headline
stringlengths
18
150
summary
stringlengths
7
255
article
stringlengths
1
185k
फ़िल्म अभिनेता प्राण का मुंबई में निधन
फिल्म अभिनेता प्राण का निधन हो गया है। वह 93 साल के थे। लीलावती अस्पताल में रात नौ बजे उन्होंने आखिरी सांस ली। बीते पांच महीने से वह बीमार थे।
प्रख्यात चरित्र अभिनेता प्राण का शुक्रवार को निधन हो गया। अस्वस्थ प्राण को लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां उन्होंने रात 8.30 बजे अंतिम सांस ली। वह 93 वर्ष के थे। प्राण के बेटे सुनील ने कहा, "लीलावती अस्पताल में रात 8.30 बजे उनका निधन हो गया। उनका अंतिम संस्कार शनिवार को दोपहर 12 बजे किया जाएगा।" प्राण ने 40 के दशक में अपना फिल्मी करियर शुरू किया था। शुरुआत की कुछ फिल्मों में उन्होंने नायक की भूमिका निभाई लेकिन उन्हें पहचान मिली खलनायक की भूमिका से। उन्होंने प्रमुख रूप से जिद्दी, बड़ी बहन, उपकार, जंजीर, डॉन, अमर अकबर एंथनी और शराबी जैसी फिल्मों में अपने अभिनय का लोहा मनवाया।टिप्पणियां प्राण को इसी साल दादा साहब फाल्के पुरस्कार से नवाज़ा गया था। फ़िल्मों में कैरेक्टर आर्टिस्ट से लेकर नेगेटिव किरदार तक उन्होंने निभाए। 1967, 1969 और 1972 में बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर का फ़िल्मफ़ेयर अवार्ड मिला। उन्होंने 350 से ज्यादा फ़िल्मों में काम किया। प्राण के बेटे सुनील ने कहा, "लीलावती अस्पताल में रात 8.30 बजे उनका निधन हो गया। उनका अंतिम संस्कार शनिवार को दोपहर 12 बजे किया जाएगा।" प्राण ने 40 के दशक में अपना फिल्मी करियर शुरू किया था। शुरुआत की कुछ फिल्मों में उन्होंने नायक की भूमिका निभाई लेकिन उन्हें पहचान मिली खलनायक की भूमिका से। उन्होंने प्रमुख रूप से जिद्दी, बड़ी बहन, उपकार, जंजीर, डॉन, अमर अकबर एंथनी और शराबी जैसी फिल्मों में अपने अभिनय का लोहा मनवाया।टिप्पणियां प्राण को इसी साल दादा साहब फाल्के पुरस्कार से नवाज़ा गया था। फ़िल्मों में कैरेक्टर आर्टिस्ट से लेकर नेगेटिव किरदार तक उन्होंने निभाए। 1967, 1969 और 1972 में बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर का फ़िल्मफ़ेयर अवार्ड मिला। उन्होंने 350 से ज्यादा फ़िल्मों में काम किया। प्राण ने 40 के दशक में अपना फिल्मी करियर शुरू किया था। शुरुआत की कुछ फिल्मों में उन्होंने नायक की भूमिका निभाई लेकिन उन्हें पहचान मिली खलनायक की भूमिका से। उन्होंने प्रमुख रूप से जिद्दी, बड़ी बहन, उपकार, जंजीर, डॉन, अमर अकबर एंथनी और शराबी जैसी फिल्मों में अपने अभिनय का लोहा मनवाया।टिप्पणियां प्राण को इसी साल दादा साहब फाल्के पुरस्कार से नवाज़ा गया था। फ़िल्मों में कैरेक्टर आर्टिस्ट से लेकर नेगेटिव किरदार तक उन्होंने निभाए। 1967, 1969 और 1972 में बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर का फ़िल्मफ़ेयर अवार्ड मिला। उन्होंने 350 से ज्यादा फ़िल्मों में काम किया। प्राण को इसी साल दादा साहब फाल्के पुरस्कार से नवाज़ा गया था। फ़िल्मों में कैरेक्टर आर्टिस्ट से लेकर नेगेटिव किरदार तक उन्होंने निभाए। 1967, 1969 और 1972 में बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर का फ़िल्मफ़ेयर अवार्ड मिला। उन्होंने 350 से ज्यादा फ़िल्मों में काम किया। 1967, 1969 और 1972 में बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर का फ़िल्मफ़ेयर अवार्ड मिला। उन्होंने 350 से ज्यादा फ़िल्मों में काम किया।
वसीम जाफर के भतीजे ने खेली 473 रनों की मैराथन पारी
वसीम जाफर के भतीजे अरमान ने गुरुवार को रिज़वी स्प्रिंगफील्ड की ओर से खेलते हुए 437 मिनट की पारी में 359 गेंदों का सामना कर 65 चौकों और 16 छक्कों की मदद से 473 रन ठोके।
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज और मुंबई के लिए घरेलू क्रिकेट में लम्बे समय से रन-मशीन कहे जाते रहे वसीम जाफर के खानदान में एक और चमत्कारी बल्लेबाज भी है, जिसने गुरुवार को हैरिस शील्ड इंटर-स्कूल टूर्नामेंट में 473 रनों की पहाड़ जैसी पारी खेली, जो अब इस प्रतियोगिता का उच्चतम स्कोर है। वसीम जाफर के भतीजे अरमान ने गुरुवार को माटुंगा जिमखाना मैदान पर अपने स्कूल रिज़वी स्प्रिंगफील्ड की ओर से आईईएस वीएन सुले गुरुजी स्कूल के खिलाफ खेलते हुए 437 मिनट तक क्रीज़ पर टिके रहकर 359 गेंदों का सामना किया, और 65 चौकों और 16 छक्कों की मदद से 473 रन ठोके।टिप्पणियां 14-वर्षीय अरमान ने हेराम्ब परब की गेंद पर आउट होने के बाद थोड़ी-सी नाखुशी भी जताई कि वह 500 का आंकड़ा नहीं छू पाया, लेकिन कहा कि पिछला रिकॉर्ड तोड़कर अच्छा लग रहा है। अरमान जाफर के मुताबिक बल्लेबाजी करते वक्त उसे रनों और रिकॉर्ड का ध्यान नहीं आया था, और वह अपने खेल का पूरा मज़ा ले रहा था। हैरिस शील्ड टूर्नामेंट में इससे पहले सर्वाधिक रन बनाने का रिकॉर्ड सरफराज खान के नाम दर्ज था, जिसने नवम्बर, 2009 में रिज़वी स्प्रिंगफील्ड की ओर से खेलते हुए ही 439 रन बनाए थे। उससे भी पहले यह रिकॉर्ड अरमान के चाचा वसीम जाफर के ही नाम पर था, जिन्होंने 1992-93 में अंजुमन-ए-इस्लाम की ओर से मारवाड़ी विद्यालय के खिलाफ खेलते हुए नाबाद 400 रन बनाए थे। वैसे अरमान जाफर को शुरू से ही लम्बी पारियां खेलने के लिए जाना जाता है, और उसने वर्ष 2010 में गाइल्स शील्ड टूर्नामेंट के दौरान राजा शिवाजी स्कूल की ओर से बल्लेबाजी करते हुए 498 रन की पारी खेली थी। वसीम जाफर के भतीजे अरमान ने गुरुवार को माटुंगा जिमखाना मैदान पर अपने स्कूल रिज़वी स्प्रिंगफील्ड की ओर से आईईएस वीएन सुले गुरुजी स्कूल के खिलाफ खेलते हुए 437 मिनट तक क्रीज़ पर टिके रहकर 359 गेंदों का सामना किया, और 65 चौकों और 16 छक्कों की मदद से 473 रन ठोके।टिप्पणियां 14-वर्षीय अरमान ने हेराम्ब परब की गेंद पर आउट होने के बाद थोड़ी-सी नाखुशी भी जताई कि वह 500 का आंकड़ा नहीं छू पाया, लेकिन कहा कि पिछला रिकॉर्ड तोड़कर अच्छा लग रहा है। अरमान जाफर के मुताबिक बल्लेबाजी करते वक्त उसे रनों और रिकॉर्ड का ध्यान नहीं आया था, और वह अपने खेल का पूरा मज़ा ले रहा था। हैरिस शील्ड टूर्नामेंट में इससे पहले सर्वाधिक रन बनाने का रिकॉर्ड सरफराज खान के नाम दर्ज था, जिसने नवम्बर, 2009 में रिज़वी स्प्रिंगफील्ड की ओर से खेलते हुए ही 439 रन बनाए थे। उससे भी पहले यह रिकॉर्ड अरमान के चाचा वसीम जाफर के ही नाम पर था, जिन्होंने 1992-93 में अंजुमन-ए-इस्लाम की ओर से मारवाड़ी विद्यालय के खिलाफ खेलते हुए नाबाद 400 रन बनाए थे। वैसे अरमान जाफर को शुरू से ही लम्बी पारियां खेलने के लिए जाना जाता है, और उसने वर्ष 2010 में गाइल्स शील्ड टूर्नामेंट के दौरान राजा शिवाजी स्कूल की ओर से बल्लेबाजी करते हुए 498 रन की पारी खेली थी। 14-वर्षीय अरमान ने हेराम्ब परब की गेंद पर आउट होने के बाद थोड़ी-सी नाखुशी भी जताई कि वह 500 का आंकड़ा नहीं छू पाया, लेकिन कहा कि पिछला रिकॉर्ड तोड़कर अच्छा लग रहा है। अरमान जाफर के मुताबिक बल्लेबाजी करते वक्त उसे रनों और रिकॉर्ड का ध्यान नहीं आया था, और वह अपने खेल का पूरा मज़ा ले रहा था। हैरिस शील्ड टूर्नामेंट में इससे पहले सर्वाधिक रन बनाने का रिकॉर्ड सरफराज खान के नाम दर्ज था, जिसने नवम्बर, 2009 में रिज़वी स्प्रिंगफील्ड की ओर से खेलते हुए ही 439 रन बनाए थे। उससे भी पहले यह रिकॉर्ड अरमान के चाचा वसीम जाफर के ही नाम पर था, जिन्होंने 1992-93 में अंजुमन-ए-इस्लाम की ओर से मारवाड़ी विद्यालय के खिलाफ खेलते हुए नाबाद 400 रन बनाए थे। वैसे अरमान जाफर को शुरू से ही लम्बी पारियां खेलने के लिए जाना जाता है, और उसने वर्ष 2010 में गाइल्स शील्ड टूर्नामेंट के दौरान राजा शिवाजी स्कूल की ओर से बल्लेबाजी करते हुए 498 रन की पारी खेली थी। वैसे अरमान जाफर को शुरू से ही लम्बी पारियां खेलने के लिए जाना जाता है, और उसने वर्ष 2010 में गाइल्स शील्ड टूर्नामेंट के दौरान राजा शिवाजी स्कूल की ओर से बल्लेबाजी करते हुए 498 रन की पारी खेली थी।
फेडरर सातवीं बार बने विंबलडन चैंपियन
टेनिस के बादशाह रोजर फेडरर ने बेहद रोमांचक मुकाबले में एंडी मरे और लाखों ब्रिटिशवासियों का दिल तोड़कर सातवीं बार विंबलडन खिताब जीतने के साथ ही पीट संप्रास और विलियम रेनशा के रिकॉर्ड की बराबरी की।
टेनिस के बादशाह रोजर फेडरर ने बेहद रोमांचक मुकाबले में एंडी मरे और लाखों ब्रिटिशवासियों का दिल तोड़कर सातवीं बार विंबलडन खिताब जीतने के साथ ही पीट संप्रास और विलियम रेनशा के रिकॉर्ड की बराबरी की। स्विट्जरलैंड के तीसरी वरीयता प्राप्त फेडरर ने फाइनल में ब्रिटेन के चौथी वरीय र्मे को 4-6, 7-5, 6-3, 6-4 से हराया। यह उनका विंबलडन में सातवां और कुल 17वां ग्रैंडस्लैम खिताब है। ब्रिटेन के रेनशा ने 1881 से 1889 तक जबकि संप्रास ने 1193 से 2000 तक विंबलडन में परचम लहराया। फेडरर ने यहां अपना पहला खिताब 2005 में जीता था और इसके बाद उन्होंने यहां लगातार पांच खिताब जीतने का रिकार्ड बनाया था।टिप्पणियां मरे 1936 के बाद विंबलडन का खिताब जीतने वाले पहले ब्रिटिश खिलाड़ी बनने की कवायद में थे लेकिन फेडरर के अनुभव के सामने उनका इंतजार बढ़ गया। ब्रिटेन की तरफ से आखिरी बार फ्रेड पैरी ने विंबलडन खिताब जीता था। फेडरर को खिताब जीतने पर 11 लाख 50 हजार पौंड की पुरस्कार राशि मिली जबकि मरे को पांच लाख 75 हजार पौंड से ही संतोष करना पड़ा। स्विट्जरलैंड के तीसरी वरीयता प्राप्त फेडरर ने फाइनल में ब्रिटेन के चौथी वरीय र्मे को 4-6, 7-5, 6-3, 6-4 से हराया। यह उनका विंबलडन में सातवां और कुल 17वां ग्रैंडस्लैम खिताब है। ब्रिटेन के रेनशा ने 1881 से 1889 तक जबकि संप्रास ने 1193 से 2000 तक विंबलडन में परचम लहराया। फेडरर ने यहां अपना पहला खिताब 2005 में जीता था और इसके बाद उन्होंने यहां लगातार पांच खिताब जीतने का रिकार्ड बनाया था।टिप्पणियां मरे 1936 के बाद विंबलडन का खिताब जीतने वाले पहले ब्रिटिश खिलाड़ी बनने की कवायद में थे लेकिन फेडरर के अनुभव के सामने उनका इंतजार बढ़ गया। ब्रिटेन की तरफ से आखिरी बार फ्रेड पैरी ने विंबलडन खिताब जीता था। फेडरर को खिताब जीतने पर 11 लाख 50 हजार पौंड की पुरस्कार राशि मिली जबकि मरे को पांच लाख 75 हजार पौंड से ही संतोष करना पड़ा। ब्रिटेन के रेनशा ने 1881 से 1889 तक जबकि संप्रास ने 1193 से 2000 तक विंबलडन में परचम लहराया। फेडरर ने यहां अपना पहला खिताब 2005 में जीता था और इसके बाद उन्होंने यहां लगातार पांच खिताब जीतने का रिकार्ड बनाया था।टिप्पणियां मरे 1936 के बाद विंबलडन का खिताब जीतने वाले पहले ब्रिटिश खिलाड़ी बनने की कवायद में थे लेकिन फेडरर के अनुभव के सामने उनका इंतजार बढ़ गया। ब्रिटेन की तरफ से आखिरी बार फ्रेड पैरी ने विंबलडन खिताब जीता था। फेडरर को खिताब जीतने पर 11 लाख 50 हजार पौंड की पुरस्कार राशि मिली जबकि मरे को पांच लाख 75 हजार पौंड से ही संतोष करना पड़ा। मरे 1936 के बाद विंबलडन का खिताब जीतने वाले पहले ब्रिटिश खिलाड़ी बनने की कवायद में थे लेकिन फेडरर के अनुभव के सामने उनका इंतजार बढ़ गया। ब्रिटेन की तरफ से आखिरी बार फ्रेड पैरी ने विंबलडन खिताब जीता था। फेडरर को खिताब जीतने पर 11 लाख 50 हजार पौंड की पुरस्कार राशि मिली जबकि मरे को पांच लाख 75 हजार पौंड से ही संतोष करना पड़ा। फेडरर को खिताब जीतने पर 11 लाख 50 हजार पौंड की पुरस्कार राशि मिली जबकि मरे को पांच लाख 75 हजार पौंड से ही संतोष करना पड़ा।
दिल्ली में आंधी के साथ तेज बौछारें, मौसम हुआ खुशनुमा
तेज हवाओं और गहरे बादलों के चलते रोशनी कम महसूस की गई। इससे दैनिक यातायात प्रभावित हुआ। शहर के कई स्थानों पर ट्रैफिक जाम दिखा।
दिल्ली में गर्मी की पहली तेज आंधी और हल्की बूंदाबांदी से माहौल खुशनुमा सा हो गया। पिछले कई दिनों से महसूस हो रही गर्मी से अब थोड़ा निजात मिलने की संभावना है।टिप्पणियां तेज हवाओं और गहरे बादलों के चलते रोशनी कम महसूस की गई। इससे दैनिक यातायात प्रभावित हुआ। शहर के कई स्थानों पर ट्रैफिक जाम दिखा। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ में पैदा होने वाली गड़बड़ी की वजह से मौसम में यह परिवर्तन हुआ है। पिछले कई दिनों से महसूस हो रही गर्मी से अब थोड़ा निजात मिलने की संभावना है।टिप्पणियां तेज हवाओं और गहरे बादलों के चलते रोशनी कम महसूस की गई। इससे दैनिक यातायात प्रभावित हुआ। शहर के कई स्थानों पर ट्रैफिक जाम दिखा। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ में पैदा होने वाली गड़बड़ी की वजह से मौसम में यह परिवर्तन हुआ है। तेज हवाओं और गहरे बादलों के चलते रोशनी कम महसूस की गई। इससे दैनिक यातायात प्रभावित हुआ। शहर के कई स्थानों पर ट्रैफिक जाम दिखा। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ में पैदा होने वाली गड़बड़ी की वजह से मौसम में यह परिवर्तन हुआ है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ में पैदा होने वाली गड़बड़ी की वजह से मौसम में यह परिवर्तन हुआ है।
टी20 रैंकिंग: बल्‍लेबाजी में विराट कोहली को कोई चुनौती नहीं, टीम रैंकिंग में भारत दूसरे नंबर पर
बल्‍लेबाजी की रैंकिंग में विराट कोहली टॉप पर हैं ऑस्‍ट्रेलिया के फिंच दूसरे और मैक्‍सवेल तीसरे स्‍थान पर गेंदबाजों की रैंकिंग में बुमराह दूसरे स्‍थान पर काबिज
वनडे रैंकिंग में टीम इंडिया के कप्‍तान विराट कोहली भले ही ऑस्‍ट्रेलिया के डेविड वॉर्नर और दक्षिण अफ्रीका के एबी डिविलियर्स से पिछड़कर तीसरे स्‍थान पर हों, लेकिन टी20 में फिलहाल कोई उन्‍हें चुनौती देने की स्थिति में नहीं है. यह स्थिति तब है जब इंग्‍लैंड के खिलाफ टी20 सीरीज में विराट कोहली का प्रदर्शन औसत ही रहा है. विराट ने पहले टी20 में 20, दूसरे में 21 और तीसरे टी20 में केवल 2 रन बनाए थे. इस प्रदर्शन के बावजूद कोहली ने आईसीसी टी20 बल्लेबाजों की रैंकिंग में शीर्ष स्थान बरकरार रखा है. टी20 की टीम रैंकिंग में भारत ने अपनी स्थिति सुधारी है और इंग्‍लैंड से सीरीज जीतने के बाद टीम इंडिया इस रैंकिंग में दूसरे स्थान पर पहुंच गई है.टिप्पणियां टी20 की बैटिंग रैंकिंग पर नजर डालें तो विराट कोहली दूसरे स्थान पर काबिज ऑस्ट्रेलिया के एरोन फिंच से 28 अंक आगे हैं जबकि ऑस्ट्रेलिया के ही आक्रामक बल्‍लेबाज ग्लेन मैक्सवेल तीसरे स्थान पर हैं. न्‍यूजीलैंड के कप्‍तान केन विलियम्‍सन 758 अंकों के साथ इस रैंकिंग में चौथे स्‍थान पर हैं. गौरतलब है कि कोहली टेस्‍ट, वनडे और टी20, तीनों की ही बल्‍लेबाजी रैंकिंग में टॉप 3 में स्‍थान बनाए हुए हैं. टेस्ट रैंकिंग में वे दूसरे और वनडे में तीसरे स्थान पर हैं. इन सभी फॉर्मेट में टॉप3 में काबिज वे इकलौते भारतीय बल्‍लेबाज हैं. टी20 की गेंदबाजों की रैंकिंग में भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह  दूसरे स्थान पर हैं जबकि इमरान ताहिर उनसे चार अंक पीछे हैं. इंग्‍लैंड के खिलाफ टी20 सीरीज में नहीं खेले ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन सूची में आठवें स्थान पर हैं जबकि बाएं हाथ के तेज गेंदबाज आशीष नेहरा को 24वां स्‍थान हासिल हुआ है. बेंगलुरू टी20 में छह विकेट लेकर टीम इंडिया की जीत में अहम योगदान देने वाले युजवेंद्र चहल अब 92 पायदान चढकर 86वें स्थान पर पहुंच गए हैं. टी20 की बैटिंग रैंकिंग पर नजर डालें तो विराट कोहली दूसरे स्थान पर काबिज ऑस्ट्रेलिया के एरोन फिंच से 28 अंक आगे हैं जबकि ऑस्ट्रेलिया के ही आक्रामक बल्‍लेबाज ग्लेन मैक्सवेल तीसरे स्थान पर हैं. न्‍यूजीलैंड के कप्‍तान केन विलियम्‍सन 758 अंकों के साथ इस रैंकिंग में चौथे स्‍थान पर हैं. गौरतलब है कि कोहली टेस्‍ट, वनडे और टी20, तीनों की ही बल्‍लेबाजी रैंकिंग में टॉप 3 में स्‍थान बनाए हुए हैं. टेस्ट रैंकिंग में वे दूसरे और वनडे में तीसरे स्थान पर हैं. इन सभी फॉर्मेट में टॉप3 में काबिज वे इकलौते भारतीय बल्‍लेबाज हैं. टी20 की गेंदबाजों की रैंकिंग में भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह  दूसरे स्थान पर हैं जबकि इमरान ताहिर उनसे चार अंक पीछे हैं. इंग्‍लैंड के खिलाफ टी20 सीरीज में नहीं खेले ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन सूची में आठवें स्थान पर हैं जबकि बाएं हाथ के तेज गेंदबाज आशीष नेहरा को 24वां स्‍थान हासिल हुआ है. बेंगलुरू टी20 में छह विकेट लेकर टीम इंडिया की जीत में अहम योगदान देने वाले युजवेंद्र चहल अब 92 पायदान चढकर 86वें स्थान पर पहुंच गए हैं. टी20 की गेंदबाजों की रैंकिंग में भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह  दूसरे स्थान पर हैं जबकि इमरान ताहिर उनसे चार अंक पीछे हैं. इंग्‍लैंड के खिलाफ टी20 सीरीज में नहीं खेले ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन सूची में आठवें स्थान पर हैं जबकि बाएं हाथ के तेज गेंदबाज आशीष नेहरा को 24वां स्‍थान हासिल हुआ है. बेंगलुरू टी20 में छह विकेट लेकर टीम इंडिया की जीत में अहम योगदान देने वाले युजवेंद्र चहल अब 92 पायदान चढकर 86वें स्थान पर पहुंच गए हैं.
पिच विवाद : क्यूरेटर प्रबीर मुखर्जी को जगमोहन डालमिया ने मनाया
ईडन गार्डन्स के पिच क्यूरेटर प्रबीर मुखर्जी मान गए हैं। उन्होंने बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष जगमोहन डालमिया से मुलाकात की और दोनों के बीच करीब एक घंटे बात हुई। इसके बाद जगमोहन डालमिया ने कहा कि प्रबीर हमारे साथ बने रहेंगे, इसमें बदलाव की कोई जरूरत न
ईडन गार्डन्स के पिच क्यूरेटर प्रबीर मुखर्जी मान गए हैं। उन्होंने बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष जगमोहन डालमिया से मुलाकात की और दोनों के बीच करीब एक घंटे बात हुई। इसके बाद जगमोहन डालमिया ने कहा कि प्रबीर हमारे साथ बने रहेंगे, इसमें बदलाव की कोई जरूरत नहीं है। भारत और इंग्लैंड के बीच अगला टेस्ट कोलकाता के ईडन गार्डन्स में होना है। इस सीरीज के दौरान लगातार हो रहे पिच विवाद ने तब नया मोड़ ले लिया था, जब पिच क्यूरेटर प्रबीर अचानक मेडिकल लीव पर चले गए। वह दो दशक से अधिक समय से ईडन गार्डन्स की पिच पर काम कर रहे हैं। ऐसी ख़बरें आई कि धोनी की जिद के आगे नहीं झुकने का खामियाज़ा प्रबीर को भुगतना पड़ा रहा है। तीसरे टेस्ट के लिए प्रबीर मुखर्जी को हटाकर बीसीसीआई ने आशीष भौमिक को पिच बनाने की ज़िम्मेदारी दे दी थी, लेकिन अब प्रबीर वापस लौट रहे हैं।टिप्पणियां वहीं पूर्व क्रिकेटर कीर्ति आजाद का कहना है कि अगर कप्तान अपने हिसाब से पिच की मांग करता है, तो उसमें कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए, लेकिन पिच के हिसाब से ही गेंदबाजों को भी बॉलिंग करनी चाहिए। हालांकि प्रबीर मुखर्जी ने साफ किया था कि उन्होंने इस्तीफा नहीं दिया है, सिर्फ तबीयत खराब होने की वजह से एक महीने की छुट्टी पर हैं। मुखर्जी 1985 से इस स्टेडियम की पिच तैयार कर रहे हैं। उन्होंने बंगाल क्रिकेट संघ (कैब) को पत्र लिखकर चिकित्सा अवकाश मांगा। भारत और इंग्लैंड के बीच अगला टेस्ट कोलकाता के ईडन गार्डन्स में होना है। इस सीरीज के दौरान लगातार हो रहे पिच विवाद ने तब नया मोड़ ले लिया था, जब पिच क्यूरेटर प्रबीर अचानक मेडिकल लीव पर चले गए। वह दो दशक से अधिक समय से ईडन गार्डन्स की पिच पर काम कर रहे हैं। ऐसी ख़बरें आई कि धोनी की जिद के आगे नहीं झुकने का खामियाज़ा प्रबीर को भुगतना पड़ा रहा है। तीसरे टेस्ट के लिए प्रबीर मुखर्जी को हटाकर बीसीसीआई ने आशीष भौमिक को पिच बनाने की ज़िम्मेदारी दे दी थी, लेकिन अब प्रबीर वापस लौट रहे हैं।टिप्पणियां वहीं पूर्व क्रिकेटर कीर्ति आजाद का कहना है कि अगर कप्तान अपने हिसाब से पिच की मांग करता है, तो उसमें कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए, लेकिन पिच के हिसाब से ही गेंदबाजों को भी बॉलिंग करनी चाहिए। हालांकि प्रबीर मुखर्जी ने साफ किया था कि उन्होंने इस्तीफा नहीं दिया है, सिर्फ तबीयत खराब होने की वजह से एक महीने की छुट्टी पर हैं। मुखर्जी 1985 से इस स्टेडियम की पिच तैयार कर रहे हैं। उन्होंने बंगाल क्रिकेट संघ (कैब) को पत्र लिखकर चिकित्सा अवकाश मांगा। वहीं पूर्व क्रिकेटर कीर्ति आजाद का कहना है कि अगर कप्तान अपने हिसाब से पिच की मांग करता है, तो उसमें कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए, लेकिन पिच के हिसाब से ही गेंदबाजों को भी बॉलिंग करनी चाहिए। हालांकि प्रबीर मुखर्जी ने साफ किया था कि उन्होंने इस्तीफा नहीं दिया है, सिर्फ तबीयत खराब होने की वजह से एक महीने की छुट्टी पर हैं। मुखर्जी 1985 से इस स्टेडियम की पिच तैयार कर रहे हैं। उन्होंने बंगाल क्रिकेट संघ (कैब) को पत्र लिखकर चिकित्सा अवकाश मांगा। हालांकि प्रबीर मुखर्जी ने साफ किया था कि उन्होंने इस्तीफा नहीं दिया है, सिर्फ तबीयत खराब होने की वजह से एक महीने की छुट्टी पर हैं। मुखर्जी 1985 से इस स्टेडियम की पिच तैयार कर रहे हैं। उन्होंने बंगाल क्रिकेट संघ (कैब) को पत्र लिखकर चिकित्सा अवकाश मांगा।
भारी गिरावट के बाद शुक्रवार को आई तेजी
बीते सप्ताह देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक की रेटिंग में कमी और यूरोप के कर्ज संकट की वजह से शेयर बाजारों में भारी उतार-चढ़ाव देखा गया।
बीते सप्ताह देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की रेटिंग में कमी और यूरोप के कर्ज संकट की वजह से शेयर बाजारों में भारी उतार-चढ़ाव देखा गया। बम्बई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स साप्ताहिक कारोबार में 221.22 अंकों की गिरावट के साथ शुक्रवार को 1632.54 पर बंद हुआ। सप्ताह के पहले दिन सोमवार को सेंसेक्स 302.31 अंकों की गिरावट के साथ 16151.45 पर जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 93.75 अंकों की गिरावट के साथ 4849.50 पर बंद हुआ था। मंगलवार को भी बाजार में गिरावट जारी रहा। सेंसेक्स 286.69 अंकों की गिरावट के साथ 15864.86 पर जबकि निफ्टी 77.35 अंकों की गिरावट के साथ 4772.15 पर पहुंच गया। बुधवार को बाजार में कुछ हद तक स्थिरता देखी गई लेकिन सेंसेक्स 72.45 अंकों की गिरावट के साथ 15792.41 पर जबकि निफ्टी 20.85 अंकों की गिरावट के साथ 4751.30 पर बंद हुआ। गुरुवार को दशहरा की छुट्टी के बाद शुक्रवार को खुले बाजार में जबर्दस्त तेजी देखी गई। अमेरिकी शेयर बाजारों में तेजी और यूरोप के कर्ज संकट के समाधान की आशा ने बाजार में निवेशकों का भरोसा मजबूत किया। इस दिन सेंसेक्स 440.13 अंकों की बढ़त के साथ 16232.54 पर जबकि निफ्टी 136.75 अंकों की बढ़त के साथ 4888.05 पर बंद हुआ। दरअसल, एसबीआई के पूंजी पैदा करने में विफल होने और परिसंपत्तियों की खराब गुणवत्ता के कारण वैश्विक रेटिंग एजेंसी मूडीज ने मंगलवार को उसकी रेटिंग 'सी-' से घटाकर 'डी+' कर दी थी। एजेंसी ने बैंक की हाइब्रिड कर्ज रेटिंग भी बीए2 से घटाकर बीए3 कर दिया था। रेटिंग में कमी के कारण देश में बैंकिंग सेक्टर के शेयरों में भारी गिरावट दर्ज की गई। एसबीआई के शेयर करीब आठ फीसदी तक गिर गए।
UPTET 2018 Updates: 3 दिन बढ़ाई गई आवेदन की तारीख, 7 अक्टूबर तक ऐसे करें अप्लाई
वेबसाइट बार बार क्रैश हो रही है. उम्मीदवार शाम 6 बजे तक आवेदन कर सकते हैं. UPTET की वेबसाइट upbasiceduboard.gov.in काम नहीं कर रही थी.
Exam Schedule UPTET 2018 Paper 1 Pattern
पाकिस्तान में ड्रोन हमला, 15 आतंकवादी मारे गए
पाकिस्तान के उत्तरी वजीरिस्तान में अमेरिकी ड्रोन हमले में 15 संदिग्ध आतंकवादी मारे गए हैं।
पाकिस्तान के उत्तरी वजीरिस्तान में अमेरिकी ड्रोन हमले में 15 संदिग्ध आतंकवादी मारे गए हैं। मानव रहित विमान ड्रोन ने आज तड़के चार मिसाइलें एक परिसर और वाहन को निशाना बनाकर दागीं। यह हमला उत्तरी वजीरिस्तान के मुख्य कस्बे मीर अली में हुआ। अमेरिकी और अफगान अधिकारियों ने इस इलाके को अलकायदा और तालिबान का गढ़ करार दिया है।टिप्पणियां खबरों में कहा गया है कि 12 संदिग्ध चरमपंथी मौके पर ही मारे गए, जबकि तीन ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। हमले में कई लोगों के घायल होने की भी खबर है। स्थानीय लोगों का कहना है कि हमले के बाद आसपास के लोगों में अफरा-तफरी मच गई। स्थानीय कबालियों ने घायलों को अस्पताल में दाखिल कराया। शिकागो में 21 मई को अफगानिस्तान पर नाटो सम्मेलन के समापन के बाद पाकिस्तान में यह आठवां ड्रोन हमला है। खबरों में कहा गया है कि 12 संदिग्ध चरमपंथी मौके पर ही मारे गए, जबकि तीन ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। हमले में कई लोगों के घायल होने की भी खबर है। स्थानीय लोगों का कहना है कि हमले के बाद आसपास के लोगों में अफरा-तफरी मच गई। स्थानीय कबालियों ने घायलों को अस्पताल में दाखिल कराया। शिकागो में 21 मई को अफगानिस्तान पर नाटो सम्मेलन के समापन के बाद पाकिस्तान में यह आठवां ड्रोन हमला है। शिकागो में 21 मई को अफगानिस्तान पर नाटो सम्मेलन के समापन के बाद पाकिस्तान में यह आठवां ड्रोन हमला है।
बिहार में पुलिस की गोली से पांच मरे, जांच के आदेश
बिहार के बगहा में सोमवार को पुलिस और नागरिकों के बीच हुई झड़प में पुलिस द्वारा चलाई गई गोली में पांच ग्रामीणों की मौत हो गई जबकि नौ पुलिसकर्मी सहित करीब 20 लोग घायल बताए जा रहे हैं।
बिहार के बगहा में सोमवार को पुलिस और नागरिकों के बीच हुई झड़प में पुलिस द्वारा चलाई गई गोली में पांच ग्रामीणों की मौत हो गई जबकि नौ पुलिसकर्मी सहित करीब 20 लोग घायल बताए जा रहे हैं। इनमें आठ से ज्यादा लोगों की हालत चिंताजनक बताई जा रही है। इधर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मामले की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं।   राज्य के अपर पुलिस महानिदेशक (मुख्यालय) एसके भारद्वाज ने बताया कि दरदरी गांव के रहने वाला युवक चंद्रेश्वर पिछले नौ जून से लापता है। ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस इसकी खोज नहीं कर रही है। इसी दौरान पुलिस कटहरवा गांव में चंद्रेश्वर मामले की जांच करने गई थी कि आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिस को घेर लिया और पुलिस पर पत्थरबाजी प्रारंभ करने लगी।टिप्पणियां पुलिस ने पहले हल्का बल प्रयोग किया परंतु ग्रामीण पीछे हटने को तैयार नहीं थे। उन्होंने बताया कि भीड़ हिंसक रूप लेने लगे थी। विवश होकर पुलिस को आत्मरक्षार्थ गोली चलानी पड़ी। इस गोलीबारी पांच ग्रामीणों की मौत हो गई जबकि सात पुलिसकर्मी सहित करीब 20 लोग घायल हैं। घटनास्थल पर भारी पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है। क्षेत्र में तनाव व्याप्त है परंतु स्थिति नियंत्रण में बताई जा रही है। अपुष्ट खबरों के मुताबिक मृतकों की संख्या सात बताई जा रही है। इधर, मुख्यमंत्री ने इस पूरे मामले में अपर पुलिस महानिदेशक (मुख्यालय) एसके भारद्वाज और कारा (जेल) महानिरीक्षक आनंद किशोर को जांच के आदेश दिए हैं तथा 24 घंटे के भीतर पूरी स्थिति की जांच रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है। राज्य के अपर पुलिस महानिदेशक (मुख्यालय) एसके भारद्वाज ने बताया कि दरदरी गांव के रहने वाला युवक चंद्रेश्वर पिछले नौ जून से लापता है। ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस इसकी खोज नहीं कर रही है। इसी दौरान पुलिस कटहरवा गांव में चंद्रेश्वर मामले की जांच करने गई थी कि आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिस को घेर लिया और पुलिस पर पत्थरबाजी प्रारंभ करने लगी।टिप्पणियां पुलिस ने पहले हल्का बल प्रयोग किया परंतु ग्रामीण पीछे हटने को तैयार नहीं थे। उन्होंने बताया कि भीड़ हिंसक रूप लेने लगे थी। विवश होकर पुलिस को आत्मरक्षार्थ गोली चलानी पड़ी। इस गोलीबारी पांच ग्रामीणों की मौत हो गई जबकि सात पुलिसकर्मी सहित करीब 20 लोग घायल हैं। घटनास्थल पर भारी पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है। क्षेत्र में तनाव व्याप्त है परंतु स्थिति नियंत्रण में बताई जा रही है। अपुष्ट खबरों के मुताबिक मृतकों की संख्या सात बताई जा रही है। इधर, मुख्यमंत्री ने इस पूरे मामले में अपर पुलिस महानिदेशक (मुख्यालय) एसके भारद्वाज और कारा (जेल) महानिरीक्षक आनंद किशोर को जांच के आदेश दिए हैं तथा 24 घंटे के भीतर पूरी स्थिति की जांच रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है। पुलिस ने पहले हल्का बल प्रयोग किया परंतु ग्रामीण पीछे हटने को तैयार नहीं थे। उन्होंने बताया कि भीड़ हिंसक रूप लेने लगे थी। विवश होकर पुलिस को आत्मरक्षार्थ गोली चलानी पड़ी। इस गोलीबारी पांच ग्रामीणों की मौत हो गई जबकि सात पुलिसकर्मी सहित करीब 20 लोग घायल हैं। घटनास्थल पर भारी पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है। क्षेत्र में तनाव व्याप्त है परंतु स्थिति नियंत्रण में बताई जा रही है। अपुष्ट खबरों के मुताबिक मृतकों की संख्या सात बताई जा रही है। इधर, मुख्यमंत्री ने इस पूरे मामले में अपर पुलिस महानिदेशक (मुख्यालय) एसके भारद्वाज और कारा (जेल) महानिरीक्षक आनंद किशोर को जांच के आदेश दिए हैं तथा 24 घंटे के भीतर पूरी स्थिति की जांच रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है। इधर, मुख्यमंत्री ने इस पूरे मामले में अपर पुलिस महानिदेशक (मुख्यालय) एसके भारद्वाज और कारा (जेल) महानिरीक्षक आनंद किशोर को जांच के आदेश दिए हैं तथा 24 घंटे के भीतर पूरी स्थिति की जांच रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है।
मूडीज ने भारत की आर्थिक वृद्धि दर का अनुमान घटाया
रेटिंग एजेंसी मूडीज ने 2012 के लिए भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर का अनुमान घटाकर 5.5 प्रतिशत कर दिया है।
रेटिंग एजेंसी मूडीज ने 2012 के लिए भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर का अनुमान घटाकर 5.5 प्रतिशत कर दिया है। मूडीज एनालिटिक्स ने कहा है कि ‘मुश्किल’ वैश्विक परिस्थितियों, सुस्त घरेलू नीति और कमजोर मानसून के चलते इस साल भारत की आर्थिक वृद्धि दर 5.5 प्रतिशत रहने की संभावना है।टिप्पणियां मूडीज ने कहा कि जहां इस साल भारत की जीडीपी वृद्धि दर 5.5 प्रतिशत रहने की संभावना है, 2013 में इसके 6 प्रतिशत रहने के आसार है। इससे पहले, रेटिंग एजेंसी ने 2013 में जीडीपी वृद्धि दर 6.2 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया था। मूडीज एनालिटिक्स के वरिष्ठ अर्थशास्त्री ग्लेन लेवाइन ने कहा, ‘‘रिजर्व बैंक या सरकार की तरफ से नीतिगत मोर्चे पर बहुत मामूली प्रतिक्रिया दिखाई जा रही है और वैश्विक अनिश्चितताओं से हमें नहीं लगता कि अर्थव्यवस्था तेजी की ओर बढ़ सकेगी।’’ मूडीज एनालिटिक्स ने कहा है कि ‘मुश्किल’ वैश्विक परिस्थितियों, सुस्त घरेलू नीति और कमजोर मानसून के चलते इस साल भारत की आर्थिक वृद्धि दर 5.5 प्रतिशत रहने की संभावना है।टिप्पणियां मूडीज ने कहा कि जहां इस साल भारत की जीडीपी वृद्धि दर 5.5 प्रतिशत रहने की संभावना है, 2013 में इसके 6 प्रतिशत रहने के आसार है। इससे पहले, रेटिंग एजेंसी ने 2013 में जीडीपी वृद्धि दर 6.2 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया था। मूडीज एनालिटिक्स के वरिष्ठ अर्थशास्त्री ग्लेन लेवाइन ने कहा, ‘‘रिजर्व बैंक या सरकार की तरफ से नीतिगत मोर्चे पर बहुत मामूली प्रतिक्रिया दिखाई जा रही है और वैश्विक अनिश्चितताओं से हमें नहीं लगता कि अर्थव्यवस्था तेजी की ओर बढ़ सकेगी।’’ मूडीज ने कहा कि जहां इस साल भारत की जीडीपी वृद्धि दर 5.5 प्रतिशत रहने की संभावना है, 2013 में इसके 6 प्रतिशत रहने के आसार है। इससे पहले, रेटिंग एजेंसी ने 2013 में जीडीपी वृद्धि दर 6.2 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया था। मूडीज एनालिटिक्स के वरिष्ठ अर्थशास्त्री ग्लेन लेवाइन ने कहा, ‘‘रिजर्व बैंक या सरकार की तरफ से नीतिगत मोर्चे पर बहुत मामूली प्रतिक्रिया दिखाई जा रही है और वैश्विक अनिश्चितताओं से हमें नहीं लगता कि अर्थव्यवस्था तेजी की ओर बढ़ सकेगी।’’ मूडीज एनालिटिक्स के वरिष्ठ अर्थशास्त्री ग्लेन लेवाइन ने कहा, ‘‘रिजर्व बैंक या सरकार की तरफ से नीतिगत मोर्चे पर बहुत मामूली प्रतिक्रिया दिखाई जा रही है और वैश्विक अनिश्चितताओं से हमें नहीं लगता कि अर्थव्यवस्था तेजी की ओर बढ़ सकेगी।’’
पैरेंट्स के बीच रोजाना की लड़ाई से तंग आकर घर से भागी तीन बच्चियां, पुलिस ने ऐसे पकड़ा
कालकाजी एक्सटेंशन की रहने वाली है तीनों बच्चियां अमृतसर जाना चाहती थी तीनों बच्चियां पुलिस ने हरियाणा पुलिस की मदद से बच्चियों को पकड़ा
मोरी गेट बस अड्डे पर हमें जानकारी मिली की वह रोडवेज की बस में बैठकर निकली है. इस दौरान हमारी टीमें टेक्निकल सर्विलांस की मदद से भी उनके लोकेशन का पता लगा रही थी. करीब दो घंटे बाद हमें पता चला कि बच्चियां मूरथल के पास एक बस में सवार है जो अमृतसर जा रही है. इसके बाद हमनें स्थानीय पुलिस की मदद से बच्चियों को पकड़ा और उन्हें उनके पैरेंट्स से मिलाया.
अमेरिका-ईरान वार्ता की जानकारी नहीं : नेतनयाहू
इस्राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतनयाहू ने रविवार को कहा कि उनके देश को अमेरिका व ईरान के बीच किसी प्रकार की वार्ता की जानकारी नहीं है।
इस्राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतनयाहू ने रविवार को कहा कि उनके देश को अमेरिका व ईरान के बीच किसी प्रकार की वार्ता की जानकारी नहीं है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक नेतनयाहू की ये टिप्पणियां तब आई हैं जब 'द न्यूयार्क टाइम्स' में अमेरिका व ईरान के वार्ता पर सहमत होने की खबर प्रकाशित हुई है। समाचार पत्र के मुताबिक, दोनों देश ईरान के परमाणु कार्यक्रम और ईरान व पश्चिमी देशों के बीच जारी अनबन को समाप्त करने के लिए बातचीत पर तैयार हो गए हैं। वैसे, रविवार को व्हाइट हाउस की ओर से इस तरह की किसी वार्ता से इनकार किया गया।टिप्पणियां नेतनयाहू ने कहा कि ईरान का परमाणु कार्यक्रम रोकने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि वहां यूरेनियम संवर्धन रोक दिया जाए, संवर्धित यूरेनियम हटा दिया जाए और उस पर प्रतिबंध लगाए जाएं व सैन्य कार्रवाई की चेतावनी दी जाए। उन्होंने कहा, मैं कह सकता हूं कि जब तक मैं इस्राइल का प्रधानमंत्री हूं तब तक ईरान को सैन्य परमाणु क्षमता हासिल नहीं करने दी जाएगी। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक नेतनयाहू की ये टिप्पणियां तब आई हैं जब 'द न्यूयार्क टाइम्स' में अमेरिका व ईरान के वार्ता पर सहमत होने की खबर प्रकाशित हुई है। समाचार पत्र के मुताबिक, दोनों देश ईरान के परमाणु कार्यक्रम और ईरान व पश्चिमी देशों के बीच जारी अनबन को समाप्त करने के लिए बातचीत पर तैयार हो गए हैं। वैसे, रविवार को व्हाइट हाउस की ओर से इस तरह की किसी वार्ता से इनकार किया गया।टिप्पणियां नेतनयाहू ने कहा कि ईरान का परमाणु कार्यक्रम रोकने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि वहां यूरेनियम संवर्धन रोक दिया जाए, संवर्धित यूरेनियम हटा दिया जाए और उस पर प्रतिबंध लगाए जाएं व सैन्य कार्रवाई की चेतावनी दी जाए। उन्होंने कहा, मैं कह सकता हूं कि जब तक मैं इस्राइल का प्रधानमंत्री हूं तब तक ईरान को सैन्य परमाणु क्षमता हासिल नहीं करने दी जाएगी। समाचार पत्र के मुताबिक, दोनों देश ईरान के परमाणु कार्यक्रम और ईरान व पश्चिमी देशों के बीच जारी अनबन को समाप्त करने के लिए बातचीत पर तैयार हो गए हैं। वैसे, रविवार को व्हाइट हाउस की ओर से इस तरह की किसी वार्ता से इनकार किया गया।टिप्पणियां नेतनयाहू ने कहा कि ईरान का परमाणु कार्यक्रम रोकने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि वहां यूरेनियम संवर्धन रोक दिया जाए, संवर्धित यूरेनियम हटा दिया जाए और उस पर प्रतिबंध लगाए जाएं व सैन्य कार्रवाई की चेतावनी दी जाए। उन्होंने कहा, मैं कह सकता हूं कि जब तक मैं इस्राइल का प्रधानमंत्री हूं तब तक ईरान को सैन्य परमाणु क्षमता हासिल नहीं करने दी जाएगी। नेतनयाहू ने कहा कि ईरान का परमाणु कार्यक्रम रोकने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि वहां यूरेनियम संवर्धन रोक दिया जाए, संवर्धित यूरेनियम हटा दिया जाए और उस पर प्रतिबंध लगाए जाएं व सैन्य कार्रवाई की चेतावनी दी जाए। उन्होंने कहा, मैं कह सकता हूं कि जब तक मैं इस्राइल का प्रधानमंत्री हूं तब तक ईरान को सैन्य परमाणु क्षमता हासिल नहीं करने दी जाएगी। उन्होंने कहा, मैं कह सकता हूं कि जब तक मैं इस्राइल का प्रधानमंत्री हूं तब तक ईरान को सैन्य परमाणु क्षमता हासिल नहीं करने दी जाएगी।
केदारनाथ गए मां-बाप की खबर न मिलने पर बेटी ने फांसी लगाई
केदारनाथ धाम की यात्रा पर गए माता-पिता एवं परिजनों की कोई खबर नहीं मिलने से निराश होकर एक महिला ने अपने मायके में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
केदारनाथ धाम की यात्रा पर गए माता-पिता एवं परिजनों की कोई खबर नहीं मिलने से निराश होकर एक महिला ने देवनगर स्थित अपने मायके में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस सूत्रों के अनुसार ममता त्रिपाठी के पिता नाथूराम पाराशर (60), मां कमला देवी (50), चाचा सतीश पाराशर और चाची विमला देवी 5 जून को केदारनाथ दर्शन के लिए निकले थे। 15 जून को ममता की आखिरी बार अपने परिजनों से फोन पर बातचीत हुई थी, लेकिन उसके बाद से उनका कोई पता नहीं चला।टिप्पणियां सूत्रों के अनुसार ममता 15 जून को ही चेतकपुरी से अपनी बेटी के साथ अपने मायके देवनगर आ गई थी और तभी से बहुत परेशान थी। ममता के पति 18 जून को अपने सास-ससुर तथा अन्य परिजनों की तलाश में हरिद्वार चले गए थे, लेकिन उन्हें भी उनकी कोई सूचना नहीं मिल पाई थी। सूत्रों ने बताया कि ममता अपने माता-पिता तथा अन्य परिजनों की कोई खबर नहीं मिलने से बहुत तनाव में थी और शुक्रवार सुबह नगर के मंशा देवी मंदिर में माता-पिता की सलामती के लिए प्रार्थना भी की थी। मंदिर से आने के बाद ममता ने अपने कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस प्रकरण दर्ज कर मामले की जांच कर रही है। पुलिस सूत्रों के अनुसार ममता त्रिपाठी के पिता नाथूराम पाराशर (60), मां कमला देवी (50), चाचा सतीश पाराशर और चाची विमला देवी 5 जून को केदारनाथ दर्शन के लिए निकले थे। 15 जून को ममता की आखिरी बार अपने परिजनों से फोन पर बातचीत हुई थी, लेकिन उसके बाद से उनका कोई पता नहीं चला।टिप्पणियां सूत्रों के अनुसार ममता 15 जून को ही चेतकपुरी से अपनी बेटी के साथ अपने मायके देवनगर आ गई थी और तभी से बहुत परेशान थी। ममता के पति 18 जून को अपने सास-ससुर तथा अन्य परिजनों की तलाश में हरिद्वार चले गए थे, लेकिन उन्हें भी उनकी कोई सूचना नहीं मिल पाई थी। सूत्रों ने बताया कि ममता अपने माता-पिता तथा अन्य परिजनों की कोई खबर नहीं मिलने से बहुत तनाव में थी और शुक्रवार सुबह नगर के मंशा देवी मंदिर में माता-पिता की सलामती के लिए प्रार्थना भी की थी। मंदिर से आने के बाद ममता ने अपने कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस प्रकरण दर्ज कर मामले की जांच कर रही है। सूत्रों के अनुसार ममता 15 जून को ही चेतकपुरी से अपनी बेटी के साथ अपने मायके देवनगर आ गई थी और तभी से बहुत परेशान थी। ममता के पति 18 जून को अपने सास-ससुर तथा अन्य परिजनों की तलाश में हरिद्वार चले गए थे, लेकिन उन्हें भी उनकी कोई सूचना नहीं मिल पाई थी। सूत्रों ने बताया कि ममता अपने माता-पिता तथा अन्य परिजनों की कोई खबर नहीं मिलने से बहुत तनाव में थी और शुक्रवार सुबह नगर के मंशा देवी मंदिर में माता-पिता की सलामती के लिए प्रार्थना भी की थी। मंदिर से आने के बाद ममता ने अपने कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस प्रकरण दर्ज कर मामले की जांच कर रही है। सूत्रों ने बताया कि ममता अपने माता-पिता तथा अन्य परिजनों की कोई खबर नहीं मिलने से बहुत तनाव में थी और शुक्रवार सुबह नगर के मंशा देवी मंदिर में माता-पिता की सलामती के लिए प्रार्थना भी की थी। मंदिर से आने के बाद ममता ने अपने कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस प्रकरण दर्ज कर मामले की जांच कर रही है।
उत्तरी यमन में हिंसा जारी, 12 लोगों की मौत
उत्तरी यमन में हिंसा जारी रहने के बीच शिया जैदी और सलाफिस्ट के बीच झड़पों में शानिवार को 12 लोगों की मौत हो गई।
उत्तरी यमन में हिंसा जारी रहने के बीच शिया जैदी और सलाफिस्ट के बीच झड़पों में शानिवार को 12 लोगों की मौत हो गई। सूत्रों ने बताया कि शानिवार को की झड़पों में 12 लोगों की मौत हो गई जबकि कई अन्य लोग घायल हो गए।टिप्पणियां इसके पहले की खबरों में कहा गया था कि झड़पों में आठ लोगों की मौत हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि जैदी विद्रोहियों ने रेदा में एक मस्जिद पर गोलीबारी की और एक स्कूल को विस्फोट से उड़ा दिया। सूत्रों ने बताया कि शानिवार को की झड़पों में 12 लोगों की मौत हो गई जबकि कई अन्य लोग घायल हो गए।टिप्पणियां इसके पहले की खबरों में कहा गया था कि झड़पों में आठ लोगों की मौत हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि जैदी विद्रोहियों ने रेदा में एक मस्जिद पर गोलीबारी की और एक स्कूल को विस्फोट से उड़ा दिया। इसके पहले की खबरों में कहा गया था कि झड़पों में आठ लोगों की मौत हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि जैदी विद्रोहियों ने रेदा में एक मस्जिद पर गोलीबारी की और एक स्कूल को विस्फोट से उड़ा दिया। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि जैदी विद्रोहियों ने रेदा में एक मस्जिद पर गोलीबारी की और एक स्कूल को विस्फोट से उड़ा दिया।
इंसानों की तरह इन पेड़ों को भी होती है ‘गुदगुदी’, छूते ही हिलने लगती है पत्तियां और डालियां
इंसानों की तरह इन पेड़ों को भी होती है ‘गुदगुदी’ छूते ही हिलने लगती है पत्तियां और डालियां कतर्नियाघाट वन्य जीव प्रभाग के अंतर्गत ग्रास लैंड में पांच पेड़ ऐसे हैं
क्या पौधे भी आम इंसानों की तरह संवेदनशील होते हैं? इंसान की तरह हंसते मुस्कुराते हैं उन्हें भी महसूस होता है. क्या वास्तव में ऐसा होता है, जी हां ऐसा होता है ये हम नहीं कह रहे हैं बल्कि प्रभागीय वनाधिकारी कतर्नियाघाट जेपी सिंह कहते है कि उनके जंगल में ऐसे पेड़ हैं, जिनमें गुदगुदी होती है, इसलिए उन्हें गुदगुदी वाला पेड़ कहते हैं. इन पेड़ों को सहलाने से इनको गुदगुदी होती है और इनकी पत्तियां तथा डलियां हिलने लगती हैं.उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले के प्रभागीय वनाधिकारी कतर्नियाघाट जेपी सिंह ने एनडीटीवी को बताया कि कतर्नियाघाट वन्य जीव प्रभाग के अंतर्गत ग्रास लैंड में पांच पेड़ ऐसे हैं, जो दिखने में आम पेड़ जैसे हैं लेकिन इनकी हरकत बिल्कुल भी सामान्य पेड़ों जैसी नहीं है. यह भी पढ़ें: VIDEO: बिना इंजन के 10 किलोमीटर तक दौड़ी ट्रेन, अंदर अटकी रहीं यात्रियो की सांसें इन पेड़ों को सहलाने पर इन्हें इंसानों जैसे गुदगुदी लगती है और इनमें कम्पन साफ दिखाई देता है. जैसे ही इन्हें कोई हाथों से सहलाता है, इनकी टहनियां हिलने लगती हैं. यूं तो पतझड़ होने के चलते इस समय कम्पन उतना तेज नहीं होता, जैसे पत्तियां होने पर दिखाई देता है. लेकिन इसके बावजूद भी पत्तियां न होने पर भी सहलाने पर इस पेड़ में हो रहे कम्पन से टहनियों के हिलने को साफतौर से देखा जा सकता है. उन्होंने एनडीटीवी को आगे बताया कि 550 वर्ग किलो मीटर में फैला कतर्नियाघाट का जंगल प्राकृतिक सम्पदा से काफी धनी है, इसीलिए यहां का एक स्लोगन मशहूर है कि दुर्लभ, सुलभ है. इस जंगल में आपको गिद्ध भी देखने को मिलेगा और इसकी नदियों में डॉल्फिन, घड़ियाल, मगरमच्छ और जंगल में पांच प्रकार के हिरन, तेंदुआ, चीता, हाथी और गैंडे देखने को मिल जाएंगे.टिप्पणियां  यह भी पढ़ें: 'प्यार हो जाने से पढ़ा नहीं, मोहब्बत का तक़ाज़ा है पास कर दीजिए...' फलदार पेड़ो के साथ-साथ यहां साखू और सागौन की बड़ी तादाद है.  इस जंगल में जड़ी बूटियां भी पर्याप्त मात्रा में पाई जाती है, लेकिन जबसे गुदगुदी वाले पेड़ के बारे में पर्यटकों को पता चला है, तब से यह पेड़ सबका आकर्षण बनता जा रहा. जो लोग इसके बारे में सुनते हैं वह इसे एक बार सहलाते अवश्य हैं. यह भी पढ़ें: VIDEO: बिना इंजन के 10 किलोमीटर तक दौड़ी ट्रेन, अंदर अटकी रहीं यात्रियो की सांसें इन पेड़ों को सहलाने पर इन्हें इंसानों जैसे गुदगुदी लगती है और इनमें कम्पन साफ दिखाई देता है. जैसे ही इन्हें कोई हाथों से सहलाता है, इनकी टहनियां हिलने लगती हैं. यूं तो पतझड़ होने के चलते इस समय कम्पन उतना तेज नहीं होता, जैसे पत्तियां होने पर दिखाई देता है. लेकिन इसके बावजूद भी पत्तियां न होने पर भी सहलाने पर इस पेड़ में हो रहे कम्पन से टहनियों के हिलने को साफतौर से देखा जा सकता है. उन्होंने एनडीटीवी को आगे बताया कि 550 वर्ग किलो मीटर में फैला कतर्नियाघाट का जंगल प्राकृतिक सम्पदा से काफी धनी है, इसीलिए यहां का एक स्लोगन मशहूर है कि दुर्लभ, सुलभ है. इस जंगल में आपको गिद्ध भी देखने को मिलेगा और इसकी नदियों में डॉल्फिन, घड़ियाल, मगरमच्छ और जंगल में पांच प्रकार के हिरन, तेंदुआ, चीता, हाथी और गैंडे देखने को मिल जाएंगे.टिप्पणियां  यह भी पढ़ें: 'प्यार हो जाने से पढ़ा नहीं, मोहब्बत का तक़ाज़ा है पास कर दीजिए...' फलदार पेड़ो के साथ-साथ यहां साखू और सागौन की बड़ी तादाद है.  इस जंगल में जड़ी बूटियां भी पर्याप्त मात्रा में पाई जाती है, लेकिन जबसे गुदगुदी वाले पेड़ के बारे में पर्यटकों को पता चला है, तब से यह पेड़ सबका आकर्षण बनता जा रहा. जो लोग इसके बारे में सुनते हैं वह इसे एक बार सहलाते अवश्य हैं. इन पेड़ों को सहलाने पर इन्हें इंसानों जैसे गुदगुदी लगती है और इनमें कम्पन साफ दिखाई देता है. जैसे ही इन्हें कोई हाथों से सहलाता है, इनकी टहनियां हिलने लगती हैं. यूं तो पतझड़ होने के चलते इस समय कम्पन उतना तेज नहीं होता, जैसे पत्तियां होने पर दिखाई देता है. लेकिन इसके बावजूद भी पत्तियां न होने पर भी सहलाने पर इस पेड़ में हो रहे कम्पन से टहनियों के हिलने को साफतौर से देखा जा सकता है. उन्होंने एनडीटीवी को आगे बताया कि 550 वर्ग किलो मीटर में फैला कतर्नियाघाट का जंगल प्राकृतिक सम्पदा से काफी धनी है, इसीलिए यहां का एक स्लोगन मशहूर है कि दुर्लभ, सुलभ है. इस जंगल में आपको गिद्ध भी देखने को मिलेगा और इसकी नदियों में डॉल्फिन, घड़ियाल, मगरमच्छ और जंगल में पांच प्रकार के हिरन, तेंदुआ, चीता, हाथी और गैंडे देखने को मिल जाएंगे.टिप्पणियां  यह भी पढ़ें: 'प्यार हो जाने से पढ़ा नहीं, मोहब्बत का तक़ाज़ा है पास कर दीजिए...' फलदार पेड़ो के साथ-साथ यहां साखू और सागौन की बड़ी तादाद है.  इस जंगल में जड़ी बूटियां भी पर्याप्त मात्रा में पाई जाती है, लेकिन जबसे गुदगुदी वाले पेड़ के बारे में पर्यटकों को पता चला है, तब से यह पेड़ सबका आकर्षण बनता जा रहा. जो लोग इसके बारे में सुनते हैं वह इसे एक बार सहलाते अवश्य हैं.  यह भी पढ़ें: 'प्यार हो जाने से पढ़ा नहीं, मोहब्बत का तक़ाज़ा है पास कर दीजिए...' फलदार पेड़ो के साथ-साथ यहां साखू और सागौन की बड़ी तादाद है.  इस जंगल में जड़ी बूटियां भी पर्याप्त मात्रा में पाई जाती है, लेकिन जबसे गुदगुदी वाले पेड़ के बारे में पर्यटकों को पता चला है, तब से यह पेड़ सबका आकर्षण बनता जा रहा. जो लोग इसके बारे में सुनते हैं वह इसे एक बार सहलाते अवश्य हैं. फलदार पेड़ो के साथ-साथ यहां साखू और सागौन की बड़ी तादाद है.  इस जंगल में जड़ी बूटियां भी पर्याप्त मात्रा में पाई जाती है, लेकिन जबसे गुदगुदी वाले पेड़ के बारे में पर्यटकों को पता चला है, तब से यह पेड़ सबका आकर्षण बनता जा रहा. जो लोग इसके बारे में सुनते हैं वह इसे एक बार सहलाते अवश्य हैं.
...जब पहली दफा सत्ता से बेदखल करके पाकिस्तान से निकाले गए थे नवाज
सऊदी अरब के दखल के कारण मौत की सजा से बचे थे नवाज सात साल तक परिवार के साथ सऊदी अरब के जेद्दा में रहे थे स्टील व्यवसायी शरीफ ने 1976 में शुरू किया था राजनीतिक सफर
साल 2013 में बहुमत प्राप्त करने के बाद पाकिस्तान मुस्लिम लीग (एन) सत्ता में है. इस पार्टी का पाक के पंजाब प्रांत में भी शासन है. नवाज शरीफ के बाद अब उनके भाई शाहबाज पीएमएल-एन के अध्यक्ष हैं.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
सार्वजनिक स्थान पर पेशाब करने के लिए मोंटी पनेसर पर जुर्माना
इंग्लैंड के क्रिकेटर मोंटी पनेसर पर एक नाइटक्लब में हुई झड़प के बाद सार्वजनिक स्थान पर पेशाब करने के लिए पुलिस ने जुर्माना लगाया। 31-वर्षीय इस स्पिनर ने बाद में माफी मांग ली।
क्रिकेटर मोंटी पनेसर पर एक नाइटक्लब में हुई झड़प के बाद सार्वजनिक स्थान पर पेशाब करने के लिए पुलिस ने जुर्माना लगाया। इंग्लैंड के 31-वर्षीय इस स्पिनर ने बाद में माफी मांग ली। उसने नशे की हालत में शूश क्लब के बाउंसरों पर पेशाब कर दिया। ससेक्स पुलिस ने एक बयान में कहा, एक 31-वर्षीय व्यक्ति पर ब्राइटन के किंग्स रोड स्थित शूश क्लब के पास शराब पीकर सार्वजनिक स्थान पर पेशाब करने के लिए जुर्माना लगाया गया है।टिप्पणियां 'द सन' अखबार के अनुसार समीपी होव में रहने वाले पनेसर एशेज शृंखला में टीम की जीत का जश्न मना रहे थे, लेकिन बीच के सामने बने बार में महिलाओं को परेशान करने की शिकायत मिलने के बाद उसे बाहर जाने के लिए कह दिया गया। बाद में उसने वहां खड़े बाउंसरों पर पेशाब कर दिया। पनेसर के प्रवक्ता ने कहा, अगर किसी तरह की गलती हुई है, तो मोंटी उसके लिए माफी मांगना चाहता है। उसके काउंटी क्लब ससेक्स ने मामले की जांच शुरू कर दी है। क्लब ने एक बयान में कहा, ससेक्स काउंटी क्लब इसकी पुष्टि करना चाहता है कि सोमवार की सुबह एक घटना हुई, जिसमें मोंटी पनेसर शामिल था। इसने कहा, मामले की जांच हो रही है और क्लब इस पर आगे कोई बयान नहीं देगा। ससेक्स पुलिस ने एक बयान में कहा, एक 31-वर्षीय व्यक्ति पर ब्राइटन के किंग्स रोड स्थित शूश क्लब के पास शराब पीकर सार्वजनिक स्थान पर पेशाब करने के लिए जुर्माना लगाया गया है।टिप्पणियां 'द सन' अखबार के अनुसार समीपी होव में रहने वाले पनेसर एशेज शृंखला में टीम की जीत का जश्न मना रहे थे, लेकिन बीच के सामने बने बार में महिलाओं को परेशान करने की शिकायत मिलने के बाद उसे बाहर जाने के लिए कह दिया गया। बाद में उसने वहां खड़े बाउंसरों पर पेशाब कर दिया। पनेसर के प्रवक्ता ने कहा, अगर किसी तरह की गलती हुई है, तो मोंटी उसके लिए माफी मांगना चाहता है। उसके काउंटी क्लब ससेक्स ने मामले की जांच शुरू कर दी है। क्लब ने एक बयान में कहा, ससेक्स काउंटी क्लब इसकी पुष्टि करना चाहता है कि सोमवार की सुबह एक घटना हुई, जिसमें मोंटी पनेसर शामिल था। इसने कहा, मामले की जांच हो रही है और क्लब इस पर आगे कोई बयान नहीं देगा। 'द सन' अखबार के अनुसार समीपी होव में रहने वाले पनेसर एशेज शृंखला में टीम की जीत का जश्न मना रहे थे, लेकिन बीच के सामने बने बार में महिलाओं को परेशान करने की शिकायत मिलने के बाद उसे बाहर जाने के लिए कह दिया गया। बाद में उसने वहां खड़े बाउंसरों पर पेशाब कर दिया। पनेसर के प्रवक्ता ने कहा, अगर किसी तरह की गलती हुई है, तो मोंटी उसके लिए माफी मांगना चाहता है। उसके काउंटी क्लब ससेक्स ने मामले की जांच शुरू कर दी है। क्लब ने एक बयान में कहा, ससेक्स काउंटी क्लब इसकी पुष्टि करना चाहता है कि सोमवार की सुबह एक घटना हुई, जिसमें मोंटी पनेसर शामिल था। इसने कहा, मामले की जांच हो रही है और क्लब इस पर आगे कोई बयान नहीं देगा। पनेसर के प्रवक्ता ने कहा, अगर किसी तरह की गलती हुई है, तो मोंटी उसके लिए माफी मांगना चाहता है। उसके काउंटी क्लब ससेक्स ने मामले की जांच शुरू कर दी है। क्लब ने एक बयान में कहा, ससेक्स काउंटी क्लब इसकी पुष्टि करना चाहता है कि सोमवार की सुबह एक घटना हुई, जिसमें मोंटी पनेसर शामिल था। इसने कहा, मामले की जांच हो रही है और क्लब इस पर आगे कोई बयान नहीं देगा।
Bharat Slow Motion Song: सलमान ने दिशा पटानी संग सर्कस में खूब दिखाए जौहर, 'स्लो मोशन' सॉन्ग का Video हुआ वायरल
'भारत' के सॉन्ग का टीजर हुआ रिलीज 'स्लो मोशन' है सॉन्ग सलमान-दिशा की जोड़ी आई नजर
Bharat Song 'Slow Motion': सलमान खान (Salman Khan) की फिल्म 'भारत' का सॉन्ग 'स्लो मोशन (Slow Motion)'  रिलीज हो गया है. 'भारत' फिल्म के 'स्लो मोशन' सॉन्ग (Bharat Slow Motion Song) में सलमान खान (Salman Khan) और दिशा पटानी (Disha Patani) सर्कस में नजर आ रहे हैं और खूब जौहर भी दिखा रहे हैं. 'भारत (Bharat)' फिल्म के इस सॉन्ग में दिशा पटानी (Disha Patani) सलमान खान (Salman Khan) के साथ नजर आ रही हैं और दोनों की जोड़ी कहर ढाह  है. दिशा पटानी (Disha Patani) कमाल का डांस कर रही हैं और पीली साड़ी में कमाल की लग रही हैं. जबकि सलमान खान अपने ही अंदाज में हैं और वह भी खूब डांस कर रहे हैं. सलमान खान (Salman Khan) की 'भारत' का ट्रेलर 22 अप्रैल को रिलीज हुआ था. इसमे एक व्यक्ति और एक राष्ट्र की कहानी है. टी-सीरीज़ की आगामी भारत छह दशकों की अवधि में फैली एक ड्रामा फिल्म है. सलमान खान (Salman Khan) फिल्म 'भारत (Bharat)' में कई लुक में नजर आ रहे हैं और उनके साथ कैटरीना कैफ और दिशा पटानी भी अलग अंदाज में दिख रहे हैं. 'भारत' को अली अब्बास जफर ने डायरेक्ट किया है. सलमान खान (Salman Khan) के अलावा इस फिल्म में कैटरीना कैफ (Katrina Kaif), दिशा पटानी (Disha Patani), सुनील ग्रोवर (Sunil Grover), तब्बू (Tabu) जैसे सितारें भी मुख्य भूमिका में हैं. टी-सीरीज की आगामी फिल्म 'भारत' (Bharat) दुनिया के सबसे बड़े यूट्यूब चैनल पर लॉन्च होने वाला पहला ट्रेलर बन गया है. लोग सलमान खान की फिल्म 'भारत' (Bharat Trailer) के ट्रेलर को खूब पसंद कर रहे हैं.
