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भ्रष्टाचार को लेकर हजारे ने साधा मोदी पर निशाना
मोदी की सराहना कर आलोचना के शिकार हुए हजारे ने कहा कि गुजरात में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार है और महात्मा गांधी का राज्य भी इससे नहीं बचा है।
गुजरात में विकास कार्य के लिए मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा करने के बाद सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने बृहस्पतिवार को अपने रूख में परिवर्तन करते हुए कहा कि वह राज्य में भ्रष्टाचार को देखकर निराश हैं। मोदी की सराहना कर आलोचना के शिकार हुए हजारे ने कहा कि गुजरात में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार है और महात्मा गांधी का राज्य भी इससे नहीं बचा है। भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज बुलंद करने वाले हजारे ने कहा कि इस राज्य में शराबबंदी है लेकिन यहां दूध की तुलना में शराब आसानी से उपलब्ध है। उन्होंने कहा, यहां आने के बाद मैंने महसूस किया कि यहां भ्रष्टाचार के काफी मामले हैं। गांधीजी के राज्य में काफी भ्रष्टाचार है। इसके साथ ही उन्होंने मोदी से गुजरात में लोकायुक्त नियुक्त करने का अनुरोध किया। हजारे जन लोकपाल विधेयक प्रारूप टीम के एक सदस्य हैं। उन्होंने यह टिप्पणी यहां गुजरात विद्यापीठ में विभिन्न सामाजिक समूहों द्वारा आयोजित जनसुनवाई में की। उन्होंने कहा, लोगों को अधिकारसंपन्न बनाने के लिए पहले लोकायुक्त की नियुक्ति की जाए और दूसरे ग्राम सभाओं को अधिकार दिए जाएं। मोदी पर हमला बोलते हुए हजारे ने कहा, गांधीजी के राज्य में काफी अधिक शराब है। गुजरात में दूध की तुलना में शराब अधिक है। गुजरात देश के प्रमुख दूध उत्पादक राज्यों में से है। हजारे ने विगत में मोदी की सराहना करते हुए कहा था कि देश के मुख्यमंत्रियों को गुजरात और बिहार के मुख्यमंत्रियों द्वारा किए गए कार्यों से सीख लेनी चाहिए। उनके द्वारा मोदी की प्रशंसा किए जाने की तीखी आलोचना हुई थी और सामाजिक कार्यकर्ता मेधा पाटकर सहित उनके सहयोगियों ने भी उनकी आलोचना की थी। प्रदेश सरकार की आलोचना करते हुए स्वामी अग्निवेश ने कहा कि जन सुनवाई से विकास संबंधी गुजरात सरकार के दावों की कलई खुल गई है।
नेहा कक्कड़ ने 'आंख मारे' पर बिखेरा अपनी अदाओं का जादू, वायरल Video में लगाया डांस और कॉमेडी का तड़का
नेहा कक्कड़ ने TikTok एप से फिर बनाया वीडियो नेहा ने 'आंख मारे' सॉन्ग पर बिखेरा अपनी अदाओं का जादू नेहा कक्कड़ का वीडियो हुआ वायरल
बॉलीवुड (Bollywood) की पॉपुलर सिंगर नेहा कक्कड़ (Neha Kakkar) अपने सिंगिंग और बिंदास अंदाज के लिए जानी जाती हैं. नेहा कक्कड़ अपने इसी अंदाज से सोशल मीडिया (Social Media) पर छाई रहती हैं. नेहा कक्कड़ (Neha Kakkar) के वीडियो अक्सर वायरल होते रहते हैं. बॉलीवुड की इस मशहूर सिंगर का फिर से एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें वो बेहद ही फनी अंदाज में नजर आ रही है. नेहा कक्कड़ (Neha Kakkar) अपने कथित ब्रेकअप के बाद से ही चर्चा में बनी हुई हैं. इस वायरल वीडियो में नेहा कक्कड़ फिल्म 'सिंबा' के फेमस सॉन्ग 'लड़की आंख मारे' पर काफी फनी अंदाज में नजर आ रही हैं. उनका यह वीडियो खूब वायरल हो रहा है.   A post shared by Neha Kakkar (@nehakakkar) on Jan 15, 2019 at 1:23am PST   नेहा कक्कड़ (Neha Kakkar) ने इस वीडियो को 'TikTok' नाम के एप से बनाया है. नेहा कक्कड़ इसमें एक बच्चे के साथ नजर आ रही हैं और अपने फनी अंदाज से लोगों को दीवाना बना रही हैं. इस वीडियो को देखकर लगता है कि उन्होंने यह वीडियो दर्शकों को हंसाने के उद्देश्य से बनाया है. इस वीडियो से उन्होंने यह भी दिखाने की कोशिश की है कि वो कॉमेडी भी कर सकती हैं. नेहा कक्कड़ (Neha Kakkar) ने इस वीडियो को अपने ऑफिशियल इंस्टाग्राम अकाउंट पर पोस्ट किया है.     A post shared by Viral Bhayani (@viralbhayani) on Jan 14, 2019 at 12:08am PST नेहा कक्कड़ (Neha Kakkar) ने हाल ही में स्टेज परफॉर्मेंस की एक वीडियो इंस्टाग्राम पर शेयर किया था, जिसमें वो अपने हिट सॉन्ग 'तू चीज बड़ी है मस्त-मस्त' पर अपने डांस से धमाल मचा दिया था. नेहा कक्कड़ का यह वीडियो राजस्थान के उदयपुर का था. नेहा कक्कड़ (Neha Kakkar) का हाल ही में हिमांश कोहली के साथ ब्रेकअप हुआ था, जिसके बाद से उन्होंने कई इमोशमल पोस्ट शेयर किए थे. बता दें कि  नेहा कक्कड़ (Neha Kakkar) दिल्ली की रहने वाली हैं और गायकी का शौक उन्हें बचपन से रहा है. 30 वर्षीया नेहा कक्कड़ ने सिंगिंग रियलिटी शो इंडियन आइडल में 2006 में हिस्सा लिया था और वे इस शो की जज भी कर चुकी हैं.
दिल्ली में लिव-इन में रह रही महिला ने लगाया गैंगरेप का आरोप
पुलिस में दर्ज महिला की शिकायत के मुताबिक उसकी पहचान के तीन लोगों ने उसके घर में कोल्ड ड्रिंक्स में नशीला पदार्थ पिलाकर उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया।
दिल्ली में द्वारका के सेक्टर-12 इलाके में एक महिला के साथ तीन लोगों ने कथित रूप से सामूहिक बलात्कार किया। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि दो बच्चों की मां यह महिला द्वारका में अपने एक मित्र के साथ लिव इन में रहती थी।टिप्पणियां महिला ने बताया कि उसकी पहचान के तीन लोग सोमवार की शाम उसके घर आए थे। महिला ने अपनी शिकायत में कहा कि उन लोगों से बातचीत के दौरान वह उनके और खुद के लिए शीतल पेय लेकर आई। इस बीच, जब वह अंदर गई, तो उन लोगों ने उसके पेय में कोई नशीला पदार्थ मिला दिया, जिसे पीने के बाद वह बेहोश हो गई और इसके बाद तीनों ने उसके साथ बलात्कार किया। पुलिस ने बताया कि इस मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। हालांकि, इस अधिकारी ने बताया कि घटना के वक्त तीनों आरोपियों का मोबाइल टावर लोकेशन किसी दूसरी जगह पाई गई है। पुलिस ने कहा कि वह इस मामले की हर कोण से जांच कर रही है। महिला ने बताया कि उसकी पहचान के तीन लोग सोमवार की शाम उसके घर आए थे। महिला ने अपनी शिकायत में कहा कि उन लोगों से बातचीत के दौरान वह उनके और खुद के लिए शीतल पेय लेकर आई। इस बीच, जब वह अंदर गई, तो उन लोगों ने उसके पेय में कोई नशीला पदार्थ मिला दिया, जिसे पीने के बाद वह बेहोश हो गई और इसके बाद तीनों ने उसके साथ बलात्कार किया। पुलिस ने बताया कि इस मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। हालांकि, इस अधिकारी ने बताया कि घटना के वक्त तीनों आरोपियों का मोबाइल टावर लोकेशन किसी दूसरी जगह पाई गई है। पुलिस ने कहा कि वह इस मामले की हर कोण से जांच कर रही है। पुलिस ने बताया कि इस मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। हालांकि, इस अधिकारी ने बताया कि घटना के वक्त तीनों आरोपियों का मोबाइल टावर लोकेशन किसी दूसरी जगह पाई गई है। पुलिस ने कहा कि वह इस मामले की हर कोण से जांच कर रही है।
7वां वेतन आयोग : नाराज कर्मचारी नेता बोले, नंदा के कार्यकाल के मैकेनिज्म को फिर लागू किया जाए
वेतन आयोग की रिपोर्ट के अनुसार बढ़ा हुआ वेतन मिलने लगा है सोमवार को पेंशन की समस्या से जुड़ी समिति की बैठक हुई मीटिंग में तमाम अलाउंसेस को लेकर चर्चा हुई लेकिन, कोई फायदा नहीं हुआ
वरिष्ठ सूत्रों के हवाले से खबर है कि मीटिंग में तमाम अलाउंसेस को लेकर चर्चा हुई लेकिन, इसका कोई फायदा नहीं हुआ. यानि कोई सकारात्मक हल अभी तक हुई बैठकों में निकलकर सामने नहीं आया है. सूत्रों का कहना है कि जहां कर्मचारी संगठन वेतन आयोग (पे कमिशन) की रिपोर्ट के अनुसार ही पेंशन से जुड़ी समस्या का समाधान चाहते हैं वहीं, सरकार की ओर से कहा जा रहा है कि उनके पास बढ़िया विकल्प है. फिलहाल सरकार ने अभी तक इस बारे में कर्मचारी नेताओं से ज्यादा कुछ नहीं कहा है. उधर, खबर है कि न्यूनतम वेतनमान का मुद्दा 24 तारीख को होने वाली संबंधित कमेटी की बैठक में रखा जाएगा. इस दिन बैठक के लिए यह मुद्दा निर्धारित किया गया है. वहीं 25 अक्टूबर को डीओपीटी के सचिव की अध्यक्षता में गठित स्टैंडिंग कमेटी की बैठक होगी. (सातवां वेतन आयोग : सरकार और कर्मचारी नेताओं में अलाउंसे-पेंशन पर हुई यह बातचीत) जानकारी के अनुसार वेतन आयोग (पे कमीशन) से जुड़े तमाम मुद्दों के हल के लिए कर्मचारी संगठन की मांग है कि सरकार गुलजारी लाल नंदा के कार्यकाल में बनी नेगोशिएशन मशीनरी को पुन: कार्यान्वित करे. गुलजारी लाल नंदा ने बतौर कैबिनेट मंत्री एक जेसीएम (ज्वाइंट कंसेल्टिंग मशीनरी) का गठन किया था. यह केंद्रीय कर्मचारियों की मशीनरी थी. कर्मचारी नेताओं का मानना है कि उस दौरान केंद्रीय कर्मचारियों की समस्याओं से जुड़े मुद्दों के हल के लिए विशेष व्यवस्था की गई थी. इस प्रकार के सिस्टम की फिर से जरूरत महसूस की जा रही है. नंदा के कार्यकाल में इस प्रकार की समिति का प्रमुख कैबिनेट सेक्रेटरी हुआ करता था. (सातवें वेतन आयोग से संबंधित गजट नोटिफिकेशन की सबसे महत्वपूर्ण 17 बातें) सातवें वेतन आयोग की रिपोर्ट की रिपोर्ट 1 जनवरी 2016 से लागू हो गई है और करीब दो महीनों से केंद्रीय कर्मचारियों को इसके अनुसार बढ़ा हुआ वेतन मिलने भी लगा है, लेकिन अभी कर्मचारियों में इसके लेकर उतनी खुशी नहीं है. कई कर्मचारियों का कहना है कि अभी तक ऐसा नहीं लग रहा है जैसे वेतन आयोग की रिपोर्ट लागू हो गई है. (सातवां वेतन आयोग : गजट नोटिफिकेशन की 7 जरूरी बातें) इसके पीछे का सबसे बड़ा कारण अलाउंसेस को लेकर बना असमंजस है. पहले केंद्रीय कर्मचारी 196 किस्म के अलाउंसेस के हकदार थे. लेकिन सातवें वेतन आयोग ने कई अलाउंसेस को समाप्त कर दिया या फिर उन्हें मिला दिया जिसके बाद केवल 55 अलाउंस बाकी रह गए. तमाम कर्मचारियों को कई अलाउंस समाप्त होने का मलाल है. क्योंकि कई अलाउंस अभी तक लागू नहीं हुए और कर्मचारियों को उसका सीधा लाभ नहीं मिला है तो कर्मचारियों को लग रहा है कि वेतन आयोग की रिपोर्ट अभी लागू नहीं हुई है. (सातवां वेतन आयोग : बन गई हर जरूरी समिति, कर्मचारी यूनियन नेताओं से शुरू हुआ बातचीत का दौर)टिप्पणियां उधर, कर्मचारी नेताओं का कहना है कि वह स्टैंडिंग कमेटी की अगली बैठक में इस मुद्दे पर सरकार पर दबाव बनाएंगे. बता दें कि सातवें वेतन आयोग की रिपोर्ट से कर्मचारियों को कई शिकायतें रही हैं और ऐसे में केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने अपने कर्मचारियों की शिकायतों को दूर करने के लिए संबंधित मंत्रालय और वित्तमंत्रालय के अधीन समितियों का गठन किया है. ये समितियां कर्मचारी नेताओं से बात कर रही हैं और इस समितियों को अपना फैसला चार महीने में सरकार को देना है. (सातवां वेतन आयोग : रेलवे के अधिकारियों की नाराज़गी अब भी बरकरार, पढ़ें क्यों) सूत्रों का कहना है कि जहां कर्मचारी संगठन वेतन आयोग (पे कमिशन) की रिपोर्ट के अनुसार ही पेंशन से जुड़ी समस्या का समाधान चाहते हैं वहीं, सरकार की ओर से कहा जा रहा है कि उनके पास बढ़िया विकल्प है. फिलहाल सरकार ने अभी तक इस बारे में कर्मचारी नेताओं से ज्यादा कुछ नहीं कहा है. उधर, खबर है कि न्यूनतम वेतनमान का मुद्दा 24 तारीख को होने वाली संबंधित कमेटी की बैठक में रखा जाएगा. इस दिन बैठक के लिए यह मुद्दा निर्धारित किया गया है. वहीं 25 अक्टूबर को डीओपीटी के सचिव की अध्यक्षता में गठित स्टैंडिंग कमेटी की बैठक होगी. (सातवां वेतन आयोग : सरकार और कर्मचारी नेताओं में अलाउंसे-पेंशन पर हुई यह बातचीत) जानकारी के अनुसार वेतन आयोग (पे कमीशन) से जुड़े तमाम मुद्दों के हल के लिए कर्मचारी संगठन की मांग है कि सरकार गुलजारी लाल नंदा के कार्यकाल में बनी नेगोशिएशन मशीनरी को पुन: कार्यान्वित करे. गुलजारी लाल नंदा ने बतौर कैबिनेट मंत्री एक जेसीएम (ज्वाइंट कंसेल्टिंग मशीनरी) का गठन किया था. यह केंद्रीय कर्मचारियों की मशीनरी थी. कर्मचारी नेताओं का मानना है कि उस दौरान केंद्रीय कर्मचारियों की समस्याओं से जुड़े मुद्दों के हल के लिए विशेष व्यवस्था की गई थी. इस प्रकार के सिस्टम की फिर से जरूरत महसूस की जा रही है. नंदा के कार्यकाल में इस प्रकार की समिति का प्रमुख कैबिनेट सेक्रेटरी हुआ करता था. (सातवें वेतन आयोग से संबंधित गजट नोटिफिकेशन की सबसे महत्वपूर्ण 17 बातें) सातवें वेतन आयोग की रिपोर्ट की रिपोर्ट 1 जनवरी 2016 से लागू हो गई है और करीब दो महीनों से केंद्रीय कर्मचारियों को इसके अनुसार बढ़ा हुआ वेतन मिलने भी लगा है, लेकिन अभी कर्मचारियों में इसके लेकर उतनी खुशी नहीं है. कई कर्मचारियों का कहना है कि अभी तक ऐसा नहीं लग रहा है जैसे वेतन आयोग की रिपोर्ट लागू हो गई है. (सातवां वेतन आयोग : गजट नोटिफिकेशन की 7 जरूरी बातें) इसके पीछे का सबसे बड़ा कारण अलाउंसेस को लेकर बना असमंजस है. पहले केंद्रीय कर्मचारी 196 किस्म के अलाउंसेस के हकदार थे. लेकिन सातवें वेतन आयोग ने कई अलाउंसेस को समाप्त कर दिया या फिर उन्हें मिला दिया जिसके बाद केवल 55 अलाउंस बाकी रह गए. तमाम कर्मचारियों को कई अलाउंस समाप्त होने का मलाल है. क्योंकि कई अलाउंस अभी तक लागू नहीं हुए और कर्मचारियों को उसका सीधा लाभ नहीं मिला है तो कर्मचारियों को लग रहा है कि वेतन आयोग की रिपोर्ट अभी लागू नहीं हुई है. (सातवां वेतन आयोग : बन गई हर जरूरी समिति, कर्मचारी यूनियन नेताओं से शुरू हुआ बातचीत का दौर)टिप्पणियां उधर, कर्मचारी नेताओं का कहना है कि वह स्टैंडिंग कमेटी की अगली बैठक में इस मुद्दे पर सरकार पर दबाव बनाएंगे. बता दें कि सातवें वेतन आयोग की रिपोर्ट से कर्मचारियों को कई शिकायतें रही हैं और ऐसे में केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने अपने कर्मचारियों की शिकायतों को दूर करने के लिए संबंधित मंत्रालय और वित्तमंत्रालय के अधीन समितियों का गठन किया है. ये समितियां कर्मचारी नेताओं से बात कर रही हैं और इस समितियों को अपना फैसला चार महीने में सरकार को देना है. (सातवां वेतन आयोग : रेलवे के अधिकारियों की नाराज़गी अब भी बरकरार, पढ़ें क्यों) उधर, खबर है कि न्यूनतम वेतनमान का मुद्दा 24 तारीख को होने वाली संबंधित कमेटी की बैठक में रखा जाएगा. इस दिन बैठक के लिए यह मुद्दा निर्धारित किया गया है. वहीं 25 अक्टूबर को डीओपीटी के सचिव की अध्यक्षता में गठित स्टैंडिंग कमेटी की बैठक होगी. (सातवां वेतन आयोग : सरकार और कर्मचारी नेताओं में अलाउंसे-पेंशन पर हुई यह बातचीत) जानकारी के अनुसार वेतन आयोग (पे कमीशन) से जुड़े तमाम मुद्दों के हल के लिए कर्मचारी संगठन की मांग है कि सरकार गुलजारी लाल नंदा के कार्यकाल में बनी नेगोशिएशन मशीनरी को पुन: कार्यान्वित करे. गुलजारी लाल नंदा ने बतौर कैबिनेट मंत्री एक जेसीएम (ज्वाइंट कंसेल्टिंग मशीनरी) का गठन किया था. यह केंद्रीय कर्मचारियों की मशीनरी थी. कर्मचारी नेताओं का मानना है कि उस दौरान केंद्रीय कर्मचारियों की समस्याओं से जुड़े मुद्दों के हल के लिए विशेष व्यवस्था की गई थी. इस प्रकार के सिस्टम की फिर से जरूरत महसूस की जा रही है. नंदा के कार्यकाल में इस प्रकार की समिति का प्रमुख कैबिनेट सेक्रेटरी हुआ करता था. (सातवें वेतन आयोग से संबंधित गजट नोटिफिकेशन की सबसे महत्वपूर्ण 17 बातें) सातवें वेतन आयोग की रिपोर्ट की रिपोर्ट 1 जनवरी 2016 से लागू हो गई है और करीब दो महीनों से केंद्रीय कर्मचारियों को इसके अनुसार बढ़ा हुआ वेतन मिलने भी लगा है, लेकिन अभी कर्मचारियों में इसके लेकर उतनी खुशी नहीं है. कई कर्मचारियों का कहना है कि अभी तक ऐसा नहीं लग रहा है जैसे वेतन आयोग की रिपोर्ट लागू हो गई है. (सातवां वेतन आयोग : गजट नोटिफिकेशन की 7 जरूरी बातें) इसके पीछे का सबसे बड़ा कारण अलाउंसेस को लेकर बना असमंजस है. पहले केंद्रीय कर्मचारी 196 किस्म के अलाउंसेस के हकदार थे. लेकिन सातवें वेतन आयोग ने कई अलाउंसेस को समाप्त कर दिया या फिर उन्हें मिला दिया जिसके बाद केवल 55 अलाउंस बाकी रह गए. तमाम कर्मचारियों को कई अलाउंस समाप्त होने का मलाल है. क्योंकि कई अलाउंस अभी तक लागू नहीं हुए और कर्मचारियों को उसका सीधा लाभ नहीं मिला है तो कर्मचारियों को लग रहा है कि वेतन आयोग की रिपोर्ट अभी लागू नहीं हुई है. (सातवां वेतन आयोग : बन गई हर जरूरी समिति, कर्मचारी यूनियन नेताओं से शुरू हुआ बातचीत का दौर)टिप्पणियां उधर, कर्मचारी नेताओं का कहना है कि वह स्टैंडिंग कमेटी की अगली बैठक में इस मुद्दे पर सरकार पर दबाव बनाएंगे. बता दें कि सातवें वेतन आयोग की रिपोर्ट से कर्मचारियों को कई शिकायतें रही हैं और ऐसे में केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने अपने कर्मचारियों की शिकायतों को दूर करने के लिए संबंधित मंत्रालय और वित्तमंत्रालय के अधीन समितियों का गठन किया है. ये समितियां कर्मचारी नेताओं से बात कर रही हैं और इस समितियों को अपना फैसला चार महीने में सरकार को देना है. (सातवां वेतन आयोग : रेलवे के अधिकारियों की नाराज़गी अब भी बरकरार, पढ़ें क्यों) जानकारी के अनुसार वेतन आयोग (पे कमीशन) से जुड़े तमाम मुद्दों के हल के लिए कर्मचारी संगठन की मांग है कि सरकार गुलजारी लाल नंदा के कार्यकाल में बनी नेगोशिएशन मशीनरी को पुन: कार्यान्वित करे. गुलजारी लाल नंदा ने बतौर कैबिनेट मंत्री एक जेसीएम (ज्वाइंट कंसेल्टिंग मशीनरी) का गठन किया था. यह केंद्रीय कर्मचारियों की मशीनरी थी. कर्मचारी नेताओं का मानना है कि उस दौरान केंद्रीय कर्मचारियों की समस्याओं से जुड़े मुद्दों के हल के लिए विशेष व्यवस्था की गई थी. इस प्रकार के सिस्टम की फिर से जरूरत महसूस की जा रही है. नंदा के कार्यकाल में इस प्रकार की समिति का प्रमुख कैबिनेट सेक्रेटरी हुआ करता था. (सातवें वेतन आयोग से संबंधित गजट नोटिफिकेशन की सबसे महत्वपूर्ण 17 बातें) सातवें वेतन आयोग की रिपोर्ट की रिपोर्ट 1 जनवरी 2016 से लागू हो गई है और करीब दो महीनों से केंद्रीय कर्मचारियों को इसके अनुसार बढ़ा हुआ वेतन मिलने भी लगा है, लेकिन अभी कर्मचारियों में इसके लेकर उतनी खुशी नहीं है. कई कर्मचारियों का कहना है कि अभी तक ऐसा नहीं लग रहा है जैसे वेतन आयोग की रिपोर्ट लागू हो गई है. (सातवां वेतन आयोग : गजट नोटिफिकेशन की 7 जरूरी बातें) इसके पीछे का सबसे बड़ा कारण अलाउंसेस को लेकर बना असमंजस है. पहले केंद्रीय कर्मचारी 196 किस्म के अलाउंसेस के हकदार थे. लेकिन सातवें वेतन आयोग ने कई अलाउंसेस को समाप्त कर दिया या फिर उन्हें मिला दिया जिसके बाद केवल 55 अलाउंस बाकी रह गए. तमाम कर्मचारियों को कई अलाउंस समाप्त होने का मलाल है. क्योंकि कई अलाउंस अभी तक लागू नहीं हुए और कर्मचारियों को उसका सीधा लाभ नहीं मिला है तो कर्मचारियों को लग रहा है कि वेतन आयोग की रिपोर्ट अभी लागू नहीं हुई है. (सातवां वेतन आयोग : बन गई हर जरूरी समिति, कर्मचारी यूनियन नेताओं से शुरू हुआ बातचीत का दौर)टिप्पणियां उधर, कर्मचारी नेताओं का कहना है कि वह स्टैंडिंग कमेटी की अगली बैठक में इस मुद्दे पर सरकार पर दबाव बनाएंगे. बता दें कि सातवें वेतन आयोग की रिपोर्ट से कर्मचारियों को कई शिकायतें रही हैं और ऐसे में केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने अपने कर्मचारियों की शिकायतों को दूर करने के लिए संबंधित मंत्रालय और वित्तमंत्रालय के अधीन समितियों का गठन किया है. ये समितियां कर्मचारी नेताओं से बात कर रही हैं और इस समितियों को अपना फैसला चार महीने में सरकार को देना है. (सातवां वेतन आयोग : रेलवे के अधिकारियों की नाराज़गी अब भी बरकरार, पढ़ें क्यों) सातवें वेतन आयोग की रिपोर्ट की रिपोर्ट 1 जनवरी 2016 से लागू हो गई है और करीब दो महीनों से केंद्रीय कर्मचारियों को इसके अनुसार बढ़ा हुआ वेतन मिलने भी लगा है, लेकिन अभी कर्मचारियों में इसके लेकर उतनी खुशी नहीं है. कई कर्मचारियों का कहना है कि अभी तक ऐसा नहीं लग रहा है जैसे वेतन आयोग की रिपोर्ट लागू हो गई है. (सातवां वेतन आयोग : गजट नोटिफिकेशन की 7 जरूरी बातें) इसके पीछे का सबसे बड़ा कारण अलाउंसेस को लेकर बना असमंजस है. पहले केंद्रीय कर्मचारी 196 किस्म के अलाउंसेस के हकदार थे. लेकिन सातवें वेतन आयोग ने कई अलाउंसेस को समाप्त कर दिया या फिर उन्हें मिला दिया जिसके बाद केवल 55 अलाउंस बाकी रह गए. तमाम कर्मचारियों को कई अलाउंस समाप्त होने का मलाल है. क्योंकि कई अलाउंस अभी तक लागू नहीं हुए और कर्मचारियों को उसका सीधा लाभ नहीं मिला है तो कर्मचारियों को लग रहा है कि वेतन आयोग की रिपोर्ट अभी लागू नहीं हुई है. (सातवां वेतन आयोग : बन गई हर जरूरी समिति, कर्मचारी यूनियन नेताओं से शुरू हुआ बातचीत का दौर)टिप्पणियां उधर, कर्मचारी नेताओं का कहना है कि वह स्टैंडिंग कमेटी की अगली बैठक में इस मुद्दे पर सरकार पर दबाव बनाएंगे. बता दें कि सातवें वेतन आयोग की रिपोर्ट से कर्मचारियों को कई शिकायतें रही हैं और ऐसे में केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने अपने कर्मचारियों की शिकायतों को दूर करने के लिए संबंधित मंत्रालय और वित्तमंत्रालय के अधीन समितियों का गठन किया है. ये समितियां कर्मचारी नेताओं से बात कर रही हैं और इस समितियों को अपना फैसला चार महीने में सरकार को देना है. (सातवां वेतन आयोग : रेलवे के अधिकारियों की नाराज़गी अब भी बरकरार, पढ़ें क्यों) इसके पीछे का सबसे बड़ा कारण अलाउंसेस को लेकर बना असमंजस है. पहले केंद्रीय कर्मचारी 196 किस्म के अलाउंसेस के हकदार थे. लेकिन सातवें वेतन आयोग ने कई अलाउंसेस को समाप्त कर दिया या फिर उन्हें मिला दिया जिसके बाद केवल 55 अलाउंस बाकी रह गए. तमाम कर्मचारियों को कई अलाउंस समाप्त होने का मलाल है. क्योंकि कई अलाउंस अभी तक लागू नहीं हुए और कर्मचारियों को उसका सीधा लाभ नहीं मिला है तो कर्मचारियों को लग रहा है कि वेतन आयोग की रिपोर्ट अभी लागू नहीं हुई है. (सातवां वेतन आयोग : बन गई हर जरूरी समिति, कर्मचारी यूनियन नेताओं से शुरू हुआ बातचीत का दौर)टिप्पणियां उधर, कर्मचारी नेताओं का कहना है कि वह स्टैंडिंग कमेटी की अगली बैठक में इस मुद्दे पर सरकार पर दबाव बनाएंगे. बता दें कि सातवें वेतन आयोग की रिपोर्ट से कर्मचारियों को कई शिकायतें रही हैं और ऐसे में केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने अपने कर्मचारियों की शिकायतों को दूर करने के लिए संबंधित मंत्रालय और वित्तमंत्रालय के अधीन समितियों का गठन किया है. ये समितियां कर्मचारी नेताओं से बात कर रही हैं और इस समितियों को अपना फैसला चार महीने में सरकार को देना है. (सातवां वेतन आयोग : रेलवे के अधिकारियों की नाराज़गी अब भी बरकरार, पढ़ें क्यों) उधर, कर्मचारी नेताओं का कहना है कि वह स्टैंडिंग कमेटी की अगली बैठक में इस मुद्दे पर सरकार पर दबाव बनाएंगे. बता दें कि सातवें वेतन आयोग की रिपोर्ट से कर्मचारियों को कई शिकायतें रही हैं और ऐसे में केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने अपने कर्मचारियों की शिकायतों को दूर करने के लिए संबंधित मंत्रालय और वित्तमंत्रालय के अधीन समितियों का गठन किया है. ये समितियां कर्मचारी नेताओं से बात कर रही हैं और इस समितियों को अपना फैसला चार महीने में सरकार को देना है. (सातवां वेतन आयोग : रेलवे के अधिकारियों की नाराज़गी अब भी बरकरार, पढ़ें क्यों) बता दें कि सातवें वेतन आयोग की रिपोर्ट से कर्मचारियों को कई शिकायतें रही हैं और ऐसे में केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने अपने कर्मचारियों की शिकायतों को दूर करने के लिए संबंधित मंत्रालय और वित्तमंत्रालय के अधीन समितियों का गठन किया है. ये समितियां कर्मचारी नेताओं से बात कर रही हैं और इस समितियों को अपना फैसला चार महीने में सरकार को देना है. (सातवां वेतन आयोग : रेलवे के अधिकारियों की नाराज़गी अब भी बरकरार, पढ़ें क्यों)
सबकी नजरें हिसार उपचुनावों पर, नतीजे सोमवार को
हिसार लोकसभा और विभिन्न राज्यों में हुए विधानसभा उपचुनावों के नतीजे सोमवार को घोषित होंगे। सभी की नजरें हिसार पर टिकी हैं।
हिसार लोकसभा और विभिन्न राज्यों में हुए विधानसभा उपचुनावों के नतीजे सोमवार को घोषित होंगे। सभी की नजरें हिसार पर टिकी हैं, जहां अन्ना हजारे के सहयोगियों ने कांग्रेस के खिलाफ प्रचार किया था। लेकिन कांग्रेस का कहना है कि हिसार में हार उसके लिए मायने नहीं रखती। इस बीच स्वयं अन्ना हजारे 'मौन व्रत' पर चले गए हैं। लोगों की नजर इस पर भी है। हिसार संसदीय क्षेत्र के अतिरिक्त आंध्र प्रदेश के बांसवाड़ा, बिहार के दुरौंधा, महाराष्ट्र के खदकवासला, तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली पश्चिम और पुड्डुचेरी के इंदिरा नगर विधानसभा सीट के लिए 13 अक्टूबर को मतदान हुआ। राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, अन्ना हजारे के 'मौन व्रत' और उनके सहयोगियों के बीच मतभेद के कारण उप चुनाव के नतीजों का राजनीतिक महत्व कम होगा। विश्लेषक के. श्रीकुमार के अनुसार, "यह अच्छा है कि अन्ना नहीं बोलेंगे। उनके सहयोगी इन दिनों आपसी मतभेद के कारण चर्चा में आ रहे हैं। अरविंद केजरीवाल जहां कांग्रेस विरोधी रुख अपनाना चाहते हैं, वहीं प्रशांत भूषण की तरह अन्य किसी राजनीतिक धारा के चुनाव से पहले प्रतीक्षा करना चाहते हैं।" हिसार में हरियाणा जनहित कांग्रेस (हजकां) के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री भजनलाल के निधन के बाद चुनाव हो रहा है। यहां से उनके बेटे कुलदीप बिश्नोई हजकां के प्रत्याशी हैं। सभी की नजरें यहां के चुनाव नतीजों पर हैं, जहां अन्ना हजारे के सहयोगियों ने कांग्रेस के खिलाफ प्रचार किया। स्वयं अन्ना हजारे हालांकि प्रचार के लिए नहीं पहुंचे लेकिन कांग्रेस को हराने वाला उनका वीडियो संदेश यहां खूब प्रसारित किया गया। पर कांग्रेस का कहना है कि हिसार में हार से न तो हरियाणा और न ही देश में पार्टी पर कोई असर पड़ेगा। हरियाणा के एक सांसद ने कहा, " यह विपक्षी दलों के लिए महत्वपूर्ण हो सकता है, हमारे लिए नहीं। 2009 के आम चुनाव में हिसार में हम तीसरे स्थान पर थे। हम इससे नीचे नहीं जा सकते।"
संजय दत्‍त बनकर रणबीर कपूर ने किया वो कमाल जो आमिर खान भी नहीं कर पाए...!
संजय दत्‍त की बायोपिक को 180 करोड़ रुपये में खरीदा गया राजकुमार हिरानी और आमिर खान की फिल्‍म 'पीके' को मिला था 110 करोड़ का ऑफर रणबीर कपूर की इस फिल्‍म के सैटेलाइट्स अभी खरीदे जाने बाकी हैं
राजकुमार हिरानी और आमिर खान की जोड़ी 'थ्री ईडियट्स' और 'पीके' जैसी ब्‍लॉकबस्‍टर फिल्‍म दे चुकी है. लेकिन लगता है हिरानी के लिए 'मिस्‍टर परफेक्‍शनिस्‍ट' भी जो नहीं कर पाए वह रणबीर कपूर ने कर दिया है. दरअसल राजकुमार हिरानी द्वारा निर्देशित संजय दत्‍त की बायोपिक के राइट्स फॉक्‍स स्‍टार इंडिया स्‍टूडियो ने 180 करोड़ रुपये में खरीदें हैं. डीएनए की रिपोर्ट के अनुसार हिरानी की आखिरी फिल्‍म 'पीके' 110 करोड़ रुपये में खरीदी गई थी. ऐसे में फॉक्‍स स्‍टार स्‍टूडियो द्वारा इतनी ज्‍यादा कीमत देकर लिए गए इस फिल्‍म के राइट्स की खबर ने इंडस्‍ट्री में हलचल मचा दी है.टिप्पणियां 'पीके' को 110 करोड़ में खरीदा गया था और इस कीमत में उसके सैटेलाइट राइट्स भी शामिल थे. ऐसे में संजय दत्‍त की बायोपिक में जबरदस्‍त विश्‍वास जताते हुए स्‍टार फॉक्‍स स्‍टूडियो ने इसे भारी कीमत में खरीदा है. डीएनए ने एक सूत्र के हवाले से खबर दी है, ' सबसे अहम बात है कि फिल्‍म का मुनाफा 85-15 में विभाजित किया जाएगा. यानी इस फिल्‍म की कमाई का 85 प्रतिशत हिरानी को और 15 प्रतिशत स्‍टूडियो का होगा.' बता दें कि राजकुमार हिरानी की 'थ्री ईडियट्स' और 'पीके' बॉक्‍स ऑफिस पर कमाई के कई रिकॉर्ड तोड़ चुकी हैं. लेकिन यह पहली बार है जब राजू हिरानी बायोपिक बना रहे हैं. डीएनए ने अपनी रिपोर्ट में एक ट्रेड एन‍लिस्‍ट के हवाले से कहा है, ' हिरानी ने 'थ्री ईडियट्स' और 'पीके' में कमाई के रिकॉर्ड तोड़े हैं लेकिन ऐसा वह आमिर के साथ मिलकर कर पाए हैं, वो आमिर जो बिना हिरानी के भी ऐसे रिकॉर्ड बना चुके हैं. राजू हिरानी की क्षमताओं पर कोई शक नहीं है लेकिन क्‍या वह आमिर के बिना ऐसा कुछ कर पाएंगे यह देखने वाली बात होगी.'   संजय दत्‍त की इस बायोपिक में संजय दत्‍त का किरदार रणबीर कपूर निभा रहे हैं. इस फिल्‍म की शूटिंग करते हुए हाल ही में रणबीर के कुछ फोटो मीडिया में सामने आए थे जिसमें रणबीर हू-ब‍-हू संजय दत्‍त की तरह नजर आ रहे थे. रणबीर के इस लुक के सामने आने के बाद लोगों में इस फिल्‍म को लेकर ऐक्‍साइटमेंट और भी तेज हो गया है. इस फिल्‍म में मनीषा कोइराला, नर्गिस का किरदार करते हुए नजर आने वाली हैं. 'पीके' को 110 करोड़ में खरीदा गया था और इस कीमत में उसके सैटेलाइट राइट्स भी शामिल थे. ऐसे में संजय दत्‍त की बायोपिक में जबरदस्‍त विश्‍वास जताते हुए स्‍टार फॉक्‍स स्‍टूडियो ने इसे भारी कीमत में खरीदा है. डीएनए ने एक सूत्र के हवाले से खबर दी है, ' सबसे अहम बात है कि फिल्‍म का मुनाफा 85-15 में विभाजित किया जाएगा. यानी इस फिल्‍म की कमाई का 85 प्रतिशत हिरानी को और 15 प्रतिशत स्‍टूडियो का होगा.' बता दें कि राजकुमार हिरानी की 'थ्री ईडियट्स' और 'पीके' बॉक्‍स ऑफिस पर कमाई के कई रिकॉर्ड तोड़ चुकी हैं. लेकिन यह पहली बार है जब राजू हिरानी बायोपिक बना रहे हैं. डीएनए ने अपनी रिपोर्ट में एक ट्रेड एन‍लिस्‍ट के हवाले से कहा है, ' हिरानी ने 'थ्री ईडियट्स' और 'पीके' में कमाई के रिकॉर्ड तोड़े हैं लेकिन ऐसा वह आमिर के साथ मिलकर कर पाए हैं, वो आमिर जो बिना हिरानी के भी ऐसे रिकॉर्ड बना चुके हैं. राजू हिरानी की क्षमताओं पर कोई शक नहीं है लेकिन क्‍या वह आमिर के बिना ऐसा कुछ कर पाएंगे यह देखने वाली बात होगी.'   संजय दत्‍त की इस बायोपिक में संजय दत्‍त का किरदार रणबीर कपूर निभा रहे हैं. इस फिल्‍म की शूटिंग करते हुए हाल ही में रणबीर के कुछ फोटो मीडिया में सामने आए थे जिसमें रणबीर हू-ब‍-हू संजय दत्‍त की तरह नजर आ रहे थे. रणबीर के इस लुक के सामने आने के बाद लोगों में इस फिल्‍म को लेकर ऐक्‍साइटमेंट और भी तेज हो गया है. इस फिल्‍म में मनीषा कोइराला, नर्गिस का किरदार करते हुए नजर आने वाली हैं. बता दें कि राजकुमार हिरानी की 'थ्री ईडियट्स' और 'पीके' बॉक्‍स ऑफिस पर कमाई के कई रिकॉर्ड तोड़ चुकी हैं. लेकिन यह पहली बार है जब राजू हिरानी बायोपिक बना रहे हैं. डीएनए ने अपनी रिपोर्ट में एक ट्रेड एन‍लिस्‍ट के हवाले से कहा है, ' हिरानी ने 'थ्री ईडियट्स' और 'पीके' में कमाई के रिकॉर्ड तोड़े हैं लेकिन ऐसा वह आमिर के साथ मिलकर कर पाए हैं, वो आमिर जो बिना हिरानी के भी ऐसे रिकॉर्ड बना चुके हैं. राजू हिरानी की क्षमताओं पर कोई शक नहीं है लेकिन क्‍या वह आमिर के बिना ऐसा कुछ कर पाएंगे यह देखने वाली बात होगी.'   संजय दत्‍त की इस बायोपिक में संजय दत्‍त का किरदार रणबीर कपूर निभा रहे हैं. इस फिल्‍म की शूटिंग करते हुए हाल ही में रणबीर के कुछ फोटो मीडिया में सामने आए थे जिसमें रणबीर हू-ब‍-हू संजय दत्‍त की तरह नजर आ रहे थे. रणबीर के इस लुक के सामने आने के बाद लोगों में इस फिल्‍म को लेकर ऐक्‍साइटमेंट और भी तेज हो गया है. इस फिल्‍म में मनीषा कोइराला, नर्गिस का किरदार करते हुए नजर आने वाली हैं.
गुजरात दंगा : नरेंद्र मोदी को हाईकोर्ट से मिली राहत
गुजरात दंगों की जांच कर रहे नानावती आयोग के सामने मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को पेश होने के लिए समन जारी करने की मांग वाली याचिका खारिज हो गई है।
गुजरात के मुख्यमंत्री को राहत देते हुए हाईकोर्ट ने आज वह याचिका खारिज कर दी जिसमें वर्ष 2002 में हुए दंगों के सिलसिले में नरेंद्र मोदी से पूछताछ करने के लिए नानावती आयोग को उन्हें (मोदी को) सम्मन जारी करने संबंधी आदेश देने का आग्रह किया गया था। न्यायमूर्ति अकील कुरैशी और सोनिया गोकानी की एक पीठ ने गैर सरकारी संगठन जनसंघर्ष मोर्चा (जेएसएम) का आवेदन खारिज कर दिया। पीठ ने कहा कि गवाहों को बुलाने के लिए आयोग के पास व्यापक विवेकाधीन अधिकार हैं। अदालत ने आगे कहा कि जेएसएम के, मोदी को तलब करने के लिए आदेश देने की मांग कर रहे आवेदन में उसे कोई खास बात नहीं मिली। कुछ दंगा पीड़ितों का प्रतिनिधित्व कर रहे जेएसएम ने पूर्व में भी मोदी को दंगा मामले में पूछताछ के लिए समन जारी करने की मांग करते हुए न्यायमूर्ति जी टी नानावती और न्यायमूर्ति अक्षय मेहता के आयोग से अनुरोध किया था। लेकिन आयोग ने वह आग्रह खारिज कर दिया था। इसके बाद जेएसएम ने उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया।टिप्पणियां नानावती आयोग वर्ष 2002 में हुए दंगा मामलों की जांच कर रहा है। जेएसएम के वकील मुकुल सिन्हा ने अदालत में तर्क दिया कि आयोग को चाहिए कि वह मोदी को समन जारी करे क्योंकि मुख्यमंत्री की भूमिका जांच कर रहे पैनल के दायरे में आती है। गुजरात के मुख्यमंत्री को राहत देते हुए हाईकोर्ट ने आज वह याचिका खारिज कर दी जिसमें वर्ष 2002 में हुए दंगों के सिलसिले में नरेंद्र मोदी से पूछताछ करने के लिए नानावती आयोग को उन्हें (मोदी को) सम्मन जारी करने संबंधी आदेश देने का आग्रह किया गया था। न्यायमूर्ति अकील कुरैशी और सोनिया गोकानी की एक पीठ ने गैर सरकारी संगठन जनसंघर्ष मोर्चा (जेएसएम) का आवेदन खारिज कर दिया। पीठ ने कहा कि गवाहों को बुलाने के लिए आयोग के पास व्यापक विवेकाधीन अधिकार हैं। अदालत ने आगे कहा कि जेएसएम के, मोदी को तलब करने के लिए आदेश देने की मांग कर रहे आवेदन में उसे कोई खास बात नहीं मिली। कुछ दंगा पीड़ितों का प्रतिनिधित्व कर रहे जेएसएम ने पूर्व में भी मोदी को दंगा मामले में पूछताछ के लिए समन जारी करने की मांग करते हुए न्यायमूर्ति जी टी नानावती और न्यायमूर्ति अक्षय मेहता के आयोग से अनुरोध किया था। लेकिन आयोग ने वह आग्रह खारिज कर दिया था। इसके बाद जेएसएम ने उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया। नानावती आयोग वर्ष 2002 में हुए दंगा मामलों की जांच कर रहा है। जेएसएम के वकील मुकुल सिन्हा ने अदालत में तर्क दिया कि आयोग को चाहिए कि वह मोदी को समन जारी करे क्योंकि मुख्यमंत्री की भूमिका जांच कर रहे पैनल के दायरे में आती है। न्यायमूर्ति अकील कुरैशी और सोनिया गोकानी की एक पीठ ने गैर सरकारी संगठन जनसंघर्ष मोर्चा (जेएसएम) का आवेदन खारिज कर दिया। पीठ ने कहा कि गवाहों को बुलाने के लिए आयोग के पास व्यापक विवेकाधीन अधिकार हैं। अदालत ने आगे कहा कि जेएसएम के, मोदी को तलब करने के लिए आदेश देने की मांग कर रहे आवेदन में उसे कोई खास बात नहीं मिली। कुछ दंगा पीड़ितों का प्रतिनिधित्व कर रहे जेएसएम ने पूर्व में भी मोदी को दंगा मामले में पूछताछ के लिए समन जारी करने की मांग करते हुए न्यायमूर्ति जी टी नानावती और न्यायमूर्ति अक्षय मेहता के आयोग से अनुरोध किया था। लेकिन आयोग ने वह आग्रह खारिज कर दिया था। इसके बाद जेएसएम ने उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया।टिप्पणियां नानावती आयोग वर्ष 2002 में हुए दंगा मामलों की जांच कर रहा है। जेएसएम के वकील मुकुल सिन्हा ने अदालत में तर्क दिया कि आयोग को चाहिए कि वह मोदी को समन जारी करे क्योंकि मुख्यमंत्री की भूमिका जांच कर रहे पैनल के दायरे में आती है। गुजरात के मुख्यमंत्री को राहत देते हुए हाईकोर्ट ने आज वह याचिका खारिज कर दी जिसमें वर्ष 2002 में हुए दंगों के सिलसिले में नरेंद्र मोदी से पूछताछ करने के लिए नानावती आयोग को उन्हें (मोदी को) सम्मन जारी करने संबंधी आदेश देने का आग्रह किया गया था। न्यायमूर्ति अकील कुरैशी और सोनिया गोकानी की एक पीठ ने गैर सरकारी संगठन जनसंघर्ष मोर्चा (जेएसएम) का आवेदन खारिज कर दिया। पीठ ने कहा कि गवाहों को बुलाने के लिए आयोग के पास व्यापक विवेकाधीन अधिकार हैं। अदालत ने आगे कहा कि जेएसएम के, मोदी को तलब करने के लिए आदेश देने की मांग कर रहे आवेदन में उसे कोई खास बात नहीं मिली। कुछ दंगा पीड़ितों का प्रतिनिधित्व कर रहे जेएसएम ने पूर्व में भी मोदी को दंगा मामले में पूछताछ के लिए समन जारी करने की मांग करते हुए न्यायमूर्ति जी टी नानावती और न्यायमूर्ति अक्षय मेहता के आयोग से अनुरोध किया था। लेकिन आयोग ने वह आग्रह खारिज कर दिया था। इसके बाद जेएसएम ने उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया। नानावती आयोग वर्ष 2002 में हुए दंगा मामलों की जांच कर रहा है। जेएसएम के वकील मुकुल सिन्हा ने अदालत में तर्क दिया कि आयोग को चाहिए कि वह मोदी को समन जारी करे क्योंकि मुख्यमंत्री की भूमिका जांच कर रहे पैनल के दायरे में आती है। कुछ दंगा पीड़ितों का प्रतिनिधित्व कर रहे जेएसएम ने पूर्व में भी मोदी को दंगा मामले में पूछताछ के लिए समन जारी करने की मांग करते हुए न्यायमूर्ति जी टी नानावती और न्यायमूर्ति अक्षय मेहता के आयोग से अनुरोध किया था। लेकिन आयोग ने वह आग्रह खारिज कर दिया था। इसके बाद जेएसएम ने उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया।टिप्पणियां नानावती आयोग वर्ष 2002 में हुए दंगा मामलों की जांच कर रहा है। जेएसएम के वकील मुकुल सिन्हा ने अदालत में तर्क दिया कि आयोग को चाहिए कि वह मोदी को समन जारी करे क्योंकि मुख्यमंत्री की भूमिका जांच कर रहे पैनल के दायरे में आती है। गुजरात के मुख्यमंत्री को राहत देते हुए हाईकोर्ट ने आज वह याचिका खारिज कर दी जिसमें वर्ष 2002 में हुए दंगों के सिलसिले में नरेंद्र मोदी से पूछताछ करने के लिए नानावती आयोग को उन्हें (मोदी को) सम्मन जारी करने संबंधी आदेश देने का आग्रह किया गया था। न्यायमूर्ति अकील कुरैशी और सोनिया गोकानी की एक पीठ ने गैर सरकारी संगठन जनसंघर्ष मोर्चा (जेएसएम) का आवेदन खारिज कर दिया। पीठ ने कहा कि गवाहों को बुलाने के लिए आयोग के पास व्यापक विवेकाधीन अधिकार हैं। अदालत ने आगे कहा कि जेएसएम के, मोदी को तलब करने के लिए आदेश देने की मांग कर रहे आवेदन में उसे कोई खास बात नहीं मिली। कुछ दंगा पीड़ितों का प्रतिनिधित्व कर रहे जेएसएम ने पूर्व में भी मोदी को दंगा मामले में पूछताछ के लिए समन जारी करने की मांग करते हुए न्यायमूर्ति जी टी नानावती और न्यायमूर्ति अक्षय मेहता के आयोग से अनुरोध किया था। लेकिन आयोग ने वह आग्रह खारिज कर दिया था। इसके बाद जेएसएम ने उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया। नानावती आयोग वर्ष 2002 में हुए दंगा मामलों की जांच कर रहा है। जेएसएम के वकील मुकुल सिन्हा ने अदालत में तर्क दिया कि आयोग को चाहिए कि वह मोदी को समन जारी करे क्योंकि मुख्यमंत्री की भूमिका जांच कर रहे पैनल के दायरे में आती है। नानावती आयोग वर्ष 2002 में हुए दंगा मामलों की जांच कर रहा है। जेएसएम के वकील मुकुल सिन्हा ने अदालत में तर्क दिया कि आयोग को चाहिए कि वह मोदी को समन जारी करे क्योंकि मुख्यमंत्री की भूमिका जांच कर रहे पैनल के दायरे में आती है। गुजरात के मुख्यमंत्री को राहत देते हुए हाईकोर्ट ने आज वह याचिका खारिज कर दी जिसमें वर्ष 2002 में हुए दंगों के सिलसिले में नरेंद्र मोदी से पूछताछ करने के लिए नानावती आयोग को उन्हें (मोदी को) सम्मन जारी करने संबंधी आदेश देने का आग्रह किया गया था। न्यायमूर्ति अकील कुरैशी और सोनिया गोकानी की एक पीठ ने गैर सरकारी संगठन जनसंघर्ष मोर्चा (जेएसएम) का आवेदन खारिज कर दिया। पीठ ने कहा कि गवाहों को बुलाने के लिए आयोग के पास व्यापक विवेकाधीन अधिकार हैं। अदालत ने आगे कहा कि जेएसएम के, मोदी को तलब करने के लिए आदेश देने की मांग कर रहे आवेदन में उसे कोई खास बात नहीं मिली। कुछ दंगा पीड़ितों का प्रतिनिधित्व कर रहे जेएसएम ने पूर्व में भी मोदी को दंगा मामले में पूछताछ के लिए समन जारी करने की मांग करते हुए न्यायमूर्ति जी टी नानावती और न्यायमूर्ति अक्षय मेहता के आयोग से अनुरोध किया था। लेकिन आयोग ने वह आग्रह खारिज कर दिया था। इसके बाद जेएसएम ने उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया। नानावती आयोग वर्ष 2002 में हुए दंगा मामलों की जांच कर रहा है। जेएसएम के वकील मुकुल सिन्हा ने अदालत में तर्क दिया कि आयोग 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मनु भाकर व गौरव राणा ने जूनियर विश्व कप में स्वर्ण और रजत जीते
राणा ने 233.9 और अनमोल ने 215.1 स्कोर किया मनु ने किया 235.9 का स्कोर मनु, राणा और महिमा अग्रवाल ने टीम वर्ग में भी स्वर्ण पदक जीता
Manu Bhaker of India bags Gold in Women's 10-metre Air Pistol Individual and Team events at ISSF Junior World Cup. pic.twitter.com/INGDSz6Pd9 Congratulations Manu Bhaker on winning Gold and making the nation proud at the 10m Air Pistol Women's Junior Shooting World Cup in Sydney. Exceptional performance at the #ISSFJWC! pic.twitter.com/tYBfFpOw4h
निशानेबाजी: गगन नारंग ने जीता सिल्‍वर मेडल, अन्नु राज को मिला ब्रॉन्‍ज
गोल्‍ड विजेता से 1.4 अंक ही पीछे रहे गगन नारंग फाइनल में उन्होंने 246.3 का स्कोर किया राष्‍ट्रमंडल खेल 2010 में गोल्‍ड जीत चुके हैं गगन
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
नागरिकता कानून पर बवाल: अमेरिका-ब्रिटेन की अपने नागरिकों को सलाह, पूर्वोत्तर की यात्रा पर 'सावधानी' बरतें
अमेरिका और ब्रिटेन ने जारी की ट्रैवेल एडवाइजरी पूर्वोत्तर की यात्रा पर सावधानी बरतने को कहा असम समेत पूर्वोत्तर भारत में हो रहा है विरोध-प्रदर्शन
नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ पूर्वोत्तर में जारी विरोध प्रदर्शन के बीच अमेरिका और ब्रिटेन ने अपने नागरिकों के लिए ट्रेवैल एडवाइजरी जारी की है. दोनों देशों ने अपने नागरिकों से कहा है कि इस क्षेत्र की यात्रा करते समय अधिक सावधानी बरतें. ब्रिटेन की एडवाइजरी में कहा गया है, 'कैब के खिलाफ देश के कुछ हिस्सों में विरोध-प्रदर्शन हो रहा है. पूर्वोत्तर भारत, खासकर असम और त्रिपुरा में हिंसक प्रदर्शन की भी खबर है. गुवाहाटी में कर्फ्यू लगा दिया गया है और मोबाइल इंटरनेट सेवाएं सस्पेंड कर दी गई हैं.' एडवाइजरी में यह भी कहा गया है कि प्रदर्शन की वजह से इस क्षेत्र में यातायात सेवाओं पर भी असर पड़ सकता है.  दूसरी तरफ, अमेरिका की एडवाइजरी भी लगभग ऐसी ही है. हालांकि अमेरिका की एडवाइजरी में इस बात का जिक्र भी है कि उसने अस्थाई तौर पर असम की आधिकारिक यात्रा स्थगित कर दी है. बता दें कि नागरिकता संशोधन क़ानून संसद से पास हो चुका है, लेकिन पूर्वोत्तर भारत इसके विरोध की आग में जल रहा है. सबसे ज़्यादा विरोध असम में है जहां भाषा और संस्कृति के ख़त्म होने की आशंका ने लोगों को कर्फ़्यू के बावजूद सड़कों पर लाकर खड़ा कर दिया है. इन प्रदर्शनकारियों का साथ देने के लिए सड़कों पर हर वर्ग से लोग सामने आ रहे हैं. गुवाहाटी के बीचोबीच सुबह 6 बजे से शाम 5 बजे तक प्रदर्शन हो रहे हैं.  पुलिस का कहना है कि इस वक्त उसका ध्यान इस बात पर है कि हिंसक प्रदर्शन ना हों. दूसरी तरफ, कल नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद ज़िले में रेलवे स्टेशन परिसर में हज़ारों लोगों ने प्रदर्शन किया. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने आरपीएफ़ के जवानों की पिटाई भी कर दी. इसके साथ ही रेलवे के एक दफ़्तर के साथ दो-तीन जगहों पर आग भी लगा दी. इन प्रदर्शनकारियों ने स्टेशन पर खड़ी कोरोमंडल एक्सप्रेस पर पत्थर फेंके और लोको पायलट की भी पिटाई की. साथ ही उलबेरिया स्टेशन पर रेलवे ट्रैक को भी नुकसान पहुंचाया.
सोना अब तक की नई ऊंचाई 29,695 रुपये पर
शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव के बीच निवेशकों द्वारा सर्राफा की ओर रुख कर लेने से दिल्ली सर्राफा बाजार में सोने के भाव अब तक की नई ऊंचाई 29,695 रुपये प्रति दस ग्राम तक जा पहुंचे।
शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव के बीच निवेशकों द्वारा सर्राफा की ओर रुख कर लेने से दिल्ली सर्राफा बाजार में गुरुवार को सोने के भाव अब तक की नई ऊंचाई 29,695 रुपये प्रति 10 ग्राम तक जा पहुंचे। सोने के भाव 35 रुपये की तेजी के सथ 29,695 रुपये प्रति 10 ग्राम बोले गए। वहीं औद्योगिक इकाइयों द्वारा उठाव कम करने से चांदी के भाव 400 रुपये की गिरावट के साथ 56,200 रुपये किलो बंद हुए।टिप्पणियां घरेलू बाजार में सोना 99.9 शुद्ध और 99.5 शुद्ध के भाव 35 रुपये की तेजी के साथ क्रमश: 29,695 रुपये और 29,555 रुपये प्रति 10 ग्राम बंद हुए। गिन्नी के भाव पूर्वस्तर 23750 रुपये प्रति आठ ग्राम अपरिवर्तित बंद हुए। बिकवाली दबाव के चलते चांदी तैयार के भाव 400 रुपये की गिरावट के साथ 56,200 रुपये और चांदी साप्ताहिक डिलीवरी के भाव 375 रुपये की हानि के साथ 56,710 रुपये किलो बंद हुए। चांदी सिक्का के भाव पूर्वस्तर 66000-67000 रुपये प्रति सैकड़ा पर स्थिर बने रहे। सोने के भाव 35 रुपये की तेजी के सथ 29,695 रुपये प्रति 10 ग्राम बोले गए। वहीं औद्योगिक इकाइयों द्वारा उठाव कम करने से चांदी के भाव 400 रुपये की गिरावट के साथ 56,200 रुपये किलो बंद हुए।टिप्पणियां घरेलू बाजार में सोना 99.9 शुद्ध और 99.5 शुद्ध के भाव 35 रुपये की तेजी के साथ क्रमश: 29,695 रुपये और 29,555 रुपये प्रति 10 ग्राम बंद हुए। गिन्नी के भाव पूर्वस्तर 23750 रुपये प्रति आठ ग्राम अपरिवर्तित बंद हुए। बिकवाली दबाव के चलते चांदी तैयार के भाव 400 रुपये की गिरावट के साथ 56,200 रुपये और चांदी साप्ताहिक डिलीवरी के भाव 375 रुपये की हानि के साथ 56,710 रुपये किलो बंद हुए। चांदी सिक्का के भाव पूर्वस्तर 66000-67000 रुपये प्रति सैकड़ा पर स्थिर बने रहे। घरेलू बाजार में सोना 99.9 शुद्ध और 99.5 शुद्ध के भाव 35 रुपये की तेजी के साथ क्रमश: 29,695 रुपये और 29,555 रुपये प्रति 10 ग्राम बंद हुए। गिन्नी के भाव पूर्वस्तर 23750 रुपये प्रति आठ ग्राम अपरिवर्तित बंद हुए। बिकवाली दबाव के चलते चांदी तैयार के भाव 400 रुपये की गिरावट के साथ 56,200 रुपये और चांदी साप्ताहिक डिलीवरी के भाव 375 रुपये की हानि के साथ 56,710 रुपये किलो बंद हुए। चांदी सिक्का के भाव पूर्वस्तर 66000-67000 रुपये प्रति सैकड़ा पर स्थिर बने रहे। बिकवाली दबाव के चलते चांदी तैयार के भाव 400 रुपये की गिरावट के साथ 56,200 रुपये और चांदी साप्ताहिक डिलीवरी के भाव 375 रुपये की हानि के साथ 56,710 रुपये किलो बंद हुए। चांदी सिक्का के भाव पूर्वस्तर 66000-67000 रुपये प्रति सैकड़ा पर स्थिर बने रहे।
अर्जुन सिंह की पत्नी ने दोनों बेटों पर घर से बेदखल करने का आरोप लगाया, घरेलू हिंसा की शिकायत की
अर्जुन सिंह की पत्नी ने दोनों बेटों पर लगाया घरेलू हिंसा का आरोप घर से बेदखल करने का भी आरोप लगाया उन्होंने अपनी बहुओं पर भी घरेलू हिंसा का आरोप लगाया है
कांग्रेस के दिवंगत दिग्गज नेता एवं मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह की पत्नी सरोज कुमारी (83) ने अपने दो बेटों अजय सिंह एवं अभिमन्यु सिंह के साथ-साथ बहू सुनीति सिंह के खिलाफ यहां अदालत में घरेलू हिंसा और संपत्ति पर अवैध रूप से कब्जा कर उन्हें बेदखल करने का मामला दर्ज कराया है. सरोज ने भोपाल के न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी गौरव प्रज्ञान की अदालत में घरेलू हिंसा से महिलाओं का संरक्षण अधिनियम 2005 की धारा 12 एवं सहपठित धारा 18, 19, 20 एवं 22 के अंतर्गत आवेदन दिया है और अपने बेटों अजय और अभिमन्यु पर घरेलू हिंसा करने, घर से बेदखल करने और भरण-पोषण नहीं करने का आरोप लगाया है. अजय सिंह (64) सरोज के कनिष्क पुत्र हैं. वह कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं और वर्तमान में मध्यप्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष हैं, जबकि सुनीति (60) अजय की पत्नी है. अभिमन्यु (68) ज्येष्ठ पुत्र हैं और वर्तमान में बेंगलुरू में रहते हैं. सरोज ने एक बयान जारी कर कहा, ‘‘मैं आज दोपहर एनआरआई उद्योगपति सैम वर्मा और बेटी वीणा सिंह के साथ अदालत पहुंचीं और अपने वकील दीपेश जोशी के माध्यम से यह आवेदन अदालत में पेश किया.’’ वर्तमान में अपने दोनों बेटे से अलग नोएडा में रह रही सरोज ने अपनी अर्जी में कहा, ‘‘मेरे बेटों अजय सिंह (राहुल भैया) और अभिमन्यु सिंह ने घरेलू हिंसा कर मुझे मेरे ही घर से बेदखल कर दिया है. उन्होंने मेरा भरण-पोषण करने से इनकार कर दिया है. इस वजह से मुझे मजबूरी में अदालत की शरण लेनी पड़ी है.’' उन्होंने आवेदन में लिखा, ‘‘मेरे पति स्वर्गीय अर्जुन सिंह ने जीवनभर कांग्रेस पार्टी में रहकर उसके उन उसूलों पर काम किया जिनसे महिला संरक्षण हो और असहाय व्यक्तियों को सहयोग मिले. लेकिन मेरे बेटे अजय सिंह ने कांग्रेस पार्टी के उन्हीं उसूलों को ताक में रखकर मुझे मेरे घर से बेदखल कर दिया. मुझे इस अवस्था और इस उम्र में अपना घर छोड़कर अलग-अलग जगहों पर रहना पड़ रहा है. यह कृत्य कांग्रेस पार्टी के उसूलों के खिलाफ है. यह प्रदेश की प्रमुख विपक्षी पार्टी का नेता और सर्वसंपन्न होने के बावजूद मेरे बेटे के चरित्र को परिभाषित करता है.’’
ओसामा की बीवियों से पूछताछ करेगा अमेरिका!
पाकिस्तान ने मारे गए आतंकी ओसामा बिन लादेन की विधवाओं से पूछताछ की इजाजत अमेरिका को दे दी है।
पाकिस्तान सरकार देश के ऐबटाबाद में पिछले सप्ताह अमेरिकी कमांडो कार्रवाई में मारे गए अलकायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन की उन तीन विधवाओं तक अमेरिका को पहुंच प्रदान करने को तैयार हो गया है जिन्हें उसके मारे जाने के तत्काल बाद हिरासत में ले लिया गया था। सीबीएस न्यूज ने कहा कि अमेरिकी जांच एजेंसियों को ओसामा की तीन विधाओं से पूछताछ के लिए सीधी पहुंच प्रदान की जाएगी। इसका अर्थ है कि अमेरिकी सरकार के एजेंट ओसामा की तीन विधवाओं से न केवल प्रश्न पूछ सकेंगे बल्कि उनसे आमने सामने बातचीत भी कर सकेंगे। ऐसा करके पाकिस्तान ने ओबामा प्रशासन की एक मुख्य मांग पूरी कर दी है। द न्यूयार्क टाइम्स ने कहा, अमेरिका के अधिकारियों को जल्द ही ओसामा की तीन पत्नियों से सीधी पूछताछ करने की इजाजत दी जाएगी जो फिलहाल पाकिस्तान प्रशासन की हिरासत में हैं।व्हाइट हाउस की ओर से इस बात की कोई पुष्टि नहीं की गई। सीएनएन ने कहा कि वरिष्ठ पाकिस्तानी गुप्तचर सूत्रों के अनुसार पाकिस्तान ओसामा की पत्नियों से अमेरिका को पूछताछ करने अथवा उन्हें हिरासत में तभी लेने देगा जब इस बारे में उनके मूल देश से इजाजत प्राप्त कर ली जाएगी। इससे पहले दिन में व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव जे कार्नी ने कहा कि अमेरिका ओसामा की पत्नियों तथा ओसामा के खिलाफ अभियान समाप्त करने के बाद ऐबटाबाद से रवाना होने के बाद पाकिस्तानी सुरक्षा बलों द्वारा एकत्रित सामग्री तक पहुंच बनाने के लिए पाकिस्तान के साथ कई स्तर की बातचीत कर रहा है। उन्होंने कहा, हम इस बारे में पाकिस्तान से बातचीत जारी रखेंगे। हमारा मानना है कि पाकिस्तान के साथ सहयोगात्मक संबंध बनाये रखेगा क्योंकि ऐसा करना हमारे राष्ट्रीय हित में है। द न्यूयार्क टाइम्स ने एक अन्य समाचार में कहा कि सीआईए निदेशक लियोन पनेटा अलकायदा के खिलाफ आम लड़ाई में आगे बढ़ने के बारे में चर्चा करने के लिए जल्द ही आईएसआई प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शुजा पाशा से मुलाकात करेंगे। गत रविवार को अमेरिका के ज्वाइंट चीफ्स आफ स्टाफ एडमिरल माइक मुलेन ने पाकिस्तान सेनाध्यक्ष जनरल अश्फाक परवेज कयानी से मुलाकात की। लेकिन अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन और विदेश मंत्रालय ने इस बात की पुष्टि की कि ओसामा के मारे जाने के बाद से न तो रक्षा मंत्री राबर्ट गेट्स और न ही विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन ने पाकिस्तानी नेतृत्व को कोई फोन काल की।
Katrina Kaif ने IIFA Awards में परफॉर्मेंस की फोटो की पोस्ट तो मनीष मल्होत्रा का यूं आया कमेंट
आईफा में कैटरीना ने किया परफॉर्म इस अंदाज में नजर आईं बॉलीवुड एक्ट्रेस फोटो सोशल मीडिया पर हो रही हैं वायरल
कैटरीना कैफ (Katrina Kaif) ने अपने इंस्टाग्राम एकाउंट पर एक फोटो शेयर की है, जो जमकर वायरल हो रही है. इस फोटो में कैटरीना कैफ आईफा अवॉर्ड्स (IIFA Awards 2019) में परफॉर्म करती नजर आ रही हैं. हालांकि कैटरीना कैफ (Katrina Kaif) ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी पर  IIFA में परफॉर्मेंस से पहले तैयार होने का बैकस्टेज का एक वीडियो भी डाला है. कैटरीना कैफ का IIFA में कमाल का अंदाज नजर आ रहा है, और कैटरीना कैफ (Katrina Kaif) का इस फोटो में कमाल का अंदाज नजर आ रहा है. वैसे भी कैटरीना कैफ (Katrina Kaif Dance) जब भी स्टेज पर परफॉर्म करती हैं तो वह यादगार होती है. A post shared by Katrina Kaif (@katrinakaif) on Sep 19, 2019 at 12:40am PDT कैटरीना कैफ (Katrina Kaif) ने आईफा अवॉर्ड्स (IIFA Awards 2019) की इस फोटो के साथ एक कैप्शन भी लिखा है. कैटरीना ने लिखा हैः 'IIFA 2019...बहुत सारी मस्ती...जबरदस्त टीम...' उन्होंने कोरियोग्राफर शियामक डावर की टीम को जबरदस्त भी बताया है. कैटरीना कैफ की इस पोस्ट पर फैशन डिजाइनर मनीष मल्होत्रा ने कमेंट किया है, उन्होंने लिखा हैः 'तुम कमाल की हो...' इस तरह कैटरीना कैफ की ये फोटो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है. A post shared by IIFA Awards (@iifa) on Sep 18, 2019 at 12:54pm PDT मुंबई में हुए आईफा अवॉर्ड्स 2019 (IIFA) रणवीर सिंह (Ranveer Singh) को फिल्म 'पद्मावत' (Padmavat) के लिए बेस्ट एक्टर का अवॉर्ड दिया गया. वहीं, फिल्म 'राजी' में बेहतरीन परफॉर्मेंस के लिए आलिया भट्ट (Alia Bhatt) को बेस्ट एक्ट्रेस के अवॉर्ड से नवाजा गया. बेस्ट सपोर्टिंग कलाकारों के तौर पर विक्की कौशल (Vicky Kaushal) ने 'संजू' के लिए और अदिति राव हैदरी (Aditi Rao Hydari) ने 'पदमावत' में अपनी जबरदस्त एक्टिंग के लिए अवॉर्ड अपने नाम किया.
Panipat Box Office Collection Day 2: अर्जुन कपूर की 'पानीपत' ने शनिवार को किया दमदार प्रदर्शन, कमा डाले इतने करोड़
अर्जुन कपूर और संजय दत्त की फिल्म हुई रिलीज बॉक्स ऑफिस पर 'पानीपत' ने मचा दिया धमाल शनिवार को किया इतना कलेक्शन
Panipat Box Office Collection Day 2: बॉलीवुड एक्टर अर्जुन कपूर (Arjun Kapoor) और कृति सेनन (Kriti Sanon) की फिल्म 'पानीपत' (Panipat) सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है. इस फिल्म को क्रिटिक्स ने भी अच्छा रिस्पॉन्स दिया है. फिल्म को लेकर दर्शकों में भी उत्साह है. हालांकि अर्जुन कपूर की फिल्म को कार्तिक आर्यन की 'पति पत्नी और वो (Pati Patni Aur Woh)' खूब टक्कर दे रही है. शनिवार को अर्जुन कपूर की फिल्म में अच्छी बढ़त देखी गई. बॉक्स ऑफिस इंडिया डॉट कॉम के मुताबिक अर्जुन कपूर की फिल्म 'पानीपत' (Panipat Box Office Collection) ने दूसरे दिन यानी शनिवार को 5.75 से 6 करोड़ रुपये की शानदार कमाई की.  Pati Patni Aur Woh Box Office Collection Day 2: कार्तिक आर्यन की 'पति पत्नी और वो' ने वीकेंड पर मचाया धमाल, कमा डाले इतने करोड़ फिल्म 'पानीपत' ने दो दिनों में 10 करोड़ रुपये का कलेक्शन किया है. वहीं, अर्जुन कपूर (Arjun Kapoor) और  संजय दत्त (Sanjay Dutt) ने इस फिल्म में कमाल का अभिनय किया है. यह पहला मौका है जब दोनों कलाकार एक साथ किसी फिल्म में हों. आशुतोष गोवारीकर (Ashutosh Gowariker) ने भी लंबे समय बाद इस फिल्म के साथ वापसी की है. इससे पहले आशुतोष गोवारीकर ने लोगों से उनकी आगामी फिल्म 'पानीपत' (Panipat) के बारे में कोई भी अवधारणा बनाने से पहले इसे देखने का आग्रह किया था.  कैटरीना कैफ की बहन किचन में बना रही थीं ऑमलेट, तभी 'बार्बी गर्ल' ने किया ऐसा- देखें Video 'पानीपत' का ट्रेलर (Panipat Trailer) रिलीज होते ही विवाद हो गया था. इस पर आशुतोष ने कहा था, "मुझे लगता है कि लोगों को फिल्म देखने की जरूरत है. फिल्म को देखने के बाद उन्हें उनके सारे सवालों के जवाब मिल जाएंगे. जब वे फिल्म देखेंगे, तब वे महसूस कर पाएंगे कि इसे नेक इरादे से बनाया गया है और फिल्म में सारी अच्छी बातें ही हैं." इस फिल्म में अर्जुन कपूर मराठी योद्धा बने हैं. फिल्म में जहां कृति सेनन (Kriti Sanon) अर्जुन कपूर की पत्नी बनी हैं, तो वहीं संजय दत्त (Sanjay Dutt) 'अहमद शाह अब्दाली' के किरदार में अर्जुन कपूर के दुश्मन बने नजर आ रहे हैं.
