क फ्रंट की बात करें तो सलमान खान (Salman Khan) के साथ फिल्म 'भारत (Bharat)' में धमाका करने के बाद अब जल्द ही एक्ट्रेस कैटरीना कैफ (Katrina Kaif), अक्षय कुमार के साथ फिल्म 'सूर्यवंशी (Sooryavanshi)' में नजर आने वाली हैं. अक्षय कुमार और कैटरीना कैफ स्टारर यह फिल्म अगले साल 27 मार्च को रिलीज होगी. इस फिल्म को लेकर फैन्स में काफी एक्साइटमेंट है.
'इंटरनेट का उपयोग सशक्तिकरण के लिए हो, गड़बड़ी फैलाने के लिए नहीं'
दूरसंचार मंत्री कपिल सिब्बल ने कहा कि इंटरनेट सूचना एवं संवाद का सशक्त माध्यम बन गया है, पर इसका उपयोग सशक्तिकरण के लिए किया जाना चाहिए न कि गड़बड़ी फैलाने के लिए।
दूरसंचार मंत्री कपिल सिब्बल ने कहा कि इंटरनेट सूचना एवं संवाद का सशक्त माध्यम बन गया है, पर इसका उपयोग सशक्तिकरण के लिए किया जाना चाहिए न कि गड़बड़ी फैलाने के लिए। उन्होंने कहा, यह मानी हुई बात है कि यह माध्यम सशक्तिकरण के लिए है न कि गड़बड़ी फैलाने के लिए। किसी भी प्रौद्योगिकी का उपयोग किसी भी तरीके से किया जा सकता है जैसे परमाणु से बिजली पैदा हो सकती है या फिर हिरोशिमा जैसी घटना हो सकती है। उन्होंने गूगल के बिग टेंट ऐक्टिवेट सम्मेलन में कहा, इंटरनेट करोड़ों परमाणुओं की ऊर्जा के समान है। इन परमाणुओं का इस्तेमाल मानवजाति की भलाई के लिए किया जाना चाहिए। आत्म नियंत्रण के संबंध में सिब्बल ने कहा कि इंटरनेट पर किसी की निगरानी करना मुश्किल है इसलिए अपने ऊपर खुद अनुशासन रखना होगा। उन्होंने कहा, यह ऐसा मंच है, जिसके जरिये हमें रोजाना एक-दूसरे संपर्क रखने और कुछ नियमों का पालन भी करने की जरूरत है। बगैर नियम के आप क्रिकेट या बेसबॉल नहीं खेल सकते। सिब्बल ने कहा, अब इन नियमों को खुद अपने ऊपर लागू करना होगा। मेरे हिसाब से इंटरनेट निगरानी विरोधाभासी है। आप नेट पर किसी की निगरानी कैसे कर सकते हैं... नहीं कर सकते। नेट को स्वयं अपने ऊपर नियंत्रण करना चाहिए। यह पूछने पर कि आत्मनियंत्रण के संबंध में उनका इशारा किसकी ओर है, सिब्बल ने संवाददाताओं से कहा,  कोई भी, टेलीविजन से जुड़े लोग हो सकते हैं .. कोई भी जो समाचार प्रेषित करते हैं। इस सम्मेलन का आयोजन इंटरनेट और भारतीय अर्थव्यवस्था, राजनीति, संस्कृति और समाज पर इसके असर पर चर्चा के लिए किया गया है।टिप्पणियां इंटरनेट पर सूचना साझा करने के संबंध में आत्मनियंत्रण की जरूरत पर जोर देते हुए सिब्बल ने कहा कि मीडिया को समाचार प्रेषित करने में अपनी भूमिका समझने की जरूरत है कि इससे लोग सशक्त हों न कि गड़बड़ी पैदा हो। उन्होंने कहा, तेरा तो हक है खबर चलाना, कुछ मेरे भी हक है मत भूल जाना ... ’’ सिब्बल ने कहा कि इंटरनेट समानता लाने का शायद सबसे सशक्त माध्यम है। उन्होंने कहा, यह मानी हुई बात है कि यह माध्यम सशक्तिकरण के लिए है न कि गड़बड़ी फैलाने के लिए। किसी भी प्रौद्योगिकी का उपयोग किसी भी तरीके से किया जा सकता है जैसे परमाणु से बिजली पैदा हो सकती है या फिर हिरोशिमा जैसी घटना हो सकती है। उन्होंने गूगल के बिग टेंट ऐक्टिवेट सम्मेलन में कहा, इंटरनेट करोड़ों परमाणुओं की ऊर्जा के समान है। इन परमाणुओं का इस्तेमाल मानवजाति की भलाई के लिए किया जाना चाहिए। आत्म नियंत्रण के संबंध में सिब्बल ने कहा कि इंटरनेट पर किसी की निगरानी करना मुश्किल है इसलिए अपने ऊपर खुद अनुशासन रखना होगा। उन्होंने कहा, यह ऐसा मंच है, जिसके जरिये हमें रोजाना एक-दूसरे संपर्क रखने और कुछ नियमों का पालन भी करने की जरूरत है। बगैर नियम के आप क्रिकेट या बेसबॉल नहीं खेल सकते। सिब्बल ने कहा, अब इन नियमों को खुद अपने ऊपर लागू करना होगा। मेरे हिसाब से इंटरनेट निगरानी विरोधाभासी है। आप नेट पर किसी की निगरानी कैसे कर सकते हैं... नहीं कर सकते। नेट को स्वयं अपने ऊपर नियंत्रण करना चाहिए। यह पूछने पर कि आत्मनियंत्रण के संबंध में उनका इशारा किसकी ओर है, सिब्बल ने संवाददाताओं से कहा,  कोई भी, टेलीविजन से जुड़े लोग हो सकते हैं .. कोई भी जो समाचार प्रेषित करते हैं। इस सम्मेलन का आयोजन इंटरनेट और भारतीय अर्थव्यवस्था, राजनीति, संस्कृति और समाज पर इसके असर पर चर्चा के लिए किया गया है।टिप्पणियां इंटरनेट पर सूचना साझा करने के संबंध में आत्मनियंत्रण की जरूरत पर जोर देते हुए सिब्बल ने कहा कि मीडिया को समाचार प्रेषित करने में अपनी भूमिका समझने की जरूरत है कि इससे लोग सशक्त हों न कि गड़बड़ी पैदा हो। उन्होंने कहा, तेरा तो हक है खबर चलाना, कुछ मेरे भी हक है मत भूल जाना ... ’’ सिब्बल ने कहा कि इंटरनेट समानता लाने का शायद सबसे सशक्त माध्यम है। उन्होंने गूगल के बिग टेंट ऐक्टिवेट सम्मेलन में कहा, इंटरनेट करोड़ों परमाणुओं की ऊर्जा के समान है। इन परमाणुओं का इस्तेमाल मानवजाति की भलाई के लिए किया जाना चाहिए। आत्म नियंत्रण के संबंध में सिब्बल ने कहा कि इंटरनेट पर किसी की निगरानी करना मुश्किल है इसलिए अपने ऊपर खुद अनुशासन रखना होगा। उन्होंने कहा, यह ऐसा मंच है, जिसके जरिये हमें रोजाना एक-दूसरे संपर्क रखने और कुछ नियमों का पालन भी करने की जरूरत है। बगैर नियम के आप क्रिकेट या बेसबॉल नहीं खेल सकते। सिब्बल ने कहा, अब इन नियमों को खुद अपने ऊपर लागू करना होगा। मेरे हिसाब से इंटरनेट निगरानी विरोधाभासी है। आप नेट पर किसी की निगरानी कैसे कर सकते हैं... नहीं कर सकते। नेट को स्वयं अपने ऊपर नियंत्रण करना चाहिए। यह पूछने पर कि आत्मनियंत्रण के संबंध में उनका इशारा किसकी ओर है, सिब्बल ने संवाददाताओं से कहा,  कोई भी, टेलीविजन से जुड़े लोग हो सकते हैं .. कोई भी जो समाचार प्रेषित करते हैं। इस सम्मेलन का आयोजन इंटरनेट और भारतीय अर्थव्यवस्था, राजनीति, संस्कृति और समाज पर इसके असर पर चर्चा के लिए किया गया है।टिप्पणियां इंटरनेट पर सूचना साझा करने के संबंध में आत्मनियंत्रण की जरूरत पर जोर देते हुए सिब्बल ने कहा कि मीडिया को समाचार प्रेषित करने में अपनी भूमिका समझने की जरूरत है कि इससे लोग सशक्त हों न कि गड़बड़ी पैदा हो। उन्होंने कहा, तेरा तो हक है खबर चलाना, कुछ मेरे भी हक है मत भूल जाना ... ’’ सिब्बल ने कहा कि इंटरनेट समानता लाने का शायद सबसे सशक्त माध्यम है। उन्होंने कहा, यह ऐसा मंच है, जिसके जरिये हमें रोजाना एक-दूसरे संपर्क रखने और कुछ नियमों का पालन भी करने की जरूरत है। बगैर नियम के आप क्रिकेट या बेसबॉल नहीं खेल सकते। सिब्बल ने कहा, अब इन नियमों को खुद अपने ऊपर लागू करना होगा। मेरे हिसाब से इंटरनेट निगरानी विरोधाभासी है। आप नेट पर किसी की निगरानी कैसे कर सकते हैं... नहीं कर सकते। नेट को स्वयं अपने ऊपर नियंत्रण करना चाहिए। यह पूछने पर कि आत्मनियंत्रण के संबंध में उनका इशारा किसकी ओर है, सिब्बल ने संवाददाताओं से कहा,  कोई भी, टेलीविजन से जुड़े लोग हो सकते हैं .. कोई भी जो समाचार प्रेषित करते हैं। इस सम्मेलन का आयोजन इंटरनेट और भारतीय अर्थव्यवस्था, राजनीति, संस्कृति और समाज पर इसके असर पर चर्चा के लिए किया गया है।टिप्पणियां इंटरनेट पर सूचना साझा करने के संबंध में आत्मनियंत्रण की जरूरत पर जोर देते हुए सिब्बल ने कहा कि मीडिया को समाचार प्रेषित करने में अपनी भूमिका समझने की जरूरत है कि इससे लोग सशक्त हों न कि गड़बड़ी पैदा हो। उन्होंने कहा, तेरा तो हक है खबर चलाना, कुछ मेरे भी हक है मत भूल जाना ... ’’ सिब्बल ने कहा कि इंटरनेट समानता लाने का शायद सबसे सशक्त माध्यम है। यह पूछने पर कि आत्मनियंत्रण के संबंध में उनका इशारा किसकी ओर है, सिब्बल ने संवाददाताओं से कहा,  कोई भी, टेलीविजन से जुड़े लोग हो सकते हैं .. कोई भी जो समाचार प्रेषित करते हैं। इस सम्मेलन का आयोजन इंटरनेट और भारतीय अर्थव्यवस्था, राजनीति, संस्कृति और समाज पर इसके असर पर चर्चा के लिए किया गया है।टिप्पणियां इंटरनेट पर सूचना साझा करने के संबंध में आत्मनियंत्रण की जरूरत पर जोर देते हुए सिब्बल ने कहा कि मीडिया को समाचार प्रेषित करने में अपनी भूमिका समझने की जरूरत है कि इससे लोग सशक्त हों न कि गड़बड़ी पैदा हो। उन्होंने कहा, तेरा तो हक है खबर चलाना, कुछ मेरे भी हक है मत भूल जाना ... ’’ सिब्बल ने कहा कि इंटरनेट समानता लाने का शायद सबसे सशक्त माध्यम है। इंटरनेट पर सूचना साझा करने के संबंध में आत्मनियंत्रण की जरूरत पर जोर देते हुए सिब्बल ने कहा कि मीडिया को समाचार प्रेषित करने में अपनी भूमिका समझने की जरूरत है कि इससे लोग सशक्त हों न कि गड़बड़ी पैदा हो। उन्होंने कहा, तेरा तो हक है खबर चलाना, कुछ मेरे भी हक है मत भूल जाना ... ’’ सिब्बल ने कहा कि इंटरनेट समानता लाने का शायद सबसे सशक्त माध्यम है। उन्होंने कहा, तेरा तो हक है खबर चलाना, कुछ मेरे भी हक है मत भूल जाना ... ’’ सिब्बल ने कहा कि इंटरनेट समानता लाने का शायद सबसे सशक्त माध्यम है।
खुशखबरी : पीएफ से निकासी, पेंशन और बीमा जैसे काम अब बस 10 दिन में पूरे होंगे
EPFO ने पीएफ निकासी, पेंशन और बीमा जैसे दावों के लिए आसानी कर दी है निर्धारित समयसीमा मौजूदा 20 दिन से घटाकर 10 दिन कर दिया है इससे चार करोड़ अंशधारकों को दी जाने वाली सेवा में सुधार होगा
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने पीएफ निकासी, पेंशन और बीमा जैसे विभिन्न दावों के निपटान के लिये निर्धारित समयसीमा मौजूदा 20 दिन से घटाकर 10 दिन कर दिया है. उल्लेखनीय है कि ईपीएफओ ने जुलाई 2015 में विभिन्न दावों के निपटान के लिये समयसीमा घटाकर 20 दिन कर दिया था. अपने चार करोड़ अंशधारकों को दी जाने वाली सेवा में सुधार के मकसद से यह कदम उठाया गया था. निकाय ने एक मई 2017 से ऑनलाइन दावा निपटान शुरू किया. उसकी सभी आधार और बैंक खाते से जुड़े ईपीएफ खातों के संदर्भ में आवेदन प्राप्त होने के तीन घंटे के भीतर दावों के निपटान की योजना है.टिप्पणियां ईपीएफओ ने एक बयान में कहा, ‘‘दावों के निपटान के लिये समयसीमा 10 दिन और शिकायतों के निपटान के लिये समयसीमा 15 दिन होगी.’’ श्रम मंत्री बंडारू दत्तात्रेय ने बैंगलोर में ईपीएफओ के ‘सिटिजन चार्टर’ 207 पेश किया. बयान के अनुसार चार्टर ईपीएफओ की तरफ से पारदर्शिता और जवाबदेही लाने का प्रयास है और सेवा डिलीवरी प्रणाली तथा शिकायत निपटान प्रणाली को और कुशल बनाना है. उल्लेखनीय है कि ईपीएफओ ने जुलाई 2015 में विभिन्न दावों के निपटान के लिये समयसीमा घटाकर 20 दिन कर दिया था. अपने चार करोड़ अंशधारकों को दी जाने वाली सेवा में सुधार के मकसद से यह कदम उठाया गया था. निकाय ने एक मई 2017 से ऑनलाइन दावा निपटान शुरू किया. उसकी सभी आधार और बैंक खाते से जुड़े ईपीएफ खातों के संदर्भ में आवेदन प्राप्त होने के तीन घंटे के भीतर दावों के निपटान की योजना है.टिप्पणियां ईपीएफओ ने एक बयान में कहा, ‘‘दावों के निपटान के लिये समयसीमा 10 दिन और शिकायतों के निपटान के लिये समयसीमा 15 दिन होगी.’’ श्रम मंत्री बंडारू दत्तात्रेय ने बैंगलोर में ईपीएफओ के ‘सिटिजन चार्टर’ 207 पेश किया. बयान के अनुसार चार्टर ईपीएफओ की तरफ से पारदर्शिता और जवाबदेही लाने का प्रयास है और सेवा डिलीवरी प्रणाली तथा शिकायत निपटान प्रणाली को और कुशल बनाना है. निकाय ने एक मई 2017 से ऑनलाइन दावा निपटान शुरू किया. उसकी सभी आधार और बैंक खाते से जुड़े ईपीएफ खातों के संदर्भ में आवेदन प्राप्त होने के तीन घंटे के भीतर दावों के निपटान की योजना है.टिप्पणियां ईपीएफओ ने एक बयान में कहा, ‘‘दावों के निपटान के लिये समयसीमा 10 दिन और शिकायतों के निपटान के लिये समयसीमा 15 दिन होगी.’’ श्रम मंत्री बंडारू दत्तात्रेय ने बैंगलोर में ईपीएफओ के ‘सिटिजन चार्टर’ 207 पेश किया. बयान के अनुसार चार्टर ईपीएफओ की तरफ से पारदर्शिता और जवाबदेही लाने का प्रयास है और सेवा डिलीवरी प्रणाली तथा शिकायत निपटान प्रणाली को और कुशल बनाना है. ईपीएफओ ने एक बयान में कहा, ‘‘दावों के निपटान के लिये समयसीमा 10 दिन और शिकायतों के निपटान के लिये समयसीमा 15 दिन होगी.’’ श्रम मंत्री बंडारू दत्तात्रेय ने बैंगलोर में ईपीएफओ के ‘सिटिजन चार्टर’ 207 पेश किया. बयान के अनुसार चार्टर ईपीएफओ की तरफ से पारदर्शिता और जवाबदेही लाने का प्रयास है और सेवा डिलीवरी प्रणाली तथा शिकायत निपटान प्रणाली को और कुशल बनाना है. बयान के अनुसार चार्टर ईपीएफओ की तरफ से पारदर्शिता और जवाबदेही लाने का प्रयास है और सेवा डिलीवरी प्रणाली तथा शिकायत निपटान प्रणाली को और कुशल बनाना है.
NDA की मेगा रैली से पहले तेजस्वी यादव ने साधा निशाना- मोदी जी, शहीदों की चिता भी ठंडी नहीं हुई, आप किस मुंह से बिहार आ रहे हैं?
तेजस्वी यादव ने साधा पीएम मोदी पर निशाना पटना के गांधी मैदान में है NDA की मेगा रैली पीएम मोदी और नीतीश कुमार करेंगे संबोधित
बता दें, कई सफल रैलियों के गवाह रहे गांधी मैदान में पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार में किसी चुनावी रैली को एक साथ संबोधित करेंगे. इस रैली में इन दोनों नेताओं के अलावा राजग में शामिल लोक जनशक्ति पार्टी के प्रमुख रामविलास पासवान भी संबोधित करेंगे. राजग के तीनों प्रमुख नेता राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण इस राज्य में लोकसभा चुनाव का बिगुल बजाएंगे जहां लोकसभा की 40 सीटें हैं. मोदी जी, बिहार में शहीदों की चिता ठंडी भी नहीं हुई।एक शहीद का पार्थिव शरीर भी बिहार नहीं आया है और आप अपनी निम्नस्तरीय राजनीति चमकाने बिहार की महान धरती पर आए है। बिहारी बहुत जागरूक है वो आपकी लफ़्फ़ाज़ी और जुमलेबाज़ी में फँसने वाले नहीं है।आपके पूर्व के वादों का क्या हुआ? तेजस्वी ने दूसरा ट्वीट किया, 'मोदी जी, बिहार की पावन धरा पर बिहारवासी आप द्वारा 2014-15 में किए गए वादों और घोषणाओं का हिसाब मांग रहे हैं. केंद्र और राज्य में आपकी सरकार है. बिहार में 14 वर्षों से आपकी सरकार है लेकिन अभी भी रामराज्य नहीं है. अपराध, बलात्कार व भ्रष्टाचार चरम पर है. मंत्री बलात्कार में लिप्त है.' मोदी जी बिहार की पावन धरा पर बिहारवासी आप द्वारा 2014-15 में किए गए वादों और घोषणाओं का हिसाब माँग रहे है। केंद्र और राज्य में आपकी सरकार है। बिहार में 14 वर्षों से आपकी सरकार है लेकिन अभी भी रामराज्य नहीं है। अपराध, बलात्कार व भ्रष्टाचार चरम पर है।मंत्री बलात्कार में लिप्त है। इसके बाद तीसरे ट्वीट में उन्होंने शेल्टर होम मामले का जिक्र करते हुए उन्होंने लिखा, 'नरेंद्र मोदी जी, किस मुंह से बिहार आ रहे है? सत्ता संरक्षित 34 बच्चियों के साथ हुए विश्व के सबसे जघन्य बालिका गृह जनबलात्कार कांड में अब तक प्रधानमंत्री जी ने अपना मुंह नहीं खोला है. भाजपा का एक मंत्री बच्चियों के साथ हुए बलात्कार में संलिप्त है. मुख्यमंत्री पर सीबीआई जांच अग्रेसित हुई है. नरेंद्र मोदी जी किस मुँह से बिहार आ रहे है?सत्ता संरक्षित 34 बच्चियों के साथ हुए विश्व के सबसे जघन्य बालिका गृह जनबलात्कार कांड में अबतक प्रधानमंत्री जी ने अपना मुँह नहीं खोला है। BJP का एक मंत्री बच्चियों के साथ हुए बलात्कार में संलिप्त है।मुख्यमंत्री पर CBI जाँच अग्रेसित हुई है इसके अलावा उन्होंने एक अन्य ट्वीट में लिखा, 'क्या मोदी जी Action, Drama, Thriller, झूठ और जुमलेबाजी के आवरण में लिपटे अपने एक लाख 65 हजार करोड़ के 'स्पेशल पैकेज' का विस्तृत लेखा-जोखा बिहार की जनता को देंगे? जिनकी पूरी राजनीति ही झूठ, फरेब और इवेंट प्रबंधन पर टिकी हो उनसे जमीनी परिणाम की उम्मीद करना बेईमानी है.' क्या मोदी जी Action, Drama, Thriller, झूठ और जुमलेबाज़ी के आवरण में लिपटे अपने एक लाख 65 हज़ार करोड़ के “स्पेशल पैकेज” का विस्तृत लेखा-जोखा बिहार की जनता को देंगे? जिनकी पूरी राजनीति ही झूठ, फ़रेब और इवेंट प्रबंधन पर टिकी हो उनसे ज़मीनी परिणाम की उम्मीद करना बेईमानी है। pic.twitter.com/1UEVeKHizM आखिर में तेजस्वी यादव ने कहा, 'प्रधानमंत्री जी, आपके साथी और बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने अनेकों बार नीतीश कुमार पर चारा घोटाले में लिप्त होने के आरोप लगाए है. उनके DNA में चारा के अंश होने का दावा भी किया था. चारा घोटाले के मुख्य आरोपी ने नीतीश कुमार को लाखों रुपया देने की बात भी स्वीकारी थी. प्रधानमंत्री जी, आपके साथी और बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने अनेकों बार नीतीश कुमार पर चारा घोटाले में लिप्त होने के आरोप लगाए है। उनके DNA में चारा के अंश होने का दावा भी किया था। चारा घोटाले के मुख्य आरोपी ने नीतीश कुमार को लाखों रुपया देने की बात भी स्वीकारी थी। pic.twitter.com/FLsJjB3diZ क्या नीतीश जी आज मोदी जी के समक्ष मंच से सार्वजनिक रूप से यह संकल्प लेंगे और शपथ पत्र देंगे कि वो 2024 आमचुनाव तक बीजेपी छोड़कर और पलटी मारकर किसी दूसरे गठबंधन से समझौता नहीं करेंगे।अगर वो ऐसा नहीं करते है तो स्पष्ट है वो आम चुनाव के बाद कुर्सी देख किसी भी दल के साथ भाग सकते है। करीब दस साल बाद पीएम नरेंद्र मोदी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एनडीए के मंच पर साथ होंगे. पिछली बार 2009 के लोकसभा चुनाव में लुधियाना में दोनों नेता एक साथ मंच पर थे.इस रैली को लेकर पटना की सड़कों, गोलबंरों और चौराहों को पोस्टरों और बैनरों से पाट दिया गया है. बिहार में राजग के तीनों घटक दल जद (यू), भाजपा और लोजपा ने इस रैली को लेकर खासा तैयारी की है.
गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में शामिल हुआ मेसी का नाम
बार्सिलोना फुटबॉल क्लब के स्टार खिलाड़ी लियोनल मेसी के एक कैलेंडर वर्ष में किए गए सर्वाधिक गोल को गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में शामिल कर लिया गया है।
बार्सिलोना फुटबॉल क्लब के स्टार खिलाड़ी लियोनल मेसी के एक कैलेंडर वर्ष में किए गए सर्वाधिक गोल को गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में शामिल कर लिया गया है। मेसी एक वर्ष में 88 गोल कर चुके हैं जबकि इस वर्ष (2012) 25 वर्षीय अर्जेटीना के स्टार खिलाड़ी मेसी को स्पेनिश लीग में दो मुकाबले अभी और खेलने हैं। मेसी ने हाल में जर्मनी के गेर्ड मुलर के एक वर्ष में सर्वाधिक गोल रिकॉर्ड को तोड़ा था।टिप्पणियां गिनीज और फीफा ने गुरुवार को बयान जारी कर कहा, मेसी की ओर से इस वर्ष किए गए गोल और 1972 में मुलर द्वारा बनाया गया रिकॉर्ड दोनों आधिकारिक रिकॉर्ड के हिस्सा हैं। मेसी के रिकॉर्ड को लेकर किसी प्रकार का विवाद नहीं होना चाहिए। उल्लेखनीय है कि मेसी ने इस वर्ष स्पेनिश लीग में 58 गोल किए हैं जबकि यूईएफए चैम्पियंस लीग में उन्होंने 13 गोल किए हैं। मेसी ने सात गोल अंतरराष्ट्रीय दोस्ताना मुकाबलों में जबकि पांच गोल वर्ल्ड कप क्वालीफाइंग मैचों में किए हैं। मेसी ने तीन गोल कोपा डेल रे जबकि दो गोल सुपर कप ऑफ स्पेन चैम्पियनशिप में किए हैं। मेसी एक वर्ष में 88 गोल कर चुके हैं जबकि इस वर्ष (2012) 25 वर्षीय अर्जेटीना के स्टार खिलाड़ी मेसी को स्पेनिश लीग में दो मुकाबले अभी और खेलने हैं। मेसी ने हाल में जर्मनी के गेर्ड मुलर के एक वर्ष में सर्वाधिक गोल रिकॉर्ड को तोड़ा था।टिप्पणियां गिनीज और फीफा ने गुरुवार को बयान जारी कर कहा, मेसी की ओर से इस वर्ष किए गए गोल और 1972 में मुलर द्वारा बनाया गया रिकॉर्ड दोनों आधिकारिक रिकॉर्ड के हिस्सा हैं। मेसी के रिकॉर्ड को लेकर किसी प्रकार का विवाद नहीं होना चाहिए। उल्लेखनीय है कि मेसी ने इस वर्ष स्पेनिश लीग में 58 गोल किए हैं जबकि यूईएफए चैम्पियंस लीग में उन्होंने 13 गोल किए हैं। मेसी ने सात गोल अंतरराष्ट्रीय दोस्ताना मुकाबलों में जबकि पांच गोल वर्ल्ड कप क्वालीफाइंग मैचों में किए हैं। मेसी ने तीन गोल कोपा डेल रे जबकि दो गोल सुपर कप ऑफ स्पेन चैम्पियनशिप में किए हैं। मेसी ने हाल में जर्मनी के गेर्ड मुलर के एक वर्ष में सर्वाधिक गोल रिकॉर्ड को तोड़ा था।टिप्पणियां गिनीज और फीफा ने गुरुवार को बयान जारी कर कहा, मेसी की ओर से इस वर्ष किए गए गोल और 1972 में मुलर द्वारा बनाया गया रिकॉर्ड दोनों आधिकारिक रिकॉर्ड के हिस्सा हैं। मेसी के रिकॉर्ड को लेकर किसी प्रकार का विवाद नहीं होना चाहिए। उल्लेखनीय है कि मेसी ने इस वर्ष स्पेनिश लीग में 58 गोल किए हैं जबकि यूईएफए चैम्पियंस लीग में उन्होंने 13 गोल किए हैं। मेसी ने सात गोल अंतरराष्ट्रीय दोस्ताना मुकाबलों में जबकि पांच गोल वर्ल्ड कप क्वालीफाइंग मैचों में किए हैं। मेसी ने तीन गोल कोपा डेल रे जबकि दो गोल सुपर कप ऑफ स्पेन चैम्पियनशिप में किए हैं। गिनीज और फीफा ने गुरुवार को बयान जारी कर कहा, मेसी की ओर से इस वर्ष किए गए गोल और 1972 में मुलर द्वारा बनाया गया रिकॉर्ड दोनों आधिकारिक रिकॉर्ड के हिस्सा हैं। मेसी के रिकॉर्ड को लेकर किसी प्रकार का विवाद नहीं होना चाहिए। उल्लेखनीय है कि मेसी ने इस वर्ष स्पेनिश लीग में 58 गोल किए हैं जबकि यूईएफए चैम्पियंस लीग में उन्होंने 13 गोल किए हैं। मेसी ने सात गोल अंतरराष्ट्रीय दोस्ताना मुकाबलों में जबकि पांच गोल वर्ल्ड कप क्वालीफाइंग मैचों में किए हैं। मेसी ने तीन गोल कोपा डेल रे जबकि दो गोल सुपर कप ऑफ स्पेन चैम्पियनशिप में किए हैं। उल्लेखनीय है कि मेसी ने इस वर्ष स्पेनिश लीग में 58 गोल किए हैं जबकि यूईएफए चैम्पियंस लीग में उन्होंने 13 गोल किए हैं। मेसी ने सात गोल अंतरराष्ट्रीय दोस्ताना मुकाबलों में जबकि पांच गोल वर्ल्ड कप क्वालीफाइंग मैचों में किए हैं। मेसी ने तीन गोल कोपा डेल रे जबकि दो गोल सुपर कप ऑफ स्पेन चैम्पियनशिप में किए हैं।
Diabetes: प्याज है ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने के लिए गजब का सुपरफूड! जानें डाइबिटीज में कैसे खाएं
डायबिटीज कंट्रोल करने के लिए प्याज हो सकता है फायदेमंद प्याज है ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल करने के लिए कमाल का फूड. प्याज में फाइबर भरपूर होने से ब्लड शुगर के लिए है असरदार.
Diabetes: शरीर में ब्लड शुगर (Blood Suagr) की मात्रा अनकंट्रोल होने से डायबिटीज का खतरा बढ़ सकता है. डायबिटीज के रोगियों को डाइट (Diabetes Diet) को लेकर काफी सचेत रहने की जरूरत है. कई लोगों का सवाल होता है कि क्या प्याज (Onion) डाइबिटीज को कंट्रोल कर सकता है. अगर आप डायबिटीज से बचना चाहते हैं और शरीर में ब्लड शुगर लेवल (Blood Suagar Level) को कंट्रोल करना चाहते हैं तो एक हेल्दी डाइट (Healthy Diet) लेनी जरूरी है. हेल्दी रहने के लिए डेली डाइट में फाइबर रिच फूड (Fiber Rich Food) जरूर शामिल करिए. कई ऐसे फूड्स हैं जो डायबिटीज को कंट्रोल (Food For Diabestes) करने में हमारी मदद कर सकते हैं.  लेकिन डायबिटीज में खाने को लेकर काफी संयमित रहना होता है ऐसे में कई चीजें ऐसी है जिनको लेकर मन में संशय रहता है. जिनमें एक प्याज (Onion) भी शामिल है.  शरीर में  इंसुलिन (Insulin) की मात्रा भी असंतुलित होने से भी डायबिटीज का खतरा रहता है. शुगर में कौन सी चीज खानी चाहिए, शुगर में कौन सी सब्जी खानी चाहिए. इसका खासा ध्यान रखना जरूरी है. साथ ही कई डायबिटीज रोगियों का सवाल होता है कि शुगर क्या प्याज खाना चाहिए. Diabetes Diet: डायबिटीज में ये 5 फूड खाना हो सकता है खतरनाक, ब्लड शुगर लेवल पर पडे़गा असर! Twinkle Khanna: ट्विंकल खन्ना ने कहा, वजाइना की शेव करनी चाहिए या नहीं? दिए कई सवालों के जवाब फाइबर शरीर में ब्लड शुगर (Blood Sugar) लेवल को नियंत्रित करने में मदद करता है. ऐसे शुगर में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं इसे जानना जरूर है. आपके मन में उठने वाले कई सवालों का जवाब हम यहां देंगे. तो यहां पढ़िए डायबिटीज या ब्लड शुगर में क्या खाना चाहिए. क्या प्याज (Onion) खाने से डाइबिटीज कंट्रोल हो सकता है. Diabetes Diet: टाइप 2 डायबिटीज कैसे कंट्रोल करें, बदलते मौसम में ब्लड शुगर लेवल कैसे ठीक होगा! वैसे तो प्याज खाने से कई फायदे हो सकते हैं लेकिन जहां बात डाइबिटीज की आती है तो खाने पर बात आकर अटक जाती है. डेली डाइट में प्याज को शामिल करने से डायबिटीज रोगियों को कई तरह के फायदे होते हैं. हेल्दी डायबिटीज डाइट के साथ-साथ प्याज को शामिल करने से फाइबर, एंटीऑक्सीडेंट और लो कार्ब डाइट मिलती है. Winter Health: सर्दियों में इन कारणों से आती है ज्यादा नींद, जानें सुबह जल्दी उठने के तरीके 1. डाइट एक्सपर्ट्स के अनुसार डायबिटीज रोगियों को लो कार्ब डाइट का सेवन करना चाहिए. प्याज में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा बहुत कम होती है. नियमित तौर प्याज का - सेवन करने से फाइबर के साथ लो कार्ब फूड भी मिलता है. 2. सबसे पहली बात तो यह कि प्याज में फाइबर की मात्रा होती है. डायबिटीज रोगियों के लिए फाइबर डाइट फायेदमंद होती है. फाइबर शरीर में ग्लूकोज की मात्रा को - नियंत्रित करता है और ब्लड शुगर को बढ़ने से रोकता है. 3. जो लोग डायबिटीज के मरीज होते हैं उनका पाचन तंत्र खराब रहता है. ऐसे में हरे प्याज का सेवन पाचन को बेहतर करके शरीर के मेटाबॉलिज्म को बेहतर करता है. - बेहतर मेटबॉलिक रेट ब्लड शुगर कंट्रोल करने में भी मददगार होता है. 4. कोई फूड जो लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स का हो वह डायबिटीज रोगी के लिए फायदेमंद होता है.  Fitness Tips: अगर आप एक्सरसाइज करते हैं तो ये रुटीन फॉलो करना जरूरी, जानें फिटनेस टिप्स  प्याज को आमतौर पर सब्जी और सलाद के रूप में खाया जाता है लेकिन डाइबिटीज के रोगी कैसे प्याज का सेवन करें यह काफी अहं सवाल है. डायबिटीज रोगी प्याज कई तरीके से शामिल कर सकते हैं. डेली डाइट में डायबिटीज रोगी प्याज को सूप, सलाद और सब्जियों में शामिल कर सकते हैं. संतुलित भोजन के लिए डायबिटीज के मरीज हरे प्याज की सब्जी भी अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं. डायबिटीज डाइट चार्ट के अनुसार अपनी डाइट में प्याज को शामिल करने के लिए डॉक्टर से जरूर सलाह लें. और खबरों के लिए क्लिक करें Winter Health: सर्दियों में 2 चीजें हैं स्वास्थ्य के लिए रामबाण, सर्दी-खांसी के साथ कब्ज, एसिडिटी और अस्थमा में असरदार! Hot Or Cold Milk: गर्म और ठंडे दूध में से कौन सा है ज्यादा फायदेमंद, एसिडिटी और मोटापे के लिए रामबाण है ठंडा दूध! Diabetes: डायबिटीज को करना है कंट्रोल तो अपनाएं ये नुस्खे, असर देख रह जाएंगे हैरान! Breast Feeding: बच्चे को दूध पिलाते हुए ध्यान रखें ये बातें, जानें क्या है सही तरीका Migraine: माइग्रेन में ये चीजें खाना हो सकता है खतरनाक, जानें माइग्रेन के लक्षण Blood Pressure: पनीर है ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने के लिए रामबाण! और भी हैं कई शानदार फायदे Type 2 Diabetes: शरीर में बढ़े हुए इंसुलिन को इन नेचुरल तरीकों से घटाएं, ब्लड शुगर भी होगा कंट्रोल!
'नरेंद्र मोदी ने पहली बार प्रधानमंत्री की तरह कार्रवाई की' : सर्जिकल स्ट्राइक पर राहुल गांधी
राहुल ने कहा- पीएम मोदी को मेरा पूरा समर्थन है कांग्रेस पार्टी और पूरा देश उनके साथ खड़ा है पहली बार प्रधानमंत्री की तरह कार्रवाई की
भारत द्वारा नियंत्रण रेखा के पार आतंकियों के लॉन्च पैड पर बुधवार देर रात सर्जिकल स्ट्राइक के खुलासे के बाद अब कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने भी कहा है कि पीएम मोदी को मेरा पूरा समर्थन है. कांग्रेस पार्टी और पूरा देश उनके साथ खड़ा है. कांग्रेस उपाध्यक्ष ने अपने रोड शो में कहा, जब प्रधानमंत्री देश के प्रधानमंत्री की तरह काम करता है तो मैं भी उनका समर्थन करता हूं .. मैं उनका धन्यवाद करना चाहता हूं कि ढाई साल में मोदी ने पहली बार प्रधानमंत्री की तरह कार्रवाई की है. राहुल देवरिया से दिल्ली किसान यात्रा में अपनी सभाओं में पीएम मोदी पर हमले बोलते आए हैं, लेकिन आज उन्होंने पीएम मोदी की प्रशंसा की. राहुल ने कहा कि पीएम मोदी को उनका और कांग्रेस पार्टी का पूरा समर्थन है. आज पूरा देश पीएम मोदी के साथ है. देश के लिए कुर्बानी देने वाले जवानों को राहुल ने श्रद्धांजलि अर्पित की. टिप्पणियां राहुल ने आगे कहा कि केंद्र औऱ राज्य सरकार को गरीबों पर भी ध्यान केंद्रित करना चाहिए. हम चाहते हैं कि पीएम मोदी अपना ध्यान कमजोर लोगों पर भी दें.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) कांग्रेस उपाध्यक्ष ने अपने रोड शो में कहा, जब प्रधानमंत्री देश के प्रधानमंत्री की तरह काम करता है तो मैं भी उनका समर्थन करता हूं .. मैं उनका धन्यवाद करना चाहता हूं कि ढाई साल में मोदी ने पहली बार प्रधानमंत्री की तरह कार्रवाई की है. राहुल देवरिया से दिल्ली किसान यात्रा में अपनी सभाओं में पीएम मोदी पर हमले बोलते आए हैं, लेकिन आज उन्होंने पीएम मोदी की प्रशंसा की. राहुल ने कहा कि पीएम मोदी को उनका और कांग्रेस पार्टी का पूरा समर्थन है. आज पूरा देश पीएम मोदी के साथ है. देश के लिए कुर्बानी देने वाले जवानों को राहुल ने श्रद्धांजलि अर्पित की. टिप्पणियां राहुल ने आगे कहा कि केंद्र औऱ राज्य सरकार को गरीबों पर भी ध्यान केंद्रित करना चाहिए. हम चाहते हैं कि पीएम मोदी अपना ध्यान कमजोर लोगों पर भी दें.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) राहुल ने कहा कि पीएम मोदी को उनका और कांग्रेस पार्टी का पूरा समर्थन है. आज पूरा देश पीएम मोदी के साथ है. देश के लिए कुर्बानी देने वाले जवानों को राहुल ने श्रद्धांजलि अर्पित की. टिप्पणियां राहुल ने आगे कहा कि केंद्र औऱ राज्य सरकार को गरीबों पर भी ध्यान केंद्रित करना चाहिए. हम चाहते हैं कि पीएम मोदी अपना ध्यान कमजोर लोगों पर भी दें.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) राहुल ने आगे कहा कि केंद्र औऱ राज्य सरकार को गरीबों पर भी ध्यान केंद्रित करना चाहिए. हम चाहते हैं कि पीएम मोदी अपना ध्यान कमजोर लोगों पर भी दें.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
मोहम्मद शमी को IPL 2015 में नहीं खेलने के एवज में BCCI ने दिया 2.2 करोड़ रुपये का मुआवजा
शमी ने टीम को विश्व कप सेमीफाइनल में पहुंचाने में अहम भूमिका निभायी थी विश्व कप में शमी ने पांच मैचों में 17 विकेट चटकाए थे चोट के बावजूद खेलने से उन्हें नुकसान हुआ और वह IPL नहीं खेल पाए
भारतीय क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी को घुटने की चोट के कारण 2015 इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) सत्र में नहीं खेलने से हुए नुकसान की भरपाई करते हुए बीसीसीआई ने उन्हें 2.2 करोड़ रुपये का मुआवजा दिया है। वह ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में हुए विश्व कप में खेले थे। बीसीसीआई डॉट टीवी पर उपलब्ध बीसीसीआई की 25 लाख रुपये से ऊपर के भुगतान की जून 2016 की रिपोर्ट के अनुसार शमी को आईपीएल 2015 सत्र में चोट के कारण नहीं खेलने से हुए नुकसान के एवज में 2,23,12,500 रुपये दिए गए हैं।टिप्पणियां शमी 2015 में ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में हुए पूरे विश्व कप में खेले थे और दर्द के बावजूद ऑस्ट्रेलिया में इससे पहले हुई टेस्ट सीरीज में भी खेले थे। उन्होंने भारतीय टीम को विश्व कप के सेमीफाइनल में पहुंचाने में अहम भूमिका निभायी थी। चोट के बावजूद खेलने के फैसले का उन्हें नुकसान हुआ, क्योंकि इसके कारण वह 2015 आईपीएल सत्र में नहीं खेले थे और तब उन्होंने सर्जरी करायी थी। इस वजह से बीसीसीआई ने उत्तर प्रदेश में जन्मे इस तेज गेंदबाज को अब इसका मुआवजा दिया है। विश्व कप में उन्होंने पांच मैचों में 17 विकेट चटकाए थे और टूर्नामेंट के पांचवें सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज रहे थे। जब भारतीय टीम ने इस साल के शुरू में ऑस्ट्रेलिया का दौरा किया था, तब शमी को हैमस्ट्रिंग चोट लग गई थी और वह एशिया कप टी-20 चैम्पियनशिप में भी नहीं खेले थे। अब वह वेस्टइंडीज जाने वाली विराट कोहली की अगुवाई वाली टीम के सदस्य हैं, जो चार टेस्ट मैचों की सीरीज खेलेगी। बीसीसीआई डॉट टीवी पर उपलब्ध बीसीसीआई की 25 लाख रुपये से ऊपर के भुगतान की जून 2016 की रिपोर्ट के अनुसार शमी को आईपीएल 2015 सत्र में चोट के कारण नहीं खेलने से हुए नुकसान के एवज में 2,23,12,500 रुपये दिए गए हैं।टिप्पणियां शमी 2015 में ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में हुए पूरे विश्व कप में खेले थे और दर्द के बावजूद ऑस्ट्रेलिया में इससे पहले हुई टेस्ट सीरीज में भी खेले थे। उन्होंने भारतीय टीम को विश्व कप के सेमीफाइनल में पहुंचाने में अहम भूमिका निभायी थी। चोट के बावजूद खेलने के फैसले का उन्हें नुकसान हुआ, क्योंकि इसके कारण वह 2015 आईपीएल सत्र में नहीं खेले थे और तब उन्होंने सर्जरी करायी थी। इस वजह से बीसीसीआई ने उत्तर प्रदेश में जन्मे इस तेज गेंदबाज को अब इसका मुआवजा दिया है। विश्व कप में उन्होंने पांच मैचों में 17 विकेट चटकाए थे और टूर्नामेंट के पांचवें सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज रहे थे। जब भारतीय टीम ने इस साल के शुरू में ऑस्ट्रेलिया का दौरा किया था, तब शमी को हैमस्ट्रिंग चोट लग गई थी और वह एशिया कप टी-20 चैम्पियनशिप में भी नहीं खेले थे। अब वह वेस्टइंडीज जाने वाली विराट कोहली की अगुवाई वाली टीम के सदस्य हैं, जो चार टेस्ट मैचों की सीरीज खेलेगी। शमी 2015 में ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में हुए पूरे विश्व कप में खेले थे और दर्द के बावजूद ऑस्ट्रेलिया में इससे पहले हुई टेस्ट सीरीज में भी खेले थे। उन्होंने भारतीय टीम को विश्व कप के सेमीफाइनल में पहुंचाने में अहम भूमिका निभायी थी। चोट के बावजूद खेलने के फैसले का उन्हें नुकसान हुआ, क्योंकि इसके कारण वह 2015 आईपीएल सत्र में नहीं खेले थे और तब उन्होंने सर्जरी करायी थी। इस वजह से बीसीसीआई ने उत्तर प्रदेश में जन्मे इस तेज गेंदबाज को अब इसका मुआवजा दिया है। विश्व कप में उन्होंने पांच मैचों में 17 विकेट चटकाए थे और टूर्नामेंट के पांचवें सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज रहे थे। जब भारतीय टीम ने इस साल के शुरू में ऑस्ट्रेलिया का दौरा किया था, तब शमी को हैमस्ट्रिंग चोट लग गई थी और वह एशिया कप टी-20 चैम्पियनशिप में भी नहीं खेले थे। अब वह वेस्टइंडीज जाने वाली विराट कोहली की अगुवाई वाली टीम के सदस्य हैं, जो चार टेस्ट मैचों की सीरीज खेलेगी। जब भारतीय टीम ने इस साल के शुरू में ऑस्ट्रेलिया का दौरा किया था, तब शमी को हैमस्ट्रिंग चोट लग गई थी और वह एशिया कप टी-20 चैम्पियनशिप में भी नहीं खेले थे। अब वह वेस्टइंडीज जाने वाली विराट कोहली की अगुवाई वाली टीम के सदस्य हैं, जो चार टेस्ट मैचों की सीरीज खेलेगी।