उत्तर कोरिया ने अमेरिकी विदेश मंत्री को आमने-सामने दी 'भारी कीमत चुकाने' की चेतावनी...
कोरियाई प्रायद्वीप तनाव में घिरा तो अमेरिक भारी कीमत चुकाएगा: री योंग हो उत्तर कोरिया की हरकतें अंतरराष्ट्रीय शांति के लिए गंभीर खतरा : जॉन कैरी हम किसी भी प्रतिबंद्ध का सामना करने को तैयार : उत्तर कोरिया
अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन कैरी की ओर से उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम को लेकर सख्त बयानबाजी करने के बाद प्योंगयांग ने मंगलवार को अमेरिका को चेतावनी दी कि 'अगर कोरियाई प्रायद्वीप तनाव में घिरता है तो उसे 'भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।' कैरी ने लाओस की राजधानी विएनतेन में हो रहे आसियान क्षेत्रीय मंच सम्मेलन में कहा कि उत्तर कोरिया की हरकतें न केवल इस क्षेत्र बल्कि अंतरराष्ट्रीय शांति एवं सुरक्षा के लिए भी गंभीर खतरा है। इस सम्मेलन में उत्तर कोरिया भी हिस्सा ले रहा है। उत्तर कोरिया के विदेश मंत्री री योंग हो ने इस सम्मेलन में कहा कि 'उनका देश किसी भी प्रतिबंद्ध का सामना करने के लिए तैयार है।' उन्होंने कहा, 'हम यह दिखाने को तैयार हैं कि अगर कोई (ताकतवर) देश छोटे देश को नुकसान पहुंचाने का प्रयास करेगा तो वे भी निश्चित तौर पर सुरक्षित नहीं रह पाएंगे। अमेरिका को भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।' इससे पहले कैरी ने कहा कि उत्तर कोरिया को ईरान से सीख लेनी चाहिए, जो अमेरिका का कट्टर दुश्मन है, लेकिन उसके साथ भी अमेरिका एवं अन्य देशों ने उसके परमाणु कार्यक्रम की समाप्ति के लिए एक समझौता किया है। उन्होंने कहा, 'उत्तर कोरिया दुनिया में अकेला एकमात्र देश है जो जिम्मेदारी की ओर अंतरराष्ट्रीय कदम का उल्लंघन कर रहा है, अपना हथियार विकसित करना जारी रखे हुए है, अपनी मिसाइलों का निर्माण जारी रखे हुए है, भड़काऊ हरकतें जारी रखे हुए है।' उत्तर कोरिया का कहना है कि उसे अमेरिकी खतरे से निबटने के लिए परमाणु हथियारों की जरूरत है। अमेरिका के करीब 28,500 सैनिक दक्षिण कोरिया में हैं जो दक्षिण कोरिया के साथ नियमित रूप से सैन्याभ्‍यास करते हैं। टिप्पणियां उत्तर कोरिया की मांग है कि अमेरिका अपने सैनिक दक्षिण कोरिया से हटाए तथा संयुक्त अभ्‍यास बंद करे, क्योंकि यह आक्रामक अभ्‍यास है।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) कैरी ने लाओस की राजधानी विएनतेन में हो रहे आसियान क्षेत्रीय मंच सम्मेलन में कहा कि उत्तर कोरिया की हरकतें न केवल इस क्षेत्र बल्कि अंतरराष्ट्रीय शांति एवं सुरक्षा के लिए भी गंभीर खतरा है। इस सम्मेलन में उत्तर कोरिया भी हिस्सा ले रहा है। उत्तर कोरिया के विदेश मंत्री री योंग हो ने इस सम्मेलन में कहा कि 'उनका देश किसी भी प्रतिबंद्ध का सामना करने के लिए तैयार है।' उन्होंने कहा, 'हम यह दिखाने को तैयार हैं कि अगर कोई (ताकतवर) देश छोटे देश को नुकसान पहुंचाने का प्रयास करेगा तो वे भी निश्चित तौर पर सुरक्षित नहीं रह पाएंगे। अमेरिका को भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।' इससे पहले कैरी ने कहा कि उत्तर कोरिया को ईरान से सीख लेनी चाहिए, जो अमेरिका का कट्टर दुश्मन है, लेकिन उसके साथ भी अमेरिका एवं अन्य देशों ने उसके परमाणु कार्यक्रम की समाप्ति के लिए एक समझौता किया है। उन्होंने कहा, 'उत्तर कोरिया दुनिया में अकेला एकमात्र देश है जो जिम्मेदारी की ओर अंतरराष्ट्रीय कदम का उल्लंघन कर रहा है, अपना हथियार विकसित करना जारी रखे हुए है, अपनी मिसाइलों का निर्माण जारी रखे हुए है, भड़काऊ हरकतें जारी रखे हुए है।' उत्तर कोरिया का कहना है कि उसे अमेरिकी खतरे से निबटने के लिए परमाणु हथियारों की जरूरत है। अमेरिका के करीब 28,500 सैनिक दक्षिण कोरिया में हैं जो दक्षिण कोरिया के साथ नियमित रूप से सैन्याभ्‍यास करते हैं। टिप्पणियां उत्तर कोरिया की मांग है कि अमेरिका अपने सैनिक दक्षिण कोरिया से हटाए तथा संयुक्त अभ्‍यास बंद करे, क्योंकि यह आक्रामक अभ्‍यास है।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) उत्तर कोरिया के विदेश मंत्री री योंग हो ने इस सम्मेलन में कहा कि 'उनका देश किसी भी प्रतिबंद्ध का सामना करने के लिए तैयार है।' उन्होंने कहा, 'हम यह दिखाने को तैयार हैं कि अगर कोई (ताकतवर) देश छोटे देश को नुकसान पहुंचाने का प्रयास करेगा तो वे भी निश्चित तौर पर सुरक्षित नहीं रह पाएंगे। अमेरिका को भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।' इससे पहले कैरी ने कहा कि उत्तर कोरिया को ईरान से सीख लेनी चाहिए, जो अमेरिका का कट्टर दुश्मन है, लेकिन उसके साथ भी अमेरिका एवं अन्य देशों ने उसके परमाणु कार्यक्रम की समाप्ति के लिए एक समझौता किया है। उन्होंने कहा, 'उत्तर कोरिया दुनिया में अकेला एकमात्र देश है जो जिम्मेदारी की ओर अंतरराष्ट्रीय कदम का उल्लंघन कर रहा है, अपना हथियार विकसित करना जारी रखे हुए है, अपनी मिसाइलों का निर्माण जारी रखे हुए है, भड़काऊ हरकतें जारी रखे हुए है।' उत्तर कोरिया का कहना है कि उसे अमेरिकी खतरे से निबटने के लिए परमाणु हथियारों की जरूरत है। अमेरिका के करीब 28,500 सैनिक दक्षिण कोरिया में हैं जो दक्षिण कोरिया के साथ नियमित रूप से सैन्याभ्‍यास करते हैं। टिप्पणियां उत्तर कोरिया की मांग है कि अमेरिका अपने सैनिक दक्षिण कोरिया से हटाए तथा संयुक्त अभ्‍यास बंद करे, क्योंकि यह आक्रामक अभ्‍यास है।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) उन्होंने कहा, 'उत्तर कोरिया दुनिया में अकेला एकमात्र देश है जो जिम्मेदारी की ओर अंतरराष्ट्रीय कदम का उल्लंघन कर रहा है, अपना हथियार विकसित करना जारी रखे हुए है, अपनी मिसाइलों का निर्माण जारी रखे हुए है, भड़काऊ हरकतें जारी रखे हुए है।' उत्तर कोरिया का कहना है कि उसे अमेरिकी खतरे से निबटने के लिए परमाणु हथियारों की जरूरत है। अमेरिका के करीब 28,500 सैनिक दक्षिण कोरिया में हैं जो दक्षिण कोरिया के साथ नियमित रूप से सैन्याभ्‍यास करते हैं। टिप्पणियां उत्तर कोरिया की मांग है कि अमेरिका अपने सैनिक दक्षिण कोरिया से हटाए तथा संयुक्त अभ्‍यास बंद करे, क्योंकि यह आक्रामक अभ्‍यास है।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) उत्तर कोरिया की मांग है कि अमेरिका अपने सैनिक दक्षिण कोरिया से हटाए तथा संयुक्त अभ्‍यास बंद करे, क्योंकि यह आक्रामक अभ्‍यास है।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
जीजेएम के शीर्ष नेता गिरफ्तार, दार्जिलिंग में सामान्य जनजीवन प्रभावित
गोरखा क्षेत्रीय प्रशासन (जीटीए) के कार्यकारी सदस्य समेत जीजेएम के दो शीर्ष नेताओं को उनके खिलाफ आगजनी के पुराने लंबित मामलों में गिरफ्तार कर लिया गया।
गोरखा क्षेत्रीय प्रशासन (जीटीए) के कार्यकारी सदस्य समेत जीजेएम के दो शीर्ष नेताओं को उनके खिलाफ आगजनी के पुराने लंबित मामलों में गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने बताया कि जीटीए के सूचना एवं संस्कृति विभाग के प्रभारी और जीजेएम के सहायक सचिव बेनोय तमांग को कलिमपोंग उपमंडल में सिक्किम-पश्चिम बंगाल सीमा के निकट राम्बी से गुरुवार सुबह गिरफ्तार किया गया। सूत्रों ने बताया कि तमांग को इलाके में पुलिस की छापेमारी के दौरान गिरफ्तार किया गया। उन्हें आगजनी संबंधी मामलों में गिरफ्तार किया गया था। उन्होंने बताया कि एक खुफिया सूचना के आधार पर जीटीए के एक अन्य सदस्य और जीजेएम के नेता सतीश पाखरेल को कलिमपोंग में एक विभिन्न स्थान से गिरफ्तार किया गया।टिप्पणियां पुलिस ने बताया कि पाखरेल को उसके खिलाफ लंबित पुराने पुलिस मामलों में गिरफ्तार किया गया था। तमांग और पाखरेल की गिरफ्तारी के साथ ही दार्जिलिंग पर्वतीय क्षेत्र में पृथक गोरखालैंड की मांग को लेकर शुरू हुए अनिश्चितकालीन बंद के बाद से गिरफ्तार किए गए जीटीए के सदस्यों की संख्या 13 हो गई है। गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) के दो अन्य सदस्यों को गुरुवार तड़के कलिमपोंग से गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने बताया कि 29 जुलाई से अब तक दार्जिलिंग में जीजेएम के नेताओं एवं सदस्यों और बंद समर्थकों समेत कुल 685 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इस बीच, दार्जिलिंग पर्वतीय क्षेत्र में सामान्य जनजीवन आज भी प्रभावित रहा। दुकानें, व्यापारिक संस्थान, कार्यालय, स्कूल और शैक्षणिक संस्थान बंद रहे। पुलिस ने बताया कि जीटीए के सूचना एवं संस्कृति विभाग के प्रभारी और जीजेएम के सहायक सचिव बेनोय तमांग को कलिमपोंग उपमंडल में सिक्किम-पश्चिम बंगाल सीमा के निकट राम्बी से गुरुवार सुबह गिरफ्तार किया गया। सूत्रों ने बताया कि तमांग को इलाके में पुलिस की छापेमारी के दौरान गिरफ्तार किया गया। उन्हें आगजनी संबंधी मामलों में गिरफ्तार किया गया था। उन्होंने बताया कि एक खुफिया सूचना के आधार पर जीटीए के एक अन्य सदस्य और जीजेएम के नेता सतीश पाखरेल को कलिमपोंग में एक विभिन्न स्थान से गिरफ्तार किया गया।टिप्पणियां पुलिस ने बताया कि पाखरेल को उसके खिलाफ लंबित पुराने पुलिस मामलों में गिरफ्तार किया गया था। तमांग और पाखरेल की गिरफ्तारी के साथ ही दार्जिलिंग पर्वतीय क्षेत्र में पृथक गोरखालैंड की मांग को लेकर शुरू हुए अनिश्चितकालीन बंद के बाद से गिरफ्तार किए गए जीटीए के सदस्यों की संख्या 13 हो गई है। गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) के दो अन्य सदस्यों को गुरुवार तड़के कलिमपोंग से गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने बताया कि 29 जुलाई से अब तक दार्जिलिंग में जीजेएम के नेताओं एवं सदस्यों और बंद समर्थकों समेत कुल 685 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इस बीच, दार्जिलिंग पर्वतीय क्षेत्र में सामान्य जनजीवन आज भी प्रभावित रहा। दुकानें, व्यापारिक संस्थान, कार्यालय, स्कूल और शैक्षणिक संस्थान बंद रहे। सूत्रों ने बताया कि तमांग को इलाके में पुलिस की छापेमारी के दौरान गिरफ्तार किया गया। उन्हें आगजनी संबंधी मामलों में गिरफ्तार किया गया था। उन्होंने बताया कि एक खुफिया सूचना के आधार पर जीटीए के एक अन्य सदस्य और जीजेएम के नेता सतीश पाखरेल को कलिमपोंग में एक विभिन्न स्थान से गिरफ्तार किया गया।टिप्पणियां पुलिस ने बताया कि पाखरेल को उसके खिलाफ लंबित पुराने पुलिस मामलों में गिरफ्तार किया गया था। तमांग और पाखरेल की गिरफ्तारी के साथ ही दार्जिलिंग पर्वतीय क्षेत्र में पृथक गोरखालैंड की मांग को लेकर शुरू हुए अनिश्चितकालीन बंद के बाद से गिरफ्तार किए गए जीटीए के सदस्यों की संख्या 13 हो गई है। गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) के दो अन्य सदस्यों को गुरुवार तड़के कलिमपोंग से गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने बताया कि 29 जुलाई से अब तक दार्जिलिंग में जीजेएम के नेताओं एवं सदस्यों और बंद समर्थकों समेत कुल 685 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इस बीच, दार्जिलिंग पर्वतीय क्षेत्र में सामान्य जनजीवन आज भी प्रभावित रहा। दुकानें, व्यापारिक संस्थान, कार्यालय, स्कूल और शैक्षणिक संस्थान बंद रहे। पुलिस ने बताया कि पाखरेल को उसके खिलाफ लंबित पुराने पुलिस मामलों में गिरफ्तार किया गया था। तमांग और पाखरेल की गिरफ्तारी के साथ ही दार्जिलिंग पर्वतीय क्षेत्र में पृथक गोरखालैंड की मांग को लेकर शुरू हुए अनिश्चितकालीन बंद के बाद से गिरफ्तार किए गए जीटीए के सदस्यों की संख्या 13 हो गई है। गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) के दो अन्य सदस्यों को गुरुवार तड़के कलिमपोंग से गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने बताया कि 29 जुलाई से अब तक दार्जिलिंग में जीजेएम के नेताओं एवं सदस्यों और बंद समर्थकों समेत कुल 685 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इस बीच, दार्जिलिंग पर्वतीय क्षेत्र में सामान्य जनजीवन आज भी प्रभावित रहा। दुकानें, व्यापारिक संस्थान, कार्यालय, स्कूल और शैक्षणिक संस्थान बंद रहे। गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) के दो अन्य सदस्यों को गुरुवार तड़के कलिमपोंग से गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने बताया कि 29 जुलाई से अब तक दार्जिलिंग में जीजेएम के नेताओं एवं सदस्यों और बंद समर्थकों समेत कुल 685 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इस बीच, दार्जिलिंग पर्वतीय क्षेत्र में सामान्य जनजीवन आज भी प्रभावित रहा। दुकानें, व्यापारिक संस्थान, कार्यालय, स्कूल और शैक्षणिक संस्थान बंद रहे।
चीन ने दीवार से छिपाई गांव की गरीबी
चीन के गांसू प्रांत में प्रशासन ने राजमार्ग से लगे एक छोटे से गांव और उसकी बदहाल स्थिति को छिपाने के लिए राजमार्ग के किनारे पांच किलोमीटर लम्बी दीवार का निर्माण किया है।
चीन के गांसू प्रांत में प्रशासन ने राजमार्ग से लगे एक छोटे से गांव और उसकी बदहाल स्थिति को छिपाने के लिए राजमार्ग के किनारे पांच किलोमीटर लम्बी दीवार का निर्माण किया है।टिप्पणियां समाचार पत्र 'पीपुल्स डेली' ने मंगलवार को अपनी रपट में बताया कि डिंगसी शहर के नजदीक एक गांव दो मीटर ऊंची और पांच किलोमीटर लम्बी दीवार के निर्माण के बाद राजमार्ग पर गुजरने वाले वाहनों से छिप गया है। दीवार में हालांकि प्रत्येक चार मीटर की दूरी पर रास्ता छोड़ा गया है, ताकि स्थानीय लोग राजमार्ग पर आ सकें। दीवार बनाने का काम अक्टूबर में शुरू हुआ था और स्थानीय लोगों को बताया गया था कि यह निर्माण 'गरीबी दूर करने की योजना' के तहत किया जा रहा है। कुछ हफ्तों बाद वे यह जानकर भौचक रह गए कि दीवार का निर्माण केवल उनके गांव की गरीबों को छिपाने के लिए किया गया है। समाचार पत्र 'पीपुल्स डेली' ने मंगलवार को अपनी रपट में बताया कि डिंगसी शहर के नजदीक एक गांव दो मीटर ऊंची और पांच किलोमीटर लम्बी दीवार के निर्माण के बाद राजमार्ग पर गुजरने वाले वाहनों से छिप गया है। दीवार में हालांकि प्रत्येक चार मीटर की दूरी पर रास्ता छोड़ा गया है, ताकि स्थानीय लोग राजमार्ग पर आ सकें। दीवार बनाने का काम अक्टूबर में शुरू हुआ था और स्थानीय लोगों को बताया गया था कि यह निर्माण 'गरीबी दूर करने की योजना' के तहत किया जा रहा है। कुछ हफ्तों बाद वे यह जानकर भौचक रह गए कि दीवार का निर्माण केवल उनके गांव की गरीबों को छिपाने के लिए किया गया है। दीवार बनाने का काम अक्टूबर में शुरू हुआ था और स्थानीय लोगों को बताया गया था कि यह निर्माण 'गरीबी दूर करने की योजना' के तहत किया जा रहा है। कुछ हफ्तों बाद वे यह जानकर भौचक रह गए कि दीवार का निर्माण केवल उनके गांव की गरीबों को छिपाने के लिए किया गया है।
एक्ट्रेस से सांसद बनीं Nusrat Jahan ने तुर्की में निखिल जैन से की शादी, वीडियो हुआ वायरल
बंगाली एक्ट्रेस नुसरत जहां ने की निखिल जैन से शादी लाल जोड़े में खूबसूरत लगीं नुसरत जहां 4 जुलाई को कोलकाता में होगा रिसेप्शन
एक्ट्रेस से नेता बनने वाली नुसरत जहां (Nusrat Jahan) ने अब अपनी जिंदगी के नए सफर की शुरुआत की है. बंगाली एक्ट्रेस नुसरत जहां ने बुधवार को बिजनेसमैन निखिल जैन (Nikhil Jain) से तुर्की में शादी की है. नुसरत जहां (Nusrat Jahan) की शादी के खास मौके पर उनके साथ परिवार के सदस्य और कुछ खास दोस्त मौजूद थे. शादी के जोड़े में नुसरत जहां (Nusrat Jahan) बेहद खूबसूरत लग रही थीं. नुसरत जहां ने अपनी शादी की फोटो ट्विटर अकाउंट पर भी शेयर की है, जिसमें वह निखिल जैन (Nikhil Jain) के साथ दिखाई दे रही हैं. अपनी शादी के खास मौके पर नुसरत जहां ने लोकप्रिय डिजाइनर सब्यासाची मुखर्जी का डिजाइन किया हुआ लहंगा पहना. Towards a happily ever after with @nikhiljain09 A post shared by Nusrat (@nusratchirps) on Jun 19, 2019 at 3:46pm PDT एक्ट्रेस और तृणमूल कांग्रेस की सांसद नुसरत जहां (Nusrat Jahan) ने अपनी शादी की फोटो ट्विटर पर भी शेयर की. निखिल जैन के साथ फोटो पोस्ट करते हुए नुसरत जहां ने लिखा 'निखिल जैन के साथ खुशियों के सफर पर.' फोटो में नुसरत (Nusrat Jahan) जहां के अलावा निखिल जैन (Nikhil Jain) भी शेरवानी में काफी शानदार लग रहे थे. रेड लहंगे में नुसरत जहां और व्हाइट शेरवानी में निखिल जैन, दोनों का लुक काफी जबरदस्त लग रहा है. शादी की खास रस्म के बाद नुसरत जहां और निखिल जैन का रिसेप्शन 4 जुलाई को कोलकाता में होगा, जिसमें बंगाली कलाकारों के साथ नेताओं के शामिल होने की भी संभावना है.  Where were we the past 3 days. This is what we have been shooting and reveiling the first look of @nusratchirps & @nikhiljain09 from their gorgeous wedding ceremony. Nusrat + Nikhil 2019 Event Planned and Executed By @weddingsbyesl #celebrityweddings #weddings #knottingbellstravels #knottingbells #walkoffame #walkdowntheaisle #herecomesthebride #nusratjahan #live #love #laughter #thenjaffair A post shared by Knotting Bells (@knottingbells) on Jun 19, 2019 at 7:38pm PDT नुसरत जहां (Nusrat Jahan) और निखिल जैन की शादी हिंदू रीति-रिवाज से की गई है. इसकी कई फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए हैं. एक वीडियो में नुसरत जहां और निखिल जैन मंडप में बैठे नजर आ रहे हैं. #thenjaffair #NusratJahan wedding A post shared by Star Golpo (@stargolpo) on Jun 19, 2019 at 9:00pm PDT इसके अलावा नुसरत जहां ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट से हल्दी सेरेमनी की फोटो भी साझा की है, जिसमें नुसरत जहां काफी खूबसूरत लग रही हैं.  U taught me humanity.. took each n every care of my happiness.. i will nvr let u and ur principles down.. I love u Daddy... May all daughters get a father like u.. Happy fathers day..!! A post shared by Nusrat (@nusratchirps) on Jun 15, 2019 at 3:12am PDT बता दें कि बंगाली एक्ट्रेस नुसरत (Nusrat Jahan) जहां ने इस साल हुए लोकसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस की टिकट से चुनाव लड़ा था. इस चुनाव में उन्होंने पश्चिम बंगाल के बशीरहाट सीट से कुल 3.5 लाख वोट से जीत दर्ज की थी. अपने एक्टिंग करियर के दौरान अब तक नुसरत जहां ने खिलाड़ी, शोत्रु, खोका 420, जमाई, लव एक्सप्रेस और क्रिसक्रोस जैसी कई शानदार फिल्मों में काम किया है. वहीं उनके पति निखिल जैन बंगाल के टॉप बिजनेसमैन में से एक हैं.
मोदी सरकार पर लाखों लोगों को बेरोजगार करने का आरोप
कहा- लाखों साक्षरता प्रेरकों को बेरोजगारी का दंश झेलना पड़ेगा संविदा 30 सितंबर से आगे न बढ़ाने पर कई परिवार होंगे प्रभावित सरकार ने रोजगार में लगे लोगों को भी बेरोजगार बना दिया
चौधरी ने कहा कि तीन वर्ष के कार्यकाल में युवाओं और नौजवानों को रोजगार तो मिला नहीं, बल्कि जो नौजवान रोजगार में लगा था उसे भी बेरोजगारी की लाइन में लाकर खड़ा कर दिया है. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने अब तक जितने भी फैसले लिए हैं, सभी में रोजगार में भारी गिरावट देखने को मिल रही है. नोटबंदी का फरमान हो या फिर जीएसटी का, दोनों ही फरमानों ने देश की अर्थव्यवस्था को कुचलकर रख दिया है. मोदी के मंत्री कितनी भी सफाई देते रहें, वे सच को झुठला नहीं सकते. (इनपुट आईएएनएस से)
रोमनी ने फ्लोरिडा में जीता रिपब्लिकन प्राइमरी
मैसाचुसेट्स के पूर्व गवर्नर मिट रोमनी ने न्यूट गिंगरिच को शिकस्त देकर फ्लोरिडा में रिपब्लिकन प्राइमरी चुनाव जीत लिया है।
मैसाचुसेट्स के पूर्व गवर्नर मिट रोमनी ने न्यूट गिंगरिच को शिकस्त देकर फ्लोरिडा में रिपब्लिकन प्राइमरी चुनाव जीत लिया है। इस जीत से वह नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए बराक ओबामा को चुनौती देने के मामले में रिपब्लिकन पार्टी की ओर से नामांकन हासिल करने के करीब आ गए हैं। गिंगरिच को चार लाख 25 हजार और रोमनी को 6.3 लाख मत मिले।टिप्पणियां अमेरिकी मीडिया ने तुरत-फुरत फ्लोरिडा के प्राइमरी चुनाव में रोमनी के जीतने की घोषणा कर दी। आधिकारिक परिणाम जारी होने में कुछ समय लगेगा। नवंबर में ओबामा की जगह हासिल करने की लड़ाई में अग्रिम मोर्चे पर चल रहे रोमनी का यह उभार न्यूट गिंगरिच के खिलाफ टेलीविजन और रेडियो पर नकारात्मक विज्ञापन की वजह से है। 'वाशिंगटन पोस्ट' ने कहा, ‘‘साउथ कैरोलिना प्राइमरी में 10 दिन पहले गिंगरिच से जबर्दस्त हार के बाद रोमनी फ्लोरिडा में दमदार बनकर उभरे हैं और रिपब्लिकनों में नामांकन की लड़ाई में उनके लिए यह सबसे बड़ा उपहार है।’’ साउथ कैरोलिना में गिंगरिच ने रोमनी को पटरी से उतार दिया था, लेकिन फ्लोरिडा उनके लिए उम्मीद की किरण लेकर आया है। अमेरिकी मीडिया ने तुरत-फुरत फ्लोरिडा के प्राइमरी चुनाव में रोमनी के जीतने की घोषणा कर दी। आधिकारिक परिणाम जारी होने में कुछ समय लगेगा। नवंबर में ओबामा की जगह हासिल करने की लड़ाई में अग्रिम मोर्चे पर चल रहे रोमनी का यह उभार न्यूट गिंगरिच के खिलाफ टेलीविजन और रेडियो पर नकारात्मक विज्ञापन की वजह से है। 'वाशिंगटन पोस्ट' ने कहा, ‘‘साउथ कैरोलिना प्राइमरी में 10 दिन पहले गिंगरिच से जबर्दस्त हार के बाद रोमनी फ्लोरिडा में दमदार बनकर उभरे हैं और रिपब्लिकनों में नामांकन की लड़ाई में उनके लिए यह सबसे बड़ा उपहार है।’’ साउथ कैरोलिना में गिंगरिच ने रोमनी को पटरी से उतार दिया था, लेकिन फ्लोरिडा उनके लिए उम्मीद की किरण लेकर आया है। 'वाशिंगटन पोस्ट' ने कहा, ‘‘साउथ कैरोलिना प्राइमरी में 10 दिन पहले गिंगरिच से जबर्दस्त हार के बाद रोमनी फ्लोरिडा में दमदार बनकर उभरे हैं और रिपब्लिकनों में नामांकन की लड़ाई में उनके लिए यह सबसे बड़ा उपहार है।’’ साउथ कैरोलिना में गिंगरिच ने रोमनी को पटरी से उतार दिया था, लेकिन फ्लोरिडा उनके लिए उम्मीद की किरण लेकर आया है।
पाकिस्तान को भड़काना नहीं चाहता भारत : अमेरिकी रिपोर्ट
भारत अफगानिस्तान में पाकिस्तान को सामरिक गहराई से वंचित करना और यह सुनिश्चित करना चाहता है कि वहां उसके हितों पर हमले नहीं किए जाए, लेकिन कोई बड़ी सुरक्षा भूमिका निभा कर पाकिस्तान की भावनाओं को भड़काने में उसकी ज्यादा दिलचस्पी नहीं है।
भारत अफगानिस्तान में पाकिस्तान को सामरिक गहराई से वंचित करना और यह सुनिश्चित करना चाहता है कि वहां उसके हितों पर हमले नहीं किए जाए, लेकिन कोई बड़ी सुरक्षा भूमिका निभा कर पाकिस्तान की भावनाओं को भड़काने में उसकी ज्यादा दिलचस्पी नहीं है। अमेरिका की एक संसदीय रिपोर्ट में यह टिप्पणी की गई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि दो अहम पड़ोसियों के साथ अफगानिस्तान का रुख ‘नाजुक संतुलनकारी कृत्य’ है।टिप्पणियां अमेरिकी संसद की एक स्वतंत्र शोध शाखा ‘कांग्रेशनल रिसर्च सर्विस’ की रिपोर्ट में इसके भी ब्योरे हैं कि अफगानिस्तान में भारत की गतिविधियां किस तरह पाकिस्तान के विपरीत हैं और कैसे भारत तालिबान के साथ सुलह-सफाई से चौकस और सतर्क है। सीआरएस की नवीनतम अफगान रिपोर्ट में कहा गया है, ‘अफगानिस्तान में भारत के हित और गतिविधियां पाकिस्तान के हित और गतिविधियों के विपरीत हैं। भारत का लक्ष्य अफगानिस्तान में पाकिस्तान को ‘सामरिक गहराई’ से वंचित करना है, व्यापार और मध्य एशिया के साथ अन्य रिश्तों में भारत को रोकने की क्षमता से पाकिस्तान को वंचित करना और अफगानिस्तान में भारतीय लक्ष्यों पर हमला करने से अफगानिस्तान में आतंकवादियों को रोकना है।’ अमेरिका की एक संसदीय रिपोर्ट में यह टिप्पणी की गई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि दो अहम पड़ोसियों के साथ अफगानिस्तान का रुख ‘नाजुक संतुलनकारी कृत्य’ है।टिप्पणियां अमेरिकी संसद की एक स्वतंत्र शोध शाखा ‘कांग्रेशनल रिसर्च सर्विस’ की रिपोर्ट में इसके भी ब्योरे हैं कि अफगानिस्तान में भारत की गतिविधियां किस तरह पाकिस्तान के विपरीत हैं और कैसे भारत तालिबान के साथ सुलह-सफाई से चौकस और सतर्क है। सीआरएस की नवीनतम अफगान रिपोर्ट में कहा गया है, ‘अफगानिस्तान में भारत के हित और गतिविधियां पाकिस्तान के हित और गतिविधियों के विपरीत हैं। भारत का लक्ष्य अफगानिस्तान में पाकिस्तान को ‘सामरिक गहराई’ से वंचित करना है, व्यापार और मध्य एशिया के साथ अन्य रिश्तों में भारत को रोकने की क्षमता से पाकिस्तान को वंचित करना और अफगानिस्तान में भारतीय लक्ष्यों पर हमला करने से अफगानिस्तान में आतंकवादियों को रोकना है।’ अमेरिकी संसद की एक स्वतंत्र शोध शाखा ‘कांग्रेशनल रिसर्च सर्विस’ की रिपोर्ट में इसके भी ब्योरे हैं कि अफगानिस्तान में भारत की गतिविधियां किस तरह पाकिस्तान के विपरीत हैं और कैसे भारत तालिबान के साथ सुलह-सफाई से चौकस और सतर्क है। सीआरएस की नवीनतम अफगान रिपोर्ट में कहा गया है, ‘अफगानिस्तान में भारत के हित और गतिविधियां पाकिस्तान के हित और गतिविधियों के विपरीत हैं। भारत का लक्ष्य अफगानिस्तान में पाकिस्तान को ‘सामरिक गहराई’ से वंचित करना है, व्यापार और मध्य एशिया के साथ अन्य रिश्तों में भारत को रोकने की क्षमता से पाकिस्तान को वंचित करना और अफगानिस्तान में भारतीय लक्ष्यों पर हमला करने से अफगानिस्तान में आतंकवादियों को रोकना है।’ सीआरएस की नवीनतम अफगान रिपोर्ट में कहा गया है, ‘अफगानिस्तान में भारत के हित और गतिविधियां पाकिस्तान के हित और गतिविधियों के विपरीत हैं। भारत का लक्ष्य अफगानिस्तान में पाकिस्तान को ‘सामरिक गहराई’ से वंचित करना है, व्यापार और मध्य एशिया के साथ अन्य रिश्तों में भारत को रोकने की क्षमता से पाकिस्तान को वंचित करना और अफगानिस्तान में भारतीय लक्ष्यों पर हमला करने से अफगानिस्तान में आतंकवादियों को रोकना है।’
मारुति ने लॉन्च की नई 'डिजायर'
मारुति सुजुकी इंडिया ने अपनी एंट्री लेवेल सेडान कार डिजायर का एक छोटा संस्करण लॉन्च, किया जिसकी कीमत 4.79 लाख रुपये से 7.09 लाख रुपये के बीच है।
मारुति सुजुकी इंडिया ने अपनी एंट्री लेवेल सेडान कार डिजायर का एक छोटा संस्करण बुधवार को लॉन्च, किया जिसकी कीमत 4.79 लाख रुपये से 7.09 लाख रुपये के बीच है। डिजायर का नया मॉडल पेट्रोल और डीजल दोनों ही विकल्पों में उपलब्ध है और चूंकि यह 4 मीटर से कम लंबाई का है, इसलिए कंपनी इस पर 10 प्रतिशत उत्पाद शुल्क का लाभ उठा सकेगी।टिप्पणियां नई डिजायर का पेट्रोल संस्करण 1200 सीसी के इंजन से लैस है, जबकि डीजल संस्करण में 1300 सीसी का इंजन लगा है। पेट्रोल संस्करण में ऑटोमेटिक ट्रांसमिशन का विकल्प भी उपलब्ध कराया गया है। मारुति सुजुकी इंडिया के प्रबंधकीय कार्यकारी अधिकारी (विपणन एवं बिक्री) मयंक पारीक ने बताया, ‘‘कंपनी और इसके वेंडरों ने नई डिजायर पर 230 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया है। नया मॉडल पुराने संस्करण के मुकाबले 25,000 रुपये से 30,000 रुपये तक सस्ता है।’’ कंपनी ने नई डिजायर के पेट्रोल इंजन संस्करण की कीमत 4.79 लाख रुपये से 6.54 लाख रुपये के बीच रखी है, जबकि डीजल संस्करण की कीमत 5.80 लाख रुपये से 7.09 लाख रुपये के बीच है। वहीं, पहले से मौजूद डिजायर की कीमत 4.94 लाख रुपये से 7.29 लाख रुपये के बीच है। नई डिजायर का उत्पादन कंपनी के मानेसर संयंत्र में किया जाएगा। नई डिजायर का पेट्रोल संस्करण 1200 सीसी के इंजन से लैस है, जबकि डीजल संस्करण में 1300 सीसी का इंजन लगा है। पेट्रोल संस्करण में ऑटोमेटिक ट्रांसमिशन का विकल्प भी उपलब्ध कराया गया है। मारुति सुजुकी इंडिया के प्रबंधकीय कार्यकारी अधिकारी (विपणन एवं बिक्री) मयंक पारीक ने बताया, ‘‘कंपनी और इसके वेंडरों ने नई डिजायर पर 230 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया है। नया मॉडल पुराने संस्करण के मुकाबले 25,000 रुपये से 30,000 रुपये तक सस्ता है।’’ कंपनी ने नई डिजायर के पेट्रोल इंजन संस्करण की कीमत 4.79 लाख रुपये से 6.54 लाख रुपये के बीच रखी है, जबकि डीजल संस्करण की कीमत 5.80 लाख रुपये से 7.09 लाख रुपये के बीच है। वहीं, पहले से मौजूद डिजायर की कीमत 4.94 लाख रुपये से 7.29 लाख रुपये के बीच है। नई डिजायर का उत्पादन कंपनी के मानेसर संयंत्र में किया जाएगा। कंपनी ने नई डिजायर के पेट्रोल इंजन संस्करण की कीमत 4.79 लाख रुपये से 6.54 लाख रुपये के बीच रखी है, जबकि डीजल संस्करण की कीमत 5.80 लाख रुपये से 7.09 लाख रुपये के बीच है। वहीं, पहले से मौजूद डिजायर की कीमत 4.94 लाख रुपये से 7.29 लाख रुपये के बीच है। नई डिजायर का उत्पादन कंपनी के मानेसर संयंत्र में किया जाएगा।
Kumkum Bhagya Written Update: क्या मीरा को पता चल जाएगा प्राची की मां ही प्रज्ञा है, जानिए 'कुमकुम भाग्य' में क्या होगा...
साीरियल 'कुमकुम भाग्य' में जानिए क्या होगा क्या अभी, मीरा को दिखा देगा प्रज्ञा की फोटो 'कुमकुम भाग्य' में आने वाला है नया ट्विस्ट
Kumkum Bhagya Written Update: जी टीवी के नंबर वन शो 'कुमकुम भाग्य (Kumkum Bhagya)' में अभी और प्रज्ञा यूं तो एक-दूसरे से मिल चुके हैं, हालांकि उनका लड़ाई और झगड़ा खत्म होने का नाम नहीं ले रहा. सीरियल 'कुमकुम भाग्य' के पिछले एपिसोड में दिखाया गया कि प्रज्ञा (Sriti Jha) और अभी (Shabir Ahluwalia), ऋषि की वजह से लड़ते हैं. जहां, प्रज्ञा, ऋषि की साइड लेती है, वहीं अभी, प्रियंका की तरफदारी करता है. प्रज्ञा, अभी को बताती है कि प्रियंका, अभी और ऋषि दोनों को बेवकूफ बनाने की कोशिश कर रही है, लेकिन अभी उसकी बातों पर विश्वास नहीं करता और वह पुलिस स्टेशन से चला जाता है. सीरियल 'कुमकुम भाग्य (Kumkum Bhagya)' के पिछले एपिसोड में दिखाया गया कि पुलिस स्टेशन से जाने के बाद अभी ये सोचकर काफी दुखी हो जाता है कि इतने सालों के बाद मिलने पर भी उसने प्रज्ञा (Sriti Jha) से झगड़ा किया. वहीं, अभी फैसला करता है कि वह वापस जाकर प्रज्ञा से पुरानी सभी बातें भुलाकर मिलेगा और बात करेगा. दूसरी ओर दिशा, प्रज्ञा को फोन करती है, प्रज्ञा उसे बताती है कि अभी (Shabir Ahluwalia), प्रियंका का अंकल है. दिशा, प्रज्ञा से मिलने के लिए कहती है. सृति झा (Sriti Jha) और शब्बीर आहलुवालिया (Shabir Ahluwalia) के शो 'कुमकुम भाग्य (Kumkum Bhagya)' के अपकमिंग एपिसोड में दिखाया जाएगा कि प्रज्ञा, दिशा से कहेगी अभी बिल्कुल नहीं बदला. अभी अब भी उस पर विश्वास नहीं करता लेकिन अपनी इगो पर ज्यादा भरोसा करता है. प्रज्ञा को लगता है कि अभी उसके फैसले की इज्जत नहीं करता. वहीं, अभी, मीरा को बताता है कि जब भी उसे प्रज्ञा से बात करने का मन करता है तो वो उसकी फोटो से बात करता है. वह, मीरा से पूछता है कि क्या वो उसकी पत्नी का फोटो देखना चाहती है. अब देखना होगा कि क्या मीरा को पता चल जाएगा कि प्राची की मां ही प्रज्ञा है?
श्रीलंका के राष्ट्रपति बोधगया पहुंचे, नीतीश ने की अगवानी
भगवान बुद्ध की नगरी और बिहार के अंतरराष्ट्रीय पर्यटनस्थल बोधगया में एक दिवसीय कार्यक्रम के तहत गया के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचने पर श्रीलंका के राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने सहयोगियों के साथ आज गर्मजोशी से स्वागत क
भगवान बुद्ध की नगरी और बिहार के अंतरराष्ट्रीय पर्यटनस्थल बोधगया में एक दिवसीय कार्यक्रम के तहत गया के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचने पर श्रीलंका के राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने सहयोगियों के साथ आज गर्मजोशी से स्वागत किया। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि राष्ट्रपति राजपक्षे अपनी पत्नी सिरांथी राजपक्षे के साथ विशेष विमान से गया स्थित अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पहुंचे जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने मंत्रिमंडल के सहयोगियों और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ उनका स्वागत किया। हवाई अड्डे पर राष्ट्रपति को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।टिप्पणियां गया हवाई अड्डे से राष्ट्रपति महाबोधि मंदिर में पूजा अर्चना करने चले गए। वह 70 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल के साथ दिल्ली से गया पहुंचे हैं। सूत्रों ने बताया कि राष्ट्रपति बोधिवृक्ष के नीचे कुछ देर के लिए ध्यान और साधना भी करेंगे जहां भगवान बुद्ध को ज्ञान प्राप्त हुआ था। इसके अलावा राजपक्षे का महाबोधि सोसाइटी ऑफ इंडिया और श्रीलंका के बौद्ध विहार का दौरा करने का कार्यक्रम है। दोपहर बाद मुख्यमंत्री ने राष्ट्रपति के सम्मान में होटल रायल रेसीडेंसी में एक भोज का आयोजन किया है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि राष्ट्रपति राजपक्षे अपनी पत्नी सिरांथी राजपक्षे के साथ विशेष विमान से गया स्थित अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पहुंचे जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने मंत्रिमंडल के सहयोगियों और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ उनका स्वागत किया। हवाई अड्डे पर राष्ट्रपति को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।टिप्पणियां गया हवाई अड्डे से राष्ट्रपति महाबोधि मंदिर में पूजा अर्चना करने चले गए। वह 70 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल के साथ दिल्ली से गया पहुंचे हैं। सूत्रों ने बताया कि राष्ट्रपति बोधिवृक्ष के नीचे कुछ देर के लिए ध्यान और साधना भी करेंगे जहां भगवान बुद्ध को ज्ञान प्राप्त हुआ था। इसके अलावा राजपक्षे का महाबोधि सोसाइटी ऑफ इंडिया और श्रीलंका के बौद्ध विहार का दौरा करने का कार्यक्रम है। दोपहर बाद मुख्यमंत्री ने राष्ट्रपति के सम्मान में होटल रायल रेसीडेंसी में एक भोज का आयोजन किया है। गया हवाई अड्डे से राष्ट्रपति महाबोधि मंदिर में पूजा अर्चना करने चले गए। वह 70 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल के साथ दिल्ली से गया पहुंचे हैं। सूत्रों ने बताया कि राष्ट्रपति बोधिवृक्ष के नीचे कुछ देर के लिए ध्यान और साधना भी करेंगे जहां भगवान बुद्ध को ज्ञान प्राप्त हुआ था। इसके अलावा राजपक्षे का महाबोधि सोसाइटी ऑफ इंडिया और श्रीलंका के बौद्ध विहार का दौरा करने का कार्यक्रम है। दोपहर बाद मुख्यमंत्री ने राष्ट्रपति के सम्मान में होटल रायल रेसीडेंसी में एक भोज का आयोजन किया है। सूत्रों ने बताया कि राष्ट्रपति बोधिवृक्ष के नीचे कुछ देर के लिए ध्यान और साधना भी करेंगे जहां भगवान बुद्ध को ज्ञान प्राप्त हुआ था। इसके अलावा राजपक्षे का महाबोधि सोसाइटी ऑफ इंडिया और श्रीलंका के बौद्ध विहार का दौरा करने का कार्यक्रम है। दोपहर बाद मुख्यमंत्री ने राष्ट्रपति के सम्मान में होटल रायल रेसीडेंसी में एक भोज का आयोजन किया है।
'दंगल' की अभिनेत्री जायरा वसीम की कार का हुआ एक्‍सीडेंट, बाल-बाल बचीं
श्रीनगर में डल झील के किनारे बुलेवार्ड रोड पर यह हादसा हुआ जायरा की कार डल झील में गिरी, जायरा को नहीं आई चोट 'दंगल' में गीता फोगाट के बचपन का किरदार निभा चुकी हैं जायरा
'दंगल' फिल्म की अदाकारा जायरा वसीम की कार दुर्घटनाग्रस्त हो गई. हालांकि जायरा इस घटना में सुरक्षित बच गई हैं और उन्‍हें ज्‍यादा चोट नहीं आई है. न्‍यूज एजेंसी पीटीआई के अनुसार पुलिस ने बताया कि 16 वर्षीय जायरा वसीम शुक्रवार देर रात अपनी दोस्त के साथ जा रही थी तभी डल झील के किनारे बुलेवार्ड रोड पर यह हादसा हुआ. चश्मदीदों के मताबिक, गाड़ी तेज रफ्तार से जा रही थी और चालक कार पर से अपना नियंत्रण खो बैठा. कार फुटपाथ पार करते हुए झील से लगी रेलिंग से टकरा गई. जानकारी के अनुसार इस घटना में जायदा को कोई चोट नहीं आई लेकिन उनके साथ में यात्रा कर रहे व्‍यक्ति को चोट आई है. पुलिस ने कहा कि जानकारी के मुताबिक, कार एक स्थानीय सियासतदान की थी. पुलिस ने कहा कि किसी के जख्मी होने या सार्वजनिक संपत्ति के क्षतिग्रस्त होने की रिपोर्ट नहीं होने की वजह से इस बाबत कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है.मुंबई मिरर ने सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि जायरा इस कार में अपने दोस्‍त आरिफ असलम के साथ थीं. जायरा सफेद रंग की स्‍कॉर्पियो (JK01A 0819) में यात्रा कर रही थीं. कश्‍मीर की रहने वाली जायरा वसीम आमिर खान और डायरेक्‍टर नितेश तिवारी की फिल्‍म 'दंगल' में पहलवान गीता फोगाट के बचपन का किरदार निभा चुकी हैं. जायरा को इस फिल्‍म में उनके अभिनय के लिए काफी तारीफें मिली थीं. इस साल हुए राष्‍ट्रीय फिल्‍म पुरस्‍कारों में जायरा को बेस्‍ट सपोर्टिंग एक्‍ट्रेस का राष्‍ट्रीय पुरस्‍कार दिया गया है. टिप्पणियां यह पुरस्‍कार जीतने के बाद जायरा ने कहा था, ' मेरी पहली ही फिल्‍म के लिए इतना सम्‍मानित पुरस्‍कार पाना मेरे लिए काफी उत्‍साहजनक है. यह सराहना मुझे और भी मेहनत करने की प्रेरणा देती है. एक इंटरव्‍यू के दौरान जायरा यह भी कह चुकी हैं कि उन्‍हें खुद को स्‍क्रीन पर देखने से नफरत है. आईएएनएस को दिए अपने एक बयान में जायरा ने कहा, 'मुझे अपने आप को स्‍क्रीन पर देखने से नफरत है.  इसमें मुझे शर्म आती है. मैं अपने खुद के इंटरव्‍यू कभी नहीं देखती.'   बता दें कि जनवरी में जायरा वसीम जम्‍मू कश्‍मीर की मुख्‍यमंत्री मेहबूबा मुफ्ती के साथ पोस्‍ट किए गए अपने एक फोटो के लिए ट्रोल की गई थीं. जायरा को मुख्‍यमंत्री से मिलने के लिए ट्रोल किया गया. जायरा ने पहले फेसबुक पर लोगों से इसके लिए माफी मांगी और फिर इसे डिलीट कर दिया था. आमिर खान और बॉलीवुड के कई कलाकारों ने जायरा के समर्थन में ट्वीट किए थे. (इनपुट भाषा से भी) मुंबई मिरर ने सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि जायरा इस कार में अपने दोस्‍त आरिफ असलम के साथ थीं. जायरा सफेद रंग की स्‍कॉर्पियो (JK01A 0819) में यात्रा कर रही थीं. कश्‍मीर की रहने वाली जायरा वसीम आमिर खान और डायरेक्‍टर नितेश तिवारी की फिल्‍म 'दंगल' में पहलवान गीता फोगाट के बचपन का किरदार निभा चुकी हैं. जायरा को इस फिल्‍म में उनके अभिनय के लिए काफी तारीफें मिली थीं. इस साल हुए राष्‍ट्रीय फिल्‍म पुरस्‍कारों में जायरा को बेस्‍ट सपोर्टिंग एक्‍ट्रेस का राष्‍ट्रीय पुरस्‍कार दिया गया है. टिप्पणियां यह पुरस्‍कार जीतने के बाद जायरा ने कहा था, ' मेरी पहली ही फिल्‍म के लिए इतना सम्‍मानित पुरस्‍कार पाना मेरे लिए काफी उत्‍साहजनक है. यह सराहना मुझे और भी मेहनत करने की प्रेरणा देती है. एक इंटरव्‍यू के दौरान जायरा यह भी कह चुकी हैं कि उन्‍हें खुद को स्‍क्रीन पर देखने से नफरत है. आईएएनएस को दिए अपने एक बयान में जायरा ने कहा, 'मुझे अपने आप को स्‍क्रीन पर देखने से नफरत है.  इसमें मुझे शर्म आती है. मैं अपने खुद के इंटरव्‍यू कभी नहीं देखती.'   बता दें कि जनवरी में जायरा वसीम जम्‍मू कश्‍मीर की मुख्‍यमंत्री मेहबूबा मुफ्ती के साथ पोस्‍ट किए गए अपने एक फोटो के लिए ट्रोल की गई थीं. जायरा को मुख्‍यमंत्री से मिलने के लिए ट्रोल किया गया. जायरा ने पहले फेसबुक पर लोगों से इसके लिए माफी मांगी और फिर इसे डिलीट कर दिया था. आमिर खान और बॉलीवुड के कई कलाकारों ने जायरा के समर्थन में ट्वीट किए थे. (इनपुट भाषा से भी) यह पुरस्‍कार जीतने के बाद जायरा ने कहा था, ' मेरी पहली ही फिल्‍म के लिए इतना सम्‍मानित पुरस्‍कार पाना मेरे लिए काफी उत्‍साहजनक है. यह सराहना मुझे और भी मेहनत करने की प्रेरणा देती है. एक इंटरव्‍यू के दौरान जायरा यह भी कह चुकी हैं कि उन्‍हें खुद को स्‍क्रीन पर देखने से नफरत है. आईएएनएस को दिए अपने एक बयान में जायरा ने कहा, 'मुझे अपने आप को स्‍क्रीन पर देखने से नफरत है.  इसमें मुझे शर्म आती है. मैं अपने खुद के इंटरव्‍यू कभी नहीं देखती.'   बता दें कि जनवरी में जायरा वसीम जम्‍मू कश्‍मीर की मुख्‍यमंत्री मेहबूबा मुफ्ती के साथ पोस्‍ट किए गए अपने एक फोटो के लिए ट्रोल की गई थीं. जायरा को मुख्‍यमंत्री से मिलने के लिए ट्रोल किया गया. जायरा ने पहले फेसबुक पर लोगों से इसके लिए माफी मांगी और फिर इसे डिलीट कर दिया था. आमिर खान और बॉलीवुड के कई कलाकारों ने जायरा के समर्थन में ट्वीट किए थे. (इनपुट भाषा से भी) (इनपुट भाषा से भी)
क्या प्रणब को मिलेगा एनडीए का समर्थन, ममता क्या बोलेंगी आज?