हीरे और मोतियों से बनाया गया है ये CAKE, कीमत जान उड़ जाएंगे आपके होश
ये एक खूबसूरत दुल्हन लगती है लेकिन असल में ये केक है. 6 फीट के इस केक की कीमत 7 लाख यूरो (5 करोड़ से ज्यादा) बताई जा रही है. इस केक को तैयार किया है ब्रिटिश फेमस डिजाइनर डेबी विनगम ने.
A post shared by Debbie wingham (@debbie_wingham) on Feb 8, 2018 at 11:39am PST
मोदी बनाम कांग्रेस है गुजरात चुनाव
गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए पहले चरण का मतदान गुरुवार को होगा। इस बार के चुनाव को भाजपा के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस के बीच सत्ता-संघर्ष के रूप में देखा जा रहा है।
गुजरात में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान दो चरणों में होना है। पहले चरण का मतदान गुरुवार को होगा। इस चुनाव को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के चर्चित नेता व मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस के बीच सत्ता-संघर्ष के रूप में देखा जा रहा है। इस चुनाव के परिणाम की छाया राष्ट्रीय राजनीति पर पड़ना तय है। मोदी और उनकी पार्टी को जहां सत्ता में वापसी का पूरा विश्वास है, वहीं कांग्रेस दो दशक पूर्व की स्थिति में लौटने के लिए संघर्ष कर रही है। गुरुवार को पहले चरण का मतदान 182 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में से 87 में होगा। सत्तारूढ़ भाजपा ने सभी 87 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े किए हैं। इसके बाद कांग्रेस का स्थान है, जिसने 84 उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतारे हैं। तीसरे स्थान पर पूर्व मुख्यमंत्री केशुभाई पटेल की गुजरात परिवर्तन पार्टी है, जिसके 83 उम्मीदवार हैं। यहां 79 उम्मीदवारों के साथ बहुजन समाज पार्टी (बसपा) चौथे स्थान पर है। इनके अलावा 383 निर्दलीय उम्मीदवार हैं। अगले चरण का मतदान 17 दिसम्बर को होगा और परिणामों की घोषणा 20 दिसम्बर को होगी। गुरुवार को 3.8 लाख मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे जिनमें 1.9 लाख पुरुष शामिल हैं। मतदान के लिए 44,579 केंद्र बनाए गए हैं। भाजपा सांसद हरेन पाठक ने कहा, "गुजरात के लोगों की मनोदशा वैसी ही है, जैसी 2007 में थी। लोग भाजपा के पक्ष में मतदान के लिए उत्साहित हैं। हमें दो तिहाई बहुमत मिलेगा।" वहीं, कांग्रेस के सचिव एवं गुजरात प्रभारी अशोक तंवर अलग राय रखते हैं। उन्होंने कहा, "लोगों की उम्मीदें हमारी उम्मीदें हैं। गुजरात के लोग इस समय कांग्रेस से सरकार गठन की उम्मीद रखते हैं।" पाठक ने दावा किया कि राज्य के प्रत्येक कोने में सर्वागीण विकास भाजपा की संभावनाओं को मजबूती देगा। लेकिन तंवर ने कहा कि सामाजिक कल्याण के मोर्चे पर मोदी की विफलता का मूल्य सत्ताधारी पार्टी को चुकाना होगा। चुनाव प्रचार के लिए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उनके बेटे तथा पार्टी के महासचिव राहुल गांधी ने गुजरात में रैलियां कीं और मोदी के 'कुशासन' को निशाना बनाया। मंगलवार को राहुल गांधी ने कहा कि गुजरात का विकास मोदी ने नहीं, बल्कि यहां के लोगों ने किया।टिप्पणियां 62 वर्षीय मोदी, जिन्हें उनके प्रशंसक भाजपा में एक व्यक्ति वाली आभासी सेना मानते हैं, चुनावी रैलियों को सम्बोधित करते समय कांग्रेस पर तीखा प्रहार करते रहे हैं। कांग्रेस तो मोदी की पुरानी दुश्मन है ही, इस समय वह मित्र से शत्रु बने केशुभाई पटेल की चुनौती का सामना भी कर रहे हैं। केशुभाई की नवगठित गुजरात परिवर्तन पार्टी और पूर्व मंत्री गोरधन जडफिया भाजपा का जनाधार खिसकने की उम्मीद पाले हुए हैं, खासकर प्रभावशाली पटेल समुदाय के बीच। मोदी और उनकी पार्टी को जहां सत्ता में वापसी का पूरा विश्वास है, वहीं कांग्रेस दो दशक पूर्व की स्थिति में लौटने के लिए संघर्ष कर रही है। गुरुवार को पहले चरण का मतदान 182 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में से 87 में होगा। सत्तारूढ़ भाजपा ने सभी 87 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े किए हैं। इसके बाद कांग्रेस का स्थान है, जिसने 84 उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतारे हैं। तीसरे स्थान पर पूर्व मुख्यमंत्री केशुभाई पटेल की गुजरात परिवर्तन पार्टी है, जिसके 83 उम्मीदवार हैं। यहां 79 उम्मीदवारों के साथ बहुजन समाज पार्टी (बसपा) चौथे स्थान पर है। इनके अलावा 383 निर्दलीय उम्मीदवार हैं। अगले चरण का मतदान 17 दिसम्बर को होगा और परिणामों की घोषणा 20 दिसम्बर को होगी। गुरुवार को 3.8 लाख मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे जिनमें 1.9 लाख पुरुष शामिल हैं। मतदान के लिए 44,579 केंद्र बनाए गए हैं। भाजपा सांसद हरेन पाठक ने कहा, "गुजरात के लोगों की मनोदशा वैसी ही है, जैसी 2007 में थी। लोग भाजपा के पक्ष में मतदान के लिए उत्साहित हैं। हमें दो तिहाई बहुमत मिलेगा।" वहीं, कांग्रेस के सचिव एवं गुजरात प्रभारी अशोक तंवर अलग राय रखते हैं। उन्होंने कहा, "लोगों की उम्मीदें हमारी उम्मीदें हैं। गुजरात के लोग इस समय कांग्रेस से सरकार गठन की उम्मीद रखते हैं।" पाठक ने दावा किया कि राज्य के प्रत्येक कोने में सर्वागीण विकास भाजपा की संभावनाओं को मजबूती देगा। लेकिन तंवर ने कहा कि सामाजिक कल्याण के मोर्चे पर मोदी की विफलता का मूल्य सत्ताधारी पार्टी को चुकाना होगा। चुनाव प्रचार के लिए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उनके बेटे तथा पार्टी के महासचिव राहुल गांधी ने गुजरात में रैलियां कीं और मोदी के 'कुशासन' को निशाना बनाया। मंगलवार को राहुल गांधी ने कहा कि गुजरात का विकास मोदी ने नहीं, बल्कि यहां के लोगों ने किया।टिप्पणियां 62 वर्षीय मोदी, जिन्हें उनके प्रशंसक भाजपा में एक व्यक्ति वाली आभासी सेना मानते हैं, चुनावी रैलियों को सम्बोधित करते समय कांग्रेस पर तीखा प्रहार करते रहे हैं। कांग्रेस तो मोदी की पुरानी दुश्मन है ही, इस समय वह मित्र से शत्रु बने केशुभाई पटेल की चुनौती का सामना भी कर रहे हैं। केशुभाई की नवगठित गुजरात परिवर्तन पार्टी और पूर्व मंत्री गोरधन जडफिया भाजपा का जनाधार खिसकने की उम्मीद पाले हुए हैं, खासकर प्रभावशाली पटेल समुदाय के बीच। सत्तारूढ़ भाजपा ने सभी 87 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े किए हैं। इसके बाद कांग्रेस का स्थान है, जिसने 84 उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतारे हैं। तीसरे स्थान पर पूर्व मुख्यमंत्री केशुभाई पटेल की गुजरात परिवर्तन पार्टी है, जिसके 83 उम्मीदवार हैं। यहां 79 उम्मीदवारों के साथ बहुजन समाज पार्टी (बसपा) चौथे स्थान पर है। इनके अलावा 383 निर्दलीय उम्मीदवार हैं। अगले चरण का मतदान 17 दिसम्बर को होगा और परिणामों की घोषणा 20 दिसम्बर को होगी। गुरुवार को 3.8 लाख मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे जिनमें 1.9 लाख पुरुष शामिल हैं। मतदान के लिए 44,579 केंद्र बनाए गए हैं। भाजपा सांसद हरेन पाठक ने कहा, "गुजरात के लोगों की मनोदशा वैसी ही है, जैसी 2007 में थी। लोग भाजपा के पक्ष में मतदान के लिए उत्साहित हैं। हमें दो तिहाई बहुमत मिलेगा।" वहीं, कांग्रेस के सचिव एवं गुजरात प्रभारी अशोक तंवर अलग राय रखते हैं। उन्होंने कहा, "लोगों की उम्मीदें हमारी उम्मीदें हैं। गुजरात के लोग इस समय कांग्रेस से सरकार गठन की उम्मीद रखते हैं।" पाठक ने दावा किया कि राज्य के प्रत्येक कोने में सर्वागीण विकास भाजपा की संभावनाओं को मजबूती देगा। लेकिन तंवर ने कहा कि सामाजिक कल्याण के मोर्चे पर मोदी की विफलता का मूल्य सत्ताधारी पार्टी को चुकाना होगा। चुनाव प्रचार के लिए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उनके बेटे तथा पार्टी के महासचिव राहुल गांधी ने गुजरात में रैलियां कीं और मोदी के 'कुशासन' को निशाना बनाया। मंगलवार को राहुल गांधी ने कहा कि गुजरात का विकास मोदी ने नहीं, बल्कि यहां के लोगों ने किया।टिप्पणियां 62 वर्षीय मोदी, जिन्हें उनके प्रशंसक भाजपा में एक व्यक्ति वाली आभासी सेना मानते हैं, चुनावी रैलियों को सम्बोधित करते समय कांग्रेस पर तीखा प्रहार करते रहे हैं। कांग्रेस तो मोदी की पुरानी दुश्मन है ही, इस समय वह मित्र से शत्रु बने केशुभाई पटेल की चुनौती का सामना भी कर रहे हैं। केशुभाई की नवगठित गुजरात परिवर्तन पार्टी और पूर्व मंत्री गोरधन जडफिया भाजपा का जनाधार खिसकने की उम्मीद पाले हुए हैं, खासकर प्रभावशाली पटेल समुदाय के बीच। अगले चरण का मतदान 17 दिसम्बर को होगा और परिणामों की घोषणा 20 दिसम्बर को होगी। गुरुवार को 3.8 लाख मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे जिनमें 1.9 लाख पुरुष शामिल हैं। मतदान के लिए 44,579 केंद्र बनाए गए हैं। भाजपा सांसद हरेन पाठक ने कहा, "गुजरात के लोगों की मनोदशा वैसी ही है, जैसी 2007 में थी। लोग भाजपा के पक्ष में मतदान के लिए उत्साहित हैं। हमें दो तिहाई बहुमत मिलेगा।" वहीं, कांग्रेस के सचिव एवं गुजरात प्रभारी अशोक तंवर अलग राय रखते हैं। उन्होंने कहा, "लोगों की उम्मीदें हमारी उम्मीदें हैं। गुजरात के लोग इस समय कांग्रेस से सरकार गठन की उम्मीद रखते हैं।" पाठक ने दावा किया कि राज्य के प्रत्येक कोने में सर्वागीण विकास भाजपा की संभावनाओं को मजबूती देगा। लेकिन तंवर ने कहा कि सामाजिक कल्याण के मोर्चे पर मोदी की विफलता का मूल्य सत्ताधारी पार्टी को चुकाना होगा। चुनाव प्रचार के लिए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उनके बेटे तथा पार्टी के महासचिव राहुल गांधी ने गुजरात में रैलियां कीं और मोदी के 'कुशासन' को निशाना बनाया। मंगलवार को राहुल गांधी ने कहा कि गुजरात का विकास मोदी ने नहीं, बल्कि यहां के लोगों ने किया।टिप्पणियां 62 वर्षीय मोदी, जिन्हें उनके प्रशंसक भाजपा में एक व्यक्ति वाली आभासी सेना मानते हैं, चुनावी रैलियों को सम्बोधित करते समय कांग्रेस पर तीखा प्रहार करते रहे हैं। कांग्रेस तो मोदी की पुरानी दुश्मन है ही, इस समय वह मित्र से शत्रु बने केशुभाई पटेल की चुनौती का सामना भी कर रहे हैं। केशुभाई की नवगठित गुजरात परिवर्तन पार्टी और पूर्व मंत्री गोरधन जडफिया भाजपा का जनाधार खिसकने की उम्मीद पाले हुए हैं, खासकर प्रभावशाली पटेल समुदाय के बीच। भाजपा सांसद हरेन पाठक ने कहा, "गुजरात के लोगों की मनोदशा वैसी ही है, जैसी 2007 में थी। लोग भाजपा के पक्ष में मतदान के लिए उत्साहित हैं। हमें दो तिहाई बहुमत मिलेगा।" वहीं, कांग्रेस के सचिव एवं गुजरात प्रभारी अशोक तंवर अलग राय रखते हैं। उन्होंने कहा, "लोगों की उम्मीदें हमारी उम्मीदें हैं। गुजरात के 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एवं गुजरात प्रभारी अशोक तंवर अलग राय रखते हैं। उन्होंने कहा, "लोगों की उम्मीदें हमारी उम्मीदें हैं। गुजरात के लोग इस समय कांग्रेस से सरकार गठन की उम्मीद रखते हैं।" पाठक ने दावा किया कि राज्य के प्रत्येक कोने में सर्वागीण विकास भाजपा की संभावनाओं को मजबूती देगा। लेकिन तंवर ने कहा कि सामाजिक कल्याण के मोर्चे पर मोदी की विफलता का मूल्य सत्ताधारी पार्टी को चुकाना होगा। चुनाव प्रचार के लिए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उनके बेटे तथा पार्टी के महासचिव राहुल गांधी ने गुजरात में रैलियां कीं और मोदी के 'कुशासन' को निशाना बनाया। मंगलवार को राहुल गांधी ने कहा कि गुजरात का विकास मोदी ने नहीं, बल्कि यहां के लोगों ने किया।टिप्पणियां 62 वर्षीय मोदी, जिन्हें उनके प्रशंसक भाजपा में एक व्यक्ति वाली आभासी सेना मानते हैं, चुनावी रैलियों को सम्बोधित करते समय कांग्रेस पर तीखा प्रहार करते रहे हैं। कांग्रेस तो मोदी की पुरानी दुश्मन है ही, इस समय वह मित्र से शत्रु बने केशुभाई पटेल की चुनौती का सामना भी कर रहे हैं। केशुभाई की नवगठित गुजरात परिवर्तन पार्टी और पूर्व मंत्री गोरधन जडफिया भाजपा का जनाधार खिसकने की उम्मीद पाले हुए हैं, खासकर प्रभावशाली पटेल समुदाय के बीच। पाठक ने दावा किया कि राज्य के प्रत्येक कोने में सर्वागीण विकास भाजपा की संभावनाओं को मजबूती देगा। लेकिन तंवर ने कहा कि सामाजिक कल्याण के मोर्चे पर मोदी की विफलता का मूल्य सत्ताधारी पार्टी को चुकाना होगा। चुनाव प्रचार के लिए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उनके बेटे तथा पार्टी के महासचिव राहुल गांधी ने गुजरात में रैलियां कीं और मोदी के 'कुशासन' को निशाना बनाया। मंगलवार को राहुल गांधी ने कहा कि गुजरात का विकास मोदी ने नहीं, बल्कि यहां के लोगों ने किया।टिप्पणियां 62 वर्षीय मोदी, जिन्हें उनके प्रशंसक भाजपा में एक व्यक्ति वाली आभासी सेना मानते हैं, चुनावी रैलियों को सम्बोधित करते समय कांग्रेस पर तीखा प्रहार करते रहे हैं। कांग्रेस तो मोदी की पुरानी दुश्मन है ही, इस समय वह मित्र से शत्रु बने केशुभाई पटेल की चुनौती का सामना भी कर रहे हैं। केशुभाई की नवगठित गुजरात परिवर्तन पार्टी और पूर्व मंत्री गोरधन जडफिया भाजपा का जनाधार खिसकने की उम्मीद पाले हुए हैं, खासकर प्रभावशाली पटेल समुदाय के बीच। चुनाव प्रचार के लिए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उनके बेटे तथा पार्टी के महासचिव राहुल गांधी ने गुजरात में रैलियां कीं और मोदी के 'कुशासन' को निशाना बनाया। मंगलवार को राहुल गांधी ने कहा कि गुजरात का विकास मोदी ने नहीं, बल्कि यहां के लोगों ने किया।टिप्पणियां 62 वर्षीय मोदी, जिन्हें उनके प्रशंसक भाजपा में एक व्यक्ति वाली आभासी सेना मानते हैं, चुनावी रैलियों को सम्बोधित करते समय कांग्रेस पर तीखा प्रहार करते रहे हैं। कांग्रेस तो मोदी की पुरानी दुश्मन है ही, इस समय वह मित्र से शत्रु बने केशुभाई पटेल की चुनौती का सामना भी कर रहे हैं। केशुभाई की नवगठित गुजरात परिवर्तन पार्टी और पूर्व मंत्री गोरधन जडफिया भाजपा का जनाधार खिसकने की उम्मीद पाले हुए हैं, खासकर प्रभावशाली पटेल समुदाय के बीच। 62 वर्षीय मोदी, जिन्हें उनके प्रशंसक भाजपा में एक व्यक्ति वाली आभासी सेना मानते हैं, चुनावी रैलियों को सम्बोधित करते समय कांग्रेस पर तीखा प्रहार करते रहे हैं। कांग्रेस तो मोदी की पुरानी दुश्मन है ही, इस समय वह मित्र से शत्रु बने केशुभाई पटेल की चुनौती का सामना भी कर रहे हैं। केशुभाई की नवगठित गुजरात परिवर्तन पार्टी और पूर्व मंत्री गोरधन जडफिया भाजपा का जनाधार खिसकने की उम्मीद पाले हुए हैं, खासकर प्रभावशाली पटेल समुदाय के बीच। कांग्रेस तो मोदी की पुरानी दुश्मन है ही, इस समय वह मित्र से शत्रु बने केशुभाई पटेल की चुनौती का सामना भी कर रहे हैं। केशुभाई की नवगठित गुजरात परिवर्तन पार्टी और पूर्व मंत्री गोरधन जडफिया भाजपा का जनाधार खिसकने की उम्मीद पाले हुए हैं, खासकर प्रभावशाली पटेल समुदाय के बीच।
चुनावी सफर में ओबामा ने फिर किया बापू को याद
अमेरिका में दोबारा राष्ट्रपति बनने का प्रयास कर रहे बराक ओबामा ने अपने दो नायकों महात्मा गांधी और नेल्सन मंडेला को याद करते हुए लोगों से कहा है कि फिर से सत्ता में आने पर वह इन्हीं दो शख्सियतों की तरह ‘वास्तविक बदलाव’ के वादे को पूरा करेंगे।
अमेरिका में दोबारा राष्ट्रपति बनने का प्रयास कर रहे बराक ओबामा ने अपने दो नायकों महात्मा गांधी और नेल्सन मंडेला को याद करते हुए लोगों से कहा है कि फिर से सत्ता में आने पर वह इन्हीं दो शख्सियतों की तरह ‘वास्तविक बदलाव’ के वादे को पूरा करेंगे। राजनीतिक चंदा एकत्र करने की एक सभा में ओबामा ने कहा, ‘वर्ष 2008 में जिस बदलाव के लिए हम लड़े थे, वह उस तरह नहीं हुआ, जैसे हम चाहते थे। वास्तविक बदलाव, बड़ा बदलाव हमेशा कठिन होता है।’ उन्होंने कहा, ‘दुनिया भर में गांधी और मंडेला ने जो किया, वह कठिन था। इसमें समय लगता है। इसमें एक कार्यकाल से ज्यादा का वक्त लगता है। ऐसा करने के लिए एक से ज्यादा लोगों की जरूरत होती है।’टिप्पणियां अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि नागरिक अधिकारों से लेकर महिलाओं को मताधिकार दिए जाने तक दुनिया के वास्तविक एवं बड़े बदलाव देखा, जो कठिन रहे और इसमें समय लगा। ओबामा ने कहा कि अमेरिका के कठिन दौरे से गुजरने के समय ऐसा बदलाव कर पाना असंभव लग सकता था, जो सभी को दिखे। उन्होंने कहा, ‘बदलाव आम नागरिकों के जरिए संभव है, जो इस देश को आगे बढ़ाने को प्रतिबद्ध है।’ अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘मैं संपूर्ण व्यक्ति नहीं हूं और एक संपूर्ण राष्ट्रपति भी नहीं हो सकता। ’’ यहां नवंबर में राष्ट्रपति चुनाव होना है। उन्होंने कहा कि अगर लोग उनकी मदद के लिए तैयार होंगे तो अमेरिका में बदलाव आएगा। राजनीतिक चंदा एकत्र करने की एक सभा में ओबामा ने कहा, ‘वर्ष 2008 में जिस बदलाव के लिए हम लड़े थे, वह उस तरह नहीं हुआ, जैसे हम चाहते थे। वास्तविक बदलाव, बड़ा बदलाव हमेशा कठिन होता है।’ उन्होंने कहा, ‘दुनिया भर में गांधी और मंडेला ने जो किया, वह कठिन था। इसमें समय लगता है। इसमें एक कार्यकाल से ज्यादा का वक्त लगता है। ऐसा करने के लिए एक से ज्यादा लोगों की जरूरत होती है।’टिप्पणियां अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि नागरिक अधिकारों से लेकर महिलाओं को मताधिकार दिए जाने तक दुनिया के वास्तविक एवं बड़े बदलाव देखा, जो कठिन रहे और इसमें समय लगा। ओबामा ने कहा कि अमेरिका के कठिन दौरे से गुजरने के समय ऐसा बदलाव कर पाना असंभव लग सकता था, जो सभी को दिखे। उन्होंने कहा, ‘बदलाव आम नागरिकों के जरिए संभव है, जो इस देश को आगे बढ़ाने को प्रतिबद्ध है।’ अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘मैं संपूर्ण व्यक्ति नहीं हूं और एक संपूर्ण राष्ट्रपति भी नहीं हो सकता। ’’ यहां नवंबर में राष्ट्रपति चुनाव होना है। उन्होंने कहा कि अगर लोग उनकी मदद के लिए तैयार होंगे तो अमेरिका में बदलाव आएगा। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि नागरिक अधिकारों से लेकर महिलाओं को मताधिकार दिए जाने तक दुनिया के वास्तविक एवं बड़े बदलाव देखा, जो कठिन रहे और इसमें समय लगा। ओबामा ने कहा कि अमेरिका के कठिन दौरे से गुजरने के समय ऐसा बदलाव कर पाना असंभव लग सकता था, जो सभी को दिखे। उन्होंने कहा, ‘बदलाव आम नागरिकों के जरिए संभव है, जो इस देश को आगे बढ़ाने को प्रतिबद्ध है।’ अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘मैं संपूर्ण व्यक्ति नहीं हूं और एक संपूर्ण राष्ट्रपति भी नहीं हो सकता। ’’ यहां नवंबर में राष्ट्रपति चुनाव होना है। उन्होंने कहा कि अगर लोग उनकी मदद के लिए तैयार होंगे तो अमेरिका में बदलाव आएगा। ओबामा ने कहा कि अमेरिका के कठिन दौरे से गुजरने के समय ऐसा बदलाव कर पाना असंभव लग सकता था, जो सभी को दिखे। उन्होंने कहा, ‘बदलाव आम नागरिकों के जरिए संभव है, जो इस देश को आगे बढ़ाने को प्रतिबद्ध है।’ अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘मैं संपूर्ण व्यक्ति नहीं हूं और एक संपूर्ण राष्ट्रपति भी नहीं हो सकता। ’’ यहां नवंबर में राष्ट्रपति चुनाव होना है। उन्होंने कहा कि अगर लोग उनकी मदद के लिए तैयार होंगे तो अमेरिका में बदलाव आएगा।
सीएम योगी आदित्यनाथ का विवादित बयान, अरविंद केजरीवाल को 'लतखोर' कहा
योगी आदित्यनाथ ने पश्चिमी और पूर्वी दिल्ली में सभाओं को संबोधित किया बीजेपी उम्मीदवार प्रवेश वर्मा और गौतम गंभीर के लिए मांगे वोट योगी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को भी बनाया निशाना
"सबसे बड़ा अजूबा दिल्ली के मुख्यमंत्री स्वयं हो गए हैं. पता ही नहीं लगता कि वे मुख्यमंत्री हैं या धरना मंत्री...क्या मुख्यमंत्री को धरने पर बैठना चाहिए. जब कोई सुधरता नहीं है, इसीलिए लोग उसे कहते हैं लतखोर. हर व्यक्ति फिर अपने तरीके से उसका जवाब देता है." उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने मंगलवार को दिल्ली (Delhi) में एक चुनावी सभा में यह विवादित बयान दिया. लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2019) के दौरान पहली बार दिल्ली पहुंचे योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) पश्चिमी दिल्ली में बीजेपी (BJP) उम्मीदवार प्रवेश वर्मा (Pravesh Verma) के समर्थन में एक चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे. अनुभवी चेहरों के जरिए भीड़ को वोट में बदलने की परंपरा पुरानी है. गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) राजनीति की पिच के लिए नए हैं...लिहाज़ा उनके लिए भी योगी पब्लिक के बीच बैटिंग करने आए. पश्चिमी दिल्ली से पहले योगी आदित्यनाथ पूर्वी दिल्ली से बीजेपी उम्मीदवार गौतम गंभीर के समर्थन में मंडावली पहुंचे और उनके लिए वोट मांगे. उत्तरप्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अजहर मसूद को वैश्विक आतंकवादी घोषित किया. उसकी उल्टी गिनती शुरू हो गई है, कुत्ते की मौत मरेगा जैसे ओसामा मरा था. यह मोदी जी (PM Modi) की वजह से है...जब पाकिस्तान की बॉर्डर के अंदर आतंकियों के खिलाफ आपरेशन हुए तो कांग्रेस ने पूछा सबूत कहां है. टेररिज्म पर भी कांग्रेस पाकिस्तान की बोली बोलती नज़र आई. पूर्वी दिल्ली में योगी के भाषण में आतंकवाद और मसूद अज़हर सबसे ऊपर थे और निशाना राहुल गांधी पर भी था. योगी ने कहा कि पाकिस्तान की सीमा के अंदर जाकर आतंकी ठिकानों के खिलाफ सैन्य कार्रवाई के बाद राहुल गांधी ने एक बार भी पीएम मोदी को बधाई नहीं दी.
अफगानिस्तान, पाकिस्तान और इराक हैं आतंकवाद के प्रमुख शिकार : अमेरिका
आतंकवाद पर वार्षिक अमेरिकी रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2012 में जो आतंकवादी हमले हुए और जिनमें लोग हताहत हुए उनमें से ज्यादातर हमले अफगानिस्तान, पाकिस्तान और इराक में हुए।
आतंकवाद पर वार्षिक अमेरिकी रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2012 में जो आतंकवादी हमले हुए और जिनमें लोग हताहत हुए उनमें से ज्यादातर हमले अफगानिस्तान, पाकिस्तान और इराक में हुए। बहरहाल, ‘यूएस स्टेट डिपार्टमेंट कंट्री रिपोर्ट्स ऑन टेररिज्म-2012’ ने यह भी उजागर किया गया कि पाकिस्तान में अलकायदा का केन्द्र कमजोर हो गया है। यह रिपोर्ट कल अमेरिकी संसद को सौंपी गई है। रिपोर्ट में बताया गया है, हालांकि 2012 में आतंकवादी हमले 85 विभिन्न देशों में हुए, वे भौगोलिक रूप से बहुत केन्द्रित थे। रिपोर्ट के अनुसार, हाल के वर्षों में आधे से ज्यादा हमले (55 प्रतिशत), मौतें (62 प्रतिशत) और घायल (65 प्रतिशत) सिर्फ तीन देश - पाकिस्तान, इराक, और अफगानिस्तान में हुए। यूएस स्टेट डिपार्टमेंट कंट्री रिपोर्ट्स ऑन टेररिज्म-2012 के अनुसार, हालांकि हमने अफगानिस्तान और पाकिस्तान में अलकायदा के केन्द्र को गंभीर रूप से कमजोर कर दिया, अब भी पनाहगाहों से योजना बनाने और हमले संचालित करने की उसकी क्षमता बाकी है। रिपोर्ट में बताया गया है, पाकिस्तान में अलकायदा केन्द्र का कमजोर होना जारी है। नेतृत्व को पहुंचे नुकसान के नतीजे के तौर पर, गतिविधियां और हमले संचालित करने की अलकायदा केन्द्र की क्षमता घटी है, क्योंकि उसके नेता अपना अधिकाधिक ध्यान अपने अस्तित्व पर केन्द्रित कर रहे हैं। यूएस स्टेट डिपार्टमेंट कंट्री रिपोर्ट्स ऑन टेररिज्म-2012 के अनुसार, अलकायदा के खिलाफ विश्वव्यापी अभियान के चलते ऐमन-अल-जवाहिरी नीत अलकायदा केन्द्र खासा कमजोर हुआ है। रिपोर्ट में बताया गया है, ओसामा बिन लादेन की मौत अल-कायदा के खिलाफ संघर्ष का सबसे अहम संगे-मील था, लेकिन और भी कामयाबियां थीं। अफगानिस्तान-पाकिस्तान क्षेत्र में दर्जनों अलकायदा नेताओं को संघर्ष से हटाया गया। रिपोर्ट में कहा गया है, दक्षिण एशिया में अलकायदा के सर्वाधिक क्षमतावान गुर्गों में से एक इलियास कश्मीरी, और अल-कायदा के दूसरे नंबर के कमांडर अतिया अब्दुल रहमान 2011 में मारे गए। रिपोर्ट में इंगित किया गया है कि अल-कायदा नेता अबु यहिया अल-लिबी और अबु जैद अल-कुवैती 2012 में मारे गए। रिपोर्ट में बताया गया है कि नेतृत्व के नुकसान ने अलकायदा से संबद्ध संगठनों को ज्यादा स्वतंत्र बनाया है और वे अधिकाधिक अपना लक्ष्य तय कर रहे हैं और अपना निशाना चिह्नित कर रहे हैं। यूएस स्टेट डिपार्टमेंट कंट्री रिपोर्ट्स ऑन टेररिज्म-2012 में बताया गया है, चूंकि धन पाने और भेजने के जो अवसर पहले खुले थे, अब ज्यादा मुश्किल हो गए हैं अत: अनेक संबद्ध संगठन फिरौती पाने के लिए अपहरण में शामिल हो गए हैं। रिपोर्ट में इंगित किया गया है, अल-कायदा से संबद्ध संगठन अब भी ‘दूर स्थित दुश्मनों’ पर हमला करना चाहते हैं, लेकिन वे अपने गृह-आधार से निकटतर छोटे स्तर के हमलों पर केन्द्रित प्रतीत होते हैं। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है, अरब प्रायद्वीप और इस्लामी मगरिब दोनों जगह अल-कायदा ने जमीन जब्त करने और स्थानीय आबादी पर अपना क्रूर प्रशासन लागू करने के लिए कदम उठाए हैं। रिपोर्ट में इंगित किया गया है कि नेतृत्व को पहुंचे नुकसान के बावजूद पश्चिम पाकिस्तान की अपनी पनाहगाह से क्षेत्रीय और सरहद पार हमलों को प्रेरित करने, उनकी साजिश रचने तथा उन्हें संचालित करने की अलकायदा केन्द्र की क्षमता बची हुई है। रिपोर्ट कहती है, अल-कायदा, अफगान तालिबान, हक्कानी नेटवर्क, तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान और समानधर्मी समूह अफगानिस्तान या पाकिस्तान सरहद की दोनों तरफ से अपनी पनाहगाहों से अमेरिका, गठबंधन, अफगानिस्तान और पाकिस्तान के हितों के खिलाफ अभियान संचालित करना जारी रखे हुए हैं। रिपोर्ट में कहा गया है, ‘‘लश्कर-ए-तैयबा समेत अन्य दक्षिण एशियाई आतंकवादी संगठन अमेरिकी हितों को हमलों के लिए अपने उचित लक्ष्य मानते हैं। 2008 के मुंबई हमलों के लिए जिम्मेदार संगठन लश्कर क्षेत्रीय स्थिरता के लिए एक गंभीर खतरा बना हुआ है। रिपोर्ट में इंगित किया गया है कि 2012 में दक्षिण एशिया में आतंकवादियों ने सघन आबादी वाले इलाकों में अभियान चलाए और क्षेत्र भर में तथा उससे इतर अपने नेटवर्क को विस्तार देने की कोशिश की।’’ रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि पाकिस्तान सांप्रदायिक हिंसा समेत आतंकवादी हमलों का खासा शिकार बना हुआ है। रिपोर्ट में कहा गया है, पाकिस्तानी सेना ने टीटीपी जैसे पाकिस्तान के अंदर हमले संचालित करने वाले समूहों के खिलाफ अभियान चलाएं, लेकिन लश्कर-ए-तैयबा जैसे अन्य समूह पाकिस्तान में संचालन जारी रखने में सक्षम हैं। अमेरिकी संसद को सौंपी रिपोर्ट में इंगित किया गया है कि पाकिस्तान अफगान तालिबान या एचक्यूएन को सीधे निशाना नहीं बनाता, लेकिन वह दोनों संगठनों को अफगान शांति प्रक्रिया में शामिल करने के प्रयास की हिमायत करता है।टिप्पणियां रिपोर्ट में बताया गया, हालांकि पिछले वर्षों के मुकाबले आतंकवादी हिंसा कम थी, भारत पाकिस्तान आधारित समूहों समेत आतंकवादी संगठनों के आतंकवाद से बेहद प्रभावित रहा, और उनके खतरों से रू-ब-रू रहा। रिपोर्ट में यह भी बताया गया, इसके जवाब में भारत सरकार ने आतंकवाद निरोधी अपनी क्षमताएं बढ़ाईं और अंतरराष्ट्रीय समुदायों एवं क्षेत्रीय साझेदारों के साथ अपने सहयोग तथा समन्वय को विस्तार दिया। रिपोर्ट में बताया गया, क्षेत्र में प्रभावशाली आतंकवाद निरोधी साझेदार, बांग्लादेश देशी और अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद के खिलाफ अपनी मुहिम जारी रखे हुए है। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि बांग्लादेश सरकार की जारी आतंकवाद निरोधी कोशिशों ने कई देशों में गतिविधियां संचालित करने वाले आतंकवादियों के लिए बांग्लादेश की सरजमीं से अपनी सरगर्मी चलाना ज्यादा मुश्किल कर दिया है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने अपनी रिपोर्ट में यह भी इंगित किया है कि बांग्लादेश और भारत ने आतंकवाद निरोधी सहयोग में सुधार और विस्तार किया है। बहरहाल, ‘यूएस स्टेट डिपार्टमेंट कंट्री रिपोर्ट्स ऑन टेररिज्म-2012’ ने यह भी उजागर किया गया कि पाकिस्तान में अलकायदा का केन्द्र कमजोर हो गया है। यह रिपोर्ट कल अमेरिकी संसद को सौंपी गई है। रिपोर्ट में बताया गया है, हालांकि 2012 में आतंकवादी हमले 85 विभिन्न देशों में हुए, वे भौगोलिक रूप से बहुत केन्द्रित थे। रिपोर्ट के अनुसार, हाल के वर्षों में आधे से ज्यादा हमले (55 प्रतिशत), मौतें (62 प्रतिशत) और घायल (65 प्रतिशत) सिर्फ तीन देश - पाकिस्तान, इराक, और अफगानिस्तान में हुए। यूएस स्टेट डिपार्टमेंट कंट्री रिपोर्ट्स ऑन टेररिज्म-2012 के अनुसार, हालांकि हमने अफगानिस्तान और पाकिस्तान में अलकायदा के केन्द्र को गंभीर रूप से कमजोर कर दिया, अब भी पनाहगाहों से योजना बनाने और हमले संचालित करने की उसकी क्षमता बाकी है। रिपोर्ट में बताया गया है, पाकिस्तान में अलकायदा केन्द्र का कमजोर होना जारी है। नेतृत्व को पहुंचे नुकसान के नतीजे के तौर पर, गतिविधियां और हमले संचालित करने की अलकायदा केन्द्र की क्षमता घटी है, क्योंकि उसके नेता अपना अधिकाधिक ध्यान अपने अस्तित्व पर केन्द्रित कर रहे हैं। यूएस स्टेट डिपार्टमेंट कंट्री रिपोर्ट्स ऑन टेररिज्म-2012 के अनुसार, अलकायदा के खिलाफ विश्वव्यापी अभियान के चलते ऐमन-अल-जवाहिरी नीत अलकायदा केन्द्र खासा कमजोर हुआ है। रिपोर्ट में बताया गया है, ओसामा बिन लादेन की मौत अल-कायदा के खिलाफ संघर्ष का सबसे अहम संगे-मील था, लेकिन और भी कामयाबियां थीं। अफगानिस्तान-पाकिस्तान क्षेत्र में दर्जनों अलकायदा नेताओं को संघर्ष से हटाया गया। रिपोर्ट में कहा गया है, दक्षिण एशिया में अलकायदा के सर्वाधिक क्षमतावान गुर्गों में से एक इलियास कश्मीरी, और अल-कायदा के दूसरे नंबर के कमांडर अतिया अब्दुल रहमान 2011 में मारे गए। रिपोर्ट में इंगित किया गया है कि अल-कायदा नेता अबु यहिया अल-लिबी और अबु जैद अल-कुवैती 2012 में मारे गए। रिपोर्ट में बताया गया है कि नेतृत्व के नुकसान ने अलकायदा से संबद्ध संगठनों को ज्यादा स्वतंत्र बनाया है और वे अधिकाधिक अपना लक्ष्य तय कर रहे हैं और अपना निशाना चिह्नित कर रहे हैं। यूएस स्टेट डिपार्टमेंट कंट्री रिपोर्ट्स ऑन टेररिज्म-2012 में बताया गया है, चूंकि धन पाने और भेजने के जो अवसर पहले खुले थे, अब ज्यादा मुश्किल हो गए हैं अत: अनेक संबद्ध संगठन फिरौती पाने के लिए अपहरण में शामिल हो गए हैं। रिपोर्ट में इंगित किया गया है, अल-कायदा से संबद्ध संगठन अब भी ‘दूर स्थित दुश्मनों’ पर हमला करना चाहते हैं, लेकिन वे अपने गृह-आधार से निकटतर छोटे स्तर के हमलों पर केन्द्रित प्रतीत होते हैं। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है, अरब प्रायद्वीप और इस्लामी मगरिब दोनों जगह अल-कायदा ने जमीन जब्त करने और स्थानीय आबादी पर अपना क्रूर प्रशासन लागू करने के लिए कदम उठाए हैं। रिपोर्ट में इंगित किया गया है कि नेतृत्व को पहुंचे नुकसान के बावजूद पश्चिम पाकिस्तान की अपनी पनाहगाह से क्षेत्रीय और सरहद पार हमलों को प्रेरित करने, उनकी साजिश रचने तथा उन्हें संचालित करने की अलकायदा केन्द्र की क्षमता बची हुई है। रिपोर्ट कहती है, अल-कायदा, अफगान तालिबान, हक्कानी नेटवर्क, तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान और समानधर्मी समूह अफगानिस्तान या पाकिस्तान सरहद की दोनों तरफ से अपनी पनाहगाहों से अमेरिका, गठबंधन, अफगानिस्तान और पाकिस्तान के हितों के खिलाफ अभियान संचालित करना जारी रखे हुए हैं। रिपोर्ट में कहा गया है, ‘‘लश्कर-ए-तैयबा समेत अन्य दक्षिण एशियाई आतंकवादी संगठन अमेरिकी हितों को हमलों के लिए अपने उचित लक्ष्य मानते हैं। 2008 के मुंबई हमलों के लिए जिम्मेदार संगठन लश्कर क्षेत्रीय स्थिरता के लिए एक गंभीर खतरा बना हुआ है। रिपोर्ट में इंगित किया गया है कि 2012 में दक्षिण एशिया में आतंकवादियों ने सघन आबादी वाले इलाकों में अभियान चलाए और क्षेत्र भर में तथा उससे इतर अपने नेटवर्क को विस्तार देने की कोशिश की।’’ रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि पाकिस्तान सांप्रदायिक हिंसा समेत आतंकवादी हमलों का खासा शिकार बना हुआ है। रिपोर्ट में कहा गया है, पाकिस्तानी सेना ने टीटीपी जैसे पाकिस्तान के अंदर हमले संचालित करने वाले समूहों के खिलाफ अभियान चलाएं, लेकिन लश्कर-ए-तैयबा जैसे अन्य समूह पाकिस्तान में संचालन जारी रखने में सक्षम हैं। अमेरिकी संसद को सौंपी रिपोर्ट में इंगित किया गया है कि पाकिस्तान अफगान तालिबान या एचक्यूएन को सीधे निशाना नहीं बनाता, लेकिन वह दोनों संगठनों को अफगान शांति प्रक्रिया में शामिल करने के प्रयास की हिमायत करता है।टिप्पणियां रिपोर्ट में बताया गया, हालांकि पिछले वर्षों के मुकाबले आतंकवादी हिंसा कम थी, भारत पाकिस्तान आधारित समूहों समेत आतंकवादी संगठनों के आतंकवाद से बेहद प्रभावित रहा, और उनके खतरों से रू-ब-रू रहा। रिपोर्ट में यह भी बताया गया, इसके जवाब में भारत सरकार ने आतंकवाद निरोधी अपनी क्षमताएं बढ़ाईं और अंतरराष्ट्रीय समुदायों एवं क्षेत्रीय साझेदारों के साथ अपने सहयोग तथा समन्वय को विस्तार दिया। रिपोर्ट में बताया गया, क्षेत्र में प्रभावशाली आतंकवाद निरोधी साझेदार, बांग्लादेश देशी और अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद के खिलाफ अपनी मुहिम जारी रखे हुए है। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि बांग्लादेश सरकार की जारी आतंकवाद निरोधी कोशिशों ने कई देशों में गतिविधियां संचालित करने वाले आतंकवादियों के लिए बांग्लादेश की सरजमीं से अपनी सरगर्मी चलाना ज्यादा मुश्किल कर दिया है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने अपनी रिपोर्ट में यह भी इंगित किया है कि बांग्लादेश और भारत ने आतंकवाद निरोधी सहयोग में सुधार और विस्तार किया है। रिपोर्ट में बताया गया है, हालांकि 2012 में आतंकवादी हमले 85 विभिन्न देशों में हुए, वे भौगोलिक रूप से बहुत केन्द्रित थे। रिपोर्ट के अनुसार, हाल के वर्षों में आधे से ज्यादा हमले (55 प्रतिशत), मौतें (62 प्रतिशत) और घायल (65 प्रतिशत) सिर्फ तीन देश - पाकिस्तान, इराक, और अफगानिस्तान में हुए। यूएस स्टेट डिपार्टमेंट कंट्री रिपोर्ट्स ऑन टेररिज्म-2012 के अनुसार, हालांकि हमने अफगानिस्तान और पाकिस्तान में अलकायदा के केन्द्र को गंभीर रूप से कमजोर कर दिया, अब भी पनाहगाहों से योजना बनाने और हमले संचालित करने की उसकी क्षमता बाकी है। रिपोर्ट में बताया गया है, पाकिस्तान में अलकायदा केन्द्र का कमजोर होना जारी है। नेतृत्व को पहुंचे नुकसान के नतीजे के तौर पर, गतिविधियां और हमले संचालित करने की अलकायदा केन्द्र की क्षमता घटी है, क्योंकि उसके नेता अपना अधिकाधिक ध्यान अपने अस्तित्व पर केन्द्रित कर रहे हैं। यूएस स्टेट डिपार्टमेंट कंट्री रिपोर्ट्स ऑन टेररिज्म-2012 के अनुसार, अलकायदा के खिलाफ विश्वव्यापी अभियान के चलते ऐमन-अल-जवाहिरी नीत अलकायदा केन्द्र खासा कमजोर हुआ है। रिपोर्ट में बताया गया है, ओसामा बिन लादेन की मौत अल-कायदा के खिलाफ संघर्ष का सबसे अहम संगे-मील था, लेकिन और भी कामयाबियां थीं। अफगानिस्तान-पाकिस्तान क्षेत्र में दर्जनों अलकायदा नेताओं को संघर्ष से हटाया गया। रिपोर्ट में कहा गया है, दक्षिण एशिया में अलकायदा के सर्वाधिक क्षमतावान गुर्गों में से एक इलियास कश्मीरी, और अल-कायदा के दूसरे नंबर के कमांडर अतिया अब्दुल रहमान 2011 में मारे गए। रिपोर्ट में इंगित किया गया है कि अल-कायदा नेता अबु यहिया अल-लिबी और अबु जैद अल-कुवैती 2012 में मारे गए। रिपोर्ट में बताया गया है कि नेतृत्व के नुकसान ने अलकायदा से संबद्ध संगठनों को ज्यादा स्वतंत्र बनाया है और वे अधिकाधिक अपना लक्ष्य तय कर रहे हैं और अपना निशाना चिह्नित कर रहे हैं। यूएस स्टेट डिपार्टमेंट कंट्री रिपोर्ट्स ऑन टेररिज्म-2012 में बताया गया है, चूंकि धन पाने और भेजने के जो अवसर पहले खुले थे, अब ज्यादा मुश्किल हो गए हैं अत: अनेक संबद्ध संगठन फिरौती पाने के लिए अपहरण में शामिल हो गए हैं। रिपोर्ट में इंगित किया गया है, अल-कायदा से संबद्ध संगठन अब भी ‘दूर स्थित दुश्मनों’ पर हमला करना चाहते हैं, लेकिन वे अपने गृह-आधार से निकटतर छोटे स्तर के हमलों पर केन्द्रित प्रतीत होते हैं। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है, अरब प्रायद्वीप और इस्लामी मगरिब दोनों जगह अल-कायदा ने जमीन जब्त करने और स्थानीय आबादी पर अपना क्रूर प्रशासन लागू करने के लिए कदम उठाए हैं। रिपोर्ट में इंगित किया गया है कि नेतृत्व को पहुंचे नुकसान के बावजूद पश्चिम पाकिस्तान की अपनी पनाहगाह से क्षेत्रीय और सरहद पार हमलों को प्रेरित करने, उनकी साजिश रचने तथा उन्हें संचालित करने की अलकायदा केन्द्र की क्षमता बची हुई है। रिपोर्ट कहती है, अल-कायदा, अफगान तालिबान, हक्कानी नेटवर्क, तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान और समानधर्मी समूह अफगानिस्तान या पाकिस्तान सरहद की दोनों तरफ से अपनी पनाहगाहों से अमेरिका, गठबंधन, अफगानिस्तान और पाकिस्तान के हितों के खिलाफ अभियान संचालित करना जारी रखे हुए हैं। रिपोर्ट में कहा गया है, ‘‘लश्कर-ए-तैयबा समेत अन्य दक्षिण एशियाई आतंकवादी संगठन अमेरिकी हितों को हमलों के लिए अपने उचित लक्ष्य मानते हैं। 2008 के मुंबई हमलों के लिए जिम्मेदार संगठन लश्कर क्षेत्रीय स्थिरता के लिए एक गंभीर खतरा बना हुआ है। रिपोर्ट में इंगित किया गया है कि 2012 में दक्षिण एशिया में आतंकवादियों ने सघन आबादी वाले इलाकों में अभियान चलाए और क्षेत्र भर में तथा उससे इतर अपने नेटवर्क को विस्तार देने की कोशिश की।’’ रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि पाकिस्तान सांप्रदायिक हिंसा समेत आतंकवादी हमलों का खासा शिकार बना हुआ है। रिपोर्ट में कहा गया है, पाकिस्तानी सेना ने टीटीपी जैसे पाकिस्तान के अंदर हमले संचालित करने वाले समूहों के खिलाफ अभियान चलाएं, लेकिन लश्कर-ए-तैयबा जैसे अन्य समूह पाकिस्तान में संचालन जारी रखने में सक्षम हैं। अमेरिकी संसद को सौंपी रिपोर्ट में इंगित किया गया है कि पाकिस्तान अफगान तालिबान या एचक्यूएन को सीधे निशाना नहीं बनाता, लेकिन वह दोनों संगठनों को अफगान शांति प्रक्रिया में शामिल करने के प्रयास की हिमायत करता है।टिप्पणियां रिपोर्ट में बताया गया, हालांकि पिछले वर्षों के मुकाबले आतंकवादी हिंसा कम थी, भारत पाकिस्तान आधारित समूहों समेत आतंकवादी संगठनों के आतंकवाद से बेहद प्रभावित रहा, और उनके खतरों से रू-ब-रू रहा। रिपोर्ट में यह भी बताया गया, इसके जवाब में भारत सरकार ने आतंकवाद निरोधी अपनी क्षमताएं बढ़ाईं और अंतरराष्ट्रीय समुदायों एवं क्षेत्रीय साझेदारों के साथ अपने सहयोग तथा समन्वय को विस्तार दिया। रिपोर्ट में बताया गया, क्षेत्र में प्रभावशाली आतंकवाद निरोधी साझेदार, बांग्लादेश देशी और अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद के खिलाफ अपनी मुहिम जारी रखे हुए है। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि बांग्लादेश सरकार की जारी आतंकवाद निरोधी कोशिशों ने कई देशों में गतिविधियां संचालित करने वाले आतंकवादियों के लिए बांग्लादेश की सरजमीं से अपनी सरगर्मी चलाना ज्यादा मुश्किल कर दिया है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने अपनी रिपोर्ट में यह भी इंगित किया है कि बांग्लादेश और भारत ने आतंकवाद निरोधी सहयोग में सुधार और विस्तार किया है। रिपोर्ट में बताया गया है, पाकिस्तान में अलकायदा केन्द्र का कमजोर होना जारी है। नेतृत्व को पहुंचे नुकसान के नतीजे के तौर पर, गतिविधियां और हमले संचालित करने की अलकायदा केन्द्र की क्षमता घटी है, क्योंकि उसके नेता अपना अधिकाधिक ध्यान अपने अस्तित्व पर केन्द्रित कर रहे हैं। यूएस स्टेट डिपार्टमेंट कंट्री रिपोर्ट्स ऑन टेररिज्म-2012 के अनुसार, अलकायदा के खिलाफ विश्वव्यापी अभियान के चलते ऐमन-अल-जवाहिरी नीत अलकायदा केन्द्र खासा कमजोर हुआ है। रिपोर्ट में बताया गया है, ओसामा बिन लादेन की मौत अल-कायदा के खिलाफ संघर्ष का सबसे अहम संगे-मील था, लेकिन और भी कामयाबियां थीं। अफगानिस्तान-पाकिस्तान क्षेत्र में दर्जनों अलकायदा नेताओं को संघर्ष से हटाया गया। रिपोर्ट में कहा गया है, दक्षिण एशिया में अलकायदा के सर्वाधिक क्षमतावान गुर्गों में से एक इलियास कश्मीरी, और अल-कायदा के दूसरे नंबर के कमांडर अतिया अब्दुल रहमान 2011 में मारे गए। रिपोर्ट में इंगित किया गया है कि अल-कायदा नेता अबु यहिया अल-लिबी और अबु जैद अल-कुवैती 2012 में मारे गए। रिपोर्ट में बताया गया है कि नेतृत्व के नुकसान ने अलकायदा से संबद्ध संगठनों को ज्यादा स्वतंत्र बनाया है और वे अधिकाधिक अपना लक्ष्य तय कर रहे हैं और अपना निशाना चिह्नित कर रहे हैं। यूएस स्टेट डिपार्टमेंट कंट्री रिपोर्ट्स ऑन टेररिज्म-2012 में बताया गया है, चूंकि धन पाने और भेजने के जो अवसर पहले खुले थे, अब ज्यादा मुश्किल हो गए हैं अत: अनेक संबद्ध संगठन फिरौती पाने के लिए अपहरण में शामिल हो गए हैं। रिपोर्ट में इंगित किया गया है, अल-कायदा से संबद्ध संगठन अब भी ‘दूर स्थित दुश्मनों’ पर हमला करना चाहते हैं, लेकिन वे अपने गृह-आधार से निकटतर छोटे स्तर के हमलों पर केन्द्रित प्रतीत होते हैं। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है, अरब प्रायद्वीप और इस्लामी मगरिब दोनों जगह अल-कायदा ने जमीन जब्त करने और स्थानीय आबादी पर अपना क्रूर प्रशासन लागू करने के लिए कदम उठाए हैं। रिपोर्ट में इंगित किया गया है कि नेतृत्व को पहुंचे नुकसान के बावजूद पश्चिम पाकिस्तान की अपनी पनाहगाह से क्षेत्रीय और सरहद पार हमलों को प्रेरित करने, उनकी साजिश रचने तथा उन्हें संचालित करने की अलकायदा केन्द्र की क्षमता बची हुई है। रिपोर्ट कहती है, अल-कायदा, अफगान तालिबान, हक्कानी नेटवर्क, तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान और समानधर्मी समूह अफगानिस्तान या पाकिस्तान सरहद की दोनों तरफ से अपनी पनाहगाहों से अमेरिका, गठबंधन, अफगानिस्तान और पाकिस्तान के हितों के खिलाफ अभियान संचालित करना जारी रखे हुए हैं। रिपोर्ट में कहा गया है, ‘‘लश्कर-ए-तैयबा समेत अन्य दक्षिण एशियाई आतंकवादी संगठन अमेरिकी हितों को हमलों के लिए अपने उचित लक्ष्य मानते हैं। 2008 के मुंबई हमलों के लिए जिम्मेदार संगठन लश्कर क्षेत्रीय स्थिरता के लिए एक गंभीर खतरा बना हुआ है। रिपोर्ट में इंगित किया गया है कि 2012 में दक्षिण एशिया में आतंकवादियों ने सघन आबादी वाले इलाकों में अभियान चलाए और क्षेत्र भर में तथा उससे इतर अपने नेटवर्क को विस्तार देने की कोशिश की।’’ रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि पाकिस्तान सांप्रदायिक हिंसा समेत आतंकवादी हमलों का खासा शिकार बना हुआ है। रिपोर्ट में कहा गया है, पाकिस्तानी सेना ने टीटीपी जैसे पाकिस्तान के अंदर हमले संचालित करने वाले समूहों के खिलाफ अभियान चलाएं, लेकिन लश्कर-ए-तैयबा जैसे अन्य समूह पाकिस्तान में संचालन जारी रखने में सक्षम हैं। अमेरिकी संसद को सौंपी रिपोर्ट में इंगित किया गया है कि पाकिस्तान अफगान तालिबान या एचक्यूएन को सीधे निशाना नहीं बनाता, लेकिन वह दोनों संगठनों को अफगान शांति प्रक्रिया में शामिल करने के प्रयास की हिमायत करता है।टिप्पणियां रिपोर्ट में बताया गया, हालांकि पिछले वर्षों के मुकाबले आतंकवादी हिंसा कम थी, भारत पाकिस्तान आधारित समूहों समेत आतंकवादी संगठनों के आतंकवाद से बेहद प्रभावित रहा, और उनके खतरों से रू-ब-रू रहा। रिपोर्ट में यह भी बताया गया, इसके जवाब में भारत सरकार ने आतंकवाद निरोधी अपनी क्षमताएं बढ़ाईं और अंतरराष्ट्रीय समुदायों एवं क्षेत्रीय साझेदारों के साथ अपने सहयोग तथा समन्वय को विस्तार दिया। रिपोर्ट में बताया गया, क्षेत्र में प्रभावशाली आतंकवाद निरोधी साझेदार, बांग्लादेश देशी और अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद के खिलाफ अपनी मुहिम जारी रखे हुए है। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि बांग्लादेश सरकार की जारी आतंकवाद निरोधी कोशिशों ने कई देशों में गतिविधियां संचालित करने वाले आतंकवादियों के लिए बांग्लादेश की सरजमीं से अपनी सरगर्मी चलाना ज्यादा मुश्किल कर दिया है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने अपनी रिपोर्ट में यह भी इंगित किया है कि बांग्लादेश और भारत ने आतंकवाद निरोधी सहयोग में सुधार और विस्तार किया है। रिपोर्ट में बताया गया है, ओसामा बिन लादेन की मौत अल-कायदा के खिलाफ संघर्ष का सबसे अहम संगे-मील था, लेकिन और भी कामयाबियां थीं। अफगानिस्तान-पाकिस्तान क्षेत्र में दर्जनों अलकायदा नेताओं को संघर्ष से हटाया गया। रिपोर्ट में कहा गया है, दक्षिण एशिया में अलकायदा के सर्वाधिक क्षमतावान गुर्गों में से एक इलियास कश्मीरी, और अल-कायदा के दूसरे नंबर के कमांडर अतिया अब्दुल रहमान 2011 में मारे गए। रिपोर्ट में इंगित किया गया है कि अल-कायदा नेता अबु यहिया अल-लिबी और अबु जैद अल-कुवैती 2012 में मारे गए। रिपोर्ट में बताया गया है कि नेतृत्व के नुकसान ने अलकायदा से संबद्ध संगठनों को ज्यादा स्वतंत्र बनाया है और वे अधिकाधिक अपना लक्ष्य तय कर रहे हैं और अपना निशाना चिह्नित कर रहे हैं। यूएस स्टेट डिपार्टमेंट कंट्री रिपोर्ट्स ऑन टेररिज्म-2012 में बताया गया है, चूंकि धन पाने और भेजने के जो अवसर पहले खुले थे, अब ज्यादा मुश्किल हो गए हैं अत: अनेक संबद्ध संगठन फिरौती पाने के लिए अपहरण में शामिल हो गए हैं। रिपोर्ट में इंगित किया गया है, अल-कायदा से संबद्ध संगठन अब भी ‘दूर स्थित दुश्मनों’ पर हमला करना चाहते हैं, लेकिन वे अपने गृह-आधार से निकटतर छोटे स्तर के हमलों पर केन्द्रित प्रतीत होते हैं। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है, अरब प्रायद्वीप और इस्लामी मगरिब दोनों जगह अल-कायदा ने जमीन जब्त करने और स्थानीय आबादी पर अपना क्रूर प्रशासन लागू करने के लिए कदम उठाए हैं। रिपोर्ट में इंगित किया गया है कि नेतृत्व को पहुंचे नुकसान के बावजूद पश्चिम पाकिस्तान की अपनी पनाहगाह से क्षेत्रीय और सरहद पार हमलों को प्रेरित करने, उनकी साजिश रचने तथा उन्हें संचालित करने की अलकायदा केन्द्र की क्षमता बची हुई है। रिपोर्ट कहती है, अल-कायदा, अफगान तालिबान, हक्कानी नेटवर्क, तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान और समानधर्मी समूह अफगानिस्तान या पाकिस्तान सरहद की दोनों तरफ से अपनी पनाहगाहों से अमेरिका, गठबंधन, अफगानिस्तान और पाकिस्तान के हितों के खिलाफ अभियान संचालित करना जारी रखे हुए हैं। रिपोर्ट में कहा गया है, ‘‘लश्कर-ए-तैयबा समेत अन्य दक्षिण एशियाई आतंकवादी संगठन अमेरिकी हितों को हमलों के लिए अपने उचित लक्ष्य मानते हैं। 2008 के मुंबई हमलों के लिए जिम्मेदार संगठन लश्कर क्षेत्रीय स्थिरता के लिए एक गंभीर खतरा बना हुआ है। रिपोर्ट में इंगित किया गया है कि 2012 में दक्षिण एशिया में आतंकवादियों ने सघन आबादी वाले इलाकों में अभियान चलाए और क्षेत्र भर में तथा उससे इतर अपने नेटवर्क को विस्तार देने की कोशिश की।’’ रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि पाकिस्तान सांप्रदायिक हिंसा समेत आतंकवादी हमलों का खासा शिकार बना हुआ है। रिपोर्ट में कहा गया है, पाकिस्तानी सेना ने टीटीपी जैसे पाकिस्तान के अंदर हमले संचालित करने वाले समूहों के खिलाफ अभियान चलाएं, लेकिन लश्कर-ए-तैयबा जैसे अन्य समूह पाकिस्तान में संचालन जारी रखने में सक्षम हैं। अमेरिकी संसद को सौंपी रिपोर्ट में इंगित किया गया है कि पाकिस्तान अफगान तालिबान या एचक्यूएन को सीधे निशाना नहीं बनाता, लेकिन वह दोनों संगठनों को अफगान शांति प्रक्रिया में शामिल करने के प्रयास की हिमायत करता है।टिप्पणियां रिपोर्ट में बताया गया, हालांकि पिछले वर्षों के मुकाबले आतंकवादी हिंसा कम थी, भारत पाकिस्तान आधारित समूहों समेत आतंकवादी संगठनों के आतंकवाद से बेहद प्रभावित रहा, और उनके खतरों से रू-ब-रू रहा। रिपोर्ट में यह भी बताया गया, इसके जवाब में भारत सरकार ने आतंकवाद निरोधी अपनी क्षमताएं बढ़ाईं और अंतरराष्ट्रीय समुदायों एवं क्षेत्रीय साझेदारों के साथ अपने सहयोग तथा समन्वय को विस्तार दिया। रिपोर्ट में बताया गया, क्षेत्र में प्रभावशाली आतंकवाद निरोधी साझेदार, बांग्लादेश देशी और अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद के खिलाफ अपनी मुहिम जारी रखे हुए है। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि बांग्लादेश सरकार की जारी आतंकवाद निरोधी कोशिशों ने कई देशों में गतिविधियां संचालित करने वाले आतंकवादियों के लिए बांग्लादेश की सरजमीं से अपनी सरगर्मी चलाना ज्यादा मुश्किल कर दिया है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने अपनी रिपोर्ट में यह भी इंगित किया है कि बांग्लादेश और भारत ने आतंकवाद निरोधी सहयोग में सुधार और विस्तार किया है। रिपोर्ट में कहा गया है, दक्षिण एशिया में अलकायदा के सर्वाधिक क्षमतावान गुर्गों में से एक इलियास कश्मीरी, और अल-कायदा के दूसरे नंबर के कमांडर अतिया अब्दुल रहमान 2011 में मारे गए। रिपोर्ट में इंगित किया गया है कि अल-कायदा नेता अबु यहिया अल-लिबी और अबु जैद अल-कुवैती 2012 में मारे गए। रिपोर्ट में बताया गया है कि नेतृत्व के नुकसान ने अलकायदा से संबद्ध संगठनों को ज्यादा स्वतंत्र बनाया है और वे अधिकाधिक अपना लक्ष्य तय कर रहे हैं और अपना निशाना चिह्नित कर रहे हैं। यूएस स्टेट डिपार्टमेंट कंट्री रिपोर्ट्स ऑन टेररिज्म-2012 में बताया गया है, चूंकि धन पाने और भेजने के जो अवसर पहले खुले थे, अब ज्यादा मुश्किल हो गए हैं अत: अनेक संबद्ध संगठन फिरौती पाने के लिए अपहरण में शामिल हो गए हैं। रिपोर्ट में इंगित किया गया है, अल-कायदा से संबद्ध संगठन अब भी ‘दूर स्थित दुश्मनों’ पर हमला करना चाहते हैं, लेकिन वे अपने गृह-आधार से निकटतर छोटे स्तर के हमलों पर केन्द्रित प्रतीत होते हैं। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है, अरब प्रायद्वीप और इस्लामी मगरिब दोनों जगह अल-कायदा ने जमीन जब्त करने और स्थानीय आबादी पर अपना क्रूर प्रशासन लागू करने के लिए कदम उठाए हैं। रिपोर्ट में इंगित किया गया है कि नेतृत्व को पहुंचे नुकसान के बावजूद पश्चिम पाकिस्तान की अपनी पनाहगाह से क्षेत्रीय और सरहद पार हमलों को प्रेरित करने, उनकी साजिश रचने तथा उन्हें संचालित करने की अलकायदा केन्द्र की क्षमता बची हुई है। रिपोर्ट कहती है, अल-कायदा, अफगान तालिबान, हक्कानी नेटवर्क, तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान और समानधर्मी समूह अफगानिस्तान या पाकिस्तान सरहद की दोनों तरफ से अपनी पनाहगाहों से अमेरिका, गठबंधन, अफगानिस्तान और पाकिस्तान के हितों के खिलाफ अभियान संचालित करना जारी रखे हुए हैं। रिपोर्ट में कहा गया है, ‘‘लश्कर-ए-तैयबा समेत अन्य दक्षिण एशियाई आतंकवादी संगठन अमेरिकी हितों को हमलों के लिए अपने उचित लक्ष्य मानते हैं। 2008 के मुंबई हमलों के लिए जिम्मेदार संगठन लश्कर क्षेत्रीय स्थिरता के लिए एक गंभीर खतरा बना हुआ है। रिपोर्ट में इंगित किया गया है कि 2012 में दक्षिण एशिया में आतंकवादियों ने सघन आबादी वाले इलाकों में अभियान चलाए और क्षेत्र भर में तथा उससे इतर अपने नेटवर्क को विस्तार देने की कोशिश की।’’ रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि पाकिस्तान सांप्रदायिक हिंसा समेत आतंकवादी हमलों का खासा शिकार बना हुआ है। रिपोर्ट में कहा गया है, पाकिस्तानी सेना ने टीटीपी जैसे पाकिस्तान के अंदर हमले संचालित करने वाले समूहों के खिलाफ अभियान चलाएं, लेकिन लश्कर-ए-तैयबा जैसे अन्य समूह पाकिस्तान में संचालन जारी रखने में सक्षम हैं। अमेरिकी संसद को सौंपी रिपोर्ट में इंगित किया गया है कि पाकिस्तान अफगान तालिबान या एचक्यूएन को सीधे निशाना नहीं बनाता, लेकिन वह दोनों संगठनों को अफगान शांति प्रक्रिया में शामिल करने के प्रयास की हिमायत करता है।टिप्पणियां रिपोर्ट में बताया गया, हालांकि पिछले वर्षों के मुकाबले आतंकवादी हिंसा कम थी, भारत पाकिस्तान आधारित समूहों समेत आतंकवादी संगठनों के आतंकवाद से बेहद प्रभावित रहा, और उनके खतरों से रू-ब-रू रहा। रिपोर्ट में यह भी बताया गया, इसके जवाब में भारत सरकार ने आतंकवाद निरोधी अपनी क्षमताएं बढ़ाईं और अंतरराष्ट्रीय समुदायों एवं क्षेत्रीय साझेदारों के साथ अपने सहयोग तथा समन्वय को विस्तार दिया। रिपोर्ट में बताया गया, क्षेत्र में प्रभावशाली आतंकवाद निरोधी साझेदार, बांग्लादेश देशी और अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद के खिलाफ अपनी मुहिम जारी रखे हुए है। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि बांग्लादेश सरकार की जारी आतंकवाद निरोधी कोशिशों ने कई देशों में गतिविधियां संचालित करने वाले आतंकवादियों के लिए बांग्लादेश की सरजमीं से अपनी सरगर्मी चलाना ज्यादा मुश्किल कर दिया है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने अपनी रिपोर्ट में यह भी इंगित किया है कि बांग्लादेश और भारत ने आतंकवाद निरोधी सहयोग में सुधार और विस्तार किया है। रिपोर्ट में बताया गया है कि नेतृत्व के नुकसान ने अलकायदा से संबद्ध संगठनों को ज्यादा स्वतंत्र बनाया है और वे अधिकाधिक अपना लक्ष्य तय कर रहे हैं और अपना निशाना चिह्नित कर रहे हैं। यूएस स्टेट डिपार्टमेंट कंट्री रिपोर्ट्स ऑन टेररिज्म-2012 में बताया गया है, चूंकि धन पाने और भेजने के जो अवसर पहले खुले थे, अब ज्यादा मुश्किल हो गए हैं अत: अनेक संबद्ध संगठन फिरौती पाने के लिए अपहरण में शामिल हो गए हैं। रिपोर्ट में इंगित किया गया है, अल-कायदा से संबद्ध संगठन अब भी ‘दूर स्थित दुश्मनों’ पर हमला करना चाहते हैं, लेकिन वे अपने गृह-आधार से निकटतर छोटे स्तर के हमलों पर केन्द्रित प्रतीत होते हैं। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है, अरब प्रायद्वीप और इस्लामी मगरिब दोनों जगह अल-कायदा ने जमीन जब्त करने और स्थानीय आबादी पर अपना क्रूर प्रशासन लागू करने के लिए कदम उठाए हैं। रिपोर्ट में इंगित किया गया है कि नेतृत्व को पहुंचे नुकसान के बावजूद पश्चिम पाकिस्तान की अपनी पनाहगाह से क्षेत्रीय और सरहद पार हमलों को प्रेरित करने, उनकी साजिश रचने तथा उन्हें संचालित करने की अलकायदा केन्द्र की क्षमता बची हुई है। रिपोर्ट कहती है, अल-कायदा, अफगान तालिबान, हक्कानी नेटवर्क, तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान और समानधर्मी समूह अफगानिस्तान या पाकिस्तान सरहद की दोनों तरफ से अपनी पनाहगाहों से अमेरिका, गठबंधन, अफगानिस्तान और पाकिस्तान के हितों के खिलाफ अभियान संचालित करना जारी रखे हुए हैं। रिपोर्ट में कहा गया है, ‘‘लश्कर-ए-तैयबा समेत अन्य दक्षिण एशियाई आतंकवादी संगठन अमेरिकी हितों को हमलों के लिए अपने उचित लक्ष्य मानते हैं। 2008 के मुंबई हमलों के लिए जिम्मेदार संगठन लश्कर क्षेत्रीय स्थिरता के लिए एक गंभीर खतरा बना हुआ है। रिपोर्ट में इंगित किया गया है कि 2012 में दक्षिण एशिया में आतंकवादियों ने सघन आबादी वाले इलाकों में अभियान चलाए और क्षेत्र भर में तथा उससे इतर अपने नेटवर्क को विस्तार देने की कोशिश की।’’ रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि पाकिस्तान सांप्रदायिक हिंसा समेत आतंकवादी हमलों का खासा शिकार बना हुआ है। रिपोर्ट में कहा गया है, पाकिस्तानी सेना ने टीटीपी जैसे पाकिस्तान के अंदर हमले संचालित करने वाले समूहों के खिलाफ अभियान चलाएं, लेकिन लश्कर-ए-तैयबा जैसे अन्य समूह पाकिस्तान में संचालन जारी रखने में सक्षम हैं। अमेरिकी संसद को सौंपी रिपोर्ट में इंगित किया गया है कि पाकिस्तान अफगान तालिबान या एचक्यूएन को सीधे निशाना नहीं बनाता, लेकिन वह दोनों संगठनों को अफगान शांति प्रक्रिया में शामिल करने के प्रयास की हिमायत करता है।टिप्पणियां रिपोर्ट में बताया गया, हालांकि पिछले वर्षों के मुकाबले आतंकवादी हिंसा कम थी, भारत पाकिस्तान आधारित समूहों समेत आतंकवादी संगठनों के आतंकवाद से बेहद प्रभावित रहा, और उनके खतरों से रू-ब-रू रहा। रिपोर्ट में यह भी बताया गया, इसके जवाब में भारत सरकार ने आतंकवाद निरोधी अपनी क्षमताएं बढ़ाईं और अंतरराष्ट्रीय समुदायों एवं क्षेत्रीय साझेदारों के साथ अपने सहयोग तथा समन्वय को विस्तार दिया। रिपोर्ट में बताया गया, क्षेत्र में प्रभावशाली आतंकवाद निरोधी साझेदार, बांग्लादेश देशी और अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद के खिलाफ अपनी मुहिम जारी रखे हुए है। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि बांग्लादेश सरकार की जारी आतंकवाद निरोधी कोशिशों ने कई देशों में गतिविधियां संचालित करने वाले आतंकवादियों के लिए बांग्लादेश की सरजमीं से अपनी सरगर्मी चलाना ज्यादा मुश्किल कर दिया है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने अपनी रिपोर्ट में यह भी इंगित किया है कि बांग्लादेश और भारत ने आतंकवाद निरोधी सहयोग में सुधार और विस्तार किया है। यूएस स्टेट डिपार्टमेंट कंट्री रिपोर्ट्स ऑन टेररिज्म-2012 में बताया गया है, चूंकि धन पाने और भेजने के जो अवसर पहले खुले थे, अब ज्यादा मुश्किल हो गए हैं अत: अनेक संबद्ध संगठन फिरौती पाने के लिए अपहरण में शामिल हो गए हैं। रिपोर्ट में इंगित किया गया है, अल-कायदा से संबद्ध संगठन अब भी ‘दूर स्थित दुश्मनों’ पर हमला करना चाहते हैं, लेकिन वे अपने गृह-आधार से निकटतर छोटे स्तर के हमलों पर केन्द्रित प्रतीत होते हैं। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है, अरब प्रायद्वीप और इस्लामी मगरिब दोनों जगह अल-कायदा ने जमीन जब्त करने और स्थानीय आबादी पर अपना क्रूर प्रशासन लागू करने के लिए कदम उठाए हैं। रिपोर्ट में इंगित किया गया है कि नेतृत्व को पहुंचे नुकसान के बावजूद पश्चिम पाकिस्तान की अपनी पनाहगाह से क्षेत्रीय और सरहद पार हमलों को प्रेरित करने, उनकी साजिश रचने तथा उन्हें संचालित करने की अलकायदा केन्द्र की क्षमता बची हुई है। रिपोर्ट कहती है, अल-कायदा, अफगान तालिबान, हक्कानी नेटवर्क, तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान और समानधर्मी समूह अफगानिस्तान या पाकिस्तान सरहद की दोनों तरफ से अपनी पनाहगाहों से अमेरिका, गठबंधन, अफगानिस्तान और पाकिस्तान के हितों के खिलाफ अभियान संचालित करना जारी रखे हुए हैं। रिपोर्ट में कहा गया है, ‘‘लश्कर-ए-तैयबा समेत अन्य दक्षिण एशियाई आतंकवादी संगठन अमेरिकी हितों को हमलों के लिए अपने उचित लक्ष्य मानते हैं। 2008 के मुंबई हमलों के लिए जिम्मेदार संगठन लश्कर क्षेत्रीय स्थिरता के लिए एक गंभीर खतरा बना हुआ है। रिपोर्ट में इंगित किया गया है कि 2012 में दक्षिण एशिया में आतंकवादियों ने सघन आबादी वाले इलाकों में अभियान चलाए और क्षेत्र भर में तथा उससे इतर अपने नेटवर्क को विस्तार देने की कोशिश की।’’ रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि पाकिस्तान सांप्रदायिक हिंसा समेत आतंकवादी हमलों का खासा शिकार बना हुआ है। रिपोर्ट में कहा गया है, पाकिस्तानी सेना ने टीटीपी जैसे पाकिस्तान के अंदर हमले संचालित करने वाले समूहों के खिलाफ अभियान चलाएं, लेकिन लश्कर-ए-तैयबा जैसे अन्य समूह पाकिस्तान में संचालन जारी रखने में सक्षम हैं। अमेरिकी संसद को सौंपी रिपोर्ट में इंगित किया गया है कि पाकिस्तान अफगान तालिबान या एचक्यूएन को सीधे निशाना नहीं बनाता, लेकिन वह दोनों संगठनों को अफगान शांति प्रक्रिया में शामिल करने के प्रयास की हिमायत करता है।टिप्पणियां रिपोर्ट में बताया गया, हालांकि पिछले वर्षों के मुकाबले आतंकवादी हिंसा कम थी, भारत पाकिस्तान आधारित समूहों समेत आतंकवादी संगठनों के आतंकवाद से बेहद प्रभावित रहा, और उनके खतरों से रू-ब-रू रहा। रिपोर्ट में यह भी बताया गया, इसके जवाब में भारत सरकार ने आतंकवाद निरोधी अपनी क्षमताएं बढ़ाईं और अंतरराष्ट्रीय समुदायों एवं क्षेत्रीय साझेदारों के साथ अपने सहयोग तथा समन्वय को विस्तार दिया। रिपोर्ट में बताया गया, क्षेत्र में प्रभावशाली आतंकवाद निरोधी साझेदार, बांग्लादेश देशी और अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद के खिलाफ अपनी मुहिम जारी रखे हुए है। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि बांग्लादेश सरकार की जारी आतंकवाद निरोधी कोशिशों ने कई देशों में गतिविधियां संचालित करने वाले आतंकवादियों के लिए बांग्लादेश की सरजमीं से अपनी सरगर्मी चलाना ज्यादा मुश्किल कर दिया है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने अपनी रिपोर्ट में यह भी इंगित किया है कि बांग्लादेश और भारत ने आतंकवाद निरोधी सहयोग में सुधार और विस्तार किया है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है, अरब प्रायद्वीप और इस्लामी मगरिब दोनों जगह अल-कायदा ने जमीन जब्त करने और स्थानीय आबादी पर अपना क्रूर प्रशासन लागू करने के लिए कदम उठाए हैं। रिपोर्ट में इंगित किया गया है कि नेतृत्व को पहुंचे नुकसान के बावजूद पश्चिम पाकिस्तान की अपनी पनाहगाह से क्षेत्रीय और सरहद पार हमलों को प्रेरित करने, उनकी साजिश रचने तथा उन्हें संचालित करने की अलकायदा केन्द्र की क्षमता बची हुई है। रिपोर्ट कहती है, अल-कायदा, अफगान तालिबान, हक्कानी नेटवर्क, तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान और समानधर्मी समूह अफगानिस्तान या पाकिस्तान सरहद की दोनों तरफ से अपनी पनाहगाहों से अमेरिका, गठबंधन, अफगानिस्तान और पाकिस्तान के हितों के खिलाफ अभियान संचालित करना जारी रखे हुए हैं। रिपोर्ट में कहा गया है, ‘‘लश्कर-ए-तैयबा समेत अन्य दक्षिण एशियाई आतंकवादी संगठन अमेरिकी हितों को हमलों के लिए अपने उचित लक्ष्य मानते हैं। 2008 के मुंबई हमलों के लिए जिम्मेदार संगठन लश्कर क्षेत्रीय स्थिरता के लिए एक गंभीर खतरा बना हुआ है। रिपोर्ट में इंगित किया गया है कि 2012 में दक्षिण एशिया में आतंकवादियों ने सघन आबादी वाले इलाकों में अभियान चलाए और क्षेत्र भर में तथा उससे इतर अपने नेटवर्क को विस्तार देने की कोशिश की।’’ रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि पाकिस्तान सांप्रदायिक हिंसा समेत आतंकवादी हमलों का खासा शिकार बना हुआ है। रिपोर्ट में कहा गया है, पाकिस्तानी सेना ने टीटीपी जैसे पाकिस्तान के अंदर हमले संचालित करने वाले समूहों के खिलाफ अभियान चलाएं, लेकिन लश्कर-ए-तैयबा जैसे अन्य समूह पाकिस्तान में संचालन जारी रखने में सक्षम हैं। अमेरिकी संसद को सौंपी रिपोर्ट में इंगित किया गया है कि पाकिस्तान अफगान तालिबान या एचक्यूएन को सीधे निशाना नहीं बनाता, लेकिन वह दोनों संगठनों को अफगान शांति प्रक्रिया में शामिल करने के प्रयास की हिमायत करता है।टिप्पणियां रिपोर्ट में बताया गया, हालांकि पिछले वर्षों के मुकाबले आतंकवादी हिंसा कम थी, भारत पाकिस्तान आधारित समूहों समेत आतंकवादी संगठनों के आतंकवाद से बेहद प्रभावित रहा, और उनके खतरों से रू-ब-रू रहा। रिपोर्ट में यह भी बताया गया, इसके जवाब में भारत सरकार ने आतंकवाद निरोधी अपनी क्षमताएं बढ़ाईं और अंतरराष्ट्रीय समुदायों एवं क्षेत्रीय साझेदारों के साथ अपने सहयोग तथा समन्वय को विस्तार दिया। रिपोर्ट में बताया गया, क्षेत्र में प्रभावशाली आतंकवाद निरोधी साझेदार, बांग्लादेश देशी और अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद के खिलाफ अपनी मुहिम जारी रखे हुए है। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि बांग्लादेश सरकार की जारी आतंकवाद निरोधी कोशिशों ने कई देशों में गतिविधियां संचालित करने वाले आतंकवादियों के लिए बांग्लादेश की सरजमीं से अपनी सरगर्मी चलाना ज्यादा मुश्किल कर दिया है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने अपनी रिपोर्ट में यह भी इंगित किया है कि बांग्लादेश और भारत ने आतंकवाद निरोधी सहयोग में सुधार और विस्तार किया है। रिपोर्ट कहती है, अल-कायदा, अफगान तालिबान, हक्कानी नेटवर्क, तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान और समानधर्मी समूह अफगानिस्तान या पाकिस्तान सरहद की दोनों तरफ से अपनी पनाहगाहों से अमेरिका, गठबंधन, अफगानिस्तान और पाकिस्तान के हितों के खिलाफ अभियान संचालित करना जारी रखे हुए हैं। रिपोर्ट में कहा गया है, ‘‘लश्कर-ए-तैयबा समेत अन्य दक्षिण एशियाई आतंकवादी संगठन अमेरिकी हितों को हमलों के लिए अपने उचित लक्ष्य मानते हैं। 2008 के मुंबई हमलों के लिए जिम्मेदार संगठन लश्कर क्षेत्रीय स्थिरता के लिए एक गंभीर खतरा बना हुआ है। रिपोर्ट में इंगित किया गया है कि 2012 में दक्षिण एशिया में आतंकवादियों ने सघन आबादी वाले इलाकों में अभियान चलाए और क्षेत्र भर में तथा उससे इतर अपने नेटवर्क को विस्तार देने की कोशिश की।’’ रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि पाकिस्तान सांप्रदायिक हिंसा समेत आतंकवादी हमलों का खासा शिकार बना हुआ है। रिपोर्ट में कहा गया है, पाकिस्तानी सेना ने टीटीपी जैसे पाकिस्तान के अंदर हमले संचालित करने वाले समूहों के खिलाफ अभियान चलाएं, लेकिन लश्कर-ए-तैयबा जैसे अन्य समूह पाकिस्तान में संचालन जारी रखने में सक्षम हैं। अमेरिकी संसद को सौंपी रिपोर्ट में इंगित किया गया है कि पाकिस्तान अफगान तालिबान या एचक्यूएन को सीधे निशाना नहीं बनाता, लेकिन वह दोनों संगठनों को अफगान शांति प्रक्रिया में शामिल करने के प्रयास की हिमायत करता है।टिप्पणियां रिपोर्ट में बताया गया, हालांकि पिछले वर्षों के मुकाबले आतंकवादी हिंसा कम थी, भारत पाकिस्तान आधारित समूहों समेत आतंकवादी संगठनों के आतंकवाद से बेहद प्रभावित रहा, और उनके खतरों से रू-ब-रू रहा। रिपोर्ट में यह भी बताया गया, इसके जवाब में भारत सरकार ने आतंकवाद निरोधी अपनी क्षमताएं बढ़ाईं और अंतरराष्ट्रीय समुदायों एवं क्षेत्रीय साझेदारों के साथ अपने सहयोग तथा समन्वय को विस्तार दिया। रिपोर्ट में बताया गया, क्षेत्र में प्रभावशाली आतंकवाद निरोधी साझेदार, बांग्लादेश देशी और अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद के खिलाफ अपनी मुहिम जारी रखे हुए है। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि बांग्लादेश सरकार की जारी आतंकवाद निरोधी कोशिशों ने कई देशों में गतिविधियां संचालित करने वाले आतंकवादियों के लिए बांग्लादेश की सरजमीं से अपनी सरगर्मी चलाना ज्यादा मुश्किल कर दिया है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने अपनी रिपोर्ट में यह भी इंगित किया है कि बांग्लादेश और भारत ने आतंकवाद निरोधी सहयोग में सुधार और विस्तार किया है। रिपोर्ट में कहा गया है, ‘‘लश्कर-ए-तैयबा समेत अन्य दक्षिण एशियाई आतंकवादी संगठन अमेरिकी हितों को हमलों के लिए अपने उचित लक्ष्य मानते हैं। 2008 के मुंबई हमलों के लिए जिम्मेदार संगठन लश्कर क्षेत्रीय स्थिरता के लिए एक गंभीर खतरा बना हुआ है। रिपोर्ट में इंगित किया गया है कि 2012 में दक्षिण एशिया में आतंकवादियों ने सघन आबादी वाले इलाकों में अभियान चलाए और क्षेत्र भर में तथा उससे इतर अपने नेटवर्क को विस्तार देने की कोशिश की।’’ रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि पाकिस्तान सांप्रदायिक हिंसा समेत आतंकवादी हमलों का खासा शिकार बना हुआ है। रिपोर्ट में कहा गया है, पाकिस्तानी सेना ने टीटीपी जैसे पाकिस्तान के अंदर हमले संचालित करने वाले समूहों के खिलाफ अभियान चलाएं, लेकिन लश्कर-ए-तैयबा जैसे अन्य समूह पाकिस्तान में संचालन जारी रखने में सक्षम हैं। अमेरिकी संसद को सौंपी रिपोर्ट में इंगित किया गया है कि पाकिस्तान अफगान तालिबान या एचक्यूएन को सीधे निशाना नहीं बनाता, लेकिन वह दोनों संगठनों को अफगान शांति प्रक्रिया में शामिल करने के प्रयास की हिमायत करता है।टिप्पणियां रिपोर्ट में बताया गया, हालांकि पिछले वर्षों के मुकाबले आतंकवादी हिंसा कम थी, भारत पाकिस्तान आधारित समूहों समेत आतंकवादी संगठनों के आतंकवाद से बेहद प्रभावित रहा, और उनके खतरों से रू-ब-रू रहा। रिपोर्ट में यह भी बताया गया, इसके जवाब में भारत सरकार ने आतंकवाद निरोधी अपनी क्षमताएं बढ़ाईं और अंतरराष्ट्रीय समुदायों एवं क्षेत्रीय साझेदारों के साथ अपने सहयोग तथा समन्वय को विस्तार दिया। रिपोर्ट में बताया गया, क्षेत्र में प्रभावशाली आतंकवाद निरोधी साझेदार, बांग्लादेश देशी और अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद के खिलाफ अपनी मुहिम जारी रखे हुए है। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि बांग्लादेश सरकार की जारी आतंकवाद निरोधी कोशिशों ने कई देशों में गतिविधियां संचालित करने वाले आतंकवादियों के लिए बांग्लादेश की सरजमीं से अपनी सरगर्मी चलाना ज्यादा मुश्किल कर दिया है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने अपनी रिपोर्ट में यह भी इंगित किया है कि बांग्लादेश और भारत ने आतंकवाद निरोधी सहयोग में सुधार और विस्तार किया है। रिपोर्ट में कहा गया है, पाकिस्तानी सेना ने टीटीपी जैसे पाकिस्तान के अंदर हमले संचालित करने वाले समूहों के खिलाफ अभियान चलाएं, लेकिन लश्कर-ए-तैयबा जैसे अन्य समूह पाकिस्तान में संचालन जारी रखने में सक्षम हैं। अमेरिकी संसद को सौंपी रिपोर्ट में इंगित किया गया है कि पाकिस्तान अफगान तालिबान या एचक्यूएन को सीधे निशाना नहीं बनाता, लेकिन वह दोनों संगठनों को अफगान शांति प्रक्रिया में शामिल करने के प्रयास की हिमायत करता है।टिप्पणियां रिपोर्ट में बताया गया, हालांकि पिछले वर्षों के मुकाबले आतंकवादी हिंसा कम थी, भारत पाकिस्तान आधारित समूहों समेत आतंकवादी संगठनों के आतंकवाद से बेहद प्रभावित रहा, और उनके खतरों से रू-ब-रू रहा। रिपोर्ट में यह भी बताया गया, इसके जवाब में भारत सरकार ने आतंकवाद निरोधी अपनी क्षमताएं बढ़ाईं और अंतरराष्ट्रीय समुदायों एवं क्षेत्रीय साझेदारों के साथ अपने सहयोग तथा समन्वय को विस्तार दिया। रिपोर्ट में बताया गया, क्षेत्र में प्रभावशाली आतंकवाद निरोधी साझेदार, बांग्लादेश देशी और अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद के खिलाफ अपनी मुहिम जारी रखे हुए है। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि बांग्लादेश सरकार की जारी आतंकवाद निरोधी कोशिशों ने कई देशों में गतिविधियां संचालित करने वाले आतंकवादियों के लिए बांग्लादेश की सरजमीं से अपनी सरगर्मी चलाना ज्यादा मुश्किल कर दिया है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने अपनी रिपोर्ट में यह भी इंगित किया है कि बांग्लादेश और भारत ने आतंकवाद निरोधी सहयोग में सुधार और विस्तार किया है। रिपोर्ट में बताया गया, हालांकि पिछले वर्षों के मुकाबले आतंकवादी हिंसा कम थी, भारत पाकिस्तान आधारित समूहों समेत आतंकवादी संगठनों के आतंकवाद से बेहद प्रभावित रहा, और उनके खतरों से रू-ब-रू रहा। रिपोर्ट में यह भी बताया गया, इसके जवाब में भारत सरकार ने आतंकवाद निरोधी अपनी क्षमताएं बढ़ाईं और अंतरराष्ट्रीय समुदायों एवं क्षेत्रीय साझेदारों के साथ अपने सहयोग तथा समन्वय को विस्तार दिया। रिपोर्ट में बताया गया, क्षेत्र में प्रभावशाली आतंकवाद निरोधी साझेदार, बांग्लादेश देशी और अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद के खिलाफ अपनी मुहिम जारी रखे हुए है। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि बांग्लादेश सरकार की जारी आतंकवाद निरोधी कोशिशों ने कई देशों में गतिविधियां संचालित करने वाले आतंकवादियों के लिए बांग्लादेश की सरजमीं से अपनी सरगर्मी चलाना ज्यादा मुश्किल कर दिया है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने अपनी रिपोर्ट में यह भी इंगित किया है कि बांग्लादेश और भारत ने आतंकवाद निरोधी सहयोग में सुधार और विस्तार किया है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने अपनी रिपोर्ट में यह भी इंगित किया है कि बांग्लादेश और भारत ने आतंकवाद निरोधी सहयोग में सुधार और विस्तार किया है।
भारत ने रूस के साथ अकुला स्तर की दूसरी परमाणु शक्ति संपन्न पनडुब्बी का समझौता किया
रूसी नौसेना ने भारत के साथ गोवा में समझौता कर लिया है इस डील को गोवा में सार्वजनिक नहीं किया गया था वीडोमोस्टी के स्तम्भकार एलेक्जी निकोल्स्की ने किया खुलासा
रूस की पत्रिका वीडोमोस्टी ने यह पुष्टि की है कि भारत और रूस ने भारतीय नौसेना के लिए अकुला-2 क्लास की परमाणु शक्ति संपन्न पनडुब्बी के लिए समझौता किया है.टिप्पणियां इस डील को गोवा में सार्वजनिक नहीं किया गया था, वहीं पर इस डील के संबंध में समझौते पर हस्ताक्षर हुए हैं. वीडोमोस्टी के स्तम्भकार एलेक्जी निकोल्स्की ने लिखा है कि, रूस के रक्षा उद्योग के सूत्रों के अनुसार, मल्टी परपस प्रोजेक्ट 971 परमाणु पनडुब्बी की लीज देने के लिए रूसी नौसेना ने भारत के साथ गोवा में समझौता कर लिया है. वर्ष 2011 से भारत रूस की परमाणु शक्ति संपन्न अकुला-2 पनडुब्बी का प्रयोग कर रहा है. 10 साल की लीज पर आई इस पनडुब्बी का कार्यकाल समाप्ति की ओर जा रहा है ऐसे में भारत को दूसरी इस स्तर की पनडुब्बी की जरूरत थी. इस डील को गोवा में सार्वजनिक नहीं किया गया था, वहीं पर इस डील के संबंध में समझौते पर हस्ताक्षर हुए हैं. वीडोमोस्टी के स्तम्भकार एलेक्जी निकोल्स्की ने लिखा है कि, रूस के रक्षा उद्योग के सूत्रों के अनुसार, मल्टी परपस प्रोजेक्ट 971 परमाणु पनडुब्बी की लीज देने के लिए रूसी नौसेना ने भारत के साथ गोवा में समझौता कर लिया है. वर्ष 2011 से भारत रूस की परमाणु शक्ति संपन्न अकुला-2 पनडुब्बी का प्रयोग कर रहा है. 10 साल की लीज पर आई इस पनडुब्बी का कार्यकाल समाप्ति की ओर जा रहा है ऐसे में भारत को दूसरी इस स्तर की पनडुब्बी की जरूरत थी. वर्ष 2011 से भारत रूस की परमाणु शक्ति संपन्न अकुला-2 पनडुब्बी का प्रयोग कर रहा है. 10 साल की लीज पर आई इस पनडुब्बी का कार्यकाल समाप्ति की ओर जा रहा है ऐसे में भारत को दूसरी इस स्तर की पनडुब्बी की जरूरत थी.