एशियाई बाजार में कच्चा तेल 123 डॉलर से ऊपर
अरब में तनाव की स्थिति जारी रहने और नाइजीरिया में चुनाव टलने से एशियाई बाजार में कच्चे तेल की कीमत 123 डॉलर प्रति बैरल के ऊपर बनी रही।
अरब में तनाव की स्थिति जारी रहने और नाइजीरिया में चुनाव टलने से एशियाई बाजार में कच्चे तेल की कीमत 123 डॉलर प्रति बैरल के ऊपर बनी रही। न्यूयार्क मर्केंटाइल एक्सचेंज में मई डिलीवरी के लिए लाइट स्वीट क्रूड का भाव 55 सेंट बढ़कर 110.85 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। वहीं, मई डिलीवरी के लिए ब्रेंट नार्थ सी क्रूड का भाव 38 सेंट बढ़कर 123.05 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। बार्कलेज कैपिटल के जिंस विश्लेषक चेन झिन यी ने कहा, पश्चिम एशिया में तनाव जारी रहने और नाइजीरिया में चुनाव टलने की वजह से कच्चे तेल की कीमतों में तेजी का बल मिला।
दमित्री मेदवेदेव होंगे प्रधानमंत्री : पुतिन
पुतिन ने पुष्टि की है कि आगामी चुनावों में अगर उनकी उम्मीदवारी को मतदाताओं का समर्थन मिला तो राष्ट्रपति दमित्री मेदवेदेव देश के अगले प्रधानमंत्री होंगे।
रूस के प्रधानमंत्री व्लादिमीर पुतिन ने पुष्टि की है कि आगामी चुनावों में अगर उनकी उम्मीदवारी एवं क्रेमलिन समर्थक युनाइटेड रशिया पार्टी को मतदाताओं का समर्थन मिला तो राष्ट्रपति दमित्री मेदवेदेव देश के अगले प्रधानमंत्री होंगे। मतदाताओं के साथ एक बैठक में गुरुवार को पुतिन ने कहा, "मैं इस बात पर फिर से जोर दूंगा कि यदि मतदाताओं ने हम पर भरोसा किया और हमारी सरकार एवं मुझे राष्ट्रपति बनाने के लिए मत दिया तो निसंदेह मेदवेदेव सरकार का नेतृत्व करेंगे।" समाचार एजेंसी आरआईए नोवोस्ती के अनुसार पुतिन ने कहा कि रूस को सभी क्षेत्रों में आधुनिकीकरण के लिए पहल करनी है और तेल एवं गैस पर अपनी निर्भरता खत्म करनी होगी। मेदवेदेव ने कहा कि चुनावों में जीतने पर वह और पुतिन रूस का दौरा जारी रखेंगे।
INDvsENG:रोहित शर्मा, हार्दिक पांड्या जैसे कई खिलाड़ी चोटिल, ऐसे में आसान नहीं होगा शॉर्टर फॉर्मेट की टीम चुनना
BCCI पर सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के बाद पहली बार चुनी जाएगी टीम अश्विन और जडेजा जैसे स्पिनरों को वनडे में दिया जा सकता है रेस्‍ट शमी, रहाणे और अक्षर पटेल जैसे खिलाड़ि‍यों की फिटनेस पर संदेह कायम
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) पर आए सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक फ़ैसले के बाद पहला टीम चयन सिलेक्‍टर्स के लिए आसान नहीं रहने वाला है. इंग्लैंड के खिलाफ़ तीन वनडे और इतने ही टी20 मैचों के लिए टीम इंडिया को चयन होना है. सीमित ओवरों के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी एक बार फिर से टीम की बागडोर संभालेंगे लेकिन यह तय है कि एक बार फिर धोनी को फ़ुल स्ट्रेंथ टीम नहीं मिलेगी. टीम मैनेजमेंट का फोकस फिलहाल टेस्‍ट पर ज्‍यादा है और इसी के तहत कुछ खिलाड़ियों को सिलेक्‍टर्स आराम देने का मूड बना चुके हैं. जानकारी के मुताबिक, न्यूज़ीलैंड के खिलाफ़ पिछली वनडे सीरीज़ की तरह ही स्पिन जोड़ी रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा को आराम दिया जा सकता है. इसके अलावा कुछ खिलाड़ि‍यों की फिटनेस भी चयन समिति के लिए चिंता का विषय बनी हुई है. टीम इंडिया के प्रमुख खिलाड़ी मो. शमी,  जयंत यादव, रोहित शर्मा और अक्षर पटेल अपनी चोटों से अब तक पूरी तरह नहीं उबर पाएं हैं. जहां शमी के दाएं घुटने में तकलीफ हैं, वहीं जयंत यादव मांसपेशियों में खिंचाव, रोहित शर्मा जांघ में चोट और अक्षर पटेल अंगूठे की चोट से जूझ रहे हैं. इसके अलावा कुछ अन्‍य समस्‍याएं भी हैं. टीम इंडिया के प्रमुख बल्‍लेबाज अजिंक्य रहाणे की फ़िटनेस पर सवालिया निशान है.इंग्लैंड के खिलाफ़ टेस्ट सीरीज़ में रहाणे की उंगली में चोट लगी थी. इसी तरह हार्दिक पांड्या की फिटनेस को लेकर भी संदेह बरकरार है. हार्दिक का दांया कंधा चोटिल हुआ था औरफ़िटनेस टेस्ट के बाद ही  इन दोनो खिलाड़ियों के बारे में अंतिम फैसला लिया जाएगा. यह तय है कि चो‍टग्रस्‍त खिलाड़‍ियों की इस लंबी लिस्ट के बाद चयनकर्ताओं के लिए मज़बूत टीम का चयन करना आसान नहीं रहने वाला. इस स्थिति में कुछ खिलाड़ी जिनको मौक़ा मिल सकता है, उनमें दिल्ली के तेज़ गेंदबाज़ इशांत शर्मा का नाम शामिल है. दिल्‍ली के ही बाएं हाथ के तेज गेंदबाज आशीष नेहरा के नाम की भी चर्चा है. हालांकि सिलेक्‍टर्स ने इन्हें न्‍यूजीलैंड टीम के खिलाफ़ मौक़ा नहीं दिया था.टिप्पणियां अगर सिलेक्‍शन के दौरान फोकस फ़्यूचर पर रहा तो धवल कुलकर्णी, बरिंदर सरां, जसप्रीत बुमराह और उमेश यादव टीम में दिख सकते हैं. उधर स्पिन डिपार्टमेंट में अमित मिश्रा का चयन तय दिखता है. यह देखना दिलचस्‍प होगा कि मिश्रा का साथ देने के लिए सिलेक्‍टर्स युज़वेंद्र चहल और शाहबाज़ नदीम जैसे युवा स्पिनरों के बारे में सोचते हैं या नहीं. बल्लेबाज़ी की बात करें तो चेन्‍नई टेस्‍ट में तिहरा शतक लगाकर सुर्खियों में आए करुण नायर और लोकेश राहुल का चयन तय नजर आ रहा है. वहीं सुरेश रैना की वापसी भी हो सकती है. वैसे रैना पिछली सीरीज़ में शामिल थे  लेकिन बीमार होने के चलते मौका उनके हाथ से निकल गया था. इंग्‍लैंड के खिलाफ वनडे और टी20 सीरीज एक तरह से युवा खिलाड़‍ियों को अपनी प्रतिभा की छाप छोड़ने का अवसर उपलब्‍ध कराएगी और उन्‍हें इस मौके का पूरा लाभ उठाना होगा... जानकारी के मुताबिक, न्यूज़ीलैंड के खिलाफ़ पिछली वनडे सीरीज़ की तरह ही स्पिन जोड़ी रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा को आराम दिया जा सकता है. इसके अलावा कुछ खिलाड़ि‍यों की फिटनेस भी चयन समिति के लिए चिंता का विषय बनी हुई है. टीम इंडिया के प्रमुख खिलाड़ी मो. शमी,  जयंत यादव, रोहित शर्मा और अक्षर पटेल अपनी चोटों से अब तक पूरी तरह नहीं उबर पाएं हैं. जहां शमी के दाएं घुटने में तकलीफ हैं, वहीं जयंत यादव मांसपेशियों में खिंचाव, रोहित शर्मा जांघ में चोट और अक्षर पटेल अंगूठे की चोट से जूझ रहे हैं. इसके अलावा कुछ अन्‍य समस्‍याएं भी हैं. टीम इंडिया के प्रमुख बल्‍लेबाज अजिंक्य रहाणे की फ़िटनेस पर सवालिया निशान है.इंग्लैंड के खिलाफ़ टेस्ट सीरीज़ में रहाणे की उंगली में चोट लगी थी. इसी तरह हार्दिक पांड्या की फिटनेस को लेकर भी संदेह बरकरार है. हार्दिक का दांया कंधा चोटिल हुआ था औरफ़िटनेस टेस्ट के बाद ही  इन दोनो खिलाड़ियों के बारे में अंतिम फैसला लिया जाएगा. यह तय है कि चो‍टग्रस्‍त खिलाड़‍ियों की इस लंबी लिस्ट के बाद चयनकर्ताओं के लिए मज़बूत टीम का चयन करना आसान नहीं रहने वाला. इस स्थिति में कुछ खिलाड़ी जिनको मौक़ा मिल सकता है, उनमें दिल्ली के तेज़ गेंदबाज़ इशांत शर्मा का नाम शामिल है. दिल्‍ली के ही बाएं हाथ के तेज गेंदबाज आशीष नेहरा के नाम की भी चर्चा है. हालांकि सिलेक्‍टर्स ने इन्हें न्‍यूजीलैंड टीम के खिलाफ़ मौक़ा नहीं दिया था.टिप्पणियां अगर सिलेक्‍शन के दौरान फोकस फ़्यूचर पर रहा तो धवल कुलकर्णी, बरिंदर सरां, जसप्रीत बुमराह और उमेश यादव टीम में दिख सकते हैं. उधर स्पिन डिपार्टमेंट में अमित मिश्रा का चयन तय दिखता है. यह देखना दिलचस्‍प होगा कि मिश्रा का साथ देने के लिए सिलेक्‍टर्स युज़वेंद्र चहल और शाहबाज़ नदीम जैसे युवा स्पिनरों के बारे में सोचते हैं या नहीं. बल्लेबाज़ी की बात करें तो चेन्‍नई टेस्‍ट में तिहरा शतक लगाकर सुर्खियों में आए करुण नायर और लोकेश राहुल का चयन तय नजर आ रहा है. वहीं सुरेश रैना की वापसी भी हो सकती है. वैसे रैना पिछली सीरीज़ में शामिल थे  लेकिन बीमार होने के चलते मौका उनके हाथ से निकल गया था. इंग्‍लैंड के खिलाफ वनडे और टी20 सीरीज एक तरह से युवा खिलाड़‍ियों को अपनी प्रतिभा की छाप छोड़ने का अवसर उपलब्‍ध कराएगी और उन्‍हें इस मौके का पूरा लाभ उठाना होगा... इसके अलावा कुछ अन्‍य समस्‍याएं भी हैं. टीम इंडिया के प्रमुख बल्‍लेबाज अजिंक्य रहाणे की फ़िटनेस पर सवालिया निशान है.इंग्लैंड के खिलाफ़ टेस्ट सीरीज़ में रहाणे की उंगली में चोट लगी थी. इसी तरह हार्दिक पांड्या की फिटनेस को लेकर भी संदेह बरकरार है. हार्दिक का दांया कंधा चोटिल हुआ था औरफ़िटनेस टेस्ट के बाद ही  इन दोनो खिलाड़ियों के बारे में अंतिम फैसला लिया जाएगा. यह तय है कि चो‍टग्रस्‍त खिलाड़‍ियों की इस लंबी लिस्ट के बाद चयनकर्ताओं के लिए मज़बूत टीम का चयन करना आसान नहीं रहने वाला. इस स्थिति में कुछ खिलाड़ी जिनको मौक़ा मिल सकता है, उनमें दिल्ली के तेज़ गेंदबाज़ इशांत शर्मा का नाम शामिल है. दिल्‍ली के ही बाएं हाथ के तेज गेंदबाज आशीष नेहरा के नाम की भी चर्चा है. हालांकि सिलेक्‍टर्स ने इन्हें न्‍यूजीलैंड टीम के खिलाफ़ मौक़ा नहीं दिया था.टिप्पणियां अगर सिलेक्‍शन के दौरान फोकस फ़्यूचर पर रहा तो धवल कुलकर्णी, बरिंदर सरां, जसप्रीत बुमराह और उमेश यादव टीम में दिख सकते हैं. उधर स्पिन डिपार्टमेंट में अमित मिश्रा का चयन तय दिखता है. यह देखना दिलचस्‍प होगा कि मिश्रा का साथ देने के लिए सिलेक्‍टर्स युज़वेंद्र चहल और शाहबाज़ नदीम जैसे युवा स्पिनरों के बारे में सोचते हैं या नहीं. बल्लेबाज़ी की बात करें तो चेन्‍नई टेस्‍ट में तिहरा शतक लगाकर सुर्खियों में आए करुण नायर और लोकेश राहुल का चयन तय नजर आ रहा है. वहीं सुरेश रैना की वापसी भी हो सकती है. वैसे रैना पिछली सीरीज़ में शामिल थे  लेकिन बीमार होने के चलते मौका उनके हाथ से निकल गया था. इंग्‍लैंड के खिलाफ वनडे और टी20 सीरीज एक तरह से युवा खिलाड़‍ियों को अपनी प्रतिभा की छाप छोड़ने का अवसर उपलब्‍ध कराएगी और उन्‍हें इस मौके का पूरा लाभ उठाना होगा... यह तय है कि चो‍टग्रस्‍त खिलाड़‍ियों की इस लंबी लिस्ट के बाद चयनकर्ताओं के लिए मज़बूत टीम का चयन करना आसान नहीं रहने वाला. इस स्थिति में कुछ खिलाड़ी जिनको मौक़ा मिल सकता है, उनमें दिल्ली के तेज़ गेंदबाज़ इशांत शर्मा का नाम शामिल है. दिल्‍ली के ही बाएं हाथ के तेज गेंदबाज आशीष नेहरा के नाम की भी चर्चा है. हालांकि सिलेक्‍टर्स ने इन्हें न्‍यूजीलैंड टीम के खिलाफ़ मौक़ा नहीं दिया था.टिप्पणियां अगर सिलेक्‍शन के दौरान फोकस फ़्यूचर पर रहा तो धवल कुलकर्णी, बरिंदर सरां, जसप्रीत बुमराह और उमेश यादव टीम में दिख सकते हैं. उधर स्पिन डिपार्टमेंट में अमित मिश्रा का चयन तय दिखता है. यह देखना दिलचस्‍प होगा कि मिश्रा का साथ देने के लिए सिलेक्‍टर्स युज़वेंद्र चहल और शाहबाज़ नदीम जैसे युवा स्पिनरों के बारे में सोचते हैं या नहीं. बल्लेबाज़ी की बात करें तो चेन्‍नई टेस्‍ट में तिहरा शतक लगाकर सुर्खियों में आए करुण नायर और लोकेश राहुल का चयन तय नजर आ रहा है. वहीं सुरेश रैना की वापसी भी हो सकती है. वैसे रैना पिछली सीरीज़ में शामिल थे  लेकिन बीमार होने के चलते मौका उनके हाथ से निकल गया था. इंग्‍लैंड के खिलाफ वनडे और टी20 सीरीज एक तरह से युवा खिलाड़‍ियों को अपनी प्रतिभा की छाप छोड़ने का अवसर उपलब्‍ध कराएगी और उन्‍हें इस मौके का पूरा लाभ उठाना होगा... अगर सिलेक्‍शन के दौरान फोकस फ़्यूचर पर रहा तो धवल कुलकर्णी, बरिंदर सरां, जसप्रीत बुमराह और उमेश यादव टीम में दिख सकते हैं. उधर स्पिन डिपार्टमेंट में अमित मिश्रा का चयन तय दिखता है. यह देखना दिलचस्‍प होगा कि मिश्रा का साथ देने के लिए सिलेक्‍टर्स युज़वेंद्र चहल और शाहबाज़ नदीम जैसे युवा स्पिनरों के बारे में सोचते हैं या नहीं. बल्लेबाज़ी की बात करें तो चेन्‍नई टेस्‍ट में तिहरा शतक लगाकर सुर्खियों में आए करुण नायर और लोकेश राहुल का चयन तय नजर आ रहा है. वहीं सुरेश रैना की वापसी भी हो सकती है. वैसे रैना पिछली सीरीज़ में शामिल थे  लेकिन बीमार होने के चलते मौका उनके हाथ से निकल गया था. इंग्‍लैंड के खिलाफ वनडे और टी20 सीरीज एक तरह से युवा खिलाड़‍ियों को अपनी प्रतिभा की छाप छोड़ने का अवसर उपलब्‍ध कराएगी और उन्‍हें इस मौके का पूरा लाभ उठाना होगा... बल्लेबाज़ी की बात करें तो चेन्‍नई टेस्‍ट में तिहरा शतक लगाकर सुर्खियों में आए करुण नायर और लोकेश राहुल का चयन तय नजर आ रहा है. वहीं सुरेश रैना की वापसी भी हो सकती है. वैसे रैना पिछली सीरीज़ में शामिल थे  लेकिन बीमार होने के चलते मौका उनके हाथ से निकल गया था. इंग्‍लैंड के खिलाफ वनडे और टी20 सीरीज एक तरह से युवा खिलाड़‍ियों को अपनी प्रतिभा की छाप छोड़ने का अवसर उपलब्‍ध कराएगी और उन्‍हें इस मौके का पूरा लाभ उठाना होगा...
फाइनल के लिए भिड़ेंगे चेन्नई और बैंगलोर
आईपीएल में मंगलवार को पहला क्वालिफायर मुकाबला खेला जाएगा। मुंबई में चेन्नई सुपर किंग्स के सामने होगी रॉयल चैलेंजर्स बेंगलौर।
आईपीएल में मंगलवार को पहला क्वालिफायर मुकाबला खेला जाएगा। मुंबई में चेन्नई सुपर किंग्स के सामने होगी रायल चैलेंजर्स बेंगलौर। चेन्नई की टीम इससे पहले तीनों सीजन में खिताबी दौड़ के मुकाबले खेल चुकी है। लिहाजा धोनी के सेना पिछले अनुभव का लाभ उठाकर फाइनल के लिए अपना बर्थ पक्का करना चाहेगी। दूसरी ओर गेल के तूफान की बदौलत रॉयल चैलेंजर्स बेंगलौर की टीम इस बार खिताब जीतना चाहती है। अंतिम लीग मुकाबले में बैंगलोर ने चेन्नई सुपर किंग्स को आठ विकेट से हराया था।
Saaho: प्रभास को लेकर श्रद्धा कपूर ने खोला राज, बताया शॉट्स के बीच में बाहुबली करते थे कुछ ऐसा
प्रभास को लेकर श्रद्धा कपूर ने किया खुलासा बताया, शूटिंग के दौरान क्या किया करते थे 30 अगस्त को रिलीज होगी फिल्म
प्रभास (Prabhas) और श्रद्धा कपूर (Shraddha Kapoor) की एक्शन थ्रिलर और मोस्ट अवेटेड फिल्म 'साहो (Saaho)' 30 अगस्त को रिलीज होने वाली है. फिल्म को लेकर फैन्स में काफी एक्साइटमेंट है. लेकिन हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में श्रद्धा कपूर ने 'बाहुबली' प्रभास को लेकर एक खुलासा किया है. इंटरव्यू में श्रद्धा ने बताया कि फिल्म 'साहो' की शूटिंग के दौरान प्रभास का व्यवहार कैसा रहा और शूट के बीच में प्रभास क्या करते थे. बता दें फिल्म 'साहो' की शूटिंग 2 सालों तक चली. इस बीच देश, विदेश के कई हिस्सों में इस फिल्म को शूट किया गया, जिसमें आस्ट्रिया, हैदराबाद, मुंबई, अबू धाबी, दुबई, रोमेनिया और यूरोप के कई हिस्से शामिल है. New symphony from Saaho with romance and lots more is out now. Hope you all like it! #Saaho #SaahoOnAugust30 @shraddhakapoor @sujeethsign @neilnitinmukesh @apnabhidu @chunkypanday @arunvijayno1 @mandirabedi @maheshmanjrekar @sharma_murli @vennelakish @uvcreationsofficial @bhushankumar @tseries.official @officialsaahomovie A post shared by Prabhas (@actorprabhas) on Aug 25, 2019 at 11:24pm PDT बॉलीवुड लाइफ को दिए इंटरव्यू में श्रद्धा कपर (Shraddha Kapoor) ने प्रभास (Prabhas) को लेकर कहा, 'जब हम पहली बार मिले तो उन्हें मेरे और मेरी टीम के साथ कंफर्टेबल होने में ज्यादा वक्त नहीं लगा और मैं भी उनकी टीम के साथ जल्दी ही घुल-मिल गई. उनका 'सेंस ऑफ ह्यूमर' काफी अच्छा है और इन तीन सालों में हमारी बोडिंग काफी अच्छी हो गई.' जब श्रद्धा कपूर से प्रभास को लेकर पूछा गया कि इन तीन साल में उन्हें प्रभास में क्या बदलाव लगा. इस पर एक्ट्रेस ने कहा, 'प्रभास अपने काम को लेकर काफी उत्साही हैं.' श्रद्धा कपूर (Shraddha Kapoor) ने आगे कहा, 'प्रभास (Prabhas) शूटिंग के समय हमेशा आराम से काम करते थे. शॉट्स के बीच-बीच मैं वो हंसते थे और सबके साथ मजाक करते थे. प्रभास और उनकी टीम ने हैदराबाद में मेरी बहुत केयर की और वो मुझे अच्छे से खाना भी खिलाते थे. टीम इस बात का हमेशा ध्यान रखती थी की मुझे घर की याद ना आए और अब हैदराबाद मेरा दूसरा घर बन गया है.' बता दें एक्शन थ्रिलर से भरपूर फिल्म 'साहो' आज रिलीज होगी.