कांग्रेस और सहयोगियों को लगता है कि न सिर्फ प्रणब का अनुभव उन्हें राष्ट्रपति की रेस में सबसे आगे रखेगा, बल्कि उनकी इमेज ऐसी रही है कि विरोधी दलों को भी राजी कराने में ज्यादा मुश्किल पेश नहीं आएगी।
तमाम राजनीतिक उठापटक, अटकलबाजी और सस्पेंस के बाद अंतत: यूपीए ने सरकार के ‘संकटमोचक’ प्रणब मुखर्जी के राष्ट्रपति भवन जाने का रास्ता तैयार कर दिया। यूपीए घटक तृणमूल कांग्रेस के विरोध के बावजूद सपा, बसपा सहित यूपीए से बाहर के कुछ दलों के समर्थन से मुखर्जी की जीत लगभग पक्की समझी जा रही है। कांग्रेस और उनके सहयोगियों को लगता है कि न सिर्फ प्रणब मुखर्जी का अनुभव उन्हें राष्ट्रपति की रेस में सबसे आगे रखेगा, बल्कि उनकी इमेज ऐसी रही है कि विरोधी दलों को भी राजी कराने में ज्यादा मुश्किल पेश नहीं आएगी। राष्ट्रपति पद के लिए अपनी उम्मीदवारी की घोषणा के बाद प्रणब मुखर्जी ने कहा कि वह बेहद सम्मानित महसूस कर रहे हैं। उम्मीदवारी की घोषणा के बाद पत्रकारों से बातचीत करने आए प्रणब दा ने हिन्दी बोलकर सबको चौंका दिया, क्योंकि उन्हें सार्वजनिक तौर पर हिन्दी बोलते हुए काफी कम देखा गया है। प्रणब दा ने कहा कि अपने राजनीतिक जीवन में उन्हें अपनी पार्टी के अलावा सभी दलों के नेताओं का समर्थन मिलता रहा है और अब भी मैं उनसे समर्थन की उम्मीद करता हूं। साथ ही ममता बनर्जी के बारे में उन्होंने कहा कि वह उनकी बहन हैं और वह ममता से भी समर्थन की अपील करते हैं। सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव के भाई राम गोपाल यादव ने मुखर्जी के नाम के समर्थन का ऐलान करते हुए कहा कि उन्हें इस बात की खुशी है कि प्रणव दा को अंतत: उम्मीदवार बनाया गया। पार्टी उनका समर्थन करती है और उनकी जीत की कामना करती है। इसी तरह, बसपा प्रमुख मायावती ने भी मुखर्जी के नाम का समर्थन करते हुए लखनऊ में कहा कि वह सबसे योग्य उम्मीदवार हैं। उनकी पार्टी ने मुखर्जी के पक्ष में मतदान का फैसला किया है। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने सभी राजनीतिक दलों से मुखर्जी के लिए समर्थन मांगा है। इससे पहले, शुक्रवार शाम को महीनों से चल रही सरगर्मियों को विराम देते हुए सत्ताधारी गठबंधन के नेताओं की प्रधानमंत्री आवास पर बैठक हुई और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने 77 वर्षीय मुखर्जी के नाम का प्रस्ताव किया। घटक दलों के नेताओं ने सर्वसम्मति से उनके नाम पर मुहर लगा दी। तृणमूल बैठक में शामिल नहीं हुई। सोनिया ने कहा कि मुखर्जी का पांच दशक का सार्वजनिक जीवन का प्रतिष्ठित रिकार्ड रहा है। उनकी उम्मीदवारी को लेकर व्यापक सहमति है। संप्रग सभी राजनीतिक दलों और सभी सांसदों एवं विधायकों से अपील करती है कि वे मुखर्जी की राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवारी का समर्थन करें। कल तक एपीजे अब्दुल कलाम का नाम आगे कर तृणमूल के सुर में सुर मिलाने वाले सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव ने ‘यू टर्न’ मारते हुए मुखर्जी के नाम का समर्थन कर दिया। उन्होंने कहा कि ममता के साथ उन्होंने जो नाम आगे किए थे, वे उनके सुझाव भर थे लेकिन सरकार ने उसे माना नहीं।टिप्पणियां राष्ट्रपति पद चुनाव के लिए उम्मीदवार बनाए जाने के बाद सोनिया का आभार व्यक्त करते हुए प्रणब मुखर्जी ने कहा, ‘मैं काफी सम्मानित महसूस कर रहा हूं। मैं पूरी नम्रता से इसे स्वीकारता हूं।’ उन्होंने कहा कि हमने सभी दलों से समर्थन का आग्रह किया है। इस सवाल पर कि अगला वित्त मंत्री कौन होगा, मुखर्जी ने कहा कि यह प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी तय करेंगे। यूपीए घटक तृणमूल कांग्रेस के विरोध के बावजूद सपा, बसपा सहित यूपीए से बाहर के कुछ दलों के समर्थन से मुखर्जी की जीत लगभग पक्की समझी जा रही है। कांग्रेस और उनके सहयोगियों को लगता है कि न सिर्फ प्रणब मुखर्जी का अनुभव उन्हें राष्ट्रपति की रेस में सबसे आगे रखेगा, बल्कि उनकी इमेज ऐसी रही है कि विरोधी दलों को भी राजी कराने में ज्यादा मुश्किल पेश नहीं आएगी। राष्ट्रपति पद के लिए अपनी उम्मीदवारी की घोषणा के बाद प्रणब मुखर्जी ने कहा कि वह बेहद सम्मानित महसूस कर रहे हैं। उम्मीदवारी की घोषणा के बाद पत्रकारों से बातचीत करने आए प्रणब दा ने हिन्दी बोलकर सबको चौंका दिया, क्योंकि उन्हें सार्वजनिक तौर पर हिन्दी बोलते हुए काफी कम देखा गया है। प्रणब दा ने कहा कि अपने राजनीतिक जीवन में उन्हें अपनी पार्टी के अलावा सभी दलों के नेताओं का समर्थन मिलता रहा है और अब भी मैं उनसे समर्थन की उम्मीद करता हूं। साथ ही ममता बनर्जी के बारे में उन्होंने कहा कि वह उनकी बहन हैं और वह ममता से भी समर्थन की अपील करते हैं। सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव के भाई राम गोपाल यादव ने मुखर्जी के नाम के समर्थन का ऐलान करते हुए कहा कि उन्हें इस बात की खुशी है कि प्रणव दा को अंतत: उम्मीदवार बनाया गया। पार्टी उनका समर्थन करती है और उनकी जीत की कामना करती है। इसी तरह, बसपा प्रमुख मायावती ने भी मुखर्जी के नाम का समर्थन करते हुए लखनऊ में कहा कि वह सबसे योग्य उम्मीदवार हैं। उनकी पार्टी ने मुखर्जी के पक्ष में मतदान का फैसला किया है। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने सभी राजनीतिक दलों से मुखर्जी के लिए समर्थन मांगा है। इससे पहले, शुक्रवार शाम को महीनों से चल रही सरगर्मियों को विराम देते हुए सत्ताधारी गठबंधन के नेताओं की प्रधानमंत्री आवास पर बैठक हुई और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने 77 वर्षीय मुखर्जी के नाम का प्रस्ताव किया। घटक दलों के नेताओं ने सर्वसम्मति से उनके नाम पर मुहर लगा दी। तृणमूल बैठक में शामिल नहीं हुई। सोनिया ने कहा कि मुखर्जी का पांच दशक का सार्वजनिक जीवन का प्रतिष्ठित रिकार्ड रहा है। उनकी उम्मीदवारी को लेकर व्यापक सहमति है। संप्रग सभी राजनीतिक दलों और सभी सांसदों एवं विधायकों से अपील करती है कि वे मुखर्जी की राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवारी का समर्थन करें। कल तक एपीजे अब्दुल कलाम का नाम आगे कर तृणमूल के सुर में सुर मिलाने वाले सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव ने ‘यू टर्न’ मारते हुए मुखर्जी के नाम का समर्थन कर दिया। उन्होंने कहा कि ममता के साथ उन्होंने जो नाम आगे किए थे, वे उनके सुझाव भर थे लेकिन सरकार ने उसे माना नहीं।टिप्पणियां राष्ट्रपति पद चुनाव के लिए उम्मीदवार बनाए जाने के बाद सोनिया का आभार व्यक्त करते हुए प्रणब मुखर्जी ने कहा, ‘मैं काफी सम्मानित महसूस कर रहा हूं। मैं पूरी नम्रता से इसे स्वीकारता हूं।’ उन्होंने कहा कि हमने सभी दलों से समर्थन का आग्रह किया है। इस सवाल पर कि अगला वित्त मंत्री कौन होगा, मुखर्जी ने कहा कि यह प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी तय करेंगे। राष्ट्रपति पद के लिए अपनी उम्मीदवारी की घोषणा के बाद प्रणब मुखर्जी ने कहा कि वह बेहद सम्मानित महसूस कर रहे हैं। उम्मीदवारी की घोषणा के बाद पत्रकारों से बातचीत करने आए प्रणब दा ने हिन्दी बोलकर सबको चौंका दिया, क्योंकि उन्हें सार्वजनिक तौर पर हिन्दी बोलते हुए काफी कम देखा गया है। प्रणब दा ने कहा कि अपने राजनीतिक जीवन में उन्हें अपनी पार्टी के अलावा सभी दलों के नेताओं का समर्थन मिलता रहा है और अब भी मैं उनसे समर्थन की उम्मीद करता हूं। साथ ही ममता बनर्जी के बारे में उन्होंने कहा कि वह उनकी बहन हैं और वह ममता से भी समर्थन की अपील करते हैं। सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव के भाई राम गोपाल यादव ने मुखर्जी के नाम के समर्थन का ऐलान करते हुए कहा कि उन्हें इस बात की खुशी है कि प्रणव दा को अंतत: उम्मीदवार बनाया गया। पार्टी उनका समर्थन करती है और उनकी जीत की कामना करती है। इसी तरह, बसपा प्रमुख मायावती ने भी मुखर्जी के नाम का समर्थन करते हुए लखनऊ में कहा कि वह सबसे योग्य उम्मीदवार हैं। उनकी पार्टी ने मुखर्जी के पक्ष में मतदान का फैसला किया है। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने सभी राजनीतिक दलों से मुखर्जी के लिए समर्थन मांगा है। इससे पहले, शुक्रवार शाम को महीनों से चल रही सरगर्मियों को विराम देते हुए सत्ताधारी गठबंधन के नेताओं की प्रधानमंत्री आवास पर बैठक हुई और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने 77 वर्षीय मुखर्जी के नाम का प्रस्ताव किया। घटक दलों के नेताओं ने सर्वसम्मति से उनके नाम पर मुहर लगा दी। तृणमूल बैठक में शामिल नहीं हुई। सोनिया ने कहा कि मुखर्जी का पांच दशक का सार्वजनिक जीवन का प्रतिष्ठित रिकार्ड रहा है। उनकी उम्मीदवारी को लेकर व्यापक सहमति है। संप्रग सभी राजनीतिक दलों और सभी सांसदों एवं विधायकों से अपील करती है कि वे मुखर्जी की राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवारी का समर्थन करें। कल तक एपीजे अब्दुल कलाम का नाम आगे कर तृणमूल के सुर में सुर मिलाने वाले सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव ने ‘यू टर्न’ मारते हुए मुखर्जी के नाम का समर्थन कर दिया। उन्होंने कहा कि ममता के साथ उन्होंने जो नाम आगे किए थे, वे उनके सुझाव भर थे लेकिन सरकार ने उसे माना नहीं।टिप्पणियां राष्ट्रपति पद चुनाव के लिए उम्मीदवार बनाए जाने के बाद सोनिया का आभार व्यक्त करते हुए प्रणब मुखर्जी ने कहा, ‘मैं काफी सम्मानित महसूस कर रहा हूं। मैं पूरी नम्रता से इसे स्वीकारता हूं।’ उन्होंने कहा कि हमने सभी दलों से समर्थन का आग्रह किया है। इस सवाल पर कि अगला वित्त मंत्री कौन होगा, मुखर्जी ने कहा कि यह प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी तय करेंगे। प्रणब दा ने कहा कि अपने राजनीतिक जीवन में उन्हें अपनी पार्टी के अलावा सभी दलों के नेताओं का समर्थन मिलता रहा है और अब भी मैं उनसे समर्थन की उम्मीद करता हूं। साथ ही ममता बनर्जी के बारे में उन्होंने कहा कि वह उनकी बहन हैं और वह ममता से भी समर्थन की अपील करते हैं। सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव के भाई राम गोपाल यादव ने मुखर्जी के नाम के समर्थन का ऐलान करते हुए कहा कि उन्हें इस बात की खुशी है कि प्रणव दा को अंतत: उम्मीदवार बनाया गया। पार्टी उनका समर्थन करती है और उनकी जीत की कामना करती है। इसी तरह, बसपा प्रमुख मायावती ने भी मुखर्जी के नाम का समर्थन करते हुए लखनऊ में कहा कि वह सबसे योग्य उम्मीदवार हैं। उनकी पार्टी ने मुखर्जी के पक्ष में मतदान का फैसला किया है। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने सभी राजनीतिक दलों से मुखर्जी के लिए समर्थन मांगा है। इससे पहले, शुक्रवार शाम को महीनों से चल रही सरगर्मियों को विराम देते हुए सत्ताधारी गठबंधन के नेताओं की प्रधानमंत्री आवास पर बैठक हुई और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने 77 वर्षीय मुखर्जी के नाम का प्रस्ताव किया। घटक दलों के नेताओं ने सर्वसम्मति से उनके नाम पर मुहर लगा दी। तृणमूल बैठक में शामिल नहीं हुई। सोनिया ने कहा कि मुखर्जी का पांच दशक का सार्वजनिक जीवन का प्रतिष्ठित रिकार्ड रहा है। उनकी उम्मीदवारी को लेकर व्यापक सहमति है। संप्रग सभी राजनीतिक दलों और सभी सांसदों एवं विधायकों से अपील करती है कि वे मुखर्जी की राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवारी का समर्थन करें। कल तक एपीजे अब्दुल कलाम का नाम आगे कर तृणमूल के सुर में सुर मिलाने वाले सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव ने ‘यू टर्न’ मारते हुए मुखर्जी के नाम का समर्थन कर दिया। उन्होंने कहा कि ममता के साथ उन्होंने जो नाम आगे किए थे, वे उनके सुझाव भर थे लेकिन सरकार ने उसे माना नहीं।टिप्पणियां राष्ट्रपति पद चुनाव के लिए उम्मीदवार बनाए जाने के बाद सोनिया का आभार व्यक्त करते हुए प्रणब मुखर्जी ने कहा, ‘मैं काफी सम्मानित महसूस कर रहा हूं। मैं पूरी नम्रता से इसे स्वीकारता हूं।’ उन्होंने कहा कि हमने सभी दलों से समर्थन का आग्रह किया है। इस सवाल पर कि अगला वित्त मंत्री कौन होगा, मुखर्जी ने कहा कि यह प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी तय करेंगे। सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव के भाई राम गोपाल यादव ने मुखर्जी के नाम के समर्थन का ऐलान करते हुए कहा कि उन्हें इस बात की खुशी है कि प्रणव दा को अंतत: उम्मीदवार बनाया गया। पार्टी उनका समर्थन करती है और उनकी जीत की कामना करती है। इसी तरह, बसपा प्रमुख मायावती ने भी मुखर्जी के नाम का समर्थन करते हुए लखनऊ में कहा कि वह सबसे योग्य उम्मीदवार हैं। उनकी पार्टी ने मुखर्जी के पक्ष में मतदान का फैसला किया है। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने सभी राजनीतिक दलों से मुखर्जी के लिए समर्थन मांगा है। इससे पहले, शुक्रवार शाम को महीनों से चल रही सरगर्मियों को विराम देते हुए सत्ताधारी गठबंधन के नेताओं की प्रधानमंत्री आवास पर बैठक हुई और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने 77 वर्षीय मुखर्जी के नाम का प्रस्ताव किया। घटक दलों के नेताओं ने सर्वसम्मति से उनके नाम पर मुहर लगा दी। तृणमूल बैठक में शामिल नहीं हुई। सोनिया ने कहा कि मुखर्जी का पांच दशक का सार्वजनिक जीवन का प्रतिष्ठित रिकार्ड रहा है। उनकी उम्मीदवारी को लेकर व्यापक सहमति है। संप्रग सभी राजनीतिक दलों और सभी सांसदों एवं विधायकों से अपील करती है कि वे मुखर्जी की राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवारी का समर्थन करें। कल तक एपीजे अब्दुल कलाम का नाम आगे कर तृणमूल के सुर में सुर मिलाने वाले सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव ने ‘यू टर्न’ मारते हुए मुखर्जी के नाम का समर्थन कर दिया। उन्होंने कहा कि ममता के साथ उन्होंने जो नाम आगे किए थे, वे उनके सुझाव भर थे लेकिन सरकार ने उसे माना नहीं।टिप्पणियां राष्ट्रपति पद चुनाव के लिए उम्मीदवार बनाए जाने के बाद सोनिया का आभार व्यक्त करते हुए प्रणब मुखर्जी ने कहा, ‘मैं काफी सम्मानित महसूस कर रहा हूं। मैं पूरी नम्रता से इसे स्वीकारता हूं।’ उन्होंने कहा कि हमने सभी दलों से समर्थन का आग्रह किया है। इस सवाल पर कि अगला वित्त मंत्री कौन होगा, मुखर्जी ने कहा कि यह प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी तय करेंगे। इसी तरह, बसपा प्रमुख मायावती ने भी मुखर्जी के नाम का समर्थन करते हुए लखनऊ में कहा कि वह सबसे योग्य उम्मीदवार हैं। उनकी पार्टी ने मुखर्जी के पक्ष में मतदान का फैसला किया है। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने सभी राजनीतिक दलों से मुखर्जी के लिए समर्थन मांगा है। इससे पहले, शुक्रवार शाम को महीनों से चल रही सरगर्मियों को विराम देते हुए सत्ताधारी गठबंधन के नेताओं की प्रधानमंत्री आवास पर बैठक हुई और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने 77 वर्षीय मुखर्जी के नाम का प्रस्ताव किया। घटक दलों के नेताओं ने सर्वसम्मति से उनके नाम पर मुहर लगा दी। तृणमूल बैठक में शामिल नहीं हुई। सोनिया ने कहा कि मुखर्जी का पांच दशक का सार्वजनिक जीवन का प्रतिष्ठित रिकार्ड रहा है। उनकी उम्मीदवारी को लेकर व्यापक सहमति है। संप्रग सभी राजनीतिक दलों और सभी सांसदों एवं विधायकों से अपील करती है कि वे मुखर्जी की राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवारी का समर्थन करें। कल तक एपीजे अब्दुल कलाम का नाम आगे कर तृणमूल के सुर में सुर मिलाने वाले सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव ने ‘यू टर्न’ मारते हुए मुखर्जी के नाम का समर्थन कर दिया। उन्होंने कहा कि ममता के साथ उन्होंने जो नाम आगे किए थे, वे उनके सुझाव भर थे लेकिन सरकार ने उसे माना नहीं।टिप्पणियां राष्ट्रपति पद चुनाव के लिए उम्मीदवार बनाए जाने के बाद सोनिया का आभार व्यक्त करते हुए प्रणब मुखर्जी ने कहा, ‘मैं काफी सम्मानित महसूस कर रहा हूं। मैं पूरी नम्रता से इसे स्वीकारता हूं।’ उन्होंने कहा कि हमने सभी दलों से समर्थन का आग्रह किया है। इस सवाल पर कि अगला वित्त मंत्री कौन होगा, मुखर्जी ने कहा कि यह प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी तय करेंगे। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने सभी राजनीतिक दलों से मुखर्जी के लिए समर्थन मांगा है। इससे पहले, शुक्रवार शाम को महीनों से चल रही सरगर्मियों को विराम देते हुए सत्ताधारी गठबंधन के नेताओं की प्रधानमंत्री आवास पर बैठक हुई और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने 77 वर्षीय मुखर्जी के नाम का प्रस्ताव किया। घटक दलों के नेताओं ने सर्वसम्मति से उनके नाम पर मुहर लगा दी। तृणमूल बैठक में शामिल नहीं हुई। सोनिया ने कहा कि मुखर्जी का पांच दशक का सार्वजनिक जीवन का प्रतिष्ठित रिकार्ड रहा है। उनकी उम्मीदवारी को लेकर व्यापक सहमति है। संप्रग सभी राजनीतिक दलों और सभी सांसदों एवं विधायकों से अपील करती है कि वे मुखर्जी की राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवारी का समर्थन करें। कल तक एपीजे अब्दुल कलाम का नाम आगे कर तृणमूल के सुर में सुर मिलाने वाले सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव ने ‘यू टर्न’ मारते हुए मुखर्जी के नाम का समर्थन कर दिया। उन्होंने कहा कि ममता के साथ उन्होंने जो नाम आगे किए थे, वे उनके सुझाव भर थे लेकिन सरकार ने उसे माना नहीं।टिप्पणियां राष्ट्रपति पद चुनाव के लिए उम्मीदवार बनाए जाने के बाद सोनिया का आभार व्यक्त करते हुए प्रणब मुखर्जी ने कहा, ‘मैं काफी सम्मानित महसूस कर रहा हूं। मैं पूरी नम्रता से इसे स्वीकारता हूं।’ उन्होंने कहा कि हमने सभी दलों से समर्थन का आग्रह किया है। इस सवाल पर कि अगला वित्त मंत्री कौन होगा, मुखर्जी ने कहा कि यह प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी तय करेंगे। सोनिया ने कहा कि मुखर्जी का पांच दशक का सार्वजनिक जीवन का प्रतिष्ठित रिकार्ड रहा है। उनकी उम्मीदवारी को लेकर व्यापक सहमति है। संप्रग सभी राजनीतिक दलों और सभी सांसदों एवं विधायकों से अपील करती है कि वे मुखर्जी की राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवारी का समर्थन करें। कल तक एपीजे अब्दुल कलाम का नाम आगे कर तृणमूल के सुर में सुर मिलाने वाले सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव ने ‘यू टर्न’ मारते हुए मुखर्जी के नाम का समर्थन कर दिया। उन्होंने कहा कि ममता के साथ उन्होंने जो नाम आगे किए थे, वे उनके सुझाव भर थे लेकिन सरकार ने उसे माना नहीं।टिप्पणियां राष्ट्रपति पद चुनाव के लिए उम्मीदवार बनाए जाने के बाद सोनिया का आभार व्यक्त करते हुए प्रणब मुखर्जी ने कहा, ‘मैं काफी सम्मानित महसूस कर रहा हूं। मैं पूरी नम्रता से इसे स्वीकारता हूं।’ उन्होंने कहा कि हमने सभी दलों से समर्थन का आग्रह किया है। इस सवाल पर कि अगला वित्त मंत्री कौन होगा, मुखर्जी ने कहा कि यह प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी तय करेंगे। कल तक एपीजे अब्दुल कलाम का नाम आगे कर तृणमूल के सुर में सुर मिलाने वाले सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव ने ‘यू टर्न’ मारते हुए मुखर्जी के नाम का समर्थन कर दिया। उन्होंने कहा कि ममता के साथ उन्होंने जो नाम आगे किए थे, वे उनके सुझाव भर थे लेकिन सरकार ने उसे माना नहीं।टिप्पणियां राष्ट्रपति पद चुनाव के लिए उम्मीदवार बनाए जाने के बाद सोनिया का आभार व्यक्त करते हुए प्रणब मुखर्जी ने कहा, ‘मैं काफी सम्मानित महसूस कर रहा हूं। मैं पूरी नम्रता से इसे स्वीकारता हूं।’ उन्होंने कहा कि हमने सभी दलों से समर्थन का आग्रह किया है। इस सवाल पर कि अगला वित्त मंत्री कौन होगा, मुखर्जी ने कहा कि यह प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी तय करेंगे। राष्ट्रपति पद चुनाव के लिए उम्मीदवार बनाए जाने के बाद सोनिया का आभार व्यक्त करते हुए प्रणब मुखर्जी ने कहा, ‘मैं काफी सम्मानित महसूस कर रहा हूं। मैं पूरी नम्रता से इसे स्वीकारता हूं।’ उन्होंने कहा कि हमने सभी दलों से समर्थन का आग्रह किया है। इस सवाल पर कि अगला वित्त मंत्री कौन होगा, मुखर्जी ने कहा कि यह प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी तय करेंगे। इस सवाल पर कि अगला वित्त मंत्री कौन होगा, मुखर्जी ने कहा कि यह प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी तय करेंगे।
तृणमूल के मंत्री को झेलना पड़ा सिंगुर के किसानों का गुस्सा
किसानों का कहना था कि अगर उन्हें मालूम होता कि उन्हें उनके भाग्य के सहारे छोड़ दिया जाएगा, तो वे टाटा नैनो परियोजना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में शामिल नहीं होते।
पश्चिम बंगाल के नए कृषि राज्यमंत्री बीआर मन्ना को सिंगूर में भूमि गंवाने वाले किसानों के आक्रोशपूर्ण विरोध का सामना करना पड़ा। किसानों का कहना था कि अगर उन्हें मालूम होता कि उन्हें उनके भाग्य के सहारे छोड़ दिया जाएगा, तो वे टाटा नैनो परियोजना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में शामिल नहीं होते। सिंगूर आंदोलन से नजदीक से जुड़े जिले के हरिपाल से तृणमूल कांग्रेस के विधायक मन्ना से लोगों की शिकायत थी, नैनो कार फैक्टरी के लिए हमसे ली गई जमीन के एवज में हम धन चाहते हैं। हमने डेढ़ साल (जब से तृणमूल कांग्रेस सत्ता में आई) तक मुआवजा मिलने का इंतजार किया, लेकिन अब हमें इसके बारे में सुनने को भी नहीं मिलता। अब हमें भीख मांगने के लिए छोड़ दिया गया है। ये लोग भूमि गंवाने वालों में से थे जिन्होंने अपने जमीन के लिए पूर्ववर्ती वाम मोर्चा सरकार से न तो किसी मुआवजे के लिए दस्तखत किया और न ही कोई मुआवजा लिया है। परियोजना स्थल में शामिल किए गए जमीन वाले स्थान गोपालनगर, बेराबेरी और खासेरबेरी गांव के ये लोग राज्य सरकार द्वारा दिए जाने वाले चावल के कूपन को लेने के लिए बीडीओ कार्यालय के सामने इकट्ठा हुए थे। कूपन वितरण की देखभाल करने आए मन्ना ने लोगों से कहा कि प्रदेश सरकार सिंगूर के भूमि गंवाने वाले लोगों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के बारे में गंभीर है। उन्होंने कहा, यह तृणमूल कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद प्रभावित लोगों के लिए भूमि पुनर्वास योजना पर पहले मंत्रिमंडलीय फैसले में परिलक्षित है।टिप्पणियां मन्ना ने वादा किया, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी आपके दुख-दर्द को नहीं भूली हैं। वह शुक्रवार को यहां होंगी...मुझे पूरा विश्वास है कि एक दिन सब कुछ सही हो जाएगा। प्रदेश सरकार ने सिंगूर भूमि पुनर्वास एवं विकास कानून, 2011 को पारित किया है, लेकिन कलकत्ता उच्च न्यायालय के एक खंडपीठ द्वारा इसे अमान्य घोषित कर दिया गया, जिसके बाद प्रदेश सरकार ने उच्चतम न्यायालय में मामले के संदर्भ में अपील की है, जहां यह मामला लंबित है। तृणमूल कांग्रेस ने ममता बनर्जी की पहल पर इस कानून को पारित किया था, जिसके तहत अनिच्छुक किसानों के 400 एकड़ भूमि लौटाने की बात की गई थी, जिन किसानों ने छोटी कार परियोजना के लिए अपनी जमीन दी थी। इन अनिच्छुक किसानों ने सिंगूर में अपनी जमीन के लिए कोई मुआवजा भी स्वीकार नहीं किया था। सिंगूर आंदोलन से नजदीक से जुड़े जिले के हरिपाल से तृणमूल कांग्रेस के विधायक मन्ना से लोगों की शिकायत थी, नैनो कार फैक्टरी के लिए हमसे ली गई जमीन के एवज में हम धन चाहते हैं। हमने डेढ़ साल (जब से तृणमूल कांग्रेस सत्ता में आई) तक मुआवजा मिलने का इंतजार किया, लेकिन अब हमें इसके बारे में सुनने को भी नहीं मिलता। अब हमें भीख मांगने के लिए छोड़ दिया गया है। ये लोग भूमि गंवाने वालों में से थे जिन्होंने अपने जमीन के लिए पूर्ववर्ती वाम मोर्चा सरकार से न तो किसी मुआवजे के लिए दस्तखत किया और न ही कोई मुआवजा लिया है। परियोजना स्थल में शामिल किए गए जमीन वाले स्थान गोपालनगर, बेराबेरी और खासेरबेरी गांव के ये लोग राज्य सरकार द्वारा दिए जाने वाले चावल के कूपन को लेने के लिए बीडीओ कार्यालय के सामने इकट्ठा हुए थे। कूपन वितरण की देखभाल करने आए मन्ना ने लोगों से कहा कि प्रदेश सरकार सिंगूर के भूमि गंवाने वाले लोगों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के बारे में गंभीर है। उन्होंने कहा, यह तृणमूल कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद प्रभावित लोगों के लिए भूमि पुनर्वास योजना पर पहले मंत्रिमंडलीय फैसले में परिलक्षित है।टिप्पणियां मन्ना ने वादा किया, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी आपके दुख-दर्द को नहीं भूली हैं। वह शुक्रवार को यहां होंगी...मुझे पूरा विश्वास है कि एक दिन सब कुछ सही हो जाएगा। प्रदेश सरकार ने सिंगूर भूमि पुनर्वास एवं विकास कानून, 2011 को पारित किया है, लेकिन कलकत्ता उच्च न्यायालय के एक खंडपीठ द्वारा इसे अमान्य घोषित कर दिया गया, जिसके बाद प्रदेश सरकार ने उच्चतम न्यायालय में मामले के संदर्भ में अपील की है, जहां यह मामला लंबित है। तृणमूल कांग्रेस ने ममता बनर्जी की पहल पर इस कानून को पारित किया था, जिसके तहत अनिच्छुक किसानों के 400 एकड़ भूमि लौटाने की बात की गई थी, जिन किसानों ने छोटी कार परियोजना के लिए अपनी जमीन दी थी। इन अनिच्छुक किसानों ने सिंगूर में अपनी जमीन के लिए कोई मुआवजा भी स्वीकार नहीं किया था। ये लोग भूमि गंवाने वालों में से थे जिन्होंने अपने जमीन के लिए पूर्ववर्ती वाम मोर्चा सरकार से न तो किसी मुआवजे के लिए दस्तखत किया और न ही कोई मुआवजा लिया है। परियोजना स्थल में शामिल किए गए जमीन वाले स्थान गोपालनगर, बेराबेरी और खासेरबेरी गांव के ये लोग राज्य सरकार द्वारा दिए जाने वाले चावल के कूपन को लेने के लिए बीडीओ कार्यालय के सामने इकट्ठा हुए थे। कूपन वितरण की देखभाल करने आए मन्ना ने लोगों से कहा कि प्रदेश सरकार सिंगूर के भूमि गंवाने वाले लोगों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के बारे में गंभीर है। उन्होंने कहा, यह तृणमूल कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद प्रभावित लोगों के लिए भूमि पुनर्वास योजना पर पहले मंत्रिमंडलीय फैसले में परिलक्षित है।टिप्पणियां मन्ना ने वादा किया, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी आपके दुख-दर्द को नहीं भूली हैं। वह शुक्रवार को यहां होंगी...मुझे पूरा विश्वास है कि एक दिन सब कुछ सही हो जाएगा। प्रदेश सरकार ने सिंगूर भूमि पुनर्वास एवं विकास कानून, 2011 को पारित किया है, लेकिन कलकत्ता उच्च न्यायालय के एक खंडपीठ द्वारा इसे अमान्य घोषित कर दिया गया, जिसके बाद प्रदेश सरकार ने उच्चतम न्यायालय में मामले के संदर्भ में अपील की है, जहां यह मामला लंबित है। तृणमूल कांग्रेस ने ममता बनर्जी की पहल पर इस कानून को पारित किया था, जिसके तहत अनिच्छुक किसानों के 400 एकड़ भूमि लौटाने की बात की गई थी, जिन किसानों ने छोटी कार परियोजना के लिए अपनी जमीन दी थी। इन अनिच्छुक किसानों ने सिंगूर में अपनी जमीन के लिए कोई मुआवजा भी स्वीकार नहीं किया था। कूपन वितरण की देखभाल करने आए मन्ना ने लोगों से कहा कि प्रदेश सरकार सिंगूर के भूमि गंवाने वाले लोगों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के बारे में गंभीर है। उन्होंने कहा, यह तृणमूल कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद प्रभावित लोगों के लिए भूमि पुनर्वास योजना पर पहले मंत्रिमंडलीय फैसले में परिलक्षित है।टिप्पणियां मन्ना ने वादा किया, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी आपके दुख-दर्द को नहीं भूली हैं। वह शुक्रवार को यहां होंगी...मुझे पूरा विश्वास है कि एक दिन सब कुछ सही हो जाएगा। प्रदेश सरकार ने सिंगूर भूमि पुनर्वास एवं विकास कानून, 2011 को पारित किया है, लेकिन कलकत्ता उच्च न्यायालय के एक खंडपीठ द्वारा इसे अमान्य घोषित कर दिया गया, जिसके बाद प्रदेश सरकार ने उच्चतम न्यायालय में मामले के संदर्भ में अपील की है, जहां यह मामला लंबित है। तृणमूल कांग्रेस ने ममता बनर्जी की पहल पर इस कानून को पारित किया था, जिसके तहत अनिच्छुक किसानों के 400 एकड़ भूमि लौटाने की बात की गई थी, जिन किसानों ने छोटी कार परियोजना के लिए अपनी जमीन दी थी। इन अनिच्छुक किसानों ने सिंगूर में अपनी जमीन के लिए कोई मुआवजा भी स्वीकार नहीं किया था। मन्ना ने वादा किया, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी आपके दुख-दर्द को नहीं भूली हैं। वह शुक्रवार को यहां होंगी...मुझे पूरा विश्वास है कि एक दिन सब कुछ सही हो जाएगा। प्रदेश सरकार ने सिंगूर भूमि पुनर्वास एवं विकास कानून, 2011 को पारित किया है, लेकिन कलकत्ता उच्च न्यायालय के एक खंडपीठ द्वारा इसे अमान्य घोषित कर दिया गया, जिसके बाद प्रदेश सरकार ने उच्चतम न्यायालय में मामले के संदर्भ में अपील की है, जहां यह मामला लंबित है। तृणमूल कांग्रेस ने ममता बनर्जी की पहल पर इस कानून को पारित किया था, जिसके तहत अनिच्छुक किसानों के 400 एकड़ भूमि लौटाने की बात की गई थी, जिन किसानों ने छोटी कार परियोजना के लिए अपनी जमीन दी थी। इन अनिच्छुक किसानों ने सिंगूर में अपनी जमीन के लिए कोई मुआवजा भी स्वीकार नहीं किया था। तृणमूल कांग्रेस ने ममता बनर्जी की पहल पर इस कानून को पारित किया था, जिसके तहत अनिच्छुक किसानों के 400 एकड़ भूमि लौटाने की बात की गई थी, जिन किसानों ने छोटी कार परियोजना के लिए अपनी जमीन दी थी। इन अनिच्छुक किसानों ने सिंगूर में अपनी जमीन के लिए कोई मुआवजा भी स्वीकार नहीं किया था।
नोटबंदी के एक हफ्ते बाद भी लोगों को राहत नहीं, ATM के बाहर रातभर भी लाइनों में लग रहे लोग
एटीएम में नकदी खत्म होने के साथ लोगों का सब्र भी जवाब दे रहा है. बैंकों, ATM के बाहर लंबी कतारों में खड़े होकर बारी का इंतजार कर रहे लोग. सिर्फ राजधानी ही नहीं, देशभर में ज्‍यादातर जगहों पर यही हालात हैं.
केंद्र सरकार के 500 और 1,000 रुपये के पुराने नोटों का चलन बंद करने के आठ दिन बाद भी दिल्लीवासियों की परेशानियां कम होती नहीं दिख रही. अब भी लोग बैंकों और एटीएम के बाहर लंबी कतारों में खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं और बुनियादी जरूरत की चीजें खरीदने में दिक्कतों का सामना कर रहे हैं. सिर्फ राजधानी ही नहीं, देशभर में ज्‍यादातर जगहों पर यही हालात हैं. एटीएम में नकदी खत्म होने के साथ लोगों का सब्र भी जवाब दे रहा है. टीसीएस कंपनी की एक कर्मचारी रिषिका बजाज ने कहा, 'मैं 2,500 रुपये निकालने के लिए दो घंटे खड़ी रही और मेरी बारी आते ही एटीएम में पैसे खत्म हो गए. एटीएम में पैसे नहीं हैं, बैंकों में लंबी-लंबी कतारें हैं. हम कैसे काम चलाएं? कतार में खड़े होकर इंतजार करने में दिक्कत नहीं हैं, लेकिन उसके बाद भी पैसे ना मिले तो बहुत बुरा लगता है'.टिप्पणियां कुछ ऐसा ही हाल सभी जगहों पर एटीएम का है. दिन के अलावा रात भर लोग पैसे निकालने के लिए एटीएम के बाहरों लाइनों में लगे देखे जा रहे हैं. ज्‍यादातर एटीएम से नकद निकासी भी संभव नहीं हो पा रही, क्‍योंकि अधिकांश में नकदी खत्‍म हो जा रही है. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) एटीएम में नकदी खत्म होने के साथ लोगों का सब्र भी जवाब दे रहा है. टीसीएस कंपनी की एक कर्मचारी रिषिका बजाज ने कहा, 'मैं 2,500 रुपये निकालने के लिए दो घंटे खड़ी रही और मेरी बारी आते ही एटीएम में पैसे खत्म हो गए. एटीएम में पैसे नहीं हैं, बैंकों में लंबी-लंबी कतारें हैं. हम कैसे काम चलाएं? कतार में खड़े होकर इंतजार करने में दिक्कत नहीं हैं, लेकिन उसके बाद भी पैसे ना मिले तो बहुत बुरा लगता है'.टिप्पणियां कुछ ऐसा ही हाल सभी जगहों पर एटीएम का है. दिन के अलावा रात भर लोग पैसे निकालने के लिए एटीएम के बाहरों लाइनों में लगे देखे जा रहे हैं. ज्‍यादातर एटीएम से नकद निकासी भी संभव नहीं हो पा रही, क्‍योंकि अधिकांश में नकदी खत्‍म हो जा रही है. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) टीसीएस कंपनी की एक कर्मचारी रिषिका बजाज ने कहा, 'मैं 2,500 रुपये निकालने के लिए दो घंटे खड़ी रही और मेरी बारी आते ही एटीएम में पैसे खत्म हो गए. एटीएम में पैसे नहीं हैं, बैंकों में लंबी-लंबी कतारें हैं. हम कैसे काम चलाएं? कतार में खड़े होकर इंतजार करने में दिक्कत नहीं हैं, लेकिन उसके बाद भी पैसे ना मिले तो बहुत बुरा लगता है'.टिप्पणियां कुछ ऐसा ही हाल सभी जगहों पर एटीएम का है. दिन के अलावा रात भर लोग पैसे निकालने के लिए एटीएम के बाहरों लाइनों में लगे देखे जा रहे हैं. ज्‍यादातर एटीएम से नकद निकासी भी संभव नहीं हो पा रही, क्‍योंकि अधिकांश में नकदी खत्‍म हो जा रही है. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) कुछ ऐसा ही हाल सभी जगहों पर एटीएम का है. दिन के अलावा रात भर लोग पैसे निकालने के लिए एटीएम के बाहरों लाइनों में लगे देखे जा रहे हैं. ज्‍यादातर एटीएम से नकद निकासी भी संभव नहीं हो पा रही, क्‍योंकि अधिकांश में नकदी खत्‍म हो जा रही है. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
डॉल्फिन साबित करेंगी गंगा निर्मल हो गई है : उमा भारती
गंगा में जल जंतुओं का फिर बहाल होना साबित करेगा कि गंगा निर्मल हो गई है नमामि गंगे गंगा की निर्मलता और अविरलता को सुनिश्चित करने की पहल है सरकार गंगा में प्रदूषण रोकने के लिए एक कानून लाने पर विचार कर रही है
गंगा की निर्मलता और अविरलता सुनिश्चित करने को मोदी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता बताते हुए केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने कहा कि इस कार्य को साल 2020 तक पूरा कर लिया जायेगा और ‘‘जब आए हैं तो कुछ करके जाएंगे... या गंगा निर्मल होगी या फिर मरके जाएंगे.’’ लोकसभा में सुष्मिता देव, सौगत राय एवं कुछ अन्य सदस्यों के पूरक प्रश्नों के उत्तर में जल संसाधन एवं नदी विकास मंत्री उमा भारती ने कहा कि गंगा नदी में स्वर्ण मछली, महाशिरा, डॉल्फिन जैसे जल जंतु ही साबित करेंगे कि गंगा निर्मल हुई, क्योंकि अभी गंगा नदी में अनेक स्थानों पर इन जीवों के अस्तित्व पर संकट छाया हुआ है. कई स्थानों पर प्रदूषण के कारण डाल्फिन अंधी हो गई हैं. हम देख सकने वाली डॉल्फिन छोड़ेंगे और अगर वे अंधी नहीं हुई तो नदी की निर्मलता साबित हो जाएगी. उन्होंने कहा कि हमने नमामि गंगे योजना के माध्यम से गंगा की निर्मलता और अविरलता को सुनिश्चित करने की पहल की है और गंगा में इन जल जंतुओं का फिर से बहाल होना ही यह साबित करेगा कि गंगा निर्मल हो गई है. केंद्रीय मंत्री ने कहा, ''अक्टूबर 2016 में पहला चरण पूरा हो जाएगा, अक्टूबर 2018 में दूसरा चरण और 2020 तक नमामि गंगे परियोजना को पूरा होना है. इसके लिए हमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और वित्त मंत्री समेत सभी का पूरा सहयोग मिल रहा है.'' उमा ने कहा कि नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत सात जुलाई 2016 को लघु अवधि एवं मध्यम अवधि की 231 परियोजनाएं शुरू की गई हैं. ये परियोजनाएं गंगा तथा इसकी सहायक नदियों के पास स्थित विभिन्न नगरों में शुरू किए जाने वाले नमामि गंगे कार्यक्रम के साथ घाटों, शवदाह गृहों के आधुनिकीकरण और विकास, जैव विविधता केंद्र स्थापित करने, नदी तल की सफाई के लिए ट्रेश स्कीमर का उपयोग करने, सीवेज शोधन संयंत्र स्थापित करने, सीवेज पंपिंग स्टेशन, मछली पालन केंद्र, नालों के अपशिष्ट जल के परिशोधन के लिए प्रायोगिक परियोजनाओं एवं वनीकरण आदि से संबंधित हैं. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कुल 123 घाट, 65 शवदाह गृह, 8 जलमल अवसंरचना और 35 अन्य परियोजनाएं शुरू की गई हैं. उमा भारती ने कहा कि नमामि गंगे कार्यक्रम 20,000 करोड़ रुपये की लागत से शुरू किया गया है जिसमें नए प्रयासों के लिए 12,728 करोड़ रुपये शामिल हैं. इसके अंतर्गत विशेष रूप से 351.42 करोड़ रुपये की स्वीकृत लागत वाली 12 परियोजनाएं मंजूर की गई हैं. उन्होंने कहा कि इन परियोजनाओं को 18 माह से 48 माह के बीच पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. संपूर्ण कार्यक्रम को वर्ष 2020 तक पूरा करने का लक्ष्य है. मंत्री ने कहा कि नमामि गंगे कार्यक्रम की 20,000 करोड़ रुपये की लागत में से 7,272 करोड़ रुपये मौजूदा एवं नये कार्यक्रमों के लिए है. कुल बजटीय राशि में से 100 करोड़ रुपये मीडिया और संचार तथा जन जागरुकता एवं गंगा संरक्षण में लोगों की सहभागिता को बढ़ाने एवं जनजागरुकता के लिए रखे गए हैं. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, वर्ष 2014-15 तथा 2015-16 में विज्ञापनों पर कुल 2.8 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं. मंत्री ने कहा कि सरकार ने 110 शहरों की पहचान की है जहां नदी, झीलों में अशोधित जलमल बहाया जाता है और सफाई के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं. गंगा में जलमल बहाए जाने के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल में 114 नालों की पहचान की गई है. वे प्रतिदिन औसतन 6,614 मिलियन लीटर जलमल और उद्योगों से निकलने वाला पानी बहा रहे हैं. उन्होंने कहा कि नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत 30 जून 2016 को 53 शहरों में 97 परियोजनाओं को स्वीकृति दी है. उमा ने बताया कि नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत 30 जून 2016 को 97 परियोजनाओं को स्वीकृति दी गई है. इसकी अनुमानित लागत 8,588.21 करोड़ रुपये है. उन्होंने कहा कि 12 परियोजनाएं 351 करोड़ रुपये की लागत के साथ नमामि गंगे कार्यक्रम के घटक के रूप में स्वीकृत की गई है. मंत्री ने कहा कि 4 जुलाई 2016 को राष्ट्रीय गंगा नदी बेसिन प्राधिकरण की छठी बैठक के दौरान पांच सदस्य राज्यों के प्रतिनिधियों सहित सभी सदस्य मौजूद थे जिनमें वे राज्यों की सहमति से गंगा अधिनियम तैयार करने पर सहमत हुए. उमा ने कहा कि जब वह मंत्री नहीं थी तब उन्होंने सभी सांसदों को गंगा जल भेजा था और गंगा के विषय पर सहयोग मांगा था. तब सभी लोगों ने एक स्वर से इसका समर्थन किया था. अब जब संसद में कानून बनाने के लिए विधेयक लेकर आएंगी तब उसी तरह से सर्वसम्मति से उसे पारित करने की सभी से प्रार्थना करेंगी. एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि नदी में डाली जाने वाली पूजन सामग्री गंगा नदी के प्रदूषण का मुख्य कारक नहीं है. यह पूजन सामग्री नदी प्रवाह के साथ स्वयं बह जाती है. किन्तु जब अन्य प्रदूषण के कारण नदी का प्रवाह कम होता है या बाधित होता है तो यह पूजन सामग्री एक जगह एकत्र होकर प्रदूषण बढ़ाती है. उन्होंने कहा कि गंगा नदी के प्रदूषण का मुख्य कारण इसके किनारे बसी औद्योगिक इकाइयों द्वारा इसमें डाला जाने वाला प्रदूषित जल एवं कचरा तथा सीवेज है. वर्तमान सरकार के सत्ता में आने के बाद सितंबर में प्रदूषण फैलाने वाली इन इकाइयों के साथ बैठक कर उन्हें गंगा में प्रदूषण रोकने के उपाय करने के निर्देश दिये गये. उमा ने कहा कि सरकार गंगा नदी में प्रदूषण को रोकने के लिए एक कानून लाने पर विचार कर रही है जिसमें प्रदूषण फैलाने वाली इकाइयों के खिलाफ कड़े प्रावधान होंगे. उमा भारती ने कहा कि केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड एवं राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा किये गये सर्वेक्षण में गंगा बेसिन में 501 एमएलडी अपशिष्ट जल उत्पन्न करने वाले 764 पूरी तरह प्रदूषणकारी उद्योगों का पता चला है. केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने प्रदूषण फैलाने वाले उद्योगों को नोटिस जारी किए हैं. उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी सरकार गंगा को प्रदूषण मुक्त करने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा कि सरकार के इस संकल्प को देश एवं विदेशों में काफी समर्थन मिल रहा है. उमा ने कहा कि केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को विभिन्न जगहों पर गंगा जल की गुणवत्ता की जांच का पता लगाने के मकसद से उपकरण लगाने के लिए 196 करोड़ रुपये दिए गए हैं.टिप्पणियां उन्होंने बताया कि नमामि गंगे योजना के तहत प्रारंभ में छह शहरों... मथुरा, वृन्दावन, कानपुर, इलाहाबाद, वाराणसी, पटना और नई दिल्ली में ‘‘ट्रैश स्कीमरों’’ द्वारा नदी सतह और घाट सफाई कार्यक्रम शुरू किया जाएगा.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) उन्होंने कहा कि हमने नमामि गंगे योजना के माध्यम से गंगा की निर्मलता और अविरलता को सुनिश्चित करने की पहल की है और गंगा में इन जल जंतुओं का फिर से बहाल होना ही यह साबित करेगा कि गंगा निर्मल हो गई है. केंद्रीय मंत्री ने कहा, ''अक्टूबर 2016 में पहला चरण पूरा हो जाएगा, अक्टूबर 2018 में दूसरा चरण और 2020 तक नमामि गंगे परियोजना को पूरा होना है. इसके लिए हमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और वित्त मंत्री समेत सभी का पूरा सहयोग मिल रहा है.'' उमा ने कहा कि नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत सात जुलाई 2016 को लघु अवधि एवं मध्यम अवधि की 231 परियोजनाएं शुरू की गई हैं. ये परियोजनाएं गंगा तथा इसकी सहायक नदियों के पास स्थित विभिन्न नगरों में शुरू किए जाने वाले नमामि गंगे कार्यक्रम के साथ घाटों, शवदाह गृहों के आधुनिकीकरण और विकास, जैव विविधता केंद्र स्थापित करने, नदी तल की सफाई के लिए ट्रेश स्कीमर का उपयोग करने, सीवेज शोधन संयंत्र स्थापित करने, सीवेज पंपिंग स्टेशन, मछली पालन केंद्र, नालों के अपशिष्ट जल के परिशोधन के लिए प्रायोगिक परियोजनाओं एवं वनीकरण आदि से संबंधित हैं. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कुल 123 घाट, 65 शवदाह गृह, 8 जलमल अवसंरचना और 35 अन्य परियोजनाएं शुरू की गई हैं. उमा भारती ने कहा कि नमामि गंगे कार्यक्रम 20,000 करोड़ रुपये की लागत से शुरू किया गया है जिसमें नए प्रयासों के लिए 12,728 करोड़ रुपये शामिल हैं. इसके अंतर्गत विशेष रूप से 351.42 करोड़ रुपये की स्वीकृत लागत वाली 12 परियोजनाएं मंजूर की गई हैं. उन्होंने कहा कि इन परियोजनाओं को 18 माह से 48 माह के बीच पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. संपूर्ण कार्यक्रम को वर्ष 2020 तक पूरा करने का लक्ष्य है. मंत्री ने कहा कि नमामि गंगे कार्यक्रम की 20,000 करोड़ रुपये की लागत में से 7,272 करोड़ रुपये मौजूदा एवं नये कार्यक्रमों के लिए है. कुल बजटीय राशि में से 100 करोड़ रुपये मीडिया और संचार तथा जन जागरुकता एवं गंगा संरक्षण में लोगों की सहभागिता को बढ़ाने एवं जनजागरुकता के लिए रखे गए हैं. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, वर्ष 2014-15 तथा 2015-16 में विज्ञापनों पर कुल 2.8 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं. मंत्री ने कहा कि सरकार ने 110 शहरों की पहचान की है जहां नदी, झीलों में अशोधित जलमल बहाया जाता है और सफाई के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं. गंगा में जलमल बहाए जाने के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल में 114 नालों की पहचान की गई है. वे प्रतिदिन औसतन 6,614 मिलियन लीटर जलमल और उद्योगों से निकलने वाला पानी बहा रहे हैं. उन्होंने कहा कि नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत 30 जून 2016 को 53 शहरों में 97 परियोजनाओं को स्वीकृति दी है. उमा ने बताया कि नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत 30 जून 2016 को 97 परियोजनाओं को स्वीकृति दी गई है. इसकी अनुमानित लागत 8,588.21 करोड़ रुपये है. उन्होंने कहा कि 12 परियोजनाएं 351 करोड़ रुपये की लागत के साथ नमामि गंगे कार्यक्रम के घटक के रूप में स्वीकृत की गई है. मंत्री ने कहा कि 4 जुलाई 2016 को राष्ट्रीय गंगा नदी बेसिन प्राधिकरण की छठी बैठक के दौरान पांच सदस्य राज्यों के प्रतिनिधियों सहित सभी सदस्य मौजूद थे जिनमें वे राज्यों की सहमति से गंगा अधिनियम तैयार करने पर सहमत हुए. उमा ने कहा कि जब वह मंत्री नहीं थी तब उन्होंने सभी सांसदों को गंगा जल भेजा था और गंगा के विषय पर सहयोग मांगा था. तब सभी लोगों ने एक स्वर से इसका समर्थन किया था. अब जब संसद में कानून बनाने के लिए विधेयक लेकर आएंगी तब उसी तरह से सर्वसम्मति से उसे पारित करने की सभी से प्रार्थना करेंगी. एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि नदी में डाली जाने वाली पूजन सामग्री गंगा नदी के प्रदूषण का मुख्य कारक नहीं है. यह पूजन सामग्री नदी प्रवाह के साथ स्वयं बह जाती है. किन्तु जब अन्य प्रदूषण के कारण नदी का प्रवाह कम होता है या बाधित होता है तो यह पूजन सामग्री एक जगह एकत्र होकर प्रदूषण बढ़ाती है. उन्होंने कहा कि गंगा नदी के प्रदूषण का मुख्य कारण इसके किनारे बसी औद्योगिक इकाइयों द्वारा इसमें डाला जाने वाला प्रदूषित जल एवं कचरा तथा सीवेज है. वर्तमान सरकार के सत्ता में आने के बाद सितंबर में प्रदूषण फैलाने वाली इन इकाइयों के साथ बैठक कर उन्हें गंगा में प्रदूषण रोकने के उपाय करने के निर्देश दिये गये. उमा ने कहा कि सरकार गंगा नदी में प्रदूषण को रोकने के लिए एक कानून लाने पर विचार कर रही है जिसमें प्रदूषण फैलाने वाली इकाइयों के खिलाफ कड़े प्रावधान होंगे. उमा भारती ने कहा कि केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड एवं राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा किये गये सर्वेक्षण में गंगा बेसिन में 501 एमएलडी अपशिष्ट जल उत्पन्न करने वाले 764 पूरी तरह प्रदूषणकारी उद्योगों का पता चला है. केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने प्रदूषण फैलाने वाले उद्योगों को नोटिस जारी किए हैं. उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी सरकार गंगा को प्रदूषण मुक्त करने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा कि सरकार के इस संकल्प को देश एवं विदेशों में काफी समर्थन मिल रहा है. उमा ने कहा कि केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को विभिन्न जगहों पर गंगा जल की गुणवत्ता की जांच का पता लगाने के मकसद से उपकरण लगाने के लिए 196 करोड़ रुपये दिए गए हैं.टिप्पणियां उन्होंने बताया कि नमामि गंगे योजना के तहत प्रारंभ में छह शहरों... मथुरा, वृन्दावन, कानपुर, इलाहाबाद, वाराणसी, पटना और नई दिल्ली में ‘‘ट्रैश स्कीमरों’’ द्वारा नदी सतह और घाट सफाई कार्यक्रम शुरू किया जाएगा.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) केंद्रीय मंत्री ने कहा, ''अक्टूबर 2016 में पहला चरण पूरा हो जाएगा, अक्टूबर 2018 में दूसरा चरण और 2020 तक नमामि गंगे परियोजना को पूरा होना है. इसके लिए हमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और वित्त मंत्री समेत सभी का पूरा सहयोग मिल रहा है.'' उमा ने कहा कि नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत सात जुलाई 2016 को लघु अवधि एवं मध्यम अवधि की 231 परियोजनाएं शुरू की गई हैं. ये परियोजनाएं गंगा तथा इसकी सहायक नदियों के पास स्थित विभिन्न नगरों में शुरू किए जाने वाले नमामि गंगे कार्यक्रम के साथ घाटों, शवदाह गृहों के आधुनिकीकरण और विकास, जैव विविधता केंद्र स्थापित करने, नदी तल की सफाई के लिए ट्रेश स्कीमर का उपयोग करने, सीवेज शोधन संयंत्र स्थापित करने, सीवेज पंपिंग स्टेशन, मछली पालन केंद्र, नालों के अपशिष्ट जल के परिशोधन के लिए प्रायोगिक परियोजनाओं एवं वनीकरण आदि से संबंधित हैं. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कुल 123 घाट, 65 शवदाह गृह, 8 जलमल अवसंरचना और 35 अन्य परियोजनाएं शुरू की गई हैं. उमा भारती ने कहा कि नमामि गंगे कार्यक्रम 20,000 करोड़ रुपये की लागत से शुरू किया गया है जिसमें नए प्रयासों के लिए 12,728 करोड़ रुपये शामिल हैं. इसके अंतर्गत विशेष रूप से 351.42 करोड़ रुपये की स्वीकृत लागत वाली 12 परियोजनाएं मंजूर की गई हैं. उन्होंने कहा कि इन परियोजनाओं को 18 माह से 48 माह के बीच पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. संपूर्ण कार्यक्रम को वर्ष 2020 तक पूरा करने का लक्ष्य है. मंत्री ने कहा कि नमामि गंगे कार्यक्रम की 20,000 करोड़ रुपये की लागत में से 7,272 करोड़ रुपये मौजूदा एवं नये कार्यक्रमों के लिए है. कुल बजटीय राशि में से 100 करोड़ रुपये मीडिया और संचार तथा जन जागरुकता एवं गंगा संरक्षण में लोगों की सहभागिता को बढ़ाने एवं जनजागरुकता के लिए रखे गए हैं. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, वर्ष 2014-15 तथा 2015-16 में विज्ञापनों पर कुल 2.8 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं. मंत्री ने कहा कि सरकार ने 110 शहरों की पहचान की है जहां नदी, झीलों में अशोधित जलमल बहाया जाता है और सफाई के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं. गंगा में जलमल बहाए जाने के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल में 114 नालों की पहचान की गई है. वे प्रतिदिन औसतन 6,614 मिलियन लीटर जलमल और उद्योगों से निकलने वाला पानी बहा रहे हैं. उन्होंने कहा कि नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत 30 जून 2016 को 53 शहरों में 97 परियोजनाओं को स्वीकृति दी है. उमा ने बताया कि नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत 30 जून 2016 को 97 परियोजनाओं को स्वीकृति दी गई है. इसकी अनुमानित लागत 8,588.21 करोड़ रुपये है. उन्होंने कहा कि 12 परियोजनाएं 351 करोड़ रुपये की लागत के साथ नमामि गंगे कार्यक्रम के घटक के रूप में स्वीकृत की गई है. मंत्री ने कहा कि 4 जुलाई 2016 को राष्ट्रीय गंगा नदी बेसिन प्राधिकरण की छठी बैठक के दौरान पांच सदस्य राज्यों के प्रतिनिधियों सहित सभी सदस्य मौजूद थे जिनमें वे राज्यों की सहमति से गंगा अधिनियम तैयार करने पर सहमत हुए. उमा ने कहा कि जब वह मंत्री नहीं थी तब उन्होंने सभी सांसदों को गंगा जल भेजा था और गंगा के विषय पर सहयोग मांगा था. तब सभी लोगों ने एक स्वर से इसका समर्थन किया था. अब जब संसद में कानून बनाने के लिए विधेयक लेकर आएंगी तब उसी तरह से सर्वसम्मति से उसे पारित करने की सभी से प्रार्थना करेंगी. एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि नदी में डाली जाने वाली पूजन सामग्री गंगा नदी के प्रदूषण का मुख्य कारक नहीं है. यह पूजन सामग्री नदी प्रवाह के साथ स्वयं बह जाती है. किन्तु जब अन्य प्रदूषण के कारण नदी का प्रवाह कम होता है या बाधित होता है तो यह पूजन सामग्री एक जगह एकत्र होकर प्रदूषण बढ़ाती है. उन्होंने कहा कि गंगा नदी के प्रदूषण का मुख्य कारण इसके किनारे बसी औद्योगिक इकाइयों द्वारा इसमें डाला जाने वाला प्रदूषित जल एवं कचरा तथा सीवेज है. वर्तमान सरकार के सत्ता में आने के बाद सितंबर में प्रदूषण फैलाने वाली इन इकाइयों के साथ बैठक कर उन्हें गंगा में प्रदूषण रोकने के उपाय करने के निर्देश दिये गये. उमा ने कहा कि सरकार गंगा नदी में प्रदूषण को रोकने के लिए एक कानून लाने पर विचार कर रही है जिसमें प्रदूषण फैलाने वाली इकाइयों के खिलाफ कड़े प्रावधान होंगे. उमा भारती ने कहा कि केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड एवं राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा किये गये सर्वेक्षण में गंगा बेसिन में 501 एमएलडी अपशिष्ट जल उत्पन्न करने वाले 764 पूरी तरह प्रदूषणकारी उद्योगों का पता चला है. केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने प्रदूषण फैलाने वाले उद्योगों को नोटिस जारी किए हैं. उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी सरकार गंगा को प्रदूषण मुक्त करने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा कि सरकार के इस संकल्प को देश एवं विदेशों में काफी समर्थन मिल रहा है. उमा ने कहा कि केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को विभिन्न जगहों पर गंगा जल की गुणवत्ता की जांच का पता लगाने के मकसद से उपकरण लगाने के लिए 196 करोड़ रुपये दिए गए हैं.टिप्पणियां उन्होंने बताया कि नमामि गंगे योजना के तहत प्रारंभ में छह शहरों... मथुरा, वृन्दावन, कानपुर, इलाहाबाद, वाराणसी, पटना और नई दिल्ली में ‘‘ट्रैश स्कीमरों’’ द्वारा नदी सतह और घाट सफाई कार्यक्रम शुरू किया जाएगा.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) ये परियोजनाएं गंगा तथा इसकी सहायक नदियों के पास स्थित विभिन्न नगरों में शुरू किए जाने वाले नमामि गंगे कार्यक्रम के साथ घाटों, शवदाह गृहों के आधुनिकीकरण और विकास, जैव विविधता केंद्र स्थापित करने, नदी तल की सफाई के लिए ट्रेश स्कीमर का उपयोग करने, सीवेज शोधन संयंत्र स्थापित करने, सीवेज पंपिंग स्टेशन, मछली पालन केंद्र, नालों के अपशिष्ट जल के परिशोधन के लिए प्रायोगिक परियोजनाओं एवं वनीकरण आदि से संबंधित हैं. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कुल 123 घाट, 65 शवदाह गृह, 8 जलमल अवसंरचना और 35 अन्य परियोजनाएं शुरू की गई हैं. उमा भारती ने कहा कि नमामि गंगे कार्यक्रम 20,000 करोड़ रुपये की लागत से शुरू किया गया है जिसमें नए प्रयासों के लिए 12,728 करोड़ रुपये शामिल हैं. इसके अंतर्गत विशेष रूप से 351.42 करोड़ रुपये की स्वीकृत लागत वाली 12 परियोजनाएं मंजूर की गई हैं. उन्होंने कहा कि इन परियोजनाओं को 18 माह से 48 माह के बीच पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. संपूर्ण कार्यक्रम को वर्ष 2020 तक पूरा करने का लक्ष्य है. मंत्री ने कहा कि नमामि गंगे कार्यक्रम की 20,000 करोड़ रुपये की लागत में से 7,272 करोड़ रुपये मौजूदा एवं नये कार्यक्रमों के लिए है. कुल बजटीय राशि में से 100 करोड़ रुपये मीडिया और संचार तथा जन जागरुकता एवं गंगा संरक्षण में लोगों की सहभागिता को बढ़ाने एवं जनजागरुकता के लिए रखे गए हैं. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, वर्ष 2014-15 तथा 2015-16 में विज्ञापनों पर कुल 2.8 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं. मंत्री ने कहा कि सरकार ने 110 शहरों की पहचान की है जहां नदी, झीलों में अशोधित जलमल बहाया जाता है और सफाई के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं. गंगा में जलमल बहाए जाने के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल में 114 नालों की पहचान की गई है. वे प्रतिदिन औसतन 6,614 मिलियन लीटर जलमल और उद्योगों से निकलने वाला पानी बहा रहे हैं. उन्होंने कहा कि नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत 30 जून 2016 को 53 शहरों में 97 परियोजनाओं को स्वीकृति दी है. उमा ने बताया कि नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत 30 जून 2016 को 97 परियोजनाओं को स्वीकृति दी गई है. इसकी अनुमानित लागत 8,588.21 करोड़ रुपये है. उन्होंने कहा कि 12 परियोजनाएं 351 करोड़ रुपये की लागत के साथ नमामि गंगे कार्यक्रम के घटक के रूप में स्वीकृत की गई है. मंत्री ने कहा कि 4 जुलाई 2016 को राष्ट्रीय गंगा नदी बेसिन प्राधिकरण की छठी बैठक के दौरान पांच सदस्य राज्यों के प्रतिनिधियों सहित सभी सदस्य मौजूद थे जिनमें वे राज्यों की सहमति से गंगा अधिनियम तैयार करने पर सहमत हुए. उमा ने कहा कि जब वह मंत्री नहीं थी तब उन्होंने सभी सांसदों को गंगा जल भेजा था और गंगा के विषय पर सहयोग मांगा था. तब सभी लोगों ने एक स्वर से इसका समर्थन किया था. अब जब संसद में कानून बनाने के लिए विधेयक लेकर आएंगी तब उसी तरह से सर्वसम्मति से उसे पारित करने की सभी से प्रार्थना करेंगी. एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि नदी में डाली जाने वाली पूजन सामग्री गंगा नदी के प्रदूषण का मुख्य कारक नहीं है. यह पूजन सामग्री नदी प्रवाह के साथ स्वयं बह जाती है. किन्तु जब अन्य प्रदूषण के कारण नदी का प्रवाह कम होता है या बाधित होता है तो यह पूजन सामग्री एक जगह एकत्र होकर प्रदूषण बढ़ाती है. उन्होंने कहा कि गंगा नदी के प्रदूषण का मुख्य कारण इसके किनारे बसी औद्योगिक इकाइयों द्वारा इसमें डाला जाने वाला प्रदूषित जल एवं कचरा तथा सीवेज है. वर्तमान सरकार के सत्ता में आने के बाद सितंबर में प्रदूषण फैलाने वाली इन इकाइयों के साथ बैठक कर उन्हें गंगा में प्रदूषण रोकने के उपाय करने के निर्देश दिये गये. उमा ने कहा कि सरकार गंगा नदी में प्रदूषण को रोकने के लिए एक कानून लाने पर विचार कर रही है जिसमें प्रदूषण फैलाने वाली इकाइयों के खिलाफ कड़े प्रावधान होंगे. उमा भारती ने कहा कि केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड एवं राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा किये गये सर्वेक्षण में गंगा बेसिन में 501 एमएलडी अपशिष्ट जल उत्पन्न करने वाले 764 पूरी तरह प्रदूषणकारी उद्योगों का पता चला है. केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने प्रदूषण फैलाने वाले उद्योगों को नोटिस जारी किए हैं. उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी सरकार गंगा को प्रदूषण मुक्त करने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा कि सरकार के इस संकल्प को देश एवं विदेशों में काफी समर्थन मिल रहा है. उमा ने कहा कि केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को विभिन्न जगहों पर गंगा जल की गुणवत्ता की जांच का पता लगाने के मकसद से उपकरण लगाने के लिए 196 करोड़ रुपये दिए गए हैं.टिप्पणियां उन्होंने बताया कि नमामि गंगे योजना के तहत प्रारंभ में छह शहरों... मथुरा, वृन्दावन, कानपुर, इलाहाबाद, वाराणसी, पटना और नई दिल्ली में ‘‘ट्रैश स्कीमरों’’ द्वारा नदी सतह और घाट सफाई कार्यक्रम शुरू किया जाएगा.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) उन्होंने कहा कि इन परियोजनाओं को 18 माह से 48 माह के बीच पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. संपूर्ण कार्यक्रम को वर्ष 2020 तक पूरा करने का लक्ष्य है. मंत्री ने कहा कि नमामि गंगे कार्यक्रम की 20,000 करोड़ रुपये की लागत में से 7,272 करोड़ रुपये मौजूदा एवं नये कार्यक्रमों के लिए है. कुल बजटीय राशि में से 100 करोड़ रुपये मीडिया और संचार तथा जन जागरुकता एवं गंगा संरक्षण में लोगों की सहभागिता को बढ़ाने एवं जनजागरुकता के लिए रखे गए हैं. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, वर्ष 2014-15 तथा 2015-16 में विज्ञापनों पर कुल 2.8 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं. मंत्री ने कहा कि सरकार ने 110 शहरों की पहचान की है जहां नदी, झीलों में अशोधित जलमल बहाया जाता है और सफाई के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं. गंगा में जलमल बहाए जाने के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल में 114 नालों की पहचान की गई है. वे प्रतिदिन औसतन 6,614 मिलियन लीटर जलमल और उद्योगों से निकलने वाला पानी बहा रहे हैं. उन्होंने कहा कि नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत 30 जून 2016 को 53 शहरों में 97 परियोजनाओं को स्वीकृति दी है. उमा ने बताया कि नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत 30 जून 2016 को 97 परियोजनाओं को स्वीकृति दी गई है. इसकी अनुमानित लागत 8,588.21 करोड़ रुपये है. उन्होंने कहा कि 12 परियोजनाएं 351 करोड़ रुपये की लागत के साथ नमामि गंगे कार्यक्रम के घटक के रूप में स्वीकृत की गई है. मंत्री ने कहा कि 4 जुलाई 2016 को राष्ट्रीय गंगा नदी बेसिन प्राधिकरण की छठी बैठक के दौरान पांच सदस्य राज्यों के प्रतिनिधियों सहित सभी सदस्य मौजूद थे जिनमें वे राज्यों की सहमति से गंगा अधिनियम तैयार करने पर सहमत हुए. उमा ने कहा कि जब वह मंत्री नहीं थी तब उन्होंने सभी सांसदों को गंगा जल भेजा था और गंगा के विषय पर सहयोग मांगा था. तब सभी लोगों ने एक स्वर से इसका समर्थन किया था. अब जब संसद में कानून बनाने के लिए विधेयक लेकर आएंगी तब उसी तरह से सर्वसम्मति से उसे पारित करने की सभी से प्रार्थना करेंगी. एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि नदी में डाली जाने वाली पूजन सामग्री गंगा नदी के प्रदूषण का मुख्य कारक नहीं है. यह पूजन सामग्री नदी प्रवाह के साथ स्वयं बह जाती है. किन्तु जब अन्य प्रदूषण के कारण नदी का प्रवाह कम होता है या बाधित होता है तो यह पूजन सामग्री एक जगह एकत्र होकर प्रदूषण बढ़ाती है. उन्होंने कहा कि गंगा नदी के प्रदूषण का मुख्य कारण इसके किनारे बसी औद्योगिक इकाइयों द्वारा इसमें डाला जाने वाला प्रदूषित जल एवं कचरा तथा सीवेज है. वर्तमान सरकार के सत्ता में आने के बाद सितंबर में प्रदूषण फैलाने वाली इन इकाइयों के साथ बैठक कर उन्हें गंगा में प्रदूषण रोकने के उपाय करने के निर्देश दिये गये. उमा ने कहा कि सरकार गंगा नदी में प्रदूषण को रोकने के लिए एक कानून लाने पर विचार कर रही है जिसमें प्रदूषण फैलाने वाली इकाइयों के खिलाफ कड़े प्रावधान होंगे. उमा भारती ने कहा कि केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड एवं राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा किये गये सर्वेक्षण में गंगा बेसिन में 501 एमएलडी अपशिष्ट जल उत्पन्न करने वाले 764 पूरी तरह प्रदूषणकारी उद्योगों का पता चला है. केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने प्रदूषण फैलाने वाले उद्योगों को नोटिस जारी किए हैं. उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी सरकार गंगा को प्रदूषण मुक्त करने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा कि सरकार के इस संकल्प को देश एवं विदेशों में काफी समर्थन मिल रहा है. उमा ने कहा कि केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को विभिन्न जगहों पर गंगा जल की गुणवत्ता की जांच का पता लगाने के मकसद से उपकरण लगाने के लिए 196 करोड़ रुपये दिए गए हैं.टिप्पणियां उन्होंने बताया कि नमामि गंगे योजना के तहत प्रारंभ में छह शहरों... मथुरा, वृन्दावन, कानपुर, इलाहाबाद, वाराणसी, पटना और नई दिल्ली में ‘‘ट्रैश स्कीमरों’’ द्वारा नदी सतह और घाट सफाई कार्यक्रम शुरू किया जाएगा.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) मंत्री ने कहा कि नमामि गंगे कार्यक्रम की 20,000 करोड़ रुपये की लागत में से 7,272 करोड़ रुपये मौजूदा एवं नये कार्यक्रमों के लिए है. कुल बजटीय राशि में से 100 करोड़ रुपये मीडिया और संचार तथा जन जागरुकता एवं गंगा संरक्षण में लोगों की सहभागिता को बढ़ाने एवं जनजागरुकता के लिए रखे गए हैं. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, वर्ष 2014-15 तथा 2015-16 में विज्ञापनों पर कुल 2.8 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं. मंत्री ने कहा कि सरकार ने 110 शहरों की पहचान की है जहां नदी, झीलों में अशोधित जलमल बहाया जाता है और सफाई के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं. गंगा में जलमल बहाए जाने के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल में 114 नालों की पहचान की गई है. वे प्रतिदिन औसतन 6,614 मिलियन लीटर जलमल और उद्योगों से निकलने वाला पानी बहा रहे हैं. उन्होंने कहा कि नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत 30 जून 2016 को 53 शहरों में 97 परियोजनाओं को स्वीकृति दी है. उमा ने बताया कि नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत 30 जून 2016 को 97 परियोजनाओं को स्वीकृति दी गई है. इसकी अनुमानित लागत 8,588.21 करोड़ रुपये है. उन्होंने कहा कि 12 परियोजनाएं 351 करोड़ रुपये की लागत के साथ नमामि गंगे कार्यक्रम के घटक के रूप में स्वीकृत की गई है. मंत्री ने कहा कि 4 जुलाई 2016 को राष्ट्रीय गंगा नदी बेसिन प्राधिकरण की छठी बैठक के दौरान पांच सदस्य राज्यों के प्रतिनिधियों सहित सभी सदस्य मौजूद थे जिनमें वे राज्यों की सहमति से गंगा अधिनियम तैयार करने पर सहमत हुए. उमा ने कहा कि जब वह मंत्री नहीं थी तब उन्होंने सभी सांसदों को गंगा जल भेजा था और गंगा के विषय पर सहयोग मांगा था. तब सभी लोगों ने एक स्वर से इसका समर्थन किया था. अब जब संसद में कानून बनाने के लिए विधेयक लेकर आएंगी तब उसी तरह से सर्वसम्मति से उसे पारित करने की सभी से प्रार्थना करेंगी. एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि नदी में डाली जाने वाली पूजन सामग्री गंगा नदी के प्रदूषण का मुख्य कारक नहीं है. यह पूजन सामग्री नदी प्रवाह के साथ स्वयं बह जाती है. किन्तु जब अन्य प्रदूषण के कारण नदी का प्रवाह कम होता है या बाधित होता है तो यह पूजन सामग्री एक जगह एकत्र होकर प्रदूषण बढ़ाती है. उन्होंने कहा कि गंगा नदी के प्रदूषण का मुख्य कारण इसके किनारे बसी औद्योगिक इकाइयों द्वारा इसमें डाला जाने वाला प्रदूषित जल एवं कचरा तथा सीवेज है. वर्तमान सरकार के सत्ता में आने के बाद सितंबर में प्रदूषण फैलाने वाली इन इकाइयों के साथ बैठक कर उन्हें गंगा में प्रदूषण रोकने के उपाय करने के निर्देश दिये गये. उमा ने कहा कि सरकार गंगा नदी में प्रदूषण को रोकने के लिए एक कानून लाने पर विचार कर रही है जिसमें प्रदूषण फैलाने वाली इकाइयों के खिलाफ कड़े प्रावधान होंगे. उमा भारती ने कहा कि केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड एवं राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा किये गये सर्वेक्षण में गंगा बेसिन में 501 एमएलडी अपशिष्ट जल उत्पन्न करने वाले 764 पूरी तरह प्रदूषणकारी उद्योगों का पता चला है. केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने प्रदूषण फैलाने वाले उद्योगों को नोटिस जारी किए हैं. उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी सरकार गंगा को प्रदूषण मुक्त करने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा कि सरकार के इस संकल्प को देश एवं विदेशों में काफी समर्थन मिल रहा है. उमा ने कहा कि केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को विभिन्न जगहों पर गंगा जल की गुणवत्ता की जांच का पता लगाने के मकसद से उपकरण लगाने के लिए 196 करोड़ रुपये दिए गए हैं.टिप्पणियां उन्होंने बताया कि नमामि गंगे योजना के तहत प्रारंभ में छह शहरों... मथुरा, वृन्दावन, कानपुर, इलाहाबाद, वाराणसी, पटना और नई दिल्ली में ‘‘ट्रैश स्कीमरों’’ द्वारा नदी सतह और घाट सफाई कार्यक्रम शुरू किया जाएगा.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, वर्ष 2014-15 तथा 2015-16 में विज्ञापनों पर कुल 2.8 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं. मंत्री ने कहा कि सरकार ने 110 शहरों की पहचान की है जहां नदी, झीलों में अशोधित जलमल बहाया जाता है और सफाई के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं. गंगा में जलमल बहाए जाने के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल में 114 नालों की पहचान की गई है. वे प्रतिदिन औसतन 6,614 मिलियन लीटर जलमल और उद्योगों से निकलने वाला पानी बहा रहे हैं. उन्होंने कहा कि नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत 30 जून 2016 को 53 शहरों में 97 परियोजनाओं को स्वीकृति दी है. उमा ने बताया कि नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत 30 जून 2016 को 97 परियोजनाओं को स्वीकृति दी गई है. इसकी अनुमानित लागत 8,588.21 करोड़ रुपये है. उन्होंने कहा कि 12 परियोजनाएं 351 करोड़ रुपये की लागत के साथ नमामि गंगे कार्यक्रम के घटक के रूप में स्वीकृत की गई है. मंत्री ने कहा कि 4 जुलाई 2016 को राष्ट्रीय गंगा नदी बेसिन प्राधिकरण की छठी बैठक के दौरान पांच सदस्य राज्यों के प्रतिनिधियों सहित सभी सदस्य मौजूद थे जिनमें वे राज्यों की सहमति से गंगा अधिनियम तैयार करने पर सहमत हुए. उमा ने कहा कि जब वह मंत्री नहीं थी तब उन्होंने सभी सांसदों को गंगा जल भेजा था और गंगा के विषय पर सहयोग मांगा था. तब सभी लोगों ने एक स्वर से इसका समर्थन किया था. अब जब संसद में कानून बनाने के लिए विधेयक लेकर आएंगी तब उसी तरह से सर्वसम्मति से उसे पारित करने की सभी से प्रार्थना करेंगी. एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि नदी में डाली जाने वाली पूजन सामग्री गंगा नदी के प्रदूषण का मुख्य कारक नहीं है. यह पूजन सामग्री नदी प्रवाह के साथ स्वयं बह जाती है. किन्तु जब अन्य प्रदूषण के कारण नदी का प्रवाह कम होता है या बाधित होता है तो यह पूजन सामग्री एक जगह एकत्र होकर प्रदूषण बढ़ाती है. उन्होंने कहा कि गंगा नदी के प्रदूषण का मुख्य कारण इसके किनारे बसी औद्योगिक इकाइयों द्वारा इसमें डाला जाने वाला प्रदूषित जल एवं कचरा तथा सीवेज है. वर्तमान सरकार के सत्ता में आने के बाद सितंबर में प्रदूषण फैलाने वाली इन इकाइयों के साथ बैठक कर उन्हें गंगा में प्रदूषण रोकने के उपाय करने के निर्देश दिये गये. उमा ने कहा कि सरकार गंगा नदी में प्रदूषण को रोकने के लिए एक कानून लाने पर विचार कर रही है जिसमें प्रदूषण फैलाने वाली इकाइयों के खिलाफ कड़े प्रावधान होंगे. उमा भारती ने कहा कि केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड एवं राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा किये गये सर्वेक्षण में गंगा बेसिन में 501 एमएलडी अपशिष्ट जल उत्पन्न करने वाले 764 पूरी तरह प्रदूषणकारी उद्योगों का पता चला है. केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने प्रदूषण फैलाने वाले उद्योगों को नोटिस जारी किए हैं. उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी सरकार गंगा को प्रदूषण मुक्त करने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा कि सरकार के इस संकल्प को देश एवं विदेशों में काफी समर्थन मिल रहा है. उमा ने कहा कि केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को विभिन्न जगहों पर गंगा जल की गुणवत्ता की जांच का पता लगाने के मकसद से उपकरण लगाने के लिए 196 करोड़ रुपये दिए गए हैं.टिप्पणियां उन्होंने बताया कि नमामि गंगे योजना के तहत प्रारंभ में छह शहरों... मथुरा, वृन्दावन, कानपुर, इलाहाबाद, वाराणसी, पटना और नई दिल्ली में ‘‘ट्रैश स्कीमरों’’ द्वारा नदी सतह और घाट सफाई कार्यक्रम शुरू किया जाएगा.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) मंत्री ने कहा कि सरकार ने 110 शहरों की पहचान की है जहां नदी, झीलों में अशोधित जलमल बहाया जाता है और सफाई के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं. गंगा में जलमल बहाए जाने के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल में 114 नालों की पहचान की गई है. वे प्रतिदिन औसतन 6,614 मिलियन लीटर जलमल और उद्योगों से निकलने वाला पानी बहा रहे हैं. उन्होंने कहा कि नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत 30 जून 2016 को 53 शहरों में 97 परियोजनाओं को स्वीकृति दी है. उमा ने बताया कि नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत 30 जून 2016 को 97 परियोजनाओं को स्वीकृति दी गई है. इसकी अनुमानित लागत 8,588.21 करोड़ रुपये है. उन्होंने कहा कि 12 परियोजनाएं 351 करोड़ रुपये की लागत के साथ नमामि गंगे कार्यक्रम के घटक के रूप में स्वीकृत की गई है. मंत्री ने कहा कि 4 जुलाई 2016 को राष्ट्रीय गंगा नदी बेसिन प्राधिकरण की छठी बैठक के दौरान पांच सदस्य राज्यों के प्रतिनिधियों सहित सभी सदस्य मौजूद थे जिनमें वे राज्यों की सहमति से गंगा अधिनियम तैयार करने पर सहमत हुए. उमा ने कहा कि जब वह मंत्री नहीं थी तब उन्होंने सभी सांसदों को गंगा जल भेजा था और गंगा के विषय पर सहयोग मांगा था. तब सभी लोगों ने एक स्वर से इसका समर्थन किया था. अब जब संसद में कानून बनाने के लिए विधेयक लेकर आएंगी तब उसी तरह से सर्वसम्मति से उसे पारित करने की सभी से प्रार्थना करेंगी. एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि नदी में डाली जाने वाली पूजन सामग्री गंगा नदी के प्रदूषण का मुख्य कारक नहीं है. यह पूजन सामग्री नदी प्रवाह के साथ स्वयं बह जाती है. किन्तु जब अन्य प्रदूषण के कारण नदी का प्रवाह कम होता है या बाधित होता है तो यह पूजन सामग्री एक जगह एकत्र होकर प्रदूषण बढ़ाती है. उन्होंने कहा कि गंगा नदी के प्रदूषण का मुख्य कारण इसके किनारे बसी औद्योगिक इकाइयों द्वारा इसमें डाला जाने वाला प्रदूषित जल एवं कचरा तथा सीवेज है. वर्तमान सरकार के सत्ता में आने के बाद सितंबर में प्रदूषण फैलाने वाली इन इकाइयों के साथ बैठक कर उन्हें गंगा में प्रदूषण रोकने के उपाय करने के निर्देश दिये गये. उमा ने कहा कि सरकार गंगा नदी में प्रदूषण को रोकने के लिए एक कानून लाने पर विचार कर रही है जिसमें प्रदूषण फैलाने वाली इकाइयों के खिलाफ कड़े प्रावधान होंगे. उमा भारती ने कहा कि केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड एवं राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा किये गये सर्वेक्षण में गंगा बेसिन में 501 एमएलडी अपशिष्ट जल उत्पन्न करने वाले 764 पूरी तरह प्रदूषणकारी उद्योगों का पता चला है. केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने प्रदूषण फैलाने वाले उद्योगों को नोटिस जारी किए हैं. उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी सरकार गंगा को प्रदूषण मुक्त करने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा कि सरकार के इस संकल्प को देश एवं विदेशों में काफी समर्थन मिल रहा है. उमा ने कहा कि केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को विभिन्न जगहों पर गंगा जल की गुणवत्ता की जांच का पता लगाने के मकसद से उपकरण लगाने के लिए 196 करोड़ रुपये दिए गए हैं.टिप्पणियां उन्होंने बताया कि नमामि गंगे योजना के तहत प्रारंभ में छह शहरों... मथुरा, वृन्दावन, कानपुर, इलाहाबाद, वाराणसी, पटना और नई दिल्ली में ‘‘ट्रैश स्कीमरों’’ द्वारा नदी सतह और घाट सफाई कार्यक्रम शुरू किया जाएगा.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) उन्होंने कहा कि नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत 30 जून 2016 को 53 शहरों में 97 परियोजनाओं को स्वीकृति दी है. उमा ने बताया कि नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत 30 जून 2016 को 97 परियोजनाओं को स्वीकृति दी गई है. इसकी अनुमानित लागत 8,588.21 करोड़ रुपये है. उन्होंने कहा कि 12 परियोजनाएं 351 करोड़ रुपये की लागत के साथ नमामि गंगे कार्यक्रम के घटक के रूप में स्वीकृत की गई है. मंत्री ने कहा कि 4 जुलाई 2016 को राष्ट्रीय गंगा नदी बेसिन प्राधिकरण की छठी बैठक के दौरान पांच सदस्य राज्यों के प्रतिनिधियों सहित सभी सदस्य मौजूद थे जिनमें वे राज्यों की सहमति से गंगा अधिनियम तैयार करने पर सहमत हुए. उमा ने कहा कि जब वह मंत्री नहीं थी तब उन्होंने सभी सांसदों को गंगा जल भेजा था और गंगा के विषय पर सहयोग मांगा था. तब सभी लोगों ने एक स्वर से इसका समर्थन किया था. अब जब संसद में कानून बनाने के लिए विधेयक लेकर आएंगी तब उसी तरह से सर्वसम्मति से उसे पारित करने की सभी से प्रार्थना करेंगी. एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि नदी में डाली जाने वाली पूजन सामग्री गंगा नदी के प्रदूषण का मुख्य कारक नहीं है. यह पूजन सामग्री नदी प्रवाह के साथ स्वयं बह जाती है. किन्तु जब अन्य प्रदूषण के कारण नदी का प्रवाह कम होता है या बाधित होता है तो यह पूजन सामग्री एक जगह एकत्र होकर प्रदूषण बढ़ाती है. उन्होंने कहा कि गंगा नदी के प्रदूषण का मुख्य कारण इसके किनारे बसी औद्योगिक इकाइयों द्वारा इसमें डाला जाने वाला प्रदूषित जल एवं कचरा तथा सीवेज है. वर्तमान सरकार के सत्ता में आने के बाद सितंबर में प्रदूषण फैलाने वाली इन इकाइयों के साथ बैठक कर उन्हें गंगा में प्रदूषण रोकने के उपाय करने के निर्देश दिये गये. उमा ने कहा कि सरकार गंगा नदी में प्रदूषण को रोकने के लिए एक कानून लाने पर विचार कर रही है जिसमें प्रदूषण फैलाने वाली इकाइयों के खिलाफ कड़े प्रावधान होंगे. उमा भारती ने कहा कि केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड एवं राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा किये गये सर्वेक्षण में गंगा बेसिन में 501 एमएलडी अपशिष्ट जल उत्पन्न करने वाले 764 पूरी तरह प्रदूषणकारी उद्योगों का पता चला है. केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने प्रदूषण फैलाने वाले उद्योगों को नोटिस जारी किए हैं. उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी सरकार गंगा को प्रदूषण मुक्त करने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा कि सरकार के इस संकल्प को देश एवं विदेशों में काफी समर्थन मिल रहा है. उमा ने कहा कि केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को विभिन्न जगहों पर गंगा जल की गुणवत्ता की जांच का पता लगाने के मकसद से उपकरण लगाने के लिए 196 करोड़ रुपये दिए गए हैं.टिप्पणियां उन्होंने बताया कि नमामि गंगे योजना के तहत प्रारंभ में छह शहरों... मथुरा, वृन्दावन, कानपुर, इलाहाबाद, वाराणसी, पटना और नई दिल्ली में ‘‘ट्रैश स्कीमरों’’ द्वारा नदी सतह और घाट सफाई कार्यक्रम शुरू किया जाएगा.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) मंत्री ने कहा कि 4 जुलाई 2016 को राष्ट्रीय गंगा नदी बेसिन प्राधिकरण की छठी बैठक के दौरान पांच सदस्य राज्यों के प्रतिनिधियों सहित सभी सदस्य मौजूद थे जिनमें वे राज्यों की सहमति से गंगा अधिनियम तैयार करने पर सहमत हुए. उमा ने कहा कि जब वह मंत्री नहीं थी तब उन्होंने सभी सांसदों को गंगा जल भेजा था और गंगा के विषय पर सहयोग मांगा था. तब सभी लोगों ने एक स्वर से इसका समर्थन किया था. अब जब संसद में कानून बनाने के लिए विधेयक लेकर आएंगी तब उसी तरह से सर्वसम्मति से उसे पारित करने की सभी से प्रार्थना करेंगी. एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि नदी में डाली जाने वाली पूजन सामग्री गंगा नदी के प्रदूषण का मुख्य कारक नहीं है. यह पूजन सामग्री नदी प्रवाह के साथ स्वयं बह जाती है. किन्तु जब अन्य प्रदूषण के कारण नदी का प्रवाह कम होता है या बाधित होता है तो यह पूजन सामग्री एक जगह एकत्र होकर प्रदूषण बढ़ाती है. उन्होंने कहा कि गंगा नदी के प्रदूषण का मुख्य कारण इसके किनारे बसी औद्योगिक इकाइयों द्वारा इसमें डाला जाने वाला प्रदूषित जल एवं कचरा तथा सीवेज है. वर्तमान सरकार के सत्ता में आने के बाद सितंबर में प्रदूषण फैलाने वाली इन इकाइयों के साथ बैठक कर उन्हें गंगा में प्रदूषण रोकने के उपाय करने के निर्देश दिये गये. उमा ने कहा कि सरकार गंगा नदी में प्रदूषण को रोकने के लिए एक कानून लाने पर विचार कर रही है जिसमें प्रदूषण फैलाने वाली इकाइयों के खिलाफ कड़े प्रावधान होंगे. उमा भारती ने कहा कि केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड एवं राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा किये गये सर्वेक्षण में गंगा बेसिन में 501 एमएलडी अपशिष्ट जल उत्पन्न करने वाले 764 पूरी तरह प्रदूषणकारी उद्योगों का पता चला है. केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने प्रदूषण फैलाने वाले उद्योगों को नोटिस जारी किए हैं. उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी सरकार गंगा को प्रदूषण मुक्त करने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा कि सरकार के इस संकल्प को देश एवं विदेशों में काफी समर्थन मिल रहा है. उमा ने कहा कि केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को विभिन्न जगहों पर गंगा जल की गुणवत्ता की जांच का पता लगाने के मकसद से उपकरण लगाने के लिए 196 करोड़ रुपये दिए गए हैं.टिप्पणियां उन्होंने बताया कि नमामि गंगे योजना के तहत प्रारंभ में छह शहरों... मथुरा, वृन्दावन, कानपुर, इलाहाबाद, वाराणसी, पटना और नई दिल्ली में ‘‘ट्रैश स्कीमरों’’ द्वारा नदी सतह और घाट सफाई कार्यक्रम शुरू किया जाएगा.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) उन्होंने कहा कि गंगा नदी के प्रदूषण का मुख्य कारण इसके किनारे बसी औद्योगिक इकाइयों द्वारा इसमें डाला जाने वाला प्रदूषित जल एवं कचरा तथा सीवेज है. वर्तमान सरकार के सत्ता में आने के बाद सितंबर में प्रदूषण फैलाने वाली इन इकाइयों के साथ बैठक कर उन्हें गंगा में प्रदूषण रोकने के उपाय करने के निर्देश दिये गये. उमा ने कहा कि सरकार गंगा नदी में प्रदूषण को रोकने के लिए एक कानून लाने पर विचार कर रही है जिसमें प्रदूषण फैलाने वाली इकाइयों के खिलाफ कड़े प्रावधान होंगे. उमा भारती ने कहा कि केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड एवं राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा किये गये सर्वेक्षण में गंगा बेसिन में 501 एमएलडी अपशिष्ट जल उत्पन्न करने वाले 764 पूरी तरह प्रदूषणकारी उद्योगों का पता चला है. केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने प्रदूषण फैलाने वाले उद्योगों को नोटिस जारी किए हैं. उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी सरकार गंगा को प्रदूषण मुक्त करने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा कि सरकार के इस संकल्प को देश एवं विदेशों में काफी समर्थन मिल रहा है. उमा ने कहा कि केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को विभिन्न जगहों पर गंगा जल की गुणवत्ता की जांच का पता लगाने के मकसद से उपकरण लगाने के लिए 196 करोड़ रुपये दिए गए हैं.टिप्पणियां उन्होंने बताया कि नमामि गंगे योजना के तहत प्रारंभ में छह शहरों... मथुरा, वृन्दावन, कानपुर, इलाहाबाद, वाराणसी, पटना और नई दिल्ली में ‘‘ट्रैश स्कीमरों’’ द्वारा नदी सतह और घाट सफाई कार्यक्रम शुरू किया जाएगा.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) उमा ने कहा कि सरकार गंगा नदी में प्रदूषण को रोकने के लिए एक कानून लाने पर विचार कर रही है जिसमें प्रदूषण फैलाने वाली इकाइयों के खिलाफ कड़े प्रावधान होंगे. उमा भारती ने कहा कि केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड एवं राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा किये गये सर्वेक्षण में गंगा बेसिन में 501 एमएलडी अपशिष्ट जल उत्पन्न करने वाले 764 पूरी तरह प्रदूषणकारी उद्योगों का पता चला है. केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने प्रदूषण फैलाने वाले उद्योगों को नोटिस जारी किए हैं. उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी सरकार गंगा को प्रदूषण मुक्त करने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा कि सरकार के इस संकल्प को देश एवं विदेशों में काफी समर्थन मिल रहा है. उमा ने कहा कि केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को विभिन्न जगहों पर गंगा जल की गुणवत्ता की जांच का पता लगाने के मकसद से उपकरण लगाने के लिए 196 करोड़ रुपये दिए गए हैं.टिप्पणियां उन्होंने बताया कि नमामि गंगे योजना के तहत प्रारंभ में छह शहरों... मथुरा, वृन्दावन, कानपुर, इलाहाबाद, वाराणसी, पटना और नई दिल्ली में ‘‘ट्रैश स्कीमरों’’ द्वारा नदी सतह और घाट सफाई कार्यक्रम शुरू किया जाएगा.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी सरकार गंगा को प्रदूषण मुक्त करने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा कि सरकार के इस संकल्प को देश एवं विदेशों में काफी समर्थन मिल रहा है. उमा ने कहा कि केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को विभिन्न जगहों पर गंगा जल की गुणवत्ता की जांच का पता लगाने के मकसद से उपकरण लगाने के लिए 196 करोड़ रुपये दिए गए हैं.टिप्पणियां उन्होंने बताया कि नमामि गंगे योजना के तहत प्रारंभ में छह शहरों... मथुरा, वृन्दावन, कानपुर, इलाहाबाद, वाराणसी, पटना और नई दिल्ली में ‘‘ट्रैश स्कीमरों’’ द्वारा नदी सतह और घाट सफाई कार्यक्रम शुरू किया जाएगा.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) उमा ने कहा कि केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को विभिन्न जगहों पर गंगा जल की गुणवत्ता की जांच का पता लगाने के मकसद से उपकरण लगाने के लिए 196 करोड़ रुपये दिए गए हैं.टिप्पणियां उन्होंने बताया कि नमामि गंगे योजना के तहत प्रारंभ में छह शहरों... मथुरा, वृन्दावन, कानपुर, इलाहाबाद, वाराणसी, पटना और नई दिल्ली में ‘‘ट्रैश स्कीमरों’’ द्वारा नदी सतह और घाट सफाई कार्यक्रम शुरू किया जाएगा.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) उन्होंने बताया कि नमामि गंगे योजना के तहत प्रारंभ में छह शहरों... मथुरा, वृन्दावन, कानपुर, इलाहाबाद, वाराणसी, पटना और नई दिल्ली में ‘‘ट्रैश स्कीमरों’’ द्वारा नदी सतह और घाट सफाई कार्यक्रम शुरू किया जाएगा.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
महाराष्ट्र में दूध उत्पादकों का आंदोलन : सीएम फड़णवीस आज विपक्ष के साथ बैठक करेंगे
दूध पर 5 रुपये सब्सिडी देने की मांग को लेकर आंदोलन जारी आंदोलनकारी मुंबई में नहीं आने दे रहे दूध ढोने वाले वाहन कोल्हापुर जिले में दूध के टैंकर में आग लगा दी गई
Nagpur: Chief Minister Devendra Fadnavis to hold a meeting tomorrow with leaders of the opposition in the legislative assembly and council over milk farmer's protest. #Maharashtra #Maharashtra: Workers of Swabhimani Shetkari Sangathna vandalised 3 State Transport buses in Buldhana, yesterday. The organisation is demanding price hike for milk farmers. pic.twitter.com/JaZ2RfYYRS स्वाभिमानी पक्ष के सांसद राजू शेट्टी ने बुधवार को कहा कि वह महाराष्ट्र के जल संसाधन मंत्री गिरीश महाजन से मिलेंगे और बातचीत करेंगे. सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने महाजन को शेट्टी से मिलने को कहा है ताकि आंदोलन खत्म कराया जा सके. गुजरात सीमा के नजदीक दहानु में डेरा डाले शेट्टी ने इस बात की पुष्टि की कि उन्हें महाजन से बातचीत का न्योता मिला है. शेट्टी ने कहा , ‘‘मैं उनसे आज रात मिलूंगा, लेकिन मेरी मांगें बदली नहीं हैं. मैं दूध की खरीद की कीमत में प्रति लीटर पांच रुपये की वृद्धि चाहता हूं और मैं इससे पीछे नहीं हटने जा रहा हूं.’’