महाराष्ट्र के सियासी संग्राम के बीच शिवसेना का नया ट्वीट, 'जो लोग कुछ भी नहीं करते हैं, वो...'
महाराष्ट्र में जारी है सियासी गतिरोध शिवसेना-बीजेपी के बीच नहीं बन पाई है बात इस बीच संजय राउत ने नया ट्वीट किया है
महाराष्‍ट्र में सरकार गठन को लेकर बीजेपी और शिवसेना के बीच रस्साकसी जारी है. एक तरफ, बीजेपी ने शिवसेना के साथ सरकार बनाने पर जोर देते हुए बातचीत के लिए 24 घंटे दरवाजे खुले होने का दावा किया और गेंद शिवसेना के पाले में डाल दी है. तो अब दूसरी तरफ, शिवसेना की तरफ से एक नया ट्वीट आया है, जिसके कई मायने निकाले जा रहे हैं. महाराष्ट्र में जारी गतिरोध के बीच शिवसेना नेता संजय राउत ने बुधवार की सुबह ट्वीट किया, ''जो लोग कुछ भी नहीं करते हैं, वो कमाल करते हैं...'' बता दें कि एक दिन पहले ही संजय राउत ने कहा था कि, 'मु्ख्यमंत्री शिवसेना का ही होगा...महाराष्ट्र की राजनीति बदल रही है....आप खुद देखेंगे.' राउत ने कहा, 'जिसे आप हंगाम कह रहे हैं वो हंगामा नहीं है बल्कि न्याय और अधिकारों की लड़ाई है. जीत हमारी होगी.'  pic.twitter.com/UPcW4gxuhe आपको बता दें कि महाराष्ट्र में सरकार गठन पर जारी गतिरोध के बीच एक दिन पहले ही शिवसेना नेता किशोर तिवारी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत को पत्र भी लिखा था. पत्र में उन्होंने कहा है कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को बीजेपी और शिवसेना के बीच चल रहे सत्ता संघर्ष को सुलझाने की जिम्मेदारी सौंपनी चाहिए.  भागवत को लिखे पत्र में तिवारी ने कहा कि RSS प्रमुख को इस स्थिति का गंभीरता से संज्ञान लेना चाहिए और महाराष्ट्र में सरकार गठन में गतिरोध दूर करने के लिए हस्तक्षेप करना चाहिए, उन्होंने कहा कि लोग इस मुद्दे पर संघ की 'चुप्पी' से चिंतित हैं. गौरतलब है कि महाराष्ट्र की सियासी स्थिति पर बीते कई दिनों से शिवसेना के मुखपत्र 'सामना' में संपादकीय छप रहा था. हालांकि आज का संपादीय चक्रवाती तूफान पर है.
रियो ओलिंपिक : कोच ने कहा कि खेलगांव पहुंचने के बाद फूट फूटकर रोई दीपा कर्मकार
दीपा को संभालना मुश्किल हो गया था बिश्वेश्वर नंदी के लिये भी खुद को रोक पाना मुश्किल हो गया था. दोनों खेलगांव में एक दूसरे को ढांढस बंधाते रहे
रियो ओलिंपिक की जिम्नास्टिक स्पर्धा में चौथे स्थान पर रहने के बाद दीपा कर्मकार भले ही मुस्कुराती हुई नजर आई लेकिन उसकी इस मुस्कान के पीछे अपार दर्द छिपा था और खेलगांव लौटने के बाद वह अपने जज्बात पर काबू नहीं रख सकी. खेलगांव पहुंचने के बाद दीपा फूट-फूटकर रोई. उसके कोच और पितृतुल्य बिश्वेश्वर नंदी के लिये भी खुद को रोक पाना मुश्किल हो गया था. कोच नंदी ने कहा, ''खेलगांव आने के बाद दीपा को संभालना मुश्किल हो गया था. मामूली अंतर से कांस्य से चूकना हमारे लिये जिंदगी के सबसे बड़े खेद में से रहेगा.'' दीपा और उसके कोच पूरी शाम खेलगांव में एक दूसरे को ढांढस बंधाते रहे. कोच ने कहा, ''हर कोई खुश था लेकिन हमारी तो दुनिया ही मानो उजड़ गई और वह भी इतने मामूली अंतर से. यह सबसे खराब स्वतंत्रता दिवस रहा. मैं धरती पर सबसे दुखी कोच हूं. यह खेद ताउम्र रहेगा.'' महिलाओं के वोल्ट फाइनल में दीपा का स्कोर 15.066 था और वह स्विट्जरलैंड की जिउलिया स्टेनग्रबर से पीछे रही जिसने 15.216 के साथ कांस्य पदक जीता. रियो ओलिंपिक के लिये क्वालीफाई करने के बाद दीपा के पास तैयारी के लिये तीन महीने का ही समय था. कोच ने कहा,''हमने सिर्फ तीन महीने तैयारी की जबकि दूसरे जिम्नास्ट पूरे साल तैयारी करते हैं.'' यह पूछने पर कि क्या विदेश में अभ्‍यास या कोचों के बारे में विचार किया जा रहा है, नंदी ने कहा,''मैं विदेशी कोचों के खिलाफ हूं. यदि हम कर सकते हैं तो उनकी क्या जरूरत है. हमें फिट रहने और उसे टोक्‍यो ओलिंपिक 2020 तक फिट बनाये रखने के लिये उचित सुविधायें चाहिये.''टिप्पणियां उन्होंने भारतीय खेल प्राधिकरण की तमाम सुविधायें मुहैया कराने के लिये जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा,''हमें सर्वश्रेष्ठ सुविधायें मिलीं.''(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) कोच नंदी ने कहा, ''खेलगांव आने के बाद दीपा को संभालना मुश्किल हो गया था. मामूली अंतर से कांस्य से चूकना हमारे लिये जिंदगी के सबसे बड़े खेद में से रहेगा.'' दीपा और उसके कोच पूरी शाम खेलगांव में एक दूसरे को ढांढस बंधाते रहे. कोच ने कहा, ''हर कोई खुश था लेकिन हमारी तो दुनिया ही मानो उजड़ गई और वह भी इतने मामूली अंतर से. यह सबसे खराब स्वतंत्रता दिवस रहा. मैं धरती पर सबसे दुखी कोच हूं. यह खेद ताउम्र रहेगा.'' महिलाओं के वोल्ट फाइनल में दीपा का स्कोर 15.066 था और वह स्विट्जरलैंड की जिउलिया स्टेनग्रबर से पीछे रही जिसने 15.216 के साथ कांस्य पदक जीता. रियो ओलिंपिक के लिये क्वालीफाई करने के बाद दीपा के पास तैयारी के लिये तीन महीने का ही समय था. कोच ने कहा,''हमने सिर्फ तीन महीने तैयारी की जबकि दूसरे जिम्नास्ट पूरे साल तैयारी करते हैं.'' यह पूछने पर कि क्या विदेश में अभ्‍यास या कोचों के बारे में विचार किया जा रहा है, नंदी ने कहा,''मैं विदेशी कोचों के खिलाफ हूं. यदि हम कर सकते हैं तो उनकी क्या जरूरत है. हमें फिट रहने और उसे टोक्‍यो ओलिंपिक 2020 तक फिट बनाये रखने के लिये उचित सुविधायें चाहिये.''टिप्पणियां उन्होंने भारतीय खेल प्राधिकरण की तमाम सुविधायें मुहैया कराने के लिये जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा,''हमें सर्वश्रेष्ठ सुविधायें मिलीं.''(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) कोच ने कहा, ''हर कोई खुश था लेकिन हमारी तो दुनिया ही मानो उजड़ गई और वह भी इतने मामूली अंतर से. यह सबसे खराब स्वतंत्रता दिवस रहा. मैं धरती पर सबसे दुखी कोच हूं. यह खेद ताउम्र रहेगा.'' महिलाओं के वोल्ट फाइनल में दीपा का स्कोर 15.066 था और वह स्विट्जरलैंड की जिउलिया स्टेनग्रबर से पीछे रही जिसने 15.216 के साथ कांस्य पदक जीता. रियो ओलिंपिक के लिये क्वालीफाई करने के बाद दीपा के पास तैयारी के लिये तीन महीने का ही समय था. कोच ने कहा,''हमने सिर्फ तीन महीने तैयारी की जबकि दूसरे जिम्नास्ट पूरे साल तैयारी करते हैं.'' यह पूछने पर कि क्या विदेश में अभ्‍यास या कोचों के बारे में विचार किया जा रहा है, नंदी ने कहा,''मैं विदेशी कोचों के खिलाफ हूं. यदि हम कर सकते हैं तो उनकी क्या जरूरत है. हमें फिट रहने और उसे टोक्‍यो ओलिंपिक 2020 तक फिट बनाये रखने के लिये उचित सुविधायें चाहिये.''टिप्पणियां उन्होंने भारतीय खेल प्राधिकरण की तमाम सुविधायें मुहैया कराने के लिये जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा,''हमें सर्वश्रेष्ठ सुविधायें मिलीं.''(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) रियो ओलिंपिक के लिये क्वालीफाई करने के बाद दीपा के पास तैयारी के लिये तीन महीने का ही समय था. कोच ने कहा,''हमने सिर्फ तीन महीने तैयारी की जबकि दूसरे जिम्नास्ट पूरे साल तैयारी करते हैं.'' यह पूछने पर कि क्या विदेश में अभ्‍यास या कोचों के बारे में विचार किया जा रहा है, नंदी ने कहा,''मैं विदेशी कोचों के खिलाफ हूं. यदि हम कर सकते हैं तो उनकी क्या जरूरत है. हमें फिट रहने और उसे टोक्‍यो ओलिंपिक 2020 तक फिट बनाये रखने के लिये उचित सुविधायें चाहिये.''टिप्पणियां उन्होंने भारतीय खेल प्राधिकरण की तमाम सुविधायें मुहैया कराने के लिये जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा,''हमें सर्वश्रेष्ठ सुविधायें मिलीं.''(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) यह पूछने पर कि क्या विदेश में अभ्‍यास या कोचों के बारे में विचार किया जा रहा है, नंदी ने कहा,''मैं विदेशी कोचों के खिलाफ हूं. यदि हम कर सकते हैं तो उनकी क्या जरूरत है. हमें फिट रहने और उसे टोक्‍यो ओलिंपिक 2020 तक फिट बनाये रखने के लिये उचित सुविधायें चाहिये.''टिप्पणियां उन्होंने भारतीय खेल प्राधिकरण की तमाम सुविधायें मुहैया कराने के लिये जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा,''हमें सर्वश्रेष्ठ सुविधायें मिलीं.''(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) उन्होंने भारतीय खेल प्राधिकरण की तमाम सुविधायें मुहैया कराने के लिये जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा,''हमें सर्वश्रेष्ठ सुविधायें मिलीं.''(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
लश्कर के चार आतंकवादियों ने महिला को बंधक बनाया
जम्मू एवं कश्मीर के श्रीनगर शहर में शुक्रवार को लश्कर-ए-तैयबा के चार आतंकवादियों ने एक स्थानीय महिला को घर में बंधक बना लिया।
जम्मू एवं कश्मीर के श्रीनगर शहर में शुक्रवार को लश्कर-ए-तैयबा के चार आतंकवादियों ने एक स्थानीय महिला को घर में बंधक बना लिया। सुरक्षाबलों ने घर को चारों तरफ से घेर लिया है। एक पुलिस अधिकरी ने बताया कि यह घटना श्रीनगर से 87 किलोमीटर दूर उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के मैदानपोरा गांव में हुई। अधिकारी ने बताया कि ऐसा माना जा रहा है कि घर के भीतर लश्कर का एक शीर्ष कमांडर भी मौजूद है।
पूजा को इंसाफ दिलवाने के लिए परिजन बैठे आमरण अनशन पर
गुडगांव में छह जुलाई को अशोक विहार इलाके में हुई पूजा की मौत का मामला तूल पकड़ता जा रहा है।
गुडगांव में छह जुलाई को अशोक विहार इलाके में हुई पूजा की मौत का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। इस मामले में पुलिस ने दहेज़ हत्या का मामला तो दर्ज कर लिया लेकिन अभी तक किसी की गिरफ़्तारी नहीं हो पाई है। इससे पूजा के परिजन रोष में हैं और उन्होंने गुडगांव पुलिस के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। एक दिन पहले ही गुस्साए परिजनों ने पुलिस मुख्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया था और अब परिजनों ने आमरण अनशन शुरू कर दिया है।टिप्पणियां लघु सचिवालय के बाहर बैठे पूजा के परिजनों का आरोप है कि पुलिस प्रशासन जानबूझकर रवि शंकर और उसके परिवार वालों को गिरफ्तार नहीं कर रहा है। परिजनों का कहना है कि जब तक पूजा के हत्यारोपियों को गिरफ्तारी नहीं किया जाता तब तक वे अनशन पर बैठे रहेंगे। इस मामले में पुलिस ने दहेज़ हत्या का मामला तो दर्ज कर लिया लेकिन अभी तक किसी की गिरफ़्तारी नहीं हो पाई है। इससे पूजा के परिजन रोष में हैं और उन्होंने गुडगांव पुलिस के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। एक दिन पहले ही गुस्साए परिजनों ने पुलिस मुख्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया था और अब परिजनों ने आमरण अनशन शुरू कर दिया है।टिप्पणियां लघु सचिवालय के बाहर बैठे पूजा के परिजनों का आरोप है कि पुलिस प्रशासन जानबूझकर रवि शंकर और उसके परिवार वालों को गिरफ्तार नहीं कर रहा है। परिजनों का कहना है कि जब तक पूजा के हत्यारोपियों को गिरफ्तारी नहीं किया जाता तब तक वे अनशन पर बैठे रहेंगे। लघु सचिवालय के बाहर बैठे पूजा के परिजनों का आरोप है कि पुलिस प्रशासन जानबूझकर रवि शंकर और उसके परिवार वालों को गिरफ्तार नहीं कर रहा है। परिजनों का कहना है कि जब तक पूजा के हत्यारोपियों को गिरफ्तारी नहीं किया जाता तब तक वे अनशन पर बैठे रहेंगे। परिजनों का कहना है कि जब तक पूजा के हत्यारोपियों को गिरफ्तारी नहीं किया जाता तब तक वे अनशन पर बैठे रहेंगे।
राष्ट्रीय चैंपियनशिप में मैरीकाम ने जीता स्वर्ण पदक
मणिपुर की मैरीकाम ने तात्या टोपे स्टेडियम में फ्लाईवेट वर्ग के फाइनल में हरियाणा की मुक्केबाज पिंकी को मात दी।
पांच बार की विश्व चैंपियन मुक्केबाज एमसी मैरीकाम ने 12वीं महिला राष्ट्रीय मुक्केबाजी चैंपियनशिप के अंतिम दिन रविवार को भोपाल में 51 किग्रा वर्ग के खिताबी मुकाबले में पिंकी जंगरा को हराकर स्वर्ण पदक पर कब्जा किया। मणिपुर की मैरीकाम ने तात्या टोपे स्टेडियम में फ्लाईवेट वर्ग के फाइनल में हरियाणा की मुक्केबाज पिंकी को मात दी। इस जीत के साथ मैरीकाम ने वर्ष 2009 राष्ट्रीय चैंपियनशिप में पिंकी के हाथों मिली हार का बदला भी चुकता कर लिया। पहला राउंड 1-1 से बराबर रहने के बाद मैरीकाम ने शानदार खेल का प्रदर्शन करते हुए दूसरा और तीसरा राउंड क्रमश: 3-2 और 4-3 से जीता। अंतिम दौर में भी मणिपुर की इस मुक्केबाज का बेहतरीन प्रदर्शन जारी रहा। मैरीकाम ने फाइनल बाउट कुल 13-9 के स्कोर से जीती। उधर, युवा विश्व चैंपियन मणिपुर की सरजूबाला देवी ने लाइट फ्लाईवेट वर्ग में राष्ट्रीय खिताब जीता। फीदरवेट वर्ग में असम की पविलाओ बासुमातरी को मंदाकिनी चान के हाथों हारकर रजत पदक से संतोष करना पड़ा। लाइटवेट वर्ग में हरियाणा की नीतू चाहल ने स्वर्ण पदक जीता जबकि मिडलवेट वर्ग का खिताब दिल्ली की कविता गोयत के नाम रहा।
प्रवासी निवेशक एफडीआई योजना के तहत अब शेयर खरीद सकेंगे
भारतीय रिजर्व बैंक ने प्रवासी निवेशकों को पंजीकृत शेयर बाजारों में एफडीआई योजना के तहत कुछ शर्तों के साथ भारतीय इकाइयों के शेयरों की खरीद की अनुमति दे दी है।
भारतीय रिजर्व बैंक ने प्रवासी निवेशकों को पंजीकृत शेयर बाजारों में एफडीआई योजना के तहत कुछ शर्तों के साथ भारतीय इकाइयों के शेयरों की खरीद की अनुमति दे दी है।टिप्पणियां अभी तक एफआईआई, क्यूएफआई तथा एनआरआई को फेमा नियमों के अनुपालन के तहत पंजीकृत शेयर बाजारों में शेयरों की खरीद की अनुमति है, लेकिन प्रवासी निवेशकों को एफडीआई योजना के तहत शेयरों की खरीद की अनुमति नहीं थी। रिजर्व बैंक की अधिसूचना में कहा गया है, यह फैसला किया गया है कि एनआरआई सहित प्रवासी सूचीबद्ध घरेलू कंपनी में पंजीकृत ब्रोकर के जरिये एफडीआई योजना के तहत शेयर खरीद सकेंगे। अभी तक एफआईआई, क्यूएफआई तथा एनआरआई को फेमा नियमों के अनुपालन के तहत पंजीकृत शेयर बाजारों में शेयरों की खरीद की अनुमति है, लेकिन प्रवासी निवेशकों को एफडीआई योजना के तहत शेयरों की खरीद की अनुमति नहीं थी। रिजर्व बैंक की अधिसूचना में कहा गया है, यह फैसला किया गया है कि एनआरआई सहित प्रवासी सूचीबद्ध घरेलू कंपनी में पंजीकृत ब्रोकर के जरिये एफडीआई योजना के तहत शेयर खरीद सकेंगे। रिजर्व बैंक की अधिसूचना में कहा गया है, यह फैसला किया गया है कि एनआरआई सहित प्रवासी सूचीबद्ध घरेलू कंपनी में पंजीकृत ब्रोकर के जरिये एफडीआई योजना के तहत शेयर खरीद सकेंगे।
गुजरात के कच्छ में आतंकियों की घुसपैठ की आशंका, सुरक्षा बल सतर्क
कश्मीर में तालिबानी आतंकियों को घुसपैठ कराने की साजिश का खुलासा श्रीनगर, जम्मू, और लेह एयरपोर्टों की सुरक्षा के लिए हाई अलर्ट जारी कश्मीर में सुरक्षा बल घर-घर तलाशी अभियान भी चलाएंगे
ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन सिक्योरिटी ने भी जम्मू कश्मीर के सभी एयरपोर्ट, जिसमें श्रीनगर, जम्मू, और लेह शामिल हैं, पर आतंकी हमले को लेकर हाई अलर्ट जारी किया है. भारत-पाकिस्तान सीमा से सटे सभी एयरपोर्टों की सुरक्षा बढ़ाने को लेकर हाई अलर्ट जारी किया गया है. इन एयरपोर्टों पर आतंकी हमले का खतरा है.
अब कैंसर का पांच गुना सस्ता इलाज होगा मुमकिन
भाभा एटॉमिक रिसर्च सेंटर की खोज से एटम से कैंसर का इलाज अब मुमकिन हो सकेगा।
भाभा एटॉमिक रिसर्च सेंटर की खोज से एटम से कैंसर का इलाज अब मुमकिन हो सकेगा।टिप्पणियां इस लेज़र तकनीक से तेज़ और पांच गुना सस्ता इलाज अब देश में ही किया जा सकेगा। छह से आठ महीने में इसके ज़रिये इलाज करना शुरू हो जाएगा और इससे कैंसर के इलाज का ख़र्चा काफ़ी कम हो जाएगा। इस लेज़र तकनीक से तेज़ और पांच गुना सस्ता इलाज अब देश में ही किया जा सकेगा। छह से आठ महीने में इसके ज़रिये इलाज करना शुरू हो जाएगा और इससे कैंसर के इलाज का ख़र्चा काफ़ी कम हो जाएगा। छह से आठ महीने में इसके ज़रिये इलाज करना शुरू हो जाएगा और इससे कैंसर के इलाज का ख़र्चा काफ़ी कम हो जाएगा।
दिल्ली : बीफ के शक में दो लोगों को पीट-पीटकर अधमरा किया
ईद उल अज़हा की कुर्बानी के बाद बचे कचरे को गाड़ी में लेकर फेंकने जा रहे थे एक कार में बैठे लोग गोमांस बताकर मारपीट करने लगे सांप्रदायिक तनाव की आशंका देखते हुए मौके पर बड़ी संख्या में पुलिसबल पहुंचा
दिल्ली के कंझावला इलाके में बीफ के शक में दो लोगों की जमकर पिटाई हुई. दोनों घायल गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती हैं. घटना बुधवार की है. पुलिस के मुताबिक, 28 साल का अब्दुल खालिद और 40 साल का अली हसन बुधवार दोपहर ईद उल अज़हा की कुर्बानी के बाद बचे कचरे को गाड़ी में लेकर फेंकने जा रहे थे, तभी रानी खेड़ा के पास उन्हें एक कार ने ओवरटेक कर रोक लिया और गोमांस बताकर मारपीट करने लगे. पीड़ितों के मुताबिक, देखते ही देखते कारों में दो दर्जन लोग आ गए और उन्हें लोहे की रॉड और लाठी डंडों पीटने लगे. अली हसन और अब्दुल खालिद ने कहा भी कि यह गोमांस नहीं है, लेकिन किसी ने एक नहीं सुनी और पीटते-पीटते दोनों को अधमरा कर दिया. अली हसन के साथ एक 14 साल का लड़का भी था, जिसने भागकर अली हसन और अब्दुल खालिद के घरवालों को जानकारी दी.टिप्पणियां सांप्रदायिक तनाव की आशंका को देखते हुए मौके पर बड़ी संख्या में पुलिसबल पहुंचा और दोनों घायलों को संजय गांधी अस्पताल में भर्ती कराया. दोनों को गंभीर चोटें आई हैं. इस मामले में पुलिस ने नवीन, राजू, देवेश और अभिषेक नाम के चार लड़कों को गिरफ्तार कर लिया है. बाहरी दिल्ली के डीसीपी विक्रमजीत सिंह के मुताबिक, बाकी आरोपियों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार करने की कोशिश की जा रही है. पीड़ितों के मुताबिक, देखते ही देखते कारों में दो दर्जन लोग आ गए और उन्हें लोहे की रॉड और लाठी डंडों पीटने लगे. अली हसन और अब्दुल खालिद ने कहा भी कि यह गोमांस नहीं है, लेकिन किसी ने एक नहीं सुनी और पीटते-पीटते दोनों को अधमरा कर दिया. अली हसन के साथ एक 14 साल का लड़का भी था, जिसने भागकर अली हसन और अब्दुल खालिद के घरवालों को जानकारी दी.टिप्पणियां सांप्रदायिक तनाव की आशंका को देखते हुए मौके पर बड़ी संख्या में पुलिसबल पहुंचा और दोनों घायलों को संजय गांधी अस्पताल में भर्ती कराया. दोनों को गंभीर चोटें आई हैं. इस मामले में पुलिस ने नवीन, राजू, देवेश और अभिषेक नाम के चार लड़कों को गिरफ्तार कर लिया है. बाहरी दिल्ली के डीसीपी विक्रमजीत सिंह के मुताबिक, बाकी आरोपियों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार करने की कोशिश की जा रही है. सांप्रदायिक तनाव की आशंका को देखते हुए मौके पर बड़ी संख्या में पुलिसबल पहुंचा और दोनों घायलों को संजय गांधी अस्पताल में भर्ती कराया. दोनों को गंभीर चोटें आई हैं. इस मामले में पुलिस ने नवीन, राजू, देवेश और अभिषेक नाम के चार लड़कों को गिरफ्तार कर लिया है. बाहरी दिल्ली के डीसीपी विक्रमजीत सिंह के मुताबिक, बाकी आरोपियों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार करने की कोशिश की जा रही है. बाहरी दिल्ली के डीसीपी विक्रमजीत सिंह के मुताबिक, बाकी आरोपियों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार करने की कोशिश की जा रही है.
Kumkum Bhagya Written Update: प्रज्ञा, अभी को डिनर के लिए करेगी इनवाइट, इस तरह होगी मुलाकात
'कुमकुम भाग्य' में जानिए आज क्या होगा? अभी को डिनर पर बुलाएगी प्रज्ञा सीरियल में आएगा नया तूफान
Kumkum Bhagya Written Update: जी टीवी के नंबर वन शो 'कुमकुम भाग्य (Kumkum Bhagya)' में अभी और प्रज्ञा का इंतजार बस खत्म होने ही वाला है. सीरियल 'कुमकुम भाग्य (Kumkum Bhagya)' के पिछले एपिसोड में दिखाया गया कि विक्रम, अभी (Shabir Ahluwalia) को बताता है कि प्राची (Mugdha Chapekar) की मां ने उसे मिस्टर मेहरा समझकर डांट दिया था. विक्रम, अभी से कहता है अब उसे प्राची की मां से मिलकर उनकी गलतफहमी दूर कर देनी चाहिए. सरिता, प्रज्ञा से असली मिस्टर मेहरा के घर जाकर जाने के लिए कहती है लेकिन वो मना कर देती है. इस तरह 'कुमकुम भाग्य' का आज का एपिसोड भी काफी दिलचस्प रहने वाला है. सीरियल 'कुमकुम भाग्य (Kumkum Bhagya)' के पिछले एपिसोड में दिखाया गया कि दिशा, पूरब की कार में लिफ्ट लेने से मना कर देती है, जिसके बाद पूरब, दिशा का पिछा करने लगता है. इसी दौरान बिजली कड़कने लगती है, ऋतिक, दिशा से कहता है कि उसे पूरब से लिफ्ट ले लेनी चाहिए. प्राची, प्रज्ञा को बताती है कि वो फैशन शो में हिस्सा ले रही है. प्रज्ञा, प्राची के इस फैसले का सपोर्ट करती है, जिसे देखकर प्राची हैरान रह जाती है.  सृति झा (Sriti Jha) और शब्बीर आहलुवालिया (Shabir Ahluwalia) स्टारर सीरियल 'कुमकुम भाग्य (Kumkum Bhagya)' के अपकमिंग एपिसोड में दिखाया जाएगा कि सरिता, प्रज्ञा से मिस्टर मेहरा को डिनर के लिए इनवाइट करने को कहेगी. जिस पर प्रज्ञा उससे कहेगी कि वो मिस्टर मेहरा को उसके परिवार के साथ खाने पर बुलाएगी, इसी बहाने वो रिया से भी मिल सकेगी. सरिता ये सोचकर खुश होगी कि अब आखिर डिनर के बहाने ही सही प्रज्ञा और मिस्टर मेहरा की मुलाकात हो जाएगी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रेलवे की रूपरेखा के लिये कर्मचारियों के साथ करेंगे विचार-विमर्श
पीएम मोदी 25 से 27 नवंबर को होने वाले रेल विकास शिविर में शामिल होंगे रेलवे ने तीन दिन तक चलने वाले कार्यक्रम के लिये आठ विचारों को छांटा है रेलवे किराये के अलावा अन्य स्रोत से राजस्व जुटाने पर जोर दे रहा है
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रेलवे की रूपरेखा के लिये करीब 400 रेल कर्मचारियों से व्यक्तिगत तौर पर और करीब 20,000 कर्मचारियों से वीडियो कांफ्रेन्सिंग के जरिये बातचीत करेंगे. इसका मकसद तेजी से बदलते परिदृश्य में जरूरतों को पूरा करने के लिये रेलवे को तैयार करने के इरादे से नये विचारों के साथ खाका तैयार करना है. रेलवे में इस तरह के पहले कार्यक्रम में मोदी 25 से 27 नवंबर को होने वाले रेल विकास शिविर में शामिल होंगे और कर्मचारियों के साथ गहन विचार-विमर्श करेंगे. विचार सृजन सम्मेलन से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘इस बैठक का मकसद संगठन के भीतर से अनूठे और व्यवहारिक विचार सृजित करना है जो रेलवे को वाणिज्यिक एवं सामाजिक उद्देश्य पूरा करने में मदद करेगा और यह वैश्विक स्तर का संगठन बनेगा.’ उसने कहा कि ये विचार रेलवे के लिये रूपरेखा का आधार बनेंगे और प्रधानमंत्री स्वयं इसकी निगरानी करेंगे. रेलवे ने तीन दिन तक चलने वाले कार्यक्रम के लिये आठ विचारों को छांटा है. इसमें यात्रियों के लिये प्रत्येक रेल यात्रा को सुखद अनुभव बनाना और रेलवे को तरजीही माल ढुलाई का जरिया सुनिश्चित करने के उपाय शामिल हैं. चूंकि माल ढुलाई और यात्री सेवा से कमाई उत्साहजनक नहीं है, ऐसे में रेलवे बड़े पैमाने पर किराया के अलावा अन्य स्रोत से राजस्व जुटाने पर जोर दे रहा है. अधिकारी ने कहा कि किराया के अलावा अन्य बातों पर भी सम्मेलन में गौर किया जाएगा. इसका मकसद विज्ञापन और रीयल एस्टेट विकास के जरिये किराया के अलावा अन्य स्रोतों से कमाई में उल्लेखनीय सुधार लाना है. इसके अलावा आधुनिक प्रौद्योगिकी का उपयोग कर दुर्घटनामुक्त तथा रेल ढांचागत सुविधा का आधुनिकीकरण भी सम्मेलन के विषय में शामिल होंगे.टिप्पणियां रेलवे के सभी क्षेत्र एवं संभाग को प्रधानमंत्री के साथ तीन दिवसीय परिचर्चा के लिये तैयार रहने को कहा गया है. महाप्रबंधक की अगुवाई में प्रत्येक क्षेत्र (जोन) रेल विकास शिविर के लिये 10 से 15 नये अनूठे विचार तैयार करेंगे और उन्हें प्रस्तुत करेंगे.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) इसका मकसद तेजी से बदलते परिदृश्य में जरूरतों को पूरा करने के लिये रेलवे को तैयार करने के इरादे से नये विचारों के साथ खाका तैयार करना है. रेलवे में इस तरह के पहले कार्यक्रम में मोदी 25 से 27 नवंबर को होने वाले रेल विकास शिविर में शामिल होंगे और कर्मचारियों के साथ गहन विचार-विमर्श करेंगे. विचार सृजन सम्मेलन से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘इस बैठक का मकसद संगठन के भीतर से अनूठे और व्यवहारिक विचार सृजित करना है जो रेलवे को वाणिज्यिक एवं सामाजिक उद्देश्य पूरा करने में मदद करेगा और यह वैश्विक स्तर का संगठन बनेगा.’ उसने कहा कि ये विचार रेलवे के लिये रूपरेखा का आधार बनेंगे और प्रधानमंत्री स्वयं इसकी निगरानी करेंगे. रेलवे ने तीन दिन तक चलने वाले कार्यक्रम के लिये आठ विचारों को छांटा है. इसमें यात्रियों के लिये प्रत्येक रेल यात्रा को सुखद अनुभव बनाना और रेलवे को तरजीही माल ढुलाई का जरिया सुनिश्चित करने के उपाय शामिल हैं. चूंकि माल ढुलाई और यात्री सेवा से कमाई उत्साहजनक नहीं है, ऐसे में रेलवे बड़े पैमाने पर किराया के अलावा अन्य स्रोत से राजस्व जुटाने पर जोर दे रहा है. अधिकारी ने कहा कि किराया के अलावा अन्य बातों पर भी सम्मेलन में गौर किया जाएगा. इसका मकसद विज्ञापन और रीयल एस्टेट विकास के जरिये किराया के अलावा अन्य स्रोतों से कमाई में उल्लेखनीय सुधार लाना है. इसके अलावा आधुनिक प्रौद्योगिकी का उपयोग कर दुर्घटनामुक्त तथा रेल ढांचागत सुविधा का आधुनिकीकरण भी सम्मेलन के विषय में शामिल होंगे.टिप्पणियां रेलवे के सभी क्षेत्र एवं संभाग को प्रधानमंत्री के साथ तीन दिवसीय परिचर्चा के लिये तैयार रहने को कहा गया है. महाप्रबंधक की अगुवाई में प्रत्येक क्षेत्र (जोन) रेल विकास शिविर के लिये 10 से 15 नये अनूठे विचार तैयार करेंगे और उन्हें प्रस्तुत करेंगे.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) विचार सृजन सम्मेलन से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘इस बैठक का मकसद संगठन के भीतर से अनूठे और व्यवहारिक विचार सृजित करना है जो रेलवे को वाणिज्यिक एवं सामाजिक उद्देश्य पूरा करने में मदद करेगा और यह वैश्विक स्तर का संगठन बनेगा.’ उसने कहा कि ये विचार रेलवे के लिये रूपरेखा का आधार बनेंगे और प्रधानमंत्री स्वयं इसकी निगरानी करेंगे. रेलवे ने तीन दिन तक चलने वाले कार्यक्रम के लिये आठ विचारों को छांटा है. इसमें यात्रियों के लिये प्रत्येक रेल यात्रा को सुखद अनुभव बनाना और रेलवे को तरजीही माल ढुलाई का जरिया सुनिश्चित करने के उपाय शामिल हैं. चूंकि माल ढुलाई और यात्री सेवा से कमाई उत्साहजनक नहीं है, ऐसे में रेलवे बड़े पैमाने पर किराया के अलावा अन्य स्रोत से राजस्व जुटाने पर जोर दे रहा है. अधिकारी ने कहा कि किराया के अलावा अन्य बातों पर भी सम्मेलन में गौर किया जाएगा. इसका मकसद विज्ञापन और रीयल एस्टेट विकास के जरिये किराया के अलावा अन्य स्रोतों से कमाई में उल्लेखनीय सुधार लाना है. इसके अलावा आधुनिक प्रौद्योगिकी का उपयोग कर दुर्घटनामुक्त तथा रेल ढांचागत सुविधा का आधुनिकीकरण भी सम्मेलन के विषय में शामिल होंगे.टिप्पणियां रेलवे के सभी क्षेत्र एवं संभाग को प्रधानमंत्री के साथ तीन दिवसीय परिचर्चा के लिये तैयार रहने को कहा गया है. महाप्रबंधक की अगुवाई में प्रत्येक क्षेत्र (जोन) रेल विकास शिविर के लिये 10 से 15 नये अनूठे विचार तैयार करेंगे और उन्हें प्रस्तुत करेंगे.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) रेलवे ने तीन दिन तक चलने वाले कार्यक्रम के लिये आठ विचारों को छांटा है. इसमें यात्रियों के लिये प्रत्येक रेल यात्रा को सुखद अनुभव बनाना और रेलवे को तरजीही माल ढुलाई का जरिया सुनिश्चित करने के उपाय शामिल हैं. चूंकि माल ढुलाई और यात्री सेवा से कमाई उत्साहजनक नहीं है, ऐसे में रेलवे बड़े पैमाने पर किराया के अलावा अन्य स्रोत से राजस्व जुटाने पर जोर दे रहा है. अधिकारी ने कहा कि किराया के अलावा अन्य बातों पर भी सम्मेलन में गौर किया जाएगा. इसका मकसद विज्ञापन और रीयल एस्टेट विकास के जरिये किराया के अलावा अन्य स्रोतों से कमाई में उल्लेखनीय सुधार लाना है. इसके अलावा आधुनिक प्रौद्योगिकी का उपयोग कर दुर्घटनामुक्त तथा रेल ढांचागत सुविधा का आधुनिकीकरण भी सम्मेलन के विषय में शामिल होंगे.टिप्पणियां रेलवे के सभी क्षेत्र एवं संभाग को प्रधानमंत्री के साथ तीन दिवसीय परिचर्चा के लिये तैयार रहने को कहा गया है. महाप्रबंधक की अगुवाई में प्रत्येक क्षेत्र (जोन) रेल विकास शिविर के लिये 10 से 15 नये अनूठे विचार तैयार करेंगे और उन्हें प्रस्तुत करेंगे.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) अधिकारी ने कहा कि किराया के अलावा अन्य बातों पर भी सम्मेलन में गौर किया जाएगा. इसका मकसद विज्ञापन और रीयल एस्टेट विकास के जरिये किराया के अलावा अन्य स्रोतों से कमाई में उल्लेखनीय सुधार लाना है. इसके अलावा आधुनिक प्रौद्योगिकी का उपयोग कर दुर्घटनामुक्त तथा रेल ढांचागत सुविधा का आधुनिकीकरण भी सम्मेलन के विषय में शामिल होंगे.टिप्पणियां रेलवे के सभी क्षेत्र एवं संभाग को प्रधानमंत्री के साथ तीन दिवसीय परिचर्चा के लिये तैयार रहने को कहा गया है. महाप्रबंधक की अगुवाई में प्रत्येक क्षेत्र (जोन) रेल विकास शिविर के लिये 10 से 15 नये अनूठे विचार तैयार करेंगे और उन्हें प्रस्तुत करेंगे.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) रेलवे के सभी क्षेत्र एवं संभाग को प्रधानमंत्री के साथ तीन दिवसीय परिचर्चा के लिये तैयार रहने को कहा गया है. महाप्रबंधक की अगुवाई में प्रत्येक क्षेत्र (जोन) रेल विकास शिविर के लिये 10 से 15 नये अनूठे विचार तैयार करेंगे और उन्हें प्रस्तुत करेंगे.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
शूटिंग के वक्त सिर्फ काम करती हैं जेनेलिया
रितेश ने कहा, फिल्म 'तेरे नाल लव हो गया' की शूटिंग के दौरान जेनेलिया ने मुझे तनिक भी आराम नहीं करने दिया।
अभिनेता रितेश देशमुख ने कहा है कि अगले कुछ समय में उनकी धर्मपत्नी बनने जा रहीं अभिनेत्री जेनेलिया डिसूजा अव्वल दर्जे की पेशेवर हैं और शूटिंग के वक्त वह सिर्फ अपने काम पर ही ध्यान देती हैं। जेनेलिया के साथ तीन फरवरी को शादी रचाने जा रहे रितेश ने कहा, "फिल्म 'तेरे नाल लव हो गया' की शूटिंग के दौरान जेनेलिया ने मुझे तनिक भी आराम नहीं करने दिया। हम बहुत पुराने दोस्त हैं लेकिन जेनेलिया के लिए काम सर्वोपरि है।" "मैं जेनेलिया को सात साल से जानता हूं लेकिन उनके पेशेवर रवैये में बिल्कुल बदलाव नहीं आया है। आप किसी इंसान को कितनी भी अच्छी तरह क्यों नहीं जानते हों लेकिन पेशेवर तौर पर वह आपकी सोच से बिल्कुल अलग इंसान हो सकता है। यह एक अच्छी बात है।" "जेनेलिया के साथ काम करना चुनौती है क्योंकि वह बेहद प्रतिभाशाली और अपने के प्रति पूरी तरह समर्पित हैं। हमारी ताजातरीन फिल्म की शूटिंग के दौरान जेनेलिया ने मुझे एक पल भी आराम नहीं करने दिया।" रितेश मानते हैं कि जेनेलिया के साथ शादी करने के बाद भी उनकी व्यक्तिगत स्वतंत्रता पर कोई आंच नहीं आएगी। रितेश ने कहा कि जब आप किसी व्यक्ति को लम्बे समय से जानते हैं और फिर उसके साथ ही शादी करने जा रहे हों तो फिर इसमें व्यक्तिगत स्वतंत्रता का सवाल शामिल नहीं होता। "मैं जेनेलिया को सात साल से जानता हूं लेकिन उनके पेशेवर रवैये में बिल्कुल बदलाव नहीं आया है। आप किसी इंसान को कितनी भी अच्छी तरह क्यों नहीं जानते हों लेकिन पेशेवर तौर पर वह आपकी सोच से बिल्कुल अलग इंसान हो सकता है। यह एक अच्छी बात है।" "जेनेलिया के साथ काम करना चुनौती है क्योंकि वह बेहद प्रतिभाशाली और अपने के प्रति पूरी तरह समर्पित हैं। हमारी ताजातरीन फिल्म की शूटिंग के दौरान जेनेलिया ने मुझे एक पल भी आराम नहीं करने दिया।" रितेश मानते हैं कि जेनेलिया के साथ शादी करने के बाद भी उनकी व्यक्तिगत स्वतंत्रता पर कोई आंच नहीं आएगी। रितेश ने कहा कि जब आप किसी व्यक्ति को लम्बे समय से जानते हैं और फिर उसके साथ ही शादी करने जा रहे हों तो फिर इसमें व्यक्तिगत स्वतंत्रता का सवाल शामिल नहीं होता।
‘मन की बात’ में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा - डिजिटल भुगतान भ्रष्टाचार-कालेधन के प्रसार के खिलाफ लड़ाई में मदद करेगा
इसरो को वैज्ञानिकों को पीएम ने बधाई दी इसरो ने हाल में एक साथ 104 उपग्रहों को भेजा डिजिटल ट्रांजेक्‍शन को बढ़ावा देने पर जोर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अपने 29वें 'मन की बात' कार्यक्रम में भारतीय वैज्ञानिक समुदाय की उपलब्धियों को रेखांकित करते हुए कहा कि 15 फ़रवरी,2017 भारत के जीवन में बेहद गौरवपूर्ण दिवस के रूप में याद किया जाएगा. उन्‍होंने कहा कि इस दिन हमारे वैज्ञानिकों ने विश्व के सामने भारत का सर गर्व से ऊँचा किया है. ISRO ने कई अभूतपूर्व मिशन सफलतापूर्वक पूर्ण किए हैं.'मंगलयान' भेजने के बाद पिछले दिनों इसरो ने विश्व रिकॉर्ड बनाया. इसरो ने मेगा मिशन के ज़रिये एक साथ विभिन्न देशों के 104 उपग्रह अन्तरिक्ष में सफलतापूर्वक लांच किए हैं. 104 उपग्रह को अंतरिक्ष में भेजकर इतिहास रचने वाला भारत दुनिया का पहला देश बना और यह लगातार 38वाँ पीएसएलवी का सफल लांच है. भारत का उपग्रह कार्टोसैट-2डी के माध्यम से खींची हुई तस्वीरों से संसाधनों की मैपिंग, आधारभूत ढांचे की प्‍लानिंग में मदद मिलेगी. ख़ास करके किसान को देश में जो सभी जल स्रोत है, वो कितना है,उसका उपयोग कैसे हो सकता है इन सारे विषयों पर कार्टोसेट-2डी बहुत मदद करेगा. हमारे लिये ये भी ख़ुशी की बात है कि इस सारे अभियान का नेतृत्व, हमारे युवा वैज्ञानिक, हमारी महिला वैज्ञानिक, किया है. इस सिलसिले में एक महिला शोभा जी ने एक और भी सवाल पूछा है और वो है भारत की सुरक्षा के संबंध में, भारत ने एक बहुत बड़ी सिद्धि प्राप्त की है, उसके विषय में. भारत ने रक्षा के क्षेत्र में भी बैलिस्टिक इंटरसेप्‍टर मिसाइल का सफल परीक्षण किया है. इंटरसेप्‍टर टेक्‍नोलॉजी वाले इस मिसाइल ने ट्रायल के दौरान ज़मीन से 100 कि.मी. की ऊँचाई पर दुश्मन की मिसाइल को ढेर कर सफलता पाई. दुनिया के चार या पाँच ही देश हैं कि जिन्हें ये महारत हासिल है. भारत के वैज्ञानिकों ने ये करके दिखाया. इसकी ताक़त है कि 2000 किमी दूर से भी भारत पर आक्रमण के लिये मिसाइल आती है तो ये मिसाइल अंतरिक्ष में ही उसको नष्ट कर देती है. हमारी युवा-पीढ़ी का विज्ञान के प्रति आकर्षण बढ़ना चाहिए. देश को बहुत सारे वैज्ञानिकों की ज़रूरत है. नीति आयोग एवं भारत के विदेश मंत्रालय ने 14वें प्रवासी भारतीय दिवस के समय एक बड़ी विशिष्‍ट प्रकार की प्रतिस्‍पर्द्धा की योजना की थी. जो विशिष्ट बुद्धि प्रतिभा रखते हैं, वो जिज्ञासा को जिज्ञासा नहीं रहने देते, उनकी जिज्ञासा नई खोज का कारण बन जाती है. उनको तरजीह देने के लिए समाज उपयोगी नवाचार को आमंत्रित किया गया. ऐसे नवाचार को चिन्हित करना, उसको प्रदर्शन करना और उसको लोगों को जानकारी देना.   हमारा समाज टेक्‍नोलॉजी की तरफ उन्‍मुख हो रहा है. व्यवस्थायें टेक्‍नोलॉजी पर आधारित हो रही हैं. तकनीक हमारे जीवन का अभिन्न अंग बन रही है. 'डिजि-धन' पर ज़ोर दिया जा रहा है, लोग नकद से डिजिटल करेंसी की तरफ बढ़ रहे हैं. भारत में डिजिटल ट्रांजेक्‍शन तेजी से बढ़ रहा है. 14 अप्रैल को डॉ. बाबा साहेब अम्बेडकर की जन्म-जयंती का पर्व है और अभी-अभी बाबा साहेब अम्बेडकर की 125वीं जयंती गई है. उनका स्मरण करते हुए लोगों को भीम ऐप डाउनलोड करना सिखाएं. उससे लेन-देन कैसे होती है, वो सिखाएँ और ख़ास करके आस-पास के छोटे-छोटे व्यापारियों को सिखाएँ. हमारे देश की अर्थव्यवस्था के मूल में कृषि का बहुत बड़ा योगदान है. गाँव की आर्थिक ताक़त, देश की आर्थिक गति को ताक़त देती है. किसानों के परिश्रम से इस वर्ष रिकॉर्ड अन्न उत्पादन हुआ है. इस वर्ष देश में लगभग 2 हज़ार 700 लाख टन से भी ज्यादा खाद्यान्न का उत्पादन हुआ है. किसान परंपरागत फ़सलों के साथ-साथ देश के ग़रीब को ध्यान में रखते हुए अलग-अलग दालों की भी खेती करें क्योंकि दाल से ही सबसे ज़्यादा प्रोटीन ग़रीब को प्राप्त होता है   देश के किसानों ने ग़रीबों की आवाज़ सुनी और क़रीब-क़रीब दो सौ नब्बे लाख हेक्टेयर धरती पर भिन्न-भिन्न दालों की खेती की. ये सिर्फ दाल का उत्पादन नहीं है, किसानों के द्वारा हुई मेरे देश के ग़रीबों की सबसे बड़ी सेवा है.  रियो पैरालिंपिक्‍स में हमारे दिव्यांग खिलाड़ियों ने जो प्रदर्शन किया, हम सबने उसका स्वागत किया था. वर्ल्‍ड कप के फाइनल में भारत ने पाकिस्तान को हराते हुए लगातार दूसरी बार वर्ल्‍ड चैंपियन बन करके देश का गौरव बढ़ाया. दिव्यांग भाई-बहन सामर्थ्यवान,दृढ़-निश्चयी होते हैं,साहसिक होते हैं,संकल्पवान होते हैं, हर पल हमें उनसे कुछ-न-कुछ सीखने को मिल सकता है. देश का कोई भी नागरिक जब कुछ अच्छा करता है, तो पूरा देश एक नई ऊर्जा का अनुभव करता है, आत्मविश्वास को बढ़ाता है. इसके साथ ही उन्‍होंने कहा कि खेल हो या अंतरिक्ष विज्ञान महिलायें किसी से पीछे नहीं हैं. एशियाई रग्‍बी सेवेंस ट्रॉफी में हमारी हमारी महिला खिलाड़ियों ने सिल्‍वर मेडल जीता. इससे पहले पिछले महीने 29 जनवरी को उन्‍होंने यह कार्यक्रम किया था. उसमें परीक्षाओं के मद्देनजर पढ़ाई करने वाले छात्रों की तैयारियों पर खास रूप से बातचीत की थी. उसमें छात्रों को उन्‍होंने स्‍माइम मोर एंड स्‍कोर मोर का नारा दिया था. इसके साथ ही पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने पिछले कार्यक्रम में गणतंत्र दिवस पर गैलेंट्री अवॉर्ड पाने वाले लोगों के परिवारवालों को शुभकामनाएं दी थीं.टिप्पणियां हालांकि इस बार इस कार्यक्रम के साथ खास बात यह जुड़ी है कि युपी चुनावों के बीच में यह इसका प्रसारण हो रहा है. इसके लिए चुनाव आयोग से अनुम‍ति ली गई है. इसलिए इस बात की पूरी संभावना है कि कार्यक्रम में किसी भी प्रकार की राजनीतिक मुद्दे पर बात नहीं होगी. वैसे आमतौर पर पीएम मोदी अपने इस कार्यक्रम में राजनीतिक मुद्दों को नहीं उठाते हैं. उल्‍लेखनीय है कि प्रधानमंत्री मोदी के 'मन की बात' कार्यक्रम का प्रसारण ग्यारह बजे से ऑल इंडिया रेडियो, दूरदर्शन और उनके ऑफिशियल वेबसाइट पर होगा. ख़ास करके किसान को देश में जो सभी जल स्रोत है, वो कितना है,उसका उपयोग कैसे हो सकता है इन सारे विषयों पर कार्टोसेट-2डी बहुत मदद करेगा. हमारे लिये ये भी ख़ुशी की बात है कि इस सारे अभियान का नेतृत्व, हमारे युवा वैज्ञानिक, हमारी महिला वैज्ञानिक, किया है. इस सिलसिले में एक महिला शोभा जी ने एक और भी सवाल पूछा है और वो है भारत की सुरक्षा के संबंध में, भारत ने एक बहुत बड़ी सिद्धि प्राप्त की है, उसके विषय में. भारत ने रक्षा के क्षेत्र में भी बैलिस्टिक इंटरसेप्‍टर मिसाइल का सफल परीक्षण किया है. इंटरसेप्‍टर टेक्‍नोलॉजी वाले इस मिसाइल ने ट्रायल के दौरान ज़मीन से 100 कि.मी. की ऊँचाई पर दुश्मन की मिसाइल को ढेर कर सफलता पाई. दुनिया के चार या पाँच ही देश हैं कि जिन्हें ये महारत हासिल है. भारत के वैज्ञानिकों ने ये करके दिखाया. इसकी ताक़त है कि 2000 किमी दूर से भी भारत पर आक्रमण के लिये मिसाइल आती है तो ये मिसाइल अंतरिक्ष में ही उसको नष्ट कर देती है. हमारी युवा-पीढ़ी का विज्ञान के प्रति आकर्षण बढ़ना चाहिए. देश को बहुत सारे वैज्ञानिकों की ज़रूरत है. नीति आयोग एवं भारत के विदेश मंत्रालय ने 14वें प्रवासी भारतीय दिवस के समय एक बड़ी विशिष्‍ट प्रकार की प्रतिस्‍पर्द्धा की योजना की थी. जो विशिष्ट बुद्धि प्रतिभा रखते हैं, वो जिज्ञासा को जिज्ञासा नहीं रहने देते, उनकी जिज्ञासा नई खोज का कारण बन जाती है. उनको तरजीह देने के लिए समाज उपयोगी नवाचार को आमंत्रित किया गया. ऐसे नवाचार को चिन्हित करना, उसको प्रदर्शन करना और उसको लोगों को जानकारी देना.   हमारा समाज टेक्‍नोलॉजी की तरफ उन्‍मुख हो रहा है. व्यवस्थायें टेक्‍नोलॉजी पर आधारित हो रही हैं. तकनीक हमारे जीवन का अभिन्न अंग बन रही है. 'डिजि-धन' पर ज़ोर दिया जा रहा है, लोग नकद से डिजिटल करेंसी की तरफ बढ़ रहे हैं. भारत में डिजिटल ट्रांजेक्‍शन तेजी से बढ़ रहा है. 14 अप्रैल को डॉ. बाबा साहेब अम्बेडकर की जन्म-जयंती का पर्व है और अभी-अभी बाबा साहेब अम्बेडकर की 125वीं जयंती गई है. उनका स्मरण करते हुए लोगों को भीम ऐप डाउनलोड करना सिखाएं. उससे लेन-देन कैसे होती है, वो सिखाएँ और ख़ास करके आस-पास के छोटे-छोटे व्यापारियों को सिखाएँ. हमारे देश की अर्थव्यवस्था के मूल में कृषि का बहुत बड़ा योगदान है. गाँव की आर्थिक ताक़त, देश की आर्थिक गति को ताक़त देती है. किसानों के परिश्रम से इस वर्ष रिकॉर्ड अन्न उत्पादन हुआ है. इस वर्ष देश में लगभग 2 हज़ार 700 लाख टन से भी ज्यादा खाद्यान्न का उत्पादन हुआ है. किसान परंपरागत फ़सलों के साथ-साथ देश के ग़रीब को ध्यान में रखते हुए अलग-अलग दालों की भी खेती करें क्योंकि दाल से ही सबसे ज़्यादा प्रोटीन ग़रीब को प्राप्त होता है   देश के किसानों ने ग़रीबों की आवाज़ सुनी और क़रीब-क़रीब दो सौ नब्बे लाख हेक्टेयर धरती पर भिन्न-भिन्न दालों की खेती की. ये सिर्फ दाल का उत्पादन नहीं है, किसानों के द्वारा हुई मेरे देश के ग़रीबों की सबसे बड़ी सेवा है.  रियो पैरालिंपिक्‍स में हमारे दिव्यांग खिलाड़ियों ने जो प्रदर्शन किया, हम सबने उसका स्वागत किया था. वर्ल्‍ड कप के फाइनल में भारत ने पाकिस्तान को हराते हुए लगातार दूसरी बार वर्ल्‍ड चैंपियन बन करके देश का गौरव बढ़ाया. दिव्यांग भाई-बहन सामर्थ्यवान,दृढ़-निश्चयी होते हैं,साहसिक होते हैं,संकल्पवान होते हैं, हर पल हमें उनसे कुछ-न-कुछ सीखने को मिल सकता है. देश का कोई भी नागरिक जब कुछ अच्छा करता है, तो पूरा देश एक नई ऊर्जा का अनुभव करता है, आत्मविश्वास को बढ़ाता है. इसके साथ ही उन्‍होंने कहा कि खेल हो या अंतरिक्ष विज्ञान महिलायें किसी से पीछे नहीं हैं. एशियाई रग्‍बी सेवेंस ट्रॉफी में हमारी हमारी महिला खिलाड़ियों ने सिल्‍वर मेडल जीता. इससे पहले पिछले महीने 29 जनवरी को उन्‍होंने यह कार्यक्रम किया था. उसमें परीक्षाओं के मद्देनजर पढ़ाई करने वाले छात्रों की तैयारियों पर खास रूप से बातचीत की थी. उसमें छात्रों को उन्‍होंने स्‍माइम मोर एंड स्‍कोर मोर का नारा दिया था. इसके साथ ही पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने पिछले कार्यक्रम में गणतंत्र दिवस पर गैलेंट्री अवॉर्ड पाने वाले लोगों के परिवारवालों को शुभकामनाएं दी थीं.टिप्पणियां हालांकि इस बार इस कार्यक्रम के साथ खास बात यह जुड़ी है कि युपी चुनावों के बीच में यह इसका प्रसारण हो रहा है. इसके लिए चुनाव आयोग से अनुम‍ति ली गई है. इसलिए इस बात की पूरी संभावना है कि कार्यक्रम में किसी भी प्रकार की राजनीतिक मुद्दे पर बात नहीं होगी. वैसे आमतौर पर पीएम मोदी अपने इस कार्यक्रम में राजनीतिक मुद्दों को नहीं उठाते हैं. उल्‍लेखनीय है कि प्रधानमंत्री मोदी के 'मन की बात' कार्यक्रम का प्रसारण ग्यारह बजे से ऑल इंडिया रेडियो, दूरदर्शन और उनके ऑफिशियल वेबसाइट पर होगा. इंटरसेप्‍टर टेक्‍नोलॉजी वाले इस मिसाइल ने ट्रायल के दौरान ज़मीन से 100 कि.मी. की ऊँचाई पर दुश्मन की मिसाइल को ढेर कर सफलता पाई. दुनिया के चार या पाँच ही देश हैं कि जिन्हें ये महारत हासिल है. भारत के वैज्ञानिकों ने ये करके दिखाया. इसकी ताक़त है कि 2000 किमी दूर से भी भारत पर आक्रमण के लिये मिसाइल आती है तो ये मिसाइल अंतरिक्ष में ही उसको नष्ट कर देती है. हमारी युवा-पीढ़ी का विज्ञान के प्रति आकर्षण बढ़ना चाहिए. देश को बहुत सारे वैज्ञानिकों की ज़रूरत है. नीति आयोग एवं भारत के विदेश मंत्रालय ने 14वें प्रवासी भारतीय दिवस के समय एक बड़ी विशिष्‍ट प्रकार की प्रतिस्‍पर्द्धा की योजना की थी. जो विशिष्ट बुद्धि प्रतिभा रखते हैं, वो जिज्ञासा को जिज्ञासा नहीं रहने देते, उनकी जिज्ञासा नई खोज का कारण बन जाती है. उनको तरजीह देने के लिए समाज उपयोगी नवाचार को आमंत्रित किया गया. ऐसे नवाचार को चिन्हित करना, उसको प्रदर्शन करना और उसको लोगों को जानकारी देना.   हमारा समाज टेक्‍नोलॉजी की तरफ उन्‍मुख हो रहा है. व्यवस्थायें टेक्‍नोलॉजी पर आधारित हो रही हैं. तकनीक हमारे जीवन का अभिन्न अंग बन रही है. 'डिजि-धन' पर ज़ोर दिया जा रहा है, लोग नकद से डिजिटल करेंसी की तरफ बढ़ रहे हैं. भारत में डिजिटल ट्रांजेक्‍शन तेजी से बढ़ रहा है. 14 अप्रैल को डॉ. बाबा साहेब अम्बेडकर की जन्म-जयंती का पर्व है और अभी-अभी बाबा साहेब अम्बेडकर की 125वीं जयंती गई है. उनका स्मरण करते हुए लोगों को भीम ऐप डाउनलोड करना सिखाएं. उससे लेन-देन कैसे होती है, वो सिखाएँ और ख़ास करके आस-पास के छोटे-छोटे व्यापारियों को सिखाएँ. हमारे देश की अर्थव्यवस्था के मूल में कृषि का बहुत बड़ा योगदान है. गाँव की आर्थिक ताक़त, देश की आर्थिक गति को ताक़त देती है. किसानों के परिश्रम से इस वर्ष रिकॉर्ड अन्न उत्पादन हुआ है. इस वर्ष देश में लगभग 2 हज़ार 700 लाख टन से भी ज्यादा खाद्यान्न का उत्पादन हुआ है. किसान परंपरागत फ़सलों के साथ-साथ देश के ग़रीब को ध्यान में रखते हुए अलग-अलग दालों की भी खेती करें क्योंकि दाल से ही सबसे ज़्यादा प्रोटीन ग़रीब को प्राप्त होता है   देश के किसानों ने ग़रीबों की आवाज़ सुनी और क़रीब-क़रीब दो सौ नब्बे लाख हेक्टेयर धरती पर भिन्न-भिन्न दालों की खेती की. ये सिर्फ दाल का उत्पादन नहीं है, किसानों के द्वारा हुई मेरे देश के ग़रीबों की सबसे बड़ी सेवा है.  रियो पैरालिंपिक्‍स में हमारे दिव्यांग खिलाड़ियों ने जो प्रदर्शन किया, हम सबने उसका स्वागत किया था. वर्ल्‍ड कप के फाइनल में भारत ने पाकिस्तान को हराते हुए लगातार दूसरी बार वर्ल्‍ड चैंपियन बन करके देश का गौरव बढ़ाया. दिव्यांग भाई-बहन सामर्थ्यवान,दृढ़-निश्चयी होते हैं,साहसिक होते हैं,संकल्पवान होते हैं, हर पल हमें उनसे कुछ-न-कुछ सीखने को मिल सकता है. देश का कोई भी नागरिक जब कुछ अच्छा करता है, तो पूरा देश एक नई ऊर्जा का अनुभव करता है, आत्मविश्वास को बढ़ाता है. इसके साथ ही उन्‍होंने कहा कि खेल हो या अंतरिक्ष विज्ञान महिलायें किसी से पीछे नहीं हैं. एशियाई रग्‍बी सेवेंस ट्रॉफी में हमारी हमारी महिला खिलाड़ियों ने सिल्‍वर मेडल जीता. इससे पहले पिछले महीने 29 जनवरी को उन्‍होंने यह कार्यक्रम किया था. उसमें परीक्षाओं के मद्देनजर पढ़ाई करने वाले छात्रों की तैयारियों पर खास रूप से बातचीत की थी. उसमें छात्रों को उन्‍होंने स्‍माइम मोर एंड स्‍कोर मोर का नारा दिया था. इसके साथ ही पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने पिछले कार्यक्रम में गणतंत्र दिवस पर गैलेंट्री अवॉर्ड पाने वाले लोगों के परिवारवालों को शुभकामनाएं दी थीं.टिप्पणियां हालांकि इस बार इस कार्यक्रम के साथ खास बात यह जुड़ी है कि युपी चुनावों के बीच में यह इसका प्रसारण हो रहा है. इसके लिए चुनाव आयोग से अनुम‍ति ली गई है. इसलिए इस बात की पूरी संभावना है कि कार्यक्रम में किसी भी प्रकार की राजनीतिक मुद्दे पर बात नहीं होगी. वैसे आमतौर पर पीएम मोदी अपने इस कार्यक्रम में राजनीतिक मुद्दों को नहीं उठाते हैं. उल्‍लेखनीय है कि प्रधानमंत्री मोदी के 'मन की बात' कार्यक्रम का प्रसारण ग्यारह बजे से ऑल इंडिया रेडियो, दूरदर्शन और उनके ऑफिशियल वेबसाइट पर होगा. जो विशिष्ट बुद्धि प्रतिभा रखते हैं, वो जिज्ञासा को जिज्ञासा नहीं रहने देते, उनकी जिज्ञासा नई खोज का कारण बन जाती है. उनको तरजीह देने के लिए समाज उपयोगी नवाचार को आमंत्रित किया गया. ऐसे नवाचार को चिन्हित करना, उसको प्रदर्शन करना और उसको लोगों को जानकारी देना.   हमारा समाज टेक्‍नोलॉजी की तरफ उन्‍मुख हो रहा है. व्यवस्थायें टेक्‍नोलॉजी पर आधारित हो रही हैं. तकनीक हमारे जीवन का अभिन्न अंग बन रही है. 'डिजि-धन' पर ज़ोर दिया जा रहा है, लोग नकद से डिजिटल करेंसी की तरफ बढ़ रहे हैं. भारत में डिजिटल ट्रांजेक्‍शन तेजी से बढ़ रहा है. 14 अप्रैल को डॉ. बाबा साहेब अम्बेडकर की जन्म-जयंती का पर्व है और अभी-अभी बाबा साहेब अम्बेडकर की 125वीं जयंती गई है. उनका स्मरण करते हुए लोगों को भीम ऐप डाउनलोड करना सिखाएं. उससे लेन-देन कैसे होती है, वो सिखाएँ और ख़ास करके आस-पास के छोटे-छोटे व्यापारियों को सिखाएँ. हमारे देश की अर्थव्यवस्था के मूल में कृषि का बहुत बड़ा योगदान है. गाँव की आर्थिक ताक़त, देश की आर्थिक गति को ताक़त देती है. किसानों के परिश्रम से इस वर्ष रिकॉर्ड अन्न उत्पादन हुआ है. इस वर्ष देश में लगभग 2 हज़ार 700 लाख टन से भी ज्यादा खाद्यान्न का उत्पादन हुआ है. किसान परंपरागत फ़सलों के साथ-साथ देश के ग़रीब को ध्यान में रखते हुए अलग-अलग दालों की भी खेती करें क्योंकि दाल से ही सबसे ज़्यादा प्रोटीन ग़रीब को प्राप्त होता है   देश के किसानों ने ग़रीबों की आवाज़ सुनी और क़रीब-क़रीब दो सौ नब्बे लाख हेक्टेयर धरती पर भिन्न-भिन्न दालों की खेती की. ये सिर्फ दाल का उत्पादन नहीं है, किसानों के द्वारा हुई मेरे देश के ग़रीबों की सबसे बड़ी सेवा है.  