CT AUSvsBAN: ऑस्‍ट्रेलिया-बांग्‍लादेश मैच भी बारिश की भेंट चढ़ा, दोनों टीमों को एक-एक अंक मिला
मैच में बांग्‍लादेश टीम 182 रन पर आउट हो गई थी बारिश आने के समय ऑस्‍ट्रेलिया के थे एक विकेट पर 83 रन मैच रद्द कर दोनों टीमों को एक-एक अंक दिया गया
11 से 20 ओवर : बांग्‍लादेश के दो विकेट गिरे 21 से 30 ओवर: तमीम के इर्दगिर्द केंद्रित है बांग्‍लादेशी पारी 31 से 40 ओवर : विकेट गिरते रहे, तमीम की पारी जारी रही स्‍टॉर्क ने चार विकेट लेकर समेटी बांग्‍लादेश की पारी
कुंभ में गऊ ढाबा: गाय के घी से बनता है खाना, परोसा जाता है घर जैसा खाना, बना आकर्षण का केंद्र
परोसा जाता है घर जैसा खाना फ्रैंजाइजी के लिए कर रहे पूछताछ आकर्षण का बना केंद्र
कुम्भ मेला क्षेत्र के अरैल में गऊ ढाबा चला रहे ढाबा के प्रबंधक अश्वनी ने बताया, 'मेरठ के पास शुक्रताल में हमारी 1,000 गायों की गोशाला है जहां शुद्ध देसी नस्ल की गायें हैं. इन्हीं गायों के दूध से तैयार घी का उपयोग हम गऊ ढाबा में करते हैं. यह घी परंपरागत ढंग से तैयार किया जाता है.' उन्होंने बताया कि गऊ ढाबा की सबसे बड़ी विशेषता है एकदम घर जैसा शुद्ध भोजन जिसमें किसी भी तरह की कृत्रिम चीजों का उपयोग नहीं किया जाता है. मुजफ्फरनगर स्थित गऊ ढाबे में छांछ भी परोसा जाता है क्योंकि वहां हमारी गोशाला मौजूद है.  उन्होंने बताया कि गऊ ढाबा दो तरह की थाली की पेशकश करता है, जिसमें लोगों को चूल्हे की रोटी, देसी गाय के दूध से बनी खीर, शुद्ध तेल से तैयार सब्जियां, दाल, रायता, सलाद और पापड़ दिया जाता है. एक थाली 300 रुपये और दूसरी थाली 200 रुपये की है. सतीश ने कहा कि गऊ ढाबा, गोशालाओं को स्वावलंबी बनाने में अहम भूमिका निभा सकता है. वहीं दूसरी ओर लोगों को इससे शुद्ध भोजन उपलब्ध हो सकता है.
गलती से संगमा को वोट डाल बैठे मुलायम
मुलायम ने हालांकि तुरंत ही भूल का एहसास कर लिया और मतपत्र पेटी में जाने से बच गया। उन्होंने दूसरा मतपत्र लेकर अपनी भूल सुधार की। वैसे उनके वोट को अभी अलग रख लिया गया है।
राष्ट्रपति पद के लिए यूपीए उम्मीदवार प्रणब मुखर्जी को समर्थन का ऐलान कर चुके सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतपत्र पर गलती से पीए संगमा के नाम के आगे ठप्पा लगा बैठे। मुलायम ने हालांकि तुरंत ही भूल का एहसास कर लिया और मतपत्र पेटी में जाने से बच गया। उन्होंने दूसरा मतपत्र लेकर अपनी भूल सुधार की। बीजेपी ने मुलायम को नया मतपत्र दिए जाने को नियम के खिलाफ बताते हुए इसके खिलाफ राष्ट्रपति चुनाव के निर्वाचन अधिकारी के समक्ष आपत्ति दर्ज कराई है और उनके दूसरे मतपत्र को रद्द करने की मांग की है। राष्ट्रपति पद के बीजेपी समर्थित उम्मीदवार पीए संगमा के चुनाव एजेंट सत्यपाल जैन ने बताया कि मुलायम ने पहले मतपत्र में संगमा के नाम के आगे सहमति का निशान लगा दिया था, लेकिन अपनी भूल का एहसास होने पर उन्होंने स्वयं ही उस मतपत्र को फाड़ दिया, जो सरासर गैर-कानूनी है।टिप्पणियां जैन ने कहा कि नियमानुसार मतपत्र पर स्याही गिर जाने या किसी वजह से चिपककर फट जाने की स्थिति में ही दूसरा मतपत्र दिया जाता है, लेकिन मुलायम के मामले में ऐसा कुछ नहीं हुआ है। चुनाव अधिकारी और चुनाव आयोग के समक्ष दर्ज कराई गई लिखित शिकायत में उन्होंने कहा कि चूंकि मुलायम ने मतपत्र पर अपनी पसंद अंकित कर दी थी, इसलिए उन्हें दूसरा मतपत्र नहीं दिया जाना चाहिए था। ऐसी स्थिति में तो बिल्कुल नहीं, जबकि उन्होंने मतपत्र स्वयं फाड़ा हो। वहीं, कांग्रेस नेता गिरिजा व्यास ने कहा कि ऐसा नियम है कि यदि कोई गलती से मतदान कर दे या फिर कोई मतपत्र खराब हो, तो मतदाता दूसरा मतपत्र ले सकता है। मुलायम ने हालांकि तुरंत ही भूल का एहसास कर लिया और मतपत्र पेटी में जाने से बच गया। उन्होंने दूसरा मतपत्र लेकर अपनी भूल सुधार की। बीजेपी ने मुलायम को नया मतपत्र दिए जाने को नियम के खिलाफ बताते हुए इसके खिलाफ राष्ट्रपति चुनाव के निर्वाचन अधिकारी के समक्ष आपत्ति दर्ज कराई है और उनके दूसरे मतपत्र को रद्द करने की मांग की है। राष्ट्रपति पद के बीजेपी समर्थित उम्मीदवार पीए संगमा के चुनाव एजेंट सत्यपाल जैन ने बताया कि मुलायम ने पहले मतपत्र में संगमा के नाम के आगे सहमति का निशान लगा दिया था, लेकिन अपनी भूल का एहसास होने पर उन्होंने स्वयं ही उस मतपत्र को फाड़ दिया, जो सरासर गैर-कानूनी है।टिप्पणियां जैन ने कहा कि नियमानुसार मतपत्र पर स्याही गिर जाने या किसी वजह से चिपककर फट जाने की स्थिति में ही दूसरा मतपत्र दिया जाता है, लेकिन मुलायम के मामले में ऐसा कुछ नहीं हुआ है। चुनाव अधिकारी और चुनाव आयोग के समक्ष दर्ज कराई गई लिखित शिकायत में उन्होंने कहा कि चूंकि मुलायम ने मतपत्र पर अपनी पसंद अंकित कर दी थी, इसलिए उन्हें दूसरा मतपत्र नहीं दिया जाना चाहिए था। ऐसी स्थिति में तो बिल्कुल नहीं, जबकि उन्होंने मतपत्र स्वयं फाड़ा हो। वहीं, कांग्रेस नेता गिरिजा व्यास ने कहा कि ऐसा नियम है कि यदि कोई गलती से मतदान कर दे या फिर कोई मतपत्र खराब हो, तो मतदाता दूसरा मतपत्र ले सकता है। बीजेपी ने मुलायम को नया मतपत्र दिए जाने को नियम के खिलाफ बताते हुए इसके खिलाफ राष्ट्रपति चुनाव के निर्वाचन अधिकारी के समक्ष आपत्ति दर्ज कराई है और उनके दूसरे मतपत्र को रद्द करने की मांग की है। राष्ट्रपति पद के बीजेपी समर्थित उम्मीदवार पीए संगमा के चुनाव एजेंट सत्यपाल जैन ने बताया कि मुलायम ने पहले मतपत्र में संगमा के नाम के आगे सहमति का निशान लगा दिया था, लेकिन अपनी भूल का एहसास होने पर उन्होंने स्वयं ही उस मतपत्र को फाड़ दिया, जो सरासर गैर-कानूनी है।टिप्पणियां जैन ने कहा कि नियमानुसार मतपत्र पर स्याही गिर जाने या किसी वजह से चिपककर फट जाने की स्थिति में ही दूसरा मतपत्र दिया जाता है, लेकिन मुलायम के मामले में ऐसा कुछ नहीं हुआ है। चुनाव अधिकारी और चुनाव आयोग के समक्ष दर्ज कराई गई लिखित शिकायत में उन्होंने कहा कि चूंकि मुलायम ने मतपत्र पर अपनी पसंद अंकित कर दी थी, इसलिए उन्हें दूसरा मतपत्र नहीं दिया जाना चाहिए था। ऐसी स्थिति में तो बिल्कुल नहीं, जबकि उन्होंने मतपत्र स्वयं फाड़ा हो। वहीं, कांग्रेस नेता गिरिजा व्यास ने कहा कि ऐसा नियम है कि यदि कोई गलती से मतदान कर दे या फिर कोई मतपत्र खराब हो, तो मतदाता दूसरा मतपत्र ले सकता है। राष्ट्रपति पद के बीजेपी समर्थित उम्मीदवार पीए संगमा के चुनाव एजेंट सत्यपाल जैन ने बताया कि मुलायम ने पहले मतपत्र में संगमा के नाम के आगे सहमति का निशान लगा दिया था, लेकिन अपनी भूल का एहसास होने पर उन्होंने स्वयं ही उस मतपत्र को फाड़ दिया, जो सरासर गैर-कानूनी है।टिप्पणियां जैन ने कहा कि नियमानुसार मतपत्र पर स्याही गिर जाने या किसी वजह से चिपककर फट जाने की स्थिति में ही दूसरा मतपत्र दिया जाता है, लेकिन मुलायम के मामले में ऐसा कुछ नहीं हुआ है। चुनाव अधिकारी और चुनाव आयोग के समक्ष दर्ज कराई गई लिखित शिकायत में उन्होंने कहा कि चूंकि मुलायम ने मतपत्र पर अपनी पसंद अंकित कर दी थी, इसलिए उन्हें दूसरा मतपत्र नहीं दिया जाना चाहिए था। ऐसी स्थिति में तो बिल्कुल नहीं, जबकि उन्होंने मतपत्र स्वयं फाड़ा हो। वहीं, कांग्रेस नेता गिरिजा व्यास ने कहा कि ऐसा नियम है कि यदि कोई गलती से मतदान कर दे या फिर कोई मतपत्र खराब हो, तो मतदाता दूसरा मतपत्र ले सकता है। जैन ने कहा कि नियमानुसार मतपत्र पर स्याही गिर जाने या किसी वजह से चिपककर फट जाने की स्थिति में ही दूसरा मतपत्र दिया जाता है, लेकिन मुलायम के मामले में ऐसा कुछ नहीं हुआ है। चुनाव अधिकारी और चुनाव आयोग के समक्ष दर्ज कराई गई लिखित शिकायत में उन्होंने कहा कि चूंकि मुलायम ने मतपत्र पर अपनी पसंद अंकित कर दी थी, इसलिए उन्हें दूसरा मतपत्र नहीं दिया जाना चाहिए था। ऐसी स्थिति में तो बिल्कुल नहीं, जबकि उन्होंने मतपत्र स्वयं फाड़ा हो। वहीं, कांग्रेस नेता गिरिजा व्यास ने कहा कि ऐसा नियम है कि यदि कोई गलती से मतदान कर दे या फिर कोई मतपत्र खराब हो, तो मतदाता दूसरा मतपत्र ले सकता है। वहीं, कांग्रेस नेता गिरिजा व्यास ने कहा कि ऐसा नियम है कि यदि कोई गलती से मतदान कर दे या फिर कोई मतपत्र खराब हो, तो मतदाता दूसरा मतपत्र ले सकता है।
भ्रष्टाचार का इलाज है थप्पड़ : अन्ना
'गली−गली में चोर है' फिल्म अन्ना हजारे के साथ उनके गांव रालेगण सिद्धि में जुटी करीब 2000 लोगों की भीड़ ने देखी।
'गली−गली में चोर है' फिल्म अन्ना हजारे के साथ उनके गांव रालेगण सिद्धि में जुटी करीब 2000 लोगों की भीड़ ने देखी। यह फिल्म अन्ना की तरह भ्रष्टाचार से लड़ने की बात करती है और इस मौके पर अन्ना के साथ फिल्म के कलाकार भी मौजूद थे। रिलीज से पहले इसके कलाकार अन्ना को फिल्म दिखाकर उनका आशीर्वाद लेना चाहते थे क्योंकि अन्ना की तरह फिल्म में भी एक आम आदमी करप्ट सिस्टम से जूझता है। अन्ना से मिलकर सबसे ज्यादा उत्साह में दिखी फिल्म की अभिनेत्री मुग्धा गोडसे और श्रेया सरन। फिल्म देखने के बाद अन्ना ने कहा कि भ्रष्टाचार को लेकर लोगों का सब्र खत्म हो गया है और ऐसे लोगों को एक थप्पड़ लगाना चाहिए तभी उनमें बदलाव आएगा। अन्ना से मिलकर सबसे ज्यादा उत्साह में दिखी फिल्म की अभिनेत्री मुग्धा गोडसे और श्रेया सरन। फिल्म देखने के बाद अन्ना ने कहा कि भ्रष्टाचार को लेकर लोगों का सब्र खत्म हो गया है और ऐसे लोगों को एक थप्पड़ लगाना चाहिए तभी उनमें बदलाव आएगा।
आरएसएस नेता बाल आप्टे का निधन
भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ नेता बाल आप्टे का शहर के एक अस्पताल में निधन हो गया। वह कुछ दिनों से अस्वस्थ थे।
भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ नेता बाल आप्टे का शहर के एक अस्पताल में निधन हो गया। वह कुछ दिनों से अस्वस्थ थे। राज्यसभा के पूर्व सदस्य 73 वर्षीय आप्टे के परिवार में पत्नी और एक बेटी है। चार दिन पहले उन्हें हिंदुजा अस्पताल में भर्ती कराया गया था। पेशे से वकील आप्टे को दिसंबर 1975 से फरवरी 1977 तक आपातकाल के दौरान मीसा कानून के तहत हिरासत में रखा गया था।टिप्पणियां महाराष्ट्र के पूर्व अतिरिक्त महाधिवक्ता को राज्य से वर्ष 2000 और 2006 में राज्य सभा के लिए चुना गया था। भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी ने आप्टे के निधन पर दुख व्यक्त करते हुए उन्हें ‘मित्र, दार्शनिक और मार्गदर्शक’ बताया। राज्यसभा के पूर्व सदस्य 73 वर्षीय आप्टे के परिवार में पत्नी और एक बेटी है। चार दिन पहले उन्हें हिंदुजा अस्पताल में भर्ती कराया गया था। पेशे से वकील आप्टे को दिसंबर 1975 से फरवरी 1977 तक आपातकाल के दौरान मीसा कानून के तहत हिरासत में रखा गया था।टिप्पणियां महाराष्ट्र के पूर्व अतिरिक्त महाधिवक्ता को राज्य से वर्ष 2000 और 2006 में राज्य सभा के लिए चुना गया था। भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी ने आप्टे के निधन पर दुख व्यक्त करते हुए उन्हें ‘मित्र, दार्शनिक और मार्गदर्शक’ बताया। पेशे से वकील आप्टे को दिसंबर 1975 से फरवरी 1977 तक आपातकाल के दौरान मीसा कानून के तहत हिरासत में रखा गया था।टिप्पणियां महाराष्ट्र के पूर्व अतिरिक्त महाधिवक्ता को राज्य से वर्ष 2000 और 2006 में राज्य सभा के लिए चुना गया था। भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी ने आप्टे के निधन पर दुख व्यक्त करते हुए उन्हें ‘मित्र, दार्शनिक और मार्गदर्शक’ बताया। महाराष्ट्र के पूर्व अतिरिक्त महाधिवक्ता को राज्य से वर्ष 2000 और 2006 में राज्य सभा के लिए चुना गया था। भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी ने आप्टे के निधन पर दुख व्यक्त करते हुए उन्हें ‘मित्र, दार्शनिक और मार्गदर्शक’ बताया। भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी ने आप्टे के निधन पर दुख व्यक्त करते हुए उन्हें ‘मित्र, दार्शनिक और मार्गदर्शक’ बताया।
टेस्ट रैंकिंग में तेंदुलकर ने शीर्ष स्थान गंवाया
तेंदुलकर ने आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में शीर्ष स्थान दक्षिण अफ्रीका के जैक कैलिस को गंवा दिया। वहीं द्रविड़ नौ पायदान की छलांग लगाकर शीर्ष 20 में पहुंच गए।
मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में शीर्ष स्थान दक्षिण अफ्रीका के जैक कैलिस को गंवा दिया। वहीं वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले टेस्ट में शतक जमाने वाले राहुल द्रविड़ नौ पायदान की छलांग लगाकर शीर्ष 20 में पहुंच गए हैं। आईसीसी की विज्ञप्ति के अनुसार खब्बू बल्लेबाज सुरेश रैना भी 26 पायदान चढकर 61वें स्थान पर पहुंच गए। वेस्टइंडीज दौरे से ब्रेक लेने वाले तेंदुलकर फिलहाल दूसरे स्थान पर हैं। किसी खिलाड़ी को एक टेस्ट नहीं खेलने पर रेटिंग अंक का एक प्रतिशत गंवाना पड़ता है। तेंदुलकर अगले दो टेस्ट भी नहीं खेल रहे हैं लिहाजा उनके अंक और कम होंगे। वह इंग्लैंड के खिलाफ अगले महीने टेस्ट शृंखला खेलेंगे। द्रविड़ सबीना पार्क पर 112 रन की पारी खेलकर 20वें स्थान पर पहुंच गए। नवंबर 2010 के बाद यह उनकी सर्वश्रेष्ठ रैंकिंग है। द्रविड़ 2004 में आईसीसी क्रिकेटर और वर्ष के सर्वश्रेष्ठ टेस्ट खिलाड़ी रह चुके हैं। वीवीएस लक्ष्मण पांच पायदान गिरकर 13वें स्थान पर आ गए। महेंद्र सिंह धोनी दो पायदान नीचे 38वें स्थान पर हैं। गेंदबाजों में ईशांत शर्मा तीन पायदान चढ़कर 11वें स्थान पर पहुंच गए हैं। वेस्टइंडीज के सलामी बल्लेबाज एड्रियन बराथ ने 29 पायदान की छलांग लगाकर 62वें स्थान पर कब्जा कर लिया। गेंदबाजों में स्पिनर देवेंद्र बिशू 49वें स्थान पर हैं। वह 12 पायदान ऊपर चढ़े हैं। दक्षिण अफ्रीका के डेल स्टेन, इंग्लैंड के ग्रीम स्वान और जेम्स एंडरसन पहले तीन स्थान पर हैं।
साधारण फोन पर वीडियो देखने की राह आसान
खास बात यह है कि इस सुविधा के लिए लोगों को किसी अतिरिक्त राशि का भुगतान नहीं करना होगा। फोन को हालांकि इंटरनेट सुविधा से युक्त होना चाहिए।
अभी तक बिना किसी विशेष सुविधा वाले मोबाइल फोन (फीचर फोन) पर वीडियो सामग्री नहीं देखी जा सकती थी। लेकिन जिग्सी नाम की एक नई प्रौद्योगिकी ने साधारण मोबाइल फोनों पर भी वीडियो सामग्री देखना संभव बना दिया है। अत्यधिक सस्ते मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने वाले देश के करोड़ों ग्राहक भी अब वीडियो सामग्री देखने का लुत्फ उठा पाएंगे। खास बात यह है कि इस सुविधा के लिए लोगों को किसी अतिरिक्त राशि का भुगतान नहीं करना होगा। फोन को हालांकि इंटरनेट सुविधा से युक्त होना चाहिए। जिग्सी एक वीडियो स्ट्रीमिंग प्रौद्योगिकी है, जिसका विकास कनाडा के टोरंटो की नई नवेली वीडियो स्ट्रीमिंग कम्पनी 'जिग्सी इंक' ने किया है।इस प्रौद्योगिकी से 50 केबीपीएस की गति वाले इंटरनेट नेटवर्क पर भी वीडियो सामग्री का प्रवाह भेजा जा सकता है, जबकि देश में उपयोग होने वाले अधिकतर जीपीआरएस सुविधा वाले फोन की इंटरनेट की गति 60 केबीपीएस होती है। वीडियो स्ट्रीमिंग और वीडिया को डाउनलोड कर देखने में फर्क होता है।स्ट्रीमिंग के तहत वीडियो सामग्री प्रसारक के पास ही रहती है। आप सिर्फ बटन दबा कर कोई भी सामग्री को देख सकते हैं इसे अपने उपकरण पर डाउनलोड करने की उसी तरह जरूरत नहीं होती है, जैसे टेलीविजन देखने के लिए सामग्री को डाउनलोड करने की जरूरत नहीं होती है। देश के 90 फीसदी मोबाइल ग्राहकों के पास फीचर फोन हैं।इसका मतलब यह है कि कंपनी को लगभग 50 करोड़ ग्राहक मिल सकते हैं, जो अब तक यूट्यूब जैसी स्ट्रीमिंग सेवा अपने मोबाइल फोन पर नहीं देख पा रहे हैं। जिग्सी बीटा नाम का यह एप्लीकेशन 15 अगस्त से ओवीआई, सेलमेनिया (टाटा डोकोमो, एयरटेल), एपिया जैसे विभिन्न स्टोरों और कंपनी की अपनी वेबसाइट एचटीटीपी कॉलन स्लैस एम डॉट जिगसी डॉट कॉम पर उपलब्ध रहेगा।शुरू में सिर्फ जावा पर काम करने वाले मोबाइल फोन पर ही यह एप्लीकेशन डाउनलोड किया जा सकता है, लेकिन कंपनी एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम वाले मोबाइल फोन निर्माताओं को भी अपने फोन को इस एप्लीकेशन के लिए अनुकूल बनाने के लिए मनाने की कोशिश कर रही है।इस एप्लीकेशन की खासियत यह है कि यदि आपके मोबाइल की इंटरनेट गति घटकर 50 केबीपीएस भी रह जाए, तो भी इस पर बिना किसी रुकावट के वीडियो स्ट्रीमिंग देखी जा सकती है। यानी, यह रुक-रुक कर नहीं, बल्कि धारा प्रवाह चलेगा। इस एप्लीकेशन में यह सुविधा है कि यदि कोई वीडियो सामग्री देखते वक्त मोबाइल की बैटरी खत्म हो जाए या अन्य किसी वजह से मोबाइल बंद हो जाए, तो अगली बार सामग्री वहीं से चल सकती है, जहां यह बंद हुई थी।यह एप्लीकेशन 2जी (जीपीआरएस), 3जी, वाईफाई जैसे सभी तरह के इंटरनेट नेटवर्क पर काम कर सकता है। जिग्सी के संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी 35 वर्षीय रे नेवल ने कहा, जिग्सी प्रौद्योगिकी, सॉफ्टवेयर या मोबाइल एप्लीकेशन ही नहीं है, बल्कि इससे कुछ और अधिक है। जिग्सी हमारा एक ऐसा तरीका है, जिसके माध्यम से हर कोई बिना किसी भेदभाव के शिक्षा, मनोरंजन और सूचनापरक वीडियो सामग्री देख सकता है।
क्या पानसरे, दाभोलकर और कलबुर्गी हत्याकांड की भी अहम कड़ी है केटी नवीन?
आरोपी केटी नवीन कुमार फिलहाल न्यायिक हिरासत में जेल में पंसारे हत्याकांड के आरोपी के वकील ने की मदद करने की कोशिश कथित रूप से पुलिस ने वकील को नवीन से मिलने नहीं दिया
फिलहाल केटी नवीन कुमार बेंगलुरु के सेंट्रल जेल में 26 मार्च तक न्यायिक हिरासत में है.