केरल : सबरीमाला मंदिर में भगदड़ मचने से कम से कम 17 श्रद्धालु घायल
41 दिन के मंडला पूजा की समाप्ति से पहले यहां काफी भीड़ थी रस्सी से बना बैरिकेड टूट गया और लोग एक-दूसरे पर गिर पड़े गंभीर रूप से घायल दो लोग कोट्टायम मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती
भगवान अयप्पा के प्रसिद्ध पहाड़ी मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के कारण रविवार शाम 'मामूली भगदड़' मचने से आंध्र प्रदेश के कम से कम 17 श्रद्धालु घायल हो गए. इनमें से दो की हालत गंभीर है. पथानामथिट्टा की जिलाधिकारी आर गिरिजा ने बताया कि भारी भीड़ के कारण सन्निधानम और मल्लिकापुरा के बीच रस्सी से बना बैरिकेड टूट गया और रस्सी का सहारा लिए हुए खड़े लोग एक-दूसरे पर गिर पड़े. उन्होंने बताया कि घायलों को पहले सन्निधानम अस्पताल में भर्ती कराया गया, जिनमें से गंभीर रूप से घायल दो को कोट्टायम मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया, जबकि तीन अन्य को पद्मा अस्पताल में भर्ती कराया गया. उन्होंने बताया कि 41 दिन के मंडला पूजा की समाप्ति से पहले यहां काफी भीड़ थी. उन्होंने बताया कि मंडला पूजा में भगवान अयप्पा द्वारा पहने जाने वाले पवित्र गहनों 'थंगा अंगि' को मंदिर में पहुंचाने के लिए एक यात्रा निकाली गई थी, जिसमें लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. मंडला पूजा से चार दिन पहले यह यात्रा अरनमाला के श्री पार्थसारथी मंदिर से शुरू की जाती है. टिप्पणियां देवास्वम् मंत्री कडाकंपाली सुरेन्द्रन ने बताया कि थंगा अंगि लाए जाने के समय श्रद्धालुओं की भारी भीड़ थी. उन्होंने बताया कि भगदड़ से पहले वह मंदिर में थे और थंगा अंगि की दीप आराधना के बाद वह वहां से निकल गए.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) पथानामथिट्टा की जिलाधिकारी आर गिरिजा ने बताया कि भारी भीड़ के कारण सन्निधानम और मल्लिकापुरा के बीच रस्सी से बना बैरिकेड टूट गया और रस्सी का सहारा लिए हुए खड़े लोग एक-दूसरे पर गिर पड़े. उन्होंने बताया कि घायलों को पहले सन्निधानम अस्पताल में भर्ती कराया गया, जिनमें से गंभीर रूप से घायल दो को कोट्टायम मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया, जबकि तीन अन्य को पद्मा अस्पताल में भर्ती कराया गया. उन्होंने बताया कि 41 दिन के मंडला पूजा की समाप्ति से पहले यहां काफी भीड़ थी. उन्होंने बताया कि मंडला पूजा में भगवान अयप्पा द्वारा पहने जाने वाले पवित्र गहनों 'थंगा अंगि' को मंदिर में पहुंचाने के लिए एक यात्रा निकाली गई थी, जिसमें लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. मंडला पूजा से चार दिन पहले यह यात्रा अरनमाला के श्री पार्थसारथी मंदिर से शुरू की जाती है. टिप्पणियां देवास्वम् मंत्री कडाकंपाली सुरेन्द्रन ने बताया कि थंगा अंगि लाए जाने के समय श्रद्धालुओं की भारी भीड़ थी. उन्होंने बताया कि भगदड़ से पहले वह मंदिर में थे और थंगा अंगि की दीप आराधना के बाद वह वहां से निकल गए.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) उन्होंने बताया कि घायलों को पहले सन्निधानम अस्पताल में भर्ती कराया गया, जिनमें से गंभीर रूप से घायल दो को कोट्टायम मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया, जबकि तीन अन्य को पद्मा अस्पताल में भर्ती कराया गया. उन्होंने बताया कि 41 दिन के मंडला पूजा की समाप्ति से पहले यहां काफी भीड़ थी. उन्होंने बताया कि मंडला पूजा में भगवान अयप्पा द्वारा पहने जाने वाले पवित्र गहनों 'थंगा अंगि' को मंदिर में पहुंचाने के लिए एक यात्रा निकाली गई थी, जिसमें लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. मंडला पूजा से चार दिन पहले यह यात्रा अरनमाला के श्री पार्थसारथी मंदिर से शुरू की जाती है. टिप्पणियां देवास्वम् मंत्री कडाकंपाली सुरेन्द्रन ने बताया कि थंगा अंगि लाए जाने के समय श्रद्धालुओं की भारी भीड़ थी. उन्होंने बताया कि भगदड़ से पहले वह मंदिर में थे और थंगा अंगि की दीप आराधना के बाद वह वहां से निकल गए.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) उन्होंने बताया कि मंडला पूजा में भगवान अयप्पा द्वारा पहने जाने वाले पवित्र गहनों 'थंगा अंगि' को मंदिर में पहुंचाने के लिए एक यात्रा निकाली गई थी, जिसमें लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. मंडला पूजा से चार दिन पहले यह यात्रा अरनमाला के श्री पार्थसारथी मंदिर से शुरू की जाती है. टिप्पणियां देवास्वम् मंत्री कडाकंपाली सुरेन्द्रन ने बताया कि थंगा अंगि लाए जाने के समय श्रद्धालुओं की भारी भीड़ थी. उन्होंने बताया कि भगदड़ से पहले वह मंदिर में थे और थंगा अंगि की दीप आराधना के बाद वह वहां से निकल गए.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) देवास्वम् मंत्री कडाकंपाली सुरेन्द्रन ने बताया कि थंगा अंगि लाए जाने के समय श्रद्धालुओं की भारी भीड़ थी. उन्होंने बताया कि भगदड़ से पहले वह मंदिर में थे और थंगा अंगि की दीप आराधना के बाद वह वहां से निकल गए.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
ओडिशा विधानसभा में कांग्रेसी विधायकों का हंगामा
ओडिशा विधानसभा में किसानों की आत्महत्या के मुद्दे पर बहस कराने की मांग को लेकर कांग्रेसी विधायकों ने जमकर बवाल काटा।
ओडिशा विधानसभा में किसानों की आत्महत्या के मुद्दे पर बहस कराने की मांग को लेकर कांग्रेसी विधायकों ने जमकर बवाल काटा। स्पीकर के उनकी बात न सुने जाने पर विधायकों ने उनके सामने कुर्सी फेंकने की चेष्टा भी की। सभा के अध्यक्ष से विपक्षी कांग्रेसी विधायकों ने प्रश्नकाल स्थगित कर राज्य में सूखा और किसानों के मुद्दे पर बहस कराने के लिए जोरदार नारेबाजी भी की। किंतु स्पीकर ने सदन की कार्यवाही सामान्य रूप से जारी रखी जिससे कांग्रेसी विधायक नाराज हो गए और एक समूह में स्पीकर के समक्ष आकर नारेबाजी की।
औद्योगिक उत्पादन वृद्धि दिसंबर 2011 में 1.8 फीसदी रही
औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर दिसंबर 2011 में मात्र 1.8 प्रतिशत रही। खनन और पूंजीगत वस्तु क्षेत्र में उत्पादन घटने से कुल दिसंबर में कुल औद्योगिक वृद्धि प्रभावित हुई।
औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर दिसंबर 2011 में मात्र 1.8 प्रतिशत रही। खनन और पूंजीगत वस्तु क्षेत्र में उत्पादन घटने से कुल दिसंबर में कुल औद्योगिक वृद्धि प्रभावित हुई। दिसंबर 2010 में औद्योगिक वृद्धि सालाना आधार पर 8.1 फीसदी थी। सरकार द्वारा जारी औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) के ताजा आंकड़ों के मुताबिक दिसबर,11 में विनिर्माण क्षेत्र का उत्पादन एक साल पहले इसी माह की तुलना में 1.8 फीसदी ऊंचा रहा। दिसंबर 2010 में कारखाना क्षेत्र की वृद्धि दर 8.7 फीसदी थी। सूचकांक में विनिर्माण क्षेत्र का योगदान 75 फीसदी है।टिप्पणियां खनन क्षेत्र का उत्पादन इस बार दिसंबर में एक साल पहले से 3.7 फीसदी कम रहा। सालभर पहले इसी दौरान इस क्षेत्र में 5.9 फीसदी उत्पादन वृद्धि हुई थी। बिजली उत्पादन में 9.1 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज हुई जबकि इससे पिछले साल की समान अवधि में वृद्धि 5.9 फीसदी थी। विनिर्माण क्षेत्र में मशीन उपकरण बनाने वाले पूंजीगत उद्योग क्षेत्र के उत्पादन में 16.5 फीसद की बड़ी गिरावट दर्ज की गयी जबकि 2010 की समान अवधि में इस क्षेत्र में 20.2 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई थी। समीक्षाधीन माह में 22 प्रकार के उद्योग समूहों में से 15 में वृद्धि दर्ज हुई। दिसंबर,11 में मूल औद्योगिक माल का उत्पादन चार फीसदी बढ़ा जबकि पिछले साल की समान अवधि में इस क्षेत्र की वृद्धि 7.8 फीसदी थी। हालांकि मध्यवर्ती वस्तुओं के उत्पादन में 2.8 फीसद की गिरावट दर्ज की गई जबकि दिसंबर 2010 में इस क्षेत्र में 8.1 फीसदी की वृद्धि हुई थी। चालू वित्त वर्ष में अप्रैल से दिसंबर 2011 के दौरान औद्योगिक वृद्धि दर 3.6 फीसद रही जबकि पिछले साल की उसी अवधि में यह 8.3 फीसद थी। इस बीच सरकार ने नवंबर 2011 के आईआईपी में संशाधिन किया है जिसके तहत उस महा की औद्योगिक वृद्धि दर 5.94 फीसद हो गई जबकि प्रारंभिक आंकड़ों के आधार पर यह 5.9 फीसद बताई गई थी। सरकार द्वारा जारी औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) के ताजा आंकड़ों के मुताबिक दिसबर,11 में विनिर्माण क्षेत्र का उत्पादन एक साल पहले इसी माह की तुलना में 1.8 फीसदी ऊंचा रहा। दिसंबर 2010 में कारखाना क्षेत्र की वृद्धि दर 8.7 फीसदी थी। सूचकांक में विनिर्माण क्षेत्र का योगदान 75 फीसदी है।टिप्पणियां खनन क्षेत्र का उत्पादन इस बार दिसंबर में एक साल पहले से 3.7 फीसदी कम रहा। सालभर पहले इसी दौरान इस क्षेत्र में 5.9 फीसदी उत्पादन वृद्धि हुई थी। बिजली उत्पादन में 9.1 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज हुई जबकि इससे पिछले साल की समान अवधि में वृद्धि 5.9 फीसदी थी। विनिर्माण क्षेत्र में मशीन उपकरण बनाने वाले पूंजीगत उद्योग क्षेत्र के उत्पादन में 16.5 फीसद की बड़ी गिरावट दर्ज की गयी जबकि 2010 की समान अवधि में इस क्षेत्र में 20.2 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई थी। समीक्षाधीन माह में 22 प्रकार के उद्योग समूहों में से 15 में वृद्धि दर्ज हुई। दिसंबर,11 में मूल औद्योगिक माल का उत्पादन चार फीसदी बढ़ा जबकि पिछले साल की समान अवधि में इस क्षेत्र की वृद्धि 7.8 फीसदी थी। हालांकि मध्यवर्ती वस्तुओं के उत्पादन में 2.8 फीसद की गिरावट दर्ज की गई जबकि दिसंबर 2010 में इस क्षेत्र में 8.1 फीसदी की वृद्धि हुई थी। चालू वित्त वर्ष में अप्रैल से दिसंबर 2011 के दौरान औद्योगिक वृद्धि दर 3.6 फीसद रही जबकि पिछले साल की उसी अवधि में यह 8.3 फीसद थी। इस बीच सरकार ने नवंबर 2011 के आईआईपी में संशाधिन किया है जिसके तहत उस महा की औद्योगिक वृद्धि दर 5.94 फीसद हो गई जबकि प्रारंभिक आंकड़ों के आधार पर यह 5.9 फीसद बताई गई थी। खनन क्षेत्र का उत्पादन इस बार दिसंबर में एक साल पहले से 3.7 फीसदी कम रहा। सालभर पहले इसी दौरान इस क्षेत्र में 5.9 फीसदी उत्पादन वृद्धि हुई थी। बिजली उत्पादन में 9.1 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज हुई जबकि इससे पिछले साल की समान अवधि में वृद्धि 5.9 फीसदी थी। विनिर्माण क्षेत्र में मशीन उपकरण बनाने वाले पूंजीगत उद्योग क्षेत्र के उत्पादन में 16.5 फीसद की बड़ी गिरावट दर्ज की गयी जबकि 2010 की समान अवधि में इस क्षेत्र में 20.2 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई थी। समीक्षाधीन माह में 22 प्रकार के उद्योग समूहों में से 15 में वृद्धि दर्ज हुई। दिसंबर,11 में मूल औद्योगिक माल का उत्पादन चार फीसदी बढ़ा जबकि पिछले साल की समान अवधि में इस क्षेत्र की वृद्धि 7.8 फीसदी थी। हालांकि मध्यवर्ती वस्तुओं के उत्पादन में 2.8 फीसद की गिरावट दर्ज की गई जबकि दिसंबर 2010 में इस क्षेत्र में 8.1 फीसदी की वृद्धि हुई थी। चालू वित्त वर्ष में अप्रैल से दिसंबर 2011 के दौरान औद्योगिक वृद्धि दर 3.6 फीसद रही जबकि पिछले साल की उसी अवधि में यह 8.3 फीसद थी। इस बीच सरकार ने नवंबर 2011 के आईआईपी में संशाधिन किया है जिसके तहत उस महा की औद्योगिक वृद्धि दर 5.94 फीसद हो गई जबकि प्रारंभिक आंकड़ों के आधार पर यह 5.9 फीसद बताई गई थी। दिसंबर,11 में मूल औद्योगिक माल का उत्पादन चार फीसदी बढ़ा जबकि पिछले साल की समान अवधि में इस क्षेत्र की वृद्धि 7.8 फीसदी थी। हालांकि मध्यवर्ती वस्तुओं के उत्पादन में 2.8 फीसद की गिरावट दर्ज की गई जबकि दिसंबर 2010 में इस क्षेत्र में 8.1 फीसदी की वृद्धि हुई थी। चालू वित्त वर्ष में अप्रैल से दिसंबर 2011 के दौरान औद्योगिक वृद्धि दर 3.6 फीसद रही जबकि पिछले साल की उसी अवधि में यह 8.3 फीसद थी। इस बीच सरकार ने नवंबर 2011 के आईआईपी में संशाधिन किया है जिसके तहत उस महा की औद्योगिक वृद्धि दर 5.94 फीसद हो गई जबकि प्रारंभिक आंकड़ों के आधार पर यह 5.9 फीसद बताई गई थी।
वीडियो: इंग्लैंड के पूर्व कप्तान एलेस्टेयर कुक के असाधारण कैच ने बचाई रिपोर्टर की जान..
कुक के एक असाधारण कैच ने रिपोर्टर की जान बचा ली ये घटना एसेक्‍स क्रिकेट काउंटी क्‍लब में एक अभ्यास सत्र के दौरान घटी गेंद चेहरे पर लगती तो इस शख्स के लिए घातक साबित हो सकता था
एसेक्‍स काउंटी क्रिकेट क्‍लब ने इस कैच के वीडियो को अपने फेसबुक पेज पर शेयर किया है. ये वीडियो लगभग 4000 बार शेयर किया जा चुका है. कुक इंग्‍लैंड की ओर से टेस्‍ट क्रिकेट में सबसे ज्‍यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं. उन्‍होंने 140 टेस्‍ट में 11057 रन बनाए हैं. 2016 के अंत में हुए भारत दौरे के बाद कुक ने टेस्ट टीम की कप्तानी त्याग दी थी. उन्होंने रिकॉर्ड 59 टेस्ट मैच में इंग्लैंड की कप्तानी करी. साथ ही एकदिवसीय क्रिकेट में भी कुक ने इंग्लैंड के लिए सबसे अधिक 69 मैचों में कप्तानी करी है. एसेक्‍स काउंटी क्रिकेट क्‍लब ने इस कैच के वीडियो को अपने फेसबुक पेज पर शेयर किया है. ये वीडियो लगभग 4000 बार शेयर किया जा चुका है. कुक इंग्‍लैंड की ओर से टेस्‍ट क्रिकेट में सबसे ज्‍यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं. उन्‍होंने 140 टेस्‍ट में 11057 रन बनाए हैं. 2016 के अंत में हुए भारत दौरे के बाद कुक ने टेस्ट टीम की कप्तानी त्याग दी थी. उन्होंने रिकॉर्ड 59 टेस्ट मैच में इंग्लैंड की कप्तानी करी. साथ ही एकदिवसीय क्रिकेट में भी कुक ने इंग्लैंड के लिए सबसे अधिक 69 मैचों में कप्तानी करी है.
इस बात की जांच होनी चाहिए, केस में पैरवी ठीक तरीके से क्यों नहीं की गई : कांग्रेस
देश में आज कई दलित संगठनों ने भारत बंद बुलाया सरकार सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दायर करेगी कांग्रेस सरकार पर उठाती रही है सवाल
कांग्रेस पार्टी ने एसएसी-एसटी कानून पर सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर सरकार के रिव्यू पीटिशन दाखिल करने के फैसले का आज एक बार स्वागत किया है और मांग की है कि इस बात की जांच होनी चाहिए कि आखिर कोर्ट में सरकार की ओर से पैरवी ठीक तरीके से क्यों नहीं की गई और केस सरकार हार गई. कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद आज कई संगठनों द्वारा बुलाए गए भारत बंद पर यह प्रतिक्रिया दी. एएनआई से बातचीत में सिंघवी ने यह बात कही. SC-ST एक्ट पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विरोध में आज कई दलित संगठनों ने भारत बंद का आह्वान किया है. बंद को कई राजनीतिक पार्टियों और कई संगठनों ने समर्थन भी दिया है. संगठनों की मांग है कि अनुसूचित जाति-जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम 1989 में संशोधन को वापस लेकर एक्ट को पहले की तरह लागू किया जाए. दलित संगठनों के विरोध का सबसे अधिक असर पंजाब में पड़ने की संभावना है, जिसकी वजह से राज्य के सभी शिक्षण संस्थान, सार्वजनिक परिवहन को आज बंद रखा गया है. इस वजह से राज्य में आज होने वाले सीबीएसई के बोर्ड के पेपर रद्द कर दिए हैं. टिप्पणियां केन्‍द्र सरकार आज सुप्रीम कोर्ट में एक पुनर्विचार याचिका दायर करेगी. सुप्रीम कोर्ट में दाखिल याचिका में सरकार कहेगी कि एससी-एसटी के कथित उत्पीड़न को लेकर तुरंत होने वाली गिरफ्तारी और मामले दर्ज किए जाने को प्रतिबंधित करने का शीर्ष न्यायालय का आदेश इस कानून को कमजोर करेगा. दरअसल, इस कानून का लक्ष्य हाशिये पर मौजूद तबके की हिफाजत करना है. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय द्वारा सुप्रीम कोर्ट में सोमवार को याचिका दायर कर सकती है. पुनर्विचार याचिका में यह कहे जाने की संभावना है कि शीर्ष न्यायालय का आदेश अनुसूचित जाति (एससी) और अनुसूचित जनजाति (एसटी) अत्याचार निवारण अधिनियम, 1989 के प्रावधानों को कमजोर करेगा.   कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद आज कई संगठनों द्वारा बुलाए गए भारत बंद पर यह प्रतिक्रिया दी. एएनआई से बातचीत में सिंघवी ने यह बात कही. SC-ST एक्ट पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विरोध में आज कई दलित संगठनों ने भारत बंद का आह्वान किया है. बंद को कई राजनीतिक पार्टियों और कई संगठनों ने समर्थन भी दिया है. संगठनों की मांग है कि अनुसूचित जाति-जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम 1989 में संशोधन को वापस लेकर एक्ट को पहले की तरह लागू किया जाए. दलित संगठनों के विरोध का सबसे अधिक असर पंजाब में पड़ने की संभावना है, जिसकी वजह से राज्य के सभी शिक्षण संस्थान, सार्वजनिक परिवहन को आज बंद रखा गया है. इस वजह से राज्य में आज होने वाले सीबीएसई के बोर्ड के पेपर रद्द कर दिए हैं. टिप्पणियां केन्‍द्र सरकार आज सुप्रीम कोर्ट में एक पुनर्विचार याचिका दायर करेगी. सुप्रीम कोर्ट में दाखिल याचिका में सरकार कहेगी कि एससी-एसटी के कथित उत्पीड़न को लेकर तुरंत होने वाली गिरफ्तारी और मामले दर्ज किए जाने को प्रतिबंधित करने का शीर्ष न्यायालय का आदेश इस कानून को कमजोर करेगा. दरअसल, इस कानून का लक्ष्य हाशिये पर मौजूद तबके की हिफाजत करना है. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय द्वारा सुप्रीम कोर्ट में सोमवार को याचिका दायर कर सकती है. पुनर्विचार याचिका में यह कहे जाने की संभावना है कि शीर्ष न्यायालय का आदेश अनुसूचित जाति (एससी) और अनुसूचित जनजाति (एसटी) अत्याचार निवारण अधिनियम, 1989 के प्रावधानों को कमजोर करेगा.   संगठनों की मांग है कि अनुसूचित जाति-जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम 1989 में संशोधन को वापस लेकर एक्ट को पहले की तरह लागू किया जाए. दलित संगठनों के विरोध का सबसे अधिक असर पंजाब में पड़ने की संभावना है, जिसकी वजह से राज्य के सभी शिक्षण संस्थान, सार्वजनिक परिवहन को आज बंद रखा गया है. इस वजह से राज्य में आज होने वाले सीबीएसई के बोर्ड के पेपर रद्द कर दिए हैं. टिप्पणियां केन्‍द्र सरकार आज सुप्रीम कोर्ट में एक पुनर्विचार याचिका दायर करेगी. सुप्रीम कोर्ट में दाखिल याचिका में सरकार कहेगी कि एससी-एसटी के कथित उत्पीड़न को लेकर तुरंत होने वाली गिरफ्तारी और मामले दर्ज किए जाने को प्रतिबंधित करने का शीर्ष न्यायालय का आदेश इस कानून को कमजोर करेगा. दरअसल, इस कानून का लक्ष्य हाशिये पर मौजूद तबके की हिफाजत करना है. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय द्वारा सुप्रीम कोर्ट में सोमवार को याचिका दायर कर सकती है. पुनर्विचार याचिका में यह कहे जाने की संभावना है कि शीर्ष न्यायालय का आदेश अनुसूचित जाति (एससी) और अनुसूचित जनजाति (एसटी) अत्याचार निवारण अधिनियम, 1989 के प्रावधानों को कमजोर करेगा.   केन्‍द्र सरकार आज सुप्रीम कोर्ट में एक पुनर्विचार याचिका दायर करेगी. सुप्रीम कोर्ट में दाखिल याचिका में सरकार कहेगी कि एससी-एसटी के कथित उत्पीड़न को लेकर तुरंत होने वाली गिरफ्तारी और मामले दर्ज किए जाने को प्रतिबंधित करने का शीर्ष न्यायालय का आदेश इस कानून को कमजोर करेगा. दरअसल, इस कानून का लक्ष्य हाशिये पर मौजूद तबके की हिफाजत करना है. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय द्वारा सुप्रीम कोर्ट में सोमवार को याचिका दायर कर सकती है. पुनर्विचार याचिका में यह कहे जाने की संभावना है कि शीर्ष न्यायालय का आदेश अनुसूचित जाति (एससी) और अनुसूचित जनजाति (एसटी) अत्याचार निवारण अधिनियम, 1989 के प्रावधानों को कमजोर करेगा.
बांग्लादेश में बस हादसे में 17 की मौत
बांग्लादेश के दक्षिण-पूर्व में एक सूखी नदी में मुस्लिम तीर्थयात्रियों से भरी बस के पलट जाने से पांच महिलाओं सहित कम से कम 17 यात्रियों की मौत हो गई।
बांग्लादेश के दक्षिण-पूर्व में एक सूखी नदी में मुस्लिम तीर्थयात्रियों से भरी बस के पलट जाने से पांच महिलाओं सहित कम से कम 17 यात्रियों की मौत हो गई। दक्षिण पूर्व बंदरगाह शहर चटगांव के करीब मैजभंडारी दरगाह में एक धार्मिक आयोजन में हिस्सा लेने के लिए 43 यात्रियों को लिए बस शनिवार को गाजीपुर से चली थी। दुर्घटना बांग्लादेश की राजधानी से 296 किलोमीटर दूर कोक्स बाजार जिले में हुई। एक पुलिस अधिकारी ने बताया, 16 यात्रियों की मौत तत्काल हो गई और एक नाबालिग लड़के की अस्पताल ले जाने के क्रम में मौत हो गई। डेली स्टार ने बताया कि मरने वालों में पांच महिलाएं थीं, जबकि हादसे में 18 अन्य घायल हुए।टिप्पणियां बालू से भरी लगभग सूखी मातामुहूरी नदी के 30 फुट उपर बने पुल की रेलिंग तोड़ती हुई बस अल सुबह नीचे जा गिरी। पास के सैन्य प्रतिष्ठान से सैनिक बचाव अभियान में शामिल हुए। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यात्री ढाका के बाहरी उपनगर गाजीपुर के रहने वाले थे और धार्मिक समारोह में भाग लेने जा रहे थे। दक्षिण पूर्व बंदरगाह शहर चटगांव के करीब मैजभंडारी दरगाह में एक धार्मिक आयोजन में हिस्सा लेने के लिए 43 यात्रियों को लिए बस शनिवार को गाजीपुर से चली थी। दुर्घटना बांग्लादेश की राजधानी से 296 किलोमीटर दूर कोक्स बाजार जिले में हुई। एक पुलिस अधिकारी ने बताया, 16 यात्रियों की मौत तत्काल हो गई और एक नाबालिग लड़के की अस्पताल ले जाने के क्रम में मौत हो गई। डेली स्टार ने बताया कि मरने वालों में पांच महिलाएं थीं, जबकि हादसे में 18 अन्य घायल हुए।टिप्पणियां बालू से भरी लगभग सूखी मातामुहूरी नदी के 30 फुट उपर बने पुल की रेलिंग तोड़ती हुई बस अल सुबह नीचे जा गिरी। पास के सैन्य प्रतिष्ठान से सैनिक बचाव अभियान में शामिल हुए। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यात्री ढाका के बाहरी उपनगर गाजीपुर के रहने वाले थे और धार्मिक समारोह में भाग लेने जा रहे थे। दुर्घटना बांग्लादेश की राजधानी से 296 किलोमीटर दूर कोक्स बाजार जिले में हुई। एक पुलिस अधिकारी ने बताया, 16 यात्रियों की मौत तत्काल हो गई और एक नाबालिग लड़के की अस्पताल ले जाने के क्रम में मौत हो गई। डेली स्टार ने बताया कि मरने वालों में पांच महिलाएं थीं, जबकि हादसे में 18 अन्य घायल हुए।टिप्पणियां बालू से भरी लगभग सूखी मातामुहूरी नदी के 30 फुट उपर बने पुल की रेलिंग तोड़ती हुई बस अल सुबह नीचे जा गिरी। पास के सैन्य प्रतिष्ठान से सैनिक बचाव अभियान में शामिल हुए। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यात्री ढाका के बाहरी उपनगर गाजीपुर के रहने वाले थे और धार्मिक समारोह में भाग लेने जा रहे थे। एक पुलिस अधिकारी ने बताया, 16 यात्रियों की मौत तत्काल हो गई और एक नाबालिग लड़के की अस्पताल ले जाने के क्रम में मौत हो गई। डेली स्टार ने बताया कि मरने वालों में पांच महिलाएं थीं, जबकि हादसे में 18 अन्य घायल हुए।टिप्पणियां बालू से भरी लगभग सूखी मातामुहूरी नदी के 30 फुट उपर बने पुल की रेलिंग तोड़ती हुई बस अल सुबह नीचे जा गिरी। पास के सैन्य प्रतिष्ठान से सैनिक बचाव अभियान में शामिल हुए। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यात्री ढाका के बाहरी उपनगर गाजीपुर के रहने वाले थे और धार्मिक समारोह में भाग लेने जा रहे थे। बालू से भरी लगभग सूखी मातामुहूरी नदी के 30 फुट उपर बने पुल की रेलिंग तोड़ती हुई बस अल सुबह नीचे जा गिरी। पास के सैन्य प्रतिष्ठान से सैनिक बचाव अभियान में शामिल हुए। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यात्री ढाका के बाहरी उपनगर गाजीपुर के रहने वाले थे और धार्मिक समारोह में भाग लेने जा रहे थे। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यात्री ढाका के बाहरी उपनगर गाजीपुर के रहने वाले थे और धार्मिक समारोह में भाग लेने जा रहे थे।
कुंडा हत्याकांड में सीबीआई ने की दो और गिरफ्तारियां
केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने कुंडा के वलीपुर गांव में गत 2 मार्च को हुई ग्राम प्रधान नन्हें यादव की हत्या के मामले में कामता पाल के दो बेटों- अजय और विजय पाल को रविवार देर रात गिरफ्तार किया। कुंडा कांड में सीबीआई की तरफ से की गई यह पहली गिरफ्तारी है।
केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने कुंडा के वलीपुर गांव में गत 2 मार्च को हुई ग्राम प्रधान नन्हें यादव की हत्या के मामले में कामता पाल के दो बेटों- अजय और विजय पाल को रविवार देर रात गिरफ्तार किया। कुंडा कांड में सीबीआई की तरफ से की गई यह पहली गिरफ्तारी है। ग्राम प्रधान नन्हें की हत्या के मामले में कामता पाल के साथ अजय और विजय नामजद आरोपी थे। सीबीआई का दावा है कि गिरफ्तार अभियुक्तों की निशानदेही पर बाघसराय थाना क्षेत्र के देवरपट्टी गांव से हत्या में इस्तेमाल दो पिस्तौल और हत्या की साजिश के लिए प्रयुक्त किए गए फोन के सिम-कार्ड बरामद किए गए हैं।टिप्पणियां बलिपुर गांव में 2 मार्च को हुई इस घटना के संबंध में अब तक कुल चार गिरफ्तारियां हो चुकी हैं। सीओ जिया उल हक की पत्नी परवीन की ओर से दर्ज शिकायत के आधार पर रोहित सिंह और गुड्डू सिंह को प्रतापगढ़ पुलिस ने घटना के दो दिन बाद गिरफ्तार किया था। रोहित और गुड्डू को सीबीआई ने पुलिस रिमांड पर भी लिया। फिलहाल दोनों जिला जेल में हैं। गौरतलब है कि बलिपुर गांव में विगत दो मार्च को ग्राम प्रधान नन्हें यादव की हत्या के बाद हुई हिंसा में उसके भाई सुरेश और सीओ जिया उल हक मारे गए थे। सीबीआई पूर्व मंत्री रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया को भी पूछताछ के लिए नोटिस जारी कर चुकी है और उनके कई करीबियों से पूछताछ कर चुकी है। ग्राम प्रधान नन्हें की हत्या के मामले में कामता पाल के साथ अजय और विजय नामजद आरोपी थे। सीबीआई का दावा है कि गिरफ्तार अभियुक्तों की निशानदेही पर बाघसराय थाना क्षेत्र के देवरपट्टी गांव से हत्या में इस्तेमाल दो पिस्तौल और हत्या की साजिश के लिए प्रयुक्त किए गए फोन के सिम-कार्ड बरामद किए गए हैं।टिप्पणियां बलिपुर गांव में 2 मार्च को हुई इस घटना के संबंध में अब तक कुल चार गिरफ्तारियां हो चुकी हैं। सीओ जिया उल हक की पत्नी परवीन की ओर से दर्ज शिकायत के आधार पर रोहित सिंह और गुड्डू सिंह को प्रतापगढ़ पुलिस ने घटना के दो दिन बाद गिरफ्तार किया था। रोहित और गुड्डू को सीबीआई ने पुलिस रिमांड पर भी लिया। फिलहाल दोनों जिला जेल में हैं। गौरतलब है कि बलिपुर गांव में विगत दो मार्च को ग्राम प्रधान नन्हें यादव की हत्या के बाद हुई हिंसा में उसके भाई सुरेश और सीओ जिया उल हक मारे गए थे। सीबीआई पूर्व मंत्री रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया को भी पूछताछ के लिए नोटिस जारी कर चुकी है और उनके कई करीबियों से पूछताछ कर चुकी है। बलिपुर गांव में 2 मार्च को हुई इस घटना के संबंध में अब तक कुल चार गिरफ्तारियां हो चुकी हैं। सीओ जिया उल हक की पत्नी परवीन की ओर से दर्ज शिकायत के आधार पर रोहित सिंह और गुड्डू सिंह को प्रतापगढ़ पुलिस ने घटना के दो दिन बाद गिरफ्तार किया था। रोहित और गुड्डू को सीबीआई ने पुलिस रिमांड पर भी लिया। फिलहाल दोनों जिला जेल में हैं। गौरतलब है कि बलिपुर गांव में विगत दो मार्च को ग्राम प्रधान नन्हें यादव की हत्या के बाद हुई हिंसा में उसके भाई सुरेश और सीओ जिया उल हक मारे गए थे। सीबीआई पूर्व मंत्री रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया को भी पूछताछ के लिए नोटिस जारी कर चुकी है और उनके कई करीबियों से पूछताछ कर चुकी है। गौरतलब है कि बलिपुर गांव में विगत दो मार्च को ग्राम प्रधान नन्हें यादव की हत्या के बाद हुई हिंसा में उसके भाई सुरेश और सीओ जिया उल हक मारे गए थे। सीबीआई पूर्व मंत्री रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया को भी पूछताछ के लिए नोटिस जारी कर चुकी है और उनके कई करीबियों से पूछताछ कर चुकी है।
प्रधानमंत्री ने की चीनी राष्ट्रपति से मुलाकात, ब्रह्मपुत्र का मुद्दा उठाया
चीन में नए नेतृत्व द्वारा शासन संभाले जाने के बाद पहले उच्चस्तरीय संपर्क के तहत प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की और चीन द्वारा ब्रह्मपुत्र नदी पर तीन बांध बनाए जाने के बीजिंग के प्रस्ताव का मुद्दा उठाया।
चीन में नए नेतृत्व द्वारा शासन संभाले जाने के बाद पहले उच्चस्तरीय संपर्क के तहत प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की और चीन द्वारा ब्रह्मपुत्र नदी पर तीन बांध बनाए जाने के बीजिंग के प्रस्ताव का मुद्दा उठाया। मनमोहन ने ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से इतर राष्ट्रपति शी से मुलाकात की। दोनों नेता यहां सम्मेलन में भाग लेने आए हैं। शी ने इस महीने के शुरू में राष्ट्रपति के रूप में चीन की कमान संभाली थी। चीन में हाल में सत्ता के ढांचे में बदलाव के बाद दोनों नेताओं के बीच सर्वोच्च स्तर की यह पहली आमने-सामने की मुलाकात है। सम्मेलन के बाद बीती देर रात 25 मिनट तक चली इस बैठक के बाद आधिकारिक सूत्रों ने संक्षिप्त रूप से कहा, पानी पर चर्चा की गई। समझा जाता है कि प्रधानमंत्री ने चीनी राष्ट्रपति को ब्रह्मपुत्र नदी पर तीन बांध बनाए जाने के चीनी प्रस्ताव को लेकर भारत की चिंताओं से अवगत कराया। भारत कह चुका है कि प्रस्ताव से भारत आने वाले पानी के प्रवाह पर असर पड़ेगा, जबकि चीन का कहना है कि यह कोई ऐसी परियोजना नहीं है, जिससे पानी रुकेगा। सूत्रों ने बताया कि द्विपक्षीय संबंधों पर व्यापक चर्चा हुई और मुलाकात बहुत सकारात्मक थी । दोनों नेताओं ने एक..दूसरे के प्रति सम्मान व्यक्त किया। सूत्रों ने कहा कि संबंधों के सभी पहलुओं पर चर्चा हुई, लेकिन दक्षिण चीन के मुद्दे पर चर्चा नहीं हुई। यह पूछे जाने पर कि क्या सीमा और व्यापार मुद्दे पर चर्चा हुई, सूत्रों ने उल्लेख किया कि द्विपक्षीय संबंधों के सभी पहलुओं पर चर्चा की गई। दोनों ने अपने संबंधों को जारी रखने की इच्छा जताई। सूत्रों ने बताया कि इसके पूर्व दिन में शिखर सम्मेलन में एक अनौपचारिक चर्चा के दौरान राष्ट्रपति शी ने मनमोहन से कहा कि वह इस बात को जानते हैं कि पूर्व चीनी राष्ट्रपति हू जिन्ताओ और चीनी प्रधानमंत्री वेन च्याबो के साथ उनके अच्छे संबंध थे। शी ने कहा कि वह इन संबंधों को आगे ले जाना चाहेंगे। पिछले हफ्ते बीजिंग में ब्रिक्स संवाददाताओं के साथ बातचीत में शी ने कहा था कि वह डरबन में मनमोहन से मिलने के उत्सुक हैं। शी ने भारत के साथ संबंधों को लेकर गर्मजोशी भरे शब्दों का इस्तेमाल किया था और पांच सूत्री फॉर्मूला प्रस्तावित किया था, जिसके तहत दोनों देश मुख्य हितों के संबंध में एक-दूसरे की चिंताओं का ध्यान रखेंगे। कम्युनिस्ट पार्टी और सेना के मुखिया की भी भूमिका संभालने वाले शी ने कहा था कि इतिहास ने सीमा का मुद्दा जटिल बना छोड़ा है और शांति कायम रखी जानी चाहिए। लंबित मुद्दे के समाधान तक दोनों देशों को द्विपक्षीय संबंधों के समग्र विकास में मतभेदों को आड़े नहीं आने देना चाहिए।टिप्पणियां मुलाकात के दौरान प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति शी को भारत आने का न्योता दिया। इस पर शी ने कहा कि वह इसे स्वीकार करते हैं और उचित समय पर भारत की यात्रा करेंगे। इसी तरह, शी ने मनमोहन को चीन आने का निमंत्रण दिया और उन्होंने भी इसे स्वीकार कर लिया। मनमोहन के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मेनन थे और शी के साथ उनके नए विदेश मंत्री, दो पोलित ब्यूरो सदस्य और स्टेट काउंसलर यांग जीची थे। मनमोहन ने ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से इतर राष्ट्रपति शी से मुलाकात की। दोनों नेता यहां सम्मेलन में भाग लेने आए हैं। शी ने इस महीने के शुरू में राष्ट्रपति के रूप में चीन की कमान संभाली थी। चीन में हाल में सत्ता के ढांचे में बदलाव के बाद दोनों नेताओं के बीच सर्वोच्च स्तर की यह पहली आमने-सामने की मुलाकात है। सम्मेलन के बाद बीती देर रात 25 मिनट तक चली इस बैठक के बाद आधिकारिक सूत्रों ने संक्षिप्त रूप से कहा, पानी पर चर्चा की गई। समझा जाता है कि प्रधानमंत्री ने चीनी राष्ट्रपति को ब्रह्मपुत्र नदी पर तीन बांध बनाए जाने के चीनी प्रस्ताव को लेकर भारत की चिंताओं से अवगत कराया। भारत कह चुका है कि प्रस्ताव से भारत आने वाले पानी के प्रवाह पर असर पड़ेगा, जबकि चीन का कहना है कि यह कोई ऐसी परियोजना नहीं है, जिससे पानी रुकेगा। सूत्रों ने बताया कि द्विपक्षीय संबंधों पर व्यापक चर्चा हुई और मुलाकात बहुत सकारात्मक थी । दोनों नेताओं ने एक..दूसरे के प्रति सम्मान व्यक्त किया। सूत्रों ने कहा कि संबंधों के सभी पहलुओं पर चर्चा हुई, लेकिन दक्षिण चीन के मुद्दे पर चर्चा नहीं हुई। यह पूछे जाने पर कि क्या सीमा और व्यापार मुद्दे पर चर्चा हुई, सूत्रों ने उल्लेख किया कि द्विपक्षीय संबंधों के सभी पहलुओं पर चर्चा की गई। दोनों ने अपने संबंधों को जारी रखने की इच्छा जताई। सूत्रों ने बताया कि इसके पूर्व दिन में शिखर सम्मेलन में एक अनौपचारिक चर्चा के दौरान राष्ट्रपति शी ने मनमोहन से कहा कि वह इस बात को जानते हैं कि पूर्व चीनी राष्ट्रपति हू जिन्ताओ और चीनी प्रधानमंत्री वेन च्याबो के साथ उनके अच्छे संबंध थे। शी ने कहा कि वह इन संबंधों को आगे ले जाना चाहेंगे। पिछले हफ्ते बीजिंग में ब्रिक्स संवाददाताओं के साथ बातचीत में शी ने कहा था कि वह डरबन में मनमोहन से मिलने के उत्सुक हैं। शी ने भारत के साथ संबंधों को लेकर गर्मजोशी भरे शब्दों का इस्तेमाल किया था और पांच सूत्री फॉर्मूला प्रस्तावित किया था, जिसके तहत दोनों देश मुख्य हितों के संबंध में एक-दूसरे की चिंताओं का ध्यान रखेंगे। कम्युनिस्ट पार्टी और सेना के मुखिया की भी भूमिका संभालने वाले शी ने कहा था कि इतिहास ने सीमा का मुद्दा जटिल बना छोड़ा है और शांति कायम रखी जानी चाहिए। लंबित मुद्दे के समाधान तक दोनों देशों को द्विपक्षीय संबंधों के समग्र विकास में मतभेदों को आड़े नहीं आने देना चाहिए।टिप्पणियां मुलाकात के दौरान प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति शी को भारत आने का न्योता दिया। इस पर शी ने कहा कि वह इसे स्वीकार करते हैं और उचित समय पर भारत की यात्रा करेंगे। इसी तरह, शी ने मनमोहन को चीन आने का निमंत्रण दिया और उन्होंने भी इसे स्वीकार कर लिया। मनमोहन के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मेनन थे और शी के साथ उनके नए विदेश मंत्री, दो पोलित ब्यूरो सदस्य और स्टेट काउंसलर यांग जीची थे। शी ने इस महीने के शुरू में राष्ट्रपति के रूप में चीन की कमान संभाली थी। चीन में हाल में सत्ता के ढांचे में बदलाव के बाद दोनों नेताओं के बीच सर्वोच्च स्तर की यह पहली आमने-सामने की मुलाकात है। सम्मेलन के बाद बीती देर रात 25 मिनट तक चली इस बैठक के बाद आधिकारिक सूत्रों ने संक्षिप्त रूप से कहा, पानी पर चर्चा की गई। समझा जाता है कि प्रधानमंत्री ने चीनी राष्ट्रपति को ब्रह्मपुत्र नदी पर तीन बांध बनाए जाने के चीनी प्रस्ताव को लेकर भारत की चिंताओं से अवगत कराया। भारत कह चुका है कि प्रस्ताव से भारत आने वाले पानी के प्रवाह पर असर पड़ेगा, जबकि चीन का कहना है कि यह कोई ऐसी परियोजना नहीं है, जिससे पानी रुकेगा। सूत्रों ने बताया कि द्विपक्षीय संबंधों पर व्यापक चर्चा हुई और मुलाकात बहुत सकारात्मक थी । दोनों नेताओं ने एक..दूसरे के प्रति सम्मान व्यक्त किया। सूत्रों ने कहा कि संबंधों के सभी पहलुओं पर चर्चा हुई, लेकिन दक्षिण चीन के मुद्दे पर चर्चा नहीं हुई। यह पूछे जाने पर कि क्या सीमा और व्यापार मुद्दे पर चर्चा हुई, सूत्रों ने उल्लेख किया कि द्विपक्षीय संबंधों के सभी पहलुओं पर चर्चा की गई। दोनों ने अपने संबंधों को जारी रखने की इच्छा जताई। सूत्रों ने बताया कि इसके पूर्व दिन में शिखर सम्मेलन में एक अनौपचारिक चर्चा के दौरान राष्ट्रपति शी ने मनमोहन से कहा कि वह इस बात को जानते हैं कि पूर्व चीनी राष्ट्रपति हू जिन्ताओ और चीनी प्रधानमंत्री वेन च्याबो के साथ उनके अच्छे संबंध थे। शी ने कहा कि वह इन संबंधों को आगे ले जाना चाहेंगे। पिछले हफ्ते बीजिंग में ब्रिक्स संवाददाताओं के साथ बातचीत में शी ने कहा था कि वह डरबन में मनमोहन से मिलने के उत्सुक हैं। शी ने भारत के साथ संबंधों को लेकर गर्मजोशी भरे शब्दों का इस्तेमाल किया था और पांच सूत्री फॉर्मूला प्रस्तावित किया था, जिसके तहत दोनों देश मुख्य हितों के संबंध में एक-दूसरे की चिंताओं का ध्यान रखेंगे। कम्युनिस्ट पार्टी और सेना के मुखिया की भी भूमिका संभालने वाले शी ने कहा था कि इतिहास ने सीमा का मुद्दा जटिल बना छोड़ा है और शांति कायम रखी जानी चाहिए। लंबित मुद्दे के समाधान तक दोनों देशों को द्विपक्षीय संबंधों के समग्र विकास में मतभेदों को आड़े नहीं आने देना चाहिए।टिप्पणियां मुलाकात के दौरान प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति शी को भारत आने का न्योता दिया। इस पर शी ने कहा कि वह इसे स्वीकार करते हैं और उचित समय पर भारत की यात्रा करेंगे। इसी तरह, शी ने मनमोहन को चीन आने का निमंत्रण दिया और उन्होंने भी इसे स्वीकार कर लिया। मनमोहन के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मेनन थे और शी के साथ उनके नए विदेश मंत्री, दो पोलित ब्यूरो सदस्य और स्टेट काउंसलर यांग जीची थे। चीन में हाल में सत्ता के ढांचे में बदलाव के बाद दोनों नेताओं के बीच सर्वोच्च स्तर की यह पहली आमने-सामने की मुलाकात है। सम्मेलन के बाद बीती देर रात 25 मिनट तक चली इस बैठक के बाद आधिकारिक सूत्रों ने संक्षिप्त रूप से कहा, पानी पर चर्चा की गई। समझा जाता है कि प्रधानमंत्री ने चीनी राष्ट्रपति को ब्रह्मपुत्र नदी पर तीन बांध बनाए जाने के चीनी प्रस्ताव को लेकर भारत की चिंताओं से अवगत कराया। भारत कह चुका है कि प्रस्ताव से भारत आने वाले पानी के प्रवाह पर असर पड़ेगा, जबकि चीन का कहना है कि यह कोई ऐसी परियोजना नहीं है, जिससे पानी रुकेगा। सूत्रों ने बताया कि द्विपक्षीय संबंधों पर व्यापक चर्चा हुई और मुलाकात बहुत सकारात्मक थी । दोनों नेताओं ने एक..दूसरे के प्रति सम्मान व्यक्त किया। सूत्रों ने कहा कि संबंधों के सभी पहलुओं पर चर्चा हुई, लेकिन दक्षिण चीन के मुद्दे पर चर्चा नहीं हुई। यह पूछे जाने पर कि क्या सीमा और व्यापार मुद्दे पर चर्चा हुई, सूत्रों ने उल्लेख किया कि द्विपक्षीय संबंधों के सभी पहलुओं पर चर्चा की गई। दोनों ने अपने संबंधों को जारी रखने की इच्छा जताई। सूत्रों ने बताया कि इसके पूर्व दिन में शिखर सम्मेलन में एक अनौपचारिक चर्चा के दौरान राष्ट्रपति शी ने मनमोहन से कहा कि वह इस बात को जानते हैं कि पूर्व चीनी राष्ट्रपति हू जिन्ताओ और चीनी प्रधानमंत्री वेन च्याबो के साथ उनके अच्छे संबंध थे। शी ने कहा कि वह इन संबंधों को आगे ले जाना चाहेंगे। पिछले हफ्ते बीजिंग में ब्रिक्स संवाददाताओं के साथ बातचीत में शी ने कहा था कि वह डरबन में मनमोहन से मिलने के उत्सुक हैं। शी ने भारत के साथ संबंधों को लेकर गर्मजोशी भरे शब्दों का इस्तेमाल किया था और पांच सूत्री फॉर्मूला प्रस्तावित किया था, जिसके तहत दोनों देश मुख्य हितों के संबंध में एक-दूसरे की चिंताओं का ध्यान रखेंगे। कम्युनिस्ट पार्टी और सेना के मुखिया की भी भूमिका संभालने वाले शी ने कहा था कि इतिहास ने सीमा का मुद्दा जटिल बना छोड़ा है और शांति कायम रखी जानी चाहिए। लंबित मुद्दे के समाधान तक दोनों देशों को द्विपक्षीय संबंधों के समग्र विकास में मतभेदों को आड़े नहीं आने देना चाहिए।टिप्पणियां मुलाकात के दौरान प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति शी को भारत आने का न्योता दिया। इस पर शी ने कहा कि वह इसे स्वीकार करते हैं और उचित समय पर भारत की यात्रा करेंगे। इसी तरह, शी ने मनमोहन को चीन आने का निमंत्रण दिया और उन्होंने भी इसे स्वीकार कर लिया। मनमोहन के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मेनन थे और शी के साथ उनके नए विदेश मंत्री, दो पोलित ब्यूरो सदस्य और स्टेट काउंसलर यांग जीची थे। सम्मेलन के बाद बीती देर रात 25 मिनट तक चली इस बैठक के बाद आधिकारिक सूत्रों ने संक्षिप्त रूप से कहा, पानी पर चर्चा की गई। समझा जाता है कि प्रधानमंत्री ने चीनी राष्ट्रपति को ब्रह्मपुत्र नदी पर तीन बांध बनाए जाने के चीनी प्रस्ताव को लेकर भारत की चिंताओं से अवगत कराया। भारत कह चुका है कि प्रस्ताव से भारत आने वाले पानी के प्रवाह पर असर पड़ेगा, जबकि चीन का कहना है कि यह कोई ऐसी परियोजना नहीं है, जिससे पानी रुकेगा। सूत्रों ने बताया कि द्विपक्षीय संबंधों पर व्यापक चर्चा हुई और मुलाकात बहुत सकारात्मक थी । दोनों नेताओं ने एक..दूसरे के प्रति सम्मान व्यक्त किया। सूत्रों ने कहा कि संबंधों के सभी पहलुओं पर चर्चा हुई, लेकिन दक्षिण चीन के मुद्दे पर चर्चा नहीं हुई। यह पूछे जाने पर कि क्या सीमा और व्यापार मुद्दे पर चर्चा हुई, सूत्रों ने उल्लेख किया कि द्विपक्षीय संबंधों के सभी पहलुओं पर चर्चा की गई। दोनों ने अपने संबंधों को जारी रखने की इच्छा जताई। सूत्रों ने बताया कि इसके पूर्व दिन में शिखर सम्मेलन में एक अनौपचारिक चर्चा के दौरान राष्ट्रपति शी ने मनमोहन से कहा कि वह इस बात को जानते हैं कि पूर्व चीनी राष्ट्रपति हू जिन्ताओ और चीनी प्रधानमंत्री वेन च्याबो के साथ उनके अच्छे संबंध थे। शी ने कहा कि वह इन संबंधों को आगे ले जाना चाहेंगे। पिछले हफ्ते बीजिंग में ब्रिक्स संवाददाताओं के साथ बातचीत में शी ने कहा था कि वह डरबन में मनमोहन से मिलने के उत्सुक हैं। शी ने भारत के साथ संबंधों को लेकर गर्मजोशी भरे शब्दों का इस्तेमाल किया था और पांच सूत्री फॉर्मूला प्रस्तावित किया था, जिसके तहत दोनों देश मुख्य हितों के संबंध में एक-दूसरे की चिंताओं का ध्यान रखेंगे। कम्युनिस्ट पार्टी और सेना के मुखिया की भी भूमिका संभालने वाले शी ने कहा था कि इतिहास ने सीमा का मुद्दा जटिल बना छोड़ा है और शांति कायम रखी जानी चाहिए। लंबित मुद्दे के समाधान तक दोनों देशों को द्विपक्षीय संबंधों के समग्र विकास में मतभेदों को आड़े नहीं आने देना चाहिए।टिप्पणियां मुलाकात के दौरान प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति शी को भारत आने का न्योता दिया। इस पर शी ने कहा कि वह इसे स्वीकार करते हैं और उचित समय पर भारत की यात्रा करेंगे। इसी तरह, शी ने मनमोहन को चीन आने का निमंत्रण दिया और उन्होंने भी इसे स्वीकार कर लिया। मनमोहन के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मेनन थे और शी के साथ उनके नए विदेश मंत्री, दो पोलित ब्यूरो सदस्य और स्टेट काउंसलर यांग जीची थे। भारत कह चुका है कि प्रस्ताव से भारत आने वाले पानी के प्रवाह पर असर पड़ेगा, जबकि चीन का कहना है कि यह कोई ऐसी परियोजना नहीं है, जिससे पानी रुकेगा। सूत्रों ने बताया कि द्विपक्षीय संबंधों पर व्यापक चर्चा हुई और मुलाकात बहुत सकारात्मक थी । दोनों नेताओं ने एक..दूसरे के प्रति सम्मान व्यक्त किया। सूत्रों ने कहा कि संबंधों के सभी पहलुओं पर चर्चा हुई, लेकिन दक्षिण चीन के मुद्दे पर चर्चा नहीं हुई। यह पूछे जाने पर कि क्या सीमा और व्यापार मुद्दे पर चर्चा हुई, सूत्रों ने उल्लेख किया कि द्विपक्षीय संबंधों के सभी पहलुओं पर चर्चा की गई। दोनों ने अपने संबंधों को जारी रखने की इच्छा जताई। सूत्रों ने बताया कि इसके पूर्व दिन में शिखर सम्मेलन में एक अनौपचारिक चर्चा के दौरान राष्ट्रपति शी ने मनमोहन से कहा कि वह इस बात को जानते हैं कि पूर्व चीनी राष्ट्रपति हू जिन्ताओ और चीनी प्रधानमंत्री वेन च्याबो के साथ उनके अच्छे संबंध थे। शी ने कहा कि वह इन संबंधों को आगे ले जाना चाहेंगे। पिछले हफ्ते बीजिंग में ब्रिक्स संवाददाताओं के साथ बातचीत में शी ने कहा था कि वह डरबन में मनमोहन से मिलने के उत्सुक हैं। शी ने भारत के साथ संबंधों को लेकर गर्मजोशी भरे शब्दों का इस्तेमाल किया था और पांच सूत्री फॉर्मूला प्रस्तावित किया था, जिसके तहत दोनों देश मुख्य हितों के संबंध में एक-दूसरे की चिंताओं का ध्यान रखेंगे। कम्युनिस्ट पार्टी और सेना के मुखिया की भी भूमिका संभालने वाले शी ने कहा था कि इतिहास ने सीमा का मुद्दा जटिल बना छोड़ा है और शांति कायम रखी जानी चाहिए। लंबित मुद्दे के समाधान तक दोनों देशों को द्विपक्षीय संबंधों के समग्र विकास में मतभेदों को आड़े नहीं आने देना चाहिए।टिप्पणियां मुलाकात के दौरान प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति शी को भारत आने का न्योता दिया। इस पर शी ने कहा कि वह इसे स्वीकार करते हैं और उचित समय पर भारत की यात्रा करेंगे। इसी तरह, शी ने मनमोहन को चीन आने का निमंत्रण दिया और उन्होंने भी इसे स्वीकार कर लिया। मनमोहन के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मेनन थे और शी के साथ उनके नए विदेश मंत्री, दो पोलित ब्यूरो सदस्य और स्टेट काउंसलर यांग जीची थे। दोनों नेताओं ने एक..दूसरे के प्रति सम्मान व्यक्त किया। सूत्रों ने कहा कि संबंधों के सभी पहलुओं पर चर्चा हुई, लेकिन दक्षिण चीन के मुद्दे पर चर्चा नहीं हुई। यह पूछे जाने पर कि क्या सीमा और व्यापार मुद्दे पर चर्चा हुई, सूत्रों ने उल्लेख किया कि द्विपक्षीय संबंधों के सभी पहलुओं पर चर्चा की गई। दोनों ने अपने संबंधों को जारी रखने की इच्छा जताई। सूत्रों ने बताया कि इसके पूर्व दिन में शिखर सम्मेलन में एक अनौपचारिक चर्चा के दौरान राष्ट्रपति शी ने मनमोहन से कहा कि वह इस बात को जानते हैं कि पूर्व चीनी राष्ट्रपति हू जिन्ताओ और चीनी प्रधानमंत्री वेन च्याबो के साथ उनके अच्छे संबंध थे। शी ने कहा कि वह इन संबंधों को आगे ले जाना चाहेंगे। पिछले हफ्ते बीजिंग में ब्रिक्स संवाददाताओं के साथ बातचीत में शी ने कहा था कि वह डरबन में मनमोहन से मिलने के उत्सुक हैं। शी ने भारत के साथ संबंधों को लेकर गर्मजोशी भरे शब्दों का इस्तेमाल किया था और पांच सूत्री फॉर्मूला प्रस्तावित किया था, जिसके तहत दोनों देश मुख्य हितों के संबंध में एक-दूसरे की चिंताओं का ध्यान रखेंगे। कम्युनिस्ट पार्टी और सेना के मुखिया की भी भूमिका संभालने वाले शी ने कहा था कि इतिहास ने सीमा का मुद्दा जटिल बना छोड़ा है और शांति कायम रखी जानी चाहिए। लंबित मुद्दे के समाधान तक दोनों देशों को द्विपक्षीय संबंधों के समग्र विकास में मतभेदों को आड़े नहीं आने देना चाहिए।टिप्पणियां मुलाकात के दौरान प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति शी को भारत आने का न्योता दिया। इस पर शी ने कहा कि वह इसे स्वीकार करते हैं और उचित समय पर भारत की यात्रा करेंगे। इसी तरह, शी ने मनमोहन को चीन आने का निमंत्रण दिया और उन्होंने भी इसे स्वीकार कर लिया। मनमोहन के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मेनन थे और शी के साथ उनके नए विदेश मंत्री, दो पोलित ब्यूरो सदस्य और स्टेट काउंसलर यांग जीची थे। यह पूछे जाने पर कि क्या सीमा और व्यापार मुद्दे पर चर्चा हुई, सूत्रों ने उल्लेख किया कि द्विपक्षीय संबंधों के सभी पहलुओं पर चर्चा की गई। दोनों ने अपने संबंधों को जारी रखने की इच्छा जताई। सूत्रों ने बताया कि इसके पूर्व दिन में शिखर सम्मेलन में एक अनौपचारिक चर्चा के दौरान राष्ट्रपति शी ने मनमोहन से कहा कि वह इस बात को जानते हैं कि पूर्व चीनी राष्ट्रपति हू जिन्ताओ और चीनी प्रधानमंत्री वेन च्याबो के साथ उनके अच्छे संबंध थे। शी ने कहा कि वह इन संबंधों को आगे ले जाना चाहेंगे। पिछले हफ्ते बीजिंग में ब्रिक्स संवाददाताओं के साथ बातचीत में शी ने कहा था कि वह डरबन में मनमोहन से मिलने के उत्सुक हैं। शी ने भारत के साथ संबंधों को लेकर गर्मजोशी भरे शब्दों का इस्तेमाल किया था और पांच सूत्री फॉर्मूला प्रस्तावित किया था, जिसके तहत दोनों देश मुख्य हितों के संबंध में एक-दूसरे की चिंताओं का ध्यान रखेंगे। कम्युनिस्ट पार्टी और सेना के मुखिया की भी भूमिका संभालने वाले शी ने कहा था कि इतिहास ने सीमा का मुद्दा जटिल बना छोड़ा है और शांति कायम रखी जानी चाहिए। लंबित मुद्दे के समाधान तक दोनों देशों को द्विपक्षीय संबंधों के समग्र विकास में मतभेदों को आड़े नहीं आने देना चाहिए।टिप्पणियां मुलाकात के दौरान प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति शी को भारत आने का न्योता दिया। इस पर शी ने कहा कि वह इसे स्वीकार करते हैं और उचित समय पर भारत की यात्रा करेंगे। इसी तरह, शी ने मनमोहन को चीन आने का निमंत्रण दिया और उन्होंने भी इसे स्वीकार कर लिया। मनमोहन के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मेनन थे और शी के साथ उनके नए विदेश मंत्री, दो पोलित ब्यूरो सदस्य और स्टेट काउंसलर यांग जीची थे। सूत्रों ने बताया कि इसके पूर्व दिन में शिखर सम्मेलन में एक अनौपचारिक चर्चा के दौरान राष्ट्रपति शी ने मनमोहन से कहा कि वह इस बात को जानते हैं कि पूर्व चीनी राष्ट्रपति हू जिन्ताओ और चीनी प्रधानमंत्री वेन च्याबो के साथ उनके अच्छे संबंध थे। शी ने कहा कि वह इन संबंधों को आगे ले जाना चाहेंगे। पिछले हफ्ते बीजिंग में ब्रिक्स संवाददाताओं के साथ बातचीत में शी ने कहा था कि वह डरबन में मनमोहन से मिलने के उत्सुक हैं। शी ने भारत के साथ संबंधों को लेकर गर्मजोशी भरे शब्दों का इस्तेमाल किया था और पांच सूत्री फॉर्मूला प्रस्तावित किया था, जिसके तहत दोनों देश मुख्य हितों के संबंध में एक-दूसरे की चिंताओं का ध्यान रखेंगे। कम्युनिस्ट पार्टी और सेना के मुखिया की भी भूमिका संभालने वाले शी ने कहा था कि इतिहास ने सीमा का मुद्दा जटिल बना छोड़ा है और शांति कायम रखी जानी चाहिए। लंबित मुद्दे के समाधान तक दोनों देशों को द्विपक्षीय संबंधों के समग्र विकास में मतभेदों को आड़े नहीं आने देना चाहिए।टिप्पणियां मुलाकात के दौरान प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति शी को भारत आने का न्योता दिया। इस पर शी ने कहा कि वह इसे स्वीकार करते हैं और उचित समय पर भारत की यात्रा करेंगे। इसी तरह, शी ने मनमोहन को चीन आने का निमंत्रण दिया और उन्होंने भी इसे स्वीकार कर लिया। मनमोहन के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मेनन थे और शी के साथ उनके नए विदेश मंत्री, दो पोलित ब्यूरो सदस्य और स्टेट काउंसलर यांग जीची थे। शी ने भारत के साथ संबंधों को लेकर गर्मजोशी भरे शब्दों का इस्तेमाल किया था और पांच सूत्री फॉर्मूला प्रस्तावित किया था, जिसके तहत दोनों देश मुख्य हितों के संबंध में एक-दूसरे की चिंताओं का ध्यान रखेंगे। कम्युनिस्ट पार्टी और सेना के मुखिया की भी भूमिका संभालने वाले शी ने कहा था कि इतिहास ने सीमा का मुद्दा जटिल बना छोड़ा है और शांति कायम रखी जानी चाहिए। लंबित मुद्दे के समाधान तक दोनों देशों को द्विपक्षीय संबंधों के समग्र विकास में मतभेदों को आड़े नहीं आने देना चाहिए।टिप्पणियां मुलाकात के दौरान प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति शी को भारत आने का न्योता दिया। इस पर शी ने कहा कि वह इसे स्वीकार करते हैं और उचित समय पर भारत की यात्रा करेंगे। इसी तरह, शी ने मनमोहन को चीन आने का निमंत्रण दिया और उन्होंने भी इसे स्वीकार कर लिया। मनमोहन के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मेनन थे और शी के साथ उनके नए विदेश मंत्री, दो पोलित ब्यूरो सदस्य और स्टेट काउंसलर यांग जीची थे। कम्युनिस्ट पार्टी और सेना के मुखिया की भी भूमिका संभालने वाले शी ने कहा था कि इतिहास ने सीमा का मुद्दा जटिल बना छोड़ा है और शांति कायम रखी जानी चाहिए। लंबित मुद्दे के समाधान तक दोनों देशों को द्विपक्षीय संबंधों के समग्र विकास में मतभेदों को आड़े नहीं आने देना चाहिए।टिप्पणियां मुलाकात के दौरान प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति शी को भारत आने का न्योता दिया। इस पर शी ने कहा कि वह इसे स्वीकार करते हैं और उचित समय पर भारत की यात्रा करेंगे। इसी तरह, शी ने मनमोहन को चीन आने का निमंत्रण दिया और उन्होंने भी इसे स्वीकार कर लिया। मनमोहन के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मेनन थे और शी के साथ उनके नए विदेश मंत्री, दो पोलित ब्यूरो सदस्य और स्टेट काउंसलर यांग जीची थे। लंबित मुद्दे के समाधान तक दोनों देशों को द्विपक्षीय संबंधों के समग्र विकास में मतभेदों को आड़े नहीं आने देना चाहिए।टिप्पणियां मुलाकात के दौरान प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति शी को भारत आने का न्योता दिया। इस पर शी ने कहा कि वह इसे स्वीकार करते हैं और उचित समय पर भारत की यात्रा करेंगे। इसी तरह, शी ने मनमोहन को चीन आने का निमंत्रण दिया और उन्होंने भी इसे स्वीकार कर लिया। मनमोहन के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मेनन थे और शी के साथ उनके नए विदेश मंत्री, दो पोलित ब्यूरो सदस्य और स्टेट काउंसलर यांग जीची थे। मुलाकात के दौरान प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति शी को भारत आने का न्योता दिया। इस पर शी ने कहा कि वह इसे स्वीकार करते हैं और उचित समय पर भारत की यात्रा करेंगे। इसी तरह, शी ने मनमोहन को चीन आने का निमंत्रण दिया और उन्होंने भी इसे स्वीकार कर लिया। मनमोहन के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मेनन थे और शी के साथ उनके नए विदेश मंत्री, दो पोलित ब्यूरो सदस्य और स्टेट काउंसलर यांग जीची थे। मनमोहन के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मेनन थे और शी के साथ उनके नए विदेश मंत्री, दो पोलित ब्यूरो सदस्य और स्टेट काउंसलर यांग जीची थे।
IPL RPSvsRCB : विराट कोहली की तेज फिफ्टी बेकार, 100 रन भी नहीं बना पाई टीम, 61 रन से हारी
विराट कोहली की आरसीबी टीम 96 रन ही बना पाई इससे पहले एक मैच में वह 49 रन पर आउट हो चुकी है आरसीबी ने दस में से केवल दो मैच ही जीते हैं
16 से 20 ओवर : बिना कोई विकेट खोए महज 46 रन ही बने
कसाब को फांसी मेरे पति को श्रद्धांजलि : सालस्कर की पत्नी
मुंबई हमले के दौरान आतंकवादियों की गोलियों का शिकार हुए दिवंगत मुठभेड़ विशेषज्ञ विजय सालस्कर की पत्नी स्मिता सालस्कर ने अजमल कसाब की फांसी को उनके पति को श्रद्धांजलि बताया।
मुंबई हमले के दौरान आतंकवादियों की गोलियों का शिकार हुए दिवंगत मुठभेड़ विशेषज्ञ विजय सालस्कर की पत्नी स्मिता सालस्कर ने अजमल कसाब की फांसी को उनके पति को श्रद्धांजलि बताया। स्मिता ने कहा, हालांकि फांसी में देर हुई, कसाब को आखिरकार फांसी हो गई। इस फांसी के साथ मेरे पति को श्रद्धांजलि दी गई, लेकिन असली श्रद्धांजलि पाकिस्तान में छिपे अन्य आरोपियों की दोषसिद्धि से होगी। कसाब की दया याचिका खारिज करने पर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को धन्यवाद देते हुए स्मिता ने कहा, दिवंगत शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे ने भी कसाब को फांसी देने की मांग की थी। उनकी इच्छा और हमारी इच्छा आखिरकार पूरी हो गई।टिप्पणियां उन्होंने कहा, पूरा परिवार यह खबर सुनकर खुश है कि हमले की चौथी बरसी से पहले कसाब को फांसी दी गई। स्मिता ने कहा कि यह फांसी निश्चित रूप से दुनिया भर में यह संदेश देगी कि भारत किसी आतंकी हमले को बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्होंने कहा, मुझे आशा है कि संसद हमले मामले में दोषी अफजल गुरु को भी मृत्युदंड जल्द दिया जाएगा। गौरतलब है कि नवंबर, 2008 में आतंकी हमले के दौरान पुलिस निरीक्षक सालस्कर, एटीएस प्रमुख हेमंत करकरे और अतिरिक्त पुलिस आयुक्त अशोक काम्टे की मौत हुई थी। स्मिता ने कहा, हालांकि फांसी में देर हुई, कसाब को आखिरकार फांसी हो गई। इस फांसी के साथ मेरे पति को श्रद्धांजलि दी गई, लेकिन असली श्रद्धांजलि पाकिस्तान में छिपे अन्य आरोपियों की दोषसिद्धि से होगी। कसाब की दया याचिका खारिज करने पर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को धन्यवाद देते हुए स्मिता ने कहा, दिवंगत शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे ने भी कसाब को फांसी देने की मांग की थी। उनकी इच्छा और हमारी इच्छा आखिरकार पूरी हो गई।टिप्पणियां उन्होंने कहा, पूरा परिवार यह खबर सुनकर खुश है कि हमले की चौथी बरसी से पहले कसाब को फांसी दी गई। स्मिता ने कहा कि यह फांसी निश्चित रूप से दुनिया भर में यह संदेश देगी कि भारत किसी आतंकी हमले को बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्होंने कहा, मुझे आशा है कि संसद हमले मामले में दोषी अफजल गुरु को भी मृत्युदंड जल्द दिया जाएगा। गौरतलब है कि नवंबर, 2008 में आतंकी हमले के दौरान पुलिस निरीक्षक सालस्कर, एटीएस प्रमुख हेमंत करकरे और अतिरिक्त पुलिस आयुक्त अशोक काम्टे की मौत हुई थी। उन्होंने कहा, पूरा परिवार यह खबर सुनकर खुश है कि हमले की चौथी बरसी से पहले कसाब को फांसी दी गई। स्मिता ने कहा कि यह फांसी निश्चित रूप से दुनिया भर में यह संदेश देगी कि भारत किसी आतंकी हमले को बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्होंने कहा, मुझे आशा है कि संसद हमले मामले में दोषी अफजल गुरु को भी मृत्युदंड जल्द दिया जाएगा। गौरतलब है कि नवंबर, 2008 में आतंकी हमले के दौरान पुलिस निरीक्षक सालस्कर, एटीएस प्रमुख हेमंत करकरे और अतिरिक्त पुलिस आयुक्त अशोक काम्टे की मौत हुई थी। गौरतलब है कि नवंबर, 2008 में आतंकी हमले के दौरान पुलिस निरीक्षक सालस्कर, एटीएस प्रमुख हेमंत करकरे और अतिरिक्त पुलिस आयुक्त अशोक काम्टे की मौत हुई थी।
सपा ने वाराणसी में पीएम मोदी के खिलाफ बदला उम्मीदवार, BSF से बर्खास्त जवान तेज बहादुर यादव को दिया टिकट
सपा-बसपा गठबंधन ने वाराणसी से बदला उम्मीदवार शालिनी यादव की जगह तेज बहादुर यादव को दिया टिकट तेज बहादुर यादव बीएसएफ से बर्खास्त जवान हैं
बता दें कि बीते साल BJP प्रत्याशी के रूप में विजयी रहे नरेंद्र मोदी ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी अरविंद केजरीवाल को वाराणसी सीट से कुल 3,71,784 वोटों के भारी अंतर से हराया था. नरेंद्र मोदी को कुल 5,81,022 वोट मिले थें. वहीं, दूसरे स्थान पर रहे अरविंद केजरीवाल को 2,09,238 मत मिले. जबकि कांग्रेस प्रत्याशी अजय राय 75,614 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहे थे. वहीं चौथे स्थान पर बहुजन समाज पार्टी और पांचवें स्थान पर समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार थे. उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों में वाराणसी का अलग ही महत्व रहा है. मौजूदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पहले भूतपूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर, कांग्रेस के दिग्गज कमलापति त्रिपाठी, दिवंगत प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री के पुत्र अनिल शास्त्री और केंद्रीय मंत्री रहे BJP के मार्गदर्शक मंडल के सदस्य व वरिष्ठतम नेताओं में से एक मुरली मनोहर जोशी भी यहां से सांसद रह चुके हैं. वर्ष 1957 और 1962 में कांग्रेस के रघुनाथ सिंह इस सीट से जीते थे, लेकिन 1967 में CPM के सत्यनारायण सिंह ने यहां कब्ज़ा कर लिया. उसके बाद 1971 में कांग्रेस ने राजाराम शास्त्री के ज़रिये इस सीट पर फिर कब्ज़ा जमाया, लेकिन 1977 में एमरजेंसी के चलते कांग्रेस-विरोधी लहर में भारतीय लोकदल की टिकट पर चुनाव लड़े चंद्रशेखर वाराणसी के सांसद बने.  1980 में कांग्रेस की वापसी हुई, और कमलापति त्रिपाठी ने इस सीट पर कब्ज़ा किया, और फिर 1984 में भी कांग्रेस के ही श्यामलाल यादव ने वाराणसी से जीत हासिल की. 1989 में जनता दल की टिकट से अनिल शास्त्री सांसद बने, और फिर 1991 से चार चुनाव तक यहां BJP का दबदबा बना रहा, और 1991 में श्रीश चंद्र दीक्षित के बाद 1996, 1998 और 1999 में शंकर प्रसाद जायसवाल ने जीत दर्ज की.  2004 के आम चुनाव में एक बार फिर यहां कांग्रेस की वापसी हुई, और राजेश मिश्र ने चुनाव जीता, लेकिन अगले ही चुनाव में 2009 में BJP के दिग्गज मुरली मनोहर जोशी ने इस सीट पर कब्ज़ा कर लिया. अगले चुनाव, यानी 2014 के आम चुनाव में सीट पर BJP ने अपने प्रधानमंत्री पद के प्रत्याशी नरेंद्र मोदी को टिकट दिया, जो भारी अंतर से जीत दर्ज कर लोकसभा पहुंचे.