रियो पैरालिंपिक्‍स में हमारे दिव्यांग खिलाड़ियों ने जो प्रदर्शन किया, हम सबने उसका स्वागत किया था. वर्ल्‍ड कप के फाइनल में भारत ने पाकिस्तान को हराते हुए लगातार दूसरी बार वर्ल्‍ड चैंपियन बन करके देश का गौरव बढ़ाया. दिव्यांग भाई-बहन सामर्थ्यवान,दृढ़-निश्चयी होते हैं,साहसिक होते हैं,संकल्पवान होते हैं, हर पल हमें उनसे कुछ-न-कुछ सीखने को मिल सकता है. देश का कोई भी नागरिक जब कुछ अच्छा करता है, तो पूरा देश एक नई ऊर्जा का अनुभव करता है, आत्मविश्वास को बढ़ाता है. इसके साथ ही उन्‍होंने कहा कि खेल हो या अंतरिक्ष विज्ञान महिलायें किसी से पीछे नहीं हैं. एशियाई रग्‍बी सेवेंस ट्रॉफी में हमारी हमारी महिला खिलाड़ियों ने सिल्‍वर मेडल जीता. इससे पहले पिछले महीने 29 जनवरी को उन्‍होंने यह कार्यक्रम किया था. उसमें परीक्षाओं के मद्देनजर पढ़ाई करने वाले छात्रों की तैयारियों पर खास रूप से बातचीत की थी. उसमें छात्रों को उन्‍होंने स्‍माइम मोर एंड स्‍कोर मोर का नारा दिया था. इसके साथ ही पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने पिछले कार्यक्रम में गणतंत्र दिवस पर गैलेंट्री अवॉर्ड पाने वाले लोगों के परिवारवालों को शुभकामनाएं दी थीं.टिप्पणियां हालांकि इस बार इस कार्यक्रम के साथ खास बात यह जुड़ी है कि युपी चुनावों के बीच में यह इसका प्रसारण हो रहा है. इसके लिए चुनाव आयोग से अनुम‍ति ली गई है. इसलिए इस बात की पूरी संभावना है कि कार्यक्रम में किसी भी प्रकार की राजनीतिक मुद्दे पर बात नहीं होगी. वैसे आमतौर पर पीएम मोदी अपने इस कार्यक्रम में राजनीतिक मुद्दों को नहीं उठाते हैं. उल्‍लेखनीय है कि प्रधानमंत्री मोदी के 'मन की बात' कार्यक्रम का प्रसारण ग्यारह बजे से ऑल इंडिया रेडियो, दूरदर्शन और उनके ऑफिशियल वेबसाइट पर होगा. 14 अप्रैल को डॉ. बाबा साहेब अम्बेडकर की जन्म-जयंती का पर्व है और अभी-अभी बाबा साहेब अम्बेडकर की 125वीं जयंती गई है. उनका स्मरण करते हुए लोगों को भीम ऐप डाउनलोड करना सिखाएं. उससे लेन-देन कैसे होती है, वो सिखाएँ और ख़ास करके आस-पास के छोटे-छोटे व्यापारियों को सिखाएँ. हमारे देश की अर्थव्यवस्था के मूल में कृषि का बहुत बड़ा योगदान है. गाँव की आर्थिक ताक़त, देश की आर्थिक गति को ताक़त देती है. किसानों के परिश्रम से इस वर्ष रिकॉर्ड अन्न उत्पादन हुआ है. इस वर्ष देश में लगभग 2 हज़ार 700 लाख टन से भी ज्यादा खाद्यान्न का उत्पादन हुआ है. किसान परंपरागत फ़सलों के साथ-साथ देश के ग़रीब को ध्यान में रखते हुए अलग-अलग दालों की भी खेती करें क्योंकि दाल से ही सबसे ज़्यादा प्रोटीन ग़रीब को प्राप्त होता है   देश के किसानों ने ग़रीबों की आवाज़ सुनी और क़रीब-क़रीब दो सौ नब्बे लाख हेक्टेयर धरती पर भिन्न-भिन्न दालों की खेती की. ये सिर्फ दाल का उत्पादन नहीं है, किसानों के द्वारा हुई मेरे देश के ग़रीबों की सबसे बड़ी सेवा है.  रियो पैरालिंपिक्‍स में हमारे दिव्यांग खिलाड़ियों ने जो प्रदर्शन किया, हम सबने उसका स्वागत किया था. वर्ल्‍ड कप के फाइनल में भारत ने पाकिस्तान को हराते हुए लगातार दूसरी बार वर्ल्‍ड चैंपियन बन करके देश का गौरव बढ़ाया. दिव्यांग भाई-बहन सामर्थ्यवान,दृढ़-निश्चयी होते हैं,साहसिक होते हैं,संकल्पवान होते हैं, हर पल हमें उनसे कुछ-न-कुछ सीखने को मिल सकता है. देश का कोई भी नागरिक जब कुछ अच्छा करता है, तो पूरा देश एक नई ऊर्जा का अनुभव करता है, आत्मविश्वास को बढ़ाता है. इसके साथ ही उन्‍होंने कहा कि खेल हो या अंतरिक्ष विज्ञान महिलायें किसी से पीछे नहीं हैं. एशियाई रग्‍बी सेवेंस ट्रॉफी में हमारी हमारी महिला खिलाड़ियों ने सिल्‍वर मेडल जीता. इससे पहले पिछले महीने 29 जनवरी को उन्‍होंने यह कार्यक्रम किया था. उसमें परीक्षाओं के मद्देनजर पढ़ाई करने वाले छात्रों की तैयारियों पर खास रूप से बातचीत की थी. उसमें छात्रों को उन्‍होंने स्‍माइम मोर एंड स्‍कोर मोर का नारा दिया था. इसके साथ ही पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने पिछले कार्यक्रम में गणतंत्र दिवस पर गैलेंट्री अवॉर्ड पाने वाले लोगों के परिवारवालों को शुभकामनाएं दी थीं.टिप्पणियां हालांकि इस बार इस कार्यक्रम के साथ खास बात यह जुड़ी है कि युपी चुनावों के बीच में यह इसका प्रसारण हो रहा है. इसके लिए चुनाव आयोग से अनुम‍ति ली गई है. इसलिए इस बात की पूरी संभावना है कि कार्यक्रम में किसी भी प्रकार की राजनीतिक मुद्दे पर बात नहीं होगी. वैसे आमतौर पर पीएम मोदी अपने इस कार्यक्रम में राजनीतिक मुद्दों को नहीं उठाते हैं. उल्‍लेखनीय है कि प्रधानमंत्री मोदी के 'मन की बात' कार्यक्रम का प्रसारण ग्यारह बजे से ऑल इंडिया रेडियो, दूरदर्शन और उनके ऑफिशियल वेबसाइट पर होगा. हमारे देश की अर्थव्यवस्था के मूल में कृषि का बहुत बड़ा योगदान है. गाँव की आर्थिक ताक़त, देश की आर्थिक गति को ताक़त देती है. किसानों के परिश्रम से इस वर्ष रिकॉर्ड अन्न उत्पादन हुआ है. इस वर्ष देश में लगभग 2 हज़ार 700 लाख टन से भी ज्यादा खाद्यान्न का उत्पादन हुआ है. किसान परंपरागत फ़सलों के साथ-साथ देश के ग़रीब को ध्यान में रखते हुए अलग-अलग दालों की भी खेती करें क्योंकि दाल से ही सबसे ज़्यादा प्रोटीन ग़रीब को प्राप्त होता है   देश के किसानों ने ग़रीबों की आवाज़ सुनी और क़रीब-क़रीब दो सौ नब्बे लाख हेक्टेयर धरती पर भिन्न-भिन्न दालों की खेती की. ये सिर्फ दाल का उत्पादन नहीं है, किसानों के द्वारा हुई मेरे देश के ग़रीबों की सबसे बड़ी सेवा है.  रियो पैरालिंपिक्‍स में हमारे दिव्यांग खिलाड़ियों ने जो प्रदर्शन किया, हम सबने उसका स्वागत किया था. वर्ल्‍ड कप के फाइनल में भारत ने पाकिस्तान को हराते हुए लगातार दूसरी बार वर्ल्‍ड चैंपियन बन करके देश का गौरव बढ़ाया. दिव्यांग भाई-बहन सामर्थ्यवान,दृढ़-निश्चयी होते हैं,साहसिक होते हैं,संकल्पवान होते हैं, हर पल हमें उनसे कुछ-न-कुछ सीखने को मिल सकता है. देश का कोई भी नागरिक जब कुछ अच्छा करता है, तो पूरा देश एक नई ऊर्जा का अनुभव करता है, आत्मविश्वास को बढ़ाता है. इसके साथ ही उन्‍होंने कहा कि खेल हो या अंतरिक्ष विज्ञान महिलायें किसी से पीछे नहीं हैं. एशियाई रग्‍बी सेवेंस ट्रॉफी में हमारी हमारी महिला खिलाड़ियों ने सिल्‍वर मेडल जीता. इससे पहले पिछले महीने 29 जनवरी को उन्‍होंने यह कार्यक्रम किया था. उसमें परीक्षाओं के मद्देनजर पढ़ाई करने वाले छात्रों की तैयारियों पर खास रूप से बातचीत की थी. उसमें छात्रों को उन्‍होंने स्‍माइम मोर एंड स्‍कोर मोर का नारा दिया था. इसके साथ ही पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने पिछले कार्यक्रम में गणतंत्र दिवस पर गैलेंट्री अवॉर्ड पाने वाले लोगों के परिवारवालों को शुभकामनाएं दी थीं.टिप्पणियां हालांकि इस बार इस कार्यक्रम के साथ खास बात यह जुड़ी है कि युपी चुनावों के बीच में यह इसका प्रसारण हो रहा है. इसके लिए चुनाव आयोग से अनुम‍ति ली गई है. इसलिए इस बात की पूरी संभावना है कि कार्यक्रम में किसी भी प्रकार की राजनीतिक मुद्दे पर बात नहीं होगी. वैसे आमतौर पर पीएम मोदी अपने इस कार्यक्रम में राजनीतिक मुद्दों को नहीं उठाते हैं. उल्‍लेखनीय है कि प्रधानमंत्री मोदी के 'मन की बात' कार्यक्रम का प्रसारण ग्यारह बजे से ऑल इंडिया रेडियो, दूरदर्शन और उनके ऑफिशियल वेबसाइट पर होगा. रियो पैरालिंपिक्‍स में हमारे दिव्यांग खिलाड़ियों ने जो प्रदर्शन किया, हम सबने उसका स्वागत किया था. वर्ल्‍ड कप के फाइनल में भारत ने पाकिस्तान को हराते हुए लगातार दूसरी बार वर्ल्‍ड चैंपियन बन करके देश का गौरव बढ़ाया. दिव्यांग भाई-बहन सामर्थ्यवान,दृढ़-निश्चयी होते हैं,साहसिक होते हैं,संकल्पवान होते हैं, हर पल हमें उनसे कुछ-न-कुछ सीखने को मिल सकता है. देश का कोई भी नागरिक जब कुछ अच्छा करता है, तो पूरा देश एक नई ऊर्जा का अनुभव करता है, आत्मविश्वास को बढ़ाता है. इसके साथ ही उन्‍होंने कहा कि खेल हो या अंतरिक्ष विज्ञान महिलायें किसी से पीछे नहीं हैं. एशियाई रग्‍बी सेवेंस ट्रॉफी में हमारी हमारी महिला खिलाड़ियों ने सिल्‍वर मेडल जीता. इससे पहले पिछले महीने 29 जनवरी को उन्‍होंने यह कार्यक्रम किया था. उसमें परीक्षाओं के मद्देनजर पढ़ाई करने वाले छात्रों की तैयारियों पर खास रूप से बातचीत की थी. उसमें छात्रों को उन्‍होंने स्‍माइम मोर एंड स्‍कोर मोर का नारा दिया था. इसके साथ ही पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने पिछले कार्यक्रम में गणतंत्र दिवस पर गैलेंट्री अवॉर्ड पाने वाले लोगों के परिवारवालों को शुभकामनाएं दी थीं.टिप्पणियां हालांकि इस बार इस कार्यक्रम के साथ खास बात यह जुड़ी है कि युपी चुनावों के बीच में यह इसका प्रसारण हो रहा है. इसके लिए चुनाव आयोग से अनुम‍ति ली गई है. इसलिए इस बात की पूरी संभावना है कि कार्यक्रम में किसी भी प्रकार की राजनीतिक मुद्दे पर बात नहीं होगी. वैसे आमतौर पर पीएम मोदी अपने इस कार्यक्रम में राजनीतिक मुद्दों को नहीं उठाते हैं. उल्‍लेखनीय है कि प्रधानमंत्री मोदी के 'मन की बात' कार्यक्रम का प्रसारण ग्यारह बजे से ऑल इंडिया रेडियो, दूरदर्शन और उनके ऑफिशियल वेबसाइट पर होगा. देश का कोई भी नागरिक जब कुछ अच्छा करता है, तो पूरा देश एक नई ऊर्जा का अनुभव करता है, आत्मविश्वास को बढ़ाता है. इसके साथ ही उन्‍होंने कहा कि खेल हो या अंतरिक्ष विज्ञान महिलायें किसी से पीछे नहीं हैं. एशियाई रग्‍बी सेवेंस ट्रॉफी में हमारी हमारी महिला खिलाड़ियों ने सिल्‍वर मेडल जीता. इससे पहले पिछले महीने 29 जनवरी को उन्‍होंने यह कार्यक्रम किया था. उसमें परीक्षाओं के मद्देनजर पढ़ाई करने वाले छात्रों की तैयारियों पर खास रूप से बातचीत की थी. उसमें छात्रों को उन्‍होंने स्‍माइम मोर एंड स्‍कोर मोर का नारा दिया था. इसके साथ ही पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने पिछले कार्यक्रम में गणतंत्र दिवस पर गैलेंट्री अवॉर्ड पाने वाले लोगों के परिवारवालों को शुभकामनाएं दी थीं.टिप्पणियां हालांकि इस बार इस कार्यक्रम के साथ खास बात यह जुड़ी है कि युपी चुनावों के बीच में यह इसका प्रसारण हो रहा है. इसके लिए चुनाव आयोग से अनुम‍ति ली गई है. इसलिए इस बात की पूरी संभावना है कि कार्यक्रम में किसी भी प्रकार की राजनीतिक मुद्दे पर बात नहीं होगी. वैसे आमतौर पर पीएम मोदी अपने इस कार्यक्रम में राजनीतिक मुद्दों को नहीं उठाते हैं. उल्‍लेखनीय है कि प्रधानमंत्री मोदी के 'मन की बात' कार्यक्रम का प्रसारण ग्यारह बजे से ऑल इंडिया रेडियो, दूरदर्शन और उनके ऑफिशियल वेबसाइट पर होगा. इससे पहले पिछले महीने 29 जनवरी को उन्‍होंने यह कार्यक्रम किया था. उसमें परीक्षाओं के मद्देनजर पढ़ाई करने वाले छात्रों की तैयारियों पर खास रूप से बातचीत की थी. उसमें छात्रों को उन्‍होंने स्‍माइम मोर एंड स्‍कोर मोर का नारा दिया था. इसके साथ ही पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने पिछले कार्यक्रम में गणतंत्र दिवस पर गैलेंट्री अवॉर्ड पाने वाले लोगों के परिवारवालों को शुभकामनाएं दी थीं.टिप्पणियां हालांकि इस बार इस कार्यक्रम के साथ खास बात यह जुड़ी है कि युपी चुनावों के बीच में यह इसका प्रसारण हो रहा है. इसके लिए चुनाव आयोग से अनुम‍ति ली गई है. इसलिए इस बात की पूरी संभावना है कि कार्यक्रम में किसी भी प्रकार की राजनीतिक मुद्दे पर बात नहीं होगी. वैसे आमतौर पर पीएम मोदी अपने इस कार्यक्रम में राजनीतिक मुद्दों को नहीं उठाते हैं. उल्‍लेखनीय है कि प्रधानमंत्री मोदी के 'मन की बात' कार्यक्रम का प्रसारण ग्यारह बजे से ऑल इंडिया रेडियो, दूरदर्शन और उनके ऑफिशियल वेबसाइट पर होगा. हालांकि इस बार इस कार्यक्रम के साथ खास बात यह जुड़ी है कि युपी चुनावों के बीच में यह इसका प्रसारण हो रहा है. इसके लिए चुनाव आयोग से अनुम‍ति ली गई है. इसलिए इस बात की पूरी संभावना है कि कार्यक्रम में किसी भी प्रकार की राजनीतिक मुद्दे पर बात नहीं होगी. वैसे आमतौर पर पीएम मोदी अपने इस कार्यक्रम में राजनीतिक मुद्दों को नहीं उठाते हैं. उल्‍लेखनीय है कि प्रधानमंत्री मोदी के 'मन की बात' कार्यक्रम का प्रसारण ग्यारह बजे से ऑल इंडिया रेडियो, दूरदर्शन और उनके ऑफिशियल वेबसाइट पर होगा. उल्‍लेखनीय है कि प्रधानमंत्री मोदी के 'मन की बात' कार्यक्रम का प्रसारण ग्यारह बजे से ऑल इंडिया रेडियो, दूरदर्शन और उनके ऑफिशियल वेबसाइट पर होगा.
पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह विधायक की हत्या मामले में दोषी करार, भेजे गए जेल
प्रभुनाथ सिंह 1995 में मशरक सीट पर अशोक सिंह से चुनाव हार गए थे 3 जुलाई, 1995 को अशोक सिंह की उनके आवास पर हत्या कर दी थी जिला अदालत 23 मई को प्रभुनाथ की सजा पर फैसला सुनाएगी
झारखंड की एक अदालत ने पूर्व सांसद और राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) नेता प्रभुनाथ सिंह को 22 वर्ष पुराने हत्या के एक मामले में गुरुवार को दोषी करार दिया. उन पर विधायक अशोक सिंह की हत्या का मामला चल रहा था. अदालत के दोषी करार दिए जाने के बाद प्रभुनाथ सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया.  हजारीबाग जिले की अतिरिक्त जिला एवं सत्र अदालत ने प्रभुनाथ सिंह, उनके भाई दीनानाथ सिंह और रितेश सिंह को इस मामले में दोषी ठहराया. अशोक सिंह 1995 में बिहार में मशरक निर्वाचन क्षेत्र से विधायक निर्वाचित हुए थे. उन्होंने प्रभुनाथ सिंह को हराया था. इस चुनावी जीत के 90 दिन बाद ही उनकी हत्या कर दी गई. 1995 में प्रभुनाथ सिंह जनता दल में थे और बाद में वह जनता दल (युनाइटेड) शामिल हो गए. मौजूदा समय में वह राजद में हैं.  अशोक सिंह के भाई तारकेश्वर सिंह ने मीडिया को बताया कि उनके भाई ने 1995 में प्रभुनाथ सिंह को चुनाव में हरा दिया था. इसके बाद प्रभुनाथ ने खुले तौर पर कहा था कि अशोक सिंह के विधायक बनने के 90 दिनों के भीतर उसकी हत्या कर दी जाएगी और 90 दिन बाद 3 जुलाई, 1995 को पटना में उनके सरकारी आवास में बम मार कर उनकी हत्या कर दी गई. अशोक सिंह की हत्या के बाद उनकी पत्नी चांदनी देवी ने प्रभुनाथ सिंह और उनके दो भाइयों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कराया था.  टिप्पणियां इस मामले को सर्वोच्च न्यायालय के आदेश पर बिहार से झारखंड की हजारीबाग अदालत में स्थानांतरित कर दिया गया था. अब अदालत 23 मई को सजा पर फैसला सुनाएगी. अदालत द्वारा दोषी करार दिए जाने के बाद प्रभुनाथ को गिरफ्तार कर के जेल भेज दिया गया.  (इनपुट आईएएनएस से भी) हजारीबाग जिले की अतिरिक्त जिला एवं सत्र अदालत ने प्रभुनाथ सिंह, उनके भाई दीनानाथ सिंह और रितेश सिंह को इस मामले में दोषी ठहराया. अशोक सिंह 1995 में बिहार में मशरक निर्वाचन क्षेत्र से विधायक निर्वाचित हुए थे. उन्होंने प्रभुनाथ सिंह को हराया था. इस चुनावी जीत के 90 दिन बाद ही उनकी हत्या कर दी गई. 1995 में प्रभुनाथ सिंह जनता दल में थे और बाद में वह जनता दल (युनाइटेड) शामिल हो गए. मौजूदा समय में वह राजद में हैं.  अशोक सिंह के भाई तारकेश्वर सिंह ने मीडिया को बताया कि उनके भाई ने 1995 में प्रभुनाथ सिंह को चुनाव में हरा दिया था. इसके बाद प्रभुनाथ ने खुले तौर पर कहा था कि अशोक सिंह के विधायक बनने के 90 दिनों के भीतर उसकी हत्या कर दी जाएगी और 90 दिन बाद 3 जुलाई, 1995 को पटना में उनके सरकारी आवास में बम मार कर उनकी हत्या कर दी गई. अशोक सिंह की हत्या के बाद उनकी पत्नी चांदनी देवी ने प्रभुनाथ सिंह और उनके दो भाइयों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कराया था.  टिप्पणियां इस मामले को सर्वोच्च न्यायालय के आदेश पर बिहार से झारखंड की हजारीबाग अदालत में स्थानांतरित कर दिया गया था. अब अदालत 23 मई को सजा पर फैसला सुनाएगी. अदालत द्वारा दोषी करार दिए जाने के बाद प्रभुनाथ को गिरफ्तार कर के जेल भेज दिया गया.  (इनपुट आईएएनएस से भी) अशोक सिंह 1995 में बिहार में मशरक निर्वाचन क्षेत्र से विधायक निर्वाचित हुए थे. उन्होंने प्रभुनाथ सिंह को हराया था. इस चुनावी जीत के 90 दिन बाद ही उनकी हत्या कर दी गई. 1995 में प्रभुनाथ सिंह जनता दल में थे और बाद में वह जनता दल (युनाइटेड) शामिल हो गए. मौजूदा समय में वह राजद में हैं.  अशोक सिंह के भाई तारकेश्वर सिंह ने मीडिया को बताया कि उनके भाई ने 1995 में प्रभुनाथ सिंह को चुनाव में हरा दिया था. इसके बाद प्रभुनाथ ने खुले तौर पर कहा था कि अशोक सिंह के विधायक बनने के 90 दिनों के भीतर उसकी हत्या कर दी जाएगी और 90 दिन बाद 3 जुलाई, 1995 को पटना में उनके सरकारी आवास में बम मार कर उनकी हत्या कर दी गई. अशोक सिंह की हत्या के बाद उनकी पत्नी चांदनी देवी ने प्रभुनाथ सिंह और उनके दो भाइयों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कराया था.  टिप्पणियां इस मामले को सर्वोच्च न्यायालय के आदेश पर बिहार से झारखंड की हजारीबाग अदालत में स्थानांतरित कर दिया गया था. अब अदालत 23 मई को सजा पर फैसला सुनाएगी. अदालत द्वारा दोषी करार दिए जाने के बाद प्रभुनाथ को गिरफ्तार कर के जेल भेज दिया गया.  (इनपुट आईएएनएस से भी) अशोक सिंह के भाई तारकेश्वर सिंह ने मीडिया को बताया कि उनके भाई ने 1995 में प्रभुनाथ सिंह को चुनाव में हरा दिया था. इसके बाद प्रभुनाथ ने खुले तौर पर कहा था कि अशोक सिंह के विधायक बनने के 90 दिनों के भीतर उसकी हत्या कर दी जाएगी और 90 दिन बाद 3 जुलाई, 1995 को पटना में उनके सरकारी आवास में बम मार कर उनकी हत्या कर दी गई. अशोक सिंह की हत्या के बाद उनकी पत्नी चांदनी देवी ने प्रभुनाथ सिंह और उनके दो भाइयों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कराया था.  टिप्पणियां इस मामले को सर्वोच्च न्यायालय के आदेश पर बिहार से झारखंड की हजारीबाग अदालत में स्थानांतरित कर दिया गया था. अब अदालत 23 मई को सजा पर फैसला सुनाएगी. अदालत द्वारा दोषी करार दिए जाने के बाद प्रभुनाथ को गिरफ्तार कर के जेल भेज दिया गया.  (इनपुट आईएएनएस से भी) इस मामले को सर्वोच्च न्यायालय के आदेश पर बिहार से झारखंड की हजारीबाग अदालत में स्थानांतरित कर दिया गया था. अब अदालत 23 मई को सजा पर फैसला सुनाएगी. अदालत द्वारा दोषी करार दिए जाने के बाद प्रभुनाथ को गिरफ्तार कर के जेल भेज दिया गया.  (इनपुट आईएएनएस से भी) (इनपुट आईएएनएस से भी)
A Suitable Boy First Look: ईशान खट्टर बने 'मान कपूर' तो तबु बनीं 'सईदा बाई'- देखें Photo
'अ सूटेबल बॉय' का फर्स्ट लुक हुआ रिलीज अलग अंदाज में नजर आए ईशान खट्टर और तबु बॉलीवुड कलाकारों ने इस लुक पर दिए रिएक्शन
बॉलीवुड एक्टर ईशान खट्टर (Ishaan Khattar) ने 'धड़क' से बॉलीवुड में धमाल मचाने के साथ-साथ अपनी एक्टिंग से लोगों का खूब दिल भी जीता है. जल्द ही वह अनन्या पांडे (Ananya Panday) के साथ 'खाली पीली' में भी नजर आने वाले हैं. लेकिन इससे पहले ईशान खट्टर की एक और फिल्म 'अ सूटेबल बॉय' (A Suitable Boy) का फर्स्ट लुक रिलीज हुआ है. इस लुक में ईशान खट्टर बॉलीवुड की दिग्गज एक्ट्रेस तबु के साथ बड़े ही दिलचस्प अंदाज में नजर आ रहे हैं. तबु (Tabu) के साथ ईशान खट्टर की यह फोटो सोशल मीडिया पर खूब सुर्खियां बटोर रही है. इस फोटो में तबु और ईशान खट्टर साथ में एक झूले पर बैठे और एक-दूसरे के साथ खोए नजर आ रहे हैं.  A Suitable Boy.. first look A post shared by Ishaan (@ishaankhatter) on Dec 2, 2019 at 1:40am PST 'अ सूटेबल बॉय' (A Suitable Boy) का यह लुक खुद बॉलीवुड एक्टर ईशान खट्टर (Ishaan Khattar) ने अपने इंस्टाग्राम एकाउंट से सोशल मीडिया पर साझा किया है. इसे शेयर करते हुए एक्टर ने लिखा, "ए सूटेबल बॉय का पहला लुक." इस लुक में दोनों कलाकार पारंपरिक पहनावे में दिखाई दे रहे हैं. 'अ सूटेबल बॉय' के इस लुक पर ईशान खट्टर की भाभी और शाहिद कपूर की पत्नी मीरा कपूर ने भी अपना रिएक्शन दिया है. उनके अलावा तारा सुतारिया, आयुष्मान खुराना, सिद्धांत चतुर्वेदी और करण जौहर जैसे कलाकारों ने भी इस फोटो पर अपना रिएक्शन दिया है. बता दें कि इस फिल्म में ईशान खट्टर 'मान कपूर' और तबु 'सईदा बाई' के रोल में नजर आएंगी.  'अ सूटेबल बॉय' (A Suitable Boy) के जरिए ईशान खट्टर (Ishaan Khattar) पहली बार मीरा नायर (Mira Nair) के साथ काम करेंगे. उनकी यह फिल्म अगले साल सितंबर में रिलीज हो सकती है. इस फिल्म में ईशान खट्टर और तबु (Tabu) के अलावा एक्ट्रेस रसिका दुग्गल, शेफाली शाह, विजय वर्मा, रणदीप हूड्डा, विवेक गोम्बर, राम कपूर और शहाना गोस्वामी जैसे कलाकार भी नजर आएंगे. वही, ईशान खट्टर की 'खाली पीली' (Khali Peeli) की बात करें तो यह फिल्म भी अगले साल 12 जून तक रिलीज हो सकती है.
शेयर बाजारों में आज सुबह नरमी का रुख, सेंसेक्स और निफ्टी गिरकर खुले
सेंसेक्स और निफ्टी गिरावट के साथ खुले पिछले सप्ताह रही थी तेजी लगातार सात दिन तक रही तेजी
देश के शेयर बाजार सोमवार को गिरावट के साथ खुले. प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स सुबह 9.31 बजे 62.70 अंकों की कमजोरी के साथ 34,129.95 पर और निफ्टी भी लगभग इसी समय 15.60 अंकों की गिरावट के साथ 10,465.00 पर कारोबार करते देखे गए. बम्बई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स सुबह 247.92 अंकों की गिरावट के साथ 33944.73 पर, जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 82.3 अंकों की कमजोरी के साथ 10,186.85 पर खुला.  बीते सप्ताह देश के शेयर बाजारों में तेजी देखी गई. पिछले साल नवंबर के बाद लगातार सात दिन तक शेयर बाजारों में तेजी रही. नवंबर में लगातार आठ दिनों तक तेजी देखी गई थी. सकारात्मक वैश्विक संकेतों के बीच शेयर बाजारों में अच्छी तेजी दर्ज की गई थी. पिछले दिनों अमेरिका द्वारा अपने घरेलू बाजार के लिए संरक्षणवादी रुख अपनाने के बाद चीन की प्रतिक्रिया के आशंका में वैश्विक बाजारों में गिरावट छाने लगी थी, लेकिन चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के एक भाषण में अमेरिकी रुख पर चीन द्वारा प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं करने और निर्यात शुल्क में गिरावट लाने की घोषणा से वैश्विक बाजारों में तेजी लौटी. वहीं, दूसरी तरफ सीरिया को लेकर रूस और अमेरिका के बीच तनातनी बढ़ने की आशंका से कारोबारी सप्ताह के मध्य में शेयर बाजारों की कमजोरी देखी गई. लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा यह ट्वीट करने पर कि अमेरिका सीरीया में जल्दीबाजी में हमला नहीं करेगा, शेयर बाजारों में तेजी लौट गई.  बीते सप्ताह सभी पांच कारोबारी दिनों में सेंसेक्स और निफ्टी तेजी के साथ बंद हुए. साप्ताहिक आधार पर सेंसेक्स 565.68 अंकों या 1.68 फीसदी की तेजी के साथ 34,192.65 पर तथा निफ्टी 129 अंकों या 1.44 फीसदी की तेजी के साथ 10,480.60 पर बंद हुआ. सोमवार को शेयर बाजारों की सकारात्मक शुरुआत हुई और सेंसेक्स 161.57 अंको या 0.48 फीसदी की तेजी के साथ 33,788.54 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 47.75 अंको या 0.46 फीसदी की तेजी के साथ 10,379.35 पर बंद हुआ. मंगलवार को सेंसेक्स 91.71 अंकों या 0.27 फीसदी की तेजी के साथ 33,880.25 पर बंद हुआ और निफ्टी 22.90 अंकों या 0.22 फीसदी की तेजी के साथ 10,402.25 पर बंद हुआ. बुधवार को सेंसेक्स 60.19 अंकों या 0.18 फीसदी की तेजी के साथ 33,940.44 बंद हुआ, जबकि निफ्टी 14.90 अंकों या 0.14 फीसदी की तेजी के साथ 10,417.15 पर बंद हुआ. गुरुवार को भी बाजार में तेजी का रूख रहा और सेंसेक्स 160.69 अंकों या 0.47 फीसदी की तेजी के साथ 34,101.13 पर बंद हुआ. वहीं, निफ्टी 41.50 अंकों या 0.40 फीसदी की तेजी के साथ 10,458.65 पर बंद हुआ. इसी दिन सेंसेक्स ने 34,000 का मनोवैज्ञानिक स्तर पर कर लिया. सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को बाजार में उतार-चढ़ाव का रुख देखने को मिला और सेंसेक्सस 91.52 अंकों या 0.27 फीसदी की तेजी के साथ 34,192.65 पर बंद हुआ तथा निफ्टी 21.95 अंकों या 0.21 फीसदी की तेजी के साथ 10,480.60 पर बंद हुआ. बीते सप्ताह सेंसेक्स के तेजी वाले शेयरों में प्रमुख रहे - एक्सिस बैंक (8.23 फीसदी), आईसीआईसीआई बैंक (2.48 फीसदी), एचडीएफसी बैंक (0.28 फीसदी), इंफोसिस (3.52 फीसदी), विप्रो (3.26 फीसदी), टीसीएस (6.82 फीसदी), रिलायंस इंडस्ट्रीज (3.20 फीसदी), बजाज ऑटो (0.43 फीसदी) और टाटा स्टील (1.53 फीसदी). सेंसेक्स के गिरावट वाले शेयरों में प्रमुख रहे - यस बैंक (1.53 फीसदी), स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (3.31 फीसदी), लार्सन एंड टूब्रो (4.03 फीसदी), टाटा मोटर्स (1.98 फीसदी) और मारुति सुजुकी (0.75 फीसदी). व्यापक आर्थिक मोर्चे पर, खाने पीने की चीजों के दाम में राहत के कारण मार्च में खुदरा मुद्रास्फीति की दर घटकर 4.28 फीसदी रही, जो फरवरी (2018) में 4.44 फीसदी पर थी. आधिकारिक आंकड़े गुरुवार को जारी किए गए.साल-दर-साल आधार पर उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) हालांकि पिछले महीने उच्च स्तर पर रही, क्योंकि 2017 के मार्च में यह 3.89 फीसदी पर थी.टिप्पणियां केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, उपभोक्ता खाद्य मूल्य सूचकांक (सीएफपीआई) मार्च में 2.81 फीसदी पर रही, जबकि फरवरी में यह 3.26 फीसदी पर थी. पिछले हफ्ते भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने अपनी द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा में चालू वित्तवर्ष के लिए मुद्रास्फीति की दर 4.7 फीसदी से 5.1 फीसदी के बीच रहने और वित्तवर्ष की दूसरी छमाही में इसे 4.4 फीसदी रहने का अनुमान लगाया है. आरबीआई ने वाणिज्यिक बैंकों के लिए अल्पकालिक ऋण दरों में कोई परिवर्तन नहीं किया था.   बीते सप्ताह देश के शेयर बाजारों में तेजी देखी गई. पिछले साल नवंबर के बाद लगातार सात दिन तक शेयर बाजारों में तेजी रही. नवंबर में लगातार आठ दिनों तक तेजी देखी गई थी. सकारात्मक वैश्विक संकेतों के बीच शेयर बाजारों में अच्छी तेजी दर्ज की गई थी. पिछले दिनों अमेरिका द्वारा अपने घरेलू बाजार के लिए संरक्षणवादी रुख अपनाने के बाद चीन की प्रतिक्रिया के आशंका में वैश्विक बाजारों में गिरावट छाने लगी थी, लेकिन चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के एक भाषण में अमेरिकी रुख पर चीन द्वारा प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं करने और निर्यात शुल्क में गिरावट लाने की घोषणा से वैश्विक बाजारों में तेजी लौटी. वहीं, दूसरी तरफ सीरिया को लेकर रूस और अमेरिका के बीच तनातनी बढ़ने की आशंका से कारोबारी सप्ताह के मध्य में शेयर बाजारों की कमजोरी देखी गई. लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा यह ट्वीट करने पर कि अमेरिका सीरीया में जल्दीबाजी में हमला नहीं करेगा, शेयर बाजारों में तेजी लौट गई.  बीते सप्ताह सभी पांच कारोबारी दिनों में सेंसेक्स और निफ्टी तेजी के साथ बंद हुए. साप्ताहिक आधार पर सेंसेक्स 565.68 अंकों या 1.68 फीसदी की तेजी के साथ 34,192.65 पर तथा निफ्टी 129 अंकों या 1.44 फीसदी की तेजी के साथ 10,480.60 पर बंद हुआ. सोमवार को शेयर बाजारों की सकारात्मक शुरुआत हुई और सेंसेक्स 161.57 अंको या 0.48 फीसदी की तेजी के साथ 33,788.54 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 47.75 अंको या 0.46 फीसदी की तेजी के साथ 10,379.35 पर बंद हुआ. मंगलवार को सेंसेक्स 91.71 अंकों या 0.27 फीसदी की तेजी के साथ 33,880.25 पर बंद हुआ और निफ्टी 22.90 अंकों या 0.22 फीसदी की तेजी के साथ 10,402.25 पर बंद हुआ. बुधवार को सेंसेक्स 60.19 अंकों या 0.18 फीसदी की तेजी के साथ 33,940.44 बंद हुआ, जबकि निफ्टी 14.90 अंकों या 0.14 फीसदी की तेजी के साथ 10,417.15 पर बंद हुआ. गुरुवार को भी बाजार में तेजी का रूख रहा और सेंसेक्स 160.69 अंकों या 0.47 फीसदी की तेजी के साथ 34,101.13 पर बंद हुआ. वहीं, निफ्टी 41.50 अंकों या 0.40 फीसदी की तेजी के साथ 10,458.65 पर बंद हुआ. इसी दिन सेंसेक्स ने 34,000 का मनोवैज्ञानिक स्तर पर कर लिया. सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को बाजार में उतार-चढ़ाव का रुख देखने को मिला और सेंसेक्सस 91.52 अंकों या 0.27 फीसदी की तेजी के साथ 34,192.65 पर बंद हुआ तथा निफ्टी 21.95 अंकों या 0.21 फीसदी की तेजी के साथ 10,480.60 पर बंद हुआ. बीते सप्ताह सेंसेक्स के तेजी वाले शेयरों में प्रमुख रहे - एक्सिस बैंक (8.23 फीसदी), आईसीआईसीआई बैंक (2.48 फीसदी), एचडीएफसी बैंक (0.28 फीसदी), इंफोसिस (3.52 फीसदी), विप्रो (3.26 फीसदी), टीसीएस (6.82 फीसदी), रिलायंस इंडस्ट्रीज (3.20 फीसदी), बजाज ऑटो (0.43 फीसदी) और टाटा स्टील (1.53 फीसदी). सेंसेक्स के गिरावट वाले शेयरों में प्रमुख रहे - यस बैंक (1.53 फीसदी), स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (3.31 फीसदी), लार्सन एंड टूब्रो (4.03 फीसदी), टाटा मोटर्स (1.98 फीसदी) और मारुति सुजुकी (0.75 फीसदी). व्यापक आर्थिक मोर्चे पर, खाने पीने की चीजों के दाम में राहत के कारण मार्च में खुदरा मुद्रास्फीति की दर घटकर 4.28 फीसदी रही, जो फरवरी (2018) में 4.44 फीसदी पर थी. आधिकारिक आंकड़े गुरुवार को जारी किए गए.साल-दर-साल आधार पर उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) हालांकि पिछले महीने उच्च स्तर पर रही, क्योंकि 2017 के मार्च में यह 3.89 फीसदी पर थी.टिप्पणियां केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, उपभोक्ता खाद्य मूल्य सूचकांक (सीएफपीआई) मार्च में 2.81 फीसदी पर रही, जबकि फरवरी में यह 3.26 फीसदी पर थी. पिछले हफ्ते भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने अपनी द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा में चालू वित्तवर्ष के लिए मुद्रास्फीति की दर 4.7 फीसदी से 5.1 फीसदी के बीच रहने और वित्तवर्ष की दूसरी छमाही में इसे 4.4 फीसदी रहने का अनुमान लगाया है. आरबीआई ने वाणिज्यिक बैंकों के लिए अल्पकालिक ऋण दरों में कोई परिवर्तन नहीं किया था.   वहीं, दूसरी तरफ सीरिया को लेकर रूस और अमेरिका के बीच तनातनी बढ़ने की आशंका से कारोबारी सप्ताह के मध्य में शेयर बाजारों की कमजोरी देखी गई. लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा यह ट्वीट करने पर कि अमेरिका सीरीया में जल्दीबाजी में हमला नहीं करेगा, शेयर बाजारों में तेजी लौट गई.  बीते सप्ताह सभी पांच कारोबारी दिनों में सेंसेक्स और निफ्टी तेजी के साथ बंद हुए. साप्ताहिक आधार पर सेंसेक्स 565.68 अंकों या 1.68 फीसदी की तेजी के साथ 34,192.65 पर तथा निफ्टी 129 अंकों या 1.44 फीसदी की तेजी के साथ 10,480.60 पर बंद हुआ. सोमवार को शेयर बाजारों की सकारात्मक शुरुआत हुई और सेंसेक्स 161.57 अंको या 0.48 फीसदी की तेजी के साथ 33,788.54 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 47.75 अंको या 0.46 फीसदी की तेजी के साथ 10,379.35 पर बंद हुआ. मंगलवार को सेंसेक्स 91.71 अंकों या 0.27 फीसदी की तेजी के साथ 33,880.25 पर बंद हुआ और निफ्टी 22.90 अंकों या 0.22 फीसदी की तेजी के साथ 10,402.25 पर बंद हुआ. बुधवार को सेंसेक्स 60.19 अंकों या 0.18 फीसदी की तेजी के साथ 33,940.44 बंद हुआ, जबकि निफ्टी 14.90 अंकों या 0.14 फीसदी की तेजी के साथ 10,417.15 पर बंद हुआ. गुरुवार को भी बाजार में तेजी का रूख रहा और सेंसेक्स 160.69 अंकों या 0.47 फीसदी की तेजी के साथ 34,101.13 पर बंद हुआ. वहीं, निफ्टी 41.50 अंकों या 0.40 फीसदी की तेजी के साथ 10,458.65 पर बंद हुआ. इसी दिन सेंसेक्स ने 34,000 का मनोवैज्ञानिक स्तर पर कर लिया. सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को बाजार में उतार-चढ़ाव का रुख देखने को मिला और सेंसेक्सस 91.52 अंकों या 0.27 फीसदी की तेजी के साथ 34,192.65 पर बंद हुआ तथा निफ्टी 21.95 अंकों या 0.21 फीसदी की तेजी के साथ 10,480.60 पर बंद हुआ. बीते सप्ताह सेंसेक्स के तेजी वाले शेयरों में प्रमुख रहे - एक्सिस बैंक (8.23 फीसदी), आईसीआईसीआई बैंक (2.48 फीसदी), एचडीएफसी बैंक (0.28 फीसदी), इंफोसिस (3.52 फीसदी), विप्रो (3.26 फीसदी), टीसीएस (6.82 फीसदी), रिलायंस इंडस्ट्रीज (3.20 फीसदी), बजाज ऑटो (0.43 फीसदी) और टाटा स्टील (1.53 फीसदी). सेंसेक्स के गिरावट वाले शेयरों में प्रमुख रहे - यस बैंक (1.53 फीसदी), स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (3.31 फीसदी), लार्सन एंड टूब्रो (4.03 फीसदी), टाटा मोटर्स (1.98 फीसदी) और मारुति सुजुकी (0.75 फीसदी). व्यापक आर्थिक मोर्चे पर, खाने पीने की चीजों के दाम में राहत के कारण मार्च में खुदरा मुद्रास्फीति की दर घटकर 4.28 फीसदी रही, जो फरवरी (2018) में 4.44 फीसदी पर थी. आधिकारिक आंकड़े गुरुवार को जारी किए गए.साल-दर-साल आधार पर उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) हालांकि पिछले महीने उच्च स्तर पर रही, क्योंकि 2017 के मार्च में यह 3.89 फीसदी पर थी.टिप्पणियां केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, उपभोक्ता खाद्य मूल्य सूचकांक (सीएफपीआई) मार्च में 2.81 फीसदी पर रही, जबकि फरवरी में यह 3.26 फीसदी पर थी. पिछले हफ्ते भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने अपनी द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा में चालू वित्तवर्ष के लिए मुद्रास्फीति की दर 4.7 फीसदी से 5.1 फीसदी के बीच रहने और वित्तवर्ष की दूसरी छमाही में इसे 4.4 फीसदी रहने का अनुमान लगाया है. आरबीआई ने वाणिज्यिक बैंकों के लिए अल्पकालिक ऋण दरों में कोई परिवर्तन नहीं किया था.   बीते सप्ताह सभी पांच कारोबारी दिनों में सेंसेक्स और निफ्टी तेजी के साथ बंद हुए. साप्ताहिक आधार पर सेंसेक्स 565.68 अंकों या 1.68 फीसदी की तेजी के साथ 34,192.65 पर तथा निफ्टी 129 अंकों या 1.44 फीसदी की तेजी के साथ 10,480.60 पर बंद हुआ. सोमवार को शेयर बाजारों की सकारात्मक शुरुआत हुई और सेंसेक्स 161.57 अंको या 0.48 फीसदी की तेजी के साथ 33,788.54 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 47.75 अंको या 0.46 फीसदी की तेजी के साथ 10,379.35 पर बंद हुआ. मंगलवार को सेंसेक्स 91.71 अंकों या 0.27 फीसदी की तेजी के साथ 33,880.25 पर बंद हुआ और निफ्टी 22.90 अंकों या 0.22 फीसदी की तेजी के साथ 10,402.25 पर बंद हुआ. बुधवार को सेंसेक्स 60.19 अंकों या 0.18 फीसदी की तेजी के साथ 33,940.44 बंद हुआ, जबकि निफ्टी 14.90 अंकों या 0.14 फीसदी की तेजी के साथ 10,417.15 पर बंद हुआ. गुरुवार को भी बाजार में तेजी का रूख रहा और सेंसेक्स 160.69 अंकों या 0.47 फीसदी की तेजी के साथ 34,101.13 पर बंद हुआ. वहीं, निफ्टी 41.50 अंकों या 0.40 फीसदी की तेजी के साथ 10,458.65 पर बंद हुआ. इसी दिन सेंसेक्स ने 34,000 का मनोवैज्ञानिक स्तर पर कर लिया. सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को बाजार में उतार-चढ़ाव का रुख देखने को मिला और सेंसेक्सस 91.52 अंकों या 0.27 फीसदी की तेजी के साथ 34,192.65 पर बंद हुआ तथा निफ्टी 21.95 अंकों या 0.21 फीसदी की तेजी के साथ 10,480.60 पर बंद हुआ. बीते सप्ताह सेंसेक्स के तेजी वाले शेयरों में प्रमुख रहे - एक्सिस बैंक (8.23 फीसदी), आईसीआईसीआई बैंक (2.48 फीसदी), एचडीएफसी बैंक (0.28 फीसदी), इंफोसिस (3.52 फीसदी), विप्रो (3.26 फीसदी), टीसीएस (6.82 फीसदी), रिलायंस इंडस्ट्रीज (3.20 फीसदी), बजाज ऑटो (0.43 फीसदी) और टाटा स्टील (1.53 फीसदी). सेंसेक्स के गिरावट वाले शेयरों में प्रमुख रहे - यस बैंक (1.53 फीसदी), स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (3.31 फीसदी), लार्सन एंड टूब्रो (4.03 फीसदी), टाटा मोटर्स (1.98 फीसदी) और मारुति सुजुकी (0.75 फीसदी). व्यापक आर्थिक मोर्चे पर, खाने पीने की चीजों के दाम में राहत के कारण मार्च में खुदरा मुद्रास्फीति की दर घटकर 4.28 फीसदी रही, जो फरवरी (2018) में 4.44 फीसदी पर थी. आधिकारिक आंकड़े गुरुवार को जारी किए गए.साल-दर-साल आधार पर उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) हालांकि पिछले महीने उच्च स्तर पर रही, क्योंकि 2017 के मार्च में यह 3.89 फीसदी पर थी.टिप्पणियां केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, उपभोक्ता खाद्य मूल्य सूचकांक (सीएफपीआई) मार्च में 2.81 फीसदी पर रही, जबकि फरवरी में यह 3.26 फीसदी पर थी. पिछले हफ्ते भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने अपनी द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा में चालू वित्तवर्ष के लिए मुद्रास्फीति की दर 4.7 फीसदी से 5.1 फीसदी के बीच रहने और वित्तवर्ष की दूसरी छमाही में इसे 4.4 फीसदी रहने का अनुमान लगाया है. आरबीआई ने वाणिज्यिक बैंकों के लिए अल्पकालिक ऋण दरों में कोई परिवर्तन नहीं किया था.   सोमवार को शेयर बाजारों की सकारात्मक शुरुआत हुई और सेंसेक्स 161.57 अंको या 0.48 फीसदी की तेजी के साथ 33,788.54 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 47.75 अंको या 0.46 फीसदी की तेजी के साथ 10,379.35 पर बंद हुआ. मंगलवार को सेंसेक्स 91.71 अंकों या 0.27 फीसदी की तेजी के साथ 33,880.25 पर बंद हुआ और निफ्टी 22.90 अंकों या 0.22 फीसदी की तेजी के साथ 10,402.25 पर बंद हुआ. बुधवार को सेंसेक्स 60.19 अंकों या 0.18 फीसदी की तेजी के साथ 33,940.44 बंद हुआ, जबकि निफ्टी 14.90 अंकों या 0.14 फीसदी की तेजी के साथ 10,417.15 पर बंद हुआ. गुरुवार को भी बाजार में तेजी का रूख रहा और सेंसेक्स 160.69 अंकों या 0.47 फीसदी की तेजी के साथ 34,101.13 पर बंद हुआ. वहीं, निफ्टी 41.50 अंकों या 0.40 फीसदी की तेजी के साथ 10,458.65 पर बंद हुआ. इसी दिन सेंसेक्स ने 34,000 का मनोवैज्ञानिक स्तर पर कर लिया. सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को बाजार में उतार-चढ़ाव का रुख देखने को मिला और सेंसेक्सस 91.52 अंकों या 0.27 फीसदी की तेजी के साथ 34,192.65 पर बंद हुआ तथा निफ्टी 21.95 अंकों या 0.21 फीसदी की तेजी के साथ 10,480.60 पर बंद हुआ. बीते सप्ताह सेंसेक्स के तेजी वाले शेयरों में प्रमुख रहे - एक्सिस बैंक (8.23 फीसदी), आईसीआईसीआई बैंक (2.48 फीसदी), एचडीएफसी बैंक (0.28 फीसदी), इंफोसिस (3.52 फीसदी), विप्रो (3.26 फीसदी), टीसीएस (6.82 फीसदी), रिलायंस इंडस्ट्रीज (3.20 फीसदी), बजाज ऑटो (0.43 फीसदी) और टाटा स्टील (1.53 फीसदी). सेंसेक्स के गिरावट वाले शेयरों में प्रमुख रहे - यस बैंक (1.53 फीसदी), स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (3.31 फीसदी), लार्सन एंड टूब्रो (4.03 फीसदी), टाटा मोटर्स (1.98 फीसदी) और मारुति सुजुकी (0.75 फीसदी). व्यापक आर्थिक मोर्चे पर, खाने पीने की चीजों के दाम में राहत के कारण मार्च में खुदरा मुद्रास्फीति की दर घटकर 4.28 फीसदी रही, जो फरवरी (2018) में 4.44 फीसदी पर थी. आधिकारिक आंकड़े गुरुवार को जारी किए गए.साल-दर-साल आधार पर उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) हालांकि पिछले महीने उच्च स्तर पर रही, क्योंकि 2017 के मार्च में यह 3.89 फीसदी पर थी.टिप्पणियां केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, उपभोक्ता खाद्य मूल्य सूचकांक (सीएफपीआई) मार्च में 2.81 फीसदी पर रही, जबकि फरवरी में यह 3.26 फीसदी पर थी. पिछले हफ्ते भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने अपनी द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा में चालू वित्तवर्ष के लिए मुद्रास्फीति की दर 4.7 फीसदी से 5.1 फीसदी के बीच रहने और वित्तवर्ष की दूसरी छमाही में इसे 4.4 फीसदी रहने का अनुमान लगाया है. आरबीआई ने वाणिज्यिक बैंकों के लिए अल्पकालिक ऋण दरों में कोई परिवर्तन नहीं किया था.   बुधवार को सेंसेक्स 60.19 अंकों या 0.18 फीसदी की तेजी के साथ 33,940.44 बंद हुआ, जबकि निफ्टी 14.90 अंकों या 0.14 फीसदी की तेजी के साथ 10,417.15 पर बंद हुआ. गुरुवार को भी बाजार में तेजी का रूख रहा और सेंसेक्स 160.69 अंकों या 0.47 फीसदी की तेजी के साथ 34,101.13 पर बंद हुआ. वहीं, निफ्टी 41.50 अंकों या 0.40 फीसदी की तेजी के साथ 10,458.65 पर बंद हुआ. इसी दिन सेंसेक्स ने 34,000 का मनोवैज्ञानिक स्तर पर कर लिया. सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को बाजार में उतार-चढ़ाव का रुख देखने को मिला और सेंसेक्सस 91.52 अंकों या 0.27 फीसदी की तेजी के साथ 34,192.65 पर बंद हुआ तथा निफ्टी 21.95 अंकों या 0.21 फीसदी की तेजी के साथ 10,480.60 पर बंद हुआ. बीते सप्ताह सेंसेक्स के तेजी वाले शेयरों में प्रमुख रहे - एक्सिस बैंक (8.23 फीसदी), आईसीआईसीआई बैंक (2.48 फीसदी), एचडीएफसी बैंक (0.28 फीसदी), इंफोसिस (3.52 फीसदी), विप्रो (3.26 फीसदी), टीसीएस (6.82 फीसदी), रिलायंस इंडस्ट्रीज (3.20 फीसदी), बजाज ऑटो (0.43 फीसदी) और टाटा स्टील (1.53 फीसदी). सेंसेक्स के गिरावट वाले शेयरों में प्रमुख रहे - यस बैंक (1.53 फीसदी), स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (3.31 फीसदी), लार्सन एंड टूब्रो (4.03 फीसदी), टाटा मोटर्स (1.98 फीसदी) और मारुति सुजुकी (0.75 फीसदी). व्यापक आर्थिक मोर्चे पर, खाने पीने की चीजों के दाम में राहत के कारण मार्च में खुदरा मुद्रास्फीति की दर घटकर 4.28 फीसदी रही, जो फरवरी (2018) में 4.44 फीसदी पर थी. आधिकारिक आंकड़े गुरुवार को जारी किए गए.साल-दर-साल आधार पर उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) हालांकि पिछले महीने उच्च स्तर पर रही, क्योंकि 2017 के मार्च में यह 3.89 फीसदी पर थी.टिप्पणियां केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, उपभोक्ता खाद्य मूल्य सूचकांक (सीएफपीआई) मार्च में 2.81 फीसदी पर रही, जबकि फरवरी में यह 3.26 फीसदी पर थी. पिछले हफ्ते भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने अपनी द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा में चालू वित्तवर्ष के लिए मुद्रास्फीति की दर 4.7 फीसदी से 5.1 फीसदी के बीच रहने और वित्तवर्ष की दूसरी छमाही में इसे 4.4 फीसदी रहने का अनुमान लगाया है. आरबीआई ने वाणिज्यिक बैंकों के लिए अल्पकालिक ऋण दरों में कोई परिवर्तन नहीं किया था.   सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को बाजार में उतार-चढ़ाव का रुख देखने को मिला और सेंसेक्सस 91.52 अंकों या 0.27 फीसदी की तेजी के साथ 34,192.65 पर बंद हुआ तथा निफ्टी 21.95 अंकों या 0.21 फीसदी की तेजी के साथ 10,480.60 पर बंद हुआ. बीते सप्ताह सेंसेक्स के तेजी वाले शेयरों में प्रमुख रहे - एक्सिस बैंक (8.23 फीसदी), आईसीआईसीआई बैंक (2.48 फीसदी), एचडीएफसी बैंक (0.28 फीसदी), इंफोसिस (3.52 फीसदी), विप्रो (3.26 फीसदी), टीसीएस (6.82 फीसदी), रिलायंस इंडस्ट्रीज (3.20 फीसदी), बजाज ऑटो (0.43 फीसदी) और टाटा स्टील (1.53 फीसदी). सेंसेक्स के गिरावट वाले शेयरों में प्रमुख रहे - यस बैंक (1.53 फीसदी), स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (3.31 फीसदी), लार्सन एंड टूब्रो (4.03 फीसदी), टाटा मोटर्स (1.98 फीसदी) और मारुति सुजुकी (0.75 फीसदी). व्यापक आर्थिक मोर्चे पर, खाने पीने की चीजों के दाम में राहत के कारण मार्च में खुदरा मुद्रास्फीति की दर घटकर 4.28 फीसदी रही, जो फरवरी (2018) में 4.44 फीसदी पर थी. आधिकारिक आंकड़े गुरुवार को जारी किए गए.साल-दर-साल आधार पर उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) हालांकि पिछले महीने उच्च स्तर पर रही, क्योंकि 2017 के मार्च में यह 3.89 फीसदी पर थी.टिप्पणियां केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, उपभोक्ता खाद्य मूल्य सूचकांक (सीएफपीआई) मार्च में 2.81 फीसदी पर रही, जबकि फरवरी में यह 3.26 फीसदी पर थी. पिछले हफ्ते भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने अपनी द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा में चालू वित्तवर्ष के लिए मुद्रास्फीति की दर 4.7 फीसदी से 5.1 फीसदी के बीच रहने और वित्तवर्ष की दूसरी छमाही में इसे 4.4 फीसदी रहने का अनुमान लगाया है. आरबीआई ने वाणिज्यिक बैंकों के लिए अल्पकालिक ऋण दरों में कोई परिवर्तन नहीं किया था.   बीते सप्ताह सेंसेक्स के तेजी वाले शेयरों में प्रमुख रहे - एक्सिस बैंक (8.23 फीसदी), आईसीआईसीआई बैंक (2.48 फीसदी), एचडीएफसी बैंक (0.28 फीसदी), इंफोसिस (3.52 फीसदी), विप्रो (3.26 फीसदी), टीसीएस (6.82 फीसदी), रिलायंस इंडस्ट्रीज (3.20 फीसदी), बजाज ऑटो (0.43 फीसदी) और टाटा स्टील (1.53 फीसदी). सेंसेक्स के गिरावट वाले शेयरों में प्रमुख रहे - यस बैंक (1.53 फीसदी), स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (3.31 फीसदी), लार्सन एंड टूब्रो (4.03 फीसदी), टाटा मोटर्स (1.98 फीसदी) और मारुति सुजुकी (0.75 फीसदी). व्यापक आर्थिक मोर्चे पर, खाने पीने की चीजों के दाम में राहत के कारण मार्च में खुदरा मुद्रास्फीति की दर घटकर 4.28 फीसदी रही, जो फरवरी (2018) में 4.44 फीसदी पर थी. आधिकारिक आंकड़े गुरुवार को जारी किए गए.साल-दर-साल आधार पर उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) हालांकि पिछले महीने उच्च स्तर पर रही, क्योंकि 2017 के मार्च में यह 3.89 फीसदी पर थी.टिप्पणियां केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, उपभोक्ता खाद्य मूल्य सूचकांक (सीएफपीआई) मार्च में 2.81 फीसदी पर रही, जबकि फरवरी में यह 3.26 फीसदी पर थी. पिछले हफ्ते भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने अपनी द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा में चालू वित्तवर्ष के लिए मुद्रास्फीति की दर 4.7 फीसदी से 5.1 फीसदी के बीच रहने और वित्तवर्ष की दूसरी छमाही में इसे 4.4 फीसदी रहने का अनुमान लगाया है. आरबीआई ने वाणिज्यिक बैंकों के लिए अल्पकालिक ऋण दरों में कोई परिवर्तन नहीं किया था.   सेंसेक्स के गिरावट वाले शेयरों में प्रमुख रहे - यस बैंक (1.53 फीसदी), स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (3.31 फीसदी), लार्सन एंड टूब्रो (4.03 फीसदी), टाटा मोटर्स (1.98 फीसदी) और मारुति सुजुकी (0.75 फीसदी). व्यापक आर्थिक मोर्चे पर, खाने पीने की चीजों के दाम में राहत के कारण मार्च में खुदरा मुद्रास्फीति की दर घटकर 4.28 फीसदी रही, जो फरवरी (2018) में 4.44 फीसदी पर थी. आधिकारिक आंकड़े गुरुवार को जारी किए गए.साल-दर-साल आधार पर उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) हालांकि पिछले महीने उच्च स्तर पर रही, क्योंकि 2017 के मार्च में यह 3.89 फीसदी पर थी.टिप्पणियां केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, उपभोक्ता खाद्य मूल्य सूचकांक (सीएफपीआई) मार्च में 2.81 फीसदी पर रही, जबकि फरवरी में यह 3.26 फीसदी पर थी. पिछले हफ्ते भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने अपनी द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा में चालू वित्तवर्ष के लिए मुद्रास्फीति की दर 4.7 फीसदी से 5.1 फीसदी के बीच रहने और वित्तवर्ष की दूसरी छमाही में इसे 4.4 फीसदी रहने का अनुमान लगाया है. आरबीआई ने वाणिज्यिक बैंकों के लिए अल्पकालिक ऋण दरों में कोई परिवर्तन नहीं किया था.   व्यापक आर्थिक मोर्चे पर, खाने पीने की चीजों के दाम में राहत के कारण मार्च में खुदरा मुद्रास्फीति की दर घटकर 4.28 फीसदी रही, जो फरवरी (2018) में 4.44 फीसदी पर थी. आधिकारिक आंकड़े गुरुवार को जारी किए गए.साल-दर-साल आधार पर उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) हालांकि पिछले महीने उच्च स्तर पर रही, क्योंकि 2017 के मार्च में यह 3.89 फीसदी पर थी.टिप्पणियां केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, उपभोक्ता खाद्य मूल्य सूचकांक (सीएफपीआई) मार्च में 2.81 फीसदी पर रही, जबकि फरवरी में यह 3.26 फीसदी पर थी. पिछले हफ्ते भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने अपनी द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा में चालू वित्तवर्ष के लिए मुद्रास्फीति की दर 4.7 फीसदी से 5.1 फीसदी के बीच रहने और वित्तवर्ष की दूसरी छमाही में इसे 4.4 फीसदी रहने का अनुमान लगाया है. आरबीआई ने वाणिज्यिक बैंकों के लिए अल्पकालिक ऋण दरों में कोई परिवर्तन नहीं किया था.   केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, उपभोक्ता खाद्य मूल्य सूचकांक (सीएफपीआई) मार्च में 2.81 फीसदी पर रही, जबकि फरवरी में यह 3.26 फीसदी पर थी. पिछले हफ्ते भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने अपनी द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा में चालू वित्तवर्ष के लिए मुद्रास्फीति की दर 4.7 फीसदी से 5.1 फीसदी के बीच रहने और वित्तवर्ष की दूसरी छमाही में इसे 4.4 फीसदी रहने का अनुमान लगाया है. आरबीआई ने वाणिज्यिक बैंकों के लिए अल्पकालिक ऋण दरों में कोई परिवर्तन नहीं किया था.   पिछले हफ्ते भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने अपनी द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा में चालू वित्तवर्ष के लिए मुद्रास्फीति की दर 4.7 फीसदी से 5.1 फीसदी के बीच रहने और वित्तवर्ष की दूसरी छमाही में इसे 4.4 फीसदी रहने का अनुमान लगाया है. आरबीआई ने वाणिज्यिक बैंकों के लिए अल्पकालिक ऋण दरों में कोई परिवर्तन नहीं किया था.