गुजरात चुनाव से पहले दिग्विजय सिंह ने एक बार फिर पीएम नरेंद्र मोदी को निशाने पर लिया
दिग्विजय सिंह अपने राजनीतिक बयानों के लिए अकसर खबरों में बने रहते हैं कई बार ऐसा भी हुआ है कि उनके बयान से पार्टी ने किनारा कर लिया है. दिग्विजय सिंह ने पीएम नरेंद्र मोदी पर परोक्ष हमला किया है.
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह अपने राजनीतिक बयानों के लिए अकसर खबरों में बने रहते हैं. उनके बयानों पर विवाद होना भी कोई नई बात नहीं है. कई बार ऐसा भी हुआ है कि उनके बयान से पार्टी ने किनारा कर लिया है.  अब एक बार फिर कांग्रेस पार्टी के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह ने पीएम नरेंद्र मोदी पर परोक्ष हमला किया है. यानि अपने ट्वीट के जरिए उन्होंने जो कहा है उसमें उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी का नाम नहीं लिया है. शनिवार की सुबह उन्होंने ट्वीट कर पीएम मोदी पर निशाना साधा है. उन्होंने अपने ट्वीट में कहा है कि कम से कम आप लोगों को यह देख लेना चाहिए कि उन्होंने (पीएम नरेंद्र मोदी) गुजरात के उन नेताओं के साथ क्या किया जिन्होंने उनका साथ दिया था. केशुभाई से लेकर हरेंद्र पांड्या, यह सूची अंतहीन है.    At least you should have seen what he did to Gujarat Leaders who supported him. From Keshu Bhai to Harendra Pandya the list is endless. — digvijaya singh (@digvijaya_28) July 15, 2017 वैसे दिग्विजय सिंह पहले भी इस प्रकार के बयान दे चुके हैं. लेकिन अब यह बयान गुजरात चुनाव के मद्देनजर देखा जा रहा है. पार्टी यहां पर अपने कुनबे को बचाने में जुटी है. राज्य के दिग्गज नेता शंकरसिंह वाघेला पार्टी आलाकमान से नाराज बताए जा रहे हैं. कुछ दिन पहले यह भी खबर आई थी कि वह बीजेपी में जा सकते हैं. लेकिन उन्होंने खुद मीडिया के सामने आकर यह बयान दिया है कि वह ऐसा नहीं करने जा रहे हैं. googletag.cmd.push(function() { googletag.display('adslotNativeVideo'); }); बता दें कि हाल ही में जीएसटी लागू होने के साथ ही उन्होंने पांच ट्वीट कर पीएम नरेंद्र मोदी पर तब भी निशाना साधा था. कई बार हिंदू आतंकवाद के मुद्दे पर उनके बयानों पर बवाल हुआ है.    ये भी पढ़ेंनोटबंदी : दिग्विजय सिंह के किस सवाल पर झेंप गए रिज़र्व बैंक के गवर्नर उर्जित पटेल...जीएसटी लागू होते ही कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह का पीएम नरेंद्र मोदी पर यह ताजा हमलाकोई हिन्दू आतंकी नहीं हो सकता, हरियाणा के मंत्री अनिल विज का बयान | दिग्विजय सिंह ने किया पलटवारदिग्विजय सिंह के ट्वीट पर बवाल, तेलंगाना पुलिस पर मुस्लिम युवकों को कट्टरपंथी बनाने का आरोप लगायाटिप्पणियां कांग्रेस पार्टी ने कुछ समय पहले उनके पास से गोवा का प्रभार ले लिया था क्योंकि सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरने के बाद भी पार्टी गोवा में अपनी सरकार बनाने में नाकामयाब रही. इसके पीछे राज्य कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने यही कारण बताया गया कि दिग्विजय सिंह की हीलाहवाली की वजह से कांग्रेस सरकार बनाने से चूक गई.  अब एक बार फिर कांग्रेस पार्टी के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह ने पीएम नरेंद्र मोदी पर परोक्ष हमला किया है. यानि अपने ट्वीट के जरिए उन्होंने जो कहा है उसमें उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी का नाम नहीं लिया है. शनिवार की सुबह उन्होंने ट्वीट कर पीएम मोदी पर निशाना साधा है. उन्होंने अपने ट्वीट में कहा है कि कम से कम आप लोगों को यह देख लेना चाहिए कि उन्होंने (पीएम नरेंद्र मोदी) गुजरात के उन नेताओं के साथ क्या किया जिन्होंने उनका साथ दिया था. केशुभाई से लेकर हरेंद्र पांड्या, यह सूची अंतहीन है.    At least you should have seen what he did to Gujarat Leaders who supported him. From Keshu Bhai to Harendra Pandya the list is endless. — digvijaya singh (@digvijaya_28) July 15, 2017 वैसे दिग्विजय सिंह पहले भी इस प्रकार के बयान दे चुके हैं. लेकिन अब यह बयान गुजरात चुनाव के मद्देनजर देखा जा रहा है. पार्टी यहां पर अपने कुनबे को बचाने में जुटी है. राज्य के दिग्गज नेता शंकरसिंह वाघेला पार्टी आलाकमान से नाराज बताए जा रहे हैं. कुछ दिन पहले यह भी खबर आई थी कि वह बीजेपी में जा सकते हैं. लेकिन उन्होंने खुद मीडिया के सामने आकर यह बयान दिया है कि वह ऐसा नहीं करने जा रहे हैं. बता दें कि हाल ही में जीएसटी लागू होने के साथ ही उन्होंने पांच ट्वीट कर पीएम नरेंद्र मोदी पर तब भी निशाना साधा था. कई बार हिंदू आतंकवाद के मुद्दे पर उनके बयानों पर बवाल हुआ है.    ये भी पढ़ेंनोटबंदी : दिग्विजय सिंह के किस सवाल पर झेंप गए रिज़र्व बैंक के गवर्नर उर्जित पटेल...जीएसटी लागू होते ही कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह का पीएम नरेंद्र मोदी पर यह ताजा हमलाकोई हिन्दू आतंकी नहीं हो सकता, हरियाणा के मंत्री अनिल विज का बयान | दिग्विजय सिंह ने किया पलटवारदिग्विजय सिंह के ट्वीट पर बवाल, तेलंगाना पुलिस पर मुस्लिम युवकों को कट्टरपंथी बनाने का आरोप लगायाटिप्पणियां कांग्रेस पार्टी ने कुछ समय पहले उनके पास से गोवा का प्रभार ले लिया था क्योंकि सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरने के बाद भी पार्टी गोवा में अपनी सरकार बनाने में नाकामयाब रही. इसके पीछे राज्य कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने यही कारण बताया गया कि दिग्विजय सिंह की हीलाहवाली की वजह से कांग्रेस सरकार बनाने से चूक गई.    At least you should have seen what he did to Gujarat Leaders who supported him. From Keshu Bhai to Harendra Pandya the list is endless. — digvijaya singh (@digvijaya_28) July 15, 2017 वैसे दिग्विजय सिंह पहले भी इस प्रकार के बयान दे चुके हैं. लेकिन अब यह बयान गुजरात चुनाव के मद्देनजर देखा जा रहा है. पार्टी यहां पर अपने कुनबे को बचाने में जुटी है. राज्य के दिग्गज नेता शंकरसिंह वाघेला पार्टी आलाकमान से नाराज बताए जा रहे हैं. कुछ दिन पहले यह भी खबर आई थी कि वह बीजेपी में जा सकते हैं. लेकिन उन्होंने खुद मीडिया के सामने आकर यह बयान दिया है कि वह ऐसा नहीं करने जा रहे हैं. बता दें कि हाल ही में जीएसटी लागू होने के साथ ही उन्होंने पांच ट्वीट कर पीएम नरेंद्र मोदी पर तब भी निशाना साधा था. कई बार हिंदू आतंकवाद के मुद्दे पर उनके बयानों पर बवाल हुआ है.    ये भी पढ़ेंनोटबंदी : दिग्विजय सिंह के किस सवाल पर झेंप गए रिज़र्व बैंक के गवर्नर उर्जित पटेल...जीएसटी लागू होते ही कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह का पीएम नरेंद्र मोदी पर यह ताजा हमलाकोई हिन्दू आतंकी नहीं हो सकता, हरियाणा के मंत्री अनिल विज का बयान | दिग्विजय सिंह ने किया पलटवारदिग्विजय सिंह के ट्वीट पर बवाल, तेलंगाना पुलिस पर मुस्लिम युवकों को कट्टरपंथी बनाने का आरोप लगायाटिप्पणियां कांग्रेस पार्टी ने कुछ समय पहले उनके पास से गोवा का प्रभार ले लिया था क्योंकि सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरने के बाद भी पार्टी गोवा में अपनी सरकार बनाने में नाकामयाब रही. इसके पीछे राज्य कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने यही कारण बताया गया कि दिग्विजय सिंह की हीलाहवाली की वजह से कांग्रेस सरकार बनाने से चूक गई.  At least you should have seen what he did to Gujarat Leaders who supported him. From Keshu Bhai to Harendra Pandya the list is endless. बता दें कि हाल ही में जीएसटी लागू होने के साथ ही उन्होंने पांच ट्वीट कर पीएम नरेंद्र मोदी पर तब भी निशाना साधा था. कई बार हिंदू आतंकवाद के मुद्दे पर उनके बयानों पर बवाल हुआ है.    ये भी पढ़ेंनोटबंदी : दिग्विजय सिंह के किस सवाल पर झेंप गए रिज़र्व बैंक के गवर्नर उर्जित पटेल...जीएसटी लागू होते ही कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह का पीएम नरेंद्र मोदी पर यह ताजा हमलाकोई हिन्दू आतंकी नहीं हो सकता, हरियाणा के मंत्री अनिल विज का बयान | दिग्विजय सिंह ने किया पलटवारदिग्विजय सिंह के ट्वीट पर बवाल, तेलंगाना पुलिस पर मुस्लिम युवकों को कट्टरपंथी बनाने का आरोप लगायाटिप्पणियां कांग्रेस पार्टी ने कुछ समय पहले उनके पास से गोवा का प्रभार ले लिया था क्योंकि सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरने के बाद भी पार्टी गोवा में अपनी सरकार बनाने में नाकामयाब रही. इसके पीछे राज्य कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने यही कारण बताया गया कि दिग्विजय सिंह की हीलाहवाली की वजह से कांग्रेस सरकार बनाने से चूक गई.  कांग्रेस पार्टी ने कुछ समय पहले उनके पास से गोवा का प्रभार ले लिया था क्योंकि सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरने के बाद भी पार्टी गोवा में अपनी सरकार बनाने में नाकामयाब रही. इसके पीछे राज्य कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने यही कारण बताया गया कि दिग्विजय सिंह की हीलाहवाली की वजह से कांग्रेस सरकार बनाने से चूक गई.
उत्तर प्रदेश : कानपुर में थाने के अंदर दरोगा की बेरहमी से हत्या, मचा हड़कंप
उत्तर प्रदेश के कानपुर का सनसनीखेज मामला थाने के अंदर ही दरोगा की कर दी गई हत्या दरोगा की हत्या का मामला सामने आने पर मचा हड़कंप
Station House Officer (SHO) Baccha Lal Gautam stabbed to death inside a Police Station in Kanpur.More details awaited
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को मिली बड़ी कामयाबी, 520 करोड़ की हेरोइन बरामद की
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को मिली बड़ी कामयाबी 520 करोड़ की हेरोइन बरामद की अब तक 1320 करोड़ की हेरोइन बरामद हो चुकी है
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने नवी मुंबई से 520 करोड़ की हेरोइन की एक और खेप बरामद की. बीते 2 हफ्तों में एक ही अफगानी सिंडिकेट से अब तक 1320 करोड़ की हेरोइन बरामद हो चुकी है. इस बार 130 किलो हेरोइन जूट के बैग में एक कंटेनर से पकड़ी गई. ये हेरोइन तुलसी के बीज के साथ छुपा कर रखी गयी थी, जिससे कोई शक न कर सके. इस मामले में 2 और लोग पकड़े गए हैं जिसमें दिल्ली का एक मास्टरमाइंड और अफगानी है. ये हेरोइन अफगानिस्तान से ईरान के समुद्री रास्ते होते हुए मुम्बई लायी गयी.  चलती कार में आग लगने से ड्राइवर की मौत, ऑटोमैटिक गेट लॉक होने की वजह से गंवानी पड़ी जान अब तक 1320 करोड़ कीमत की 330 किलो हेरोइन बरामद  हो चुकी है और कुल 9 लोग गिरफ्तार हुए हैं जिसमें 5 अफगानी नागरिक हैं. बरामद हुई पूरी हेरोइन अफगानिस्तान से भारत लायी गयी है. शक है कि इसके पीछे पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई है जो नार्को टेररिज्म के जरिये फण्ड इकट्ठा करवा रही है.
राजपाल यादव को सुप्रीम कोर्ट ने लगाई फटकार, कोर्ट ने कहा, 6 दिन नहीं 6 महीने के लिए जेल भेजना चाहिए
कोर्ट ने कहा- राजपाल यादव ने बार बार शपथपत्र का उल्लंघन किया शुक्रवार तक राजपाल ने पैसे नहीं दिए तो जाना होगा जेल राजपाल यादव ने दिसंबर, 2013 में चार दिन की सजा काटी थी
फिल्म अभिनेता राजपाल यादव को सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को कड़ी फटकार लगाई। राजपाल के व्यवहार से नाराज कोर्ट ने कहा  कहा कि आपको 6 दिन के लिए नहीं बल्कि 6 महीने के लिए जेल भेजना चाहिए। राजपाल यादव पर कोर्ट के आदेशों को हल्के में लेने का आरोप है। कोर्ट ने कहा कि राजपाल का व्यवहार ऐसा था जिसको शब्दों में बयान नहीं कर सकते हैं। आप जैसे लोगों को जेल जाना ही चाहिए। कोर्ट ने राजपाल को एक मौका देते हुए आदेश दिया कि शुक्रवार तक हमें बताये कितना पैसा आप दे सकते हैं। अगर पैसे नहीं दिए तो जेल जाने को तैयार रहिए। दरअसल दिल्ली हाई कोर्ट ने बॉलीवुड अभिनेता राजपाल यादव को 15 जुलाई तक तिहाड़ जेल में आत्मसमर्पण करके पूर्व में उन्हें दी गई सजा के बचे हुए 6 दिन काटने का निर्देश दिया था। जिसको उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी।  अभिनेता को यह सजा झूठा हलफनामा दायर करने के लिए 2013 में दी गई थी। यादव ने 3-6 दिसंबर 2013 तक जेल में चार दिन काटे थे जिसके बाद दिल्ली हाई कोर्ट की खंडपीठ ने उनकी अपील पर सजा निलंबित कर दी थी। न्यायमूर्ति एस रवींद्र भट और न्यायमूर्ति दीपा शर्मा की पीठ ने दिसंबर 2013 में एक जज की बेंच की दी गई सजा बरकरार रखी और कहा कि प्रक्रिया का पालन करने में यादव की नाकामी को स्वीकारा नहीं जा सकता। उनको अपने आचरण के बारे में स्पष्टीकरण देने के लिए पर्याप्त समय दिए जाने के बावजूद वह झूठ पर कायम रहे। पीठ ने कहा था कि इस मामले का लंबा इतिहास बताता है कि बार बार शपथपत्र का उल्लंघन हुआ और जब यह पूछने के लिए उन्हें बुलाया गया कि कार्रवाई क्यों नहीं की जाए, अपीलकर्ता और उनकी पत्नी ने झूठे और टालने वाले जवाब दिए जिसमें झूठे हलफनामे को सही ठहराना शामिल है।टिप्पणियां अभिनेता के खिलाफ अवमानना कार्रवाई एक कारोबारी की याचिका पर की थी। यादव और उनकी पत्नी के खिलाफ दायर वसूली वाद में अदालत को गुमराह करने पर शुरू की गई थी। एकल न्यायाधीश की पीठ ने यादव द्वारा दो दिसंबर 2013 को दायर हलफनामे पर आपत्ति जताई थी जो कथित रूप से झूठा तैयार किया गया था और इसमें उनकी पत्नी के जाली हस्ताक्षर थे। दरअसल इस मामले की शुरुआत तब हुई जब दिल्ली के कारोबारी एमजी अग्रवाल ने पांच करोड़ रुपये के ऋण भुगतान में नाकाम रहने पर अभिनेता और उनकी पत्नी के खिलाफ वसूली वाद दायर किया था। यादव ने वर्ष 2010 में निर्देशक के रूप में पहली फिल्म बनाने के लिए ऋण लिया था। यादव पर आरोप है कि उस मामले में अदालत को गुमराह करने के लिए उन्‍होंने झूठा हलफनामा दायर किया था। राजपाल यादव पर कोर्ट के आदेशों को हल्के में लेने का आरोप है। कोर्ट ने कहा कि राजपाल का व्यवहार ऐसा था जिसको शब्दों में बयान नहीं कर सकते हैं। आप जैसे लोगों को जेल जाना ही चाहिए। कोर्ट ने राजपाल को एक मौका देते हुए आदेश दिया कि शुक्रवार तक हमें बताये कितना पैसा आप दे सकते हैं। अगर पैसे नहीं दिए तो जेल जाने को तैयार रहिए। दरअसल दिल्ली हाई कोर्ट ने बॉलीवुड अभिनेता राजपाल यादव को 15 जुलाई तक तिहाड़ जेल में आत्मसमर्पण करके पूर्व में उन्हें दी गई सजा के बचे हुए 6 दिन काटने का निर्देश दिया था। जिसको उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी।  अभिनेता को यह सजा झूठा हलफनामा दायर करने के लिए 2013 में दी गई थी। यादव ने 3-6 दिसंबर 2013 तक जेल में चार दिन काटे थे जिसके बाद दिल्ली हाई कोर्ट की खंडपीठ ने उनकी अपील पर सजा निलंबित कर दी थी। न्यायमूर्ति एस रवींद्र भट और न्यायमूर्ति दीपा शर्मा की पीठ ने दिसंबर 2013 में एक जज की बेंच की दी गई सजा बरकरार रखी और कहा कि प्रक्रिया का पालन करने में यादव की नाकामी को स्वीकारा नहीं जा सकता। उनको अपने आचरण के बारे में स्पष्टीकरण देने के लिए पर्याप्त समय दिए जाने के बावजूद वह झूठ पर कायम रहे। पीठ ने कहा था कि इस मामले का लंबा इतिहास बताता है कि बार बार शपथपत्र का उल्लंघन हुआ और जब यह पूछने के लिए उन्हें बुलाया गया कि कार्रवाई क्यों नहीं की जाए, अपीलकर्ता और उनकी पत्नी ने झूठे और टालने वाले जवाब दिए जिसमें झूठे हलफनामे को सही ठहराना शामिल है।टिप्पणियां अभिनेता के खिलाफ अवमानना कार्रवाई एक कारोबारी की याचिका पर की थी। यादव और उनकी पत्नी के खिलाफ दायर वसूली वाद में अदालत को गुमराह करने पर शुरू की गई थी। एकल न्यायाधीश की पीठ ने यादव द्वारा दो दिसंबर 2013 को दायर हलफनामे पर आपत्ति जताई थी जो कथित रूप से झूठा तैयार किया गया था और इसमें उनकी पत्नी के जाली हस्ताक्षर थे। दरअसल इस मामले की शुरुआत तब हुई जब दिल्ली के कारोबारी एमजी अग्रवाल ने पांच करोड़ रुपये के ऋण भुगतान में नाकाम रहने पर अभिनेता और उनकी पत्नी के खिलाफ वसूली वाद दायर किया था। यादव ने वर्ष 2010 में निर्देशक के रूप में पहली फिल्म बनाने के लिए ऋण लिया था। यादव पर आरोप है कि उस मामले में अदालत को गुमराह करने के लिए उन्‍होंने झूठा हलफनामा दायर किया था। कोर्ट ने राजपाल को एक मौका देते हुए आदेश दिया कि शुक्रवार तक हमें बताये कितना पैसा आप दे सकते हैं। अगर पैसे नहीं दिए तो जेल जाने को तैयार रहिए। दरअसल दिल्ली हाई कोर्ट ने बॉलीवुड अभिनेता राजपाल यादव को 15 जुलाई तक तिहाड़ जेल में आत्मसमर्पण करके पूर्व में उन्हें दी गई सजा के बचे हुए 6 दिन काटने का निर्देश दिया था। जिसको उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी।  