करजई की हत्या की साजिश नाकाम, छह गिरफ्तार
अफगानिस्तान में राष्ट्रपति हामिद करजई की हत्या की साजिश रची गई थी जिसे नाकाम कर दिया गया है।
अफगानिस्तान में राष्ट्रपति हामिद करजई की हत्या की साजिश रची गई थी जिसे नाकाम कर दिया गया है। अफगानिस्तान सरकार का कहना है कि अफगान खुफिया एजेंसी ने छह लोगों को गिरफ्तार किया है जिनमें से एक राष्ट्रपति करजई का सुरक्षाकर्मी है। बताया गया है कि इनमें से कुछ का संबंध आतंकवादी गुट हक्कानी नेटवर्क और अलकायदा से है। अफगानिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा निदेशालय के प्रवक्ता ने बताया कि एक खतरनाक और पढ़ा-लिखा गुट जिसमें शिक्षक और छात्रा शामिल हैं करजई को मारना चाहता था। प्रवक्ता ने कहा कि इन्होंने राष्ट्रपति के सुरक्षा घेरे को भी भेदकर उनके सुरक्षा गार्ड को मिला लिया था। हाल के महीनों में हामिद करजई के कई सहयोगियों की हत्या की जा चुकी है जिसमें पूर्व राष्ट्रपति बुरहानुद्दीन रब्बानी शामिल हैं।
पाकिस्तान के खिलाफ भारत को मिली जीत पर अमित शाह ने किया ट्वीट, लिखा-एक और स्ट्राइक...
वर्ल्ड कप में टीम इंडिया ने पाकिस्तान को रौंदा पाकिस्तान के खिलाफ भारत ने जारी रखी अपनी बादशाहत केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने टीम इंडिया को दी बधाई
भारतीय क्रिकेट टीम ने अपने हरफनमौला खेल की बदौलत रविवार को ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान पर खेले गए आईसीसी विश्व कप-2019 के अपने चौथे मुकाबले में पाकिस्तान को 89 रनों से हरा दिया. मैच का फैसला डकवर्थ-लेविस नियम के आधार पर हुआ. टॉस हारने के बाद भारत ने रोहित शर्मा (140) की शानदार शतकीय पारी की मदद से पांच विकेट पर 336 रन बनाए. जबाव में पाकिस्तानी टीम बारिश की बाधा केबीच 40 ओवरों में 6 विकेट पर 212 रन ही बना सकी. भारत की इस जीत पर पूरे देश में जश्न का माहौल है. भारतीय टीम को मिली इस सफलता के बाद उन्हें बधाइयों का ताता लगा हुआ है. इसी कड़ी में देश के राजनीतिक दिग्गजों ने भी टीम इंडिया को उनके शानदार खेल के लिए बधाई दी है. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा कि पाकिस्तान पर एक और स्ट्राइक टीम इंडिया द्वारा और इस बार भी नतीजे एक जैसे रहे. उन्होंने लिखा कि पूरी टीम को शानदार प्रदर्शन के लिए बधाई, हर देशवासी को आप पर गर्व है और वह जीत का जश्न मना रहा है. Another strike on Pakistan by #TeamIndia and the result is same. Congratulations to the entire team for this superb performance. Every Indian is feeling proud and celebrating this impressive win. #INDvPAKpic.twitter.com/XDGuG3OiyK बता दें कि मैच के दौरान तीसरी बार आई बारिश के बाद पाकिस्तान को 40 ओवरों में 302 रनों का संशोधित लक्ष्य मिला था. पाकिस्तान की ओर से फकर जमान ने सबसे अधिक 62 रन बनाए. भारत की ओर से कुलदीप यादव, विजय शंकर और हार्दिक पांड्या ने दो-दो विकेट लिए. इस तरह भारत ने विश्व कप में पाकिस्तान के खिलाफ अपना अजेय क्रम बरकरार रखा है. 1992 में दोनों टीमें पहली बार आपस में भिड़ी थीं और तब से लेकर आज तक भारत ने लगातार सात बार पाकिस्तान को हराया है.
Article 370 हटने के साथ ही जम्‍मू-कश्‍मीर में आएंगे ये बड़े बदलाव, खत्‍म हो जाएंगी कई चीजें
सरकार ने जम्‍मू-कश्‍मीर से धारा 370 हटा दी है अब जम्‍मू-कश्‍मीर केंद्र शासित प्रदेश होगा 370 हटने के साथ ही जम्‍मू-कश्‍मीर से विशेष राज्‍य का दर्जा भी छिन गया है
केंद्र सरकार ने राज्यसभा में जम्‍मू-कश्‍मीर से अनुच्‍छेद 370 (Article 370) को हटाने का ऐलान किया. यह अनुच्‍छेद जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देती है. सरकार के ऐलान के अनुसार जम्मू-कश्मीर (Jammu & Kashmir) को दो हिस्सों में बांट दिया गया है. इसमें जम्मू-कश्मीर एक केंद्र शासित प्रदेश होगा, वहीं लद्दाख को दूसरा केंद्र शासित प्रदेश बना दिया गया है. गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने राज्‍यसभा में कहा कि केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में विधानसभा होगी लेकिन लद्दाख (Ladakh) में विधानसभा नहीं होगी. उन्होंने कहा कि यह कदम सीमा पार आतंकवाद के लगातार खतरे को देखते हुए उठाया गया है. उन्होंने कहा कि लद्दाख के लोग लंबे समय से उसे केंद्र शासित प्रदेश बनाने की मांग कर रहे थे और यह फैसला स्थानीय जनता की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए लिया गया है. ऐसे में अब सवाल उठता है कि Article 370 हटने से जम्‍मू-कश्‍मीर में क्‍या-क्‍या बदलाए आएंगे? यहां पर हम आपको Article 370 के लगे रहने और हटने स्थिति में आने वाले अंतर के बारे में बता रहे हैं:
गोधरा कांड मामले में बड़ा फैसला, 11 की फांसी की सजा को हाईकोर्ट ने उम्रकैद में बदला, पीड़ितों को 10-10 लाख मुआवजा
गुजरात हाईकोर्ट ने 11 दोषियों की फांसी की सजा को उम्रकैद में बदला 27 फरवरी 2002 में गोधरा में ट्रेन में लोगों को जला दिया गया था मारे गए 59 लोगों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये मुआवजा
VIDEO- गोधरा दंगा- सुप्रीम कोर्ट ने पलटा गुजरात हाई कोर्ट का फैसला विशेष अदालत ने अभियोजन की इन दलीलों को मानते हुए 31 लोगों को दोषी करार दिया कि घटना के पीछे साजिश थी. दोषियों को हत्या, हत्या के प्रयास और आपराधिक साजिश की धाराओं के तहत कसूरवार ठहराया गया. विशेष अदालत ने अभियोजन की इन दलीलों को मानते हुए 31 लोगों को दोषी करार दिया कि घटना के पीछे साजिश थी. दोषियों को हत्या, हत्या के प्रयास और आपराधिक साजिश की धाराओं के तहत कसूरवार ठहराया गया.
INDvsSA CT 2017: दक्षिण अफ़्रीका भारी, पर स्पिनर के दम पर भारत को मिल सकती है जीत, बोले गावस्कर
'मैं शायद केदार जाधव की जगह अश्विन को खिलाना चाहूंगा' 'मैं अश्विन से रेग्युलर गेंदबाज़ की तरह मैं 10 ओवर डलवाना चाहूंगा' पूरी टीम को आगे की तस्वीर पूरी तरह साफ़ नज़र आ रही है
भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली मानते हैं कि उनकी टीम के बल्लेबाज़ों और गेंदबाज़ों ने श्रीलंका के ख़िलाफ़ हार के बावजूद अच्छा खेल दिखाया. लेकिन कई जानकार मानते हैं कि टीम की रणनीति में बदलाव की ज़रूरत है. माना ये भी जा रहा है कि आर अश्विन जैसे स्पिनर मैच में भारत के लिए तुरुप का इक्का साबित हो सकते हैं. दक्षिण अफ़्रीका के ख़िलाफ़ होने वाले अहम मैच में कई जानकार अब भारत पर एकतरफ़ा दांव नहीं लगा रहे. कप्तान विराट कोहली ने श्रीलंका से हार के बाद कहा कि टॉप 8 टीमों के टूर्नामेंट में वो अजेय नहीं हैं. पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर भी हालांकि प्रोटियाज़ पर ही दांव लगा रहे हैं. लेकिन वो ये भी मानते हैं कि स्पिनर्स बाज़ी पलट भी सकते हैं. सनी कहते हैं, "दक्षिण अफ़्रीका पर दांव लगाकर मैं एक ईमानदार आकलन कर रहा हूं. लेकिन अगर स्पिनर चल जाएं, जैसे कि दक्षिण अफ़्रीका के ख़िलाफ़ पाकिस्तान के स्पिनर चले, तो कौन जानता है क्या हो जाए?" सुनील गावस्कर और कुछ दूसरे जानकार मानते हैं कि अब तक दोनों मैचों से बाहर रहे आर अश्विन अगर द. अफ़्रीका के ख़िलाफ़ चल गए तो भारत, पाकिस्तान की तरह प्रोटियाज़ पर दबाव बना सकता है. लिटिल मास्टर कहते हैं, "मैं शायद केदार जाधव की जगह अश्विन को खिलाना चाहूंगा. मैं हार्दिक पांड्या का इस्तेमाल रिज़र्व गेंदबाज़ की तरह करना चाहूंगा. अश्विन से रेग्युलर गेंदबाज़ की तरह मैं 10 ओवर डलवाना चाहूंगा." विराट और उनकी सेना को इस बात का अहसास है कि अगला मुक़ाबला उनके लिए नॉक आउट मैच हो होगा. वो कहते हैं, "अब बहुत दिलचस्प (समीकरण) हो गया है. हर गेम क्वार्टर फ़ाइनल की तरह हो गया है. हमारे ग्रुप में सभी टीमों के 2-2 प्वाइंट हैं और आगे जाने के लिए सभी का जीतना ज़रूरी है. फ़ैन्स को भी दो क्वार्टर फ़ाइनल मैच देखने को मिलेंगे. इसलिए अब और रोमांचक क्रिकेट होगा. हमारे लिए पूरी तस्वीर साफ़ है."टिप्पणियां क्रिकेटर रोहित शर्मा की राय विराट से अलग नहीं है. मतलब पूरी टीम को आगे की तस्वीर पूरी तरह साफ़ नज़र आ रही है. रोहित कहते हैं, "सभी टीमें सेमीफ़ाइनल में जगह बनाने के लिए खेलेंगी. किसी ने अभी तक क्वालिफ़ाई नहीं किया है. इसलिए भारत-दक्षिण अफ़्रीका के बीच अच्छा मुक़ाबला होगा." श्रीलंका के ख़िलाफ़ भारतीय मैच की रणनीति ने टीम इंडिया को नये तरह से सोचने पर मजबूर तो किया है. वो मैच में क्या कुछ नया कर पाते हैं, ये देखना दिलचस्प होगा और फ़ैन्स इसका बेताबी से इंतज़ार कर रहे हैं. सनी कहते हैं, "दक्षिण अफ़्रीका पर दांव लगाकर मैं एक ईमानदार आकलन कर रहा हूं. लेकिन अगर स्पिनर चल जाएं, जैसे कि दक्षिण अफ़्रीका के ख़िलाफ़ पाकिस्तान के स्पिनर चले, तो कौन जानता है क्या हो जाए?" सुनील गावस्कर और कुछ दूसरे जानकार मानते हैं कि अब तक दोनों मैचों से बाहर रहे आर अश्विन अगर द. अफ़्रीका के ख़िलाफ़ चल गए तो भारत, पाकिस्तान की तरह प्रोटियाज़ पर दबाव बना सकता है. लिटिल मास्टर कहते हैं, "मैं शायद केदार जाधव की जगह अश्विन को खिलाना चाहूंगा. मैं हार्दिक पांड्या का इस्तेमाल रिज़र्व गेंदबाज़ की तरह करना चाहूंगा. अश्विन से रेग्युलर गेंदबाज़ की तरह मैं 10 ओवर डलवाना चाहूंगा." विराट और उनकी सेना को इस बात का अहसास है कि अगला मुक़ाबला उनके लिए नॉक आउट मैच हो होगा. वो कहते हैं, "अब बहुत दिलचस्प (समीकरण) हो गया है. हर गेम क्वार्टर फ़ाइनल की तरह हो गया है. हमारे ग्रुप में सभी टीमों के 2-2 प्वाइंट हैं और आगे जाने के लिए सभी का जीतना ज़रूरी है. फ़ैन्स को भी दो क्वार्टर फ़ाइनल मैच देखने को मिलेंगे. इसलिए अब और रोमांचक क्रिकेट होगा. हमारे लिए पूरी तस्वीर साफ़ है."टिप्पणियां क्रिकेटर रोहित शर्मा की राय विराट से अलग नहीं है. मतलब पूरी टीम को आगे की तस्वीर पूरी तरह साफ़ नज़र आ रही है. रोहित कहते हैं, "सभी टीमें सेमीफ़ाइनल में जगह बनाने के लिए खेलेंगी. किसी ने अभी तक क्वालिफ़ाई नहीं किया है. इसलिए भारत-दक्षिण अफ़्रीका के बीच अच्छा मुक़ाबला होगा." श्रीलंका के ख़िलाफ़ भारतीय मैच की रणनीति ने टीम इंडिया को नये तरह से सोचने पर मजबूर तो किया है. वो मैच में क्या कुछ नया कर पाते हैं, ये देखना दिलचस्प होगा और फ़ैन्स इसका बेताबी से इंतज़ार कर रहे हैं. विराट और उनकी सेना को इस बात का अहसास है कि अगला मुक़ाबला उनके लिए नॉक आउट मैच हो होगा. वो कहते हैं, "अब बहुत दिलचस्प (समीकरण) हो गया है. हर गेम क्वार्टर फ़ाइनल की तरह हो गया है. हमारे ग्रुप में सभी टीमों के 2-2 प्वाइंट हैं और आगे जाने के लिए सभी का जीतना ज़रूरी है. फ़ैन्स को भी दो क्वार्टर फ़ाइनल मैच देखने को मिलेंगे. इसलिए अब और रोमांचक क्रिकेट होगा. हमारे लिए पूरी तस्वीर साफ़ है."टिप्पणियां क्रिकेटर रोहित शर्मा की राय विराट से अलग नहीं है. मतलब पूरी टीम को आगे की तस्वीर पूरी तरह साफ़ नज़र आ रही है. रोहित कहते हैं, "सभी टीमें सेमीफ़ाइनल में जगह बनाने के लिए खेलेंगी. किसी ने अभी तक क्वालिफ़ाई नहीं किया है. इसलिए भारत-दक्षिण अफ़्रीका के बीच अच्छा मुक़ाबला होगा." श्रीलंका के ख़िलाफ़ भारतीय मैच की रणनीति ने टीम इंडिया को नये तरह से सोचने पर मजबूर तो किया है. वो मैच में क्या कुछ नया कर पाते हैं, ये देखना दिलचस्प होगा और फ़ैन्स इसका बेताबी से इंतज़ार कर रहे हैं. क्रिकेटर रोहित शर्मा की राय विराट से अलग नहीं है. मतलब पूरी टीम को आगे की तस्वीर पूरी तरह साफ़ नज़र आ रही है. रोहित कहते हैं, "सभी टीमें सेमीफ़ाइनल में जगह बनाने के लिए खेलेंगी. किसी ने अभी तक क्वालिफ़ाई नहीं किया है. इसलिए भारत-दक्षिण अफ़्रीका के बीच अच्छा मुक़ाबला होगा." श्रीलंका के ख़िलाफ़ भारतीय मैच की रणनीति ने टीम इंडिया को नये तरह से सोचने पर मजबूर तो किया है. वो मैच में क्या कुछ नया कर पाते हैं, ये देखना दिलचस्प होगा और फ़ैन्स इसका बेताबी से इंतज़ार कर रहे हैं. श्रीलंका के ख़िलाफ़ भारतीय मैच की रणनीति ने टीम इंडिया को नये तरह से सोचने पर मजबूर तो किया है. वो मैच में क्या कुछ नया कर पाते हैं, ये देखना दिलचस्प होगा और फ़ैन्स इसका बेताबी से इंतज़ार कर रहे हैं.
मुम्बई इंडियंस को 7वीं जीत का इंतजार
सचिन तेंदुलकर की मुम्बई इंडियंस टीम बुधवार को डीवाई पाटिल स्पोटर्स काम्पलेक्स मैदान पर युवराज सिंह की पुणे वॉरियर्स टीम से भिड़ेगी।
सचिन तेंदुलकर की मुम्बई इंडियंस टीम बुधवार को डीवाई पाटिल स्पोटर्स काम्पलेक्स मैदान पर युवराज सिंह की पुणे वॉरियर्स टीम से भिड़ेगी। सचिन की टीम की नजर जहां इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के मौजूदा सत्र में सातवीं जीत दर्ज करने पर होगी वहीं युवराज की टीम लगातार सातवीं हार बचाने के लिए संघर्ष करेगी। अपने पहले मैच में किंग्स इलेवन पंजाब और फिर दूसरे मैच में कोच्चि टस्कर्स केरल को हराकर आईपीएल-4 का शानदार आगाज करने वाली युवराज की टीम को अब तक लगातार छह मैचों में हार का मुंह देखना पड़ा है। हार के इस अनंत से दिख रहे सिलसिले ने इस टीम को 10 टीमों की तालिका में सबसे नीचे लाकर पटक दिया है। उसका आत्मबल इतना नीचे जा चुका है कि उसके लिए मुम्बई इंडियंस जैसी सशक्त टीम को हरा पाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। कोलकाता नाइट राइडर्स और भारतीय टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली की वापसी से पुणे को निश्चित तौर पर आत्मबल मिला है लेकिन गांगुली मुम्बई के खिलाफ नहीं खेल सकेंगे। ड्रेसिंग रूम में उनकी मौजूदगी भी फार्म वापस पाने के लिए संघर्ष कर रहे टीम के युवा खिलाड़ियों के लिए फायदेमंद साबित होगी। इसी के दम पर वे मुम्बई को सातवीं जीत हासिल कर तालिका के शीर्ष पर अपनी स्थिति और मजबूत करने से रोकना चाहेंगे। मुम्बई ने अब तक कुल आठ मैच खेले हैं। दो में उसकी हार हुई है जबकि छह मैचों में उसने जीत हासिल की है। वह 12 अंकों के साथ शीर्ष पर है जबकि उसे अब तक एक बार पटखनी दे चुकी राजस्थान रॉयल्स टीम 11 अंकों के साथ दूसरे स्थान पर है। पुणे ने शुरुआती दो मैचों में जीत हासिल करने के बाद से दिल्ली डेयर डेविल्स, मुम्बई इंडियंस, चेन्नई सुपर किंग्स (दो बार), रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर और राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ हार का दंश झेला है।
आकाश अंबानी की शादी में मां नीता ने किया ऐसा डांस, मुकेश अंबानी खुद पहुंचे स्टेज पर, देखें VIDEO
नीता अंबानी ने कृष्ण भजन 'अच्छ्यूतम केशवम' पर दी परफॉर्मेंस. परफॉर्मेंस को देख मुकेश अंबानी खड़े होकर तालियां बजाने लगे. कृष्ण भजन 'अच्छ्यूतम केशवम' पर परफॉर्म करती दिखीं नीता अंबानी.
आकाश अंबानी (Akash Ambani) की शादी के बाद मुंबई में शानदार पार्टी हुई. जहां मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) की पत्नी नीता अंबानी (Nita Ambani) ने कृष्ण भजन 'अच्छ्यूतम केशवम' (ACHYUTAM KESHAVAM) पर डांस परफॉर्मेंस दी. नीता अंबानी (Nita Ambani) जिस वक्त परफॉर्मेंस दे रही थीं तो बैकग्राउंड डांसर भी उनके साथ शानदार परफॉर्मेंस दे रही थीं. स्टेज के पास फाउनटेन और लाइट्स परफॉर्मेंस की शोभा बढ़ा रहे थे. नीता अंबानी (Nita Ambani) गुलाबी रंग के आउटफिट में बहुत ही खूबसूरत लग रही थी. नीता अंबानी (Nita Ambani) के परफॉर्मेंस को देख मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) भी खड़े होकर तालियां बजाने लगे. वो स्टेज पर नीता अंबानी (Nita Ambani) को लेने पहुंचे थे.  मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) और नीता अंबानी (Nita Ambani) के बड़े बेटे आकाश अंबानी की शादी हीरा कारोबारी रसल मेहता की बेटी श्लोका मेहता (Shloka Mehta) से हुई. रविवार को मुंबई के बांद्रा कुर्ला कॉम्पलेक्स में वेडिंग सेरेमनी हुई. जहां गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई, रतन टाटा और कई बॉलीवुड स्टार्स पहुंचे थे.    #NitaAmbani Beautiful dance....#NitaAmbani#AkashShlokaWedding#AkashShlokaReception#AkashAmbaniweddingpic.twitter.com/gN7GDeDYWf   शादी के बाद अंबानी परिवार ने मुंबई के जियो वर्ल्ड कॉम्पलेक्स में पोस्ट वेडिंग पार्टी रखी थी. जहां बॉलीवुड स्टार्स अमिताभ बच्चन, रेखा, अक्षय कुमार पत्नी ट्विंकल खन्ना, जूही चावला, ऐश्वर्या राय बच्चन, अभिषेक बच्चन, सचिन तेंदुलकर पत्नी अंजली और अनु मलिक अपने परिवार के साथ पहुंचे थे. अमेरिकन पॉप रोक बैंड मरून 5 ने शानदार परफॉर्मेंस दी थी.  अंबानी परिवार ने प्री-वेडिंग बैश स्विट्सजरलैंड के सेंट मॉरिस में तीन दिन की पार्टी रखी थी. जहां कई बॉलीवुड स्टार्स पहुंचे थे. जहां कोल्ड प्ले और चेनस्मोकर्स ने परफॉर्म किया था. बता दें, पिछले साल दिसंबर में बेटी ईशा अंबानी की शादी हुई थी. जिसके तीन महीने के बाद बड़े भाई आकाश अंबानी की शादी हुई.
GSEB Result 2018: गुजरात बोर्ड ने जारी किए 12वीं साइंस के परीक्षा परिणाम
गुजरात बोर्ड 12वीं साइंस के नतीजे घोषित कर दिए गए हैं रिजल्‍ट ऑफिश‍ियल वेबसाइट www.gseb.org पर चेक किया जा सकता है 1.35 लाख स्‍टूडेंट्स HSC परीक्षा में बैठे थे
Gujarat Board HSC Science स्‍ट्रीम के रिजल्‍ट का ऐलान कर दिया गया है. जिन स्‍टूडेंट्स ने साइंस स्‍ट्रीम से 12वीं की परीक्षा दी थी वे अपना रिजल्‍ट गुजरात बोर्ड की ऑफिशियल साइट gseb.org पर चेक कर सकते हैं. एक अनुमान के मुताबिक इस साल साइंस स्‍ट्रीम से लगभग 1.35 लाख स्‍टूडेंट्स HSC परीक्षा में बैठे थे.  जहां करीब 55 हजार स्‍टूडेंट्स ने मैथ्‍स ग्रुप से एग्‍जाम दिए वहीं 76 हजार स्‍टूडेंट्स बायोलॉजी ग्रुप से थे.टिप्पणियां GSEB HSC Science Result 2018 कैसे चेक करें? स्‍टेप 1: ऑफिश‍ियल वेबसाइट  www.gseb.org पर जाएं. स्‍टेप 2: रिजल्‍ट लिंक पर क्लिक करें. स्‍टेप 3: ड्रॉप डाउन मेन्‍यू से अपने ग्रुप का चयन करें और फिर दी गई स्‍पेस में अपना 6 डिजिट वाला रोल नंबर डालें.  स्‍टेप 4: स‍बमिट करने के बाद अपना रिजल्‍ट चेक करें.  स्‍टूडेंट्स को सलाह दी जाती है कि वे ऑनलाइन उपब्‍लध कराए गए नंबरों की जांच ओरिजिनल मार्कशीट से करें. ओरिजिनल मार्कशीट बहुत जल्‍द स्‍कूलों में उपलब्‍ध होगी.  GSEB HSC Science Result 2018 कैसे चेक करें? स्‍टेप 1: ऑफिश‍ियल वेबसाइट  www.gseb.org पर जाएं. स्‍टेप 2: रिजल्‍ट लिंक पर क्लिक करें. स्‍टेप 3: ड्रॉप डाउन मेन्‍यू से अपने ग्रुप का चयन करें और फिर दी गई स्‍पेस में अपना 6 डिजिट वाला रोल नंबर डालें.  स्‍टेप 4: स‍बमिट करने के बाद अपना रिजल्‍ट चेक करें.  स्‍टूडेंट्स को सलाह दी जाती है कि वे ऑनलाइन उपब्‍लध कराए गए नंबरों की जांच ओरिजिनल मार्कशीट से करें. ओरिजिनल मार्कशीट बहुत जल्‍द स्‍कूलों में उपलब्‍ध होगी.  स्‍टूडेंट्स को सलाह दी जाती है कि वे ऑनलाइन उपब्‍लध कराए गए नंबरों की जांच ओरिजिनल मार्कशीट से करें. ओरिजिनल मार्कशीट बहुत जल्‍द स्‍कूलों में उपलब्‍ध होगी.
निष्पक्ष हो पाकिस्तान का राष्ट्रपति : हाई कोर्ट
पाकिस्तान की अदालत ने राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी को जोरदार झटका दिया। पार्टी प्रमुख और राष्ट्रपति बने रहने पर कोर्ट ने ऐतराज किया है।
पाकिस्तान की अदालत ने राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी को जोरदार झटका दिया। अदालत ने पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के अध्यक्ष का पद संभाल रहे जरदारी से कहा कि उन्हें अपनी राजनीतिक गतिविधियां रोकनी चाहिए और निष्पक्ष होना चाहिए। मुख्य न्यायाधीश एजाज अहमद चौधरी की अध्यक्षता में लाहौर उच्च न्यायालय की चार न्यायाधीशों की पीठ ने याचिकाओं के जवाब में यह आदेश जारी किया। इन याचिकाओं में जरदारी द्वारा राष्ट्रपति के साथ-साथ पीपीपी प्रमुख के पद पर काबिज होने को चुनौती दी गई थी। मार्च में इस मामले में अपना फैसला सुरक्षित रखने वाली अदालत ने कहा कि राष्ट्रपति को राजनीतिक गतिविधियों में शामिल नहीं होना चाहिए। अपने 35 पृष्ठों के फैसले में पीठ ने कहा कि राष्ट्रपति को राजनीतिक गतिविधियों में शामिल नहीं होना चाहिए और उसे निष्पक्ष होना चाहिए। पीठ ने कहा कि उच्चतम न्यायालय पहले ही फैसला सुना चुका है कि राष्ट्रपति को पूरी तरह तटस्थ, निष्पक्ष और किसी दल के राजनीतिक हित से दूर रहते हुए अपने कर्तव्यों और अधिकारों का निर्वाह करना चाहिए। उच्च न्यायालय ने उम्मीद जताई कि राष्ट्रपति कानून का पालन करेंगे और खुद को राजनीतिक पद से दूर रखेंगे। अधिवक्ता एके डोगर जरदारी द्वारा दो पद पर काबिज होने को चुनौती देने वाली याचिकाएं दाखिल करने वालों में शामिल थे। वह जमात उद दावा प्रमुख हफीज मुहम्मद सईद के वकील भी हैं। डोगर ने कहा कि संविधान के अनुसार, राष्ट्र प्रमुख होने के नाते राष्ट्रपति को तटस्थ और गैर राजनीतिज्ञ होना चाहिए। गौरतलब है कि जरदारी राष्ट्रपति होने के बावजूद नियमित रूप से पीपीपी के शीर्ष नेताओं की बैठक की अध्यक्षता करते हैं। जरदारी के बेटे बिलावल पीपीपी के अध्यक्ष हैं लेकिन उन्होंने अभी राजनीतिक गतिविधियां शुरू नहीं की हैं क्योंकि वह ब्रिटेन में शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं।
दबाव बनाने के लिए येदियुरप्पा ने अपनाए बागी तेवर
येदियुरप्पा ने पार्टी आलाकमान के सामने दो मांगें रखीं हैं या तो उन्हें फिर से मुख्यमंत्री बनाया जाए या फिर कर्नाटक बीजेपी का प्रदेश अध्यक्ष चुना जाए
कर्नाटक में एक बार फिर राजनैतिक सरगरमी तेज हो गई है। कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने बीजेपी विधायकों की एक बैठक बुलाई और इस बैठक में विधायकों के साथ करीब आधा दर्जन मंत्री भी शामिल हुए। इस बैठक को येदियुरप्पा के शक्ति प्रदर्शन के तौर पर देखा जा रहा है। येदियुरप्पा ने पार्टी आलाकमान के सामने दो मांगें रखीं हैं या तो उन्हें फिर से मुख्यमंत्री बनाया जाए या फिर कर्नाटक बीजेपी का प्रदेश अध्यक्ष चुना जाए हालांकि लालकृष्ण आडवाणी येदियुरप्पा की इन मांगों से सहमत नहीं हैं। बीजेपी ने साफ कर दिया है कि जब तक अपने ऊपर लगे आरोपों से वह पाक−साफ नहीं निकल आते उनकी वापसी संभव नहीं है। साफ है कि येदियुरप्पा ने पार्टी पर दबाव बनाने के लिए बागी तेवर अपना लिए हैं।
नीतीश जी की विश्वसनीयता खत्म, रामविलास पासवान जी ने कभी धोखा देकर नहीं छोड़ा : तेजस्वी
'2019 में मोदी जी आएं तो उसके बाद चुनाव ही न हों' 'मेरे पिता मुख्यमंत्री थे तो बिहार कोई लंदन नहीं था' हमने कभी उन (नीतीश) पर कभी शक नहीं किया
पीएम मोदी पर तंज कसते हुए तेजस्वी ने कहा कि 2019 में मोदी जी आएं तो उसके बाद चुनाव ही न हों. मैं देश को बचाने के लिए खड़ा हूं. तेजस्वी ने कहा कि जब मैं उपमुख्यमंत्री बना तो मेरे पिता ने कहा कि टाई और कोट वालों से बचकर रहना. हमने कभी उन (नीतीश) पर कभी शक नहीं किया. लेकिन ऐसे कोई कैसे पलटी नहीं मार सकता है. सूत्रों का कहना है कि अब फिर चाचा जी फिर पलटी मारना चाहता हैं.