शम्सी हवाई ठिकाना खाली कर रहा है अमेरिका
नाटो के हवाई हमले में अपने 24 सैनिकों के मारे जाने के बाद पाकिस्तान ने अमेरिका को 11 दिस. तक यह हवाई ठिकाना खाली करने की मोहलत दी है।
अमेरिका रविवार को पाकिस्तान के शम्सी हवाई ठिकाने को खाली करने में जुट गया। उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के हवाई हमले में अपने 24 सैनिकों के मारे जाने के बाद पाकिस्तान ने अमेरिका को 11 दिसम्बर तक यह हवाई ठिकाना खाली करने की मोहलत दी है। 'जिओ न्यूज' के मुताबिक शम्सी हवाई ठिकाने पर तैनात अमेरिकी अधिकारियों को वापस लाने के लिए अमेरिका का एक विमान वहां उतरा। इस बीच, इलाके में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है और स्थानीय लोगों को अपने घर में ही रहने के लिए कहा गया है। हवाईअड्डे की ओर जाने वाले रास्तों को बंद कर दिया गया है। समाचार पत्र 'डॉन' ने सूत्रों के हवाले से बताया कि अमेरिकी नागरिकों को विमान में सवार कराने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। नाटो के हेलीकॉप्टरों ने गत 26 नवंबर को अफगानिस्तान सीमा से लगे मोहमंद एजेंसी क्षेत्र में दो सीमा चौकियों को निशाना बनाया था। हमले में 24 पाकिस्तानी सैनिकों के मारे जाने के बाद देश में गुस्से का माहौल है। इस हमले के विरोध में पाकिस्तान ने नाटो को रसद की आपूर्ति करने में इस्तेमाल होने वाले अपने मार्गो को बंद कर दिया। साथ ही उसने बॉन में पांच दिसम्बर को अफगानिस्तान के भविष्य पर आयोजित होने वाले सम्मेलन में हिस्सा न लेने का फैसला किया है। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी ने बुधवार को कहा, "अमेरिका 11 दिसम्बर तक हवाई ठिकाना खाली कर देगा।" उल्लेखनीय है कि अमेरिका करीब एक दशक से इसका इस्तेमाल अफगानिस्तान में सैन्य कार्रवाइयां और पाकिस्तान के कबायली इलाकों में ड्रोन हमलों के लिए करता आया है।
मित्तल, रुइया को सम्मन पर सीबीआई को नोटिस
सर्वोच्च न्यायालय ने शुक्रवार को भारती एयरटेल के सुनील मित्तल और एस्सार के रविकांत रुइया की याचिका पर केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को नोटिस जारी किया। मित्तल और रुइया ने विशेष अदालत से उन्हें सम्मन भेजे जाने को चुनौती दी थी।
सर्वोच्च न्यायालय ने शुक्रवार को भारती एयरटेल के सुनील मित्तल और एस्सार के रविकांत रुइया की याचिका पर केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को नोटिस जारी किया। मित्तल और रुइया ने विशेष अदालत से उन्हें सम्मन भेजे जाने को चुनौती दी थी। यह विशेष अदालत 2002 में 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन से सम्बंधिम मामलों की सुनवाई कर रही है।टिप्पणियां मुख्य न्यायाधीश अल्तमस कबीर की अध्यक्षता वाली पीठ ने सीबीआई से चार सप्ताह में जवाब दाखिल करने का आदेश दिया। जबकि मित्तल और रुइया को अपने जवाब दाखिल करने के लिए और तीन सप्ताह मोहलत दी। अदालत ने तब तक के लिए सुनवाई प्रक्रिया को मुल्तवी कर दिया। अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश ओपी सैनी की अध्यक्षता वाली 2जी विशेष अदालत ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के कार्यकाल में 2002 में स्पेक्ट्रम आवंटन से सम्बंधित मामले में मित्तल, रुइया और पांच अन्य को सम्मन भेजा है। यह विशेष अदालत 2002 में 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन से सम्बंधिम मामलों की सुनवाई कर रही है।टिप्पणियां मुख्य न्यायाधीश अल्तमस कबीर की अध्यक्षता वाली पीठ ने सीबीआई से चार सप्ताह में जवाब दाखिल करने का आदेश दिया। जबकि मित्तल और रुइया को अपने जवाब दाखिल करने के लिए और तीन सप्ताह मोहलत दी। अदालत ने तब तक के लिए सुनवाई प्रक्रिया को मुल्तवी कर दिया। अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश ओपी सैनी की अध्यक्षता वाली 2जी विशेष अदालत ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के कार्यकाल में 2002 में स्पेक्ट्रम आवंटन से सम्बंधित मामले में मित्तल, रुइया और पांच अन्य को सम्मन भेजा है। मुख्य न्यायाधीश अल्तमस कबीर की अध्यक्षता वाली पीठ ने सीबीआई से चार सप्ताह में जवाब दाखिल करने का आदेश दिया। जबकि मित्तल और रुइया को अपने जवाब दाखिल करने के लिए और तीन सप्ताह मोहलत दी। अदालत ने तब तक के लिए सुनवाई प्रक्रिया को मुल्तवी कर दिया। अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश ओपी सैनी की अध्यक्षता वाली 2जी विशेष अदालत ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के कार्यकाल में 2002 में स्पेक्ट्रम आवंटन से सम्बंधित मामले में मित्तल, रुइया और पांच अन्य को सम्मन भेजा है। अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश ओपी सैनी की अध्यक्षता वाली 2जी विशेष अदालत ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के कार्यकाल में 2002 में स्पेक्ट्रम आवंटन से सम्बंधित मामले में मित्तल, रुइया और पांच अन्य को सम्मन भेजा है।
ASEAN में भाग लेने फिलीपींस गए पीएम मोदी, भारतीय समुदाय से भी करेंगे मुलाकात
फिलीपींस के तीन दिवसीय दौरे पर हैं पीएम भारत-आसियान शिखर सम्मेलन में भाग लेने गए हैं यह फिलीपींस की उनकी पहली द्विपक्षीय यात्रा है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत-आसियान शिखर सम्मेलन में भाग लेने फिलीपींस गए हुए हैं. वह यहां तीन दिवसीय दौरे पर हैं. उन्होंने कहा कि फिलीपींस की उनकी प्रस्तावित यात्रा आसियान सदस्य देशों तथा भारत- प्रशांत क्षेत्र के साथ रिश्तों को मजबूत बनाने की भारत की प्रतिबद्धता का प्रतीक होगी. यह फिलीपींस की उनकी पहली द्विपक्षीय यात्रा है. पीएम मोदी फिलीपीन्स में भारतीय समुदाय से भी मिलेंगे.PM नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में सुना गया, "नोटबंदी से दिक्कत तो हुई, लेकिन..." पीएम मोदी ने उम्मीद जताई है कि मनीला की उनकी इस यात्रा से फिलीपींस के साथ भारत के द्विपक्षीय रिश्तों को भी नया बल मिलेगा तथा आसियान देशों के साथ राजनीतिक सुरक्षा, आर्थिक व सामाजिक- सांस्कृतिक क्षेत्र में भारत के संबंध मजबूत होंगे. अपनी तीन दिवसीय यात्रा पर रवाना होने से पहले मोदी ने अपने बयान में उन कार्यक्रमों का खाका भी खींचा था जिनमें वे इस दौरान भाग लेंगे. इस यात्रा के दौरान मोदी आसियान-भारत व पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलनों में भाग लेंगे. वे इस दौरान आसियान, क्षेत्रीय वृहद आर्थिक भागीदारी (आरसीईपी) के नेताओं की बैठक तथा आसियान कारोबार व निवेश शिखर सम्मेलन की 50वीं वर्षगांठ के विशेष कार्यक्रमों में भी भाग लेंगे. पीएम मोदी ने कहा है, ‘मेरी भागीदारी आसियान के सदस्य देशों विशेषकर एशिया प्रशांत क्षेत्र के साथ संबंधों को लगातार मजबूत बनाने की भारत की प्रतिबद्धता को परिलक्षित करता है. यह मेरी सरकार की पूर्व दिशा में काम करो की सोच के अनुरूप है.’ उन्होंने कहा है कि आसियान व्यापार व निवेश शिखर सम्मेलन से निकट सहयोग को बल मिलेगा ताकि आसियान के सदस्य देशों के साथ व्यापार संबंधों को प्रगाढ़ बनाया जा सके. इसका हमारे कुल व्यापार में हिस्सा 10.85 प्रतिशत है.टिप्पणियां पीएम मोदी ने एक फेसबुक पोस्ट में कहा कि वह अंतरराष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान (आईआरआरआई) और महावीर फिलीपींस फांउडेशन इंक (एमपीएफआई) को भी देखेंगे. इनमें कई भारतीय वैज्ञानिक काम कर रहे हैं. ‘मेरे मंत्रिमंडल ने जुलाई 2017 में आईआरआरआई को अपना दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय केन्द्र वाराणसी में लगाने के लिये एक प्रस्ताव को मंजूरी दी है. यह आईआरआरआई की फिलीपींस में उसके मुख्यालय से बाहर पहला शोध केन्द्र होगा.’ मोदी ने कहा कि उनकी एमपीएफआई का दौरा उसकी गतिविधियों को भारत के समर्थन को दर्शायेगा। केन्द्र कृत्रिम अंग के तौर पर ‘जयपुर फुट’ को जरूरतमंदों में वितरित करने में मदद करता है. VIDEO- पीएम मोदी ने गुजरात के युवाओं को लिखी चिट्ठी भारत व दस सदस्यीय आसियान के बीच 2015-16 में 65.04 अरब डालर का व्यापार हुआ जो कि भारत के कुल वैश्विक बाजार का 10.12 प्रतिशत है. आसियान के सदस्य देशों में इंडोनेशिया, मलेशिया, फिलीपीन, सिंगापुर, थाइलैंड, बरूनी, कंबोडिया, लाओस, म्यांमा व वियतनाम हैं. PM नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में सुना गया, "नोटबंदी से दिक्कत तो हुई, लेकिन..." पीएम मोदी ने उम्मीद जताई है कि मनीला की उनकी इस यात्रा से फिलीपींस के साथ भारत के द्विपक्षीय रिश्तों को भी नया बल मिलेगा तथा आसियान देशों के साथ राजनीतिक सुरक्षा, आर्थिक व सामाजिक- सांस्कृतिक क्षेत्र में भारत के संबंध मजबूत होंगे. अपनी तीन दिवसीय यात्रा पर रवाना होने से पहले मोदी ने अपने बयान में उन कार्यक्रमों का खाका भी खींचा था जिनमें वे इस दौरान भाग लेंगे. इस यात्रा के दौरान मोदी आसियान-भारत व पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलनों में भाग लेंगे. वे इस दौरान आसियान, क्षेत्रीय वृहद आर्थिक भागीदारी (आरसीईपी) के नेताओं की बैठक तथा आसियान कारोबार व निवेश शिखर सम्मेलन की 50वीं वर्षगांठ के विशेष कार्यक्रमों में भी भाग लेंगे. पीएम मोदी ने कहा है, ‘मेरी भागीदारी आसियान के सदस्य देशों विशेषकर एशिया प्रशांत क्षेत्र के साथ संबंधों को लगातार मजबूत बनाने की भारत की प्रतिबद्धता को परिलक्षित करता है. यह मेरी सरकार की पूर्व दिशा में काम करो की सोच के अनुरूप है.’ उन्होंने कहा है कि आसियान व्यापार व निवेश शिखर सम्मेलन से निकट सहयोग को बल मिलेगा ताकि आसियान के सदस्य देशों के साथ व्यापार संबंधों को प्रगाढ़ बनाया जा सके. इसका हमारे कुल व्यापार में हिस्सा 10.85 प्रतिशत है.टिप्पणियां पीएम मोदी ने एक फेसबुक पोस्ट में कहा कि वह अंतरराष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान (आईआरआरआई) और महावीर फिलीपींस फांउडेशन इंक (एमपीएफआई) को भी देखेंगे. इनमें कई भारतीय वैज्ञानिक काम कर रहे हैं. ‘मेरे मंत्रिमंडल ने जुलाई 2017 में आईआरआरआई को अपना दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय केन्द्र वाराणसी में लगाने के लिये एक प्रस्ताव को मंजूरी दी है. यह आईआरआरआई की फिलीपींस में उसके मुख्यालय से बाहर पहला शोध केन्द्र होगा.’ मोदी ने कहा कि उनकी एमपीएफआई का दौरा उसकी गतिविधियों को भारत के समर्थन को दर्शायेगा। केन्द्र कृत्रिम अंग के तौर पर ‘जयपुर फुट’ को जरूरतमंदों में वितरित करने में मदद करता है. VIDEO- पीएम मोदी ने गुजरात के युवाओं को लिखी चिट्ठी भारत व दस सदस्यीय आसियान के बीच 2015-16 में 65.04 अरब डालर का व्यापार हुआ जो कि भारत के कुल वैश्विक बाजार का 10.12 प्रतिशत है. आसियान के सदस्य देशों में इंडोनेशिया, मलेशिया, फिलीपीन, सिंगापुर, थाइलैंड, बरूनी, कंबोडिया, लाओस, म्यांमा व वियतनाम हैं. पीएम मोदी ने उम्मीद जताई है कि मनीला की उनकी इस यात्रा से फिलीपींस के साथ भारत के द्विपक्षीय रिश्तों को भी नया बल मिलेगा तथा आसियान देशों के साथ राजनीतिक सुरक्षा, आर्थिक व सामाजिक- सांस्कृतिक क्षेत्र में भारत के संबंध मजबूत होंगे. अपनी तीन दिवसीय यात्रा पर रवाना होने से पहले मोदी ने अपने बयान में उन कार्यक्रमों का खाका भी खींचा था जिनमें वे इस दौरान भाग लेंगे. इस यात्रा के दौरान मोदी आसियान-भारत व पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलनों में भाग लेंगे. वे इस दौरान आसियान, क्षेत्रीय वृहद आर्थिक भागीदारी (आरसीईपी) के नेताओं की बैठक तथा आसियान कारोबार व निवेश शिखर सम्मेलन की 50वीं वर्षगांठ के विशेष कार्यक्रमों में भी भाग लेंगे. पीएम मोदी ने कहा है, ‘मेरी भागीदारी आसियान के सदस्य देशों विशेषकर एशिया प्रशांत क्षेत्र के साथ संबंधों को लगातार मजबूत बनाने की भारत की प्रतिबद्धता को परिलक्षित करता है. यह मेरी सरकार की पूर्व दिशा में काम करो की सोच के अनुरूप है.’ उन्होंने कहा है कि आसियान व्यापार व निवेश शिखर सम्मेलन से निकट सहयोग को बल मिलेगा ताकि आसियान के सदस्य देशों के साथ व्यापार संबंधों को प्रगाढ़ बनाया जा सके. इसका हमारे कुल व्यापार में हिस्सा 10.85 प्रतिशत है.टिप्पणियां पीएम मोदी ने एक फेसबुक पोस्ट में कहा कि वह अंतरराष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान (आईआरआरआई) और महावीर फिलीपींस फांउडेशन इंक (एमपीएफआई) को भी देखेंगे. इनमें कई भारतीय वैज्ञानिक काम कर रहे हैं. ‘मेरे मंत्रिमंडल ने जुलाई 2017 में आईआरआरआई को अपना दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय केन्द्र वाराणसी में लगाने के लिये एक प्रस्ताव को मंजूरी दी है. यह आईआरआरआई की फिलीपींस में उसके मुख्यालय से बाहर पहला शोध केन्द्र होगा.’ मोदी ने कहा कि उनकी एमपीएफआई का दौरा उसकी गतिविधियों को भारत के समर्थन को दर्शायेगा। केन्द्र कृत्रिम अंग के तौर पर ‘जयपुर फुट’ को जरूरतमंदों में वितरित करने में मदद करता है. VIDEO- पीएम मोदी ने गुजरात के युवाओं को लिखी चिट्ठी भारत व दस सदस्यीय आसियान के बीच 2015-16 में 65.04 अरब डालर का व्यापार हुआ जो कि भारत के कुल वैश्विक बाजार का 10.12 प्रतिशत है. आसियान के सदस्य देशों में इंडोनेशिया, मलेशिया, फिलीपीन, सिंगापुर, थाइलैंड, बरूनी, कंबोडिया, लाओस, म्यांमा व वियतनाम हैं. पीएम मोदी ने कहा है, ‘मेरी भागीदारी आसियान के सदस्य देशों विशेषकर एशिया प्रशांत क्षेत्र के साथ संबंधों को लगातार मजबूत बनाने की भारत की प्रतिबद्धता को परिलक्षित करता है. यह मेरी सरकार की पूर्व दिशा में काम करो की सोच के अनुरूप है.’ उन्होंने कहा है कि आसियान व्यापार व निवेश शिखर सम्मेलन से निकट सहयोग को बल मिलेगा ताकि आसियान के सदस्य देशों के साथ व्यापार संबंधों को प्रगाढ़ बनाया जा सके. इसका हमारे कुल व्यापार में हिस्सा 10.85 प्रतिशत है.टिप्पणियां पीएम मोदी ने एक फेसबुक पोस्ट में कहा कि वह अंतरराष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान (आईआरआरआई) और महावीर फिलीपींस फांउडेशन इंक (एमपीएफआई) को भी देखेंगे. इनमें कई भारतीय वैज्ञानिक काम कर रहे हैं. ‘मेरे मंत्रिमंडल ने जुलाई 2017 में आईआरआरआई को अपना दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय केन्द्र वाराणसी में लगाने के लिये एक प्रस्ताव को मंजूरी दी है. यह आईआरआरआई की फिलीपींस में उसके मुख्यालय से बाहर पहला शोध केन्द्र होगा.’ मोदी ने कहा कि उनकी एमपीएफआई का दौरा उसकी गतिविधियों को भारत के समर्थन को दर्शायेगा। केन्द्र कृत्रिम अंग के तौर पर ‘जयपुर फुट’ को जरूरतमंदों में वितरित करने में मदद करता है. VIDEO- पीएम मोदी ने गुजरात के युवाओं को लिखी चिट्ठी भारत व दस सदस्यीय आसियान के बीच 2015-16 में 65.04 अरब डालर का व्यापार हुआ जो कि भारत के कुल वैश्विक बाजार का 10.12 प्रतिशत है. आसियान के सदस्य देशों में इंडोनेशिया, मलेशिया, फिलीपीन, सिंगापुर, थाइलैंड, बरूनी, कंबोडिया, लाओस, म्यांमा व वियतनाम हैं. पीएम मोदी ने एक फेसबुक पोस्ट में कहा कि वह अंतरराष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान (आईआरआरआई) और महावीर फिलीपींस फांउडेशन इंक (एमपीएफआई) को भी देखेंगे. इनमें कई भारतीय वैज्ञानिक काम कर रहे हैं. ‘मेरे मंत्रिमंडल ने जुलाई 2017 में आईआरआरआई को अपना दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय केन्द्र वाराणसी में लगाने के लिये एक प्रस्ताव को मंजूरी दी है. यह आईआरआरआई की फिलीपींस में उसके मुख्यालय से बाहर पहला शोध केन्द्र होगा.’ मोदी ने कहा कि उनकी एमपीएफआई का दौरा उसकी गतिविधियों को भारत के समर्थन को दर्शायेगा। केन्द्र कृत्रिम अंग के तौर पर ‘जयपुर फुट’ को जरूरतमंदों में वितरित करने में मदद करता है. VIDEO- पीएम मोदी ने गुजरात के युवाओं को लिखी चिट्ठी भारत व दस सदस्यीय आसियान के बीच 2015-16 में 65.04 अरब डालर का व्यापार हुआ जो कि भारत के कुल वैश्विक बाजार का 10.12 प्रतिशत है. आसियान के सदस्य देशों में इंडोनेशिया, मलेशिया, फिलीपीन, सिंगापुर, थाइलैंड, बरूनी, कंबोडिया, लाओस, म्यांमा व वियतनाम हैं. VIDEO- पीएम मोदी ने गुजरात के युवाओं को लिखी चिट्ठी भारत व दस सदस्यीय आसियान के बीच 2015-16 में 65.04 अरब डालर का व्यापार हुआ जो कि भारत के कुल वैश्विक बाजार का 10.12 प्रतिशत है. आसियान के सदस्य देशों में इंडोनेशिया, मलेशिया, फिलीपीन, सिंगापुर, थाइलैंड, बरूनी, कंबोडिया, लाओस, म्यांमा व वियतनाम हैं.
इंग्लैंड के बाकी मैदानों पर खूब चला सचिन का बल्ला
सचिन तेंदुलकर भले ही लॉर्ड्स पर कभी शतक नहीं बना पाए लेकिन इंग्लैंड के अन्य मैदानों पर उनका बल्ला खूब चला है।
सचिन तेंदुलकर भले ही लॉर्ड्स पर कभी शतक नहीं बना पाए लेकिन इंग्लैंड के अन्य मैदानों पर उनका बल्ला खूब चला है। इसलिए उम्मीद की जानी चाहिए कि रिकॉर्डों का बादशाह का जल्द ही अपना 100वां अंतरराष्ट्रीय शतक पूरा करेगा। क्रिकेट के मक्का लॉर्ड्स पर तेंदुलकर ने शुरू से ही बेहद लचर प्रदर्शन किया है। उन्होंने इस मैदान पर जो पांच टेस्ट मैच में खेले हैं उनमें केवल 195 रन बनाए हैं और उनका उच्चतम स्कोर 37 रन है। वह भारत और इंग्लैंड के बीच यहां खेले गए पहले टेस्ट मैच में 34 और 12 रन ही बना पाए थे लेकिन जब इंग्लैंड के अन्य मैदानों की बात आती है तो तस्वीर एकदम से बदल जाती है। ट्रेंटब्रिज, एजबेस्टन, मैनचेस्टर, हैंडिंग्ले जैसे मैदानों पर उनकी तूती बोली है लेकिन लंदन के ही एक अन्य मैदान ओवल पर उन्हें पहले शतक का इंतजार है। ओवल में इस श्रृंखला का चौथा और अंति टेस्ट मैच होगा। नाटिंघम के ट्रेंटब्रिज मैदान पर 29 जुलाई से दूसरा टेस्ट मैच खेला जाएगा। इस मैदान पर तेंदुलकर ने तीन मैच में 78.16 की औसत से 469 रन बनाए हैं। उन्होंने 1996 में ट्रेंटब्रिज पर जो पहला मैच खेला था उसमें 177 रन ठोके थे लेकिन तेंदुलकर को सतर्क रहने की जरूरत है क्योंकि इसके बाद उन्होंने इस मैदान पर जो दो अन्य टेस्ट मैच (2002 और 2007 में) खेले उन दोनों में वह नर्वस नाइंटीज के शिकार बने थे। लॉर्ड्स की तरह लंदन में स्थित अन्य मशहूर टेस्ट मैदान ओवल में भी तेंदुलकर का रिकॉर्ड आकर्षक नहीं है। इस मैदान पर उन्होंने अब तक तीन टेस्ट मैच में 158 रन बनाए हैं जिसमें उनका उच्चतम स्कोर 82 रन है। तेंदुलकर अब 18 अगस्त से होने वाले चौथे टेस्ट मैच में ओवल में शतक जड़ने की कोशिश करेंगे। इन चारों मैदान के अलावा तेंदुलकर ने इंग्लैंड के मैनचेस्टर और लीड्स में भी टेस्ट मैच खेले हैं। वह मैनचेस्टर का ओल्ड ट्रैफर्ड का ही मैदान था जहां 1990 में तेंदुलकर ने अपने अंतरराष्ट्रीय कैरियर का पहला शतक जड़ा था। यह उनका नौवां टेस्ट मैच था जिसकी दूसरी पारी में उन्होंने नाबाद 119 रन बनाये थे। इसके अलावा उन्होंने हेंडिग्ले, लीड्स में भी एक टेस्ट मैच खेला जिसकी एकमात्र पारी में उन्होंने 193 रन बनाए थे। भारत को इस दौरे में इन दोनों स्थानों पर टेस्ट मैच नहीं खेलने हैं लेकिन वह मैनचेस्टर में ट्वेंटी-20 मैच खेलेगा।  तेंदुलकर भारतीय ट्वेंटी-20 टीम के सदस्य नहीं हैं लेकिन उन्हें इस दौरे में लार्ड्स पर शतक जड़ने का एक और मौका मिल सकता है। भारत को इंग्लैंड के खिलाफ चौथा एकदिवसीय मैच इसी ऐतिहासिक मैदान पर खेलना है और वन-डे में भारतीय पारी का आगाज करने वाले तेंदुलकर तब मौका नहीं गंवाना चाहेंगे।
IPL 2018: मैच से पहले CSK की मस्ती, हरभजन सिंह ने गाया पंजाबी गाना
IPL 2018 में चेन्नई सुरप किंग्स शानदार परफॉर्म कर रही है. 6 में से 5 मुकाबले जीतकर चेन्नई सीजन में टॉप पोजीशन पर काबिज है. हरभजन, रैना और जडेजा निकले लॉन्ग ड्राइव पर.
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वरुण एरोन की घातक गेंदबाजी के बाद केदार-श्रेयस की पारियों ने भारत 'ए' को दिलाई आसान जीत
फाइनल में प्रवेश की भारत 'ए' ने दावेदारी मजबूत की पांच मैचों में 16 अंक हो गए है भारत 'ए' टीम के नेशनल परफॉरमेंस की टीम ने बनाए थे 207 रन
मध्यक्रम के बल्लेबाज केदार जाधव की 83 गेंद में 93 रन की नाबाद पारी से भारत 'ए' ने शुरुआती झटकों से उबरते हुए शनिवार को यहां चतुष्कोणीय 50 ओवर के टूर्नामेंट में ऑस्ट्रेलिया की नेशनल परफॉरमेंस टीम पर 6 विकेट से जीत दर्ज की.भारत 'ए' टीम के पांच मैचों में 16 अंक हो गए हैं, जिससे वह फाइनल में प्रवेश करने की प्रबल दावेदार है. बल्लेबाजी का न्‍योता मिलने के बाद नेशनल परफॉरमेंस की टीम निर्धारित 50 ओवर में आठ विकेट पर 207 रन का सम्मानजनक स्कोर ही खड़ा कर सकी. भारतीय गेंदबाज वरुण आरोन ने 58 रन देकर तीन विकेट चटकाए. ऑफ स्पिनर जयंत यादव ने 34 रन देकर एक जबकि बाएं हाथ के स्पिनर अक्षर पटेल ने 32 रन देकर एक विकेट प्राप्त लिए. ये दोनों स्पिनर गेंदबाजी के अपने पूर्ण कोटे में इकोनोमिकल रहे. भारत ने यह लक्ष्य 38.2 ओवर में हासिल कर लिया जिसमें जाधव ने श्रेयस अय्यर (62) के साथ मिलकर चौथे विकेट के लिये 135 रन की भागीदारी निभाई. ऑस्ट्रेलियाई पारी में सैम हार्पर 80 गेंद में 72 रन बनाकर शीर्ष स्कोरर रहे जिसमें छह बाउंड्री शामिल थीं, वहीं क्लिंट हिंचक्लिफ ने 43 रन का योगदान दिया जिसमें छह बाउंड्री लगी. भारत 'ए' की टीम ने 41 रन के अंदर तीन विकेट गंवा दिये थे. सलामी बल्लेबाज मंदीप सिंह (4), करुण नायर (14) और कप्तान मनीष पांडे (10) जल्दी विकेट गंवा बैठे. इसके बाद श्रेयस बल्लेबाजी के लिये उतरे. ऑस्ट्रेलिया के लिए नई गेंद के गेंदबाज टॉम ओ डोनेल ने 28 रन देकर चार विकेट हासिल किये, वह आस्ट्रेलिया के पूर्व आलराउंडर साइमन ओ'डोनेल के पुत्र हैं. टिप्पणियां जाधव ने जहां 10 चौके जमाये, वहीं श्रेयस ने ‘एंकर’ की भूमिका अदा की, वह एक छोर से स्ट्राइक रोटेट करते हुए बीच बीच में बाउंड्री लगाते रहे. भारत के पिछले घरेलू सत्र के दौरान सर्वाधिक रन जुटाने वाले इस खिलाड़ी ने अपने सीनियर जोड़ीदार को तेजी से बल्लेबाजी करने दी. आस्ट्रेलिया के लेग स्पिनर कायल गार्डिनर और आफ स्पिनर सैम किग्रवाडे को कोई विकेट नहीं मिला. श्रेयस ने 93 गेंद में चार चौके की मदद से 62 रन की पारी खेली, उनके आउट होने के बाद हार्दिक पांड्या क्रीज पर उतरे और उन्होंने जाधव के साथ मिलकर टीम को जीत दिलाई.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) बल्लेबाजी का न्‍योता मिलने के बाद नेशनल परफॉरमेंस की टीम निर्धारित 50 ओवर में आठ विकेट पर 207 रन का सम्मानजनक स्कोर ही खड़ा कर सकी. भारतीय गेंदबाज वरुण आरोन ने 58 रन देकर तीन विकेट चटकाए. ऑफ स्पिनर जयंत यादव ने 34 रन देकर एक जबकि बाएं हाथ के स्पिनर अक्षर पटेल ने 32 रन देकर एक विकेट प्राप्त लिए. ये दोनों स्पिनर गेंदबाजी के अपने पूर्ण कोटे में इकोनोमिकल रहे. भारत ने यह लक्ष्य 38.2 ओवर में हासिल कर लिया जिसमें जाधव ने श्रेयस अय्यर (62) के साथ मिलकर चौथे विकेट के लिये 135 रन की भागीदारी निभाई. ऑस्ट्रेलियाई पारी में सैम हार्पर 80 गेंद में 72 रन बनाकर शीर्ष स्कोरर रहे जिसमें छह बाउंड्री शामिल थीं, वहीं क्लिंट हिंचक्लिफ ने 43 रन का योगदान दिया जिसमें छह बाउंड्री लगी. भारत 'ए' की टीम ने 41 रन के अंदर तीन विकेट गंवा दिये थे. सलामी बल्लेबाज मंदीप सिंह (4), करुण नायर (14) और कप्तान मनीष पांडे (10) जल्दी विकेट गंवा बैठे. इसके बाद श्रेयस बल्लेबाजी के लिये उतरे. ऑस्ट्रेलिया के लिए नई गेंद के गेंदबाज टॉम ओ डोनेल ने 28 रन देकर चार विकेट हासिल किये, वह आस्ट्रेलिया के पूर्व आलराउंडर साइमन ओ'डोनेल के पुत्र हैं. टिप्पणियां जाधव ने जहां 10 चौके जमाये, वहीं श्रेयस ने ‘एंकर’ की भूमिका अदा की, वह एक छोर से स्ट्राइक रोटेट करते हुए बीच बीच में बाउंड्री लगाते रहे. भारत के पिछले घरेलू सत्र के दौरान सर्वाधिक रन जुटाने वाले इस खिलाड़ी ने अपने सीनियर जोड़ीदार को तेजी से बल्लेबाजी करने दी. आस्ट्रेलिया के लेग स्पिनर कायल गार्डिनर और आफ स्पिनर सैम किग्रवाडे को कोई विकेट नहीं मिला. श्रेयस ने 93 गेंद में चार चौके की मदद से 62 रन की पारी खेली, उनके आउट होने के बाद हार्दिक पांड्या क्रीज पर उतरे और उन्होंने जाधव के साथ मिलकर टीम को जीत दिलाई.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) ऑस्ट्रेलियाई पारी में सैम हार्पर 80 गेंद में 72 रन बनाकर शीर्ष स्कोरर रहे जिसमें छह बाउंड्री शामिल थीं, वहीं क्लिंट हिंचक्लिफ ने 43 रन का योगदान दिया जिसमें छह बाउंड्री लगी. भारत 'ए' की टीम ने 41 रन के अंदर तीन विकेट गंवा दिये थे. सलामी बल्लेबाज मंदीप सिंह (4), करुण नायर (14) और कप्तान मनीष पांडे (10) जल्दी विकेट गंवा बैठे. इसके बाद श्रेयस बल्लेबाजी के लिये उतरे. ऑस्ट्रेलिया के लिए नई गेंद के गेंदबाज टॉम ओ डोनेल ने 28 रन देकर चार विकेट हासिल किये, वह आस्ट्रेलिया के पूर्व आलराउंडर साइमन ओ'डोनेल के पुत्र हैं. टिप्पणियां जाधव ने जहां 10 चौके जमाये, वहीं श्रेयस ने ‘एंकर’ की भूमिका अदा की, वह एक छोर से स्ट्राइक रोटेट करते हुए बीच बीच में बाउंड्री लगाते रहे. भारत के पिछले घरेलू सत्र के दौरान सर्वाधिक रन जुटाने वाले इस खिलाड़ी ने अपने सीनियर जोड़ीदार को तेजी से बल्लेबाजी करने दी. आस्ट्रेलिया के लेग स्पिनर कायल गार्डिनर और आफ स्पिनर सैम किग्रवाडे को कोई विकेट नहीं मिला. श्रेयस ने 93 गेंद में चार चौके की मदद से 62 रन की पारी खेली, उनके आउट होने के बाद हार्दिक पांड्या क्रीज पर उतरे और उन्होंने जाधव के साथ मिलकर टीम को जीत दिलाई.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) जाधव ने जहां 10 चौके जमाये, वहीं श्रेयस ने ‘एंकर’ की भूमिका अदा की, वह एक छोर से स्ट्राइक रोटेट करते हुए बीच बीच में बाउंड्री लगाते रहे. भारत के पिछले घरेलू सत्र के दौरान सर्वाधिक रन जुटाने वाले इस खिलाड़ी ने अपने सीनियर जोड़ीदार को तेजी से बल्लेबाजी करने दी. आस्ट्रेलिया के लेग स्पिनर कायल गार्डिनर और आफ स्पिनर सैम किग्रवाडे को कोई विकेट नहीं मिला. श्रेयस ने 93 गेंद में चार चौके की मदद से 62 रन की पारी खेली, उनके आउट होने के बाद हार्दिक पांड्या क्रीज पर उतरे और उन्होंने जाधव के साथ मिलकर टीम को जीत दिलाई.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
मिस्बाह ने साथी खिलाड़ियों की सराहना की
जिम्बाब्वे के खिलाफ दूसरे एकदिवसीय मुकाबले में शानदार जीत दर्ज करने के बाद पाक के कप्तान मिस्बाह ने साथी खिलाड़ियों की जमकर प्रशंसा की है।
जिम्बाब्वे क्रिकेट टीम के खिलाफ दूसरे एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मुकाबले में शानदार जीत दर्ज करने के बाद पाकिस्तान के कप्तान मिस्बाह उल हक ने साथी खिलाड़ियों की जमकर प्रशंसा की है। हरारे स्पोर्ट्स क्लब में रविवार को खेले गए दूसरे एकदिवसीय मुकाबले में पाकिस्तान ने मेजबान जिम्बाब्वे को 10 विकेट से हरा दिया। इसके साथ पाकिस्तान ने तीन एकदिवसीय मैचों की श्रृंखला में 2-0 की अजेय बढ़त बना ली है। मैच के बाद मिस्बाह ने संवाददाताओं से कहा, "हम इसी तरह से खेलना चाह रहे थे। टीम द्वारा यह बेहतरीन प्रदर्शन है। खासतौर पर मैच की शुरुआत में गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन किए। इसके बाद सलामी बल्लेबाजों मोहम्मद हाफीज और इमरान फरहत ने अच्छी बल्लेबाजी की। फरहत पर अधिक दबाव था। हाफीज हमारे लिए मैच विजेता खिलाड़ी साबित हुए।" उल्लेखनीय है कि इस मुकाबले में हाफीज ने नाबाद 139 रनों की पारी खेली थी जबकि फरहत ने नाबाद 75 रन बनाए थे। जिम्बाब्वे द्वारा जीत के लिए रखे गए 226 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी पाकिस्तानी टीम ने बिना कोई विकेट गंवाए 47 गेंद शेष रहते 228 रन बनाकर जीत हासिल की। मिस्बाह ने कहा, "हम अपने खेल में सुधार कर रहे हैं। हम एक संतुलित टीम के साथ खेलना चाहते हैं। युवा खिलाड़ियों को हम मौका देना चाहते हैं और अधिक से अधिक मुकाबले जीतना चाहते हैं।"
2011 मुंबई धमाकों में बम लगाने वाले को भटकल ने पहचाना : सूत्र
सूत्रों का कहना है कि भटकल ने मुंबई में हुए धमाकों के मामले में वांछित व्यक्ति की पहचान वकास के रूप में की है। वकास को सीसीटीवी में जवेरी बाजार वाले इलाके में देखा गया था। कहा जा रहा है कि जवेरी बाजार में हुए धमाके में वकास ने बम रखा था।
वर्ष पहले मुंबई के भीड़-भाड़ वाले इलाके में हुए दो तीन बम धमाकों के आरोपी को इंडियन मुजाहिद्दीन के कथित प्रमुख यासीन भटकल ने पहचान लिया है।टिप्पणियां मुंबई में जुलाई 2011 में हुए तीन धमाकों के मामले में एक आरोपी भटकल से पुलिस पूछताछ कर रही है। यह तीन धमाके जवेरी बाजार, ओपेरा हाउस और दादर इलाके में हुए थे। इन धमाकों में 27 लोगों की मौत हुई थी और करीब 130 लोग घायल हुए थे। सूत्रों का कहना है कि भटकल ने मुंबई में हुए धमाकों के मामले में वांछित व्यक्ति की पहचान वकास के रूप में की है। वकास को सीसीटीवी में जवेरी बाजार वाले इलाके में देखा गया था। कहा जा रहा है कि जवेरी बाजार में हुए धमाके में वकास ने बम रखा था। सूत्र यह भी बता रहै हैं कि पाकिस्तानी मूल का वकास अब भी भारत में है। सीसीटीवी में कैद वकास ने हरी कमीज पहन रखी है और एक सफेद प्लास्टिक बैग लिए है। कुछ ही देर बाद उसे बिना बैग के देखा गया।   करीब 30 वर्षीय भटकल को बिहार से गिरफ्तार होने से पहले भारत के 12 सबसे वांछित लोगों में गिना जा रहा था। भटकल से राष्ट्रीय जांच एजेंसी एनआईए पूछताछ कर रही है। उससे पूछा जा रहा है कि पिछले कुछ सालों में उसने किस तरह से खतरनाक बम धमाकों को अंजाम दिया। मुंबई में जुलाई 2011 में हुए तीन धमाकों के मामले में एक आरोपी भटकल से पुलिस पूछताछ कर रही है। यह तीन धमाके जवेरी बाजार, ओपेरा हाउस और दादर इलाके में हुए थे। इन धमाकों में 27 लोगों की मौत हुई थी और करीब 130 लोग घायल हुए थे। सूत्रों का कहना है कि भटकल ने मुंबई में हुए धमाकों के मामले में वांछित व्यक्ति की पहचान वकास के रूप में की है। वकास को सीसीटीवी में जवेरी बाजार वाले इलाके में देखा गया था। कहा जा रहा है कि जवेरी बाजार में हुए धमाके में वकास ने बम रखा था। सूत्र यह भी बता रहै हैं कि पाकिस्तानी मूल का वकास अब भी भारत में है। सीसीटीवी में कैद वकास ने हरी कमीज पहन रखी है और एक सफेद प्लास्टिक बैग लिए है। कुछ ही देर बाद उसे बिना बैग के देखा गया।   करीब 30 वर्षीय भटकल को बिहार से गिरफ्तार होने से पहले भारत के 12 सबसे वांछित लोगों में गिना जा रहा था। भटकल से राष्ट्रीय जांच एजेंसी एनआईए पूछताछ कर रही है। उससे पूछा जा रहा है कि पिछले कुछ सालों में उसने किस तरह से खतरनाक बम धमाकों को अंजाम दिया। सूत्रों का कहना है कि भटकल ने मुंबई में हुए धमाकों के मामले में वांछित व्यक्ति की पहचान वकास के रूप में की है। वकास को सीसीटीवी में जवेरी बाजार वाले इलाके में देखा गया था। कहा जा रहा है कि जवेरी बाजार में हुए धमाके में वकास ने बम रखा था। सूत्र यह भी बता रहै हैं कि पाकिस्तानी मूल का वकास अब भी भारत में है। सीसीटीवी में कैद वकास ने हरी कमीज पहन रखी है और एक सफेद प्लास्टिक बैग लिए है। कुछ ही देर बाद उसे बिना बैग के देखा गया।   करीब 30 वर्षीय भटकल को बिहार से गिरफ्तार होने से पहले भारत के 12 सबसे वांछित लोगों में गिना जा रहा था। भटकल से राष्ट्रीय जांच एजेंसी एनआईए पूछताछ कर रही है। उससे पूछा जा रहा है कि पिछले कुछ सालों में उसने किस तरह से खतरनाक बम धमाकों को अंजाम दिया।
बंगाल सम्मेलन में राष्ट्रपति ने अरुण जेटली और ममता बनर्जी को दिया एक 'ज़रूरी' संदेश
बंगाल व्यापार सम्मेलन में अरुण जेटली भी आमंत्रित थे बीजेपी-टीएमसी के टकराव के चलते केंद्र से कोई मंत्री नहीं पहुंचा राष्ट्रपति ने कहा देश की मजबूती के लिए राज्यों से रिश्ते अच्छे होने जरूरी
शुक्रवार को ममता बनर्जी की सरकार द्वारा आयोजित व्यापार सम्मेलन में एक ख़ास मेहमान ने शिरकत की थी. लेकिन यह शख्स कोई निवेशक नहीं था. यह भारत के राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी थे जिनके पास पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और निमंत्रण को अस्वीकार करने वाले वित्तमंत्री अरुण जेटली के लिए एक संदेश था. राष्ट्रपति ने कहा 'जब मेरे पास किसी सम्मेलन का निमंत्रण आता है तो मैं सोचता हूं कि क्या बतौर राष्ट्रपति मेरा वहां जाना ठीक होगा. लेकिन फिर मुझे लगता है कि भारत में सहकारी संघवाद है जो हर राज्य की ताकत है. और जब बात आर्थिक विकास की होती है तो भारत की मज़बूती सहकारी संघवाद में ही बसती है.' राष्ट्रपति की कही इस बात को समझने में किसी को देर नहीं लगी. कार्यक्रम में आए व्यापारी निराश थे कि वित्तमंत्री अरुण जेटली का निमंत्रण पत्र पर नाम लिखा था लेकिन वह उद्घाटन सत्र में मौजूद नहीं थे. निक्को ग्रुप के चेयरमैन राजीव कौल ने कहा 'एक व्यापारी होने के नाते मैं बहुत निराश हुआ कि जेटली नहीं आए. पिछले साल जब जेटली यहां आए थे तो उन्होंने खुद ही कहा था कि राज्य अगर आर्थिक रूप से ताकतवर होंगे तो भारत भी मज़बूत बनेगा.' सीआईआई ईस्ट के पूर्व प्रमुख अमरीश दासगुप्ता से जब जेटली के नहीं आने के बारे में बात की गई तो वह बोले 'हमें उनसे मतलब है जो यहां आए हैं और राज्य में निवेश कर रहे हैं. जेटली जी के पास जरूर कुछ जरूरी काम आ गया होगा.' गौरतलब है कि पिछले साल सिर्फ जेटली ही नहीं बल्कि बीजेपी शासित केंद्रीय सरकार के तीन और बड़े मंत्री इस सम्मेलन में शामिल हुए थे. जेटली के साथ सुरेश प्रभू, पियूष गोयल और नितिन गडकरी ने राज्य पर कई योजनाओं की बारिश कर दी थी. टिप्पणियां लेकिन पिछले साल यह सम्मेलन विधानसभा चुनाव से ठीक पहले हुए थे जब तृणमूल कांग्रेस और बीजेपी आमने सामने आ गए थे. ऐसे में पार्टी के इन चार मंत्रियों की इस सम्मेलन में मौजूदगी बंगाल बीजेपी के लिए शर्मिंदगी का कारण बन गई थी. इस बार भी जब बनर्जी ने जेटली को कार्यक्रम में शामिल होने का न्यौता दिया तो राज्य बीजेपी ने केंद्रीय मंत्रियों से न्यौता न स्वीकार करने की विनती की और इस बार उनकी सुनी भी गई. बता दें कि इस वक्त बंगाल में बीजेपी और तृणमूल नोटबंदी और चिट फंड जैसे मुद्दों पर आमने सामने हैं. बनर्जी मामले को समझ गईं और उन्होंने बिना किसी संकोच के कहा 'विमुद्रीकरण और पुनर्मुद्रीकरण ने उद्योग और व्यापार को बहुत झटका पहुंचाया है. बंगाल आइए. हम उद्योगों को बहुत राहत दे रहे हैं.' वहीं दूसरी तरफ कार्यक्रम स्थल के बाहर 135 लेफ्ट कार्यकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. यह भंगार मामले को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे. भीड़ ने करीब 30 मिनट तक ईएम बायपास को रोक कर रखा. मुख्यमंत्री तक जब यह बात पहुंची तो वह काफी नाराज़ लगीं. बता दें कि भंगार में एक नए पावर स्टेशन का पिछले एक साल से विरोध हो रहा है. कोलकाता में हुए व्यापार सम्मेलन से तीन दिन पहले इस मामले को लेकर भंगार में दो लोगों की हत्या कर दी गई थी. राष्ट्रपति ने कहा 'जब मेरे पास किसी सम्मेलन का निमंत्रण आता है तो मैं सोचता हूं कि क्या बतौर राष्ट्रपति मेरा वहां जाना ठीक होगा. लेकिन फिर मुझे लगता है कि भारत में सहकारी संघवाद है जो हर राज्य की ताकत है. और जब बात आर्थिक विकास की होती है तो भारत की मज़बूती सहकारी संघवाद में ही बसती है.' राष्ट्रपति की कही इस बात को समझने में किसी को देर नहीं लगी. कार्यक्रम में आए व्यापारी निराश थे कि वित्तमंत्री अरुण जेटली का निमंत्रण पत्र पर नाम लिखा था लेकिन वह उद्घाटन सत्र में मौजूद नहीं थे. निक्को ग्रुप के चेयरमैन राजीव कौल ने कहा 'एक व्यापारी होने के नाते मैं बहुत निराश हुआ कि जेटली नहीं आए. पिछले साल जब जेटली यहां आए थे तो उन्होंने खुद ही कहा था कि राज्य अगर आर्थिक रूप से ताकतवर होंगे तो भारत भी मज़बूत बनेगा.' सीआईआई ईस्ट के पूर्व प्रमुख अमरीश दासगुप्ता से जब जेटली के नहीं आने के बारे में बात की गई तो वह बोले 'हमें उनसे मतलब है जो यहां आए हैं और राज्य में निवेश कर रहे हैं. जेटली जी के पास जरूर कुछ जरूरी काम आ गया होगा.' गौरतलब है कि पिछले साल सिर्फ जेटली ही नहीं बल्कि बीजेपी शासित केंद्रीय सरकार के तीन और बड़े मंत्री इस सम्मेलन में शामिल हुए थे. जेटली के साथ सुरेश प्रभू, पियूष गोयल और नितिन गडकरी ने राज्य पर कई योजनाओं की बारिश कर दी थी. टिप्पणियां लेकिन पिछले साल यह सम्मेलन विधानसभा चुनाव से ठीक पहले हुए थे जब तृणमूल कांग्रेस और बीजेपी आमने सामने आ गए थे. ऐसे में पार्टी के इन चार मंत्रियों की इस सम्मेलन में मौजूदगी बंगाल बीजेपी के लिए शर्मिंदगी का कारण बन गई थी. इस बार भी जब बनर्जी ने जेटली को कार्यक्रम में शामिल होने का न्यौता दिया तो राज्य बीजेपी ने केंद्रीय मंत्रियों से न्यौता न स्वीकार करने की विनती की और इस बार उनकी सुनी भी गई. बता दें कि इस वक्त बंगाल में बीजेपी और तृणमूल नोटबंदी और चिट फंड जैसे मुद्दों पर आमने सामने हैं. बनर्जी मामले को समझ गईं और उन्होंने बिना किसी संकोच के कहा 'विमुद्रीकरण और पुनर्मुद्रीकरण ने उद्योग और व्यापार को बहुत झटका पहुंचाया है. बंगाल आइए. हम उद्योगों को बहुत राहत दे रहे हैं.' वहीं दूसरी तरफ कार्यक्रम स्थल के बाहर 135 लेफ्ट कार्यकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. यह भंगार मामले को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे. भीड़ ने करीब 30 मिनट तक ईएम बायपास को रोक कर रखा. मुख्यमंत्री तक जब यह बात पहुंची तो वह काफी नाराज़ लगीं. बता दें कि भंगार में एक नए पावर स्टेशन का पिछले एक साल से विरोध हो रहा है. कोलकाता में हुए व्यापार सम्मेलन से तीन दिन पहले इस मामले को लेकर भंगार में दो लोगों की हत्या कर दी गई थी. राष्ट्रपति की कही इस बात को समझने में किसी को देर नहीं लगी. कार्यक्रम में आए व्यापारी निराश थे कि वित्तमंत्री अरुण जेटली का निमंत्रण पत्र पर नाम लिखा था लेकिन वह उद्घाटन सत्र में मौजूद नहीं थे. निक्को ग्रुप के चेयरमैन राजीव कौल ने कहा 'एक व्यापारी होने के नाते मैं बहुत निराश हुआ कि जेटली नहीं आए. पिछले साल जब जेटली यहां आए थे तो उन्होंने खुद ही कहा था कि राज्य अगर आर्थिक रूप से ताकतवर होंगे तो भारत भी मज़बूत बनेगा.' सीआईआई ईस्ट के पूर्व प्रमुख अमरीश दासगुप्ता से जब जेटली के नहीं आने के बारे में बात की गई तो वह बोले 'हमें उनसे मतलब है जो यहां आए हैं और राज्य में निवेश कर रहे हैं. जेटली जी के पास जरूर कुछ जरूरी काम आ गया होगा.' गौरतलब है कि पिछले साल सिर्फ जेटली ही नहीं बल्कि बीजेपी शासित केंद्रीय सरकार के तीन और बड़े मंत्री इस सम्मेलन में शामिल हुए थे. जेटली के साथ सुरेश प्रभू, पियूष गोयल और नितिन गडकरी ने राज्य पर कई योजनाओं की बारिश कर दी थी. टिप्पणियां लेकिन पिछले साल यह सम्मेलन विधानसभा चुनाव से ठीक पहले हुए थे जब तृणमूल कांग्रेस और बीजेपी आमने सामने आ गए थे. ऐसे में पार्टी के इन चार मंत्रियों की इस सम्मेलन में मौजूदगी बंगाल बीजेपी के लिए शर्मिंदगी का कारण बन गई थी. इस बार भी जब बनर्जी ने जेटली को कार्यक्रम में शामिल होने का न्यौता दिया तो राज्य बीजेपी ने केंद्रीय मंत्रियों से न्यौता न स्वीकार करने की विनती की और इस बार उनकी सुनी भी गई. बता दें कि इस वक्त बंगाल में बीजेपी और तृणमूल नोटबंदी और चिट फंड जैसे मुद्दों पर आमने सामने हैं. बनर्जी मामले को समझ गईं और उन्होंने बिना किसी संकोच के कहा 'विमुद्रीकरण और पुनर्मुद्रीकरण ने उद्योग और व्यापार को बहुत झटका पहुंचाया है. बंगाल आइए. हम उद्योगों को बहुत राहत दे रहे हैं.' वहीं दूसरी तरफ कार्यक्रम स्थल के बाहर 135 लेफ्ट कार्यकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. यह भंगार मामले को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे. भीड़ ने करीब 30 मिनट तक ईएम बायपास को रोक कर रखा. मुख्यमंत्री तक जब यह बात पहुंची तो वह काफी नाराज़ लगीं. बता दें कि भंगार में एक नए पावर स्टेशन का पिछले एक साल से विरोध हो रहा है. कोलकाता में हुए व्यापार सम्मेलन से तीन दिन पहले इस मामले को लेकर भंगार में दो लोगों की हत्या कर दी गई थी. सीआईआई ईस्ट के पूर्व प्रमुख अमरीश दासगुप्ता से जब जेटली के नहीं आने के बारे में बात की गई तो वह बोले 'हमें उनसे मतलब है जो यहां आए हैं और राज्य में निवेश कर रहे हैं. जेटली जी के पास जरूर कुछ जरूरी काम आ गया होगा.' गौरतलब है कि पिछले साल सिर्फ जेटली ही नहीं बल्कि बीजेपी शासित केंद्रीय सरकार के तीन और बड़े मंत्री इस सम्मेलन में शामिल हुए थे. जेटली के साथ सुरेश प्रभू, पियूष गोयल और नितिन गडकरी ने राज्य पर कई योजनाओं की बारिश कर दी थी. टिप्पणियां लेकिन पिछले साल यह सम्मेलन विधानसभा चुनाव से ठीक पहले हुए थे जब तृणमूल कांग्रेस और बीजेपी आमने सामने आ गए थे. ऐसे में पार्टी के इन चार मंत्रियों की इस सम्मेलन में मौजूदगी बंगाल बीजेपी के लिए शर्मिंदगी का कारण बन गई थी. इस बार भी जब बनर्जी ने जेटली को कार्यक्रम में शामिल होने का न्यौता दिया तो राज्य बीजेपी ने केंद्रीय मंत्रियों से न्यौता न स्वीकार करने की विनती की और इस बार उनकी सुनी भी गई. बता दें कि इस वक्त बंगाल में बीजेपी और तृणमूल नोटबंदी और चिट फंड जैसे मुद्दों पर आमने सामने हैं. बनर्जी मामले को समझ गईं और उन्होंने बिना किसी संकोच के कहा 'विमुद्रीकरण और पुनर्मुद्रीकरण ने उद्योग और व्यापार को बहुत झटका पहुंचाया है. बंगाल आइए. हम उद्योगों को बहुत राहत दे रहे हैं.' वहीं दूसरी तरफ कार्यक्रम स्थल के बाहर 135 लेफ्ट कार्यकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. यह भंगार मामले को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे. भीड़ ने करीब 30 मिनट तक ईएम बायपास को रोक कर रखा. मुख्यमंत्री तक जब यह बात पहुंची तो वह काफी नाराज़ लगीं. बता दें कि भंगार में एक नए पावर स्टेशन का पिछले एक साल से विरोध हो रहा है. कोलकाता में हुए व्यापार सम्मेलन से तीन दिन पहले इस मामले को लेकर भंगार में दो लोगों की हत्या कर दी गई थी. लेकिन पिछले साल यह सम्मेलन विधानसभा चुनाव से ठीक पहले हुए थे जब तृणमूल कांग्रेस और बीजेपी आमने सामने आ गए थे. ऐसे में पार्टी के इन चार मंत्रियों की इस सम्मेलन में मौजूदगी बंगाल बीजेपी के लिए शर्मिंदगी का कारण बन गई थी. इस बार भी जब बनर्जी ने जेटली को कार्यक्रम में शामिल होने का न्यौता दिया तो राज्य बीजेपी ने केंद्रीय मंत्रियों से न्यौता न स्वीकार करने की विनती की और इस बार उनकी सुनी भी गई. बता दें कि इस वक्त बंगाल में बीजेपी और तृणमूल नोटबंदी और चिट फंड जैसे मुद्दों पर आमने सामने हैं. बनर्जी मामले को समझ गईं और उन्होंने बिना किसी संकोच के कहा 'विमुद्रीकरण और पुनर्मुद्रीकरण ने उद्योग और व्यापार को बहुत झटका पहुंचाया है. बंगाल आइए. हम उद्योगों को बहुत राहत दे रहे हैं.' वहीं दूसरी तरफ कार्यक्रम स्थल के बाहर 135 लेफ्ट कार्यकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. यह भंगार मामले को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे. भीड़ ने करीब 30 मिनट तक ईएम बायपास को रोक कर रखा. मुख्यमंत्री तक जब यह बात पहुंची तो वह काफी नाराज़ लगीं. बता दें कि भंगार में एक नए पावर स्टेशन का पिछले एक साल से विरोध हो रहा है. कोलकाता में हुए व्यापार सम्मेलन से तीन दिन पहले इस मामले को लेकर भंगार में दो लोगों की हत्या कर दी गई थी. बनर्जी मामले को समझ गईं और उन्होंने बिना किसी संकोच के कहा 'विमुद्रीकरण और पुनर्मुद्रीकरण ने उद्योग और व्यापार को बहुत झटका पहुंचाया है. बंगाल आइए. हम उद्योगों को बहुत राहत दे रहे हैं.' वहीं दूसरी तरफ कार्यक्रम स्थल के बाहर 135 लेफ्ट कार्यकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. यह भंगार मामले को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे. भीड़ ने करीब 30 मिनट तक ईएम बायपास को रोक कर रखा. मुख्यमंत्री तक जब यह बात पहुंची तो वह काफी नाराज़ लगीं. बता दें कि भंगार में एक नए पावर स्टेशन का पिछले एक साल से विरोध हो रहा है. कोलकाता में हुए व्यापार सम्मेलन से तीन दिन पहले इस मामले को लेकर भंगार में दो लोगों की हत्या कर दी गई थी.
लोकतंत्र को खतरा नहीं, सेना की खिलाफत नहीं : गिलानी
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी ने कहा है कि उनके मुल्क में लोकतंत्र को कोई खतरा नहीं है और वह किसी भी तरह से सेना के खिलाफ नहीं हैं।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी ने कहा है कि उनके मुल्क में लोकतंत्र को कोई खतरा नहीं है और वह किसी भी तरह से सेना के खिलाफ नहीं हैं। पिछले दिनों पाकिस्तान की असैन्य सरकार और सेना आमने-सामने आ गए थे। उस वक्त पाकिस्तान में तख्तापलट की आशंका भी लगाई जाने लगी थी।टिप्पणियां विश्व आर्थिक मंच के सम्मेलन में शामिल होने दावोस पहुंचे गिलानी ने कहा, ‘मैं इस वक्त संतुष्ट हूं। पाकिस्तान का पूरा समाज, बुद्धिजीवी, मीडिया, सांसद और नेता देश में लोकतंत्र चाहते हैं।’ उन्होंने कहा, ‘लोकतंत्र के अलावा लोग किसी और व्यवस्था के पक्ष में नहीं है। पाकिस्तान में संविधान है और हर व्यक्ति इसी दायरे में रहकर काम कर रहा है। पाकिस्तान में लोकतंत्र मजबूत है और आगे भी मजबूत बना रहेगा। संविधान के खिलाफ जाने की किसी की मंशा नहीं है।’ रक्षा सचिव पद से खालिद नईम लोधी को बर्खास्त करने के बाद के स्थिति का हवाला देते हुए गिलानी ने कहा, ‘उस वक्त यह धारणा पैदा की गई कि सरकार और सेना के बीच टकराव है। इस मामले में एक जिम्मेदार व्यक्ति को हटाया गया। सेना के खिलाफ मैं बिल्कुल नहीं हूं।’ पिछले दिनों पाकिस्तान की असैन्य सरकार और सेना आमने-सामने आ गए थे। उस वक्त पाकिस्तान में तख्तापलट की आशंका भी लगाई जाने लगी थी।टिप्पणियां विश्व आर्थिक मंच के सम्मेलन में शामिल होने दावोस पहुंचे गिलानी ने कहा, ‘मैं इस वक्त संतुष्ट हूं। पाकिस्तान का पूरा समाज, बुद्धिजीवी, मीडिया, सांसद और नेता देश में लोकतंत्र चाहते हैं।’ उन्होंने कहा, ‘लोकतंत्र के अलावा लोग किसी और व्यवस्था के पक्ष में नहीं है। पाकिस्तान में संविधान है और हर व्यक्ति इसी दायरे में रहकर काम कर रहा है। पाकिस्तान में लोकतंत्र मजबूत है और आगे भी मजबूत बना रहेगा। संविधान के खिलाफ जाने की किसी की मंशा नहीं है।’ रक्षा सचिव पद से खालिद नईम लोधी को बर्खास्त करने के बाद के स्थिति का हवाला देते हुए गिलानी ने कहा, ‘उस वक्त यह धारणा पैदा की गई कि सरकार और सेना के बीच टकराव है। इस मामले में एक जिम्मेदार व्यक्ति को हटाया गया। सेना के खिलाफ मैं बिल्कुल नहीं हूं।’ विश्व आर्थिक मंच के सम्मेलन में शामिल होने दावोस पहुंचे गिलानी ने कहा, ‘मैं इस वक्त संतुष्ट हूं। पाकिस्तान का पूरा समाज, बुद्धिजीवी, मीडिया, सांसद और नेता देश में लोकतंत्र चाहते हैं।’ उन्होंने कहा, ‘लोकतंत्र के अलावा लोग किसी और व्यवस्था के पक्ष में नहीं है। पाकिस्तान में संविधान है और हर व्यक्ति इसी दायरे में रहकर काम कर रहा है। पाकिस्तान में लोकतंत्र मजबूत है और आगे भी मजबूत बना रहेगा। संविधान के खिलाफ जाने की किसी की मंशा नहीं है।’ रक्षा सचिव पद से खालिद नईम लोधी को बर्खास्त करने के बाद के स्थिति का हवाला देते हुए गिलानी ने कहा, ‘उस वक्त यह धारणा पैदा की गई कि सरकार और सेना के बीच टकराव है। इस मामले में एक जिम्मेदार व्यक्ति को हटाया गया। सेना के खिलाफ मैं बिल्कुल नहीं हूं।’ रक्षा सचिव पद से खालिद नईम लोधी को बर्खास्त करने के बाद के स्थिति का हवाला देते हुए गिलानी ने कहा, ‘उस वक्त यह धारणा पैदा की गई कि सरकार और सेना के बीच टकराव है। इस मामले में एक जिम्मेदार व्यक्ति को हटाया गया। सेना के खिलाफ मैं बिल्कुल नहीं हूं।’
स्ट्रास वनडे से संन्यास लेने के लिए तैयार : वान
माइकल वान ने दावा किया कि कप्तान एंड्रयू स्ट्रास राष्ट्रीय टीम के क्रिकेट विश्व कप से बाहर होने के बाद वनडे क्रिकेट से संन्यास लेने के लिए तैयार हैं।
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वान ने दावा किया कि कप्तान एंड्रयू स्ट्रास राष्ट्रीय टीम के क्रिकेट विश्व कप से बाहर होने के बाद एक दिवसीय क्रिकेट से संन्यास लेने के लिए तैयार हैं। वान ने यहां पत्रकारों से कहा, मुझे ऐसा लग रहा है कि उसका (स्ट्रास) यह इंग्लैंड की ओर से अंतिम वनडे मैच था। उन्होंने कहा कि विश्व कप के अगले चरण के लिए तैयारियां इस बार से बेहतर होनी चाहिए। वान ने कहा, हमें अगले विश्व कप के लिए बेहतर तरीके से तैयारी करनी होगी। वर्ष 2005 में इंग्लैंड को एशेज खिताब दिलाने वाले वान ने कहा कि टीम टूर्नामेंट में अपने प्रदर्शन से निराश होगी। उन्होंने कहा, खिलाड़ी खुद से काफी निराश होंगे क्योंकि वे जो हासिल करना चाहते थे, वह नहीं कर पाए।
नोटबंदी : बैंक कतार में बुजुर्ग की मौत, 50 लाख मुआवजे की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट पहुंचा परिवार
70 साल के सियाराम की दो दिन बैंक की लाइन में लगने पर हुई मौत सियाराम के बेटे कन्हैयालाल ने दाखिल की याचिका सरकार से पचास लाख रुपये के मुआवजे की मांग की गई
नोटबंदी के कारण हुई मौत का मामला अब सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है. तीन दिनों तक सिर्फ 15 सौ रुपये बदलवाने के लिए 70 साल के सियाराम बैंक की लाइन में लगे रहे लेकिन आखिरकार वे गिर पड़े और उनकी मौत हो गई. अब सियाराम का बेटा मोदी सरकार से इस मौत का हिसाब मांगने सुप्रीम कोर्ट पहुंचा है. याचिका में सरकार से 50 लाख रुपये का मुआवजा भी दिलाने की मांग की गई है. हाथरस के खोड़ा गांव में रहने वाले कन्हैया लाल ने याचिका में कहा है कि उसके पिता सियाराम के पास 1500 रुपये थे और वे 15 और 16 नवंबर को बैंक की लाइन में लगे लेकिन रुपये नहीं बदले. 17 नवंबर को वे फिर लाइन में लगे लेकिन दोपहर 3.30 बजे वे गिर पड़े और उनकी मौत हो गई.टिप्पणियां याचिका में कहा गया है कि हाथरस की जनसंख्या करीब पांच लाख है और वहां 40 बैंक भी हैं, लेकिन सरकार ने रुपये बदलवाने के लिए पुख्ता इंतजाम नहीं किया जिसकी वजह से सियाराम की मौत हुई. याचिका में कहा गया है कि सुप्रीम कोर्ट इस मौत के मामले में मुआवजे के तौर पर 50 लाख रुपये दिलाए और यह भी सुनिश्चित कराए कि नोटबंदी के बाद लोगों को दिक्कत न हो. याचिका में सरकार से 50 लाख रुपये का मुआवजा भी दिलाने की मांग की गई है. हाथरस के खोड़ा गांव में रहने वाले कन्हैया लाल ने याचिका में कहा है कि उसके पिता सियाराम के पास 1500 रुपये थे और वे 15 और 16 नवंबर को बैंक की लाइन में लगे लेकिन रुपये नहीं बदले. 17 नवंबर को वे फिर लाइन में लगे लेकिन दोपहर 3.30 बजे वे गिर पड़े और उनकी मौत हो गई.टिप्पणियां याचिका में कहा गया है कि हाथरस की जनसंख्या करीब पांच लाख है और वहां 40 बैंक भी हैं, लेकिन सरकार ने रुपये बदलवाने के लिए पुख्ता इंतजाम नहीं किया जिसकी वजह से सियाराम की मौत हुई. याचिका में कहा गया है कि सुप्रीम कोर्ट इस मौत के मामले में मुआवजे के तौर पर 50 लाख रुपये दिलाए और यह भी सुनिश्चित कराए कि नोटबंदी के बाद लोगों को दिक्कत न हो. याचिका में कहा गया है कि हाथरस की जनसंख्या करीब पांच लाख है और वहां 40 बैंक भी हैं, लेकिन सरकार ने रुपये बदलवाने के लिए पुख्ता इंतजाम नहीं किया जिसकी वजह से सियाराम की मौत हुई. याचिका में कहा गया है कि सुप्रीम कोर्ट इस मौत के मामले में मुआवजे के तौर पर 50 लाख रुपये दिलाए और यह भी सुनिश्चित कराए कि नोटबंदी के बाद लोगों को दिक्कत न हो. याचिका में कहा गया है कि सुप्रीम कोर्ट इस मौत के मामले में मुआवजे के तौर पर 50 लाख रुपये दिलाए और यह भी सुनिश्चित कराए कि नोटबंदी के बाद लोगों को दिक्कत न हो.
ISRO ने सफलतापूर्वक लॉन्‍च किया जीसैट 6-A सैटेलाइट, मोबाइल संचार के साथ-साथ सेना की ताक़त भी बढ़ेगी
इसरो ने लॉन्च किया जीसैट 6-ए मोबाइल संचार के लिए भी है यह उपग्रह 270 करोड़ रुपयों की लागत आई इसे बनाने में
इसरो द्वारा आमतौर पर भेजे जाने वाले सैटेलाइट्स में लगे किसी भी एंटीना की तुलना में 6A का एंटीना करीब 3 गुना ज्‍यादा बड़ा और पावरफुल है. इसकी यही क्षमता भारतीय सेनाओं और उनकी टुकड़ियों के बीच हैंडहेल्‍ड डिवाइसेस के इस्‍तेमाल से सीधी कॉलिंग को संभव बनाएगी. छोटे ऐंटीना वाले बाकी किसी भी संचार उपग्रह के द्वारा धरती पर रहते हुए सैटेलाइट कम्‍यूनीकेशन करने के लिए बड़े ग्राउंड स्‍टेशन की जरूरत होती है, लेकिन यह GSAT-6A इसी समस्‍या को हल करके सेनाओं के बीच के संचार को आसान और तेज बना देगा. इसका फायदा सेनाओं के ऑपरेशन के दौरान ज्‍यादा कारगर साबित होगा.