अभिनेता को यह सजा झूठा हलफनामा दायर करने के लिए 2013 में दी गई थी। यादव ने 3-6 दिसंबर 2013 तक जेल में चार दिन काटे थे जिसके बाद दिल्ली हाई कोर्ट की खंडपीठ ने उनकी अपील पर सजा निलंबित कर दी थी। न्यायमूर्ति एस रवींद्र भट और न्यायमूर्ति दीपा शर्मा की पीठ ने दिसंबर 2013 में एक जज की बेंच की दी गई सजा बरकरार रखी और कहा कि प्रक्रिया का पालन करने में यादव की नाकामी को स्वीकारा नहीं जा सकता। उनको अपने आचरण के बारे में स्पष्टीकरण देने के लिए पर्याप्त समय दिए जाने के बावजूद वह झूठ पर कायम रहे। पीठ ने कहा था कि इस मामले का लंबा इतिहास बताता है कि बार बार शपथपत्र का उल्लंघन हुआ और जब यह पूछने के लिए उन्हें बुलाया गया कि कार्रवाई क्यों नहीं की जाए, अपीलकर्ता और उनकी पत्नी ने झूठे और टालने वाले जवाब दिए जिसमें झूठे हलफनामे को सही ठहराना शामिल है।टिप्पणियां अभिनेता के खिलाफ अवमानना कार्रवाई एक कारोबारी की याचिका पर की थी। यादव और उनकी पत्नी के खिलाफ दायर वसूली वाद में अदालत को गुमराह करने पर शुरू की गई थी। एकल न्यायाधीश की पीठ ने यादव द्वारा दो दिसंबर 2013 को दायर हलफनामे पर आपत्ति जताई थी जो कथित रूप से झूठा तैयार किया गया था और इसमें उनकी पत्नी के जाली हस्ताक्षर थे। दरअसल इस मामले की शुरुआत तब हुई जब दिल्ली के कारोबारी एमजी अग्रवाल ने पांच करोड़ रुपये के ऋण भुगतान में नाकाम रहने पर अभिनेता और उनकी पत्नी के खिलाफ वसूली वाद दायर किया था। यादव ने वर्ष 2010 में निर्देशक के रूप में पहली फिल्म बनाने के लिए ऋण लिया था। यादव पर आरोप है कि उस मामले में अदालत को गुमराह करने के लिए उन्‍होंने झूठा हलफनामा दायर किया था। दरअसल दिल्ली हाई कोर्ट ने बॉलीवुड अभिनेता राजपाल यादव को 15 जुलाई तक तिहाड़ जेल में आत्मसमर्पण करके पूर्व में उन्हें दी गई सजा के बचे हुए 6 दिन काटने का निर्देश दिया था। जिसको उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी।  अभिनेता को यह सजा झूठा हलफनामा दायर करने के लिए 2013 में दी गई थी। यादव ने 3-6 दिसंबर 2013 तक जेल में चार दिन काटे थे जिसके बाद दिल्ली हाई कोर्ट की खंडपीठ ने उनकी अपील पर सजा निलंबित कर दी थी। न्यायमूर्ति एस रवींद्र भट और न्यायमूर्ति दीपा शर्मा की पीठ ने दिसंबर 2013 में एक जज की बेंच की दी गई सजा बरकरार रखी और कहा कि प्रक्रिया का पालन करने में यादव की नाकामी को स्वीकारा नहीं जा सकता। उनको अपने आचरण के बारे में स्पष्टीकरण देने के लिए पर्याप्त समय दिए जाने के बावजूद वह झूठ पर कायम रहे। पीठ ने कहा था कि इस मामले का लंबा इतिहास बताता है कि बार बार शपथपत्र का उल्लंघन हुआ और जब यह पूछने के लिए उन्हें बुलाया गया कि कार्रवाई क्यों नहीं की जाए, अपीलकर्ता और उनकी पत्नी ने झूठे और टालने वाले जवाब दिए जिसमें झूठे हलफनामे को सही ठहराना शामिल है।टिप्पणियां अभिनेता के खिलाफ अवमानना कार्रवाई एक कारोबारी की याचिका पर की थी। यादव और उनकी पत्नी के खिलाफ दायर वसूली वाद में अदालत को गुमराह करने पर शुरू की गई थी। एकल न्यायाधीश की पीठ ने यादव द्वारा दो दिसंबर 2013 को दायर हलफनामे पर आपत्ति जताई थी जो कथित रूप से झूठा तैयार किया गया था और इसमें उनकी पत्नी के जाली हस्ताक्षर थे। दरअसल इस मामले की शुरुआत तब हुई जब दिल्ली के कारोबारी एमजी अग्रवाल ने पांच करोड़ रुपये के ऋण भुगतान में नाकाम रहने पर अभिनेता और उनकी पत्नी के खिलाफ वसूली वाद दायर किया था। यादव ने वर्ष 2010 में निर्देशक के रूप में पहली फिल्म बनाने के लिए ऋण लिया था। यादव पर आरोप है कि उस मामले में अदालत को गुमराह करने के लिए उन्‍होंने झूठा हलफनामा दायर किया था। यादव ने 3-6 दिसंबर 2013 तक जेल में चार दिन काटे थे जिसके बाद दिल्ली हाई कोर्ट की खंडपीठ ने उनकी अपील पर सजा निलंबित कर दी थी। न्यायमूर्ति एस रवींद्र भट और न्यायमूर्ति दीपा शर्मा की पीठ ने दिसंबर 2013 में एक जज की बेंच की दी गई सजा बरकरार रखी और कहा कि प्रक्रिया का पालन करने में यादव की नाकामी को स्वीकारा नहीं जा सकता। उनको अपने आचरण के बारे में स्पष्टीकरण देने के लिए पर्याप्त समय दिए जाने के बावजूद वह झूठ पर कायम रहे। पीठ ने कहा था कि इस मामले का लंबा इतिहास बताता है कि बार बार शपथपत्र का उल्लंघन हुआ और जब यह पूछने के लिए उन्हें बुलाया गया कि कार्रवाई क्यों नहीं की जाए, अपीलकर्ता और उनकी पत्नी ने झूठे और टालने वाले जवाब दिए जिसमें झूठे हलफनामे को सही ठहराना शामिल है।टिप्पणियां अभिनेता के खिलाफ अवमानना कार्रवाई एक कारोबारी की याचिका पर की थी। यादव और उनकी पत्नी के खिलाफ दायर वसूली वाद में अदालत को गुमराह करने पर शुरू की गई थी। एकल न्यायाधीश की पीठ ने यादव द्वारा दो दिसंबर 2013 को दायर हलफनामे पर आपत्ति जताई थी जो कथित रूप से झूठा तैयार किया गया था और इसमें उनकी पत्नी के जाली हस्ताक्षर थे। दरअसल इस मामले की शुरुआत तब हुई जब दिल्ली के कारोबारी एमजी अग्रवाल ने पांच करोड़ रुपये के ऋण भुगतान में नाकाम रहने पर अभिनेता और उनकी पत्नी के खिलाफ वसूली वाद दायर किया था। यादव ने वर्ष 2010 में निर्देशक के रूप में पहली फिल्म बनाने के लिए ऋण लिया था। यादव पर आरोप है कि उस मामले में अदालत को गुमराह करने के लिए उन्‍होंने झूठा हलफनामा दायर किया था। पीठ ने कहा था कि इस मामले का लंबा इतिहास बताता है कि बार बार शपथपत्र का उल्लंघन हुआ और जब यह पूछने के लिए उन्हें बुलाया गया कि कार्रवाई क्यों नहीं की जाए, अपीलकर्ता और उनकी पत्नी ने झूठे और टालने वाले जवाब दिए जिसमें झूठे हलफनामे को सही ठहराना शामिल है।टिप्पणियां अभिनेता के खिलाफ अवमानना कार्रवाई एक कारोबारी की याचिका पर की थी। यादव और उनकी पत्नी के खिलाफ दायर वसूली वाद में अदालत को गुमराह करने पर शुरू की गई थी। एकल न्यायाधीश की पीठ ने यादव द्वारा दो दिसंबर 2013 को दायर हलफनामे पर आपत्ति जताई थी जो कथित रूप से झूठा तैयार किया गया था और इसमें उनकी पत्नी के जाली हस्ताक्षर थे। दरअसल इस मामले की शुरुआत तब हुई जब दिल्ली के कारोबारी एमजी अग्रवाल ने पांच करोड़ रुपये के ऋण भुगतान में नाकाम रहने पर अभिनेता और उनकी पत्नी के खिलाफ वसूली वाद दायर किया था। यादव ने वर्ष 2010 में निर्देशक के रूप में पहली फिल्म बनाने के लिए ऋण लिया था। यादव पर आरोप है कि उस मामले में अदालत को गुमराह करने के लिए उन्‍होंने झूठा हलफनामा दायर किया था। अभिनेता के खिलाफ अवमानना कार्रवाई एक कारोबारी की याचिका पर की थी। यादव और उनकी पत्नी के खिलाफ दायर वसूली वाद में अदालत को गुमराह करने पर शुरू की गई थी। एकल न्यायाधीश की पीठ ने यादव द्वारा दो दिसंबर 2013 को दायर हलफनामे पर आपत्ति जताई थी जो कथित रूप से झूठा तैयार किया गया था और इसमें उनकी पत्नी के जाली हस्ताक्षर थे। दरअसल इस मामले की शुरुआत तब हुई जब दिल्ली के कारोबारी एमजी अग्रवाल ने पांच करोड़ रुपये के ऋण भुगतान में नाकाम रहने पर अभिनेता और उनकी पत्नी के खिलाफ वसूली वाद दायर किया था। यादव ने वर्ष 2010 में निर्देशक के रूप में पहली फिल्म बनाने के लिए ऋण लिया था। यादव पर आरोप है कि उस मामले में अदालत को गुमराह करने के लिए उन्‍होंने झूठा हलफनामा दायर किया था। दरअसल इस मामले की शुरुआत तब हुई जब दिल्ली के कारोबारी एमजी अग्रवाल ने पांच करोड़ रुपये के ऋण भुगतान में नाकाम रहने पर अभिनेता और उनकी पत्नी के खिलाफ वसूली वाद दायर किया था। यादव ने वर्ष 2010 में निर्देशक के रूप में पहली फिल्म बनाने के लिए ऋण लिया था। यादव पर आरोप है कि उस मामले में अदालत को गुमराह करने के लिए उन्‍होंने झूठा हलफनामा दायर किया था।
एएफएसपीए विरोधी आंदोलन में साथ दें लोग : इरोम
एएफएसपीए के खिलाफ लंबे समय से आंदोलनरत इरोम शर्मिला ने इस कानून के खिलाफ लोगों से समर्थन की मांग की है। इसे 'अमानवीय' करार देते हुए उन्होंने कहा कि वह तब तक कोई पुरस्कार ग्रहण नहीं करेंगी जब तक कि इस कानून को वापस नहीं लिया जाता।
सशस्त्र बल विशेष शक्तियां अधिनियम (एएफएसपीए) के खिलाफ लंबे समय से आंदोलनरत इरोम शर्मिला ने इस कानून के खिलाफ लोगों से समर्थन की मांग की है। इसे 'अमानवीय' करार देते हुए उन्होंने कहा कि वह तब तक कोई पुरस्कार ग्रहण नहीं करेंगी जब तक कि इस कानून को वापस नहीं लिया जाता। 'आयरन लेडी' के नाम से मशहूर इरोम ने गुरुवार को न्यायिक मजिस्ट्रेट एलेक मुइवा की अदालत में पेश किए जाने के बाद संवादताओं से कहा, "मैं पुरस्कार नहीं चाहती। मैं चाहती हूं कि अधिक से अधिक लोग इस अधिनियम के खिलाफ आंदोलन का समर्थन करें।" प्रख्यात मानवाधिकार कार्यकर्ता इरोम दो नवंबर, 2000 से मणिपुर में अनिश्चितकालीन अनशन पर हैं। वह उस वक्त से एएफएसपीए को हटाने की मांग कर रही हैं, जब उनके घर के नजदीक एक बस स्टॉप पर सेना ने 10 लोगों को मार दिया था।टिप्पणियां इरोम ने कहा, "मैं भी आम इंसान की तरह जीना चाहती हूं। इसलिए जो लोग मुझे कोई पुरस्कार या सम्मान देना चाहते हैं, वे इम्फाल आएं और जेल से मेरी रिहाई के बाद तथा पुन: गिरफ्तारी से पहले मेरे साथ खड़े हों।" उन्हें अनिश्चितकालीन अनशन शुरू किए जाने के बाद गिरफ्तार किया गया और खुदकुशी करने की कोशिश का आरोप लगाया गया। इरोम को इम्फाल के जेल अस्पताल भेजा गया है, जहां उन्हें नाक में ड्रिप लगाकर जबरन भोजन दिया जा रहा है। वह फिलहाल जवाहरलाल नेहरू चिकित्सा विज्ञान संस्थान में नजरबंद हैं। 'आयरन लेडी' के नाम से मशहूर इरोम ने गुरुवार को न्यायिक मजिस्ट्रेट एलेक मुइवा की अदालत में पेश किए जाने के बाद संवादताओं से कहा, "मैं पुरस्कार नहीं चाहती। मैं चाहती हूं कि अधिक से अधिक लोग इस अधिनियम के खिलाफ आंदोलन का समर्थन करें।" प्रख्यात मानवाधिकार कार्यकर्ता इरोम दो नवंबर, 2000 से मणिपुर में अनिश्चितकालीन अनशन पर हैं। वह उस वक्त से एएफएसपीए को हटाने की मांग कर रही हैं, जब उनके घर के नजदीक एक बस स्टॉप पर सेना ने 10 लोगों को मार दिया था।टिप्पणियां इरोम ने कहा, "मैं भी आम इंसान की तरह जीना चाहती हूं। इसलिए जो लोग मुझे कोई पुरस्कार या सम्मान देना चाहते हैं, वे इम्फाल आएं और जेल से मेरी रिहाई के बाद तथा पुन: गिरफ्तारी से पहले मेरे साथ खड़े हों।" उन्हें अनिश्चितकालीन अनशन शुरू किए जाने के बाद गिरफ्तार किया गया और खुदकुशी करने की कोशिश का आरोप लगाया गया। इरोम को इम्फाल के जेल अस्पताल भेजा गया है, जहां उन्हें नाक में ड्रिप लगाकर जबरन भोजन दिया जा रहा है। वह फिलहाल जवाहरलाल नेहरू चिकित्सा विज्ञान संस्थान में नजरबंद हैं। प्रख्यात मानवाधिकार कार्यकर्ता इरोम दो नवंबर, 2000 से मणिपुर में अनिश्चितकालीन अनशन पर हैं। वह उस वक्त से एएफएसपीए को हटाने की मांग कर रही हैं, जब उनके घर के नजदीक एक बस स्टॉप पर सेना ने 10 लोगों को मार दिया था।टिप्पणियां इरोम ने कहा, "मैं भी आम इंसान की तरह जीना चाहती हूं। इसलिए जो लोग मुझे कोई पुरस्कार या सम्मान देना चाहते हैं, वे इम्फाल आएं और जेल से मेरी रिहाई के बाद तथा पुन: गिरफ्तारी से पहले मेरे साथ खड़े हों।" उन्हें अनिश्चितकालीन अनशन शुरू किए जाने के बाद गिरफ्तार किया गया और खुदकुशी करने की कोशिश का आरोप लगाया गया। इरोम को इम्फाल के जेल अस्पताल भेजा गया है, जहां उन्हें नाक में ड्रिप लगाकर जबरन भोजन दिया जा रहा है। वह फिलहाल जवाहरलाल नेहरू चिकित्सा विज्ञान संस्थान में नजरबंद हैं। इरोम ने कहा, "मैं भी आम इंसान की तरह जीना चाहती हूं। इसलिए जो लोग मुझे कोई पुरस्कार या सम्मान देना चाहते हैं, वे इम्फाल आएं और जेल से मेरी रिहाई के बाद तथा पुन: गिरफ्तारी से पहले मेरे साथ खड़े हों।" उन्हें अनिश्चितकालीन अनशन शुरू किए जाने के बाद गिरफ्तार किया गया और खुदकुशी करने की कोशिश का आरोप लगाया गया। इरोम को इम्फाल के जेल अस्पताल भेजा गया है, जहां उन्हें नाक में ड्रिप लगाकर जबरन भोजन दिया जा रहा है। वह फिलहाल जवाहरलाल नेहरू चिकित्सा विज्ञान संस्थान में नजरबंद हैं। उन्हें अनिश्चितकालीन अनशन शुरू किए जाने के बाद गिरफ्तार किया गया और खुदकुशी करने की कोशिश का आरोप लगाया गया। इरोम को इम्फाल के जेल अस्पताल भेजा गया है, जहां उन्हें नाक में ड्रिप लगाकर जबरन भोजन दिया जा रहा है। वह फिलहाल जवाहरलाल नेहरू चिकित्सा विज्ञान संस्थान में नजरबंद हैं।
हिंसक विरोध प्रदर्शन के बाद गृह मंत्री अमित शाह ने पहली बार दिये नागरिकता कानून में बदलाव के संकेत
गृह मंत्री ने दिये कानून में बदलाव के संकेत कहा, नॉर्थ ईस्ट के लोगों में कुछ संदेह है क्रिसमस के बाद इसका कोई न कोई हल निकाल लिया जाएगा
नागरिकता संशोधन क़ानून पर पूर्वोत्तर राज्यों में हिंसा और प्रदर्शनों के बीच गृह मंत्री अमित शाह ने पहली बार नागरिकता क़ानून में कुछ बदलाव के संकेत दिए हैं. धनबाद में एक रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि इस क़ानून को लेकर नॉर्थ ईस्ट के लोगों में कुछ संदेह है और इसको लेकर मेघालय के मुख्यमंत्री ने मुझसे मुलाक़ात की. मैंने उन्हें भरोसा दिलाया है कि क्रिसमस के बाद इसका कोई ना कोई हल ज़रूर निकाल लिया जाएगा और उन्हें इस क़ानून को लेकर परेशान होने की ज़रूरत नहीं है. बता दें कि नागरिकता संशोधन कानून (Citizenship Amendment Act 2019) पर पूर्वोत्तर में जारी हिंसक विरोध-प्रदर्शन के बीच बीजेपी को बड़ा झटका लगा है.  #WATCH HM Amit Shah in J'khand y'day: Abhi CAB aya hai... Kal Meghalaya CM mujhe mile,unka aagreh tha ki kuch parivartan karne padenge. Maine unhe kaha hai ki aaram se beth kar sakaratmak roop se soch kar Meghalaya ki samasya ka samadhan nikalenge. Kisi ko darne ki zaroorat nahi pic.twitter.com/0LAQTFbYQL पूर्वोत्तर में बीजेपी की प्रमुख सहयोगियों में से एक असम गण परिषद ने पहले कानून का समर्थन किया था, लेकिन अब इसके विरोध का ऐलान किया है. असम गण परिषद (AGP) ने वरिष्ठ नेताओं की एक बैठक के बाद यह फैसला लिया है. वहीं, असम गण परिषद ने यह भी कहा है कि वो नागरिकता संशोधन क़ानून के ख़िलाफ़ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करेगी. इस मुद्दे पर असम गण परिषद का एक दल प्रधानमंत्री और गृह मंत्री से भी मिलेगा. बता दें कि एजीपी बीजेपी की अगुवाई वाली असम सरकार का भी हिस्सा है और राज्य की कैबिनेट में उसके तीन मंत्री भी हैं.
Pal Pal Dil Ke Paas Box Office Collection Day 5: करण देओल की फिल्म 'पल पल दिल के पास' की पांचवें दिन ऐसी रही कमाई, किया इतना कलेक्शन
करण देओल की फिल्म ने पांचवें दिन किया इतना कलेक्शन दर्शकों को खूब लुभा रही है ये फिल्म सनी देओल के बेटे ने फिल्मों में किया डेब्यू
Pal Pal Dil Ke Paas Box Office Collection Day 5: बॉलीवुड एक्टर सनी देओल (Sunny Deol) के बेटे करण देओल (Karan Deol) और एक्ट्रेस सहर बाम्बा (Sahher Bambba) की डेब्यू फिल्म 'पल पल दिल के पास (Pal Pal Dil Ke Paas) को रिलीज हुए पांच दिन हो गए हैं. हालांकि अभी भी फिल्म की कमाई की रफ्तार बढ़ने का नाम नहीं ले रही. शुरुआती आंकड़ों को देखते हुए ये अनुमान लगाया जा रहा है कि फिल्म 'पल पल दिल के पास' ने मंगलवार को केवल 65 लाख रुपये की कमाई की. इस हिसाब से करण देओल की फिल्म 'पल पल दिल के पास (Pal Pal Dil Ke Paas) पांच दिनों में केवल 6.72  करोड़ रुपये की कमाई ही कर सकी है. करण देओल (Karan Deol) की इस डेब्यू फिल्म के साथ ही एक्ट्रेस सोनम कपूर की 'द जोया फैक्टर (The Zoya Factor)' और संजय दत्त की फिल्म 'प्रस्थानम' रिलीज हुई थी. हालांकि कमाई के मामले में इन तीनों ही फिल्मों का बॉक्स ऑफिस पर प्रदर्शन फीका रहा है. अगर फिल्म की कहानी की बात करें तो 'पल पल दिल के पास' में करण (Karan Deol), एक ट्रैकिंग कंपनी के मालिक हैं, जो मनाली में स्थित है. वहीं सहर बाम्बा फिल्म में दिल्ली की एक लड़की का किरदार निभा रही हैं, जो एक असाइनमेंट के बहाने करण की कंपनी को जॉइन करती हैं. इस फिल्म में मनाली की खूबसूरती को बखूबी दिखाया गया है. हालांकि फिल्म की कहानी दर्शकों पर अपनी छाप नहीं छोड़ पाई है.