एशेज की हार के बदले से मिल रही है पोंटिंग को प्रेरणा
ऑस्ट्रेलिया के अनुभवी बल्लेबाज रिकी पोंटिंग ने कहा है कि इंग्लैंड के हाथों लगातार दो एशेज शृंखला गंवाने की पीड़ा से उन्हें आगे खेलना जारी रखने की प्रेरणा मिल रही है।
ऑस्ट्रेलिया के अनुभवी बल्लेबाज रिकी पोंटिंग ने कहा है कि इंग्लैंड के हाथों लगातार दो एशेज शृंखला गंवाने की पीड़ा से उन्हें आगे खेलना जारी रखने की प्रेरणा मिल रही है। पोंटिंग चिर प्रतिद्वंद्वी इंग्लैंड के खिलाफ एक और एशेज क्रिकेट शृंखला में खेलने के लिए फिट रहने की दिशा में काम कर रहे हैं। पूर्व कप्तान पोंटिंग श्रीलंका के खिलाफ दिसंबर में तीन टेस्ट मैचों की शृंखला के पहले मैच में ऑस्ट्रेलिया की ओर से सर्वाधिक टेस्ट खेलने के स्टीव वा के रिकॉर्ड को तोड़ सकते हैं और उनकी नजरें 2013 में इंग्लैंड दौरे की टीम में जगह बनाने पर टिकी है।टिप्पणियां फरवरी में वनडे टीम से बाहर कर दिए गए पोंटिंग ने 165 टेस्ट खेले हैं जो वा से तीन कम हैं। ऑस्ट्रेलिया को श्रीलंका शृंखला से पहले दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट शृंखला भी खेलनी है। पोंटिंग ने एबीसी स्पोर्ट्स से कहा किया उन्हें एशेज शृंखला गंवाने विशेषकर ओवल टेस्ट गंवाने से प्रेरणा मिल रही है। ऑस्ट्रेलियाई के पूर्व कप्तान पोंटिंग ने कहा, इसमें कोई शक नहीं। मुझे अभी इससे सबसे अधिक प्रेरणा मिल रही है। उन्होंने कहा, प्रत्येक सुबह जब मैं उठता हूं और जिम में जाता हूं तो मुझे ओवल मैच की याद आती है। पोंटिंग ने कहा, इस तरह की चीजें आसानी से नहीं भुलाई जाती। पिछले कुछ दौरों पर हम वहां जीत के करीब थे लेकिन ऐसा नहीं कर पाए। पूर्व कप्तान पोंटिंग श्रीलंका के खिलाफ दिसंबर में तीन टेस्ट मैचों की शृंखला के पहले मैच में ऑस्ट्रेलिया की ओर से सर्वाधिक टेस्ट खेलने के स्टीव वा के रिकॉर्ड को तोड़ सकते हैं और उनकी नजरें 2013 में इंग्लैंड दौरे की टीम में जगह बनाने पर टिकी है।टिप्पणियां फरवरी में वनडे टीम से बाहर कर दिए गए पोंटिंग ने 165 टेस्ट खेले हैं जो वा से तीन कम हैं। ऑस्ट्रेलिया को श्रीलंका शृंखला से पहले दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट शृंखला भी खेलनी है। पोंटिंग ने एबीसी स्पोर्ट्स से कहा किया उन्हें एशेज शृंखला गंवाने विशेषकर ओवल टेस्ट गंवाने से प्रेरणा मिल रही है। ऑस्ट्रेलियाई के पूर्व कप्तान पोंटिंग ने कहा, इसमें कोई शक नहीं। मुझे अभी इससे सबसे अधिक प्रेरणा मिल रही है। उन्होंने कहा, प्रत्येक सुबह जब मैं उठता हूं और जिम में जाता हूं तो मुझे ओवल मैच की याद आती है। पोंटिंग ने कहा, इस तरह की चीजें आसानी से नहीं भुलाई जाती। पिछले कुछ दौरों पर हम वहां जीत के करीब थे लेकिन ऐसा नहीं कर पाए। फरवरी में वनडे टीम से बाहर कर दिए गए पोंटिंग ने 165 टेस्ट खेले हैं जो वा से तीन कम हैं। ऑस्ट्रेलिया को श्रीलंका शृंखला से पहले दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट शृंखला भी खेलनी है। पोंटिंग ने एबीसी स्पोर्ट्स से कहा किया उन्हें एशेज शृंखला गंवाने विशेषकर ओवल टेस्ट गंवाने से प्रेरणा मिल रही है। ऑस्ट्रेलियाई के पूर्व कप्तान पोंटिंग ने कहा, इसमें कोई शक नहीं। मुझे अभी इससे सबसे अधिक प्रेरणा मिल रही है। उन्होंने कहा, प्रत्येक सुबह जब मैं उठता हूं और जिम में जाता हूं तो मुझे ओवल मैच की याद आती है। पोंटिंग ने कहा, इस तरह की चीजें आसानी से नहीं भुलाई जाती। पिछले कुछ दौरों पर हम वहां जीत के करीब थे लेकिन ऐसा नहीं कर पाए। पोंटिंग ने एबीसी स्पोर्ट्स से कहा किया उन्हें एशेज शृंखला गंवाने विशेषकर ओवल टेस्ट गंवाने से प्रेरणा मिल रही है। ऑस्ट्रेलियाई के पूर्व कप्तान पोंटिंग ने कहा, इसमें कोई शक नहीं। मुझे अभी इससे सबसे अधिक प्रेरणा मिल रही है। उन्होंने कहा, प्रत्येक सुबह जब मैं उठता हूं और जिम में जाता हूं तो मुझे ओवल मैच की याद आती है। पोंटिंग ने कहा, इस तरह की चीजें आसानी से नहीं भुलाई जाती। पिछले कुछ दौरों पर हम वहां जीत के करीब थे लेकिन ऐसा नहीं कर पाए।
तमिलनाडु : विधायकों की खरीद-फरोख्त का मुद्दा विधानसभा में गूंजा, द्रमुक ने किया हंगामा
द्रमुक ने राज्य सचिवालय की तरफ जाने वाली सड़क को अवरुद्ध किया पुलिस ने विधायकों को हिरासत में लेने के बाद छोड़ा स्टालिन ने की अन्नाद्रमुक सरकार को बर्खास्त करने की मांग
सत्तारूढ़ अन्नाद्रमुक विधायकों की कथित खरीद-फरोख्त के मुद्दे पर चर्चा की मांग खारिज होने पर एमके स्टालिन के नेतृत्व में विपक्षी द्रमुक विधायकों ने नकदी नोट लहराए और हंगामा बंद नहीं होने पर उन्हें सदन से बाहर कर दिया गया. बजट सत्र के पहले दिन कथित खरीद फरोख्त का मुद्दा गूंज उठा. स्टालिन और द्रमुक के अन्य विधायकों ने विधानसभा परिसर के भीतर ही स्थित राज्य सचिवालय की तरफ जाने वाली सड़क को अवरुद्ध कर दिया. पुलिस ने उन सबको हिरासत में ले लिया. कुछ देर तक एक भवन में हिरासत में रखने के बाद पुलिस ने विधायकों को छोड़ दिया. स्टालिन कथित खरीद फरोख्त मुद्दे पर अन्नाद्रमुक सरकार को बर्खास्त करने की मांग कर रहे थे . उधर, स्टालिन और अन्य विधायकों को बाहर करने के खिलाफ राज्य के विभिन्न हिस्सों में प्रदर्शन के दौरान द्रमुक के कार्यकर्ता गिरफ्तार किए गए. जबरदस्त गुटबाजी की शिकार अन्नाद्रमुक के लिए मुश्किलें तब बढ़ गईं जब ओ पनीरसेल्वम के नेतृत्व वाले बागी धड़े से जुड़े विधायक एसएस सर्वणन ने टीवी के एक स्टिंग ऑपरेशन में 18 फरवरी को सत्तारूढ़ पार्टी विधायकों की खरीद फरोख्त का दावा किया. मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी ने विश्वासमत हासिल किया था. सर्वणन ने कल कहा था कि टीवी चैनल द्वारा प्रसारित वीडियो फुटेज में वही थे लेकिन आवाज उनकी नहीं थी. विधानसभा में अध्यक्ष पी धनपाल ने कहा कि मुद्दा अदालत में विचाराधीन है, क्योंकि पलानीस्वामी के पक्ष में गए विश्वासमत को चुनौती देने वाली द्रमुक की याचिका मद्रास उच्च न्यायालय में लंबित है. इसके बावूजद द्रमुक सदस्य सदन में खड़े रहे और मुद्दे पर चर्चा की अपनी मांग पर अड़े रहे और नारेबाजी करते रहे. इस पर अध्यक्ष ने द्रमुक के सभी सदस्यों को बाहर करने का आदेश दिया. राज्य में 234 सदस्यीय विधानसभा में द्रमुक के 88 विधायक हैं. इससे पहले तीन सप्ताह तक चलने वाले विधानसभा सत्र का हंगामेदार आगाज हुआ. द्रमुक ने कथित खरीद-फरोख्त के मुद्दे को उठाने की अनुमति मांगी. द्रमुक विधायक नारेबाजी करते हुए एकत्र हुए और उनमें से कुछ नकदी नोट, अखबारों की कतरनें लहरा रहे थे. बाहर किए जाने के बाद स्टालिन और द्रमुक के अन्य विधायकों ने विधानसभा परिसर के भीतर ही स्थित राज्य सचिवालय की तरफ जाने वाली सड़क को अवरुद्ध कर दिया. पुलिस ने उन सबको हिरासत में ले लिया .टिप्पणियां पुलिस द्वारा रिहा किए जाने के बाद उन्होंने संवाददाताओं से कहा, 'हम कल विधानसभा जाएंगे और फिर से मुद्दा उठाएंगे. सरकार से समुचित स्पष्टीकरण की मांग को लेकर हम आवाज उठाने के अपने वैध अधिकार को उठाते रहेंगे.'(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) बजट सत्र के पहले दिन कथित खरीद फरोख्त का मुद्दा गूंज उठा. स्टालिन और द्रमुक के अन्य विधायकों ने विधानसभा परिसर के भीतर ही स्थित राज्य सचिवालय की तरफ जाने वाली सड़क को अवरुद्ध कर दिया. पुलिस ने उन सबको हिरासत में ले लिया. कुछ देर तक एक भवन में हिरासत में रखने के बाद पुलिस ने विधायकों को छोड़ दिया. स्टालिन कथित खरीद फरोख्त मुद्दे पर अन्नाद्रमुक सरकार को बर्खास्त करने की मांग कर रहे थे . उधर, स्टालिन और अन्य विधायकों को बाहर करने के खिलाफ राज्य के विभिन्न हिस्सों में प्रदर्शन के दौरान द्रमुक के कार्यकर्ता गिरफ्तार किए गए. जबरदस्त गुटबाजी की शिकार अन्नाद्रमुक के लिए मुश्किलें तब बढ़ गईं जब ओ पनीरसेल्वम के नेतृत्व वाले बागी धड़े से जुड़े विधायक एसएस सर्वणन ने टीवी के एक स्टिंग ऑपरेशन में 18 फरवरी को सत्तारूढ़ पार्टी विधायकों की खरीद फरोख्त का दावा किया. मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी ने विश्वासमत हासिल किया था. सर्वणन ने कल कहा था कि टीवी चैनल द्वारा प्रसारित वीडियो फुटेज में वही थे लेकिन आवाज उनकी नहीं थी. विधानसभा में अध्यक्ष पी धनपाल ने कहा कि मुद्दा अदालत में विचाराधीन है, क्योंकि पलानीस्वामी के पक्ष में गए विश्वासमत को चुनौती देने वाली द्रमुक की याचिका मद्रास उच्च न्यायालय में लंबित है. इसके बावूजद द्रमुक सदस्य सदन में खड़े रहे और मुद्दे पर चर्चा की अपनी मांग पर अड़े रहे और नारेबाजी करते रहे. इस पर अध्यक्ष ने द्रमुक के सभी सदस्यों को बाहर करने का आदेश दिया. राज्य में 234 सदस्यीय विधानसभा में द्रमुक के 88 विधायक हैं. इससे पहले तीन सप्ताह तक चलने वाले विधानसभा सत्र का हंगामेदार आगाज हुआ. द्रमुक ने कथित खरीद-फरोख्त के मुद्दे को उठाने की अनुमति मांगी. द्रमुक विधायक नारेबाजी करते हुए एकत्र हुए और उनमें से कुछ नकदी नोट, अखबारों की कतरनें लहरा रहे थे. बाहर किए जाने के बाद स्टालिन और द्रमुक के अन्य विधायकों ने विधानसभा परिसर के भीतर ही स्थित राज्य सचिवालय की तरफ जाने वाली सड़क को अवरुद्ध कर दिया. पुलिस ने उन सबको हिरासत में ले लिया .टिप्पणियां पुलिस द्वारा रिहा किए जाने के बाद उन्होंने संवाददाताओं से कहा, 'हम कल विधानसभा जाएंगे और फिर से मुद्दा उठाएंगे. सरकार से समुचित स्पष्टीकरण की मांग को लेकर हम आवाज उठाने के अपने वैध अधिकार को उठाते रहेंगे.'(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) स्टालिन कथित खरीद फरोख्त मुद्दे पर अन्नाद्रमुक सरकार को बर्खास्त करने की मांग कर रहे थे . उधर, स्टालिन और अन्य विधायकों को बाहर करने के खिलाफ राज्य के विभिन्न हिस्सों में प्रदर्शन के दौरान द्रमुक के कार्यकर्ता गिरफ्तार किए गए. जबरदस्त गुटबाजी की शिकार अन्नाद्रमुक के लिए मुश्किलें तब बढ़ गईं जब ओ पनीरसेल्वम के नेतृत्व वाले बागी धड़े से जुड़े विधायक एसएस सर्वणन ने टीवी के एक स्टिंग ऑपरेशन में 18 फरवरी को सत्तारूढ़ पार्टी विधायकों की खरीद फरोख्त का दावा किया. मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी ने विश्वासमत हासिल किया था. सर्वणन ने कल कहा था कि टीवी चैनल द्वारा प्रसारित वीडियो फुटेज में वही थे लेकिन आवाज उनकी नहीं थी. विधानसभा में अध्यक्ष पी धनपाल ने कहा कि मुद्दा अदालत में विचाराधीन है, क्योंकि पलानीस्वामी के पक्ष में गए विश्वासमत को चुनौती देने वाली द्रमुक की याचिका मद्रास उच्च न्यायालय में लंबित है. इसके बावूजद द्रमुक सदस्य सदन में खड़े रहे और मुद्दे पर चर्चा की अपनी मांग पर अड़े रहे और नारेबाजी करते रहे. इस पर अध्यक्ष ने द्रमुक के सभी सदस्यों को बाहर करने का आदेश दिया. राज्य में 234 सदस्यीय विधानसभा में द्रमुक के 88 विधायक हैं. इससे पहले तीन सप्ताह तक चलने वाले विधानसभा सत्र का हंगामेदार आगाज हुआ. द्रमुक ने कथित खरीद-फरोख्त के मुद्दे को उठाने की अनुमति मांगी. द्रमुक विधायक नारेबाजी करते हुए एकत्र हुए और उनमें से कुछ नकदी नोट, अखबारों की कतरनें लहरा रहे थे. बाहर किए जाने के बाद स्टालिन और द्रमुक के अन्य विधायकों ने विधानसभा परिसर के भीतर ही स्थित राज्य सचिवालय की तरफ जाने वाली सड़क को अवरुद्ध कर दिया. पुलिस ने उन सबको हिरासत में ले लिया .टिप्पणियां पुलिस द्वारा रिहा किए जाने के बाद उन्होंने संवाददाताओं से कहा, 'हम कल विधानसभा जाएंगे और फिर से मुद्दा उठाएंगे. सरकार से समुचित स्पष्टीकरण की मांग को लेकर हम आवाज उठाने के अपने वैध अधिकार को उठाते रहेंगे.'(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) उधर, स्टालिन और अन्य विधायकों को बाहर करने के खिलाफ राज्य के विभिन्न हिस्सों में प्रदर्शन के दौरान द्रमुक के कार्यकर्ता गिरफ्तार किए गए. जबरदस्त गुटबाजी की शिकार अन्नाद्रमुक के लिए मुश्किलें तब बढ़ गईं जब ओ पनीरसेल्वम के नेतृत्व वाले बागी धड़े से जुड़े विधायक एसएस सर्वणन ने टीवी के एक स्टिंग ऑपरेशन में 18 फरवरी को सत्तारूढ़ पार्टी विधायकों की खरीद फरोख्त का दावा किया. मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी ने विश्वासमत हासिल किया था. सर्वणन ने कल कहा था कि टीवी चैनल द्वारा प्रसारित वीडियो फुटेज में वही थे लेकिन आवाज उनकी नहीं थी. विधानसभा में अध्यक्ष पी धनपाल ने कहा कि मुद्दा अदालत में विचाराधीन है, क्योंकि पलानीस्वामी के पक्ष में गए विश्वासमत को चुनौती देने वाली द्रमुक की याचिका मद्रास उच्च न्यायालय में लंबित है. इसके बावूजद द्रमुक सदस्य सदन में खड़े रहे और मुद्दे पर चर्चा की अपनी मांग पर अड़े रहे और नारेबाजी करते रहे. इस पर अध्यक्ष ने द्रमुक के सभी सदस्यों को बाहर करने का आदेश दिया. राज्य में 234 सदस्यीय विधानसभा में द्रमुक के 88 विधायक हैं. इससे पहले तीन सप्ताह तक चलने वाले विधानसभा सत्र का हंगामेदार आगाज हुआ. द्रमुक ने कथित खरीद-फरोख्त के मुद्दे को उठाने की अनुमति मांगी. द्रमुक विधायक नारेबाजी करते हुए एकत्र हुए और उनमें से कुछ नकदी नोट, अखबारों की कतरनें लहरा रहे थे. बाहर किए जाने के बाद स्टालिन और द्रमुक के अन्य विधायकों ने विधानसभा परिसर के भीतर ही स्थित राज्य सचिवालय की तरफ जाने वाली सड़क को अवरुद्ध कर दिया. पुलिस ने उन सबको हिरासत में ले लिया .टिप्पणियां पुलिस द्वारा रिहा किए जाने के बाद उन्होंने संवाददाताओं से कहा, 'हम कल विधानसभा जाएंगे और फिर से मुद्दा उठाएंगे. सरकार से समुचित स्पष्टीकरण की मांग को लेकर हम आवाज उठाने के अपने वैध अधिकार को उठाते रहेंगे.'(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) सर्वणन ने कल कहा था कि टीवी चैनल द्वारा प्रसारित वीडियो फुटेज में वही थे लेकिन आवाज उनकी नहीं थी. विधानसभा में अध्यक्ष पी धनपाल ने कहा कि मुद्दा अदालत में विचाराधीन है, क्योंकि पलानीस्वामी के पक्ष में गए विश्वासमत को चुनौती देने वाली द्रमुक की याचिका मद्रास उच्च न्यायालय में लंबित है. इसके बावूजद द्रमुक सदस्य सदन में खड़े रहे और मुद्दे पर चर्चा की अपनी मांग पर अड़े रहे और नारेबाजी करते रहे. इस पर अध्यक्ष ने द्रमुक के सभी सदस्यों को बाहर करने का आदेश दिया. राज्य में 234 सदस्यीय विधानसभा में द्रमुक के 88 विधायक हैं. इससे पहले तीन सप्ताह तक चलने वाले विधानसभा सत्र का हंगामेदार आगाज हुआ. द्रमुक ने कथित खरीद-फरोख्त के मुद्दे को उठाने की अनुमति मांगी. द्रमुक विधायक नारेबाजी करते हुए एकत्र हुए और उनमें से कुछ नकदी नोट, अखबारों की कतरनें लहरा रहे थे. बाहर किए जाने के बाद स्टालिन और द्रमुक के अन्य विधायकों ने विधानसभा परिसर के भीतर ही स्थित राज्य सचिवालय की तरफ जाने वाली सड़क को अवरुद्ध कर दिया. पुलिस ने उन सबको हिरासत में ले लिया .टिप्पणियां पुलिस द्वारा रिहा किए जाने के बाद उन्होंने संवाददाताओं से कहा, 'हम कल विधानसभा जाएंगे और फिर से मुद्दा उठाएंगे. सरकार से समुचित स्पष्टीकरण की मांग को लेकर हम आवाज उठाने के अपने वैध अधिकार को उठाते रहेंगे.'(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) इसके बावूजद द्रमुक सदस्य सदन में खड़े रहे और मुद्दे पर चर्चा की अपनी मांग पर अड़े रहे और नारेबाजी करते रहे. इस पर अध्यक्ष ने द्रमुक के सभी सदस्यों को बाहर करने का आदेश दिया. राज्य में 234 सदस्यीय विधानसभा में द्रमुक के 88 विधायक हैं. इससे पहले तीन सप्ताह तक चलने वाले विधानसभा सत्र का हंगामेदार आगाज हुआ. द्रमुक ने कथित खरीद-फरोख्त के मुद्दे को उठाने की अनुमति मांगी. द्रमुक विधायक नारेबाजी करते हुए एकत्र हुए और उनमें से कुछ नकदी नोट, अखबारों की कतरनें लहरा रहे थे. बाहर किए जाने के बाद स्टालिन और द्रमुक के अन्य विधायकों ने विधानसभा परिसर के भीतर ही स्थित राज्य सचिवालय की तरफ जाने वाली सड़क को अवरुद्ध कर दिया. पुलिस ने उन सबको हिरासत में ले लिया .टिप्पणियां पुलिस द्वारा रिहा किए जाने के बाद उन्होंने संवाददाताओं से कहा, 'हम कल विधानसभा जाएंगे और फिर से मुद्दा उठाएंगे. सरकार से समुचित स्पष्टीकरण की मांग को लेकर हम आवाज उठाने के अपने वैध अधिकार को उठाते रहेंगे.'(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) द्रमुक विधायक नारेबाजी करते हुए एकत्र हुए और उनमें से कुछ नकदी नोट, अखबारों की कतरनें लहरा रहे थे. बाहर किए जाने के बाद स्टालिन और द्रमुक के अन्य विधायकों ने विधानसभा परिसर के भीतर ही स्थित राज्य सचिवालय की तरफ जाने वाली सड़क को अवरुद्ध कर दिया. पुलिस ने उन सबको हिरासत में ले लिया .टिप्पणियां पुलिस द्वारा रिहा किए जाने के बाद उन्होंने संवाददाताओं से कहा, 'हम कल विधानसभा जाएंगे और फिर से मुद्दा उठाएंगे. सरकार से समुचित स्पष्टीकरण की मांग को लेकर हम आवाज उठाने के अपने वैध अधिकार को उठाते रहेंगे.'(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) पुलिस द्वारा रिहा किए जाने के बाद उन्होंने संवाददाताओं से कहा, 'हम कल विधानसभा जाएंगे और फिर से मुद्दा उठाएंगे. सरकार से समुचित स्पष्टीकरण की मांग को लेकर हम आवाज उठाने के अपने वैध अधिकार को उठाते रहेंगे.'(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
तालिबान के खिलाफ शिथिलता पर पाक की खिंचाई
यूरोपीय संसद ने पाकिस्तानी सेना, खुफिया और अन्य सुरक्षा एजेंसियों में तालिबान के साथ सहानुभूति रखने वालों की घुसपैठ पर चिंता जाहिर की।
यूरोपीय संसद ने तालिबान के खिलाफ शिथिलता बरतने के लिए पाकिस्तान की खिंचाई की है और यूरोपीय आयोग को निर्देश दिया है कि वह आतंकी संगठनों के खिलाफ पाकिस्तान के प्रयासों की गम्भीरता के आधार पर ही उसे वित्तीय सहायता दे। यूरोपीय संसद ने तालिबान द्वारा उत्पन्न खतरों के बारे में पाकिस्तान को फटकार लगाते हुए तथा यूरोपीय संघ की सुरक्षा के लिए आवश्यक उपाय का आह्वान करते हुए शुक्रवार को दो घोषणा पत्र जारी किए। यूरोपीय संसद ने कहा कि पाकिस्तान के आतंकी इलाके यूरोप और दुनिया के लिए एक बड़ा खतरा हैं। यूरोपीय संसद ने यूरोपीय आयोग को निर्देश दिया कि "आतंकी संगठनों के खिलाफ पाकिस्तान सरकार के प्रयासों की गम्भीरता के आधार पर अपने वित्तीय सहयोग के आकार एवं उद्देश्यों का पुनर्मूल्यांकन किया जाए"। यूरोपीय संसद ने पाकिस्तानी सेना, खुफिया और अन्य सुरक्षा एजेंसियों में तालिबान के साथ सहानुभूति रखने वालों की घुसपैठ पर चिंता जाहिर की। यूरोपी संसद ने शुक्रवार को कहा, "तालिबान आतंकी परमाणु हथियारों पर नियंत्रण करने की लगातार कोशिश कर रहे हैं, जो यूरोप व दुनिया के लिए स्पष्ट तौर पर एक खतरा है।" संसद ने क्षेत्र में मौजूदा सुरक्षा हालात के नए सिरे से अध्ययन के लिए वरिष्ठ सुरक्षा विशेषज्ञों की नियुक्ति की भी मांग की।
जनरल वैद्य के हत्यारों के परिजनों का एसजीपीसी ने किया सम्मान
ऑपरेशन ब्लू स्टार के दौरान भारतीय सेना कमांडर इन चीफ रहे जरनल एके वैद्य के हत्यारों सुखदेव सिंह उर्फ सुक्खा और हरदेव सिंह उर्फ जिंदा के घरवालों को एसजीपीसी ने मंगलवार को स्वर्ण मंदिर में सम्मानित किया।
ऑपरेशन ब्लू स्टार के दौरान भारतीय सेना कमांडर इन चीफ रहे जरनल एके वैद्य के हत्यारों सुखदेव सिंह उर्फ सुक्खा और हरदेव सिंह उर्फ जिंदा के घरवालों को एसजीपीसी ने मंगलवार को स्वर्ण मंदिर में सम्मानित किया। जनरल वैद्य के हत्यारों को फांसी दी गई थी और एसजीपीसी सुखा और जिंदा को शहीद मानती है और हर साल स्वर्ण मंदिर में शहीद दिवस मनाती है। ऑपरेशन ब्लू स्टार के दो साल बाद खालिस्तान कमांडो फोर्स के इन दोनों आतंकवादियों ने 10 अगस्त 1986 को जनरल वैद्य की गोली मारकर हत्या कर दी थी।   वहीं, इस पर ऑपरेशन ब्लू स्टार का नेतृत्व करने वाले लेफ्टिनेंट जनरल केएस ब्रार ने कहा है कि ये दुर्भाग्यपूर्ण है। जनरल वैद्य शहीद हैं। एसजीपीसी को जनरल वैद्य को सम्मानित करना चाहिए। अकाली इस मुद्दे पर चुप हैं और वह देश विरोधी लोगों को बढ़ावा दे रहे हैं। अकाली ज़ख्मों पर मरहम नहीं लगाना चाहते हैं। वहीं, गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे का कहना है कि ऐसा कोई भी सम्मान देने से पहले सोचना चाहिए। जनरल वैद्य के हत्यारों को फांसी दी गई थी और एसजीपीसी सुखा और जिंदा को शहीद मानती है और हर साल स्वर्ण मंदिर में शहीद दिवस मनाती है। ऑपरेशन ब्लू स्टार के दो साल बाद खालिस्तान कमांडो फोर्स के इन दोनों आतंकवादियों ने 10 अगस्त 1986 को जनरल वैद्य की गोली मारकर हत्या कर दी थी।   वहीं, इस पर ऑपरेशन ब्लू स्टार का नेतृत्व करने वाले लेफ्टिनेंट जनरल केएस ब्रार ने कहा है कि ये दुर्भाग्यपूर्ण है। जनरल वैद्य शहीद हैं। एसजीपीसी को जनरल वैद्य को सम्मानित करना चाहिए। अकाली इस मुद्दे पर चुप हैं और वह देश विरोधी लोगों को बढ़ावा दे रहे हैं। अकाली ज़ख्मों पर मरहम नहीं लगाना चाहते हैं। वहीं, गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे का कहना है कि ऐसा कोई भी सम्मान देने से पहले सोचना चाहिए।
सेंसेक्स 114 अंक की बढ़त के साथ खुला
रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति से पहले फंडों और छोटे निवेशकों की लिवाली से बांबे स्टाक एक्सचेंज का सेंसेक्स 114 अंक की बढ़त के साथ खुला।
रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति से पहले फंडों और छोटे निवेशकों की लिवाली से बांबे स्टाक एक्सचेंज का सेंसेक्स 114 अंक की बढ़त के साथ खुला। तीस शेयरों वाला सेंसेक्स 114.48 अंक मजबूत होकर 17,053.76 अंक पर खुला। कल यह 153.64 अंक की बढ़त लेकर बंद हुआ था। इसी तरह, नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी भी 18.75 अंक मजबूत होकर 5,117. 10 अंक पर खुला।
भारत अपनी धरती पर कठिन प्रतिद्वंद्वी : मिसबाह-उल-हक
इंग्लैंड ने भले ही मुंबई टेस्ट में भारत को हरा दिया हो, लेकिन पाकिस्तानी कप्तान मिसबाह-उल-हक ने कहा कि भारत को उसकी धरती पर हराना कठिन है।
इंग्लैंड ने भले ही मुंबई टेस्ट में भारत को हरा दिया हो, लेकिन पाकिस्तानी कप्तान मिसबाह-उल-हक ने कहा कि भारत को उसकी धरती पर हराना कठिन है। मिसबाह ने लाहौर में चल रही राष्ट्रीय टी-20 चैम्पियनशिप के दौरान पत्रकारों से कहा, भले ही इंग्लैंड ने हाल ही में भारत को टेस्ट मैच में हराया हो, लेकिन घरेलू हालात में भारत को हराना कठिन है। उन्होंने कहा, इंग्लैंड को बाकी मैचों में जीत की लय कायम रखने के लिए काफी मेहनत करनी होगी, क्योंकि भारत मजबूती से वापसी करेगा। मिसबाह ने लाहौर में चल रही राष्ट्रीय टी-20 चैम्पियनशिप के दौरान पत्रकारों से कहा, भले ही इंग्लैंड ने हाल ही में भारत को टेस्ट मैच में हराया हो, लेकिन घरेलू हालात में भारत को हराना कठिन है। उन्होंने कहा, इंग्लैंड को बाकी मैचों में जीत की लय कायम रखने के लिए काफी मेहनत करनी होगी, क्योंकि भारत मजबूती से वापसी करेगा।
न्‍यूजीलैंड ग्रांप्री बैडमिंटन : एचएस प्रणय और पारूपल्‍ली कश्‍यप ने जीत दर्ज की
अजय जयराम को पहले दौर में चिया हुंग लू से मिली हार प्रणय और कश्‍यप ने इंडोनेशिया के खिलाड़ि‍यों को हराया सिरिल वर्मा, सौरभ वर्मा और प्रतुल जोशी ने भी जीत दर्ज की
टिप्पणियां सिरिल का सामना इंडोनेशिया के सपुत्रा विकी एंगा से होगा. भारत के सिद्धार्थ ठाकुर, सचिन रावत, अरूण कुमार, अशोक कुमार हारकर बाहर हो गए. महिला एकल में संयोगिता घोरपड़े को न्यूजीलैंड की शि योंगशी ने 21-11 , 22-24, 23-21 से हार गईं.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) सिरिल का सामना इंडोनेशिया के सपुत्रा विकी एंगा से होगा. भारत के सिद्धार्थ ठाकुर, सचिन रावत, अरूण कुमार, अशोक कुमार हारकर बाहर हो गए. महिला एकल में संयोगिता घोरपड़े को न्यूजीलैंड की शि योंगशी ने 21-11 , 22-24, 23-21 से हार गईं.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
PICS: महेश बाबू की आगामी फिल्म को परिणीति ने कहा- टाटा, इस एक्ट्रेस को मिली जगह
फिल्म का नाम अभी तय नहीं है फिल्म छोड़ने का कारण अभी पता नहीं फिल्म की शूटिंग मुख्य रूप से मुंबई में होगी
अभिनेत्री राकुल प्रीत सिंह कथित तौर पर महेश बाबू की आगामी तमिल-तेलुगू द्विभाषी फिल्म में अभिनेत्री परिणीति चोपड़ा की जगह नजर आएंगी। फिल्म का नाम अभी तय नहीं है। फिल्म की यूनिट से जुड़े एक सूत्र ने बताया कि परिणीति ने फिल्म छोड़ दी है। इसका सही कारण अभी पता नहीं है।   निर्माताओं ने उनकी जगह राकुल को लिया है। वह पहले ही टेस्ट शूट कर चुकी हैं। वर्तमान में बातचीत चल रही है। ए.आर.मुरुगदोस द्वारा निर्देशित फिल्म की शूटिंग अगस्त से शुरू होगी। फिल्म का संगीत हैरिस जयराज ने दिया है और इसका कैमरा टैगोर मधु संभालेंगे। फिल्म की शूटिंग मुख्य रूप से मुंबई में होगी। कथित तौर फिल्म का बजट 90 करोड़ है।   वैसे तो राकुल साउथ की लोकप्रिय अभिनेत्रियों में से एक हैं। इन्होंने 2009 में आई एक कन्नड़ फिल्म 'गिल्ली' से अपने अभिनय करियर की शुरुआत की थी। राकुल बॉलीवुड में भी बतौर एक्ट्रेस काम कर चुकी हैं। इनकी पहली हिंदी फिल्म 2014 में आई 'यारियां' थी और 2016 में आने वाली फिल्म 'शिमला मिर्च' में नजर आएंगी।   (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
राजेश खन्ना की वजह से आडवाणी को जाना पड़ा था गांधीनगर, पढ़ें 1991 की दिलचस्प चुनावी जंग
राजेश खन्ना की वजह से आडवाणी को जाना पड़ा था गांधीनगर राजेश खन्ना की लोकप्रियता आडवाणी पर पड़ी थी भारी राजेश खन्ना और आडवाणी में हुई थी जबरदस्त टक्कर
भारतीय राजनीति में 90 के दशक में लालकृष्ण आडवाणी (Lal Krishna Advani) का डंका बजता था. नई दिल्ली सीट पर साल 1991 के लोकसभा चुनाव में राजेश खन्ना (Rajesh Khanna) और लालकृष्ण आडवाणी (Lal Krishna Advani) के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिली थी. इस चुनाव में लालकृष्ण आडवाणी ने बाजी तो मार ली, लेकिन वो राजेश खन्ना की लोकप्रियता से टक्कर नहीं ले सके. इस सीट पर आडवाणी ने बेहद ही कम मार्जन से जीत हासिल की थी. नई दिल्ली सीट पर  लालकृष्ण आडवाणी (Lal Krishna Advani) को 93,662 मिले थे, जबकि हिंदी फिल्मों के सुपरस्टार राजेश खन्ना (Rajesh Khanna) को  92,073 मिले थे. वोटों के अंतर को देख कहा जा सकता है कि दोनों की हार-जीत में कोई बहुत बड़ा अंतर नहीं था. राजनीति में कोई तजुर्बा ना होने के बावजूद भी  राजेश खन्ना (Rajesh Khanna) ने जिस तरह का प्रदर्शन किया उससे उन्होंने अपनी लोकप्रियता का सिक्का जमा दिया था. चुनाव में कड़ी टक्कर मिलने के बावजूद भी आडवाणी ने कभी राजेश खन्ना से द्वेष नहीं रखा. आडवाणी ने उस दौरान अपने और राजेश खन्ना के राजनीतिक संबंधों पर तो कभी बयान नहीं दिया, लेकिन यह जरूर कहते रहे कि राजेश खन्ना बहुत अच्छे इंसान थे और उनकी हमेशा याद आएगी. लालकृष्ण आडवाणी (Lal Krishna Advani) ने साल 1992 में इस सीट से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद फिर इस सीट पर उपचुनाव हुआ. कांग्रेस पार्टी ने एक बार फिर इस सीट से राजेश खन्ना (Rajesh Khanna)को प्रत्याशी बनाया, जबकि बीजेपी ने उनकी लोकप्रियता को टक्कर देने के लिए बॉलीवुड अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा (Shatrughan Sinha) को मैदान में उतारा था. लेकिन इस बार राजेश खन्ना ने भारी मतों के अंतर से शत्रुघ्न सिन्हा (Shatrughan Sinha) को पटखनी दे दी थी. राजेश खन्ना ने कुल 101625 मत हासिल कर 28,256 मतों के अंतर से उन्हें हराया था. राजेश खन्ना इसके बाद 1992-96 तक लोकसभा सदस्य रहे.
मैंने यह राष्ट्रपति चुनाव आत्मविश्वास, आस्था और विश्वास के साथ लड़ा : मीरा कुमार
मीरा कुमार ने कहा कि उन्होंने आत्मविश्वास के साथ चुनाव लड़ा 25 जुलाई को नए राष्ट्रपति शपथ लेंगे मुखर्जी का कार्यकाल 25 जुलाई को समाप्त हो रहा है
यह बात उन्होंने तब कही जब वह 17 जुलाई को हुए राष्ट्रपति चुनाव की मतगणना संसद में शुरू होने के बाद संवाददाताओं के सवालों के जवाब दे रही थीं. अंतिम परिणाम शाम 5 बजे तक आ जाएंगे जिसके बाद राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के त्तराधिकारी की घोषणा होगी. मुखर्जी का कार्यकाल 25 जुलाई को समाप्त हो रहा है. 25 जुलाई को नए राष्ट्रपति शपथ लेंगे. मुखर्जी का कार्यकाल 25 जुलाई को समाप्त हो रहा है. 25 जुलाई को नए राष्ट्रपति शपथ लेंगे.
लोकपाल पर सिफारिश के लिए समय सीमा नहीं : सिंघवी
सिंघवी के मुताबिक सात सितम्बर की बैठक में समय सीमा से सम्बंधित मुद्दे पर चर्चा की जाएगी और इसे आम राय से तय किया जाएगा।
कानून और न्याय सम्बंधी संसद की स्थायी समिति के अध्यक्ष अभिषेक मनु सिंघवी ने सोमवार को एक बार फिर संसद के मानसून सत्र से पहले लोकपाल विधेयक पर सिफारिश सौंपने की बात दोहराई, लेकिन साथ ही यह भी कहा कि इसके लिए समय सीमा नहीं बताई जा सकती है। सिंघवी ने कहा, "सिफारिश के लिए समय सीमा तय नहीं की जा सकती है। आम तौर पर इस तरह समिति को दो से तीन विस्तार लेना होता है, जिसका मतलब नौ से 12 महीने होता है।" सिंघवी के मुताबिक सात सितम्बर की बैठक में समय सीमा से सम्बंधित मुद्दे पर चर्चा की जाएगी और इसे आम राय से तय किया जाएगा। उन्होंने हाल में कहा था कि समिति तीन महीने में अपनी सिफारिश दे देगी, जिसके बाद इस पर संसद में बहस होगी।
फ्रेंच ओपन : नडाल, शारापोवा पहुंचे सेमीफाइनल में
स्पेन के राफेल नडाल ने हमवतन निकोलस अलमार्गो को फ्रेंच ओपन के पुरुषों के एकल स्पर्धा के क्वार्टर फाइनल मुकाबले में पराजित कर सेमीफाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली है।
स्पेन के राफेल नडाल ने हमवतन खिलाड़ी निकोलस अलमार्गो को फ्रेंच ओपन प्रतियोगिता के पुरुषों के एकल स्पर्धा के क्वार्टर फाइनल मुकाबले में पराजित कर सेमीफाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली है वहीं महिलाओं के एकल स्पर्धा में रूस की मारिया शरापोवा ने एस्टोनिया की केया कानेपी को और चेक गणराज्य की पेट्रा क्वि तोवा ने कजाकिस्तान की यारोस्लावा श्वेदोवा को पराजित कर सेमीफाइनल में जगह बना ली है। फ्रेंच ओपन का खिताब सातवीं बार जीतने का प्रयास कर रहे विश्व के नम्बर दो खिलाड़ी नडाल ने क्वोर्टर फाइनल मुकाबले में अलमार्गो को 7-6 (7-4), 6-2, 6-3 से पराजित किया। पहला सेट ट्राइब्रेकर रहा जिसे नडाल जितने में सफल रहे। उसके बाद उन्होंने आसानी से अलमार्गो को पराजित किया। महिलाओं की एकल स्पर्धा में शारापोवा ने कानेपी को आसानी से सीधे सेटों में 6-2, 6-3 से पराजित किया और सेमीफाइनल में जगह बनाई। वह इस प्रतियोगिता में तीसरी बार सेमीफाइनल में जगह बनाने में कामयाब हुई है। दूसरे क्वोर्टर फाइनल मुकाबले में क्वि तोवा ने श्वेदोवा को 3-6, 6-2, 6-4 से पराजित किया। पहला सेट हारने के बाद क्वि तोवा ने शानदार वापसी की और फिर उन्होंने लगातार सेटों में श्वेदोवा को पराजित कर सेमीफाइनल का टिकट पक्का किया।टिप्पणियां सेमीफाइल में क्वि तोवा और शरापोवा आमने-सामने होंगी। पुरुषों के युगल मुकाबले में ब्रायन बंधुओं ने जीत दर्ज कर सेमीफाइनल में जगह बनाई तो दूसरे मुकाबले में पाकिस्तान के ऐसाम उल हक कुरैशी ने नीदरलैंड के अपने जोड़ीदार ज्यां जुलियन रोजर के साथ मिलकर माइकल लोड्रा और हरासिओ जेबालोस की जोड़ी को 6-1, 4-6, 6-4 से पराजित किया। फ्रेंच ओपन का खिताब सातवीं बार जीतने का प्रयास कर रहे विश्व के नम्बर दो खिलाड़ी नडाल ने क्वोर्टर फाइनल मुकाबले में अलमार्गो को 7-6 (7-4), 6-2, 6-3 से पराजित किया। पहला सेट ट्राइब्रेकर रहा जिसे नडाल जितने में सफल रहे। उसके बाद उन्होंने आसानी से अलमार्गो को पराजित किया। महिलाओं की एकल स्पर्धा में शारापोवा ने कानेपी को आसानी से सीधे सेटों में 6-2, 6-3 से पराजित किया और सेमीफाइनल में जगह बनाई। वह इस प्रतियोगिता में तीसरी बार सेमीफाइनल में जगह बनाने में कामयाब हुई है। दूसरे क्वोर्टर फाइनल मुकाबले में क्वि तोवा ने श्वेदोवा को 3-6, 6-2, 6-4 से पराजित किया। पहला सेट हारने के बाद क्वि तोवा ने शानदार वापसी की और फिर उन्होंने लगातार सेटों में श्वेदोवा को पराजित कर सेमीफाइनल का टिकट पक्का किया।टिप्पणियां सेमीफाइल में क्वि तोवा और शरापोवा आमने-सामने होंगी। पुरुषों के युगल मुकाबले में ब्रायन बंधुओं ने जीत दर्ज कर सेमीफाइनल में जगह बनाई तो दूसरे मुकाबले में पाकिस्तान के ऐसाम उल हक कुरैशी ने नीदरलैंड के अपने जोड़ीदार ज्यां जुलियन रोजर के साथ मिलकर माइकल लोड्रा और हरासिओ जेबालोस की जोड़ी को 6-1, 4-6, 6-4 से पराजित किया। महिलाओं की एकल स्पर्धा में शारापोवा ने कानेपी को आसानी से सीधे सेटों में 6-2, 6-3 से पराजित किया और सेमीफाइनल में जगह बनाई। वह इस प्रतियोगिता में तीसरी बार सेमीफाइनल में जगह बनाने में कामयाब हुई है। दूसरे क्वोर्टर फाइनल मुकाबले में क्वि तोवा ने श्वेदोवा को 3-6, 6-2, 6-4 से पराजित किया। पहला सेट हारने के बाद क्वि तोवा ने शानदार वापसी की और फिर उन्होंने लगातार सेटों में श्वेदोवा को पराजित कर सेमीफाइनल का टिकट पक्का किया।टिप्पणियां सेमीफाइल में क्वि तोवा और शरापोवा आमने-सामने होंगी। पुरुषों के युगल मुकाबले में ब्रायन बंधुओं ने जीत दर्ज कर सेमीफाइनल में जगह बनाई तो दूसरे मुकाबले में पाकिस्तान के ऐसाम उल हक कुरैशी ने नीदरलैंड के अपने जोड़ीदार ज्यां जुलियन रोजर के साथ मिलकर माइकल लोड्रा और हरासिओ जेबालोस की जोड़ी को 6-1, 4-6, 6-4 से पराजित किया। दूसरे क्वोर्टर फाइनल मुकाबले में क्वि तोवा ने श्वेदोवा को 3-6, 6-2, 6-4 से पराजित किया। पहला सेट हारने के बाद क्वि तोवा ने शानदार वापसी की और फिर उन्होंने लगातार सेटों में श्वेदोवा को पराजित कर सेमीफाइनल का टिकट पक्का किया।टिप्पणियां सेमीफाइल में क्वि तोवा और शरापोवा आमने-सामने होंगी। पुरुषों के युगल मुकाबले में ब्रायन बंधुओं ने जीत दर्ज कर सेमीफाइनल में जगह बनाई तो दूसरे मुकाबले में पाकिस्तान के ऐसाम उल हक कुरैशी ने नीदरलैंड के अपने जोड़ीदार ज्यां जुलियन रोजर के साथ मिलकर माइकल लोड्रा और हरासिओ जेबालोस की जोड़ी को 6-1, 4-6, 6-4 से पराजित किया। सेमीफाइल में क्वि तोवा और शरापोवा आमने-सामने होंगी। पुरुषों के युगल मुकाबले में ब्रायन बंधुओं ने जीत दर्ज कर सेमीफाइनल में जगह बनाई तो दूसरे मुकाबले में पाकिस्तान के ऐसाम उल हक कुरैशी ने नीदरलैंड के अपने जोड़ीदार ज्यां जुलियन रोजर के साथ मिलकर माइकल लोड्रा और हरासिओ जेबालोस की जोड़ी को 6-1, 4-6, 6-4 से पराजित किया। पुरुषों के युगल मुकाबले में ब्रायन बंधुओं ने जीत दर्ज कर सेमीफाइनल में जगह बनाई तो दूसरे मुकाबले में पाकिस्तान के ऐसाम उल हक कुरैशी ने नीदरलैंड के अपने जोड़ीदार ज्यां जुलियन रोजर के साथ मिलकर माइकल लोड्रा और हरासिओ जेबालोस की जोड़ी को 6-1, 4-6, 6-4 से पराजित किया।
चचेरे भाई ने किया 3 साल की बहन का रेप, मामला दर्ज
चचेरे भाई ने किया 3 साल की बहन का रेप, मामला दर्ज पीड़ित बच्ची का मेडिकल परीक्षण कराया गया आरोपी की तलाश की जा रही है
बागपत के छपरौली थाना क्षेत्र में एक युवक के खिलाफ तीन साल की चचेरी बहन के साथ बलात्कार करने का मामला दर्ज किया गया है. पुलिस ने पीड़ित बच्ची का मेडिकल परीक्षण करा लिया है. मामला दर्ज कर आरोपी की तलाश की जा रही है. बागपत के पुलिस अधीक्षक प्रताप गोपेन्द्र यादव ने शनिवार को पीटीआई-भाषा को बताया कि घटना शुक्रवार दोपहर की है. घटना के समय बच्ची अपने ताऊ के निर्माणाधीन मकान के बाहर अन्य बच्चों के साथ खेल रही थी. तभी उसका चचेरा भाई वहां पहुंचा और उसे साथ लेकर चला गया. करीब तीन घंटे बाद वह बच्ची को वापस छोड़ गया. पीएम मोदी को मिले 2700 से ज्यादा गिफ्टों की आज से शुरू होगी नीलामी बच्ची की हालत खराब देखकर परिजन उसे डॉक्टर के पास लेकर गए, जहां उन्हें उसके साथ हुए बलात्कार का पता चला. देर रात परिजनों की तहरीर पर पुलिस ने राहुल के खिलाफ पॉक्सो कानून और भारतीय दंड संहिता की धारा 376 में मामला दर्ज कर लिया है. पुलिस ने बताया कि आरोपी घटना के बाद से ही फरार है. उसकी तलाश जारी है.
भारतीय शेयर बाजार का पूंजीकरण फिर 60 लाख करोड़ रुपये पर
शेयर बाजारों में शुक्रवार को लगातार दूसरे दिन तेजी के रुख के बीच सभी सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण एक बार फिर 60 लाख करोड़ रुपये के आंकड़े को पार कर गया।
शेयर बाजारों में शुक्रवार को लगातार दूसरे दिन तेजी के रुख के बीच सभी सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण एक बार फिर 60 लाख करोड़ रुपये के आंकड़े को पार कर गया।टिप्पणियां हालांकि, डॉलर मूल्य में बाजार पूंजीकरण अब भी 1,000 अरब डॉलर के आंकड़े से कम पर यानी 954 अरब डालर (60,33,296.62 करोड़ रुपये) पर बना हुआ है। पिछले दो सत्रों में बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 600 से अधिक अंक चढ़ा है। 30 शेयरों वाला सेंसेक्स शुक्रवार को 206.50 अंक की बढ़त के साथ 18,519.44 अंक पर पहुंच गया। गुरुवार को सेंसेक्स 407 अंक चढ़ा था। हालांकि, डॉलर मूल्य में बाजार पूंजीकरण अब भी 1,000 अरब डॉलर के आंकड़े से कम पर यानी 954 अरब डालर (60,33,296.62 करोड़ रुपये) पर बना हुआ है। पिछले दो सत्रों में बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 600 से अधिक अंक चढ़ा है। 30 शेयरों वाला सेंसेक्स शुक्रवार को 206.50 अंक की बढ़त के साथ 18,519.44 अंक पर पहुंच गया। गुरुवार को सेंसेक्स 407 अंक चढ़ा था। पिछले दो सत्रों में बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 600 से अधिक अंक चढ़ा है। 30 शेयरों वाला सेंसेक्स शुक्रवार को 206.50 अंक की बढ़त के साथ 18,519.44 अंक पर पहुंच गया। गुरुवार को सेंसेक्स 407 अंक चढ़ा था।
#MeToo से बॉलीवुड में हड़कंप मचाने वाली तनुश्री दत्ता के लिए खुशखबरी, मिला ये बड़ा ऑफर
तनुश्री दत्ता को मिली खुशखबरी उन्हें हार्वर्ड बिजनेस स्कूल द्वारा आमंत्रित किया गया है तनुश्री दत्ता ने मीटू से बॉलीवुड में हड़कंप मचा दिया था
बॉलीवुड एक्ट्रेस व पूर्व मिस इंडिया तनुश्री दत्ता (Tanushree Dutta), जो भारत में हैशटैगमीटू (#MeToo) मूवमेंट की अगुआ बनीं, उन्हें मैसाचुसेट्स के बोस्टन में हार्वर्ड बिजनेस स्कूल द्वारा इसके एक फ्लैगशिप कार्यक्रम में बोलने के लिए आमंत्रित किया गया है. तनुश्री (Tanushree Dutta) ने इंस्टाग्राम पर लिखा, "मैसाचुसेट्स के बोस्टन में हार्वर्ड बिजनेस स्कूल में बोलने के लिए आमंत्रित किया गया है. 16 फरवरी को इंडिया कॉन्फ्रेंस 2019..हार्वर्ड बिजनेस स्कूल और हार्वर्ड केनेडी स्कूल के स्नातक छात्रों द्वारा आयोजित एक फ्लैगशिप कार्यक्रम."    A post shared by Tanushree Dutta (@iamtanushreeduttaofficial) on Feb 8, 2019 at 2:10pm PST   तनुश्री (Tanushree Dutta) नाना पाटेकर (Nana Patekar) पर लगाए अपने पुराने आरोप पर अक्टूबर 2018 में एक बार फिर खुलकर बोलने के बाद काफी चर्चा में आ गईं. उन्होंने फिल्म 'हॉर्न ओके प्लीज' की शूटिंग के दौरान अभिनेता नाना पाटेकर पर उनके साथ छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया. तनुश्री (Tanushree Dutta) के इस बारे में खुलकर बोलने के बाद भारत में हैशटैगमीटू मूवमेंट की लहर चल पड़ी और फिर कई महिलाओं ने अपने साथ हुए यौन उत्पीड़न की दास्तां बयां की.
राजा ने लाई डिटेक्टर टेस्ट के लिए सहमति नहीं दी : जांच अधिकारी
पूर्व दूरसंचार मंत्री ए राजा ने लाई डिटेक्टर टेस्ट कराने से इनकार कर दिया है। यह जानकारी टू-जी स्पेक्ट्रम मामले की जांच दल के सदस्य रहे सीबीआई अधिकारी ने बुधवार को दिल्ली की विशेष अदालत को दी।
पूर्व दूरसंचार मंत्री ए राजा ने लाई डिटेक्टर टेस्ट कराने से इनकार कर दिया है। यह जानकारी टू-जी स्पेक्ट्रम मामले की जांच दल के सदस्य रहे सीबीआई अधिकारी ने बुधवार को दिल्ली की विशेष अदालत को दी। सीबीआई के पुलिस उपाधीक्षक राजेश चहल ने अदालत को यह बात तब बताई जब अभियोजक ने उन्हें 9 फरवरी 2011 का एक ज्ञापन दिखाया जो अभियोजन के गवाह के तौर पर रिकॉर्ड किया गया था। चहल ने सीबीआई के विशेष न्यायाधीश ओपी सैनी से कहा, ‘‘मुझे 9 फरवरी 2011 का ज्ञापन दिखाया गया था जिसे मैंने ही तैयार किया था। इसमें एक जगह मेरा दस्तखत है, आरोपी ए राजा का लाई डिटेक्टर जांच करने की सहमति लेने के लिए ज्ञापन मैंने ही तैयार किया था जिससे उन्होंने इनकार कर दिया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इस ज्ञापन में दूसरी जगह ए राजा का दस्तखत है जिन्होंने मेरे समक्ष हस्ताक्षर किए थे।’’ इस मामले में मुकदमे का सामना कर रहे राजा को सीबीआई ने 2 फरवरी 2011 को गिरफ्तार किया था और वह 17 फरवरी 2011 तक सीबीआई की हिरासत में रहे। राजा को पिछले वर्ष 15 मई को अदालत ने जमानत दे दी थी। मामले में प्रथम जांच अधिकारी रहे चहल ने अदालत से कहा कि उन्हें निर्देश दिया गया था कि अक्तूबर 2010 के बाद वह मामले के मुख्य जांचकर्ता विवेक प्रियदर्शी का सहयोग करें। चहल ने कहा, ‘‘विवेक प्रियदर्शी के समय-समय पर दिए गए निर्देशों के मुताबिक मैंने गवाहों के बयान रिकॉर्ड किए और जब्ती ज्ञापन के माध्यम से दस्तावेज इकट्ठा किए और कई बार कवरिंग पत्र के माध्यम से दस्तावेज इकट्ठे किए गए।’’ चहल का बयान कल भी दर्ज होगा। चहल ने अदालत को बताया कि मामले में जांच के दौरान उन्होंने इस मामले में आरोपी स्वान टेलीकॉम के प्रोमोटर शाहिद उस्मान बलवा से कुछ दस्तावेज जब्त किए थे। 28 मार्च 2011 का एक पत्र दिखाए जाने पर चहल ने कहा कि इसे दूरसंचार विभाग के एक अधिकारी ने लिखा था और इसके माध्यम से उन्हें 2008 में हस्ताक्षरित सभी नए यूनीफाईड एक्सेस सर्विस लाइसेंस की प्रमाणित वास्तविक प्रतियां प्राप्त हुई थीं और कंपनियों के मूल आवेदन प्राप्त हुए थे जिन्हें उस वर्ष लाइसेंस दिए गए थे। बयान दर्ज कराने के दौरान उन्हें विभिन्न दस्तावेज भी दिखाए गए। द्रमुक सांसद कनिमोझी सहित राजा और अन्य इस मामले में मुकदमे का सामना कर रहे हैं।टिप्पणियां राजा और कनिमोझी के अलावा पूर्व दूरसंचार सचिव सिद्धार्थ बेहुरा, राजा के पूर्व निजी सचिव आरके चंदोलिया, स्वान टेलीकाम के प्रोमोटर शाहिद उस्मान बलवा और विनोद गोयनका, यूनिटेक लिमिटेड के एमडी संजय चंद्रा, रिलायंस अनिल धीरूभाई अंबानी समूह के तीन शीर्ष कार्यकारी गौतम दोषी, सुरेन्द्र पीपारा और हरी नायर पर भी इस मामले में मुकदमा चल रहा है। मामले में कुसेगांव फ्रूट्स एंड वेजीटेबल्स प्राईवेट लिमिटेड के निदेशक आसिफ बलवा और राजीव अग्रवाल, कलैगनार टीवी के निदेशक शरद कुमार और बॉलीवुड के प्रोड्यूसर करीम मोरानी भी आरोपी हैं। सीबीआई के पुलिस उपाधीक्षक राजेश चहल ने अदालत को यह बात तब बताई जब अभियोजक ने उन्हें 9 फरवरी 2011 का एक ज्ञापन दिखाया जो अभियोजन के गवाह के तौर पर रिकॉर्ड किया गया था। चहल ने सीबीआई के विशेष न्यायाधीश ओपी सैनी से कहा, ‘‘मुझे 9 फरवरी 2011 का ज्ञापन दिखाया गया था जिसे मैंने ही तैयार किया था। इसमें एक जगह मेरा दस्तखत है, आरोपी ए राजा का लाई डिटेक्टर जांच करने की सहमति लेने के लिए ज्ञापन मैंने ही तैयार किया था जिससे उन्होंने इनकार कर दिया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इस ज्ञापन में दूसरी जगह ए राजा का दस्तखत है जिन्होंने मेरे समक्ष हस्ताक्षर किए थे।’’ इस मामले में मुकदमे का सामना कर रहे राजा को सीबीआई ने 2 फरवरी 2011 को गिरफ्तार किया था और वह 17 फरवरी 2011 तक सीबीआई की हिरासत में रहे। राजा को पिछले वर्ष 15 मई को अदालत ने जमानत दे दी थी। मामले में प्रथम जांच अधिकारी रहे चहल ने अदालत से कहा कि उन्हें निर्देश दिया गया था कि अक्तूबर 2010 के बाद वह मामले के मुख्य जांचकर्ता विवेक प्रियदर्शी का सहयोग करें। चहल ने कहा, ‘‘विवेक प्रियदर्शी के समय-समय पर दिए गए निर्देशों के मुताबिक मैंने गवाहों के बयान रिकॉर्ड किए और जब्ती ज्ञापन के माध्यम से दस्तावेज इकट्ठा किए और कई बार कवरिंग पत्र के माध्यम से दस्तावेज इकट्ठे किए गए।’’ चहल का बयान कल भी दर्ज होगा। चहल ने अदालत को बताया कि मामले में जांच के दौरान उन्होंने इस मामले में आरोपी स्वान टेलीकॉम के प्रोमोटर शाहिद उस्मान बलवा से कुछ दस्तावेज जब्त किए थे। 28 मार्च 2011 का एक पत्र दिखाए जाने पर चहल ने कहा कि इसे दूरसंचार विभाग के एक अधिकारी ने लिखा था और इसके माध्यम से उन्हें 2008 में हस्ताक्षरित सभी नए यूनीफाईड एक्सेस सर्विस लाइसेंस की प्रमाणित वास्तविक प्रतियां प्राप्त हुई थीं और कंपनियों के मूल आवेदन प्राप्त हुए थे जिन्हें उस वर्ष लाइसेंस दिए गए थे। बयान दर्ज कराने के दौरान उन्हें विभिन्न दस्तावेज भी दिखाए गए। द्रमुक सांसद कनिमोझी सहित राजा और अन्य इस मामले में मुकदमे का सामना कर रहे हैं।टिप्पणियां राजा और कनिमोझी के अलावा पूर्व दूरसंचार सचिव सिद्धार्थ बेहुरा, राजा के पूर्व निजी सचिव आरके चंदोलिया, स्वान टेलीकाम के प्रोमोटर शाहिद उस्मान बलवा और विनोद गोयनका, यूनिटेक लिमिटेड के एमडी संजय चंद्रा, रिलायंस अनिल धीरूभाई अंबानी समूह के तीन शीर्ष कार्यकारी गौतम दोषी, सुरेन्द्र पीपारा और हरी नायर पर भी इस मामले में मुकदमा चल रहा है। मामले में कुसेगांव फ्रूट्स एंड वेजीटेबल्स प्राईवेट लिमिटेड के निदेशक आसिफ बलवा और राजीव अग्रवाल, कलैगनार टीवी के निदेशक शरद कुमार और बॉलीवुड के प्रोड्यूसर करीम मोरानी भी आरोपी हैं। चहल ने सीबीआई के विशेष न्यायाधीश ओपी सैनी से कहा, ‘‘मुझे 9 फरवरी 2011 का ज्ञापन दिखाया गया था जिसे मैंने ही तैयार किया था। इसमें एक जगह मेरा दस्तखत है, आरोपी ए राजा का लाई डिटेक्टर जांच करने की सहमति लेने के लिए ज्ञापन मैंने ही तैयार किया था जिससे उन्होंने इनकार कर दिया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इस ज्ञापन में दूसरी जगह ए राजा का दस्तखत है जिन्होंने मेरे समक्ष हस्ताक्षर किए थे।’’ इस मामले में मुकदमे का सामना कर रहे राजा को सीबीआई ने 2 फरवरी 2011 को गिरफ्तार किया था और वह 17 फरवरी 2011 तक सीबीआई की हिरासत में रहे। राजा को पिछले वर्ष 15 मई को अदालत ने जमानत दे दी थी। मामले में प्रथम जांच अधिकारी रहे चहल ने अदालत से कहा कि उन्हें निर्देश दिया गया था कि अक्तूबर 2010 के बाद वह मामले के मुख्य जांचकर्ता विवेक प्रियदर्शी का सहयोग करें। चहल ने कहा, ‘‘विवेक प्रियदर्शी के समय-समय पर दिए गए निर्देशों के मुताबिक मैंने गवाहों के बयान रिकॉर्ड किए और जब्ती ज्ञापन के माध्यम से दस्तावेज इकट्ठा किए और कई बार कवरिंग पत्र के माध्यम से दस्तावेज इकट्ठे किए गए।’’ चहल का बयान कल भी दर्ज होगा। चहल ने अदालत को बताया कि मामले में जांच के दौरान उन्होंने इस मामले में आरोपी स्वान टेलीकॉम के प्रोमोटर शाहिद उस्मान बलवा से कुछ दस्तावेज जब्त किए थे। 28 मार्च 2011 का एक पत्र दिखाए जाने पर चहल ने कहा कि इसे दूरसंचार विभाग के एक अधिकारी ने लिखा था और इसके माध्यम से उन्हें 2008 में हस्ताक्षरित सभी नए यूनीफाईड एक्सेस सर्विस लाइसेंस की प्रमाणित वास्तविक प्रतियां प्राप्त हुई थीं और कंपनियों के मूल आवेदन प्राप्त हुए थे जिन्हें उस वर्ष लाइसेंस दिए गए थे। बयान दर्ज कराने के दौरान उन्हें विभिन्न दस्तावेज भी दिखाए गए। द्रमुक सांसद कनिमोझी सहित राजा और अन्य इस मामले में मुकदमे का सामना कर रहे हैं।टिप्पणियां राजा और कनिमोझी के अलावा पूर्व दूरसंचार सचिव सिद्धार्थ बेहुरा, राजा के पूर्व निजी सचिव आरके चंदोलिया, स्वान टेलीकाम के प्रोमोटर शाहिद उस्मान बलवा और विनोद गोयनका, यूनिटेक लिमिटेड के एमडी संजय चंद्रा, रिलायंस अनिल धीरूभाई अंबानी समूह के तीन शीर्ष कार्यकारी गौतम दोषी, सुरेन्द्र पीपारा और हरी नायर पर भी इस मामले में मुकदमा चल रहा है। मामले में कुसेगांव फ्रूट्स एंड वेजीटेबल्स प्राईवेट लिमिटेड के निदेशक आसिफ बलवा और राजीव अग्रवाल, कलैगनार टीवी के निदेशक शरद कुमार और बॉलीवुड के प्रोड्यूसर करीम मोरानी भी आरोपी हैं। उन्होंने कहा, ‘‘इस ज्ञापन में दूसरी जगह ए राजा का दस्तखत है जिन्होंने मेरे समक्ष हस्ताक्षर किए थे।’’ इस मामले में मुकदमे का सामना कर रहे राजा को सीबीआई ने 2 फरवरी 2011 को गिरफ्तार किया था और वह 17 फरवरी 2011 तक सीबीआई की हिरासत में रहे। राजा को पिछले वर्ष 15 मई को अदालत ने जमानत दे दी थी। मामले में प्रथम जांच अधिकारी रहे चहल ने अदालत से कहा कि उन्हें निर्देश दिया गया था कि अक्तूबर 2010 के बाद वह मामले के मुख्य जांचकर्ता विवेक प्रियदर्शी का सहयोग करें। चहल ने कहा, ‘‘विवेक प्रियदर्शी के समय-समय पर दिए गए निर्देशों के मुताबिक मैंने गवाहों के बयान रिकॉर्ड किए और जब्ती ज्ञापन के माध्यम से दस्तावेज इकट्ठा किए और कई बार कवरिंग पत्र के माध्यम से दस्तावेज इकट्ठे किए गए।’’ चहल का बयान कल भी दर्ज होगा। चहल ने अदालत को बताया कि मामले में जांच के दौरान उन्होंने इस मामले में आरोपी स्वान टेलीकॉम के प्रोमोटर शाहिद उस्मान बलवा से कुछ दस्तावेज जब्त किए थे। 28 मार्च 2011 का एक पत्र दिखाए जाने पर चहल ने कहा कि इसे दूरसंचार विभाग के एक अधिकारी ने लिखा था और इसके माध्यम से उन्हें 2008 में हस्ताक्षरित सभी नए यूनीफाईड एक्सेस सर्विस लाइसेंस की प्रमाणित वास्तविक प्रतियां प्राप्त हुई थीं और कंपनियों के मूल आवेदन प्राप्त हुए थे जिन्हें उस वर्ष लाइसेंस दिए गए थे। बयान दर्ज कराने के दौरान उन्हें विभिन्न दस्तावेज भी दिखाए गए। द्रमुक सांसद कनिमोझी सहित राजा और अन्य इस मामले में मुकदमे का सामना कर रहे हैं।टिप्पणियां राजा और कनिमोझी के अलावा पूर्व दूरसंचार सचिव सिद्धार्थ बेहुरा, राजा के पूर्व निजी सचिव आरके चंदोलिया, स्वान टेलीकाम के प्रोमोटर शाहिद उस्मान बलवा और विनोद गोयनका, यूनिटेक लिमिटेड के एमडी संजय चंद्रा, रिलायंस अनिल धीरूभाई अंबानी समूह के तीन शीर्ष कार्यकारी गौतम दोषी, सुरेन्द्र पीपारा और हरी नायर पर भी इस मामले में मुकदमा चल रहा है। मामले में कुसेगांव फ्रूट्स एंड वेजीटेबल्स प्राईवेट लिमिटेड के निदेशक आसिफ बलवा और राजीव अग्रवाल, कलैगनार टीवी के निदेशक शरद कुमार और बॉलीवुड के प्रोड्यूसर करीम मोरानी भी आरोपी हैं। मामले में प्रथम जांच अधिकारी रहे चहल ने अदालत से कहा कि उन्हें निर्देश दिया गया था कि अक्तूबर 2010 के बाद वह मामले के मुख्य जांचकर्ता विवेक प्रियदर्शी का सहयोग करें। चहल ने कहा, ‘‘विवेक प्रियदर्शी के समय-समय पर दिए गए निर्देशों के मुताबिक मैंने गवाहों के बयान रिकॉर्ड किए और जब्ती ज्ञापन के माध्यम से दस्तावेज इकट्ठा किए और कई बार कवरिंग पत्र के माध्यम से दस्तावेज इकट्ठे किए गए।’’ चहल का बयान कल भी दर्ज होगा। चहल ने अदालत को बताया कि मामले में जांच के दौरान उन्होंने इस मामले में आरोपी स्वान टेलीकॉम के प्रोमोटर शाहिद उस्मान बलवा से कुछ दस्तावेज जब्त किए थे। 28 मार्च 2011 का एक पत्र दिखाए जाने पर चहल ने कहा कि इसे दूरसंचार विभाग के एक अधिकारी ने लिखा था और इसके माध्यम से उन्हें 2008 में हस्ताक्षरित सभी नए यूनीफाईड एक्सेस सर्विस लाइसेंस की प्रमाणित वास्तविक प्रतियां प्राप्त हुई थीं और कंपनियों के मूल आवेदन प्राप्त हुए थे जिन्हें उस वर्ष लाइसेंस दिए गए थे। बयान दर्ज कराने के दौरान उन्हें विभिन्न दस्तावेज भी दिखाए गए। द्रमुक सांसद कनिमोझी सहित राजा और अन्य इस मामले में मुकदमे का सामना कर रहे हैं।टिप्पणियां राजा और कनिमोझी के अलावा पूर्व दूरसंचार सचिव सिद्धार्थ बेहुरा, राजा के पूर्व निजी सचिव आरके चंदोलिया, स्वान टेलीकाम के प्रोमोटर शाहिद उस्मान बलवा और विनोद गोयनका, यूनिटेक लिमिटेड के एमडी संजय चंद्रा, रिलायंस अनिल धीरूभाई अंबानी समूह के तीन शीर्ष कार्यकारी गौतम दोषी, सुरेन्द्र पीपारा और हरी नायर पर भी इस मामले में मुकदमा चल रहा है। मामले में कुसेगांव फ्रूट्स एंड वेजीटेबल्स प्राईवेट लिमिटेड के निदेशक आसिफ बलवा और राजीव अग्रवाल, कलैगनार टीवी के निदेशक शरद कुमार और बॉलीवुड के प्रोड्यूसर करीम मोरानी भी आरोपी हैं। चहल ने कहा, ‘‘विवेक प्रियदर्शी के समय-समय पर दिए गए निर्देशों के मुताबिक मैंने गवाहों के बयान रिकॉर्ड किए और जब्ती ज्ञापन के माध्यम से दस्तावेज इकट्ठा किए और कई बार कवरिंग पत्र के माध्यम से दस्तावेज इकट्ठे किए गए।’’ चहल का बयान कल भी दर्ज होगा। चहल ने अदालत को बताया कि मामले में जांच के दौरान उन्होंने इस मामले में आरोपी स्वान टेलीकॉम के प्रोमोटर शाहिद उस्मान बलवा से कुछ दस्तावेज जब्त किए थे। 28 मार्च 2011 का एक पत्र दिखाए जाने पर चहल ने कहा कि इसे दूरसंचार विभाग के एक अधिकारी ने लिखा था और इसके माध्यम से उन्हें 2008 में हस्ताक्षरित सभी नए यूनीफाईड एक्सेस सर्विस लाइसेंस की प्रमाणित वास्तविक प्रतियां प्राप्त हुई थीं और कंपनियों के मूल आवेदन प्राप्त हुए थे जिन्हें उस वर्ष लाइसेंस दिए गए थे। बयान दर्ज कराने के दौरान उन्हें विभिन्न दस्तावेज भी दिखाए गए। द्रमुक सांसद कनिमोझी सहित राजा और अन्य इस मामले में मुकदमे का सामना कर रहे हैं।टिप्पणियां राजा और कनिमोझी के अलावा पूर्व दूरसंचार सचिव सिद्धार्थ बेहुरा, राजा के पूर्व निजी सचिव आरके चंदोलिया, स्वान टेलीकाम के प्रोमोटर शाहिद उस्मान बलवा और विनोद गोयनका, यूनिटेक लिमिटेड के एमडी संजय चंद्रा, रिलायंस अनिल धीरूभाई अंबानी समूह के तीन शीर्ष कार्यकारी गौतम दोषी, सुरेन्द्र पीपारा और हरी नायर पर भी इस मामले में मुकदमा चल रहा है। मामले में कुसेगांव फ्रूट्स एंड वेजीटेबल्स प्राईवेट लिमिटेड के निदेशक आसिफ बलवा और राजीव अग्रवाल, कलैगनार टीवी के निदेशक शरद कुमार और बॉलीवुड के प्रोड्यूसर करीम मोरानी भी आरोपी हैं। चहल ने अदालत को बताया कि मामले में जांच के दौरान उन्होंने इस मामले में आरोपी स्वान टेलीकॉम के प्रोमोटर शाहिद उस्मान बलवा से कुछ दस्तावेज जब्त किए थे। 28 मार्च 2011 का एक पत्र दिखाए जाने पर चहल ने कहा कि इसे दूरसंचार विभाग के एक अधिकारी ने लिखा था और इसके माध्यम से उन्हें 2008 में हस्ताक्षरित सभी नए यूनीफाईड एक्सेस सर्विस लाइसेंस की प्रमाणित वास्तविक प्रतियां प्राप्त हुई थीं और कंपनियों के मूल आवेदन प्राप्त हुए थे जिन्हें उस वर्ष लाइसेंस दिए गए थे। बयान दर्ज कराने के दौरान उन्हें विभिन्न दस्तावेज भी दिखाए गए। द्रमुक सांसद कनिमोझी सहित राजा और अन्य इस मामले में मुकदमे का सामना कर रहे हैं।टिप्पणियां राजा और कनिमोझी के अलावा पूर्व दूरसंचार सचिव सिद्धार्थ बेहुरा, राजा के पूर्व निजी सचिव आरके चंदोलिया, स्वान टेलीकाम के प्रोमोटर शाहिद उस्मान बलवा और विनोद गोयनका, यूनिटेक लिमिटेड के एमडी संजय चंद्रा, रिलायंस अनिल धीरूभाई अंबानी समूह के तीन शीर्ष कार्यकारी गौतम दोषी, सुरेन्द्र पीपारा और हरी नायर पर भी इस मामले में मुकदमा चल रहा है। मामले में कुसेगांव फ्रूट्स एंड वेजीटेबल्स प्राईवेट लिमिटेड के निदेशक आसिफ बलवा और राजीव अग्रवाल, कलैगनार टीवी के निदेशक शरद कुमार और बॉलीवुड के प्रोड्यूसर करीम मोरानी भी आरोपी हैं। 28 मार्च 2011 का एक पत्र दिखाए जाने पर चहल ने कहा कि इसे दूरसंचार विभाग के एक अधिकारी ने लिखा था और इसके माध्यम से उन्हें 2008 में हस्ताक्षरित सभी नए यूनीफाईड एक्सेस सर्विस लाइसेंस की प्रमाणित वास्तविक प्रतियां प्राप्त हुई थीं और कंपनियों के मूल आवेदन प्राप्त हुए थे जिन्हें उस वर्ष लाइसेंस दिए गए थे। बयान दर्ज कराने के दौरान उन्हें विभिन्न दस्तावेज भी दिखाए गए। द्रमुक सांसद कनिमोझी सहित राजा और अन्य इस मामले में मुकदमे का सामना कर रहे हैं।टिप्पणियां राजा और कनिमोझी के अलावा पूर्व दूरसंचार सचिव सिद्धार्थ बेहुरा, राजा के पूर्व निजी सचिव आरके चंदोलिया, स्वान टेलीकाम के प्रोमोटर शाहिद उस्मान बलवा और विनोद गोयनका, यूनिटेक लिमिटेड के एमडी संजय चंद्रा, रिलायंस अनिल धीरूभाई अंबानी समूह के तीन शीर्ष कार्यकारी गौतम दोषी, सुरेन्द्र पीपारा और हरी नायर पर भी इस मामले में मुकदमा चल रहा है। मामले में कुसेगांव फ्रूट्स एंड वेजीटेबल्स प्राईवेट लिमिटेड के निदेशक आसिफ बलवा और राजीव अग्रवाल, कलैगनार टीवी के निदेशक शरद कुमार और बॉलीवुड के प्रोड्यूसर करीम मोरानी भी आरोपी हैं। बयान दर्ज कराने के दौरान उन्हें विभिन्न दस्तावेज भी दिखाए गए। द्रमुक सांसद कनिमोझी सहित राजा और अन्य इस मामले में मुकदमे का सामना कर रहे हैं।टिप्पणियां राजा और कनिमोझी के अलावा पूर्व दूरसंचार सचिव सिद्धार्थ बेहुरा, राजा के पूर्व निजी सचिव आरके चंदोलिया, स्वान टेलीकाम के प्रोमोटर शाहिद उस्मान बलवा और विनोद गोयनका, यूनिटेक लिमिटेड के एमडी संजय चंद्रा, रिलायंस अनिल धीरूभाई अंबानी समूह के तीन शीर्ष कार्यकारी गौतम दोषी, सुरेन्द्र पीपारा और हरी नायर पर भी इस मामले में मुकदमा चल रहा है। मामले में कुसेगांव फ्रूट्स एंड वेजीटेबल्स प्राईवेट लिमिटेड के निदेशक आसिफ बलवा और राजीव अग्रवाल, कलैगनार टीवी के निदेशक शरद कुमार और बॉलीवुड के प्रोड्यूसर करीम मोरानी भी आरोपी हैं। राजा और कनिमोझी के अलावा पूर्व दूरसंचार सचिव सिद्धार्थ बेहुरा, राजा के पूर्व निजी सचिव आरके चंदोलिया, स्वान टेलीकाम के प्रोमोटर शाहिद उस्मान बलवा और विनोद गोयनका, यूनिटेक लिमिटेड के एमडी संजय चंद्रा, रिलायंस अनिल धीरूभाई अंबानी समूह के तीन शीर्ष कार्यकारी गौतम दोषी, सुरेन्द्र पीपारा और हरी नायर पर भी इस मामले में मुकदमा चल रहा है। मामले में कुसेगांव फ्रूट्स एंड वेजीटेबल्स प्राईवेट लिमिटेड के निदेशक आसिफ बलवा और राजीव अग्रवाल, कलैगनार टीवी के निदेशक शरद कुमार और बॉलीवुड के प्रोड्यूसर करीम मोरानी भी आरोपी हैं। मामले में कुसेगांव फ्रूट्स एंड वेजीटेबल्स प्राईवेट लिमिटेड के निदेशक आसिफ बलवा और राजीव अग्रवाल, कलैगनार टीवी के निदेशक शरद कुमार और बॉलीवुड के प्रोड्यूसर करीम मोरानी भी आरोपी हैं।
इरफान खान बोले 'हिन्दी मीडियम' के लिए सेंसर बोर्ड के डिस्क्लेमर की मांग चर्चा योग्य है
सेंसर बोर्ड ने 'हिन्दी मीडियम' में डिस्क्लेमर लगाने की मांग की है. सेंसर के इस फैसले से इरफान खान नाखुश हैं. साकेत चौधरी के डायरेक्शन में बनी यह फिल्म 19 मई को रिलीज होगी.
Hindi Medium is releasing on the 19th of May A post shared by Saba Qamar (@sabaqamarzaman) on May 11, 2017 at 3:10am PDT
एनसीआर में जल्द दस्तक देगा ट्रंप टॉवर
इमारत गोल्फ कोर्स एक्सटेंशन रोड पर बन रही है. कहा, इस परियोजना ने बिक्री के सभी रिकॉर्डो को तोड़ दिया है. कहा, डेवलपर परियोजना के लिए भारी मांग की संभावना जता रहे हैं.
ग्लास लगा गृह मुख, आकर्षक लाइनों और एक भव्य रूप के साथ यह इमारत ट्रंप शैली का प्रतिबिब है. सभी कमरों में फ्लोर से छत तक की खिड़कियां हैं. हर आवास का एक निजी एलीवेटर है जबकि एक तिहाई आवासों में 22 फीट की डबल ऊंचाई वाले कमरे होंगे.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
क्लार्क के नाम टेस्ट इतिहास की 14वीं सबसे बड़ी पारी
ऑस्ट्रेलियाई कप्तान माइकल क्लार्क ने भारत के साथ सिडनी क्रिकेट मैदान पर जारी दूसरे टेस्ट मैच के तीसर दिन गुरुवार को 329 रनों की नाबाद पारी खेली।
ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम के कप्तान माइकल क्लार्क ने भारत के साथ सिडनी क्रिकेट मैदान पर जारी दूसरे टेस्ट मैच के तीसर दिन गुरुवार को 329 रनों की नाबाद पारी खेली। यह टेस्ट इतिहास की 14वीं सबसे बड़ी पारी है। टेस्ट इतिहास की सबसे बड़ी पारी का रिकार्ड वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान ब्रायन लारा के नाम है। लारा ने 2004 में सेंट जोंस में इंग्लैंड के खिलाफ 400 रनों की नाबाद पारी खेलकर एक मील का पत्थर स्थापित किया था। मैथ्यू हेडन के नाम विश्व की दूसरी सबसे बड़ी और ऑस्ट्रेलिया की ओर से सबसे बड़ी टेस्ट पारी दर्ज है। हेडन ने 2003 में पर्थ में जिम्बाब्वे के खिलाफ 380 रन बनाए थे।टिप्पणियां क्लार्क ने ऑस्ट्रेलिया की ओर से सातवं तिहरा शतक जड़ा। इसमें सर डोनाल्ड ब्रैडमैन के नाम दो, हेडन, क्लार्क, मार्क टेलर, आरएम कूपर और बॉबी सिम्पसन शामिल हैं। ब्रैडमैन और टेलर ने 334 रनों की पारियां खेली थीं। अपनी इस पारी के साथ क्लार्क सिडनी क्रिकेट मैदान पर सर्वाधिक बड़ी व्यक्तिगत पारी खेलने वाले खिलाड़ी बन गए हैं। क्लार्क ने इस मैदान पर 109 साल पहले इंग्लैंड के रेगिनाल्ड फोस्टर द्वारा खेली गई 287 रनों की पारी को पीछे छोड़ा। क्लार्क ने इशांत शर्मा की गेंद पर चौका लगाकर यह रिकार्ड अपने नाम किया। 30 वर्षीय क्लार्क ने अपने करियर का पहला तिहरा शतक पूरा करते हुए 468 गेंदों का सामना कर 39 चौके और एक छक्का लगाया। वह 300 या उससे अधिक रनों की पारी खेलने वाले विश्व के 25वें और आस्ट्रेलिया के छठे खिलाड़ी बने। क्लार्क की यह पारी टेस्ट इतिहास की 14वीं सबसे बड़ी पारी है। फोस्टर ने 11 दिसम्बर, 1903 को इस मैदान पर खेले गए टेस्ट इतिहास के 78वें मुकाबले में 419 गेंदों का सामना करते हुए 37 चौकों की मदद से 287 रन बनाए थे। उनकी इस पारी की बदौलत इंग्लैंड ने ऑस्ट्रेलिया को पांच विकेट से हराया था। टेस्ट इतिहास की सबसे बड़ी पारी का रिकार्ड वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान ब्रायन लारा के नाम है। लारा ने 2004 में सेंट जोंस में इंग्लैंड के खिलाफ 400 रनों की नाबाद पारी खेलकर एक मील का पत्थर स्थापित किया था। मैथ्यू हेडन के नाम विश्व की दूसरी सबसे बड़ी और ऑस्ट्रेलिया की ओर से सबसे बड़ी टेस्ट पारी दर्ज है। हेडन ने 2003 में पर्थ में जिम्बाब्वे के खिलाफ 380 रन बनाए थे।टिप्पणियां क्लार्क ने ऑस्ट्रेलिया की ओर से सातवं तिहरा शतक जड़ा। इसमें सर डोनाल्ड ब्रैडमैन के नाम दो, हेडन, क्लार्क, मार्क टेलर, आरएम कूपर और बॉबी सिम्पसन शामिल हैं। ब्रैडमैन और टेलर ने 334 रनों की पारियां खेली थीं। अपनी इस पारी के साथ क्लार्क सिडनी क्रिकेट मैदान पर सर्वाधिक बड़ी व्यक्तिगत पारी खेलने वाले खिलाड़ी बन गए हैं। क्लार्क ने इस मैदान पर 109 साल पहले इंग्लैंड के रेगिनाल्ड फोस्टर द्वारा खेली गई 287 रनों की पारी को पीछे छोड़ा। क्लार्क ने इशांत शर्मा की गेंद पर चौका लगाकर यह रिकार्ड अपने नाम किया। 30 वर्षीय क्लार्क ने अपने करियर का पहला तिहरा शतक पूरा करते हुए 468 गेंदों का सामना कर 39 चौके और एक छक्का लगाया। वह 300 या उससे अधिक रनों की पारी खेलने वाले विश्व के 25वें और आस्ट्रेलिया के छठे खिलाड़ी बने। क्लार्क की यह पारी टेस्ट इतिहास की 14वीं सबसे बड़ी पारी है। फोस्टर ने 11 दिसम्बर, 1903 को इस मैदान पर खेले गए टेस्ट इतिहास के 78वें मुकाबले में 419 गेंदों का सामना करते हुए 37 चौकों की मदद से 287 रन बनाए थे। उनकी इस पारी की बदौलत इंग्लैंड ने ऑस्ट्रेलिया को पांच विकेट से हराया था। क्लार्क ने ऑस्ट्रेलिया की ओर से सातवं तिहरा शतक जड़ा। इसमें सर डोनाल्ड ब्रैडमैन के नाम दो, हेडन, क्लार्क, मार्क टेलर, आरएम कूपर और बॉबी सिम्पसन शामिल हैं। ब्रैडमैन और टेलर ने 334 रनों की पारियां खेली थीं। अपनी इस पारी के साथ क्लार्क सिडनी क्रिकेट मैदान पर सर्वाधिक बड़ी व्यक्तिगत पारी खेलने वाले खिलाड़ी बन गए हैं। क्लार्क ने इस मैदान पर 109 साल पहले इंग्लैंड के रेगिनाल्ड फोस्टर द्वारा खेली गई 287 रनों की पारी को पीछे छोड़ा। क्लार्क ने इशांत शर्मा की गेंद पर चौका लगाकर यह रिकार्ड अपने नाम किया। 30 वर्षीय क्लार्क ने अपने करियर का पहला तिहरा शतक पूरा करते हुए 468 गेंदों का सामना कर 39 चौके और एक छक्का लगाया। वह 300 या उससे अधिक रनों की पारी खेलने वाले विश्व के 25वें और आस्ट्रेलिया के छठे खिलाड़ी बने। क्लार्क की यह पारी टेस्ट इतिहास की 14वीं सबसे बड़ी पारी है। फोस्टर ने 11 दिसम्बर, 1903 को इस मैदान पर खेले गए टेस्ट इतिहास के 78वें मुकाबले में 419 गेंदों का सामना करते हुए 37 चौकों की मदद से 287 रन बनाए थे। उनकी इस पारी की बदौलत इंग्लैंड ने ऑस्ट्रेलिया को पांच विकेट से हराया था। 30 वर्षीय क्लार्क ने अपने करियर का पहला तिहरा शतक पूरा करते हुए 468 गेंदों का सामना कर 39 चौके और एक छक्का लगाया। वह 300 या उससे अधिक रनों की पारी खेलने वाले विश्व के 25वें और आस्ट्रेलिया के छठे खिलाड़ी बने। क्लार्क की यह पारी टेस्ट इतिहास की 14वीं सबसे बड़ी पारी है। फोस्टर ने 11 दिसम्बर, 1903 को इस मैदान पर खेले गए टेस्ट इतिहास के 78वें मुकाबले में 419 गेंदों का सामना करते हुए 37 चौकों की मदद से 287 रन बनाए थे। उनकी इस पारी की बदौलत इंग्लैंड ने ऑस्ट्रेलिया को पांच विकेट से हराया था।
नोटबंदी : सरकार ने बढ़ाई रियायत की मियाद, अब 1 दिसंबर तक टोलफ्री रहेंगे नेशनल हाइवे
सरकार ने 1 दिसंबर तक नेशनल हाइवे टोलफ्री कर दिए हैं इसके बाद 15 दिसंबर तक इसके लिए पुराने 500 के नोट भी लिए जाएंगे कैश क्रंच के चलते सरकार ने लिया है यह फैसला
8 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 500 रुपए और 1000 रुपए के नोट बैन करने के ऐलान के बाद नकदी संकट से निपटने के लिए सरकार पिछले कुछ दिनों से एक के बाद एक उपाय कर रही है. ट्रांसपोर्ट मिनिस्ट्री द्वारा हाल ही में किया गया यह ऐलान इसी के तहत उठाया गया है.   Rs 500 notes will be accepted as toll charge at National Highways till Dec 15th even after the exemption is withdrawn: Transport Ministry — ANI (@ANI_news) November 24, 2016 इस बारे में संबंधित एजेंसियों, बीओटी, ओएमटी ऑपरेटर्स को सूचना सरकार की ओर से दे दी गई है. बता दें कि यह मियाद पहले 24 नवंबर तक के लिए थी जिसके अनुसार 24 नवंबर यानी गुरुवार रात 12 बजे के बाद पहले की तरह ही टोल टैक्स देना पड़ता.   #Demonetisation: Toll tax exemption on highways extended till December 1. — ANI (@ANI_news) November 24, 2016 Rs 500 notes will be accepted as toll charge at National Highways till Dec 15th even after the exemption is withdrawn: Transport Ministry #Demonetisation: Toll tax exemption on highways extended till December 1.