बांग्ला फिल्म अभिनेता पार्थ मुखोपाध्याय का निधन
नहीं रहे बांग्ला फिल्म अभिनेता पार्थ मुखोपाध्याय किडनी संबंधी समस्या से पीड़ित थे अभिनेता मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दी श्रद्धांजलि
Saddened at the passing away of veteran actor Partha Mukherjee. My deepest condolences to his family and fans (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
मिलिए उन 8 लोगों से जिन्होंने विराट-अनुष्का की शादी को बनाया साल की सबसे चर्चित शादी
67 कारीगरों ने 32 दिनों में बनाया लहंगा सेलिब्रिटी शेफ रितू डालमिया ने बनाया खाना पुनीत बी सैनी ने किया मेकअप
Sabyasachi Mukherjee speaking at the 15th anniversary of the India Conference 2018 hosted by Harvard University. @indiaconference @harvard For further details: http://indiaconference.com/2018/ #Sabyasachi #TheWorldOfSabyasachi #IndiaConference2018 #HarvardUniversity A post shared by Sabyasachi Mukherjee (@sabyasachiofficial) on Dec 5, 2017 at 6:22am PST How to be a bride? Wear your mom's wedding lehenga, your grandmoms earrings, your great grandmom's choker and pray you look half as beautiful as them! Thank you @shivalichopra for making me look like the calm bride I wasn't :) and @josephradhik for being by my side. Maathapatti borrowed from the lovely people at @raabelstatementsilver. Outfit and genes courtesy @pritinarain. Special thanks to @edwardmakeupartist, for being the only person who could make me sit still for two hours. A post shared by Devika Narain (@naraindevika) on Mar 9, 2017 at 2:55am PST This @audiphotography being a boss. Shot with a #googlepixel2xl , straight from the camera. Mobile phones keep getting better and better, and this one is the pinnacle. #teampixel #askmore A post shared by Joseph Radhik (@josephradhik) on Oct 30, 2017 at 9:26am PDT Bringing some 90s high shine spandex back ! #trend A post shared by Allia Al Rufai (@alliaalrufai) on Nov 4, 2017 at 1:43pm PDT #weddingvibes #selfie #lookoftheday #indianwedding #wedding #pagri #turban A post shared by Gabriel Georgiou (@georgiougabriel) on Dec 11, 2017 at 8:06am PST Here's wishing a powerhouse of Talent ... the one and only ANUSHKA SHARMA a most amazing HAPPY BIRTHDAY A post shared by Vishal Punjabi (@theweddingfilmer) on Dec 11, 2017 at 7:55am PST A post shared by Alessandra Gasparini (@alessandra.gasp) on Jul 4, 2017 at 5:36am PDT
उ. भारत में मौसम का मिजाज बदला, ठिठुरन बढ़ी
उत्तर भारत के उत्तर प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में शनिवार रात से जारी बारिश ने ठंडक में और इजाफा कर दिया है।
उत्तर भारत के उत्तर प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में शनिवार रात से जारी बारिश ने ठंडक में और इजाफा कर दिया है। बारिश की वजह से रविवार को ठिठुरन बढ़ गई। जबकि पंजाब और हरियाणा में रविवार का मौसम अन्य दिनों की अपेक्षा गर्म रहा। राजधानी दिल्ली में रविवार शाम हुई बारिश से तापमान में गिरावट दर्ज की गई। वहीं, समुद्री तूफान ठाणे का असर मध्यप्रदेश में देखा गया है। इसकी वजह से राज्य में सर्द हवाएं चलने लगी हैं। श्रीनगर एवं लेह में तापमान गिरकर न्यूनतम स्तर पर आ गया है। राजधानी दिल्ली में रविवार की सुबह से ही आसमान में बादल छा गए और शाम के वक्त हुई हल्की बारिश ने ठिठुरन बढ़ा दी। पिछले कुछ दिनों से धूप निकलने से राजधानीवासियों को ठंड से थोड़ी राहत मिली थी लेकिन रविवार को मौसम में आए इस बदलाव ने ठंड बढ़ा दी।   उत्तर प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में रुक-रुककर हो रही हल्की और मध्यम बारिश ने ठंड बढ़ा दी है। बारिश के फुहारों के बीच सर्द हवाओं से ठिठुरन पैदा हो गई है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में बारिश होने की संभावना जताई है। लखनऊ सहित प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में बारिश का सिलसिला शनिवार देर रात से शुरू हुआ, जो रुक-रुककर लगातार जारी है। रविवार शाम साढ़े पांच बजे तक लखनऊ में 50.4 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। रविवार को राजधानी का अधिकतम तापमान 16.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया जो सामान्य से सात डिग्री कम था। राज्य में शनिवार को न्यूनतम तापमान इटावा में 4.1 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। मौसम विभाग के निदेशक जे.पी.गुप्ता ने रविवार को बताया, "कम दबाव का क्षेत्र बनने और पश्चिमी विक्षोभ के कारण मौसम में अचानक बदलाव आया।" उन्होंने कहा कि अगले 24 घंटों के दौरान राजधानी लखनऊ सहित उत्तर प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में हल्की बारिश की संभावना है, जिससे ठंड बढ़ेगी। मध्य प्रदेश में आने वाले दिनों में भी ठाणे चक्रवात का असर बने रहने के आसार हैं, इसके चलते सर्द हवाएं तो ठिठुराएंगी ही साथ में बारिश भी अपना असर दिखा सकती है। इस वजह से पूर्वी, उत्तरी व पश्चिमी हिस्से में रात में ठंड बढ़ सकती है। राज्य में नव वर्ष की पूर्व संध्या से शुरू हुई बारिश ने जहां एक ओर नए वर्ष की मस्ती को किरकिरा किया, वहीं ठिठुरन ने रजाई व आग का सहारा लेने को मजबूर कर दिया। मौसम में अचानक आए बदलाव से अधिकांश इलाकों के आसमान पर बादलों का डेरा है और धूप भी खिलकर नहीं निकली। कई इलाकों में ओले भी गिरे हैं। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि आने वाले दिनों में उत्तरी मध्य प्रदेश के अलावा कई संभागों में बारिश के साथ बर्फीली हवाएं चल सकती हैं। इसी के चलते पूर्वी, उत्तरी व पश्चिमी हिस्से में रात का तापमान गिर सकता है। पंजाब एवं हरियाणा के ज्यादातर इलाके रविवार को अन्य दिनों की अपेक्षा थोड़ा गर्म रहे। मौसम विज्ञान विभाग के अधिकारियों के मुताबिक रविवार को अमृतसर में न्यूनतम तापमान 2.8 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया जबकि शनिवार को यह तापमान शून्य से 0.2 डिग्री सेल्सियस नीचे था, जबकि पिछले 24 घंटे के दौरान अधिकतम तापमान 19.7 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। लुधियाना में अधिकतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम पांच डिग्री सेल्सियस रहा। हरियाणा के हिसार में रविवार सुबह का तापमान 6.1 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। यहां अधिकतम तापमान 18.2 डिग्री सेल्सियस रहा। जबकि चण्डीगढ़ का न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। यहां शनिवार को अधिकतम तापमान 22.1 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक राज्य के कुछ स्थानों पर अगले दो दिनों में बादल और धुंध छाए रह सकते हैं। श्रीनगर एवं लेह में रात का तापमान गिरकर मौसम के न्यूनतम स्तर तक पहुंच गया। रविवार को घाटी के लोगों ने कड़ाके की सर्दी और कुहासे के बीच नववर्ष का स्वागत किया। स्थानीय मौसम विभाग के निदेशक सोनम लोटस ने बताया, "आज श्रीनगर एवं लेह में मौसम का सबसे कम तापमान दर्ज किया गया। श्रीनगर में तापमान शून्य से 4.9 डिग्री और लेह में शून्य से 18.8 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया।" उन्होंने कहा, "गुलमर्ग और पहलगाम में तापमान क्रमश: शून्य से आठ डिग्री और सात डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया।"
मेस्सी ने पूरे किए 300 गोल, बार्सीलोना जीता
लियोनल मेस्सी ने अपने कैरियर में 300 गोल का आंकड़ा छुआ जबकि बार्सीलोना ने रायो वालेकानो को 5-0 से रौंदकर ला लीगा फुटबाल लीग के शीर्ष पर तीन अंक की बढ़त बना ली।
लियोनल मेस्सी ने अपने कैरियर में 300 गोल का आंकड़ा छुआ जबकि बार्सीलोना ने रायो वालेकानो को 5-0 से रौंदकर ला लीगा फुटबॉल लीग के शीर्ष पर तीन अंक की बढ़त बना ली। बार्सीलोना की ओर से मेस्सी ने दो जबकि डेविड विला, जावी हर्नान्डेज और सेस्क फाब्रेगास ने एक एक गोल दागा। इस जीत के साथ बार्सीलोना ने दूसरे स्थान पर चल रहे एटलेटिको मैड्रिड पर दबाव डाल दिया है जिसे रविवार को ओसासुना से भिड़ना है। मेस्सी ने अपने करियर का 300 और 301वां गोल दागा। उन्होंने अब तक बार्सीलोना की ओर से 270 जबकि अर्जेन्टीना की ओर से 31 गोल किए हैं। उन्होंने अपने कैरियर में 419 मैच खेले हैं। मौजूदा सत्र में ला लीगा में यह उनका 13वां और 2012 में सभी प्रतियोगिताओं में 73वां गोल है।टिप्पणियां वह पेले के सांतोस और ब्राजील की ओर से 1959 में दागे 75 गोल से दो जबकि 1972 में गर्ड म्यूलर के बायर्न म्यूनिख और पश्चिम जर्मनी की ओर से कैलेंडर वर्ष में 85 गोल के सर्वकालिक रिकॉर्ड से सिर्फ 12 गोल पीछे हैं। अन्य मैचों में मलागा को खराब फार्म में चल रहे एस्पान्योल ने गोल रहित ड्रा पर रोका जबकि बेटिस ने वेलेंसिया पर 1-0 की जीत दर्ज की। डेपोर्टिवो ला कोरूना और सेल्टा विगा के बीच मुकाबला 1-1 से बराबर रहा। बार्सीलोना की ओर से मेस्सी ने दो जबकि डेविड विला, जावी हर्नान्डेज और सेस्क फाब्रेगास ने एक एक गोल दागा। इस जीत के साथ बार्सीलोना ने दूसरे स्थान पर चल रहे एटलेटिको मैड्रिड पर दबाव डाल दिया है जिसे रविवार को ओसासुना से भिड़ना है। मेस्सी ने अपने करियर का 300 और 301वां गोल दागा। उन्होंने अब तक बार्सीलोना की ओर से 270 जबकि अर्जेन्टीना की ओर से 31 गोल किए हैं। उन्होंने अपने कैरियर में 419 मैच खेले हैं। मौजूदा सत्र में ला लीगा में यह उनका 13वां और 2012 में सभी प्रतियोगिताओं में 73वां गोल है।टिप्पणियां वह पेले के सांतोस और ब्राजील की ओर से 1959 में दागे 75 गोल से दो जबकि 1972 में गर्ड म्यूलर के बायर्न म्यूनिख और पश्चिम जर्मनी की ओर से कैलेंडर वर्ष में 85 गोल के सर्वकालिक रिकॉर्ड से सिर्फ 12 गोल पीछे हैं। अन्य मैचों में मलागा को खराब फार्म में चल रहे एस्पान्योल ने गोल रहित ड्रा पर रोका जबकि बेटिस ने वेलेंसिया पर 1-0 की जीत दर्ज की। डेपोर्टिवो ला कोरूना और सेल्टा विगा के बीच मुकाबला 1-1 से बराबर रहा। मेस्सी ने अपने करियर का 300 और 301वां गोल दागा। उन्होंने अब तक बार्सीलोना की ओर से 270 जबकि अर्जेन्टीना की ओर से 31 गोल किए हैं। उन्होंने अपने कैरियर में 419 मैच खेले हैं। मौजूदा सत्र में ला लीगा में यह उनका 13वां और 2012 में सभी प्रतियोगिताओं में 73वां गोल है।टिप्पणियां वह पेले के सांतोस और ब्राजील की ओर से 1959 में दागे 75 गोल से दो जबकि 1972 में गर्ड म्यूलर के बायर्न म्यूनिख और पश्चिम जर्मनी की ओर से कैलेंडर वर्ष में 85 गोल के सर्वकालिक रिकॉर्ड से सिर्फ 12 गोल पीछे हैं। अन्य मैचों में मलागा को खराब फार्म में चल रहे एस्पान्योल ने गोल रहित ड्रा पर रोका जबकि बेटिस ने वेलेंसिया पर 1-0 की जीत दर्ज की। डेपोर्टिवो ला कोरूना और सेल्टा विगा के बीच मुकाबला 1-1 से बराबर रहा। वह पेले के सांतोस और ब्राजील की ओर से 1959 में दागे 75 गोल से दो जबकि 1972 में गर्ड म्यूलर के बायर्न म्यूनिख और पश्चिम जर्मनी की ओर से कैलेंडर वर्ष में 85 गोल के सर्वकालिक रिकॉर्ड से सिर्फ 12 गोल पीछे हैं। अन्य मैचों में मलागा को खराब फार्म में चल रहे एस्पान्योल ने गोल रहित ड्रा पर रोका जबकि बेटिस ने वेलेंसिया पर 1-0 की जीत दर्ज की। डेपोर्टिवो ला कोरूना और सेल्टा विगा के बीच मुकाबला 1-1 से बराबर रहा। अन्य मैचों में मलागा को खराब फार्म में चल रहे एस्पान्योल ने गोल रहित ड्रा पर रोका जबकि बेटिस ने वेलेंसिया पर 1-0 की जीत दर्ज की। डेपोर्टिवो ला कोरूना और सेल्टा विगा के बीच मुकाबला 1-1 से बराबर रहा।
Saaho Box Office Collection Day 20: Prabhas की 'साहो' का बॉक्स ऑफिस पर सफर जारी, कमाए इतने करोड़
'साहो' का सफर जारी 'साहो' ने की इतनी कमाई एक्शन की बाहुबली है प्रभास की 'साहो'
Saaho Box Office Collection Day 20: साउथ के दिग्गज एक्टर बाहुबली प्रभास (Prabhas) की फिल्म 'साहो' (Saaho) का धमाल जारी है. रोजाना दमदार प्रदर्शन करते हुए फिल्म ने शानदार कमाई की है. 'साहो' (Saaho) के शुरुआती आंकड़ों के मुताबिक, प्रभास की फिल्म ने बीते दिन 1 से 1.5 करोड़ रुपये की कमाई की है. इस लिहाज से 'साहो' (Saaho) के हिंदी वर्जन ने अब तक करीब 147.97 करोड़ रुपये का कलेक्शन किया है. 'साहो' की कमाई के आंकड़ों को देखते हुए कहा जा सकता है कि यह तीसरा हफ्ता पूरा होने से पहले 150 करोड़ रुपये का आंकड़ा पार कर लेगी.  बॉक्स ऑफिस इंडिया की वेबसाइट के मुताबिक बाहुबली प्रभास (Prabhas) की 'साहो' (Saaho) ने रिलीज के पहले हफ्ते में सबसे शानदार प्रदर्शन किया था. 'साहो' ने जहां पहले हफ्ते में 120 करोड़ का आंकड़ा पार किया तो वहीं अगले दोनों हफ्तों में फिल्म केवल 24 करोड़ और 3 करोड़ रुपये का कलेक्शन ही कर पाई. फिल्म के प्रदर्शन कि बात करें तो साहो ने मैसूर और बेंगलूरू जैसे शहरों में सबसे ज्यादा धमाल मचाया है. इससे इतर साहो ने दर्शकों का तो खूब दिल जीता, लेकिन यह फिल्म समीक्षकों की उम्मीदों पर खरी नहीं उतर पाई.  बता दें कि 350 करोड़ रुपये के बजट में बनी 'साहो' (Saaho) साल की सबसे बड़ी फिल्म में शामिल है. खासकर एक्शन प्रेमियों के लिए फिल्म परफेक्ट मसाला है, 'साहो  की कहानी दो हजार करोड़ की चोरी की है और उसके बाद ब्लैक बॉक्स का चक्कर है. प्रभास (Prabhas) और श्रद्धा कपूर (Shraddha Kapoor) की फिल्म 'साहो' (Saaho) का म्यूजिक अच्छा है. डायरेक्शन की बात करें तो सुजीत ने दिखा दिया है कि भारत में हॉलीवुड स्टाइल एक्शन रचा जा सकता है. 'साहो' कुल मिलाकर एक्शन और ग्राफिक्स का कमाल है.
उपवास पर गरमाई राजनीति तो नरेंद्र मोदी ने दी सफाई
मोदी को यह सफाई देनी पड़ी कि उपवास के जरिए वह खुद को पीएम के रूप में स्थापित करने के लिए किसी समुदाय विशेष को लुभाने का प्रयास नहीं कर रहे।
अपने तीन दिवसीय उपवास के दूसरे दिन गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को यह सफाई देनी पड़ी कि उपवास के जरिए वह खुद को प्रधानमंत्री के रूप में स्थापित करने के लिए किसी समुदाय विशेष को लुभाने का प्रयास नहीं कर रहे हैं। मोदी के उपवास को राजनीतिक हलकों में उनकी राजनीतिक महत्वाकांक्षा से जोड़कर देखा जा रहा है। उपवास के दूसरे दिन यह नजारा भी देखने को मिला कि इसके खिलाफ प्रदर्शन करने निकली सामाजिक कार्यकर्ता मल्लिका साराभाई और करीब 20 लोगों को हिरासत में ले लिया गया। इसी बीच, कांग्रेस ने फिर से मोदी पर निशाना साधते हुए नैतिक आधार पर उनके इस्तीफे की मांग की है। मोदी ने उपवास के दूसरे दिन कहा, "सद्भावना मिशन किसी खास समुदाय या धर्म के लिए नहीं है। यह गुजरात की जनता के लिए है। गुजरात की प्रगति ने आगे का रास्ता दिखाया है।" मोदी ने अपने सम्बोधन में कहा, "गुजरात ने अपार पीड़ा सही है। पीड़ित हुए परिवारों के प्रति मेरी सहानुभूति है। मैं अभी भी उस पीड़ा को महसूस कर सकता हूं।" गुजरात में 2002 में हुए साम्प्रदायिक दंगे में कम से कम 1,000 लोग मारे गए थे और उसमें अधिकांश मुस्लिम थे। उन्होंने कहा, "यह मिशन जोड़ने के लिए है, तोड़ने के लिए नहीं। गुजरात मेरा परिवार है। छह करोड़ गुजरातियों की खुशी, गम, सपने और आकांक्षाएं मेरी हैं।" ज्ञात हो कि गुजरात विश्वविद्यालय में चल रहे मोदी के उपवास को अल्पसंख्यकों को लुभाने की एक कोशिश के रूप में देखा जा रहा है। मोदी ने अपने 10 वर्ष के शासन के दौरान की उपलब्धियों का जिक्र किया और कहा कि उनका उपवास शांति, एकता और सद्भाव के लिए है। मोदी की तरह ही समानांतर उपवास पर बैठे गुजरात कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शंकर सिंह वाघेला ने मोदी के उस बयान पर उनके इस्तीफे की मांग की, जिसमें उन्होंने कहा था कि वर्ष 2002 के दंगों के दौरान उनके खिलाफ कहीं कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं है। वाघेला ने कहा, "वह सही बोल रहे हैं। उस समय किसी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराना बहुत मुश्किल था। मुझे चिंता है कि प्राथमिकी दर्ज नहीं हुए।" उन्होंने कहा, "मोदी को नैतिक जिम्मेदारी लेनी चाहिए कि लोग मारे गए थे और उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी पुलिस की थी।" उन्होंने कहा कि उस समय पुलिस को कहा गया था कि वे कुछ न करें क्योंकि गोधरा रेलकांड की प्रतिक्रिया हो चुकी है। वाघेला ने कहा, "एहसान जाफरी आधे घंटे से फोन कर रहे थे। कहां था उस वक्त पुलिस प्रशासन।" जाफरी को बचाने पुलिस क्यों नहीं पहुंची। उन्होंने कहा कि दंगों में जो भी हिंदू या मुसलमान मारे गए, दरअसल वे सभी गुजराती थे। इस बीच, 'सद्भावना' उपवास के खिलाफ प्रस्तावित प्रदर्शन के पहले सामाजिक कार्यकर्ता मल्लिका साराभाई एवं मुकुल सिन्हा और गुजरात दंगों के कुछ पीड़ितों सहित करीब 20 लोगों को हिरासत में ले लिया गया। अहमदाबाद के नरोदा पाटिया इलाके में वर्ष 2002 के दंगा पीड़ितों ने प्रदर्शन करने का निर्णय लिया था। इसे देखते हुए पूरे नरोदा गांव में पुलिस की तैनाती कर दी गई थी। लोगों को अपने घरों से बाहर निकलने से मना किया गया था और जो लोग यहां आए उन्होंने पाया कि पुलिस ने उनके वाहनों को जब्त कर लिया। पेशे से वकील सिन्हा और अन्य लोगों को नूरानी मस्जिद के पास से पुलिस मुख्यालय ले जाया गया। सिन्हा ने कहा, "न्याय के बिना कोई सद्भावना नहीं हो सकती।" साराभाई के मुताबिक पुलिस स्टेशन ले जाते समय उन्हें पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस को शनिवार सुबह निर्देश मिला था कि नरोदा पाटिया में प्रदर्शन से पहले उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाए। सामाजिक कार्यकर्ता ने कहा कि पुलिस स्टेशन ले जाते समय पुलिस ने उन्हें कोई कारण नहीं बताया। उन्होंने कहा, "पुलिस ने हिरासत में लेने का कोई कारण नहीं बताया..पुलिस ने कहा कि उन्हें ऐसा करने के लिए निर्देश मिला था।" ज्ञात हो कि मोदी के तीन दिनों के उपवास की निंदा करते हुए साराभाई ने पूछा कि उस 'सद्भावना' का क्या मतलब है जब वर्ष 2002 के गुजरात दंगों के पीड़ितों को 10 वर्ष के बाद भी न्याय नहीं मिला है। उन्होंने कहा, "हम एक शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने वाले थे। मुझे नहीं पता कि मेरे ऊपर क्या आरोप लगाए जा रहे हैं।" इसके पहले साराभाई ने मुख्यमंत्री पर आरोप लगाया कि वर्ष 2002 के दंगों के बारे में सर्वोच्च न्यायालय में दायर उनकी याचिका को कमजोर करने के लिए उनके वकील को रिश्वत देने के लिए सार्वजनिक धन के इस्तेमाल का प्रयास किया गया। उपवास के दूसरे दिन उपवास स्थल पर भाजपा महासचिव अनंत कुमार, कर्नाटक के मुख्यमंत्री सदानंद गौड़ा, महासचिव विजय गोयल, राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन और भाजपा सांसद और पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी नवजोत सिंह सिद्धू सहित कई नेता पहुंचे। इन नेताओं ने अपने-अपने भाषणों में मोदी की तारीफ में जमकर कसीदे पढ़े।
अगले साल 6 यूनिवर्सिटी योग विभाग शुरू करेंगी: स्मृति ईरानी
नये सिरे से संवारे गए योग विभाग शुरू करने का फैसला एक साल में 20 हो जाएगी योग विभाग की संख्या योग पर राष्ट्रीय सेमिनार में स्मृति र्ईरानी ने किया ऐलान
छह केंद्रीय विश्वविद्यालय अगले शैक्षिक सत्र से नया या नये सिरे से संवारा गया योग विभाग शुरू करेंगे और एक साल के भीतर इनकी संख्या 20 हो जाएगी। मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने योग पर राष्ट्रीय सेमिनार में इसकी घोषणा की, जहां उन्होंने तकनीकी संस्थानों के प्रमुखों से योग के फायदों पर अनुभवसिद्ध सबूत प्रदान करने में मदद का आह्वान किया।टिप्पणियां उन्होंने कहा, ‘‘2016-17 में नये या नये सिरे से संवारे गए योग विभाग शुरू करने का फैसला किया गया है।’’ साथ ही कहा कि एक साल में इनकी संख्या बढ़कर 20 हो जाएगी। उत्तराखंड में हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय, शांतिनिकेतन में विश्वभारती, केरल केंद्रीय विश्वविद्यालय, अमरकंटक में इंदिरा गांधी नेशनल ट्राइबल यूनिवर्सिटी, इंफाल में मणिपुर विश्वविद्यालय और राजस्थान केंद्रीय विश्वविद्यालय में ये विभाग अगले सत्र से शुरू होगा। मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने योग पर राष्ट्रीय सेमिनार में इसकी घोषणा की, जहां उन्होंने तकनीकी संस्थानों के प्रमुखों से योग के फायदों पर अनुभवसिद्ध सबूत प्रदान करने में मदद का आह्वान किया।टिप्पणियां उन्होंने कहा, ‘‘2016-17 में नये या नये सिरे से संवारे गए योग विभाग शुरू करने का फैसला किया गया है।’’ साथ ही कहा कि एक साल में इनकी संख्या बढ़कर 20 हो जाएगी। उत्तराखंड में हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय, शांतिनिकेतन में विश्वभारती, केरल केंद्रीय विश्वविद्यालय, अमरकंटक में इंदिरा गांधी नेशनल ट्राइबल यूनिवर्सिटी, इंफाल में मणिपुर विश्वविद्यालय और राजस्थान केंद्रीय विश्वविद्यालय में ये विभाग अगले सत्र से शुरू होगा। उन्होंने कहा, ‘‘2016-17 में नये या नये सिरे से संवारे गए योग विभाग शुरू करने का फैसला किया गया है।’’ साथ ही कहा कि एक साल में इनकी संख्या बढ़कर 20 हो जाएगी। उत्तराखंड में हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय, शांतिनिकेतन में विश्वभारती, केरल केंद्रीय विश्वविद्यालय, अमरकंटक में इंदिरा गांधी नेशनल ट्राइबल यूनिवर्सिटी, इंफाल में मणिपुर विश्वविद्यालय और राजस्थान केंद्रीय विश्वविद्यालय में ये विभाग अगले सत्र से शुरू होगा। उत्तराखंड में हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय, शांतिनिकेतन में विश्वभारती, केरल केंद्रीय विश्वविद्यालय, अमरकंटक में इंदिरा गांधी नेशनल ट्राइबल यूनिवर्सिटी, इंफाल में मणिपुर विश्वविद्यालय और राजस्थान केंद्रीय विश्वविद्यालय में ये विभाग अगले सत्र से शुरू होगा।
मायावती को आशंका, उपचुनाव में हार के बाद समय से पहले ही लोकसभा चुनाव करा सकती है भाजपा 
भाजपा पर लगाया वादा न पूरा करने का आरोप मायावती ने कहा सपा से गठबंधन एक नीति का हिस्सा थी देश में अब लोग भाजपा को बदलना चाहते हैं
उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी ने भ्रष्टाचार खत्म करने के लिए नारा दिया था ‘ न खाऊंगा, न खाने दूंगा’. लेकिन ललित मोदी, विजय माल्या और नीरव मोदी जैसे लोगों से जुड़े करोड़ों रुपयों के घोटाले सामने आए जिसने साबित किया कि नरेंद्र मोदी के सभी नारे खोखले हैं. (इनपुट भाषा से)
राजस्थान : पांच हजार डॉक्टरों ने दिया इस्तीफ़ा
केंद्र के समान वेतन और सही समय पर प्रमोशन की मांग को लेकर राजस्थान में ड़ॉक्टरों की हड़ताल चौथे दिन भी जारी रही।
केंद्र के समान वेतन और सही समय पर प्रमोशन की मांग को लेकर राजस्थान में ड़ॉक्टरों की हड़ताल चौथे दिन भी जारी रही। हड़ताल की वजह से मरीज़ बेहाल हैं। पूरे राज्य में करीब 9000 डॉक्टर हड़ताल पर हैं। 5 हज़ार डॉक्टरों ने इस्तीफ़ा दे दिया है। दूसरी ओर, इस हड़ताल ने मरीज़ों की परेशानी बढ़ा दी है। सरकारी अस्पतालों में मरीज़ों को देखने वाला कोई नहीं है। सबसे ज़्यादा परेशानी उन मरीज़ों को हो रही है जिनकी हालत गंभीर है और उनका इलाज करने वाला कोई नहीं है।
Chandryaan 2: विक्रम लैंडर की क्यों हुई चांद पर हार्ड लैंडिंग, सरकार ने दी जानकारी
लोकसभा में सरकार ने बताया चंद्रयान 2 की हार्ड लैंडिंग का कारण जितेंत्र सिंह ने लोकसभा में पूछे गए सवाल का दिया जवाब डिसेंट के दौरान विक्रम लैंडर के वेग में कमी तय मापदंडों से अधिक थी
केंद्र सरकार ने चंद्रयान 2 (Chandryaan 2) के विक्रम लैंडर (Vikram Lander) की चंद्रमा की सतह पर हार्ड लैंडिंग के कारणों की जानकारी दी. लोकसभा (Lok Sabha) में पूछे गए एक सवाल के लिखित जवाब में प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह (Jitendra Singh), जो अंतरिक्ष विभाग को देखते हैं ने कहा कि डिसेंट के दौरान विक्रम लैंडर के वेग में कमी तय मापदंडों से अधिक थी और इस वजह से उसकी हार्ड लैंडिंग हुई.  उन्होंने कहा, "चांद की सतह से 30 किलोमीटर से 7.4 किलोमीटर की दूरी के बीच डिसेंट का पहला फेज किया गया था. इस दौरान वेग 1,683 मीटर प्रति सेकंड से घटाकर 146 मीटर प्रति सेकेंड कर दिया गया था. इसके बाद डिसेंट के दूसरे फेज में वेग में कमी डिजाइन किए गए मूल्य से ज्यादा थी. इस वजह से दूसरे फेज के शुरुआती चरण की परिस्थिति, डिजाइन किए गए मापदंडों से अलग थी. इस कारण तय लैंडिंग साइट के 500 मीटर के दायरे में विक्रम की हार्ड लैंडिंग हुई."  जितेंद्र सिंह ने आगे कहा, "इसके बावजूद भी चंद्रयान 2 का लॉन्च, ऑर्बिटल क्रिटिकल मनुवर, लैंडर सेपरेशन, डी बूस्ट और रफ ब्रेकिंग फेज को सफलतापूर्वक पूरा किया गया. वैज्ञानिक उद्देश्यों के संबंध में, ऑर्बिटर के सभी आठ अत्याधुनिक वैज्ञानिक उपकरण डिजाइन के अनुसार अपना काम कर रहे हैं और मूल्यवान वैज्ञानिक डाटा प्रदान कर रहे हैं. वैज्ञानिकों के सटीक प्रक्षेपण और ऑर्बिटर मनुवर के कारण ऑर्बिटर का मिशन सात साल तक बढ़ा दिया गया है."  उन्होंने कहा, "ऑर्बिटर से मिलने वाला डाटा लगातार वैज्ञानिक समुदाय को प्रदान किया जा रहा है. हाल ही में इस डाटा की समीक्षा नई दिल्ली में आयोजित एक अखिल भारतीय उपयोगकर्ता की बैठक में की गई थी." आपको बता दें, चंद्रयान -2, जिसमें ऑर्बिटर, लैंडर और रोवर शामिल हैं को 22 जुलाई को GSLV MK III-M1 मिशन में सफलतापूर्वक लॉन्च किया गया था. इसके बाद चंद्रयान 2 को सफलतापूर्वक 20 अगस्त को चंद्र की कक्षा में डाला गया था, जिसके बाद 2 सितंबर 2019 को ऑर्बिटर से लैंडर 'विक्रम' को अलग कर दिया गया था. दो सफल डी-ऑर्बिटिंग मनुवर के बाद 7 सितंबर को चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग की कोशिश की गई, जो विफल साबित हुई.
पोंटिंग को तेंदुलकर जैसे पुनर्जन्म की उम्मीद
पोंटिंग ने कहा, मुझे लगता है कि पिछले मैच में कुछ रन बनाकर दोबारा बल्लेबाजी में वापसी करना अच्छा अहसास है।'
ऑस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पोंटिंग अहमदाबाद में भारत के खिलाफ हुए विश्व कप क्वार्टरफाइनल में अपने शतक के बाद सचिन तेंदुलकर की तरह के पुनर्जन्म की उम्मीद कर रहे हैं। पोंटिंग ने भारत से लौटने पर कहा, मुझे लगता है कि पिछले मैच में कुछ रन बनाकर दोबारा बल्लेबाजी में वापसी करना अच्छा अहसास है, उम्मीद है कि यह तेंदुलकर जैसे पुनर्जन्म की तरह की शुरूआत हो सकती है। तेंदुलकर ने विश्व कप में 59 के औसत से 379 रन बनाए हैं जो टूर्नामेंट में उनका तीसरा सर्वश्रेष्ठ स्कोर है। पोंटिंग की अगुवाई में ऑस्ट्रेलिया ने लगातार पिछले दो विश्व कप खिताब अपने नाम किए थे लेकिन क्वार्टरफाइनल में भारत के हाथों मिली शिकस्त के बाद उनकी काफी आलोचना की जा रही है और इस स्टार बल्लेबाज को लगता है कि वह टीम के लिए अब भी काफी योगदान कर सकते हैं। पोंटिंग ने कहा कि अगले कुछ दिन उनके लिए काफी अहम हो सकते हैं क्योंकि इस दौरान वह खुद और टीम दोनों के आगे बढ़ने के लिए कुछ फैसला करेंगे।
टाइम ने प्रदर्शनकारियों को चुना 'पर्सन ऑफ द इयर'
मैगजीन ने इन्हें अरब देशों से लेकर न्यूयार्क तमाम आंदोलनों के जरिए बदलाव लाने के लिए इस सम्मान के लिए चुना है।
टाइम मैगजीन ने 'प्रदर्शनकारियों' को संयुक्त रूप से इस वर्ष का 'पर्सन ऑफ द इयर' चुना है। मैगजीन ने इन्हें अरब देशों से लेकर न्यूयार्क तमाम आंदोलनों के जरिए बदलाव लाने के लिए इस सम्मान के लिए चुना है। प्रदर्शनकारियों के चयन के बाद यह साफ हो गया कि एडमिरल विलियम मैकक्रेवन जो कि आतंकी ओसामा बिन लादेन को मार गिराए जाने वाले मिशन के प्रमुख थे, पीछे रह गए हैं। एनबीसी टेलीविजन पर बोलते हुए मैगजीन के मैनेजिंग एडिटर रिचर्ड स्टैंजेल ने कहा कि इन लोगों ने पूरे देश के इतिहास को बदल दिया है। और यह कारनामा ये आगे भी करते रहेंगे।
दिल्ली में सीवर फिर साबित हुआ 'मौत का कुआं', तीन सफाई कर्मचारियों की मौत
लाजपत नगर में सीवर की सफाई के दौरान हुआ हादसा जहरीली गैस की चपेट में आने से तीन सफाई कर्मियों की मौत पिछले महीने घिटोरनी में भी चार सफाई कर्मचारियों की मौत हो गई थी
राजधानी दिल्ली के लाजपत नगर में रविवार को सीवर की सफाई के दौरान दम घुटने के कारण तीन सफाई कर्मचारियों की मौत हो गई. पुलिस ने बताया कि यह घटना दोपहर करीब 1 बजे हुई. ये कर्मचारी लाजपत नगर में कबीर राम मंदिर के नजदीक एक सीवर लाइन की सफाई कर रहे थे. सीवर के अंदर जहरीली गैस की चपेट में आने के कारण बाद में तीनों बेहोश निकाले गए. उन्हें एम्स के ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. पुलिस ने बताया कि दो पीड़ितों की पहचान जोगिंदर (32) और अन्नू (28) के रूप में की गई, तीसरे पीड़ित की तत्काल पहचान नहीं हो सकी. यह भी पढ़ें : दिल्ली में हार्वेस्टिंग टैंक की सफाई के दौरान दम घुटने से 4 कर्मचारियों की मौतटिप्पणियां दिल्ली के जल मंत्री राजेंद्र गौतम ने इस घटना के बाद ट्वीट किया, 'लाजपत नगर इलाके में सीवर की सफाई के दौरान तीन सफाईकर्मियों की मौत की खबर से बेहद दुखी हूं. मैंने घटना के बारे में जांच बिठा दी है.' उन्होंने यह भी कहा कि मृतक न तो दिल्ली जल बोर्ड के कर्मचारी थे और न ही दिल्ली जल बोर्ड द्वारा अधिकृत थे. पिछले महीने भी दक्षिण दिल्ली के घिटोरनी इलाके में एक हार्वेस्टिंग टैंक की सफाई के दौरान दम घुटने से चार सफाई कर्मचारियों की मौत हो गई थी. यह भी पढ़ें : दिल्ली में हार्वेस्टिंग टैंक की सफाई के दौरान दम घुटने से 4 कर्मचारियों की मौतटिप्पणियां दिल्ली के जल मंत्री राजेंद्र गौतम ने इस घटना के बाद ट्वीट किया, 'लाजपत नगर इलाके में सीवर की सफाई के दौरान तीन सफाईकर्मियों की मौत की खबर से बेहद दुखी हूं. मैंने घटना के बारे में जांच बिठा दी है.' उन्होंने यह भी कहा कि मृतक न तो दिल्ली जल बोर्ड के कर्मचारी थे और न ही दिल्ली जल बोर्ड द्वारा अधिकृत थे. पिछले महीने भी दक्षिण दिल्ली के घिटोरनी इलाके में एक हार्वेस्टिंग टैंक की सफाई के दौरान दम घुटने से चार सफाई कर्मचारियों की मौत हो गई थी. दिल्ली के जल मंत्री राजेंद्र गौतम ने इस घटना के बाद ट्वीट किया, 'लाजपत नगर इलाके में सीवर की सफाई के दौरान तीन सफाईकर्मियों की मौत की खबर से बेहद दुखी हूं. मैंने घटना के बारे में जांच बिठा दी है.' उन्होंने यह भी कहा कि मृतक न तो दिल्ली जल बोर्ड के कर्मचारी थे और न ही दिल्ली जल बोर्ड द्वारा अधिकृत थे. पिछले महीने भी दक्षिण दिल्ली के घिटोरनी इलाके में एक हार्वेस्टिंग टैंक की सफाई के दौरान दम घुटने से चार सफाई कर्मचारियों की मौत हो गई थी. पिछले महीने भी दक्षिण दिल्ली के घिटोरनी इलाके में एक हार्वेस्टिंग टैंक की सफाई के दौरान दम घुटने से चार सफाई कर्मचारियों की मौत हो गई थी.
पेट्रोल पंपों पर डेबिट/क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल पर कस्टमर को नहीं देना होगा कोई चार्ज : सरकार
पेट्रोल या डीजल खरीदने के लिए कार्ड का यूज़ अब बेधड़क करें सरकार ने कहा-कोई चार्ज नहीं लगेगा, जो चार्ज झेलना है बैंक/तेल कंपनी झेलें यानी कि, 13 जनवरी के बाद भी पेट्रोल पंपों पर डिजिटल ट्रांजैक्शन शुल्करहित
MDR charges on card payments for fuel purchase will not be passed on to customers: Oil Minister Dharmendra Pradhan. पिछले दिनों पेट्रोल पंपों को बैंकों से सूचना मिली थी कि नौ जनवरी 2017 से सभी क्रेडिट कार्ड से किए जाने वाले ट्रांजेक्शन पर 1 फीसदी और सभी डेबिट कार्ड से किए जाने वाले ट्रांजेक्शन पर 0.25 से 1 फीसदी तक का शुल्क वसूल जाएगा.आल इंडिया पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय बंसल ने कहा था कि बैंकों ने इस संबंध में 16 दिसंबर को आरबीआई द्वारा जारी किए गए एक सर्कुलर का हवाला दिया है जिसमें अतिरिक्त शुल्क लगाने की बात कही गई है.
शुल्क ढांचे में बदलाव, महंगा होगा सोना-चांदी
सोने और चांदी के दाम और बढ़ेंगे। सरकार ने इन बहुमूल्य धातुओं के उत्पाद एवं सीमा शुल्क ढांचे में बदलाव किया है।
सोने और चांदी के दाम और बढ़ेंगे। सरकार ने इन बहुमूल्य धातुओं के उत्पाद एवं सीमा शुल्क ढांचे में बदलाव किया है। इससे अगले ढाई माह में ही सरकार को 600 करोड़ रुपये का राजस्व मिलेगा। माना जा रहा है कि इससे सोने के दाम 250 रुपये प्रति दस ग्राम, चांदी 1,600 रुपये प्रति किलो और आयातित हीरा दो प्रतिशत महंगा हो जाएगा। इसके साथ ही प्लैटिनम की कीमतों में भी बदलाव होगा। सरकार ने शुल्क ढांचे में बदलाव के तहत इन बहुमूल्य धातुओं पर सीमा और उत्पाद शुल्क उनके मूल्य के हिसाब से लगाने का आदेश दिया है। अभी तक इन पर उनकी मात्रा के हिसाब से शुल्क दरें तय थीं। ऐसे में इन उत्पादों के दाम बढ़ने के साथ ही शुल्क भी बढ़ जाएगा। सरकारी अधिसूचना में कहा गया कि सोने पर आयात शुल्क उसके मूल्य का दो प्रतिशत होगा। पहले इसकी दर 300 रुपये प्रति दस ग्राम थी। वहीं चांदी पर आयात शुल्क दर उसके मूल्य के छह फीसद तय की गई है। पहले इस पर 1,500 रुपये प्रति किलोग्राम का निश्चित शुल्क लगता था। सरकार ने हीरे पर दो प्रतिशत का आयात शुल्क लगाया है।टिप्पणियां जहां तक उत्पाद शुल्क का सवाल है तो सोने पर मूल्यानुसार 1.5 फीसद उत्पाद शुल्क लगेगा जबकि पहले प्रति 10 ग्राम पर 200 रुपये उत्पाद शुल्क तय था। इसी प्रकार चांदी पर चार फीसद उत्पाद शुल्क लगेगा जबकि पहले प्रति किलो चांदी पर 1,000 रुपये उत्पाद शुल्क लगता था। केंद्रीय उत्पाद एवं सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीईसी) के चेयरमैन एसके गोयल ने कहा, ‘पहले की दरें चार-पांच साल पुरानी हैं। पिछले कुछ साल में कीमत उल्लेखनीय रूप से बढ़ रही है इसलिए यह बदलाव बाजार मूल्य के अनुरूप शुल्क निर्धारण के लिए है।’ माना जा रहा है कि इससे सोने के दाम 250 रुपये प्रति दस ग्राम, चांदी 1,600 रुपये प्रति किलो और आयातित हीरा दो प्रतिशत महंगा हो जाएगा। इसके साथ ही प्लैटिनम की कीमतों में भी बदलाव होगा। सरकार ने शुल्क ढांचे में बदलाव के तहत इन बहुमूल्य धातुओं पर सीमा और उत्पाद शुल्क उनके मूल्य के हिसाब से लगाने का आदेश दिया है। अभी तक इन पर उनकी मात्रा के हिसाब से शुल्क दरें तय थीं। ऐसे में इन उत्पादों के दाम बढ़ने के साथ ही शुल्क भी बढ़ जाएगा। सरकारी अधिसूचना में कहा गया कि सोने पर आयात शुल्क उसके मूल्य का दो प्रतिशत होगा। पहले इसकी दर 300 रुपये प्रति दस ग्राम थी। वहीं चांदी पर आयात शुल्क दर उसके मूल्य के छह फीसद तय की गई है। पहले इस पर 1,500 रुपये प्रति किलोग्राम का निश्चित शुल्क लगता था। सरकार ने हीरे पर दो प्रतिशत का आयात शुल्क लगाया है।टिप्पणियां जहां तक उत्पाद शुल्क का सवाल है तो सोने पर मूल्यानुसार 1.5 फीसद उत्पाद शुल्क लगेगा जबकि पहले प्रति 10 ग्राम पर 200 रुपये उत्पाद शुल्क तय था। इसी प्रकार चांदी पर चार फीसद उत्पाद शुल्क लगेगा जबकि पहले प्रति किलो चांदी पर 1,000 रुपये उत्पाद शुल्क लगता था। केंद्रीय उत्पाद एवं सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीईसी) के चेयरमैन एसके गोयल ने कहा, ‘पहले की दरें चार-पांच साल पुरानी हैं। पिछले कुछ साल में कीमत उल्लेखनीय रूप से बढ़ रही है इसलिए यह बदलाव बाजार मूल्य के अनुरूप शुल्क निर्धारण के लिए है।’ सरकार ने शुल्क ढांचे में बदलाव के तहत इन बहुमूल्य धातुओं पर सीमा और उत्पाद शुल्क उनके मूल्य के हिसाब से लगाने का आदेश दिया है। अभी तक इन पर उनकी मात्रा के हिसाब से शुल्क दरें तय थीं। ऐसे में इन उत्पादों के दाम बढ़ने के साथ ही शुल्क भी बढ़ जाएगा। सरकारी अधिसूचना में कहा गया कि सोने पर आयात शुल्क उसके मूल्य का दो प्रतिशत होगा। पहले इसकी दर 300 रुपये प्रति दस ग्राम थी। वहीं चांदी पर आयात शुल्क दर उसके मूल्य के छह फीसद तय की गई है। पहले इस पर 1,500 रुपये प्रति किलोग्राम का निश्चित शुल्क लगता था। सरकार ने हीरे पर दो प्रतिशत का आयात शुल्क लगाया है।टिप्पणियां जहां तक उत्पाद शुल्क का सवाल है तो सोने पर मूल्यानुसार 1.5 फीसद उत्पाद शुल्क लगेगा जबकि पहले प्रति 10 ग्राम पर 200 रुपये उत्पाद शुल्क तय था। इसी प्रकार चांदी पर चार फीसद उत्पाद शुल्क लगेगा जबकि पहले प्रति किलो चांदी पर 1,000 रुपये उत्पाद शुल्क लगता था। केंद्रीय उत्पाद एवं सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीईसी) के चेयरमैन एसके गोयल ने कहा, ‘पहले की दरें चार-पांच साल पुरानी हैं। पिछले कुछ साल में कीमत उल्लेखनीय रूप से बढ़ रही है इसलिए यह बदलाव बाजार मूल्य के अनुरूप शुल्क निर्धारण के लिए है।’ जहां तक उत्पाद शुल्क का सवाल है तो सोने पर मूल्यानुसार 1.5 फीसद उत्पाद शुल्क लगेगा जबकि पहले प्रति 10 ग्राम पर 200 रुपये उत्पाद शुल्क तय था। इसी प्रकार चांदी पर चार फीसद उत्पाद शुल्क लगेगा जबकि पहले प्रति किलो चांदी पर 1,000 रुपये उत्पाद शुल्क लगता था। केंद्रीय उत्पाद एवं सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीईसी) के चेयरमैन एसके गोयल ने कहा, ‘पहले की दरें चार-पांच साल पुरानी हैं। पिछले कुछ साल में कीमत उल्लेखनीय रूप से बढ़ रही है इसलिए यह बदलाव बाजार मूल्य के अनुरूप शुल्क निर्धारण के लिए है।’ केंद्रीय उत्पाद एवं सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीईसी) के चेयरमैन एसके गोयल ने कहा, ‘पहले की दरें चार-पांच साल पुरानी हैं। पिछले कुछ साल में कीमत उल्लेखनीय रूप से बढ़ रही है इसलिए यह बदलाव बाजार मूल्य के अनुरूप शुल्क निर्धारण के लिए है।’
‘कोलावरी डी’ से परेशान हुए धनुष
‘कोलावरी डी’ गीत ने अभिनेता सह गायक धनुष को भले ही दक्षिण भारत के बाहर भी चर्चित बनाया हो लेकिन उनका कहना है कि इस गाने से अब वह तंग आना शुरू हो गए हैं।
‘कोलावरी डी’ गीत ने अभिनेता सह गायक धनुष को भले ही दक्षिण भारत के बाहर भी चर्चित बनाया हो लेकिन उनका कहना है कि इस गाने से अब वह तंग आना शुरू हो गए हैं।टिप्पणियां धनुष की फिल्म ‘थ्री’ का तमिल गीत ‘कोलावरी डी’ एक लड़के के दिल टूटने के बारे में है। रिलीज होने के बाद यह गीत बहुत प्रसिद्ध हुआ था। हालांकि 29 वर्षीय धनुष को इस गीत से बाहर निकलने में काफी मुश्किल हो रही है। उन्होंने कहा, ‘एक बिन्दु के बाद यह परेशान करने लगता है। मैं इस गीत को अब और नहीं गाना चाहता। इसने मुझे तंग करना शुरू कर दिया है और मैं इससे दूर रहना चाहता हूं। मैं जहां भी जाता हूं, लोग मुझे इससे जोड़ते हैं, मैं इससे दूर जाना चाहता हूं।’ यह अभिनेता हिन्दी फिल्म ‘रांझणा’ के साथ बालीवुड में पदार्पण कर रहा है। इस फिल्म में उन्होंने बनारस के एक लड़के की भूमिका निभाई है। यह फिल्म शुक्रवार को रिलीज होगी जिसमें अभिनेत्री सोनम कपूर ने भी भूमिका निभाई है। धनुष की फिल्म ‘थ्री’ का तमिल गीत ‘कोलावरी डी’ एक लड़के के दिल टूटने के बारे में है। रिलीज होने के बाद यह गीत बहुत प्रसिद्ध हुआ था। हालांकि 29 वर्षीय धनुष को इस गीत से बाहर निकलने में काफी मुश्किल हो रही है। उन्होंने कहा, ‘एक बिन्दु के बाद यह परेशान करने लगता है। मैं इस गीत को अब और नहीं गाना चाहता। इसने मुझे तंग करना शुरू कर दिया है और मैं इससे दूर रहना चाहता हूं। मैं जहां भी जाता हूं, लोग मुझे इससे जोड़ते हैं, मैं इससे दूर जाना चाहता हूं।’ यह अभिनेता हिन्दी फिल्म ‘रांझणा’ के साथ बालीवुड में पदार्पण कर रहा है। इस फिल्म में उन्होंने बनारस के एक लड़के की भूमिका निभाई है। यह फिल्म शुक्रवार को रिलीज होगी जिसमें अभिनेत्री सोनम कपूर ने भी भूमिका निभाई है। यह अभिनेता हिन्दी फिल्म ‘रांझणा’ के साथ बालीवुड में पदार्पण कर रहा है। इस फिल्म में उन्होंने बनारस के एक लड़के की भूमिका निभाई है। यह फिल्म शुक्रवार को रिलीज होगी जिसमें अभिनेत्री सोनम कपूर ने भी भूमिका निभाई है।
अमेरिका ने 24 जहाजरानी कंपनियों पर प्रतिबंध लगाए
अमेरिका के वित्त विभाग ने ईरान के मिसाइल कार्यक्रमों में संलिप्त व्यवसायी निकायों से संबंध रखने वाली 24 जहाजरानी कंपनियों पर पाबंदी लगा दी है।
अमेरिका के वित्त विभाग ने ईरान के मिसाइल कार्यक्रमों में संलिप्त व्यवसायी निकायों से संबंध रखने वाली 24 जहाजरानी कंपनियों पर पाबंदी लगा दी है। इनमें 20 कंपनियां हांककांग की हैं। वित्त विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान शिपिंग लाइंस (आईआरआईएसएल) और ईरानी रक्षा मंत्रालय एयरोस्पेस औद्योगिक प्राधिकरण (एआईओ) की दो इकाइयां तेहरान के मिसाइल कार्यकमों में संलिप्त हैं। इनके साथ काम करने वाली जहाजरानी कंपनियों पर पाबंदी लगाई गई है। अमेरिका की ओर से उठाया गया यह कदम कथित तौर पर परमाणु हथियार विकसित कर रहे ईरान पर दबाव बनाने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है।
एयर इंडिया विनिवेश : शिवसेना ने कसा तंज - जेटली बताएं कि 'महाराजा' भिखारी कैसे बन गया
एनडीए सहयोगी शिवसेना का मिजाज भांपना बीजेपी के लिए मुश्किल एयर इंडिया का विनिवेश का फैसला पार्टी को रास नहीं आया शिवसेना समेत कई दलों ने विनिवेश फैसले की आलोचना की
एनडीए सहयोगी शिवसेना का मिजाज भांपना टेढ़ा काम है. अभी चार दिन पहले मोदी सरकार की तारीफों के बुल बांधे थे लेकिन अब फिर से सुर बदल गए हैं. एयर इंडिया का विनिवेश किए जाने का मोदी सरकार का फैसला पार्टी को रास नहीं आया. पार्टी ने सरकार का मजाक उड़ाते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली से पूछा कि वह यह बताएं कि महाराजा (एयर इंडिया) भिखारी कैसे बन गया.  एयर इंडिया का विनिवेश करने के सरकार के फैसले की राजग सहयोगी शिवसेना समेत कई दलों ने आलोचना की. शिवसेना ने यह कहते हुए इस फैसले का मजाक उड़ाया कि सरकार इस आधार पर कश्मीर भी नीलाम कर सकती है कि वह उस पर आने वाला सुरक्षा व्यय नहीं उठा सकती. शिवसेना ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार पर भरोसा नहीं किया जा सकता है, यदि वह एयरलाइन नहीं चला सकती तो वह देश कैसे चलाएगी. माकपा और तृणमूल कांग्रेस ने भी इस फैसले पर हमला किया और इसे तत्काल रोकने की मांग की. अपने मुखपत्र 'सामना' में शिवसेना ने लिखा, "आज विमानन कंपनी बेची जा रही है क्योंकि उस पर 50,000 करोड़ रुपये का कर्ज है. कल सरकार कहेगी कि वह कश्मीर घाटी का सुरक्षा व्यय उठाने में असमर्थ है, इसलिए वह इसे नीलाम करेगी. उन पर भरोसा नहीं किया जा सकता है." भाजपा पर प्रहार करते हुए शिवसेना ने कहा कि यदि यही फैसला पिछली संप्रग सरकार ने किया होता तो भाजपा ने उसे नहीं बख्शा होता. टिप्पणियां उधर माकपा ने एक बयान में कहा कि एयर इंडिया की बिक्री को मोदी की संपूर्ण निजीकरण अभियान का हिस्सा है जो राष्ट्रहित के विरद्ध है. इसे तत्काल रोका जाए. तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने भी इस फैसले का विरोध किया. दो दिन पहले ही जेटली ने घोषणा की थी कि मंत्रीमंडल ने एयर इंडिया का विनिवेश करने की सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है.  उधर, एयर इंडिया को खरीदे जाने की खबरों की बीच निजी विमानन कंपनी इंडियो ने स्पष्ट किया कि कंपनी फायदे का सौदा होने पर ही एयर इंडिया को खरीदेगी.   एयर इंडिया का विनिवेश करने के सरकार के फैसले की राजग सहयोगी शिवसेना समेत कई दलों ने आलोचना की. शिवसेना ने यह कहते हुए इस फैसले का मजाक उड़ाया कि सरकार इस आधार पर कश्मीर भी नीलाम कर सकती है कि वह उस पर आने वाला सुरक्षा व्यय नहीं उठा सकती. शिवसेना ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार पर भरोसा नहीं किया जा सकता है, यदि वह एयरलाइन नहीं चला सकती तो वह देश कैसे चलाएगी. माकपा और तृणमूल कांग्रेस ने भी इस फैसले पर हमला किया और इसे तत्काल रोकने की मांग की. अपने मुखपत्र 'सामना' में शिवसेना ने लिखा, "आज विमानन कंपनी बेची जा रही है क्योंकि उस पर 50,000 करोड़ रुपये का कर्ज है. कल सरकार कहेगी कि वह कश्मीर घाटी का सुरक्षा व्यय उठाने में असमर्थ है, इसलिए वह इसे नीलाम करेगी. उन पर भरोसा नहीं किया जा सकता है." भाजपा पर प्रहार करते हुए शिवसेना ने कहा कि यदि यही फैसला पिछली संप्रग सरकार ने किया होता तो भाजपा ने उसे नहीं बख्शा होता. टिप्पणियां उधर माकपा ने एक बयान में कहा कि एयर इंडिया की बिक्री को मोदी की संपूर्ण निजीकरण अभियान का हिस्सा है जो राष्ट्रहित के विरद्ध है. इसे तत्काल रोका जाए. तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने भी इस फैसले का विरोध किया. दो दिन पहले ही जेटली ने घोषणा की थी कि मंत्रीमंडल ने एयर इंडिया का विनिवेश करने की सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है.  उधर, एयर इंडिया को खरीदे जाने की खबरों की बीच निजी विमानन कंपनी इंडियो ने स्पष्ट किया कि कंपनी फायदे का सौदा होने पर ही एयर इंडिया को खरीदेगी.   अपने मुखपत्र 'सामना' में शिवसेना ने लिखा, "आज विमानन कंपनी बेची जा रही है क्योंकि उस पर 50,000 करोड़ रुपये का कर्ज है. कल सरकार कहेगी कि वह कश्मीर घाटी का सुरक्षा व्यय उठाने में असमर्थ है, इसलिए वह इसे नीलाम करेगी. उन पर भरोसा नहीं किया जा सकता है." भाजपा पर प्रहार करते हुए शिवसेना ने कहा कि यदि यही फैसला पिछली संप्रग सरकार ने किया होता तो भाजपा ने उसे नहीं बख्शा होता. टिप्पणियां उधर माकपा ने एक बयान में कहा कि एयर इंडिया की बिक्री को मोदी की संपूर्ण निजीकरण अभियान का हिस्सा है जो राष्ट्रहित के विरद्ध है. इसे तत्काल रोका जाए. तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने भी इस फैसले का विरोध किया. दो दिन पहले ही जेटली ने घोषणा की थी कि मंत्रीमंडल ने एयर इंडिया का विनिवेश करने की सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है.  उधर, एयर इंडिया को खरीदे जाने की खबरों की बीच निजी विमानन कंपनी इंडियो ने स्पष्ट किया कि कंपनी फायदे का सौदा होने पर ही एयर इंडिया को खरीदेगी.   उधर माकपा ने एक बयान में कहा कि एयर इंडिया की बिक्री को मोदी की संपूर्ण निजीकरण अभियान का हिस्सा है जो राष्ट्रहित के विरद्ध है. इसे तत्काल रोका जाए. तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने भी इस फैसले का विरोध किया. दो दिन पहले ही जेटली ने घोषणा की थी कि मंत्रीमंडल ने एयर इंडिया का विनिवेश करने की सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है.  उधर, एयर इंडिया को खरीदे जाने की खबरों की बीच निजी विमानन कंपनी इंडियो ने स्पष्ट किया कि कंपनी फायदे का सौदा होने पर ही एयर इंडिया को खरीदेगी.   उधर, एयर इंडिया को खरीदे जाने की खबरों की बीच निजी विमानन कंपनी इंडियो ने स्पष्ट किया कि कंपनी फायदे का सौदा होने पर ही एयर इंडिया को खरीदेगी.
एंटनी की अरुणाचल यात्रा पर चीन ने जताई आपत्ति
रक्षा मंत्री एके एंटनी की अरूणाचल प्रदेश यात्रा पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए चीन ने आज कहा कि भारत को ऐसी कोई भी कार्रवाई करने से बचना चाहिए जो सीमा मुद्दे को जटिल बना सकती है।
रक्षा मंत्री एके एंटनी की अरूणाचल प्रदेश यात्रा पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए चीन ने आज कहा कि भारत को ऐसी कोई भी कार्रवाई करने से बचना चाहिए जो सीमा मुद्दे को जटिल बना सकती है। सरकारी संवाद समिति शिन्हुआ ने शनिवार की रात कहा कि चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता हांग लेई ने भारत से कहा है कि वह चीन के साथ सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति और स्थिरता कायम रखने पर काम करे। उन्होंने कहा कि चीन समानता और मैत्रीपूर्ण बातचीत के आधार पर निष्पक्ष और तर्कसंगत समाधान की वकालत करता है। हांग ने कहा कि पूर्वी हिस्से से संबंधित विवादों समेत भारत-चीन सीमा मुद्दों पर चीन का रुख लगातार सुसंगत और स्पष्ट रहा है।टिप्पणियां संवाद समिति ने रिपोर्ट में कहा, ‘उन्होंने भारत से ऐसी कोई भी कार्रवाई करने से बचने को कहा जो मुद्दे को जटिल बना दे।’ हांग ने यह टिप्पणी तब की जब उनसे उस रिपोर्ट पर टिप्पणी करने को कहा गया जिसमें कहा गया था कि भारतीय अधिकारी कथित अरूणाचल प्रदेश क्षेत्र में आयोजित गतिविधियों में हिस्सा ले रहे हैं। रिपोर्ट में गत 20 फरवरी को इटानगर में आयोजित अरूणाचल प्रदेश के गठन की रजत जयंती समारोह में एंटनी के हिस्सा लेने का सीधे तौर पर उल्लेख नहीं किया गया है। सरकारी संवाद समिति शिन्हुआ ने शनिवार की रात कहा कि चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता हांग लेई ने भारत से कहा है कि वह चीन के साथ सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति और स्थिरता कायम रखने पर काम करे। उन्होंने कहा कि चीन समानता और मैत्रीपूर्ण बातचीत के आधार पर निष्पक्ष और तर्कसंगत समाधान की वकालत करता है। हांग ने कहा कि पूर्वी हिस्से से संबंधित विवादों समेत भारत-चीन सीमा मुद्दों पर चीन का रुख लगातार सुसंगत और स्पष्ट रहा है।टिप्पणियां संवाद समिति ने रिपोर्ट में कहा, ‘उन्होंने भारत से ऐसी कोई भी कार्रवाई करने से बचने को कहा जो मुद्दे को जटिल बना दे।’ हांग ने यह टिप्पणी तब की जब उनसे उस रिपोर्ट पर टिप्पणी करने को कहा गया जिसमें कहा गया था कि भारतीय अधिकारी कथित अरूणाचल प्रदेश क्षेत्र में आयोजित गतिविधियों में हिस्सा ले रहे हैं। रिपोर्ट में गत 20 फरवरी को इटानगर में आयोजित अरूणाचल प्रदेश के गठन की रजत जयंती समारोह में एंटनी के हिस्सा लेने का सीधे तौर पर उल्लेख नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि चीन समानता और मैत्रीपूर्ण बातचीत के आधार पर निष्पक्ष और तर्कसंगत समाधान की वकालत करता है। हांग ने कहा कि पूर्वी हिस्से से संबंधित विवादों समेत भारत-चीन सीमा मुद्दों पर चीन का रुख लगातार सुसंगत और स्पष्ट रहा है।टिप्पणियां संवाद समिति ने रिपोर्ट में कहा, ‘उन्होंने भारत से ऐसी कोई भी कार्रवाई करने से बचने को कहा जो मुद्दे को जटिल बना दे।’ हांग ने यह टिप्पणी तब की जब उनसे उस रिपोर्ट पर टिप्पणी करने को कहा गया जिसमें कहा गया था कि भारतीय अधिकारी कथित अरूणाचल प्रदेश क्षेत्र में आयोजित गतिविधियों में हिस्सा ले रहे हैं। रिपोर्ट में गत 20 फरवरी को इटानगर में आयोजित अरूणाचल प्रदेश के गठन की रजत जयंती समारोह में एंटनी के हिस्सा लेने का सीधे तौर पर उल्लेख नहीं किया गया है। संवाद समिति ने रिपोर्ट में कहा, ‘उन्होंने भारत से ऐसी कोई भी कार्रवाई करने से बचने को कहा जो मुद्दे को जटिल बना दे।’ हांग ने यह टिप्पणी तब की जब उनसे उस रिपोर्ट पर टिप्पणी करने को कहा गया जिसमें कहा गया था कि भारतीय अधिकारी कथित अरूणाचल प्रदेश क्षेत्र में आयोजित गतिविधियों में हिस्सा ले रहे हैं। रिपोर्ट में गत 20 फरवरी को इटानगर में आयोजित अरूणाचल प्रदेश के गठन की रजत जयंती समारोह में एंटनी के हिस्सा लेने का सीधे तौर पर उल्लेख नहीं किया गया है। रिपोर्ट में गत 20 फरवरी को इटानगर में आयोजित अरूणाचल प्रदेश के गठन की रजत जयंती समारोह में एंटनी के हिस्सा लेने का सीधे तौर पर उल्लेख नहीं किया गया है।
लड़की को 'सजा' देना चाहते थे बलात्कारी!
दिल्ली की मेडिकल छात्रा के साथ चलती बस में गैंगरेप करने के बाद उसकी बेरहमी से पिटाई कर बस से नीचे फेंक देने वाले छह आरोपी दरअसल उसे इस बात के लिए 'सज़ा' देना चाहते थे, क्योंकि उसने इन आरोपियों को अपने पुरुष मित्र की पिटाई करने से रोका था।
दिल्ली की मेडिकल छात्रा के साथ चलती बस में गैंगरेप करने के बाद उसकी बेरहमी से पिटाई कर बस से नीचे फेंक देने वाले छह आरोपी दरअसल उसे इस बात के लिए 'सज़ा' देना चाहते थे, क्योंकि उसने इन आरोपियों को अपने पुरुष मित्र की पिटाई करने से रोका था। यह जानकारी पुलिस सूत्रों ने दी है। इन आरोपियों में से अब तक चार - रामसिंह (मुख्य आरोपी, बस ड्राइवर), विनय, पवन, मुकेश - को गिरफ्तार किया जा चुका है, तथा फरार हो चुके बाकी दो को तलाश करने के लिए राजस्थान और बिहार में पुलिस टीमें भेजी गई हैं। फरार दो आरोपियों में से एक का नाम अक्षय ठाकुर है, और वह बिहार स्थित औरंगाबाद का रहने वाला है।टिप्पणियां पुलिस सूत्रों के अनुसार, रविवार शाम को रामसिंह अपने साथियों के साथ मौजमस्ती करने निकला था, और उसी दौरान उन्होंने इस लड़की और उसके पुरुष मित्र को दक्षिणी दिल्ली के मुनीरका बस स्टैंड पर देखा, और द्वारका छोड़ देने का झांसा देकर बस में बिठा लिया। सूत्रों के मुताबिक बस में आरोपियों की लड़की के मित्र से इस बात पर बहस शुरू हो गई, क्योंकि उन्होंने टिप्पणी की कि वह रात के समय लड़की के साथ क्या कर रहा है। इस पर जब लड़की ने आपत्ति की, तो आरोपियों ने उसे 'सबक सिखाने' का फैसला किया। पुलिस का कहना है कि अब बढ़ई के रूप में काम करने वाला एक और व्यक्ति सामने आया है, जिसका दावा है कि इन्हीं आरोपियों ने इसी तरह का झांसा देकर उससे भी 8,000 रुपये ठगे थे। उस व्यक्ति को आरोपियों ने रेप की वारदात से लगभग एक घंटा पहले आरके पुरम, सेक्टर-4 में बस में बिठाया था, और फिर उसे लूट लिया। उसने दावा किया है कि उसे इन आरोपियों ने आउटर रिंग रोड पर आईआईटी गेट के नज़दीक बस से नीचे धकेल दिया था, और फिर वे लोग मुनीरका की ओर चले गए थे। इन आरोपियों में से अब तक चार - रामसिंह (मुख्य आरोपी, बस ड्राइवर), विनय, पवन, मुकेश - को गिरफ्तार किया जा चुका है, तथा फरार हो चुके बाकी दो को तलाश करने के लिए राजस्थान और बिहार में पुलिस टीमें भेजी गई हैं। फरार दो आरोपियों में से एक का नाम अक्षय ठाकुर है, और वह बिहार स्थित औरंगाबाद का रहने वाला है।टिप्पणियां पुलिस सूत्रों के अनुसार, रविवार शाम को रामसिंह अपने साथियों के साथ मौजमस्ती करने निकला था, और उसी दौरान उन्होंने इस लड़की और उसके पुरुष मित्र को दक्षिणी दिल्ली के मुनीरका बस स्टैंड पर देखा, और द्वारका छोड़ देने का झांसा देकर बस में बिठा लिया। सूत्रों के मुताबिक बस में आरोपियों की लड़की के मित्र से इस बात पर बहस शुरू हो गई, क्योंकि उन्होंने टिप्पणी की कि वह रात के समय लड़की के साथ क्या कर रहा है। इस पर जब लड़की ने आपत्ति की, तो आरोपियों ने उसे 'सबक सिखाने' का फैसला किया। पुलिस का कहना है कि अब बढ़ई के रूप में काम करने वाला एक और व्यक्ति सामने आया है, जिसका दावा है कि इन्हीं आरोपियों ने इसी तरह का झांसा देकर उससे भी 8,000 रुपये ठगे थे। उस व्यक्ति को आरोपियों ने रेप की वारदात से लगभग एक घंटा पहले आरके पुरम, सेक्टर-4 में बस में बिठाया था, और फिर उसे लूट लिया। उसने दावा किया है कि उसे इन आरोपियों ने आउटर रिंग रोड पर आईआईटी गेट के नज़दीक बस से नीचे धकेल दिया था, और फिर वे लोग मुनीरका की ओर चले गए थे। पुलिस सूत्रों के अनुसार, रविवार शाम को रामसिंह अपने साथियों के साथ मौजमस्ती करने निकला था, और उसी दौरान उन्होंने इस लड़की और उसके पुरुष मित्र को दक्षिणी दिल्ली के मुनीरका बस स्टैंड पर देखा, और द्वारका छोड़ देने का झांसा देकर बस में बिठा लिया। सूत्रों के मुताबिक बस में आरोपियों की लड़की के मित्र से इस बात पर बहस शुरू हो गई, क्योंकि उन्होंने टिप्पणी की कि वह रात के समय लड़की के साथ क्या कर रहा है। इस पर जब लड़की ने आपत्ति की, तो आरोपियों ने उसे 'सबक सिखाने' का फैसला किया। पुलिस का कहना है कि अब बढ़ई के रूप में काम करने वाला एक और व्यक्ति सामने आया है, जिसका दावा है कि इन्हीं आरोपियों ने इसी तरह का झांसा देकर उससे भी 8,000 रुपये ठगे थे। उस व्यक्ति को आरोपियों ने रेप की वारदात से लगभग एक घंटा पहले आरके पुरम, सेक्टर-4 में बस में बिठाया था, और फिर उसे लूट लिया। उसने दावा किया है कि उसे इन आरोपियों ने आउटर रिंग रोड पर आईआईटी गेट के नज़दीक बस से नीचे धकेल दिया था, और फिर वे लोग मुनीरका की ओर चले गए थे। पुलिस का कहना है कि अब बढ़ई के रूप में काम करने वाला एक और व्यक्ति सामने आया है, जिसका दावा है कि इन्हीं आरोपियों ने इसी तरह का झांसा देकर उससे भी 8,000 रुपये ठगे थे। उस व्यक्ति को आरोपियों ने रेप की वारदात से लगभग एक घंटा पहले आरके पुरम, सेक्टर-4 में बस में बिठाया था, और फिर उसे लूट लिया। उसने दावा किया है कि उसे इन आरोपियों ने आउटर रिंग रोड पर आईआईटी गेट के नज़दीक बस से नीचे धकेल दिया था, और फिर वे लोग मुनीरका की ओर चले गए थे।
वायरल वीडियो : देखिए, कैसे-कैसे 'काम' कर लेता है मार्क ज़करबर्ग का एआई जारविस
मार्क ज़करबर्ग ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस युक्त सहायक सिस्टम बनाया है उन्होंने फेसबुक पर एआई सहायक जारविस से जुड़े दो वीडियो अपलोड किए हैं वीडियो में मार्क की पत्नी ने बताया, जारविस से क्या-क्या परेशानियां हुईं
सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट के संस्थापक मार्क ज़करबर्ग ने पूरे एक साल की कोडिंग के बाद कृत्रिम बुद्धि (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस या एआई) वाली सहायक प्रणाली जारविस (Jarvis) को घर का हिस्सा बना लिया है, और यह जारविस बिल्कुल वैसा ही है, जिसे आप 'आयरनमैन' सीरीज़ की फिल्मों में 'टोनी स्टार्क' के घर पर देख चुके हैं, हालांकि उसका नाम J.A.R.V.I.S था... मार्क ज़करबर्ग ने दो बेहद दिलचस्प वीडियो भी शेयर किए हैं, जिसमें इस एआई सिस्टम का परिचय वह दुनिया से करवा रहे हैं... लेकिन यह मत समझिए कि इन वीडियो में मार्क ज़करबर्ग यह बता रहे हैं कि आप अपने लिए एआई सिस्टम कैसे विकसित कर सकते हैं, बल्कि इन वीडियो में बेहद मज़ेदार तरीके से यह दिखाया गया है कि जारविस के आ जाने के बाद मार्क तथा उनके परिवार की ज़िन्दगी पर किस तरह का असर पड़ा है... लगभग 14 घंटे पहले (ख़बर लिखे जाने से) फेसबुक पर अपलोड किए गए एक वीडियो में दिखाया गया है कि मार्क ज़करबर्ग की पत्नी डॉ प्रिसिला चैन को जारविस की वजह से किस तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ा... मसलन, जारविस सिर्फ उन आदेशों का पालन करना है, जो मार्क ज़करबर्ग की आवाज़ में दिए गए हों... वीडियो में प्रिसिला ऐसा होने पर मार्क को घूरकर देखती हैं, और हर पति की तरह मार्क भी तुरंत ही कहते हैं, "मैं इसे ठीक कर दूंगा..." डॉ प्रिसिला चान यह भी बताती हैं कि कैसे मार्क ने जारविस की आवाज़ के तौर पर अलग-अलग आवाज़ों का परीक्षण किया, जिनमें से एक आवाज़ काफी 'गुस्सैल' थी... बाद में पता चला कि वह 'टर्मिनेटर' की आवाज़ थी... अपने कमेटं में मार्क ज़करबर्ग ने लिखा, "इस वॉयस के लिए, और इसे मुमकिन बनाने के लिए शुक्रिया, आरनॉल्ड श्वार्ज़नेगर... मेरा साल अब पूरा हो गया है..." बाद में वास्तव में जारविस की आवाज़ बने हॉलीवुड अभिनेता मॉर्गन फ्रीमैन. पहले 14 घंटे में ही इस वीडियो को 38 लाख से ज़्यादा बार देखा जा चुका है, और निश्चित रूप से इसे काफी पसंद किया जा रहा है...    (function(d, s, id) {var js, fjs = d.getElementsByTagName(s)[0];if (d.getElementById(id)) return;js = d.createElement(s); js.id = id;js.src = '//connect.facebook.net/en_US/sdk.js#xfbml=1&version=v2.6';fjs.parentNode.insertBefore(js, fjs);}(document, 'script', 'facebook-jssdk'));  वैसे, यह वीडियो पोस्ट करने से लगभग तीन घंटे पहले मार्क ज़करबर्ग ने अपने एआई जारविस के बारे में एक और वीडियो पोस्ट किया था... इस वीडियो में नए साथी जारविस के साथ मार्क की ज़िन्दगी का एक दिन दर्शाया गया है... इसमें जारविस मार्क और प्रिसिला की बेटी मैक्स को खिलाता हुआ दिखता है, सुबह दफ्तर जाने के लिए तैयार होने में मार्क की मदद करता दिखाई देता है, उनका नाश्ता तैयार करता है, और पूरे परिवार को उनके पसंदीदा गाने सुनाता है...टिप्पणियां सो आइए, आप भी देखिए मार्क ज़करबर्ग के जारविस का यह वीडियो...    (function(d, s, id) {var js, fjs = d.getElementsByTagName(s)[0];if (d.getElementById(id)) return;js = d.createElement(s); js.id = id;js.src = '//connect.facebook.net/en_US/sdk.js#xfbml=1&version=v2.6';fjs.parentNode.insertBefore(js, fjs);}(document, 'script', 'facebook-jssdk'));  इस वीडियो को भी फेसबुक पर बहुत ज़्यादा पसंद किया गया है... पहले 17 घंटे में ही इसे एक करोड़ 52 लाख से ज़्यादा बार देखा जा चुका है, और इस पर लगभग 78 लाख रिएक्शन भी आ चुके हैं... लेकिन यह मत समझिए कि इन वीडियो में मार्क ज़करबर्ग यह बता रहे हैं कि आप अपने लिए एआई सिस्टम कैसे विकसित कर सकते हैं, बल्कि इन वीडियो में बेहद मज़ेदार तरीके से यह दिखाया गया है कि जारविस के आ जाने के बाद मार्क तथा उनके परिवार की ज़िन्दगी पर किस तरह का असर पड़ा है... लगभग 14 घंटे पहले (ख़बर लिखे जाने से) फेसबुक पर अपलोड किए गए एक वीडियो में दिखाया गया है कि मार्क ज़करबर्ग की पत्नी डॉ प्रिसिला चैन को जारविस की वजह से किस तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ा... मसलन, जारविस सिर्फ उन आदेशों का पालन करना है, जो मार्क ज़करबर्ग की आवाज़ में दिए गए हों... वीडियो में प्रिसिला ऐसा होने पर मार्क को घूरकर देखती हैं, और हर पति की तरह मार्क भी तुरंत ही कहते हैं, "मैं इसे ठीक कर दूंगा..." डॉ प्रिसिला चान यह भी बताती हैं कि कैसे मार्क ने जारविस की आवाज़ के तौर पर अलग-अलग आवाज़ों का परीक्षण किया, जिनमें से एक आवाज़ काफी 'गुस्सैल' थी... बाद में पता चला कि वह 'टर्मिनेटर' की आवाज़ थी... अपने कमेटं में मार्क ज़करबर्ग ने लिखा, "इस वॉयस के लिए, और इसे मुमकिन बनाने के लिए शुक्रिया, आरनॉल्ड श्वार्ज़नेगर... मेरा साल अब पूरा हो गया है..." बाद में वास्तव में जारविस की आवाज़ बने हॉलीवुड अभिनेता मॉर्गन फ्रीमैन. पहले 14 घंटे में ही इस वीडियो को 38 लाख से ज़्यादा बार देखा जा चुका है, और निश्चित रूप से इसे काफी पसंद किया जा रहा है...      वैसे, यह वीडियो पोस्ट करने से लगभग तीन घंटे पहले मार्क ज़करबर्ग ने अपने एआई जारविस के बारे में एक और वीडियो पोस्ट किया था... इस वीडियो में नए साथी जारविस के साथ मार्क की ज़िन्दगी का एक दिन दर्शाया गया है... इसमें जारविस मार्क और प्रिसिला की बेटी मैक्स को खिलाता हुआ दिखता है, सुबह दफ्तर जाने के लिए तैयार होने में मार्क की मदद करता दिखाई देता है, उनका नाश्ता तैयार करता है, और पूरे परिवार को उनके पसंदीदा गाने सुनाता है...टिप्पणियां सो आइए, आप भी देखिए मार्क ज़करबर्ग के जारविस का यह वीडियो...    (function(d, s, id) {var js, fjs = d.getElementsByTagName(s)[0];if (d.getElementById(id)) return;js = d.createElement(s); js.id = id;js.src = '//connect.facebook.net/en_US/sdk.js#xfbml=1&version=v2.6';fjs.parentNode.insertBefore(js, fjs);}(document, 'script', 'facebook-jssdk'));  इस वीडियो को भी फेसबुक पर बहुत ज़्यादा पसंद किया गया है... पहले 17 घंटे में ही इसे एक करोड़ 52 लाख से ज़्यादा बार देखा जा चुका है, और इस पर लगभग 78 लाख रिएक्शन भी आ चुके हैं... लगभग 14 घंटे पहले (ख़बर लिखे जाने से) फेसबुक पर अपलोड किए गए एक वीडियो में दिखाया गया है कि मार्क ज़करबर्ग की पत्नी डॉ प्रिसिला चैन को जारविस की वजह से किस तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ा... मसलन, जारविस सिर्फ उन आदेशों का पालन करना है, जो मार्क ज़करबर्ग की आवाज़ में दिए गए हों... वीडियो में प्रिसिला ऐसा होने पर मार्क को घूरकर देखती हैं, और हर पति की तरह मार्क भी तुरंत ही कहते हैं, "मैं इसे ठीक कर दूंगा..." डॉ प्रिसिला चान यह भी बताती हैं कि कैसे मार्क ने जारविस की आवाज़ के तौर पर अलग-अलग आवाज़ों का परीक्षण किया, जिनमें से एक आवाज़ काफी 'गुस्सैल' थी... बाद में पता चला कि वह 'टर्मिनेटर' की आवाज़ थी... अपने कमेटं में मार्क ज़करबर्ग ने लिखा, "इस वॉयस के लिए, और इसे मुमकिन बनाने के लिए शुक्रिया, आरनॉल्ड श्वार्ज़नेगर... मेरा साल अब पूरा हो गया है..." बाद में वास्तव में जारविस की आवाज़ बने हॉलीवुड अभिनेता मॉर्गन फ्रीमैन. पहले 14 घंटे में ही इस वीडियो को 38 लाख से ज़्यादा बार देखा जा चुका है, और निश्चित रूप से इसे काफी पसंद किया जा रहा है...      वैसे, यह वीडियो पोस्ट करने से लगभग तीन घंटे पहले मार्क ज़करबर्ग ने अपने एआई जारविस के बारे में एक और वीडियो पोस्ट किया था... इस वीडियो में नए साथी जारविस के साथ मार्क की ज़िन्दगी का एक दिन दर्शाया गया है... इसमें जारविस मार्क और प्रिसिला की बेटी मैक्स को खिलाता हुआ दिखता है, सुबह दफ्तर जाने के लिए तैयार होने में मार्क की मदद करता दिखाई देता है, उनका नाश्ता तैयार करता है, और पूरे परिवार को उनके पसंदीदा गाने सुनाता है...टिप्पणियां सो आइए, आप भी देखिए मार्क ज़करबर्ग के जारविस का यह वीडियो...      इस वीडियो को भी फेसबुक पर बहुत ज़्यादा पसंद किया गया है... पहले 17 घंटे में ही इसे एक करोड़ 52 लाख से ज़्यादा बार देखा जा चुका है, और इस पर लगभग 78 लाख रिएक्शन भी आ चुके हैं... डॉ प्रिसिला चान यह भी बताती हैं कि कैसे मार्क ने जारविस की आवाज़ के तौर पर अलग-अलग आवाज़ों का परीक्षण किया, जिनमें से एक आवाज़ काफी 'गुस्सैल' थी... बाद में पता चला कि वह 'टर्मिनेटर' की आवाज़ थी... अपने कमेटं में मार्क ज़करबर्ग ने लिखा, "इस वॉयस के लिए, और इसे 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से ज़्यादा बार देखा जा चुका है, और निश्चित रूप से इसे काफी पसंद किया जा रहा है...      वैसे, यह वीडियो पोस्ट करने से लगभग तीन घंटे पहले मार्क ज़करबर्ग ने अपने एआई जारविस के बारे में एक और वीडियो पोस्ट किया था... इस वीडियो में नए साथी जारविस के साथ मार्क की ज़िन्दगी का एक दिन दर्शाया गया है... इसमें जारविस मार्क और प्रिसिला की बेटी मैक्स को खिलाता हुआ दिखता है, सुबह दफ्तर जाने के लिए तैयार होने में मार्क की मदद करता दिखाई देता है, उनका नाश्ता तैयार करता है, और पूरे परिवार को उनके पसंदीदा गाने सुनाता है...टिप्पणियां सो आइए, आप भी देखिए मार्क ज़करबर्ग के जारविस का यह वीडियो...      इस वीडियो को भी फेसबुक पर बहुत ज़्यादा पसंद किया गया है... पहले 17 घंटे में ही इसे एक करोड़ 52 लाख से ज़्यादा बार देखा जा चुका है, और इस पर लगभग 78 लाख रिएक्शन भी आ चुके हैं... वैसे, यह वीडियो पोस्ट करने से लगभग तीन घंटे पहले मार्क ज़करबर्ग ने अपने एआई जारविस के बारे में एक और वीडियो पोस्ट किया था... इस वीडियो में नए साथी जारविस के साथ मार्क की ज़िन्दगी का एक दिन दर्शाया गया है... इसमें जारविस मार्क और प्रिसिला की बेटी मैक्स को खिलाता हुआ दिखता है, सुबह दफ्तर जाने के लिए तैयार होने में मार्क की मदद करता दिखाई देता है, उनका नाश्ता तैयार करता है, और पूरे परिवार को उनके पसंदीदा गाने सुनाता है...टिप्पणियां सो आइए, आप भी देखिए मार्क ज़करबर्ग के जारविस का यह वीडियो...      इस वीडियो को भी फेसबुक पर बहुत ज़्यादा पसंद किया गया है... पहले 17 घंटे में ही इसे एक करोड़ 52 लाख से ज़्यादा बार देखा जा चुका है, और इस पर लगभग 78 लाख रिएक्शन भी आ चुके हैं... सो आइए, आप भी देखिए मार्क ज़करबर्ग के जारविस का यह वीडियो...      इस वीडियो को भी फेसबुक पर बहुत ज़्यादा पसंद किया गया है... पहले 17 घंटे में ही इसे एक करोड़ 52 लाख से ज़्यादा बार देखा जा चुका है, और इस पर लगभग 78 लाख रिएक्शन भी आ चुके हैं... इस वीडियो को भी फेसबुक पर बहुत ज़्यादा पसंद किया गया है... पहले 17 घंटे में ही इसे एक करोड़ 52 लाख से ज़्यादा बार देखा जा चुका है, और इस पर लगभग 78 लाख रिएक्शन भी आ चुके हैं...