सेरेना बाहर, र्मे क्वार्टर फाइनल में
मौजूदा चैंपियन सेरेना विलियम्स सोमवार को सीधे सेटों में हारकर विंबलडन टेनिस टूर्नामेंट से बाहर हो गई।
मौजूदा चैंपियन सेरेना विलियम्स सोमवार को सीधे सेटों में हारकर विंबलडन टेनिस टूर्नामेंट से बाहर हो गयी लेकिन ब्रिटेन की उम्मीद एंडी र्मे क्वार्टर फाइनल में पहुंचने में सफल रहे। अस्वस्थ रहने के कारण लगभग एक साल बाद वापसी करने वाली सातवीं वरीयता प्राप्त सेरेना को नौंवी वरीय फ्रांसीसी खिलाड़ी मरियन बार्तोली ने 6-3, 7-6 से हराया। चौथी वरीयता प्राप्त ब्रिटिश खिलाड़ी एंडी र्मे ने हालांकि 17वीं वरीय फ्रांसीसी रिचर्ड गास्केट को सीधे सेटों में पराजित किया। र्मे को पहले सेट में थोड़ा संघर्ष करना पड़ा लेकिन उन्होंने आखिर में यह मैच 7-6, 6-3, 6-2 से जीता। चार बार की विजेता सेरेना को बार्तोली के खिलाफ शुरू से ही जूझना पड़ा। बार्तोली क्वार्टर फाइनल में पहुंचकर बेहद उत्साहित हैं जहां उनका मुकाबला जर्मनी की सैबाइन लिसिकी से होगा। बार्तोली ने कहा, यहां सेरेना को हराना सपना सच होने जैसा है। वह एक साल तक बाहर रही लेकिन वह अब भी महिला टेनिस के इतिहास की सर्वश्रेष्ठ चैंपियन खिलाड़ियों में से एक है। बार्तोली ने सेरेना के लिये शुरू से ही परेशानियां खड़ी लेकिन दूसरे सेट के 12वें गेम में अमेरिकी खिलाड़ी तीन मैच प्वाइंट बचाकर इस सेट को टाईब्रेकर तक ले गई। उन्होंने टाईब्रेकर में चौथा मैच प्वाइंट बचाया लेकिन पांचवें मैच प्वाइंट पर बार्तोली ने तीखी सर्विस पर अंक बनाकर मैच अपने नाम कर दिया। पांचवी वरीयता प्राप्त रूसी खिलाड़ी मारिया शारापोवा भी अंतिम आठ में पहुंच गई हैं। उन्होंने चीन की पेंग शुई को 6-4, 6-2 से पराजित किया। पहले सेट में काफी करीबी मुकाबला हुआ लेकिन दूसरे सेट में पूरी तरह से शारापोवा ही छाई रही। अठारह वर्षीय टोमिच को सेमीफाइनल में जगह बनाने के लिए ऑस्ट्रेलियाई ओपन चैंपियन और दूसरी वरीयता प्राप्त नोवाक जोकोविच और माइकल लोड्रा में से किसी एक से होगा। महिला वर्ग में बेलारूस की चौथी वरीय विक्टोरिया अजारेंका और जर्मनी की लिस्की भी एकल के क्वार्टर फाइनल में पहुंच गये हैं। अजारेंका ने रूस की नादिया पेत्रोवा को 6-2, 6-2 से जबकि लिस्की ने चेक गणराज्य की पेत्रा चेकोवस्का को 7-6, 6-1 से हराया। चेक गणराज्य की आठवीं वरीय पेत्रा किविटोवा ने बेल्जियम की 19वीं वरीय येनिना विकमेयर को आसानी से 6-0, 6-2 से जबकि आस्ट्रिया की तामिरा पास्चेक ने रूस की केसनिया परवैक को 6-2, 2-6, 6-3 से हराकर क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई।
मुझे बलि का बकरा बनाया जा रहा : जस्टिस सेन
राज्यसभा में बुधवार को पहली बार किसी न्यायाधीश के खिलाफ महाभियोग चलाने की कार्यवाही के लिए सदन को अदालत में बदल दिया गया।
राज्यसभा में बुधवार को कलकत्ता हाईकोर्ट के जज सौमित्र सेन के खिलाफ महाभियोग की कार्यवाही के साथ इतिहास रचा गया जिसमें सेन ने कहा कि उन्हें बलि का बकरा बनाया जा रहा है और धन की हेराफेरी के आरोप पूर्व प्रधान न्यायाधीश केजी बालकृष्णन की ओर से पूर्व निर्धारित तरीके से लगाए गए हैं। राज्यसभा में बुधवार को पहली बार किसी न्यायाधीश के खिलाफ महाभियोग चलाने की कार्यवाही के लिए सदन को अदालत में बदल दिया गया। उच्च सदन में करीब दो घंटे तक अपने बचाव में 53 वर्षीय सेन ने न्याय की गुहार की। मार्क्‍सवादी नेता सीताराम येचुरी और विपक्ष के नेता अरुण जेटली ने इस संबंध में सदन में प्रस्ताव पेश किए, जिसके बाद कार्यवाही शुरू की गई। सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश बी सुदर्शन रेड्डी की अध्यक्षता वाली जांच कमेटी ने सेन को कदाचार का दोषी ठहराया था। समिति ने उन्हें एक मामले में अदालत द्वारा नियुक्त रिसीवर के तौर पर धन की हेराफेरी का दोषी ठहराया था। मामला 1983 में एक विवाद में सेल से जुड़े धन का है। प्रस्ताव में न्यायमूर्ति सेन को हटाने की मांग की गई। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह समेत लगभग सभी 245 सदस्य सदन में मौजूद थे और सभापति हामिद अंसारी ने न्यायमूर्ति सेन को विशेष रूप से बनाए गए बार में बुलाया। जैसे ही कार्यवाही शुरू होने वाली थी अंसारी ने मार्शलों से कहा, क्या न्यायमूर्ति सेन मौजूद हैं? उन्हें सदन के बार में लाया जाए। प्रस्ताव के बाद सदन की ओर से न्यायमूर्ति सेन को अपना पक्ष रखने का मौका दिया गया। करीब दो घंटे तक अपना पक्ष पेश करते हुए उन्होंने अपने को पूर्णत: निर्दोष बताया। उन्होंने कहा, मैंने कानून के अनुरूप सभी उपायों का रास्ता अपनाया। मैं यहां न्याय पाने के लिए आया हूं। यदि आप मेरे खिलाफ महाभियोग को मंजूर करते हैं, तो यह अभी तक का सबसे बड़ा अन्याय होगा। कोई भी फैसला पूरी तरह से सोच समझ कर करिए, क्योंकि यह मेरे जीवन, मेरे अस्तित्व से जुड़ा सवाल है। उन्होंने पूर्व प्रधान न्यायाधीश बालकृष्णन को मामले में जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि वह मामले में आरोपी, अभियोजक और न्यायाधीश बन गए। सेन ने कहा कि यदि उनके खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव पारित कर भी दिया गया, तो भी वह यही कहेंगे कि उन्होंने धन की हेराफेरी नहीं की है। मुझे न्यायपालिका की स्वच्छता के नाम पर बलि का बकरा बनाया गया। येचुरी ने कहा कि वह वेदना के भाव के साथ प्रस्ताव रख रहे हैं, वहीं जेटली ने कहा कि सेन सदन को दिग्भ्रमित कर रहे हैं। जेटली ने कहा कि सेन ने न्यायाधीशों के जांच आयोग को दिग्भ्रमित किया है और आज भी राज्यसभा में अपने बचाव में ऐसा कर रहे हैं। येचुरी ने इन प्रस्तावों को पेश करते हुए कहा कि इन्हें पेश करने का मकसद न्यायपालिका के खिलाफ कोई टिप्पणी करना नहीं है। यह प्रस्ताव एक व्यक्ति के खिलाफ है, जिसने धन की हेराफेरी की है। हम चाहते हैं कि न्यायमूर्ति सेन के खिलाफ जांच करने वाली समिति की रिपोर्ट को स्वीकार किया जाए, ताकि किसी को न्यायपालिका की ईमानदारी पर अंगुली उठाने का मौका नहीं मिले। गौरतलब है कि राज्यसभा के सभापति द्वारा न्यायमूर्ति सेन के खिलाफ लगाए गए आरोपों की जांच के लिए जो जांच समिति नियुक्त की गई थी, उसमें न्यायमूर्ति सुदर्शन रेड्डी, न्यायमूर्ति मुकुल मुदगल और प्रख्यात विधिवेत्ता फाली एस नारीमन शामिल थे। उक्त समिति ने अपनी रिपोर्ट में न्यायमूर्ति सेन को हटाए जाने की सिफारिश की थी। यह दूसरा अवसर है जब संसद में किसी न्यायाधीश के खिलाफ महाभियोग की कार्यवाही शुरू हुई है। इससे पहले 1993 में लोकसभा में न्यायमूर्ति रामास्वामी के खिलाफ महाभियोग का मामला चला था, लेकिन कांग्रेस के मत विभाजन में भाग नहीं लेने के कारण वह प्रस्ताव पारित नहीं हो सका। न्यायमूर्ति सेन ने यहां तक कहा कि एक न्यायाधीश की छवि को नुकसान पहुंचाना न्यायपालिका की छवि को नुकसान पहुंचाने के समान है। इससे पूर्व सदन में प्रस्ताव पेश करते हुए येचुरी ने कहा कि यह एक संयोग है कि जब पूरा देश भ्रष्टाचार के मुद्दे पर उद्वेलित है, राज्यसभा में एक न्यायाधीश के खिलाफ महाभियोग की कार्यवाही शुरू हो रही है, जिन्हें समिति ने धन की हेराफेरी में लिप्त पाया है। उन्होंने कहा कि न्यायमूर्ति सेन के खिलाफ आरोप असंदिग्ध रूप से सही पाए गए हैं। मार्क्‍सवादी नेता येचुरी ने कहा कि न्यायमूर्ति सेन के खिलाफ भारत के तत्कालीन प्रधान न्यायाधीश ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखा था। उन्होंने कहा कि राज्यसभा के 58 सदस्यों द्वारा प्रस्ताव को अनुमोदित किए जाने के बाद ही किसी न्यायाधीश के खिलाफ महाभियोग की कार्यवाही शुरू हो सकती है। येचुरी ने कहा कि हमें देश के लोगों को यह भरोसा दिलाना चाहिए कि हम (संसद) भ्रष्टाचार के खिलाफ हैं। जेटली ने कहा कि महाभियोग की कार्यवाही एक दुर्लभतम मामला है, जिसमें व्यक्ति को हटाकर न्यायाधीश के पद के सम्मान की रक्षा की जाती है। उन्होंने कहा कि न्यायमूर्ति सेन के खिलाफ धन की हेराफेरी का मामला निस्संदेह रूप से साबित हो चुका है और उन्होंने सदन में कई तथ्यों को सामने नहीं रखा। जेटली ने कहा कि अभी तक न्यायमूर्ति सेन के खिलाफ जो भी जांच हुई है, उसमें उनका यह रुख रहा है कि पहले उनके खिलाफ आरोप साबित किए जाए, उसके बाद ही वह अपना पक्ष रखेंगे। इससे पूर्व न्यायमूर्ति सेन ने अपना पक्ष रखते हुए कहा, उन्हें दोषी ठहराने का निर्णय काफी पहले ही कर लिया गया था क्योंकि उच्च न्यायालय द्वारा उन्हें आरोपों से बरी करने के बावजूद उनके खिलाफ जांच की गई।
पेट्रोल, डीजल की कीमतों में रोजाना परिवर्तन की व्यवस्था जारी रहेगी : धर्मेंद्र प्रधान
यह (रोजाना कीमत परिवर्तन) ग्राहकों के हित में है मुझे नहीं लगता कि इसमें बदलाव की जरूरत है रोजगार प्राथमिकता होगी
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
लोकसभा चुनाव : कल जारी हो सकती है बिहार के NDA उम्मीदवारों की लिस्ट
जेडीयू नेता ने कहा कि जल्द ही पटना में एनडीए की लिस्ट जारी कर दी जाएगी कहा- हम गिरिराज सिंह की नाराजगी के विवाद का हिस्सा नहीं होना चाहते पासवान ने राजीव सिंह के लिए मुंगेर सीट छोड़ी तो उन्हें नेवादा सीट दी
लोकसभा चुनाव (Loksabha Elections) के लिए बिहार (Bihar) के राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के उम्मीदवारों की सूची कल यानी कि शनिवार को आ सकती है. जेडीयू के प्रधान महासचिव केसी त्यागी (KC Tyagi) ने आज NDTV से बातचीत में यह संकेत दिया. उन्होंने कहा कि जल्द ही पटना में लिस्ट जारी कर दी जाएगी.   सवाल- बिहार में एनडीए के उम्मीदवारों के नाम कब घोषत होंगे? पर केसी त्यागी ने कहा कि 'आप कल तक प्रतीक्षा कीजिए. हमारी लिस्ट तैयार है और हमारे उम्मीदवार भी तैयार हैं. बहुत ही जल्दी पटना में हमारी लिस्ट जारी कर दी जाएगी.' नेवादा सीट से टिकट न मिलने पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के नाराज होने के सवाल पर त्यागी ने कहा कि 'हम इस विवाद का हिस्सा नहीं होना चाहते.' उन्होंने कहा कि 'जेडीयू के सीनियर लीडर राजीव सिंह लल्लन के लिए मुंगेर सीट छोड़ने के लिए हमने रामविलास (पासवान) जी से आग्रह किया था जो उन्होंने स्वीकर कर लिया. एलजेपी को बदले में नेवादा सीट देने का फैसला हुआ. इसको लेकर मुझे नहीं लगता कि देरी हुई है.'
आयकर छूट की सीमा बढ़े : यशवंत सिन्हा
पूर्व वित्तमंत्री चाहते हैं कि सरकार महंगाई खासकर खाद्य वस्तुओं और ईंधन की ऊंची कीमतों से परेशान आम लोगों को कुछ राहत प्रदान करे।
करोड़ों आयकरदाताओं की इच्छा है कि वित्तमंत्री प्रणब मुखर्जी सोमवार को पेश होने वाले आम बजट में आयकर छूट की सीमा बढ़ाने की घोषणा करें। अब उनकी इस चाह को पूर्व वित्तमंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता यशवंत सिन्हा का भी समर्थन मिल गया। पूर्व वित्तमंत्री चाहते हैं कि सरकार महंगाई खासकर खाद्य वस्तुओं और ईंधन की ऊंची कीमतों से परेशान आम लोगों को कुछ राहत प्रदान करे। सिन्हा ने कहा, वित्तमंत्री को प्रस्तावित प्रत्यक्ष कर संहिता (डीटीसी) के कुछ प्रावधानों मसलन आयकर छूट की सीमा को इसी बजट में लागू करना चाहिए। देश में आयकर दाताओं की कुल संख्या चार करोड़ के आसपास है। अभी पुरुषों के लिए आयकर छूट की सीमा 1.60 लाख रुपये तथा महिलाओं के लिए 1.90 लाख रुपये है। वरिष्ठ नागरिकों के लिए आयकर छूट की सीमा 2.40 लाख रुपये है। सिन्हा ने कहा कि प्रस्तावित प्रत्यक्ष कर संहिता के अनुरूप आयकर छूट की न्यूनतम सीमा दो लाख रुपये की जानी चाहिए। फिलहाल सिन्हा की अध्यक्षता वाली वित्त पर संसद की स्थायी समिति डीटीसी की समीक्षा कर रही है। सिन्हा ने मानक कटौती की सुविधा को फिर से बहाल किए जाने की भी वकालत की है। वेतनभोगियों को अपनी आमदनी में से एक निश्चित राशि कम कर शेष पर आयकर देना होता था। पर सरकार ने 2006 से मानक कटौती की सुविधा को वापस ले लिया था। पूर्व वित्तमंत्री ने कहा कि महंगाई को देखते हुए मानक कटौती के प्रावधान को फिर से बहाल किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि बचत पर कर प्रोत्साहन का दायरा भी बढ़ाया जाना चाहिए। फिलहाल कुल करयोग्य आय में से एक लाख रुपये की बचत की कटौती की जा सकती है। इसके अलावा इन्फ्रास्ट्रक्चर बांड्स में 20,000 रुपये तक के निवेश को भी घटाया जा सकता है। सिन्हा ने कहा, बचत पर आयकर छूट का दायरा बढ़ाया जाना चाहिए। वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा कि आवास ऋण पर किए गए ब्याज भुगतान को कर योग्य आमदनी में से घटाने की सीमा में भी इजाफा होना चाहिए। फिलहाल यह सीमा डेढ़ लाख रुपये तक है। सिन्हा ने कहा कि लोग वित्तमंत्री से कई ऐसे उपायों की उम्मीद कर रहे हैं, जिससे महंगाई के असर को कम किया जा सके।
दिमागी रूप से अपाहिज लड़की से होस्टल के वार्डन ने किया रेप
पंजाब के फरीदकोट में रेड क्रास की तरफ से दिमागी रूप से अपाहिज बच्चों के लिए चलाये जा रहे एक स्कूल के होस्टल में एक लड़की से रेप का मामला सामने आया है।
पंजाब के फरीदकोट में रेड क्रास की तरफ से दिमागी रूप से अपाहिज बच्चों के लिए चलाये जा रहे एक स्कूल के होस्टल में एक लड़की से रेप का मामला सामने आया है। रेप का आरोप किसी और पर नहीं बल्कि होस्टल के ही वार्डन पर लगा है। लड़की की मेडिकल जांच करवाई जा रही है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है, लेकिन आरोपी अभी फरार बताया जा रहा है। फरीदकोट में रेड क्रास की तरफ से दिमागी रूप से अपंग या गूंगे बोले बच्चों के लिए उमंग रेड क्रास स्कूल चलाया जा रहा है। इस स्कूल में बच्चों के रहने के लिए होस्टल भी है। यहीं के होस्टल वार्डन पर गंभीर आरोप लगे हैं। होस्टल में रहने वाली एक लड़की संदीप ने आरोप लगाए हैं। रेड क्रास के सेक्रटरी रोशन लाल के मुताबिक़ आधी रात के वक़्त होस्टल में हंगामा हो गया। हंगामें के बाद जब वह पहुंचे तो होस्टल के स्टाफ ने जानकारी दी कि वार्डन सुखचैन सिंह (45 वर्ष) ने संदीप से कुश अश्लील हरकत या रेप किया है। तभी संस्था के सेक्रटरी ने तुरंत पुलिस को सूचना दी और लड़की को अस्पताल में भर्ती कर दिया, जहां लड़की की मेडिकल जांच हो रही है। टिप्पणियां पुलिस ने रेड क्रास सेक्रटरी रोशन लाल की शिकायत पर होस्टल के वार्डन सुखचैन सिंह के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है, लेकिन लड़की के साथ रेप हुआ है या नहीं इसकी पुष्टि के लिए मेडिकल जांच चल रही है और रिपोर्ट आने के बाद सुखचैन सिंह के खिलाफ सख्त कारवाई की जाएगी, लेकिन अभी तक आरोपी फरार है। रेड क्रास के इस स्कूल और होस्टल में ऐसा विवाद कोई पहली बार नहीं हुआ है, इसके पहले भी यहाँ के बच्चों के एक दूसरे के साथ ही यौन सम्बंधों का मामला भी चर्चा में रहा है। फरीदकोट में रेड क्रास की तरफ से दिमागी रूप से अपंग या गूंगे बोले बच्चों के लिए उमंग रेड क्रास स्कूल चलाया जा रहा है। इस स्कूल में बच्चों के रहने के लिए होस्टल भी है। यहीं के होस्टल वार्डन पर गंभीर आरोप लगे हैं। होस्टल में रहने वाली एक लड़की संदीप ने आरोप लगाए हैं। रेड क्रास के सेक्रटरी रोशन लाल के मुताबिक़ आधी रात के वक़्त होस्टल में हंगामा हो गया। हंगामें के बाद जब वह पहुंचे तो होस्टल के स्टाफ ने जानकारी दी कि वार्डन सुखचैन सिंह (45 वर्ष) ने संदीप से कुश अश्लील हरकत या रेप किया है। तभी संस्था के सेक्रटरी ने तुरंत पुलिस को सूचना दी और लड़की को अस्पताल में भर्ती कर दिया, जहां लड़की की मेडिकल जांच हो रही है। टिप्पणियां पुलिस ने रेड क्रास सेक्रटरी रोशन लाल की शिकायत पर होस्टल के वार्डन सुखचैन सिंह के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है, लेकिन लड़की के साथ रेप हुआ है या नहीं इसकी पुष्टि के लिए मेडिकल जांच चल रही है और रिपोर्ट आने के बाद सुखचैन सिंह के खिलाफ सख्त कारवाई की जाएगी, लेकिन अभी तक आरोपी फरार है। रेड क्रास के इस स्कूल और होस्टल में ऐसा विवाद कोई पहली बार नहीं हुआ है, इसके पहले भी यहाँ के बच्चों के एक दूसरे के साथ ही यौन सम्बंधों का मामला भी चर्चा में रहा है। रेड क्रास के सेक्रटरी रोशन लाल के मुताबिक़ आधी रात के वक़्त होस्टल में हंगामा हो गया। हंगामें के बाद जब वह पहुंचे तो होस्टल के स्टाफ ने जानकारी दी कि वार्डन सुखचैन सिंह (45 वर्ष) ने संदीप से कुश अश्लील हरकत या रेप किया है। तभी संस्था के सेक्रटरी ने तुरंत पुलिस को सूचना दी और लड़की को अस्पताल में भर्ती कर दिया, जहां लड़की की मेडिकल जांच हो रही है। टिप्पणियां पुलिस ने रेड क्रास सेक्रटरी रोशन लाल की शिकायत पर होस्टल के वार्डन सुखचैन सिंह के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है, लेकिन लड़की के साथ रेप हुआ है या नहीं इसकी पुष्टि के लिए मेडिकल जांच चल रही है और रिपोर्ट आने के बाद सुखचैन सिंह के खिलाफ सख्त कारवाई की जाएगी, लेकिन अभी तक आरोपी फरार है। रेड क्रास के इस स्कूल और होस्टल में ऐसा विवाद कोई पहली बार नहीं हुआ है, इसके पहले भी यहाँ के बच्चों के एक दूसरे के साथ ही यौन सम्बंधों का मामला भी चर्चा में रहा है। पुलिस ने रेड क्रास सेक्रटरी रोशन लाल की शिकायत पर होस्टल के वार्डन सुखचैन सिंह के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है, लेकिन लड़की के साथ रेप हुआ है या नहीं इसकी पुष्टि के लिए मेडिकल जांच चल रही है और रिपोर्ट आने के बाद सुखचैन सिंह के खिलाफ सख्त कारवाई की जाएगी, लेकिन अभी तक आरोपी फरार है। रेड क्रास के इस स्कूल और होस्टल में ऐसा विवाद कोई पहली बार नहीं हुआ है, इसके पहले भी यहाँ के बच्चों के एक दूसरे के साथ ही यौन सम्बंधों का मामला भी चर्चा में रहा है। रेड क्रास के इस स्कूल और होस्टल में ऐसा विवाद कोई पहली बार नहीं हुआ है, इसके पहले भी यहाँ के बच्चों के एक दूसरे के साथ ही यौन सम्बंधों का मामला भी चर्चा में रहा है।
वर्जिनिटी की तुलना 'सीलबंद बोतल' से करने वाले प्रोफेसर ने छात्रा से कहा था: बढ़िया है तुम्‍हारा फिगर, पुरुष करेंगे पसंद
प्रोफेसर ने लिखी थी फेसबुक पर पोस्ट बवाल हुआ तो हटा दी थी पोस्ट मानवाधिकार आयोग ने कार्रवाई की मांग की
पोस्ट में लिखा है, 'मैं एक दिन क्लास में प्रेजेंटेशन दे रही थी और तभी इस आदमी (कनक सरकार) ने मुझे बीच में रोका. मुझे लगा कि शायद वो मुझसे कोई सवाल करना चाहते हैं. उन्होंने मुझसे कहा कि तुम्हारा 'फिगर' एक मॉडल की तरह है तो क्या मैं बड़ी होकर मॉडल बनना चाहती हूं? उन्होंने मुझसे यह भी पूछा कि क्या मेरे बहुत सारे पुरुष दोस्त हैं? क्योंकि उनके मुताबिक मैं वह हूं, जिसका 'आनंद' पुरुष उठाते हैं. मेरे हेड ऑफ डिपार्टमेंट ने उस पल 52 छात्रों की क्लास के सामने मुझे कुछ भी नहीं समझा. मुझे समझ नहीं आता है कि आखिर हम ऐसे प्रोफेसरों को काम करने की इजाजत ही कैसे देते हैं? हालांकि, प्रोफेसर ने 'सीलबंद बोतल' वाली पोस्ट पर बवाल खड़ा होने के बाद उसे डिलिट कर दिया था, लेकिन वह इस पोस्ट को लेकर अपना बचाव करते रहे कि सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें 'सोशल मीडिया पर अभिव्यक्ति की आजादी' दी है. यूनिवर्सिटी में इंटरनेशनल रिलेशन पढ़ाने वाले प्रोफेसर कनक सरकार (Kanak Sarkar) ने पोस्ट में लिखा था, 'कुंवारी लड़कियां सीलबंद बोतल या सीलबंद पैकेट की तरह होती हैं. क्या कोई भी बिस्कुट के ऐसे पैकेट या फिर कोल्ड ड्रिंक खरीदना पसंद करेगा जिसकी सील टूटी हुई हो. अधिकत्तर लड़कों के लिए वर्जिन पत्नी परी की तरह होती हैं.' राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने पश्चिम बंगाल के डीजीपी को प्रोफेसर के ‘महिला विरोधी' बयान की जांच करने और उचित कार्रवाई करने के लिए कहा है. एनसीडब्ल्यू ने प्रोफेसर के इस ‘चौंका देने वाले महिला विरोधी बयान' पर स्वत: संज्ञान लिया और पश्चिम बंगाल के डीजीपी को मामले की जांच करने और उचित कार्रवाई करने के लिए कहा. उन्होंने डीजीपी को आयोग को इस संबंध में अवगत कराने के लिए भी कहा. इसके साथ ही न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक महिला आयोग की टीम यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर से मुलाकात करेगी. प्रोफेसर ने फेसबुक पर सफाई देते हुए वह उसकी व्यक्तिगत पोस्ट थी और उसने अभिव्यक्ति की आजादी का जिक्र किया. उसने लिखा, 'मैंने किसी भी इंसान, व्यक्ति या किसी के खिलाफ बिना किसी सबूत या किसी संदर्भ के कुछ भी नहीं लिखा है. मैं सोशल रिसर्च कर रहा हूं और समाज की भलाई की के लिए लिख रहा हूं.'