'मैं उसके खिलाफ लड़ नहीं सकता, मेरी बेटी खत्‍म कर दी जाएगी', बिहार रेप पीड़िता के पिता ने लगाई गुहार
लालू यादव ने मुलाकात पर टिप्‍पणी करने से इनकार कर दिया एक सप्‍ताह पहले ही पटना हाईकोर्ट ने राज बल्‍लभ यादव को जमानत दी थी राज्‍य सरकार ने राज बल्‍लभ यादव की जमानत रद्द करने का आग्रह किया है
व्‍हाट्सऐप पर मदद मांगने वाली बिहार की 15 वर्षीय लड़की ने दावा किया है कि उसके कथित बलात्‍कारी की राजनीतिक हैसियत से उसकी जान को खतरा है, पीड़ि‍ता के आरोपों में कुछ तो दम है. विधायक राज बल्‍लभ यादव ने गुरुवार अपनी पार्टी राष्‍ट्रीय जनता दल के प्रमुख सुबह लालू प्रसाद यादव से मुलाकात की. संदेश साफ था, स्‍कूली छात्रा का रेप करने वाले और फरवरी तक पहले से ही 10 मामलों में नामजद राज बल्‍लभ यादव की पहुंच काफी ऊपर तक है. हालांकि, लालू यादव ने मुलाकात पर टिप्‍पणी करने से इनकार कर दिया. राज बल्‍लभ यादव ने कहा कि वो दुर्गा पूजा की शुभकामनाएं देने आए थे. उन्‍होंने यह भी कहा कि राज्‍य सरकार ने उन्‍हें वापस जेल भेजने की जो अपील की है, वह उससे नाराज नहीं हैं. उनकी पार्टी राजद भी राज्‍य सरकार का हिस्‍सा है. सुप्रीम कोर्ट में मामले की सुनवाई शुक्रवार को होगी. एक सप्‍ताह पहले ही पटना हाईकोर्ट ने राज बल्‍लभ यादव को जमानत दी थी. सोमवार को राजधानी पटना से 105 किलोमीटर की दूरी पर स्थित छोटे से गांव में रहने वाली स्‍कूली छात्रा ने पत्रकारों और अन्‍य को व्‍हाट्सऐप पर मैसेज भेजकर हस्‍तक्षेप की मांग की थी. इसमें उसने कहा, 'वह (यादव) जेल से बाहर आ चुका है... मैं भयभीत हूं और अपने परिवार के लिए डरी हुई हूं. उनके साथ क्‍या होगा? जो मेरे साथ हुआ, उससे मैं पहले ही मर चुकी हूं. मेरे पास खोने के लिए कुछ नहीं है.' छोटी सी दुकान चलाने वाले उसके पिता ने गुरुवार को एनडीटीवी से कहा, 'अगर यह आदमी बाहर रहता है, तो मैं उसके खिलाफ लड़ नहीं सकता. मेरी बेटी खत्‍म कर दी जाएगी.' नीतीश सरकार ने सुप्रीम कोर्ट से राज बल्‍लभ यादव की जमानत रद्द करने का आग्रह किया है. सरकार ने कहा है कि नवादा विधानसभा सीट से विधायक 55 वर्षीय नेता के खिलाफ कई गंभीर मामले लंबित हैं और उनके रसूख को देखते हुए इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि सबूतों से छेड़छाड़ नहीं हो सकती है. इससे चंद रोज पहले राज्‍य सरकार ने राजद के ही एक अन्‍य बाहुबली नेता मोहम्‍मद शहाबुद्दीन की जमानत रद करने के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था. गौरतलब है कि फरवरी में राज बल्‍लभ के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी होते ही राजद ने पार्टी से उन्‍हें निलंबित कर दिया था. एक महीने फरार रहने के बाद उन्‍होंने सरेंडर कर दिया था.   टिप्पणियां अपनी पार्टी के मुखिया लालू यादव से उनकी मुलाकात से मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार और लालू के बीच तनाव नए सिरे से बढ़ सकता है जो कि पहले ही कई मुद्दों पर जारी है. हालांकि गठबंधन के दोनों साझीदार किसी भी तरह के अलगाव से इनकार करते हैं, ऐसे में राज बल्‍लभ यादव जैसे मामले भी आते हैं जिनमें नेता विल्‍कुल विपरीत रुख अपनाते दिखते हैं. विधायक राज बल्‍लभ यादव ने गुरुवार अपनी पार्टी राष्‍ट्रीय जनता दल के प्रमुख सुबह लालू प्रसाद यादव से मुलाकात की. संदेश साफ था, स्‍कूली छात्रा का रेप करने वाले और फरवरी तक पहले से ही 10 मामलों में नामजद राज बल्‍लभ यादव की पहुंच काफी ऊपर तक है. हालांकि, लालू यादव ने मुलाकात पर टिप्‍पणी करने से इनकार कर दिया. राज बल्‍लभ यादव ने कहा कि वो दुर्गा पूजा की शुभकामनाएं देने आए थे. उन्‍होंने यह भी कहा कि राज्‍य सरकार ने उन्‍हें वापस जेल भेजने की जो अपील की है, वह उससे नाराज नहीं हैं. उनकी पार्टी राजद भी राज्‍य सरकार का हिस्‍सा है. सुप्रीम कोर्ट में मामले की सुनवाई शुक्रवार को होगी. एक सप्‍ताह पहले ही पटना हाईकोर्ट ने राज बल्‍लभ यादव को जमानत दी थी. सोमवार को राजधानी पटना से 105 किलोमीटर की दूरी पर स्थित छोटे से गांव में रहने वाली स्‍कूली छात्रा ने पत्रकारों और अन्‍य को व्‍हाट्सऐप पर मैसेज भेजकर हस्‍तक्षेप की मांग की थी. इसमें उसने कहा, 'वह (यादव) जेल से बाहर आ चुका है... मैं भयभीत हूं और अपने परिवार के लिए डरी हुई हूं. उनके साथ क्‍या होगा? जो मेरे साथ हुआ, उससे मैं पहले ही मर चुकी हूं. मेरे पास खोने के लिए कुछ नहीं है.' छोटी सी दुकान चलाने वाले उसके पिता ने गुरुवार को एनडीटीवी से कहा, 'अगर यह आदमी बाहर रहता है, तो मैं उसके खिलाफ लड़ नहीं सकता. मेरी बेटी खत्‍म कर दी जाएगी.' नीतीश सरकार ने सुप्रीम कोर्ट से राज बल्‍लभ यादव की जमानत रद्द करने का आग्रह किया है. सरकार ने कहा है कि नवादा विधानसभा सीट से विधायक 55 वर्षीय नेता के खिलाफ कई गंभीर मामले लंबित हैं और उनके रसूख को देखते हुए इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि सबूतों से छेड़छाड़ नहीं हो सकती है. इससे चंद रोज पहले राज्‍य सरकार ने राजद के ही एक अन्‍य बाहुबली नेता मोहम्‍मद शहाबुद्दीन की जमानत रद करने के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था. गौरतलब है कि फरवरी में राज बल्‍लभ के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी होते ही राजद ने पार्टी से उन्‍हें निलंबित कर दिया था. एक महीने फरार रहने के बाद उन्‍होंने सरेंडर कर दिया था.   टिप्पणियां अपनी पार्टी के मुखिया लालू यादव से उनकी मुलाकात से मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार और लालू के बीच तनाव नए सिरे से बढ़ सकता है जो कि पहले ही कई मुद्दों पर जारी है. हालांकि गठबंधन के दोनों साझीदार किसी भी तरह के अलगाव से इनकार करते हैं, ऐसे में राज बल्‍लभ यादव जैसे मामले भी आते हैं जिनमें नेता विल्‍कुल विपरीत रुख अपनाते दिखते हैं. हालांकि, लालू यादव ने मुलाकात पर टिप्‍पणी करने से इनकार कर दिया. राज बल्‍लभ यादव ने कहा कि वो दुर्गा पूजा की शुभकामनाएं देने आए थे. उन्‍होंने यह भी कहा कि राज्‍य सरकार ने उन्‍हें वापस जेल भेजने की जो अपील की है, वह उससे नाराज नहीं हैं. उनकी पार्टी राजद भी राज्‍य सरकार का हिस्‍सा है. सुप्रीम कोर्ट में मामले की सुनवाई शुक्रवार को होगी. एक सप्‍ताह पहले ही पटना हाईकोर्ट ने राज बल्‍लभ यादव को जमानत दी थी. सोमवार को राजधानी पटना से 105 किलोमीटर की दूरी पर स्थित छोटे से गांव में रहने वाली स्‍कूली छात्रा ने पत्रकारों और अन्‍य को व्‍हाट्सऐप पर मैसेज भेजकर हस्‍तक्षेप की मांग की थी. इसमें उसने कहा, 'वह (यादव) जेल से बाहर आ चुका है... मैं भयभीत हूं और अपने परिवार के लिए डरी हुई हूं. उनके साथ क्‍या होगा? जो मेरे साथ हुआ, उससे मैं पहले ही मर चुकी हूं. मेरे पास खोने के लिए कुछ नहीं है.' छोटी सी दुकान चलाने वाले उसके पिता ने गुरुवार को एनडीटीवी से कहा, 'अगर यह आदमी बाहर रहता है, तो मैं उसके खिलाफ लड़ नहीं सकता. मेरी बेटी खत्‍म कर दी जाएगी.' नीतीश सरकार ने सुप्रीम कोर्ट से राज बल्‍लभ यादव की जमानत रद्द करने का आग्रह किया है. सरकार ने कहा है कि नवादा विधानसभा सीट से विधायक 55 वर्षीय नेता के खिलाफ कई गंभीर मामले लंबित हैं और उनके रसूख को देखते हुए इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि सबूतों से छेड़छाड़ नहीं हो सकती है. इससे चंद रोज पहले राज्‍य सरकार ने राजद के ही एक अन्‍य बाहुबली नेता मोहम्‍मद शहाबुद्दीन की जमानत रद करने के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था. गौरतलब है कि फरवरी में राज बल्‍लभ के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी होते ही राजद ने पार्टी से उन्‍हें निलंबित कर दिया था. एक महीने फरार रहने के बाद उन्‍होंने सरेंडर कर दिया था.   टिप्पणियां अपनी पार्टी के मुखिया लालू यादव से उनकी मुलाकात से मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार और लालू के बीच तनाव नए सिरे से बढ़ सकता है जो कि पहले ही कई मुद्दों पर जारी है. हालांकि गठबंधन के दोनों साझीदार किसी भी तरह के अलगाव से इनकार करते हैं, ऐसे में राज बल्‍लभ यादव जैसे मामले भी आते हैं जिनमें नेता विल्‍कुल विपरीत रुख अपनाते दिखते हैं. सुप्रीम कोर्ट में मामले की सुनवाई शुक्रवार को होगी. एक सप्‍ताह पहले ही पटना हाईकोर्ट ने राज बल्‍लभ यादव को जमानत दी थी. सोमवार को राजधानी पटना से 105 किलोमीटर की दूरी पर स्थित छोटे से गांव में रहने वाली स्‍कूली छात्रा ने पत्रकारों और अन्‍य को व्‍हाट्सऐप पर मैसेज भेजकर हस्‍तक्षेप की मांग की थी. इसमें उसने कहा, 'वह (यादव) जेल से बाहर आ चुका है... मैं भयभीत हूं और अपने परिवार के लिए डरी हुई हूं. उनके साथ क्‍या होगा? जो मेरे साथ हुआ, उससे मैं पहले ही मर चुकी हूं. मेरे पास खोने के लिए कुछ नहीं है.' छोटी सी दुकान चलाने वाले उसके पिता ने गुरुवार को एनडीटीवी से कहा, 'अगर यह आदमी बाहर रहता है, तो मैं उसके खिलाफ लड़ नहीं सकता. मेरी बेटी खत्‍म कर दी जाएगी.' नीतीश सरकार ने सुप्रीम कोर्ट से राज बल्‍लभ यादव की जमानत रद्द करने का आग्रह किया है. सरकार ने कहा है कि नवादा विधानसभा सीट से विधायक 55 वर्षीय नेता के खिलाफ कई गंभीर मामले लंबित हैं और उनके रसूख को देखते हुए इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि सबूतों से छेड़छाड़ नहीं हो सकती है. इससे चंद रोज पहले राज्‍य सरकार ने राजद के ही एक अन्‍य बाहुबली नेता मोहम्‍मद शहाबुद्दीन की जमानत रद करने के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था. गौरतलब है कि फरवरी में राज बल्‍लभ के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी होते ही राजद ने पार्टी से उन्‍हें निलंबित कर दिया था. एक महीने फरार रहने के बाद उन्‍होंने सरेंडर कर दिया था.   टिप्पणियां अपनी पार्टी के मुखिया लालू यादव से उनकी मुलाकात से मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार और लालू के बीच तनाव नए सिरे से बढ़ सकता है जो कि पहले ही कई मुद्दों पर जारी है. हालांकि गठबंधन के दोनों साझीदार किसी भी तरह के अलगाव से इनकार करते हैं, ऐसे में राज बल्‍लभ यादव जैसे मामले भी आते हैं जिनमें नेता विल्‍कुल विपरीत रुख अपनाते दिखते हैं. सोमवार को राजधानी पटना से 105 किलोमीटर की दूरी पर स्थित छोटे से गांव में रहने वाली स्‍कूली छात्रा ने पत्रकारों और अन्‍य को व्‍हाट्सऐप पर मैसेज भेजकर हस्‍तक्षेप की मांग की थी. इसमें उसने कहा, 'वह (यादव) जेल से बाहर आ चुका है... मैं भयभीत हूं और अपने परिवार के लिए डरी हुई हूं. उनके साथ क्‍या होगा? जो मेरे साथ हुआ, उससे मैं पहले ही मर चुकी हूं. मेरे पास खोने के लिए कुछ नहीं है.' छोटी सी दुकान चलाने वाले उसके पिता ने गुरुवार को एनडीटीवी से कहा, 'अगर यह आदमी बाहर रहता है, तो मैं उसके खिलाफ लड़ नहीं सकता. मेरी बेटी खत्‍म कर दी जाएगी.' नीतीश सरकार ने सुप्रीम कोर्ट से राज बल्‍लभ यादव की जमानत रद्द करने का आग्रह किया है. सरकार ने कहा है कि नवादा विधानसभा सीट से विधायक 55 वर्षीय नेता के खिलाफ कई गंभीर मामले लंबित हैं और उनके रसूख को देखते हुए इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि सबूतों से छेड़छाड़ नहीं हो सकती है. इससे चंद रोज पहले राज्‍य सरकार ने राजद के ही एक अन्‍य बाहुबली नेता मोहम्‍मद शहाबुद्दीन की जमानत रद करने के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था. गौरतलब है कि फरवरी में राज बल्‍लभ के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी होते ही राजद ने पार्टी से उन्‍हें निलंबित कर दिया था. एक महीने फरार रहने के बाद उन्‍होंने सरेंडर कर दिया था.   टिप्पणियां अपनी पार्टी के मुखिया लालू यादव से उनकी मुलाकात से मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार और लालू के बीच तनाव नए सिरे से बढ़ सकता है जो कि पहले ही कई मुद्दों पर जारी है. हालांकि गठबंधन के दोनों साझीदार किसी भी तरह के अलगाव से इनकार करते हैं, ऐसे में राज बल्‍लभ यादव जैसे मामले भी आते हैं जिनमें नेता विल्‍कुल विपरीत रुख अपनाते दिखते हैं. नीतीश सरकार ने सुप्रीम कोर्ट से राज बल्‍लभ यादव की जमानत रद्द करने का आग्रह किया है. सरकार ने कहा है कि नवादा विधानसभा सीट से विधायक 55 वर्षीय नेता के खिलाफ कई गंभीर मामले लंबित हैं और उनके रसूख को देखते हुए इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि सबूतों से छेड़छाड़ नहीं हो सकती है. इससे चंद रोज पहले राज्‍य सरकार ने राजद के ही एक अन्‍य बाहुबली नेता मोहम्‍मद शहाबुद्दीन की जमानत रद करने के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था. गौरतलब है कि फरवरी में राज बल्‍लभ के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी होते ही राजद ने पार्टी से उन्‍हें निलंबित कर दिया था. एक महीने फरार रहने के बाद उन्‍होंने सरेंडर कर दिया था.   टिप्पणियां अपनी पार्टी के मुखिया लालू यादव से उनकी मुलाकात से मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार और लालू के बीच तनाव नए सिरे से बढ़ सकता है जो कि पहले ही कई मुद्दों पर जारी है. हालांकि गठबंधन के दोनों साझीदार किसी भी तरह के अलगाव से इनकार करते हैं, ऐसे में राज बल्‍लभ यादव जैसे मामले भी आते हैं जिनमें नेता विल्‍कुल विपरीत रुख अपनाते दिखते हैं. गौरतलब है कि फरवरी में राज बल्‍लभ के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी होते ही राजद ने पार्टी से उन्‍हें निलंबित कर दिया था. एक महीने फरार रहने के बाद उन्‍होंने सरेंडर कर दिया था.   टिप्पणियां अपनी पार्टी के मुखिया लालू यादव से उनकी मुलाकात से मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार और लालू के बीच तनाव नए सिरे से बढ़ सकता है जो कि पहले ही कई मुद्दों पर जारी है. हालांकि गठबंधन के दोनों साझीदार किसी भी तरह के अलगाव से इनकार करते हैं, ऐसे में राज बल्‍लभ यादव जैसे मामले भी आते हैं जिनमें नेता विल्‍कुल विपरीत रुख अपनाते दिखते हैं. अपनी पार्टी के मुखिया लालू यादव से उनकी मुलाकात से मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार और लालू के बीच तनाव नए सिरे से बढ़ सकता है जो कि पहले ही कई मुद्दों पर जारी है. हालांकि गठबंधन के दोनों साझीदार किसी भी तरह के अलगाव से इनकार करते हैं, ऐसे में राज बल्‍लभ यादव जैसे मामले भी आते हैं जिनमें नेता विल्‍कुल विपरीत रुख अपनाते दिखते हैं. हालांकि गठबंधन के दोनों साझीदार किसी भी तरह के अलगाव से इनकार करते हैं, ऐसे में राज बल्‍लभ यादव जैसे मामले भी आते हैं जिनमें नेता विल्‍कुल विपरीत रुख अपनाते दिखते हैं.
साईं बाबा मंदिर में 1.18 करोड़ रु के हीरे दान किये
साईंबाबा ट्रस्ट के अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार को मंदिर के दानपात्र में तीन और दो कैरेट वजन के दो हीरे मिले हैं। इन्हें सोने से मढ़ा गया है और इनकी कीमत 1.18 करोड़ रुपये है।
शिरडी के साईबाबा मंदिर में एक अज्ञात व्यक्ति ने 1.18 करोड़ रुपये मूल्य के दो हीरे दान किये हैं। साईंबाबा ट्रस्ट के अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार को मंदिर के दानपात्र में तीन और दो कैरेट वजन के दो हीरे मिले हैं। इन्हें सोने से मढ़ा गया है और इनकी कीमत 1.18 करोड़ रुपये है। हालांकि दान देने वाले का पता नहीं चला है। अधिकारियों ने बताया कि साईबाबा ट्रस्ट को पहली बार इतने महंगे हीरे दान में प्राप्त हुये हैं। हालांकि दान देने वाले का पता नहीं चला है। अधिकारियों ने बताया कि साईबाबा ट्रस्ट को पहली बार इतने महंगे हीरे दान में प्राप्त हुये हैं।
मुदास्फीति पर अंकुश लगाना है जरूरी : सुब्बाराव
रिजर्व बैंक के गवर्नर डी. सुब्बाराव ने कहा कि आर्थिक वृद्धि हमेशा ही सोच-विचार का हिस्सा रही है लेकिन फिलहाल ध्यान मुद्रास्फीति पर है।
रिजर्व बैंक के गवर्नर डी. सुब्बाराव ने कहा कि आर्थिक वृद्धि हमेशा ही केन्द्रीय बैंक की सोच विचार का हिस्सा रही है लेकिन फिलहाल उसका ज्यादा ध्यान मुद्रास्फीति को संतुलित स्तर पर लाने की तरफ है। सुब्बाराव ने कहा कि यदि आर्थिक वृद्धि की दर लगातार आठ प्रतिशत से नीचे रहती है तो वह सख्त मौद्रिक नीति से पीछे हट जाएगा। रिजर्व बैंक मुद्रास्फीति पर अंकुश लगाने के लिए आर्थिक वृद्धि को नजरंदाज कर रहा है उन्होंने इन आरोपों और आशंकाओं को दूर किया। मौद्रिक एवं ऋण नीति की पहली तिमाही समीक्षा जारी करने के बाद संवाददाताओं के सवालों का जवाब देते हुए सुब्बाराव ने कहा,  मैं आप सभी को आश्वस्त करना चाहता हूं कि आर्थिक वृद्धि रिजर्व बैंक की पॉलिसी राडार से कभी भी दूर नहीं रही है। हम हमेशा ही इसकी चिंता करते हैं। लेकिन हमें आर्थिक वृद्धि और मुद्रास्फीति के बीच संतुलन बिठाना है और फिलहाल मुद्रास्फीति हमारी सहज स्थिति से ऊंची है। सुब्बाराव ने कहा, यदि हम आठ प्रतिशत को आर्थिक वृद्धि का रुझान मानकर चलें और यदि यह लगातार इससे नीचे रहती है तो फिर हमारी नीति का झुकाव दूसरी तरफ हो सकता है। हालांकि, उन्होंने तुरंत इसमें यह भी जोड़ दिया कि आर्थिक वृद्धि के एक बार आठ प्रतिशत से नीचे आने से रिजर्व बैंक की नीति नहीं बदलेगी। सकल घरेलू उत्पाद यानी जीडीपी की वृद्धि दर अब कुछ ही मौकों पर आठ प्रतिशत से नीचे रही है। पिछले वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में और वित्त वर्ष 2008-09 में जब वैश्विक वित्तीय संकट का दौर था यह आठ प्रतिशत से नीचे रही।
Exclusive: नागरिकता बिल पर बोले ओवैसी- मुसलमानों को डिटेंशन सेंटर में डालना चाहती है सरकार
CAB पर सरकार की मंशा को लेकर उठाए सवाल CAB को ओवैसी ने बताया संविधान के खिलाफ ओवैसी बोले- सभी दलों से करेंगे विरोध करने की अपील
हैदराबाद से लोकसभा सांसद और एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने गुरुवार को एनडीटीवी से खास बातचीत में नागरिकता संशोधन बिल (Citizenship Amendment Bill) और एनआरसी (NRC) के मुद्दे को लेकर सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कि वे इसका वे इसका हर हाल में विरोध करेंगे और दूसरे दलों से भी ऐसा करने की अपील करेंगे. ओवैसी ने कहा, ''संविधान में नागरिकता को धर्म से नहीं जोड़ गया. पहली बार ऐसा हो रहा है  जब बीजेपी की सरकार अपना असली चेहरा दिखा रही है.''  उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने दिखा दिया है कि वे अपनी विचारधारा पर अमल कर रहे हैं संविधान पर नहीं.  उन्होंने कहा कि ये साफ तौर पर संविधान के अनुच्छेद 14 और 21 का उल्लंघन है.  ओवैसी ने कहा कि नागरिकता संशोधन बिल के बाद जो एनआरसी आएगा उसमें उन सभी को नागरिकता मिल जाएगी जो मुस्लिम नहीं हैं. और मुस्लिमों को डिटेंशन सेंटर में डाल दिया जाएगा. सरकार मुसलमानों को स्टेटलेस बनाना चाहती है. मोदी सरकार देश को बांटने का काम कर रही है.  संविधान की प्रस्तावना का हवाला देते हुए ओवैसी ने कहा, ''नागरिकता संशोधन बिल बनाकर सरकार भारत को इजरायल की कतार में लाकर खड़ा करना चाह रही है.'' उन्होंने कहा, ''इसका विरोध करना हरेक की जिम्मेदारी है क्योंकि ये संविधान, नैतिकता और अंतर्राष्ट्रीय कानून के खिलाफ है.''  असम में लागू हुए एनआरसी लेकर उन्होंने कहा कि वहां मुस्लिमों को निशाना बनाया गया. अब उनका मामला विदेश न्यायाधिकरण में लटक जाएगा. उन्हें डिटेंशन सेंटर्स में डाल दिया जाएगा. ओवैसी ने कहा,  ''एनआरसी की देश को जरूरत नहीं है. असम में आपने कराकर देख लिया है." ओवैसी ने कहा  कि प्रधानमंत्री को पाकिस्तान और बांग्लादेश के हिंदुओं की फिक्र है जबकि उन्हें अपने देश के नागरिकों की फिक्र होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि देश में जब तक संविधान है इसे धार्मिक आधार पर नहीं बांटा जा सकता है.
मुगुरुजा ने कहा विंबलडन जीतना सपने के सच होने जैसा
मुगुरुजा 2015 विंबलडन के फाइनल में सेरेना विलियम्स से हार गई थीं वीनस को सीधे सेटों में 7-5, 6-0 से मात देते हुए शनिवार को यह खिताब जीता. उन्होंने इससे पहले 2016 में फ्रेंच ओपन पर भी कब्जा जमाया था
स्पेन की टेनिस खिलाड़ी  गाबने मुगुरुजा का मानना है कि विंबलडन के महिला एकल वर्ग के फाइनल में अमेरिका की वीनस विलियम्स को मात देकर खिताब जीतना सपने के सच होने जैसा है. मुगुरुजा ने स्पेन के अखबार मार्का से बात करते हुए कहा, 'विलियम्स बहनों को मात देने से आपको अहसास होता है कि आप टूर्नामेंट की सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी है.' मुगुरुजा 2015 विंबलडन के फाइनल में सेरेना विलियम्स से हार गई थीं. स्पेनिश खिलाड़ी ने कहा, 'मैंने सोचा था कि मैं 2015 के बाद से कभी विंबलडन नहीं जीत पाऊंगी क्योंकि मैंने जीतने का एक मौका गंवा दिया था. फाइनल में पहुंचना और जीत हासिल करना बेहद मुश्किल होता है. जब मैं वीनस के खिलाफ खेल रही थी, तो सोच रही थी कि मुझे ऐसा मौका दोबारा नहीं मिलेगा.' मुगुरुजा ने वीनस को सीधे सेटों में 7-5, 6-0 से मात देते हुए शनिवार को यह खिताब जीता था.  उन्होंने इससे पहले 2016 में फ्रेंच ओपन पर भी कब्जा जमाया था. उन्होंने कहा,  'मैं जिस दिन जीती उस दिन जल्दी सोने में सफल रही, लेकिन फिर मैं जल्दी उठ गई और सोचने लगी कि उस रात क्या हुआ.' उन्होंने कहा, 'मैं फिर फ्रेंच ओपन जीत से सीखने लगी और चीजों को शांती से लेने और उनका आनंद उठाने लगी. मैं पेरिस में जीतने के बाद भी खेलने उतरी थी, इसलिए अब मैं अपनी सफलता का आंनद उठाना चाहती हूं.'टिप्पणियां उन्होंने कहा, 'मैं हमेशा अपने पैर जमीन पर रखना चाहती हूं. यह जीत मेरे जिंदगी जीने के तरीके को नहीं बदलने वाली है.' उन्होंने कहा, 'हर कोई कह रहा है कि इससे मेरी जिंदगी बदल जाएगी, लेकिन मेरा कहना है कि ऐसा नहीं होगा. मुझे दवाब से गुजरना होगा, लेकिन मैं बदलूंगी नहीं.'   मुगुरुजा 2015 विंबलडन के फाइनल में सेरेना विलियम्स से हार गई थीं. स्पेनिश खिलाड़ी ने कहा, 'मैंने सोचा था कि मैं 2015 के बाद से कभी विंबलडन नहीं जीत पाऊंगी क्योंकि मैंने जीतने का एक मौका गंवा दिया था. फाइनल में पहुंचना और जीत हासिल करना बेहद मुश्किल होता है. जब मैं वीनस के खिलाफ खेल रही थी, तो सोच रही थी कि मुझे ऐसा मौका दोबारा नहीं मिलेगा.' मुगुरुजा ने वीनस को सीधे सेटों में 7-5, 6-0 से मात देते हुए शनिवार को यह खिताब जीता था.  उन्होंने इससे पहले 2016 में फ्रेंच ओपन पर भी कब्जा जमाया था. उन्होंने कहा,  'मैं जिस दिन जीती उस दिन जल्दी सोने में सफल रही, लेकिन फिर मैं जल्दी उठ गई और सोचने लगी कि उस रात क्या हुआ.' उन्होंने कहा, 'मैं फिर फ्रेंच ओपन जीत से सीखने लगी और चीजों को शांती से लेने और उनका आनंद उठाने लगी. मैं पेरिस में जीतने के बाद भी खेलने उतरी थी, इसलिए अब मैं अपनी सफलता का आंनद उठाना चाहती हूं.'टिप्पणियां उन्होंने कहा, 'मैं हमेशा अपने पैर जमीन पर रखना चाहती हूं. यह जीत मेरे जिंदगी जीने के तरीके को नहीं बदलने वाली है.' उन्होंने कहा, 'हर कोई कह रहा है कि इससे मेरी जिंदगी बदल जाएगी, लेकिन मेरा कहना है कि ऐसा नहीं होगा. मुझे दवाब से गुजरना होगा, लेकिन मैं बदलूंगी नहीं.'   स्पेनिश खिलाड़ी ने कहा, 'मैंने सोचा था कि मैं 2015 के बाद से कभी विंबलडन नहीं जीत पाऊंगी क्योंकि मैंने जीतने का एक मौका गंवा दिया था. फाइनल में पहुंचना और जीत हासिल करना बेहद मुश्किल होता है. जब मैं वीनस के खिलाफ खेल रही थी, तो सोच रही थी कि मुझे ऐसा मौका दोबारा नहीं मिलेगा.' मुगुरुजा ने वीनस को सीधे सेटों में 7-5, 6-0 से मात देते हुए शनिवार को यह खिताब जीता था.  उन्होंने इससे पहले 2016 में फ्रेंच ओपन पर भी कब्जा जमाया था. उन्होंने कहा,  'मैं जिस दिन जीती उस दिन जल्दी सोने में सफल रही, लेकिन फिर मैं जल्दी उठ गई और सोचने लगी कि उस रात क्या हुआ.' उन्होंने कहा, 'मैं फिर फ्रेंच ओपन जीत से सीखने लगी और चीजों को शांती से लेने और उनका आनंद उठाने लगी. मैं पेरिस में जीतने के बाद भी खेलने उतरी थी, इसलिए अब मैं अपनी सफलता का आंनद उठाना चाहती हूं.'टिप्पणियां उन्होंने कहा, 'मैं हमेशा अपने पैर जमीन पर रखना चाहती हूं. यह जीत मेरे जिंदगी जीने के तरीके को नहीं बदलने वाली है.' उन्होंने कहा, 'हर कोई कह रहा है कि इससे मेरी जिंदगी बदल जाएगी, लेकिन मेरा कहना है कि ऐसा नहीं होगा. मुझे दवाब से गुजरना होगा, लेकिन मैं बदलूंगी नहीं.'   मुगुरुजा ने वीनस को सीधे सेटों में 7-5, 6-0 से मात देते हुए शनिवार को यह खिताब जीता था.  उन्होंने इससे पहले 2016 में फ्रेंच ओपन पर भी कब्जा जमाया था. उन्होंने कहा,  'मैं जिस दिन जीती उस दिन जल्दी सोने में सफल रही, लेकिन फिर मैं जल्दी उठ गई और सोचने लगी कि उस रात क्या हुआ.' उन्होंने कहा, 'मैं फिर फ्रेंच ओपन जीत से सीखने लगी और चीजों को शांती से लेने और उनका आनंद उठाने लगी. मैं पेरिस में जीतने के बाद भी खेलने उतरी थी, इसलिए अब मैं अपनी सफलता का आंनद उठाना चाहती हूं.'टिप्पणियां उन्होंने कहा, 'मैं हमेशा अपने पैर जमीन पर रखना चाहती हूं. यह जीत मेरे जिंदगी जीने के तरीके को नहीं बदलने वाली है.' उन्होंने कहा, 'हर कोई कह रहा है कि इससे मेरी जिंदगी बदल जाएगी, लेकिन मेरा कहना है कि ऐसा नहीं होगा. मुझे दवाब से गुजरना होगा, लेकिन मैं बदलूंगी नहीं.'   उन्होंने इससे पहले 2016 में फ्रेंच ओपन पर भी कब्जा जमाया था. उन्होंने कहा,  'मैं जिस दिन जीती उस दिन जल्दी सोने में सफल रही, लेकिन फिर मैं जल्दी उठ गई और सोचने लगी कि उस रात क्या हुआ.' उन्होंने कहा, 'मैं फिर फ्रेंच ओपन जीत से सीखने लगी और चीजों को शांती से लेने और उनका आनंद उठाने लगी. मैं पेरिस में जीतने के बाद भी खेलने उतरी थी, इसलिए अब मैं अपनी सफलता का आंनद उठाना चाहती हूं.'टिप्पणियां उन्होंने कहा, 'मैं हमेशा अपने पैर जमीन पर रखना चाहती हूं. यह जीत मेरे जिंदगी जीने के तरीके को नहीं बदलने वाली है.' उन्होंने कहा, 'हर कोई कह रहा है कि इससे मेरी जिंदगी बदल जाएगी, लेकिन मेरा कहना है कि ऐसा नहीं होगा. मुझे दवाब से गुजरना होगा, लेकिन मैं बदलूंगी नहीं.'   उन्होंने कहा, 'मैं फिर फ्रेंच ओपन जीत से सीखने लगी और चीजों को शांती से लेने और उनका आनंद उठाने लगी. मैं पेरिस में जीतने के बाद भी खेलने उतरी थी, इसलिए अब मैं अपनी सफलता का आंनद उठाना चाहती हूं.'टिप्पणियां उन्होंने कहा, 'मैं हमेशा अपने पैर जमीन पर रखना चाहती हूं. यह जीत मेरे जिंदगी जीने के तरीके को नहीं बदलने वाली है.' उन्होंने कहा, 'हर कोई कह रहा है कि इससे मेरी जिंदगी बदल जाएगी, लेकिन मेरा कहना है कि ऐसा नहीं होगा. मुझे दवाब से गुजरना होगा, लेकिन मैं बदलूंगी नहीं.'   उन्होंने कहा, 'मैं हमेशा अपने पैर जमीन पर रखना चाहती हूं. यह जीत मेरे जिंदगी जीने के तरीके को नहीं बदलने वाली है.' उन्होंने कहा, 'हर कोई कह रहा है कि इससे मेरी जिंदगी बदल जाएगी, लेकिन मेरा कहना है कि ऐसा नहीं होगा. मुझे दवाब से गुजरना होगा, लेकिन मैं बदलूंगी नहीं.'   उन्होंने कहा, 'हर कोई कह रहा है कि इससे मेरी जिंदगी बदल जाएगी, लेकिन मेरा कहना है कि ऐसा नहीं होगा. मुझे दवाब से गुजरना होगा, लेकिन मैं बदलूंगी नहीं.'
संसदीय समिति ने लोकपाल बिल पर लोगों से राय मांगी
संसद की एक समिति ने लोकपाल विधेयक पर लोगों से 15 दिनों के भीतर उनकी राय और सुझाव मांगा है, जिसमें भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिए लोकपाल के गठन का प्रस्ताव किया गया है।
संसद की एक समिति ने लोकपाल विधेयक पर लोगों से 15 दिनों के भीतर उनकी राय और सुझाव मांगा है, जिसमें भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिए लोकपाल के गठन का प्रस्ताव किया गया है। विधि एवं न्याय और कार्मिक विभाग से जुड़ी संसद की एक स्थायी समिति ने अखबारों में विज्ञापन दिया है, जिसमें लोगों से 15 दिनों के भीतर अपनी राय और सुझाव देने को कहा गया है। संसदीय समिति की ओर से लोगों एवं संगठनों को राय देने के लिए जहां 15 दिनों का समय दिया गया है, उससे ऐसा संकेत मिल रहा है कि समिति अपना सुझाव मॉनसून सत्र के अंत तक नहीं दे पाए। बहरहाल, भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम चला रहे अन्ना हजारे ने संसद में जनलोकपाल विधेयक पारित करने के लिए 30 अगस्त तक का समय दिया है। गौरतलब है कि 4 अगस्त को विधेयक लोकसभा में पेश होने के बाद राज्यसभा के सभापति ने इसे स्थायी समिति के समक्ष भेज दिया था और उसे रिपोर्ट पेश करने के लिए तीन महीने का समय दिया है। स्थायी समिति के समक्ष विधेयक भेजे जाने पर उसने हजारे पक्ष को अपना विचार रखने के लिए बुलाया था।
INDvsENG : ऑफ स्पिनर जयंत यादव ने अपने पहले टेस्ट विकेट का श्रेय टीम के इस खिलाड़ी को दिया...
जयंत को पहला टेस्ट विकेट डीआरएस की मदद से मिला जयंत यादव ने विशाखापटनम में ही टेस्ट डेब्यू किया है उन्होंने बल्लेबाजी के दौरान 35 रनों का योगदान दिया
इंग्लैंड के खिलाफ विशाखापटनम टेस्ट में पहली पारी में 455 रन का स्कोर बनाने के बाद टीम इंडिया ने गेंदबाजी में भी दम दिखाया और इंग्लैंड को बैकफुट पर धकेल दिया. इसमें टीम इंडिया के दो ऑफ स्पिन और एक तेज गेंदबाज ने अहम भूमिका निभाई. खासतौर से दोनों ऑफ स्पिनरों ने तो पहले बल्ले से कमाल किया, फिर गेंद से भी इंग्लैंड को खासा छकाया. यह दोनों ऑफ स्पिनर हैं आर अश्विन और अपना पहला टेस्ट खेल रहे जयंत यादव. अश्विन ने पहले दिन जहां दो विकेट लिए, वहीं जयंत यादव ने भी अपना पहला टेस्ट विकेट लिया. मैच खत्म होने के बाद जब जयंत से उनके विकेट के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने इसका श्रेय टीम इंडिया के ही अपने एक अन्य साथी को दिया. इसके साथ ही डेब्यू की तैयारी में योगदान के लिए भी टीम के एक बल्लेबाज की सराहना की. जयंत यादव ने निर्णय समीक्षा प्रणाली (डीआरएस) के इस्तेमाल से करियर का पहला विकेट चटकाया. हालांकि डीआरएस लेने के लिए कप्तान विराट कोहली को तैयार करने के लिए उन्होंने साथी खिलाड़ी की प्रशंसा की. वास्तव में विकेटकीपर ऋद्धिमान साहा ने कप्तान कोहली को डीआरस लेने के लिए राजी किया था, जबकि जयंत इसे लेकर उतने निश्चिंत नहीं दिख रहे थे. जयंत ने मोईन अली को करियर का पहला शिकार बनाया. इंग्लैंड के बल्लेबाज अली का विकेट हासिल कर जयंत ने अतंरराष्ट्रीय स्तर पर अपना खाता खोला और पहला विकेट लिया. उन्होंने अली को पगबाधा आउट किया. जयंत ने यहां मैच के बाद कहा, "साहा ने मेरे लिए समीक्षा करने के संदर्भ में कप्तान को समझाया. हम दोनों को लगा था कि अली आउट हैं. इस प्रणाली के फिर से इस्तेमाल के लिए कल (शनिवार) तक का इंतजार नहीं हो रहा." हरियाणा के ऑफ स्पिन गेंदबाज जयंत भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट खेलने वाले 286वें खिलाड़ी बन गए हैं, जिन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ गुरुवार को अपने टेस्ट करियर की शुरुआत की. अपने पहले टेस्ट मैच के बारे में जयंत ने कहा कि उन्होंने इस दिन का सपना देखा था और टीम के लिए योगदान देना काफी अच्छा लगता है. जयंत ने प्रथण श्रेणी में 42 मैच खेले हैं और 117 विकेट लिए हैं. उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट में भारत की पहली पारी में 455 रनों के स्कोर में 35 रनों का योगदान दिया था. इसके बाद मेहमान टीम के लिए गेंदबाजी करते हुए उन्होंने अली का विकेट गिराया.टिप्पणियां उन्होंने दूसरे दिन का खेल समाप्त होने के बाद कहा, ‘‘जब से मुझे याद है, और जब से मैंने गंभीर क्रिकेट खेलना शुरू किया है, सड़कों में नहीं बल्कि अकादमी में, मैंने इस दिन का सपना देखा है. ’’ उन्होंने कहा, ‘‘ड्रेसिंग रूम में ऐसे काफी लोग होते हैं जो आपको सहज बनाते हैं. हाल में पदार्पण करने वाले केएल राहुल ने मुझे बताया कि पदार्पण के समय क्या उम्मीद की जाए. अच्छा है कि मैंने कल कुछ नहीं किया, जिससे मुझे भावनाओं को समझने और अपनी योजनाओं को बनाने का समय मिल गया. ’’(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) जयंत यादव ने निर्णय समीक्षा प्रणाली (डीआरएस) के इस्तेमाल से करियर का पहला विकेट चटकाया. हालांकि डीआरएस लेने के लिए कप्तान विराट कोहली को तैयार करने के लिए उन्होंने साथी खिलाड़ी की प्रशंसा की. वास्तव में विकेटकीपर ऋद्धिमान साहा ने कप्तान कोहली को डीआरस लेने के लिए राजी किया था, जबकि जयंत इसे लेकर उतने निश्चिंत नहीं दिख रहे थे. जयंत ने मोईन अली को करियर का पहला शिकार बनाया. इंग्लैंड के बल्लेबाज अली का विकेट हासिल कर जयंत ने अतंरराष्ट्रीय स्तर पर अपना खाता खोला और पहला विकेट लिया. उन्होंने अली को पगबाधा आउट किया. जयंत ने यहां मैच के बाद कहा, "साहा ने मेरे लिए समीक्षा करने के संदर्भ में कप्तान को समझाया. हम दोनों को लगा था कि अली आउट हैं. इस प्रणाली के फिर से इस्तेमाल के लिए कल (शनिवार) तक का इंतजार नहीं हो रहा." हरियाणा के ऑफ स्पिन गेंदबाज जयंत भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट खेलने वाले 286वें खिलाड़ी बन गए हैं, जिन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ गुरुवार को अपने टेस्ट करियर की शुरुआत की. अपने पहले टेस्ट मैच के बारे में जयंत ने कहा कि उन्होंने इस दिन का सपना देखा था और टीम के लिए योगदान देना काफी अच्छा लगता है. जयंत ने प्रथण श्रेणी में 42 मैच खेले हैं और 117 विकेट लिए हैं. उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट में भारत की पहली पारी में 455 रनों के स्कोर में 35 रनों का योगदान दिया था. इसके बाद मेहमान टीम के लिए गेंदबाजी करते हुए उन्होंने अली का विकेट गिराया.टिप्पणियां उन्होंने दूसरे दिन का खेल समाप्त होने के बाद कहा, ‘‘जब से मुझे याद है, और जब से मैंने गंभीर क्रिकेट खेलना शुरू किया है, सड़कों में नहीं बल्कि अकादमी में, मैंने इस दिन का सपना देखा है. ’’ उन्होंने कहा, ‘‘ड्रेसिंग रूम में ऐसे काफी लोग होते हैं जो आपको सहज बनाते हैं. हाल में पदार्पण करने वाले केएल राहुल ने मुझे बताया कि पदार्पण के समय क्या उम्मीद की जाए. अच्छा है कि मैंने कल कुछ नहीं किया, जिससे मुझे भावनाओं को समझने और अपनी योजनाओं को बनाने का समय मिल गया. ’’(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) इंग्लैंड के बल्लेबाज अली का विकेट हासिल कर जयंत ने अतंरराष्ट्रीय स्तर पर अपना खाता खोला और पहला विकेट लिया. उन्होंने अली को पगबाधा आउट किया. जयंत ने यहां मैच के बाद कहा, "साहा ने मेरे लिए समीक्षा करने के संदर्भ में कप्तान को समझाया. हम दोनों को लगा था कि अली आउट हैं. इस प्रणाली के फिर से इस्तेमाल के लिए कल (शनिवार) तक का इंतजार नहीं हो रहा." हरियाणा के ऑफ स्पिन गेंदबाज जयंत भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट खेलने वाले 286वें खिलाड़ी बन गए हैं, जिन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ गुरुवार को अपने टेस्ट करियर की शुरुआत की. अपने पहले टेस्ट मैच के बारे में जयंत ने कहा कि उन्होंने इस दिन का सपना देखा था और टीम के लिए योगदान देना काफी अच्छा लगता है. जयंत ने प्रथण श्रेणी में 42 मैच खेले हैं और 117 विकेट लिए हैं. उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट में भारत की पहली पारी में 455 रनों के स्कोर में 35 रनों का योगदान दिया था. इसके बाद मेहमान टीम के लिए गेंदबाजी करते हुए उन्होंने अली का विकेट गिराया.टिप्पणियां उन्होंने दूसरे दिन का खेल समाप्त होने के बाद कहा, ‘‘जब से मुझे याद है, और जब से मैंने गंभीर क्रिकेट खेलना शुरू किया है, सड़कों में नहीं बल्कि अकादमी में, मैंने इस दिन का सपना देखा है. ’’ उन्होंने कहा, ‘‘ड्रेसिंग रूम में ऐसे काफी लोग होते हैं जो आपको सहज बनाते हैं. हाल में पदार्पण करने वाले केएल राहुल ने मुझे बताया कि पदार्पण के समय क्या उम्मीद की जाए. अच्छा है कि मैंने कल कुछ नहीं किया, जिससे मुझे भावनाओं को समझने और अपनी योजनाओं को बनाने का समय मिल गया. ’’(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) जयंत ने यहां मैच के बाद कहा, "साहा ने मेरे लिए समीक्षा करने के संदर्भ में कप्तान को समझाया. हम दोनों को लगा था कि अली आउट हैं. इस प्रणाली के फिर से इस्तेमाल के लिए कल (शनिवार) तक का इंतजार नहीं हो रहा." हरियाणा के ऑफ स्पिन गेंदबाज जयंत भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट खेलने वाले 286वें खिलाड़ी बन गए हैं, जिन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ गुरुवार को अपने टेस्ट करियर की शुरुआत की. अपने पहले टेस्ट मैच के बारे में जयंत ने कहा कि उन्होंने इस दिन का सपना देखा था और टीम के लिए योगदान देना काफी अच्छा लगता है. जयंत ने प्रथण श्रेणी में 42 मैच खेले हैं और 117 विकेट लिए हैं. उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट में भारत की पहली पारी में 455 रनों के स्कोर में 35 रनों का योगदान दिया था. इसके बाद मेहमान टीम के लिए गेंदबाजी करते हुए उन्होंने अली का विकेट गिराया.टिप्पणियां उन्होंने दूसरे दिन का खेल समाप्त होने के बाद कहा, ‘‘जब से मुझे याद है, और जब से मैंने गंभीर क्रिकेट खेलना शुरू किया है, सड़कों में नहीं बल्कि अकादमी में, मैंने इस दिन का सपना देखा है. ’’ उन्होंने कहा, ‘‘ड्रेसिंग रूम में ऐसे काफी लोग होते हैं जो आपको सहज बनाते हैं. हाल में पदार्पण करने वाले केएल राहुल ने मुझे बताया कि पदार्पण के समय क्या उम्मीद की जाए. अच्छा है कि मैंने कल कुछ नहीं किया, जिससे मुझे भावनाओं को समझने और अपनी योजनाओं को बनाने का समय मिल गया. ’’(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) हरियाणा के ऑफ स्पिन गेंदबाज जयंत भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट खेलने वाले 286वें खिलाड़ी बन गए हैं, जिन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ गुरुवार को अपने टेस्ट करियर की शुरुआत की. अपने पहले टेस्ट मैच के बारे में जयंत ने कहा कि उन्होंने इस दिन का सपना देखा था और टीम के लिए योगदान देना काफी अच्छा लगता है. जयंत ने प्रथण श्रेणी में 42 मैच खेले हैं और 117 विकेट लिए हैं. उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट में भारत की पहली पारी में 455 रनों के स्कोर में 35 रनों का योगदान दिया था. इसके बाद मेहमान टीम के लिए गेंदबाजी करते हुए उन्होंने अली का विकेट गिराया.टिप्पणियां उन्होंने दूसरे दिन का खेल समाप्त होने के बाद कहा, ‘‘जब से मुझे याद है, और जब से मैंने गंभीर क्रिकेट खेलना शुरू किया है, सड़कों में नहीं बल्कि अकादमी में, मैंने इस दिन का सपना देखा है. ’’ उन्होंने कहा, ‘‘ड्रेसिंग रूम में ऐसे काफी लोग होते हैं जो आपको सहज बनाते हैं. हाल में पदार्पण करने वाले केएल राहुल ने मुझे बताया कि पदार्पण के समय क्या उम्मीद की जाए. अच्छा है कि मैंने कल कुछ नहीं किया, जिससे मुझे भावनाओं को समझने और अपनी योजनाओं को बनाने का समय मिल गया. ’’(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) जयंत ने प्रथण श्रेणी में 42 मैच खेले हैं और 117 विकेट लिए हैं. उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट में भारत की पहली पारी में 455 रनों के स्कोर में 35 रनों का योगदान दिया था. इसके बाद मेहमान टीम के लिए गेंदबाजी करते हुए उन्होंने अली का विकेट गिराया.टिप्पणियां उन्होंने दूसरे दिन का खेल समाप्त होने के बाद कहा, ‘‘जब से मुझे याद है, और जब से मैंने गंभीर क्रिकेट खेलना शुरू किया है, सड़कों में नहीं बल्कि अकादमी में, मैंने इस दिन का सपना देखा है. ’’ उन्होंने कहा, ‘‘ड्रेसिंग रूम में ऐसे काफी लोग होते हैं जो आपको सहज बनाते हैं. हाल में पदार्पण करने वाले केएल राहुल ने मुझे बताया कि पदार्पण के समय क्या उम्मीद की जाए. अच्छा है कि मैंने कल कुछ नहीं किया, जिससे मुझे भावनाओं को समझने और अपनी योजनाओं को बनाने का समय मिल गया. ’’(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) उन्होंने दूसरे दिन का खेल समाप्त होने के बाद कहा, ‘‘जब से मुझे याद है, और जब से मैंने गंभीर क्रिकेट खेलना शुरू किया है, सड़कों में नहीं बल्कि अकादमी में, मैंने इस दिन का सपना देखा है. ’’ उन्होंने कहा, ‘‘ड्रेसिंग रूम में ऐसे काफी लोग होते हैं जो आपको सहज बनाते हैं. हाल में पदार्पण करने वाले केएल राहुल ने मुझे बताया कि पदार्पण के समय क्या उम्मीद की जाए. अच्छा है कि मैंने कल कुछ नहीं किया, जिससे मुझे भावनाओं को समझने और अपनी योजनाओं को बनाने का समय मिल गया. ’’(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
लीबिया में नौका हादसा, करीब 100 शरणार्थियों की मौत
लीबिया के अशांत इलाके से इटली के लाम्पेदुसा द्वीप पहुंची एक नौका में सवार 100 लोगों की मौत हो गई है। हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
लीबिया के अशांत इलाके से इटली के लाम्पेदुसा द्वीप पहुंची एक नौका में सवार 100 लोगों की मौत हो गई है। हालांकि तटीय सुरक्षा अधिकारियों ने मरने वाले लोगों की संख्या की पुष्टि नहीं की है। जीवित बची एक महिला ने इटली की एएनएसए समाचार एजेंसी को बताया कि नौका पर 300 लोग सवार थे, जिसमें से लगभग 100 लोग मारे गए। मरने वालों में अधिकतर महिलाएं थीं। नाव पर सवार अन्य लोगों ने मजबूरन उनके शव समुद्र में फेंक दिए। महिला का दावा और इटली के तटीय सुरक्षा अधिकारियों द्वारा दी जा रही जानकारी में विरोधाभास है। अधिकारियों ने कहा था कि उन्होंने गुरुवार को लमपेडुसा के 167 किलोमीटर दक्षिण में भूख प्यास से बेहाल 300 से अधिक शरणार्थियों की जान बचाई है। लेकिन लमपेडुसा बंदरगाह के कमांडर अंटोनियो मोराना ने कहा कि शरणार्थियों को बचाने के लिए तेज रफ्तार नौकाओं को वहां भेजा गया जहां उन्होंने देखा कि लोग मर चुके थे और कपड़े समुद्र में तैर रहे थे। मोराना ने कहा कि बचाव कर्मी यह पता नहीं लगा पाए कि पानी में कितने शव तैर रहे थे।
गूगल एप के नए अपडेट से 'सर्च' करना हुआ और आसान
गूगल ने गुरुवार को अपने 'सर्च' एप का नवीनतम अपडेट लांच किया नए अपडेट से यूजर्स को उसके नतीजे ढूंढ़ने में आसानी होगी गूगल ने बताया कि यह अपडेट अंग्रेजी में उपलब्ध है
टिप्पणियां अगर आप भोजन प्रेमी है तो आप गूगल सर्च में 'फूड फेस्टिवल इन दिल्ली' डालने का आपको आसान फार्मेट में सभी जानकारियां मिलेंगी. गूगल ने इसके अलावा डेवलपर गाइडलाइन भी जारी किया है, ताकि इवेंट को उसी तरीके से सूचीबद्ध किया जा सके. इसके यूजर्स को गूगल पर उसके नतीजे ढूंढ़ने में आसानी होगी.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) अगर आप भोजन प्रेमी है तो आप गूगल सर्च में 'फूड फेस्टिवल इन दिल्ली' डालने का आपको आसान फार्मेट में सभी जानकारियां मिलेंगी. गूगल ने इसके अलावा डेवलपर गाइडलाइन भी जारी किया है, ताकि इवेंट को उसी तरीके से सूचीबद्ध किया जा सके. इसके यूजर्स को गूगल पर उसके नतीजे ढूंढ़ने में आसानी होगी.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
भारत विरोधी रुख के लिए पहचाने जाने वाले प्रचंड नेपाल के प्रधानमंत्री चुने गए
माओवादी नेता प्रचंड ने मंगलवार को दाखिल किया था नामांकन उनके चुने जाने से नेपाल में राजनीतिक स्थिरता आने की उम्‍मीद नेपाल कांग्रेस और मधेसी पार्टियों ने किया है प्रचंड का समर्थन
माओवादी नेता पुष्‍प कमल दहल प्रचंड बुधवार को नेपाल के प्रधानमंत्री चुन लिये गए. प्रचंड ने प्रधानमंत्री पद के चुनाव के लिए मंगलवार को  नामांकन दाखिल किया था. उम्‍मीद है कि प्रचंड के प्रधानमंत्री चुने जाने से नेपाल में राजनीतिक स्थिरता आएगी. अपने भारत विरोधी रुख के लिए पहचाने जाने वाले प्रचंड को सबसे बड़ी पार्टी नेपाली कांग्रेस का समर्थन मिला. इसके अलावा मधेसी पार्टियों ने भी उनकी उम्मीदवारी का समर्थन किया. मंगलवार को नेपाली कांग्रेस के अध्यक्ष शेर बहादुर देवबा ने सीपीएन-माओवादी सेंटर के प्रमुख प्रचंड की उम्मीदवारी का प्रस्ताव दिया था और माओवादी नेता कृष्ण बहादुर महारा ने इसका समर्थन किया था. यह महत्वपूर्ण घटनाक्रम उस वक्त हुआ है जब एक दिन पहले नेपाली राष्ट्रपति विद्या भंडारी ने बहुमत वाली सरकार के गठन के लिए सभी राजनीतिक दलों का नए सिरे से आह्वान किया था.टिप्पणियां इससे पहले राष्ट्रपति की ओर से सरकार के गठन के लिए दी गई समयसीमा खत्म हो गई थी और और प्रमुख राजनीतिक दलों के बीच कोई सहमति नहीं बन पाई थी. इससे पहले, केपी ओली ने बीते 24 जुलाई को नेपाल के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था जिसके बाद भारत के इस पड़ोसी देश  में नया राजनीतिक संकट पैदा हो गया था. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) अपने भारत विरोधी रुख के लिए पहचाने जाने वाले प्रचंड को सबसे बड़ी पार्टी नेपाली कांग्रेस का समर्थन मिला. इसके अलावा मधेसी पार्टियों ने भी उनकी उम्मीदवारी का समर्थन किया. मंगलवार को नेपाली कांग्रेस के अध्यक्ष शेर बहादुर देवबा ने सीपीएन-माओवादी सेंटर के प्रमुख प्रचंड की उम्मीदवारी का प्रस्ताव दिया था और माओवादी नेता कृष्ण बहादुर महारा ने इसका समर्थन किया था. यह महत्वपूर्ण घटनाक्रम उस वक्त हुआ है जब एक दिन पहले नेपाली राष्ट्रपति विद्या भंडारी ने बहुमत वाली सरकार के गठन के लिए सभी राजनीतिक दलों का नए सिरे से आह्वान किया था.टिप्पणियां इससे पहले राष्ट्रपति की ओर से सरकार के गठन के लिए दी गई समयसीमा खत्म हो गई थी और और प्रमुख राजनीतिक दलों के बीच कोई सहमति नहीं बन पाई थी. इससे पहले, केपी ओली ने बीते 24 जुलाई को नेपाल के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था जिसके बाद भारत के इस पड़ोसी देश  में नया राजनीतिक संकट पैदा हो गया था. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) मंगलवार को नेपाली कांग्रेस के अध्यक्ष शेर बहादुर देवबा ने सीपीएन-माओवादी सेंटर के प्रमुख प्रचंड की उम्मीदवारी का प्रस्ताव दिया था और माओवादी नेता कृष्ण बहादुर महारा ने इसका समर्थन किया था. यह महत्वपूर्ण घटनाक्रम उस वक्त हुआ है जब एक दिन पहले नेपाली राष्ट्रपति विद्या भंडारी ने बहुमत वाली सरकार के गठन के लिए सभी राजनीतिक दलों का नए सिरे से आह्वान किया था.टिप्पणियां इससे पहले राष्ट्रपति की ओर से सरकार के गठन के लिए दी गई समयसीमा खत्म हो गई थी और और प्रमुख राजनीतिक दलों के बीच कोई सहमति नहीं बन पाई थी. इससे पहले, केपी ओली ने बीते 24 जुलाई को नेपाल के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था जिसके बाद भारत के इस पड़ोसी देश  में नया राजनीतिक संकट पैदा हो गया था. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) इससे पहले राष्ट्रपति की ओर से सरकार के गठन के लिए दी गई समयसीमा खत्म हो गई थी और और प्रमुख राजनीतिक दलों के बीच कोई सहमति नहीं बन पाई थी. इससे पहले, केपी ओली ने बीते 24 जुलाई को नेपाल के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था जिसके बाद भारत के इस पड़ोसी देश  में नया राजनीतिक संकट पैदा हो गया था. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
VHP के नए अध्‍यक्ष कोकजे ने कहा, 'अयोध्‍या में भव्‍य राम मंदिर बनाना ही हमारा लक्ष्‍य'
VHP के नए प्रमुख कोकजे ने कहा है क‍ि राम मंद‍िर बनवाना उनका लक्ष्‍य है कोकेजे ने कहा क‍ि संगठन का चेहरा बदला है लेक‍िन लक्ष्‍य वही है इसी के साथ उन्‍होंने ह‍िन्‍दू एकीकरण की बात भी दोहराई
कार्यक्रम में VHP पदाधिकारियों का नागरिक अभिनन्दन करने वालों में एससी/एसटी वेलफेयर एसोशिएशन और वाल्मीकि समाज चेतना संगठन के अध्यक्ष ब्रह्म प्रकाश, अखिल भारतीय रेगर महासभा के महासचिव चतर सिंह रछौया, गुरु रविदास जन्मोत्सव कमेटी के उप-प्रधान मेहर सिंह, 360 गांवों के प्रधान रामकरण, 96 गांवों के प्रधान राकेश नम्बरदार, अंतर्राष्ट्रीय वैश्य महासम्मेलन के महामंत्री बाबू राम गुप्ता के अलावा दक्षिणी दिल्ली नगर निगम में सदन की नेता शिखा राय भी शामिल थीं.टिप्पणियां स्वागत समारोह में मंच पर VHP के अंतर्राष्ट्रीय संगठन महामंत्री विनायक राव देशपाण्डे के अलावा दिनेश चन्द्र, अंतर्राष्ट्रीय उपाध्यक्ष चंपतराय, ओम प्रकाश सिंघल, जीवेश्वर मिश्र, राघवल्लु, राजेन्द्र पंकज, संयुक्त महामंत्री कोटेश्वर शर्मा, डॉ. सुरेन्द्र जैन, केन्द्रीय मंत्री अशोक तिवारी, क्षेत्रीय संगठन मंत्री करूणा प्रकाश, बजरंगदल के राष्ट्रीय संयोजक मनोज वर्मा, राष्ट्रीय प्रवक्ता विजयशंकर तिवारी, इंद्रप्रस्थ विश्व हिंदू परिषद के मंत्री श्री बचन सिंह, उपाध्यक्ष गुरदीन प्रसाद, दुर्गा वाहिनी प्रांत संयोजिका कु. कुसुम सहित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, VHP, बजरंगदल व दुगार्वाहिनी के अनेक पदाधिकारी तथा गणमान्य लोग उपस्थित थे.Video: राम मंदिर-बाबरी मस्जिद विवाद फिर सुर्खियों में स्वागत समारोह में मंच पर VHP के अंतर्राष्ट्रीय संगठन महामंत्री विनायक राव देशपाण्डे के अलावा दिनेश चन्द्र, अंतर्राष्ट्रीय उपाध्यक्ष चंपतराय, ओम प्रकाश सिंघल, जीवेश्वर मिश्र, राघवल्लु, राजेन्द्र पंकज, संयुक्त महामंत्री कोटेश्वर शर्मा, डॉ. सुरेन्द्र जैन, केन्द्रीय मंत्री अशोक तिवारी, क्षेत्रीय संगठन मंत्री करूणा प्रकाश, बजरंगदल के राष्ट्रीय संयोजक मनोज वर्मा, राष्ट्रीय प्रवक्ता विजयशंकर तिवारी, इंद्रप्रस्थ विश्व हिंदू परिषद के मंत्री श्री बचन सिंह, उपाध्यक्ष गुरदीन प्रसाद, दुर्गा वाहिनी प्रांत संयोजिका कु. कुसुम सहित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, VHP, बजरंगदल व दुगार्वाहिनी के अनेक पदाधिकारी तथा गणमान्य लोग उपस्थित थे.Video: राम मंदिर-बाबरी मस्जिद विवाद फिर सुर्खियों में Video: राम मंदिर-बाबरी मस्जिद विवाद फिर सुर्खियों में
सिंगापुर ओपन बैडमिंटन : सायना की चुनौती समाप्त
लंदन ओलिंपिक में कांस्य पदक जीत चुकीं सायना को शुक्रवार को इंडोनेशिया की लिंदावेनी फानतेरी ने 17-21, 21-13, 21-13 से हराया। यह मैच 59 मिनट चला।
भारत की सायना नेहवाल सिंगापुर ओपन सुपर सीरीज बैडमिंटन टूर्नामेंट के एकल वर्ग के क्वार्टर फाइनल में हार गई हैं। लंदन ओलिंपिक में कांस्य पदक जीत चुकीं सायना को शुक्रवार को इंडोनेशिया की लिंदावेनी फानतेरी ने 17-21, 21-13, 21-13 से हराया। यह मैच 59 मिनट चला। विश्व की दूसरी वरीयता प्राप्त महिला बैडमिंटन स्टार सायना और विश्व की 13वीं वरीय खिलाड़ी फानतेरी के बीच यह दूसरी भिड़ंत थी। इससे पहले सायना ने इस साल के इंडोनेशिया ओपन में जीत हासिल की थी। इस बार हालांकि फानतेरी कोर्ट पर सायना की तुलना में बेहतर एथलीट साबित हुई और उन्होंने अपने शानदार स्मैश और उम्दा ड्रॉप शॉट्स की मदद से लंदन में अपनी चमक दिखा चुकीं सायना को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया।टिप्पणियां सायना ने गुरुवार को खेले गए दूसरे दौर के मुकाबले में जापान की एरिको हिरोसे को 16-21 21-16 21-9 से हराकर अंतिम-8 दौर में जगह बनाई थी। उनकी हार के साथ इस टूर्नामेंट में भारत की चुनौती समाप्त हो चुकी है। सेमीफाइनल में फानतेरी का सामना चीन की सातवीं वरीय शिजियान वांग और चीन की ही चौथी वरीय यिहान वांग के बीच होने वाले मुकाबले के विजेता से होगा। लंदन ओलिंपिक में कांस्य पदक जीत चुकीं सायना को शुक्रवार को इंडोनेशिया की लिंदावेनी फानतेरी ने 17-21, 21-13, 21-13 से हराया। यह मैच 59 मिनट चला। विश्व की दूसरी वरीयता प्राप्त महिला बैडमिंटन स्टार सायना और विश्व की 13वीं वरीय खिलाड़ी फानतेरी के बीच यह दूसरी भिड़ंत थी। इससे पहले सायना ने इस साल के इंडोनेशिया ओपन में जीत हासिल की थी। इस बार हालांकि फानतेरी कोर्ट पर सायना की तुलना में बेहतर एथलीट साबित हुई और उन्होंने अपने शानदार स्मैश और उम्दा ड्रॉप शॉट्स की मदद से लंदन में अपनी चमक दिखा चुकीं सायना को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया।टिप्पणियां सायना ने गुरुवार को खेले गए दूसरे दौर के मुकाबले में जापान की एरिको हिरोसे को 16-21 21-16 21-9 से हराकर अंतिम-8 दौर में जगह बनाई थी। उनकी हार के साथ इस टूर्नामेंट में भारत की चुनौती समाप्त हो चुकी है। सेमीफाइनल में फानतेरी का सामना चीन की सातवीं वरीय शिजियान वांग और चीन की ही चौथी वरीय यिहान वांग के बीच होने वाले मुकाबले के विजेता से होगा। विश्व की दूसरी वरीयता प्राप्त महिला बैडमिंटन स्टार सायना और विश्व की 13वीं वरीय खिलाड़ी फानतेरी के बीच यह दूसरी भिड़ंत थी। इससे पहले सायना ने इस साल के इंडोनेशिया ओपन में जीत हासिल की थी। इस बार हालांकि फानतेरी कोर्ट पर सायना की तुलना में बेहतर एथलीट साबित हुई और उन्होंने अपने शानदार स्मैश और उम्दा ड्रॉप शॉट्स की मदद से लंदन में अपनी चमक दिखा चुकीं सायना को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया।टिप्पणियां सायना ने गुरुवार को खेले गए दूसरे दौर के मुकाबले में जापान की एरिको हिरोसे को 16-21 21-16 21-9 से हराकर अंतिम-8 दौर में जगह बनाई थी। उनकी हार के साथ इस टूर्नामेंट में भारत की चुनौती समाप्त हो चुकी है। सेमीफाइनल में फानतेरी का सामना चीन की सातवीं वरीय शिजियान वांग और चीन की ही चौथी वरीय यिहान वांग के बीच होने वाले मुकाबले के विजेता से होगा। इस बार हालांकि फानतेरी कोर्ट पर सायना की तुलना में बेहतर एथलीट साबित हुई और उन्होंने अपने शानदार स्मैश और उम्दा ड्रॉप शॉट्स की मदद से लंदन में अपनी चमक दिखा चुकीं सायना को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया।टिप्पणियां सायना ने गुरुवार को खेले गए दूसरे दौर के मुकाबले में जापान की एरिको हिरोसे को 16-21 21-16 21-9 से हराकर अंतिम-8 दौर में जगह बनाई थी। उनकी हार के साथ इस टूर्नामेंट में भारत की चुनौती समाप्त हो चुकी है। सेमीफाइनल में फानतेरी का सामना चीन की सातवीं वरीय शिजियान वांग और चीन की ही चौथी वरीय यिहान वांग के बीच होने वाले मुकाबले के विजेता से होगा। सायना ने गुरुवार को खेले गए दूसरे दौर के मुकाबले में जापान की एरिको हिरोसे को 16-21 21-16 21-9 से हराकर अंतिम-8 दौर में जगह बनाई थी। उनकी हार के साथ इस टूर्नामेंट में भारत की चुनौती समाप्त हो चुकी है। सेमीफाइनल में फानतेरी का सामना चीन की सातवीं वरीय शिजियान वांग और चीन की ही चौथी वरीय यिहान वांग के बीच होने वाले मुकाबले के विजेता से होगा। सेमीफाइनल में फानतेरी का सामना चीन की सातवीं वरीय शिजियान वांग और चीन की ही चौथी वरीय यिहान वांग के बीच होने वाले मुकाबले के विजेता से होगा।
मुखर्जी नगर मामला : ड्राइवर और उसके बेटे की पिटाई के मामले में स्टेटस रिपोर्ट दाखिल
तीन पुलिस कर्मियों को सस्पेंड किया गया दस पुलिस कर्मियों के खिलाफ जांच चल रही दिल्ली हाई कोर्ट दो जुलाई को सुनवाई करेगा
मुखर्जी नगर में कैब ड्राइवर और उसके नाबालिग बेटे की पिटाई के मामले में दिल्ली पुलिस ने दिल्ली हाई कोर्ट में स्टेटस रिपोर्ट दाखिल कर दी है. सूत्रों के मुताबिक दिल्ली पुलिस ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि इस मामले में तीन पुलिस कर्मियों को सस्पेंड किया गया है. दस पुलिस कर्मियों के खिलाफ जांच चल रही है.   जिन दस पुलिसकर्मियों के खिलाफ जांच चल रही है उनका मुखर्जी नगर से ट्रांसफर किया जा चुका है. पुलिस ने अपनी रिपोर्ट में यह भी कहा है कि वीडियो फुटेज के आधार पर ये बात सामने आई है कि छह पुलिस कर्मियों नें पीड़ित को पकड़ रखा था और तीन पुलिस कर्मियों ने पिटाई की. पुलिस ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि घटना के समय वीडियो बनाने वाले कई लोगों के बयान भी दर्ज किए गए हैं. दिल्ली हाई कोर्ट दो जुलाई को इस मामले की सुनवाई करेगा. दअरसल दिल्ली के मुखर्जी नगर में ऑटो ड्राइवर और उसके बच्चे से मारपीट की जांच सीबीआई से कराने को लेकर दाखिल जनहित याचिका पर सुनवाई के दौरान दिल्ली हाई कोर्ट ने दिल्ली पुलिस के ज्वाइंट कमिश्नर से स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करने को कहा था.