पाक ने यूएन में भारत के समर्थन की सराहना की
पाकिस्तान ने कहा है कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में पाकिस्तान के अस्थायी सदस्य बनने में भारत ने महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है।
पाकिस्तान ने कहा है कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् में पाकिस्तान के अस्थायी सदस्य बनने में भारत ने महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है। शनिवार तड़के कराची हवाई अड्डे पर संवाददाताओं के साथ बातचीत में संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के राजदूत अब्दुल्ला हुसैन हारून ने कहा कि पाकिस्तान के कई मित्र राष्ट्र इस अवसर पर हमारे दोस्त नहीं रहे, लेकिन 15 सदस्यीय सुरक्षा परिषद में पाकिस्तान के अस्थायी सदस्य बनने में भारत ने महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है। अस्थायी सदस्यता के लिए पाकिस्तान का मुकाबला किर्गिस्तान से रहा। पाकिस्तान को 129 मत हासिल हुए, जबकि किर्गिस्तान के खाते में केवल 55 वोट गए। इस पद पर पाकिस्तान, लेबनान का स्थान लेगा जो वर्तमान में एशियाई सीट पर काबिज है। पाकिस्तान इस पद पर 1 जनवरी, 2012 से अपना कामकाज संभालेगा, जिसकी अवधि दो साल की होगी। हारून ने कहा कि पाकिस्तान पिछले छह महीनों से इस प्रतिष्ठित सीट को हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा था। उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि हम लोगों को संयुक्त राष्ट्र में दूसरे राष्ट्रों से मिली प्रतिक्रिया से हतोत्साहित नहीं होना चाहिए, क्योंकि मैं यह कह सकता हूं कि विश्व चाहता है कि पाकिस्तान वैश्विक परिदृश्य पर एक सकारात्मक भूमिका अदा करे।
स्पॉट फिक्सिंग : चंदीला की संपत्तियों की जांच में जुटी दिल्ली पुलिस
पुलिस सूत्रों के मुताबिक अजित चंदीला ने दो साल में फरीदाबाद से लेकर मुंबई तक कई संपत्तियां खरीदीं। कुछ दिन पहले पुलिस की टीम ने छापेमारी में चंदीला की बुआ के घर रखे गए उसके किट बैग से 20 लाख रुपये बरामद किए थे।
आईपीएल में स्पॉट फिक्सिंग प्रकरण मामले में दिल्ली पुलिस कुछ और गिरफ्तारियां कर सकती है। फिलहाल पुलिस राजस्थान रॉयल्स टीम के गिरफ्तार खिलाड़ी अजित चंदीला की संपत्तियों की जांच कर रही है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक चंदीला ने पिछले दो साल में फरीदाबाद से लेकर मुंबई तक कई संपत्तियां खरीदीं। कुछ दिन पहले दिल्ली पुलिस की टीम ने छापेमारी में चंदीला की बुआ के घर रखे गए उसके किट बैग से 20 लाख रुपये बरामद किए थे। इसके बाद से पुलिस चंदीला को ही फिक्सिंग का अहम किरदार बता रही है।टिप्पणियां दिल्ली पुलिस सूत्रों ने दावा किया कि पिछले वर्ष आईपीएल में स्पॉट फिक्सिंग के लिए अजित चंदीला को कथित रूप से 12 लाख रुपये का भुगतान किया गया, लेकिन मैचों में हेरफेर करने का प्रयास विफल रहा, क्योंकि वह ज्यादा मैच नहीं खेल सका।  तय सौदे के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाने के कारण कथित सटोरिये सुनील भाटिया द्वारा धन लौटाने का दबाव बनाने के बाद चंदीला ने चार-चार लाख रुपये के तीन चेक दिए, जिनमें से दो बाउंस हो गए। इस पूरे  मामले में दिल्ली पुलिस को कई सुराग मिले हैं, जिन्हें वह ठोस सबूतों में बदलने की तैयारी कर रही है। पुलिस ने पांच सटोरियों के खिलाफ लुक आउट नोटिस भी जारी किया है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक चंदीला ने पिछले दो साल में फरीदाबाद से लेकर मुंबई तक कई संपत्तियां खरीदीं। कुछ दिन पहले दिल्ली पुलिस की टीम ने छापेमारी में चंदीला की बुआ के घर रखे गए उसके किट बैग से 20 लाख रुपये बरामद किए थे। इसके बाद से पुलिस चंदीला को ही फिक्सिंग का अहम किरदार बता रही है।टिप्पणियां दिल्ली पुलिस सूत्रों ने दावा किया कि पिछले वर्ष आईपीएल में स्पॉट फिक्सिंग के लिए अजित चंदीला को कथित रूप से 12 लाख रुपये का भुगतान किया गया, लेकिन मैचों में हेरफेर करने का प्रयास विफल रहा, क्योंकि वह ज्यादा मैच नहीं खेल सका।  तय सौदे के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाने के कारण कथित सटोरिये सुनील भाटिया द्वारा धन लौटाने का दबाव बनाने के बाद चंदीला ने चार-चार लाख रुपये के तीन चेक दिए, जिनमें से दो बाउंस हो गए। इस पूरे  मामले में दिल्ली पुलिस को कई सुराग मिले हैं, जिन्हें वह ठोस सबूतों में बदलने की तैयारी कर रही है। पुलिस ने पांच सटोरियों के खिलाफ लुक आउट नोटिस भी जारी किया है। दिल्ली पुलिस सूत्रों ने दावा किया कि पिछले वर्ष आईपीएल में स्पॉट फिक्सिंग के लिए अजित चंदीला को कथित रूप से 12 लाख रुपये का भुगतान किया गया, लेकिन मैचों में हेरफेर करने का प्रयास विफल रहा, क्योंकि वह ज्यादा मैच नहीं खेल सका।  तय सौदे के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाने के कारण कथित सटोरिये सुनील भाटिया द्वारा धन लौटाने का दबाव बनाने के बाद चंदीला ने चार-चार लाख रुपये के तीन चेक दिए, जिनमें से दो बाउंस हो गए। इस पूरे  मामले में दिल्ली पुलिस को कई सुराग मिले हैं, जिन्हें वह ठोस सबूतों में बदलने की तैयारी कर रही है। पुलिस ने पांच सटोरियों के खिलाफ लुक आउट नोटिस भी जारी किया है। इस पूरे  मामले में दिल्ली पुलिस को कई सुराग मिले हैं, जिन्हें वह ठोस सबूतों में बदलने की तैयारी कर रही है। पुलिस ने पांच सटोरियों के खिलाफ लुक आउट नोटिस भी जारी किया है।
'देश नहीं पैसे पर ध्यान दे रहे हैं श्रीलंकाई क्रिकेटर'
श्रीलंका के पूर्व कप्तान अर्जुन रणतुंगा ने कहा कि उनके देश के कई क्रिकेटर देश के बजाय पैसे को अधिक महत्व दे रहे हैं।
श्रीलंका के पूर्व कप्तान अर्जुन रणतुंगा ने कहा कि उनके देश के कई क्रिकेटर देश के बजाय पैसे को अधिक महत्व दे रहे हैं और उन्हें ऑस्ट्रेलियाई कप्तान माइकल क्लार्क से प्रेरणा लेनी चाहिए जिन्होंने टेस्ट मैचों पर ध्यान देने के लिए आईपीएल जैसा लुभावना ट्वेंटी- 20 टूर्नामेंट ठुकरा दिया। रणतुंगा ने द हेरल्ड से कहा, माइकल क्लार्क जिस तरह से कप्तानी कर रहा हैं उससे मैं वास्तव में प्रभावित हूं। उन्होंने कहा, पैसे कमाने के बारे में सोचने और केवल आईपीएल ही नहीं बल्कि सभी छोटे प्रारूपों पर ध्यान देने के बजाय क्रिकेट के प्रति उसका जुनून प्रेरणादायी है। आज कल कई ऐसे क्रिकेटर मिल जाएंगे जो पैसे के लिए अपने देश का बलिदान कर देंगे। रणतुंगा ने श्रीलंकाई टीम की भी आलोचना की जो ऑस्ट्रेलिया से गाले में पहला टेस्ट मैच 125 रन से हार गई थी। उन्होंने कहा, मैं पक्के तौर पर नहीं कह सकता कि श्रीलंकाई खिलाड़ी लंबे प्रारूप पर पर्याप्त ध्यान दे रहे हैं। मैं कुछ खिलाड़ियों की प्रतिबद्धता से वास्तव में चिंतित हूं विशेषकर कुछ बल्लेबाजों का लंबी अवधि के प्रारूप के प्रति प्रतिबद्धता चिंताजनक है। हमारी टीम कागजों पर ऑस्ट्रेलिया से बेहतर दिख रही है लेकिन वे अधिक प्रतिबद्ध हैं।
कॉरपोरेट जगत में अर्श से फर्श पर पहुंचे रजत गुप्ता
अमेरिका के औद्योगिक गलियारों में जिस व्यक्ति की कभी तूती बोलती थी, उसे भेदिया कारोबार के सबसे बड़े मामले में दोषी ठहराया जाना किसी नाटकीय घटनाक्रम से कम नहीं है...
दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था अमेरिका के औद्योगिक गलियारों में जिस व्यक्ति की कभी तूती बोलती थी, उसे भेदिया कारोबार के सबसे बड़े मामले में दोषी ठहराया जाना किसी नाटकीय घटनाक्रम से कम नहीं है। लेकिन यह जमीनी हकीकत है, जो भारतीय-अमेरिकी रजत गुप्ता के अमेरिकी कॉरपोरेट जगत के अर्श से फर्श तक आने की अकल्पनीय कहानी कहती है। बुधवार को अमेरिका की संघीय जिला अदालत के न्यायाधीश जेड रैकॉफ ने गुप्ता को दो साल की कैद की सजा सुनाई। इसके अलावा उन पर 50 लाख डॉलर का जुर्माना भी लगाया गया है। 63 साल के गुप्ता कभी अमेरिका में सबसे अधिक सफल भारतीय मूल के उद्यमी बनकर उभरे थे, लेकिन भेदिया कारोबार के आरोपों को स्वीकारने के बाद उन्हें 'कपटी और बेईमान' कहा जा रहा है। मैनहट्टन के शीर्ष संघीय अभियोजक प्रीत भराड़ा ने गुप्ता के खिलाफ भेदिया कारोबार के आरोप लगाए थे। इसके बाद पिछले साल दिवाली के दिन गुप्ता ने संघीय जांच ब्यूरो (एफबीआई) के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। एक साल बीत गया और भारत में जब दशहरा मनाया जा रहा था, तब अमेरिका में जिला जज जेड रैकोफ, रजत गुप्ता को सजा सुना रहे थे। कोलकाता के मनिकटाला में जन्मे गुप्ता के पिता स्वतंत्रता सेनानी तथा पत्रकार थे, जबकि मां टीचर थीं। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) दिल्ली में मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बी-टेक करने के बाद गुप्ता वजीफे पर हॉर्वर्ड बिजनेस स्कूल पहुंचे और फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा। इसी दौरान उनकी माता का असमय निधन हो गया। भेदिया कारोबार मामले में सरकारी कार्रवाई का सामना करने वाले गुप्ता वॉल स्ट्रीट के सबसे ऊंचे पद वाले कर्मचारी हैं। गुप्ता ने अपने बाकी के करियर और लोक-उपकारी कार्यों का हवाला देते हुए जज से नरमी की मांग की थी। गुप्ता के वकील गैरी नफ्तालिस ने संघीय अदालत में पिछले सप्ताह ज्ञापन सौंपकर अपने इस हॉवर्ड शिक्षित मुवक्किल के लिए परिवीक्षा की मांग की। उन्होंने कहा कि गुप्ता रवांडा में रहकर स्थानीय सरकार के साथ मिलकर स्वास्थ्य सेवा और कृषि के क्षेत्र में काम करना चाहते हैं। नफ्तालिस की ओर से सामुदायिक सेवा के दूसरे प्रस्ताव में कहा गया था कि गुप्ता कवनेंट हाउस की न्यूयॉर्क स्थित उस साइट पर काम कर सकते हैं, जो बेघरों, भागे हुए और खतरे में पड़ने वाले युवाओं को घर और अन्य सुविधाएं देती है। भराड़ा ने गुप्ता के लिए आठ से 10 साल तक की कैद मांगी थी। उनका तर्क था, "इस तरह के अपराध निर्णय लेने में एक अलग संयोग मात्र नहीं है। गुप्ता के अपराध की गंभीरता दर्शाने के लिए और दूसरे कारोबारी भेदियों को भय दिखाने के लिए एक सही अवधि तक की कैद दी जानी जरूरी है, ताकि वे कारोबारी राज चुराकर इस आम बन चुके अपराध में संलिप्त न हो जाएं।" गुप्ता के खिलाफ मामला दर्ज होने पर 2011 में दिवाली के मौके पर उन्होंने एफबीआई के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था। अमेरिकी व्यवसायिक जगत में गुप्ता कई प्रमुख पदों पर रह चुके हैं। इनमें गोल्डमैन सॉक्स और प्रॉक्टर एंड गैंबल के बोर्ड की सदस्यता, इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस के सह-संस्थापक, बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन के कार्यकारी नेतृत्व के सलाहाकार का पद प्रमुख हैं। वह अमेरिकन एयरलाइंस की मुख्य कंपनी एएमआर कॉरपोरेशन के निदेशक भी रहे हैं। गुप्ता को अपने परिवार के साथ-साथ प्रमुख बिजनेस लीडरों और वैश्विक लोक उपकारी जनों का सहयोग मिलता रहा है। इनमें माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक बिल गेट्स, संयुक्त राष्ट्र के पूर्व महासचिव कोफी अन्नान भी शामिल हैं। ये लोग उन 400 लोगों में भी शामिल हैं, जिन्होंने रैकऑफ को पत्र लिखकर गुप्ता के परोपकारी कार्यों की विस्तृत जानकारी दी। गुप्ता ने हॉवर्ड में अपनी कक्षा में शीर्ष स्थान हासिल किया और मैकेंजे में नौकरी के लिए आवेदन किया, लेकिन अनुभव के अभाव में उनके आवेदन को खारिज कर दिया गया।टिप्पणियां इसके बाद एक प्रोफेसर ने मैकेंजे के तत्कालीन प्रमुख से व्यक्तिगत संपर्क किया और गुप्ता 1973 में संस्थान के न्यूयॉर्क कार्यालय से जुड़े। इसके बाद अगले 20 साल में गुप्ता इसी कंपनी के वैश्विक प्रमुख बन गए। वह इस पद पर पहुंचने वाले भारत में जन्मे पहले मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) थे। अमेरिकी कॉरपोरेट जगत से संयुक्त राष्ट्र तक में उनके चाहने वाले प्रशंसक थे, लेकिन भेदिया कारोबार के आरोपों ने उनकी 40 साल की साख को एक झटके में धूल में मिला दिया। पिछले साल 26 अक्टूबर को एफबीआई ने उन्हें गिरफ्तार किया था। अमेरिका की एक अदालत ने इस साल जून में गुप्ता को भेदिया कारोबार का दोषी पाया। उन पर आरोप था कि उन्होंने गुप्त सूचनाएं गेलियोन हेज फंड के संस्थापक तथा अपने मित्र राज राजारत्नम को उपलब्ध कराईं। यह अमेरिकी इतिहास का सबसे बड़ा भेदिया कारोबार मामला है, जिसमें श्रीलंकाई मूल के राजारत्नम भी आरोपों के घेरे में आए। गुप्ता तथा राजारत्नम की मुलाकात अनिल कुमार के जरिए हुई थी, जो आईएसबी के सह-संस्थापक भी हैं। बुधवार को अमेरिका की संघीय जिला अदालत के न्यायाधीश जेड रैकॉफ ने गुप्ता को दो साल की कैद की सजा सुनाई। इसके अलावा उन पर 50 लाख डॉलर का जुर्माना भी लगाया गया है। 63 साल के गुप्ता कभी अमेरिका में सबसे अधिक सफल भारतीय मूल के उद्यमी बनकर उभरे थे, लेकिन भेदिया कारोबार के आरोपों को स्वीकारने के बाद उन्हें 'कपटी और बेईमान' कहा जा रहा है। मैनहट्टन के शीर्ष संघीय अभियोजक प्रीत भराड़ा ने गुप्ता के खिलाफ भेदिया कारोबार के आरोप लगाए थे। इसके बाद पिछले साल दिवाली के दिन गुप्ता ने संघीय जांच ब्यूरो (एफबीआई) के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। एक साल बीत गया और भारत में जब दशहरा मनाया जा रहा था, तब अमेरिका में जिला जज जेड रैकोफ, रजत गुप्ता को सजा सुना रहे थे। कोलकाता के मनिकटाला में जन्मे गुप्ता के पिता स्वतंत्रता सेनानी तथा पत्रकार थे, जबकि मां टीचर थीं। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) दिल्ली में मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बी-टेक करने के बाद गुप्ता वजीफे पर हॉर्वर्ड बिजनेस स्कूल पहुंचे और फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा। इसी दौरान उनकी माता का असमय निधन हो गया। भेदिया कारोबार मामले में सरकारी कार्रवाई का सामना करने वाले गुप्ता वॉल स्ट्रीट के सबसे ऊंचे पद वाले कर्मचारी हैं। गुप्ता ने अपने बाकी के करियर और लोक-उपकारी कार्यों का हवाला देते हुए जज से नरमी की मांग की थी। गुप्ता के वकील गैरी नफ्तालिस ने संघीय अदालत में पिछले सप्ताह ज्ञापन सौंपकर अपने इस हॉवर्ड शिक्षित मुवक्किल के लिए परिवीक्षा की मांग की। उन्होंने कहा कि गुप्ता रवांडा में रहकर स्थानीय सरकार के साथ मिलकर स्वास्थ्य सेवा और कृषि के क्षेत्र में काम करना चाहते हैं। नफ्तालिस की ओर से सामुदायिक सेवा के दूसरे प्रस्ताव में कहा गया था कि गुप्ता कवनेंट हाउस की न्यूयॉर्क स्थित उस साइट पर काम कर सकते हैं, जो बेघरों, भागे हुए और खतरे में पड़ने वाले युवाओं को घर और अन्य सुविधाएं देती है। भराड़ा ने गुप्ता के लिए आठ से 10 साल तक की कैद मांगी थी। उनका तर्क था, "इस तरह के अपराध निर्णय लेने में एक अलग संयोग मात्र नहीं है। गुप्ता के अपराध की गंभीरता दर्शाने के लिए और दूसरे कारोबारी भेदियों को भय दिखाने के लिए एक सही अवधि तक की कैद दी जानी जरूरी है, ताकि वे कारोबारी राज चुराकर इस आम बन चुके अपराध में संलिप्त न हो जाएं।" गुप्ता के खिलाफ मामला दर्ज होने पर 2011 में दिवाली के मौके पर उन्होंने एफबीआई के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था। अमेरिकी व्यवसायिक जगत में गुप्ता कई प्रमुख पदों पर रह चुके हैं। इनमें गोल्डमैन सॉक्स और प्रॉक्टर एंड गैंबल के बोर्ड की सदस्यता, इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस के सह-संस्थापक, बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन के कार्यकारी नेतृत्व के सलाहाकार का पद प्रमुख हैं। वह अमेरिकन एयरलाइंस की मुख्य कंपनी एएमआर कॉरपोरेशन के निदेशक भी रहे हैं। गुप्ता को अपने परिवार के साथ-साथ प्रमुख बिजनेस लीडरों और वैश्विक लोक उपकारी जनों का सहयोग मिलता रहा है। इनमें माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक बिल गेट्स, संयुक्त राष्ट्र के पूर्व महासचिव कोफी अन्नान भी शामिल हैं। ये लोग उन 400 लोगों में भी शामिल हैं, जिन्होंने रैकऑफ को पत्र लिखकर गुप्ता के परोपकारी कार्यों की विस्तृत जानकारी दी। गुप्ता ने हॉवर्ड में अपनी कक्षा में शीर्ष स्थान हासिल किया और मैकेंजे में नौकरी के लिए आवेदन किया, लेकिन अनुभव के अभाव में उनके आवेदन को खारिज कर दिया गया।टिप्पणियां इसके बाद एक प्रोफेसर ने मैकेंजे के तत्कालीन प्रमुख से व्यक्तिगत संपर्क किया और गुप्ता 1973 में संस्थान के न्यूयॉर्क कार्यालय से जुड़े। इसके बाद अगले 20 साल में गुप्ता इसी कंपनी के वैश्विक प्रमुख बन गए। वह इस पद पर पहुंचने वाले भारत में जन्मे पहले मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) थे। अमेरिकी कॉरपोरेट जगत से संयुक्त राष्ट्र तक में उनके चाहने वाले प्रशंसक थे, लेकिन भेदिया कारोबार के आरोपों ने उनकी 40 साल की साख को एक झटके में धूल में मिला दिया। पिछले साल 26 अक्टूबर को एफबीआई ने उन्हें गिरफ्तार किया था। अमेरिका की एक अदालत ने इस साल जून में गुप्ता को भेदिया कारोबार का दोषी पाया। उन पर आरोप था कि उन्होंने गुप्त सूचनाएं गेलियोन हेज फंड के संस्थापक तथा अपने मित्र राज राजारत्नम को उपलब्ध कराईं। यह अमेरिकी इतिहास का सबसे बड़ा भेदिया कारोबार मामला है, जिसमें श्रीलंकाई मूल के राजारत्नम भी आरोपों के घेरे में आए। गुप्ता तथा राजारत्नम की मुलाकात अनिल कुमार के जरिए हुई थी, जो आईएसबी के सह-संस्थापक भी हैं। मैनहट्टन के शीर्ष संघीय अभियोजक प्रीत भराड़ा ने गुप्ता के खिलाफ भेदिया कारोबार के आरोप लगाए थे। इसके बाद पिछले साल दिवाली के दिन गुप्ता ने संघीय जांच ब्यूरो (एफबीआई) के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। एक साल बीत गया और भारत में जब दशहरा मनाया जा रहा था, तब अमेरिका में जिला जज जेड रैकोफ, रजत गुप्ता को सजा सुना रहे थे। कोलकाता के मनिकटाला में जन्मे गुप्ता के पिता स्वतंत्रता सेनानी तथा पत्रकार थे, जबकि मां टीचर थीं। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) दिल्ली में मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बी-टेक करने के बाद गुप्ता वजीफे पर हॉर्वर्ड बिजनेस स्कूल पहुंचे और फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा। इसी दौरान उनकी माता का असमय निधन हो गया। भेदिया कारोबार मामले में सरकारी कार्रवाई का सामना करने वाले गुप्ता वॉल स्ट्रीट के सबसे ऊंचे पद वाले कर्मचारी हैं। गुप्ता ने अपने बाकी के करियर और लोक-उपकारी कार्यों का हवाला देते हुए जज से नरमी की मांग की थी। गुप्ता के वकील गैरी नफ्तालिस ने संघीय अदालत में पिछले सप्ताह ज्ञापन सौंपकर अपने इस हॉवर्ड शिक्षित मुवक्किल के लिए परिवीक्षा की मांग की। उन्होंने कहा कि गुप्ता रवांडा में रहकर स्थानीय सरकार के साथ मिलकर स्वास्थ्य सेवा और कृषि के क्षेत्र में काम करना चाहते हैं। नफ्तालिस की ओर से सामुदायिक सेवा के दूसरे प्रस्ताव में कहा गया था कि गुप्ता कवनेंट हाउस की न्यूयॉर्क स्थित उस साइट पर काम कर सकते हैं, जो बेघरों, भागे हुए और खतरे में पड़ने वाले युवाओं को घर और अन्य सुविधाएं देती है। भराड़ा ने गुप्ता के लिए आठ से 10 साल तक की कैद मांगी थी। उनका तर्क था, "इस तरह के अपराध निर्णय लेने में एक अलग संयोग मात्र नहीं है। गुप्ता के अपराध की गंभीरता दर्शाने के लिए और दूसरे कारोबारी भेदियों को भय दिखाने के लिए एक सही अवधि तक की कैद दी जानी जरूरी है, ताकि वे कारोबारी राज चुराकर इस आम बन चुके अपराध में संलिप्त न हो जाएं।" गुप्ता के खिलाफ मामला दर्ज होने पर 2011 में दिवाली के मौके पर उन्होंने एफबीआई के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था। अमेरिकी व्यवसायिक जगत में गुप्ता कई प्रमुख पदों पर रह चुके हैं। इनमें गोल्डमैन सॉक्स और प्रॉक्टर एंड गैंबल के बोर्ड की सदस्यता, इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस के सह-संस्थापक, बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन के कार्यकारी नेतृत्व के सलाहाकार का पद प्रमुख हैं। वह अमेरिकन एयरलाइंस की मुख्य कंपनी एएमआर कॉरपोरेशन के निदेशक भी रहे हैं। गुप्ता को अपने परिवार के साथ-साथ प्रमुख बिजनेस लीडरों और वैश्विक लोक उपकारी जनों का सहयोग मिलता रहा है। इनमें माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक बिल गेट्स, संयुक्त राष्ट्र के पूर्व महासचिव कोफी अन्नान भी शामिल हैं। ये लोग उन 400 लोगों में भी शामिल हैं, जिन्होंने रैकऑफ को पत्र लिखकर गुप्ता के परोपकारी कार्यों की विस्तृत जानकारी दी। गुप्ता ने हॉवर्ड में अपनी कक्षा में शीर्ष स्थान हासिल किया और मैकेंजे में नौकरी के लिए आवेदन किया, लेकिन अनुभव के अभाव में उनके आवेदन को खारिज कर दिया गया।टिप्पणियां इसके बाद एक प्रोफेसर ने मैकेंजे के तत्कालीन प्रमुख से व्यक्तिगत संपर्क किया और गुप्ता 1973 में संस्थान के न्यूयॉर्क कार्यालय से जुड़े। इसके बाद अगले 20 साल में गुप्ता इसी कंपनी के वैश्विक प्रमुख बन गए। वह इस पद पर पहुंचने वाले भारत में जन्मे पहले मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) थे। अमेरिकी कॉरपोरेट जगत से संयुक्त राष्ट्र तक में उनके चाहने वाले प्रशंसक थे, लेकिन भेदिया कारोबार के आरोपों ने उनकी 40 साल की साख को एक झटके में धूल में मिला दिया। पिछले साल 26 अक्टूबर को एफबीआई ने उन्हें गिरफ्तार किया था। अमेरिका की एक अदालत ने इस साल जून में गुप्ता को भेदिया कारोबार का दोषी पाया। उन पर आरोप था कि उन्होंने गुप्त सूचनाएं गेलियोन हेज फंड के संस्थापक तथा अपने मित्र राज राजारत्नम को उपलब्ध कराईं। यह अमेरिकी इतिहास का सबसे बड़ा भेदिया कारोबार मामला है, जिसमें श्रीलंकाई मूल के राजारत्नम भी आरोपों के घेरे में आए। गुप्ता तथा राजारत्नम की मुलाकात अनिल कुमार के जरिए हुई थी, जो आईएसबी के सह-संस्थापक भी हैं। कोलकाता के मनिकटाला में जन्मे गुप्ता के पिता स्वतंत्रता सेनानी तथा पत्रकार थे, जबकि मां टीचर थीं। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) दिल्ली में मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बी-टेक करने के बाद गुप्ता वजीफे पर हॉर्वर्ड बिजनेस स्कूल पहुंचे और फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा। इसी दौरान उनकी माता का असमय निधन हो गया। भेदिया कारोबार मामले में सरकारी कार्रवाई का सामना करने वाले गुप्ता वॉल स्ट्रीट के सबसे ऊंचे पद वाले कर्मचारी हैं। गुप्ता ने अपने बाकी के करियर और लोक-उपकारी कार्यों का हवाला देते हुए जज से नरमी की मांग की थी। गुप्ता के वकील गैरी नफ्तालिस ने संघीय अदालत में पिछले सप्ताह ज्ञापन सौंपकर अपने इस हॉवर्ड शिक्षित मुवक्किल के लिए परिवीक्षा की मांग की। उन्होंने कहा कि गुप्ता रवांडा में रहकर स्थानीय सरकार के साथ मिलकर स्वास्थ्य सेवा और कृषि के क्षेत्र में काम करना चाहते हैं। नफ्तालिस की ओर से सामुदायिक सेवा के दूसरे प्रस्ताव में कहा गया था कि गुप्ता कवनेंट हाउस की न्यूयॉर्क स्थित उस साइट पर काम कर सकते हैं, जो बेघरों, भागे हुए और खतरे में पड़ने वाले युवाओं को घर और अन्य सुविधाएं देती है। भराड़ा ने गुप्ता के लिए आठ से 10 साल तक की कैद मांगी थी। उनका तर्क था, "इस तरह के अपराध निर्णय लेने में एक अलग संयोग मात्र नहीं है। गुप्ता के अपराध की गंभीरता दर्शाने के लिए और दूसरे कारोबारी भेदियों को भय दिखाने के लिए एक सही अवधि तक की कैद दी जानी जरूरी है, ताकि वे कारोबारी राज चुराकर इस आम बन चुके अपराध में संलिप्त न हो जाएं।" गुप्ता के खिलाफ मामला दर्ज होने पर 2011 में दिवाली के मौके पर उन्होंने एफबीआई के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था। अमेरिकी व्यवसायिक जगत में गुप्ता कई प्रमुख पदों पर रह चुके हैं। इनमें गोल्डमैन सॉक्स और प्रॉक्टर एंड गैंबल के बोर्ड की सदस्यता, इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस के सह-संस्थापक, बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन के कार्यकारी नेतृत्व के सलाहाकार का पद प्रमुख हैं। वह अमेरिकन एयरलाइंस की मुख्य कंपनी एएमआर कॉरपोरेशन के निदेशक भी रहे हैं। गुप्ता को अपने परिवार के साथ-साथ प्रमुख बिजनेस लीडरों और वैश्विक लोक उपकारी जनों का सहयोग मिलता रहा है। इनमें माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक बिल गेट्स, संयुक्त राष्ट्र के पूर्व महासचिव कोफी अन्नान भी शामिल हैं। ये लोग उन 400 लोगों में भी शामिल हैं, जिन्होंने रैकऑफ को पत्र लिखकर गुप्ता के परोपकारी कार्यों की विस्तृत जानकारी दी। गुप्ता ने हॉवर्ड में अपनी कक्षा में शीर्ष स्थान हासिल किया और मैकेंजे में नौकरी के लिए आवेदन किया, लेकिन अनुभव के अभाव में उनके आवेदन को खारिज कर दिया गया।टिप्पणियां इसके बाद एक प्रोफेसर ने मैकेंजे के तत्कालीन प्रमुख से व्यक्तिगत संपर्क किया और गुप्ता 1973 में संस्थान के न्यूयॉर्क कार्यालय से जुड़े। इसके बाद अगले 20 साल में गुप्ता इसी कंपनी के वैश्विक प्रमुख बन गए। वह इस पद पर पहुंचने वाले भारत में जन्मे पहले मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) थे। अमेरिकी कॉरपोरेट जगत से संयुक्त राष्ट्र तक में उनके चाहने वाले प्रशंसक थे, लेकिन भेदिया कारोबार के आरोपों ने उनकी 40 साल की साख को एक झटके में धूल में मिला दिया। पिछले साल 26 अक्टूबर को एफबीआई ने उन्हें गिरफ्तार किया था। अमेरिका की एक अदालत ने इस साल जून में गुप्ता को भेदिया कारोबार का दोषी पाया। उन पर आरोप था कि उन्होंने गुप्त सूचनाएं गेलियोन हेज फंड के संस्थापक तथा अपने मित्र राज राजारत्नम को उपलब्ध कराईं। यह अमेरिकी इतिहास का सबसे बड़ा भेदिया कारोबार मामला है, जिसमें श्रीलंकाई मूल के राजारत्नम भी आरोपों के घेरे में आए। गुप्ता तथा राजारत्नम की मुलाकात अनिल कुमार के जरिए हुई थी, जो आईएसबी के सह-संस्थापक भी हैं। भेदिया कारोबार मामले में सरकारी कार्रवाई का सामना करने वाले गुप्ता वॉल स्ट्रीट के सबसे ऊंचे पद वाले कर्मचारी हैं। गुप्ता ने अपने बाकी के करियर और लोक-उपकारी कार्यों का हवाला देते हुए जज से नरमी की मांग की थी। गुप्ता के वकील गैरी नफ्तालिस ने संघीय अदालत में पिछले सप्ताह ज्ञापन सौंपकर अपने इस हॉवर्ड शिक्षित मुवक्किल के लिए परिवीक्षा की मांग की। उन्होंने कहा कि गुप्ता रवांडा में रहकर स्थानीय सरकार के साथ मिलकर स्वास्थ्य सेवा और कृषि के क्षेत्र में काम करना चाहते हैं। नफ्तालिस की ओर से सामुदायिक सेवा के दूसरे प्रस्ताव में कहा गया था कि गुप्ता कवनेंट हाउस की न्यूयॉर्क स्थित उस साइट पर काम कर सकते हैं, जो बेघरों, भागे हुए और खतरे में पड़ने वाले युवाओं को घर और अन्य सुविधाएं देती है। भराड़ा ने गुप्ता के लिए आठ से 10 साल तक की कैद मांगी थी। उनका तर्क था, "इस तरह के अपराध निर्णय लेने में एक अलग संयोग मात्र नहीं है। गुप्ता के अपराध की गंभीरता दर्शाने के लिए और दूसरे कारोबारी भेदियों को भय दिखाने के लिए एक सही अवधि तक की कैद दी जानी जरूरी है, ताकि वे कारोबारी राज चुराकर इस आम बन चुके अपराध में संलिप्त न हो जाएं।" गुप्ता के खिलाफ मामला दर्ज होने पर 2011 में दिवाली के मौके पर उन्होंने एफबीआई के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था। अमेरिकी व्यवसायिक जगत में गुप्ता कई प्रमुख पदों पर रह चुके हैं। इनमें गोल्डमैन सॉक्स और प्रॉक्टर एंड गैंबल के बोर्ड की सदस्यता, इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस के सह-संस्थापक, बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन के कार्यकारी नेतृत्व के सलाहाकार का पद प्रमुख हैं। वह अमेरिकन एयरलाइंस की मुख्य कंपनी एएमआर कॉरपोरेशन के निदेशक भी रहे हैं। गुप्ता को अपने परिवार के साथ-साथ प्रमुख बिजनेस लीडरों और वैश्विक लोक उपकारी जनों का सहयोग मिलता रहा है। इनमें माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक बिल गेट्स, संयुक्त राष्ट्र के पूर्व महासचिव कोफी अन्नान भी शामिल हैं। ये लोग उन 400 लोगों में भी शामिल हैं, जिन्होंने रैकऑफ को पत्र लिखकर गुप्ता के परोपकारी कार्यों की विस्तृत जानकारी दी। गुप्ता ने हॉवर्ड में अपनी कक्षा में शीर्ष स्थान हासिल किया और मैकेंजे में नौकरी के लिए आवेदन किया, लेकिन अनुभव के अभाव में उनके आवेदन को खारिज कर दिया गया।टिप्पणियां इसके बाद एक प्रोफेसर ने मैकेंजे के तत्कालीन प्रमुख से व्यक्तिगत संपर्क किया और गुप्ता 1973 में संस्थान के न्यूयॉर्क कार्यालय से जुड़े। इसके बाद अगले 20 साल में गुप्ता इसी कंपनी के वैश्विक प्रमुख बन गए। वह इस पद पर पहुंचने वाले भारत में जन्मे पहले मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) थे। अमेरिकी कॉरपोरेट जगत से संयुक्त राष्ट्र तक में उनके चाहने वाले प्रशंसक थे, लेकिन भेदिया कारोबार के आरोपों ने उनकी 40 साल की साख को एक झटके में धूल में मिला दिया। पिछले साल 26 अक्टूबर को एफबीआई ने उन्हें गिरफ्तार किया था। अमेरिका की एक अदालत ने इस साल जून में गुप्ता को भेदिया कारोबार का दोषी पाया। उन पर आरोप था कि उन्होंने गुप्त सूचनाएं गेलियोन हेज फंड के संस्थापक तथा अपने मित्र राज राजारत्नम को उपलब्ध कराईं। यह अमेरिकी इतिहास का सबसे बड़ा भेदिया कारोबार मामला है, जिसमें श्रीलंकाई मूल के राजारत्नम भी आरोपों के घेरे में आए। गुप्ता तथा राजारत्नम की मुलाकात अनिल कुमार के जरिए हुई थी, जो आईएसबी के सह-संस्थापक भी हैं। नफ्तालिस की ओर से सामुदायिक सेवा के दूसरे प्रस्ताव में कहा गया था कि गुप्ता कवनेंट हाउस की न्यूयॉर्क स्थित उस साइट पर काम कर सकते हैं, जो बेघरों, भागे हुए और खतरे में पड़ने वाले युवाओं को घर और अन्य सुविधाएं देती है। भराड़ा ने गुप्ता के लिए आठ से 10 साल तक की कैद मांगी थी। उनका तर्क था, "इस तरह के अपराध निर्णय लेने में एक अलग संयोग मात्र नहीं है। गुप्ता के अपराध की गंभीरता दर्शाने के लिए और दूसरे कारोबारी भेदियों को भय दिखाने के लिए एक सही अवधि तक की कैद दी जानी जरूरी है, ताकि वे कारोबारी राज चुराकर इस आम बन चुके अपराध में संलिप्त न हो जाएं।" गुप्ता के खिलाफ मामला दर्ज होने पर 2011 में दिवाली के मौके पर उन्होंने एफबीआई के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था। अमेरिकी व्यवसायिक जगत में गुप्ता कई प्रमुख पदों पर रह चुके हैं। इनमें गोल्डमैन सॉक्स और प्रॉक्टर एंड गैंबल के बोर्ड की सदस्यता, इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस के सह-संस्थापक, बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन के कार्यकारी नेतृत्व के सलाहाकार का पद प्रमुख हैं। वह अमेरिकन एयरलाइंस की मुख्य कंपनी एएमआर कॉरपोरेशन के निदेशक भी रहे हैं। गुप्ता को अपने परिवार के साथ-साथ प्रमुख बिजनेस लीडरों और वैश्विक लोक उपकारी जनों का सहयोग मिलता रहा है। इनमें माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक बिल गेट्स, संयुक्त राष्ट्र के पूर्व महासचिव कोफी अन्नान भी शामिल हैं। ये लोग उन 400 लोगों में भी शामिल हैं, जिन्होंने रैकऑफ को पत्र लिखकर गुप्ता के परोपकारी कार्यों की विस्तृत जानकारी दी। गुप्ता ने हॉवर्ड में अपनी कक्षा में शीर्ष स्थान हासिल किया और मैकेंजे में नौकरी के लिए आवेदन किया, लेकिन अनुभव के अभाव में उनके आवेदन को खारिज कर दिया गया।टिप्पणियां इसके बाद एक प्रोफेसर ने मैकेंजे के तत्कालीन प्रमुख से व्यक्तिगत संपर्क किया और गुप्ता 1973 में संस्थान के न्यूयॉर्क कार्यालय से जुड़े। इसके बाद अगले 20 साल में गुप्ता इसी कंपनी के वैश्विक प्रमुख बन गए। वह इस पद पर पहुंचने वाले भारत में जन्मे पहले मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) थे। अमेरिकी कॉरपोरेट जगत से संयुक्त राष्ट्र तक में उनके चाहने वाले प्रशंसक थे, लेकिन भेदिया कारोबार के आरोपों ने उनकी 40 साल की साख को एक झटके में धूल में मिला दिया। पिछले साल 26 अक्टूबर को एफबीआई ने उन्हें गिरफ्तार किया था। अमेरिका की एक अदालत ने इस साल जून में गुप्ता को भेदिया कारोबार का दोषी पाया। उन पर आरोप था कि उन्होंने गुप्त सूचनाएं गेलियोन हेज फंड के संस्थापक तथा अपने मित्र राज राजारत्नम को उपलब्ध कराईं। यह अमेरिकी इतिहास का सबसे बड़ा भेदिया कारोबार मामला है, जिसमें श्रीलंकाई मूल के राजारत्नम भी आरोपों के घेरे में आए। गुप्ता तथा राजारत्नम की मुलाकात अनिल कुमार के जरिए हुई थी, जो आईएसबी के सह-संस्थापक भी हैं। भराड़ा ने गुप्ता के लिए आठ से 10 साल तक की कैद मांगी थी। उनका तर्क था, "इस तरह के अपराध निर्णय लेने में एक अलग संयोग मात्र नहीं है। गुप्ता के अपराध की गंभीरता दर्शाने के लिए और दूसरे कारोबारी भेदियों को भय दिखाने के लिए एक सही अवधि तक की कैद दी जानी जरूरी है, ताकि वे कारोबारी राज चुराकर इस आम बन चुके अपराध में संलिप्त न हो जाएं।" गुप्ता के खिलाफ मामला दर्ज होने पर 2011 में दिवाली के मौके पर उन्होंने एफबीआई के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था। अमेरिकी व्यवसायिक जगत में गुप्ता कई प्रमुख पदों पर रह चुके हैं। इनमें गोल्डमैन सॉक्स और प्रॉक्टर एंड गैंबल के बोर्ड की सदस्यता, इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस के सह-संस्थापक, बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन के कार्यकारी नेतृत्व के सलाहाकार का पद प्रमुख हैं। वह अमेरिकन एयरलाइंस की मुख्य कंपनी एएमआर कॉरपोरेशन के निदेशक भी रहे हैं। गुप्ता को अपने परिवार के साथ-साथ प्रमुख बिजनेस लीडरों और वैश्विक लोक उपकारी जनों का सहयोग मिलता रहा है। इनमें माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक बिल गेट्स, संयुक्त राष्ट्र के पूर्व महासचिव कोफी अन्नान भी शामिल हैं। ये लोग उन 400 लोगों में भी शामिल हैं, जिन्होंने रैकऑफ को पत्र लिखकर गुप्ता के परोपकारी कार्यों की विस्तृत जानकारी दी। गुप्ता ने हॉवर्ड में अपनी कक्षा में शीर्ष स्थान हासिल किया और मैकेंजे में नौकरी के लिए आवेदन किया, लेकिन अनुभव के अभाव में उनके आवेदन को खारिज कर दिया गया।टिप्पणियां इसके बाद एक प्रोफेसर ने मैकेंजे के तत्कालीन प्रमुख से व्यक्तिगत संपर्क किया और गुप्ता 1973 में संस्थान के न्यूयॉर्क कार्यालय से जुड़े। इसके बाद अगले 20 साल में गुप्ता इसी कंपनी के वैश्विक प्रमुख बन गए। वह इस पद पर पहुंचने वाले भारत में जन्मे पहले मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) थे। अमेरिकी कॉरपोरेट जगत से संयुक्त राष्ट्र तक में उनके चाहने वाले प्रशंसक थे, लेकिन भेदिया कारोबार के आरोपों ने उनकी 40 साल की साख को एक झटके में धूल में मिला दिया। पिछले साल 26 अक्टूबर को एफबीआई ने उन्हें गिरफ्तार किया था। अमेरिका की एक अदालत ने इस साल जून में गुप्ता को भेदिया कारोबार का दोषी पाया। उन पर आरोप था कि उन्होंने गुप्त सूचनाएं गेलियोन हेज फंड के संस्थापक तथा अपने मित्र राज राजारत्नम को उपलब्ध कराईं। यह अमेरिकी इतिहास का सबसे बड़ा भेदिया कारोबार मामला है, जिसमें श्रीलंकाई मूल के राजारत्नम भी आरोपों के घेरे में आए। गुप्ता तथा राजारत्नम की मुलाकात अनिल कुमार के जरिए हुई थी, जो आईएसबी के सह-संस्थापक भी हैं। अमेरिकी व्यवसायिक जगत में गुप्ता कई प्रमुख पदों पर रह चुके हैं। इनमें गोल्डमैन सॉक्स और प्रॉक्टर एंड गैंबल के बोर्ड की सदस्यता, इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस के सह-संस्थापक, बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन के कार्यकारी नेतृत्व के सलाहाकार का पद प्रमुख हैं। वह अमेरिकन एयरलाइंस की मुख्य कंपनी एएमआर कॉरपोरेशन के निदेशक भी रहे हैं। गुप्ता को अपने परिवार के साथ-साथ प्रमुख बिजनेस लीडरों और वैश्विक लोक उपकारी जनों का सहयोग मिलता रहा है। इनमें माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक बिल गेट्स, संयुक्त राष्ट्र के पूर्व महासचिव कोफी अन्नान भी शामिल हैं। ये लोग उन 400 लोगों में भी शामिल हैं, जिन्होंने रैकऑफ को पत्र लिखकर गुप्ता के परोपकारी कार्यों की विस्तृत जानकारी दी। गुप्ता ने हॉवर्ड में अपनी कक्षा में शीर्ष स्थान हासिल किया और मैकेंजे में नौकरी के लिए आवेदन किया, लेकिन अनुभव के अभाव में उनके आवेदन को खारिज कर दिया गया।टिप्पणियां इसके बाद एक प्रोफेसर ने मैकेंजे के तत्कालीन प्रमुख से व्यक्तिगत संपर्क किया और गुप्ता 1973 में संस्थान के न्यूयॉर्क कार्यालय से जुड़े। इसके बाद अगले 20 साल में गुप्ता इसी कंपनी के वैश्विक प्रमुख बन गए। वह इस पद पर पहुंचने वाले भारत में जन्मे पहले मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) थे। अमेरिकी कॉरपोरेट जगत से संयुक्त राष्ट्र तक में उनके चाहने वाले प्रशंसक थे, लेकिन भेदिया कारोबार के आरोपों ने उनकी 40 साल की साख को एक झटके में धूल में मिला दिया। पिछले साल 26 अक्टूबर को एफबीआई ने उन्हें गिरफ्तार किया था। अमेरिका की एक अदालत ने इस साल जून में गुप्ता को भेदिया कारोबार का दोषी पाया। उन पर आरोप था कि उन्होंने गुप्त सूचनाएं गेलियोन हेज फंड के संस्थापक तथा अपने मित्र राज राजारत्नम को उपलब्ध कराईं। यह अमेरिकी इतिहास का सबसे बड़ा भेदिया कारोबार मामला है, जिसमें श्रीलंकाई मूल के राजारत्नम भी आरोपों के घेरे में आए। गुप्ता तथा राजारत्नम की मुलाकात अनिल कुमार के जरिए हुई थी, जो आईएसबी के सह-संस्थापक भी हैं। गुप्ता को अपने परिवार के साथ-साथ प्रमुख बिजनेस लीडरों और वैश्विक लोक उपकारी जनों का सहयोग मिलता रहा है। इनमें माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक बिल गेट्स, संयुक्त राष्ट्र के पूर्व महासचिव कोफी अन्नान भी शामिल हैं। ये लोग उन 400 लोगों में भी शामिल हैं, जिन्होंने रैकऑफ को पत्र लिखकर गुप्ता के परोपकारी कार्यों की विस्तृत जानकारी दी। गुप्ता ने हॉवर्ड में अपनी कक्षा में शीर्ष स्थान हासिल किया और मैकेंजे में नौकरी के लिए आवेदन किया, लेकिन अनुभव के अभाव में उनके आवेदन को खारिज कर दिया गया।टिप्पणियां इसके बाद एक प्रोफेसर ने मैकेंजे के तत्कालीन प्रमुख से व्यक्तिगत संपर्क किया और गुप्ता 1973 में संस्थान के न्यूयॉर्क कार्यालय से जुड़े। इसके बाद अगले 20 साल में गुप्ता इसी कंपनी के वैश्विक प्रमुख बन गए। वह इस पद पर पहुंचने वाले भारत में जन्मे पहले मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) थे। अमेरिकी कॉरपोरेट जगत से संयुक्त राष्ट्र तक में उनके चाहने वाले प्रशंसक थे, लेकिन भेदिया कारोबार के आरोपों ने उनकी 40 साल की साख को एक झटके में धूल में मिला दिया। पिछले साल 26 अक्टूबर को एफबीआई ने उन्हें गिरफ्तार किया था। अमेरिका की एक अदालत ने इस साल जून में गुप्ता को भेदिया कारोबार का दोषी पाया। उन पर आरोप था कि उन्होंने गुप्त सूचनाएं गेलियोन हेज फंड के संस्थापक तथा अपने मित्र राज राजारत्नम को उपलब्ध कराईं। यह अमेरिकी इतिहास का सबसे बड़ा भेदिया कारोबार मामला है, जिसमें श्रीलंकाई मूल के राजारत्नम भी आरोपों के घेरे में आए। गुप्ता तथा राजारत्नम की मुलाकात अनिल कुमार के जरिए हुई थी, जो आईएसबी के सह-संस्थापक भी हैं। इसके बाद एक प्रोफेसर ने मैकेंजे के तत्कालीन प्रमुख से व्यक्तिगत संपर्क किया और गुप्ता 1973 में संस्थान के न्यूयॉर्क कार्यालय से जुड़े। इसके बाद अगले 20 साल में गुप्ता इसी कंपनी के वैश्विक प्रमुख बन गए। वह इस पद पर पहुंचने वाले भारत में जन्मे पहले मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) थे। अमेरिकी कॉरपोरेट जगत से संयुक्त राष्ट्र तक में उनके चाहने वाले प्रशंसक थे, लेकिन भेदिया कारोबार के आरोपों ने उनकी 40 साल की साख को एक झटके में धूल में मिला दिया। पिछले साल 26 अक्टूबर को एफबीआई ने उन्हें गिरफ्तार किया था। अमेरिका की एक अदालत ने इस साल जून में गुप्ता को भेदिया कारोबार का दोषी पाया। उन पर आरोप था कि उन्होंने गुप्त सूचनाएं गेलियोन हेज फंड के संस्थापक तथा अपने मित्र राज राजारत्नम को उपलब्ध कराईं। यह अमेरिकी इतिहास का सबसे बड़ा भेदिया कारोबार मामला है, जिसमें श्रीलंकाई मूल के राजारत्नम भी आरोपों के घेरे में आए। गुप्ता तथा राजारत्नम की मुलाकात अनिल कुमार के जरिए हुई थी, जो आईएसबी के सह-संस्थापक भी हैं। पिछले साल 26 अक्टूबर को एफबीआई ने उन्हें गिरफ्तार किया था। अमेरिका की एक अदालत ने इस साल जून में गुप्ता को भेदिया कारोबार का दोषी पाया। उन पर आरोप था कि उन्होंने गुप्त सूचनाएं गेलियोन हेज फंड के संस्थापक तथा अपने मित्र राज राजारत्नम को उपलब्ध कराईं। यह अमेरिकी इतिहास का सबसे बड़ा भेदिया कारोबार मामला है, जिसमें श्रीलंकाई मूल के राजारत्नम भी आरोपों के घेरे में आए। गुप्ता तथा राजारत्नम की मुलाकात अनिल कुमार के जरिए हुई थी, जो आईएसबी के सह-संस्थापक भी हैं।
भारत में 500 करोड़ का निवेश करेगी पिटनी बाउज
सॉफ्टवेयर कंपनी पिटनी बाउज बिजनेस इनसाइट की अगले तीन साल में भारत में 500 करोड़ रुपये के निवेश की योजना है।
सॉफ्टवेयर कंपनी पिटनी बाउज बिजनेस इनसाइट (पीबीबीआई) की अगले तीन साल में भारत में 500 करोड़ रुपये के निवेश की योजना है ताकि यहां अपने उत्पाद विकास केंद्र के साथ साथ ब्रिकी विपणन टीम को मजबूत कर सके। पीबीबीआई के अध्यक्ष जॉन ओ-हारा ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि भारतीय बाजार हमारे लिए रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है। हमें लगता है कि अगले तीन साल में हम 500 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश करेंगे।  उन्होंने कहा कि कंपनी 2007-10 के दौरान भारत में लगभग 200 करोड़ रुपये पहले ही निवेश कर चुकी है। विस्तार योजना के अगले चरण में कंपनी 400 करोउ़ रुपये और निवेश करेगी।  पीपीबीआई 90 साल पुरानी पोस्टेज समाधान कंपनी पिटनी बाउज की सॉफ्टवेयर शाखा है। कंपनी ने भारत में अपनी उत्पाद विकास शाखा में कमर्चारियों की संख्या को दोगुना करने का लक्ष्य रखा है। इसके अलावा वह आईआईटी जैसे संस्थानों से अभियंताओं की भर्ती भी करेगी।
पहाड़गंज : होटल के कमरे में मिली महिला की लाश
मध्य दिल्ली के एक होटल में एक महिला को उसके पति ने कथिततौर पर गला घोंटकर मार डाला। पुलिस ने बताया कि यह घटना पहाड़गंज के एक होटल में हुई।
मध्य दिल्ली के एक होटल में एक महिला को उसके पति ने कथिततौर पर गला घोंटकर मार डाला। पुलिस ने बताया कि यह घटना पहाड़गंज के एक होटल में हुई। मृतका की पहचान पूर्वोत्तर दिल्ली के ब्रह्मपुरी में रहने वाली शाजिया के रूप में हुई है। शाजिया को उसका पति राशिद बुधवार को होटल लेकर पहुंचा और एक कमरा बुक कराया था। बताया जाता है कि शाजिया और राशिद का तलाक हो गया था, लेकिन बाद में उनके बीच समझौता हो गया और राशिद साजिया को अपने साथ ले आया।टिप्पणियां इस घटना के बारे में आज पता चला, जब होटल के स्टाफ को कमरा अंदर से बंद होने पर संदेह हुआ। राशिद को सुबह जाते हुए देखा गया था। पुलिस को इस बारे में सूचना दी गई और दरवाजा तोड़ने पर शाजिया मृत हालत में मिली। शाजिया को उसका पति राशिद बुधवार को होटल लेकर पहुंचा और एक कमरा बुक कराया था। बताया जाता है कि शाजिया और राशिद का तलाक हो गया था, लेकिन बाद में उनके बीच समझौता हो गया और राशिद साजिया को अपने साथ ले आया।टिप्पणियां इस घटना के बारे में आज पता चला, जब होटल के स्टाफ को कमरा अंदर से बंद होने पर संदेह हुआ। राशिद को सुबह जाते हुए देखा गया था। पुलिस को इस बारे में सूचना दी गई और दरवाजा तोड़ने पर शाजिया मृत हालत में मिली। इस घटना के बारे में आज पता चला, जब होटल के स्टाफ को कमरा अंदर से बंद होने पर संदेह हुआ। राशिद को सुबह जाते हुए देखा गया था। पुलिस को इस बारे में सूचना दी गई और दरवाजा तोड़ने पर शाजिया मृत हालत में मिली। राशिद को सुबह जाते हुए देखा गया था। पुलिस को इस बारे में सूचना दी गई और दरवाजा तोड़ने पर शाजिया मृत हालत में मिली।
पीएम की आर्थिक सलाहकार परिषद ने कहा, GDP पर अरविंद सुब्रमण्यन के आरोपों का बिंदुवार जवाब देंगे
पीएमईएसी ने जीडीपी को लेकर आरोपों को खारिज किया कहा- अरविंद सुब्रमण्यन के आरोपों का बिंदुवार जवाब देंगे अभी सनसनी बनाने की किसी कोशिश में उलझना ठीक नहीं
पीएम नरेंद्र मोदी की आर्थिक सलाहकार परिषद (पीएमईएसी) ने सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के आंकड़े बढ़ा-चढ़ाकर पेश करने के पूर्व मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमण्यन (Arvind Subramanian) के आरोपों को बुधवार को खारिज कर दिया. परिषद ने कहा कि वह जल्दी ही आरोपों का बिंदुवार उत्तर देगी. दरअसल, सुब्रमण्यन ने एक शोधपत्र में दावा किया था कि जीडीपी की गणना के तरीके में बदलाव के कारण 2011-12 से 2016-17 के बीच भारत की आर्थिक वृद्धि के आंकड़े को करीब 2.50 प्रतिशत बढ़ाकर दिखाया गया है. परिषद ने एक बयान में कहा कि वह सुब्रमण्यन के आकलन को विस्तार से देखेगी और बिंदुवार उत्तर लेकर सामने आएगी.   परिषद ने कहा, ‘अभी के समय में उचित अकादमिक बहस के मुद्दे को सनसनी बनाने की किसी कोशिश में उलझना भारतीय सांख्यिकी प्रणाली की गुणवत्ता और स्वतंत्रता को बचाये रखने के लिये उचित नहीं है. इन सब से पूर्व मुख्य आर्थिक सलाहकार भी अच्छे से परिचित हैं' उसने कहा, ‘निश्चित तौर पर डॉ. अरविंद सुब्रमण्यन ने इन मुद्दों को तब भी उठाया होगा जब वह मुख्य आर्थिक सलाहकार के पद पर काम रहे थे. हालांकि उन्होंने खुद माना कि उन्होंने समझने के लिये समय लिया और अब भी वह संशय में हैं'. आपको बता दें कि अरविंद सुब्रमण्यन (Arvind Subramanian) के आरोपों को पहले भी सरकार ने खारिज किया था.   सरकार की तरफ से एक बयान जारी कर कहा गया कि देश के सकल आर्थिक वृद्धि दर अनुमान की गणना में उचित तरीके अपनाए गए. सरकार की तरफ से जारी बयान में कहा गया कि देश के आर्थिक विकास का अनुमान 'स्वीकृत प्रक्रियाओं, कार्यप्रणाली और उपलब्ध आंकड़ों' पर आधारित है. बता दें कि डॉ. सुब्रमण्यन ने कहा था कि , 'भारत ने 2011-12 से आगे की अवधि के जीडीपी के अनुमान के लिए आंकड़ों के स्रोतों और जीडीपी अनुमान की पद्धति बदल दी है. इससे आर्थिक वृद्धि दर का अनुमान अच्छा-खासा ऊंचा हो गया.' जीडीपी की नई श्रृंखला के तहत देश की आर्थिक वृद्धि को लेकर विवाद के बीच उनका यह बयान सामने आया था.
विप्रो के शुद्ध मुनाफे में मामूली वृद्धि
चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में सॉफ्टवेयर कम्पनी विप्रो के शुद्ध मुनाफे में मामूली एक फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई।
चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में सॉफ्टवेयर कम्पनी विप्रो के शुद्ध मुनाफे में मामूली एक फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई। कम्पनी ने जुलाई से सितम्बर के बीच कुल 1301 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा कमाया। सोमवार को शेयर बाजार को दी गई सूचना में कम्पनी ने कहा है कि दूसरी तिमाही में हालांकि कम्पनी की कुल आय में 18 फीसदी की वृद्धि 9094 करोड़ रुपये रही। अंतरराष्ट्रीय लेखा पद्यति के मुताबिक तिमाही के दौरान शुद्ध लाभ 26.5 करोड़ डॉलर और कुल आय 1.85 अरब डॉलर दर्ज की गई।
तमिलनाडु में 27 और 30 दिसम्बर को निकाय चुनाव होंगे, सुप्रीम कोर्ट ने दिया आदेश
डीएमके की निकाय चुनाव पर रोक की मांग की थी नए परिसीमन को लेकर निकाय चुनाव पर रोक लगाने की मांग की थी नौ नए बने जिलों में परिसीमन के चार महीनों के भीतर चुनाव होंगे
तमिलनाडु में 27 और 30 दिसम्बर को निकाय चुनाव होंगे. राज्य के नौ नवगठित जिलों को छोड़कर शेष सभी जिलों में निकाय चुनाव होंगे. सुप्रीम कोर्ट ने आज तमिलनाडु में निकाय चुनाव को हरी झंडी दे दी. डीएमके की निकाय चुनाव पर रोक की मांग पर सुप्रीम कोर्ट ने यह फैसला दिया है.   सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक तमिलनाडु के नौ नए बने जिलों को छोड़कर सभी जगह चुनाव होंगे. राज्य के नौ नए बने जिलों में निकाय चुनाव पर सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा दी है. तमिलनाडु में 27 और 30 दिसम्बर को चुनाव होंगे. नौ नए बने जिलों में परिसीमन के बाद चार महीनों के भीतर चुनाव कराए जाएंगे. नए परिसीमन को लेकर डीएमके ने निकाय चुनाव पर रोक लगाने की मांग की थी.