शेयर बाजार में सीधे निवेश कर सकेंगे विदेशी
अब विदेशी सीधे भारतीय शेयर में निवेश कर सकेंगे। सरकार ने यह फैसला शेयर बाजार में विदेशी पूंजी को लाने के मकसद से लिया है।
अब विदेशी सीधे भारतीय शेयर में निवेश कर सकेंगे। सरकार ने यह फैसला शेयर बाजार में विदेशी पूंजी को लाने के मकसद से लिया है। दरअसल, पिछले कुछ समय से भारतीय शेयर बाजार से विदेशी पूंजी बाहर जा रही है। ऐसे में सरकार के इस कदम से माना जा रहा है कि देसी बाजार में विदेशी निवेश बढ़ेगा। 15 जनवरी से यह नियम लागू लोग हो जाएगा।
साउथ के अभिनताओं के घर आयकर विभाग के छापे
आयकर विभाग ने दक्षिण भारतीय फ़िल्मों के अभिनेता ममूटी और मोहनलाल के घरों और उनके दफ्तरों पर छापे मारे हैं।
आयकर विभाग ने दक्षिण भारतीय फ़िल्मों के अभिनेता ममूटी और मोहनलाल के घरों और उनके दफ्तरों पर छापे मारे हैं। दक्षिण भारत के ये दोनों नामी सितारे पहली बार आयकर विभाग के निशाने पर आए हैं। आयकर अधिकारियों ने चेन्नई में ममूटी की प्रोडक्शन कंपनी प्ले हाउस में जाकर छानबीन की साथ ही चेन्नई और कोच्चि में उनके घरों पर भी छापे मारे गए। साथ ही कोच्चि में मोहनलाल की प्रोडक्शन और डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी मैक्स लैब्स और आशीर्वाद हाउस पर छापे मारे गए। इसके अलावा उनके फ़िल्म स्टूडियो पर भी आयकर अधिकारी पहुंचे।
बाहुबली 2 से पहले एक बार फिर रिलीज की जाएगी बाहुबलीः द बिगनिंग
जुलाई 2015 में रिलीज हुई थी बाहुबलीः द बिगनिंग फिल्म का दूसरा हिस्सा 28 अप्रैल को तेलुगु, हिंदी और तमिल में रिलीज होगा. बाहुबली 2 की रिलीज से पहले दोबारा रिलीज होगी पहली फिल्म.
बाहुबली 2 में प्रभास, राणा दग्गुपाती, अनुष्का शेट्टी, तमन्ना भाटिया, रम्या कृष्णन और सत्यराज अपनी भूमिकाओं में दोबारा नजर आएंगे. फिल्म तेलुगु, हिंदी और तमिल में एक साथ 28 अप्रैल को रिलीज होगी.   बाहुबली 2 में प्रभास, राणा दग्गुपाती, अनुष्का शेट्टी, तमन्ना भाटिया, रम्या कृष्णन और सत्यराज अपनी भूमिकाओं में दोबारा नजर आएंगे. फिल्म तेलुगु, हिंदी और तमिल में एक साथ 28 अप्रैल को रिलीज होगी.
कानपुर के इस चायवाले के कायल हुए वीवीएस लक्ष्‍मण, तारीफ में कही ये बात
कानपुर में चाय की दुकान चलाते हैं मोहम्मद महबूब मलिक चाय की दुकान से होने वाली आय को गरीब बच्चों की पढ़ाई पर करते हैं खर्च वीवीएस लक्ष्मण ने महबूब मलिक को प्रेरणा बताते हुए किया ट्वीट
पूर्व क्रिकेटर वीवीएस लक्ष्मण (VVS Laxman) ने बुधवार को ट्विटर पर एक शख्स के बारे में पोस्ट करते हुए उन्हें 'प्रेरणा' बताया. 45 वर्षीय लक्ष्मण ने अपनी पोस्ट में कानपुर के मोहम्मद महबूब मलिक के बारे में लिखा. आपको बता दें कि महबूब मलिक कानपुर में एक छोटी-सी चाय की दुकान चलाते हैं और इससे होने वाली आय से वह 40 बच्चों की शिक्षा का खर्च उठाते हैं. इन बच्चों की शिक्षा पर वह अपनी आय का लगभग 80 फीसदी खर्च कर देते हैं. चाय की दुकान पर बैठे हुए महबूब मलिक की फोटो शेयर करते हुए वीवीएस लक्ष्मण ने लिखा, ''उनकी एक छोटी सी चाय की दुकान है और वह अपनी आय का 80 फीसदी बच्चों की शिक्षा पर खर्च कर देते हैं. वाकई प्रेरणास्‍पद है!''  Mohammad Mahboob Malik, a tea seller from Kanpur takes care of education for 40 children. He has a small tea shop and spends 80% of his income on the education of these children. What an inspiration ! pic.twitter.com/H1FTxeYuz7 खबर के अनुसार, मोहम्मद महबूब मलिक उत्तर प्रदेश के कानपुर के शारदा नगर में गरीब बच्चों के लिए एक स्कूल चलाते हैं. यह स्कूल 2015 में खुला था और इस वक्त इसमें 40 बच्चे फ्री में पढ़ते हैं. इसके साथ ही स्कूल बच्चों को ड्रेस, स्टेशनरी और किताबें आदि भी देता है. यह स्कूल गैर सरकारी संगठन 'मां तुझे सलाम फाउंडेशन' के अंतर्गत चलता है. बता दें, वीवीएस लक्ष्मण के इस ट्वीट को 23 हजार से ज्यादा लाइक्स मिल चुके हैं और यूजर्स जमकर महबूब मलिक की प्रशंसा कर रहे हैं.  Really an inspiration. We all should try to do at least one percent of what he is doing. You have shared a great inspiration. I know him He is my neighbor, True Patriot. We played cricket together In childhood Where in kanpur I'll move to meet such man Sir, @VVSLaxman281 pls send me address of this guy's I want to meet him and want to contribute myself however is possible to me ! Right now I am at Allahabad that's very close to Kanpur I can reach to him easily ,oulthough I am from Gorkhapur ! I want to meet this guy. ट्वीट के वायरल होने के बाद महबूब मलिक ने बताया कि उन्होंने अपना बचपन बेहद गरीबी में बिताया था और वह केवल हाईस्कूल तक ही पढ़ाई कर सके थे. यही वजह है कि वे दूसरों को मुफ्त में शिक्षा हासिल करने में मदद करते हैं.
पीएम मोदी ने छात्रा को बीच में रोका, फिर मारा ऐसा जोक, हंस-हंसकर लोट पोट हो गए हजारों छात्र- देखें Video
पीएम मोदी ने डिस्लेक्सिया पीड़ितों पर मारा जोक सोशल मीडिया पर हो रही है आलोचना पीएम मोदी के जोक पर हंसने को मजबूर हो गए छात्र
PM #Modi cracks a crude joke about dyslexia & then vulgarly laughs at it. In the past, he has mocked the pain of parents losing a child by saying that they forget the child in a year. Is there no limit to this man's insensitivity?#BiharRejectsModi#ModInAmethipic.twitter.com/hWcXYt8dHV   बीते शनिवार 'स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन 2019' (Smart India Hackathon 2019) के लिए आयोजित वीडियो कॉन्फ्रेंस में देहरादून की एक छात्रा ने पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को बताया कि यह प्रोग्राम डिस्लेक्सिया पीड़ितों बच्चे (Dyslexia Children) जो पढ़ने-लिखने में परेशानी महसूस करते हैं उनके लिए भी फायदेमंद हो सकता है. छात्रा ने पीएम मोदी से कहा, "हमारे पास डिस्लेक्सिया पीड़ितों बच्चों के लिए एक आइडिया है, जो पढ़ने-लिखने में बेहद धीमे होते हैं, लेकिन उनका क्रिएटिविटी लेवल काफी अच्छा होता है. हम यह फिल्म 'तारे जमीन पर' में देख चुके हैं."   Shameful and distressing. Some of us have dyslexic or disabled relatives, friends, children and parents. Sattar saal mein pehli baar, a person with this crassness occupies the chair of the PM. Enough, Mr Modi. Yeh hain sanskar aapke? https://t.co/8wBvtjPy7q   Dyslexia is one of the most common learning disorders that affects 3-7% people, (traits in upto 17-20%). It is genetic (heritable) that affects reading, writing & hence learning skills but not a marker for intelligence. Poor judgement by the PM to mock a neurological condition pic.twitter.com/lJczhocUYV   Cant believe. PRIME MINISTER making fun of Dyslexia !!https://t.co/uj8OmUi3eO   A member of a lynch mob will be the most likely candidate to mock at dyslexia or any other mental challenge I would really recommend they consult a psychiatrist- especially if they have access to powerful weapons   The Prime Minister of India keeping it classy as ever. Cracking a joke about dyslexia to target a political opponent. pic.twitter.com/qLoQMwKxVH   छात्रा द्वारा इस बात को बताने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) उसे बीच में रोकते हुए पूछते हैं कि क्या यह प्रोग्राम 40-50 साल के बच्चे के लिए भी फायदेमंद होगा. पीएम मोदी के इतना कहते ही वहां मौजूद सभी छात्र जोर से हंसने लग जाते हैं. बाद में वह छात्रा हंसते हुए हां में जवाब देती है. लेकिन पीएम मोदी यही नहीं रुके. उन्होंने कहा कि ऐसे बच्चों की मां बहुत खुश होगी. पीएम मोदी की इस बात पर फिर से सभी छात्र हंसने लगते हैं. सोशल मीडिया पर विपक्षी नेता पीएम मोदी का काफी आलोचना कर रहे हैं. नेताओं के अलावा लोगों ने भी ट्वीट कर पीएम मोदी की आलोचना की.   God! When we thought @narendramodi cd not go any lower, he still manages to stoop. As a parent I do not want my kid to listen to a speaker who'd use dyslexia as a slur and here our Prime Minister uses dyslexia to insult @RahulGandhi This is wrong on so many levels!!! https://t.co/gQ2IZVvY0m   Leonardo Da Vinci,Albert Einstein, Pablo Picasso,Lee Kuan Yew, Alexander Graham Bell,Tom Cruise and many great men & women were all believed to be dyslexic & look what they made of their lives. Mocking differently abled people marks a new low in our political discourse.#Dyslexiahttps://t.co/H2Y747zGid   Making fun of Dyslexia to target political opponent. There is no low which is too Low for Narendra Modi. Worse are the students who were clapping but cant blame them. When the PM of the Nation is such a Cheap Man, they had to entertain him pic.twitter.com/bJ7apIlpup बीजेपी नेताओं को अक्सर राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के बयानों को लेकर निशाना साधते हुए देखा गया है. बीजेपी के कई नेता उन्हें अपरिपक्व भी बता चुके हैं. यही नहीं इससे पहले पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) भी बीते साल संसद में राहुल गांधी के गले मिलने वाली घटना को बचकानी हरकत बता चुके हैं.
दिल्ली-एनसीआर में बारिश में दी दस्तक
दिल्ली और एनसीआर में बारिश ने दस्तक दे दी है। यह मानसून से पहले की बारिश मानी जा रही है। सुबह दिल्ली के कुछ इलाकों, गाजियाबाद और नोएडा में भी कई जगह छिटपुट बारिश हुई है।
दिल्ली और एनसीआर में बारिश ने दस्तक दे दी है। यह मानसून से पहले की बारिश मानी जा रही है। सुबह दिल्ली के कुछ इलाकों, गाजियाबाद और नोएडा में भी कई जगह छिटपुट बारिश हुई है।टिप्पणियां हल्की बारिश होने से दिल्ली-एनसीआर के तापमान में गिरावट आई है। बारिश की वजह से कई जगह सड़कों पर पानी भी भर गया है। उम्मीद है कि आने वाले दिनों में मौसम पूरी तरह करवट ले लेगा। अभी भी ग्रेटर नोएडा और उसके आसपास के इलाके में आसमान में घने बादलों का साया है। यूपी में मानसून के आने के बाद गुरुवार को राजधानी लखनऊ, कानपुर, इलाहाबाद, अलीगंज समेत कई शहरों में बारिश हुई। मौसम विभाग के मुताबिक आज ये बारिश पूरे यूपी में होगी। हल्की बारिश होने से दिल्ली-एनसीआर के तापमान में गिरावट आई है। बारिश की वजह से कई जगह सड़कों पर पानी भी भर गया है। उम्मीद है कि आने वाले दिनों में मौसम पूरी तरह करवट ले लेगा। अभी भी ग्रेटर नोएडा और उसके आसपास के इलाके में आसमान में घने बादलों का साया है। यूपी में मानसून के आने के बाद गुरुवार को राजधानी लखनऊ, कानपुर, इलाहाबाद, अलीगंज समेत कई शहरों में बारिश हुई। मौसम विभाग के मुताबिक आज ये बारिश पूरे यूपी में होगी। यूपी में मानसून के आने के बाद गुरुवार को राजधानी लखनऊ, कानपुर, इलाहाबाद, अलीगंज समेत कई शहरों में बारिश हुई। मौसम विभाग के मुताबिक आज ये बारिश पूरे यूपी में होगी।
यूपी के गांव में 50 साल तक 'लिव इन' में रहा यह जोड़ा, बच्चों ने कराई शादी
उत्तर प्रदेश के बाराबंकी के गांव में हुई अनोखी शादी दूल्हा 80 साल का और दुल्हन 70 साल की 50 साल से लिव इन रिलेशनशिप में रह रहे थे दोनों
सुखराम कहते हैं रजपता और उनके बीच प्रेम संबंध इतना मजबूत है कि कभी जिंदगी और समाज की मुश्किलें याद ही नहीं रही. कुछ महीने पहले दोनों अपने बच्चों के साथ घर में बैठे थे तभी रजपता ने इच्छा जाहिर की कि अब तो उनका परिवार भरा पूरा है. अब वे जिंदगी के आखिरी पड़ाव में हैं. ऐसे में क्यों न प्रेम के संबंध पर सामाजिक मुहर लगा दी जाए. बच्चों ने रजपता की इच्छा पूरा करने की ठानी. उन्होंने पिता सुखराम को उम्र के इस पड़ाव में शादी के लिए तैयार किया. इसके बाद बेहद धूम-धाम से दोनों की शादी रचाई गई. इस शादी में गांव वालों के साथ दूल्हा-दुल्हन के बेटे-बेटियां, नाती-पोते बाराती बने. इस अनोखी शादी में गांव वालों ने भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया. इस शादी पर गांव वालों का कहना है कि रजपता और सुखराम ने सच्चा प्यार किया है. दोनों गांव में ऐसे रहते कि किसी को पता ही नहीं चलता कि ये पति-पत्नी नहीं हैं. इन्होंने प्रेम की मिसाल कायम की है.   इस अनोखी शादी में गांव वालों ने भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया. इस शादी पर गांव वालों का कहना है कि रजपता और सुखराम ने सच्चा प्यार किया है. दोनों गांव में ऐसे रहते कि किसी को पता ही नहीं चलता कि ये पति-पत्नी नहीं हैं. इन्होंने प्रेम की मिसाल कायम की है.
छत्तीसगढ़ में अब 12वीं तक शिक्षा मुफ्त, CM भूपेश बघेल के मंत्रिमंडल बैठक में हुए 19 बड़े फैसले
छत्तीसगढ़ में अब 12वीं तक मुफ्त शिक्षा सीएम भूपेश बघेल की मंत्रिमंडल बैठक लिए गए कई अहम फैसले
छत्‍तीसगढ़ में अब 12वीं तक की शिक्षा एवं पाठ्य पुस्‍तक मुफ्त दी जाएगी. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में बुधवार को मंत्रालय में मंत्रिमंडल की बैठक में अनेक महत्वपूर्ण निर्णय लिए. सीएम बघेल ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर भी बैठक में लिए गए फैसलों की पूरी सूची दी है. मंत्रिमंडल की बैठक में अशासकीय स्कूलों के प्रवेश शुल्क संबंधी शिकायतों और विसंगतियों को दूर करने के लिए समिति का गठन करने का निर्णय लिया गया. राज्य के मंत्री रविंद्र चौबे ने बताया कि राज्य में शिक्षा के अधिकार के अंतर्गत अभी तक केवल कक्षा आठवीं तक के छात्र-छात्राओं के लिए निःशुल्क शिक्षा एवं पाठ्य पुस्तक की व्यवस्था की जाती है. अब यह सुविधा कक्षा नवमी से बारहवीं तक के विद्यार्थियों को भी उपलब्ध करायी जाएगी. आज महानदी भवन में आयोजित कैबिनेट की बैठक सफलतापूर्वक सम्पन्न हुई। इस दौरान अनेक महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। मंत्रिमंडल की बैठक में लिए गए महत्वपूर्ण निर्णय आप सब के साथ साझा कर रहा हूँ। "गढ़बो नवा छत्तीसगढ़" pic.twitter.com/FoNE6ImmVE मालूम हो कि बस्तर में बैलाडिला के पहाड़ों पर हज़ारों की तादाद में आदिवासी अपने जंगल और पहाड़ को बचाने के लिए जुट गए हैं. उनका इरादा अनिश्चितकालीन आंदोलन चलाने का है. फिलहाल राज्य के कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने बताया कि मंत्रिमंडल की बैठक में फैसला किया गया कि खाद्यान्न सुरक्षा प्रदान करने की दृष्टि से राज्य के सभी 65 लाख परिवारों को राशन कार्ड से लाभान्वित किया जाएगा.  चौबे ने बताया कि नए राशन कार्ड बनने तक वर्तमान राशन कार्डधारियों को पुराने राशन कार्ड से सामग्री मिलती रहेगी. परिवार में मात्र एक सदस्य होने पर 10 किलो चावल मिलेगा, दो सदस्य होने पर 20 किलो तथा तीन से पांच सदस्य होने पर 35 किलो चावल मिलेगा. पांच से अधिक सदस्य होने पर प्रति सदस्य की दर से 7-7 किलो चावल अतिरिक्त दिया जाएगा. वहीं अंत्योदय श्रेणी के राशनकार्ड पर एक रूपए प्रति किलोग्राम की दर से 35 किलोग्राम चावल देने की योजना भी जारी रहेगी. उन्होंने बताया कि अटल नगर, अटल नगर विकास प्राधिकरण और अटल स्मार्ट सिटी कार्पोरेशन के नाम के आगे अब ‘नवा रायपुर‘ जोड़ा जाएगा. पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह की सरकार ने नया रायपुर का नाम अटल नगर कर दिया था. अब कांग्रेस की नई सरकार ने नाम के आगे 'नवा रायपुर' जोड़ने का फैसला किया है. नवा छत्तीसगढ़ का शब्द है जिसका मतलब नया होता है.
शाहरुख खान को मिली 'डॉक्‍टर' की उपाधि, हैदराबाद उर्दू यूनिवर्सिटी ने दिया सम्‍मान
शाहरुख ने कहा, खुश होती मां क्‍योंकि उनकी जन्‍मस्‍थली पर मिला सम्‍मान इसी साल फरवरी में ही ली है शाहरुख ने अपनी ग्रेजुएशन की डिग्री राष्‍ट्रपति प्रणव मुखर्जी समारोह के मुख्‍य अतिथि
Actor Shah Rukh Khan conferred honorary doctorate by Maulana Azad National Urdu University, Hyderabad pic.twitter.com/1JpV3xtRpc Very happy. My mother would have been very happy as I am getting this honour in Hyderabad, her birthplace: Shah Rukh Khan pic.twitter.com/0IoNkSW0Dr
शीला दीक्षित ने किया खुलासा, टिकट के लिए हुई घूस की पेशकश
घूस की पेशकश करने वाला दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का टिकट चाहता था, हालांकि शीला ने यह नहीं बताया कि किसने उन्हें घूस देने की पेशकश की।
दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने एक बड़ा खुलासा किया है। एक अंग्रेजी अखबार को दिए इंटरव्यू में शीला ने कहा है कि एक नेता ने उन्हें घूस देने की पेशकश की थी। घूस की पेशकश करने वाला दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का टिकट चाहता था, हालांकि शीला ने यह नहीं बताया कि किसने उन्हें घूस देने की पेशकश की।टिप्पणियां उस घटना पर अफसोस जाहिर करते हुए शीला ने अखबार को बताया कि कैसे उस व्यक्ति ने उनसे संपर्क साधा था। शीला के मुताबिक, वह व्यक्ति उनके पास प्लास्टिक बैग लेकर मिलने आया और कहा कि बैग में पैसे हैं, जो वह विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए उन्हें देना चाहता है। इसके बदले में वह कांग्रेस का टिकट चाह रहा था। शीला ने यह भी कहा कि उसकी इस हरकत से उन्हें काफी गुस्सा आया और उन्होंने अपना आपा भी लगभग खो दिया था। दिल्ली की मुख्यमंत्री ने कहा कि इस तरह के भ्रष्ट लोगों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए। शीला लगातार तीन बार से दिल्ली की मुख्यमंत्री हैं और कांग्रेस चौथी बार उनके नेतृत्व में चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है। उस घटना पर अफसोस जाहिर करते हुए शीला ने अखबार को बताया कि कैसे उस व्यक्ति ने उनसे संपर्क साधा था। शीला के मुताबिक, वह व्यक्ति उनके पास प्लास्टिक बैग लेकर मिलने आया और कहा कि बैग में पैसे हैं, जो वह विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए उन्हें देना चाहता है। इसके बदले में वह कांग्रेस का टिकट चाह रहा था। शीला ने यह भी कहा कि उसकी इस हरकत से उन्हें काफी गुस्सा आया और उन्होंने अपना आपा भी लगभग खो दिया था। दिल्ली की मुख्यमंत्री ने कहा कि इस तरह के भ्रष्ट लोगों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए। शीला लगातार तीन बार से दिल्ली की मुख्यमंत्री हैं और कांग्रेस चौथी बार उनके नेतृत्व में चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है। शीला ने यह भी कहा कि उसकी इस हरकत से उन्हें काफी गुस्सा आया और उन्होंने अपना आपा भी लगभग खो दिया था। दिल्ली की मुख्यमंत्री ने कहा कि इस तरह के भ्रष्ट लोगों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए। शीला लगातार तीन बार से दिल्ली की मुख्यमंत्री हैं और कांग्रेस चौथी बार उनके नेतृत्व में चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है।