क्रिकेट के ओबामा हैं धोनी : प्रवीण कुमार
प्रवीण कुमार का मानना है कि धोनी की तुलना केवल अमेरिका के करिश्माई राष्ट्रपति बराक ओबामा से की जा सकती है।
यदि नेतृत्व कौशल का पैमाना प्रेरणास्रोत होना है तो फिर ऑलराउंडर प्रवीण कुमार का मानना है कि भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की तुलना केवल अमेरिका के करिश्माई राष्ट्रपति बराक ओबामा से की जा सकती है। प्रवीण से जब पूछा गया कि कप्तान के तौर पर धोनी को क्या चीज खास बनाती है, उन्होंने कहा, वह क्रिकेट के ओबामा हैं। विषम परिस्थितियों में धैर्य नहीं खोने वाले और अपने खिलाड़ियों का भरपूर पक्ष लेने वाले धोनी ने 2007 में जब से कप्तानी संभाली है तब उसे उन्हें कभी कभार ही आलोचनाओं का सामना करना पड़ा। अमेरिका के पहले अश्वेत राष्ट्रपति ओबामा को प्रेरणादायी नेता माना जाता है और प्रवीण का मानना है कि जहां तक भारतीय क्रिकेट का सवाल है तो धोनी भी कम प्रभावशाली नहीं हैं। अपने पहले विश्व कप में खेल रहा यह 24 वर्षीय गेंदबाजी ऑलराउंडर काफी उत्साहित है। उन्होंने कहा, मैं अभी सपनों में खोया हूं। विश्व कप कोई आम टूर्नामेंट नहीं है और हम अपने देश में खेलेंगे। यहां इसका उत्साह कुछ अलग ही होगा। मैं वास्तव में इसमें खेलने का इंतजार नहीं कर सकता। क्रिकेट समुदाय में पीके के नाम से मशहूर यह गेंदबाज अभी राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी रिहैबिलिटेशन कार्यक्रम में भाग ले रहा है। कोहनी में चोट के कारण वह दक्षिण अफ्रीका के आधे दौरे से लौट आए थे। उन्होंने कहा, मैं अब काफी अच्छा महसूस कर रहा हूं। रिहैबिलिटेशन कार्यक्रम सही तरह से चल रहा है और आशा है कि टूर्नामेंट शुरू होने से पहले मैं लय हासिल कर लूंगा।
ट्विटर पर सवालों का जवाब देंगे ओबामा
व्हाइट हाउस 6 जुलाई को जनता और ओबामा के बीच क ट्विटर सत्र आयोजित करेगा। इस सत्र का मुख्य मुद्दा नौकरी और अर्थव्यवस्था होगी।
अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा अब लोगों के सवालों का ट्विटर के मध्यम से जवाब देंगे। इसके लिए व्हाइट हाउस 6 जुलाई को जनता और ओबामा के बीच एक ट्विटर सत्र आयोजित करेगा। एक ट्वीट में महज 140 कैरेक्टर आते हैं और ओबामा ट्विटर के माध्यम से पूछे गए सवालों का सिर्फ इतने में ही जवाब देंगे। इस बार ट्विटर सत्र का मुख्य मुद्दा नौकरी और अर्थव्यवस्था होगी तथा ज्यादातर सवाल इसी से जुड़े होंगे। ओबामा के जवाबों के वीडियो को भी ऑनलाइन किया जाएगा। इससे पहले भी ओबामा एक सार्वजनिक बैठक में लोगों के सवालों के जवाब दे चुके हैं, जिसके लिए उन्होंने फेसबुक का इस्तेमाल किया था। व्हाइट हाउस का कहना है कि ऐसा पहली बार होगा जब ओबामा माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर के माध्यम से लोगों के सवालों का जवाब देंगे। ओबामा के राष्ट्रपति चुनाव प्रचार अभियान के अनुसार वह लगातार ट्वीट करेंगे। उनके ट्वीट के नीचे बीओ लिखा होगा।
कर नियमों में संशोधन और घाटा कम करने के उपाय का संकेत
केंद्रीय वित्त मंत्री पी. चिदम्बरम ने सोमवार को कहा कि निवेशकों की अपेक्षाओं के मुताबिक सरकार आर्थिक नीतियों में संशोधन करेगी, वित्तीय घाटा कम करेगी और विकास में तेजी लाएगी।
केंद्रीय वित्त मंत्री पी. चिदम्बरम ने सोमवार को कहा कि निवेशकों की अपेक्षाओं के मुताबिक सरकार आर्थिक नीतियों में संशोधन करेगी, वित्तीय घाटा कम करेगी और विकास में तेजी लाएगी। चिदम्बरम ने वित्त मंत्रालय का प्रभार सम्भालने के बाद पहली बार संवाददाताओं से मुखातिब होते हुए कहा, "विभिन्न पक्षों की अपेक्षाओं पर खड़ा उतरने के लिए हमें नीतियों में संशोधन करना होगा।" चिदम्बरम ने निवेश में तेजी लाकर विकास में तेजी लाने की एक योजना को सामने रखा। उन्होंने कहा, "विकास में तेजी लाने के लिए घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय निवेशकों से अधिक निवेश हासिल करना होगा। चूंकि निवेश भरोसा होने पर किया जाता है, हमें निवेशकों के मन से किसी भी चिंता या अविश्वास को समाप्त करना होगा।" उन्होंने कहा, "हम सम्भावित निवेशकों से अपनी नीतियों के बारे में बेहतर संवाद बनाएंगे। हमारा लक्ष्य भारत में कारोबार की राह में समझी जाने वाली बाधाओं को हटाना होगा, इसके तहत अनुचित नियमों के बोझ का डर भी शामिल है।" चिदम्बरम ने कहा कि विशाल नकदी भंडार वाली भारतीय कम्पनियों को निवेश शुरू करने के लिए प्रोत्साहित करना होगा और विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड के पास आए प्रस्तावों पर तेजी से फैसला लेना होगा। चिदम्बरम ने सामान्य कर परिवर्जन रोधी (गार) नियमों और कराधान के नियमों में पिछले समय से लागू होने वाले बदलावों जैसे मामलों में भी संशोधन का संकेत दिया। चिदम्बरम ने कहा कि सरकार जल्द ही खर्चे पर लगाम लगाने और वित्तीय घाटा कम करने के उपाय पेश करेगी। उन्होंने कहा कि उन्होंने सरकार को वित्तीय घाटा कम करने के उपाय सुझाने के लिए तीन सदस्यीय समिति का गठन किया है। उन्होंने कहा, "हमें उम्मीद है कि काम कुछ ही सप्ताह में समाप्त हो जाएगा।" महंगाई के बारे में चिदम्बरम ने कहा कि सरकार भारतीय रिजर्व बैंक के साथ महंगाई का दबाव कम करने के लिए काम करेगी। दिन के पूर्वार्द्ध में रिजर्व बैंक के गवर्नर डी. सुब्बाराव ने चिवदम्बरम से मुलाकात की। दोनों ने आर्थिक स्थितियों पर चर्चा की। मंत्री ने कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि भारत उच्च विकास दर फिर से हासिल कर लेगा। उन्होंने कहा कि देश के सामने 1991, 1997 और 2008 में भी ऐसी ही स्थिति थी और देश ने उसका सफलतापूर्वक मुकाबला किया। चिदम्बरम ने कहा, "आज आमतौर पर यह माना जाता है कि भारतीय अर्थव्यवस्था मजबूत है और चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए तैयार है। पिछले आठ वर्षो में से दो सालों में धीमा विकास होने से हमारा विश्वास कमजोर नहीं हो सकता है।"टिप्पणियां चिदम्बरम ने सोमवार को कहा कि आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति आधारभूत संरचना परियोजनाओं को तेजी से लागू करने के रास्ते में आने वाली बाधाओं को दूर करेगी। उन्होंने कहा, "समिति (आधारभूत संरचना के) हर क्षेत्र को प्रभावित करने वाले मुद्दों की जांच करेगी और फैसले लेगी, जिससे उस क्षेत्र में व्यापक विकास होगा।" चिदम्बरम ने कहा, "कुछ क्षेत्र दबाव में हैं जैसे पेट्रोलियम, बिजली और कपड़ा क्षेत्र। हमें कोयला, खनन, पेट्रोलियम, बिजली, सड़क परिवहन, रेलवे और बंदरगाह क्षेत्र में उच्च उत्पादन को बाधित करने वाली समस्याओं का व्यावहारिक समाधान खोजना होगा।" चिदम्बरम ने वित्त मंत्रालय का प्रभार सम्भालने के बाद पहली बार संवाददाताओं से मुखातिब होते हुए कहा, "विभिन्न पक्षों की अपेक्षाओं पर खड़ा उतरने के लिए हमें नीतियों में संशोधन करना होगा।" चिदम्बरम ने निवेश में तेजी लाकर विकास में तेजी लाने की एक योजना को सामने रखा। उन्होंने कहा, "विकास में तेजी लाने के लिए घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय निवेशकों से अधिक निवेश हासिल करना होगा। चूंकि निवेश भरोसा होने पर किया जाता है, हमें निवेशकों के मन से किसी भी चिंता या अविश्वास को समाप्त करना होगा।" उन्होंने कहा, "हम सम्भावित निवेशकों से अपनी नीतियों के बारे में बेहतर संवाद बनाएंगे। हमारा लक्ष्य भारत में कारोबार की राह में समझी जाने वाली बाधाओं को हटाना होगा, इसके तहत अनुचित नियमों के बोझ का डर भी शामिल है।" चिदम्बरम ने कहा कि विशाल नकदी भंडार वाली भारतीय कम्पनियों को निवेश शुरू करने के लिए प्रोत्साहित करना होगा और विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड के पास आए प्रस्तावों पर तेजी से फैसला लेना होगा। चिदम्बरम ने सामान्य कर परिवर्जन रोधी (गार) नियमों और कराधान के नियमों में पिछले समय से लागू होने वाले बदलावों जैसे मामलों में भी संशोधन का संकेत दिया। चिदम्बरम ने कहा कि सरकार जल्द ही खर्चे पर लगाम लगाने और वित्तीय घाटा कम करने के उपाय पेश करेगी। उन्होंने कहा कि उन्होंने सरकार को वित्तीय घाटा कम करने के उपाय सुझाने के लिए तीन सदस्यीय समिति का गठन किया है। उन्होंने कहा, "हमें उम्मीद है कि काम कुछ ही सप्ताह में समाप्त हो जाएगा।" महंगाई के बारे में चिदम्बरम ने कहा कि सरकार भारतीय रिजर्व बैंक के साथ महंगाई का दबाव कम करने के लिए काम करेगी। दिन के पूर्वार्द्ध में रिजर्व बैंक के गवर्नर डी. सुब्बाराव ने चिवदम्बरम से मुलाकात की। दोनों ने आर्थिक स्थितियों पर चर्चा की। मंत्री ने कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि भारत उच्च विकास दर फिर से हासिल कर लेगा। उन्होंने कहा कि देश के सामने 1991, 1997 और 2008 में भी ऐसी ही स्थिति थी और देश ने उसका सफलतापूर्वक मुकाबला किया। चिदम्बरम ने कहा, "आज आमतौर पर यह माना जाता है कि भारतीय अर्थव्यवस्था मजबूत है और चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए तैयार है। पिछले आठ वर्षो में से दो सालों में धीमा विकास होने से हमारा विश्वास कमजोर नहीं हो सकता है।"टिप्पणियां चिदम्बरम ने सोमवार को कहा कि आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति आधारभूत संरचना परियोजनाओं को तेजी से लागू करने के रास्ते में आने वाली बाधाओं को दूर करेगी। उन्होंने कहा, "समिति (आधारभूत संरचना के) हर क्षेत्र को प्रभावित करने वाले मुद्दों की जांच करेगी और फैसले लेगी, जिससे उस क्षेत्र में व्यापक विकास होगा।" चिदम्बरम ने कहा, "कुछ क्षेत्र दबाव में हैं जैसे पेट्रोलियम, बिजली और कपड़ा क्षेत्र। हमें कोयला, खनन, पेट्रोलियम, बिजली, सड़क परिवहन, रेलवे और बंदरगाह क्षेत्र में उच्च उत्पादन को बाधित करने वाली समस्याओं का व्यावहारिक समाधान खोजना होगा।" चिदम्बरम ने निवेश में तेजी लाकर विकास में तेजी लाने की एक योजना को सामने रखा। उन्होंने कहा, "विकास में तेजी लाने के लिए घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय निवेशकों से अधिक निवेश हासिल करना होगा। चूंकि निवेश भरोसा होने पर किया जाता है, हमें निवेशकों के मन से किसी भी चिंता या अविश्वास को समाप्त करना होगा।" उन्होंने कहा, "हम सम्भावित निवेशकों से अपनी नीतियों के बारे में बेहतर संवाद बनाएंगे। हमारा लक्ष्य भारत में कारोबार की राह में समझी जाने वाली बाधाओं को हटाना होगा, इसके तहत अनुचित नियमों के बोझ का डर भी शामिल है।" चिदम्बरम ने कहा कि विशाल नकदी भंडार वाली भारतीय कम्पनियों को निवेश शुरू करने के लिए प्रोत्साहित करना होगा और विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड के पास आए प्रस्तावों पर तेजी से फैसला लेना होगा। चिदम्बरम ने सामान्य कर परिवर्जन रोधी (गार) नियमों और कराधान के नियमों में पिछले समय से लागू होने वाले बदलावों जैसे मामलों में भी संशोधन का संकेत दिया। चिदम्बरम ने कहा कि सरकार जल्द ही खर्चे पर लगाम लगाने और वित्तीय घाटा कम करने के उपाय पेश करेगी। उन्होंने कहा कि उन्होंने सरकार को वित्तीय घाटा कम करने के उपाय सुझाने के लिए तीन सदस्यीय समिति का गठन किया है। उन्होंने कहा, "हमें उम्मीद है कि काम कुछ ही सप्ताह में समाप्त हो जाएगा।" महंगाई के बारे में चिदम्बरम ने कहा कि सरकार भारतीय रिजर्व बैंक के साथ महंगाई का दबाव कम करने के लिए काम करेगी। दिन के पूर्वार्द्ध में रिजर्व बैंक के गवर्नर डी. सुब्बाराव ने चिवदम्बरम से मुलाकात की। दोनों ने आर्थिक स्थितियों पर चर्चा की। मंत्री ने कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि भारत उच्च विकास दर फिर से हासिल कर लेगा। उन्होंने कहा कि देश के सामने 1991, 1997 और 2008 में भी ऐसी ही स्थिति थी और देश ने उसका सफलतापूर्वक मुकाबला किया। चिदम्बरम ने कहा, "आज आमतौर पर यह माना जाता है कि भारतीय अर्थव्यवस्था मजबूत है और चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए तैयार है। पिछले आठ वर्षो में से दो सालों में धीमा विकास होने से हमारा विश्वास कमजोर नहीं हो सकता है।"टिप्पणियां चिदम्बरम ने सोमवार को कहा कि आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति आधारभूत संरचना परियोजनाओं को तेजी से लागू करने के रास्ते में आने वाली बाधाओं को दूर करेगी। उन्होंने कहा, "समिति (आधारभूत संरचना के) हर क्षेत्र को प्रभावित करने वाले मुद्दों की जांच करेगी और फैसले लेगी, जिससे उस क्षेत्र में व्यापक विकास होगा।" चिदम्बरम ने कहा, "कुछ क्षेत्र दबाव में हैं जैसे पेट्रोलियम, बिजली और कपड़ा क्षेत्र। हमें कोयला, खनन, पेट्रोलियम, बिजली, सड़क परिवहन, रेलवे और बंदरगाह क्षेत्र में उच्च उत्पादन को बाधित करने वाली समस्याओं का व्यावहारिक समाधान खोजना होगा।" चिदम्बरम ने कहा कि विशाल नकदी भंडार वाली भारतीय कम्पनियों को निवेश शुरू करने के लिए प्रोत्साहित करना होगा और विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड के पास आए प्रस्तावों पर तेजी से फैसला लेना होगा। चिदम्बरम ने सामान्य कर परिवर्जन रोधी (गार) नियमों और कराधान के नियमों में पिछले समय से लागू होने वाले बदलावों जैसे मामलों में भी संशोधन का संकेत दिया। चिदम्बरम ने कहा कि सरकार जल्द ही खर्चे पर लगाम लगाने और वित्तीय घाटा कम करने के उपाय पेश करेगी। उन्होंने कहा कि उन्होंने सरकार को वित्तीय घाटा कम करने के उपाय सुझाने के लिए तीन सदस्यीय समिति का गठन किया है। उन्होंने कहा, "हमें उम्मीद है कि काम कुछ ही सप्ताह में समाप्त हो जाएगा।" महंगाई के बारे में चिदम्बरम ने कहा कि सरकार भारतीय रिजर्व बैंक के साथ महंगाई का दबाव कम करने के लिए काम करेगी। दिन के पूर्वार्द्ध में रिजर्व बैंक के गवर्नर डी. सुब्बाराव ने चिवदम्बरम से मुलाकात की। दोनों ने आर्थिक स्थितियों पर चर्चा की। मंत्री ने कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि भारत उच्च विकास दर फिर से हासिल कर लेगा। उन्होंने कहा कि देश के सामने 1991, 1997 और 2008 में भी ऐसी ही स्थिति थी और देश ने उसका सफलतापूर्वक मुकाबला किया। चिदम्बरम ने कहा, "आज आमतौर पर यह माना जाता है कि भारतीय अर्थव्यवस्था मजबूत है और चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए तैयार है। पिछले आठ वर्षो में से दो सालों में धीमा विकास होने से हमारा विश्वास कमजोर नहीं हो सकता है।"टिप्पणियां चिदम्बरम ने सोमवार को कहा कि आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति आधारभूत संरचना परियोजनाओं को तेजी से लागू करने के रास्ते में आने वाली बाधाओं को दूर करेगी। उन्होंने कहा, "समिति (आधारभूत संरचना के) हर क्षेत्र को प्रभावित करने वाले मुद्दों की जांच करेगी और फैसले लेगी, जिससे उस क्षेत्र में व्यापक विकास होगा।" चिदम्बरम ने कहा, "कुछ क्षेत्र दबाव में हैं जैसे पेट्रोलियम, बिजली और कपड़ा क्षेत्र। हमें कोयला, खनन, पेट्रोलियम, बिजली, सड़क परिवहन, रेलवे और बंदरगाह क्षेत्र में उच्च उत्पादन को बाधित करने वाली समस्याओं का व्यावहारिक समाधान खोजना होगा।" चिदम्बरम ने सामान्य कर परिवर्जन रोधी (गार) नियमों और कराधान के नियमों में पिछले समय से लागू होने वाले बदलावों जैसे मामलों में भी संशोधन का संकेत दिया। चिदम्बरम ने कहा कि सरकार जल्द ही खर्चे पर लगाम लगाने और वित्तीय घाटा कम करने के उपाय पेश करेगी। उन्होंने कहा कि उन्होंने सरकार को वित्तीय घाटा कम करने के उपाय सुझाने के लिए तीन सदस्यीय समिति का गठन किया है। उन्होंने कहा, "हमें उम्मीद है कि काम कुछ ही सप्ताह में समाप्त हो जाएगा।" महंगाई के बारे में चिदम्बरम ने कहा कि सरकार भारतीय रिजर्व बैंक के साथ महंगाई का दबाव कम करने के लिए काम करेगी। दिन के पूर्वार्द्ध में रिजर्व बैंक के गवर्नर डी. सुब्बाराव ने चिवदम्बरम से मुलाकात की। दोनों ने आर्थिक स्थितियों पर चर्चा की। मंत्री ने कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि भारत उच्च विकास दर फिर से हासिल कर लेगा। उन्होंने कहा कि देश के सामने 1991, 1997 और 2008 में भी ऐसी ही स्थिति थी और देश ने उसका सफलतापूर्वक मुकाबला किया। चिदम्बरम ने कहा, "आज आमतौर पर यह माना जाता है कि भारतीय अर्थव्यवस्था मजबूत है और चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए तैयार है। पिछले आठ वर्षो में से दो सालों में धीमा विकास होने से हमारा विश्वास कमजोर नहीं हो सकता है।"टिप्पणियां चिदम्बरम ने सोमवार को कहा कि आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति आधारभूत संरचना परियोजनाओं को तेजी से लागू करने के रास्ते में आने वाली बाधाओं को दूर करेगी। उन्होंने कहा, "समिति (आधारभूत संरचना के) हर क्षेत्र को प्रभावित करने वाले मुद्दों की जांच करेगी और फैसले लेगी, जिससे उस क्षेत्र में व्यापक विकास होगा।" चिदम्बरम ने कहा, "कुछ क्षेत्र दबाव में हैं जैसे पेट्रोलियम, बिजली और कपड़ा क्षेत्र। हमें कोयला, खनन, पेट्रोलियम, बिजली, सड़क परिवहन, रेलवे और बंदरगाह क्षेत्र में उच्च उत्पादन को बाधित करने वाली समस्याओं का व्यावहारिक समाधान खोजना होगा।" चिदम्बरम ने कहा कि सरकार जल्द ही खर्चे पर लगाम लगाने और वित्तीय घाटा कम करने के उपाय पेश करेगी। उन्होंने कहा कि उन्होंने सरकार को वित्तीय घाटा कम करने के उपाय सुझाने के लिए तीन सदस्यीय समिति का गठन किया है। उन्होंने कहा, "हमें उम्मीद है कि काम कुछ ही सप्ताह में समाप्त हो जाएगा।" महंगाई के बारे में चिदम्बरम ने कहा कि सरकार भारतीय रिजर्व बैंक के साथ महंगाई का दबाव कम करने के लिए काम करेगी। दिन के पूर्वार्द्ध में रिजर्व बैंक के गवर्नर डी. सुब्बाराव ने चिवदम्बरम से मुलाकात की। दोनों ने आर्थिक स्थितियों पर चर्चा की। मंत्री ने कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि भारत उच्च विकास दर फिर से हासिल कर लेगा। उन्होंने कहा कि देश के सामने 1991, 1997 और 2008 में भी ऐसी ही स्थिति थी और देश ने उसका सफलतापूर्वक मुकाबला किया। चिदम्बरम ने कहा, "आज आमतौर पर यह माना जाता है कि भारतीय अर्थव्यवस्था मजबूत है और चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए तैयार है। पिछले आठ वर्षो में से दो सालों में धीमा विकास होने से हमारा विश्वास कमजोर नहीं हो सकता है।"टिप्पणियां चिदम्बरम ने सोमवार को कहा कि आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति आधारभूत संरचना परियोजनाओं को तेजी से लागू करने के रास्ते में आने वाली बाधाओं को दूर करेगी। उन्होंने कहा, "समिति (आधारभूत संरचना के) हर क्षेत्र को प्रभावित करने वाले मुद्दों की जांच करेगी और फैसले लेगी, जिससे उस क्षेत्र में व्यापक विकास होगा।" चिदम्बरम ने कहा, "कुछ क्षेत्र दबाव में हैं जैसे पेट्रोलियम, बिजली और कपड़ा क्षेत्र। हमें कोयला, खनन, पेट्रोलियम, बिजली, सड़क परिवहन, रेलवे और बंदरगाह क्षेत्र में उच्च उत्पादन को बाधित करने वाली समस्याओं का व्यावहारिक समाधान खोजना होगा।" महंगाई के बारे में चिदम्बरम ने कहा कि सरकार भारतीय रिजर्व बैंक के साथ महंगाई का दबाव कम करने के लिए काम करेगी। दिन के पूर्वार्द्ध में रिजर्व बैंक के गवर्नर डी. सुब्बाराव ने चिवदम्बरम से मुलाकात की। दोनों ने आर्थिक स्थितियों पर चर्चा की। मंत्री ने कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि भारत उच्च विकास दर फिर से हासिल कर लेगा। उन्होंने कहा कि देश के सामने 1991, 1997 और 2008 में भी ऐसी ही स्थिति थी और देश ने उसका सफलतापूर्वक मुकाबला किया। चिदम्बरम ने कहा, "आज आमतौर पर यह माना जाता है कि भारतीय अर्थव्यवस्था मजबूत है और चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए तैयार है। पिछले आठ वर्षो में से दो सालों में धीमा विकास होने से हमारा विश्वास कमजोर नहीं हो सकता है।"टिप्पणियां चिदम्बरम ने सोमवार को कहा कि आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति आधारभूत संरचना परियोजनाओं को तेजी से लागू करने के रास्ते में आने वाली बाधाओं को दूर करेगी। उन्होंने कहा, "समिति (आधारभूत संरचना के) हर क्षेत्र को प्रभावित करने वाले मुद्दों की जांच करेगी और फैसले लेगी, जिससे उस क्षेत्र में व्यापक विकास होगा।" चिदम्बरम ने कहा, "कुछ क्षेत्र दबाव में हैं जैसे पेट्रोलियम, बिजली और कपड़ा क्षेत्र। हमें कोयला, खनन, पेट्रोलियम, बिजली, सड़क परिवहन, रेलवे और बंदरगाह क्षेत्र में उच्च उत्पादन को बाधित करने वाली समस्याओं का व्यावहारिक समाधान खोजना होगा।" दिन के पूर्वार्द्ध में रिजर्व बैंक के गवर्नर डी. सुब्बाराव ने चिवदम्बरम से मुलाकात की। दोनों ने आर्थिक स्थितियों पर चर्चा की। मंत्री ने कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि भारत उच्च विकास दर फिर से हासिल कर लेगा। उन्होंने कहा कि देश के सामने 1991, 1997 और 2008 में भी ऐसी ही स्थिति थी और देश ने उसका सफलतापूर्वक मुकाबला किया। चिदम्बरम ने कहा, "आज आमतौर पर यह माना जाता है कि भारतीय अर्थव्यवस्था मजबूत है और चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए तैयार है। पिछले आठ वर्षो में से दो सालों में धीमा विकास होने से हमारा विश्वास कमजोर नहीं हो सकता है।"टिप्पणियां चिदम्बरम ने सोमवार को कहा कि आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति आधारभूत संरचना परियोजनाओं को तेजी से लागू करने के रास्ते में आने वाली बाधाओं को दूर करेगी। उन्होंने कहा, "समिति (आधारभूत संरचना के) हर क्षेत्र को प्रभावित करने वाले मुद्दों की जांच करेगी और फैसले लेगी, जिससे उस क्षेत्र में व्यापक विकास होगा।" चिदम्बरम ने कहा, "कुछ क्षेत्र दबाव में हैं जैसे पेट्रोलियम, बिजली और कपड़ा क्षेत्र। हमें कोयला, खनन, पेट्रोलियम, बिजली, सड़क परिवहन, रेलवे और बंदरगाह क्षेत्र में उच्च उत्पादन को बाधित करने वाली समस्याओं का व्यावहारिक समाधान खोजना होगा।" चिदम्बरम ने कहा, "आज आमतौर पर यह माना जाता है कि भारतीय अर्थव्यवस्था मजबूत है और चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए तैयार है। पिछले आठ वर्षो में से दो सालों में धीमा विकास होने से हमारा विश्वास कमजोर नहीं हो सकता है।"टिप्पणियां चिदम्बरम ने सोमवार को कहा कि आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति आधारभूत संरचना परियोजनाओं को तेजी से लागू करने के रास्ते में आने वाली बाधाओं को दूर करेगी। उन्होंने कहा, "समिति (आधारभूत संरचना के) हर क्षेत्र को प्रभावित करने वाले मुद्दों की जांच करेगी और फैसले लेगी, जिससे उस क्षेत्र में व्यापक विकास होगा।" चिदम्बरम ने कहा, "कुछ क्षेत्र दबाव में हैं जैसे पेट्रोलियम, बिजली और कपड़ा क्षेत्र। हमें कोयला, खनन, पेट्रोलियम, बिजली, सड़क परिवहन, रेलवे और बंदरगाह क्षेत्र में उच्च उत्पादन को बाधित करने वाली समस्याओं का व्यावहारिक समाधान खोजना होगा।" चिदम्बरम ने सोमवार को कहा कि आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति आधारभूत संरचना परियोजनाओं को तेजी से लागू करने के रास्ते में आने वाली बाधाओं को दूर करेगी। उन्होंने कहा, "समिति (आधारभूत संरचना के) हर क्षेत्र को प्रभावित करने वाले मुद्दों की जांच करेगी और फैसले लेगी, जिससे उस क्षेत्र में व्यापक विकास होगा।" चिदम्बरम ने कहा, "कुछ क्षेत्र दबाव में हैं जैसे पेट्रोलियम, बिजली और कपड़ा क्षेत्र। हमें कोयला, खनन, पेट्रोलियम, बिजली, सड़क परिवहन, रेलवे और बंदरगाह क्षेत्र में उच्च उत्पादन को बाधित करने वाली समस्याओं का व्यावहारिक समाधान खोजना होगा।" चिदम्बरम ने कहा, "कुछ क्षेत्र दबाव में हैं जैसे पेट्रोलियम, बिजली और कपड़ा क्षेत्र। हमें कोयला, खनन, पेट्रोलियम, बिजली, सड़क परिवहन, रेलवे और बंदरगाह क्षेत्र में उच्च उत्पादन को बाधित करने वाली समस्याओं का व्यावहारिक समाधान खोजना होगा।"
भारत के साथ बेहतर संबंध चाहते हैं चीन के राष्ट्रपति
ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने पहुंचे शी ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से कहा कि भारत के साथ सीमा विवाद के बावजूद उनकी सरकार दोनों देशों के बीच बेहतर संबंध बनाने के लिए उन्हीं नीतियों पर काम करेगी, जिसकी जमीन उनके पूववर्तियों ने तैयार की है।
चीन के नए राष्ट्रपति शी जिनपिंग भारत के साथ संबंधों को बेहतर बनाने के पक्षधर हैं। यहां ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने पहुंचे शी ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से कहा कि भारत के साथ सीमा विवाद के बावजूद उनकी सरकार दोनों देशों के बीच बेहतर संबंध बनाने के लिए उन्हीं नीतियों पर काम करेगी, जिसकी जमीन उनके पूववर्तियों ने तैयार की है। ब्रिक्स देशों (ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण) अफ्रीका के 26-27 मार्च को हुए शिखर सम्मेलन में शी और मनमोहन की मुलाकात हुई। शी ने दो सप्ताह पहले ही चीन के नए राष्ट्रपति का पदभार संभाला है। इसके बाद मनमोहन की उनकी यह पहली आमने-सामने मुलाकात थी। एक भारतीय अधिकारी ने बताया, "चीन के राष्ट्रपति ने खुद हमारे प्रधानमंत्री से कहा कि वह जानते हैं कि उनके पूर्ववर्तियों के साथ हमारे प्रधानमंत्री के कितने अच्छे सम्बंध थे। उन्होंने कहा कि वह उस संबंध को बनाए रखना चाहते हैं।" अधिकारी ने कहा कि दोनों नेताओं की मुलाकात ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के भोज के दौरान हुई। शिखर सम्मेलन की समाप्ति पर रात में भी दोनों नेताओं की औपचारिक मुलाकात हुई। अधिकारी ने कहा कि उस दौरान कई मुद्दे पर बातें हुई। उन्होंने कहा कि इसमें लम्बे समय से जारी सीमा विवाद से लेकर द्विपक्षीय व्यापार असंतुलन जैसे तमाम मुद्दों पर बातें हुईं।टिप्पणियां शी ने भारत के साथ संबंध बेहतर बनाने के लिए पहले ही पांच सूत्री कार्यक्रम तय किए हैं। इनमें रणनीतिक संवाद और वार्ता को सही रास्ते पर बनाए रखना, आधारभूंच संरचना और पारस्परिक निवेश में सहयोग का विस्तार, सांस्कृतिक सम्बंध मजबूत करना, बहुपक्षीय मामलों में तालमेल स्थापित करना और एक-दूसरे की चिंताओं का ध्यान रखना शामिल हैं। डरबन के लिए रवाना होने से पहले मनमोहन सिंह ने भी कहा था कि वह चीन के नए राष्ट्रपति से मुलाकात को लेकर उत्सुक हैं। ब्रिक्स देशों (ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण) अफ्रीका के 26-27 मार्च को हुए शिखर सम्मेलन में शी और मनमोहन की मुलाकात हुई। शी ने दो सप्ताह पहले ही चीन के नए राष्ट्रपति का पदभार संभाला है। इसके बाद मनमोहन की उनकी यह पहली आमने-सामने मुलाकात थी। एक भारतीय अधिकारी ने बताया, "चीन के राष्ट्रपति ने खुद हमारे प्रधानमंत्री से कहा कि वह जानते हैं कि उनके पूर्ववर्तियों के साथ हमारे प्रधानमंत्री के कितने अच्छे सम्बंध थे। उन्होंने कहा कि वह उस संबंध को बनाए रखना चाहते हैं।" अधिकारी ने कहा कि दोनों नेताओं की मुलाकात ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के भोज के दौरान हुई। शिखर सम्मेलन की समाप्ति पर रात में भी दोनों नेताओं की औपचारिक मुलाकात हुई। अधिकारी ने कहा कि उस दौरान कई मुद्दे पर बातें हुई। उन्होंने कहा कि इसमें लम्बे समय से जारी सीमा विवाद से लेकर द्विपक्षीय व्यापार असंतुलन जैसे तमाम मुद्दों पर बातें हुईं।टिप्पणियां शी ने भारत के साथ संबंध बेहतर बनाने के लिए पहले ही पांच सूत्री कार्यक्रम तय किए हैं। इनमें रणनीतिक संवाद और वार्ता को सही रास्ते पर बनाए रखना, आधारभूंच संरचना और पारस्परिक निवेश में सहयोग का विस्तार, सांस्कृतिक सम्बंध मजबूत करना, बहुपक्षीय मामलों में तालमेल स्थापित करना और एक-दूसरे की चिंताओं का ध्यान रखना शामिल हैं। डरबन के लिए रवाना होने से पहले मनमोहन सिंह ने भी कहा था कि वह चीन के नए राष्ट्रपति से मुलाकात को लेकर उत्सुक हैं। एक भारतीय अधिकारी ने बताया, "चीन के राष्ट्रपति ने खुद हमारे प्रधानमंत्री से कहा कि वह जानते हैं कि उनके पूर्ववर्तियों के साथ हमारे प्रधानमंत्री के कितने अच्छे सम्बंध थे। उन्होंने कहा कि वह उस संबंध को बनाए रखना चाहते हैं।" अधिकारी ने कहा कि दोनों नेताओं की मुलाकात ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के भोज के दौरान हुई। शिखर सम्मेलन की समाप्ति पर रात में भी दोनों नेताओं की औपचारिक मुलाकात हुई। अधिकारी ने कहा कि उस दौरान कई मुद्दे पर बातें हुई। उन्होंने कहा कि इसमें लम्बे समय से जारी सीमा विवाद से लेकर द्विपक्षीय व्यापार असंतुलन जैसे तमाम मुद्दों पर बातें हुईं।टिप्पणियां शी ने भारत के साथ संबंध बेहतर बनाने के लिए पहले ही पांच सूत्री कार्यक्रम तय किए हैं। इनमें रणनीतिक संवाद और वार्ता को सही रास्ते पर बनाए रखना, आधारभूंच संरचना और पारस्परिक निवेश में सहयोग का विस्तार, सांस्कृतिक सम्बंध मजबूत करना, बहुपक्षीय मामलों में तालमेल स्थापित करना और एक-दूसरे की चिंताओं का ध्यान रखना शामिल हैं। डरबन के लिए रवाना होने से पहले मनमोहन सिंह ने भी कहा था कि वह चीन के नए राष्ट्रपति से मुलाकात को लेकर उत्सुक हैं। अधिकारी ने कहा कि दोनों नेताओं की मुलाकात ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के भोज के दौरान हुई। शिखर सम्मेलन की समाप्ति पर रात में भी दोनों नेताओं की औपचारिक मुलाकात हुई। अधिकारी ने कहा कि उस दौरान कई मुद्दे पर बातें हुई। उन्होंने कहा कि इसमें लम्बे समय से जारी सीमा विवाद से लेकर द्विपक्षीय व्यापार असंतुलन जैसे तमाम मुद्दों पर बातें हुईं।टिप्पणियां शी ने भारत के साथ संबंध बेहतर बनाने के लिए पहले ही पांच सूत्री कार्यक्रम तय किए हैं। इनमें रणनीतिक संवाद और वार्ता को सही रास्ते पर बनाए रखना, आधारभूंच संरचना और पारस्परिक निवेश में सहयोग का विस्तार, सांस्कृतिक सम्बंध मजबूत करना, बहुपक्षीय मामलों में तालमेल स्थापित करना और एक-दूसरे की चिंताओं का ध्यान रखना शामिल हैं। डरबन के लिए रवाना होने से पहले मनमोहन सिंह ने भी कहा था कि वह चीन के नए राष्ट्रपति से मुलाकात को लेकर उत्सुक हैं। शिखर सम्मेलन की समाप्ति पर रात में भी दोनों नेताओं की औपचारिक मुलाकात हुई। अधिकारी ने कहा कि उस दौरान कई मुद्दे पर बातें हुई। उन्होंने कहा कि इसमें लम्बे समय से जारी सीमा विवाद से लेकर द्विपक्षीय व्यापार असंतुलन जैसे तमाम मुद्दों पर बातें हुईं।टिप्पणियां शी ने भारत के साथ संबंध बेहतर बनाने के लिए पहले ही पांच सूत्री कार्यक्रम तय किए हैं। इनमें रणनीतिक संवाद और वार्ता को सही रास्ते पर बनाए रखना, आधारभूंच संरचना और पारस्परिक निवेश में सहयोग का विस्तार, सांस्कृतिक सम्बंध मजबूत करना, बहुपक्षीय मामलों में तालमेल स्थापित करना और एक-दूसरे की चिंताओं का ध्यान रखना शामिल हैं। डरबन के लिए रवाना होने से पहले मनमोहन सिंह ने भी कहा था कि वह चीन के नए राष्ट्रपति से मुलाकात को लेकर उत्सुक हैं। शी ने भारत के साथ संबंध बेहतर बनाने के लिए पहले ही पांच सूत्री कार्यक्रम तय किए हैं। इनमें रणनीतिक संवाद और वार्ता को सही रास्ते पर बनाए रखना, आधारभूंच संरचना और पारस्परिक निवेश में सहयोग का विस्तार, सांस्कृतिक सम्बंध मजबूत करना, बहुपक्षीय मामलों में तालमेल स्थापित करना और एक-दूसरे की चिंताओं का ध्यान रखना शामिल हैं। डरबन के लिए रवाना होने से पहले मनमोहन सिंह ने भी कहा था कि वह चीन के नए राष्ट्रपति से मुलाकात को लेकर उत्सुक हैं। डरबन के लिए रवाना होने से पहले मनमोहन सिंह ने भी कहा था कि वह चीन के नए राष्ट्रपति से मुलाकात को लेकर उत्सुक हैं।
मेमोगेट कांड : गिरफ्तारी के डर से पाकिस्तान नहीं आ रहे एजाज
मैमोगेट कांड को उजागर करने वाले पाकिस्तानी अमेरिकी व्यापारी मंसूर एजाज ने कहा कि वह न्यायिक आयोग के समक्ष गवाही देने के लिए इस्लामाबाद नहीं आएंगे।
मेमोगेट कांड को उजागर करने वाले पाकिस्तानी अमेरिकी व्यापारी मंसूर एजाज ने कहा कि वह न्यायिक आयोग के समक्ष गवाही देने के लिए इस्लामाबाद नहीं आएंगे और चाहते हैं कि उनका बयान लंदन या ज्यूरिख से ही दर्ज किया जाए।टिप्पणियां पाकिस्तान में गत वर्ष तख्तापलट के डर से अमेरिकी मदद मांगने संबंधी एक गुप्त मेमो को सार्वजनिक करके सरकार और देश की शक्तिशाली सेना में तनाव की स्थिति पैदा करने वाले एजाज ने एक बयान में कहा कि उनकी इच्छा लंदन या ज्यूरिख में सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त आयोग के समक्ष गवाही देने की है। एजाज के वकील अकरम शेख के मुताबिक पाकिस्तानी अमेरिकी व्यापारी ने कहा कि पाकिस्तानी सरकार की ओर से किसी व्यक्ति ने उन्हें गिरफ्तारी के खिलाफ सुरक्षा का आश्वासन नहीं दिया है। शेख ने मीडिया से कहा, ‘‘लगता है आयोग के समक्ष गवाही के बाद मंसूर एजाज को पाकिस्तान में पकड़ने के लिए निश्चिय ही एक सुनियोजित जाल बनाया गया है। इसलिए मंसूर एजाज ने आयोग से पाकिस्तानी सुप्रीम कोर्ट के आदेश से उनका बयान लंदन या ज्यूरिख में दर्ज करने का निवेदन करने का फैसला किया है। इससे पहले एजाज 16 जनवरी को तीन सदस्यीय न्यायाधीशों के आयोग के समक्ष पेश होने में नाकाम रहे थे। उसके बाद आयोग ने उनसे 24 जनवरी को उपस्थित होने के लिए कहा। एजाज और शेख ने बार-बार मांग की है कि जब वह (एजाज) पाकिस्तान पहुंचे तो उनकी सुरक्षा के लिए पाकिस्तानी सेना को तैनात किया जाए। एजाज की ओर से आए इस बयान ने उनके मंगलवार को न्यायिक आयोग के समक्ष पेश होने की अटकलों पर विराम लगा दिया है। पाकिस्तान में गत वर्ष तख्तापलट के डर से अमेरिकी मदद मांगने संबंधी एक गुप्त मेमो को सार्वजनिक करके सरकार और देश की शक्तिशाली सेना में तनाव की स्थिति पैदा करने वाले एजाज ने एक बयान में कहा कि उनकी इच्छा लंदन या ज्यूरिख में सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त आयोग के समक्ष गवाही देने की है। एजाज के वकील अकरम शेख के मुताबिक पाकिस्तानी अमेरिकी व्यापारी ने कहा कि पाकिस्तानी सरकार की ओर से किसी व्यक्ति ने उन्हें गिरफ्तारी के खिलाफ सुरक्षा का आश्वासन नहीं दिया है। शेख ने मीडिया से कहा, ‘‘लगता है आयोग के समक्ष गवाही के बाद मंसूर एजाज को पाकिस्तान में पकड़ने के लिए निश्चिय ही एक सुनियोजित जाल बनाया गया है। इसलिए मंसूर एजाज ने आयोग से पाकिस्तानी सुप्रीम कोर्ट के आदेश से उनका बयान लंदन या ज्यूरिख में दर्ज करने का निवेदन करने का फैसला किया है। इससे पहले एजाज 16 जनवरी को तीन सदस्यीय न्यायाधीशों के आयोग के समक्ष पेश होने में नाकाम रहे थे। उसके बाद आयोग ने उनसे 24 जनवरी को उपस्थित होने के लिए कहा। एजाज और शेख ने बार-बार मांग की है कि जब वह (एजाज) पाकिस्तान पहुंचे तो उनकी सुरक्षा के लिए पाकिस्तानी सेना को तैनात किया जाए। एजाज की ओर से आए इस बयान ने उनके मंगलवार को न्यायिक आयोग के समक्ष पेश होने की अटकलों पर विराम लगा दिया है। शेख ने मीडिया से कहा, ‘‘लगता है आयोग के समक्ष गवाही के बाद मंसूर एजाज को पाकिस्तान में पकड़ने के लिए निश्चिय ही एक सुनियोजित जाल बनाया गया है। इसलिए मंसूर एजाज ने आयोग से पाकिस्तानी सुप्रीम कोर्ट के आदेश से उनका बयान लंदन या ज्यूरिख में दर्ज करने का निवेदन करने का फैसला किया है। इससे पहले एजाज 16 जनवरी को तीन सदस्यीय न्यायाधीशों के आयोग के समक्ष पेश होने में नाकाम रहे थे। उसके बाद आयोग ने उनसे 24 जनवरी को उपस्थित होने के लिए कहा। एजाज और शेख ने बार-बार मांग की है कि जब वह (एजाज) पाकिस्तान पहुंचे तो उनकी सुरक्षा के लिए पाकिस्तानी सेना को तैनात किया जाए। एजाज की ओर से आए इस बयान ने उनके मंगलवार को न्यायिक आयोग के समक्ष पेश होने की अटकलों पर विराम लगा दिया है।
Ranji Trophy: अंगुली में फ्रैक्‍चर के बाद भी गुजरात के खिलाफ बैटिंग के लिए उतरे संजू सैमसन, दिल जीता
देश के प्रतिभावान बल्‍लेबाजों में होती है संजू की गिनती टीम को हित को ध्‍यान में रखते हुए बैटिंग के लिए उतरे एक हाथ से की बैटिंग, इस दौरान 9 गेंदों का सामना किया
केरल के संजू सैमसन (Sanju Samson)का नाम क्रिकेट जगत में किसी परिचय का मोहताज नहीं है. संजू की गिनती देश के प्रतिभावान युवा क्रिकेटरों में की जाती है. जूनियर वर्ल्‍डकप में भारत की ओर से खेल चुके संजू आईपीएल में भी अपनी बिंदास बल्‍लेबाजी से हर किसी को प्रभावित कर चुके हैं. संजू सैमसन का नाम फिर सुर्खियों में हैं. रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy)में इस समय क्‍वार्टर फाइनल मुकाबले खेले जा रहे हैं जिसमें संजू की टीम केरल का मुकाबला गुजरात (Kerala vs Gujarat)से हो रहा है. संजू की अंगुली में फ्रैक्‍चर है लेकिन टीम की जरूरत को ध्‍यान में रखते हुए वे चोटिल होने के बावजूद मैच के दूसरे दिन, बुधवार को मैदान में उतरे. एक हाथ से बैटिंग करते हुए उन्‍होंने केरल की दूसरी पारी के दौरान नौ गेंदें खेलीं. संजू को यह चोट केरल की पहली पारी के दौरान अरज़ान नागवासवाला की गेंद पर लगी थी और उन्‍हें रिटायर होना पड़ा था. संजू ने पहली पारी में 34 गेंदों पर 17 रन की पारी खेली थी. संजू सैमसन ने लपका बेहतरीन कैच, तारीफ में फैंस बोले 'सुपरमैन सैमसन', देखें VIDEO वायनाड में खेला जा रहा केरल और गुजरात का मैच रोमांचक मोड़ पर है. केरल टीम पहली पारी में 185 रन बनाकर आउट हो गई, जिसमें संजू 17 रन बनाकर रिटायर हुए. जवाब में गुजरात की पहली पारी भी 162 रन पर सिमट गई. पहली पारी के आधार पर केरल को बढ़त हासिल हुई. बिहार के स्पिनर आशुतोष अमन ने तोड़ा महान बिशन सिंह बेदी का 44 साल पुराना रिकॉर्ड दूसरी पारी में केरल की टीम 171 रन ही बन सकी. चोटिल होने के बावजूद संजू आखिरी विकेट के रूप में बैटिंग के लिए उतरे. जलज सक्‍सेना के साथ उन्‍होंने आखिरी विकेट के लिए 9 रन जोड़े. संजू भले ही दूसरी पारी में कोई रन नहीं बना पाए लेकिन उन्‍होंने अपने जीवट से हर किसी का दिल जीता. मैच में जीत के लिए गुजरात के सामने 195 रन का लक्ष्‍य है. वीडियो: ऑस्‍ट्रेलिया के खिलाफ टेस्‍ट सीरीज जीतने के बाद यह बोले विराट
दूसरे चरण के मतदान के बीच यूपी के बुलंदशहर से BJP के सांसद किये गए नजरबंद, ये है मामला
सांसद भोला सिंह को किया गया नजरबंद पोलिंग बूथ के अंदर फोटो खिंचवाने का आरोप बीजेपी के सांसद हैं भोला सिंह
लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) के दूसरे चरण के तहत 11 राज्य और एक केंद्र शासित प्रदेश की 95 सीटों पर मतदान जारी हैं. आज उत्तर प्रदेश की अलीगढ़, अमरोहा, बुलंदशहर, हाथरस, मथुरा, आगरा, फतेहपुर सीकरी और नगीना सीट पर भी मतदान हो रहा है. इस बीच बुलंदशहर से बड़ी खबर आ रही है. बुलंदशहर से बीजेपी के सांसद भोला सिंह (Bhola Singh) को नज़रबंद कर दिया गया है. उनपर नियम तोड़ने का आरोप है. जानकारी के मुताबिक भोला सिंह (Bhola Singh) मतदान केन्द्र के भीतर लोगों से मिले और उनके साथ फोटो खिंचवाई. इस मामले में उनको नोटिस भी जारी किया गया है. आपको बता दें कि दूसरे चरण में एक दर्जन से ज्यादा दिग्गज चेहरों की चेहरों की किस्मत दांव पर लगी है.   इनमें पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा, बीजेपी नेता और अभिनेत्री हेमा मालिनी, कांग्रेस नेता वीरप्पा मोइली, डीएमके नेता कनिमोई, यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष राजबब्बर, कांग्रेस नेता सुशील कुमार सिंदे और नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फ़ारूक़ अब्दुल्ला शामिल हैं. इन नेताओं की किस्मत आज EVM में बंद हो जाएगी. आपको बता दें कि दूसरे चरण में पहले 97 सीटों पर वोट डाले जाने थे लेकिन इनमें से एक वेल्लोर सीट पर चुनाव रद्द कर दिया गया है. वहां पैसे बांटने की शिकायतें मिली थीं, इसके अलावा क़ानून-व्यवस्था को देखते हुए ईस्ट त्रिपुरा का चुनाव टाल दिया गया है. अब वहां 18 अप्रैल यानी आज की बजाय 23 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे.
तमिलनाडु विधानसभा में हंगामे पर कमल हासन ने कसा तंज - तमीजनाडु में Jai de-mockcrazy!
तमिलनाडु विधासनभा में 5 घंटे तक चले विश्वासमत के दौराना हंगामा मुख्यमंत्री पलानीस्वामी ने 122 वोटों के साथ बहुमत जीता सदन के अंदर विधायकों के हंगामे को लेकर लोग नाखुश हैं
People of Tamizhnadu, Welcome your respective MLAs with the respect they desrve back home There you go. Seems like we have another CM. Jai de-mockcrazy I've seen MLAs of d then ADMK now Cong. walk away with bunch of plucked microphones .The English TV anchors were too young 2 remember.We do Media'll have to use less hyperbole.We have seen worst things happen in TN assembly. .Why are lazy couch revolters (incld. I)so shocked now?
विकीलीक्स के खुलासे पर संसद में जोरदार हंगामा
खुलासे के चलते प्रधानमंत्री के इस्तीफे की मांग पर हंगामे के बाद लोकसभा की कार्यवाही 12 बजे तक स्थगित कर दी गई।
यूपीए सरकार द्वार वर्ष 2008 में विश्वासमत के दौरान सांसदों की खरीद-फरोख्त किए जाने से जुड़े विकिलीक्स के नए खुलासे के चलते प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह के इस्तीफे की मांग को लेकर हुए भारी हंगामे के कारण लोकसभा की कार्यवाही 12 बजे तक स्थगित कर दी गई है। दरअसल विकीलीक्स पर जारी अमेरिकी दूतावास के एक केबल से खुलासा हुआ है कि वर्ष 2008 में अमेरिका के साथ एटमी डील को लेकर जब मनमोहन सरकार गिरने की कगार पर समझी जा रही थी, तब उसे बचाने के लिए सांसदों की खरीद-फरोख्त की गई थी।
धोनी और हटन का रिकॉर्ड नहीं तोड़ सके विराट कोहली, लेकिन बनाए कई और रिकॉर्ड
बतौर कप्तान भारत के लिए सबसे बड़ी पारी का रिकॉर्ड नहीं तोड़ सके कप्तानी पारी सम्बंधी राहुल द्रविड़ का 10 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ा कोहली का यह अब तक का सबसे बड़ा व्यक्तिगत टेस्ट स्कोर है
विराट कोहली विदेश में दोहरा शतक लगाने वाले पहले भारतीय टेस्ट कप्तान बन गए हैं। यही नहीं, वह कैरेबियाई धरती पर भी सबसे बड़ी व्यक्तिगत पारी खेलने वाले भारतीय कप्तान बन गए लेकिन वह बतौर कप्तान भारत के लिए सबसे बड़ी पारी का महेंद्र सिंह धोनी का रिकॉर्ड नहीं तोड़ सके। यही नहीं, कोहली कैरेबियाई धरती पर किसी कप्तान द्वारा खेली गई इंग्लैंड के लेन हटन (205) की पारी को भी पीछे छोड़ने से चूक गए लेकिन अपनी 200 रनों की पारी के दौरान कोहली ने कई अन्य कीर्तिमान अपने नाम किए। कोहली ने कैरेबियाई धरती पर सबसे बड़ी कप्तानी पारी सम्बंधी राहुल द्रविड़ का 10 साल पुराना रिकॉर्ड शुक्रवार को तोड़ा। इसके अलावा उन्होंने विदेश में बतौर कप्तान सबसे बड़ी 192 रनों की पारी का मोहम्मद अजहरुद्दीन का भी रिकॉर्ड ध्वस्त किया। अजहर ने न्यूजीलैंड के खिलाफ यह पारी खेली थी। सर विवियन रिचर्ड्स मैदान पर जारी पहले टेस्ट मैच के दूसरे दिन कोहली ने अपनी पारी को 143 रनों से आगे बढ़ाया और व्यक्तिगत योग में चार रन जोड़ते ही वह भारत के लिए वेस्टइंडीज में सबसे बड़ी पारी खेलने वाले भारतीय कप्तान बन गए। द्रविड़ ने 2006 में ग्रास आइलेट में 146 रनों की पारी खेली थी। द्रविड़ का यह पहली पारी का स्कोर है। इसके अलावा कोहली 1997 के बाद विदेश में सबसे बड़ी पारी खेलने वाले भारतीय कप्तान बन गए हैं। 1997 में सचिन तेंदुलकर ने दक्षिण अफ्रीका में 169 रनों की पारी खेली थी। उस समय वह टीम के कप्तान थे। कोहली का यह अब तक का सबसे बड़ा व्यक्तिगत टेस्ट स्कोर है। इससे पहले उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 169 रन बनाए थे। कोहली लंच के ठीक बाद 200 रनों के स्कोर पर ही आउट हुए। वेस्टइंडीज के खिलाफ अब तक सिर्फ तीन कप्तान उसी की धरती पर दोहरा शतक लगा सके हैं। हटन के अलावा यह कारनामा ऑस्ट्रेलिया के आरबी सिम्पसन और कोहली ने किया है।टिप्पणियां कोहली बतौर कप्तान दोहरा शतक लगाने वाले पांचवें भारतीय हैं। वह हालांकि बतौर कप्तान भारत के लिए सबसे बड़ी पारी का रिकॉर्ड अपने नाम नहीं कर सके। यह रिकॉर्ड महेंद्र सिंह धोनी के नाम है, जिन्होंने 2014 में ऑस्ट्रेलया के खिलाफ चेन्नई में 224 रन बनाए थे।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) कोहली ने कैरेबियाई धरती पर सबसे बड़ी कप्तानी पारी सम्बंधी राहुल द्रविड़ का 10 साल पुराना रिकॉर्ड शुक्रवार को तोड़ा। इसके अलावा उन्होंने विदेश में बतौर कप्तान सबसे बड़ी 192 रनों की पारी का मोहम्मद अजहरुद्दीन का भी रिकॉर्ड ध्वस्त किया। अजहर ने न्यूजीलैंड के खिलाफ यह पारी खेली थी। सर विवियन रिचर्ड्स मैदान पर जारी पहले टेस्ट मैच के दूसरे दिन कोहली ने अपनी पारी को 143 रनों से आगे बढ़ाया और व्यक्तिगत योग में चार रन जोड़ते ही वह भारत के लिए वेस्टइंडीज में सबसे बड़ी पारी खेलने वाले भारतीय कप्तान बन गए। द्रविड़ ने 2006 में ग्रास आइलेट में 146 रनों की पारी खेली थी। द्रविड़ का यह पहली पारी का स्कोर है। इसके अलावा कोहली 1997 के बाद विदेश में सबसे बड़ी पारी खेलने वाले भारतीय कप्तान बन गए हैं। 1997 में सचिन तेंदुलकर ने दक्षिण अफ्रीका में 169 रनों की पारी खेली थी। उस समय वह टीम के कप्तान थे। कोहली का यह अब तक का सबसे बड़ा व्यक्तिगत टेस्ट स्कोर है। इससे पहले उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 169 रन बनाए थे। कोहली लंच के ठीक बाद 200 रनों के स्कोर पर ही आउट हुए। वेस्टइंडीज के खिलाफ अब तक सिर्फ तीन कप्तान उसी की धरती पर दोहरा शतक लगा सके हैं। हटन के अलावा यह कारनामा ऑस्ट्रेलिया के आरबी सिम्पसन और कोहली ने किया है।टिप्पणियां कोहली बतौर कप्तान दोहरा शतक लगाने वाले पांचवें भारतीय हैं। वह हालांकि बतौर कप्तान भारत के लिए सबसे बड़ी पारी का रिकॉर्ड अपने नाम नहीं कर सके। यह रिकॉर्ड महेंद्र सिंह धोनी के नाम है, जिन्होंने 2014 में ऑस्ट्रेलया के खिलाफ चेन्नई में 224 रन बनाए थे।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) सर विवियन रिचर्ड्स मैदान पर जारी पहले टेस्ट मैच के दूसरे दिन कोहली ने अपनी पारी को 143 रनों से आगे बढ़ाया और व्यक्तिगत योग में चार रन जोड़ते ही वह भारत के लिए वेस्टइंडीज में सबसे बड़ी पारी खेलने वाले भारतीय कप्तान बन गए। द्रविड़ ने 2006 में ग्रास आइलेट में 146 रनों की पारी खेली थी। द्रविड़ का यह पहली पारी का स्कोर है। इसके अलावा कोहली 1997 के बाद विदेश में सबसे बड़ी पारी खेलने वाले भारतीय कप्तान बन गए हैं। 1997 में सचिन तेंदुलकर ने दक्षिण अफ्रीका में 169 रनों की पारी खेली थी। उस समय वह टीम के कप्तान थे। कोहली का यह अब तक का सबसे बड़ा व्यक्तिगत टेस्ट स्कोर है। इससे पहले उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 169 रन बनाए थे। कोहली लंच के ठीक बाद 200 रनों के स्कोर पर ही आउट हुए। वेस्टइंडीज के खिलाफ अब तक सिर्फ तीन कप्तान उसी की धरती पर दोहरा शतक लगा सके हैं। हटन के अलावा यह कारनामा ऑस्ट्रेलिया के आरबी सिम्पसन और कोहली ने किया है।टिप्पणियां कोहली बतौर कप्तान दोहरा शतक लगाने वाले पांचवें भारतीय हैं। वह हालांकि बतौर कप्तान भारत के लिए सबसे बड़ी पारी का रिकॉर्ड अपने नाम नहीं कर सके। यह रिकॉर्ड महेंद्र सिंह धोनी के नाम है, जिन्होंने 2014 में ऑस्ट्रेलया के खिलाफ चेन्नई में 224 रन बनाए थे।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) द्रविड़ ने 2006 में ग्रास आइलेट में 146 रनों की पारी खेली थी। द्रविड़ का यह पहली पारी का स्कोर है। इसके अलावा कोहली 1997 के बाद विदेश में सबसे बड़ी पारी खेलने वाले भारतीय कप्तान बन गए हैं। 1997 में सचिन तेंदुलकर ने दक्षिण अफ्रीका में 169 रनों की पारी खेली थी। उस समय वह टीम के कप्तान थे। कोहली का यह अब तक का सबसे बड़ा व्यक्तिगत टेस्ट स्कोर है। इससे पहले उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 169 रन बनाए थे। कोहली लंच के ठीक बाद 200 रनों के स्कोर पर ही आउट हुए। वेस्टइंडीज के खिलाफ अब तक सिर्फ तीन कप्तान उसी की धरती पर दोहरा शतक लगा सके हैं। हटन के अलावा यह कारनामा ऑस्ट्रेलिया के आरबी सिम्पसन और कोहली ने किया है।टिप्पणियां कोहली बतौर कप्तान दोहरा शतक लगाने वाले पांचवें भारतीय हैं। वह हालांकि बतौर कप्तान भारत के लिए सबसे बड़ी पारी का रिकॉर्ड अपने नाम नहीं कर सके। यह रिकॉर्ड महेंद्र सिंह धोनी के नाम है, जिन्होंने 2014 में ऑस्ट्रेलया के खिलाफ चेन्नई में 224 रन बनाए थे।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) कोहली का यह अब तक का सबसे बड़ा व्यक्तिगत टेस्ट स्कोर है। इससे पहले उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 169 रन बनाए थे। कोहली लंच के ठीक बाद 200 रनों के स्कोर पर ही आउट हुए। वेस्टइंडीज के खिलाफ अब तक सिर्फ तीन कप्तान उसी की धरती पर दोहरा शतक लगा सके हैं। हटन के अलावा यह कारनामा ऑस्ट्रेलिया के आरबी सिम्पसन और कोहली ने किया है।टिप्पणियां कोहली बतौर कप्तान दोहरा शतक लगाने वाले पांचवें भारतीय हैं। वह हालांकि बतौर कप्तान भारत के लिए सबसे बड़ी पारी का रिकॉर्ड अपने नाम नहीं कर सके। यह रिकॉर्ड महेंद्र सिंह धोनी के नाम है, जिन्होंने 2014 में ऑस्ट्रेलया के खिलाफ चेन्नई में 224 रन बनाए थे।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) वेस्टइंडीज के खिलाफ अब तक सिर्फ तीन कप्तान उसी की धरती पर दोहरा शतक लगा सके हैं। हटन के अलावा यह कारनामा ऑस्ट्रेलिया के आरबी सिम्पसन और कोहली ने किया है।टिप्पणियां कोहली बतौर कप्तान दोहरा शतक लगाने वाले पांचवें भारतीय हैं। वह हालांकि बतौर कप्तान भारत के लिए सबसे बड़ी पारी का रिकॉर्ड अपने नाम नहीं कर सके। यह रिकॉर्ड महेंद्र सिंह धोनी के नाम है, जिन्होंने 2014 में ऑस्ट्रेलया के खिलाफ चेन्नई में 224 रन बनाए थे।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) कोहली बतौर कप्तान दोहरा शतक लगाने वाले पांचवें भारतीय हैं। वह हालांकि बतौर कप्तान भारत के लिए सबसे बड़ी पारी का रिकॉर्ड अपने नाम नहीं कर सके। यह रिकॉर्ड महेंद्र सिंह धोनी के नाम है, जिन्होंने 2014 में ऑस्ट्रेलया के खिलाफ चेन्नई में 224 रन बनाए थे।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)