अपने ही पोस्टर की राजनीति में फंस गए अरविंद केजरीवाल! एग्जिट पोल्स के नतीजों से उत्साहित बीजेपी ने शुरू की इस्तीफे की मांग
पोस्टर एमसीडी की बागडोर किसको . अरविंद केजरीवाल या विजेंद्र गुप्ता एक्जिट पोल : दिल्ली के एमसीडी चुनाव में बीजेपी की हैट्ट्र्रिक पोस्टरों में दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार के कामों को गिनाया
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एमसीडी चुनाव को सीधे अपनी और पार्टी की प्रतिष्ठा का मुद्दा बनाने में खुद ही कोई कसर नहीं छोड़ी. आम आदमी पार्टी की ओर से शहर में तमाम जगहों पर ऐसे पोस्टर लगाए गए जहां पर लोगों से पूछा गया कि एमसीडी की बागडोर किसको - अरविंद केजरीवाल या विजेंद्र गुप्ता (BJP). कल मतदान हो गया है. दो चैनलों ने अपने- अपने एक्जिट पोल सर्वे जारी कर कहा है कि दिल्ली के एमसीडी चुनाव में बीजेपी हैट्ट्रिक मारने जा रही है. एग्जिट पोल की रिपोर्ट पर दिल्ली के आम आदमी पार्टी के नेता और प्रवक्ता ज्यादा बोलने को तैयार नहीं हैं. जो बोल भी रहे हैं तो उनके चेहरे पर निराशा है. यह बात अलग है कि पार्टी फिलहाल इस बात का सहारा ले रही है कि एग्जिट पोल गलत साबित होते रहे हैं और इस बार भी गलत साबित हो जाएंगे. पार्टी ने वोटिंग से दो दिन पहले हर बार की तरह अपना इंटरनल सर्वे जारी किया था. पार्टी का दावा था कि दिल्ली के एमसीडी चुनाव में 272 सीटों में से उसे 202 सीटों पर जीत मिलेगी. यह तो मतदान से चंद दिनों पहले की बात है. इससे पहले आम  आदमी पार्टी ने शहर के कई स्थानों पर पोस्टर लगाकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल बनाम दिल्ली बीजेपी के नेताओं की लड़ाई बनाने की कोशिश की. इतना ही नहीं पार्टी के नेता लगातार जनसभाओं और पोस्टरों में दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार के कामों को गिनाया. पार्टी लगातार अपने पोस्टर में बिजली बिल हाफ, पानी माफी और हाउस टैक्स पर बात करते आ रही थी. इतना ही नहीं पार्टी यह भी कहती रही कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार ने पिछले दो सालों में जो काम किया है, जनता उससे काफी खुश है और इस बार नगर निगम चुनाव में पार्टी को बहुत बड़ी जीत मिलेगी.   अब अरविंद केजरीवाल को यही सब बातें सताने वाली हैं. बता दें कि दिल्ली नगर निगम चुनाव में आम आदमी पार्टी की ओर से लगाए गए होर्डिंग का बीजेपी ने विरोध किया था. आप के होर्डिंग में निगम चुनाव में अरविंद केजरीवाल और भाजपा नेता विजेंद्र गुप्ता की तस्वीर लगाकर इनमें से एक को चुनने को कहा गया था. इस पर बीजेपी ने कहा था कि जब चुनाव दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी के नेतृत्व में लड़ा जा रहा है तब विजेंद्र गुप्ता की तस्वीर का इस्तेमाल कर अरविंद केजरीवाल दिल्ली की जनता को क्या संदेश देना चाहते हैं. . @ArvindKejriwal जी ने पूरी दिल्ली में पोस्टर लगा कर अपने नाम पर वोट मांगा था,केजरीवाल चुनाव हारते है तो उन्हे तुरन्त इस्तीफा देना चाइये । pic.twitter.com/i6dan35bPI — Tajinder Pal S Bagga (@TajinderBagga) April 23, 2017 अब शाम होते होते एग्जिट पोल्स के नतीजों से उत्साहित बीजेपी नेताओं ने भी इसे अरविंद केजरीवाल की पार्टी और सरकार की हार बताना शुरू कर दिया है. दिल्ली बीजेपी प्रवक्ता तेजिंदर पाल सिंह बग्गा ने एक ट्वीट कर कहा है कि अरविंद केजरीवाल ने पूरी दिल्ली में पोस्टर लगा कर अपने नाम पर वोट मांगा था, केजरीवाल चुनाव हारते हैं तो उन्हें तुरंत इस्तीफा देना चाहिए. एक अन्य ट्वीट में बग्गा ने दिल्ली को धन्यवाद दिया है. टिप्पणियां वोटिंग के दौरान अपनी प्रतिक्रिया देते हुए केजरीवाल के आंदोलन के दौरान सहयोगी रहे, आम आदमी पार्टी के संस्थापकों में एक और अब स्वराज इंडिया के संस्थापक योगेंद्र यादव  ने अपने बयान में सीधे केजरीवाल को निशाना बनाया. उन्होंने कहा कि इस एमसीडी चुनाव में हार के बाद अरविंद केजरीवाल को दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देना चाहिए. (एमसीडी चुनाव दिल्ली सरकार पर रेफरेंडम भी है? सवाल पर अरविंद केजरीवाल ने ये कहा) कई लोग दिल्ली के इस एमसीडी चुनाव को दिल्ली सरकार के लिए रेफरेंडम भी कह रहे थे. यही वजह है कि इस बार के चुनाव दिल्ली सरकार के लिए भी काफी अहम हैं. कल मतदान हो गया है. दो चैनलों ने अपने- अपने एक्जिट पोल सर्वे जारी कर कहा है कि दिल्ली के एमसीडी चुनाव में बीजेपी हैट्ट्रिक मारने जा रही है. एग्जिट पोल की रिपोर्ट पर दिल्ली के आम आदमी पार्टी के नेता और प्रवक्ता ज्यादा बोलने को तैयार नहीं हैं. जो बोल भी रहे हैं तो उनके चेहरे पर निराशा है. यह बात अलग है कि पार्टी फिलहाल इस बात का सहारा ले रही है कि एग्जिट पोल गलत साबित होते रहे हैं और इस बार भी गलत साबित हो जाएंगे. पार्टी ने वोटिंग से दो दिन पहले हर बार की तरह अपना इंटरनल सर्वे जारी किया था. पार्टी का दावा था कि दिल्ली के एमसीडी चुनाव में 272 सीटों में से उसे 202 सीटों पर जीत मिलेगी. यह तो मतदान से चंद दिनों पहले की बात है. इससे पहले आम  आदमी पार्टी ने शहर के कई स्थानों पर पोस्टर लगाकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल बनाम दिल्ली बीजेपी के नेताओं की लड़ाई बनाने की कोशिश की. इतना ही नहीं पार्टी के नेता लगातार जनसभाओं और पोस्टरों में दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार के कामों को गिनाया. पार्टी लगातार अपने पोस्टर में बिजली बिल हाफ, पानी माफी और हाउस टैक्स पर बात करते आ रही थी. इतना ही नहीं पार्टी यह भी कहती रही कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार ने पिछले दो सालों में जो काम किया है, जनता उससे काफी खुश है और इस बार नगर निगम चुनाव में पार्टी को बहुत बड़ी जीत मिलेगी.   अब अरविंद केजरीवाल को यही सब बातें सताने वाली हैं. बता दें कि दिल्ली नगर निगम चुनाव में आम आदमी पार्टी की ओर से लगाए गए होर्डिंग का बीजेपी ने विरोध किया था. आप के होर्डिंग में निगम चुनाव में अरविंद केजरीवाल और भाजपा नेता विजेंद्र गुप्ता की तस्वीर लगाकर इनमें से एक को चुनने को कहा गया था. इस पर बीजेपी ने कहा था कि जब चुनाव दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी के नेतृत्व में लड़ा जा रहा है तब विजेंद्र गुप्ता की तस्वीर का इस्तेमाल कर अरविंद केजरीवाल दिल्ली की जनता को क्या संदेश देना चाहते हैं. . @ArvindKejriwal जी ने पूरी दिल्ली में पोस्टर लगा कर अपने नाम पर वोट मांगा था,केजरीवाल चुनाव हारते है तो उन्हे तुरन्त इस्तीफा देना चाइये । pic.twitter.com/i6dan35bPI — Tajinder Pal S Bagga (@TajinderBagga) April 23, 2017 अब शाम होते होते एग्जिट पोल्स के नतीजों से उत्साहित बीजेपी नेताओं ने भी इसे अरविंद केजरीवाल की पार्टी और सरकार की हार बताना शुरू कर दिया है. दिल्ली बीजेपी प्रवक्ता तेजिंदर पाल सिंह बग्गा ने एक ट्वीट कर कहा है कि अरविंद केजरीवाल ने पूरी दिल्ली में पोस्टर लगा कर अपने नाम पर वोट मांगा था, केजरीवाल चुनाव हारते हैं तो उन्हें तुरंत इस्तीफा देना चाहिए. एक अन्य ट्वीट में बग्गा ने दिल्ली को धन्यवाद दिया है. टिप्पणियां वोटिंग के दौरान अपनी प्रतिक्रिया देते हुए केजरीवाल के आंदोलन के दौरान सहयोगी रहे, आम आदमी पार्टी के संस्थापकों में एक और अब स्वराज इंडिया के संस्थापक योगेंद्र यादव  ने अपने बयान में सीधे केजरीवाल को निशाना बनाया. उन्होंने कहा कि इस एमसीडी चुनाव में हार के बाद अरविंद केजरीवाल को दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देना चाहिए. (एमसीडी चुनाव दिल्ली सरकार पर रेफरेंडम भी है? सवाल पर अरविंद केजरीवाल ने ये कहा) कई लोग दिल्ली के इस एमसीडी चुनाव को दिल्ली सरकार के लिए रेफरेंडम भी कह रहे थे. यही वजह है कि इस बार के चुनाव दिल्ली सरकार के लिए भी काफी अहम हैं. यह तो मतदान से चंद दिनों पहले की बात है. इससे पहले आम  आदमी पार्टी ने शहर के कई स्थानों पर पोस्टर लगाकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल बनाम दिल्ली बीजेपी के नेताओं की लड़ाई बनाने की कोशिश की. इतना ही नहीं पार्टी के नेता लगातार जनसभाओं और पोस्टरों में दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार के कामों को गिनाया. पार्टी लगातार अपने पोस्टर में बिजली बिल हाफ, पानी माफी और हाउस टैक्स पर बात करते आ रही थी. इतना ही नहीं पार्टी यह भी कहती रही कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार ने पिछले दो सालों में जो काम किया है, जनता उससे काफी खुश है और इस बार नगर निगम चुनाव में पार्टी को बहुत बड़ी जीत मिलेगी.   अब अरविंद केजरीवाल को यही सब बातें सताने वाली हैं. बता दें कि दिल्ली नगर निगम चुनाव में आम आदमी पार्टी की ओर से लगाए गए होर्डिंग का बीजेपी ने विरोध किया था. आप के होर्डिंग में निगम चुनाव में अरविंद केजरीवाल और भाजपा नेता विजेंद्र गुप्ता की तस्वीर लगाकर इनमें से एक को चुनने को कहा गया था. इस पर बीजेपी ने कहा था कि जब चुनाव दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी के नेतृत्व में लड़ा जा रहा है तब विजेंद्र गुप्ता की तस्वीर का इस्तेमाल कर अरविंद केजरीवाल दिल्ली की जनता को क्या संदेश देना चाहते हैं. . @ArvindKejriwal जी ने पूरी दिल्ली में पोस्टर लगा कर अपने नाम पर वोट मांगा था,केजरीवाल चुनाव हारते है तो उन्हे तुरन्त इस्तीफा देना चाइये । pic.twitter.com/i6dan35bPI — Tajinder Pal S Bagga (@TajinderBagga) April 23, 2017 अब शाम होते होते एग्जिट पोल्स के नतीजों से उत्साहित बीजेपी नेताओं ने भी इसे अरविंद केजरीवाल की पार्टी और सरकार की हार बताना शुरू कर दिया है. दिल्ली बीजेपी प्रवक्ता तेजिंदर पाल सिंह बग्गा ने एक ट्वीट कर कहा है कि अरविंद केजरीवाल ने पूरी दिल्ली में पोस्टर लगा कर अपने नाम पर वोट मांगा था, केजरीवाल चुनाव हारते हैं तो उन्हें तुरंत इस्तीफा देना चाहिए. एक अन्य ट्वीट में बग्गा ने दिल्ली को धन्यवाद दिया है. टिप्पणियां वोटिंग के दौरान अपनी प्रतिक्रिया देते हुए केजरीवाल के आंदोलन के दौरान सहयोगी रहे, आम आदमी पार्टी के संस्थापकों में एक और अब स्वराज इंडिया के संस्थापक योगेंद्र यादव  ने अपने बयान में सीधे केजरीवाल को निशाना बनाया. उन्होंने कहा कि इस एमसीडी चुनाव में हार के बाद अरविंद केजरीवाल को दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देना चाहिए. (एमसीडी चुनाव दिल्ली सरकार पर रेफरेंडम भी है? सवाल पर अरविंद केजरीवाल ने ये कहा) कई लोग दिल्ली के इस एमसीडी चुनाव को दिल्ली सरकार के लिए रेफरेंडम भी कह रहे थे. यही वजह है कि इस बार के चुनाव दिल्ली सरकार के लिए भी काफी अहम हैं. अब अरविंद केजरीवाल को यही सब बातें सताने वाली हैं. बता दें कि दिल्ली नगर निगम चुनाव में आम आदमी पार्टी की ओर से लगाए गए होर्डिंग का बीजेपी ने विरोध किया था. आप के होर्डिंग में निगम चुनाव में अरविंद केजरीवाल और भाजपा नेता विजेंद्र गुप्ता की तस्वीर लगाकर इनमें से एक को चुनने को कहा गया था. इस पर बीजेपी ने कहा था कि जब चुनाव दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी के नेतृत्व में लड़ा जा रहा है तब विजेंद्र गुप्ता की तस्वीर का इस्तेमाल कर अरविंद केजरीवाल दिल्ली की जनता को क्या संदेश देना चाहते हैं. . @ArvindKejriwal जी ने पूरी दिल्ली में पोस्टर लगा कर अपने नाम पर वोट मांगा था,केजरीवाल चुनाव हारते है तो उन्हे तुरन्त इस्तीफा देना चाइये । pic.twitter.com/i6dan35bPI — Tajinder Pal S Bagga (@TajinderBagga) April 23, 2017 अब शाम होते होते एग्जिट पोल्स के नतीजों से उत्साहित बीजेपी नेताओं ने भी इसे अरविंद केजरीवाल की पार्टी और सरकार की हार बताना शुरू कर दिया है. दिल्ली बीजेपी प्रवक्ता तेजिंदर पाल सिंह बग्गा ने एक ट्वीट कर कहा है कि अरविंद केजरीवाल ने पूरी दिल्ली में पोस्टर लगा कर अपने नाम पर वोट मांगा था, केजरीवाल चुनाव हारते हैं तो उन्हें तुरंत इस्तीफा देना चाहिए. एक अन्य ट्वीट में बग्गा ने दिल्ली को धन्यवाद दिया है. टिप्पणियां वोटिंग के दौरान अपनी प्रतिक्रिया देते हुए केजरीवाल के आंदोलन के दौरान सहयोगी रहे, आम आदमी पार्टी के संस्थापकों में एक और अब स्वराज इंडिया के संस्थापक योगेंद्र यादव  ने अपने बयान में सीधे केजरीवाल को निशाना बनाया. उन्होंने कहा कि इस एमसीडी चुनाव में हार के बाद अरविंद केजरीवाल को दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देना चाहिए. (एमसीडी चुनाव दिल्ली सरकार पर रेफरेंडम भी है? सवाल पर अरविंद केजरीवाल ने ये कहा) कई लोग दिल्ली के इस एमसीडी चुनाव को दिल्ली सरकार के लिए रेफरेंडम भी कह रहे थे. यही वजह है कि इस बार के चुनाव दिल्ली सरकार के लिए भी काफी अहम हैं. . @ArvindKejriwal जी ने पूरी दिल्ली में पोस्टर लगा कर अपने नाम पर वोट मांगा था,केजरीवाल चुनाव हारते है तो उन्हे तुरन्त इस्तीफा देना चाइये । pic.twitter.com/i6dan35bPI वोटिंग के दौरान अपनी प्रतिक्रिया देते हुए केजरीवाल के आंदोलन के दौरान सहयोगी रहे, आम आदमी पार्टी के संस्थापकों में एक और अब स्वराज इंडिया के संस्थापक योगेंद्र यादव  ने अपने बयान में सीधे केजरीवाल को निशाना बनाया. उन्होंने कहा कि इस एमसीडी चुनाव में हार के बाद अरविंद केजरीवाल को दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देना चाहिए. (एमसीडी चुनाव दिल्ली सरकार पर रेफरेंडम भी है? सवाल पर अरविंद केजरीवाल ने ये कहा) कई लोग दिल्ली के इस एमसीडी चुनाव को दिल्ली सरकार के लिए रेफरेंडम भी कह रहे थे. यही वजह है कि इस बार के चुनाव दिल्ली सरकार के लिए भी काफी अहम हैं. कई लोग दिल्ली के इस एमसीडी चुनाव को दिल्ली सरकार के लिए रेफरेंडम भी कह रहे थे. यही वजह है कि इस बार के चुनाव दिल्ली सरकार के लिए भी काफी अहम हैं.
'द कपिल शर्मा शो' में पहुंची 'जजमेंटल है क्या' की टीम तो हुआ कुछ ऐसा, देखें वायरल Video
कपिल शर्मा के शो में पहुंची 'जजमेंटल है क्या' की टीम 'जजमेंटल है क्या' का चल रहा है प्रमोशन शो के दौरान हुई खूब मस्ती
टेलीविजन का सबसे पॉपुलर कॉमेडी शो 'द कपिल शर्मा शो (The Kapil Sharma Show)' हर बार दर्शकों को खूब हंसाता है. इस हफ्ते कपिल शर्मा (Kapil Sharma) के कॉमेडी शो का हिस्सा बनेगी 'जजमेंटल है क्या' की टीम. 'द कपिल शर्मा शो' में 'जजमेंटल है क्या (Judgemental Hai Kya)' की टीम खूब मस्ती करती नजर आएगी. शो के दौरान का एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है. वीडियो में कृष्णा अभिषेक फिल्म की एक्ट्रेस के साथ मिलकर कॉमेडी का तड़का लगाते नजर आ रहे हैं. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस वीडियो को इंस्टाग्राम पर शेयर किया गया है. "Itne sambhal ke chalte ho...kitne khatarnaak ho aap!" Dekhiye #TheKapilSharmaShow, Sat-Sun raat 9:30 baje sirf Sony par. @javedali4u @salmanaliidol @jaybhanushali0 @iamnitinkumar1 @jyotica_tangri @SachinKumarVal A post shared by Kangana Ranaut (@team_kanganaranaut) on Jul 16, 2019 at 10:24am PDT इस वीडियो पर फैन्स खूब कमेंट कर रहे हैं. इस हफ्ते प्रसारित होने वाले ये एपिसोड दर्शकों को खूब हंसाने वाला है. बता दें कि फिल्म 'जजमेंटल है क्या' 26 जुलाई को रिलीज होने वाली है.  Video | Promo of the Kapil Sharma Show featuring Kangana #JudgementallHaiKya A post shared by Kangana Ranaut (@team_kanganaranaut) on Jul 16, 2019 at 10:19am PDT 'जजमेंटल है क्या' के दोनों किरदार थोड़े अजीब हैं. इसके जरिए दर्शकों को फिल्म में ढेर सारे मनोरंजन के साथ ही खूब कॉमेडी और ड्रामा भी देखने को मिलेगा. इस फिल्म को ऑल्ट बालाजी मोशन के बैनर तले तैयार किया गया है.
गांधी जयन्ती पर राजनैतिक पार्टी की घोषणा करेगी 'टीम अन्ना'
पुरानी टीम अन्ना के गांधी जयंती यानी दो अक्टूबर को राजनीतिक दल की घोषणा के साथ औपचारिक तौर पर राजनीति में प्रवेश करने की संभावना है।
'टीम अन्ना' द्वारा गांधी जयंती, यानि 2 अक्टूबर को नए राजनैतिक दल की घोषणा किए जाने के साथ ही औपचारिक तौर पर राजनीति में प्रवेश करने की संभावना है। 80 से 100 सदस्यों वाली तैयारी समिति पार्टी के गठन के बारे में विचार-विमर्श करने के लिए पहली बार 26 अगस्त को मिलने वाली है। इसके लिए आयोजित एक बैठक में अरविन्द केजरीवाल, प्रशांत भूषण, किरण बेदी, मनीष सिसौदिया, योगेन्द्र यादव, कुमार विश्वास, दिनेश वघेला, संजय सिंह, निशिकांत, अजीत झा और नवीन जयहिन्द शामिल हुए। वैसे तैयारी समिति के सदस्यों में विभिन्न संस्थाओं के लोग शामिल हैं, जिनमें कुछ वरिष्ठ न्यायाधीशों के शामिल होने की भी संभावना है।टिप्पणियां सूत्रों ने कहा कि तैयारी समिति अपने काम को संभवत: 2 अक्टूबर तक खत्म कर लेगी और उसी दिन पार्टी की घोषणा होने की भी संभावना है। उन्होंने कहा कि पार्टी में अनुशासन बनाए रखने के लिए एक आंतरिक लोकपाल का भी गठन किया जाएगा। उसमें सेवानिवृत्त न्यायाधीश भी शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि पूरे देश से समर्थक 16 अगस्त को दिल्ली में जमा होंगे और उसके बाद जिला और राज्यस्तर पर काम शुरू होगा। न्यायमूर्ति संतोष हेगड़े द्वारा राजनीतिक दल के निर्माण का विरोध करने के बारे में पूछने पर केजरीवाल ने कहा कि उपवास समाप्त करने के लिए अपील करने और एक राजनीतिक विकल्प देने के लिए कहने वाले 23 लोगों में एक वह भी थे। इसके लिए आयोजित एक बैठक में अरविन्द केजरीवाल, प्रशांत भूषण, किरण बेदी, मनीष सिसौदिया, योगेन्द्र यादव, कुमार विश्वास, दिनेश वघेला, संजय सिंह, निशिकांत, अजीत झा और नवीन जयहिन्द शामिल हुए। वैसे तैयारी समिति के सदस्यों में विभिन्न संस्थाओं के लोग शामिल हैं, जिनमें कुछ वरिष्ठ न्यायाधीशों के शामिल होने की भी संभावना है।टिप्पणियां सूत्रों ने कहा कि तैयारी समिति अपने काम को संभवत: 2 अक्टूबर तक खत्म कर लेगी और उसी दिन पार्टी की घोषणा होने की भी संभावना है। उन्होंने कहा कि पार्टी में अनुशासन बनाए रखने के लिए एक आंतरिक लोकपाल का भी गठन किया जाएगा। उसमें सेवानिवृत्त न्यायाधीश भी शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि पूरे देश से समर्थक 16 अगस्त को दिल्ली में जमा होंगे और उसके बाद जिला और राज्यस्तर पर काम शुरू होगा। न्यायमूर्ति संतोष हेगड़े द्वारा राजनीतिक दल के निर्माण का विरोध करने के बारे में पूछने पर केजरीवाल ने कहा कि उपवास समाप्त करने के लिए अपील करने और एक राजनीतिक विकल्प देने के लिए कहने वाले 23 लोगों में एक वह भी थे। सूत्रों ने कहा कि तैयारी समिति अपने काम को संभवत: 2 अक्टूबर तक खत्म कर लेगी और उसी दिन पार्टी की घोषणा होने की भी संभावना है। उन्होंने कहा कि पार्टी में अनुशासन बनाए रखने के लिए एक आंतरिक लोकपाल का भी गठन किया जाएगा। उसमें सेवानिवृत्त न्यायाधीश भी शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि पूरे देश से समर्थक 16 अगस्त को दिल्ली में जमा होंगे और उसके बाद जिला और राज्यस्तर पर काम शुरू होगा। न्यायमूर्ति संतोष हेगड़े द्वारा राजनीतिक दल के निर्माण का विरोध करने के बारे में पूछने पर केजरीवाल ने कहा कि उपवास समाप्त करने के लिए अपील करने और एक राजनीतिक विकल्प देने के लिए कहने वाले 23 लोगों में एक वह भी थे। न्यायमूर्ति संतोष हेगड़े द्वारा राजनीतिक दल के निर्माण का विरोध करने के बारे में पूछने पर केजरीवाल ने कहा कि उपवास समाप्त करने के लिए अपील करने और एक राजनीतिक विकल्प देने के लिए कहने वाले 23 लोगों में एक वह भी थे।
2 दिसंबर आधी रात के बाद : 500 के पुराने नोट कहां चलेंगे और कहां नहीं, जान लें...
500 के नोट पेट्रोल पंपों और हवाई टिकट के लिए रात 12 बजे तक ही चलेंगे रेलवे, बस, अस्पताल दवा, बिजली पानी के बिल के लिए चलते रहेंगे रेलवे आदि के लिए 15 दिसंबर की समय सीमा तय की गई
यदि आपके पास अब भी 500 रुपए के पुराने नोट रखे हुए हैं तो बता दें कि पेट्रोल पंपों और हवाई टिकट में शुक्रवार रात 12 बजे तक ही चलेंगे. लेकिन रेलवे, बस, अस्पताल, दवा और बिजली पानी के बिल जैसी ज़रूरी सुविधाओं में ये नोट चलते रहेंगे. इन जगहों पर इनकी समय सीमा 15 दिसंबर तय की गई है.टिप्पणियां अब पेट्रोल, डीज़ल, गैस और प्लेन की टिकट खरीदने में इनका इस्तेमाल आज तक ही किया जा सकेगा. पहले इन जगहों पर 15 दिसंबर तक पुराने नोट चलने थे लेकिन सरकार को शिकायत मिल रही थी कि 500 के पुराने नोटों का इन जगहों पर ब्लैक मनी को वॉइट करने में इस्तेमाल किया जा रहा है जिसके बाद ये फ़ैसला लिया गया. दूसरी तरफ टोल नाके आज रात 12 बजे के बाद से टोल फ्री नहीं रहेंगे यानी तमाम नेशनल हाइवे पर अब पहले की ही तरह टोल वसूला जाएगा. टोल प्लाज़ा पर पेमेंट के लिए स्वाइप मशीनें मुहैया करवा दी गई हैं ताकि टोल वसूली में कोई परेशानी न आए. अब पेट्रोल, डीज़ल, गैस और प्लेन की टिकट खरीदने में इनका इस्तेमाल आज तक ही किया जा सकेगा. पहले इन जगहों पर 15 दिसंबर तक पुराने नोट चलने थे लेकिन सरकार को शिकायत मिल रही थी कि 500 के पुराने नोटों का इन जगहों पर ब्लैक मनी को वॉइट करने में इस्तेमाल किया जा रहा है जिसके बाद ये फ़ैसला लिया गया. दूसरी तरफ टोल नाके आज रात 12 बजे के बाद से टोल फ्री नहीं रहेंगे यानी तमाम नेशनल हाइवे पर अब पहले की ही तरह टोल वसूला जाएगा. टोल प्लाज़ा पर पेमेंट के लिए स्वाइप मशीनें मुहैया करवा दी गई हैं ताकि टोल वसूली में कोई परेशानी न आए. दूसरी तरफ टोल नाके आज रात 12 बजे के बाद से टोल फ्री नहीं रहेंगे यानी तमाम नेशनल हाइवे पर अब पहले की ही तरह टोल वसूला जाएगा. टोल प्लाज़ा पर पेमेंट के लिए स्वाइप मशीनें मुहैया करवा दी गई हैं ताकि टोल वसूली में कोई परेशानी न आए.
सोशल मीडिया पर बलात्कार पीड़िता की तस्वीर डालने के आरोप में युवक गिरफ्तार
25 साल के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है. आरोपी पर उस महिला के साथ बलात्कार करने का आरोप लगा है आरोपी पीड़िता से शिकायत वापस लेने के लिए दबाव डाल रहा था
उत्तर प्रदेश के जिले मुजफ्फरनगर में  एक महिला की आपत्तिजनक तस्वीर को कथित रूप से सोशल मीडिया पर डालने के आरोप में 25 साल के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है. आरोपी पर उस महिला के साथ बलात्कार करने का आरोप लगा है. पुलिस ने इसकी जानकारी दी है. एसएचओ संजीव शर्मा ने कहा कि आरोपी की पहचान बाबू नाम के एक व्यक्ति के रूप में हुई है, जिसको कल सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के प्रावधानों के तहत गिरफ्तार किया गया था.  अपनी शिकायत में महिला ने आरोप लगाया कि उसने एक स्थानीय अदालत में आरोपी के खिलाफ एक निजी शिकायत दर्ज कराई थी.  अपनी शिकायत में उस महिला ने बाबू पर रेप का आरोप लगाया था. तभी से आरोपी उस पर अपनी शिकायत वापस लेने के लिए लगातार दबाव डाल रहा था. जब पीड़िता ने उसकी बात नहीं मानी तो उसने धमकी देना शुरू कर दिया इस पर भी जब कोई असर नहीं हुआ तो उसने सोशल मीडिया पर पीड़िता की आपत्तिजनक तस्वीर डाल दी. पुलिस ने बताया कि बाबू के खिलाफ पहले से ही रेप के मामला चल रहा है उसकी इस हरकत के बाद से साफ हो गया है कि उसके ऊपर लगाया गया आरोप सही है.  फिलहाल बाबू के खिलाफ मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया है.  पुलिस ने आश्वासन दिया है कि पीड़िता के साथ पूरी तरह से न्याय किया जाएगा और बाबू को सख्त सजा दिलाई जाएगी.
दीवार पर विवाद : डोनाल्ड ट्रंप के ट्वीट के बाद मैक्सिको के राष्ट्रपति ने रद्द की अमेरिका यात्रा
31 जनवरी को वाशिंगटन जाने वाले थे एनरिके पायना नीटो ट्रंप ने मैक्सिको सीमा पर दीवार बनाने की घोषणा की है दीवार बनाने के लिए मैक्सिको को भी पैसे देने को कह रहे हैं ट्रंप
मैक्सिको के राष्ट्रपति एनरिके पायना नीटो ने अमेरिका की अपनी पूर्व निर्धारित यात्रा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस ट्वीट के बाद रद्द कर दी, जिसमें उन्होंने कहा था कि यदि मैक्सिको दोनों देशों की सीमा पर विशाल दीवार के निर्माण के लिए पैसे देना नहीं चाहता तो उन्हें वाशिंगटन की अपनी यात्रा रद्द कर देनी चाहिए. पायना नीटो ने ट्विटर पर कहा, 'हमने व्हाइट हाउस को गुरुवार सुबह सूचित कर दिया कि मैं अगले मंगलवार को वाशिंगटन में ट्रंप के साथ निर्धारित कार्य बैठक में शामिल नहीं होऊंगा.' पायना नीटो के फैसले से कुछ ही घंटे पहले ट्रंप ने ट्वीट किया था, 'अगर मैक्सिको इस बेहद जरूरी दीवार के निर्माण के लिए पैसे नहीं देना चाहता तो अच्छा होगा कि आगामी बैठक रद्द कर दी जाए.' इससे पहले भी पायना नीटो ने सीमा पर दीवार के निर्माण के अमेरिका के फैसले की निंदा करते हुए दोहराया था कि मैक्सिको दीवार के निर्माण के लिए पैसे नहीं देगा, जबकि ट्रंप ऐसा कह रहे थे कि वह सुनिश्चित करेंगे कि मैक्सिको इसके लिए पैसे दे. पायना नीटो निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार 31 जनवरी को वाशिंगटन की यात्रा करने वाले थे. टिप्पणियां पायना नीटो ने ट्विटर पर डाले गए एक वीडियो संदेश में कहा था, 'मैक्सिको दीवारों में विश्वास नहीं करता. मैंने बार-बार कहा है कि मैक्सिको किसी भी दीवार के लिए पैसे नहीं देगा.' उन्होंने कहा, 'मैं दीवार के निर्माण के अमेरिका के फैसले पर अफसोस जताता हूं और उसे खारिज करता हूं.'(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) पायना नीटो ने ट्विटर पर कहा, 'हमने व्हाइट हाउस को गुरुवार सुबह सूचित कर दिया कि मैं अगले मंगलवार को वाशिंगटन में ट्रंप के साथ निर्धारित कार्य बैठक में शामिल नहीं होऊंगा.' पायना नीटो के फैसले से कुछ ही घंटे पहले ट्रंप ने ट्वीट किया था, 'अगर मैक्सिको इस बेहद जरूरी दीवार के निर्माण के लिए पैसे नहीं देना चाहता तो अच्छा होगा कि आगामी बैठक रद्द कर दी जाए.' इससे पहले भी पायना नीटो ने सीमा पर दीवार के निर्माण के अमेरिका के फैसले की निंदा करते हुए दोहराया था कि मैक्सिको दीवार के निर्माण के लिए पैसे नहीं देगा, जबकि ट्रंप ऐसा कह रहे थे कि वह सुनिश्चित करेंगे कि मैक्सिको इसके लिए पैसे दे. पायना नीटो निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार 31 जनवरी को वाशिंगटन की यात्रा करने वाले थे. टिप्पणियां पायना नीटो ने ट्विटर पर डाले गए एक वीडियो संदेश में कहा था, 'मैक्सिको दीवारों में विश्वास नहीं करता. मैंने बार-बार कहा है कि मैक्सिको किसी भी दीवार के लिए पैसे नहीं देगा.' उन्होंने कहा, 'मैं दीवार के निर्माण के अमेरिका के फैसले पर अफसोस जताता हूं और उसे खारिज करता हूं.'(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) इससे पहले भी पायना नीटो ने सीमा पर दीवार के निर्माण के अमेरिका के फैसले की निंदा करते हुए दोहराया था कि मैक्सिको दीवार के निर्माण के लिए पैसे नहीं देगा, जबकि ट्रंप ऐसा कह रहे थे कि वह सुनिश्चित करेंगे कि मैक्सिको इसके लिए पैसे दे. पायना नीटो निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार 31 जनवरी को वाशिंगटन की यात्रा करने वाले थे. टिप्पणियां पायना नीटो ने ट्विटर पर डाले गए एक वीडियो संदेश में कहा था, 'मैक्सिको दीवारों में विश्वास नहीं करता. मैंने बार-बार कहा है कि मैक्सिको किसी भी दीवार के लिए पैसे नहीं देगा.' उन्होंने कहा, 'मैं दीवार के निर्माण के अमेरिका के फैसले पर अफसोस जताता हूं और उसे खारिज करता हूं.'(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) पायना नीटो ने ट्विटर पर डाले गए एक वीडियो संदेश में कहा था, 'मैक्सिको दीवारों में विश्वास नहीं करता. मैंने बार-बार कहा है कि मैक्सिको किसी भी दीवार के लिए पैसे नहीं देगा.' उन्होंने कहा, 'मैं दीवार के निर्माण के अमेरिका के फैसले पर अफसोस जताता हूं और उसे खारिज करता हूं.'(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
विराट कोहली ने इस अंदाज में अपने प्रशंसकों को बनाया 'अप्रैल फूल', देखें वीडियो...
अप्रैल फूल पर फैंस के लिए शेयर किया 'खास' मैसेज अपने इस मैसेज से ऑडियो कर दी 'गायब' आईपीएल में आरसीबी के कप्‍तान हैं कोहली
It's that time of the year again and I've got a special message for you guys. Listen carefully. #StayWrogn A post shared by Virat Kohli (@virat.kohli) on Mar 31, 2018 at 10:28pm PDT
दुबई से दी गई थी जे डे की हत्या की सुपारी
'मिड डे' के वरिष्ठ पत्रकार जे डे हत्याकांड के सिलसिले में पुलिस ने खुलासा किया है कि उनकी हत्या की सुपारी दुबई से दी गई थी।
'मिड डे' के वरिष्ठ पत्रकार जे डे हत्याकांड के सिलसिले में पुलिस ने खुलासा किया है कि उनकी हत्या की सुपारी दुबई से दी गई थी। इस हत्याकांड के सिलसिले में चार लोगों को हिरासत में लिया गया है। दो लोगों को ठाणे के मुंब्रा से और दो लोगों को पुणे से हिरासत में लिया गया है।इस मामले में छोटा शकील और चंदन तस्करों पर हत्या करवाने का शक जाहिर किया गया है। साथ ही ऑयल माफिया भी शक के घेरे में हैं। पुलिस ने जिन चार लोगों को हिरासत में लिया है, उनमें दो पुलिस के खबरी हैं। जे डे की पिछले हफ्ते गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इसी मामले में मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि आज इस हत्याकांड की जांच में तेजी से प्रगति हुई है और जल्द ही इस मामले में आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
'घर' में संकट से घिरी कांग्रेस, राहुल गांधी फिर विदेश यात्रा पर
देश में कांग्रेस की स्थिति बेहद खराब है इस साल 8वीं बार विदेश यात्रा करेंगे राहुल गांधी सितंबर में राहुल गांधी दो हफ्ते के लिए अमेरिका चले जाएंगे
इसी ब्लॉग में स्वाति आगे लिखती हैं कि राहुल गांधी की यात्रा को लेकर पार्टी के नेता भी कटाक्ष करने से बाज़ नहीं आ रहे हैं. स्वाति का कहना है कि एक कांग्रेस नेता ने उनसे बातचीत में कहा, "मुझे आपसे ही जानकारी मिल रही है कि ओस्लो से लौटने के बाद मेरे नेता अमेरिका जाने वाले हैं... हमें इस वक्त यहां वोटरों से जुड़ने की ज़रूरत है, या वहां के थिंक-टैकों से...? अहम चुनाव सिर पर हैं, और हमारी रणनीति असल में क्या है...? वह हमें कुछ भी नहीं बताते..."
'रायबरेली में एम्स के लिए मुफ्त जमीन देना विकास नहीं तो क्या है'
उत्तर प्रदेश की समाजवादी पार्टी (सपा) सरकार द्वारा राज्य के विकास पर ध्यान नहीं दिए जाने के कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के आरोपों का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) पर अन्याय करने का आरोप लगाया।
उत्तर प्रदेश की समाजवादी पार्टी (सपा) सरकार द्वारा राज्य के विकास पर ध्यान नहीं दिए जाने के कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के आरोपों का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) पर अन्याय करने का आरोप लगाया। मुख्यमंत्री ने राज्य मंत्रिपरिषद की बैठक में शिरकत करने के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘सरकार उत्तर प्रदेश को खुशहाल बनाने पर लगातार काम कर रही है। आगरा में हाल में केन्द्र, राज्य तथा भारतीय उद्योग परिसंघ द्वारा आयोजित निवेश शिखर बैठक के बाद बहुत लोगों ने उत्तर प्रदेश में निवेश और कारखाने लगाने की बात कही है।’’ अखिलेश ने किसी का नाम लिए बगैर सरकार द्वारा राज्य के विकास पर ध्यान नहीं दिए जाने के कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के आरोपों का जवाब दिया और कहा, ‘‘आज मंत्रिपरिषद की बैठक में हमने रायबरेली में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान खोलने के लिए मुफ्त जमीन दे दी है। यह सब विकास नहीं तो और क्या है।’’टिप्पणियां गौरतलब है कि कांग्रेस उपाध्यक्ष बनने के बाद पहली बार अपने संसदीय निर्वाचन क्षेत्र अमेठी पहुंचे राहुल ने गुरुवार को विभिन्न जनसभाओं में राज्य की अखिलेश यादव सरकार पर प्रदेश के विकास पर ध्यान नहीं देने का आरोप लगाया था। मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण पर अन्याय करने का आरोप लगाते हुए कहा कि केन्द्रीय प्राधिकरण लखनऊ से रायबरेली तक चार लेन की सड़क बना रहा है। उसके बाद की सड़क यूं ही छोड़ी जा रही है। एनएचएआई अन्याय ना करे और जो सड़क रायबरेली तक जा रही है वह इलाहाबाद तक बनाई जाए। मुख्यमंत्री ने राज्य मंत्रिपरिषद की बैठक में शिरकत करने के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘सरकार उत्तर प्रदेश को खुशहाल बनाने पर लगातार काम कर रही है। आगरा में हाल में केन्द्र, राज्य तथा भारतीय उद्योग परिसंघ द्वारा आयोजित निवेश शिखर बैठक के बाद बहुत लोगों ने उत्तर प्रदेश में निवेश और कारखाने लगाने की बात कही है।’’ अखिलेश ने किसी का नाम लिए बगैर सरकार द्वारा राज्य के विकास पर ध्यान नहीं दिए जाने के कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के आरोपों का जवाब दिया और कहा, ‘‘आज मंत्रिपरिषद की बैठक में हमने रायबरेली में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान खोलने के लिए मुफ्त जमीन दे दी है। यह सब विकास नहीं तो और क्या है।’’टिप्पणियां गौरतलब है कि कांग्रेस उपाध्यक्ष बनने के बाद पहली बार अपने संसदीय निर्वाचन क्षेत्र अमेठी पहुंचे राहुल ने गुरुवार को विभिन्न जनसभाओं में राज्य की अखिलेश यादव सरकार पर प्रदेश के विकास पर ध्यान नहीं देने का आरोप लगाया था। मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण पर अन्याय करने का आरोप लगाते हुए कहा कि केन्द्रीय प्राधिकरण लखनऊ से रायबरेली तक चार लेन की सड़क बना रहा है। उसके बाद की सड़क यूं ही छोड़ी जा रही है। एनएचएआई अन्याय ना करे और जो सड़क रायबरेली तक जा रही है वह इलाहाबाद तक बनाई जाए। अखिलेश ने किसी का नाम लिए बगैर सरकार द्वारा राज्य के विकास पर ध्यान नहीं दिए जाने के कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के आरोपों का जवाब दिया और कहा, ‘‘आज मंत्रिपरिषद की बैठक में हमने रायबरेली में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान खोलने के लिए मुफ्त जमीन दे दी है। यह सब विकास नहीं तो और क्या है।’’टिप्पणियां गौरतलब है कि कांग्रेस उपाध्यक्ष बनने के बाद पहली बार अपने संसदीय निर्वाचन क्षेत्र अमेठी पहुंचे राहुल ने गुरुवार को विभिन्न जनसभाओं में राज्य की अखिलेश यादव सरकार पर प्रदेश के विकास पर ध्यान नहीं देने का आरोप लगाया था। मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण पर अन्याय करने का आरोप लगाते हुए कहा कि केन्द्रीय प्राधिकरण लखनऊ से रायबरेली तक चार लेन की सड़क बना रहा है। उसके बाद की सड़क यूं ही छोड़ी जा रही है। एनएचएआई अन्याय ना करे और जो सड़क रायबरेली तक जा रही है वह इलाहाबाद तक बनाई जाए। गौरतलब है कि कांग्रेस उपाध्यक्ष बनने के बाद पहली बार अपने संसदीय निर्वाचन क्षेत्र अमेठी पहुंचे राहुल ने गुरुवार को विभिन्न जनसभाओं में राज्य की अखिलेश यादव सरकार पर प्रदेश के विकास पर ध्यान नहीं देने का आरोप लगाया था। मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण पर अन्याय करने का आरोप लगाते हुए कहा कि केन्द्रीय प्राधिकरण लखनऊ से रायबरेली तक चार लेन की सड़क बना रहा है। उसके बाद की सड़क यूं ही छोड़ी जा रही है। एनएचएआई अन्याय ना करे और जो सड़क रायबरेली तक जा रही है वह इलाहाबाद तक बनाई जाए। मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण पर अन्याय करने का आरोप लगाते हुए कहा कि केन्द्रीय प्राधिकरण लखनऊ से रायबरेली तक चार लेन की सड़क बना रहा है। उसके बाद की सड़क यूं ही छोड़ी जा रही है। एनएचएआई अन्याय ना करे और जो सड़क रायबरेली तक जा रही है वह इलाहाबाद तक बनाई जाए।
'कच्चे तेल के दाम नहीं घटे तो ईंधन कीमतों में वृद्धि निश्चित'
पीएमईएसी के चेयरमैन ने कहा, यदि कच्चा तेल 100 डॉलर प्रति बैरल पर बना रहता है तो यह चिंता की बात है।
प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद (पीएमईएसी) ने कहा लीबिया में संकट की वजह से यदि कच्चे तेल के दाम 100 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर बने रहते हैं, तो ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी तय है। पीएमईएसी के चेयरमैन सी रंगराजन ने एक कार्यक्रम के मौके पर संवाददाताओं से कहा, यदि कच्चा तेल 100 डॉलर प्रति बैरल पर बना रहता है, तो यह चिंता की बात है। इसके लिए हमारी ओर से कुछ किए जाने की जरूरत है। पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों में कुछ वृद्धि को रोक पाना संभव नहीं होगा। रंगराजन ने कहा कि भारत के लिए प्रमुख चिंता की वजह कच्चे तेल के दामों में बढ़ोतरी है। हम कुछ सप्ताह तक और देखना चाहेंगे कि इसका क्या असर पड़ता है। खाद्य मुद्रास्फीति के बारे में पूछे जाने पर रंगराजन ने कहा कि इसमें मार्च से गिरावट आने लगेगी। उन्होंने कहा, फरवरी के दूसरे सप्ताह से सब्जियों की कीमतों में गिरावट का कुछ प्रभाव दिखाई दिया है। इसलिए फरवरी के आंकड़ों में भी सब्जियों की कीमतों में कमी का पूरा असर दिखाई नहीं देगा। मार्च के आंकड़ों में इसका असर दिखेगा। मार्च में मुद्रास्फीति में तेज गिरावट आ सकती है।यह पूछे जाने पर कि क्या सरकार डीजल की कीमतों को नियंत्रणमुक्त करेगी, उन्होंने कहा कि इसके लिए नीति में बदलाव की जरूरत होगी। मैं पहले ही कह चुका हूं कि इसके लिए कोई नीतिगत कार्रवाई करनी होगी। रंगराजन ने संकेत दिया कि सरकार विशेष आर्थिक क्षेत्रों (सेज) में कंपनियों को न्यूनतम वैकल्पिक कर (मैट) से छूट नहीं देगी। मैट में कंपनियों को बुक-प्राफिट पर न्यूनतम कर जरूर चुकाना पड़ता है।
पापा सैफ के कंधों पर चढ़ तैमूर ने फैंस से कुछ इस अंदाज में कहा 'हेलो', क्यूट Photos हुईं वायरल
लंदन से वापस लौटे तैमूर अली खान सैफ के कंधे पर बैठ फैन्स से किया हाय! सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं तस्वीरें
करीना कपूर (Kareena Kapoor Khan) और सैफ अली खान (Saif Ali Khan) करीब दो महीने बाद लंदन से छुट्टियां बिता कर मुंबई वापस लौट आए हैं. मुंबई एयरपोर्ट पर सैफ और करीना अपने लाडले तैमूर अली खान के साथ नजर आए. इन तीनों की तस्वीरें इंटरनेट पर तेजी से वायरल हो रही हैं. सोशल मीडिया सेंशन बन चुके तैमूर अली खान (Taimur Ali Khan) इन तस्वीरों में काफी क्यूट लग रहे हैं. पापा सैफ के कंधे पर बैठे छोटे नवाब सबको हाथ हिलाकर हेलो भी बोल रहे हैं. पटौदी परिवार की इन तस्वीरों को उनके फैन क्लब ने अपने इंस्टाग्राम एकाउंट से शेयर किया है. सैफ, करीना और तैमूर की इन तस्वीरों पर लोग खूब कमेंट भी कर रहे हैं.  Our Wednesday becomes a little cuter with #TaimurAliKhan's photos as he is snapped at the airport . . . #bollywoodmovies #saifalikhan #kareenakapoor #kareenakapoorkhan #bollywood #taimur #sacredgames3 #taimuralikhanpataudi #bollywood A post shared by POP Diaries (@ipopdiaries) on Aug 21, 2019 at 12:50am PDT - look who is back #timtim !!????????, the most gorgeous bollywood familly spotted this morning back from london to mumbai • جوفو جوفو من رجع #تيم تيم!!???????? تم رصد أحلى و أجمل و أطلق عائلة بوليودية اليوم صباحا في المطار راجعين من لندن لمومباي - [ #kareenakapoorkhan ; #saifalikhan ; #taimuralikhan ] A post shared by Kareena Kapoor Khan FC (@kareena.arabfc) on Aug 21, 2019 at 1:23am PDT इंटरनेट पर वायरल हो रही इन तस्वीरों में तैमूर (Taimur Ali Khan) सफेद कलर की टी-शर्ट और ब्लू ट्राउजर में काफी क्यूट लग रहे हैं. सैफ अली खान और करीना कपूर खान (Kareena Kapoor) के साहबजादे तैमूर अली खान बचपन में ही सोशल मीडिया सेंशन बन गए हैं, उनकी फोटो और वीडियो आए दिन इंटरनेट पर वायरल होते रहते हैं. एक बार फिर इन तीनों की तस्वीरें मीडिया पर छाई हुईं हैं. Spotted the Pataudi family. #taimuralikhan #saifalikhan #kareenakapoorkhan #saifeena #couple #couplegoals #taimur #bebo #kareenakapoor #spotted #airport #filmyangle #bollywood #mumbai A post shared by FILMY ANGLE (@filmyangle) on Aug 21, 2019 at 12:35am PDT Fun times in London for #taimuralikhan and #KareenaKapoorKhan * * .#deepikapadukone #kanganaranaut #urvashirautela #sunnyleone #saraalikhan #aliabhatt #varundhawan #sonakshisinha #ranbirkapoor #norafatehi #taimuralikhan #saraalikhan #deepikapadukone #ranveersingh #delhidairies #mumbaidairies #delhi #mumbai #shahrukhkhan #salmankhan #kareenakapoor #SonakshiSinha #Bollywood #BollywoodStars #Beautiful #Gorgeous #norafatehi #bollywudin A post shared by Bollywud.IN (@bollywud.in) on Aug 2, 2019 at 6:11pm PDT हाल ही में तैमूर (Taimur Ali Khan) की वॉटर पार्क की कुछ तस्वीरें भी वायरल हुई थीं. इन तस्वीरों में वह अपनी मम्मी के साथ खूब मस्ती करते नजर आ रहे थे. बता दें फिलहाल एक्ट्रेस करीना कपूर अपनी अपकमिंग फिल्म 'अंग्रेजी मीडियम (Angrezi Medium)' की शूटिंग करके लंदन से वापस लौटी हैं. होमी अदजानिया क डायरेक्शन में बनी ये फिल्म इरफान खान की सुपरहिट फिल्म 'हिंदी मीडियम' का सीक्वल है. इस फिल्म में इरफान खान, करीना कपूर और राधिका मदान मुख्य भूमिका निभाते नजर आएंगे.
गडकरी विवाद से संघ ने खुद को किया अलग
भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी द्वारा संचालित कंपनियों को संदेहास्पद वित्तपोषण के आरोपों के बीच राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने इस पूरे विवाद से खुद को अलग कर लिया।
भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी द्वारा संचालित कंपनियों को संदेहास्पद वित्तपोषण के आरोपों के बीच राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने इस पूरे विवाद से खुद को अलग कर लिया। संघ ने कहा कि यदि कोई व्यक्ति या संगठन किसी अवैध गतिविधि में लिप्त है तो उसके खिलाफ निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और जो दोषी पाए जाएं, अवश्य दंडित हों। संघ ने कहा कि उसे गडकरी को लेकर चल रहे विवाद से कोई लेना-देना नहीं है। इस विवाद पर बयान जारी करते हुए संघ ने कहा कि वह संघ को इस विवाद में घसीटने के प्रयासों से दुखी हैं। संघ के सरकार्यवाह भय्याजी जोशी ने कहा कि हमें इन विवादों में संघ का नाम घसीटे जाने के प्रयासों से काफी अफसोस है। जोशी का यह बयान उन मीडिया खबरों के बाद आया है, जिनमें दावा किया गया है कि संघ गडकरी के बचाव की कोशिश कर रहा है। विवाद शुरू होने से पहले गडकरी का लगातार दूसरी बार भाजपा अध्यक्ष बनना तय समझा जा रहा था। इसके लिए पार्टी के विधान में संशोधन भी कर लिया गया है। जोशी ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में मीडिया कुछ नेताओं के निगमित मामलों में कुछ अनियमितताओं के आरोप लगा रहा है। इन आरोपों की ओर आम लोगों का काफी ध्यान आकृष्ट हुआ है।टिप्पणियां जोशी ने कहा कि जो आरोप लग रहे हैं, केवल मीडिया की ओर से आए हैं, अभी किसी अधिकृत एजेंसी को इन आरोपों की जांच करना बाकी है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि इन आरोपों को लेकर हो रही भाषणबाजी अधिकांशत: राजनीतिक हो गई है। संघ ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लडाई गैर राजनीतिक स्तर पर बिना किसी पक्षपात के होनी चाहिए। संघ ने कहा कि उसे गडकरी को लेकर चल रहे विवाद से कोई लेना-देना नहीं है। इस विवाद पर बयान जारी करते हुए संघ ने कहा कि वह संघ को इस विवाद में घसीटने के प्रयासों से दुखी हैं। संघ के सरकार्यवाह भय्याजी जोशी ने कहा कि हमें इन विवादों में संघ का नाम घसीटे जाने के प्रयासों से काफी अफसोस है। जोशी का यह बयान उन मीडिया खबरों के बाद आया है, जिनमें दावा किया गया है कि संघ गडकरी के बचाव की कोशिश कर रहा है। विवाद शुरू होने से पहले गडकरी का लगातार दूसरी बार भाजपा अध्यक्ष बनना तय समझा जा रहा था। इसके लिए पार्टी के विधान में संशोधन भी कर लिया गया है। जोशी ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में मीडिया कुछ नेताओं के निगमित मामलों में कुछ अनियमितताओं के आरोप लगा रहा है। इन आरोपों की ओर आम लोगों का काफी ध्यान आकृष्ट हुआ है।टिप्पणियां जोशी ने कहा कि जो आरोप लग रहे हैं, केवल मीडिया की ओर से आए हैं, अभी किसी अधिकृत एजेंसी को इन आरोपों की जांच करना बाकी है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि इन आरोपों को लेकर हो रही भाषणबाजी अधिकांशत: राजनीतिक हो गई है। संघ ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लडाई गैर राजनीतिक स्तर पर बिना किसी पक्षपात के होनी चाहिए। संघ के सरकार्यवाह भय्याजी जोशी ने कहा कि हमें इन विवादों में संघ का नाम घसीटे जाने के प्रयासों से काफी अफसोस है। जोशी का यह बयान उन मीडिया खबरों के बाद आया है, जिनमें दावा किया गया है कि संघ गडकरी के बचाव की कोशिश कर रहा है। विवाद शुरू होने से पहले गडकरी का लगातार दूसरी बार भाजपा अध्यक्ष बनना तय समझा जा रहा था। इसके लिए पार्टी के विधान में संशोधन भी कर लिया गया है। जोशी ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में मीडिया कुछ नेताओं के निगमित मामलों में कुछ अनियमितताओं के आरोप लगा रहा है। इन आरोपों की ओर आम लोगों का काफी ध्यान आकृष्ट हुआ है।टिप्पणियां जोशी ने कहा कि जो आरोप लग रहे हैं, केवल मीडिया की ओर से आए हैं, अभी किसी अधिकृत एजेंसी को इन आरोपों की जांच करना बाकी है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि इन आरोपों को लेकर हो रही भाषणबाजी अधिकांशत: राजनीतिक हो गई है। संघ ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लडाई गैर राजनीतिक स्तर पर बिना किसी पक्षपात के होनी चाहिए। जोशी का यह बयान उन मीडिया खबरों के बाद आया है, जिनमें दावा किया गया है कि संघ गडकरी के बचाव की कोशिश कर रहा है। विवाद शुरू होने से पहले गडकरी का लगातार दूसरी बार भाजपा अध्यक्ष बनना तय समझा जा रहा था। इसके लिए पार्टी के विधान में संशोधन भी कर लिया गया है। जोशी ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में मीडिया कुछ नेताओं के निगमित मामलों में कुछ अनियमितताओं के आरोप लगा रहा है। इन आरोपों की ओर आम लोगों का काफी ध्यान आकृष्ट हुआ है।टिप्पणियां जोशी ने कहा कि जो आरोप लग रहे हैं, केवल मीडिया की ओर से आए हैं, अभी किसी अधिकृत एजेंसी को इन आरोपों की जांच करना बाकी है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि इन आरोपों को लेकर हो रही भाषणबाजी अधिकांशत: राजनीतिक हो गई है। संघ ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लडाई गैर राजनीतिक स्तर पर बिना किसी पक्षपात के होनी चाहिए। विवाद शुरू होने से पहले गडकरी का लगातार दूसरी बार भाजपा अध्यक्ष बनना तय समझा जा रहा था। इसके लिए पार्टी के विधान में संशोधन भी कर लिया गया है। जोशी ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में मीडिया कुछ नेताओं के निगमित मामलों में कुछ अनियमितताओं के आरोप लगा रहा है। इन आरोपों की ओर आम लोगों का काफी ध्यान आकृष्ट हुआ है।टिप्पणियां जोशी ने कहा कि जो आरोप लग रहे हैं, केवल मीडिया की ओर से आए हैं, अभी किसी अधिकृत एजेंसी को इन आरोपों की जांच करना बाकी है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि इन आरोपों को लेकर हो रही भाषणबाजी अधिकांशत: राजनीतिक हो गई है। संघ ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लडाई गैर राजनीतिक स्तर पर बिना किसी पक्षपात के होनी चाहिए। जोशी ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में मीडिया कुछ नेताओं के निगमित मामलों में कुछ अनियमितताओं के आरोप लगा रहा है। इन आरोपों की ओर आम लोगों का काफी ध्यान आकृष्ट हुआ है।टिप्पणियां जोशी ने कहा कि जो आरोप लग रहे हैं, केवल मीडिया की ओर से आए हैं, अभी किसी अधिकृत एजेंसी को इन आरोपों की जांच करना बाकी है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि इन आरोपों को लेकर हो रही भाषणबाजी अधिकांशत: राजनीतिक हो गई है। संघ ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लडाई गैर राजनीतिक स्तर पर बिना किसी पक्षपात के होनी चाहिए। जोशी ने कहा कि जो आरोप लग रहे हैं, केवल मीडिया की ओर से आए हैं, अभी किसी अधिकृत एजेंसी को इन आरोपों की जांच करना बाकी है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि इन आरोपों को लेकर हो रही भाषणबाजी अधिकांशत: राजनीतिक हो गई है। संघ ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लडाई गैर राजनीतिक स्तर पर बिना किसी पक्षपात के होनी चाहिए। संघ ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लडाई गैर राजनीतिक स्तर पर बिना किसी पक्षपात के होनी चाहिए।
बुलंदशहर गैंगरेप मामला : आजम खान का बयान फिर बना राज्य सरकार के लिए मुसीबत, सुप्रीम कोर्ट से लगी फटकार
आजम खान के बयान और केस को दिल्ली ट्रांसफर करने की याचिका बुलंदशहर सामूहिक रेप केस मामले की सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई क्या ये संविधान द्वारा दिए गए बोलने के अधिकार की सीमा को पार करना नहीं
यूपी के मंत्री और वरिष्ठ समाजवादी पार्टी नेता आजम खान का एक और बयान राज्य सरकार के लिए मुसीबत बन गया. बुलंदशहर सामूहिक रेप केस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने आजम खान की टिप्पणियों के लिए यूपी सरकार को जोरदार फटकार लगाई. कोर्ट ने इसी के साथ मामले की सीबीआई जांच पर रोक लगा दी है. इलाहाबाद हाईकोर्ट ने मामले की सुनवाई करते हुए सीबीआई जांच के आदेश दिए थे. सुप्रीम कोर्ट इस मामले में पहले राज्य से बाहर सुनवाई की अपील पर फैसला लेगा. कोर्ट ने कहा, क्या प्रशासनिक स्तर पर बैठा या सरकार के अहम ओहदे पर बैठा व्यक्ति ये कह सकता है कि इस तरह की घटनाएं राजनीतिक साजिश के तहत होती हैं. जबकि घटना से व्यक्ति का कोई लेना-देना ना हो. क्या राज्य सरकार और कानून व्यवस्था को बरकरार रखने की जिम्मेदारी वाला शख्स ऐसे बयानों की अनुमति दे सकता है जिसका असर पीड़िता पर पड़ेगा और वो निष्पक्ष जांच में अपना विश्वास खो देगी. क्या ये संविधान द्वारा दिए गए बोलने के अधिकार की सीमा को पार करना नहीं है. आजम खान के बयान और केस को दिल्ली ट्रांसफर करने की याचिका पर यूपी सरकार को नोटिस दिया गया है. सुप्रीम कोर्ट ने तीन हफ्ते में राज्य सरकार से जवाब मांगा है. कोर्ट ने आजम खान के मुद्दे पर वरिष्ठ वकील फली नरीमन को एमिक्स क्यूरी बनाया है. टिप्पणियां पीड़िता की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट सुनवाई कर रहा है. पीड़ित मां-बेटी ने सुप्रीम कोर्ट से गुहार लगाई है कि मुकदमे को दिल्ली ट्रांसफर करने के साथ ही अपनी निगरानी में सीबीआई जांच कराए. साथ ही परिवार की सुरक्षा और नाबालिग पीड़िता की शिक्षा आदि का इंतजाम करने की मांग की है. याचिका में कहा गया है कि लापरवाह पुलिसकर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाए. पीड़ितों ने उत्तर प्रदेश के मंत्री आजम खान पर भी सवाल उठाए हैं जिसमें उन्होंने वारदात को राजनीतिक साजिश बताया था. कोर्ट ने कहा, क्या प्रशासनिक स्तर पर बैठा या सरकार के अहम ओहदे पर बैठा व्यक्ति ये कह सकता है कि इस तरह की घटनाएं राजनीतिक साजिश के तहत होती हैं. जबकि घटना से व्यक्ति का कोई लेना-देना ना हो. क्या राज्य सरकार और कानून व्यवस्था को बरकरार रखने की जिम्मेदारी वाला शख्स ऐसे बयानों की अनुमति दे सकता है जिसका असर पीड़िता पर पड़ेगा और वो निष्पक्ष जांच में अपना विश्वास खो देगी. क्या ये संविधान द्वारा दिए गए बोलने के अधिकार की सीमा को पार करना नहीं है. आजम खान के बयान और केस को दिल्ली ट्रांसफर करने की याचिका पर यूपी सरकार को नोटिस दिया गया है. सुप्रीम कोर्ट ने तीन हफ्ते में राज्य सरकार से जवाब मांगा है. कोर्ट ने आजम खान के मुद्दे पर वरिष्ठ वकील फली नरीमन को एमिक्स क्यूरी बनाया है. टिप्पणियां पीड़िता की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट सुनवाई कर रहा है. पीड़ित मां-बेटी ने सुप्रीम कोर्ट से गुहार लगाई है कि मुकदमे को दिल्ली ट्रांसफर करने के साथ ही अपनी निगरानी में सीबीआई जांच कराए. साथ ही परिवार की सुरक्षा और नाबालिग पीड़िता की शिक्षा आदि का इंतजाम करने की मांग की है. याचिका में कहा गया है कि लापरवाह पुलिसकर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाए. पीड़ितों ने उत्तर प्रदेश के मंत्री आजम खान पर भी सवाल उठाए हैं जिसमें उन्होंने वारदात को राजनीतिक साजिश बताया था. आजम खान के बयान और केस को दिल्ली ट्रांसफर करने की याचिका पर यूपी सरकार को नोटिस दिया गया है. सुप्रीम कोर्ट ने तीन हफ्ते में राज्य सरकार से जवाब मांगा है. कोर्ट ने आजम खान के मुद्दे पर वरिष्ठ वकील फली नरीमन को एमिक्स क्यूरी बनाया है. टिप्पणियां पीड़िता की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट सुनवाई कर रहा है. पीड़ित मां-बेटी ने सुप्रीम कोर्ट से गुहार लगाई है कि मुकदमे को दिल्ली ट्रांसफर करने के साथ ही अपनी निगरानी में सीबीआई जांच कराए. साथ ही परिवार की सुरक्षा और नाबालिग पीड़िता की शिक्षा आदि का इंतजाम करने की मांग की है. याचिका में कहा गया है कि लापरवाह पुलिसकर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाए. पीड़ितों ने उत्तर प्रदेश के मंत्री आजम खान पर भी सवाल उठाए हैं जिसमें उन्होंने वारदात को राजनीतिक साजिश बताया था. पीड़िता की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट सुनवाई कर रहा है. पीड़ित मां-बेटी ने सुप्रीम कोर्ट से गुहार लगाई है कि मुकदमे को दिल्ली ट्रांसफर करने के साथ ही अपनी निगरानी में सीबीआई जांच कराए. साथ ही परिवार की सुरक्षा और नाबालिग पीड़िता की शिक्षा आदि का इंतजाम करने की मांग की है. याचिका में कहा गया है कि लापरवाह पुलिसकर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाए. पीड़ितों ने उत्तर प्रदेश के मंत्री आजम खान पर भी सवाल उठाए हैं जिसमें उन्होंने वारदात को राजनीतिक साजिश बताया था. पीड़ितों ने उत्तर प्रदेश के मंत्री आजम खान पर भी सवाल उठाए हैं जिसमें उन्होंने वारदात को राजनीतिक साजिश बताया था.
बीजेपी नेता ने रैली में दी कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को गाली, VIDEO हो रहा वायरल
हिमाचल प्रदेश बीजेपी के अध्यक्ष हैं सतपाल सिंह सत्ती रैली के दौरान राहुल गांधी के लिए अभद्र भाषा का इस्तेमाल सोशल मीडिया पर सत्ती का वीडियो हो रहा वायरल
हिमाचल प्रदेश के बीजेपी अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती (Satpal Singh Satti) का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वो कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते नज़र आ रहे हैं. ये वीडियो रविवार का है जब सोलन में पार्टी के उम्मीदवार के लिए प्रचार करते वक़्त उन्होंने अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया. सतपाल सिंह सत्ती ने पहले तो राहुल गांधी और उनके परिवार को ज़मानती बताया और कहा कि जो ख़ुद जमानत पर हो वो प्रधानमंत्री को चोर कैसे कह सकता है. इसके बाद उन्होंने सोशल मीडियो पर कथित तौर पर किसी शख़्स की टिप्पणी को पढ़ा जिसमें राहुल गांधी के लिए गाली का इस्तेमाल किया गया है.   गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव जैसे-जैसे आगे बढ़ रहा है, नेताओं के बीच बदजुबानी भी बढ़ गई है. रामपुर से समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार आजम खान ने जयाप्रदा को लेकर अभद्र टिप्पणी की थी. उन्होंने अपने बयान पर स्पष्टिकरण देते हुए कहा कि उन्होंने फिल्म अभिनेत्री और बीजेपी उम्मीदवार जयाप्रदा के खिलाफ किसी तरह की आपत्तिजनक टिप्पणी नहीं की है. हालांकि उनके बयान पर विवाद बढ़ गया है और एफआईआर दर्ज हो गई है. दूसरी तरफ, जयाप्रदा ने बसपा (BSP) प्रमुख मायावती से मदद की अपील की है. जयाप्रदा ने कहा कि मैं मायावती (Mayawati) से अपील करती हूं कि मेरी मदद कीजिए और मेरे लिए आवाज उठाएं.   साथ ही जयाप्रदा (Jaya Prada) ने कहा कि मैं मायावती से अपील करती हूं कि समाजवादी पार्टी से समर्थन वापस लें. बता दें, आजम खान ने रविवार को जनसभा के दौरान कहा था, 'जिसको हम ऊंगली पकड़कर रामपुर लाए, आपने 10 साल जिससे अपना प्रतिनिधित्व कराया... उनकी असलियत समझने में आपको 17 बरस लगे, मैं 17 दिन में पहचान गया कि इनके नीचे का अंडरवियर खाकी रंग का है.' हालांकि, उन्होंने इस बयान में जयाप्रदा का नाम नहीं लिया था. लेकिन उनका इशारा जयाप्रदा की तरफ ही समझा रहा है.
गुजरात सरकार ने 57 IPS और राज्य पुलिस सेवा के 4 अधिकारियों के तबादले किए
गुजरात सरकार ने 57 आपीएस ऑफिसर के तबादले किए राज्य पुलिस सेवा के चार अधिकारियों के भी तबादले किए गए इस वर्ष के अंत में यहां विधानसभा चुनाव होने हैं
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
कपिल शर्मा की Biopic के लिए हो जाएं तैयार, ये एक्टर निभा सकता है मशहूर कॉमेडियन का किरदार
कपिल शर्मा की फिरंगी रही थी फ्लॉप अब बायोपिक बनने की चल रही है चर्चा इस एक्टर को मिल सकता है रोल
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Student Of The Year 2 Box Office Collection Day 2: टाइगर, तारा और अनन्या की फिल्म को मिली अच्छी शुरुआत, कमाए इतने करोड़
स्टारकिड्स की फिल्म को मिली अच्छी शुरुआत साल की 5वीं अच्छी ओपनिंग वाली फिल्म मिली फिल्म को बड़े शहरों में मिल रहा है अच्छा रिस्पॉन्स
पहले दो दिनों में फिल्म  स्टूडेंट ऑफ द ईयर-2 (Student of The Year 2) का कलेक्शन बड़े शहरों में तो अच्छा रहा लेकिन छोटे शहरों में इसका कलेक्शन कम ही देखने को मिला. खासकर उन शहरों में जहां या तो मल्टीप्लेक्स नहीं हैं या फिर इनकी संख्या कम है. बॉक्स ऑफिस इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक  स्टूडेंट ऑफ द ईयर-2 (Student of The Year 2) पहले हफ्ते में 40 करोड़ की कमाई कर सकती है. पहले दिन फिल्म की कमाई ने इसे 2019 की पांचवी सबसे अच्छी ओपनिंग में शुमार करवा दिया.इस साल आई फिल्मों में कलंक को 21.60 करोड़, केसरी को 21.06 करोड़, गली बॉय 19.40 करोड़ और टोटल धमाल ने 16.50 करोड़ का कारोबार पहले दिन किया.  Top *Day 1* biz - 2019... 1. #Kalank ₹ 21.60 cr [Wed] 2. #Kesari ₹ 21.06 cr [Thu] 3. #GullyBoy ₹ 19.40 cr [Thu] 4. #TotalDhamaal ₹ 16.50 cr 5. #SOTY2 ₹ 12.06 cr Note: HINDI films. ₹ 10 cr+ openers included in the list. India biz. वहीं  स्टूडेंट ऑफ द ईयर-2 (Student of The Year 2) के हीरो टाइगर श्रॉफ (Tiger Shroff) की बात करें तो यह फिल्म टाइगर के करियर की छठी फिल्म है. उनके करियर की यह दूसरी सबसे अच्छी ओपनिंग वाली फिल्म बन गई. टाइगर श्रॉफ के करियर की बागी 2 फिल्म को सबसे अच्छी ओपनिंग मिली थी. बागी 2 ने पहले दिन 25 .10 करोड़ की कमाई की थी. इसके बाद स्टूडेंट ऑफ द ईयर-2 (Student of The Year 2)ने 12.06 करोड़, बागी 11.94 करोड़, फ्लाइंग जट 7.10 करोड़, मुन्ना माइकल 6.55 करोड़, हीरोपंति 6.63 करोड़. यह टाइगर श्रॉफ की फिल्मों की पहले दिन की कमाई है.  Tiger Shroff versus Tiger Shroff... *Day 1* biz... 2018: #Baaghi2 ₹ 25.10 cr 2019: #SOTY2 ₹ 12.06 cr 2016: #Baaghi ₹ 11.94 cr 2016: #AFlyingJatt ₹ 7.10 cr [Thu] 2017: #MunnaMichael ₹ 6.65 cr 2014: #Heropanti ₹ 6.63 cr India biz. बता दें कि धर्मा प्रोडक्शन की यह रोमांटिक ड्रामा फिल्म 'स्टूडेंट ऑफ द ईयर-2' (Student of the Year 2) को लेकर दर्शकों में काफी एक्साइटमेंट देखा गया था. फिल्म के ट्रेलर को भी अच्छा रिस्पॉन्स मिला था. फिल्म में अनन्या पांडे (Ananya Pandey) और तारा सुतारिया (Tara Sutaria) बॉलीवुड डेब्यू कर रही हैं जो फिल्म में काफी ग्लैमरस अंदाज में नजर आ रही हैं जबकि टाइगर (Tiger Shroff) एक साधारण परिवार वाले लड़के का किरदार निभा रहे हैं, लिहाजा फिल्म में वो काफी रफ एंड टफ लुक में नजर आ रहे हैं. जानकारी के लिए बता दें कि 'स्टूडेंट ऑफ द ईयर-2' (Student of the Year 2) डायरेक्टर करण जौहर की 2012 में आई फिल्म 'स्टूडेंट ऑफ द ईयर की सीक्वल है. पहली फिल्म में आलिया भट्ट (Alia Bhatt), वरुण धवन (Varun Dhawan) और सिद्धार्थ मल्होत्रा (Sidharth Malhotra) ने बॉलीवुड में डेब्यू किया था.
उत्तर कोरिया से निपटने के लिए अमेरिका ने कसी कमर, बनाई यह नई योजना
माइक पोम्पियो हैं सीआइए के निदेशक. एक अनुभवी अधिकारी नया सहायक निदेशक चुना गया है. चुनौतियों से निपटने के लिए, क्षमताओं और प्राधिकारियों का होगा उपयोग.
अमेरिका की खुफिया एजेंसी सीआईए ने उत्तर कोरिया की ओर से संभावित परमाणु और बैलिस्टिक मिसाइल खतरे पर नजर रखने के लिए एक विशेष इकाई का गठन किया है.टिप्पणियां सीआईए निदेशक माइक पोम्पियो ने बुधवार को कहा कि उत्तर कोरिया शासन की ओर से पेश की जा रही चुनौतियों से निपटने में कोरिया मिशन सेंटर एजेंसी की सामग्री संसाधन, क्षमताओं और प्राधिकारियों का उपयोग करेगा. उन्होंने कहा, ' कोरिया मिशन सेंटर की स्थापना करने से उत्तर कोरिया की तरफ से अमेरिका और उसके सहयोगियों के लिए उत्पन्न हो रहे गंभीर खतरों से निपटने में सीआईए के प्रयासों को अधिक उद्देश्यपूर्ण रूप से एकीकृत करने में मदद मिलेगी.' एक अधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि सीआईए के अभियानों से जुड़े एक अनुभवी अधिकारी को कोरिया मामलों पर नजर रखने के लिए नया सहायक निदेशक चुना गया है. वह मिशन सेंटर का प्रभारी होगा. सीआईए निदेशक माइक पोम्पियो ने बुधवार को कहा कि उत्तर कोरिया शासन की ओर से पेश की जा रही चुनौतियों से निपटने में कोरिया मिशन सेंटर एजेंसी की सामग्री संसाधन, क्षमताओं और प्राधिकारियों का उपयोग करेगा. उन्होंने कहा, ' कोरिया मिशन सेंटर की स्थापना करने से उत्तर कोरिया की तरफ से अमेरिका और उसके सहयोगियों के लिए उत्पन्न हो रहे गंभीर खतरों से निपटने में सीआईए के प्रयासों को अधिक उद्देश्यपूर्ण रूप से एकीकृत करने में मदद मिलेगी.' एक अधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि सीआईए के अभियानों से जुड़े एक अनुभवी अधिकारी को कोरिया मामलों पर नजर रखने के लिए नया सहायक निदेशक चुना गया है. वह मिशन सेंटर का प्रभारी होगा. उन्होंने कहा, ' कोरिया मिशन सेंटर की स्थापना करने से उत्तर कोरिया की तरफ से अमेरिका और उसके सहयोगियों के लिए उत्पन्न हो रहे गंभीर खतरों से निपटने में सीआईए के प्रयासों को अधिक उद्देश्यपूर्ण रूप से एकीकृत करने में मदद मिलेगी.' एक अधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि सीआईए के अभियानों से जुड़े एक अनुभवी अधिकारी को कोरिया मामलों पर नजर रखने के लिए नया सहायक निदेशक चुना गया है. वह मिशन सेंटर का प्रभारी होगा.
VIDEO: पेट्रोल पंप पर लगी आग तो लोगों को बचाने के लिए जलता ट्रक लेकर भागा ड्राइवर
ट्रक ड्राइवर ने लोगों की जान बचाने के लिए जलता ट्रक चलाया. ये हादसा मध्यप्रदेश के नरसिंघपुर में हुआ. 25 मार्च को ये हादसा रात के समय हुआ.
#WATCH A petrol tanker caught fire while it was being emptied at a petrol pump in MP's Narsinghpur. In an attempt to save lives, the truck driver drove the burning truck to a location away from the petrol pump. Truck driver suffered burns, admitted to hospital (25 March) pic.twitter.com/YBchJ5YsZh